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Thursday, April 12, 2012

Content /Article : Received Through Email By Blog Visitor Mr. Shyam Dev Mishra

Content /Article : Received Through Email By Blog Visitor Mr. Shyam Dev Mishra

There is one more good drafted matter related to PIL will also publish in my next post.

See content by Shyam Dev Mishra :


प्रेषक: Shyam Dev Mishra <shyamdevmishra@gmail.com>
दिनांक: 12 अप्रैल 2012 7:39 pm
विषय: Matter for publishng on Blog
प्रति: Muskan India <muskan24by7@gmail.com>


भाइयों  व बहनों, बड़े दुःख के साथ लिखना पड़ रहा है कि टी.ई.टी. और 72825 प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती से सम्बंधित जानकारियों व परस्पर संवाद का यह मंच, यह अति-उपयोगी ब्लाग  पिछले कुछ दिनों से दिशाहीन बहस और अनर्गल आरोप-प्रत्यारोप का अड्डा बनता जा रहा है. हर खबर और पोस्ट की महत्ता को दरकिनार कर अकादमिक और टी.ई.टी. मेरिट पर बहस करने और एक-दूसरे के लिए भद्दी और सस्ती भाषा का प्रयोग दिखाता है कि भले ही ऐसा करने वाले लोग अकादमिक के आधार के पक्षधर हों या टी.ई.टी. मेरिट के, कम से कम शिक्षक के लिए जरुरी नैतिकता के पक्षधर नहीं लगते.
आज समस्या टी.ई.टी. या अकादमिक मेरिट की है ही नहीं. इन सब आधारों पर भर्ती रुकी है, ये आधारहीन ख़बरें केवल अख़बारों द्वारा बिक्री बढ़ाने के क्रम में भले फैलाई गईं हों, इनमे दम नहीं हैं. आज तक किस अधिकारी या मंत्री या मुख्यमंत्री ने कहा कि वो टी.ई.टी. मेरिट के आधार पर भर्ती
करने को तैयार है या अकादमिक आधार पर भर्ती को तैयार है 
 इन विषयों पर भले ही लोग अपने हित को ध्यान में रखकर किसी आधार का समर्थन करें पर ये
बिना मतलब कि बहस है.  

मौजूदा स्थिति में दो ही मुद्दे बचे हैं.
पहला, मुद्दा है टी.ई.टी. पर लगे आरोप और सवालिया निशान तो  पिछली सरकार के हर काम-काज को संदेह की दृष्टि से देख रही वर्तमान सरकार पात्रता परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की व्यापकता को आंक कर इसको रद्द करने या न करने का मजबूत निर्णय लेना चाह रही है. अब अभ्यर्थियों को पता है कि वे ईमानदार हैं पर सरकार के पास जांच के अलावा क्या रास्ता है. 

मौजूदा परिस्थिति में कोई नतीजा आने तक आप मुख्यमंत्री को गलत नहीं कह सकते क्यूंकि उन्होंने स्वयं मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति गठित कर तीन हफ्ते में जाँच रिपोर्ट देने को कहा है.

दूसरा, तकनीकी आधार पर भर्ती पर लगी रोक तो इसका उद्देश्य निस्संदेह असफल उम्मीदवार द्वारा प्रक्रिया बाधित करना है पर यदि यह आधार कानूनी रूप से सही है तो सरकार को मजबूरन विज्ञापन में संशोधन करना होगा या नया विज्ञापन निकलना होगा.

अब ऐसी स्थिति में प्रश्न उठाया जा रहा है कि सरकार ऐसी स्थिति में चयन का आधार बदल सकती है. भले ही अभी तक सरकार ने स्पष्ट न कहा हो पर जनसामान्य का मत है कि समाजवादी पार्टी की मानसिकता वोट के चक्कर में quality (प्रतिभा, जो सामान्यतया कम ही होती है) पर quantity (अधिक से अधिक लोग, भले ही नाकारा) को प्राथमिकता देने की रही है और वह निस्संदेह
उचित-अनुचित का ध्यान रखे बिना ज्यादा, भले ही नाकारा, लोगों को खुश करने के लिए अध्यापक सेवा नियमावली, 1981 के 12 वें संशोधन को रद्द कर पुनः अकादमिक आधार पर मेरिट बना सकती है. 

यहाँ मैं टी.ई.टी. मेरिट पर चयन का पक्षधर व्यक्तिगत कारणों से नहीं, बल्कि एन.सी.टी.ई. के दिशानिर्देशोंकेंद्र सरकार के एजेंडे और भर्ती-प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व टी.ई.टी. मेरिट को भर्ती का आधार घोषित किये जाने की वजह से हूँ.

पर ऐसी स्थिति में सरकार चयन का आधार भले बदल दे अगर यह उसकी संवैधानिक शक्तियों के अंतर्गत है, पर इस खुद सरकार को पता है कि केंद्र से मिलने वाली सहायता के आधार पर हो रही इन भर्तियों के लिए अगर एन.सी.टी.ई. और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से अनुमति लेनी है तो पहले तो एन.सी.टी.ई. द्वारा अध्यापकों की नियुक्ति के लिए टी.ई.टी. मेरिट की
सिफारिश और अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा शिक्षा के अधिकार अधिनियम के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हाल ही में घोषित 10-सूत्रीय एजेंडे में टी.ई.टी. में प्रदर्शन के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति का स्पष्ट उल्लेख उसके इस मंसूबे या कदम में सबसे बड़ी बाधा होगी.

श्याम देव मिश्रा

14 comments:

  1. Dear S D mishra

    I am agreed with you First of all Govt give the green signal for TET test than it decide that what is right (TET or Acc.)

    I want agree with you and told to every body don't use wrong and abuse word in this blog.

    with love and regards

    Puneet

    ReplyDelete
  2. sarkaar kee savaidhanik shakti 12 th ammendment ho saktee hai par court me ham ise is aadhaar par challege kar sakte hai ki game shuru ho jane ke baad game ke rule nahee badle jaa sakte hai.(manjushree vs ap govt sc ke full bench ka decission).ab kuch log kahenge game kaha chalu hua hai .to mai unhe kahunga if ek bhi diet ne dd encash kiya hoga to game chalu hai.

    ReplyDelete
  3. Hello muskan madam ji aakhir aap mujhse kehna kya chahti hai...
    Pehle aapne mana kiya ki "blog editor" name mat use karo mat karo to maine aapki baat maankar apna name "blog designer" rakh liya par aapne phir ise change karne ki baat ki to maine"blog publisher" par aapko phir bhi problem huyi aur aapne mana kiya to maine apna name change karke "blog administrator" rakh liya...
    Please aap mujhe btaye jab main apki baat manta hu to apko problm kya hai.
    Thanks with regards
    (your blog writer)

    ReplyDelete
  4. Hello muskan madam ji aakhir aap mujhse kehna kya chahti hai...
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    Please aap mujhe btaye jab main apki baat manta hu to apko problm kya hai.
    Thanks with regards
    (your blog writer)

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    Please aap mujhe btaye jab main apki baat manta hu to apko problm kya hai.
    Thanks with regards
    (your blog writer)

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  6. I Truly Didn't Mean To Hurt You InAny Way
    I'm Sorry For Hurting You

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  7. Game Shuru ho chuka tha, isme koi doubt nahi hai Dear "Admin". Aur rahu baat TET ya recruitment cancel karne ki to agar ye itna aasan hota to abtak nirnay ho chuka hota. Bina kisi thos aadhar ke aisa nirnay leker sarkar apni fajeehat nahi karayegi, Akhilesh Mulayam Singh (pahle wale, ab to wo bhi kafi badal chuke hain) ke waris sahi par apna vivek rakhtey hon, unse yahi asha hai.

    ReplyDelete
  8. dear mishra jee mail me your mobile no at bedtopper@gmail.com or give me a miss call 9532981692

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  9. ummed karta hu ab fir se wo purane log eg @said,singhaniya,ashish shrivastav,sachin sharma,rajesh rao allah,and all wapas is blog pr laut ayenge aur valuable camments denge thanx

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  10. @admin
    sirf bedtopper name se email id banane se koi topper nahi hota...
    Kaha ke topper ho...
    Give details..college ke,district ke,university ke.
    Reply phir tumhe kuch samjhate hai.

    ReplyDelete
  11. @blog writer/pitaji/baruta tum log insaan ho ya ghanchakkar yaha hum log kitne avsad se gujar rahe hai sab kuch karne ke bad bhi sarkar kewal goli de rahi hai tum log name badal kar blog par gandagi failte ho tumhare maa-baap ne tumhe akal nahi sikhayi agar jara bhi sharm ho to blog par kabhi mat aana

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  12. @admin ,

    Aap doosre blog ke admin honge, vo theek hai,

    Par is tahre ke naam "blog editor" se resemble karte hain,

    aur logo ko lagta hai kee - ye BLOG Editor kee rai hai
    --

    Aap doosre naam choose karen to achha hai

    Thanks
    ~Blog Editor

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  13. Ranjeet Singh Yadav >
    Uptet
    Case mention ho gai hai
    Ashok Khare ji ne court ka
    dhyan akrist kara dia hai ,
    hearing aaj hi hogi ,
    division bench ke direction
    ke behalf me steyy vaiket
    hoga , by Ranjeet on facebook.

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