प्राथमिक व जूनियर स्कूल की शिक्षक भर्ती में प्रक्रिया अलग-अलग
नियम बदलने से खर्च अधिक, आवेदक भी हो रहे परेशान
72825 Teacher Recruitment, 29334 Junior High School Science Math Teacher Recruitment,
शासन के फरमान पर इस समय 72825 सहायक शिक्षकों की भर्ती प्राथमिक विद्यालयों में चल रही है। ऐसे ही जूनियर स्कूलों में 29 हजार विज्ञान व गणित के शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। दोनों भर्तियों में आवेदन लेने से लेकर काउंसिलिंग तक के नियम अलग-अलग हैं। मसलन प्राथमिक स्कूलों के लिए ऑफ लाइन आवेदन मंगाए गए और उसके बाद से लेकर अब तक की प्रक्रिया ऑनलाइन सरीखी है। यानी सभी अभ्यर्थियों का कंप्यूटर पर डाटा उपलब्ध है पूरे प्रदेश में जनपदवार एक साथ कटऑफ जारी हो रहा है। इस प्रक्रिया में धन व समय की बचत एवं आवेदकों को खासी राहत मिल रही है, क्योंकि एक ही जगह उन्हें पूरे प्रदेश की जानकारी हासिल हो रही है।
इसके उलट जूनियर स्कूलों में विज्ञान व गणित शिक्षकों की भर्ती में शासन ने आवेदन तो ऑनलाइन मंगाए, लेकिन उसके बाद से विभाग की पूरी प्रक्रिया ऑफलाइन हो गई है। जनपद स्तरीय अधिकारी अलग-अलग कट ऑफ जारी कर रहे हैं और अपने हिसाब से दो अखबारों में उसे छपवा रहे हैं। ऐसे में धन तो काफी खर्च हो रहा है, पर आवेदकों को एक साथ समूचे प्रदेश की संकलित सूचना नहीं मिल पा रही है। इससे आपाधापी का माहौल है। साथ ही काउंसिलिंग में भी काफी कम संख्या में अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं। हालत यह है कि विज्ञान-गणित की काउंसिलिंग का पांचवां चरण होने जा रहा है और जनपदों में आधे पद खाली पड़े हैं। वहीं प्राथमिक स्कूलों में दो चरण की ही काउंसिलिंग अभी हुई है और प्रदेश भर में लगभग साठ फीसद सीटें भर चुकी हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही सारी सीटें फुल हो जाएंगी। इस संबंध में जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य विनोद कृष्ण ने कहा कि प्राथमिक शिक्षकों की काउंसिलिंग पूरी तरह से तो ऑनलाइन नहीं है, लेकिन इस व्यवस्था में आवेदकों को राहत जरूर है। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी इलाहाबाद राजकुमार ने कहा कि ऐसे निर्देश हैं कि वह हर बार अलग कट ऑफ अखबारों को दे रहे हैं। वैसे प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया यहां से बेहतर है
News Sabhaar : Jagran (14.10.14)
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सुप्रभात मित्रो
ReplyDeleteआज चंद्रमा रात 10:24 PM से11:45 PM तक 12 अलग अलग रंगो मे परिवर्तित होगा,
यह अगली बार यह 185 साल बाद दिखेगा
अगर खुदा नहीं हे तो उसका ज़िक्र क्यो??
ReplyDeleteऔर अगर खुदा हे तो फिर फिक्र क्यों ???:"
मंज़िलों से गुमराह भी ,
कर देते हैं कुछ लोग ।।
हर किसी से ,रास्ता पूछना ,अच्छा नहीं होता
अगर कोई पूछे जिंदगी में क्या खोया और क्या पाया ...
तो बेशक कहना...
जो कुछ खोया वो मेरी नादानी थी
और जो भी पाया वो रब की मेहेरबानी थी!
खुबसूरत रिश्ता है मेरा और भगवान के बीच में,
ज्यादा मैं मांगता नहीं और कम वो देता नही
अगर कोई इन्सान बहुत हंसता है
ReplyDeleteतो अंदर से वो बहुत अकेला है ...
अगर कोई इन्सान बहुत सोता है ,
तो अंदर से वो बहुत उदास है ...
अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत
दिखाता है और रोता नही ,
तो वो अंदर से बहुत कमजोर है...
अगर कोई जरा जरा सी बात पर
रो देता है
तो वो बहुत मासूम और
नाजुक दिल का है...
अगर कोई हर बात पर नाराज़
हो जाता है
तो वो अंदर से बहुत
अकेला और जिन्दगी में प्यार
की कमी महसूस करता है...
लोगों को समझने की कोशिश
कीजिये ,
जिन्दगी किसी का इंतज़ार
नही करती ,
लोगों को एहसास कराइए
की वो आप
के लिए कितने खास है.....
कुछ महत्वपूर्ण शब्दो का पूर्ण नाम
ReplyDelete1.) GOOGLE - Global Organization Of OrientedGroup Language Of Earth.
2.) YAHOO - Yet Another Hierarchical OfficiousOracle.
3.) WINDOW - Wide Interactive NetworkDevelopment for Office work Solution.
4.) COMPUTER - Common Oriented MachineParticularly United and used under Technicaland Educational Research.
5.) VIRUS - Vital Information Resources UnderSiege.
6.) UMTS - Universal Mobile Telecommunications System.
7.) AMOLED - Active-matrix organic light-emitting diode.
8.) OLED - Organic light-emitting diode.
9.) IMEI - International Mobile EquipmentIdentity.
10.) ESN - Electronic Serial Number.
11.) UPS - Uninterruptiblepower supply.
12. HDMI - High-DefinitionMultimediaInterface.
13.) VPN - Virtual private network.
14.) APN - Access Point Name.
15.) SIM - Subscriber Identity Module.
16.) LED - Light emitting diode.
17.) DLNA - Digital Living Network Alliance.
18.) RAM - Random access memory.
19.) ROM - Read only memory.
20.) VGA - Video Graphics Array.
21.) QVGA - Quarter Video Graphics Array.
22.) WVGA - Wide video graphics array.
23.) WXGA - Widescreen Extended GraphicsArray.
24.) USB - Universal serial Bus.
25.) WLAN - Wireless Local Area Network.
26.) PPI - Pixels Per Inch.
27.) LCD - Liquid Crystal Display.
28.) HSDPA - High speed down-link packetaccess.
29.) HSUPA - High-Speed Uplink PacketAccess.
30.) HSPA - High Speed Packet Access.
31.) GPRS - General Packet Radio Service.
32.) EDGE - Enhanced Data Rates for GlobaEvolution.
33.) NFC - Near field communication.
34.) OTG - On-the-go.
35.) S-LCD - Super Liquid Crystal Display.
36.) O.S. - Operating system.
37.) SNS - Social network service.
38.) H.S - HOTSPOT.
39.) P.O.I - Point of interest.
40.) GPS - Global Positioning System.
41.) DVD - Digital Video Disk.
42.) DTP - Desk top publishing.
43.) DNSE - Digital natural sound engine.
44.) OVI - Ohio Video Intranet.
45.) CDMA - Code Division Multiple Access.
46.) WCDMA - Wide-band Code DivisionMultiple Access.
47.) GSM - Global System for MobileCommunications.
48.) WI-FI - Wireless Fidelity.
49.) DIVX - Digital internet video access.
50.) APK - Authenticated public key.
51.) J2ME - Java 2 micro edition.
52.) SIS - Installation source.
53.) DELL - Digital electronic link library.
54.) ACER - Acquisition CollaborationExperimentationReflection.
55.) RSS - Really simple syndication.
56.) TFT - Thin film transistor.
57.) AMR- Adaptive Multi-Rate.
58.) MPEG - moving pictures experts group.
59.) IVRS - Interactive Voice Response System.
60.) HP - Hewlett Packard.
Are bhai koi btayega ki sitapur m female 84 no. hiaring impaired k sath ka kya chanse hai....plz koi btayega
ReplyDeleteसोनिया गांधी - सीमा पर पाकिस्तान फौज गोलीबारी कर रही हैं...हालात बहुत खराब हैं ।
ReplyDeleteराहुल गांधी - मेरे हिसाब से सीमा को कुछ दिन घर पर रहना चाहिए....
आवेदन ऑफलाइन, काउंसिलिंग ऑनलाइन
ReplyDeleteप्राथमिक व जूनियर स्कूल की शिक्षक भर्ती में प्रक्रिया अलग-अलग
नियम बदलने से खर्च अधिक, आवेदक भी हो रहे परेशान
जासं, इलाहाबाद : ‘आवेदन ऑफलाइन और काउंसिलिंग ऑनलाइन’। यह प्रक्रिया व्यवस्था की हकीकत उजागर करती है। ताज्जुब है कि इस समय शासन के फरमान पर प्रदेश भर में दो शिक्षक भर्तियां एक साथ चल रही हैं और दोनों में नियम अलग हैं। नियम जुदा होने से महकमे का खर्च भी ज्यादा हो रहा है और आवेदक भी परेशान हो रहे हैं। हाल यह है कि एक काउंसिलिंग में भीड़ उमड़ रही है तो दूसरी में आवेदक खोजे नहीं मिल रहे हैं।
शासन के फरमान पर इस समय 72825 सहायक शिक्षकों की भर्ती प्राथमिक विद्यालयों में चल रही है। ऐसे ही जूनियर स्कूलों में 29 हजार विज्ञान व गणित के शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। दोनों भर्तियों में आवेदन लेने से लेकर काउंसिलिंग तक के नियम अलग-अलग हैं। मसलन प्राथमिक स्कूलों के लिए ऑफ लाइन आवेदन मंगाए गए और उसके बाद से लेकर अब तक की प्रक्रिया ऑनलाइन सरीखी है। यानी सभी अभ्यर्थियों का कंप्यूटर पर डाटा उपलब्ध है पूरे प्रदेश में जनपदवार एक साथ कटऑफ जारी हो रहा है। इस प्रक्रिया में धन व समय की बचत एवं आवेदकों को खासी राहत मिल रही है, क्योंकि एक ही जगह उन्हें पूरे प्रदेश की जानकारी हासिल हो रही है।
इसके उलट जूनियर स्कूलों में विज्ञान व गणित शिक्षकों की भर्ती में शासन ने आवेदन तो ऑनलाइन मंगाए, लेकिन उसके बाद से विभाग की पूरी प्रक्रिया ऑफलाइन हो गई है। जनपद स्तरीय अधिकारी अलग-अलग कट ऑफ जारी कर रहे हैं और अपने हिसाब से दो अखबारों में उसे छपवा रहे हैं। ऐसे में धन तो काफी खर्च हो रहा है, पर आवेदकों को एक साथ समूचे प्रदेश की संकलित सूचना नहीं मिल पा रही है। इससे आपाधापी का माहौल है। साथ ही काउंसिलिंग में भी काफी कम संख्या में अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं। हालत यह है कि विज्ञान-गणित की काउंसिलिंग का पांचवां चरण होने जा रहा है और जनपदों में आधे पद खाली पड़े हैं। वहीं प्राथमिक स्कूलों में दो चरण की ही काउंसिलिंग अभी हुई है और प्रदेश भर में लगभग साठ फीसद सीटें भर चुकी हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही सारी सीटें फुल हो जाएंगी। इस संबंध में जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य विनोद कृष्ण ने कहा कि प्राथमिक शिक्षकों की काउंसिलिंग पूरी तरह से तो ऑनलाइन नहीं है, लेकिन इस व्यवस्था में आवेदकों को राहत जरूर है। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी इलाहाबाद राजकुमार ने कहा कि ऐसे निर्देश हैं कि वह हर बार अलग कट ऑफ अखबारों को दे रहे हैं। वैसे प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया यहां से बेहतर है।
सिगरेट के बगैर हम जी सकते हैं। फिर भी सिगरेट बनाने वाला अरबपति ।शराब के बगैर हम जी सकते हैं, फिर भी शराब बनाने वाला अरबपति...मोबाइल के बगैर भी हम जी सकते हैं, फिर भी मोबाइल बनाने वाले अरबपति......कार के बगैर हम जी सकते हैं, फिर भी कार बनाने वाले अरबपति....अन्न के बगैर हम कदापि नहीं जी सकते , लेकिन अन्न को पैदा करने वाला किसान गरिब और दरिद्र!
ReplyDelete72825 भर्ती को रोकने की अफवाह उड़ाने वाले तत्व पूरा दिन सक्रिय रहे हैं, उनको एक बात स्पष्ट बता देना चाहता हूँ कि अब किसी के बाप की भी औकात नहीं है इस भर्ती को रोक सके।
ReplyDeleteकोर्ट में याचिका डालने वाले लोमड़ी की तरह चलाक हैं तो उनका समर्थन करने वाले गधे की तरह बेवकूफ हैं।
जितनी भी रिट इस भर्ती को रोकने के लिए अब पड़ रही याचिकाकर्ता का सिर्फ एक ही मकसद है जाते जाते कुछ बना लूँ,
कई महान लोग जो प्रतिदिन रिट के नाम पर भीख मांग रहे थे अभी तक उनकी याचिका क्यों नहीं पड़ी?
अभी भी लोगों को पहचानने में कुछ लोग धोखा खा जाते हैं।
सर्वाधिक पदों वाले जिले में सीटें खाली
ReplyDeleteप्राइमरी स्कूलों में चल रही 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में दूसरे चरण की काउंसलिंग में 59 फीसदी पद भरे जा चुके हैं। जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि चौथी काउंसलिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी। सर्वाधिक पद वाले सीतापुर और लखीमपुर खीरी जैसे जिलों में अभी सभी पद नहीं भरे हैं।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को अब तक 67 जिलों से रिपोर्ट मिल चुकी है। इसके बाद 57 जिलों में भरे और रिक्त पदों का ब्यौरा तैयार कर लिया गया है।
प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए दूसरे चरण
की काउसंलिंग 22 से 30 सितंबर तक चली थी, जिसमें 10 गुना अभ्यर्थियों को बुलाया गया।
एससीईआरटी की 10 गुना अभ्यर्थियों को बुलाने की रणनीति काम कर गई और अब तक मिली सूचना के आधार पर 59 फीसदी पद भर गए हैं। अब 41 प्रतिशत पद खाली हैं।
एससीईआरटी को मिली सूचना के मुताबिक सामान्य वर्ग के सर्वाधिक और आरक्षित वर्ग के कम अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग कराई है। इसलिए 3 नवंबर से शुरू होने वाले तीसरे चरण की काउंसलिंग
में विशेष आरक्षित वर्ग के 20 गुना तथा अन्य में 10 गुना अभ्यर्थियों को बुलाया गया है।
तीसरे चरण में भर जाएंगे पद
एससीईआरटी का मानना है कि तीसरे चरण में ही अधिकतर पद भर जाएंगे। बहुत जरूरी होने पर ही एक और काउंसलिंग कराने की जरूरत पड़ेगी।
नहीं गिरेगी ज्यादा मेरिट
एससीईआरटी को दूसरे चरण की काउंसलिंग की मिली रिपोर्ट के बाद यह साफ हो गया है कि तीसरे चरण के लिए अधिक मेरिट गिरने की संभावना बहुत कम है।
प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में महिला कला वर्ग
की पहली मेरिट 119 और दूसरी 107 तथा पुरुष कला वर्ग में पहली मेरिट 127 व दूसरी मेरिट 117 अंक गई। दूसरे चरण की काउंसलिंग के लिए जब मेरिट जारी की गई थी, उस समय मात्र सात फीसदी पद भरे थे।
तीसरे चरण की मेरिट 59 फीसदी पदों को घटाकर जारी की जाएगी। एससीईआरटी के अधिकारियों की मानें तो इस बार ज्यादा मेरिट गिरने की संभावना नहीं है।
"इसलिये परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उस को तुम्हारा ध्यान है।''
ReplyDelete__________________________________________________________________________________________________ 1 पतरस 5:6-7 )
मैं ,भर्ती नियमों से हो इसका पुरज़ोर समर्थन करता था और करता हूँ लेकिन मैं उस खेल में किसी का साथ नहीं दे सकता जिसके पीछे का उद्देश्य दूषित हो |
ReplyDeleteक्योंकि मैं नहीं चाहता कि एक बार फिर लो मेरिट के सपने दिखाए जाए और फिर बहुत से लोगों का दिल का दिल दुःखें ,ये पाप कम से कम मैं नहीं कर सकता |
मैं न कभी इस खेल का हिस्सा था और न बनूँगा |
मैंने हमेशा चंदे का विरोध इसलिए किया कि जिस प्रकार लोगों को बेवकूफ बनाकर चंदा वसूला गया था उसका दुष्परिणाम एक दिन तो सामने आनेवाला ही था |
कुछ लोग मेरे सत्य से बेचैन होते है और मुझे खत्म कर देना चाहते है और मुझे डराते है तो मैं उनसे कहना चाहता हूँ कि मैं उनसे बहुत डर गया हूँ |
लेकिन सनद रहे, ताक़तवर कभी अपनी ताक़त का प्रदर्शन नहीं करता !!
बुद्धिमान कभी अपनी बुद्धि पर घमंड नहीं करता !!!
इसलिए मेरा नम्र अनुरोध है कि मुझे कम आंकने की गलती कभी नहीं करना |
फिर भी कुछ लोग सामान्य वर्ग के हक़ लिए ज़मीन आसमान एक किये हुए हैं लेकिन मैं ये सोच रहा हूँ कि सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी इतने बुद्धिहीन कैसे हो गए हैं कि उन्हें ये नहीं दिखाई दे रहा कि वास्तव में उनके साथ क्या खेल खेला जा रहा है ,एक बार ब्रह्मदेव जी के दुवारा प्रदत बुद्धि का शांतिपूर्वक प्रयोग करके विचार करें कि जो मुद्दे आज उठाये जा रहे हैं उसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव किस पर पड़ रहा है और किसको उसका सर्वाधिक लाभ मिलने जा रहा है |
ReplyDeleteचाहे स्नातक में ५०% का मामला हो या रिशुफ़्फ़लिंग का !!!
५०% से जहाँ सामान्य वर्ग के बहुत से अभ्यर्थी बहार हो जायेंगें वहीँ आरक्षित वर्ग को ५% की छूट मिलेगी तो उन पर इसका बहुत असर नहीं पड़ने वाला |
रिशुफ़्फ़लिंग के मुद्दे पर भी लाभ केवल आरक्षित वर्ग को ही मिलेगा क्योंकि हर एक अंक पर आरक्षित वर्ग का ऐसा बहुत सा अभ्यर्थी है जो सामान्य वर्ग के सारे मानक पुरे करता होगा |
सावधान .... !!!
ReplyDelete72,825 शिक्षक भर्ती में तीसरी काउंसिलिंग को लेकर उत्साहित अभ्यर्थी ध्यान दें। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने दूसरी काउंसिलिंग के बाद जो डाटा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) से प्राप्त किया है उसके हिसाब से 53 जिलों में 56 प्रतिशत सीटें भर चुकीं हैं। डाटा पर जरा गौर करें तो एक बात साफ़ हो जाती है डाटा में जिन जिलों में 53 में सीटें रिक्त बताई जा रही है वहां सीटों की संख्या कम है जैसे कि अलीगढ़ 100 में 24 सीट खाली है
Are bhai koi btayega ki sitapur m female 84 no. hiaring impaired k sath ka kya chanse hai....plz koi btayega
ReplyDeleteअरे भैया 300 सीट में 150 सीट यानि 50 परसेंट सीट बताकर उल्लू बनाया जा रहा है। गौर करें तो मामला साफ़ हो जाता है जिन जिलों में ज्यादा सीटें हैं जैसे लखीमपुर, सीतापुर, शाहजहाँपुर में रिक्त सीटें नहीं बताई गयी है उसके लिए कहा गया है 1 नवम्बर तक जारी किया जायेगा। जबकि इन जनपदों में सीटों की तुलना में काफी ज्यादा अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है जिनका डाकुमेंट वापस होने पर (जोकि 117 मेरिट के आपस पास वाले होंगें)
ReplyDeletePlz yar koi to bta do.......plz..
ReplyDeleteAre bhai koi btayega ki sitapur m female 84 no. hiaring impaired k sath ka kya chanse hai....plz koi btayega
ReplyDeleteReply
अभी कुछ दिन पहले zee न्यूज पे आतंकवादी संगठन isis पर एक विशेष कार्यक्रम दिखाया जा रहा था जिसमें एंकर महोदया बीच-बीच में स्पष्टीकरण देती जा रहीं थी कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता..... एक-दो वीडियो फुटेज दिखा कर रट्टू तोते की तरह बीच-बीच में यह घोषणा की जा रही थी कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता.....
ReplyDeleteयह सिर्फ zee न्यूज का हाल नहीं है, कई टी.वी. चैनलों पर जब भी आतंकवाद पर कोई कार्यक्रम प्रसारित किया जाता मैंने सभी में एक सामान्य सी बात नोट की, कि कार्यक्रम के बीच-बीच में "आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता...." नाम की एक विशेष स्पष्टीकरण देती लाइन सुनाई जाती है.....
आखिर ऐसा क्यूँ होता है कि जब भी वैश्विक आतंकवाद की बात चलती है या वैश्विक आतंकवाद के मुद्दे पर बहस की जाती है तो एंकर को शुरूवात में या बीच-बीच में पोलियों ड्राप की तरह, दर्शक के मुँह में तीन-चार बार- आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता नाम की बूंदे डालने की क्या जरूरत आन पड़ती हैं....
APRT Ji, sitapur ka apne jo 117 bataya hai vo male ka hao ya female ka?
ReplyDeleteवर्तमान में वैश्विक आतंकवाद में एक खास समुदाय विशेष के लोगों की भागीदारी दुनिया के सामने निकल कर आयी है उससे नहीं लगता कि कहीं न कहीं आतंकवाद एक धर्म विशेष से जुड़ा है...????
ReplyDeleteजब दुनिया में अधिकांशत: आतंकवादी एक खास धर्म से निकल कर सामने आ रहे हैं तो मीडिया इस बात की पड़ताल धार्मिक परिप्रेक्ष्य में क्यूँ नहीं करती कि दुनिया के सबसे खतरनाक टॉप टेन आतंकियों में दस में से दस आतंकी एक धर्म विशेष से क्यूँ हैं.... कुछ समय पूर्व हुई दो घटनाओं को याद कीजिए, पहली जब नाईजीरिया में बोको हराम नाम के आतंकी संगठन ने दो सौ से ज्यादा स्कूली बच्चियों का अपहरण कर लिया, तब दुनिया के अनेक देशों और अनेक जानी-मानी हस्तियों ने इस बात का कड़ा विरोध दर्ज कराया.... अपने ऊपर हो रही तीखी प्रतिक्रियाओं का जवाब बोको हराम ने यह कह कर दिया कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया, आश्चर्य की बात तो यह रही की दुनिया भर के किसी भी धर्म विशेष गुरू ने बोको-हराम के तर्कों को हराम नहीं कहा, सब चुप्पी साधे बैठे रहे, किसी ने भी यह नहीं बताया कि यह सब मजहब के हिसाब से बिलकुल गलत है.....
अब दूसरी घटना ताजातरीन isis की लें, isis के लड़ाके कहते आये हैं कि वे जो कुछ भी कर रहे हैं वह न्यायोचित है, जैसा कि उनकी धार्मिक किताब में आदेश है, वे उसी के मुताबिक अपने खुदा का धार्मिक राज्य स्थापित कर रहे हैं और इसके लिए गैर-धर्मियों का खून बहाया जाये तो भी वह जायज है.....
ReplyDeleteइन दोनों घटनाओं में एक बात समान थी कि बोको-हराम और isis के लड़ाके धार्मिक आधारों पर अपने कुकृत्यों को जायज ठहरा रहे थे...... तो फिर मीडिया उन धार्मिक तथ्यों का विश्लेषण क्यूँ नहीं करती कि आखिर ये सभी आतंकी अपनी किताब में उल्लेखित किन धार्मिक सिद्धान्तों के आधार पर एक जैसी बातें कर रहे हैं, आखिर ऐसा क्या उल्लेखित है इनकी किताब में जो इन्हे शैतान बनने पर मजबूर कर देती है.......
लेकिन मीडिया भी जान छुड़ाना चाहती है, इन तथ्यों को नजरअंदाज कर देती है, वह आफत मोल नहीं लेना चाहती, क्यों कि वह जंगली और बर्बर समुदाय विशेष के हिंसक ताण्डव से अपने आलीशान स्टूडियों के मंहगे साज-सज्जा के सामानों को टूटते नहीं देखना चाहिए...... वह कभी भी सार्वजनिक रूप से इस प्रश्न को नहीं उठा सकती कि आखिर एक ही धर्म विशेष के लोग मरने-मारने के लिए इतने लालायित क्यूँ रहते हैं, आतंकवादी क्यूँ बनते हैं, दुनिया के किसी भी हिस्से में आतंकवादियों को मारने पर इनकी भावनाएँ क्यूँ भड़क उठती हैं.......
ReplyDeleteआखिर उस किताब में ऐसा क्या है जिसे पढ़कर कुछ विशेष धर्मावलम्बी किसी का गला रेतने में पल भर के लिए नहीं हिचकते, अपने पेट पर बम बाँध कर बे-खौफ फट जाते हैं, अवश्य ही कोई न कोई तो वजह ऐसी है जो समाज में रहने वाले एक सामान्य से व्यक्ति को खुशी-खुशी आतंकवादी बनने पर उकसाती है......
शायद मीडिया यह कभी नहीं करेगा, लेकिन सोशियल मीडिया अवश्य करेगा, पेश है उस किताब का मात्र एक अध्याय जो इस किताब का सबसे खतरनाक अध्याय माना जाता है जिसे पढ़-सुन कर एक इंसान पल भर में शैतान बन जाता है----
http://hi.m.wikipedia.org/wiki/अत-तौबा
यह है हकीकत जिस पर मीडिया को बहस कराने की जरूरत है कि क्या कोई मजहब भी ऐसा हो सकता है जो निर्दोषों का खून बहाना भी जायज बतलाता हो....????
क्या जूनियर की मर्ती सुचितापूर्ण हो रही है ?
ReplyDeleteइसका भी डाटा आनलाइन होना चाहिए, क्योँ ???
या सारा फर्जीवाड़ा सिर्फ 72825 मेँ दिखायी दे रहा है !!!
आयुर्वेदिक दोहे
ReplyDelete=============
१Ⓜ
दही मथें माखन मिले,
केसर संग मिलाय,
होठों पर लेपित करें,
रंग गुलाबी आय..
२Ⓜ
बहती यदि जो नाक हो,
बहुत बुरा हो हाल,
यूकेलिप्टिस तेल लें,
सूंघें डाल रुमाल..
३Ⓜ
अजवाइन को पीसिये ,
गाढ़ा लेप लगाय,
चर्म रोग सब दूर हो,
तन कंचन बन जाय..
४Ⓜ
अजवाइन को पीस लें ,
नीबू संग मिलाय,
फोड़ा-फुंसी दूर हों,
सभी बला टल जाय..
५Ⓜ
अजवाइन-गुड़ खाइए,
तभी बने कुछ काम,
पित्त रोग में लाभ हो,
पायेंगे आराम..
६Ⓜ
ठण्ड लगे जब आपको,
सर्दी से बेहाल,
नीबू मधु के साथ में,
अदरक पियें उबाल..
७Ⓜ
अदरक का रस लीजिए.
मधु लेवें समभाग,
नियमित सेवन जब करें,
सर्दी जाए भाग..
८Ⓜ
रोटी मक्के की भली,
खा लें यदि भरपूर,
बेहतर लीवर आपका,
टी० बी० भी हो दूर..
९Ⓜ
गाजर रस संग आँवला,
बीस औ चालिस ग्राम,
रक्तचाप हिरदय सही,
पायें सब आराम..
१०Ⓜ
शहद आंवला जूस हो,
मिश्री सब दस ग्राम,
बीस ग्राम घी साथ में,
यौवन स्थिर काम..
११Ⓜ
चिंतित होता क्यों भला,
देख बुढ़ापा रोय,
चौलाई पालक भली,
यौवन स्थिर होय..
१२Ⓜ
लाल टमाटर लीजिए,
खीरा सहित सनेह,
जूस करेला साथ हो,
दूर रहे मधुमेह..
१३Ⓜ
प्रातः संध्या पीजिए,
खाली पेट सनेह,
जामुन-गुठली पीसिये,
नहीं रहे मधुमेह..
१४Ⓜ
सात पत्र लें नीम के,
खाली पेट चबाय,
दूर करे मधुमेह को,
सब कुछ मन को भाय..
१५Ⓜ
सात फूल ले लीजिए,
सुन्दर सदाबहार,
दूर करे मधुमेह को,
जीवन में हो प्यार..
१६Ⓜ
तुलसीदल दस लीजिए,
उठकर प्रातःकाल,
सेहत सुधरे आपकी,
तन-मन मालामाल..
१७Ⓜ
थोड़ा सा गुड़ लीजिए,
दूर रहें सब रोग,
अधिक कभी मत खाइए,
चाहे मोहनभोग.
१८Ⓜ
अजवाइन और हींग लें,
लहसुन तेल पकाय,
मालिश जोड़ों की करें,
दर्द दूर हो जाय..
१९Ⓜ
ऐलोवेरा-आँवला,
करे खून में वृद्धि,
उदर व्याधियाँ दूर हों,
जीवन में हो सिद्धि..
२०Ⓜ
दस्त अगर आने लगें,
चिंतित दीखे माथ,
दालचीनि का पाउडर,
लें पानी के साथ..
२१Ⓜ
मुँह में बदबू हो अगर,
दालचीनि मुख डाल,
बने सुगन्धित मुख, महक,
दूर होय तत्काल..
२२Ⓜ
कंचन काया को कभी,
पित्त अगर दे कष्ट,
घृतकुमारि संग आँवला,
करे उसे भी नष्ट..
२३Ⓜ
बीस मिली रस आँवला,
पांच ग्राम मधु संग,
सुबह शाम में चाटिये,
बढ़े ज्योति सब दंग..
२४Ⓜ
बीस मिली रस आँवला,
हल्दी हो एक ग्राम,
सर्दी कफ तकलीफ में,
फ़ौरन हो आराम..
२५Ⓜ
नीबू बेसन जल शहद ,
मिश्रित लेप लगाय,
चेहरा सुन्दर तब बने,
बेहतर यही उपाय..
२६.Ⓜ
मधु का सेवन जो करे,
सुख पावेगा सोय,
कंठ सुरीला साथ में ,
वाणी मधुरिम होय.
२७.Ⓜ
पीता थोड़ी छाछ जो,
भोजन करके रोज,
नहीं जरूरत वैद्य की,
चेहरे पर हो ओज..
२८Ⓜ
ठण्ड अगर लग जाय जो
नहीं बने कुछ काम,
नियमित पी लें गुनगुना,
पानी दे आराम..
२९Ⓜ
कफ से पीड़ित हो अगर,
खाँसी बहुत सताय,
अजवाइन की भाप लें,
कफ तब बाहर आय..
३०Ⓜ
अजवाइन लें छाछ संग,
मात्रा पाँच गिराम,
कीट पेट के नष्ट हों,
जल्दी हो आराम..
३१Ⓜ
छाछ हींग सेंधा नमक, x
दूर करे सब रोग, जीरा
उसमें डालकर,
पियें सदा यह भोग..।
केवल 72825 का ही चयन होना है बाकी 2 लाख बाहर होना हैं ये सच्चाइ है । जिन लोगों ने टेट मेरिट की लड़ाई में साथ दिया है उन सबका हो ये अच्छी बात है । पर घड़ियाली आंसू बहाने बालो लाठी चार्ज पर टेटयन का मजाक उड़ाने बालो अगर तुम सेलेक्ट हो भी गये तो मुंह छुपाते फिरोगे याद रखना
ReplyDeleteबेटा: पापा 'पॉलिटिक्स' क्या है?
ReplyDeleteबाप: तेरी माँ घर चलाती है उसे
सरकार मान
लो!
मैं कमाता हूँ मुझे कर्मचारी मान लो
कामवाली काम करती है उसे मजदूर
मान लो!
तुम देश की जनता!
छोटे भाई को देश का भविष्य मान
लो!
बेटा: अब मुझे 'पॉलिटिक्स' समझ में
आ गयी पापा!
कल रात मैंने
देखा की कर्मचारी मजदूर के
साथ किचन में मज़े ले रहा था!
सरकार सो रही थी!
जनता की किसी को फ़िक्र
नहीं थी और देश का भविष्य
रो रहा था!
हैरत होती है, तेरी ख़ामोशी देखके हे प्रभु,
ReplyDeleteइतना जुल्म देखके, तुम कुछ नहीं कहते।
पिछले कई घंटो से #SCERT में लगी आग पर फसबुकिया रिसर्च जारी है..
ReplyDeleteकोई कहता है ७२८२५ रिलेटेड फाइल्स जल गयीं..
तो कोई कह रहा है न्यू ऐड की..
कुछ CID टाइप के भाई लोग को इसमें साजिश की बू और सरकार का हाथ भी दिख रहा है..
बस कमी इस बात की कमी रह गयी है की कोई नेता जी आकर इसमें पाकिस्तानी खुफिआ एजेंसी ISI का हाथ बता दें..
जबकि सच ये है की आग राज्य परियोजना कार्यालय की बिल्डिंग में लगी है जो SCERT की MAIN बिल्डिंग से ५० मीटर दूर है..
#सो नथिंग टू वारी एन्जॉय#
अब कुछ लोग चील्ल-पों मचाएंगे मोदी जी आपका 56
ReplyDeleteइंच का सीना कहां गया देखो देश में हुदहुद आया है चलो देश को हुदहुद से बचा के दिखाओ तो माने आपको .....
मोदी फोबिया
overall vacant seets in some dist
ReplyDeletebalrampur 1518
gonda 1879
hardoi 724
sravasti 678
barabanki 128
lakhimpur 1082
sitapur 676
sonbhadra 934
sultanpur 898
banda 347
barely 787
badaun 880
chandauli 438
devaria 362
eta 119
jaunpur 497
kaushambi 474
lalitpur 272
mahoba 453
maharajganj 1913
mirzapur 952
pilibhit 983
raebarely 300
rampur 515
sknagar 431
जो लोग कहते थे की सीतापुर फुल हो गया तो वो लोग आज का न्यूज़ पेपर देख ले ।।वहां आज भी 600+ सीट्स खाली है ।।
ReplyDeletesci की हों या आर्ट की। मेल की हों या फीमेल की पर खाली जरुर है।। इसलिए कम मेरिट वाले भाई घबराये नही आशा रखे कि ईश्वर की क्रपा से 72825 में से आपको हमको भी मिल जाए।।
अनुमान के लिए कहा है तो हम भी बता ही देते हैं..
ReplyDeleteदूसरी कॉउंसलिंग के बाद ७२८२५ के लगभग ४५००० ( ६०%) पद भरे जा चुके हैं.. जिनमे ज्यादातर कॉउंसलिंग सामान्य वर्ग की हुई है..
रिशफलिंग के पश्चात सामान्य वर्ग की कुछ और सीट्स भर जानी है और सामान्य वर्ग के लिए ये आंकड़ा ६५% से अधिक हो जायेगा..
मतलब एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा..
पुरुष सामान्य वर्ग (कुल १६४०० पद )
रिक्त पद - लगभग ५५००
पुरुष सामान्य कला - २५००
पुरुष सामान्य विज्ञान - ३०००
Same as for FEMALE GEN. ART & SCI..
धन्यवाद..!!
72825 शिक्षकोँ की भर्ती मेँ काउंसलिँग कराए हुए समस्त अभ्यर्थियोँ पर S.C.E.R.T. की होगी पैनी नज़र ।
ReplyDeleteएक भी भर्जी अभ्यर्थी को नहीँ मिल सकेगा नियुक्ति पत्र, प्रमाण पत्रोँ का होगा पूर्णरुपेण सत्यापन ।
(स्रोत- बेसिक शिक्षा सचिव श्री हीरा लाल गुप्ता)
'हुद-हुद' दबंग दबंग दबंग ने मचाई भारी तबाही ।
ReplyDeleteघर से निकलने को सख़्त मनाही ।।
चौपाए जीव-जन्तु भी पेड़ पर चढ़े,,,
क्योँकि सारे पेड़-पौधे जमीन पर पड़े !!!
Are bhai koi btayega ki sitapur m female 84 no. hiaring impaired k sath ka kya chanse hai....plz koi btayega
ReplyDeleteअब प्राथमिक वाले भी चाहते दूसरा मौका
ReplyDeleteजागरण संवाददाता, इलाहाबाद : हाईकोर्ट के फरमान पर विज्ञान-गणित में काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिक स्कूलों में काउंसिलिंग का मौका दिया गया है। अब यही मांग प्राथमिक स्कूलों में काउंसिलिंग करा चुके प्रतिभागी भी कर रहे हैं। इनका कहना है कि उन्हें भी जूनियर स्कूलों की काउंसिलिंग में शामिल होने का मौका दिया जाए। प्रतिभागी बृजेंद्र कुमार मिश्र एवं सुजीत दुबे ने बताया कि उन्होंने प्रशिक्षु शिक्षक 2011 के तहत प्राथमिक स्कूल में काउंसिलिंग कराई है। वह जूनियर स्कूलों में भी आवेदक रहे हैं उन्हें वहां के लिए भी मौका दिया जाए।
निकाला मार्च, बनाई रणनीति
टीईटी संघर्ष मोर्चा के अभ्यर्थियों ने सोमवार को शहर के चंद्रशेखर आजाद में प्रदेश व्यापी सभा करने के बाद शिक्षा निदेशालय तक मार्च निकाला। उन्होंने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को संबोधित ज्ञापन में लिखा है कि प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती को पारदर्शी बनाया जाए। इसमें गड़बड़ी होने पर आंदोलन होगा। यहां पर संजीव मिश्र, शशांक सिंह, अवनीश यादव, अनिल वर्मा, योगेश तिवारी, कृष्णकांत आदि मौजूद थे।
परास्नातक वालों की न हो अनदेखी
इलाहाबाद : परास्नातक परीक्षा के आधार पर बीएड करने वाले युवाओं को प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती से बाहर न किया जाए। इस संबंध में प्रतिभागियों ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय में ज्ञापन दिया है। इनका कहना है कि जिन अभ्यर्थियों ने परास्नातक को आधार बनाया है उन्हें बाहर किया जा रहा है। टीईटी संघर्ष मोर्चा के नवीन श्रीवास्तव ने बताया कि सचिव ने इस पर विचार करने को कहा है।
Let your light shine before others, so that they may see your good works and give glory to your Father who is in heaven.
ReplyDeleteMatthew 5:16
आज का सत्य
ReplyDeleteसफल व्यक्ति को दो अक्ल फ़ालतू आ जाती है
और
असफल व्यक्ति चाहे कितना होसियार हो वो बेवकूफ ही माना जाता है ।।
ख़ैर ये बताओ आज किस बिमारी का इलाज़ बताया जाये
कई भाई के फोन और धन्यवाद आये
ख़ैर हमारी बिमारी लाइलाज है
जूनियर न्योक्ति मोर्चा के
ReplyDeleteलिए एक ब्रेकिंग न्यूज़ है-
अनिल कुमार का स्टे बाला केस
चीफ जस्टिस hon चंद्रचूड और
दलीप गुप्ता जी की बेंच में पहुच
गया है
सबसे बैड न्यूज़ यह है चीफ जस्टिस
कोर्ट में केस डेली केस लिस्ट में है
और cj कोर्ट में डेली केस के सुने
जाने का न0 महीने में 1 बार
भी नहीं आता
रोज फ्रेश केस ही सुने जाते हैं
कोई टोपी तो कोई अपनी पगड़ी बेच देता है,
ReplyDeleteमिले अगर भाव अच्छा, जज भी कुर्सी बेच देता है..!
तवायफ फिर भी अच्छी के वो सीमित है कोठे तक..
पुलिस वाला तो चौराहे पर वर्दी बेच देता है ..!
जला दी जाती है ससुराल में अक्सर वही बेटी,
कि जिस बेटी की खातिर बाप किडनी बेच देता है ..!
कोई मासूम लड़की प्यार में कुर्बान है जिस पर,
बनाकर वीडियो उसका वो प्रेमी बेच देता है ..!
ये कलयुग है कोई भी चीज़ नामुमकिन नहीं इसमें..
कली, फल-फूल, पेड़ पौधे सब माली बेच देता है ..!
किसी ने मुहब्बत में"दिल हारा है" तो क्यूँ हैरत है लोगों को?
युद्धिष्ठिर तो जुए में अपनी पत्नी बेच देता है .
अपना कर्म करते चलें,
ReplyDelete.
परिणाम से न डरें,,,,
.
.
जिन डायट्स पर ओवरफ्लो हुआ है, वहाँ से फालतू अभ्यर्थियों की छँटनी तय है। जाहिर है, इनका डाटा तीसरी काउंसेलिंग में अन्य जिलों में “शो” होना ही है जिसके कारण कुछ जिलों में तो कटऑफ हाई जाने की भी सम्भावना बन रही है। इसीलिए तीसरी काउंसेलिंग में जुटे साथियों को सलाह दी जाती है कि अपने जिले का चुनाव करते समय अपने अंको, पसंदीदा जिलों में रिक्त सीटें और वहाँ की कटऑफ को देखने के बाद ही अच्छे से सोच-विचार करके ही अपना अगला कदम उठाएं। अभी से ही किसी पंडित-वंडित के चक्कर में पड़ने से कोई फायदा नही होने वाला।
.
इतना भी तय है कि कुछ जगह बहुत ही अधिक सीटें खाली पड़ी हैं तो ऐसी जगह कटऑफ कम तो होगा लेकिन कितना कम होगा, कौन, कहाँ “सेफ़” होगा, कटऑफ आने तक कुछ भी भविष्यवाणी नही की जा सकती। साथ ही यह भी निश्चित है कि अब तक हो चुकी दोनों काउंसेलिंग्स में जो भी “हाइब्रिड़्स” हैं, क्रॉस चेकिंग में सब बाहर निकालकर फेंक दिए जाएंगे।
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फिर भी अगर कोई किसी तरह अंदर घुस भी जाता है तो उसके साथ-साथ उसका साथ देने वालो की भी खैर नही।
.
हरियाणा का उदाहरण सामने है,
.
जे.बी.टी. शिक्षक भर्ती घोटाले में यहाँ के पूर्व मुख्यमंत्री चोटाला को निचली अदालत से 10 साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है।
युं तो गलत नही होते अंदाज चेहरों के..
ReplyDeleteलेकिन लोग, वैसे भी नहीं होते जैसे नजर आते है....
BYE BYE..................
दोस्तों आज अखवार देख तो लिया ही होगा क्या आप को ये खबर सही लगी अगर आप सभी कम मेर्रित वाले अभी भी न जगे तो ये खबर सच हो जाएगी। कैसे संभव है ११७ सामान्य पुरुष में ही ५९ % पद भर गए अरे दोस्तों अपने हथियार RTI का उपयोग करे वरना हाथ मलते रह जएँगे। क्यों की अब टेट नेता सभी कॉउंसलिंग करवा चुके है जो नहीं करवा पाय वो तीसरी कॉउंसलिंग का इंतज़ार कर रहे है मेरा निवेदन उन सभी सामान्य वर्ग के साथियो से है जिनके टेट प्राप्तांक ९८-१०० तक है वो RTI जितनी संख्या में हो सके डाल के अपनी सीट बचाय। फोन पे खबर लेने की वजहें खुद खबर बनाए।
ReplyDeleteजितनी संख्या में RTI जाएंगी उतनी संख्या में फ़र्ज़ी लोग जो कॉउंसलिंग करवा चुके है वो बहार होंगे। मेरा आप सभी वर्गों (कला , विज्ञानं ) से निवेदन है की आप सभी इतनी RTI डाले की पूरी ७२८२५ का सलेक्शन राइट वे से हो।
जय हिन्द जय टेट
Sitapur DIET News:
ReplyDeleteSitapur Ki Final Selected Candidates List Ke Prakashan Pe SCERT Ne
Rok Laga Di Hai.SCERT Se Aadesh Milne Ke
Baad Hi List Jaari Ki Jayegi.
क्या आप जानते हैं दिवाली पर हिन्दुस्तान का दीवाला निकलता है और चायना की असली दिवाली होती है
ReplyDeleteहम छोटे छोटे सामान जैसे लाइट दिये मोमवती पटाखे आदि चायना के खरीदते हैं
पिछले वर्ष
दिवाली विक पर भारत को पचास हजार करोड़ का नुकसान हुआ था
ओर इस वर्ष यह नुकसान नब्बे हजार करोड़ तक होने का अनुमान है
इस पोस्ट को मजाक समझने की गलती करने का नतीजा होगा महँगाई को बढाबा देना
मेरा आप सब से आनुरोध है इस दिवाली made in India का प्रयोग करें
ओर भारत बचाओ अभियान मे अपना सहयोग दें
बूँद बूँद से घडा भरता है
जय हिन्द
जिन साथियों ने बदायूं में दूसरी काउंसलिंग कराई है उनकी चयन की सूची अभी तक वहां नहीं लगी है और न ही लगने की सम्भावना है पूछने पर बताया गया कि क्यूंकि इस जिले में दूसरी काउंसलिंग में चयनित अभ्यर्थियों की संख्या रिक्त सीटो की अपेक्षा कम ही रही है इसलिए सब सिलेक्टेड हैं ।।।
ReplyDeleteऔर यदि किसी के अभिलेखों या किसी अन्य विषय से सम्बंधित कोई समस्या आती है तो उसे फोन करके सूचित किया जायेगा । दुआ कीजिये किसी भी साथी के पास डाइट से कोई फोन न ही आये ।
बाकि चयनितो की नाम की लिस्ट दीपावली के बाद ही नोटिस बोर्ड पे चस्पा किया जायेगा। जहा तक कट ऑफ सिलेक्शन लिस्ट की बात है तो सभी लोग चयनित बताये गए हैं ।।
अब आप इस जिले में अपने चयन को लेकर ज्यादा परेशान न हो अगर कोई फोन आना होता तो अब तक आ गया होता । मस्त रहिये स्वस्थ्य रहिये....।
आपका दिन शुभ हो
आज सुबह उपर वाले ने दबँग देखा और मुड मे आकर
ReplyDeleteकहा,,,
"आज ऐसा मौसम बताएँगे कि confuse हो जाओगे
की sweater पहने या raincoat"
"HUD HUD" दबँग दबँग दबँग।।
गधो को बता दो डाटा सेफ है ।।
ReplyDeleteScert और nic दोनों सेफ है ।।
आग पास की बिल्डिंग जिधर शिक्षा निदेशालय है उधर लगी है ।।
जिसको कैंप ऑफिस बोलते है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 72,825 प्राथमिक शिक्षक भर्ती से सम्बन्धित सभी दस्तावेज सुरक्षित।
ReplyDeleteबेसिक शिक्षा निदेशालय में लगी भीषण आग,
सैकड़ों फाइल जलकर खाक
लखनऊ. निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय के कैंप कार्यालय में रविवार को भीषण आग लग गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल के गाड़ियों ने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक सैकड़ों फाइलें जल कर खाक हो गई। इंस्पेक्टर महानगर राजेंद्र चौबे ने बताया कि आग लगने के कारणों की का अब तक पता नहीं चल पाया है। रविवार सुबह आस-पास के लोगों ने निशातगंज के बेसिक शिक्षा निदेशालय के दूसरे तल से धुआं उठता देखा। तत्काल इस घटना की उन्होंने 100 नंबर और 101 पर सूचना दी। इस मामले
की जानकारी होते ही हरकत में आई पुलिस और
फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक नुकसान की पूरी तरह से जानकारी नहीं मिल पाई है। कई अधिकारी आग से हुए नुकसान की जानकारी जुटाने में जुटे हैं। वहीं निदेशालय के कुछ कर्मचारियों का कहना है कि ऑफिस के जिस सेक्शन में आग लगी है, वहां पर कई महत्त्वपूर्ण दस्तावेज रखे गए थे। जबकि अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच
रहे हैं। शॉट सर्किट की आशंका पुलिस ने बताया कि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। संभावना है की आग शॉट सर्किट से लगी होगी। क्योंकि रविवार का दिन होने कारण ऑफिस बंद था।
इसलिए कोई भी कर्मचारी वहां नहीं था।
लिहाजा मानवीय चूक से आग लगने की कोई
संभावना नहीं लग रही है।
Please muje ye batay obc female art ki seats abi tak kitne bher chuki hai aur kaha kaha Khali hai subse jyada kaha Khali hai please batay
ReplyDeleteशंका का कारण निम्न है :
ReplyDelete१. सीमाँओं पर पाकिस्तान की और से एक तरफ़ा गोलिया बरसती थी|
हमारे सैनिको को गोली का जवाब देने के लिए दिल्ली से अनुमति लेनी
पड़ती थी| मोदीजी ने भी कहा है की पहली और आखिरी गोली पाकिस्तान
की ही होती थी| क्यों???
२. चुकी हम गोली का जवाब नहीं दे पाते थे, इसलिए पकिस्तान के सैनिक
हमारे इलाके में घुस कर हमारे सैनिको का सर काट कर ले गए और अपने
यहाँ प्रदर्शन करते रहे और UPA सरकार नपुन्शको की भाँती चुप बैठी रही|
३. हमारे सेना को कमज़ोर बनाया गया,कई हजार अफसरों के पोस्ट खाली रखे
गए| यही नहीं, सेना को भी भ्रष्टाचार में लिप्त किया गया, उदाहरंस्वरूप
तब के आर्मी चीफ को २० करोड़ रुपयों की घूस की पेशकस भी की गई ट्राट्रा
ट्रक को पास करने के लिए – केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है|
४. आर्मी के पास गोला बारूद और अन्य हथियारों की बेहद कमी थी,जिसके
विरुद्ध हताश और बाध्य होकर तब के आर्मी चीफ को प्रधान मंत्री मन मोहन
सिंह को पत्र लिखना पड़ा की युद्ध की अवस्था में २ या ३ दिन से ज्यादा
उनके गोला बारूद नहीं चलेगे और तब भयावह स्थिति पैदा हो जाएगी|
ऐसेही और भी घटनाएं है जिससे शंकाए होती है की UPA सरकार में उच्च स्तर
पर पाकिस्तानी-हमदर्द/एजेंट हावी थे और भारत को कमजोर बनाया जा रहा था|
आज भी जब भारत पकिस्तान को पटकनी दे रहा है, तो कुछलोग चिल्ला रहे है?
क्या उचित नहीं होगा की इस विषय पर एक उच्च-स्तरीय जांच बैठाइ जाये ताकि
पाकिस्तान के हमदर्दों/ एजेंट का, यदि कोई है, तो खुलासा हो और भारत की रक्षा हो|
Please please reply kare
ReplyDelete"Warts" त्वचा पर भिन्न-भिन्न आकार एवं रंगों के मस्सों के कुछ मुख्य-मुख्य, चुनिंदा कारगर प्रयोग| कर के देखें:
ReplyDelete१/. 1 गिलास देशी गाय के दूध में 1/4 चम्मच हल्दी चूर्ण तथा 1/4 चम्मच धुली हुई मसूर की दाल के चूर्ण को धीमीं आँच पर चलाते हुए तब तक पकाएँ जब तक कि वह लेई की तरह गाढ़ा न हो जाए. इस पेस्ट को ठंडा होने रोजाना 5-7 दिन तक रात को सोने के पूर्व मस्सों पर लेप करें.
२/. होम्योपैथिक दवाई 'Thuja 30' नामक liquid mother tincture की 3-3 बूँदें, रोजाना 3-3 घंटे के अंतर से, दिन में तीन बार, कुल पाँच दिन तक लगातार जीभ पर डालें. साथ ही साथ पाँचों दिन तक, इन मस्सों पर HSL कंपनी का 'TOPI THUJA WARTS CREAM/OINTMENT' प्रतिदिन, दिन में तीन बार लगाते रहें. छठवें दिन 'Thuja 200' की 2 बूँद, सुबह के समय सिर्फ एक ही बार, जीभ पर डालें. दवाई लेने के आधा घंटा पूर्व एवं आधा घंटा बाद तक कुछ भी खाएँ-पिएँ नहीं. मस्से ठीक करने हेतु होम्योपैथी की किसी भी दवाई का प्रयोग करते समय लहसुन, प्याज, खटाई, चाय एवं काफ़ी का सेवन न करें.
३/. यदि मस्से/तिल शरीर में बड़ी तादाद में हों तो 'Thuja 200' नामक liquid mother tincture की 10-10 बूँदें 20 ml पानी में मिलाकर रोजाना एक सप्ताह तक प्रतिदिन, दिन में दो बार सुबह शाम सेवन करें. दवाई के आधा-आधा घंटा आगे पीछे कुछ भी खाना पीना नहीं है. एक सप्ताह के अन्दर शरीर के सारे मस्से झड़कर गिर जायेंगे. इस प्रयोग की स्थिति में इसके साथ 'Thuja 30' लेने की कोई आवश्यकता नहीं है.
४/. वैसे 'Thuja 1M' दवाई Chiken Pox में बहुत अच्छे परिणाम देती है लेकिन कहीं-कहीं मस्सों में भी इसके काफी अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं. अतः मस्सों को दूर करने के लिए 'Thuja 1M' की 5 ml की शीशी होम्योपैथी की दूकान से खरीद लें. एक दिन छोड़कर प्रातःकाल इस दवाई कि 1-2 बूँद जीभ पर डालते रहें. दो-तीन सप्ताह में सारे मस्से झड़कर गायब हो जाएँगे.
५/. एक चुटकी वाशिंग-पाऊडर में एक चुटकी ही खाने का चूना मिलाकर एक माचिश की तीली से इस पेस्ट को ध्यानपूर्वक सिर्फ़ मस्से के ऊपर ही लगाएँ यानि ये पेस्ट त्वचा पर नहीं लगना चाहिए अन्यथा घाव बन जायेंगे. घंटे-दो घंटे में ही मस्से ख़त्म हो जाते हैं. अगर घाव बन जाएँ तो सोफ्रामायसिन ट्यूब लगाएँ. ध्यान रखें जिन्हें मधुमेह रोग हो वे इस प्रयोग को न करें. इस प्रयोग से मस्से तो निश्चित रूप से हट जाते हैं, बस इस प्रयोग में अगर कोई कमी है तो वह यह कि मस्से हटने के बाद त्वचा पर निशान/दाग शेष रह जाते हैं.
६/. कच्चा लहसुन, कटा हुआ आलू, सेब का सिरका और चूना, इनको अलग-अलग अथवा एक साथ, मस्सों के ऊपर 8-10 दिन तक रोजाना दिन में 2-3 बार रगड़ें. मस्से ख़त्म हो जायेंगे. यह भी बड़ा कारगर उपाय है.
७/. पान के डंठल पर चूना लगाकर मस्से की जड़ में लगाएँ. पाँच दिन में मस्सा गायब हो जाएगा. इसके कोई side effects भी नहीं हैं.
८/. रोजाना नियमित रूप से 1/2 घंटा, खाली पेट कपालभाति प्राणायाम व 1/2-1/2 घंटा सुबह-शाम अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें. 3 से 6 माह के अन्दर न सिर्फ मस्से गायब हो जाएँगे बल्कि फिर कभी दोबारा नहीं होंगे.
९/. घोड़े के बाल अथवा किसी मजबूत पतले, एकदम महीन धागे से मस्से को, अपनी सहनशक्ति के अनुसार, जड़ से बाँधकर नींबू एवं केले के छिलके के अन्दर वाले भाग से (एक या दोनों से ही) मस्सों पर रगड़ें.
१०/. मोरपंखी नामक पेड़ के फल और पत्तों के रस को मस्सों के ऊपर लगाएँ. 5-7 दिन में मस्से गायब हो जायेंगे.
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So tapir cut off my a h
ReplyDeleteहुदहुद ने मेरे डिस टीवी की छतरी तोड़ दी , बाइक गिरा दी , गमले में लगे छोटे-छोटे पौधों को भी नहीं बख्सा ।
ReplyDelete!
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अब मै क्या करू ??
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हाई कोर्ट से मुझे कुछ राहत मिल सकती है क्या ?? मै बहुत गरीब हूँ मुझे चन्दा दे दो कोर्ट जाने के लिए । चन्दा कैश चाहिए इसलिए अकाउंट नम्बर नहीं दे रहा हूँ क्योकि सीबीआई से बहुत डर लगता है । प्लीज हेल्प मी ;
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteअभी बेसिक शिक्षा निदेशालय में लगी आग को 72825 भर्ती रोकने हेतु रचा अखिलेश यादव का षड्यंत्र घोषित करने के बाद शुरू हुआ सुबकने का सिलसिला थम भी ना पाया था कि सप्रू मैडम ने विनय की वर्ष 2007-8, 2010-11 में बीएड करने वाले ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर करने की याचिका पर सरकार से जवाब माँगने का गुनाह कर दिया जिनके स्नातक में 50%(अनारक्षित)/45%(रिजर्व कोटा) से कम नंबर थे
ReplyDeleteआखिर आप लोग चाहते क्या थे कि जज साहिबा याची को मामला कोर्ट लाने के जुर्म में शूट करने का आर्डर दे देतीं ?याची विनय वर्मा को जिस मुद्दे से अपना अहित होता प्रतीत हुआ उसे उन्होंने बिना किसी प्रकार का लफड़ा किये कोर्ट के सामने रखा ,कोर्ट ने उसपर सरकार से जवाब माँगा और सरकार ने जवाब देने के लिए समय माँगा,,,अब मुझे ये समझाइये कि इसमें हाय-तौबा मचाने वाली कौन सी बात है ....? यदि विनय की याचिका में की गयी प्रेयर से किसी का अहित हो रहा हो तो वो संजय सिन्हा और हीरा लाल गुप्ता जी से मिलकर उन्हें इस बात का प्रमाण दे कि सत्र 2007-8 और सत्र 2010-11 में बीएड में एडमिशन लेने हेतु स्नातक में 50/45 प्रतिशत से कम में भी एलाऊ था
ReplyDeleteसरकार अपना जवाब कोर्ट में दाखिल करेगी ,, उसके बाद यह सरल सा विवाद हल करने का काम कोर्ट को कर लेने देना ,,,
ReplyDeleteसंजय सिन्हा की रिपोर्ट की भाषा ने भ्रम उत्पन्न ना किया होता बीएड सत्र 2010-11 में below 50/45% वाले 2nd काउंसिलिंग में ही बाहर होते ,,3rd में वो तभी अन्दर हो सकते हैं जब पी जी बेस पर बीएड करने वालों को भी एलाऊ कर दिया जाए,,,सत्र 2007-8 में below 50/45% में बीएड करने वालों की स्थिति के बारे में मुझे स्पष्ट जानकारी नही है इसलिए जिन लोगों ने 2007-8 में बीएड किया हो वो ही बताएं तो उचित रहेगा ...
मित्रो
ReplyDeleteहुदहुद के कारण बेईमान मौसम का लुत्फ़ उठाओ .....
अपनी खुशिओ को कट-ऑफ के दायरे में क्यों समेट कर दुखित होते हो....खुशिओ का कोई कट-ऑफ नही होगा ....
न सुख साश्वत है और न दुःख .....
कौन डरता है नासाज तबीयत से....
भीगने दो मुझे यादो की बरसात में !!
शिक्षक भर्ती में पारदर्शिता की मांग
ReplyDeleteइलाहाबाद(ब्यूरो)।प्रदेश केप्राथमिक विद्यालयों में 72825 शिक्षकों की भर्ती के लिए चल रही प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतने की मांग को लेकर सोमवार को टीईटी पास बेरोजगारों ने आजाद पार्क में बैठक के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को ज्ञापन सौपा। ज्ञापन सौपने वालों में संजीव मिश्र, शशांक सिंह, अवनीश यादव, अनिल वर्मा, कृष्णकांत, योगेश तिवारी शामिल रहे।
शिक्षक भर्ती के लिए क्रमिक अनशन
ReplyDeleteइलाहाबाद(ब्यूरो)।सामाजिक एकता परिषद जीआईसी में एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती मेरिट से नहीं बल्कि लिखित परीक्षा से कराए जाने की मांग को लेकर क्रमिक अनशन करेगा। परिषद का कहना है कि यदि सरकार की ओर से लिखित परीक्षा कराने पर विचार नहीं किया गया तो प्रतियोगी छात्र क्रमिक अनशन करेंगे।
Guuuuuud morning frendzzzzz
ReplyDeleteHumari taraf hud hud ka pura asar
Rat se lgatar barish jari
Hawaye bht tez chal rhi h
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteयदि आप प्राइमरी काउन्सलिंग करा चुके है, और अपने मूल अभिलेख वापस वापस चाहते है, तो आपको इस बात का शपथ पत्र देना होगा, कि सभी जनपदों की प्राइमरी भर्ती से मेरा नाम पृथक कर दिया जाये, इसके लिए मै कोई दावा नहीं करूगॉ ।
ReplyDeleteइलाहाबाद की लिस्ट दोपहर बाद आयेगी
ReplyDeleteIn surd mausam ke bich ek garma gram news
ReplyDeleteAlmost 59% seats lock hui
Jisme maximum general ki seate h.
Jaisa ki maine phle bhi kha tha first 36000 hjar seats only general ki hogi
Aur aisa hua bhi
One information ye h ki is bar zyada seats females ki lock hui h.
Means bchi hui seats zyada males ki h.
Aur abhi bhi reshufling jari h.
Agli merit aate hi obc ki seats khali hogi ye general me reshuffle honge.
In sabka effect obc ki merit pe pdega.
Is base pe obc males art 103 aur sci 100 tak safe h
Aprt sir thank u itni sari suchna dene ke liye sir me apki post roj padhta hu me apka bahut bada fan hu aur ap pkspat rahit bolte hai Jesse apko log jyada pasnd karate hai thanks umasankr ji
ReplyDeleteFind information base
ReplyDelete100 se 110 tak obc artmales ke partibhagi kam h.
Aur is number me obc sci zyada h.
Tmntbbn sir aapka is bare me kya khyal h?
Tkank u
ReplyDeleteTmntbbn sir for important news
And updates
Aprt sir sahjahpur kusinagar baharich Allahabad air frukhabad me kitni I seate ses Bachi hai pls AGR jankari ho to post kare
ReplyDeleteRajesh bhai kaha h aap??? Blog pe nhi dikhrhe???apne sutro se pata karke sitapur ki hrr catagry ka detail post kardijiye...sath hi kitne cut off ka documnt waps krrhe h isse v post kardijiye....
ReplyDeleteHm sabhi ki help kardijiye......jaha v ho aap.......
ReplyDeleteHm sabhi ki help kardijiye......jaha v ho aap.......
ReplyDeleteSir pls btaiye ki santkabirnagar ki list aa gyi h kya
ReplyDeleteab merit kitni down hone ke chance hai
ReplyDeleteLakhimpur me obc female sci me 95 no. Se coun. Krai hai .koi btae mera ho jaega kya
ReplyDeleteLakhimpur ki obc sci. Female ki list KB tk ayegi plzzzz tell any body
ReplyDeletePlease sitapur ki OBC FEMALE ART ki kya cut off h please share
ReplyDeleteGENERAL Male art ki merit kaha tak aane ki umeed hai
ReplyDeleteतीन दोस्त एक ऊंची ईमारत
ReplyDeleteकी सौवीं मंजिल
पर रहते थे।
एक दिन बेचारे काम से घर लौटे तो लिफ्ट
काम नहीं कर रही थी।
दोस्तों ने सीढ़ियों से ऊपर जाने
का फैसला किया
पहली 50 मंजिलों तक एक दोस्त ने एक्शन
फिल्म की स्टोरी सुनाई और समय कट गया।
इसके बाद 99वीं मंजिल
तक दूसरे दोस्त ने एक रोमांटिक फिल्म
की स्टोरी सुनाई...
लेकिन 100वीं मंजिल पर फ्लैट के बाहर
छोड़कर तीसरे दोस्त ने सिर्फ एक लाइन
सुनाई कि तीनों की आंख में आंसू आ
गए...
उसने कहा....
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मै चाबी कार में ही छोड़ आया हूं।
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सच में दोस्त कमीने होते है
बहुत साल बाद दो दोस्त
ReplyDeleteरास्ते में मिले .
धनवान दोस्त ने
उसकी आलिशान
गाड़ी पार्क की और
गरीब मित्र से बोला
चल इस गार्डन में बेठकर
बात करते है . चलते चलते
अमीर दोस्त ने गरीब
दोस्त से
कहा
तेरे में और मेरे में बहुत फर्क
है . हम दोनों साथ में पढ़े
साथ में बड़े हुए मै
कहा पहुच गया और तू
कहा रह गया ? चलते चलते
गरीब दोस्त अचानक रुक
गया .
अमीर दोस्त ने
पूछा क्या हुआ ? गरीब
दोस्त ने कहा तुझे कुछ
आवाज सुनाई
दी?
अमीर दोस्त पीछे
मुड़ा और पांच
का सिक्का उठाकर बोला
ये तो मेरी जेब से
गिरा पांच के सिक्के
की आवाज़ थी।
गरीब दोस्त एक कांटे के
छोटे से पोधे की तरफ गया
जिसमे एक तितली पंख
फडफडा रही थी . गरीब
दोस्त ने उस
तितली को धीरे से बहार
निकल और आकाश में आज़ाद
कर दिया .
अमीर दोस्त ने आतुरता से
पुछा तुझे
तितली की आवाज़ केसे
सुनाई दी? गरीब दोस्त ने
नम्रता से कहा " तेरे में और
मुझ में यही फर्क है तुझे
"धन" की सुनाई दी और मुझे
"मन" की आवाज़ सुनाई
दी .
"यही सच है "
.इतनी ऊँचाई न देना प्रभु
कि,
धरती पराई लगने लगे l
इनती खुशियाँ भी न
देना कि,
दुःख पर किसी के हंसी आने
लगे ।
नहीं चाहिए
ऐसी शक्ति जिसका,
निर्बल पर प्रयोग करूँ l
नहीं चाहिए ऐसा भाव
कि,
किसी को देख जल-जल मरूँ
ऐसा ज्ञान मुझे न देना,
अभिमान जिसका होने
लगे
ऐसी चतुराई भी न
देना जो,
लोगों को छलने लगे ।
इंसान दुनिया में तीन चीज़ो के लिए मेहनत करता है
ReplyDelete1-मेरा नाम ऊँचा हो .
२ -मेरा लिबास अच्छा हो .
3-मेरा मकान खूबसूरत हो ..
लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़े
सबसे पहले बदल देता है
१- नाम = (स्वर्गीय )
२- लिबास = (कफन )
३-मकान = ( श्मशान )
जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते
ये चन्द पंक्तियाँ
जिसने भी लिखी है
खूब लिखी है
एक पथ्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर भी पथ्थर ही रहते है ..!!
ab to lagta hai ki general male art 110 se kam koi chance nahi lag raha hai
ReplyDeleteNICE LINE
ReplyDeleteएक औरत बेटे को जन्म देने के लिये अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......
और
वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए अपनी माँ को त्याग देता है
********[**********]*****
जीवन में हर जगह
हम "जीत" चाहते हैं...
सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि
"हार" चाहिए।
क्योंकि
हम भगवान से
"जीत" नहीं सकते।
➖➖➖➖➖
धीमें से पढ़े बहुत ही
अर्थपूर्ण है यह मेसेज...
हम और हमारे ईश्वर,
दोनों एक जैसे हैं।
जो रोज़ भूल जाते हैं...
वो हमारी गलतियों को,
हम उसकी मेहरबानियों को।
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ReplyDeleteRajesh sir AGR network me aka gaye ho to blog PR aiye apki post ka intjar subh se ho RHA hai
ReplyDeleteRajesh bhai ye bataiye kisi bhee catogery wale kee general main councelling general merit se kam marks hone per ho sakti hai kya. Aisa bulandshahr general female arts main hua hai. Aap batae ye sahi ho sakta hai ya wahan par dhandhli chal rahi hai.
ReplyDeleteएक सुविचार
ReplyDeleteवक़्त का पता नहीं चलता अपनों के साथ.....
पर अपनों का पता चलता है,
वक़्त के साथ...
वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ,
पर अपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के साथ...!!!
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है,
जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है...
शिकवे कितने भी हो हर पल,
फिर भी हँसते रहना...
क्योंकि ये ज़िन्दगी जैसी भी है,
बस एक ही बार मिलती है।
इलाहाबाद (एसएनबी)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की तैयारियां शुरू हो गयी है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी इलाहाबाद ने शासन को टीईटी परीक्षा फरवरी-2015 में कराने के लिए प्रस्ताव भेजा है। इस बार संबंद्धता वाले संस्थानों से एनटीटी करने वालों को ही टीईटी परीक्षा में शामिल किया जायेगा। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी श्रीमती नीना श्रीवास्तव का कहना है कि शासन से मंजूरी मिलते ही परीक्षा की तिथि घोषित कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि टीईटी के विज्ञापन में एनटीटी के बारे में जानकारी दी जायेगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि अभ्यर्थियों से दिसम्बर माह में आनलाइन आवेदन लिया जायेगा। इस दौरान परीक्षा शुल्क भी आनलाइन ही जमा करना होगा। आवेदन पत्रों की छंटाई और प्रश्नपत्रों का निर्माण जनवरी माह में पूरा हो जायेगा। फरवरी-2015 के दूसरे हफ्ते में परीक्षा कराये जाने की तैयारियां है। इस बार परीक्षा में करीब 10 लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। परीक्षा दो दिन में चार सत्रों में होगी। परीक्षा का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक होगा। सूत्रों ने बताया कि पिछली बार के टीईटी परीक्षा के दौरान अवैध संस्थानों से बड़ी संख्या में एनटीटी करने वालों ने आवेदन किया था और वह परीक्षा पास भी कर ली थी लेकिन बाद में सचिव परीक्षा नियामक ने उनको सर्टिफिकेट देने से रोक दिया है। इस बार टीईटी परीक्षा के विज्ञापन में ही सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी यह सुनिश्चित करेगी कि एनटीटी दाऊदयाल फिरोजाबाद या जौनपुर के एक संस्थान से करने वालों का ही मान्य होगा जबकि शेष संस्थानों से एनटीटी करने वालों को परीक्षा में शामिल नहीं होना है। दिसम्बर में ऑनलाइन लिये जायेंगे आवेदन पत्र सिर्फ दो संस्थानों से एनटीटी करने वालों के आवेदन पत्र ही होंगे मान्य
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ReplyDelete"जैसा पिता ने मुझ से प्रेम रखा, वैसा ही मैं ने तुम से प्रेम रखा, मेरे प्रेम में बने रहो। यदि तुम मेरी आज्ञाओं को मानोगे, तो मेरे प्रेम में बने रहोगे: जैसा कि मैं ने अपने पिता की आज्ञाओं को माना है, और उसके प्रेम में बना रहता हूं। मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि मेरा आनन्द तुम में बना रहे, और तुम्हारा आनन्द पूरा हो जाए। मेरी आज्ञा यह है, कि जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा, वैसा ही तुम भी एक दूसरे से प्रेम रखो।'' __________________________________________________________________________________________ यूहन्ना 15:9-12 )
ReplyDelete१- अभी जो ६० प्रतिशत सीट्स भरने का दावा कर रहे है उसमे जनरल मेल की कितनी सीट्स किस वर्ग में भरी है इसका जबाब किसी के पास फ़िलहाल नहीं
ReplyDelete२-एक बात अभी-भी समझ के परे जा रही है कि यदि ११३ तक या ११४ तक मेरिट आयी तो इसमें वही लोग तो भाग लेंगे जो हर एक जिले में आवेदन किये है या केवल एक ही जिले में ? फिर बार-बार तीसरी कॉउंसलिंग में ही सीट्स ख़त्म करने का दावा क्यों किया जा रहा है जब कि ११३ तक उतने अभ्यर्थी नहीं है जितनी जनरल की सीट्स बच रही है अब भले इन बची सीट्स में साइंस या आर्ट काम ज्यादा हो सकता है
नोट- अनुभवी और तार्किक कमिट जिनके माँ बाप ने अच्छी भाषा का उपयोग करना सिखाया हो आमंत्रित किये जाते है बाकी किसी ने उल्टा सीधा लिखा तो अग्रिम गालियो से में भी नवाजने में माहिर हूँ इसलिए गलत भाषा का प्रयोग करने वाले इससे दूर रहे
धन्यवाद
भाई सुनने मेँ आ रहा है कि कपिल के एक रिश्तेदार (वाई एन पाण्डे)पर इलाहाबाद उच्चन्यायालय ने दो लाख रुपयोँ का जुर्माना ठोँक दिया
ReplyDeleteक्योँकि वह 2011 के विज्ञापन को चुनौती देने गया था ।
जब से भारतीय जवानो की बंदूकें "मोदी" हो गयीं है ,
ReplyDeleteतब से पाक की तोपें भी "मनमोहन" हो गईं है...
शरीफ ने भारत से तुरंत गोलीबारी बंद करने को कहा
ReplyDeleteपाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शुक्रवार को भारत से सीमाओं पर गोलीबारी को तुरंत बंद करने को कहा और साथ ही कहा कि शांति की उनकी इच्छा को लेकर कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए।
शरीफ ने भारत से नियंत्रण रेखा तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा की गरिमा का तुरंत सम्मान किए जाने तथा ठोस शांति के लिए गोलीबारी बंद करने को कहा। 'डान' दैनिक ने यह रिपोर्ट दी है।
शरीफ राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे जिसमें कैबिनेट सदस्यों, ज्वॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष तथा तीनों बलों के प्रमुखों और आईएसआई प्रमुख ने हिस्सा लिया।
पाक प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि शांति की उनकी इच्छा को लेकर गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने भारत का आह्वान किया कि वह तुरंत नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा (अस्थाई सीमा) की गरिमा का सम्मान करते हुए, ठोस शांति के लिए गोलीबारी बंद करे।
बैठक में भारत के साथ सीमा तनाव तथा सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। शीर्ष सैन्य नेताओं ने बैठक में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा की ताजा स्थिति की जानकारी दी। शरीफ को बताया गया कि पाकिस्तानी बल केवल अपने बचाव में गोलीबारी कर रहे हैं और नागरिक क्षेत्रों को निशाना नहीं बना रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर भारी गोलीबारी हो रही है। इस बैठक में सुरक्षा के समग्र हालात तथा उत्तरी वजीरिस्तान में जर्ब ए अज्ब अभियान पर भी चर्चा की गई।
गुरुवार को क्षेत्र का दौरा करने वाले शरीफ ने इलाके से आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए चलाए गए सफल अभियान पर संतोष जताया।
इससे पूर्व सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ, नौसेना प्रमुख एडमिरल जकुल्लाह तथा विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने प्रधानमंत्री से अलग-अलग मुलाकात की और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसलों पर चर्चा की।
72825 की आखिरी सीट भरने तक सभी वर्गों का कट आफ शायद यह हो सकता हॆ ।आप सहमत हों न हों आपकी मर्जी।
ReplyDeleteअनारक्षित पु० क०. -105या 106
अना०. म० क० - 96 या 97
ओबीसी पु० क०- 99 या 100
ओबीसी म० क०- 92 या 93
एससी एसटी का आप अंदाजा लगा सकते हॆं।
साइंस ग्रुप वाले उपर के कट आफ के आस-पास कहीं थोड़ा नीचे हो सकते हॆं॥
अगर आपको यकीन हो तो आप शिक्षामित्रों ऒर विशेष आरक्षित की सीटों के शिफ्ट होने का इंतजार करें ।
-*-विशेष. सावधानी -*-
गाली का जवाब गाली होगा
इसलिए ABUSIVE कमेंट ना करें॥
आपका शुभचिंतक
हमें पता है कहीं और के मुसाफिर हो
ReplyDeleteहमारा शहर तो बस रास्ते में पड़ता है !!
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ReplyDelete.B.
ReplyDeleteBYE
.E.
Such hamesa kadva hota hai.
ReplyDeleteSir/madam agar kisi ko jankari ho to bulandshahr ki gen male/female art / science k last selected candidate k marks bta digiye
ReplyDeleteहुदहुद किस चिड़िया का नाम है?
ReplyDeleteहुदहुद नाम के समुद्री तूफ़ान ने बीते सप्ताहांत भारत के पूर्वी तटवर्तीय इलाक़ों, ख़ास तौर से आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कुछ इलाकों में क़हर बरपाया लेकिन क्या आपको मालूम है कि यह किस चिड़िया का नाम है?
दरअसल हुदहुद इसराइल का राष्ट्रीय पक्षी है.
साल 2008 में एक लाख 55 हज़ार लोगों के बीच किए गए सर्वेक्षण के बाद तत्कालीन इसराइली राष्ट्रपति शिमोन पेरेज़ ने देश की 60वीं सालगिरह पर इसे राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया था.
कहा जाता है कि यह पक्षी यहूदियों और मुसलमानों के पैग़म्बर हज़रत सुलेमान के दूत के तौर पर काम किया करता था.
बादशाह हज़रत सुलेमान का क़ुरान में भी ज़िक्र है. उनके बारे में कहा जाता है कि वह एक मात्र बादशाह थे जिनका हुक्म हवा, पानी, मछली, पशु, पक्षी सब मानते थे.
जासूस चिड़िया
हुदहुद तूफान, भारत, आंध्र प्रदेश
तूफ़ान का हुदहुद नाम तो ओमान का दिया हुआ है लेकिन हुदहुद चिड़िया हज़रत सुलेमान की जासूस चिड़िया भी कही जाती है.
बादशाह सुलेमान के शीबा (आज का यमन) की रानी यानी मलिका बिलक़ीस के बारे में भी इसी चिड़िया ने ख़बर दी थी के वो सूर्य की पूजा करती हैं. हज़रत सुलेमान ने रानी को अपने पास लाने का आदेश दिया था, जहां मलिका ने उनको पैग़म्बर माना था.
इसके सिर की कलग़ी की भी अजीब कहानी है.
यहूदी लोक कथाओं के मुताबिक़ एक बार हज़रत सुलेमान अपने सफ़ेद बाज़ पर उड़े जा रहे थे और धूप की वजह से बेहाल थे कि हुदहुद का एक गिरोह उनके पास से गुज़रा और उन्हें उस हालत में देख कर अपने परों को फैलाकर उनके ऊपर उड़ने लगा ताकि वह धूप से बच जाएं.
लालच और वरदान
हुदहुद, तूफ़ान, पीड़ित शख्स
हुदहुद तूफ़ान से भारत के आंध्र प्रदेश और ओडिशा राज्य प्रभावित हुए हैं.
हज़रत सुलेमान ने प्रसन्न होकर उन्हे वरदान मांगने को कहा. हुदहुद पक्षियों के राजा ने कई दिन सोचने के बाद सभी के सिर पर सोने का ताज होने की मन्नत मांग ली.
उनकी मांग सुनकर, सुलेमान हंस पड़े और कहने लगे अरे नादान तूने अपने लिए मुसीबत मांग ली है. शिकारी तुझे ज़िंदा नहीं छोड़ेंगे.
फिर भी, उनकी मांग पूरी हुई और वह इस पर इतराने लगे. लेकिन सोने के लालच में शिकारी उनके पीछे पड़ गए यहां तक कि उनकी संख्या बेहद कम हो गई तो सभी हुदहुद हज़रत सुलेमान के पास वापस आए.
उनकी मुश्किल जानकर हज़रत सुलेमान ने ताज हटा कर उनके सिर पर कलग़ी दे दी जिस से उनकी सुंदरता बरक़रार रही और उनकी प्रजाति भी बच गई.
जितना डरोगे उतना डराया जायेगा स्थिति उतनी डरावनी नही है जितनी हाय तोबा मचायी जा रही है पूर्वी जिलो मे मेरिट काफी कम रहनी चाहिये लखन ऊ मे 12 सीटे थी वहाँ भी 4 सीटे खाली है कौन सा जिला पूरा भर गया है जरा बताया जाये अंतिम सीट भरने तक न डरे इस बार की मेरिट सबको चौकाने वाली होगी कम फार्म डालने वालो को भारी नुकसान होगा
ReplyDeleteतो 2 नवंबर का इंतजार करो या सबके पोस्ट पढ़ पढ़ कर टेंशन लो ये न सोचो की आधी सीटे भर गयी हैं ये सोचो की आधी खाली है और तुमको केवल एक सीट चाहिये फर्जीवाडा जो होना था वो हो गया क्योकि जो नँबर बढवायेगा वो 120 के ऊपर ही अंक करायेगा इनका इलाज किया जायेगा अभी काफी उम्मीदे है
अभी केवल दीपावली मनाये मेरी एक सलाह है कि कमजोर दिल के लोग 2 नवंबर तक दूर रहे यहाँ सब झोला छाप डाक्टर दिल का आपरेशन कर रहे है
.
ReplyDelete.
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.
P
R
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M
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T
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W
A
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उस घडी मेरा इश्क हदें भूल जाता है ,
जब लडते लडते वो कहती हैं-
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"लेकिन प्यार मैं ज्यादा करती हू तुमसे...."
एक बुढिया का दामाद बहुत
ReplyDeleteकाला था,
वो पहली बार ससुराल गया !
बुढिया :-- दामाद जी, कम से
कम एक
महिना तुम यहाँ रुको,
दूध, दही खाओ मौज करो...
इसी बहाने हमें भी दूध,
दही मिल जायेगा !
दामाद :-- क्या बात है सासु
माँ,
आज बहुत प्यार जता रही हो मुझ
पर ?
बुढिया :-- ऐसी कोई बात
नहीं है, दरअसल कल
हमारी भैस का बच्चा
मर गया तुम्हे देखकर भैस कम से कम
दूध तो दे
देगी !
अभी इनमे से इनवैलिड लोग बाहर किये जायेंगे तब स्तिथि क्लियर होगी ।
ReplyDeleteतब स्पष्ट होगा की अभी तक आधी सीट्स भरी होंगी ।
आरक्षित वर्ग के लिए कम से कम 5 counclng हो सकती है ।।इसलिए कम मेरिट बाले भाई बहन हताश निराश न हो।।
आप के और आपके परिवार के लोगो के सपने जरुर पूरे होंगे ।।।
Thanks sir
Deleteदिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो ,
ReplyDeleteइंतजार उसका ......
जिसको अहसास तक नहीं .....!
ALLAHABAD
ReplyDeleteGen 125 1 cand out
OBC 122 DOB 1995 OUT
GEN FEMALE 118 DOB 1984 OUT
OBC FEMALE 111 DOB 1979 OUT
SC FEMALE 100 DOB 1989 OUT
SC MALE ALL SELECT
A father and his son owned a farm.
ReplyDeleteThey did not have many animals, but
they did own a horse. The horse
pulled the plow, guided by the
farmer's son. One day the horse ran
away.
"How terrible, what bad luck," said
the neighbours.
"Good luck, bad luck, who knows?"
replied the farmer.
Several weeks later the horse
returned, bringing with him four wild
horses.
"What marvellous luck," said the
neighbours.
"Good luck, bad luck, who knows?"
replied the farmer.
The son began to train the wild
horses, but one day he was thrown and his leg broken.
"What bad luck," said the neighbours.
"Good luck, bad luck, who knows?"
replied the farmer.
The next week the army came to the village to take all the young men to war. The farmer's son was still
disabled with his broken leg, so he
was excused.
I am therefore, learning to keep myself cool:
Stay grounded in major successes,
and refrain from euphoria.
Avoid feeling overwhelmed in any
major crisis.
Probably in the larger picture, every event has a purpose, only to be revealed much later.
May this story inspire you to stay
neutral in most of d situations...
हमारे देश में कुछ महिलाओं ने यदि रणभूमि में कमान संभाली हैं तो कई ऐसी भी हैं, जिन्होंने घर पर रहकर ही अपनी शक्ति और हिम्मत का अनोखा परिचय दुनिया को दिया है।
ReplyDeleteउन्हीं में से एक राजस्थान के इतिहास की यह घटना है, जब एक रानी ने विवाह के सिर्फ 7 दिन बाद ही अपना शीश अपने हाथों से काटकर युद्ध के लिए तैयार अपने पति के पास भिजवा दिया था ताकि उनका पति अपनी नई नवेली पत्नी की खूबसूरती में उलझकर अपना कर्तव्य भूल न जाए।
कहते हैं कि एक पत्नी द्वारा अपने पति को उसका फर्ज याद दिलाने के लिए किया गया यह बलिदान देश के इतिहास में सबसे बड़ा बलिदान है।
यह रानी कोई और नहीं, बल्कि बूंदी के हाड़ा शासक की बेटी थी और उदयपुर (मेवाड़) के सलुम्बर ठिकाने के रावत चूड़ावत की रानी थी। इतिहास में यह हाड़ी रानी की नाम से प्रसिद्ध है।
आइए अब हम आपको हाड़ी रानी के आत्म बलिदान की कहानी विस्तार पूर्वक बताते है।-----
अभी रानी के हाथों की मेंहदी भी नहीं छूटी थी । सुबह का वक्त था। रानी सज-धजकर राजा को जगाने आई। उनकी आखों में नींद की खुमारी साफ झलक रही थी। रानी ने हंसी ठिठोली से उन्हें जगाना चाहा। इसी बीच दरबान वहां आकर खड़ा हो गया।
राजा का ध्यान दरबान की ओर न जाने पर रानी ने कहा, महाराणा का दूत काफी देर से खड़ा है। वह ठाकुर से तुरंत मिलना चाहते हैं। आपके लिए कोई आवश्यक पत्र लाया है उसे अभी देना जरूरी है।
असमय दूत के आगमन पर ठाकुर हक्का बक्का रह गए। वह सोचने लगे कि अवश्य कोई विशेष बात होगी। राणा को पता है कि वह अभी ही ब्याह कर के लौटे हैं। आपात की घड़ी ही हो सकती है।
सहसा बैठक में बैठे राणा के दूत पर ठाकुर की निगाह जा पड़ी। औपचारिकता के बाद ठाकुर ने दूत से कहा, अरे शार्दूल तू। इतनी सुबह कैसे? क्या भाभी ने घर से खदेड़ दिया है? सारा मजा फिर किरकिरा कर दिया। सरदार ने फिर दूत से कहा, तेरी नई भाभी अवश्य तुम पर नाराज होकर अंदर गई होगी। नई नई है न। इसलिए बेचारी कुछ नहीं बोली। शार्दूल खुद भी बड़ा हंसोड़ था। वह हंसी मजाक के बिना एक क्षण को भी नहीं रह सकता था, लेकिन वह बड़ा गंभीर था। दोस्त हंसी छोड़ो। सचमुच बड़ी संकट की घड़ी आ गई है। मुझे भी तुरंत वापस लौटना है। यह कहकर सहसा वह चुप हो गया।
अपने इस मित्र के विवाह में बाराती बनकर गया था। उसके चेहरे पर छाई गंभीरता की रेखाओं को देखकर हाड़ा सरदार का मन आशंकित हो उठा। सचमुच कुछ अनहोनी तो नहीं हो गई है! दूत संकोच कर रहा था कि इस समय राणा की चिट्ठी वह मित्र को दे या नहीं। हाड़ी सरदार को तुरंत युद्ध के लिए प्रस्थान करने का निर्देश लेकर वह लाया था। उसे मित्र के शब्द स्मरण हो रहे थे। हाड़ी के पैरों के नाखूनों में लगे महावर की लाली के निशान अभी भी वैसे के वैसे ही उभरे हुए थे। नव विवाहिता हाड़ी रानी के हाथों की मेंहदी भी तो अभी सूखी न होगी। पति पत्नी ने एक-दूसरे को ठीक से देखा पहचाना नहीं होगा। कितना दुखदायी होगा उनका बिछोह! यह स्मरण करते ही वह सिहर उठा।
वैसे तो राजपूत मृत्यु को खिलौना ही समझता है पर पता नहीं युद्ध में क्या हो? अंत में जी कड़ा करके उसने हाड़ी सरदार के हाथों में राणा राजसिंह का पत्र थमा दिया। राणा का उसके लिए संदेश था।
पत्र में लिखा था –
ReplyDelete"वीरवरǃ अविलंब अपनी सैन्य टुकड़ी को लेकर औरंगजेब की सेना को रोको। मुसलमान सेना उसकी सहायता को आगे बढ़ रही है। इस समय औरंगजेब को मैं घेरे हुए हूं। उसकी सहायता को बढ़ रही फौज को कुछ समय के लिए उलझाकर रखना है, ताकि वह शीघ्र ही आगे न बढ़ सके तब तक मैं पूरा काम निपटा लेता हूं। तुम इस कार्य को बड़ी कुशलता से कर सकते हो। यद्यपि यह बड़ा खतरनाक है। जान की बाजी भी लगानी पड़ सकती है। मुझे तुम पर भरोसा है।"
हाड़ी सरदार के लिए यह परीक्षा की घड़ी थी। एक ओर मुगलों की विपुल सेना और दूसरी ओर उसकी अति अल्प सैनिक टुकड़ी।
राणा राजसिंह ने मेवाड़ के छीने हुए क्षेत्रों को मुगलों के चंगुल से मुक्त करा लिया था। औरंगजेब के पिता शाहजहां ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। वह चुप होकर बैठ गया था। अब शासन की बागडोर औरंगजेब के हाथों में आई थी।
इसी बीच एक बात और हो गई थी जिसने राजसिंह और औरंगजेब को आमने-सामने लाकर खड़ा कर दिया था। यह संपूर्ण हिन्दू जाति का अपमान था। इस्लाम को कुबूल करो या हिन्दू बने रहने का दंड भरो। यही कहकर हिन्दुओं पर उसने जजिया कर लगाया था।
राणा राजसिंह ने इसका विरोध किया था। उनका मन भी इसे सहन नहीं कर रहा था। इसका परिणाम यह हुआ कई अन्य हिन्दू राजाओं ने उसे अपने यहां लागू करने में आनाकानी की। उनका साहस बढ़ गया था। गुलामी की जंजीरों को तोड़ फेंकने की अग्नि जो मंद पड़ गई थी फिर से प्रज्ज्वलित हो गई थी। दक्षिण में शिवाजी, बुंदेलखंड में छत्रसाल, पंजाब में गुरु गोविंद सिंह, मारवाड़ में राठौड़ वीर दुर्गादास मुगल सल्तनत के विरुद्ध उठ खड़े हुए थे।
यहां तक कि आमेर के मिर्जा राजा जयसिंह और मारवाड़ के जसवंत सिंह जो मुगल सल्तनत के दो प्रमुख स्तंभ थे। उनमें भी स्वतंत्रता प्रेमियों के प्रति सहानुभूति उत्पन्न हो गई थी। मुगल बादशाह ने एक बड़ी सेना लेकर मेवाड़ पर आक्रमण कर दिया था। राणा राजसिंह ने सेना के तीन भाग किए थे।
मुगल सेना के अरावली में न घुसने देने का दायित्व अपने बेटे जयसिंह को सौपा था।
अजमेर की ओर से बादशाह को मिलने वाली सहायता को रोकने का काम दूसरे बेटे भीम सिंह का था।
वे स्वयं, दुर्गादास राठौड़ के साथ औरंगजेब की सेना पर टूट पड़े थे। सभी मोर्चों पर उन्हें विजय प्राप्त हुई थी। बादशाह औरंगजेब की बड़ी प्रिय बेगम बंदी बना ली गईं थी। बड़ी कठिनाई से किसी प्रकार औरंगजेब प्राण बचाकर निकल सका था । मेवाड़ के महाराणा की यह जीत ऐसी थी कि उनके जीवन काल में फिर कभी औरंगजेब उनके विरुद्ध सिर न उठा सका था।
अब उन्होंने मुगल सेना के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करन के लिए हाड़ी सरदार को पत्र लिखा था। वही संदेश लेकर शार्दूल सिंह मित्र के पास पहुंचा था। एक क्षण का भी विलंब न करते हुए हाड़ा सरदार ने अपने सैनिकों को कूच करने का आदेश दे दिया था। अब वह पत्नी से अंतिम विदाई लेने के लिए उसके पास पहुंचा था।
केसरिया बाना पहने युद्ध वेष में सजे पति को देखकर हाड़ी रानी चौंक पड़ीं। उसने पूछा, कहां चले स्वामी? इतनी जल्दी। अभी तो आप कह रहे थे कि चार छह महीनों के लिए युद्ध से फुरसत मिली है, आराम से कटेगी। लेकिन, यह क्या? आश्चर्य मिश्रित शब्दों में हाड़ी रानी पति से बोली।
प्रिय, पति के शौर्य और पराक्रम को परखने के लिए क्षत्राणियां इसी दिन की तो प्रतीक्षा करती हैं। वह शुभ घड़ी अभी ही आ गई। देश के शत्रुओं से दो-दो हाथ होने का अवसर मिला है। मुझे यहां से अविलंब निकलना है। हंसते-हंसते विदा दो। पता नहीं फिर कभी भेंट हो या न हो, हाड़ी सरदार ने मुस्करा कर पत्नी से कहा। हाड़ी सरदार का मन आशंकित था। सचमुच ही यदि न लौटा तो। मेरी इस अर्धांगिनी का क्या होगा? एक ओर कर्तव्य और दूसरी ओर था पत्नी का मोह। इसी अन्तर्द्वंद में उसका मन फंसा था। उसने पत्नी को राणा राजसिंह के पत्र के संबंध में पूरी बात विस्तार से बता दी थी। विदाई मांगते समय पति का गला भर आया है यह हाड़ी रानी की तेज आंखों से छिपा न रह सका।
यद्यपि हाड़ा सरदार ने उन आंसुओं को छिपाने बहुत की कोशिश की।
हताश मन व्यक्ति को विजय से दूर ले जाता है। उस वीर बाला को यह समझते देर न लगी कि पति रणभूमि में तो जा रहे हैं पर मोहग्रस्त होकर।
पति विजयश्री प्राप्त करें इसके लिए उसने कर्तव्य की वेदी पर अपने मोह की बलि दे दी। वह पति से बोली स्वामी जरा ठहरिए। मैं अभी आई। वह दौड़ी-दौड़ी अंदर गई और आरती का थाल सजाया। पति के मस्तक पर टीका लगाया, उसकी आरती उतारी।
वह पति से बोली। मैं धन्य हो गई, ऐसा वीर पति पाकर। हमारा आपका तो जन्म जन्मांतर का साथ है। राजपूत रमणियां इसी दिन के लिए तो पुत्र को जन्म देती हैं, आप जाएं स्वामी। मैं विजय माला लिए द्वार पर आपकी प्रतीक्षा करूंगी।
उसने अपने नेत्रों में उमड़ते हुए आंसुओं को पी लिया था। पति को दुर्बल नहीं करना चाहती थी।
ReplyDeleteचलते-चलते पति ने कहा, मैं तुमको कोई सुख न दे सका, बस इसका ही दुख है। मुझे भूल तो नहीं जाओगी ? यदि मैं न रहा तो! उनके वाक्य पूरे भी न हो पाए थे कि हाड़ी रानी ने उसके मुख पर हथेली रख दी। नहीं नहीं स्वामी। ऐसी अशुभ बातें न बोलें। मैं वीर राजपूतनी हूं, फिर वीर की पत्नी भी हूं।
अपना अंतिम धर्म अच्छी तरह जानती हूं आप निश्चिंत होकर प्रस्थान करें। देश के शत्रुओं के दांत खट्टे करें। यही मेरी प्रार्थना है। इसके बाद रानी उन्हें एकटक निहारती रहीं जब तक वह आंखे से ओझल न हो गये। उसके मन में दुर्बलता का जो तूफान छिपा था जिसे अभी तक उसने बरबस रोक रखा था वह आंखों से बह निकला।
हाड़ी सरदार अपनी सेना के साथ हवा से बातें करता उड़ा जा रहा था, किन्तु उसके मन में रह रहकर आ रहा था कि कहीं सचमुच मेरी पत्नी मुझे भुला न दे?
वह मन को समझाता, पर उसक ध्यान उधर ही चला जाता। अंत में उससे रहा न गया। उसने आधे मार्ग से अपने विश्वस्त सैनिकों को रानी के पास भेजा।
उसको फिर से स्मरण कराया था कि मुझे भूलना मत। मैं जरूर लौटूंगा। संदेश वाहक को आश्वस्त कर रानी ने लौटाया।
दूसरे दिन एक और वाहक आया। फिर वही बात।
तीसरे दिन फिर एक आया। इस बार वह पत्नी के नाम सरदार का पत्र लाया था। प्रिय मैं यहां शत्रुओं से लोहा ले रहा हूं। अंगद के समान पैर जमाकर उनको रोक दिया है। मजाल है कि वे जरा भी आगे बढ़ जाएं। यह तो तुम्हारे रक्षा कवच का प्रताप है। पर तुम्हारी बड़ी याद आ रही है। पत्र वाहक द्वारा कोई अपनी प्रिय निशानी अवश्य भेज देना। उसे ही देखकर मैं मन को हल्का कर लिया करुंगा। हाड़ी रानी पत्र को पढ़कर सोच में पड़ गईं।
युद्धरत पति का मन यदि मेरी याद में ही रमा रहा, उनके नेत्रों के सामने यदि मेरा ही मुखड़ा घूमता रहा तो वह शत्रुओं से कैसे लड़ेंगे। विजय श्री का वरण कैसे करेंगे? उसके मन में एक विचार कौंधा। वह सैनिक से बोली वीर ? मैं तुम्हें अपनी अंतिम निशानी दे रही हूं। इसे ले जाकर उन्हें दे देना। थाल में सजाकर सुंदर वस्त्र से ढककर अपने वीर सेनापति के पास पहुंचा देना। किन्तु इसे कोई और न देखे। वही खोल कर देखें। साथ में मेरा एक पत्र भी दे देना।
हाड़ी रानी के पत्र में लिखा था-
"प्रिय, मैं तुम्हें अपनी अंतिम निशानी भेज रही हूं। तुम्हारे मोह के सभी बंधनों को काट रही हूं। अब बेफिक्र होकर अपने कर्तव्य का पालन करें।"
पलक झपकते ही हाड़ी रानी ने सैनिक की कमर से तलवार निकाल, एक झटके में अपने सिर को उड़ा दिया। वह धरती पर लुढ़क पड़ा। सिपाही के नेत्रों से अश्रुधारा बह निकली। कर्तव्य कर्म कठोर होता है, सैनिक ने स्वर्ण थाल में हाड़ी रानी के कटे सिर को सजाया। सुहाग के चूनर से उसको ढका। भारी मन से युद्ध भूमि की ओर दौड़ पड़ा।
भरी आंखों से वह वीर सैनिक ठाकुर के सम्मुख खड़ा था। उसको देखकर हाड़ी सरदार स्तब्ध रह गया, उसे समझ में न आया कि सैनिक के नेत्रों से अश्रुधारा क्यों बह रही है?
धीरे से वह बोला क्यों यदुसिंह। रानी की निशानी ले आए?
यदु ने कांपते हाथों से थाल उसकी ओर बढ़ा दिया। हाड़ी सरदार फटी आंखों से पत्नी का सिर देखता रह गया। उसके मुख से केवल इतना निकला हाय रानीǃ तुमने यह क्या कर डाला। संदेही पति को इतनी बड़ी सजा दे डाली!.......... कुछ देर के लिए सरदार स्तब्ध हो गया फिर बोला...........खैर, मैं भी तुमसे मिलने आ रहा हूं।
हाड़ी सरदार के मोह के सारे बंधन टूट चुके थे। वह शत्रु पर टूट पड़ा। इतना अप्रतिम शौर्य दिखाया था कि उसकी मिसाल मिलना बड़ा कठिन है। जीवन की आखिरी सांस तक वह लंड़ता रहा।
औरंगजेब की सहायक सेना को उसने आगे नहीं बढऩे दिया।
सरदार के इस पराक्रम की मूल वजह रानी का आत्मबलिदान था।
धन्य हैं भारत की वीरांगनाएं.....।।......–
केसरिया महासागर
इलाहाबाद डायट पर फाइनल लिस्ट शाम ५ बजे लगा दी गयी है..
ReplyDeleteपुरुष सामान्य कला में १२४ तक सभी सेलेक्ट हैं कुछ १२३ वाले भी हैं..
अधिक जानकारी के लिए डायट से संपर्क करें..
धन्यवाद..!!
क्या आपको पता है?
ReplyDeleteक्रोध का पूरा खांनदान है......
:-क्रोध की एक लाडली बहन है
II जिद ॥
:-क्रोध की पत्नी है.....
॥ हिंसा ॥
:-क्रोध का बडा भाई है
॥ अंहकार ॥
:-क्रोध का बाप जिससे वह डरता है.....
॥ भय ॥
:-क्रोध की बेटिया हैं
॥ निंदा और चुगली ॥
:-क्रोध का बेटा है......
॥ बैर ॥
:-इस खानदान की नकचडी बहू है.....
॥ ईर्ष्या॥
:-क्रोध की पोती है......
॥ घृणा ॥
:-क्रोध की मां है ......
॥ उपेक्षा ॥
और क्रोध का दादा है
।। द्वेष ।।
तो इस खानदान से हमेशा
दूर रहें और हमेशा खुश रहो।
इस मेसज से सबको इस खानदान के बारे जानकारी दे।
धन्यवाद
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ReplyDeleteLT ke form post karne gaya tha to mandal ka pincode maag rahe hai. ab form par pincode to likha nahi hai, so net se search kiya hai. sabki suvidha ke lie yaha post kar raha hu. koi galti ho to bata dijiega.
ReplyDelete1. varanasi- 221002
2- barailly - 243001
3. agra- 282002
4. faizabad- 224001
5.devi patan mandal-623514par form 224001 pincode par bheje.
6. aligarh- 202001
7. moradabad- 244001
8.saharanpur- 247001
9. meerut- 250002
10. kanpur- 208002
11. azamgarh- 276001
12- gorakhpur- 273001
13. allahabad- 211001
14. mirzapur (vindhyachal mandal) - 231001
15- basti - 272001
16.lucknow - 226001
17- ballia -277001
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ReplyDeleteSita put female art Gen ki cut off kya h
ReplyDeleteसत्र 2007-08 के बी.एड डिग्री धारको के ध्यानार्थ
ReplyDeleteदिनांक 10 दिसम्बर 2007 को जारी एन सी टी ई द्वारा जारी मान्यता/ मान - दंड एवं क्रिया विनियम 2007 के अनुसार बी.एड की पात्रता में न्यूनतम योग्यता स्नातक 45% अथवा परास्नातक निर्धारित की गयी है (पेज २६-३२ का अवलोकन करें)
कई स्थानो से मिली सूचना के अनुसार उत्तर प्रदेश बी.ऎड प्रवेश परीक्षा सत्र 2007-08 में काउंसलिन्ग कुछ बैच में 50% स्नातक/परास्नातक के आधार पर कराई गयी अन्य अभ्यर्थियों को तत्पश्चात उपरोक्त नियमानुसार प्रवेश दिया गया ऐसी स्थिति में बेसिक शिक्षा परिषद को 72825 की भर्ती में सत्र 2007-08 को शामिल करना ही पडेगा अन्यथा की स्थिति में नागरिकों के समानता के अधिकार का हनन है ।
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ReplyDeleteSitapur DIET News:
ReplyDeleteSitapur Ki Final Selected Candidates List Ke Prakashan Pe SCERT Ne
Rok Laga Di Hai.SCERT Se Aadesh Milne Ke
Baad Hi List Jaari Ki Jayegi.
मेरे प्रिय आरक्षित वर्ग के भाईयों और बहनों एक महत्वपूर्ण बाद ध्यान रक्खे कि आप अपनी काउंसलिंग आरक्षित श्रेणी वाले दिन ही कराये इन टेट नेताओं के कमेन्टस के चक्कर में न आये क्योंकि आपको अपनी सीट से मतलब है पहले अपनी नौकरी पक्की करें बाद में राजनीति । क्या पता मंडल के चक्कर में कमंडल हाथ में रह जावे और आप जीवन भर बेरोजगार रह जावे। अपने आरक्षित वर्ग में अपनी सीट हक से मांगे और नौकरी पक्की करें सामान्य के चक्कर में न पडे क्योंकि एक गलती आपका सम्पूर्ण जीवन बेकार कर सकती हैं।
ReplyDeleteSir lakhimpur Ki news bata dejeye second counselling se related fem sci 112
ReplyDeleteRajesh g n pilibhit reserv tiger g pls pls pls help me....hardoi me maine 24 ko obc me counslling karai thi.mere obc female art 110 hai....wha ka kya status hai...list nikli ho to bta dijiye...m always thankful to u....pls sir
ReplyDeleteटेट मेरिट मानक ही नही अपितु एक संदेश है....!
ReplyDelete!
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एक सकारात्मक सोच और मनोवृति है ....शायद यही कारण है की व्यक्तिगत मतभेद होते हुए भी कठिन वक्त में सभी सदस्यों के बीच एक दुसरे से बेहतर करने की प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है.....
इसीलिए इसमें वैचारिक अभिव्यक्ति का सर्वोत्तम उदाहरण देखने को मिलता है.....
शब्द चयन के साथ लेखनी का उत्कृष्ट स्वरूप जो मोर्चा के महारथियों ने प्रस्तुत किया वह वैचारिक भिन्नता रखने वाले विपक्षियो में यह कभी देखने को नही मिला !
उनमे संयम,शालीनता का सर्वथा आभाव पाया गया ।
इसीलिए मोर्चा रूपी परिवार पे गर्व होता है मित्रो !
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ReplyDeleteDiet Sitapur update....
ReplyDeleteSitapur me cons.krane bale sathi final list ko lekr presan h .
Aj tk sitapur ki final list nhi ai h .ak technical problem h .list bnate samay special category ki seato ko v gen.me jod diya gya h .isliye scert ne rok lga di ab new list bnegi agle 2 ya 3 din me av spe.cat. K candidats ko filter kiya ja rha comptr.pr fir list bnegi .ap log wait kre presan na ho.
जानकारी बिल्कुल सटीक है-
ReplyDeleteइलाहाबाद डाएट मेँ सामान्य, पुरुष, कला वर्ग के कुल 18 अभ्यर्थी बाहर हुए हैँ जिसमेँ 17 अभ्यर्थी 123 अंक वाले एवं 1 अभ्यर्थी 125 अंक वाला, जिसके शैक्षणिक प्रमाणपत्रोँ मेँ कुछ त्रुटियाँ थी ।
good night
ReplyDeleteBhai hardoi ka update dene me sharam ati hai kya billi of pilibhit
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