कल कोर्ट नं० 9 में
फ्रेश केस - 40
एडिशनल फ्रेश केस - 14
सप्लीमेंट्री फ्रेश केस - 10
के बाद प्रोफेशनल केस डेली काज लिस्ट में 30 वे नं० पे लगा है।
Cause List, Allahabad
30/10/2014
AT 10.00 A.M. COURT NO. 9 HON'BLE Ms. JUSTICE BHARATI SAPRU
30. NCL 39466/2014 SATYENDRA KUMAR SINGH AND 4 OT SHAILENDRA -HERS VIBHU SINHA Vs. STATE OF U.P. THRU SECY. A C.S.C. -ND 3 OTHERS R.P. SHUKLA ASHOK KUMAR YADAV ABHISHEK SRIVASTAVA D.P.RAJBHAR
*********************************************************
NEW DATE OF PROMOTION WRIT 3 NOVEMBER 2014
case status of promotion
writ Case Status - Allahabad
Pending
Special Appeal / 622 / 2014 [Allahabad]Petitioner: ANIL KUMAR SINGH
Respondent: STATE OF U.P. AND 8 ORS.Counsel (Pet.): SHAILESH UPADHYAYCounsel (Res.): C.S.C.Category: Special Appeals Special Appeals-AgainstFinal Order Of Single Judge In Writ Petition
Date of Filing: 04/07/2014Last Listed on: 16/10/2014 in CJ Court
Next Listing Date (Likely): 03/11/2014
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सुप्रभात मित्रों ! !
ReplyDelete!
!
कहां कितने पद खाली
!
!
दोस्तोँ अबकी बार लगभग पांच अंक तक मेरिट गिरने की संभावना है !
!
!
लखनऊ 4,
आगरा 38,
अलीगढ़ 24,
अंबेडकरनगर 163,
अमेठी 9,
अमरोहा 69,
आजमगढ़ 496,
औरैया 6,
बागपत 30,
बलिया 7,
बलरामपुर 1518,
बांदा 347,
बाराबंकी 128,
बरेली 787,
बस्ती 183,
बहराइच 2796,
भदोही 221,
बिजनौर 43,
बदायूं 880,
बुलंदशहर 18,
चंदौली 436,
चित्रकूट 171,
देवरिया 362,
एटा 121,
इटावा 80
फैजाबाद 118,
फर्रुखाबाद 110,
फतेहपुर 5,
फीरोजाबाद 21,
गौतमबुद्धनगर 6,
गाजियाबाद 8,
गाजीपुर 6,
गोंडा 1879,
गोरखपुर 140,
हमीरपुर 128,
हापुड़ 7,
हरदोई 742,
हाथरस 37,
जौनपुर 497,
झांसी 18,
कन्नौज 88,
कानपुर देहात 17,
कानपुर नगर 5,
कौशांबी 478,
लखीमपुर खीरी 1591, ललितपुर 272,
महोबा 453,
महाराजगंज 1913
मैनपुरी 31,
मथुरा 4,
मऊ 64,
मेरठ 8,
मिर्जापुर 952,
मुरादाबाद 232,
मुजफ्फरनगर 81,
पीलीभीत 983,
प्रतापगढ़ 211,
रायबरेली 290,
रामपुर 515,
सहारनपुर 158,
संभल 157,
संतकबीर नगर 431,
शामली 75,
श्रावस्ती 852,
सीतापुर 680,
सोनभद्र 935,
सुल्तानपुर 898,
उन्नाव 68,
वाराणसी 36
इलाहाबाद में 373
पद रिक्त हैं। पांच जिलों का ब्यौरा नहीं मिल
पाया है।
29,334 शिक्षक भर्ती, जानिए अब क्या होगा
ReplyDelete.
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उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान व गणित शिक्षकों की भर्ती के लिए पांचवें चरण की काउंसलिंग के बाद रिक्त पदों का ब्यौरा मांगा गया है।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को मंगलवार को निर्धारित प्रारूप भेजते हुए 31 अक्तूबर तक पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने पूछा है कि पांचवें चरण की काउंसलिंग में कितने अभ्यर्थी शामिल हुए। इसमें से कितने पात्र पाए गए तथा अभी कितने पद रिक्त हैं।
गौरतलब है कि शिक्षकों की नियुक्ति के हुए पांचवी काउंसलिंग में 20 गुना अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। जबकि चौथी काउंसलिंग में 15 गुना अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए आमंत्रित किया गया था।
ब्यौरा मिलने के बाद होगा निर्णय
हालांकि चौथी काउंसलिंग के पहले ही तय हो गया था कि उच्च प्राइमरी स्कूलों में गणित व विज्ञान शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए एक और काउंसलिंग कराई जाएगी।
मेरिट में आने वाले सभी अभ्यर्थी काउंसलिंग में शामिल हो सकेंगे। शासन ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से रिक्त पदों के ब्यौरे के साथ अगले चरण की काउंसलिंग के लिए प्रस्ताव मांगा था।
बेसिक शिक्षा विभाग ने पहली बार उच्च प्राइमरी स्कूलों में 29,334 गणित व विज्ञान शिक्षक पदों पर सीधी भर्ती के लिए आवेदन मांगा था। शासन स्तर पर गणित-विज्ञान शिक्षक के पदों को भरे जाने के संबंध में अब तक हुई काउंसलिंग पर विचार-विमर्श किया गया।
इसमें बताया गया था कि चार चरणों की काउंसलिंग के बाद भी सभी पद अभी नहीं भर पाए हैं। इसलिए एक और काउंसलिंग कराई जा रही है। अब जब पांचवी काउंसलिंग हो चुकी है, तो आगे भी ब्यौरा मिलने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
व्यावसायिक डिग्री वाले कोर्ट के फैसले से हुए निराश
उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29334 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए चल रही काउंसलिंग में शामिल होने पर व्यवसायिक शिक्षा की डिग्री वाले अभ्यर्थियों के चयन पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी। जिससे कुछ अभ्यर्थियों को निराश होना पड़ा।
कोर्ट ने कहा था कि इन अभ्यर्थियों की काउंसलिंग जारी रखी जाए मगर चयन को अंतिम रूप अभी न दिया जाए। यह आदेश न्यायमूर्ति पीकेएस बघेल ने सत्येंद्र कुमार सिंह और चार अन्य की याचिका पर दिया था।
याचीगण का कहना था कि सहायक अध्यापकों की भर्ती में तमाम ऐसे अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है जो जारी विज्ञापन और एनसीटीई की गाइड लाइन के अनुसार अर्हता नहीं रखते हैं। इनके पास बीटेक, बीसीए, बीबीए, बीएचएस जैसी व्यवसायिक डिग्रियां हैं।
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा दाखिल जवाब में कहा गया कि निदेशक एससीआरटी, निदेशक बेसिक शिक्षा परिषद और सचिव बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा इस मामले में विचार के उपरांत पाया गया कि निर्धारित योग्यता एनसीटीई द्वारा जारी अधिसूचना के अनुरूप नहीं है।
आधार कार्ड में हुई नाम, पता, जन्म तारीख आदि में गलती को ऎसे सही करवाया जा सकता है,
ReplyDeleteइस लिंक को क्लिक कर पढ़ें - http:// www.patrika.com/ article/ how-to-change-de tails-of-a-pers on-in- aadhar-ca rd/49987 # AadharCard
दूसरी काउंसलिंग की सबसे कम मेरिट
ReplyDelete- महिला कला सामान्य--107--कुशीनगर
- महिला एससी--88--बहराइच
- महिला एसटी--83--इलाहाबाद
- महिला ओबीसी--100--कुशीनगर व लखीमपुर
- पुरुष कला सामान्य--117--सीतापुर व लखीमपुर
- पुरुष कला एससी--103--सीतापुर व लखीमपुर
- पुरुष एसटी--83--लखीमपुर
- पुरुष ओबीसी--111--लखीमपुर
- महिला विज्ञान सामान्य--107--बहराइच
- महिला एससी--83--आजमगढ़, बलरामपुर
- महिला एसटी--83--आगरा व अधिकतर जिले
- महिला ओबीसी--97--गोंडा
- पुरुष विज्ञान सामान्य--117--बहराइच
- पुरुष एससी--99--कुशीनगर व लखीमपुर
- पुरुष एसटी--83--इलाहाबाद व अधिकतर जिले
- पुरुष ओबीसी--111--सीतापुर व लखीमपुर
अगर आप इलाहाबाद से ओवरफ्लो हैं तो आप यूपी के किसी भी जिले में जाने का रिस्क ले सकते हैं.. ज्यादा बेहतर मिर्जापुर और शाहजहाँपुर रहेगा
ReplyDeleteग़ाज़ीपुर और आजमगढ़ के ओवरफ्लोड कैंडिडेट्स के लिए अब महाराजगंज , सिद्धार्थ नगर अच्छा विकल्प हो सकता है..
सीतापुर के ओवरफ्लो (लगभग 1200 GEN+OBC ) निश्चित रूप से गोंडा और बहराइच की तरफ पलायन करना चाहिए !
बाक़ी कुछ और जिलों के ओवर फ्लोड हर जगह की भीड़ में इजाफा करेंगे..
ReplyDeleteइस भागमभाग में कुछ जिले ओवरफ्लोड होने से इस बार भी बच सकते हैं..
वो हैं..
कुशीनगर , बलरामपुर , श्रावस्ती , सोनभद्र
कुल मिलाकर तीसरी कॉउंसलिंग में हर जगह दूसरी कॉउंसलिंग के सरप्लस कैंडिडेट्स का दबदबा कायम रहेगा..
धन्यवाद..!!!
तीसरी लिस्ट जारी होने के इंतज़ार करने वालो को अग्रिम
ReplyDeleteबधाई। 31oct तक रैंक जारी होने की संभावना है, साथ ही लगभग
आधी सीट (47%) के लिए काउंसलिंग होने जा रही है, इसके लिए
दूसरी सूचि से 5-8 अंक तक कम वाले साथी अपनी मानसिक
और कागजाती तैयारी रखे, जिससे जल्दबाजी में कोई चूक
ना हो जाए, तैयारी में चरित्र प्रमाण पत्र और
किसी नोटरी शपथ पत्र का कोई स्थान नही है । उसके लिए
परेशान न हो, लेकिन बी.एड. कॉलेज का ncte लैटर का विशेष
महत्त्व है । ये ध्यान रखे, इस लैटर पर कॉलेज से कोई मोहर
या हस्ताक्षर की कोई आवश्यकता नही है, अनुबंध पत्र और
पावती पत्र डाइट से ही मिलेगे । अपने हाई स्कूल से स्नातक और
बी.एड. के अंकपत्र और प्रमाणपत्र, मूलनिवास, आरक्षण
सम्बन्धी प्रमाणपत्र ओरिजिनल और दो सेट
फोटो कॉपी जो की स्व: प्रमाणित होनी चाहिए, लगभग 10
फोटो तैयार कर ले, प्रमाण पत्रों में कोई नाम शुद्धिकरण
हो तो समय से नोटरी शपथ पत्र तैयार करवा ले, बाकि स्टेपलर,
गोंद, प्लेन पेपर, एक चैन वाली फाइल, दो सामान्य टैग फाइल,
आदि और अपने मन में ईश्वर का ध्यान । साथ रखे ।
ईश्वर आपको खुश रखे ।
कई सालों की रिसर्च के बाद,
ReplyDeleteतमाम दुनिया के डॉक्टर,
इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि
जुकाम के लिए सबसे बेहतरीन चीज़ -
…
…
…
रूमाल है !!!
31 अक्टूम्बर
ReplyDeleteआओ एक संकल्प लें कि
हम इस दिन इन्टरनेट का
इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करेंगें ।
_________________________
हाल ही में टेलीफोन कम्पनी के द्वारा मोबाइल डाटा के दाम बढा दिये गये हैं ।
जो इन्टरनेट पैक पहले
98 रुपये में 2GB मिलता था ।
वो अब
155 में 1GB रह गया था ।
और अब पिछले हफ्ते कम्पनी ने दाम फिर बढा दिये हैं ।
अब 155 रुपये में 500MB डाटा ।
उसमें एक और सोचने वाली बात
वेलिडिटी
28 दिन (4 हफ्ते)
14 दिन (2हफ्ते)
7 दिन (1 हफ्ता )
कर दी इन्होनें ।
ऐसा क्यों ?
क्योंकि हम आँखें बन्दइन्टरनेट का
इस्तेमाल कर रहे हैं ।
और कम्पनीरही है कि
भारत के लोग सोये
और ये कभी आवाज नहीं उठायेंगे।
________________________
मानो एक व्यक्ति प्रतिदिन न्यूनतम 10 रुपये का इन्टरनेट इस्तेमाल करता है तो यदि 20 करोङ लोग उपभोक्ता है तो
कम्पनियों को प्रतिदिन
10×20 करोङ = 2अरब रुपये
की आमदनी होती है ।
यदि हम एक दिन भी इन्टरनेट नहीं चलाते हैं तो कम्पनियों को जो घाटा होगा, वो उनके लिये बङा महँगा होगा और हमारे लिये
10 रुपये की बचत + समय की बचत + एक दिन परिवार के नाम + कम्पनी को यूनिटी का एहसास दिलाना ।
बहुत लोग सोचेंगे कि हम क्या कर सकते हैं,
लेकिन हमारी यही सोच हमें मूर्ख बनाती हैं,
लेकिन हम भारतीय हैं, है ।
संगठन में ही शक्ति है ।
बस एक दिन
31 अक्टूम्बर
को इन्टरनेट का
बाहिस्कार ।
जो पूरी रात जागता है, जरूरी नहीं कि वह सिर्फ आशिक ही हो,
ReplyDelete.
.
.
..
...
....
वह बेसिक शिक्षा विभाग का प्रधानाध्यापक भी हो सकता है।
7-8 साल के
ReplyDeleteलड़का लड़की खेल रहे थे।
लड़की बोली -" चलो मैं छुप
जाती हूँ...
अगर तूने मुझे ढूंढ लिया तो हम बड़े
होकर
आपस में शादी करेंगे।"
लड़का बोला-"ठीक है पर
अगर मैं
नही ढूंढ पाया तो?? "
लड़की बड़ी मासूमियत से बोली-
"ओये पागल plzz ऐसे मत
बोल...
मैं वहाँ उसी
दरवाजे के पीछे ही छिपूंगी . ...
.
ReplyDelete.
I
N
T
E
X
.
.
W
A
L
I
.
चेहरे की मुस्कान तो गज़ब है साहिबा,
उसपे आपका यूँ पलके झुका कर शरमाना होश उड़ा देता है..!!
अगर ब्लैक मनी वालो के नाम उजागर कर दिए
ReplyDeleteतो स्वीजरलैंड वालो से हमारे सम्बन्ध खराब
हो जायेंगे -
.
.
सरकार:- हो जाने दो खराब , वैसे भी हनीमून के
अलावा हमारे यहाँ से वहां जाता ही कौन
है ...............
मित्रो इस समय prt की बात सुनकर मेरे कुछ साथी निराश हो जाते है । मै उनको बताना चाहता हूँ की मुझे prt और jrt में बराबर इंटरेस्ट है और मै चाहता हूँ की दोनों भर्तिया अपने मूल विज्ञापन पर ही हो और सही तरह से हो । किस्मे सेलेक्सन होगा या नहीं ये मायने नहीं रखता । लेकिन इसका मतलब ये नहीं की स्वार्थ में अंधे होकर हम सिर्फ यही चाहे की मेरा सेलेक्सन हो तभी कोई भर्ती हो वरना न हो । हमारा मूल उद्देश्य यही है की भर्ती से अवैध लोग आउट हो और जूनियर भर्ती पूरी पारदर्शिता से हो । ये बात भी सही है कि , सही कराने का मैंने या किसी और ने ठेका नहीं ले रखा है फिर भी हम चाहते है की जादा से जादा सही लोग जूनियर में भर्ती हो ।
ReplyDeleteफ़िलहाल प्रयास करना हमारे हाथ में है और जितना हो सके करेंगे । कम से कम बाद में ये मलाल तो नहीं रहेगा कि प्रयास भी नहीं किया ।
मित्रो मै अपने उन हाई मेरिट बीएससी वाले साथियों को भी गलत नहीं मानता जो मुझे कभी कभी जूनियर नियुक्ति मोर्चा का विरोध करने और उसके काम-काज पर सवाल उठाने पर भला-बुरा कहते है । वो भी अपने स्वार्थ वश अब जॉब चाहते है और उन्हें केस करने वाला दुश्मन ही नज़र आता है । फ़िलहाल उन सबसे यही कहूँगा कि किसी के चाहने से किसी को कोर्ट जाने से नहीं रोका जा सकता । जैसे उनका स्वार्थ है वैसे ही सबका स्वार्थ है ।
ReplyDeleteमित्रो अब थोड़ी काम की बात----
ReplyDeleteमित्रो कल प्रोफ का केस है और पूरा प्रयास है की उसकी सुनवाई हो जाये । कोई नही चाहता इस केस में केवल डेट लगे सिवाय प्रोफ वालो के । सब चाहते है की जो भी फैसला होना हो जल्द हो । कुछ लोगो से फालतू की बहस न करे जो प्रोफ या किसी अन्य मैटर पर जल्दी सुनवाई करा कर फैसला कराने की शर्त लगा रहे है । ऐसे लोगो ने हाई कोर्ट तो दूर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का भी कभी मुंह नहीं देखा होगा । बस उन्हें जॉब की बड़ी जल्दी है । अपने चाहने से कोई जल्दी या अपने अनुसार सुनवाई नहीं करा सकता भले ही कितना बड़ा सोर्स-फ़ोर्स वाला हो ।
मित्रो प्रोफ से स्टे नहीं हटा है और कुछ लोगो के बहकावे में न आये । बेंच चेंज होने से ऑर्डर नही बदल जाता ।
ReplyDeleteअंत में एक फ्री की सलाह जूनियर नियुक्ति मोर्चा को-- अगर बेरोजगारों को लूट कर पेट भर जाये तो कुछ कार्य पर भी ध्यान दे लो । आज तक कोई ऐसा कार्य नही किया है जिसमे चन्दा खर्च हुआ हो । प्रोमोशन की हर डेट पर यही कहते है इस बार बहस करा लेंगे लेकिन डेट बिना लगाम के घोड़े की तरह भाग रही है । इसलिए बेहतर होगा जूनियर नियुक्ति मोर्चा हमे गलिया देने और अपनी उर्जा खर्च करने के बजाय प्रोमोशन और अन्य केसेस पर ध्यान दे जब वहां से निपट ले तब हमसे उलझे । और लोगो को बेवकूफ बनाने और हर रोज नियुक्ति की एक नयी डेट और महीना बताने के बजाय उन्हें अपना कार्य बताये और पैसे का हिसाब दे अपने सहयोगियों को ।
धन्यवाद
कट आफ आने के दूसरे दिन सभी जिलों में टेट संघर्ष मोर्चे की मीटिंग बुलाई जानी चाहिए जिससे मोर्चे के सदस्य आपस में तथा बाहरी जिले के भरोसेमंद साथियों से सलाह मशवरा करके अपने नंबरों के हिसाब से काउंसिलिंग हेतु जिले का इस तरह चुनाव कर सकें कि 3rd काउंसिलिंग में ओवर फ्लो का शिकार होने वालों में टेट मोर्चे के सदस्यों की संख्या न्यूनतम हो ......
ReplyDeleteक्योँकि बिना रैंक जारी हुए 10 गुना काउंसिलिंग में सही जिले का चुनाव करने के लिए सभी कारकों का ज्ञान आवश्यक है ,,, 2nd काउंसिलिंग में गलत जिले का चुनाव करने के कारण 119 नंबरधारी टेट मोर्चे की एक female बाहर हो गयी हैं और जिन अन्य जिलों में उनके फ़ार्म पड़े थे वहाँ सीट्स भर चुकी हैं ..... टेट मोर्चे से जुड़े साथियों को मेरी सलाह है कि इस सम्बन्ध में भ्रमित करने के उद्देश्य से दी सलाहों पर नजर तो रखें लेकिन निर्णय लेते समय सही व्यक्ति की सलाह लें और अपने दिमाग से निर्णय लें .
कोर्ट मे हार के बाद
ReplyDeleteक-पिल और भौजी साधना जंगल की और भागते देखे गये ।
प्रत्यदर्शियों के मुताबिक ये दोनो जिस ट्रैक्टर से भाग रहे
थे उसका एक पहिया टूटा हुआ था।
....अब पुलिस को तीन टाँगो वाले ट्रैक्टर की तलाश है ।
..... अगर किसी को पता चले
तो हमारी बेवसाइट ....
WWW.सरकारी भौजी .COM
..........पर सम्पर्क करे ।
सूचना देने वाले को
"" सांची कहू तोरे जाने से हमरे अंगना मे आयी बाहर भौजी""
नामक गीत की DVD प्रदान की जायेगी।
Tiger g sadar pranam news me bar bar Gazipur me sirf 6 seat ki galat jankari di ja rhi h jabki diet prachary rajiv ranjan ne btaya ki av 495 seat bachi h
ReplyDeleteGhazipur gen science ki kitni seat bachi hain.pata hai to batayen.
Deleteटेट संघर्ष मोर्चा मेरिटोरियस लोगों का समूह है...शिक्षक भर्ती के इतिहास में इतने योग्य लोगों का एक साथ आना बहुत ही दुर्लभ घटना है...विभिन्नता भी हमारी अनेक उपलब्धियों में एक है..घोडे कई नस्ल व वराईटी के होते हैं पर गदहे एक नस्ल व वराईटी के....
ReplyDelete.
कल कोर्ट में बाजी अपने पक्ष में रही इसका सबसे बडा कारण अभिषेक श्रीवास्तव को ऐन वक्त पर हायर कर लेना भी रहा क्योंकि वे टेट मोर्चा से लम्बे अर्से से जुडें हुए हैं और उन्हे इसके बारीक पहलुओं की जानकारी है...बडा नाम होने से मुकद्दमे नही जीते जा सकते इसके लिए मामले की गहरी समझ होना चाहिए....
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मैने कल ही कहा था कालिया & कालिया बडे नाम जरूर हैं पर उनसे अकादमिक बंधु किसी सार्थक नतीजे की उम्मीद न करें..उन्हे जब पूरी कहानी समझ में आयेगी तो उनका बहस बेजान हो जायेगा...यह बात मुकुल रोहतगी भी समझ गये थे अंत में....अभी कालिया साहब ने अभिषेक जी से ट्रिपल बेंच के आदेश के कुछ प्वांटस के बारे में कल पूछ भी रहे थे...उन्हे स्टडी करने दें और तीसरी काउंसिलिंग के लिए जाने वाले भाई अपनी तैयारी मुकम्मल रखें...72825 की डोर अब मजबूत जंजीर बनती जा रही है..
बाकी आप लोग अपने स्तर से भी पता करो नही तो फिर मुझपर ही इल्जाम भी लगाओगे कि मै अपनी एक सीट के लिए आप लोगों को 17-18 जिलों के लिए गुमराह कर रहा हूँ कि जिससे कि आप लोग गाज़िपुर या किसी अन्य जिलों मे न जाने पाएँ !
ReplyDeleteअब विदा लेता हूँ दोस्तोँ !
Namskar dosto
ReplyDeleteआवेदनो की ज्यादा संख्या ही अब आपके चयन में निर्णायक भूमिका निभायी अब ।
ReplyDeleteजिसने दूरगामी परिणाम को समझते हुए दूरदर्शिता का परिचय देते हुए अधिक आवेदन किये है वह उतना ही अधिक सुरक्षित है क्योंकि किसी जिले की सामान्य वर्ग पुरुष की मेरिट भले ही 105 चली जाये इसका प्रभाव केवल उस जिले तक ही सीमित रहेगा ओर जिन लोगो ने वहां आवेदन किया है लाभ केवल उनको ही मिल पायेगा इसका प्रभाव अन्य जिलो की मेरिट पर नहीं पडेगा ।
अब मेरिट में आसामान्य उछाल आयेगा किसी किसी जिले में सामान्य की मेरिट 115 पर बुकिंग बंद हो जायेगी ओर कही कही पर 107-108 तक चालू रहेगी ।
अब सब कुछ आपके द्वारा पूर्व में किये गये आवेदन ओर आपकी रणनीति पर निर्भर करेगा ।।
ये जो रिक्तियां शेष दिखाई हैं बस इसका तो हम आपको पहले ही बता चुके थे |
ReplyDeleteये ही मात्र डेटा ऑनलाइन होना था |
अब बताओ कौन सेलेक्ट हुआ और कहाँ किस वर्ग की कितनी रिक्तियां हैं ?
कुछ नहीं पता किसी को भी , लाटरी सिस्टम भागो इधर उधर |
पुराने लोग जानते हैं की काउंसलिंग ऑफ-लाइन होती थी तो एक दिन नहीं होती थी परन्तु वे लोग काउंसलिंग कराकर चुप हैं अब |
ऑफलाइन है ये या ऑनलाइन किसी को कुछ नहीं पता बस चल रहा है जो है |
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फर्जीवाड़ा ऐसे ही होता है |
जिला चयन में आपलोग अपना दिमाग लगाये ।
ReplyDeleteजिसका चयन हो चूका है वह आपके दर्द को नही समझ पायेगा ।
सोंच समझकर निर्णय ले ये आपके और आपके परिवार के भविष्य का सवाल है ।
साधना केस में सुप्रीम कोर्ट में चुपके से सुनवाई और फिर सभी पेपर्स में नए सिरे से टेट की सुनवाई की न्यूज़ ने अकेडमिक खेमे में नयी उर्जा का संचार कर दिया था और सभी ग्रुप्स में चहल-पहल काफ़ी बढ़ गयी थी । सब ताल ठोक रहे थे लेकिन कल टेट वीरो के प्रहार के बाद अकेडमिक खेमा घोर सदमे और सन्नाटे में आ गया । हर तरफ केवल रुदन और करुण क्रन्दन हो रहा है । सबके दिल में बस एक ही टीस है की वो भेदिया कौन है जिसने इनकी योजना का भांडा फोड़ दिया ।
ReplyDeleteभाई उनके लिए यही कहूँगा हर रावण के घर विभीषण होता है तभी राम संघार कर सकेंगे कपिला जैसे रावण का ।
उस जीवन के वचन!
ReplyDelete!
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"सो हम क्या कहें? क्या हम पाप करते रहें, कि अनुग्रह बहुत हो? कदापि नहीं, हम जब पाप के लिये मर गए तो फिर आगे को उस में क्योंकर जीवन बिताएं? क्या तुम नहीं जानते, कि हम जितनों ने मसीह यीशु का बपतिस्मा लिया तो उस की मृत्यु का बपतिस्मा लिया सो उस मृत्यु का बपतिस्मा पाने से हम उसके साथ गाड़े गए, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के द्वारा मरे हुओं में से जिलाया गया, वैसे ही हम भी नए जीवन की सी चाल चलें।''
______________________________________________________________________________________ रोमियो 6:1-4 )
कपिलदेव यादव की चेली महिला दस्यु सरगना साधना मिश्रा जिस बन्दूक से टीईटी खेमे को डरा रही थी वो बन्दूक 15 रुपये का प्लास्टिक दीवाली तमंचा निकला ।
ReplyDeleteजिसमें बहुत देर बाद फायर हुई
जिससे 6 हफ्ते के लिये दस्यु सरगनी मूर्छित हो गयी है ।
डिस्ट्रिक्ट सिलेक्शन में सबसे ज्यादा कंफ्यूज तो ११६-११८ वाले जनरल और ११२-११४ वाले ओबीसी हैं.. की वो NEARITY को प्रायोरिटी दें या SECURITY को..
ReplyDeleteदिल की सुनें तो हरदोई , बदायूं , शाहजहाँपुर , गोंडा etc..
और दिमाग है की.. बहराइच , बलरामपुर , सिद्धार्थनगर महराजगंज के जंगलों में भेजने पर अड़ा हैं..
ऐसे में दिल और दिमाग में संतुलन बनाने वाला ७२८२५ का विजेता बनेगा..
इस से कम मार्क्स वालो के लिए थर्ड कॉउंसलिंग में जिलों का लिमिटेड ऑप्शन रहेगा.. जहाँ से बुलावा आएगा वहीँ जाने की मज़बूरी रहेगी.
कुछ यक्ष प्रश्न , जिनका जवाब किसी के पास नहीं है |
ReplyDelete१) यदि टीईटी २०११ का रिकॉर्ड एस.सी.ई.आर.टी के पास नहीं है तो ये भर्ती कैसे हो रही है ?
२) एस.सी.आर.टी निदेशक बार-बार डेटा ऑनलाइन करने की बात पर क्यों मुकर जाते हैं ?
३) यदि फर्जीवाड़ा नहीं है तो डाइट पर जिनको मोर्चा ने पकड़ा और मैंने एस.सी.आर.टी निदेशक को जो फर्जी मार्कशीट दिखाई वह क्या है ?
४) क्या हमें ये जानने का हक़ नहीं है की हमारी रैंक क्या है या मैं अपने मार्क्स पर किस पोजीशन पर हूँ ?
५) मेरिट ११७ चल रही है और अभी भी एस.सी.आर.टी के अनुसार १०००० से ऊपर ओवरफ्लो है और वे बाहर हैं जो साफ़ बयान करती है की मेरिट ११५ के नीचे या हो सकता है यहीं थम जाए |
६) एक अभ्यर्थी तो १२३ अंक पर इलाहाबाद से ओवरफ्लो के कारण बाहर अगर डेटा ऑनलाइन होता तो क्या वो अपनी पोजीशन नहीं देखते और देखकर नहीं जाते की कहाँ जाना है ?
७) हद तो तब हो गयी जब क्षमा अवस्थी ने जिन जिलों में आवेदन किया था वहां से कालिंग नहीं हुई और जहाँ आवेदन नहीं किया वहां पर उनका स्वागत किया गया और फिर उन्नाव से ओवरफ्लो के कारण बाहर जहाँ फॉर्म ही नहीं डाला था |
८) ८३-१०० तक की संख्या ज्यादा है या ११७ से ऊपर वालों की संख्या ज्यादा है ये सोचने का विषय बन गया है अब |
९) एस.सी.ई.आर.टी. निदेशक की सुनो तो ५४% सीट्स भर गयी हैं परन्तु साथ वाले आज बी बाहर है ये क्या है ?
इन सभी बातों का गहन अध्यन्न करिये और उत्तर दीजिये क्यूंकि जिनकी काउंसलिंग हो गयी है इस प्रकार तो वे भी संदेह के घेरे में हैं और ये मुद्दे यही सुलझे तो दिक्कत होगी |
लेकिन हमेँ घमन्ड करना हमारी कायरता हमारे जानवरपन को इँगित करता है ॰ भाई हमेँ LOW MERIT वालोँ को बुरा भला कहने का कोई हक नही है यदि कोई ऐसा करता है तो शायद उसके अन्दर मानवता नाम की चीज़ है ही नहीँ !!!!!
ReplyDeleteBYE
BYE
BYE
GOOD MORNING, TMNTBBN SIR JI...
ReplyDeleteGood morning, dolly bhen, how are you....
ReplyDeleteI m fine bhai n Hw r u???
Deletesir kuch suchna gen female ke bare mein bhi de dijiye ........
ReplyDeleteNeha mai kanpur se hu aap kaha se ho.apne ek din mujhse pucha tha.
DeleteSir upbasiceduboard.gov.in site open karne par jila dalne ke bad password me kya dalna hai pls bataye koi agar kisi ko pta ho to
ReplyDeleteआज भी जज साहिबा कोर्ट नहीं आयी। लगता है जज साहिबा छठ ब्रत के लिए मैके गयी है। तभी तो लगातार आज चौथे दिन भी अनुपस्थित है।
ReplyDeleteप्रोफेशनल केस कोर्ट नं० 59 मे ट्रान्सफर हुआ है।
कुल मिलाकर अगली डेट लगना निश्चित है।
जूनियर शिक्षक भर्ती उ0प्र0प्रोन्नति मसला जिस पर अदालत नेनियुक्ति पत्र देने में स्थगन दिया हुआ है,की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश की अदालत में3/11/14 को क्रमांक 13 पर होगी। इसी दिनइस मामले के निपटने के आसार बढ़ गये हैं।●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●Cause List, Allahabad 03/11/2014AT 10.00 A.M. THE CHIEFJUSTICE'S COURT HON'BLE THECHIEF JUSTICEHON'BLE MR. JUSTICE PRADEEPKUMAR SINGH BAGHELSPECIAL APPEAL 13. NCL622/2014 ANIL KUMAR SINGHSHAILESH UPADHYAY RADHAKANT OJHA Vs. STATE OF U.P.AND 8 ORS.C.S.C. BHANU PRATAP SINGHSHAILENDRA WITH WRIA-52521/2013 NEELAM KUMARIGAUTAM KSHETRESH CHNADRASHUKLA Vs. STATE OF U.P.& 2ORS. C.S.C. A.K.YADAV WITHWRIA- 50787/2013 SATYAPRAKASH SINGH AND 4 ORS.SHAILESH UPADHYAY RADHAKANT OJHA Vs. STATE OF U.P.& 3ORS. C.S.C. SAYED NADEEMAHMAD WITH WRIA- 55925/2013SHAILENDRA KUMAR SINGHRADHA KANT OJHA SHAILESHUPADHYAY Vs. STATE OF U.P.AND 3 OTHERS C.S.C. SYEDNADEEM AHMAD
ReplyDeleteप्राप्त जानकारी के अनुसार पी.जी. बेस बीएड वालों के केस में कोई अंतरिम राहत नही अब केस पर सुनवाई 8 दिसम्बर को होगी। धन्यबाद
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जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
कर्ज मुझको चुकाना है हर सांस का
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार की राह में मोड़ आया
जो मेरा था मैं सब छोड़ आया
दिल के जलने से कितना उजाला हुआ
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
मंजिलों से रहा बेखबर मैं
बन गया दर्द का एक सफर मैं
एक तिनका हवाओं में उडाता रहा
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
घूँट पीता रहा मैं लहू के
पाँव हारे नहीं जुस्तजू के
है यकीं के मिलेगा कोई रास्ता
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
है सहर तक दिए को चलाना
रह ना जाए अधूरा फ़साना
हाथ से छूट जाए ना दामन तेरा
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
कर्ज मुझको चुकाना है हर सांस का
जिंदगी तू मेरा साथ देना
SM KI date aj thi. uska kya hua h . Koi news ho to update kare
ReplyDeleteTiger ji, jin logo ko jach me galat paya gaya hai aur agar waha overflow huwahai to us khali seat par pahale overflow walo se seat bhari jayegi ya us seat ko 3rd councelling se bhari jayegi.Iske bare me aapko sahi jankari ho to jaroor bataye . Kya process apanaya hai scert ne.ReplyDeleteTiger ji, jin logo ko jach me galat paya gaya hai aur agar waha overflow huwahai to us khali seat par pahale overflow walo se seat bhari jayegi ya us seat ko 3rd councelling se bhari jayegi.Iske bare me aapko sahi jankari ho to jaroor bataye . Kya process apanaya hai scert ne.Reply
ReplyDeleteanybody explain the cutoff for obc female science for behraich,gonda,shravasti
ReplyDeletehi neha saxena ji main toh aligarh se hun......
ReplyDeletehi neha saxena ji main toh aligarh se hun......
ReplyDeletehi neha saxena ji main toh aligarh se hun......
ReplyDeleteTiger ji, 2 ghanta bit gaya aapne jawab nahi diya ,,,,,,so gaye kya
ReplyDelete१० गुना बुलाये जाने पर,
ReplyDeleteसामान्य कला पुरुष ११३,
सामान्य विज्ञान पुरुष १११,
सामान्य महिला कला १०२
सामान्य महिला विज्ञान १००,
अन्य पिछड़ा वर्ग कला पुरुष १०८,
अन्य पिछड़ा वर्ग विज्ञान पुरुष १०६,
अन्य पिछड़ा वर्ग महिला आर्ट ९५,
अन्य पिछड़ा वर्ग विज्ञान महिला ९०,
अनुसूचित जाति पुरुष कला ९२,
अनुसूचित जाति विज्ञान पुरुष ९०
एवं अनुसूचित जाति महिला कला/विज्ञान सभी
अपने आवश्यक docs के साथ तीसरी काउंसलिंग कराने को तैयार रहें..
धन्यवाद!!
(ये मात्र अनुमान है.. आप इससे असहमत हो सकते हैं, विरोध भी कर सकते हैं परन्तु एक अध्यापक की मर्यादाओं के अन्दर)
उस जीवन के वचन
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"इसलिये पाप तुम्हारे मरनहार शरीर में राज्य न करे, कि तुम उस की लालसाओं के आधीन रहो। और न अपने अंगो को अधर्म के हथियार होने के लिये पाप को सौंपो, पर अपने आप को मरे हुओं में से जी उठा हुआ जानकर परमेश्वर को सौंपो, और अपने अंगो को धर्म के हथियार होने के लिये परमेश्वर को सौंपो।'' __________________________________________________________________________________ रोमियो 6:12-13 )
कटऑफ आने में अब ज़्यादा समय नही रह गया है तो साथियों को सलाह दी जाती है कि अपने कागज़ातों सहित अपने आपको सभी प्रकार से तैयार कर लें।
ReplyDelete.
तो समय की मांग को देखते हुए एक बार फिर से आप प्यारे-प्यारे साथियों को सलाह दी जाती है कि जिले की बची सीटों के लालच में न आकर अपनी कैटेगरी की सीट्स ही देखें और हो सके तो अपने मार्क्स से 4-5 अंक ऊपर के जिले या फिर अपनी समझ से काफी सोच-विचार करके ही अपना अगला कदम उठाएं। पंड़ितों के चक्कर में बिल्कुल न पड़ें।
नापाक मंशूबे किसी के भी हों, कभी भी पूरे नही होते।
ReplyDelete.
अकेड़ेमिक प्रेमियों के सपनें कल भी एक बार फिर से चकनाचूर हो गए और आगे भी होते रहेंगे अगर इनकी ऐसी ही गंदी, नापाक सोच रही तो।
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हमारी भर्ती के पीछे न पड़कर अगर ये लोग अपने लिए एक नए विज्ञापन की मांग करते तो शायद इनकी भी भर्ती कभी की शुरू हो चुकी होती लेकिन जो मजा लूटने/लुटने में है, वो करके खाने में कहाँ!
इनके सु.कोर्ट के नामी-गिरामी वकील राकेश द्विवेदी जी द्वारा कल इन्हें परामर्श दिया गया था कि आप लोग लखनऊ में इन दोनों कामों में से एक ज़रूर कर लेना,
ReplyDelete.
1. या तो लखनऊ खंड़पीठ से आदेश करवा लेना या फिर,
2. अपनी रिट वापस ले लेना या खारिज करवा लेना।
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पहली बात इनके बूते से बाहर थी। दूसरी के लिए इन्होंने एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा दिया लेकिन वी.के. शुक्ला जी ने इनकी यह मुराद भी नेस्तनाबूद कर दी।
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ऐसे में सु.कोर्ट में इन्हें कोई सुनने वाला है नही। हाई कोर्ट, इलाहाबाद से ये लोग चोरों की भाँति भागकर लखनऊ पहुँच गए लेकिन इन्हें अफसोस रहेगा कि यहाँ भी इन्हें मुँह की खानी पड़ी।
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ये हाई कोर्ट से सु.कोर्ट, सु.कोर्ट से हाई कोर्ट, हाई कोर्ट से खंड़पीठ पहुँचे। तो हो सकता है अब इन अकेड़ेमिक प्रेमियों का अगला ठिकाना सिविल कोर्ट हो।
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इसीलिए अब हम में से प्रत्येक को अपने-अपने जिलें में भी सावधान रहना होगा। क्या पता, इनमें से कोई खिलाड़ी सिविल जज से सु.कोर्ट का आदेश अपने पक्ष में करवाकर हमें धूल चटाने की सोच रहा हो। यहाँ से भी काम न बना तो तहसील तो है ही........फिर थाना.......इसकेबाद गाँव के प्रधान जी तो कोई गैर थोड़े ही हैं......
कुछ जगह जूनियर वाले ठगा सा महसूस करेंगें क्योंकि गलती किसी की भी लेकिन इन जगह कुल सीट्स पर काउंसेलिंग हो चुकी है जबकि आधी पर होनी थी। आधी “promotion” से भरी जानी हैं। तो इन शेष के डॉक्यूमेंट्स वापस करने का आदेश जारी हो चुका है।
ReplyDelete.
कल 31 अक्टूबर,2014 को इंटरनेट की छुट्टी रहेगी......
इसीलिए थोड़े को ज़्यादा समझें।
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धन्यवाद....!!!!!
Bhaiya mare 111male gen sci me no hai plzzzzzzzzz koi batao koi chance hai
ReplyDeleteबगाल की खाङी व अरब सागर मे आने वाले चक्रवाती तूफानो का DNA=>
ReplyDeleteनीलोफर तूफान का नाम पाक ने दिया ।
बंगाल की खाडी चक्रवाती तूफान 'फेलिन' का नाम थाई शब्द फेलिन से पड़ा, जिसका अर्थ 'सफायर' यानी 'नीलम का पत्थर' ।
यह नाम थाईलैंड की ओर से दिया गया है ।
चक्रवातों का नाम देने की परंपरा कुछ समय पहले शुरू हुई ताकि इसकी तुरंत पहचान हो सके और समय रहते राहत-बचाव का कार्य किया जा सके ।
"दिल्ली स्थित मेट्रोलॉजिकल सेंटर" चक्रवाती तूफानों को नाम देता है ।
यह नाम 8 देश देतो है
1 बांग्लादेश
2 भारत
3 मालदीव
4 म्यांमार
5 ओमान
6 पाकिस्तान
7 श्रीलंका
8 थाईलैंड
की ओर से प्रस्तावित किए जाते हैं ।
यह प्रक्रिया अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में आने वाले तूफानों की पहचान के लिए अपनाया जाता है ।
आप लोगों से हम बार बार बार बार बार बार कहते हैं कि पर्सनल जिलेवार और वर्गवार मेरिट पूछकर अपने आपको शर्मिँदा न किया करें ! समय की चाल को देखें कि कहाँ पर कब क्या कैसे और कितना हो रहा है , तब सब समझ मे आ जाएगा !
ReplyDeleteधन्यवाद !
अब तक के चक्रवाती तूफान के नाम:-
ReplyDeleteबांग्लादेश - ओनिल
भारत - अग्नि
मालदीव - हिबरू
म्यांमार - प्यार
ओमान - बाज
पाकिस्तान - फानूस
श्रीलंका - माला
थाईलैंड - मुकड़ा
बांग्लादेश - ओग्नि
भारत - आकाश
मालदीव - गोनू
म्यांमार - येमयिन
ओमान - सिदर
पाकिस्तान - नरगिस
श्रीलंका - रश्मि
थाईलैंड - खाई मुख
बांग्लादेश - निशा
भारत - बिजली
मालदीव - ऐला
म्यांमार - फ्यान
ओमान - वार्ड
पाकिस्तान - लैला
श्रीलंका - बंदु
थाईलैंड - फेट
बांग्लादेश - गिरि
भारत - जल
मालदीव - काइला
म्यांमार - ठाने
ओमान - मुर्जान
पाकिस्तान - नीलम
श्रीलंका - महासेन
थाइलैंड - फेलिन
बांग्लादेश - हेलेन
भारत - लहर
मालदीव - मडी
म्यांमार - नानूक
ओमान - हुदहुद
पाकिस्तान - नीलोफर
Abe tiger jo seats promations se bhari jani h wo 29334 se alag h
ReplyDeleteU R Right Rahul sharma ji
Deleteआगे आने वाले तूफानो के नाम=>
ReplyDeleteश्रीलंका - प्रिया
थाईलैंड - कोमिन
बांग्लादेश - चपला
भारत - मेघ
मालदीव - रोआनू
म्यांमार - क्यांत
ओमान - नाडा
पाकिस्तान - वर्धा
श्रीलंका - असिरी
थाईलैंड - मोरा
बांग्लादेश - ओखी
भारत - सागर
मालदीव - मेकोनू
म्यांमार - डांय
ओमान - लुबान
पाकिस्तान - तितली
श्रीलंका - गिगम
थाईलैंड - फेथाई
बांग्लादेश - फानी
भारत - वायु
मालदीव - हिक्का |
निलमनी ज्योति !
ReplyDelete.
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मैने आपको पहले भी बताया था कि मै कोई सरकार का नुमाइँदा (दलाल या एजेंट ) नही हूँ जिससे कि सरकार सब कुछ मुझे बताने के लिए तत्पर और बाध्य रहे अब तो जब ये सरकार अपमान का घूँट (बेमन से ) ये भर्ती कर ही रही है तो वह हर बात को आपसे मुझसे किसीसे बताना जरूरी तो नही समझती !
फिर भी जहाँ तक मेरा अनुमान है कि जो लोग दूसरी काउं ॰ मे छूट गये हैं और जिनकी अभी तक काउं॰ नही हुई है उनमे कोई भेद न करते हुए सरकार काउं॰ प्रक्रिया को अनवरत जारी रखेगी !
धन्यवाद !
यहाँ पर एक बच्चे को पहले ही समझाया गया था लेकिन वो है कि मानता ही नही मानता ही नही मानता ही नही !
ReplyDelete.
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कि आप मेरी बात से असहमत हो सकते हैं, विरोध भी कर सकते हैं परन्तु एक अध्यापक की मर्यादाओं के अन्दर !
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मेरे सिर की कसम ना खाया करो...
उसमेँ पहले से ही काफी दर्द रहता है...
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इसलिए आप लोग भी पर्सनल वर्गवार और जिलेवार मेरिट न पूछा करें नही तो मेरा भी सिर फट सकता है !
Disprin!!!
DeleteJis tarah se jrt cndidates ki list onlin hoti hai usi tarah prt cndidate online hone se mother suchi ka pata chalane se cndte ko fyada hota jise ve asani se dekh lenge. Kya dstrct ka passward kewal dist ke pas hi ya hai tobatane iki kripa kare
ReplyDeleteMai abhi bhi apke answer ka wait kar rha huUmashankar bhai pls ye batane ka kast kare ki counselling me self attested photocopy lagani hai ya phir gazzeted officer se attstd copy .please reply
ReplyDeleteमोहित जी !
ReplyDelete.
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आपका सवाल किसी सवाल की श्रेणी मे नही आता है इसके उपचार के लिए बेहतर तो ये होगा कि आप दो सेट अधिकारी से प्रमाणित कराकर रख लो और दो सेट नार्मल (प्रमाणित कापी तो बाद मे भी काम आ जाएगी लेकिन उस समय कहाँ जा पाओगे किसी अधिकारी के पास ) !
अभी इस बारे मे सरकार की ओर से कोई आदेश नही आया है जैसा आदेश होगा वैसा ही अनुसरण कर लेना !
Thanks for your valuable feedback Umashankar bhai.
Deleteसाधना भौजी की याचिका पर न्यायमूर्ति वी के शुक्ला जी के आदेश से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जज साहब ने साधना जी को जगत भौजी समझकर उनके साथ मजाक किया है ..... जज साहब का कहना है कि यह नियुक्ति प्रक्रिया सर्वोच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश के अनुपालन में चल रही है तथा उसके अंतिम आदेश के अधीन होगी ,,,
ReplyDeleteसरकार को 6 हफ्ते काउंटर और उसके बाद भौजी को rejoinder के लिए 2 हफ्ते का समय देते हुए कहा है कि विवादित पदों पर नियुक्ति सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के साथ ही आदेश के भी अधीन रहेगी ,,, अरे भाई जब सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हमारी अंतरिम नियुक्ति को स्थायी कर देंगे तो हाई कोर्ट कुछ और कैसे कर सकेगा ....
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फिलहाल एकेडमिक नेताओं की चंदाचोरी पर 8 हफ्ते के लिए रोक लगा दी गयी है ....
पिछले कुछ दिनों में 72825 में चयनित ना हो पाने वाले टेट पास अभ्यर्थियों के हित में दो प्रकार के विचार चर्चा में रहे हैं ,,,7-12-12 के विज्ञापन हेतु पदों के सृजन के लिए संघर्ष तथा सभी टेट पास अभ्यर्थियों के समायोजन के लिए संघर्ष ..... मेरे ख्याल से दोनों ही विचार टेट 2011 के अभ्यर्थियों को भ्रमित करके चंदे का धंधा चमकाने के लिए पेश किये जा रहे हैं ,,,7-12-12 का विज्ञापन पद शून्य तो पहले ही हो चुका था अब उसकी चयन प्रक्रिया भी शून्य घोषित हो चुकी है
ReplyDeleteपी.आई.एल. से इतनी बड़ी मात्रा में पद सृजित हो सकते तो हम लोग 3 साल से 30-11-11 का विज्ञापन बहाल कराने के लिए लड़ ही क्यों रहे होते ,,, टेट मोर्चे का एक हिस्सा टेट में कम नंबर वालों को काल्पनिक धाँधली की कहानियाँ सुनाकर रुपया कमाने और नेतागिरी चमकाने के मकसद से 100 तक सभी का चयन होने सम्बन्धी बोले गए अपने झूठ पर पर्दा डाल रहा है ,
ReplyDeleteकुछ नए नवेले बकवासी टाइप के नेताओं ने टेट मोर्चे की लखनऊ टीम पर रिजल्ट की सीडी और रैंक जारी करवाने में असफलता का आरोप लगाते हुए नेतृत्व संभालने का प्रयास तो किया लेकिन ना तो रिजल्ट ही आन लाइन करवा पाए और ना ही रैंक जारी करवा पाए ,,,reshuffling रोकने के नाम पर लाखों अन्दर करने के बाद राणा जी और उनके समर्थकों को reshuffling विधिसम्मत होने का ज्ञान हो गया .....
ReplyDeleteअनाप-शनाप काम करने और उसका समर्थन करने के लिए तो सब बेताब रहते हैं लेकिन 72825 की नियुक्ति के बाद भी बीएड डिग्रीधारकों की नियुक्ति जारी रखने के लिए जो किया जाना चाहिए उसे करने के बारे में कोई सोचता तक नहीं है ....किसी को नेतागिरी करनी ही हो तो उस माँग को लेकर करनी चाहिए जो विधिक और व्यवहारिक रूप से संभव हो ,,,, जो बेवकूफी एकेडमिक और वेटेज समर्थकों ने की थी उसे low tet merit समर्थकों को नहीं दुहरानी चाहिए ,,
ReplyDeleteटेट संघर्ष मोर्चे के low tet merit वाले सदस्यों को 3rd काउंसिलिंग के बाद काउंसिलिंग करा चुके लोगों को हटाकर टेट मोर्चे का पुनर्गठन करना चाहिए ,,, जो साथी काउंसिलिंग करा चुके हों उनका मार्गदर्शन तो लिया जा सकता है लेकिन उन्हें नेतृत्व सौंपने की भूल कदापि मत करना ,,, यदि सही रणनीति के साथ काम किया जाए तो 72825 के बाद भी टेट मेरिट से एक बार और बेसिक टीचर्स की नियुक्ति संभव है ,,, टेट संघर्ष मोर्चे के जिन साथियों का 72825 में चयन हो जाएगा वो हर कदम पर आपका सहयोग करेंगे इसका मुझे यकीन है ,,, जब थक जाना तब मेरी बात पर गंभीरतापूर्वक विचार करना ....
ReplyDeleteकितने बेवकूफ है ये अरे टेटे मेरिट वैलिड है की नही ये मामला तो सुप्रीम कोर्ट मे है हाईकोर्ट मे तो केवल अनछुए पहलुओं पर विचार होना था यही सुप्रीम कोर्ट का आदेश था खुद दिमाग लगाओ
ReplyDeleteSadhna Mishra :- Maaf karna Bhaaiyo ....... Badi Mushkil se HC se apni Jaan bacha kar aai hoon ..... Socha tha Chupke chupke Writ daal kar Stay Le loongi magar Lene ke Dene Pad gaye
ReplyDelete.
(Bheed me se aawaaz aai ) :- Kapil Maharaaj kahaan hain Sadhna Maiyya ?
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Sadhna Mishra :- Kaun Bolaaaaaaaaaaaa ? ...... kaun hai ?:-/ ....
Naam na Lo us Chanda chor ka ......
Wo bhaag gaya kahin .... mai mushkil se bachte bachaate aai hoon
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(Bheed se phir aawaaz aai ) :- Saadhna Maiyya ! ...... Ab kabahu aisi galti na kariyo ..... Chupke chupke writ mat daaliyo ..... Bharti ho rahi hai ho jaane do ...... Warna tumka in Berojgaaran ki itni haai lagihe ke marne se pahle "Haai" bhi na kar paiyyo
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Sadhna Mishra :- Haan aap Log theek kah rahe hain ...
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(Phir aawaz aai ) :- Arre Sadhna Maiyya .... Ab bata bhi do Kapil Mahaaraj Court se nikal kar kahaan bhaage ?
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Saadhna Mishra :- Mat poochhiye .....Mai aap sab ke haath jodti hoon ....
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phir bhi itna poochh rahe hain aap log to bata deti hoon ....
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Jab court ne "Stay" lagaane se manaa kar diya to wo court se nikal kar Lota lekar kheto me gaya tha
"also"
ReplyDelete.
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Yhi to likha hai kal k Sadhana Mishra case k order k last me....
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Acd waale last wala poora sentence padhkar aise jhoom rhe hain maano inhe pta nhi Bill Gates ne inhe apna waaris bna diya ho.
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To ye to kewal last ka sentence kah rhe hain, mai to maatr aakhiri ka word hi kah rha hun.
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Mere dwara chhante gye ekmaatr iss "also" ki vyakhya kar len. Tasvir apne aap spasht ho jaayegi.
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Dilli abhi bahut door hai.......
कल का कोर्ट आर्डर पढ़कर खुश होने वाले और अब भी न्यू ऐड पर भर्ती की उम्मीद करने वाले वही लौंडे हैं जो प्रमेय ( थ्योरम ) तो एक भी सिद्ध नहीं कर पाते पर अंत मे लिखते ज़रूर है कि "इति सिद्धम" ( Hence Proved )
ReplyDeleteजैसे-जैसे तीसरी काउंसिलिंग
ReplyDeleteकी तारीख
नजदीक
अाती जा रही है वैसे-वैसे
हमारीं धडकनें
भी बढतीं जा रहीं हैं
। कुछ लोग हाई मेरिट के कारण परेशान हैं तो कुछ लोग
फर्जी वाडे के कारण।
अब तो कुछ लोगों ने मेरिट का अनुमान
भी लगाना अारम्भ कर दिया है । कुछ लोग
मेरिट को जनरल 113+ बता रहे हैं, कुछ लोग जनरल
106 तक भी ला रहे हैं यानि जितने लोग
उतनी मेरिटें। अब ये अाने वाला वक्त
ही बताएगा कि वास्तविक मेरिट
क्या रहेगी ।
अगर मेरे विचार से आप लोग सहमत हों
तो निम्न मेरिट वाले
अपनी तैयारी कर लें-
पुरुष वर्ग:
जनरल अार्ट- ११२
अोबीसी आर्ट- १०५
एस सी अार्ट- ९७
एस टी अार्ट- सभी
जनरल विज्ञान-१११
अोबीसी विज्ञान-१०४
एस सी विज्ञान-९६
एस टी विज्ञान सभी
महिला वर्ग:
जनरल कला -१०१
अोबीसी कला -९४
एस सी कला -८८
एस टी कला - सभी
जनरल विज्ञान-१००
अोबीसी विज्ञान-९३
एस सी विज्ञान-८७
एस टी विज्ञान- सभी
ऎ मेरा निजी अनुभव है
इसकी प्रमाणिकता के लिए इसे सेव कर लें
। आपके कमेंट का स्वागत है ।
नोट-कृप्या गाली गलोंच ना करें। धन्यवाद,,,
कुछ एकैडमिक गधे अफ़वाह उडा रहे है की नियुक्ति पत्र पर स्टे हो गया है...
ReplyDeleteभाइयो कोई स्टे नही हुआ है ,
कोर्ट ने कहा है की भर्तिया सुप्रीम कोर्ट के अंतिम आदेश के अधीन है इसलिये चलती प्रकृया पर कोई रोक नही लगेगी
दूसरी बात कि सुप्रिम कोर्ट ने नियुक्ति पत्र भी देने को कहा था और उस नियुक्ति पत्र पर मेन्सन करने को बोला था की अंतिम नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के अधीन होगी
prt में साधना केस का आर्डर ।टेट और अकेडमिक सब अपने हिसाब से बता रहे है लेकिन जितने लोगो को भी ये आर्डर समझ में आ रहा हो वो खुद ही समझ ले कि अकेडमिक की लुटिया डूब चुकी है । इतना पैसा खर्च करने और इतने बड़े वकील को खड़ा करने के बाद भी 2 महीने बाद की डेट और ऑर्डर में कुछ भी खास इंस्ट्रक्सन न होना इस बात का सबूत है की चोरी से किया जाने वाला खेल खत्म हो चुका है ----
ReplyDeleteजज साहब ने यही कहा है कि जो भी चयन या नियुक्ति होगी,वह इस याचिका के अंतिम निस्तारण के अधीन होगी..मतलब कंडीशनल नियुक्ति...
ReplyDeleteअब इसमे कोई खुश हो रहा है कि स्टे हो गया तो खुश होने दो उसका दिल ही जानता होगा...
प्रशिक्षु शिक्षकों की 1017 सीटें खालीं
ReplyDeleteतीन नवंबर से शुरू हो सकती है तीसरी काउंसिलिंग
अमर उजाला ब्यूरो
बदायूं। प्रदेश में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए चल रही काउंसिलिंग में अब तीसरी काउंसिलिंग का इंतजार किया जा रहा है। इस बीच सबसे ज्यादा परेशान वे अभ्यर्थी हैं, जो पहले हो चुकीं काउंसिलिंग में शामिल हो चुके हैं। उन्हें अंदाज नहीं है कि आखिर उनका नंबर आएगा या नहीं। तीसरी काउंसिलिंग तीन नवंबर से होने का अंदेशा है।
डायट प्रशासन की मानें तो पहली काउंसिलिंग में कम अभ्यर्थी बुलाए गए थे। बाद में ये दस गुना कर दिए। अब तीसरी काउंसिलिंग में विशेष आरक्षण के बीस तथा अन्य के दस गुना अभ्यर्थी बुलाए जाने की उम्मीद है। डायट प्रवक्ता मोहम्मद नवेद खां के अनुसार माने तो करीब 1600 सीटों के सापेक्ष अभी 1017 सीटें रिक्त हैं। सबसे ज्यादा सीटें साइंस ग्रुप में हैं। मेरिट भी पहले के मुकाबले गिरेगी तो भीड़ भी बढ़ना तय माना जा रहा है। इसको लेकर छात्रों में ऊहापोह है।
इसके अलावा दस और बीस गुना वाले फार्मूलें में पिछली काउंसिलिंग में अनुपस्थित रहे अभ्यर्थी शामिल होते हैं तो उन्हें भी बुलाया जाएगा।
रिक्त सीटें एक नजर में
महिला कला वर्ग
जनरल एससी एसटी ओबीसी
68 10 7 8
महिला साइंस वर्ग
जनरल एससी एसटी ओबीसी
95 46 7 47
पुरुष कला वर्ग
जनरल एससी एसटी ओबीसी
113 29 5 67
पुरुष साइंस वर्ग
जनरल एससी एसटी ओबीसी
113 52 8 53
महिला शिक्षामित्र
जनरल एससी एसटी ओबीसी
40 17 01 21
पुरुष शिक्षामित्र
जनरलएससीएसटी ओबीसी
36 17 02 18
महिला, पुरुष और शिक्षामित्र विशेष आरक्षण, भूतपूर्व सैनिक, सैनिक आश्रित के तहत करीब 129 सीटें बची हैं।
(आंकड़े डायट से लिए गए हैं)
ReplyDeleteनारा किसने लगाया
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"तुम मुझे दही दो मैं तुम्हे रायता दूंगा "
अभी ज़िन्दगी का रुख.....
ReplyDeleteबहुत खिलाफ है मेरे.....
दिया जिधर भी जलाऊ.....
हवा उधर से चलने लगती है.....
कोर्ट रूम : परास्नातक मुद्दा।
ReplyDeleteआज इलाहाबाद हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस डॉ० धनञ्जय यशवंत विष्णु चंद्रचूड की प्रधान पीठ में परास्नातक के आधार पर बीएड करने वालों की 72825 शिक्षक भर्ती मामले में शामिल करने हेतु सुनवाई हुयी।
अशोक खरे और अभिषेक श्रीवास्तव की जोरदार बहस के बाद परास्नातक वालों के चेहरे पर मुस्कान आ गयी थी तथा चीफ जस्टिस इनको शामिल करने का आर्डर करने ही जा रहे थे कि अधिवक्ता क्षेत्रेष चन्द्र शुक्ल ने चीफ जस्टिस से अपनी बात सुनने की गुहार लगायी ।
चीफ जस्टिस के मनः मष्तिष्क में परिवर्तन आ गया।
क्षेत्रेष शुक्ल ने कहा कि यहाँ न्यूनतम योग्यता स्नातक है न कि परास्नातक ।
प्राइमरी में बीएड वालों की भर्ती विशेष स्थिति में होती है अतः बीएड कर लेना ही प्राइमरी में शिक्षक बनने की गारंटी नहीं है।
इस पर अशोक खरे ने समय-समय की बात की तो अभिषेक श्रीवास्तव ने बीएड सत्र 2007-08, 2010-11 को भी स्नातक/परास्नातक 50 फीसदी बताकर आत्मघाती जिरह कर दी।
इस प्रकार चीफ जस्टिस की कोर्ट में 2 घंटे 22 मिनट की बहस ने परास्नातक के आधार पर बीएड करने वालों के मन में निराशा पैदा कर दी।
अगली तिथि मात्र औपचारिक शेष रह गयी है जो कि दिनांक 8 या 10 दिसम्बर 2014 है।
इन सब विषयों पर जब संजय सिन्हा से बात हुयी तो उन्होंने कहा कि ये तो होना ही था आखिर मै क्यों विरोध झेलूं जबकि आप आपस में खुद ही लड़-भिड़कर निपट लेंगे।
नोट: उपरोक्त लेख मात्र कोर्ट कार्यवाई के अधीन है इसमें लेखक का विचार व हानि-लाभ सन्निहित नहीं है।
जैसा की आप लोगो ने कल आये आर्डर को पढा होगा जिसमे साफ़ साफ़ लिखा है किये भर्ती अपेक्स कोर्ट (सुप्रीम कोर्ट ) के अनुसार हो रही है.
ReplyDeleteऔर सुप्रीम कोर्ट के अधीन ही यह नियुक्ति रहेगी,
अत: सुप्रीम कोर्ट के अधीन चल रही प्रक्रिया पर कोई स्टे न देते हुए कोर्ट ने टी ई टी मोर्चा को पार्टी बनने की अनुमति देते हुए 8 हफ़्ते का समय दिया है,
अब 8 हफ्तो के बाद फ़िर समय माँगा जायेगा
देने
ReplyDeleteमें
जो
सुख
है
वह
अद्वितीय
है।
सफल
वह
है
जिसने
देने
के
सुख
को
जान
लिया
है।
-ए भारत के गरीबों, दलितों व शोषितों ...!
ReplyDelete- तुम्हारी मुक्ति का मार्ग धर्मशास्त्र व मंदिर
नही है
बल्कि तुम्हारा उद्धार उच्च शिक्षा,
व्यवसायी बनाने वाले
रोजगार तथा उच्च आचरण व नैतिकता में निहित है |
- तीर्थयात्रा , व्रत, पूजा-पाठ व कर्मकांडों में
कीमती समय
बर्बाद मत करों |
- धर्मग्रंथों का अखण्ड पाठ करने, यज्ञों में आहुति देने
व
मन्दिरों में माथा टेकने से तुम्हारी दासता दूर
नही होगी, तुम्हारे
गले में
पड़ी तुलसी की माला गरीबी से
मुक्ति नही दिलाएगी |
- काल्पनिक देवी-देवताओं की मूर्तियों के
आगे नाक
रगड़ने से
तुम्हारी भुखमरी, दरिद्रता व
गुलामी दूर नही होगी |
- अपने पुरखों की तरह तुम भी चिथड़े मत
लपेटो, सड़ा -
गला अनाज खाकर जीवन मत बिताओ, दड़बे जैसे घरों में
मत
रहो और इलाज के अभाव में तड़फ-तड़फ कर जान मत
गंवाओ
|
- भाग्य व ईश्वर के भरोसे मत रहो, तुम्हें अपना उद्धार
खुद
ही करना है |
- धर्म मनुष्य के लिए है मनुष्य धर्म के लिए
नही और
जो धर्म
तुम्हें इन्सान नही समझता वह धर्म
नहीं अधर्म का बोझ
है |
जहाँ ऊँच और नीच की व्यवस्था है | वह
धर्म नही,
गुलाम
बनाये रखने की साजिस है |
___ डॉ.भीमराव अम्बेडकर.
मै आज भी अपना बाल सडक किनारे एक गोमती लगाकर बैठे नाई से कटवाता हु जिससे बचपन मे सडक किनारे इटे पर बैठ कर पिता जी के साथ कटवाता था !!!
ReplyDeleteआधुनिकता और फैशन के इस दौर मे लोग माल मे जाते है,एयर कडिशन वाले हेयर पार्लर मे जाते है और 100-200 बडे आराम से देकर चले आते है
पता है क्यो???
क्योकि स्टेटस सिमबल वाली बात आ जाती है यहा ,,की दोस्त क्या कहेगे,अगर गोमती नाई बाल अच्छे नही काटा जो गर्लफेन्ड से मिलने कैसे जायेगे??
कालेज मे कैसे लडकियो के सामने उस बाल को लेकर जायेगे???
दोस्तो गोमती वाले उस बुढे नाई के हाथ का वो हुनर सालो पुराना है ,और मै दावा करता हु हजार रुपये वाले हेयर पार्लर से अच्छा बाल काटेगा
हलाकि कई लोग मेरे वहा बाल कटाने को लेकर कमेन्ट भी करते है कि --यार बहुत पैसे बचाता है !!!
उन मुर्खो को मैने जबाब नही दिया लेकिन शायद आज मिल जायेगा ,
लेकिन जरा सोचो-- इस आधुनिकता के दौर मे जब सारे लोग माल और पार्लर मे ही बात कटायेगे तो उस नाई का क्या होगा ???
इस उम्र मे कहा काम तलाशेगा?
कौन काम देगा उसे??
क्या होगा उसका उस के परिवार का?
कैसे पेट भरेगा अपना??
मित्रो सर्व प्रथम मोर्चा द्वारा कल हाई कोर्ट लखनऊ में सफल व् अनुकूल हियरिंग होने पर संघ से जुड़े सभी भाइयो को बधाई।
ReplyDeleteमित्रो जेसा के सभी अवगत हे के एक बार फिर कपिल देव यादव ने अपनी कुटिल चाल के चलते साधना मिश्रा को मोहरा बनाकर हो रही शिक्षक भर्ति को स्टे कराने के लिए हाई कोर्ट लखनऊ खंड पीठ में मुकदमा दायर किया ।जिसमे उसने प्रे की हे के rteएक्ट2009के अंतर्गत ncte ko joअधिकार दिए गये हे उनमे उसे मिनिमम क्वालिफिकेशन निर्धारित करने का अधिकार ह परन्तू उसने 11/2/11को टी ई टी कंडक्ट करने के लिए राज्यों को दिए निर्देश के लिए जो गाइड लाइन जरी की के उसके 9(b)रुल में रेकुरेत्मेंट प्रोसिस में वेटेज देने की बात कही हे ।एक्ट 2009 के अनुसार उसे इसका अधिकार नही हे।
मित्रो हमे जो जीत प्राप्त हुई हे उसका कारण हे के हमारा विज्ञापन ncte ke according था जिसे कोर्ट ने सही माना हे। परन्तु यहा नई याचिका में ncteकी पॉवर को ही चलंज किया हे।उनकी मांग हे के 11/2/11को जारी गाइड लाइन एक्ट2009के अनुसार arvitrary and ultra vires हे अथ 12वे संशोधन को असवेधानिक करार देते हुवे रद्द किया जाये।
मित्रो याचिका में जो ग्राउंड लिया हे वह अब तक के मेटर से थोडा अलग हे इसी करण वे सुप्रीम कोर्ट से डायरेक्शन के आधार पर इसे हाई कोर्ट में स्वीकार करने में सफल रहे । मोर्चा की जेसे ही इसकी जानकारी प्राप्त हुई तुरंत सक्रिय होकर लखनऊ पहुचा रिट की प्रति प्राप्त की आपसी मंथन के बाद निर्णय हुवा के इंटर विनिंग applicarion के जरिये पार्टी बनकर कौर्ट को सही तथ्यों से अवगत कराया जाये। इसके लिए अलाहाबाद के अपने पुराने वकील अभिषेक श्रीवास्तव को हायर करने पर सहमती बनी। सबसे सुखद यह रहा के दोनों समूह बागपत तथा लखनऊ के सदस्यों के बीच सभी मुद्दों पर पूर्ण सहमती बनी। आज की सुनवाई में आये खर्च को वहन करने में दोनों समूह का बराबर का योगदान रहा । आपसी सहयोग के करण ही हम कम समय व् सिमित संसाधनों के बाद भी अपनि योजना में कामयाब रहे ।
मित्रो कोर्ट में हमारे खिलाफ आये किसी भी मामले को हल्के में नही लिया जा सकता हे ।क्योकि यह लड़ाई हमारे स्वाभिमान तथा भविष्य से जुडी हे। टी ई टी संघर्स मोर्चा किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने में पूरी तरह से सक्षम हे आवश्यकता हे धेर्य तथा आपसी विस्वास बनाये रखने की।
एक बार की बात है की एक आदमी जो पेशे से दुकानदार था बड़ा दुखी रहता था क्यूंकी उसका बेटा बहुत आलसी और गेरजिम्मेदार था वह हमेशा दोस्तों के साथ मस्ती करता रहता था | जबकि वह अपने पुत्र को एक मेहनती इंसान बनाना चाहता था | वह काफ़ी बार अपने पुत्र को डाँटता था लेकिन पुत्र उसकी बात पे ध्यान नहीं देता था | एक दिन उसने अपने पुत्र से कहा कि आज तुम घर से बाहर जाओ और शाम तक कुछ अपनी मेहनत से कमा के लाओ नहीं तो आज शाम को खाना नहीं मिलेगा |
ReplyDeleteलड़का पहुत परेशान हो गया वह रोते हुए अपनी माँ के पास गया और उन्हें रोते हुए सारी बात बताई माँ का दिल पासीज गया और उसने उसे एक सोने का सिक्का दिया कि जाओ और शाम को पिताजी को दिखा देना | लड़के ने वैसे ही किया शाम को जब पिता ने पूछा की क्या कमा कर लाए हो तो उसने वो सोने का सिक्का दिखा दिया| पिता यह देखकर सारी बात समझ गया | उसने पुत्र से वो सिक्का कुएँ मे डालने को कहा, लड़के ने खुशी खुशी सिक्का कुएँ में फेंक दिया | अगले दिन पिता ने माँ को अपने मायके भेज दिया और लड़के को फिर से कमा के लाने को कहा | अबकी बार लड़का रोते हुए बड़ी बहन के पास गया तो बहन ने दस रुपये दे दिए | लड़के ने फिर शाम को पैसे लाकर पिता को दिखा दिए| पिता ने कहा कि जाकर कुएँ में डाल दो लड़के ने फिर डाल दिए |
अब पिता ने बहन को भी उसके ससुराल भेज दिया| अब फिर लड़के से कमा के लाने को कहा| अब तो लड़के के पास कोई चारा नहीं था वह रोता हुआ बाजार गया और वहाँ उसे एक सेठ ने कुछ लकड़ियाँ अपने घर ढोने के लिए कहा और कहा कि बदले में दो रुपये देगा | लड़के ने लकड़ियाँ उठाईं और सेठ के साथ चल पड़ा रास्ते में चलते चलते उसके पैरों में छाले पड़ गये और हाथ पैर भी दर्द करने लगे | शाम को जब पिताजी को दो रुपये दिखाए तो पिता ने फिर कहा की बेटा कुएँ मे डाल दो तो लड़का गुस्सा होते हुए बोला कि मैने इतनी मेहनत से पैसे कमाए हैं और आप कुएँ में डालने को बोल रहे हैं | पिता ने मुस्कुराते हुए कहा कि यही तो मैं तुम्हें सीखाना चाहता था तुमने सोने का सिक्का तो कुएँ में फेंक दिया लेकिन दो रुपये फेंकने में डर रहे हो क्यूंकी ये तुमने मेहनत से कमाएँ हैं |
अबकी बार पिता ने दुकान की चाबी निकल कर बेटे के हाथ में देदी और बोले की आज वास्तव में तुम इसके लायक हुए हो| क्यूंकी आज तुम्हें मेहनत का अहसास हो गया है
दोस्तों जैसा की आप सब को विदित है की टेट संघर्ष मोर्चा एक ऐसा संघठन है जो कुछ लगभग पूरे प्रदेश के 500 लोगो ने मिल के बनाया था जिनकी टेट अंक की मेर्रित हाई है। उन 500 लोगो के आवाहन पर हम लखनऊ, इलाहाबाद से दिल्ली की लड़ाई लड़ने के लिए अधिकतम 8000 लोग ही सक्रिय रहे है बाकि के सब सिर्फ ये सोचते रहे की जो होगा सब के साथ होगा। आज दो कॉउंसलिंग खत्म हो चुकी है जिनमे लगभग 38000 पदो को भरे जाने की खबर आरही है। जब की अब तक सामान्य पुरुष ११८ तक ही आई है। मै आप सब से ये पूछता हु क्या ऐसा संभव है।
ReplyDeleteऐसा मेरे लिखने की उद्देश सिर्फ ये है की हमारे उन 8000 सक्रिय साथियो में लगभग 6000 की कॉउंसलिंग हो चुकी है और वो अब सिर्फ इंतज़ार में है की अब भर्ती में कोई बाधा न आए मैं किसी बाधा लगाने की बात सोच भी नहीं सकता पर सरकार अपनी मनमानी पर जुटी है scert ने 3 महीने प्रत्यावेदन में फ़र्ज़ी लोगो को एंट्री करवाने के बाद आज दो दिन के लिए साइट फिर से ओपन कर दी है की फ़र्ज़ी लोग की और एंट्री की जा सके आप बताए क्या ऐसा होना चाहिए।
दोस्तों ये सरकार अपनी मनमानी जूनियर भर्ती के दिखा चुकी है और अब हमारे साथ भी ऐसा ही खेल कर रही है(है को ऐसा जिसके पास कुछ लोगो का संपर्क हो जिनका चयन जूनियर के हुआ हो )। क्यों की संघर्ष मोर्चा के सरे बड़े बड़े वक्त, प्रवक्ता, लेखक तथा क़ानूनी ज्ञाता कॉउंसलिंग करवा चुके है अब वो सरकार के क्रिया कलापो का विरोध नहीं करेंगे। आप सब कम अंको वाले साथियो से निवेदन है अपनी एक एक सीट के लिए आप को लड़ना पड़ेगा वार्ना टेट-68 वाला फ़र्ज़ी 130 की मार्कशीट लगा के नौकरी पाएगा। और आप इंतज़ार ही करते रह जाएंगे।
जय हिन्द जय टेट
अगर बिहार में मेट्रो ट्रेन चलने लगे
ReplyDeleteतो अनाउंसमेंट कुछ ऐसे होगी...
- देखिए,अगला स्टेशन बोरिंग रोड
है..जो यात्री यहाँ तक का टिकट लिए हैं
तो यहीं उतर जाएँ,अगले स्टेशन पर पाए गए
तो धरके रगड़ दिया जाएगा..
-बोगी नं 7 में,रे
ससुरा ललका पाएजामा वाला रे तुम कोनमा में
मूत काहे रहा है जी?ए
सिपाही जी,तनि धरिए तो ससुरे को अगले
स्टेशन पर..
-बोगी नं 2 में,उ जो भाई साहब खैनिया ठोक
रहे हैं,थूक फेंकने के लिए डिब्बा लेके चले हैं ना?
हेन्ने-ओन्ने थूकते धरा जाईएगा तो फिर बहुत
बुरा हो जाएगा?
-महिला बोगी में,ऐ
हरिअक्का साड़ी वाली चाची,तोहार
बकरी बगल वाली चाची के
साड़ी चिबाता हो..तनि संभाल के रखीं बकरी-
छकरी के..
-गाँधी मैदान
स्टेशन..कृपया धक्का मुक्की ना करें..अरे जब
बोलिए दिए हैं कि गेट खुलबे
करेगा तो खिड़किया में लात काहे घुसा रहे
हो रे?
-देखिए,एक्सरे मशीन में
भूस्सा वाला टोकरी फँस गया है..इस कारण आज
मेट्रो बाधित रहेगा..असुविधा के लिए खेद
है..का कीजिएगा,पूरा सिस्टऽमें में छेद है
कहाँ हुई गलती
ReplyDeleteअगर सभी लोगों को काउन्सलिंग किस प्रकार होगी और उसका कैसा असर पडेगा इसका जरा भी अनुमान होता तो निश्चित तौर पर सभी लोग अधिक से अधिक जगह आवेदन करते ।
सबने एक बात दिमाग में रखी की अपने गृह जनपद के साथ लखीमपुर सीतापुर हरदोई बहराइच और गोंडा आदि जगह फार्म डाल दो चयन सुनिश्चित हो जायेगा ओर यही सोच कर कम सीट वाले जिलो 500-800 को छोड दिया सोचा यहाँ तो नंबर आने से रहा क्योंकि उस जिले का हाई मेरिट वाला अपने जिले में जायेगा लेकिन 10 गुना बुलाये जाने पर और एक ही दिन उस वर्ग विशेष की काउन्सलिंग सभी जगह होने के कारण स्थिति इतनी भयावह हो गयी कि हाई मेरिट वाले भी उन जिलो में पलायन कर गये जहाँ अधिक सीट थी ओर मेरिट कम गयी थी जिन पर औसत अंक वाला निगाहें जमाये बैठा था की मेरा अंत तक अगर कहीं न हुआ तो यहाँ तो हो ही जायेगा ।
काउन्सलिंग में 10 गुना बुलाये जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है अगर 5 गुना बुलाया जाता तो स्थिति इतनी भयावह न होती अधिक अंक वाला अपने जिले में ही कराता तब ओर ज्यादा सीट वाले जिले इतनी जल्दी नही भरते हालांकि इस प्रक्रिया में समय थोडा अधिक लगता ओर पारदर्शिता भी बनी रहती ।।
किसी का वजूद ख़त्म करने के लिए पहले उसे पटककर इतनी बुरी तरह मारना चाहिए किउसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराना पड़े ,,,, दो-चार दिन बाद ट्रामा सेंटर जाकर उसे और उसका इलाज कर रहे डाक्टरों के चार-छह झापड़ रसीद करने चाहिए ,,,जब वो अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाए तो उसे खोजकर पुनः लतियाना चाहिए ,,, इस तरह की जाने वाली निरंतर पिटाई से मुक्ति पाने के लिए जब आपका शत्रु मध्यस्थों के माध्यम से समझौता करने आये तो उसके साथ-साथ मध्यस्थ के भी हाथ -पैर तोड़कर भेज देना चाहिए ,आपका विरोधी निश्चित अंतराल पर हो रही बेइज्जती से frustrate होकर विलुप्त हो जाएगा ....... 4 फरवरी 2013 से लेकर कल तक टेट मेरिट ने एकेडमिक मेरिट के साथ यही तो किया है ना?
ReplyDeleteसाधना मामले में मैंने एक बात महसूस की कि टेट मेरिट समर्थकों को डरने में आनंद आने लगा है ,,,, डरने के शौकीन ऐसे सभी साथियों को अभी कम से कम 1-2 बार तो डरने का मौका मिलेगा ,, कपिलदेव और उसके चीलू-पीलुओं से अपेक्षा है कि 4th काउंसिलिंग से ठीक पहले वो किसी मुन्सफ़ मजिस्ट्रेट की अदालत में काउंसिलिंग पर स्टे लगाने की एप्लीकेशन अवश्य डालेंगे जिससे चल रहा टेंशन वितरण,ग्रहण एवं विसर्जन कार्यक्रम जारी रह सके ......
ReplyDeleteपेट्रोल पंप वाले हमें कैसे धोखा देते है....
ReplyDelete- हर पेट्रोल पंप में पेट्रोल के लिए १ लीटर २ लीटर के नाप होते है सो वो एक लीटर २ लीटर में चोरी नहीं कर सकते इसलिए वो सेटिंग करते है 100 रुपये में 200 रुपये में 500 रुपये में जिस से उनकी चोरी कभी पकड़ में नहीं आति क्यों कि 100 रुपये का पेट्रोल हम कभी नाप नहीं कर सकते इसलिए वो कम पेट्रोल का सेटिंग हमेशा 100 200 300 500 1000 में ही करते है
- आपसे निवेदन है के जब भी आप पेट्रोल भरवाओ आप 105 रुपये 205 रुपये या एक लीटर 233 रुपये ऎसे ऑड फिगर में भरवाओ तो आपको कभी भी कम पेट्रोल नहीं मिलेगा.
- कर के देखिए आपका फायदा अवश्य होगा.
- ये सुझाव जनहित में है
लो भाई काले धन वाली सूची मिल गयी, अपना-अपना नाम देखकर बचने का उपाय ढूंढेँ ।
ReplyDeleteभाई मेरा नाम तो नहीँ है इसमेँ ।
GOOD NIGHT
"खुद के होने का मज़ा हम में उतर कर जी ले
ReplyDeleteज़िन्दगी रोज़ कहाँ तुझ को मिलेंगे हम से
....!" Good Night
साथियों !
ReplyDeleteकुछ अकेडमिक विद्वान (?) लखनऊ बेंच में
साधना मिश्रा वाली रिट के आर्डर सीट
की व्याख्या अपने मनमाने ढंग से करके
भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगने की बात कर रहे हैं,
जबकि उस आर्डर में अंतिम पंक्तियों का शारांश
वही है जो दत्तू सर द्वारा दिए गए आदेश का था,
यानी की 'चयन प्रक्रिया न्यायालय के अंतिम आदेश
के अधीन होगी',,, घबराएँ नहीं क्योंकि इन अकेडमिक
गधों के अंग्रेजी ज्ञान का एक बेहतर उदाहरण हम पहले
भी देख चुके हैं जब 'ओवरनाइट पार्ट हर्ड'
की व्याख्या करते हुए इन्होने कहा था की सुनवाई
'रात भर चलेगी'। बढ़िया हुआ जो अकेडमिक मेरिट से
प्राथमिक शिक्षकों की यह नियुक्ति नहीं हुई
वरना ये गधे "Mother India" को 'मोटहर इण्डिया'
पढ़ाते। फिलहाल स्टे की खबर
किसी खुन्नसी अकेडमिक इंग्लिश विद्वान के दिमाग
की उपज है इससे घबराने की कत्तई कोई
आवश्यकता नहीं है,,,इस ट्रांसलेशन से टेट मेरिट
का बुरा तो होने से रहा, हाँ अकेडमिक
महारथी अपने चंदे का धंधा अवश्य चमका सकेंगे।
जय हिन्द-जय टेट।।
****स्पष्टीकरण*****
ReplyDelete-----------------
एकेडमिक चूहे ज्यादा उछल-कूद न करें !
पहले यह समझे कि दिल्ली की माननीय सुप्रीम कोर्ट का आदेश सरकार के लिए सर्वोपरि है या माननीय लखनऊ की डिवीजन बेंच का आदेश! अथवा एकेडमिक प्रेमियों के ससुराली जिलों वाराणसी व औरैया के पटवारी न्यायालय के आदेश का!??
रही बात उनकी स्वप्न सुंदरी/सुंदरा उभयलिंगी साधना/सधाना की याचिका पर 29●10●2014 को आये आदेश की अंतिम पंक्तियों की ,तो वह भी देख लीजिए-
also clarified that selection and
appointment made, shall abide by final
judgment of present writ petition also.
अर्थात "हम यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि वर्तमान प्रक्रिया के अंतर्गत चयन व नियुक्ति इस मामले में कोर्ट द्वारा दिये गये अंतिम आदेश के भी अधीन होंगी!
मतलब वही जैसा शिक्षामित्रों के नियुक्ति पत्र में कोर्ट के भविष्य में आने वाले आदेश के प्रभाव का उल्लेख है ठीक वैसा 72825 के नियुक्ति पत्र में रहेगा॥
इससे अधिक कुछ नहीं !बस आप सब तीसरी काउंसलिंग की तैयारी करें तत्पश्चात नियुक्ति की.॥
आपके लिए शुभकामनाओं के साथ
आपका Mr. ριℓιвнeeт яєѕєяνє тιgєя
जब मुझे यकीन है कि
ReplyDeleteख़ुदा हमेशा मेरे साथ है,
तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता
कि कौन-कौन मेरे खिलाफ है l
G
O
O
D
.
.
.
N
I
G
H
T
@NINETY@EIGHT
कल 31 अक्टूबर,2014 को इंटरनेट की छुट्टी रहेगी......
ReplyDeleteइसीलिए थोड़े को ज़्यादा समझें।
.
.
धन्यवाद....!!!!!
कल मै कोई लॉगइन ही नहीं करूँगा किसी ग्रुप में कोई अपडेट नहीं करूँगा क्योकि कल इन्टरनेट की छुट्टी है। बात करना तो सस्ता है लेकिन नेट इस्तेमाल महंगा होता चला जा रहा है जबकि इन कंपनियों के कस्टमर बढ़ रहे है फिर भी ये जनता को लूट रही है । आप लोग भी कल कोशिश करें जिससे कम्पनिया अपने रेट्स सही करे ।
ReplyDeleteमिलते है अब नवम्बर मे ।
शुभ रात्रि
Nice blogs if you have any opinion so share with us,,,Opinion Poll Click here
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