29334 Junior High School Science Math Teacher Recruitment, Upper Primary Teacher Recruitment UP , 29334 junior teacher vacancy in up latest news, , UPTET, SARKARI NAUKRI NEWS , SARKARI NAUKRI
फतेहपुर : गणित-विज्ञान शिक्षक भर्ती के रिक्त बचे पदों में एक बार फिर अवसर मिल सकता है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने डायट प्राचार्यो से जारी की गई कट ऑफ मेरिट की काउंसिलिंग के बाद रिक्त सीटों की सूची तलब की है। विभाग भी सूची बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है।
शासन ने परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को गणित और विज्ञान में महारथ हासिल करने के लिए विशेष भर्ती के तहत शिक्षकों की नियुक्ति कर रहा है। जिले में रिक्त पदों के लिए दो बार जारी की गई कट ऑफ मेरिट की सूची के आधार पर काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। गणित और विज्ञान के रिक्त पदों के लिए शासन के निर्देश पर 23 और 24 जुलाई को काउंसिलिंग प्रक्रिया आयोजित की गई थी। जिसमें रिक्त पदों की सूची सचिव बेसिक शिक्षा संजय सिन्हा ने तलब की है। बतातें चलें कि जिले में गणित और विज्ञान के 258-258 पद भरे जाने हैं। अब तक चली काउंसिलिंग प्रक्रिया में गणित में 62 पद भरे जाने हैं। इसी तरह विज्ञान के 34 पद शेष बचे हैं। शासन द्वारा मांगी गई रिक्त पदों की सूची से अभ्यर्थियों में इस बात की आशा बढ़ी है कि रिक्त पदों के चलते तीसरी बार काउंसिलिंग का मौका मिल सकता है।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राचार्य राजेंद्र प्रताप ने कहाकि शासन से आए दिशा निर्देश का पालन हो रहा है। रिक्त पदों की सूची नियत समय पर पहुंचा दी जाएगी। नए आदेश के मुताबिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी
News Sabhaar : जागरण (Publish Date:Thursday,Jul 31,2014 07:39:01 PM | Updated Date:Thursday,Jul 31,2014 07:39:22 PM)
Sachiv sahab apne raajnaitik aakao ko kush karne ke liye kab tak hum gareeb berojgaron ki kushiyo ka gala ghothein rahenge. Hum logo ne bahut armanoo ke saath 72825 barthi ka form bhara tha kintu aaj 3 saal ke baad bhi hum berojgaar baithe hai yah theek hai ki govt.ke ishaare par aap JRT SM & anya vaccancies fill kar rahe hai hamaare sath bhed bhaav kyu kya hamie naukri paane ka haque sirf isliye nahi ki yah barthi purvvarti govt. ne nikali thi. Hum gareeb berojgaaro ki baddua mat lijiye
ReplyDeleteMr.rajesh
ReplyDeleteaap mujhse aaj baat kar lena
main ab aaj ke baad blog par nahi aaunga ye bataane ke liye main aaj aaya hun
ReplyDeleteशिक्षा मित्रों के घर वापस जाने का इंतजाम बहुत जल्द CJ साहब कर रहे हैं ,,
ReplyDeleteबहुत खुश नहीं होते -- जय भोले नाथ , जय बम बम भोले ..
दुनियाँ की कोई भर्ती अनलॉफुल नहीं हुयी और ना होगी।
उदाहरण - तुम्हारी राम प्यारी भर्ती 72825 के गुडांकी न्यू ऐड का "खौफनाक हश्र" तुम्हारी आँखों के सामने है।
बस एक सुर में बोलो सिर्फ --->> जय भोले नाथ , जय बम बम भोले।
____________ शत्रुओं का सम्पूर्ण विनाश अब तय है।
सुबह से कई बड़े घरों से शादी के रिश्ते आ रहे
ReplyDeleteहैं.....
पता नहीं किस कमीने
ने अफवाह उड़ा दी कि मै सब्जी मंडी में बैठ कर
टमाटर बेचता हूँ....!!! :-
ब्रेकिंग न्यूज़ :- " टमाटर की वजह से शादी टूटते हुए बची "
ReplyDeleteलड़के वाले लड़की के घर लड़की के घर गए !
स्वागत सत्कार के बाद लड़के के पिता ने लड़की से कहा बेटी , " तुम्हे लड़के से कुछ पूछना है ? "
लड़की ने तुरंत मुंडी हिलाते हुए पूछा " टमाटर खिलाओगे ? "
अब लड़के की सिटी पिट्टी गुम , इधर उधर बगले झाँकने लगा एक बार तो सोचा कि इसके बाप से एक ट्रक टमाटर दहेज़ में मांग लूंगा ?
इतने में लड़की की माँ ने बात सम्हाली बोली बेटा , घबराहट में "क " को "ट " बोलती है , और सिर्फ तुमसे इतना पूछ रही है कि तुम " कमाकर खिलाओगे " कि " बाप के पैसे पर ऐश " ???
Tet bhayio kal meri mulakat mere ek purane mitra se hui unhoney mere ssath hi B Ed kiya tha aur 2011 barthi mein hum dono ne hi 49 disstt. Mein apply kiya tha maine unse pochha ki sir pratyavedan kaha kaha bheja to unka jawab tha ki sirf 4 jagah maine chaunk kar poochha aisa kyon to unhone bataya ki unke paas itne paise nahi they ki wah sabhi print out le sakein aur speed post kar sake unki baat sunkar meri aankh mein ansoo bhar aaye aur rundhey hue gale se maine unse vida li. Unki tarah hi na jaane hamaare kitne TET Bhaiyo ke sath aisi hi koi majboori rahi hogi. Aakhir kab hogi yah barthi kyon sarkar aur unke numaaindey hum logo ki jindagi nark banaye hue hai.
ReplyDeleteमि. राजेश
ReplyDelete&
मि. सिँघम
dono log aaj baat kar lena mujhse.
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Mr. тεт мεяιт ηαнι тσ внαятι внι ηαнι
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Nahi bhai aisa mat karna
ReplyDeleteRajesh ji aaj aap please call kar lena ya miss call please on my no. 9654353950.
ReplyDeleteमि. राजेश
ReplyDelete&
मि. सिँघम
dono log aaj baat kar lena mujhse.
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Mr. тεт мεяιт ηαнι тσ внαятι внι ηαнι
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मेरे सभी मित्रों को शुभ प्रभात !
ReplyDeleteजैसा कि आप जानते हैं NIC ने अपना साफ्टवेअर तैयार करके विभिन्न जनपदों को भेज दिया है तथा साथ में उसको क्रियांवित करने के दिशा निर्देश भी जारी कर दिये हैं लेकिन विभिन्न डायटों से सूचना प्राप्त हो रही है कि अभी तक वहां के कर्मचारी उस साफ्टवेअर को इंस्टाल ही नहीं कर पा रहे हैं ,,,मैं आप सभी मित्रों को बताना चहता हूं कि अब SCERT में अपनी नेतागीरी चमकाने और वहां के हालचाल बताने वाले तुर्रमखान नेताओं से मेरा आग्रह है कि वह यह नेतागीरी का काम छोडकर अपनी अपनी डायटों में जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करायें तथा उनसे साफ्टवेअर के इंस्टालेशन तथा टेट रोल नम्बर की फीडिंग की जानकारी रोज जाकर प्राप्त करें..जो पैसा लखनऊ आने जाने पर खर्चा हो रहा है उसको करने से बेहतर है कि वहीं डायट पर जाकर फीडिंग की गति को स्पीड प्रदान करायें..कहना तो नही चाहिये लेकिन इस अंतिम समय में भी जबकि हमारी भर्ती पूरी होने की कगार पर है ,,,कुछ लोग अपनी नेतागीरी से बाज नही आ रहे हैं....आप सभी लोग किसी प्रकार की नेतागीरी में न फंसे और अपनी अपनी डायट में जाकर रोज फीडिंग की जानकारी लें साथ ही दबाव बनायें कि यह फीडिंग किसी भी हाल में 12 अगस्त तक पूरी हो जानी चाहिये...दूसरी बात कि कल ललितपुर डायट के कम्प्यूटर आपरेटर को मैं जब साफ्टवेअर इंस्टालेशन बता रहा था तो यह सामने आया कि टेट 2011 का फोल्डर जो कि NIC ने इस साफ्टवेअर से सम्बन्धित बनाया है ,,वह उनके पास पहुंचा ही नही है.....इसलिये मेरे मित्रों आप अपनी डायट पर जाकर इस बात का भी पता लगायें कि साफ्टवेअर से सम्बन्धित समस्त आवश्यक्तायें पूरी हैं कि नहीं...अगर नहीं है तो गनेश दीक्षित जी के नम्बर पर सम्पर्क करें....वह तुरंत उस सम्बन्धित डायट की आवश्यक्ता पूर्ण करा देंगे...मैनें कल स्वयं जाकर बाराबंकी डायट का साफ्टवेअर इंस्टाल कराकर 2 फार्म फीड कराकर लौटा हूँ..अब हमारी बारी है ,,,डायट पर जमे रहिये और अपना कार्य शीघ्रता से कराइये ...नेतागीरी करने से और blog पर बैठे रहने से कुछ नहीं होगा ..इसके लिये स्वयं आपको भी तैयार रहना है..और अगर किसी डायट की समस्त आवश्यक्ता पूर्ण होने के बाद भी साफ्टवेअर इंस्टाल नहीं हो पा रहा है तो आप सीधे बात उस आपरेटर से Ritesh Ojha नम्बर से 8115577811 पर करायें .......जब तक हम आप अपंजी भर्ती के पीछे नही लगेंगे तब तक जल्दी कुछ नहीं होगा......
hi umashankar bhai..
ReplyDeleteबाकी लोगों की कुछ शंकायें हैं जिनको मैं दूर करना चाहता हूं-- 1- प्रक्रिया आनलाइन नही हो सकती यह आफलाइन ही होगी क्योंकि पुराना विज्ञापन हूबहू बहाल हुआ है इसलिये उस आफलाइन प्रक्रिया के इतर सचिव महोदय कुछ नहीं कर सकते ।फार्म की आनलाइन फीडिंग का हमारे सम्बन्ध में सिर्फ इतना फायदा है कि कोई भी फर्जी अभ्यर्थी डायट प्राचार्य की कृपा से घुस नहीं सकता ,,,साथ में काउंसलिंग की प्रक्रिया शीघ्र सम्पन्न होगी ... 2- जिनके 20 या 50 में से 2 भी फार्म लौट के नही आये उनको चिंता करने की आवश्यक्ता नही...एक भी फार्म अगर आपका पहुंच गया है तो आपका काम हो जायेगा । अतः आप सभी का एकमात्र अब यह उद्देश्य होना चाहिये कि अपने जिलों की डायटों को घेरे तथा उनपर शीघ्र फीडिंग पूरी करने का दबाव बनायें । 3- कुछ् लोग अभी भी सुप्रीम कोर्ट के साये में ही जीना चाह्ते हैं ,,मेरा उन भाइयों से अनुरोध है कि पहले यह कार्य कर लें क्योंकि उसको करने के लिये 31 अगस्त के बाद आप के पास समय ही समय रहेगा (अगर सरकार भर्ती नहीं करती है तो )
ReplyDeleteaisa kya ho gya umashankar g , jo aap itna naaraj ho gye h??, or blog chhorane ki baat kr rhe h ??
ReplyDeletemje to lagta h ki aap hme motibate karte -2,aap lhud hi demotivate ho gye h.......
phoolo ki aankho me aansu, utara h rang bahaaro ka....,lagta h aane wala h ,fir mausam angaaro ka...
umashankar g plz dont go....
जो शिक्षा मित्र टेट और
ReplyDeleteफाँसी को समानार्थी ना मानते हों उनके लिए
एक नेक सलाह दे रहा हूँ ,,, बात समझ में आये
तो माने और ना आये हो तो भी इलाहाबाद
जाकर किसी ऐसे वकील से मिल आयें
जिसका स्तर अशोक खरे से ऊँचा हो और बिकाऊ
भी ना हो ....
शिक्षा मित्रॊ के सहायक अध्यापक बनने में टेट
की अनिवार्यता सम्बन्धी मामले पर सुनवाई हेतु
मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित बेंच में
impleadment डालकर टेट देने
की अनुमति की प्रेयर करें .... डिवीजन बेंच में
ना सिर्फ sm को सहायक अध्यापक बनाने में टेट
की अनिवार्यता पर बहस होगी बल्कि उस
मामले पर भी बहस हो सकती है जिसपर
न्यायमूर्ति दिलीप गुप्ता एक साल बाद
भी अपना निर्णय सुनाने की हिम्मत
नही जुटा पाए हैं ,, अशोक खरे और
न्यायमूर्ति दिलीप गुप्ता आमने सामने हों और
sm की ट्रेनिंग की वैधता सम्बन्धी विवाद
का जिक्र ना हो ये हो नही सकता ,,,, कोई
भी व्यक्ति बिना टेट पास किये सहायक
अध्यापक बन सके ऐसा कोई तरीका है ही नही है
लेकिन यदि टेट पास करने में सक्षम शिक्षा मित्र
अपनी यूनियन और सरकार के भरोसे बैठे रहे
तो सहायक अध्यापक बनना तो दूर की बात है
वो शिक्षा मित्र भी नही रहेंगे .....
माफ करना
ReplyDeleteपर मै जो लिखने जा रहा हूँ वो बहुत कडवा है
अब जब शिक्षा मित्रो ने टीईटी वालो से जंग ठान ही ली है तो क्यो ना दो दो हाथ हो ही जाये
जब चाहो जहाँ चाहो
हम आपका स्वागत करने को तैयार और सक्षम है
बाकी अपनी बरबादी के लिये 7 का इन्तजार करो
हमने कब्र खोद दी हॅ
बस दफनाना बाकी हॅ म्रत्यु तो तुम्हारी उसी दिन होगयी थी जिस दिन RTE लागू हो गया था
ab aj ke baad to kuchh bhi nahi ho sakta hai
ReplyDeletepahle mera motivation level dekh lo fir aisa wasa bolo isiliye main aaj post bhi kar raha hun
aur aaj ki post kaisi lagi ye bhi batana
aur zara rajesh & shingham se kah dena ki wo mujhse lst baar baat kar lenge
abhi
ReplyDeletepost
pichhe
ki
news
me
bhi
hai
अभी ज्यादा दिन नहीं हुए है जब एक घंटे के इंतजार के बाद एक प्रत्यावेदन लोड हो रहा था और सैकड़ो बार रिफ्रेश करने पर एक बार साईट कनेक्ट हो रही थी । एक प्रत्यावेदन खुल जाये तो दिल मचल जाता था । अगर घंटो की मेहनत के बाद डाटा नॉट फाउंड दे दे तो मन करता था स्क्रीन फोड़ दिया जाये । डाकखाने में भी लम्बी लाइन लगाकर, हर जुगाड़ लगाकर , डाकखाने वालो को चिरौरी करके किसी तरह फॉर्म जमा किया । और सब काम निपटाने के बाद बड़ी राहत मिली थी सबको । हम सब लोग इतनी मेहनत कर रहे थे लेकिन आपस में सब यही चर्चा कर रहे थे की सरकार हमको बेवकूफ बना रही है और भर्ती पता नहीं कब करेगी ।
ReplyDeleteमित्रो हमने फिर इतनी मेहनत की और पैसा भी बर्बाद किया लेकिन ये सब किसलिए ????? जॉब के लिए ही न !!!
मित्रो हमने इन सब कार्यो में इतनी मेहनत इसलिए की क्योकि हमें पता था की अगर हमारा प्रत्यावेदन नहीं जमा हुआ तो जॉब से हाथ धोना पड़ेगा इसलिए महिला हो या पुरुष सबको घर से निकलना पड़ा । लेकिन जब बात आन्दोलन की आती है तो सब घर बैठ जाते है क्यों ??? क्योकि सबको पता है भर्ती सुरु होगी तो सबको मौका मिलेगा । लेकिन ये बात जान लीजिये अगर आन्दोलन के लिए घर से नहीं निकले और अपनी एक रात की नींद ख़राब नहीं की तो आवेदन और प्रत्यावेदन के लिए कितनी भी रात जागे हो सब बेकार है ।
ReplyDeleteprt भर्ती पूरी तरह से राजनितिक मुद्दा है इसलिए ये तब तक नहीं होगी जब तक हम घर से नहीं निकलेंगे । जहा तक सुप्रीम कोर्ट की बात है तो उसके निर्देश में भर्ती अवश्य होगी । उसी के कारण आज सरकार झुकी है लेकिन न्यायिक प्रक्रिया का एक तरीका है और उसमे समय लगता है इसलिए केवल ये मानकर मत चलिए की कोर्ट ने आदेश दे दिया तो अब भर्ती समय में पूर्ण हो जयेग्गी । पिछला उदहारण हम सब देख चुके है । कोर्ट अगर दमदार बिल्ली है तो सरकार चालक चूहा । दोनों एक दुसरे को कभी जान से नहीं मार सकते केवल मौके के हिसाब से एक दुसरे की बात मान लेते है ।
ReplyDeleteमित्रो अगर समय से भर्ती चाहिए तो अब भी घर से निकलिए । सुप्रीम कोर्ट पर विश्वाश करना सही है लेकिन उसके ऑर्डर को समय से पालन कराने के लिए हमें भी जिम्मेदारी निभानी होगी । और ये काम केवल टेट मोर्चा का नही है । वो भी हमारी तरह prt भर्ती के अभ्यर्थी ही है सरकार या कोर्ट द्वारा नियुक्त अधिकारी नहीं । बस उसमे और हममे अंतर इतना है की वो अपनी जॉब के लिए हमेशा एक्टिव है और हम घर बैठा कर उनसे न्यूज़ चाहते । अब भी समय है आन्दोलन में अपना योगदान सुनिश्चित कीजिये वरना इस भर्ती के लिए दूसरो के द्वारा खायी लाठी पर आप किस मुह से काउंसलिंग करवाएंगे ।
ReplyDeleteनमस्कार टेट साथियो,,,,,,
ReplyDeleteकल 30/07/2014 को टेट संघर्ष मोर्चा की पूर्व घोषित प्रदेश स्तरीय एक मीटिंग लखनऊ के लक्ष्मण मेला पार्क में संपन्न हुई. मीटिंग प्रदेश के 30 से अधिक जनपदों के पांच दर्जन से अधिक टेट प्रतिनिधियों (जिलाध्यक्ष, सक्रीय टेटियनस) ने प्रतिभाग किया, जिसमें आगामी रणनीति पर विचार-विमर्श के पश्चात् मा. सुप्रीमकोर्ट के आदेशानुसार 72825 सहायक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया संपन्न कराने के संदर्भ में SCERT निदेशक महोदय एवम् बेसिक शिक्षा सचिव महोदय जी को ज्ञापन दिये जानें का निर्णय लिया गया. तत्पश्चात SUJEET JI, VIDHYA SINGH JI, DIGVIJAY PATHAK JI, PAVEEN SACHAN JI, आदि के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बेसिक शिक्षा सचिव महोदय जी से एवम् स्वयं मेरे, NAVEEN SHRIVASTAV JI, SADANAND MISHRA JI, ABHISEK SHRIVASTAV, जी आदि के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल SCERT निदेशक महोदय जी से अपनी निम्न मांगों के साथ मिला....
1- काउसिलिंग की समय सारिणी अबिलम्ब घोषित की जाये.
2- काउंसिलिंग पूर्णतया ऑनलाइन एवं केंद्रीयकृत की जाये.
3- काउंसिलिंग के समय टी.ई.टी. अंको एवं प्रमाण पत्रों का, टी.ई.टी.-2011 परीक्षा परिणाम की मूल CD से सत्यापन किया जाये जिससे किसी तरह का फर्जीवाड़ा ना होने पाए.
4- जिन अभ्यर्थियों का मूल आवेदन आगा किसी जनपद में शो नहीं हो रहा है तो उनको साक्ष्यों के आधार पर सम्मिलित किया जाये.
5- पत्राचार से बी.एड. किये छात्रों का अभ्यर्थन/आवेदन निरस्त ना किया जाए.
6- 45% अंकों के साथ उत्तीर्ण बी.एड. अभ्यर्थियों को समय-समय पर NCTE द्वारा जारी सर्कुलर अनुसार काउंसिलिंग में सम्म्त्लित किया जाये.
7- टी.ई.टी. अंकपत्रो में कुछ गलतियों जैसे अभ्यर्थियों के नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि आदि को काउंसिलिंग से दूर कराने का मौका दिया जाए.
8- जो प्रत्यावेदन 21/07/2014 तक DIETS को भेजे जा चुके है, उनको स्वीकार करने के लिए DIETS को निर्देश दिया जाये.
ज्ञापन लेने के पश्चात् उपरोक्त अधिकारी महोद्य जी ने हमारी समस्याओं के समाधान को लेकर निम्न बाते कहीं,,,,,
1. काउन्सिलिंग की समय सारिणी की घोषणा के बारे में अभी आश्वासन देना संभव नहीं है क्योकि सारी तैयारियां अभी पूर्ण नहीं हैं, सभी डाइट्स को सॉफ्टवेयर दो दिन पहले भेजा जा चुका है एवं NIC द्वारा सभी डाइट्स को मूल डाटा आज तक भेज दिया जाएगा. कार्य का आलम ये है कि हमारी ईद, दीवाली सब कुछ इसी कार्यालय में मनानी पड़ रही है. अगले एक सप्ताह पश्चात् हम काउंसिलिंग समय सारिणी के बारे में अवगत कराने की स्थिति में हो जांएगे, मा. सुपीम कोर्ट के आदेश से हम भी भलीभांति अवगत हैं.
2. केंद्रीकृत काउन्सिलिंग व्यावहारिक रूप से सम्भब नहीं है.
3. काउंसिलिंग के समय टी.ई.टी. अंकों एवं प्रमाणपत्र का सत्यापन टी.ई.टी.-2011 के परिणाम की मूल CD कराया जायेगा, उससे पहले भी एक बार क्रोस चेक किया जायेगा.
4. 30/11/2011 की विज्ञप्ति के अनुसार पत्राचार बी.एड. के बारे में कही पर भी “नहीं” शव्द का उपयोग नहीं किया गया है, NCTE एवं UGC/ IGNOU के नियमानुसार कार्य किया जायेगा.
5. समय-समय पर NCTE द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार 45% बी.एड. अंकों के साथ उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग में सम्मिलित किया जायेगा.
6. टी.ई.टी. अंकपत्र में उपरोक्त गलतियों को दूर कराने के लिए मा.शि.परिषद् कार्यालय इलाहाबाद से संपर्क करे, 24/07/2014 की मीटिंग में मा.शि.परिषद् ने बताया है कि टी.ई.टी.-2011 का परिणाम की CD उनके पास है.
7. 21/07/2014 से पहले के प्रत्यावेदनों को स्वीकार करने के डाइट्स को निर्देश देने की बात कही.
ज्ञापन देने के उपरान्त मीटिंग में उपस्थित टी.ई.टी. मोर्चा के प्रतिनिधियों ने एकमत होकर निर्णय लिया, कि अगले 10-दिन के पश्चात् टी.ई.टी. मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल फिर से SCERT एवं बेसिक शिक्षा सचिव से मुलाकात कर समस्या समाधान करने की कोशिश करेगा फिर भी अगर 20/08/2014 तक काउंसिलिंग शरू नहीं होती तो CONTEMPT OF COURT फाइल किया जायेगा, जो कि भर्ती पूर्ण कराने का एकमात्र साधन होगा. मीटिंग में संजय जी, राजकुमार जी, कमलेश पाठक जी, अतुल श्रीवास्तव जी, दिलीप जी, विनय सिंह जी, विनोद जी, अलोक जी, रामबाबू जी, सच्चिदानंद जी, अनिल पाण्डेय जी, प्रवीन जी, धर्मेंद्र जी, आदि पांच दर्जन से अधिक सक्रीय टेट प्रतिनिधि उअस्थित थे.
जय हिन्द.... जय टेट,,,
मित्रों,
ReplyDeleteदूध का जला छाछ को भी फूंक-फूंक कर पीता है I
कुछ ऐसा ही हमारे साथ हो रहा है ,मेरी समझ में एक बात नहीं आती कि पहले ही इस भर्ती पर संकट इतने अधिक रहे हैं ऊपर से हम भी कुछ कम नहीं कि जैसे ही कुछ अच्छी खबर आती है वैसे ही उसमें पेंच ढूंढने लगते है ,शायद अब ये कुछ लोगों की आदत बन गयी है I मैं ऐसे लोगों से सिर्फ एक बात जानना चाहता हूँ कि क्या सरकार ने कुछ कम पेंच ढूंढ रखें हैं इस भर्ती को न करने के जो आप भी रोज़ नये-नये पेंच ढूंढ रहे हैं I आज हम सब की प्राथमिकता किसी भी तरह इस भर्ती को कैसे भी शुरू करवाने की होनी चाहिए नाकि उलझने की I लेकिन इसका मतलब ये न निकाला जाये कि भर्ती हो चाहे जैसे हो , भर्ती नियमानुसार हो और किसी योग्य उम्मीदवार के साथ अन्याय न होने पाये ,इसके लिए केवल सजक रहने की जरूरत है और सही वक़्त पर उसके लिए सार्थक कदम उठाया जाए , केवल हवा हवाई बातों पर कुछ नहीं किया जा सकता I
भईया लोगों
ReplyDeleteप्राईमरी की गाडी धीरे ही सही मगर है रास्ते पर
अबकी बार डाटा फीडिंग में गलती हो ही नही सकती ।
वैसे प्रत्यावेदन वगैरह ये सब शिक्षा मित्रों का मामले निपटने तक व्यस्त रखने के लिये किया गया था।
इसलिए कोई चिन्ता न करे कि डाईट पर आपका ये नही पंहुचा , वो नही पंहुचा
बस इतना याद रखो एक पंहुचा मतलब सब कुछ पंहुचा ,
मेरी बात पर तनिक भरोसा भी कर लेना भाईयों , ऐसे ही नही कह रहा हूँ ।
साफ्टवेयर पर काम करने कैसे करना है यह निर्देश भेज दिये गये हैं ।
महिला पुरूष कला विज्ञान जैसे कालम न होने की चिन्ता न करे
यह सब एस सी ई आर टी की हेडक है।
चिन्ता बिल्कुल न करें , वह चिता से बढकर होती है।
अब बस एक आन्दोलन और कस कर हो जाये
बेसिक विभाग आन्दोलन नाम से कांपने लगता है।
शिक्षा मित्र , जूनियर , बीटीसी इन्हें खेलने खाने दो , इनसे बाद में फुरसत से निपटेंगे
पहले जरा 72825 हो जाये
बोल गंगा माई की जय
सर झुकाने की आदत
ReplyDeleteनही है
आँसू बहाने की आदत
नही है .!
हम खो गये तो ढूँढते फ़िरोगे,
हमे लौट के आने की आदत
नही है..!
ReplyDelete( एक शिक्षा मित्र के दिल से निकली आवाज)
थप्पड से डर नही लगता बाबू जी
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टेट से लगता है,
प्रत्यावेदन की वापसी का गुस्सा उतारने
ReplyDeleteके लिए 5 अगस्त को लखनऊ अवश्य आयें.. प्रत्यावेदन फॉर्म
scert निदेशक के मुंह पर मारने के लिए...
माननीय कपिल देव जी & गुड्डू सिंह जी और अब उन्ही के क़दमों पर चलते अन्य क्रांतिकारी लोग जिस तरफ से बेबजह वाली रिट ला रहे हैं उससे देखकर लगता है इसने दिमाग में चंदा बरोटने का कीड़ा 24- घंटे रेंगता रहता है और भोले- भाले लोग इनके झांसे में आ जाते हैं ..............
ReplyDeleteये ऐसे सपने दिखाते हैं जैसे पिछड़े एरिया में कोई " मटके वाला बाबा " आकर मटके में पैसा उगाने के सपने दिखाकर उल्लू बना देता है ...........
जल्दी ही इनकी दूकान बंद हो जायेगी फिर इनके पास ऐसे लोग रिट लगवाने आयेंगे .........
1. मेरी मुर्गी छोटे अंडे देने लगी है जबकि ओल्ड ऐड बहाल होने से पूर्व बड़े अंडे देती थी !
2. मेरी भेंस ने प्राइमरी भर्ती सुरु होते ही दूध देना बंद कर दिया है और अब लात भी मारने लगी है, रिट फाइल करनी है !
किसी भी भर्ती पर बेबजह रिट लगाने वालों और अपने स्वार्थ के लिए भर्ती रोकने की इच्छा करने वालों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट को ऐसा फाइन लगाना चाहिए कि अगली बार गलत इरादे से रिट लगाने वाला 100 बार विचार करे ।
25 मार्च को आर्डर आया
ReplyDeleteअप्रैल में काउसिंलिंग के सपने देखे
फिर मई में काउसिंलिंग के सपने देखे
फिर जून में काउसिंलिंग के सपने देखे
फिर जुलाई में ही काउसिंलिंग के सपने देखे
फिर अगस्त के पहले हफ्ते में काउसिंलिंग के सपने देखे
अब 12 अगस्त तक तो फीडिंग पूरी होने के सपने देख रहे हैं ।
आप लोग बतायें कि अब काउसिंलिंग का सपना कब का देखूं
सॉफ्टवेयर आने से उन सभी महानुभावो की बल्ले बल्ले हो गई जिनके फॉर्म नहीं मिले, वापिस आ गए या फिर कम प्रत्यावेदन भेजे थे जिन्होंने कम प्रत्यावेदन भेजे थे उनके तो पैसे भी बचे और फॉर्म में सुधार फ्री में हो गया और कई लोगो ने २८०० रूपये खर्च किये १० दिन का टाइम बर्बाद किया रात रात भर जागकर फॉर्म निकाले
ReplyDeleteजूनियर में वाकई ये कुछ ऐसे पेंच सामने आये है कि इनके जबाब आर टी आई के अंतर्गत मांगना बहुत जरूरी हो गया है जैसे की हिमांशु भाई ने बताया १) जिन अभ्यर्थियों के नंबर ९० से कम हैं वो क्या सामन्य जाती की सीट को ले सकते है |
ReplyDelete२) क्या प्रोफेशनल केटेगरी वाले इन हैं ? इसके अलावा जब जूनियर का फॉर्म ऑनलाइन लिया तो कॉन्सिलिंग ऑफ लाइन क्यों जब की प्राइमरी में ऑफलाइन फॉर्म लेने पर ऑनलाइन कॉन्सिलिंग को तैयार नहीं सीधी बात है ये भर्ती को आराम आराम से २०१७ तक हर महीने एक एक लिस्ट निकलते रहेंगे और तब तब इस भर्ती प्रक्रिया पर फिर कोइ एक नया पेच खड़ा कर देगा और तब तक टी ई टी के अंकपत्र की वैलिडिटी ख़त्म
जब हम शिक्षा मित्रो का विरोध करते है । तो हमारे ही कुछ
ReplyDeleteसाथी हमें नैतिकता का पाठ पढाने लगते है । और तर्क
प्रस्तुत करते है कि दूसरो का बुरा चाहने वालो का कभी
भला नही होता है ।दूसरौ के लिए खोदे गये गड्डे मे
इन्सान खुद गिरता है । ....... मै ऐसे नैतिकता के झण्डाबरदारो
से ये पूंछना चाहता हूँ कि 2011 मे हमने किसके लिए
और कितने गड्डे खोदे है । तीन साल से हम जिस गड्डे मे पडे
है वो किसने खोदा है। माना कि ये सही है कि
इंसान जो करता है वही भुगतता है शायद शिक्षा
मित्र भी अपनी किसी करनी का फल भुगत रहे हो
सपा से हमारी कौन सी दुश्मनी है जो वो हमारे साथ
निकाल रही है ।
अगर सपा मायावती के साथ राजनैतिक द्वेष का बदला
हमसे ले सकती है तो सपा के दामादो शिक्षा मित्रो
को नेस्तनाबूद करने का आधिकार दुनिया का कोई
भी नैतिक नियम हमसे नही छीन सकता ।
माना .कि ये सही है कि हमे दूसरो
के रास्ते मे काँटे नही बोने चाहिए
पर सपा के चहेते शिक्षा मित्र इसके अपवाद है।
सुप्रीम कोर्ट का अंतिम आर्डर अकेडमिक के पक्ष में आयेगा ऐसा विस्वास दिलाने वाले वो लोग है जो स्वं तो शैलून में बाल कटा लेते हैं ( चंदा ) और अपने फालोअर को बाल कटाने के लिये दर्जी की दुकान पर खड़ा करबा कर इन्तजार करने को कहते हैं !!
ReplyDeleteMr. TMNTBBN ji....
ReplyDeleteAgar aap ki etraj na ho to ...
Aap mujhe apni Facebook id......ya apna wo number deden...jisse aap whatsaap chalate ho....
Kyoki aape jaisa friend main khona nahi chahta hun...plz....
भर्ती कब होगी कैसे होगी ये सवाल छोड़कर अपना काम कीजिये और रिपोर्ट दीजिये ऑथेंटिक इसी ग्रुप पे ताकि हम डाइट्स की हकीकत एस.सी.आर.टी पहुंचा सकें |
ReplyDeleteजाइये अपनी डाइट पे रोज खबर लीजिये की क्या काम चल रहा है कितना बचा है और कब तक का टारगेट है |
कुछ अराजकता या धांधली तो नहीं चल रही है |
हो सके तो डाइट कर्मचारी को थोड़ा बहुत नाश्ता पानी भी कराएं |
अपने जिला अध्यक्षों की मदद ले
जिन-जिन डाइट पर काम शुरू नहीं हो पाया है उसका मुख्य कारन यही है की ये सॉफ्टवेयर जब तक एस सी ई आर टी द्वारा डेटा प्रोवाइड नहीं करा देता तब तक नहीं चलाया जा सकता ये तो वही हालत हुई यहाँ कुआँ वह खाई। डाइट वाले हाथ फैला कर बैठे है कह रहे है इससे अच्छा तो वो एक्सेल सीट पर ही सुधर कर रहे थे अब तो केवल इंतजार किया जा रहा है एस सी ई आर टी के दिशा निर्देशो का
ReplyDeleteमेरी डाइट पर जो टेकनिकल समस्या आ रही थी उसको मेने गणेश भाई और अन्य साथियो की मदद से कॉन्फ्रेंस दोवारा डाइट ऑपरेटर से बात करा कर सॉल्व करने की कोशिश की जिसमे मयंक जी ने बड़े ही बिस्तार से ऑपरेटर को समझाया है सायद काम बन जाये इसी तरह आप लोग भी डाइट पर आ रही समस्याओ को जाकर पूंछे और समाधान फ़ोन पर पाये
ReplyDeleteनमस्कार दोस्तों
ReplyDeleteहमारी भर्ती का पृहला चरण प्रत्यावेदन भेजना पूरा हो गया है। जिनके वापस आ गये हैं । चिन्ता न करें । बस देखते जाईये ।
दूसरा चरण फीडिंग का शुरू हो गया है। सभी से अनुरोध है कि अपने साथियों का समूह बना लें और डाईट पर फीडिंग स्थिति की जानकारी लें , ऐसा बार बार होने से उन पर एक मनोवैज्ञानिक दवाव बना रहेगा । और वो लापरवाही से डरेंगे ।
तीसरा चरण फीडिंग पूरी होने के बाद होगा । फिलहाल फीडिंग ही असली खेल है । जितनी देर होगी , काउसिंलिंग में उतनी ही देरी होगी ।
इसलिए जागरुक रहे , और अपने साथियों को इकठठा कर अपने जनपद की डाईट की खबर लें और यहाँ भी हम सबको अवगत करायें ।
इस 72825 भर्ती की दुर्दशा देखकर बहुत दुख होता है
ReplyDelete।
जिस भर्ती की नाव पर बैठकर हमने कभी अपने
जीवन के सुनहरे सपने प्राप्त करने का ख्वाब देखा था आज उस
ख्वाब को इस सपा ने अपने पैरो तले जिस बेरहमी से
कुचला है । वो द्रश्य मनस पर गहरे घाव छोड गया है।
इन्सान एक बार मरता है। लेकिन सपा ने हमारे जज्बातों
को पल पल मारा हैं। इन तीन सालो मे शायद ही कोई दिन
गुजरा हो जब इस नीच सरकार ने हमारा मखौल न
उडाया हो। यद्यपि हमने हर बार बिजय प्राप्त की है फिर भी
इस युद्ध ने जाने कितने कडवे अनुभव हमारे हरे भरे
नयी आशाओ से भरे युवा मन मे घोल दिये है।
मन मे हमेशा एक अनजाना सा भय एक अनजाना सा
सशय व्यप्त रहता हैं। क्या हमने ईन सब मनोरोगो
की व्याधि पालने के लिए रात भर जागजाग कर पढाई की
थी।हमारी सारीं
खुशीयाँ क्या सपा सरकार की मोहताज है।
विडम्बना तो ये है कि कही दूर तक आशा कि कोई किरण नजर नहीं आ रह है।
एक कहावत है कि "" सोते हुए को जगाना आसान होता है
पर सोने का बहाना करने वाले को जगाना आसान नही होता है""
सरकर भी भर्ती के नाम पर बहाना ही कर रहीं हैं।
Maine apni taraf se koshis karta hun ki meri wajah se kisi ka dil na dukhe ...
ReplyDeleteFir bhi agar kisi ka meri kisi bat ki wajah se dil dukha ho to uske liye...
Dil se sorry. ....
ताजा खबर-
ReplyDeleteअकेडमिक वालों द्वारा दायर की जा रही रिटों की कबाड़ बिक्री करके सुप्रीम कोर्ट को लाखों रूपए मिलने वाले हैं, 08 अगस्त वाली रिट को मिलाकर लगभग एक लाख अट्ठारह हजार रूपए की रद्दी बेचने की योजना बना चुका है सुप्रीम कोर्ट।
( पेपर बनाने वाली कम्पनी अब कपिल को डिस्काउंट देने पर भी विचार कर रही है)
अब तो कभी-कभी मन करता है कि इन हाथो मे कलम नही तलवार होनी चाहिए |
ReplyDeleteजिसने हमारी जिन्दगी बरबाद कर रखी है उसे सजा-ए मौत देनी चाहिए|
Baki aapki marji....marji...Mr. TMNTBBN .....
ReplyDeleteKyoki jabardasi se aap kisi ke dil me respect nahi bana sakte...
Thanks. ..
एक औरत हाथ में हथौड़ा लिये अपने
ReplyDeleteबेटे के स्कूल में पहुंची और
चपरासी से पूछ्ने लगी-
"शुक्ला मैडम की क्लास कौन
सी है?"
क्यों पूंछ रही है?"- हथौड़े
को देखकर चपरासी ने डरते हुये
पूंछा.
"अरे वो मेरे बेटे की क्लास
टीचर
है."-हथौड़ा हिलाते हुये वो औरत
उतावलेपन से बोली.
चपरासी ने दौड़कर शुक्ला मैडम
को खबर की,कि एक औरत हाथ में
हथौड़ा लिये उसे ढूढ़
रही है.शुक्ला मैडम के छक्के
छूट
गये.वो दौड़कर प्रिसिंपल की शरण
में पहुंची.प्रिंसिपल तत्काल
उस औरत के पास पहुंचा और विनय
पूर्वक बोला-"कृपया करके
आप शांत हो जाईये.
"मै शांत ही हूं."- वो औरत
बोली.
और बताईये कि बात क्या है.
"बात कुछ
भी नही हैं .मैं बस
शुक्ला मैडम की क्लास में
जाना चाहती हूं."
"लेकिन क्यों? क्यों ?"
"क्योंकि मुझे वहां उस बेंच
की कील
ठोंकनी है,जिस पर
मेरा बेटा बैठता है. क़ल वो स्कूल
से तीसरी पेंट फ़ाड़ कर
गया है."
बात पते की क्यों ये भर्ती नहीं अत्याचार है !!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteध्यान से सुनिए सभी इस भर्ती का राजनीतीकरन उसी दिन हो गया था जिस दिन जुडिशरी को ताक पे रखकर सुधीर अग्रवाल जी ने इस्पे स्थगन ९ जनवरी से ५ दिन पहले लगाया था और जल्दी ही सपा राजनीती तुष्टिकरण करते हुए अपने हर काम को अंजाम दे रही थी |
भाई हमें तो आदत है परन्तु सोशल नेटवर्किंग साइट पे देखके हंसी आती है उन लोगों को देखके की काउंसलिंग ऑफलाइन होगी, भाइयों तीन साल हो गए हैं और तीन महीने ओर सही होगी तो जरूर ऐसा तो नहीं है न की सर्वोच्च न्यायलय को ताक पे रख देगी सपा , आप आज आइए परेशान है की भर्ती कब होगी अब ? कभी सोचा है की आगे कितनी मुसीबतें आनी है हम ७२८२५ के साथ , कब होगी स्थायी नियुक्ति ऐसे तो हो लिया नौकरी का समाधान |
देखिये एक बात कटु शब्दों में कहूँ निजी न लेना जिसे लगता है भर्ती नहीं होगी और जिसे ये लगता है की भर्ती होते ही तनखा मिल जाएगी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी वो इस भर्ती से उम्मीद छोड़ दे |
ये भर्ती कर नमाही रहे हैं टेट मोर्चा ये भर्ती करा रहा है वार्ना ये भर्ती राजनीती के खूंटे पे तंग गयी थी और कुछ भाई लोग मान भी गए थे की हाँ अब कुछ नहीं होगा और भारांक की डिमांड कर दी थी |
परन्तु जो हुआ सो हुआ |||||||
बस एक नसीहत आज मैं कपिल और उसके गुरकों को देना चाहूंगा और भविष्य बता रहा हूँ उनको ८ अगस्त का मामला भी टैग हो जाएगा और कपिल अगर नई ऐड की उम्मीद में है तो वो खुद सर्वोच्च न्यायलय के गेट पे टैग हो जाये वरन ये सब करने की बजाय शिक्षा मित्रों के विरुद्ध रड़नीति बनाये हम साथ देंगे उसका बी.एड. वालों की भर्ती निकालने में |
service may be affected by paper publication इस बात को कपिल के साथी उसे दिन रात पढ़ाएं वर्ना थोड़े पैसे (चंदे वाले) के चक्कर में ऐसा न हो कपिल और याचियों पे लाखों का जुरमाना लग जाये और सर्वोच्च न्यायलय का जुरमाना घर भी बिकवा देगा |
टेट मोर्चे को ढील न करते हुए कंटेम्प्ट ऑफ़ कोर्ट की तयारी करनी चाहिए ताकि दवाब बना रहे इनकी भौकाली में न आएं ये २० के आस पास कोर्ट चले जाएंगे |
काउंसलिंग ऑफलाइन से डरे नहीं सॉफ्टवेयर जबरदस्त है और मायावती के टाइम में भी जिक्र था उसका की एक व्यक्ति अगर एक जगह चयनित हो जाता है तो उसका नाम बाकी जगह से कट जाएगा | हाई टेक सॉफ्टवेयर है चिंता न करिये हाँ टाइम तो २-३ महीने लगेगा ही |
जो नौकरी कर रहे हैं कहीं और जो कहीं चयनित हो रहे हैं वे प्रतीक्षा न करें आपको इस पोस्ट के माध्यम से सभी आने वाली समस्याओं का बता दिया है मैंने |
धन्यवाद
जनाब गाजी इमाम आला साहब ने RTI के तहत केंद्र से सूचना मांगी है कि क्या शिक्षामित्रों के लिए टीईटी अनिवार्य है, उन्होंने कहा है कि पंजाब के लिए Para Teacher के लिए टीईटी अनिवार्य नहीं है ।
ReplyDeleteमै भी तो कहता हूँ कि शिक्षामित्रों के लिए टीईटी अनिवार्य नहीं है बशर्ते कि उनका समायोजन हो अर्थात समान पद पर योजन ।
क्या सरकार ने शिक्षामित्र का सरकारी पद सृजित किया?
23 अगस्त 2010 के बाद सहायक अध्यापक बनने के लिए टीईटी अनिवार्य है।
अभी तो जस्टिस दिलीप गुप्ता ने यह भी नहीं बताया कि शिक्षामित्र Contractual Teacher, Untrained Teacher , Para Teacher में से क्या हैं ?
अगर Contractual Teachers हैं तो फिर प्रशिक्षण प्राप्त करने के बावजूद भी उन्हें Trained Teacher नहीं कहा जा सकता है।
सहानुभूति के तौर पर यदि मै उन्हें Untrained Teacher मान लूँ फिर भी Trained होने बाद टीईटी उत्तीर्ण करके नियुक्ति लेनी होगी।
यदि वे Para Teacher हैं तो फिर उनको पुनः नियुक्त क्यों किया जा रहा है?
आखिर शिक्षामित्रों को गुमराह किया जा रहा है या फिर वोट बैंक रूपी इस कांटे को कोर्ट में धकेल कर हमेशा के लिए इस विवाद के पटाक्षेप का मकसद है??
संघर्ष के इस महासमर को लेकर गरीब शिक्षामित्रों के परिवार से मुझे सहानुभूति है परन्तु न्याय के किस सिद्धांत के तहत न्यायालय इनपर दृष्टि डालता है यह देखना भी एक रोचक विषय होगा।
अंत में जो सत्य और न्यायोचित होगा वही होगा।
धन्यवाद।
dear tmntbbn g aap hamare leader h aur aap hi hum logo ko chodhker jane ki baate ker rahe h fir kya difference reh gya spa aur aap m pls blog per bane raheye pls
ReplyDeleteअधिकांश डाईट पर डाटा संशोधन का कार्य शुरू हो गया है। इस डाटा संशोधन में डाईट कर्मचारी अपने साथ उस रजिस्टर को भी रखे हुये है। जिसमें 2011 वाले आपके फार्म का डिटेल जैसे टीईटी रोल नंबर , अंक वगैरह लिख कर रखा गया था।
ReplyDeleteकम्प्यूटर आईडी डालने के बाद आपके रोल नंबर को या तो प्रत्यावेदन से या फिर अपने पुराने रिकार्ड रजिस्टर से और कुछ डाईट पुराने फार्म की स्कैनिंग कापी से भी सही डाटा फीड करने के लिये हेल्प ली जा रही हैं ।
यह,प्रक्रिया सभी अभ्यर्थियों के डाटा के साथ की जा रही है चाहे प्रत्यावेदन गया हो या न गया न हो । सब कुछ सही करने के बाद फाईनल सबमिट हो रहा है ।
12 अगस्त तक के आदेश का इस बार प्रेशर बताया जा रहा है। कि डाईट को अपना काम खत्म करके देना है , आगे जो होगा , वो विभाग जाने ।
पिताजी के अचानक आ धमकने से पत्नी तमतमा उठी....“लगता है, बूढ़े को पैसों की ज़रूरत आ पड़ी है,
ReplyDeleteवर्ना यहाँ कौन आने वाला था... अपने पेट का गड्ढ़ा भरता नहीं, घरवालों का कहाँ से भरोगे ?”
मैं नज़रें बचाकर दूसरी ओर देखने लगा।
पिताजी नल पर हाथ-मुँह धोकर सफ़र की थकान दूर कर रहे थे।
इस बार मेरा हाथ कुछ ज्यादा ही तंग हो गया। बड़े बेटे का जूता फट चुका है।वह स्कूल जाते वक्त रोज भुनभुनाता है।पत्नी के इलाज के लिए पूरी दवाइयाँ नहीं खरीदी जा सकीं।
बाबूजी को भी अभी आना था।
घर में बोझिल चुप्पी पसरी हुई थी।खाना खा चुकने पर
पिताजी ने मुझे पास बैठने का इशारा किया।मैं शंकित था कि कोई आर्थिक समस्या लेकर आये होंगे....
पिताजी कुर्सी पर उठ कर बैठ गए। एकदम बेफिक्र...!!!
“ सुनो ” कहकर उन्होंने मेरा ध्यान अपनी ओर खींचा।
मैं सांस रोक कर उनके मुँह की ओर देखने लगा।
रोम-रोम कान बनकर
अगला वाक्य सुनने के लिए चौकन्ना था।
वे बोले... “ खेती के काम में घड़ी भर भी फुर्सत नहीं मिलती।इस बखत काम का जोर है।रात की गाड़ी से
वापस जाऊँगा। तीन महीने से तुम्हारी कोई चिट्ठी तक
नहीं मिली... जब तुम
परेशान होते हो, तभी ऐसा करते हो।
उन्होंने जेब से सौ-सौ के पचास
नोट निकालकर मेरी तरफ बढ़ा दिए, “रख लो।
तुम्हारे काम आएंगे। धान की फसल अच्छी हो गई थी।
घर में कोई दिक्कत नहीं है तुम बहुत कमजोर लग रहे हो।ढंग से खाया-पिया करो। बहू का भी ध्यान रखो।
मैं कुछ नहीं बोल पाया।
शब्द जैसे मेरे हलक में फंस कर रह गये हों।मैं कुछ कहता इससे पूर्व ही पिताजी ने प्यार
से डांटा...“ले लो, बहुत बड़े हो गये हो क्या ..?”
“ नहीं तो।" मैंने हाथ बढ़ाया। पिताजी ने नोट मेरी हथेली पर रख दिए। बरसों पहले पिताजी मुझे स्कूल भेजने
के लिए इसी तरह हथेली पर अठन्नी टिका देते थे, पर तब
मेरी नज़रें आजकी तरह झुकी नहीं होती थीं।
दोस्तों एक बात हमेशा ध्यान रखे... माँ बाप अपने बच्चो पर बोझ हो सकते हैं बच्चे उन पर बोझ कभी नही होते है।
अगर इस कहानी ने आपके दिल को छुआ.हो तो शेयर करना ना भूले।
और अपनी राय जरूर दे।
आपका शुभचिन्तक...
Mr.
.....тεт
........мεяιт
..............ηαнι
..................тσ
....................внαятι
..........................внι
..............................ηαнι
Heart touching story. ...
DeleteBrother u r unique and ur story is also unique.
DeleteSCERT ने अपनी वेबसाईट पर डाटा फीडिंग का जो software अपलोड किया है उसकी functioning को देखकर कहा जा सकता है कि डाटा फीडिंग में गलती की कोई गुंजाइश नही है ,,, अब हमारी भर्ती सिर्फ एक वजह से delay हो सकती है कि डाईट अपने काम में हीला-हवाली करें इसलिए अब हमारी सतर्कता का केंद्रबिंदु डाईट होना चाहिए ,,, इस सन्दर्भ में मैंने ,गणेश ,राकेश,नीलेश ,सुखदेव ,रमा त्रिपाठी जी आपस में बात करके एक रणनीति बनायी है जिसपर यदि सभी जिला अध्यक्ष एवं सक्रिय कार्यकर्ता अमल करें तो अगस्त में भर्ती हो सकती है ....
ReplyDeleteजिलाअध्यक्ष तथा अन्य विश्वस्त साथी अपनी-अपनी डाईट के प्राचार्य को प्रस्ताव करें कि यदि डाटा फीडिंग के लिए वो हमारा सहयोग लेना चाहें तो हम पूरी जिम्मेदारी के साथ सहयोग करेंगे ,,, कल इस प्रस्ताव पर SCERT डायरेक्टर ने गणेश भाई से कहा था कि वो इस सन्दर्भ में कोई निर्देश जारी नही कर सकते लेकिन यदि डाईट प्राचार्य आपका सहयोग लेना चाहें तो उन्हें कोई आपत्ति नही है ,,, यदि प्राचार्य इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं तब तो बल्ले बल्ले हो ही गयी लेकिन यदि किन्ही कारणों से वो इसपर सहमत नही भी होते हैं तो भी इतना अधिकार तो मिल ही जाएगा कि सुबह-शाम उनके सर पर सवार होकर डाटा फीडिंग में हुयी प्रगति की जानकारी ले सकें ,,,, जब तक डाईट द्वारा सारा डाटा NIC को उपलब्ध ना करा दिया जाए तब तक सभी जिला अध्यक्ष एवं सक्रिय कार्यकर्ता प्रतिदिन डाईट जाकर वहाँ हुयी प्रगति की पुष्ट जानकारी गणेश अथवा राकेश यादव को दें जिससे वो सुस्ती बरतने वाले प्राचार्यों की शिकायत निदेशक से करके सुस्त को चुस्त करवा सकें ,,,, लेकिन टेट मोर्चे के संरक्षण में डाटा फीडिंग करवाने में सभ्यता का परिचय दें तथा डाईट स्टाफ से मधुर सम्बन्ध बनाये रखें ,,,स्वयं को टेट संघर्ष मोर्चे के नेता के स्थान पर भावी ट्रेनी के रूप में प्रस्तुत करेंगे तो SCERT द्वारा दी तारीख 12 अगस्त से पहले ही फीडिंग हो जायेगी
मैंने ये सोंचकर लिखा भी नहीं था कि सबको पढ़ाना है। मैंने बस लिखा। अपने लिए। और उनके लिए भी जो मेरा लिखा पढ़ते हैं। जब पढ़वाने के लिए लिखता हूँ तो छोटे से छोटा लिखने की कोशिश करता हूँ। क्यूँकी मैं खुद लम्बी पोस्ट किसी कभी कभार ही पढ़ता हूँ।मगर दो चार मित्रों की लम्बी छोटी से फर्क नहीं पड़ता, वो जो भी लिखता हूँ सब पढ़ते हैं। इसी तरह मैं भी कुछ मित्रों की लिस्ट में शामिल हो सकता हूँ। उन्ही के लिए लिखता हूँ।
ReplyDeleteAre jnab kha ja rhe h.?
DeleteMr.Tmntbn ji Dosto ki list me shamil hone ke liye hame kya karna hoga pls bata dijiye Kyuki ab apko rokna mumkin nahi hai or apke vicharo se door rehna ab hamare liye mumkin nahi hai Kyuki ab ap is blog pe ayenge nahi or hum log ye jante hue bhi paglo ki tarah apko is blog pe doondhte rahege.. kya ap yahi chahte hain
DeleteShayad hmko aap apni dosti ke kaabil nahi samjhte hai tmntbbn ji.
DeleteShayad hmko aap apni dosti ke kaabil nahi samjhte hai tmntbbn ji.
Deleteआज फिर से छाए है
ReplyDeleteउसकी रहमत के बादल....
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किस्मत में भीगना लिखा है या तरसना
ख़ुदा जाने......
dost main to aapka bahut bada fan hoon,aur mere jaise na jane kitne hi honge,mai to bus itna hi kah sakta hoon "AAP AAYE BAHAR AYE.
ReplyDeleteumashankar g..
ReplyDelete28 july ko jrt ki sunwaayi ka court me ky hua..?
plz bata dijiye....
plz..
ANTIM FAISLA TOH AAPKA HI HAI PAR MERA TOH ANURODH HAI KI AAP AKHIR TAK YAHAN PAR BANE RAHEN,JISH TARAH AAP NE LOGON ME EIK UMMID DIKHAI HAI.
ReplyDeleteजब टूटने लगे होसले तो बस ये याद रखना, बिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होते, ढूंड लेना अंधेरों में मंजिल अपनी,
ReplyDeleteजुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते.
29334 proffeshnial candiate jab tak bahar nahi hoge tab tak merit high rhegi.
ReplyDeleteख़ुशी मिली तो खा गये मिठाई समझ के,
ReplyDeleteजो ग़म मिला तो खा गये दवाई समझ के,,
किया दोस्तों को माफ़ हरजाई समझ के,
दुश्मनों को भी दी माफ़ी छोटा भाई समझ के,,
कामयाबी को काटा बधाई समझ के,
बुरे वक़्त को काटा कसाई समझ के,,
अच्छे वक़्त को निभाया शहनाई समझ के,
मुसीबतों को भी निभाया बूढी माई समझ के,,
मिली दाद तो भुला दिया बढाई समझ के,
लगे इल्जामो को भी भुला दिया, बुराई समझ के,,
जिंदगी को चख लिया मलाई समझ के,
मौत को भी चख लेंगे रिहाई समझ के,,
मैं वाकिफ था जिंदगी के सभी नतीज़ो से,
पर सारे इम्तहान दिए, पढाई समझ के।।""
Ye 29334 teachers ki tisari counseling kab se hogi kuch pata ni chal raha hai. kuch andaja hai kya...????
ReplyDeleteशहर का एक फेमस महा कंजूस अपनी महंगी बीएमडब्लू कार का गेट खोल ही रहा था कि सामने से एक कार उसके गेट को ठोकर मारती हुये निकल गाई, गेट चकनाचूर हो गया।
ReplyDeleteजब पुलिस आई तो कंजूस झल्लाते हुए पुलिस ऑफिसर को अपनी गाड़ी दिखाने लगा
" देखो उन्होने मेरी बीएमडब्लू का क्या हाल किया है।
पुलिस वाला मुह बनाते हुये बोला
" शर्म आनी चाहिए, आप बस पैसा-पैसा करते रह्ते हैं। आपको अपनी स्टुपिड बीएमडब्लू की चिंता है, आपने नोटिस ही नहीं किया कि आपका बांया हाथ शरीर से गायब है।"
कंजूस को जैसे ही समझ आया कि उसके साथ हुआ क्या है , वो चीख पड़ा......
"हे भगवान मेरी रोलेक्स घड़ी भी गई"...!!
हम बनारसी हैँ और जैसा के आप जानते हैँ कि हम अपनी मस्ती और अल्हड़ रवैये के लिये विश्व प्रसिध्द हैँ क्योँ . . .
ReplyDeleteक्योँकि हमारे यहाँ चीजेँ कभी खतम नहीँ होती , बस ओरा जाती हैँ
क्योँकि हमारे यहाँ कभी धूप नहीँ निकलती ,हमेशा घाम होता है . .
क्योँकि हमारे पास सिर नहीँ मूड होता है . .
जिसमेँ कभी दर्द नहीँ होता बस ये पिराता है . .
...
क्योकि हमारे यहाँ कोई toilet नहीँ जाता बस हम निपटने जाते हैँ . . .
क्योँकि हमारे यहाँ कभी सीवर ओवर फ्लो नहीँ होता , बस हर जगह पनारा बहता है . . .
हम कटने पे बोरोलीन लगाते हैँ क्योकि डिटाल परपराता है .
हम कपड़े धोया नहीँ करते बस कचार देते हैँ . . .
और हमारे यहाँ कपड़े सूखते नहीँ बस हरक जाते हैँ . .
क्योँकि हम कभी पेट भर नहीँ खाते बस थोड़ा चाप के खाते हैँ . . .
हमारे यहाँ मच्छड़ काटते नहीँ बस भमोड़ देते हैँ . . .
क्योँकि यहाँ कोई शिकायत नहीँ करता बस ओरहना देता है . .
यहाँ कोई धमकी नहीँ देता बस हड़का देता है . . .
क्योँकि हम लड़ाई सुलझाते नहीँ बस फरिया लेते हैँ . . .
और तो और हमारे यहाँ कभी रात नहीँ होती बस अन्हियारा हो जाता है . . .
तो भैया गर्व से कहो कि हम बनारसी हैँ
लोग ज़िन्दगी जीने तो दुनिया के कोने कोने चले जाते हैं...
ReplyDeleteपर सिर्फ बनारस ही एक ऐसा शहर है जहाँ लोग मरने की कामना से भी आते हैं
संता: भाईसाहब time क्या हुआ है?
ReplyDeleteआदमी: शाम के सात बज रहे हैं.
संता: साला, सुबह से पूछ रहा हूँ. सब अलग-अलग time बता रहे हैं.
रजनीकांत अनंत तक गिनती पढ़ चुका है.....
ReplyDelete.
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वो भी दो बार :D
अगर आपके पास 100 रुपये हैं और रजनीकांत के पास भी 100 रुपये हैं.
ReplyDelete..
..
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तो रजनीकांत के पास आपसे ज्यादा रुपये हैं.
रजनीकांत गरबा की रात ढोल बजा रहा था.
ReplyDeleteथोड़ी देर बाद एक alien धरती पे आया और बोला...
भाई! मेरे बेटे का कल exam है. थोड़ा धीरे.
भिखारी: साब 1 रूपया दे दो.
ReplyDeleteसाहब: कल आना.
भिखारी: साला इस कल-कल के चक्कर में इस कॉलोनी में मेरे लाखों रुपये फंसे हैं.
rndzzzz Aap Ki Taareef Mein 4 Lines Pesh Kar Raha Hoon,
ReplyDeleteUmeed Hai AapKo Pasand Aayengi:
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ginl lena poori 4 hain na ?? :PP
Feeding and refeeding ke jaal me sarkar ne tetians ko uljha diya aur sm ka beda paar kar diya.meri saat peedhiyan to kam se kam sapa se duri jaroor banayengi.
ReplyDeleteमाध्यमिक शिक्षकों का प्रदर्शन सात को
ReplyDeleteलखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सैकड़ों शिक्षक 7 अगस्त को 21 सूत्री मांगों को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। यह जानकारी संघ के प्रवक्ता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने बृहस्पतिवार को दी। श्री त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने वादाखिलाफी की है। 15 वर्षो से कार्यरत लगभग 22 हजार तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण अभी तक नहीं हो सका है। समझौते के बाद भी प्रोन्नति वेतनमान के लिए सीटी ग्रेड की सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
jo log iss sahar me roshani laaye honge,
ReplyDeleteunhone kuchh aashiyaane b jayaale honge ....
yakinan ghaayal huye honge haath unke,
jinhone raaho me meri kaante bichhaye honge,,...
gir k dubara sambhal jaaunga mai,..
koi ret nahi ,jo haatho se fisal jaunga mai....
yeh sala madarchod sachiv 29324 ke liye bahut chusti dikha raha hai.
ReplyDeletebhosdi ka sala madarchod,dukhi aatmao ki baddua le raha hai.,hamare case me inactive hokar.
जाट ने कल रात कस्टमर केयर मे फोन
ReplyDeleteकिया लङकी ने फोन उठाया- सर
आपका स्वागत है मैँ आपकी क्या सेवा कर
सकती हूँ?
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जाट- मुझसे शादी करोगी?
.
लङकी - सर आपका रोँग नंबर लग गया है प्लीज
.
जाट - ना सही लगा है प्लीज बता ना
.
लङकी - आईएम नोट इंट्रेस्टेड इन यू
.
जाट - अरे सुन तो अरेँज मैरिज पर स्विट्जरलैँड
का और लव मैरिज पर सिँगापुर का हनीमून
प्लान है
.
लङकी - मुझे आपसे शादी मे इंट्रेस्ट ही नही है
अपने प्लान अपने पास रखो
.
जाट - अरे यार सुन तो हिँदू फंक्शन वैडिँग पर
डायमंड नैक्लेस दूँगा मुस्लिम पर झूमके और
क्रिश्चियन वैडिँग की तो गोल्डन कंगन
.
लङकी - चुप करो मै इंट्रेस्टेड ही नहीँ हूँ तो....
.
जाट - अब समझ आया मेरा दर्द.....
रोज मुझे फोन और SMS कर कर के
क्या क्या ऑफर देते हो जिनमे मै इंट्रेस्टेड
ही नहीँ होता
गर्ल शॉक.. जाट रॉक्स
Dosto mujhe to aap logo ne chup kra diya ki humor fiala rha hu par abdhesh sharma ko yad rakhna kyu ki sabse bda dhamaka me hi karunga aur tmntbbn ji shiksha mitro ke khilap aapne jo jung ka ailan kiya h me b aapke sath hu mulakat 5aug ko hogi tbhi bat karenge
ReplyDeleteKuchh ladko ke saboot dunga
ReplyDeletedolly khojne se to bhagwan bhi mil jate hai,apko tmbtn ek na ek din jaroor milenge.
ReplyDeletenaveen kumar tumhari sayri me bahut hi jyada dum hai.
ReplyDeletethanks shukla g.....
ReplyDeleteमिली थी जिन्दगी
ReplyDeleteकिसी के 'काम' आनेके लिए..
पर वक्त बित रहा है
कागज केटुकड़े कमाने केलिए..
wah navin wah!!!!!!!
ReplyDeleteआहिस्ता चल ज़िन्दगी, अभी कई क़र्ज़ चुकाना बाकी है,
ReplyDeleteकुछ दर्द मिटाना बाकी है, कुछ फ़र्ज़ निभाना बाकी है;
रफ्तार में तेरे चलने से कुछ रूठ गए, कुछ छुट गए ;
रूठों को मनाना बाकी है, रोतो को हसाना बाकी है ;
कुछ हसरतें अभी अधूरी है, कुछ काम भी और ज़रूरी है ;
ख्वाइशें जो घुट गयी इस दिल में, उनको दफनाना अभी बाकी है ;
कुछ रिश्ते बनके टूट गए, कुछ जुड़ते जुड़ते छूट गए;
उन टूटे-छूटे रिश्तों के ज़ख्मों को मिटाना बाकी है ;
तू आगे चल में आता हु, क्या छोड़ तुजे जी पाऊंगा ?
इन साँसों पर हक है जिनका , उनको समझाना बाकी है ;
आहिस्ता चल जिंदगी , अभी कई क़र्ज़ चुकाना बाकी है ।
shukla g 28 july ko jrt ki sunwaayi thi .to court ne kya kaha h..??
ReplyDeleteagli date kab h??
agr aapko jankaari ho to plz mje bataye .....
kuchh log pareshaan h jaanane k liye.....
nahin dost mujhe koi jankari nahi hai uske bare me,waise bhi science stream ka student nahin hoon.
ReplyDeleteपढ़ रहा हुँ मैं इश्क की किताब,
ReplyDeleteअगर बन गया वकील,
तो बेवफओं की खैर
नही............
यदि 5 अगस्त को लखनऊ न आए तो करना होगा महीनो इन्तजार-
ReplyDelete।
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प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रक्रिया उलझी
लखनऊ (एसएनबी)। सूबे के परिषदीय स्कूलों में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती अब प्रत्यावेदनों में उलझ गयी है। चार जुलाई को जिले स्तर पर जारी की गयी आवेदकों की वरीयता सूची में खामियों की भरमार ने प्रत्यावेदनों का अम्बार लगा दिया है। विभागीय अफसरों को इन प्रत्यावेदनों को दुरुस्त करने में अभी से पसीना आने लगा है और बोरों में भरे प्रत्यावेदनों का डाटा 12 अगस्त तक जिलों में डायट पर तैयार हो सकेगा, इसको लेकर अभी से असमंजस की नौबत बन गयी है। प्रदेश में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद को दी गयी है। इसके तहत सभी कुछ काम जिलों में डायट मुख्यालयों पर किया गया। 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए 2011 में 68 लाख आवेदन पत्र आये थे। इनमें एक-एक अर्भी के 50 से ज्यादा फार्म शामिल हैं। इन फार्म की डाटा फीडिंग डायट पर बीटीसी का प्रशिक्षण करने वाले विद्यार्थियों की मदद से कराया गया। विद्यार्थी प्रोफेशनल नहीं थे, लिहाजा आवेदन पत्रों के आधार पर तैयार की गयी वरीयता में खामियों का बोलबाला था।
4 जुलाई को जब वरीयता सूची जारी की गयी तो अभ्यर्थियों को अपनी मेरिट जानने के लिए कई दिनों का इंतजार करना पड़ा, इसके बाद पांच वेबसाइटों व कई दिनों के लम्बी प्रक्रिया के बाद प्रत्यावेदन डाउन लोड हो पाये। अब प्रत्यावेदन डायटों में बोरो में भरे हैं, हर एक अभ्यर्थी ने सभी जिलों में प्रत्यावेदन भेजे हैं, लिहाजा इनकी संख्या का वास्तविक आंकलन कर पाना विभाग के लिए भी मुश्किल हो रहा है। प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट की मॉनीटरिंग में हो रही है, राज्य सरकार को साढ़े चार महीने की मोहलत मिली है, लेकिन इस समय-सीमा में भर्ती हो पाना लगातार टेढ़ा होता जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव ने भर्ती का कैलेण्डर जारी कर दिया तो सभी कुछ लाइनअप लगने लगा, लेकिन पहला चरण 4 जुलाई को वरीयता जारी होने के बाद आगे नहीं बढ़ पाया।
अभ्यर्थियों की काउंसलिंग 23 जुलाई तक हो जाती थी और पांच अगस्त तक मूल प्रमाणपत्रों का सत्यापन होना था, लेकिन अभी आरक्षण को लगाकर अंतिम वरीयता सूची ही जारी नहीं हो पायी है और प्रत्यावेदनों के भार में उलझी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की रफ्तार ही थम सी गयी है। ऐसे में 14 अगस्त तक नियुक्ति पत्र जारी करना दूर मेरिट भी जारी होने की स्थिति नहीं बन पा रही है। सूत्रों का कहना है कि अब डायटों को एससीईआरटी की ओर से 12 अगस्त तक डाटा फीडिंग को एनआईसी के तैयार किये गये साफ्टवेयर पर कराना है, लेकिन इसको समय से पूरा हो पाने के कोई आसार नहीं नजर आ रहे हैं। 14 अगस्त तक जारी होने थे नियुक्ति पत्र, लेकिन प्रत्यावेदनों का काम भी नहीं हो सकेगा पूरा 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए लाखों आवेदन डायट मुख्यालयों पर बोरों में भरे पड़े हीलाहवाली की मार झेल रहे हैँ ।
किसी भी मनुष्य की वर्तमान स्थिति को देख कर उसके भविष्य का मज़ाक मत उड़ाओ;
ReplyDeleteक्योंकि काल में इतनी शक्ति है कि वो असाधारण से दिखने वाले कोयले को भी धीरे-धीरे हीरे में बदल देता है।
umashankar g aapke paas 28 july jrt ki koi jankaari ho to plz share kre.
ReplyDeleteमित्रो आप लोगो को याद होगा कुछ दिन पहले jrt में प्रोफेसनल की बात मैंने ही उठाई थी । आज आप लोगो ने देख लिया की मै blog पर केवल फालतू की पोस्ट नहीं करता । मैंने जब ये बात उठाई थी तब मुझे कुछ प्रोफ़ और हाई मेरिट वालो ने चन्दा चोर कहा था तो मैंने उसी दिन बता दिया था की मै न ही कोई केस करने जा रहा हूँ और न ही मुझे चन्दा चाहिए । मुझे सही बात उठाने के लिए बस आप सभी भाईयो का साथ चाहिए जिससे मै सही बात रख सकू । मुझे केस के बारे में 2 दिन पहले ही पता चल गया था लेकिन मैटर सीक्रेट था इसलिए न बताया । कल प्रोफ़ वालो को भी इसकी भनक लग गयी थी इसलिए वो कल बौराए हुए थे और jrt मोर्चा को गालिया दे रहे थे । कल वो लोग शैलेन्द्र के पास भी गये थे लेकिन शैलेन्द्र ने केस लेने से मना कर दिया क्योकि वो केस की ड्राफ्टिंग कर चुके थे । फ़िलहाल मै यही कहूँगा बस आप लोग सामान्य बीएससी के जाबाज लोगो को धन्यवाद कहिये और सहयोग दीजिये जिन्होंने ने सरकार पर चुपचाप निर्भर रहने के बजाय खुद आगे आकर लड़ने का फैसला किया ।बाकी फैसला तो कोर्ट पर निर्भर है लेकिन कम से कम सही और गलत का पता तो चलेगा वरना इस निकम्मी सरकार में निकम्मे और गलत लोगो को ही जॉब मिलती है । अंत मै सिर्फ यही कहूँगा अगर प्रोफ़ वाले सही है तो उनको कोई बाहर नहीं कर पायेगा लेकिन अगर वो गलत है तो उनके लिए एक फ्री की सलाह है - जैसे इंजिनियर और डाक्टर बनते-बनते मास्टर की नौकरी तक गिर आये हो वैसे ही अब अपना स्तर थोड़ा और गिरा लो
ReplyDeleteसी. बी. आई ने तीन लोगों को इंटरव्यू के लिए बुलाया उन्होंने उन्हें एक एक कर इंटरव्यू के लिए पत्नी सहित बुलाया गया !
ReplyDeleteइंटरव्यू लेने वाले ने पहले आदमी से पूछा: क्या तुम अपनी पत्नी से प्यार करते हो ?
जी हाँ सर , दिलो जान से करता हूँ!
क्या तुम अपने देश से प्यार करते हो ?
जी हाँ सर ! भारत माता की जय !
तुम ज्यादा प्यार किससे करते हो अपने देश से या अपनी पत्नी से ?
अपने देश से सर !
ठीक है, ये लो बंदूक अपनी पत्नी को अंदर बुलाओ दूसरे कमरे में ले जाकर उसे गोली मार दो !
वो आदमी अपनी पत्नी को लेकर अंदर गया, पांच मिनट तक सब कुछ शांत था फिर वह बाहर आया उसकी टाई खुली थी, और वो पसीने से भीगा था उसने बंदूक नीचे रखी और चुपचाप बाहर चला गया !
दूसरा आदमी अंदर आया और बैठ गया, इंटरव्यू लेने वाले ने उससे भी वही प्रश्न पूछे ?
उसका भी वही जवाब था इंटरव्यू लेने वाले ने उसे बंदूक दी और कहा, कि अपनी पत्नी को गोली मार दो ! उस आदमी ने वो बंदूक वहीँ नीचे रख दी और कहा मैं ये नहीं कर सकता !
तीसरा आदमी पप्पू अंदर आया उससे भी वही पूछा,इंटरव्यू लेने वाले ने उसे बंदूक दी और कहा, कि अपनी पत्नी को मार दो !
पप्पू अपनी पत्नी को लेकर कमरे में गया धम, धम, धम, धम की लगातार चार पांच आवाजें हुई और फिर सब शांत हो गया पप्पू बाहर आया उसकी टाई खुल गयी थी उसने बंदूक को टेबल पर रखा !
इंटरव्यू लेने वाले ने पूछा क्या हुआ ?
आप ने जो बंदूक मुझे दी थी उसमें नकली कारतूस थे और बड़ी मुश्किल से मैंने उसको निपटा पाया !
राख से भी आएगी खुशबू मोहब्बत की
ReplyDeleteमेरे खत तुम सरेआम जलाया ना करो
पत्नी - मान लो अगर मैं कहीं खो गयी तो तुम क्या करोगे?
ReplyDeleteपति - निर्मल बाबा के पास जाऊंगा!
पत्नी - सच! तुम कितने अच्छे हो? बाबा से क्या कहोगे?
पति - उनसे कहूंगा बाबा आपकी कृपा आनी शुरू हो गई!
सरकार ने हमे डेट पे डेट दी हम भी झेलते रहे, अब जब भर्ती होने के थोड़े बहुत आसार नजर आ रहे है तो क्यों न हम भी डेट-डेट का खेले। कल मेरे पास एल.आई.यू का 5 अगस्त की जानकारी के लिए फ़ोन आया था "मेने साफ-साफ कहा देखिये हमारा संगठन अभी 5 तारीख को आंदोलन करेगा, लेकिन हा कुछ जिलो से मांग चल रही है की ये आंदोलन 15 अगस्त को हो" हड़बड़ा गए और वापिस आवाज आई क्या 15 अगस्त, मेने कहा हाँ आज़ादी का दिन हर बार जहा मीठी-मीठी बाते देते थे की आपका हक है, लेना चाहिए, आंदोलन करना चाहिए, कितने लोग जा रहे हो वगैरह-वगैरह 15 अगस्त सुनते ही कहने लगे में आपसे मिलने कल आपके पास आउगा। इस बार क्यों न मोर्चा भी आंदोलन की डेट पे डेट दे गवर्मेंट को, वैसे भी हमे 12 तक का सुधार हेतु टाइम दिया गया है।
ReplyDeleteजितने भी प्रत्यावेदन गए हैं चाहे वो पहुचे हो या न पहुचे हो उनका इस भारती से कोई सम्बन्ध नही। वो सिर्फ 15-20 दिन तक हमको उलझाने की चाल थी शिक्षा मित्रो की काउंसलिंग कराने के लिए। अब नए सोफ्टवेयर में प्रत्यावेदन का कोई काम नही। ये प्रत्यावेदन कुछ दिनों बाद परचून की दुकान, चूरन वाले और चना वाले के खोमचे पर आसानी से प्राप्त किया जा सकता है
ReplyDeleteमोर्चे की मेहनत का भी अन्त नही अभी sm का इन्तजाम कर पाया और अब सुना जा रहा है शिक्षक प्रेरक और उत्प्रेरक रखे जायेंगे लगता हैं मुझे केमेस्ट्री फिर से पढ़नी पड़ेगी
ReplyDelete72825 शिक्षक भर्ती के संघर्ष में शामिल उन गुमनाम साथियों के नाम जिन्होंने अपना सर्वस्व समर्पण करके भी टेट मेरिट को अपराजेय बनाये रखा-
ReplyDelete.
साथियों,
जब से यह संघर्ष प्रारम्भ हुआ है तब से लेकर आज तक अनगिनत झंझावातों से हमें गुजरना पड़ा, परिस्थितियाँ तो कभी-कभी इतनी विकट और विकराल रूप धारण कर बैठती थीं की लगने लगता था पराजय सन्निकट है,,,मुझे आज भी याद हैं वे दुर्दिन जब सर्वसाधन संपन्न पूर्ण बहुमत वाली सपा सरकार अकेडमिक बंधुओं के साथ मिलकर टेट मेरिट के सर्वनाश हेतु हर संभव प्रयास कर रही थी। निःसंदेह हमारे टेट बन्धु उस गुटबंदी के समक्ष नितांत असहाय और निर्बल प्रतीत होते थे किन्तु धन्य थे वे गुदड़ी के लाल जिन्होंने गाँव-गाँव जाकर टेट अस्मिता की रक्षा के लिए हाथ फैलाए , गली-गली घूमकर टेट रणबाँकुरों को संगठित कर रणभेरी बजायी और अंत समय तक पूर्ण साहस एवं धैर्य के साथ समर में डटे रहे। मैं जानता हूँ कि इन गुदड़ी के लालों के नाम ना तो कभी दिखाई दिए और ना ही ये नाम कभी भविष्य में यश का पात्र ही बन पाएँगे क्योंकि इनका बलिदान सर्वथा मौन और महान है,,,आज हमने तमाम बाधाओं को पार करते हुए जो टेट मेरिट की विजय पताका पुनर्स्थापित की है उसका सम्पूर्ण श्रेय आप सभी गुमनाम समरवीरों को जाता है जिन्होंने अपने बच्चों की खुशियों , गृहस्वामिनी की आशाओं और स्वयं की जरूरतों में कटौती करके टेट मेरिट के महायज्ञ में आहुति समर्पित की। अब जबकि आप सभी के पुण्य कर्मों के परिणामस्वरूप नियुक्ति प्रक्रिया प्रारम्भ होने जा रही है तब कुछ ओछे व्यक्तित्व वाले बन्धु आपके दुर्लभ दधीचि दान के महत्व को नकारते हुए आपके कम अंकों का भय दिखाकर इस चयन प्रक्रिया से बाहर बता रहे हैं,,हालाँकि इस प्रकार के उपालाम्भों का मुंहतोड़ जवाब देने में आप सभी स्वयं सक्षम एवं समर्थ हैं किन्तु फिरभी आपका अनुज आपको पूर्ण रूपेण आश्वस्त करना चाहता है कि आज तक ना तो ईश्वर ने अन्याय किया है और ना ही आगे करेगा। आपसभी बन्धु उसी गुमनाम समर्पण के यशभागी बनते हुए चयनित होंगे ऐसा मेरा विश्वास है। चयन सूची सामान्य के लिए 100 एवं पिछड़ा वर्ग के लिए 97-98 तक अवश्य आएगी,,,आप सभी गुमनाम योद्धाओं के नाम का उल्लेख शायद ही इस टेट संघर्ष के इतिहास में कहीं हो किन्तु टेट मेरिट की अस्मिता सदैव आपकी ऋणी रहेगी मेरे जैसे सैकड़ों बन्धु आजीवन आपको आपके अविस्मरणीय योगदान के लिए नमन करते रहेंगे।
जय हिन्द।।
भईया लोगों
ReplyDeleteप्राईमरी की गाडी धीरे ही सही मगर है रास्ते पर
अबकी बार डाटा फीडिंग में गलती हो ही नही सकती ।
वैसे प्रत्यावेदन वगैरह ये सब शिक्षा मित्रों का मामले निपटने तक व्यस्त रखने के लिये किया गया था।
इसलिए कोई चिन्ता न करे कि डाईट पर आपका ये नही पंहुचा , वो नही पंहुचा
बस इतना याद रखो एक पंहुचा मतलब सब कुछ पंहुचा ,
मेरी बात पर तनिक भरोसा भी कर लेना भाईयों , ऐसे ही नही कह रहा हूँ ।
साफ्टवेयर पर काम करने कैसे करना है यह निर्देश भेज दिये गये हैं ।
महिला पुरूष कला विज्ञान जैसे कालम न होने की चिन्ता न करे
यह सब एस सी ई आर टी की हेडक है।
चिन्ता बिल्कुल न करें , वह चिता से बढकर होती है।
अब बस एक आन्दोलन और कस कर हो जाये
बेसिक विभाग आन्दोलन नाम से कांपने लगता है।
शिक्षा मित्र , जूनियर , बीटीसी इन्हें खेलने खाने दो , इनसे बाद में फुरसत से निपटेंगे
पहले जरा 72825 हो जाये
बोल गंगा माई की जय
जूनियर भर्ती: डायरेक्ट सिलेक्शन ।
ReplyDeleteविज्ञान वर्ग बनाम विज्ञान गणित विषय बनाम प्राथमिक टीचर्स।
जूनियर भर्ती में प्रोफेसनल कोर्स वालों को शामिल करने पर गणित, विज्ञान के आवेदकों ने इस आधार पर आपत्ति जताई कि जूनियर में सीधी भर्ती वर्ग के आधार पर नहीं बल्कि विषय के आधार पर होती है।
एकल बेंच द्वारा जवाब मांगने पर सचिव ने कृषि समेत प्रोफेसनल वालों को भर्ती में न शामिल करने का जस्टिस सक्सेना के यहाँ शपथ पत्र दिया जिसके बाद विवाद ख़त्म हो गया ।
प्रोफेसनल वालों को बाहर करने पर वे भी कोर्ट गये क्योंकि जूनियर स्कूल यूपी बेसिक नियमावली के अधीन चलता जिसमें विषय के आधार पर भर्ती करने का प्राविधान नहीं है जिसके बाद कोर्ट ने जवाब माँगा ।
इस प्रकार यदि दोनों पक्ष तथा प्राइमरी वाले प्रमोशन के इच्छुक टीचर सक्रिय रहे तो
जूनियर को यूपी बेसिक नियमावली से अलग करना होगा तथा प्रमोशन बंद करना होगा
तब ही जूनियर की भर्ती संभव है।
क्या UPPSS के दबाव में सरकार ऐसा कदम उठा पायेगी??
इन सबके बावजूद भी सिर्फ कृषि विज्ञान के टीचर के रूप में बीएससी (कृषि) वाले शामिल किये जा सकते हैं परन्तु प्रोफेसनल कोर्स वाले कदापि जूनियर में सीधी नियुक्ति नहीं पायेंगे।
इस प्रकार निष्कर्ष यह निकलेगा कि जूनियर में सीधी भर्ती निरस्त हो जायेगी।
( एक दबाव मुक्त लेखक का बेबाक लेख)
This comment has been removed by the author.
ReplyDeletedost uma bhai mujhe kuch vishwas patr logon se khabar lasgi hai ki merit kisi kisi districts me hamare anuman se bahut neche jayegi,jiske bare me hum log abhi soch bhi nahi rahen hai.
ReplyDeleteyahan par sale acd wale bhi apni karne aa jate hain,fake id ke sahare.
ReplyDeletedoston jab tak pehli merit list jari nahi hoti tab tak merit ka kuch bhi anuman lagana bemani hogi.
ReplyDeleteAPNE AAP SE (DIL SE DEKHO),AAP KO KUDH HI MALUM PADEGA
SABHI LOG KAPIL DEV BAHADUR YADAV KI MARNE KI TAYARI KARO,WOH BHI SANDE KA OIL LAGA KE.
ReplyDeleteMADARCHOD SALA NAKALCHI 3 SAAAL SE LOGON KO PARESAN KAR RAHA HAI.
ReplyDeleteUSE AGAR KOI JANTA HO TO EK BAR JAROOR MALUM KARE KI AGAR ACD SELECTION KA ITNA PERFECT MODE HAI TOH FIR SABHI JAGAH PAR ISTEMAL KARNA SURU KARWADE.
ReplyDeleteUP KE SARE NAKALMAR LOGON KA SELECTION HO JAYEGA.
ReplyDeleteYAHAN PAR PEON BANNE KE LIYE TO ENTRANCE DENA HI PADTA HAI,WOH BHI LOG NAHI BAN PATE HAI,AUR YE MADARCHOD KAPIL KEHTA HAI KI ACD CHALU KARO,JISHE SARE NAKALCHI LOGON KAS KALYAN HO JAYE.
ReplyDeleteDOSTO MAINE BHI APPLY KIYA HAI,PAR MERA AISA MANNA HAI,KI CHAHE MERA HO YA NA HO PAR SACHE INTELIGENT LOGON KA JAROOR HO.
ReplyDeleteAUR ENTRANCE SABHI LOGON KO BARABAR KA MAUKA DETA HAI.
ReplyDeleteDESH ME SABHI JAGAH ENTRANCE SE HI SELECTION HOTA HAI,SIRF EK UP KO CHODKAR,WOH BHI YADAV PARIVAR KE KARAN(MULAYAM&FAMILY PVT LTD)
ReplyDeleteAaj sabhi log mere comments ko jaroor padhen,aur apne apne dil se poocho ki mere baat me sachiai hai hi nahi.
ReplyDeleteकितना प्यार दिया उसे हमारा ख्याल कुछ भी नही,
ReplyDeleteइतनी गहरी चाहत का हासिल-ओ-हिसाल कुछ भी नहीँ,
वो हम से खफा थे तो जान निकल गई
थी हमारी,
हम उसने खफा हैँ तो उनको मल्लाल कुछ भी नहीं।।
fir yadi sahi ho to koi bat nahi aur agar galat ho toh gali bhi manjoor hai.
ReplyDeleteबक्श देता है 'खुदा' उनको,
ReplyDeleteजिनकी 'किस्मत' ख़राब होती है...
वो हरगिज नहीं 'बक्शे' जाते है,
जिनकी नियत(PLTU) खराब होती है..."
न मेरा एक होगा, न तेरा लाख होगा,
न तारिफ तेरी होगी, न मजाक मेरा होगा.
गुरुर न कर "शाह-ए-शरीर" का,...........
मेरा भी खाक होगा, तेरा भी खाक होगा !!!
जिन्दगी भर ब्रांडेड ब्रांडेड करने
वालों .....
याद रखना कफ़न का कोई ब्रांड नहीं होता .....
कोई रो कर दिल बहलाता है और कोई हँस
कर दर्द छुपाता है.
क्या करामात है कुदरत की, ज़िंदा इंसान
पानी में डूब जाता है और मुर्दा तैर के
दिखाता है...
मौत को देखा तो नहीं, पर शायद वो बहुत
खूबसूरत होगी,
कम्बख़त जो भी उस से मिलता है,
जीना छोड़ देता है..
ग़ज़ब की एकता देखी लोगों की ज़माने
में .......
ज़िन्दों को गिराने में और मुर्दों को उठाने
में ..
ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात "आख़री"
होगी,
ना ज़ाने कौनसी रात "आख़री" होगी ।
मिलते, जुलते,
बातें करते रहो यार एक दूसरे से ना जाने कौनसी "मुलाक़ात"
आख़री होगी ...
move to lucknow on 5th with full strength,as all u did while posting your forms (pratyavedan)and standing in long queues in post offices,waiting for your turn.
ReplyDeleteमाँ की आँख लगी ही थी कि उसका 12
ReplyDeleteसाल का बेटा स्कूल से घर आया और बोला : माँ , मैं अब
बड़ा हो गया हुँ और स्कूल के बाकी बच्चे मुझे ये
कहकर चिढ़ाते है कि मैं रोज ये फटी हुई शर्ट
पहन कर आता हूँ । मुझे नया शर्ट चाहिए ।
दूसरों के घरों में बर्तन मांझ कर अपना घर चलाने
वाली माँ बेटे की इस फरमाइश को टाल
ना सकी और बोली कि कल दिलवा दूंगी । बेटा भी बेमन से बात मानकर अपने काम में लग गया । माँ ने सोचा कि शाम को मालकिन से रुपये मांग
लूंगी औरकल दिलवा दूंगी । मगर मालकिन से रुपये मांगे तो उसने ये कहकर
मना कर दिया कि अभी 3 दिन पहले ही तो उसका महीना शुरु हुआ है ।
अभी रुपये नहीं मिल सकते । माँ भी चुपचाप बर्तन मांझ कर घर आ
गयी । अगले दिन जब बेटे ने शर्ट दिलाने की बात
बोली तो माँ सोच में पड़ गई ।
फिर सोचा कि अपने किसी जानने वाले के यहाँ से
उधार
दिलवा देती हूँ, जब रुपये आयेंगे तब
चुका दूंगी ।
इसी सोच के साथ माँ अपने जानने वाले
की दुकान पर पहुँची , वहाँ अपने बेटे
को शर्ट पसंद कराई ।
जब बारी रुपये देने की आई तो माँ ने
दुकानदार को उधार करने को बोला लेकिन
वो भी आनाकानी करने लगा और आखिर में
उसने साफ मना कर दिया ।
ये बात बेटे ने सुन ली ।
अचानक बेटे से माँ से कहा कि माँ, मुझे ये शर्ट
नहीं चाहिए । हम बाद में ले लेंगे और वैसे
भी स्कूल में मुझे ठंड लगती है तो मैं
कल से उस फटी शर्ट के ऊपर स्वेटर पहन कर
जाया करुंगा ।
इतना कहकर बेटा दुकान से बाहर आ गया ।
माँ को अब समझ में आ गया कि बेटा सच में
बड़ा हो गया ।
सारी चाहत सारी उल्फत फ़ना हो गई , दुनिया ना जाने क्या से क्या हो गई,
ReplyDeleteभरोसे पर लोग रहते थे एक दूसरे के , वो खूबसूरत कायनात न जाने कहाँ खो गई;
तंग सोच , छोटे दिमाग , कर्कश लहजा, अपना स्वार्थ अब ज़माने की अदा हो गई,
नजाकत - तहजीब- तमीज- अपनापन अब दोस्तों गुजरे ज़माने की दास्ताँ हो गई..
आपका आज का दिन मधुर व मंगलमय हो !!
प्रभु आप पर खुशियों की वर्षा करे !!!
uma u r great and no one can match u ,atleast on this blog.
ReplyDeleteuma remain till end on this blog,whatever may be the result.
ReplyDeleteI can,t say about others but i have accepted my destiny.
ReplyDeleteमेरी सुबह तुम्ही से
ReplyDeleteमेरी साम तुम्ही से ..
तुम मेरी रौसनी
तुम मेरी ज़िंदगी ........
मेरी हर हार में तुम
मेरी हर जीत में तुम
मेरे हर ख्वाब में तुम
मेरे हर गीत में ..............
तुम्हारे विना क्या होगी ज़िंदगी
कभी सोचूँ तो डर लगता है ....
तुम्हारे लिए हर दर्द कम लगता है ....
मेरे जीवन संगीत
तुमसा मासूम कोई और नहीं
तुमसे ही तो है मेरे मन के
हर तार जुड़े हुए .............
दूरी चाहे जीतनी भी है दूरी .......
मेरे पास बहुत पास तुम ही तो हो
बस तुम ही तो हो .................
कभी कोई बात बुरी लग जाए मेरी
तो खफा न होना ........
जिसको कुछ बोलू , जिससे कुछ बोलू
वो एक तुम ही तो हो .......
मेरे मन मीत कभी मुझसे खफा ना होना !!
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प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रक्रिया उलझी
ReplyDeleteलखनऊ (एसएनबी)। सूबे के परिषदीय स्कूलों में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती अब प्रत्यावेदनों में उलझ गयी है। चार जुलाई को जिले स्तर पर जारी की गयी आवेदकों की वरीयता सूची में खामियों की भरमार ने प्रत्यावेदनों का अम्बार लगा दिया है। विभागीय अफसरों को इन प्रत्यावेदनों को दुरुस्त करने में अभी से पसीना आने लगा है और बोरों में भरे प्रत्यावेदनों का डाटा 12 अगस्त तक जिलों में डायट पर तैयार हो सकेगा, इसको लेकर अभी से असमंजस की नौबत बन गयी है। प्रदेश में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद को दी गयी है। इसके तहत सभी कुछ काम जिलों में डायट मुख्यालयों पर किया गया। 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए 2011 में 68 लाख आवेदन पत्र आये थे। इनमें एक-एक अर्भी के 50 से ज्यादा फार्म शामिल हैं। इन फार्म की डाटा फीडिंग डायट पर बीटीसी का प्रशिक्षण करने वाले विद्यार्थियों की मदद से कराया गया। विद्यार्थी प्रोफेशनल नहीं थे, लिहाजा आवेदन पत्रों के आधार पर तैयार की गयी वरीयता में खामियों का बोलबाला था।
4 जुलाई को जब वरीयता सूची जारी की गयी तो अभ्यर्थियों को अपनी मेरिट जानने के लिए कई दिनों का इंतजार करना पड़ा, इसके बाद पांच वेबसाइटों व कई दिनों के लम्बी प्रक्रिया के बाद प्रत्यावेदन डाउन लोड हो पाये। अब प्रत्यावेदन डायटों में बोरो में भरे हैं, हर एक अभ्यर्थी ने सभी जिलों में प्रत्यावेदन भेजे हैं, लिहाजा इनकी संख्या का वास्तविक आंकलन कर पाना विभाग के लिए भी मुश्किल हो रहा है। प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट की मॉनीटरिंग में हो रही है, राज्य सरकार को साढ़े चार महीने की मोहलत मिली है, लेकिन इस समय-सीमा में भर्ती हो पाना लगातार टेढ़ा होता जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव ने भर्ती का कैलेण्डर जारी कर दिया तो सभी कुछ लाइनअप लगने लगा, लेकिन पहला चरण 4 जुलाई को वरीयता जारी होने के बाद आगे नहीं बढ़ पाया।
अभ्यर्थियों की काउंसलिंग 23 जुलाई तक हो जाती थी और पांच अगस्त तक मूल प्रमाणपत्रों का सत्यापन होना था, लेकिन अभी आरक्षण को लगाकर अंतिम वरीयता सूची ही जारी नहीं हो पायी है और प्रत्यावेदनों के भार में उलझी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की रफ्तार ही थम सी गयी है। ऐसे में 14 अगस्त तक नियुक्ति पत्र जारी करना दूर मेरिट भी जारी होने की स्थिति नहीं बन पा रही है। सूत्रों का कहना है कि अब डायटों को एससीईआरटी की ओर से 12 अगस्त तक डाटा फीडिंग को एनआईसी के तैयार किये गये साफ्टवेयर पर कराना है, लेकिन इसको समय से पूरा हो पाने के कोई आसार नहीं नजर आ रहे हैं। 14 अगस्त तक जारी होने थे नियुक्ति पत्र, लेकिन प्रत्यावेदनों का काम भी नहीं हो सकेगा पूरा 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए लाखों आवेदन डायट मुख्यालयों पर बोरों में भरे हीलाहवाली
doston aaj ke liye itna hi,agar kuch jyada ya galat bola ho ,toh fir mafhi mangta hoon.
ReplyDeleteHUM LOGON KE SACHE HERO WOH HAI,JO KI SILENT HOTE HUYE BHI APNE KAM KO ANJAM TAK LE JA RAHEEN HAI.
ReplyDeleteहम तो ठहरे सीधे - सपाट और थोड़े अक्खड़ थोड़े फक्कड़ ! इसलिए जो दिल का सच होता है, और जो दिल से निकलता है मेरे उसे सीधे उड़ेल देते है पन्ने पर ! खाटी - शुद्ध भावनाओ का ज्वार-भाटा जैसा है मेरी रचना का संसार जिसमे कृत्रिमता की कही कोई मिलावट नहीं होती ! भावनाओ के साथ जो दिल से पढता है उसके दिल तक उत्तर जाती है मेरी ग़ज़ल मेरे गीत , मेरी कविता और जो तर्क - कुतर्क ढूंढता है उसे नस्तर जैसी चुभ भी जाती है मेरी रचना !
ReplyDeleteलड़की ट्रेन में एक लड़के से बोली: क्या मैं यहां बैठ सकती हूं?
ReplyDeleteलड़का: हां हां, बिल्कुल। अपनी ही सीट समझो!
लड़की: क्या मैं आपकी बोतल से थोड़ा पानी पी सकती हूं?
लड़का: हां हां, जरूर।
लड़की: अगला स्टेशन कौन-सा है भैया?
.
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.
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लड़का: मेरे दिमाग में कोई जीपीएस नहीं लगा है! जल्दी सीट
खाली करो, मुझे नींद आ रही है!
NO ONE CAN MATCH THEM,THEY R TRUE HEROES.
ReplyDeleteवाह रे सरकार तूने तो डाल दिया हथियार ,, अब अकादमिक मोर्चा का मुह ताक रही है ,,खबरदार
ReplyDelete*********************************************************************************************
जैसा की विदित हो चूका है की 8 अगस्त दिन शुक्रवार को कपिलदेव यादव की slp पर सुनवाई है टेट मोर्चा में कोहराम मचा हुआ है सारे टेउवे फेक न्यूज़ दे दे के हम अकादमिक दोस्तों को गुमराह करने की पूरी कोसिस कर रहे है ताकि हम लोग इनके बहकावे में आ जाये और इनकी योजना सफल हो जाये जबकि इस बार सारे अकादमिक दोस्तों को मिलकर अपने फ्यूचर का सहयोग करना है जब इनकी योजनाये हम अकादमिक दोस्तों के आगे बिफल नजर आ रही है ,, तो ये आंदोलन की बात कर रहे है ,, इनको ये नहीं पता की १५ अगस्त के मद्देनजर लखनऊ में चौकसी बढ़ा दी गयी है अगर ये भूल से भी वहा गए तो इनकी पुंगी बजना तय है ,,
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Ye niche wali post ACD walon ki hai
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टेट बाजार का टेटांक रोज एक दो अंक चढ़ रहा है जबकि ये नियाई खोर रोज अपनी पोस्ट में लुढ़का रहे है सबको पता हो चूका है की टेटांककितना चढ़ेगा १००-११२ वाले जब आंदोलन में जाने से इंकार कर रहे है तो मेकहते है मेरिट कम जाएगी जब २०००० ,,,२०१२ वाले बहार होंगे ,, सब कहते है हा ,,मैं कहता हु जब २०१२ वालो ने फॉर्म नहीं डाला ,,तो वो बाहर कैसे होंगे और अंदर कैसे होंगे ,,
अकादमिक मोर्चा इस बार कोई कसर नहीं छोरना चाहता इसीलिए कम से कम एक और वकील करना चाहता है जो आप हम लोगो के सहयोग के ऊपर निर्भर करेगा ,, यकीं मानिये दोस्तों इस बार स्टे जरूर मिलेगा क्योकि ओल्ड ऐड की एक एक कमियों को हमारे वकील ओपन कर ओल्ड ऐड की धज़ज़िया उड़ा देंगे।
समय बहुत कम है आप से और आपके अकादमिक दोस्तों से जो भी हो सके २०० -५००-१०००-२००० अपना कीमती समय निकाल कर कपिल जी के बैंक अकाउंट में सहयोग करे ,,, जिससे मोर्चे को आर्थिक संकट से न जूझना पड़े ,,
जय अकादमिक ,, जय अकादमिक मोर्चा ,, जय न्यू ऐड
खुशनसीब हो तुम जो हम तुम्हे इतनी शिद्द्त से चाहते हैं...
ReplyDeleteवरना हम वो हैं जिसके ख्वाब में भी लोग इजाजत लेके आते हैं...!!
TMNTBBN..ji aap blog se plzzzzz khi b Na jaye...aapke commts se accha aur koi likh h nhi sakta.....
ReplyDeleteWaise ek baat sahi h agar y aandolan 15august ko ho to bhutt accha ho..aazadi ka din.....gov pagla jayegi...
AAP LOGON NE MERA YAHAAN TAK USKE LIYE BAHUT BAHUT SHUQKRIYA
ReplyDeletegd evening umashankar g..
ReplyDeleteaap kaise ho..??
एक भयानक सत्य
ReplyDeleteभारत में
'1st Class' में पास होने वाले विद्यायार्थी टेक्नीकल में प्रवेश लेते है और
वो डॉक्टर या इंजिनिअर बनते है
'2nd Class' में पास होने वाले
MBA में admission लेते है और
administrator बनते है और 1st Class वाले उनको हैंडल करते है
'3rd Class' पास होने वाले कही पे भी प्रवेश नहीं लेते है ।और वो पॉलिटिक्स में जाते है और वो 1st और 2nd क्लास वालो को हैंडल करते है
'Fail' होने वाले भी कही पे भी प्रवेश नहीं लेते है और वो अंडर वर्ल्ड में जाके तीनो पे कंट्रोल करते है
और जो कभी स्कूल में गए ही नहीं ।वो बाबा ।साधू बनते है और उपर लिखे चारो उनके पैर पढ़ते है।
भयानक सत्य कथा समाप्त
EXCELLENT WRITING SKILLS AND COMMAND ON BOTH LANGUAGES (i.e HINDI AND ENGLISH.)
ReplyDeleteU GREAT MR.UMA SHANKAR.
Me too dear sir.
ReplyDeleteMy cell no 9675443639.Mr sunil aap hi.
Hui...sham unka khayal aa gaya....
ReplyDeleteU r great soul mr...uma bhai....
अगर अखिलेस यादव आज ये कह दे की मुझे किसी भी कीमत पर 72825 की काउंसलिंग 10 तारीख से चाहिए वर्ना जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ करवाई होगी तो आप क्या समझते हो? की हीरा लाल तब भी इसी चाल से चलेंगे? और ऐसी ही मीठी गोली देते रहेंगे?
ReplyDeleteजी नही तब हीरा लाल 8 अगस्त से ही काउंसलिंग स्टार्ट करवा देंगे।
मेरा कहने का तात्पर्य यह है की डी ऍम को ज्ञापन देना, हीरा लाल से वार्ता करना, सब व्यर्थ है। डी एम् या हीरा लाल अखिलेस के अधीन हैं अखिलेस इनके अधिन नही है। अखिलेस ही ये सब गेम खेल रहा है उसी ने सभी को निर्देशित किया है कि जितना हो सके भर्ती खीचो वर्ना जितना नाटक हो रहा है क्या उसको आप और हम नही समझ रहे है?
क्या अखिलेश ने एक बार भी ये कहा की गलत फीडिंग कैसे हुयी?
गलत फीड करने वालो पर कार्यवाई क्यों नही हुयी?
ये भर्ती 72825 जिंदगियो से सम्बंधित है इसकी फीडिंग अनुभवी एजेंसी से क्यों नही करवाई गयी?
dd का कुछ हिस्सा फीडिंग पर खर्च करने का उपर से आदेश था तो उस पर कितना खर्च किया गया?
dd के इस भाग की बंदरबाट हुयी क्या इसकी खबर शासन को नही है?
ये सारा खेल 72825 वोट छोड़ के 29000+ btc+acdmc+sm का वोट जोड़ने के लिए किया जा रहा है की जितना ये हमसे दुश्मनी प्रदर्शित करेंगे उतना ही वो वोट पक्का होता जायेगा।
अंततः कहना चाहूँगा की इस सारे राजनीती की काट केवल और केवल आन्दोलन और अनसन ही है। डी ऍम या bsa को ज्ञापन देने से कुछ नही होगा। इसलिए केवल लखनऊ और डाइट घेरो।
5 को भारी संख्या में लखनऊ पहुचे।
Or gurmeet bhai....
ReplyDeleteIs 72825 ke karan meri life barbad ho chuki h....
Aap logo ko believe nahi hoga ki....
Ab agar mujhe ye job mil bhi jaye to ...us paise se mujhe koi bhi setefiction nahi milega....
Han....
Bas wines ks intejam hota rahega...
MERE TET SUPPORTER SATHIYO..
ReplyDelete1) jaisa ki tet morcha ki team lagatar lucknow me adhikariyo ke sampark me hai..jaisa ki 2 din pahle tet morcha ki team sachiv heera lal gupta se mile the aur counseling ke bare me pu6a to sachiv se kaha tha ki ham 6,7 august tk dekhege agar feeding ka 50% kam pura ho chuka
hoga to ham counseling ki date ghosit kr dege..kyuki baki bache 12 august tk 50% kam pura hone ke pure aasar ho jayege.
2)dosto aap log rojana har dist ke diet ke working hour me jakar dabav bnaye taki 7 tak 50% kam pura ho aur counseling ki date ghosit ho..
4) dosto agar 7 tk 50% feeding na ho paye tb ek nayi date aandolan ki ho skti hai par sara kam is wakt diet ke karan ruka hai so diet par daily jakar pta kre aur dabav bnate rahe..
5)dosto siksha mitro ko joing letter sarkar dene se ku6 nai hoga .s.m par rok jarur lagega..kyvki ku6 din pahle avi h.rd ministry ne v ek r.t.i ke javab me ye kaha hai rajy sarkare kisi ko tet se chhut nai de skti..aur larger bench ne tet ko sbhi ke liye jaruri mana hai...7 august ko c.j ki bench me s.m case par sthiti spast ho jayegi..dosto asambaidhanik tarike se paya koi niyukti patra chahe wo 1 sal vetan kyu na pa gya ho court dwara radd karne par us vetan ki
recovery ki jati hai..tripura me aisa ho chuka hai jaha 1 sal vetan pakar radd ho chuke hai..bihar me 3 mah vetan pakar, haryana me 1.5 sal vetan pakar teachers radd ho chuke hai. Thanx
Main 32 sal tak apne ghar me..apne ristedariyo me...mohlle me....coaching center me....
ReplyDeleteSAB KI NAZRO ME IDEAL BANA HUA THA....
AB LIFE KO APNE ACCORDING JITA HUN.....
Dosto...
Mr. TMNTBBN KE POST MAIN RAT DIN PADTA HUN....USSE MERA TIME PAS TO HOTA HI H...
MUJHE SAHI INFORMATION BHI MILTI H...
THANKS SABHI BHAIYO KO....
Meri age ke dosto.....
ReplyDeleteAgar life me time mile to devaanand sahb....ki moovi guide ko ek bar jarur denkhe.....
SAB KU6 H...USME....PYAR ...DHOKHA...JUNUN...OR ...SABSE BADKAR...
JIVAN OR MARTTU...
Kyoki 72825 namak moovi hum itna dekh chuke h...ki ..
ReplyDeleteBas....
Iska nam lete hi sari ki sari feelings ko lakwa mar jata h....
THANKS....
Kya baat hai sunil bhai aaj bahut imotional lag rahein hai? Every thing is O.K.
DeleteKya future Me 29343 wali vacanci bhi radd hone ki sambhavana hai Plzzz tell me
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