/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Thursday, November 6, 2014

इंतजार खत्म, आज कला महिला ओबीसी, एससी की बारी


इंतजार खत्म, आज कला महिला ओबीसी, एससी की बारी

Publish Date:Thu, 06 Nov 2014 06:31 PM (IST) | Updated Date:Thu, 06 Nov 2014 06:31 PM (IST)

मैनपुरी, भोगांव: तीन साल से शिक्षक बनने की चाह में आ रही तमाम अड़चनों को झेल रहे आवेदकों का इंतजार दिन गुजरने के साथ ही खत्म होता जा रहा है। प्रशिक्षु शिक्षक चयन की तीसरी काउंसिलिंग के तीसरे दिन महिला कला एससी, ओबीसी की अभ्यर्थियों को शुक्रवार को डायट पर बुलाया गया है। खाली पदों के सापेक्ष 10 गुना आवेदक काउंसिलिंग प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकते हैं।

गौरतलब है कि वर्ष 2011 में तत्कालीन बसपा सरकार द्वारा परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में खाली पड़े सहायक शिक्षकों के पदों को भरने के लिए 72825 पदों पर प्रदेश व्यापी रिक्तियां निकाली थीं। इस शिक्षक चयन प्रक्रिया में सत्ता परिवर्तन के बाद कई मुश्किलें आई और आवेदकों को निरंतर परेशानियां झेलनी पड़ी। लगातार इंतजार से परेशान आवेदकों ने टीईटी संघर्ष मोर्चा बनाकर सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इस पर जुलाई अगस्त माह में प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रक्रिया ने गति पकड़ी थी। शासन ने दो दौर की काउंसिलिंग का कार्यक्रम आनन फानन में पूरा कराया था। हाईमेरिट के चलते दो दौर की काउंसिलिंग में कम आवेदक ही सम्मिलित हो पाए थे। जनपद में भी निर्धारित 100 पदों के सापेक्ष केवल 70 ने ही प्रक्रिया को पूर्ण किया था। खाली सीटों को भरने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने विगत दिनों तीसरी काउंसिलिंग कराने का फरमान जारी किया था। 5 नवंबर से शुरू हुई तीसरी काउंसिलिंग के पहले दिन केवल 2 आवेदकों ने प्रक्रिया को पूर्ण किया था। गुरुवार को महिला कला सामान्य के पद खाली न होने के चलते काउंसिलिंग नहीं कराई गई थी। लेकिन शुक्रवार को एक बार फिर काउंसिलिंग का दौर डायट पर शुरू होगा। शुक्रवार को महिला कला ओबीसी, एससी श्रेणी की अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के लिए डायट पर बुलाया गया है। इस श्रेणी में खाली पदों के सापेक्ष 10 गुना अभ्यर्थी काउंसिलिंग में सम्मिलित हो सकेंगे।

News sabhaar : JAGRAN 

93 comments:

  1. कल सर्वेन्द्र विक्रम से हुयी वार्तालाप निम्न प्रकार से है -
    Q - चयनित हो चुके लोगों की सूची अभी तक क्यों प्रकाशित नहीं की गयी ?
    रिप्लाइ - अभी हमने किसी का फाइनल SELECTION ही नहीं किया है ।
    Q - जिन लोगों को चयन प्रक्रिया से बाहर किया जा रहा है , उसका REASON क्यों उन्हें नहीं बताया जा रहा है ?
    R - वो भी पूरी भर्ती होने के बाद ही बताया जा पायेगा ।
    Q - जहाँ से ओवर - फ्लो के कारण डॉक्युमेंट तक वापस कर दिये गये हैं
    वहाँ पर उसी CATEGORY में अब
    कट - ऑफ 4 अंक तक नीचे क्यों आ रहा है ?
    R - वो रिक्तिया स्पेशल CATEGORY को जोड़कर बनायी गयी हैं ।
    Q - 2011 का रिज़ल्ट अभी तक किस कारण या किस नियत से ऑन - लाइन नहीं किया गया ?
    R - उसे नहीं ऑन - लाइन किया जायेगा और बताओ
    Q - ये प्रत्यावेदन क्यों लिये गये थे ?
    इतना समय बीत जाने के बावजूद भी अभी तक CORRECTION क्यों नहीं हो पाये ?
    R - डायट पर जाकर मालूम करो , उन्होंने ठीक डेटा उपलब्ध नहीं कराया ।
    Q - इसमें अभ्यर्थियों का क्या दोष है ?
    ऐसे कर्मचारियो के ख़िलाफ़ क्या कार्यवाही हुयी ?
    R - (कोई जवाब नहीं मिला ,
    निश्चित रूप से दिमाग़ के तमाम घोड़े दौड़ाने के बाद भी इसके लिये कोई कुतर्क रच ही नहीं पा रहे थे वो )
    ज़्यादा देर हमने भी उन्हें समस्या में नहीं डाला नहीं तो वो बीच में ही कोई ज़रूरी काम का हवाला देकर भाग निकलते क्योंकि फोन तो उनका लगातार बज ही रहा था इनकमिंग काल के रूप में
    सो बिना मुश्किलों का सामना किये हुये भाग निकलने का रास्ता उन्हें आसान नज़र आता और हम ऐसा बिलकुल ही नहीं चाहते थे इसलिए खुद ही कुएँ में ढकेल कर उन्हें फिर से वापस खींच लिया
    और अगला आसान प्रश्न जानबूझकर कर दिया जिससे फिर से वो निर्लज्ज्ता के साथ कुतर्क रूपी जवाब रचकर अपनी पीठ स्वयं थप - थपा सकें
    Q - अभ्यर्थियों का स्टेटस क्यों नहीं दिखाया जा रहा ?
    R - वो नहीं हो सकता ।
    Q - क्या कहीं ऐसे भी काउन्सलिन्ग होती है ? इससे पहले तो ऐसे नहीं होती थी ।
    R - पहले क्या होता था हमसे मतलब नहीं इसकी बात करो ।
    Q - डायट वालों को कोई जानकारी नहीं है । 3 ऐसे हेल्प लाइन नम्बर क्यों नहीं चालू किये जा रहे जो अटेंड भी हों और समस्याओं का निदान भी कर सकें ।
    R - ये नहीं कर सकते और बताओ ।
    Q - औपबन्धिक काउन्सलिन्ग वालों को अभी तक शामिल क्यों नहीं किया जा रहा है ?
    R - उस पर निर्णय नहीं हो पाया है ।
    Q - अभ्यर्थियों को डायट से लखनऊ
    और
    लखनऊ से डायट दौड़ने के लिये क्यों विवश होना पड़ रहा है ?
    R - ये हमारी प्रॉब्लम नहीं है ।
    Q - क्या अगली काउन्सलिन्ग का ब्यक्ति पहले काउन्सलिन्ग सफलता पूर्वक COMPLETE करा चुके को भी REPLACE कर सकता है ?
    R - बिलकुल
    क्या ऐसे जवाबो से आप में से कोई भी संतुष्ट हो सकता था ?
    निश्चित ही नहीं । । । ।
    आपके भाई और आपके प्रतिनिधि होने के नाते हमें भी आपकी तरह बहुत गुस्सा आ रहा था इस निर्लज्ज सरकार और इसके अधिकारियों पर
    लेकिन
    हम अभी तक अपने गुस्से को पीकर केवल ब्यन्ग्यात्म्क लहजे में मुस्कुराने
    का काम कर रहे थे ।
    ये शीर्ष अधिकारी ऐसा दुस्साहस इसलिए कर पा रहे थे क्योंकि सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य करना ही उनकी एक मात्र जिम्मेदारी है हम सबके भविष्य से खिलवाड़ करना और प्रताड़ित करना उनका शौक
    और
    सबसे बड़ी बात माहौल को MANAGE करने के लिये उस समय POLICE अधिकारी भी थे ।
    लेकिन फिर भी हमने आप सबकी इज्जत और भावनाओं को अपमानित नहीं होने दिया

    ReplyDelete
  2. अंतिम विदाई से पहले उन्हें पूरे स्टाफ और खुद की नज़रों में इस स्थिति में पहुँचा दिया जहाँ से खुद सोचना पड़ेगा इन शिक्षित युवाओं की नज़र में हमारी
    हैसियत क्या है और यदि कल
    युवा - क्रांति का बिगुल बज गया तो हमारा क्या होगा
    हम तो इन्हें केवल नौकरी से ही वंचित कर पायेंगे लेकिन ये तो सर्वनाश करके ही दम लेंगे !



    अब मुख्य बात जो अंत में चलते - चलते कही गयी -
    " आपके सामने आज तक किसी ने नहीं कहा होगा लेकिन हम कह रहे हैं
    हम ये सोंच रहे थे ये गलतियां अज्ञानतावश हो रही हैं लेकिन अब ये पता चल गया है हम सबकॊ एक
    सोची - समझी रणनीति के तहत परेशान किया जा रहा है । आप कोई डेटा ऑन - लाइन नहीं करेंगे जिससे अपने चहेतो को फायदा पहुँचाया जा सके । कुछ भी न्यायसंगत तरीके से नहीं किया जायेगा बल्कि खाला के घर की तरह से मनमाने ढंग से होगा ।
    जब हम ढायी लाख लोगों की बद् दुवाये लगेगी तो कोढ हो जायेगा
    अगर किसी के जीवन को जान बूझकर बर्बाद किया तो बदला ज़रूर लेगा ।
    ठीक है तुम कुछ भी ऑनलाइन मत करो करते रहो अपने मन की भर्ती ।
    तुम लोगों के लिये सरकार ही सबकुछ है माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन भी इस घटिया तरीके से किया जा रहा है । "
    जहाँ तक हमें महशूश हुआ ये विदायी वहाँ मौजूद स्टाफ के ईमानदार लोगों के लिये भी इस प्रकार की पहली और मन को शुकून प्रदान करने वाली रही ।
    बाहर निकलते हुये एक अच्छे सुरक्षा गार्ड ने कहा भी हमसे
    " भइया बहुत बढ़िया - सौ सुनार की एक लोहार की "
    ये शब्द उस नेक बंदे के सच्चे दिल से निकले नेक उद्गार थे ।
    इस पूरे घटनाक्रम में कुछ भी काल्पनिक नहीं है ,
    उस समय पवन त्रिपाठी , सुल्तान अहमद , अरुण मिश्र , संजय , विनीत , अमित सहित लगभग 25 साथी ऑफीस में थे ।
    अब ज़रूरत है आप सब लोग खुद निकल कर आयें और पूरे सम्मान के साथ बिना डरे हुये अपना हक छीन लें ।
    केवल नेताओं के भरोशे न रहें आप सब में खुद एक लीडर समाया हुआ है ।
    दूसरों के भरोसे रहेंगे तो केवल पछतावा ही मिलेगा । कटु लेकिन सत्य है ।
    गूढ़ता पूर्वक सोचने पर हमें और आपको जल्द ही इन पर अंकुश लगाने के तरीके ज़रूर नज़र आ जायेंगे ।
    चिंता को चिंतन से दूर करिये ।
    TET MERIT जिंदाबाद

    ReplyDelete
  3. तीसरे चरण की काउन्सलिंग प्रगति पर है, सभी लोगो में बेचैनी और डर अपार मात्रा में बनता जा रहा है, लेकिन ये सब जानते है, कार्य करने का विकल्प तनाव नही बल्कि क्रिया होता है, कुछ करने से ही हल हो सकता है, तनाव से नहीं है, तो सोचे विचारे और आगे बढे !

    ReplyDelete
  4. 1. जो लोग किसी जिले में लॉक हो चुके है , वो किसी अफवाह पर ध्यान ना दे, क्योंकि अब कोई उच्च अंक वाला आपको बहार नही कर सकता है, ये तब तक संभव था जब तक शेष सीटों का विवरण नहीं आया था, और काउंसलिंग 72825 पदों पर हो रही थी, लेकिन तीसरी काउन्सलिंग शेष पदों के सापेक्ष 10 गुना अभ्यार्थियो के लिए है, ना कि कुल सीटों के लिए,

    ReplyDelete
  5. 2. तीसरी काउन्सलिंग में शामिल अभ्यर्थी अपनी मेरिट से 2 या 3 कम कट ऑफ वाले जिले में जाने का प्रयास करे और उपलब्ध सीटों को भी ध्यान में रखे, भेड़ की चाल से एक जिले में पूरा प्रदेश ना जाये, जो जिले पहले ओवर फ्लो में थे उनमे कम मेरिट वाले नए अभ्यर्थी परहेज करे तो अच्छा होगा, घर से बहार निकलने 50 किलोमीटर और 250 किलोमीटर क्या देखना, गृह जनपद ना मिलने पर सभी जिले एक जैसे ही समझो, बस कैसे भी हो, नौकरी हासिल करो, बाकि सब बाद में सोचना ।
    धन्यवाद,

    ReplyDelete
  6. Dainik Jagran Gonda


    72825 Shikshak bharti...
    dusre din general female art ke 350 Candidates ne karayi counselling...

    ReplyDelete
  7. रिशफ्फलिंग के अंतर्गत आने वाले सभी जनरल कैटेगरी के मित्रों आपका एक सही कदम किसी दूसरे अभ्यर्थी को ओवरफ्लो के दंश से बचा सकती है । sepcially साइंस वालों से अपील है कृपया एक नजर और विचार इस पोस्ट पर भी । cuttoff से दो अंक ऊपर वाले निम्न जिलो को वरीयता दें तो लो मेरिट gen की सहायता हो सकती है --
    dist-- -seat-- cutoff
    बदायूँ- 113 120
    हरदोई 92 119
    इलाहबाद 35 118
    गोंडा 189 118
    बरेली 69 118
    रामपुर 72 117
    सुल्तानपुर 101 117
    बाँदा 44 116
    शाहजहांपुर 190 116
    संतकबीरनगर 61 116
    श्रावस्ती 92 116
    मिर्जापुर 110 115
    बलरामपुर 162 115
    महाराजगंज 207 115
    बहराइच 221 113
    कुशीनगर 109 113
    लखीमपुर 123 113

    कुछ गलती होगी तो सुधार लीजियेगा । allahabad को छोडकर मैंने सब 50 से ऊपर सीट वाले जिले चुने है जिनके मार्क्स 118+ हैं वो तो कहीं जायेंगे अब safe ही हैं

    ReplyDelete
  8. कुशीनगर मे बवाल ...

    ...... रिक्त सीटो की गलत जानकारी देने के कारण कुशीनगर मे बवाल ।

    .....लाठीचार्ज , आँसू गैस

    का इस्तेमाल किया पुलिस ने

    ....डायटकर्मी भागे ....अभ्यर्थियों ने ताला तोडा।

    ReplyDelete
  9. एक दिन संता को ऑफिस से लौटने में काफी देर
    हो गई.

    घर आकर उसने देखा कि पत्नी का रो-रो कर
    बुरा हाल हो गया है.

    संता को देखते पत्नी बरस पड़ी – “आखिर
    इतनी देर कहां लगा दी ? तुम्हे मेरा कुछ ख़याल है
    कि नहीं ?”

    संता – “इसमें ख़याल वाली कौनसी बात
    हो गई ? क्या आज से पहले मुझे कभी देर नहीं हुई ?”

    पत्नी – “वह बात और है … आज पड़ोसी आपस में
    बातें कर रहे थे कि एक पागल सा आदमी लोकल
    ट्रेन के नीचे आकर मर गया ! … तुम्हे नहीं मालूम, तब
    से मुझ पर क्या गुजर रही है ???”...

    ReplyDelete
  10. पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा
    बेटा हमारा ऐसा काम करेगा
    मगर ये तो, कोई ना जाने
    के मेरी मंज़िल, है कहाँ...

    ReplyDelete
  11. tiger sir behraich ki aj ki update bata di jiye

    ReplyDelete
  12. सारी समस्याओं की बस एक ही दवाई.....
    अगर सरकार ने टेट की सीडी आनलाइन कर दी होती तो मैं समझता हूँ कि सारे आरोप निरधार साबित होते।
    और वाकई फर्जीवाड़ा हो रहा है तो शायद इसकी कोई हिमाकत भी न करता।

    ReplyDelete
  13. इन लडकियों से बडा स्वार्थी शायद कोई नही दुनिया में । अपने मतलब को चक्का जाम कर दिया जब आंदोलन का समय था तब लखनऊ तक आना मुश्किल था आज सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर रही है की बस नौकरी मिल जाये ।

    हालांकि अच्छा नही हुआ पर मेरे नजरिये से बहुत अच्छा हुआ इनको भी पता चलना चाहिये जब लड़के लखनऊ से हताश और भूखे प्यासे बैरंग वापस आते थे तो कैसा महसूस होता था ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. To isme harj hi kya hai!!! Or kyu na swarthi ho?? Kya chahte hai ab bhi dominate hoti rahe "maha purusho" se!!! Bhool jaiye.....ab sirf Ladkiya ek baat janti hain ki "apna kam banta or bhaad me jaye janta "

      Delete
    2. Sahi baat pr mirch bahut jaldi lagti hai...... kyo dolly g .... aapko bhi lag gayee..

      Delete
    3. Achcha likh lete hain ap bhi harsh ji...bus thodi mirch jyada ho gayi.. Koi baat nahi...mujhe bura nahi laga....or agar mai koi article padhungi to wo sahi hai ya Galat hai mai decide karoongi aap nahi...

      Delete
  14. Jaunpur me female obc art ki kit I seats khaki hain

    ReplyDelete
  15. अंजाम चाहे कुछ भी हो लेकिन बङी रोमांचकारी भर्ती है PRT की ।

    शुरू से हर स्टेप पर नया रोमांच।


    इसलिए


    कमजोर दिल वाले 72825 के बारे मे न सोचे।

    ReplyDelete
  16. ये काउंसलिँग 100 प्रतिशत रोते-धोते पूर्ण होगी और 101 प्रतिशत नियुक्ति पत्र भी मिलेगा वो भी फरवरी के अन्त तक और रह जाएँगे सिर्फ वही जो घरोँ मेँ दुबक कर कम्बल के अन्दर से पानी पी पी कर संघर्ष मोर्चा को गरियाते रहेँगे क्योँकि मोर्चा न तो किसी के बाप का नौकर है और न हीँ किसी सरकारी नौकर का बाप ।
    औकात हो तो सड़क पर आओ !!!
    वो नहीँ कर सकते तुम क्योँकि चूड़ियोँ का बाजार तेज हो जाएगा,,,,,,

    ReplyDelete
  17. Sir apna contact no dijiye aapki help chahiye tiger ji

    ReplyDelete
  18. मोर्चे को 500 रुपये देकर खरीद लिये हो किन्तु अपने फूफा को 20000 रुपये देकर कुछ नहीँ कह सकते क्योँकि ये तुम्हे उस समय भी पता था कि होना तो सिर्फ 72825 को हीँ है न!!!


    और आज तो मेरी खुशी का ठिकाना न रहा जब यह सुना कि कुशीनगर डाएट पर एक साथ हजारोँ झाँसी की रानियाँ पैदा हो गयी जिनके पाउडर/लिपिस्टिक आन्दोलन के नाम से खराब हो रहे थे !!!

    ReplyDelete
    Replies
    1. Andolan me na jakar ladkiyo ne bohat samjhdaari ka kam kiya hai...Kyoki andolan me Jane se jo tanning ho jati us ko theek karne me I mean detaining me Kafi kharch hota... To is tarah se ladkiyo ne apne patidev or apne bhaiyo ke paise ko bachaya hai....or shringaar ladkiya nahi karengi to kaun karega.??..ladke!!!

      Delete
    2. DOLLY ..... LOLLY wale make.up nhi karte....

      Delete
    3. Dolly g... aaj aapko kya ho gya hai.... aap to bahut saare motivated comments likhti thi.....

      Delete
    4. Aapko kya ho gaya hai Mr. Harish ji n what is dolly.... Lolly....
      I think lolly is the rhyming word of dolly...very good
      But Apka comment meri samajh se pare hai...




      Delete
    5. Jante ho angrejo ne chandra shekhar azaad ko kaise mara tha............. Kisi bhaduye ko phod kar apnitaraf milaya tha . ......... Wahi chaal ye angrej akhilesh sarkaar kar rahi hai.

      Delete
  19. या तो सब कुछ मोर्चा के बस का नहीं है या उन लोगो की अनिच्छा है जो जैसा समझे दूसरों को कोसने से अच्छा होगा कि जिन लोगो को लगता है कि उनका अहित हो रहा है वो मोर्चा रूपी बैसाखी के सहारे न रहकर संगठित होकर आगे आयें और अपने हक़ की लड़ाई लड़ें

    ReplyDelete
  20. PRT sir Please agar behrich ki aj ki koi news ho to bata do

    ReplyDelete
  21. जैसा की मेरा अन्देशा था वही हुआ .........बहराइच में ३५८ पदों के लिए १५०० महिला अभ्यर्थी जुटी रहीं ......घर के निकट स्थान पर नौकरी करने की चाहत बहुतों को इस प्रक्रिया से बाहर करने जा रही है .........सामान्य कला पुरूष अभ्यर्थियों को मेरी सलाह है की भेड़ चाल का अनुसरण न करें और पूरे प्रदेश में पदों के हिसाब से फ़ैल जाएँ वरना ११५ और ११६ वाला भी नौकरी से वंचित होने की कगार पर आ जाएगा .............आज बहराइच का रेला देखकर तो मैं यही सलाह देना चाहूंगा ........बाकी जिसकी किस्मत में नौकरी नहीं हैं उसका दिमाग उसी तरह काम करना शुरू कर देता है .................

    ReplyDelete
  22. भीड़ कोई रोक नहीं सकता 115 ,116 के लिए जब दो तीन ठीक ठाक विकल्प है तो वो जाएंगे कहाँ रही बात ओवर फ्लो की तो नीचे की मेरिट वाले ही होंगे 117 या ऊपर के लोग सेफ रहेंगे

    ReplyDelete
  23. हम आज भी शतरंज़ का खेल
    अकेले ही खेलते हे ,
    क्युकी दोस्तों के खिलाफ चाल
    चलना हमे आता नही ..।

    ReplyDelete
  24. आवश्यकता से ज्यादा होशियारी दिखाना मूर्खता की सबसे बड़ी निशानी होती है ,,,, scert डायरेक्टर द्वारा दोहरी दुष्टता का परिचय देते हुए फोटो कापी पर जूनियर वालों की काउंसिलिंग कराने के कोर्ट के आदेश को तोड़-मरोड़कर इस तरह पालन किया कि कौवे से चतुर अभ्यर्थी एक से अधिक जिलों में काउंसिलिंग करा बैठें और बाद में इस आधार पर उनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाए ,,,,,, डायरेक्टर साहब ने जानबूझकर डाईट को इस सम्बन्ध में कोई स्पष्ट निर्देश नहीं भेजा ,,,,
    हो सकता है कि लोग सोचें कि एक से अधिक जिलों में काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिए जाने पर वो भर्ती फँसा देंगे लेकिन ऐसा हो नही पायेगा ,,,, जो लोग भर्ती से बाहर होंगे वो हाई कोर्ट की सिंगिल बेंच में याचिका करेंगे और 3-4 साल कोर्ट के चक्कर काटेंगे ,,,, सभी को एक छोटी सी बात समझ लेनी चाहिए कि ये भर्ती सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रही है इसलिए हाई कोर्ट का कोई आदेश इसे रोक नहीं सकता तथा direct सुप्रीम कोर्ट कोई जा नहीं सकता

    ReplyDelete
  25. सभी बुद्धिमान लोगों को चाहिए कि ना तो शून्य सीटों पर काउंसिलिंग कराने जाएँ और ना ही डबल काउंसिलिंग का मजा लेने के चक्कर में शेष जिंदगी बेमजा करें ,,,,, डायरेक्टर साहब भर्ती फँसाने की हैसियत नहीं रखते हैं लेकिन भर्ती कराने वालों को फँसाने की कोशिश तो कर ही सकते हैं ना ? टेट मेरिट से भर्ती करना किसी अधिकारी को पसंद नहीं है बल्कि हम सब मिलकर उनसे जबरन भर्ती करा रहे हैं ,,,,
    जबरदस्ती का काम तो ऐसे ही होता है ......

    ReplyDelete
  26. श्री मद्-भगवत गीता"
    के बारे में-

    किसको किसने सुनाई?
    उ.- श्रीकृष्ण ने अर्जुन को सुनाई।

    कब सुनाई?
    उ.- आज से लगभग 7 हज़ार साल पहले सुनाई।

    भगवान ने किस दिन गीता सुनाई?
    उ.- रविवार के दिन।

    कोनसी तिथि को?
    उ.- एकादशी

    कहा सुनाई?
    उ.- कुरुक्षेत्र की रणभूमि में।
    क्यू सुनाई?
    उ.- कर्त्तव्य से भटके हुए अर्जुन को कर्त्तव्य सिखाने के लिए और आने वाली पीढियों को धर्म-ज्ञान सिखाने के लिए।

    कितने अध्याय है?
    उ.- कुल 18 अध्याय

    कितने श्लोक है?
    उ.- 700 श्लोक

    गीता में क्या-क्या बताया गया है?
    उ.- ज्ञान-भक्ति-कर् म योग मार्गो की विस्तृत व्याख्या की गयी है, इन मार्गो पर चलने से व्यक्ति निश्चित ही परमपद का अधिकारी बन जाता है।

    गीता को अर्जुन के अलावा
    और किन किन लोगो ने सुना?
    उ.- धृतराष्ट्र एवं संजय ने

    अर्जुन से पहले गीता का पावन ज्ञान किन्हें मिला था?
    उ.- भगवान सूर्यदेव को

    गीता की गिनती किन धर्म-ग्रंथो में आती है?
    उ.- उपनिषदों में

    गीता किस महाग्रंथ का भाग है....?
    उ.- गीता महाभारत के एक अध्याय शांति-पर्व का एक हिस्सा है।

    गीता का दूसरा नाम क्या है?
    उ.- गीतोपनिषद

    गीता का सार क्या है?
    उ.- प्रभु श्रीकृष्ण की शरण लेना

    गीता में किसने कितने श्लोक कहे है?
    उ.- श्रीकृष्ण ने- 574
    अर्जुन ने- 85
    धृतराष्ट्र ने- 1
    संजय ने- 40.

    अपनी युवा-पीढ़ी को गीता जी के बारे में जानकारी पहुचआयें

    ReplyDelete
  27. लखीमपुर खीरी ।

    तीसरे चरण की काउंसिलिंग बुधवार से शुरू की गई। तीसरे चरण की काउंसिलिंग के पहले दिन अभ्यर्थियों की काफी भीड़ रही। अव्यवस्थाओं के चलते यहां काउंसिलिंग देर से शुरू हो पाई। पहले दिन लगभग 350 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई।
    बुधवार को यहां विशेष आरक्षित वर्ग की काउंसिलिंग की गई। इसमें इसमें विकलांग, भूतपूर्व सैनिक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रितों और शिक्षामित्रों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया। काउंसिलिंग लगभग 1.30 बजे शुरू हो पाई। काउंसिलिंग के लिए पांच काउंटर बनाए गए सभी पर अभ्यर्थियों की भीड़ रही। यहां शाम 6.00 बजे तक लगभग 350 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच की गई। तीसरी काउंसिलिंग में अभ्यर्थियों को मूल प्रमाणपत्र जमा करने से राहत मिल गई। मूल प्रमाणपत्रों की जगह राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणित प्रमाणपत्र जमा कराए गए।

    बीएसए डॉ.ओपी राय ने बताया कि इस संबंध में निदेशालय से निर्देश मिले हैं कि मूल प्रमाणपत्र जमा कराने से अभ्यर्थियों को दिक्कत होती है इसलिए किसी राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणित छाया प्रतियां जमा करा ली जाएं। उन्होंने बताया जिले में अभ्यर्थियों से छाया प्रतियां ही जमा कराई गई हैं।

    ReplyDelete
  28. आवेदकों का हंगामा, काउंसलिंग बाधित

    प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए डायट में जुटे अभ्यर्थी

    अमर उजाला ब्यूरो

    खैराबाद(सीतापुर)।

    प्राइमरी स्कूलों में 72 हजार प्रशिक्षु शिक्षकों की काउंसलिंग के दौरान बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। ऑनलाइन व मैनुअल लिस्ट में अंतर मिलने से नाराज अभ्यर्थियों ने डायट कार्यालय पर नारेबाजी की। जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत कराया। इससे करीब आधे घंटे तक काउंसलिंग प्रभावित रही।
    तीसरे चरण की काउंसलिंग बुधवार को खैराबाद के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर शुरू हुई। यहां सुबह से ही आवेदकों का आना शुरू हो गया था, लेकिन आवेदक ऑनलाइन व मैनुअल सूची में अंतर पाकर खासा नाराज हुए। जब उन्हें जानकारी मिली कि उनकी काउंसलिंग नहीं हो पाएगी तो वह भड़क गए। गुस्साए आवेदकों ने हंगामा शुुरू कर दिया। वह डायट प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। आवेदकों का कहना था कि जानकारी के अभाव में उन्हें किराया व समय बर्बाद कर यहां आना पड़ा। हंगामे की वजह से करीब आधे घंटे तक काउंसलिंग प्रभावित रहीं। डायट प्रशासन ने आवेदकों को बताया कि उनके यहां सीटें फुल होने के कारण आगे काउंसलिंग नहीं कराई जा सकती। ऑनलाइन जो मेरिट दिखाई जा रही है, वह विभागीय अधिकारियों की गलती है, जिसे लेकर लिखा-पढ़ी की गई है। इसके बाद आवेदक शांत हुए। इस दौरान हमीरपुर, चित्रकूट, आजमगढ़, कानपुर आदि जनपदों से आए अभ्यर्थी परेशान देखे गए। देर शाम तक डायट के बाहर आवेदकों का जमावड़ा रहा, लेकिन काउंसलिंग न होने के कारण उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा।

    15 ने कराई काउंसलिंग

    बुधवार को विशेष आरक्षित श्रेणी, निशक्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित, भूतपूर्व सैनिक अभ्यर्थी, शिक्षामित्र के सभी श्रेणी की महिला व पुरूष अभ्यर्थियों की काउंसलिंग हुई। 564 पदों के सापेक्ष 15 अभ्यर्थियों ने अपने प्रपत्र चेक कराएं।

    ReplyDelete
  29. कुछ लोग अब पोस्ट पढने के बाद फिर से भौकना शुरू करने वाले है ।।
    उनसे कहूँगा की अपने अंदर के शेर को जगाओ और मोर्चा सदैव आपके हमारे साथ रहा है ।।।
    जल्द ही मोर्चा सी डी ऑनलाइन कराने को scert पर जमा होगा और जरूरत पड़ी तो आन्दोलन को तैयार रहे ।।

    ReplyDelete
  30. लखनऊ का अंतिम आन्दोलन मुझको बहुत अच्छे से याद है हो सकता है की 12000 से 15000 लोग थे ।।
    उस दिन भी लोग बहाने बना कर सिर्फ फेस बुक पर अपडेट दे रहे थे आज पता नही किधर से ये इतने शुभ चिंतक आ गये भर्ती के जो मुफ्त की सलाह देते रहते है ।
    जिस दिन 72000 लोग एक साथ scert पहुच जायेंगे उस दिन अखिलेश की कुंडली भी ऑनलाइन हो जायेगी ये मेरा दावा है पर देख लेना अगर 10000 भी आ गये तो बड़ी बात है ।।।
    किन्तु ये कुत्ते है जो कभी नही आयेंगे और जो अभी तक किसी आन्दोलन में नही गये किन्तु अब चिल्ला रहे है उनको मोर्चे की बुराई करने का कोई नैतिक अधिकार नही है ।।

    ReplyDelete
  31. कुशीनगर में कुछ श्रेणी की रिक्तियों में
    विशेष वर्ग की रिक्तियाँ भी जोड दी गई है
    वस्तुतः उन वर्गों में उतनी रिक्तियाँ है
    ही नही...ये सब
    तकनीकी त्रुटियों का परिणाम है...
    कुशीनगर
    में काउंसिलिंग कराने के इच्छुक
    व्यक्ति सोच-समझकर जायें...
    इसकी सूचना समय-समय पर अपडेट
    की जा रही है..

    ReplyDelete
  32. आज जो कुछ भी कुशीनगर में हुआ वो निहायत ही शर्मनाक है.. आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है, scert, स्वयंभू नेता, प्रशासन या फिर सरकार? मुझे पता है इसकी जिम्मेदारी सबकी है परन्तु कोई भी इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा आकर.. यही कलयुग का चमत्कार है, क्योंकि बस ! अपने हित को ही नमस्कार है.. भर्ती ने अब गलत दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं और आप सभी विश्वास मानिए आप सभी को और भी पीढ़ादायक समय देखने को बाध्य होना पड सकता है.. जिस तरह से फर्जीवाड़े की ख़बरें लगातार आ रही हैं, निहायत ही शर्मसार स्थिति है.. कोई स्वयंभू बताएगा आकर कि contempt की इतनी ज़ल्दी थी परन्तु टेट २०११ का रिजल्ट ऑनलाइन करवाना आवश्यक नहीं लगा कभी.. ठीक है अगर scert रिजल्ट ऑनलाइन करने को तैयार नहीं थी तो क्या न्यायलय की शरण नहीं ली जा सकती थी? आखिर क्या कारण है कि आवेदकों की ऑनलाइन जनरल रैंक क्यों जारी नहीं की गयी जबकि प्रत्यावेदन इसी नाम पर इकठ्ठा किये गए थे? अगर ये दोनों कार्य संपन्न हो गए होते तो शायद स्थिति इतनी भयावह नहीं होती जो आज दिखाई दे रही है.. अभी भी देर नहीं हुई है और न ही कुछ बिगड़ा है.. सत्य के लिए किया गया प्रयास कभी व्यर्थ नहीं होता और टेट मेरिट एक अटल सत्य है.. इसलिए इसको सत्यता के साथ मंजिल नसीब हो यही सबकी अभिलाषा है..
    जय हिन्द!!

    ReplyDelete
  33. .
    .
    .
    .


    रे
    .
    .
    वा
    ली
    .
    .
    .
    BEST OF LUCK For 3rd
    .
    .
    .
    .
    .

    Someday, you'll ask me to marry you and with no doubts
    I'll say "yes".
    Someday, your last name will be my last name.
    Someday we'll live
    together, in the house of our dreams.
    Someday we'll name our kids,
    with names we adore. &
    when those days come,
    I'll love my baby even more then ♥ you ♥

    ReplyDelete
  34. BOY:"A, B, C
    GIRL:"What ??
    BOY:"Always Be Careful
    GIRL:"Ahan then ??
    BOY:"D, E, F, G
    Girl:"??
    BOY:"Don't Ever ForGet That
    GIRL:"Hmmm...
    BOY:"I'm H I
    Girl:"What H I ??
    BOY:"Happily In love
    GIRL:"So ??
    BOY:"J, K, L, M, - Just Keep Loving Me
    GIRL:"And how about N, O,P, Q, R,S,
    T, U, V, W, X, Y, Z ??
    BOY:"No Other Person Quite,
    Reasonable , Shall Treat U Very Well
    Xcept me You'll Zee...


    ReplyDelete
  35. पोस्ट पढ़ कर कुछ टेंशन कम कर लें ....

    घने जंगल से गुजरती हुई सड़क के किनारे एक ज्ञानी गुरु अपने चेले के साथ एक साइनबोर्ड लगाकर बैठे हुए थे, जिस पर लिखा था -

    “ठहरिये … आपका अंत निकट है ! इससे पहले कि बहुत देर हो जाये , रुकिए ! … हम आपका जीवन बचा सकते हैं !”

    एक कार फर्राटा भरते हुए वहाँ से गुजरी. चेले ने ड्राईवर को बोर्ड पढ़ने के लिए इशारा किया …

    ड्राईवर ने बोर्ड की ओर देखकर भद्दी सी गाली दी और चेले से यह कहता हुआ निकल गया – “तुम लोग बियाबान जंगल में भी धंधा कर रहे हो ! शर्म आनी चाहिए !”

    चेले ने असहाय नज़रों से गुरूजी की ओर देखा. गुरूजी बोले – “जैसे प्रभु की इच्छा !”

    कुछ ही पल बाद कार के ब्रेकों के चीखने की आवाज आई और एक जोरदार धमाका हुआ.

    कुछ देर बाद एक मिनी-ट्रक निकला. उसका ड्राईवर भी चेले को दुत्कारते हुए बिना रुके आगे चला गया.

    कुछ ही पल बाद फिर ब्रेकों के चीखने की आवाज़ और फिर धड़ाम …. !

    गुरूजी फिर बोले – “जैसी प्रभु की इच्छा !”

    अब चेले से नहीं रहा गया. बोला – “गुरूजी, प्रभु की इच्छा तो ठीक है पर कैसा रहे यदि हम इस बोर्ड पर सीधे-सीधे लिख दें कि -

    .

    .

    ‘आगे पुलिया टूटी हुई है’ … !!!”

    ReplyDelete
  36. माना की धांधली हो रही है ।।
    तो क्या मार्कशीट गणेश दिक्षित ने बनवाई है नही न ।।
    अरे फर्जीबाड़ा डाइट स्तर पर हुआ है तो उस जिले के टेट मोर्चा का काम है की वो उसकी जाँच करे की कोई फर्जी एंट्री न कर सके और मोर्चा भी जिले स्तर पर क्या करेगा ?
    उसके पास कोई शाश्नादेश तो है नही की हर व्यक्ति की मार्कशीट वो चेक करे ।
    पता नही क्यों कुछ लोग गणेश के पीछे ही लग गये है की कुछ भी तो वो गणेश दिक्षित के कारण हुआ है ।।
    अब सी डी ऑनलाइन की बात जब हिमांशु अपने साथियो के साथ scert गये थ आपकी समस्यायो को ले कर तो आप लोग किधर थे जो आज चिल्ला रहे है ।।
    पर क्या डाटा ऑनलाइन हुआ ?
    जब हिमांशु ने नही करा पाया तो क्या गणेश दिक्षित scert वालो के दामाद है जो उनकी बात मान ली जायेगी ।।
    सी डी ऑनलाइन करना मा शि प का काम है न की scert का तो चलिए तारीख निश्चित कीजिए चलते है फिर कोई बहाना मत बनाना की हम नही आ सकते है ।।
    इस सरकार से आप इमानदारी की उम्मीद ही कर सकते है वाकी कुछ नही कर पायेंगे ।
    और जिसको लगता है की गणेश भाई अपनी भूमिका नही निभा रहे है वो खुद चल कर लखनऊ पहुचे और भर्ती को पारदर्शी बनाये क्योकि सिर्फ दिक्षित जी की ही नौकरी नही मिलनी है आपको भी मिलनी है अतः यहाँ पर बोलने से अच्छा है की आप खुद आगे आये जो आन्दोलन में नही गये कम से कम आज तो आगे आ जाओ अपने खुद के स्वार्थ के लिए ।।

    ReplyDelete
  37. जिंदगी तू मेरा साथ देना
    प्यार से हाथ में हाथ देना
    कर्ज मुझको चुकाना है हर सांस का
    जिंदगी तू मेरा साथ देना
    प्यार की राह में मोड़ आया
    जो मेरा था मैं सब छोड़ आया
    दिल के जलने से कितना उजाला हुआ
    जिंदगी तू मेरा साथ देना
    प्यार से हाथ में हाथ देना

    मंजिलों से रहा बेखबर मैं
    बन गया दर्द का एक सफर मैं
    एक तिनका हवाओं में उडाता रहा
    जिंदगी तू मेरा साथ देना
    प्यार से हाथ में हाथ देना

    घूँट पीता रहा मैं लहू के
    पाँव हारे नहीं जुस्तजू के
    है यकीं के मिलेगा कोई रास्ता
    जिंदगी तू मेरा साथ देना
    प्यार से हाथ में हाथ देना

    है सहर तक दिए को चलाना
    रह ना जाए अधूरा फ़साना
    हाथ से छूट जाए ना दामन तेरा
    जिंदगी तू मेरा साथ देना
    प्यार से हाथ में हाथ देना

    जिंदगी तू मेरा साथ देना
    प्यार से हाथ में हाथ देना
    कर्ज मुझको चुकाना है हर सांस का
    जिंदगी तू मेरा साथ देना

    ReplyDelete

  38. " सूरज तो नहीं हूँ, एक अदना सा दिया हूँ मैं,
    जितनी मेरी बिसात, उतनी रौशनी कर रहा हूँ मैं "

    ReplyDelete
  39. I am NOT a big person / expert, And what I think and found , I wrote.

    ReplyDelete
  40. .
    .
    .
    .


    रे
    .
    .
    वा
    ली
    .
    .
    .
    चलो अब सो जाते है फिर से किसी सच की तलाश में,
    कल सुबह फिर इस झूठी दुनियाँ का दीदार करना है...
    G
    O
    O
    D
    @NIGHT 98

    ReplyDelete
  41. Dolly bahen, apne bhai ka namaskar swekar kare......

    ReplyDelete
  42. Dolly bahen mujhe nahe pata tha ki aap blog per hai. Main to teen din se blog nahe padh raha tha. Aaj he apke phichle comment padhe. Sorry.

    ReplyDelete
    Replies
    1. Koi baat nahi bhai or isme sorry kahne wali koi baat nahi hai..
      Bhai Apka kahi se counselling letter aaya??

      Delete
  43. Dolly bahen, unfortunately hamara name merit me nahe aaya. Ab aage sayad aye ya na bhe aye. Nirasa ke badlo ne mujhe kuch samay ke liye gaher liya tha. Wase bhe bahen, hamara or muskilo ka saath hamesa se raha hai, sayad aage bhe rahe. Lakin hum ladage or ek din jitege bhe.

    ReplyDelete
  44. Dolly bahen, hamara ho ya na ho, lakin hume khusi he ki hamari bahen ka to ho gaya. Bhai ka ho ya bahen ka ek he baat he.

    ReplyDelete
  45. Dolly bahen, hum sirf kahne ke liye aapko bahen nahe bolte, hum to man se aapko apni bahen mante hai.

    ReplyDelete
    Replies
    1. Mai bhi kahne ke liye aapko bhaayi nahi manti balki dil se manti hu...or mere bhai "jaha chaah hai waha raah hai " sirf yahi pr zindigi khatm nahi ho jati...ap ke liye Khuda ne kuch or isse achcha secure krke rakkha hai...or mujhe yakeen hai ki ap apni zindigi me bohat uuchaiyon pr jayenge...or ek baat zindigi tabhi mazedaar hai jab tak Usme struggle hai....or jo struggle krte hai unhe hi apna lakhshya milta hai... Maine bhi apni life me bohat struggle kiya hai sirf or sirf apni identity ko banane me..so don't be depress..warna mai depress ho jaungi..

      Delete
  46. Are ek hi baat kaise hai??? Mujhe zyada Khushi tab hogi jab mere blog bhai ka bhi isme chayan ho jaye...

    ReplyDelete
  47. Thanku, bahen for morale booster, waise bahen isme chayan ko laker main kabhe depressed nahe hua, ha kabhi thoda paresan jarur tha, lakin or bhe gum he jamane me is bharti ke siva. Har indivisual life ke apni difficulties hoti hai. Har vyakti apne level par unka samna karta hai or winner bhe banta hai, apki tharah, Hum bhe ban jayege., ek din.

    ReplyDelete
  48. mene 2nd councelling badaun me karai thi aub third councelling me sirf badaun hi show ho raha hai eska kya matlab hai koi bataye plz

    ReplyDelete
    Replies
    1. Komal ji mene b bdaun m concling krai thi 2 nd mera b badaun hi show ho ra h mera tet no. 03024205 h ap plz mera b bta dijiy

      Delete
  49. .
    .
    .
    DEDICATE TO Mr. RISHI
    .
    .
    .
    .
    यदि तुम्हारे सभी सम्बन्ध सम्मान से युक्त हैं, तो तुम्हारी अपनी चेतना का विकास होता है| छोटी चीज़ें भी महत्त्वपूर्ण लगती हैं| हर छोटा प्राणी भी गौरवशाली लगता है| तब तुममें सारे विश्व के लिए भी सम्मान आ जाता है|

    ReplyDelete
  50. Tiger ji aapne jo bhi kaha girls k bare me wo aapka nazariya h bt Jo aapne kaha ladkiya lko nahi aayi matlabi hain to aapko kya pata ki kiski kya majburi ho Jo WO nhi aa payin, hum bhi kal kushinagar me the counseling k liye aur hmlog ko kya kuch jhelna pada wo keval humlog hi jan skte hain hazaro meel door se apne chote chote baccho k sath kitni problems ko shte huye sab phuche wha aur counseling to door diet tk nhi khuli .kaisa bura laga hoga WO hmlog hi jaante h , chote chote bachho k bich me asnsu gas k gole chore gye, itni dhandhli ki kuch nhi bta skte. Aap sabse request h ki bina kisi ki majboori jane aise comment mat pass kariye.

    ReplyDelete
  51. Madam majboori sabhi ki hooti hai,kisi ke pas kuch aur kisi ke pas kuch par atal satya ye hai ki aandalon me ladies ka contribution bahut hi kam tha lucknow me,yun kahen toh fir na ke barabar.

    ReplyDelete
  52. Ramdev ji aap btayen ki agar aap hum sabki jagah hote wha apni sister ko le k gye hote aur aapke sath bhi. Yhi hota jo kal hua ki diet tk nhi khuli to sap kya krte? Tell me truly.

    ReplyDelete
  53. Madam mai aapko galat nahi bol nahi sakta,lekin phir bhi mai jis tarah se aap logon ne kushinagar me kiya ,agar ushi tarah se lucknow bhi jaane ki sochte toh phir halat hi kuch aur hote.

    ReplyDelete
  54. This is not alone for u ,it includes all the female candidates(as 50%seats r for them)

    ReplyDelete
  55. Waise bhi madam mere sister toh hai nahi lekin agar meri wife t.e.t pass hoti aur mai uttarpradesh me hota toh fir jaroor jaata.

    ReplyDelete
  56. Hmm, hum aapki bat ko b galat nhi keh rhe , lko me bhi Jana chahiye tha sbko , bt wo bat to beet chuki , ab Jo hua usko dekhiye , humlog ka to last chance tha na aur aur according to diet pracharya ki galat merit information dali gyi yaha seat nhi unke itna bhar keh dene se hmara to future adhar me latak gaya, kahin aur bhi nhi ja paye , mere 104 the aur b bhut se candidates the jinke 104,105,111,113 tk the humlog ka to last chance bhi gaya.

    ReplyDelete
  57. Aisa nahi hai madam,abhi aapko bahut se chasnce milenge,paper me bhi aaya hai.



    Regards,

    Singh Ramdev

    9224305305

    ReplyDelete
  58. Are paper me aaya h agar seats bachi tb mauka milega aur ye aap aur sab jante h ki seat bachi hi nhi h gen ki . jb 3rd me hi itni maar huyi h kuch seats k liye to ab kya mauka khakh milega. Ye to bas ek jhuthi tasalli di gyi h.

    ReplyDelete
  59. Dolly madam I am very much fine and hope same about you.

    ReplyDelete
  60. Prerna madam ye baat aapne sahi kahi ki sayad 4th counselling me sayad hi kuch seats khali rahengi.

    ReplyDelete
  61. Shayad nhi ram dev ji its sure. Bachna to muskil h.

    ReplyDelete
  62. Madam meri sahanbhuti(sympathy) aapke ssthme hai.

    ReplyDelete
  63. Thank u ram dev ji , ab shayad hi koi pray aur best wishes kaam aaye. Ab to ummeed hi nhi koi.

    ReplyDelete
  64. Ram dev ji ye to humlog hi jante h ki humpe kya beet rhi h, hum bhut se tet walo ko to job hi chudwa di gyi ye bol k ki aaplog ki wajah se humlog suffer nhi kr skte kal ko achanak se aaplog select ho gye aur job chor di to humlog suffer krenge isliye ab aap log ko nhi continue krne de skte. Aur teaching line me zyadatar logo k sath yhi hua h , ab bataiye humlog k hath se to wo lagi lagayi naukri bhi gyi is tet ki wajah se, humlog to kahi k nhi rahe. M v sad.

    ReplyDelete
  65. Ram dev ji ye to humlog hi jante h ki humpe kya beet rhi h, hum bhut se tet walo ko to job hi chudwa di gyi ye bol k ki aaplog ki wajah se humlog suffer nhi kr skte kal ko achanak se aaplog select ho gye aur job chor di to humlog suffer krenge isliye ab aap log ko nhi continue krne de skte. Aur teaching line me zyadatar logo k sath yhi hua h , ab bataiye humlog k hath se to wo lagi lagayi naukri bhi gyi is tet ki wajah se, humlog to kahi k nhi rahe. M v sad.

    ReplyDelete
  66. 3 saal k itne lambe intazar k bad kitni ummeed aur aasha jagi ki chalo finally ab kuch hoga bt yha kuch kya bhut kuch ho gaya , saari aashaon pe paani fer diya gaya. Ab to door door tk bas nirasha h.

    ReplyDelete
  67. madam by the way aap kaun se zile se belong karti hain.

    ReplyDelete
  68. Madam aapki tarah sabhi logon ka haal hai.

    ReplyDelete
  69. Veeryodhya tum kahan se bich me a tapke.

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।