Shiksha Mitra, Shiksha Mitra News Samayojan, Shiksha Mitra Counslling Primary Teacher Samayojan News , SARKARI NAUKRI NEWS, , SARKARI NAUKRI
चंदौसी। शिक्षामित्र जब से शिक्षक बने हैं, तब से उनका मानदेय बंद हो गया। वेतन न मिलने से शिक्षकों के परिवार पर आर्थिक संकट है। संकट में जूझ रहे शिक्षामित्रों ने दिवाली से पहले वेतन देने की मांग की है।
प्रदेश सरकार ने शिक्षामित्रों को नौकरी का तोहफा दिया है, लेकिन वेतन अभी तक नहीं मिला। जबकि उनके शिक्षक बनने के तीन महीने होने वाले हैं। अधिकतर शिक्षामित्रों ने शिक्षक पद पर 02 अगस्त 2014 को ज्वाइन किया था। इस हिसाब से अगस्त, सितंबर और अक्टूबर का वेतन उन्हें दीपावली के त्योहार से पहले दिया जा सकता है, लेकिन इनको वेतन नसीब नहीं हो सका। वेतन न मिलने से त्योहार फीका है। सरकार इसे वेतन की मांग की जा चुकी है।
आंकड़े इस प्रकार हैं
संभल जिले में शिक्षामित्रसे शिक्षक बने अभ्यर्थियों की संख्या 654।
मुरादाबाद जिले में शिक्षामित्र से शिक्षक बने अभ्यर्थियों की संख्या 526
दोनों जिलों में 1180 शिक्षामित्र, शिक्षक बने।
एक महीने के वेतन पर 3.26 करोड़ का अनुमानित व्यय।
एक शिक्षामित्र को 27670 रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा।
अब तक 3500 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलता था।
Happy dhanterus to all of my tet friends
ReplyDelete