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सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Friday, October 24, 2014
Both JRT + PRT Counseling Government Order (G.O) : Attested Photocopy Se Karvayee Ja Sakegee Counseling
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55 comments:
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सुप्रभात दोस्तोँ !
ReplyDelete!
आज का सुविचार !
!
मेरे हिसाब से बड़ा आदमी वही है.....|
जो अपने पास बैठे व्यक्ति को छोटा महसूस न
होने दे.....||
सच्चाई की राह पर चलना, फायदे की बात होती है !
ReplyDeleteक्योकि इस रास्ते पर,
भीड़ कम होती है !
!
!
हुनर तो सब में होता है ....
बस फर्क इतना है ....
किसी का छिप जाता है ...
किसी का छप जाता है ...
ωιsн үσυ αη∂ үσυя ғαмιℓү α vεяү нαρρү gσωαя∂нαη
ReplyDeleteмαү gσ∂ ғυℓғιℓℓ αℓℓ үσυя ωιsнεs ιη ωεαℓтн, нεαℓтн & нαρριηεss ιη үσυя ℓιғε.
Third counseling cut off
ReplyDeleteGnrl male art 111
Gnrl male science 109
Obc male art 106
Obc male science 104
Gnrl female art 103
Gnrl female science 101
Obc female art 96
Obc female science 93
Sir apne pehle bola tha ki gen. fem.. sci 95 jayegi 3 councling
DeleteMe
उस जीवन के वचन
ReplyDelete!
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"सो जब कि तुम ने भाईचारे की निष्कपट प्रीति के निमित्त सत्य के मानने से अपने मनों को पवित्र किया है, तो तन मन लगा कर एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो। क्योंकि तुम ने नाशमान नहीं पर अविनाशी बीज से परमेश्वर के जीवते और सदा ठहरने वाले वचन के द्वारा नया जन्म पाया है।'' ___________________________________________________________________________________________ 1 पतरस 1:22-23 )
जब उस दिन "बुरा ना मानो होली है" कह कर
ReplyDeleteमेरे एक दोस्त ने मुझ पर रंग फेंका
था
तो दिवाली पर मैंने भी "बुरा ना मानो दिवाली है"
कह कर सुतली बम फेंक दिया उसी कमीने पर ? ?
तो अब बताओ दोस्तोँ कि इसमे मैने कौन सा गलत काम कर दिया जो इतना सब मुझको अभी तक समझा रहे हैं ?
Ha ha ha ha..... Nhi sir aapne bilkul thik kiya tha, ye aapko smjhane wale hi galat h, aap ne ekdm shi kiya h, so keep it up. Joking.........
DeleteUske baad kya hua tha ye bhi to bataiye??
Deleteकार्तिक शुक्ल पक्ष कि दितिया को भाई दूज मनायी जाती है। इसे यम दितीया भी कहते है। यम सूर्य के पुत्र है जो पत्नी संज्ञा से उत्पन्न है। प्राचीन मान्यता है कि इस दिन यम की बहन यमी ने अपने भाई को भोजन का निमंत्रण दिया था। यम व्यस्त होते हुए भी बहन के निमंत्रण पर गये थे। हिन्दू समाज में भाई-बहन के प्रेम के प्रतिक के रूप में दो त्यौहार रक्षा बंधन तथा भाई दूज आते है। इन दोनों दिनों में बहिने अपने भाई की लम्बी उम्र की कामना करती है तथा उन्हें तिलक लगाती है। भाई यथा योग्य बहन को उपहार भेंट करता है। इस पर्व पर यम एवं यमुना नदी जो कि भाई बहन के रूप में माने गए है, उनकी पुजा का विधान है।
ReplyDeleteभाई दूज की कथा:-
पौराणिक कथा के अनुसार यम का अपनी जुड़वा बहिन यमुना से बहुत प्रेम था। इनकी माता अपने पति सूर्य के असहनीय ताप के डर से उत्तरी ध्रुव में रहने लगी। माता के चले जाने के कारण यम यमलोक चले गए तथा यमुना मथुरा के पास रहने लगी। वर्षो वियोग के बाद
इसी दिन भाई बहिन यमुना के घर आपस में मिले यमुना अति प्रसन्न हुई, भाई (यम) को तिलक लगाकर भोजन करवाया तभी से यह पर्व यम दितीय अथवा भाई दूज के नाम से मनाया जाने लगा।
इसके उपरांत दीपावली पर्व पञ्च दिवसीय उल्लास मई वातावरण में समाप्त हो जाता है। दीपावली पर्व जहा प्रकाश का पर्व है, वही यह बहुदेवो कि आराधना का भी संगम है।
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ReplyDelete.
I
N
T
E
X
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A
L
I
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मैं क्यों कहूँ उससे की मुझसे बात करो....!
क्या उसे नहीं मालूम की उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता....!!
Good morning to all
ReplyDeleteफर्जीवाडा,,,फर्जीवाडा ,,,सुन सुन कर कान पक गये । जब असलियत की बारी आती है तो कुछ नहीं मिलता , अरे ! जरा जूनियर की भरती भी आँख खोल के देख लो ,,,सामान्य वर्ग की पहली cut off 70 के आसपास और अन्तिम cut off 66 के आसपास ,,,मतलब 4 point में सामान्य का काम खतम । जबकि जूनियर में एक सीट के सापेक्ष 2 लोग हैं और प्राथमिक में एक के सापेक्ष 4 लोग । प्राथमिक की पहली cut off सबसे कम 127 थी और दुसरी cut off सीधे 10 point नीचे गिरकर 117 पर अगली कुछ और गिर जाएगी,
ReplyDeleteऔर रही बात पेपर वाले की तो अगर पेपर की हर बात सही होती तो एकेडमिक मेरिट वाले हमारी जगह होते ,,फालतू की बकवास मत करो । ये भरती माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर हो रही है धाधलि / जालसाजी करने या करवाने वाला कुछ करने से पहले अपनी नौकरी और जिन्दगी के बारे में हजार बार सोचेगा क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय ऐसी चौखट हैं जहाँ की सीढ़ियाँ चढ़ते समय हर कुकर्मी और गलत व्यक्ति के चेहरे से हवाईयाँ उड़ने लगती हैं और वो यही सोचता है काश ये ना किया होता,,,,,,,!
ReplyDeleteधर्म अधर्म, न्याय अन्याय, पाप पुण्य का लेखा जोखा रखने वाले, हे भगवान चित्रगुप्त जी आप से विनती है की हम सभी को इतनी शक्ति दें की हम अन्याय, अधर्म, से लड़ सकें इनका नाश कर सकें, हमें पाप से बचाये रखें। आपकी कृपा इस संसार पर बनाये रखिएगा।
ReplyDeleteसभी भाइयों और बहनों को भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाये......
पहला दिन :-
ReplyDeleteमिन्की : माता जी , ये दिए कैसे दिए ?
माता जी : बीस रुपये दर्जन
मिन्की : बहुत महंगे लगा रहे हो
माता जी : आप 18 रुपये दर्जन के हिसाब से दे दो
मिन्की ; मुझे 15 दर्जन लेने है , 10 रुपये दर्जन के हिसाब से दो
माता जी(आँखों में एक चमक के साथ ) : ठीक है, बाँध दूँ ?
मिन्की : हाँ ! जल्दी से , साफ़ साफ़ वाले बांधना, ( 500 का नोट बढ़ाते हुए ) और ये लो जल्दी से पैसे भी काट लो
माता जी : ये लो 100 , बाकी देती हूँ
मिन्की : (फोन पर बात करते हुए ) ठीक है (और आगे निकल गयी )
माता जी: ओ मेमसाहब ! बाकी पैसे तो ले जाओ
मिन्की उसकी आँखों से ओझल हो गयी
माता जी सोच रही थी - बड़ी मोलभाव कर रही थी, 15 दर्जन के 400 दे गयी
मिन्की सोच रही थी - ठीक हुई हो या गलत , पर आज नए तरीके से किसी की मदद हो गयी
दूसरा दिन :-
ReplyDeleteमिन्की आज फिर बाजार गयी - और जानबूझ कर माता जी के आगे से निकली - फिर दीयों के बारे में पूछा -
मिन्की - दिए कैसे दिए माता जी ?
माता जी - कल आप दाम कम करवा कर पैसे दोगुने दे गयी थी , आपके 250 रुपये सारा दिन - सारी रात मुझे परेशान करते रहे. आप अपने 250 रुपये अब कल ले लेना !
मिन्की - मैंने वो 250 रुपये जानबूझकर छोड़े थे। आपकी नींद खराब करने के लिए माफ़ी चाहती हूँ. आप मेरी तरफ से अपने बच्चों के लिए दीवाली पर कुछ ले लेना। मुझे अच्छा लगा कि आपने वो रुपये मुझे लौटाने की बात की। आज के बाद इस तरह से किसी को तोहफा नहीं देना चाहूंगी। मेरे मित्रों ने भी इसके लिए मुझे बहुत लताड़ा है। आपकी नींद खराब करने के लिए फिर से माफ़ी चाहती हूँ. -
मिन्की - मैं कल जब घर से निकली थी तो ये सोच कर निकली थी की मोलभाव नहीं करुँगी। पर मैं ये देखना चाहती थी, की मोलभाव करने के बाद आपको पूरे पैसे मिलेंगे तो आप कैसा महसूस करोगी ? कैसा महसूस किया ?
माता जी - क्या महसूस किया ? अगर आप 10 रुपये दर्जन के हिसाब से पैसा दे जाती तो सौदा पूरा हो जाता। आप अपने घर खुश रहती, मैं अपने घर। उन रुपयों का ध्यान कल सारा दिन रहा। ईमान बार बार डोलता रहा -
कभी सोचती थी - आ गयी तो लौटा दूँगी !
फिर सोचती - मुकर जाउंगी !
फिर सोचती - यहां बैठूंगी ही नहीं !
फिर सोचती - इन पैसों का क्या क्या लूँ ?
फिर सोचती - आ गयी तो क्या करुँगी
इसी सोच में रात को नींद भी ठीक से नहीं आयी। मुझे ये पाप की कमाई ही लगी। मुझे तो 250 की पाप की कमाई माफिक नहीं आयी , लोग करोड़ों रुपये कैसे डकार जाते हैं ?
मिन्की - मुझे भी चैन की नींद का मतलब समझ में आ गया है।
खैर ! माताजी आपको दीवाली की बधाई हो !
रात खाना खा कर टहलने निकला अचानक गली में देखा एक दो सर वाला आदमी जिसके हाथ में एक झोला (पोटली ) थी खड़ा है दिल में कुछ डर पैदा हुआ _ फिर हिम्मत कर के उससे पूछा '' कौन हो तुम ? ''
ReplyDelete'' वो बोला '' रावण हूँ ''
'' रावण __ ? कौन सा वो लंका वाला __ ? "
'' हाँ __ '' वो बोला
''क्यों फेंकता है बे उस रावण के दस सिर थे ? तेरे तो दो हैं दो?
'' बाक़ी ये हैं न उसने अपने हाथ में थमी पोटली दिखाई
'' तूने ये दो सिर क्यों लगा रखे हैं ? '' मैंने पूछा
'' आजकल के माहौल को देखते हुए ___ इनमे से एक सिर पीछे वाले इंसान की बुराई करता है और दूसरा सामने वाले इंसान की अच्छाई ___ ताकि बैलेंस बना रहे ___ आख़िर हर जगह भी तो यही हो रहा है और मुझे रहना तो तुम्ही लोगों के साथ है ___ ?''
'' अच्छा ! अच्छा '' मैं झेंपा और बात बदलते हुए पूछा '' तुम जा कहा रहे हो ?''
'' मैं उसने अपने दोनों सिर ऊँचे किये और स्विस बैंक का एक ATM कार्ड बड़े गर्व से मुझे दिखाया और बोला '' स्विस बैंक में जमा अपने काले धन से कुछ रुपया ATM से निकालने जा रहा हूँ कल धनतेरस है कुछ ख़रीदारी करनी है दीपावली नज़दीक है ना __ ''
'' तुम और दीपावली ? '' मैंने हैरत से पूछा '' तुम तो भगवान राम के दुश्मन हो ? ''
'' राजनीति में कोई किसी का दुशमन या दोस्त नहीं होता बाबू मोशाय '' वो हँसता हुआ बोला '' ये मैंने तुम्ही लोगों से सीखा है भगवान राम से मेरी लड़ाई जिन भी मुद्दो पर थी पर तुम लोगों ने तो उनकी कोई भी क़द्र नहीं की न उनके आचरण को न उनकी क़ुरबानी को समझा न उनके आने और जाने का मक़सद जाना मुझे तो तस्सली है की मैं एक भगवान के हाथों मरा पर तुम तो ____ ? ""
मेरी गर्दन झुक गई
'' अरे ! शर्मिंदा न हो ये लो फुलझड़ी जलाओ और अँधेरा दूर करो और मेरी तरफ़ से सभी "इंसानो" दिवाली की बहुत बहुत मुबारकबाद कहना !
एक छोटी सी कहानी
ReplyDelete**************
एक बाग में एक फूल पर एक भँवरा और एक
तितली दोनों एक साथ बैठते थे। कुछ समय बाद
वो दोनों एक दूसरे से मोहब्बत करने लगे। वक्त के
साथ उनकी मोहब्बत इतनी गहरी हो गई की अगर
उनमें से एक को दूसरा दिखाई
नहीं देता तो पहला बेचैन होने लगता था।
एक दिन तितली ने भँवरे से कहा कि वह उस से
जितना प्यार करती है भँवरा उस से उतना प्यार
नहीं करता। इस बात को लेकर दोनों में शर्त लग
गयी कि जो ज्यादा प्यार करता है वह कल सुबह
इस फूल पर पहले आकर बैठेगा।
शाम को इस शर्त के साथ दोनो अपने अपने घर चले
गए।
जबरदस्त ठण्ड होने के बावजूद भी अगले दिन सुबह
जल्दी ही तितली फूल पर आकर बैठ गई। लेकिन
भंवरा अभी तक नहीं आया था। तितली बहुत खुश
थी क्योंकि वह शर्त जीत चुकी थी।
कुछ देर बाद जैसे ही धूप से फूल खिला।
तो तितली ने देखा कि भंवरा फूल के अन्दर
मरा पड़ा है। (क्योंकि की वह शाम को घर
गया ही नहीं था और रात को ठण्ड से मर गया)
*******************
दिल में रखने वालों का दिल दुखाया नहीं करते।
।
चाहनेवालों को भूल से भी रूलाया नहीं करते।
।
इश्क वो जज्बा है जिसमें इश्क करनेवाले हदें तोड
दिया करते हैं।
।
सच्ची मोहब्बत किसी की आजमाया नहीं करते।......
Vry nice story...Bechari titli...aisa Kisi ke sath na ho!!
Deleteजलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना
ReplyDeleteअन्धेरा धरा पर कहीं रह न जाये |
नयी ज्योति के धर नये पंख झिलमिल,
उडे मर्त्य मिट्टी गगन स्वर्ग छू ले,
लगे रोशनी की झडी झूम ऐसी,
निशा की गली में तिमिर राह भूले,
खुले मुक्ति का वह किरण द्वार जगमग,
उषा जा न पाये, निशा आ ना पाये |
जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना
अन्धेरा धरा पर कहीं रह न जाये |
स्रजन है अधूरा अगर विश्व भर में,
कहीं भी किसी द्वार पर है उदासी,
मनुजता नहीं पूर्ण तब तक बनेगी,
कि जब तक लहू के लिए भूमि प्यासी,
चलेगा सदा नाश का खेल यूं ही,
भले ही दिवाली यहां रोज आये |
जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना
अन्धेरा धरा पर कहीं रह न जाये |
मगर दीप की दीप्ति से सिर्फ जग में,
नहीं मिट सका है धरा का अंधेरा,
उतर क्यों न आयें नखत सब नयन के,
नहीं कर सकेंगे ह्रदय में उजेरा,
कटेंगे तभी यह अंधरे घिरे अब,
स्वय धर मनुज दीप का रूप आये |
जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना
अन्धेरा धरा पर कहीं रह न जाये।
भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह के प्रतीक का पर्व भाई दूज की कथा इस प्रकार से है- छाया भगवान सूर्यदेव की पत्नी हैं जिनकी दो संतान हुई यमराज तथा यमुना. यमुना अपने भाई यमराज से बहुत स्नेह करती थी. वह उनसे सदा यह निवेदन करती थी वे उनके घर आकर भोजन करें. लेकिन यमराज अपने काम में व्यस्त रहने के कारण यमुना की बात को टाल जाते थे। एक बार कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमुना ने अपने भाई यमराज को भोजन करने के लिए बुलाया तो यमराज मना न कर सके और बहन के घर चल पड़े। रास्ते में यमराज ने नरक में रहनेवाले जीवों को मुक्त कर दिया। भाई को देखते ही यमुना ने बहुत हर्षित हुई और भाई का स्वागत सत्कार किया। यमुना के प्रेम भरा भोजन ग्रहण करने के बाद प्रसन्न होकर यमराज ने बहन से कुछ मांगने को कहा। यमुना ने उनसे मांगा कि- आप प्रतिवर्ष इस दिन मेरे यहां भोजन करने आएंगे और इस दिन जो भाई अपनी बहन से मिलेगा और बहन अपने भाई को टीका करके भोजन कराएगी उसे आपका डर न रहे।
ReplyDeleteयमराज ने यमुना की बात मानते हुए तथास्तु कहा और यमलोक चले गए। तभी से यह यह मान्यता चली आ रही है कि कार्तिक शुक्ल द्वितीय को जो भाई अपनी बहन का आतिथ्य स्वीकार करते हैं उन्हें यमराज का भय नहीं रहता।
72825 भर्ती रूपी खेत मे ऊगे कुछ नये नवेले नेता जब भी अवतरित होते है तो लगता है कि लो मेरिट वाले हमारे भाईयो का उद्धार करने के लिए भगवान ने केवल इन्हे ही पृथ्वी पर भेजा है।
ReplyDeleteकम मेरिट वालो की फेवर मे ये लोग ऐसे ऐसे तर्क देते है कि वास्तव मे लोग भौचक्के रह जाते है ,,,,,, और न जाने कितने फार्मूले गिना देगे मेरिट डाउन करने के ।
पर जहाँ तक मेरी समझ है तो सबसे बडा और कारगर तरीका केवल ये है कि जूनियर मे नियुक्ति पत्र प्राइमरी की अन्तिम काउसिंलिंग से पहले बट जाये ।
ताकि कम से कम साइंस वर्ग मे मेरिट कम हो जाय़े और हमारे बहूत से भाइय़ो का भला हो जाये ।
एक बात गौर करने की है कि जिसका टेट स्कोर 120++ उसको जूनियर की अपेक्षा प्राइमरी हमेशा सुरक्षित लगी है ।
लेकिन फोटोकापी से दोनो मे काउसिंलिंग करवाने के बाद ऐसे लोग जेनियर मे भी काउसिंलिंग करवा रहे है
अब अगर जूनियर मे पहले नियुक्ति पत्र मिल गया तो ये लोग प्राइमरी लीव करके जूनियर मे आ जायेगे और प्राइमरी मे कम मेरिट के हमारे भाईयो को भी जांब मिलेगी और जूनियर भर्ती भी कम्पलीट हो जायेगा।
इसलिए टेट नेताओ को जूनियर मे ज्वाइनिंग लेटर मिलने का विरोध कत्ई नही करना चाहिए .....और अगर विरोध करता है तो वो कम मेरिट वालो का हितकारी नही बल्कि उनको लूटने वाला चंम्बल का डकैत है ........!!!!!!
Low merit wale candidates ka bhala ho jayega
Deleteविकीलीक्स ने स्विस बैंको में काला धन
ReplyDeleteजमा करने वाले १३ भारतीयो की पहली सूची जारी की है- (धन की गणना करोड़ रु में है)
1 – राजीव गाँधी (19800)
2 – ऐ राजा (7800)
3 – हर्षद मेहता (135800)
4 – केतन पारीख (8200)
5 – एच डी कुमारस्वामी(14500)
6 – लालू प्रसाद यादव (28900)
7 – जे एम् सिंधिया (9000)
8 – कलानिधि मारन (15000)
9 – एम् करूणानिधि (35000)
10 – शरद पवार (28000)
11 – सुरेश कलमाड़ी (5900)
12 – पी चिदम्बरम (32000)
13 – राज फाउंडेशन (189008)
कृपया देश को जानकारी देने के लिए इसे आगे प्रसारित करें ….!
TMNTBBN Sir ji, namaste
ReplyDeleteMay this auspicious occasion bring you all the prosperity and good luck in your way of life .Happy Bhaiya Dooj to you bhai..
DeleteDolly bahen, aapko mera namaskar.
ReplyDeleteAapko bhi mera namaskar bhai...
Deleteएक बार किसी रेलवे प्लैटफॉर्म पर जब
ReplyDeleteगाड़ी रुकी तो एक
लड़का पानी बेचता हुआ निकला। ट्रेन में बैठे एक
सेठ ने उसे आवाज दी, ऐ लड़के, इधर आ।
लड़का दौड़कर आया।
उसने पानी का गिलास भरकर सेठ
की ओर बढ़ाया तो सेठ ने पूछा,
कितने पैसे में? लड़के ने कहा, पच्चीस
पैसे। सेठ ने उससे कहा कि पंदह पैसे में
देगा क्या?
यह सुनकर लड़का हल्की मुस्कान
दबाए पानी वापस घड़े में उड़ेलता हुआ
आगे बढ़ गया।
उसी डिब्बे में एक महात्मा बैठे थे,
जिन्होंने यह नजारा देखा था कि लड़का मुस्कराय मौन रहा।
जरूर कोई रहस्य उसके मन में होगा।
महात्मा नीचे उतरकर उस लड़के के
पीछे- पीछे गए।
बोले : ऐ लड़के, ठहर जरा, यह तो बता तू हंसा क्यों?
वह लड़का बोला, महाराज, मुझे
हंसी इसलिए आई कि सेठजी को प्यास
तो लगी ही नहीं थी।
वे तो केवल
पानी के गिलास का रेट पूछ रहे थे। महात्मा ने पूछा,
लड़के, तुझे ऐसा क्यों लगा कि सेठजी को प्यास
लगी ही नहीं थी।
लड़के ने जवाब दिया, महाराज, जिसे
वाकई प्यास लगी हो वह कभी रेट
नहीं पूछता। वह तो गिलास लेकर पहले
पानी पीता है।
फिर बाद में पूछेगा कि कितने पैसे देने हैं? पहले
कीमत पूछने का अर्थ हुआ कि प्यास
लगी ही नहीं है।
वास्तव में जिन्हें ईश्वर और जीवन में
कुछ पाने की तमन्ना होती है, वे वाद-
विवाद में नहीं पड़ते। पर जिनकी प्यास
सच्ची नहीं होती, वे
ही वाद-विवाद में पड़े रहते हैं। वे साधना के पथ
पर आगे नहीं बढ़ते.
" मंज़िलों से गुमराह भी ,कर देते हैं कुछ लोग ।।
हर
किसी से ,रास्ता पूछना ,अच्छा नहीं होता
अगर कोई पूछे जिंदगी में क्या खोया और क्या पाया ...
तो बेशक कहना...
जो कुछ खोया वो मेरी नादानी थी
और
जो भी पाया वो रब की मेहेरबानी थी!
खुबसूरत रिश्ता है मेरा और भगवान के बीच में,
ज्यादा मैं मांगता नहीं और कम वो देता नही ।
संभवत: आज सायं 8 बजे सभी जिलों की तीसरी अनुमानित मेरिट घोषित की जाएगी जिसमें कि आपको हर नम्बर पर किस जिले में आप सुरक्षित रहेंगे काउंसलिंग कराने पर ।
ReplyDeleteतो इन्तजार किस बात का जल्दी से शुरू हो जाइये मित्रों ।।
धन्यवाद ।
A part Bhai/ tmntbbn Bhai/rajesh Bhai wish u both a very Happy Bhai dooj
ReplyDeleteDolly bahen mere paas kahne ke liye sabd nahi hai. Aapne bhai duj par apne is mamuli bhai ke liye jo isnahe dhekhaya, main usko kabhi bhul nahi pauga. Aaj tak meri koi bahen nahi thi, hum teen bhai hai, cousin jarur ha lakin unse saal me muskil se kabhe mulakat ho pati hai. Bahen hamari to kai raksabandhan, bhai duj bina bahen ke gujri hai. Ek bahen ki kami kya hoti hai main janta hu. Bahen tumhare bhai ke paas, aapko dane ke liye sirf subhkamnaye hai, bhagwan kare meri bahen ki zindgi me kabhi koi dukh na aaye, yadi kabhi koi dukh aaye to pahale is bhai ka darwaja khatkhataye. Thanks and thanks once again.
ReplyDeleteजब शत्रु शक्तिशाली हो तोसमझ
ReplyDeleteलेना चाहिए कि आपका व्यक्तित्व
भी शक्तिशाली है।
क्योकि शातिशाली लोग
ही शक्तिशाली लोगो से शत्रुता करते है
Saathiyon,
ReplyDeleteLucknow high court me 29 Oct.ko listed Sadhna Mishra ki writ ko humaare virodhi bahut hi bada chadaker prasareet ker rahe hien jabki 72825 prt ki recruiting sc ke order pe ho rahi he order dene wale judge honor.h.l.dattusir ab CJI hien aise me is order per stay lagwane ki fake news virodhion ki tetians ko darane ki chaal bhar he aisa karke virodhion ke leader kewal chanda roopi dhan batorna chahte hien.
Sir mere tet no 110 nd dob 16.8.87 hai maine 24 sep ko obc female arts me hardoi me council karai thi.ab hardoi ki list me cut off tet 107 and dob 4.12.85 ayi hai. Mera ho gya ya nhi.quki mere no 107 se jyada hai par dob bhi 4.12.85 se jyada hai. Pls sir koi bta do
ReplyDeleteहम चाहे जितनी बहस कर लेँ चाहे जितना वाद विवाद कर ले वास्तविकता 2 नवंबर को ही पता चलेगा इसलिए भाई ये लडाई झगडा बंद करो और सच का सामना करने के लिये स्वयं को तैयार रखे मुझे लगता है कि इस बार का कट आफ जितना आयेगा उतने लोगो का हो पायेगा बाकी ये मेरा अनुमान है अंतिम सत्य नही आपके अनुमान एँव सुझाव का स्वागत है क्या आपको भी ऐसा लगता है????
ReplyDeleteशिवकीर्ति सिंह
ReplyDeleteअरुण टण्डन
सुधीर अग्रवाल
महापात्र
हरकौली
ए पी शाही
अम्बवानी
मनोज मिश्रा
पी एस बघेल
अशोक भूषण
विपिन सिंह
ये सारे के सारे जज इलाहाबाद हाइकोर्ट के हैँ,
क्या आज तक किसीने ये कहा की सरकार द्वारा किया गया 12वां सँशोधन अवैध है ????
नही किसी ने नही कहा,
केवल अरुण टण्डन ने पुराना विज्ञापन इसलिये रद्द किया क्योँकि उसमे प्रशिक्षु शिक्षक का कैडेर नियमावली मे नही था,
लेकिन खण्डपीठ ने इसे खारिज कर दिया और पुराने विज्ञापन को बहाल कर दिया,
सुप्रीम कोर्ट ने उसी आर्डर को बहाल रखा है,
अब हाइकोर्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरुद्ध कोई भी आदेश नही देगा
भर्ती टेट मेरिट पर ही होगी,
हाँ अगर 2011 के विज्ञापन के अनुसार भर्ती नही होगी तो हाई कोर्ट सरकार को निर्देश दे सकती है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशोँ के अनुसार भर्ती शीघ्र की जाय
कपिला और साधना भाभी केवल टाइम पास कर रहे हैँ
परिवर्तन:-
ReplyDeleteपहले जब घर में शादी होती थी तब घर की औरतें
खाना पकाती थी और भाड़े की औरतें नाच
किया करती थीं और अब भाड़े की औरतें(लोग)
खाना पकाते हैं और घर की औरतें नाचती हैं।
क्या जमाना आ गया है!!!
Ghar ki aurte apne ghar ki shadi me or apno ke samne nachti hai wo bhi Khushi se... Ghar ke bahar ja kr nahi nachti..
DeleteKripya kuch bhi likhne se pahle thoda cintan manan kr liya kare..or pls meri baat ka bura na mane..
शिवकीर्ति सिंह
ReplyDeleteअरुण टंडन
सुधीर अग्रवाल
महापात्र
हरकौली
ए पी शाही
अम्बवानी
मनोज मिश्रा
पी एस बघेल
अशोक भूषण
विपिन सिंहा
ये सारे के सारे जज इलाहाबाद हाई कोर्ट के है,
क्या आज तक किसी ने ये कहा की सरकार द्वारा किया गया 12वां सन्शोधन अवैध है ????
नही किसी ने नही कहा,
केवल अरुण टँडन ने पुराना विज्ञापन इसलिये रद्द किया क्योँकि उस समय प्रशिक्षु शिक्षक का कैडर नियमावली मे शामिल नही था,
लेकिन खण्डपीठ ने इसे खारिज कर दिया और पुराने विज्ञापन को बहाल कर दिया,
सुप्रीम कोर्ट ने उसी आर्डर को बहाल रखा है,
अब हाइकोर्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरुद्ध कोई भी आदेश नही देगा
भर्ती टेट मेरिट पर ही होगी,
हाँ हाई कोर्ट सरकार को निर्देश दे सकती है की सुप्रीम कोर्ट के अदेशो के अनुसार शीघ्र भर्ती की जाय
कपिला और साधना भाभी केवल टाइम पास कर रहे है
मोदीजी ने कहा है इनकम टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज ड्यूटी आदि को ख़त्म कर देंगे। और बैंक ट्रांजेकशन पर 1 से 1.5% ट्रांजेकशन लगाया जायेगा।अब आप सोचेंगे की इस तरह टैक्स ख़त्म कर देने से देश कैसे चलेगा। इन
ReplyDeleteटैक्सो से हमारे देश को 14 लाख करोड़
की आमदनी होती है जिससे देश का बजट बनता है।
इसके बदले बैंक ट्रांजेकशन पर 1से 1.5%
चार्जेज लगाया जायेगा जिससे देश को 40लाख
करोड़ की आमदनी होगी जो की मोजूदा बजट से
लगभग 3गुना है। जो आगे बढकर 60 लाख करोड़
हो जाएगी।
अब आप सोचे जब इनकम टैक्स,सेल्स
टैक्स,एक्साइज ड्यूटी,नही होगी तो आप
ही सोचिये आपको टेक्सो की चिंता नही होगी।
आपको बिल बुक्स आदि नही रखना पड़ेगा।
सारा काम 1 नम्बर में होगा सारी इनकम व्हाइट में
होगी। बुक्स आपको रखने की झंझट नहीं रहेगी।
और आप
भी निश्चिंत हो जायेंगे।
इसके साथ ही मोदीजी ने ये भी कहा है की 1000/-
500/-के नोट भी बंद किये जायेंगे और
इलेक्ट्रोनिक करेंसी को तरजीह
दी जाएगी ताकि अधिकतम कार्य बैंक के
द्वारा किये जाये।
इन विभागों के
कर्मचारियों को इंडिया इन्फ्रा डेवलपमेंट के तहत
देश में बुनियादी सुविधाओ का विकास करेंगे।
आप ही सोचिये
देश का चौतरफा विकास होगा। भारत को विश्व
बैंक से लोन लेने की आवश्यकता नही होगी।
भारत फिर विश्व गुरु बनेगा।
यदि आप भी मोदीजी के इस नज़रिए से सहमत है
तो आप भी इस मोदीजी के इस नज़रिए से सहमत हैं तो इसको हर उस
नागरिक तक पहुचाये जो देशभक्त है।
!! जय हिन्द !!
!! वन्दे मातरम!!
जनपद अलीगढ़ और आगरा में
ReplyDeleteहजारों की संख्या में टी0ई0टी0 2011
की फर्जी ब्लैंक मार्कशीट पकड़ी गयी। वर्तमान
में 72825 बीएड भर्ती चल रही है, मार्केट
की डिमांड के हिसाब से अपने रोल न0 पर
फर्जी मार्कशीट बनवाकर हर कोई प्राइमरी में
अपना स्थान पक्का करना चाहता है। आखिर
आंधी के आम है, मौका छूट न जाए। भगवान
ही मालिक है। सरकारी आकड़े का फायदा उठाने
की कोशिश।
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ReplyDelete.
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तुमसे मिलकर हम कुछ बदल सा गए हैं
पहले मशहूर थी मेरी संजीदगी,
अब हम भी गुनगुनाने लगे हैं।
अत्यधिक विशेष सूचना |
ReplyDelete२७ अक्टूबर २०१४ को लखनऊ एस.सी.आर.टी. पर निदेशक जी से मिलने एवं काउंसलिंग के दौरान आ रही अनियमितताओं को लेकर एक मीटिंग रखी गयी है और जिसका मैसेज इलाहाबाद वालों ने अधिक से अधिक लोगों को कर भी दिया होगा |
देखिये साफ़ साफ़ बात ये बात सभी के समक्ष है की काउंसलिंग में भरपूर तरीके से फर्जी लोग आ रहे हैं और साथ ही सबसे गंभीर मुद्दा है २०१२ बीएड के अंकपत्र वालों की काउंसलिंग होना और साथ ही अधिकतर डाइट पर २०१२ के डेटा के अक्कोर्डिंग लिस्ट का चस्पा होना और डाइट वालों का एस.सी.आर.टी द्वारा इस सन्दर्भ में दिए गए निर्देशों का अनुपालन न होना |
अब बात करते हैं जो की एक गंभीर मुद्दा है जब एस.सी.आर.टी ने शिक्षा निदेशालय में बैठने वाली राज्य समस्या निवारण समिति से कई बिन्दुओं पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है तो कैसे चयनित कर लिए गए अभ्यर्थी ? और उसमे २०१२ , फर्जीवाले इत्यादि |
यहाँ एक स्थिति का उल्लेख करना भी बहुत जरुरी है की नेता जो एस.सी.आर.टी जा रहे हैं क्या वे इस पर सवाल उठाये थे या मात्र नियुक्ति पत्र मिलने की ख़ुशी का इजहार कर दिए |
अभी जब पी.जी बेस के मामले , ४५-५०% की अनियमितताएं न्यायालय में विचाराधीन हैं तो कैसे ये सब इन कर दिए हैं , मेरी और मेरे साथ काम करने वाली टीम की समझ के बाहर हैं बाकी कोई भी ख़ुशी का इजहार करे परन्तु ये भर्ती के लिए सुखद नहीं है |
आप लोग अपने हक़ के लिए खुद आगे आइये वर्ना मामला ख़त्म समझो |
ReplyDeleteअब आपकी फिर एक बार बारी है देखते हैं कितने लोग अपने हक़ की आवाज उठाते हैं |
मेरा ये निमंत्रण नेताओं के लिए भी है हम देखना चाहते हैं की कौन साथ है ?
ध्यान रहे २७/१०/२०१४ को लखनऊ में |
धन्यवाद
खिसीयानी बिल्ली,
ReplyDelete.
खम्बा नोचे......
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क्या सच में कभी किसी ने किसी बिल्ली को खम्बा नोचते देखा है??????
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या,
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बस ऐसे ही खुशी-खुशी में लिख डाला????????????
कहो कैसी रही ?
मिश्रा जी ने अपने लिये शादी का इश्तेहार
ReplyDeleteदिया तो कई
लड़कियों के रिश्ते आ गये।
काम काज और संपत्ति के बारे में पूछने पर
मिश्रा जी सबको यही बताते “मैं तो किराये के
मकान मे रहता हूं।
कभी मेरा अच्छा खासा व्यापार भी था पर
माँ बाप
की लम्बी बीमारी की वजह से घर में ना तो कुछ
पैसा ही बच
पाया और काम धंधे पर भी ध्यान नहीं दे सका।
लेकिन अब
दोनो के इंतकाल हो जाने के बाद फिर से कुछ करने
का इरादा है।
संपत्ति के नाम पर मेरे पास बस उँगली में पहनी यह एक
अँगूठी ही रह
गयी है। बाकी सब बिक गया। मैं शरीफ खानदान
का हूँ और
अपनी बीवी को भी हमेशा सुखी रखूँगा यह
मेरा वादा है।
ऐसे हालात में जो भी लड़की मुझसे शादी करना चाहे
हाँ कर
सकती है”
दस लड़कियों के रिश्ते आये और फक्कड़
की बातों को सुनकर
उनको पागल समझकर चले गये।
ग्यारवां रिश्ता एक संम्पन्न परिवार का आया।
उसे मिश्रा जी की साफदिली ऐसी भाई कि उसने
रिश्ते के लिये
हाँ कर दी।
शादी भी सादगी के साथ हो गयी। एक दिन
लड़की की सहेली उससे मिलने उसके घर आयी।
घर बहुत आलीशान था।
उसकी सहेली को पता चला कि यह
उन्हीं मिश्राजी का घर है जिनका रिश्ता उसने
भी ठुकरा दिया था।
उसने अपनी # सहेली से पूछ ही लिया “अरे , ये तुम
लोगों के पास
इतनी दौलत कहाँ से आ गयी ? वो तो कहते थे
कि उनके पास बस
एक अँगूठी के सिवा कुछ भी नहीं है ?”
“हाँ सही कहते थे। उसने जवाब दिया। “पर
वो उनकी खानदानी अँगूठी थीऔर उस
अँगूठी की कीमत
थी दो करोड़ रुपये।
यह बात # मिश्राजी को अच्छी तरह पता थी पर
वो तो ऐसी लड़की की तलाश में थे जो उनकी दौलत
को नहीं उन्हें देखकर शादी करे।
अँगूठी बेचकर हमने यह घर खरीदा, एक होटल
खरीदा जिसकी देखभाल मैं करती हूं और
बाकी पैसा इनके
व्यापार को ठीक करने में लगा। अब हम लोग बहुत
संपन्न हैं।”
वो मन ही मन सोच रही थी कि उसने अंजाने में एक
नहीं दो दो हीरों को ठुकरा दिया था। एक
अँगूठी में लगे हीरे
को और दूसरा उस # अँगूठी को पहनने वाले हीरे को।
Specialy for MALE ART-
ReplyDeleteGEN और OBC के ओवरफ्लोड कैंडिडेट्स के टारगेट पर रहने वाले टॉप ५ डिस्ट्रिक्ट -
१- शाहजहाँपुर
२- गोंडा
३- बहराइच
४- बलरामपुर
५ - सिद्धार्थ नगर
नोट - पुरुष सामान्य कला के ११६ के ऊपर वाले लगभग ७०० से ज्यादा लोग ओवरफ्लोड हैं जिसमे ३००+ अकेले सीतापुर के ही हैं..
और इन जिलों में पुरुष सामान्य कला के लगभग इतने पद (approx 700) भी बचे हैं..
साधना मिश्रा महोदय या महोदया ( मुझे नही पता).....ने अपनी प्रेयर मे कहा है कि सरकार को टेट वेटेज देने का अधिकार नही है तो मायावती ने टेट का 100% वेटेज क्योँ दिया अत: जिस संशोधन के द्वारा टेट मेरिट को जोडा गया है उसको रद्द कर दिया जाये । अब सवाल ये है कि अगर सरकार को वैटेज देने का अधिकार नही है तो किसको है ......सपा सरकार को "" नकल मेरिट"" लगाने का अधिकार है पूर्ववर्ती सरकार को टेट मेरिट बनाने अधिकार नही है ।
ReplyDelete.....इस प्रेयर से एक बात तो स्पष्ट है कि काबिल यादव और उसके प्यादो के पास अब चंन्दा झटकने के सारे के सारे फंन्डे लगभग समाप्त हो चुके है ।
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जैसे जैसे टेट मेरिट पर भर्ती अपने अंन्जाम की ओर है तो फिर भी अकेडमिक सरदार और उसके सेनापति गोपनीयता के नाम पर अभी भी अकेडमिक समर्थको को बरगलागर भागते भूत की ""लगोटी "" ही छीनकर अपने चंन्दे वाले उल्लू को सीधा करना चाहते है
लेकिन एक बात सत्य है कि 72825 के लिए ----
""टेट मेरिट जिन्दाबाद थी ,,,,
जिन्दाबाद है ,,,,
और जिन्दाबाद रहेगी ""
कल न हम होगे न गिला होगा
ReplyDeleteसिर्फ सिमटी हुई यादो का सिलसिला होगा
जो लम्हे है चलो हंस कर बिता ले।।
जाने कल ज़िन्दगी का क्या फैसला होगा ।
शुभ नाइट !
विभाग में हड़कंप तो मचेगा ही क्योंकि TET
ReplyDeleteमेरिट की वजह से इन सरकारी बाबुओं, डायट
प्राचार्यों, बी० एस० ए० के उच्च
वरियताधारी सड़कछाप पुत्र, पुत्रियाँ, दामाद
भर्ती जो नहीं हो पा रहे हैं! ऊपर से एक प्रयास
किया था कि किसी तरह फर्जी अंकों के सहारे
ही वैतरणी पार करा ली जायेगी....... वह
भी दरोगा साहब की कृपा से सब गुड़ गोबर
हो गया!
इन पैदाइशी चमगादड़ों का दिमाग उस
दिखावटी एकेडमिक मेरिट से हो रही LT
GRADE भर्ती पर नहीं जा रहा है ?क्या उसमें
उन 95%,90%,80%,75%&95%और TET 93
का उपयोग नहीं हो सकता है!क्यों जाए भाई
आखिर ए भर्ती इतिहास प्रसिद्ध ईमानदार
शासन की है जबकि 72825 कोर्ट के डण्डे पर
मजबूरी में करनी पड़ रही है तो हर तरफ छेद
ही छेद दिखाई दे रहे हैं!
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ReplyDelete.
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चलो अब सो जाते है फिर से किसी सच की तलाश में,
कल सुबह फिर इस झूठी दुनियाँ का दीदार करना है...
गुड रात्रि ( अट्ठानबे )
Zindgi hamesa kuch paane bher ka naam to nahi, us se aage bhe ek rah hai jis pe chalna sikhna abhe baaki hai!
ReplyDeleteDusro ki najro me girke uthna phir bhe aasan hai, apni najro me girke uthna bada hi muskil hota hai- Swami Vivekanand ji
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