/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Wednesday, October 22, 2014

आप सब को नव वर्ष व दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं

आप सब को नव वर्ष व दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं








दीपावली पर बरतें सावधानियां: अधिक से अधिक कॉपी पेस्ट शेयर कीजिये....
यदि आग कपड़ों में लग गई हो तो कंबल या मोटे कपड़े से व्यक्ति को ढंककर जमीन पर लेटने को कहें और जले हुए भाग को नल के खुले पानी के नीचे रखें।
पहने हुए कपड़े चिपक जाने पर उन्हें खींचकर न उतारें, कैंची से काटकर बहुत ध्यान से उतारें, किसी भी हालत में त्वचा को छिलने न दें।
दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को न घेरें। उसे खुली हवा की सबसे ज्यादा जरूरत है, वह उसे मिलने दें।
अगर थोड़ा बहुत जला है तो घाव पर दवा लगाएं। वरना तुरंत चिकित्सक के पास जाएं। यह सब करते समय घबराएं नहीं और गाड़ी बहुत तेज न चलाएं।
दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की स्थिति गंभीर होने पर खुद डॉक्टर न बनें। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सांत्वना दें, गलती के लिए डांटने-फटकारने से बचें।
-----------------------------------------------------------------------
-पटाखे छोड़ने से पहले खुली जगह तलाश लें। आप घर या बाहर जहां भी पटाखे जला रहे हों, ध्यान रखें कि उसके आसपास आसानी से जलने वाली कोई चीज मसलन पेट्रोल, डीजल, केरोसिन या गैस सिलिंडर वगैरह न रखा हो।
-पटाखे छुड़ाते समय बच्चों के साथ रहें और उन्हें पटाखे चलाने का सुरक्षित तरीका बताएं। छोटे बच्चों को पटाखे न जलाने दें। पांच साल से छोटे बच्चों को तो फुलझड़ी भी न जलाने दें, इन्हें खुद जलाकर बच्चों को दिखाएं।
-पटाखे जलाने के लिए मोमबत्ती या लंबी लकड़ी का इस्तेमाल करें। माचिस से आग लगाना खतरनाक हो सकता है।
-एक बार में एक ही पटाखा चलाएं। एक साथ कई पटाखे छोड़ने की हालत में आपका ध्यान बंट सकता है और यही लापरवाही हादसे की वजह बन जाती है।
- पटाखे को टिन या शीशे की बोतल में रखकर कभी न चलाएं।
- पटाखे चलाते समय पास में एक बाल्टी पानी जरूर रखें

64 comments:

  1. यह लगातार तीसरी दीपावली है जो मेरे लिए बुरी साबित हो रही है, सोचा था कम से कम काउंसलिंग होने के नाम पर ही इस दीपावली पर खुश हो जाऊंगा लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
    मेरी दीपावली भले ही काली साबित हो रही है लेकिन फिर भी आप लोगों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
    ईश्वर आप लोगों को ढेर सारी खुशियाँ दें,

    ReplyDelete
  2. हँसी आती है कि तुम लोग सूची में अपना नाम न देखकर यह समझ लिए कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भर्ती हो रही है तो चाहे जैसे हो तुम सब सुरक्षित हो. सुप्रीम कोर्ट ने भर्ती करने को कहा है न कि सारे नियमों को ताक पर रखकर मनमाने तरीके से लिस्ट जारी कर देने को.

    ReplyDelete
  3. यदि ये माँगे पूरी नहीं हुईं तो टीईटी मेरिट पर भर्ती की सूची पुनः जारी होगी,इसके लिए किसी पियक्कड़ नेता या चोट्टों के फौज की जरूरत नहीं पड़ेगी. जस्टिस दत्तू नेता के नहीं हैं जो किसी भी मनमानी भर्ती को मान लेंगे. यहाँ मैं यह जरूर कहूँगा कि यह गतिमान भर्ती अपारदर्शितायुक्त होकर बिहार भर्ती की राह पर बढ़ी जा रही है, फिलहाल हमारी निम्न माँगें हैं जो कि भर्ती प्रारंभ होने से पूर्व पूरी हो जानी चाहिए थी~

    ReplyDelete
  4. ये जूनियर मे हो क्या रहा हे कुछ गंन्दी मानसिकता के लोग हमारे कम मेरिट भाईयो का हक नाजायज तरीके से छीन रहे है ।
    असल मे जिन लोगो ने पहली,दूसरी और तीसरी काउसिंलिंग मे दूर दराज के जिलो मे काउसिंलिंग करवा ली है वहाँ बिना अभ्यर्थन निरस करवाये फोटोस्टेट से अपने आस पास के जिलो मे काउसिंलिंग करवा रहे है । और दो दो सीट कब्जाये बैठे है ।
    कल लगभग 40-50% काउसिंलिंग ऐसे लोगो ने ही करवायी है इसी कारण जिलो मे लगभग सीट फुल हो गयी है ।
    इस काउसिंलिंग मे फ्रेस लोग लगभग 2000 ही आये है ।
    कल एक जिले मे मैने इसका विरोध किया और BSA के संज्ञान मे मामले को उठाकर ऐसे दो लोगो को भगाया ।

    ReplyDelete
  5. बाहर से किसी ने पुकारा तो देखा मिट्टी के दीये और मूर्तियां बेचने वाली का बेटा खड़ा था।
    देख कर मुस्काया और बोला....
    'दीवे और मूर्तियां नहीं लेने क्या भाई जी.?'
    मैंने भी उसकी भोली सी मुस्कान का जवाब मुस्कान से दिया :-
    "लेने है भाई, पर पहले यह बताओ आज तुम्हारी माँ क्यूँ नहीं आयी".....
    'माँ'..........
    'माँ तो अस्पताल में भर्ती है भाई जी'
    ओह......
    मैंने पुछा :- 'और साथ में तुम्हारा भाई है क्या ये.?'
    'नहीं भाई जी ये तो मेरी छोटी बहन है....'
    'अच्छा तम कितने साल के है.?'
    'कौन सी कक्षा में पढते है.?'
    'तुम्हारे पिता जी कहाँ है.?'
    'और तुम दो ही भाई -बहन हो क्या...???'
    मैंने एक हि सांस में कई सवाल पूछ लिए थे।
    वो भी एक जिम्मेदार बेटा -भाई बन कर बोला :-
    'भाई मैं आठवीं पास हूँ और पन्द्रह वर्ष का हूँ।
    हम तीन भाई -बहन है, एक दीदी है जो ससुराल में है ,उसके बेटा हुआ है ...।
    पिता जी कुछ भी नहीं करते, कई वर्षों से नशा करते थे .......।'
    मैंने उसके पिता जी के बारे मे सुनकर कुछ बुरा सा मुहं बनाया तो वह बोला :-
    'नहीं भाई जी अब तो वह लाचार से हो गये हैं नशे की वजह से।
    कई बार तो खाना भी नहीं खाया जाता उनसे..।'
    ऐसे पिता के लिए भी उसके मन में इतनी श्रद्धा.!!
    मेरा मन भीग सा गया , और वो बोले जा रहा था.....
    "दीदी को भी त्यौहार पर कुछ देना है , माँ अगर ठीक होती तो पैसे ज्यादा बन जाते पर अब जैसे भी बनेगा कुछ तो करूँगा ही।"
    और मैं बस उसके भोले मुख को देखतI उसकी बातें सुनतI जा रहI थI......।
    मैंने दीये लेकर रुपयों के साथ कुछ सामान और कुछ फल पकडाये और उन दोनों भाई-बहन को जाते देखतl रहl...
    और सोचतi रहi कि ये कौन है.?
    पंद्रह वर्ष का बालक ,या अपनी बहनों की जिम्मेदारी उठाता नव -जवान या अपने बीमार माता- पिता की भी जिम्मेदारी उठता प्रोढ़...!!

    ReplyDelete
  6. "और उस ने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे। जिन में तुम पहिले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के हाकिम अर्थात उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो अब भी आज्ञा न मानने वालों में कार्य करता है। इन में हम भी सब के सब पहिले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएं पूरी करते थे, और और लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे। परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उस ने हम से प्रेम किया। जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है।) और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया। कि वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।''
    ________________________________________________________________________________________ इफिसियों 2:1-7 )

    ReplyDelete
  7. दोस्तो सबसे पहले साँपो के बारे मे एक महत्वपूर्ण बात आप ये जान लीजिये ! कि अपने देश भारत मे 550 किस्म के साँप है ! जैसे एक cobra है ,viper है ,karit है ! ऐसी 550 किस्म की साँपो की जातियाँ हैं ! इनमे से मुश्किल से 10 साँप है जो जहरीले है सिर्फ 10 ! बाकी सब non poisonous है! इसका मतलब ये हुआ 540 साँप ऐसे है जिनके काटने से आपको कुछ नहीं होगा !! बिलकुल चिंता मत करिए !

    लेकिन साँप के काटने का डर इतना है (हाय साँप ने काट लिया ) और कि कई बार आदमी heart attack से मर जाता है !जहर से नहीं मरता cardiac arrest से मर जाता है ! तो डर इतना है मन मे ! तो ये डर निकलना चाहिए !

    वो डर कैसे निकलेगा ????

    जब आपको ये पता होगा कि 550 तरह के साँप है उनमे से सिर्फ 10 साँप जहरीले हैं ! जिनके काटने से कोई मरता है ! इनमे से जो सबसे जहरीला साँप है उसका नाम है !
    russell viper ! उसके बाद है karit इसके बाद है viper और एक है cobra ! king cobra जिसको आप कहते है काला नाग !! ये 4 तो बहुत ही खतरनाक और जहरीले है इनमे से किसी ने काट लिया तो 99 % chances है कि death होगी !

    लेकिन अगर आप थोड़ी होशियारी दिखाये तो आप रोगी को बचा सकते हैं
    होशियारी क्या दिखनी है ???

    आपने देखा होगा साँप जब भी काटता है तो उसके दो दाँत है जिनमे जहर है जो शरीर के मास के अंदर घुस जाते हैं ! और खून मे वो अपना जहर छोड़ देता है ! तो फिर ये जहर ऊपर की तरफ जाता है ! मान लीजिये हाथ पर साँप ने काट लिया तो फिर जहर दिल की तरफ जाएगा उसके बाद पूरे शरीर मे पहुंचेगा ! ऐसे ही अगर पैर पर काट लिया तो फिर ऊपर की और heart तक जाएगा और फिर पूरे शरीर मे पहुंचेगा ! कहीं भी काटेगा तो दिल तक जाएगा ! और पूरे मे खून मे पूरे शरीर मे उसे पहुँचने मे 3 घंटे लगेंगे !

    मतलब ये है कि रोगी 3 घंटे तक तो नहीं ही मरेगा ! जब पूरे दिमाग के एक एक हिस्से मे बाकी सब जगह पर जहर पहुँच जाएगा तभी उसकी death होगी otherwise नहीं होगी ! तो 3 घंटे का time है रोगी को बचाने का और उस तीन घंटे मे अगर आप कुछ कर ले तो बहुत अच्छा है !

    क्या कर सकते हैं ?? ???

    घर मे कोई पुराना इंजेक्शन (injection) हो तो उसे ले और आगे जहां सुई(needle) लगी होती है वहाँ से काटे ! सुई(needle) जिस पलास्टिक मे फिट होती है उस प्लास्टिक वाले हिस्से को काटे !! जैसे ही आप सुई के पीछे लगे पलास्टिक वाले हिस्से को काटेंगे तो वो injection एक सक्षम पाईप की तरह हो जाएगा ! बिलकुल वैसा ही जैसा होली के दिनो मे बच्चो की पिचकारी होती है !

    उसके बाद आप रोगी के शरीर पर जहां साँप ने काटा है वो निशान ढूँढे ! बिलकुल आसानी से मिल जाएगा क्यूंकि जहां साँप काटता है वहाँ कुछ सूजन आ जाती है और दो निशान जिन पर हल्का खून लगा होता है आपको मिल जाएँगे ! अब आपको वो injection( जिसका सुई वाला हिस्सा आपने काट दिया है) लेना है और उन दो निशान मे से पहले एक निशान पर रख कर उसको खीचना है ! जैसी आप निशान पर injection रखेंगे वो निशान पर चिपक जाएगा तो उसमे vacuum crate हो जाएगा ! और आप खींचेगे तो खून उस injection मे भर जाएगा ! बिलकुल वैसे ही जैसे बच्चे पिचकारी से पानी भरते हैं ! तो आप इंजेक्शन से खींचते रहिए !और आप first time निकलेंगे तो देखेंगे कि उस खून का रंग हल्का blackish होगा या dark होगा तो समझ लीजिये उसमे जहर मिक्स हो गया है !

    तो जब तक वो dark और blackish रंग blood निकलता रहे आप खिंचीये ! तो वो सारा निकल आएगा ! क्यूंकि साँप जो काटता है उसमे जहर ज्यादा नहीं होता है 0.5 मिलीग्राम के आस पास होता है क्यूंकि इससे ज्यादा उसके दाँतो मे रह ही नहीं सकता ! तो 0.5 ,0.6 मिलीग्राम है दो तीन बार मे आपने खीच लिया तो बाहर आ जाएगा ! और जैसे ही बाहर आएगा आप देखेंगे कि रोगी मे कुछ बदलाव आ रहा है थोड़ी consciousness (चेतना) आ जाएगी ! साँप काटने से व्यकित unconsciousness हो जाता है या semi consciousness हो जाता है और जहर को बाहर खींचने से चेतना आ जाती है ! consciousness आ गई तो वो मरेगा नहीं ! तो ये आप उसके लिए first aid (प्राथमिक सहायता) कर सकते हैं !

    इसी injection को आप बीच से कट कर दीजिये बिलकुल बीच कट कर दीजिये 50% इधर 50% उधर ! तो आगे का जो छेद है उसका आकार और बढ़ जाएगा और खून और जल्दी से उसमे भरेगा !
    तो ये आप रोगी के लिए first aid (प्राथमिक सहायता) के लिए ये कर सकते हैं !
    ____________________________

    ReplyDelete

  8. दूसरा एक medicine आप चाहें तो हमेशा अपने घर मे रख सकते हैं बहुत सस्ती है homeopathy मे आती है ! उसका नाम है NAJA (N A J A ) ! homeopathy medicine है किसी भी homeopathy shop मे आपको मिल जाएगी ! और इसकी potency है 200 ! आप दुकान पर जाकर कहें NAJA 200 देदो ! तो दुकानदार आपको दे देगा ! ये 5 मिलीलीटर आप घर मे खरीद कर रख लीजिएगा 100 लोगो की जान इससे बच जाएगी ! और इसकी कीमत सिर्फ पाँच रुपए है ! इसकी बोतल भी आती है 100 मिलीग्राम की 70 से 80 रुपए की उससे आप कम से कम 10000 लोगो की जान बचा सकते हैं जिनको साँप ने काटा है !

    और ये जो medicine है NAJA ये दुनिया के सबसे खतरनाक साँप का ही poison है जिसको कहते है क्रैक ! इस साँप का poison दुनिया मे सबसे खराब माना जाता है ! इसके बारे मे कहते है अगर इसने किसी को काटा तो उसे भगवान ही बचा सकता है ! medicine भी वहाँ काम नहीं करती उसी का ये poison है लेकिन delusion form मे है तो घबराने की कोई बात नहीं ! आयुर्वेद का सिद्धांत आप जानते है लोहा लोहे को काटता है तो जब जहर चला जाता है शरीर के अंदर तो दूसरे साँप का जहर ही काम आता है !

    तो ये NAJA 200 आप घर मे रख लीजिये !अब देनी कैसे है रोगी को वो आप जान लीजिये !
    1 बूंद उसकी जीभ पर रखे और 10 मिनट बाद फिर 1 बूंद रखे और फिर 10 मिनट बाद 1 बूंद रखे !! 3 बार डाल के छोड़ दीजिये !बस इतना काफी है !

    और राजीव भाई video मे बताते है कि ये दवा रोगी की जिंदगी को हमेशा हमेशा के लिए बचा लेगी ! और साँप काटने के एलोपेथी मे जो injection है वो आम अस्तप्तालों मे नहीं मिल पाते ! डाक्टर आपको कहेगा इस अस्तपाताल मे ले जाओ उसमे ले जाओ आदि आदि !!

    और जो ये एलोपेथी वालो के पास injection है इसकी कीमत 10 से 15 हजार रुपए है ! और अगर मिल जाएँ तो डाक्टर एक साथ 8 से -10 injection ठोक देता है ! कभी कभी 15 तक ठोक देता है मतलब लाख-डेड लाख तो आपका एक बार मे साफ !! और यहाँ सिर्फ 10 रुपए की medicine से आप उसकी जान बचा सकते हैं !

    और राजीव भाई इस video मे बताते है कि injection जितना effective है मैं इस दवा(NAJA) की गारंटी लेता हूँ ये दवा एलोपेथी के injection से 100 गुना (times) ज्यादा effective है !

    तो अंत आप याद रखिए घर मे किसी को साँप काटे और अगर दवा(NAJA) घर मे न हो ! फटाफट कहीं से injection लेकर first aid (प्राथमिक सहायता) के लिए आप injection वाला उपाय शुरू करे ! और अगर दवा है तो फटाफट पहले दवा पिला दे और उधर से injection वाला उपचार भी करते रहे !
    दवा injection वाले उपचार से ज्यादा जरूरी है !!
    ________________________________
    तो ये जानकारी आप हमेशा याद रखे पता नहीं कब काम आ जाए हो सकता है आपके ही जीवन मे काम आ जाए ! या पड़ोसी के जीवन मे या किसी रिश्तेदार के काम आ जाए! तो first aid के लिए injection की सुई काटने वाला तरीका और ये NAJA 200 hoeopathy दवा ! 10 - 10 मिनट बाद 1 - 1 बूंद तीन बार
    रोगी की जान बचा सकती है !!

    ReplyDelete
  9. .
    .
    .
    N
    E
    W
    .
    .
    I
    N
    T
    E
    X
    .
    .
    W
    A
    L
    I
    .
    .
    .
    बहुत दूर है मेरे शहर से तेरे शहर का किनारा;
    फिर भी हम हवा के हर झोंके से तेरा हाल पूछते है।

    ReplyDelete
  10. #‎कृपया‬ चाइनीज आइटम्स का बहिष्कार करें।

    इस बार देखने में आया है की चाइनीज उत्पादों के बारे में लोगों में जागरूकता आई है तथा लोगो ने चाइनीज उत्पादों को नकार दिया है। इस बार चाइनीज उत्पादों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले लगभग 25% तक कम है। मैं अपने सभी भारतवासी भाइयों से पूछता हूँ की बाकि के 75% लोग कब सुधरेंगे? और चीन की जगह हिंदुस्तान को दिवाली मनाने का मौका देंगे? हिन्दुस्तानी त्यौहार को हिंदुस्तानी तरीके से मनाइए और भारतीय संस्कृति को जिन्दा रखिये।

    # कृपया चाइनीज आइटम्स का बहिष्कार करे।

    हमसे जुड़ने के लिए देश की प्रगति में भागीदार बनिये।

    ReplyDelete
  11. फिलहाल हमारी निम्न माँगें हैं जो कि भर्ती प्रारंभ होने से पूर्व पूरी हो जानी चाहिए थी~
    1- सर्वप्रथम टीईटी रिजल्ट 2011 ऑनलाइन हो.
    2-संबंधित डायट के आवेदकों का ब्यौरा ऑनलाइन हो.
    3-सभी डायट्स पर काउंसिलिंग अलग- अलग दिन आयोजित हो तथा हर अभ्यर्थी को काउंसलिंग का मौका मिले अन्यथा सभी जिलों में फॉर्म भरने का क्या प्रयोजन रह जाता है फॉर्म भर्ती होने के लिए भरा गया है आवेदक साबित होने के लिए नहीं(अन्यथा प्रक्रिया तथा चयन सूची रद्द होने का यह बहुत मजबूत आधार बनेगा,हालाँकि टीईटी मेरिट किसी के पुरखे नहीं बदल सकते)
    4-प्रत्यावेदन के द्वारा कराई गई औपबंधिक काउंसलिंग की जाँच हो जाने के पश्चात ही अनंतिम सूची निर्गत की जाय तथा डाक्यूमेंट वापिस किये जाएँ.
    5-चयन सूची में नाम आने के बाद चयनित अभ्यर्थियों का संपूर्ण ब्यौरा/रिक्त सीटों का ब्यौरा डायट, एन. आई. सी. तथा एस. सी. ई. आर. टी. की वेबसाईट पर सार्वजनिक किया जाए.
    जिन्हें यह शक हो कि हमारी ये माँगे शासन पूरी नहीं करेगी उन्हें हर टीईटी अभ्यर्थी की तरफ से मैं यह बता देता हूँ कि पारदर्शिता लाना सरकार की मजबूरी है जिन्होंने नौकरी के लिए तीन वर्षों की गर्मी, सर्दी, मानसिक पीड़ा, सामाजिक उत्पीड़न झेली है वे वर्ष भर और झेलने को तैयार हैं पर जिंदगी भर नहीं.
    जो नौकरी का वास्तविक हकदार है उसे मिलना चाहिए अन्यथा परिणाम बुरा होगा.

    ReplyDelete
  12. रसोईघर 'एक खूबसूरत-औषधीय -ख़ज़ाना'... "चुनिंदा बातें लहसुन के बारे में":

    १/. भारतीय रसोई में प्रयुक्त होने वाले प्रमुख मसालों में से एक "लहसुन" के औषधीय गुणों की मुरीद तो पूरी दुनिया, सदियों से ही, रही है। इसके पीछे प्राचीनकाल से ही स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ मिलना भी एक बड़ा कारण रहा है। अतः आप भी लहसुन का प्रयोग बेहिचक करें और देखें, आपको मिलेंगे फायदे ही फायदे।

    २/. किसी भी प्रकार की एलर्जी हो या फी सायनस की समस्या ही क्यों न हो, लहसुन की दो कलियों को छीलकर नासिकारंध्रों के पास लाकर, साँसों को तेजी से अन्दर लेना आरंभ कर दें, तत्काल लाभ मिलेगा।

    ३/. लहसुन की खूबियों की महत्ता केवल आयुर्वेदिक ग्रंथों में ही नहीं बल्कि इनका जबरदस्त बखान बाइबल एवं चीनी पुस्तकों में भी मिलता है।

    ४/. लहसुन की छिली हुई 1-2 कलियाँ नित्य गुनगुने पानी से लेने पर रक्तचाप नियंत्रित रहता है; रक्त में एल.डी.एल. कोलेस्ट्रोल की मात्रा नियंत्रित रहती है; रक्तनलिकाओं में रक्त कणिकाओं के जमने की संभावना कम हो जाती है एवं साथ ही साथ रक्तगत शर्करा भी नियंत्रित होने लग जाती है| इतना ही नहीं यह प्रयोग कैंसर जैसे रोगों में भी असरकारक रोधी-प्रभाव दर्शाता है।

    ५/. 'लहसुन' शरीर से पारे एवं अन्य भारी धातुओं को बाहर निकालता है| इसे प्राकृतिक एंटीबायोटिक माना गया है, फलस्वरूप शरीर के अन्दर इसके जीवाणुरोधी प्रभाव देखे गए हैं। इसमें एंटीवाइरल, एंटीफँगल एवं एंटीऑक्सीडेंट गुणों का अनूठा संगम देखा गया है।

    ६/. लहसुन शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। लहसुन की 10-12
    कलियों को एक गिलास पानी में उबालें, जब ये मुलायम हो जाएँ तब इसमें 100 ml सिरका तथा थोड़ी मात्रा में शक्कर मिलकर चासनी बना लें| बस हो गयी दमा के रोगियों के लिए रामबाण औषधि तैयार। दमा के रोगियों को सुबह निहारे पेट एवं रात्रि में भोजन करने के 3 घंटे बाद सोते समय, दिन में दो बार नियमित रूप से सेवन कराएँ, आशातीत लाभ मिलता है| इसके अलावा नाक से बहने वाले खून यानि (नकसीर) में भी इस रस को नासिका में टपकाने से खून आना बंद हो जाता है|

    मित्रों, है न लहसुन अनगिनत गुणों से भरपूर... तो देर किस बात की?
    शुरू करें आज और अभी से ही लहसुन के प्रयोग और पाएँ बेहिसाब लाभ ही लाभ।

    ReplyDelete
  13. 15th संशोधन इलाहाबाद हाई कोर्ट की लार्जर बेंच के डायरेक्शन के आधार पर अल्ट्रा वायरस घोषित है और लखनऊ हाई कोर्ट में 12th को अल्ट्रा वायरस घोषित करने की माँग की गयी है ,,,,, गजब तमाशा चल रहा है ,,,

    ReplyDelete
  14. सोमवार को कालाधन के 800 में से पहली लिष्ट में 136 खाताधारकों के नाम उजागर करेगी मोदी सरकार ।।

    ReplyDelete
  15. KUSHINAGAR MERIT--
    unr fm art 107 d.o.b. 13.08.1981
    obc fm art 101 d.ob. 15.10.1987
    sc fm art 87 all
    st fm art 83 all
    unr fm sci 106 all
    obc fm sci 94 d.ob. 31.03.1979
    sc fm sci 83 all
    st fm sci 83 all
    unr male art 118 all
    obc m art 114 d.ob. 04.08.1978
    sc m art 96 d.ob. 03.12.1968
    st m art 88 all
    unr m sci 117 all
    o.b.c. m sci 112 d.o.b 02.07.1974
    sc m sci 99 all
    st m sci 83 all

    ReplyDelete
  16. ईश्वर अपने बच्चो को कभी निराश नही करता।
    आज तक इस भर्ती में बहुत से भाइयो ने तन मन धन से अपना योगदान दिया है इस आशय से की उनका चयन किसी न किसी काउंसलिंग में हो ही जायेगा। किन्तु आज की स्थिति को देखते हुए सारे समीकरण बदलते हुए दिख रहे हैं। जिससे हमारे कुछ भाई निराशा तथा अवसादग्रस्त हो चुके हैं, जिसकी बानगी हमें देखने को मिल रही है।

    ReplyDelete
  17. मै इस बात का वादा करता हु की आपको मेरा समर्थन आज और आने वाले कल में भी मिलता रहेगा। और आशा करता हु आप भी मेरे मजबूरियों को समझेंगे।
    आप के इस लडाई में हम आपके साथ हमेशा तन मन धन से लगे रहेंगे।
    दोस्त एक बार आवाज दे के देखना हमेशा आपके आस पास नज़र आऊंगा।
    अंत में हमारे सभी साथियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामना।

    ReplyDelete
  18. माना की नही आता मुझे किसी का दिल जीतना.....!

    मगर ये तो बताओ की यहाँ दिल है किसके पास.. ..?

    ReplyDelete
  19. एक बार देवर्षि नारद के मन मेँ यह जानने की जिज्ञासा हुई कि इस सृष्टि मेँ सबसे बड़ा कौन है ? अपनी इस जिज्ञासा को लेकर वे वैकुंठ मेँ भगवान विष्णु के पास पहुँचे और अपना मनोभाव व्यक्त किया ।
    भगवान विष्णु ने कहा- "नारद ! सबसे बड़ी तो पृथ्वी ही दिखती है,पर वह समुद्र से घिरी हुई है,अतएव वह भी बड़ी नहीँ है । समुद्र को भी बड़ा नहीँ कहा जा सकता; क्योँकि उसे अगस्त्य मुनि पी गये थे। इससे तो अगस्त्य मुनि सबसे बड़े हो गये, परंतु अनंताकाश के एक नन्हे से भाग मेँ वे जुगनू की तरह चमक रहे हैँ, इसलिए वे भी बड़े नहीँ हैँ। आकाश को यदि बड़ा कहेँ तो उसे भी मैँने (भगवान वामन ने)एक पग मेँ नाप लिया था, अतएव वह भी उनके सामने नगण्य है । इस दृष्टि से मैँ (श्री विष्णु ) ही बड़ा हुआ । तथापि मैँ भी सबसे बड़ा नहीँ हूँ; क्योँकि तुम्हारे हृदय के अंगुष्ठमात्र स्थल मे मैँ सदा स्थित रहता हूँ, इसलिए तुम ही सबसे बड़े हुए।"

    वस्तुतः भक्त के हृदय मेँ भगवान बसते हैँ, इसलिए भक्त ही सबसे महान होता है ।
    दीपावली की हार्दिक बधाइयां........

    ReplyDelete
  20. कुछ लोग जैसी ही सूरज निकला हाथ मुँह धोया चाय -वाय सुडकी .....चिरम -विलम भरी.... और फिर दो चार लम्बे कस भरते हुए शरीर के हर सुराख से धुँआ निकालने के पश्चात जब ये कुछ होश मे आते है तो फिर महाराज खोलकर सिर्फ एक ही लफ्ज उवाच करते है -----
    "" धाँधली..... धाँधली .....धाँधली """""......और जब नशा और सांय सांय बोलता है तो फिर अपनी ट्यून विविध भारती से हटाकर आकाशवाणी लखनऊ लगा कर सियारो की तरह ऊपर मुँह करके """ प्राइमरी रद्द ....जूनियर रद्द , प्राइमरी रद्द ....जेनियर रद्द """" चिल्लाने लगते है ।

    .....ऐसा लगता है कि ये सारी की सारी भर्तियाँ इनके फाजिल अब्बू ने निकाली है और ये जब चाहेगे तब इनको रद्द करवा देगे ।
    और अगर कही शिक्षा मित्रों का नाम ले दो तब तो फिर क्या कहने .. अचानक ही ऐसे उछलने लगते है जैसे 100 रिवाइटल कैप्सूल एक साथ खा लिये हो अभी जायेगे और सभी 58000 शिक्षा मित्रों को गिलास मे घोलकर एक ही सांस मे गटक जायेगे ।

    ......इतने ही काबिल हो तो प्राइमरी , जूनियर तो रद् करवा ही रहे हो लगे हाथ LT भी रद्द करवा दो ....।
    फिर एक साथ नौटंकी कम्पनी खोलेगे .... तुम साडी- ब्लाउज पहनकर नाचना और मै ढोलक बजाऊगा .....
    ऐसे ता धिन .....ततत धिन ....ता धिन .....ततत धिन ,ता धिन ....ततत धिन।

    ReplyDelete
  21. एक दिन एक औरत अपने घर के बाहर आई और उसने तीन
    संतों को अपने घर के सामने देखा। वह उन्हें
    जानती नहीं थी।
    औरत ने कहा – “कृपया भीतर आइये और भोजन
    करिए।”
    संत बोले – “क्या तुम्हारे पति घर पर हैं?”
    औरत ने कहा – “नहीं, वे अभी बाहर गए हैं।”
    संत बोले – “हम तभी भीतर आयेंगे जब वह घर पर हों।”
    शाम को उस औरत का पति घर आया और औरत ने उसे
    यह सब बताया।
    औरत के पति ने कहा – “जाओ और उनसे कहो कि मैं घर
    आ गया हूँ और उनको आदर सहित बुलाओ।”
    औरत बाहर गई और उनको भीतर आने के लिए कहा।
    संत बोले – “हम सब किसी भी घर में एक साथ
    नहीं जाते।”
    “पर क्यों?” – औरत ने पूछा।
    उनमें से एक संत ने कहा – “मेरा नाम धन है” – फ़िर
    दूसरे संतों की ओर इशारा कर के कहा – “इन
    दोनों के नाम सफलता और प्रेम हैं। हममें से कोई एक
    ही भीतर आ सकता है। आप घर के अन्य सदस्यों से
    मिलकर तय कर लें कि भीतर किसे निमंत्रित
    करना है।”
    औरत ने भीतर जाकर अपने पति को यह सब बताया।
    उसका पति बहुत प्रसन्न हो गया और बोला –
    “यदि ऐसा है तो हमें धन को आमंत्रित
    करना चाहिए। हमारा घर खुशियों से भर जाएगा।”
    लेकिन उसकी पत्नी ने कहा – “मुझे लगता है कि हमें
    सफलता को आमंत्रित करना चाहिए।”
    उनकी बेटी दूसरे कमरे से यह सब सुन रही थी। वह उनके
    पास आई और बोली – “मुझे लगता है कि हमें प्रेम
    को आमंत्रित करना चाहिए। प्रेम से बढ़कर कुछ
    भी नहीं हैं।”
    “तुम ठीक कहती हो, हमें प्रेम
    को ही बुलाना चाहिए” – उसके माता-पिता ने
    कहा।
    औरत घर के बाहर गई और उसने संतों से पूछा – “आप में से
    जिनका नाम प्रेम है वे कृपया घर में प्रवेश कर भोजन
    गृहण करें।”
    प्रेम घर की ओर बढ़ चले। बाकी के दो संत भी उनके
    पीछे चलने लगे।
    औरत ने आश्चर्य से उन दोनों से पूछा – “मैंने
    तो सिर्फ़ प्रेम को आमंत्रित किया था। आप लोग
    भीतर क्यों जा रहे हैं?”
    उनमें से एक ने कहा – “यदि आपने धन और सफलता में से
    किसी एक को आमंत्रित किया होता तो केवल
    वही भीतर जाता। आपने प्रेम को आमंत्रित
    किया है। प्रेम कभी अकेला नहीं जाता। प्रेम जहाँ-
    जहाँ जाता है, धन और सफलता उसके पीछे जाते हैं।
    इस कहानी को एक बार, 2 बार, 3 बार
    पढ़ें ........
    अच्छा लगे तो प्रेम के साथ रहें, प्रेम बाटें,
    प्रेम दें और प्रेम लें क्योंकि प्रेम ही सफल जीवन
    का राज है।.............................................

    ReplyDelete
  22. "किस किस का नाम लें,अपनी बरबादी मेँ;
    बहुत लोग आये थे दुआयेँ देने शादी मेँ !

    ReplyDelete
  23. एक बार एक सर्कस को सरकार ने बंद कर दिया तो सर्कस मालिको ने अपने शेर जंगल छोड़ दिए। एक महीने बाद सरकारी रिपोर्ट आई की सर्कस के शेरो में से 75 फ़ीसदी शेर जंगली कुत्तो द्ववारा मारे गए।

    क्यों????

    क्योकि सर्कस में रहकर वो शेर तैयार माल खाते थे उनेह दौड़ कर शिकार करने की आदत नहीं थी तो शिकार करना भूल गए। उधर जंगली कुत्ते मरते क्या नहीं करते ,शिकार की कला सीख गय और शेरो को मार दिया

    इससे क्या सीख मिली

    की आप अपने बालको को हमेशा फिश फ्राई मत खिलाइए बल्कि उसकी फिश पकड़ना भी खिलाइये। जो अपने बालको को दुनियादारी की सख्ती नहीं डाल रहे और उनकी हर डिमांड मुफ्त में पूरी कर रहे है वो असल में अपने बालको को सर्कस का शेर बना रहे है।

    लाड और प्यार की अति हर चीज़ की अति से बुरी है। हर मांग पर अपनी शर्त रखिये

    जैसे आई फोन मिलेगा पर 10वी में इतने आने चाहिए
    सोनी एक्स बोक्स मिलेगा यदि 12वि तक यही स्थिति बना कर रखी इत्यादि

    ReplyDelete
  24. 1.जितना कमाएँ उससे कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनायें
    2. दिन में कम से कम 3 लोगो की प्रशंसा करें
    3. खुद की भूल स्वीकारने में कभी भी संकोच न करें
    4. किसी के सपनो पर कभी भी न हंसे
    5. अपने पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी आगे जाने का मौका दें
    6. रोज उदय होते सुरज को अवश्य देखें
    7. खूब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लें
    8. किसी से कुछ जानना हो तो, विवेक से दो बार पूछें
    9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दें
    10. ईश्वर पर अटूट भरोसा रखें
    11. प्रार्थना करना कभी मत भूलें, प्रार्थना में अपार शक्ति होती है
    12. हमेशा अपने काम से मतलब रखें
    13. समय सबसे ज्यादा कीमती है, इसको फालतु कामो में खर्च ना करें
    14. जो आपके पास है, उसी में खुश रहना सीखें
    15. बुराई कभी भी किसी की भी मत करें, क्योंकि बुराई नाव में छेद समान है, छेद छोटा हो या बड़ा नाव को डुबा ही देता है
    16. हमेशा सकारात्मक सोच रखें
    17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता हैं, बस उस हुनर को दुनिया के सामने लाएं
    18. कोई काम छोटा नही होता, हर काम बडा होता है
    19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछ कोशिश करते हैं
    20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नहीं बल्कि कुछ पुरुषार्थ करना पडता है

    ReplyDelete
  25. प्रकाश पर्व "दीपावली" आपके जीवन में खुशियाँ ही खुशियाँ लेकर आये |
    जिस तरह "दीपक" की "एक लौ " अमावस्या" की अँधेरी रात में उजाला भर देती हे ,उसी प्रकार आपके जीवन के सारे अँधेरे दूर हो जाये और आपके जीवन में "उजाला ही उजाला" हो |
    आप अपने क्षेत्र में उच्चतम उंचाइयो पर पंहुचे |
    इसी कामना के साथ आपको "दीपावली" की "ढेरो शुभकामनाये

    ReplyDelete
  26. इश्क़ करो तो आयुर्वेदिक वाला करो !
    फायदा ना हो तो नुक़सान भी ना हो !!

    ReplyDelete
  27. ईलाका कीसी का भी हो !!
    पर धमाका हमारा ही होगा !!!

    🎽
    \ - \

    。★*゚゚*★∵★*゚゚*★。
    ☆゚    ゚☆゚   ゚☆
    ★* Dil Se *★
    ゚☆。      。☆゚
     *★。     。★*
      ∵☆。  。☆∵
        ゚*★。。★*゚


    .-..-.
    `·.·´
    ●/
    /▌
    / \
     。*☆∴。 。∴☆*。
    。★*゚゚*★∵★*゚゚*★。
    ☆゚   ゚☆゚   ゚☆
    ★* Aap Ko *★
    ゚☆。      。☆゚
     *★。     。★*
      ∵☆。  。☆∵
        ゚*★。。★*゚

    .-..-.
    `·.·´
    ●/
    /▌
    / \
     。*☆∴。 。∴☆*。
    。★*゚゚*★∵★*゚゚*★。
    ☆゚   ゚☆゚   ゚☆
    ★* ADVANCE *★
    ゚☆。 me   。☆゚
     *★。     。★*
      ∵☆。  。☆∵
        ゚*★。。★*゚



    ●/
    /▌
    / \
     。*☆∴。 。∴☆*。
    。★*゚゚*★∵★*゚゚*★。
    ☆゚   ゚☆゚   ゚☆
    ★* Happy *★
    ゚☆ Diwali。☆゚
     *★。  。★*
      ∵☆。  。☆
        ゚*★。。★*゚

    ReplyDelete
  28. I
    N
    T
    E
    X
    .
    .
    W
    A
    L
    I
    .
    .
    .
    उनको जी भर के देखने को ज़ी चाहता है,
    उनकी तो हर एक अदा निराली है।
    आज तो ज़ी भर के खुशियों मनाएंगे...
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    क्यूँकि आज तो छोटी दिवाली है... ॥

    ReplyDelete
  29. कंगाली की आखिरी दिवाली ..........
    अगली और उसके बाद की सभी दिवाली सैलरी के साथ होगी

    ReplyDelete
  30. एक मिनट में पीले दांत सफ़ेद

    सरसों के तेल में नमक मिला के आप ऊँगली से दांतों पर रगड़ने से दांत सफ़ेद हो जायेंगे ..

    ReplyDelete
  31. दिवाली मनाएं (1)

    आओ दीप जलाएं, दिवाली मनाएं,
    कुछ ऐसा करें हम हँसे और हंसाएं।

    संग-संग रह सके मिलके सारा जहां,
    देखकर न जलें न किसी को जलाएं।

    घर का कोना न कोई अँधेरा रहे,
    सब बड़े छोटों को साथ में हम मिलाएं।

    है दुआ बस यही रौशनी हो जहां में,
    अब अरमां नहीं बदगुमानी जलाएं।

    खुशियों का दिन आ गया जिंदगी में,
    मिलकर न क्यों हम ये खुशियाँ मनाएं।

    हाथ में हाथ डाले गले मिल रहे हैं.
    चाँद तारों को देखें सदां गुनगुनाएं।

    खुश रहे इष्ट अपना और माँ-बाप भी,
    आओ पूजा की ऐसी रिबायत चलायें।

    सबके चेहरे चमकते हों उल्लास से,
    कुछ उम्मीदें दिलों में जगाकर दिखाएँ।

    ReplyDelete
  32. आज नरक चतुर्दशी.......
    आज ही भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था।
    आइये
    हम आज के दिन
    अस्वच्छता,आतंकवाद, भ्रष्टाचार, दहशतवाद जैसे आसुरोका वध करने का संकल्प करते है।
    दीवाली की कोटि कोटि शुभकामनाये।

    ReplyDelete
  33. Sir, hardoi diet ki ad aai h, usme kuch documnts vapas krne ki baat ki gai h, sir mujhe wo smjh me nhi aa rha h, sir pls explain kr de usme obc male sci. Ka coloumn.

    ReplyDelete
  34. करते है मोल भाव भगवन की मूर्ति खरीदते समय,
    ,
    ,
    फिर उसी मूर्ति से करोडो रुपये माँगते है ।

    ReplyDelete
  35. Sir, ydi hardoi me documnts vapas kiye ja rhe h, to kya iska matlb ye hua k candidates ovrflow ho gaye h? Ab kya waha 3rd counsllng nhi hogi? Reserve catgry me? Sir pls explain.

    ReplyDelete
  36. दो तरह की लड़कियों के पीछे
    मत भागो।
    1. जिसके पीछे मैं हूँ,
    क्योंकि वो तुमसे कभी नहीं पटेगी।
    2. जिसके पीछे मैं नहीं हूँ, वो
    मुझसे नहीं पटी तो,
    तुमसे क्या घंटा पटेगी।.....
    😎

    ReplyDelete
  37. -- इन्सान कैसा होना चाहिये ---
    ..
    "यह सवाल मैंने अलग अलग इंसानों से पूछा और
    जवाब कुछ इस तरह थे,,,,,
    ..
    सब से पहले यह सवाल किया महिला से के
    "इन्सान कैसा होना चाहिए"
    --
    महिला का जवाब-खुबसूरत, मुझे देखो सब मुझे पसंद
    करते है और मुझसे दोस्ती करना चाहते है क्यूंकि मैं
    खुबसूरत हूँ।
    जवाब सुन कर मैंने सोचा- ज़िन्दगी गुजार दी तन
    के अहंकार में।
    ..
    फिर यह सवाल किया व्यापारी से
    क़ि "इन्सान को कैसा होना चाहिये"
    व्यापारी का जवाब-धनवान, मुझे देखो सब मुझे
    पसंद करते है और मेरे जैसा बना चाहते है क्यूंकि मैं
    धनी हूँ।
    जवाब सुन कर मैंने सोचा-जिंदगी गुजार दी धन के
    अहंकार में।
    ..
    फिर यह सवाल किया पंडित जी से क़ि "इन्सान
    को कैसा होना चाहिये"
    पण्डित जी का जवाब-ज्ञानी, मुझे देखो सब मुझे
    पसंद करते है और मेरे जितना विद्वान बना चाहते
    है क्यूंकि मैं ज्ञानी हूँ।
    जवाब सुन कर मैंने सोचा-जिंदगी गुज़ार
    दी ज्ञान के अहंकार में।
    ..
    फिर यह सवाल किया एक बच्ची से क़ि "इन्सान
    कैसा होना चाहिए"
    बच्ची का जवाब- --
    मेरी माँ जैसा क्यूंकि वो खुद से और सब से
    ज्यादा प्यार मुझे
    करती है खुद भूखी सो सकती है पर मुझे भूखा देख
    भी नहीं सकती।
    मेरी माँ को सब बदसूरत निर्धन और अनपढ़ कहते है।
    वो फिर भी मुस्कुराते रहती है और मुझसे
    ज्यादा किसी की परवाह नही करती खुद
    की भी नहीं।।।
    यह जवाब सुन कर मैं कुछ सोच न सका और समझ
    गया के ज़िन्दगी माँ के प्यार के बिना अधूरी है
    ओर शायद इसलिय कहते है के भगवान हर जगह हमारे
    लिए
    नही हो सकता तभी उसने माँ बनाई,,,,,
    ..
    दोस्तों आज का इन्सान चाहता है के उसके पास
    कुछ न हो पर तन मन धन जरुर हो। मगर सच तो यह है
    के ज़िन्दगी माँ के प्यार के बिना अधूरी है।
    ..
    दोस्तों आज भारत देश में वृधा आश्रम बढते जा रहे
    है। कभी बेटा तो कभी बहू अपने स्वार्थ के लिए
    माँ को घर से निकाल देतेे है। मुझे शर्म आती है आज
    के इन मतलबी इंसानों पर और एक बात याद
    रखनी चाहिए के जो आज इनका वो कल
    तुम्हरा है।
    ..
    दोस्तों, मैं कभी वृधा आश्रम में रहने
    वाली माँ की मदद नहीं करना चाहता। मैं
    चाहता हूँ इस देश सेे ऐसे सभी आश्रम ख़तम हो जाए
    ओर माँ अंतिम सास तक अपनों के साथ रहे।
    ..
    दोस्तों इस बात से मुझे समझ आ गयी के "इन्सान
    को माँ जैसा होना चाहिए"

    ReplyDelete
  38. फिलहाल तो यही देखना है कि सरकार इस आदेश का अनुपालन करती भी है या नही बाद में याचिका का outcome देखा जाएगा ..... जज साहिबा ने याची को काउंसिलिंग में appear होने के लिए allow किये जाने वाले sentence में may शब्द का प्रयोग किया है ना कि is का ... सपा सरकार जब should को सीरियसली लेने में 2 साल लगाती है तो may को समझने में कितना वक्त लगाएगी ये बात देखने वाली होगी

    ReplyDelete
    Replies
    1. Tmntbn sir, u r such an intelligent prsn!!!!! I m a great fan of ur n rajesh sir. Salute to u sir.

      Delete
  39. "और उस ने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे। जिन में तुम पहिले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के हाकिम अर्थात उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो अब भी आज्ञा न मानने वालों में कार्य करता है। इन में हम भी सब के सब पहिले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएं पूरी करते थे, और और लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे। परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उस ने हम से प्रेम किया। जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है।) और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया। कि वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।''
    __________________________________________________________________________________ इफिसियों 2:1-7 )

    ReplyDelete
  40. *शुभ दीपावली*

    आप सभी को दीपावली की हादिंक शुभ कामनाएँ.यह त्योहार अपके जीवन मे अनेक खुशियाँ लेकर आयेँ.
    अपका जीवन मे दीयो की रोशनी से जगमग हो।

    आप सभी और अपके परिवार कौ दीपावली की हादिंक शुभकामनाएँ

    ReplyDelete
    Replies
    1. Sir aapko aur rajesh sir , dono ko diwali ki dher sari khushiyan mile, aap logo ne jo madad ki h logo ki is bharti me, kya kahu..... Jaise koi sant ya sanyasi bina kisi se kuch paane ki ichha se, nishkam sevadhari ki tarah. Khuda kre aap logo ka mnchahi dist. Me sb se pahle chayan ho jae. God bless u.

      Delete
  41. I
    N
    T
    E
    X
    .
    .
    W
    A
    L
    I
    .
    .
    .
    ये "दिवाली" ज्यादा खास होगी ।
    क्यूंकि तू मेरे दिल के पास होगी...।।

    ReplyDelete
  42. पटाखो कि दुकान से दूर हाथों मे,
    कुछ सिक्के गिनते मैने उसे देखा...
    एक गरीब बच्चे कि आखों मे,
    मैने दिवाली को मरते देखा.
    थी चाह उसे भी नए कपडे पहनने की...
    पर उन्ही पूराने कपडो को मैने उसे साफ करते देखा.
    तुमने देखा कभी चाँद पर बैठा पानी?
    मैने उसके रुखसर पर बैठा देखा.
    हम करते है सदा अपने ग़मो कि नुमाईश...
    उसे चूप-चाप ग़मो को पीते देखा.
    थे नही माँ-बाप उसके..
    उसे माँ का प्यार आैर पापा के हाथों की कमी मेहंसूस करते देखा.
    जब मैने कहा, \"बच्चे, क्या चहिये तुम्हे\"?
    तो उसे चुप-चाप मुस्कुरा कर \"ना\" मे सिर हिलाते देखा.
    थी वह उम्र बहुत छोटी अभी...
    पर उसके अंदर मैने ज़मीर को पलते देखा
    रात को सारे शहर कि दीपो कि लौ मे...
    मैने उसके हसते, मगर बेबस चेहरें को देखा.
    हम तो जीन्दा है अभी शान से यहा.
    पर उसे जीते जी शान से मरते देकखा.
    नामकूल रही दिवाली मेरी...
    जब मैने जि़दगी के इस दूसरे अजीब से पहेलु को देखा.
    कोई मनाता है जश्न
    आैर कोई रेहता है तरस्ता...
    मैने वो देखा..
    जो हम सब ने देख कर भी नही देखा.
    लोग कहते है, त्योहार होते है जि़दगी मे खूशीयो के लिए,
    तो क्यो मैने उसे मन ही मन मे घूटते और तरस्ते देखा?

    ReplyDelete
  43. यहाँ पर कोई भी बहुत महान और मेरिट का धुरँधर नही है जो सबको मेरिट के बारे मे सही सही जानकारी उपलब्ध करा सके
    सब लोग आपकी ही तरह बी॰एड॰ + टीइटी हैं !
    फिर भी बार बार एक असफल कोशिश की जाती जिससे आप लोगों के मूर्खतापूर्ण प्रश्नो के मूर्खतापूर्ण उत्तर मिलता रहता है जबकि उसमे कोई सच्चाई नही होती है
    इसलिए अपने जिले का चुनाव बड़े ठंडे दिमाग से करें किसी के कहने मे न आएँ उसी तरह जैसे जब अपने बी॰एड॰ की काउं॰ कराते समय नही पूछा टीइटी देते समय नही पूछा 2011 का फार्म भरते समय किसी से नही पूछा ठीक उसी तरह अब भी किसीसे न पूछो अपना काम खुद करो
    हम लोग यहाँ पर समस्या टीइटी काउं॰ संबंधी निवारण के लिए हैं न कि आपके घर शादी जमीन मकान बच्चे का नामकरण जैसे निजी काम के लिए ?

    ReplyDelete
  44. भाइयों और बहनो किस डाइट पर कॉउंसलिंग कराना है इसका फैसला आप अपने विवेक से करें किसी के कहने के अनुसार नहीं lयह आपके भविष्य का मामला है कहीं ऐसा न हो आपको जीवन भर पछताना पड़े l अभी SCERT द्वारा रिक्त सीटों का विवरण आने दीजिये तब सोच समझ कर फैसला लीजियेगा l इस मौके को व्यर्थ न करें,मेरे जैसे कई लोग है जिनको मौका ही नही मिला अतः इसकी अहमियत समझें l
    बाकी आप खुद ही समझदार हैं l

    ReplyDelete
  45. मेरे अपने कहीं कम न हो जाएँ ............!!
    इस डर से ___मुसीबत में किसी को आजमाता नहीं.....!!!

    ReplyDelete
  46. नाम छोटा है मगर दिल
    बडा रखता हूं !
    पैसों से उतना अमीर नही हूं !!
    मगर अपने यारों के गम खरीदने
    की हैसियत रखता हूं !
    मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना हैं
    ना रानी का बादशाह !!
    मैं जोकर हूं जोकर ही अच्छा हूं !
    जिस के नसीब में आऊंगा
    बाज़ी पलट दूंगा !!

    क्यूंकि

    "सितारों के आगे जहाँ और भी है.........................
    शुभरात्रि।।।।

    ReplyDelete
  47. I
    N
    T
    E
    X
    .
    .
    W
    A
    L
    I
    .
    .
    .
    हमसे मिलते हैं तो मिलते हैं झुका कर आँखें,

    ना जाने वो फिर किस के लिए रखते हैं सज़ा कर आँखें..!!
    G
    O
    O
    D
    .
    .
    N
    I
    G
    H
    T
    9999999999999999999999999999999999
    8888888888888888888888888888888888

    ReplyDelete
  48. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  49. TIGER JI
    Reserved candidate BEd2010-2011 graduation 42% in or out?
    Please answer me .

    ReplyDelete
  50. Prt ki select list aagayi h. jald hi letter mil jaye ge.

    ReplyDelete
  51. मुस्कुराते हँसते दीप तुम जलाना,
    जीवन में नई खुशियों को लाना,
    गिले शिकवे सारे भूल कर,
    सबको गले लगाना..!!
    आप सबको दीवाली की हार्दिक शुभकामनाये..!!

    ReplyDelete

  52. Intelligent people have more zinc and copper in their Hair..
    Butterflies cannot fly if their body temperature is less than 86 degrees.
    The Barbie doll’s full name is Barbara Millicent Roberts.»
    The Mona Lisa has no eyebrows.
    Ants never sleep!
    When the moon is directly overhead, you will weigh slightly less.
    Alexander Graham Bell, the inventor of the telephone, never called his wife or mother because they were both deaf.
    An ostrich’s eye is bigger than its brain.
    “I Am” is the shortest complete sentence in the English language.
    Babies are born without knee caps – actually, they’re made of cartilage and the bone hardens between the ages of 2 and 6 years.

    ReplyDelete
  53. जूनियर मे अब कोई काउ. नही होगी
    अब नहीं होगी जूनियर में
    भर्ती की काउंसिलिंग
    इलाहाबाद वरिष्ठ संवाददाता ...
    उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान और गणित
    विषय के 29,334 सहायक
    अध्यापकों की भर्ती के लिए अब छठवें राउंड
    की काउंसिलिंग नहीं होगी। 20 और 21
    अक्तूबर को पांचवें राउंड के बाद आगे
    प्रक्रिया बढ़ाने की बजाय अफसर
    कानूनी अड़चन दूर करने में जुट गए हैं।
    इस भर्ती का विज्ञापन 11 जुलाई 2013
    को जारी हुआ था। बेसिक शिक्षा परिषद अब
    तक पांच राउंड की काउंसिलिंग करा चुका है
    लेकिन इसके बावजूद कुछ जिलों में शिक्षकों के
    पद खाली हैं। इलाहाबाद में ही विज्ञान विषय
    के कुल 338 पदों में 54 पद खाली बचे हैं।
    इसी प्रकार वाराणसी में विज्ञान के 18 और
    गणित के चार पद खाली है। लेकिन अब ये पद
    खाली रह जाएंगे। सूत्रों के अनुसार अब इस
    भर्ती के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं
    की कानूनी अड़चन दूर कर
    अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किए
    जाएंगे।
    गुणांक और जन्मतिथि से छांटे जाएंगे
    अतिरिक्त अभ्यर्थी
    जूनियर में सहायक अध्यापकों की काउंसिलिंग
    करवाने वाले अतिरिक्त अभ्यर्थी गुणांक और
    जन्मतिथि के आधार पर छांटे जाएंगे। दरअसल कई
    जिलों में सीट से अधिक अभ्यर्थियों ने
    काउंसिलिंग कराई है। इलाहाबाद में ही पांचवें
    राउंड में 165 सीटों के सापेक्ष 530 आवेदकों ने
    रिपोर्ट किया। लिहाजा अब अतिरिक्त
    अभ्यर्थियों को उनके दस्तावेज लौटाए जाएंगे।
    पहले तो कम गुणांक वालों के प्रमाणपत्र वापस
    किए जाएंगे। लेकिन उसके बावजूद सीट से
    अधिक अभ्यर्थी होने पर अधिक उम्र वाले
    आवेदकों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।

    ReplyDelete
  54. उस जीवन के वचन
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    "जब वह भीड़ से बातें कर ही रहा था, तो देखो, उस की माता और भाई बाहर खड़े थे, और उस से बातें करना चाहते थे। किसी ने उस से कहा; देख तेरी माता और तेरे भाई बाहर खड़े हैं, और तुझ से बातें करना चाहते हैं। यह सुन उस ने कहने वाले को उत्तर दिया; कौन है मेरी माता? और कौन है मेरे भाई? और अपने चेलों की ओर अपना हाथ बढ़ा कर कहा; देखो, मेरी माता और मेरे भाई ये हैं। क्योंकि जो कोई मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चले, वही मेरा भाई और बहिन और माता है॥''



    ( मत्ती 12:46-50 )

    ReplyDelete
  55. प्राथमिक स्कूलों में 72825 शिक्षकों की भर्ती के लिए तीसरी काउंसिलिंग तीनसे 12 नवंबर तक सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में होगी। तीसरी काउंसिलिंग में विशेष आरक्षित (आरक्षित श्रेणी के तहत आरक्षण) श्रेणियों के लिए उपलब्ध सीटों के बीस गुना और अन्य श्रेणियों के लिए दस गुना अभ्यर्थी बुलायेजाएंगे। शुक्रवार को सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता कीअध्यक्षता में विभागीय और नेशनल इन्फारमेटिक्स सेंटर (एनआइसी) के अधिकारियों की बैठक में यह फैसला हुआ।अब तक 53 जिलों से प्राप्त सूचना के मुताबिक दूसरी काउंसिलिंग में इन जिलों मेंतकरीबन 55 फीसद सीटें भर गई हैं। शेष जिलों से दूसरी काउंसिलिंग के बाद उपलब्ध सीटों का ब्योरा मिलने के बाद राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) यह विवरण एनआइसी को उपलब्ध करा देगा।

    ReplyDelete
  56. दो दिन पूर्व धनतेरस का पर्व था,,,सभी मित्रोँ ने अपने-अपने सामर्थ्यानुसार बर्तन, गहने, कपड़े और अन्य कीमती वस्तुएँ क्रय किए होँगे,,,,,।
    आज चूँकि दीपावली का पर्व है,,,अत: घर-घर मेँ विभिन्न प्रकार के पकवान बनना स्वाभाविक सी बात है,,,,।
    शाम तक हम अपने छोटे बच्चोँ/भाइयोँ/बहनोँ को लेकर बाजार जाएँगे और हजारोँ रुपये के आतिशबाजी सामग्री लेकर आएँगे और पूरे परिवार वालोँ के साथ दिये जलाएँगे, पूजार्चन करेँगे, मिष्ठान/पकवान का भोग करेँगे और आतिशबाजी करने के पश्चात् सन्तुष्टि के भाव से सो जाएँगे और आने वाली सुबह से हीँ अगले त्यौहार के बजट मेँ लग जाएँगे ।
    किन्तु मित्र सोने से पूर्व एक बार अपनी निगाहेँ उधर भी फेर लेना, जिनका न घर है, न माँ-बाप और न कोई सहारा,,,,,,,
    हो सके तो मिष्ठान के डब्बोँ मेँ एक टुकड़ा रखकर फेँक देना,,,इनकी भी दिवाली हो जाएगी,,,,
    गरीबी और मुझमेँ गहरी मित्रता रही है, और आप लोग मेरे मित्र !!!
    कृपया अपने मित्र के लिये.............................

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।