पहली काउंसिलिंग के दौरान 45 डायट में साढ़े छह हजार अभ्यर्थियों ने जमा कराए कागजात
लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में 72825 शिक्षकों की भर्ती के लिए बीती 29 से 31 अगस्त तक हुई पहली काउंसिलिंग में जिलों में उपलब्ध सीटों की तुलना में औसतन नौ फीसद अभ्यर्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर अपने शैक्षिक दस्तावेज जमा कराए।
पहली काउंसिलिंग के बारे में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह ने सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) से ब्योरा तलब किया था। मंगलवार शाम तक 45 डायट से प्राप्त सूचना के आधार पर एससीईआरटी निदेशक ने बताया कि इन जिलों में कुल उपलब्ध सीटों के सापेक्ष तकरीबन साढ़े छह हजार अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग में हिस्सा लिया। यह इन जिलों में उपलब्ध सीटों का नौ फीसद है। पहली काउंसिलिंग में जिलों में उपलब्ध सीटों की संख्या के तकरीबन बराबर अभ्यर्थी बुलाये गए थे। काउंसिलिंग में कम अभ्यर्थियों द्वारा उपस्थिति दर्ज कराये जाने के बारे में विभागीय अधिकारियों की ओर से यह तर्क दिया जा रहा है कि चूंकि पहली काउंसिलिंग की कट ऑफ मेरिट काफी ज्यादा थी और बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने एक से ज्यादा जिलों में आवेदन किया है। इस बात की प्रबल संभावना है कि अधिकतर अभ्यर्थियों को पहली काउंसिलिंग के लिए जारी कट ऑफ मेरिट में अपनी पहली पसंद के जिले की मेरिट में स्थान ही नहीं मिला हो। इसलिए वह आगे की काउंसिलिंग में इन जिलों में कट ऑफ मेरिट गिरने का इंतजार कर रहे हैं। 1सोमवार और मंगलवार को एससीईआरटी दफ्तर पहुंचे कई अभ्यर्थियों की जिज्ञासा भी यही थी कि यदि वे पहली काउंसिलिंग में किसी जिले में नहीं उपस्थित हुए तो कहीं आगे की काउंसिलिंग में उन्हें स्थान दिया जाएगा या नहीं।
News Sabhaar : Jagran (3.9.14)/ Social Media
खुश हूं..,,
ReplyDeleteजिंदगी है छोटी, हर पल में खुश हूं
काम में खुश हूं, आराम में खुश हू
आज पनीर नहीं, दाल में ही खुश हूं
आज गाड़ी नहीं, पैदल ही खुश हूं
दोस्तों का साथ नहीं, अकेला ही खुश हूं
आज कोई नाराज है, उसके इस अंदाज से
ही खुश हूं
जिस को देख नहीं सकता, उसकी आवाज से
ही खुश हूं
जिसको पा नहीं सकता, उसको सोच कर
ही खुश हूं
बीता हुआ कल जा चुका है, उसकी मीठी याद
में ही खुश हूं
आने वाले कल का पता नहीं, इंतजार में
ही खुश हूं
हंसता हुआ बीत रहा है पल, आज में ही खुश
हूं
जिंदगी है छोटी, हर पल में खुश हूं
अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना
वरना बिना जवाब के भी खुश हूं,,!!
क्या बात है सर लाजवाब पंक्तियाँ।
DeleteVery very Gud
DeleteAwsm lines. .
Deleteसभी मित्रों को सुबह का नमस्कार!
ReplyDeleteआपका दिन शुभ हो!
जय श्री राम!
कोई भी अभ्यर्थी जिसने 2011 के विज्ञापन
ReplyDeleteकी शर्तों के अनुसार आवेदन किया था अगर
वो जीवित है तो उसको काउंसलिंग में भाग लेने से
कोई भी कानून नहीं रोक सकता।
नियम जो भी बने बाद के लिए बनें है न कि पहले
के लिए।
Dosto Maine 2011 me b.ed kiya hai aur graduation me 41% marks hai OBC cat.me kaya hamara kuch ho sakta hai duvidha me hoon pls batayn.
Delete45% वाले हो या 40% वाले अगर उन्होंने
ReplyDeleteबी•एड• किया है तो उस समय जो नियम
था उसके अनुसार ही किया है उन्हें किसी भी नये
नियम के आधार पर रोका ही नहीं जा सकता। यह
न्याय के प्राकृतिक नियम के साथ सबसे
बड़ा अन्याय होगा।
जिस डायट प्राचार्य ने काउंसलिंग से वापिस
भेजा उनके खिलाफ कोर्ट में केस करना चाहिए
उनकी नौकरी खतरे में पड़ जाएगी।
super like
ReplyDelete45% वाले या 50% वाले या कोई भी % वाले
ReplyDeleteबिल्कुल निश्चिंत रहे अगर उन्होंने 2012 से
पहले NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त
किसी भी कालेज से बी•एड• किया है और 2011
के टेट प्राप्तांको के आधार पर मेरिट में
आपका नाम आ रहा है तो आपकी काउंसलिंग
दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।
यह सवाल करना अब आप लोग छोड़ दीजिए कि मैं इतना प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक हूँ क्या मैं
ReplyDeleteकाउंसलिंग में हिस्सा ले सकता हूँ? यह सवाल
बहुत अजीब सा लगता है, खुद से
क्यों नहीं पूछते? आपके साथ 2011
का शासनादेश है आपकी बी•एड की डिग्री है टेट
का अंक पत्र है और आपको किसी भी चीज़
की जरूरत नहीं।
जब सरकार टेट में धांधली प्रूफ नहीं कर पायी तो ये काम प्रिंट मीडिया और फसबुकिया भाईओ को सोंप दिया है -----------लगे रहो .....
ReplyDeleteजब सुप्रीम कोर्ट मेहरवान , तो क्या करेगा अमर उजाला , दैनिक और हिन्दुस्तान
आवश्यक सुचना--
ReplyDeleteलड़कियो/महिलाओं के लिए ---कुल महिला पद- 36412 कुल महिला उत्तीर्ण - 74869कुल महिला 100 से उपर - 21054
अतः महिलाऐं चिंतित न हों।
आपके पद आपके ही रहेंगे और उपरोक्त डाटा आपको ये जानने में सहायता भी करेगा कि आप कितना सेफ हैं।
परामर्श -
95 से उपर की उपर की महिलाएं अंश मात्र भी चिंतित न हो और रही बात 100 से उपर बाली महिलाओं की तो वो सिर्फ काउंसलिंग की तैयारी पर ध्यान दें नाकि ये पुछें कि मेरा होगा या नहीं।
100 से उपर एक एक महिला 100% प्राथमिक शिक्षिका बनने के लिए तैयार रहे।और हाँ इस पोस्ट को आप याद रखे जिससे जब मेरिट अधिकाधिक गिरे तो आपको मेरी पोस्ट पर यकीं हो।
Ek rule ye bhi hai.
ReplyDelete.
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सत्र 2003 के पहले वाले ,2007-2008,2010-2011 तथा जम्मू कश्मीर वाले 50% के दायरे मेँ आते हैँ । अन्य सभी 45% के दायरे मेँ आयेँगे । आपने एम ए के आधार पर किया है या पी एच डी के आधार पर ईसका प्रशिक्षु शिक्षक के शासनादेश से कोई लेना देना नही है । आपके पास स्नातक 50% होना चाहिये अगर नही है तो यदि कुछ विशेष वर्षोँ मेँ आपने 45% स्नातक के साथ बी एड किया है तो भी योग्य हैँ । बाकी के जितना मुँह बजाना है बजा लेँ क्योँकि ना तो NCTE नेँ बीएड धारको को प्राथमिक मेँ परास्नातक के आधार पर छूट दी है या ना ऐसा कोई शासनादेश जारी किया है । इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा भी प्रशिक्षु शिक्षक के सम्बंध मेँ भी ऐसा कोई आदेश जारी नहीँ किया गया हैँ । अगर अगली काउन्सलिँग के पहले सभी अपात्रोँ को बाहर करने का स्पष्ट निर्देश नहीँ जारी किया जाता है तो न्यायालय कि शरण मेँ जाना अपरिहार्य हो जायेगा ।
मित्रो!!!
ReplyDeleteजिन लोगो ने PG के आधार पर बी.एड किया है;
वे अब अपने भविष्य को लेकर सक्रिय और जागरूक हो जाये।
कल scert पर निदेशक इस मुद्दे पर कोई सकारात्मक जवाब ना दे सके।
इसी मुद्दे पर मनीष सिंह की writ माननीय हाई कोर्ट के सिंगल बेंच से खारिज और duble बेंच में विचाराधीन है।
इसीलिए इस मुद्दे पर कानूनी राय लेने के लिए
लोग अपने अधिवक्ता अभिषेक श्रीवास्तव से मिलने allahabad जा रहे है
मित्रो ये एक सरल लेकिन तकनीकी मामला है। ज़रा सी लापरवाही आत्मघाती सिद्ध हो सकती है। अगर किसी ने अतिआत्मविश्वास में किसी tutpujiye advocate को लेकर पहले ही रिट कर दी तो मामला लम्बा खीच सकता है
आज की न्यूज देखकर मुझे दो बातें प्रतीत
ReplyDeleteहो रही हैं या तो मीडिया सही है
या हम गलत...
यदि मीडिया सही है तो मुन्नाभाईयों ने
जबरदस्त एन्ट्री मारी है और यदि हम गलत है
तो नो प्राॅब्लम मीडिया ने सही न्यूज दी ही
कब है...
अविश्वसनीय
ReplyDelete!
!
!
!
!
45 डाइट में 6500 लोगो ने काउंसलिंग करवाई है । इसका मतलब सभी डाइट्स में कुल मिलाकर लगभग 10000 लोगो ने काउंसलिंग करवाई होगी । समझ में नहीं आ रहा है की इतनी हाई मेरिट पर तो इतने टेट पास ही नहीं थे ।आज तक कभी किसी आन्दोलन में भी नहीं दिखाई पड़े इतने वीर और धुरंधर खिलाडी । लेकिन काउंसलिंग के समय सब बिल से बाहर निकल आये । उसका कारण सायद ये है कि काउंसलिंग के समय किसी की बीवी बीमार नहीं हुई और न ही किसी के बच्चे का एग्जाम पड़ा । क्योकि ये सब प्रोब्लम तो आन्दोलन में जाते समय होती है । काउंसलिंग तो जंगल में हो तब भी किसी के मम्मी पापा नहीं रोकते लेकिन आन्दोलन प्रदेश की राजधानी में हो तब भी बहुत खतरा होता है । और फिर घर बैठ कर दुसरो को डंडे खाते देखना और बाद में नौकरी के समय सबसे पहले लाइन में लग जाने का मजा ही अलग है । खैर मुझे किसी से कोई सिकायत नहीं है कि नौकरी कौन पा रहा है । बस इतनी इच्छा है कि इन तीन सालों में जिसने बेरहम और कुटिल सरकार की लाठियां खायी और तन मन से सहयोग किया है भगवान उसे भी नौकरी जरुर दे दे ।
उसके साथ अन्याय न हो जाये ।
बाकी प्रभु की इच्छा वही जाने ।
धन्यवाद
एक मित्र ने एक यह सूचना दी कि 19/12/2011 के बाद की डिग्री मान्य नही होगी... तथा वो पीआरटी भर्ती के लिए अर्ह नही हैं....विज्ञापन के अनुसार जो मेरे समझ मे आया है कि फार्म भरने की अंतिम तिथि के पहले की सभी डिग्रियाँ मान्य होगी और फार्म भरने की अंतिम तिथि संभवतः 09/01/2012 थी तो उक्त समय की पहले की सभी डिग्रियाँ मान्य होनी चाहिए....आप सभी के विचार आमंत्रित हैं...
ReplyDeleteमित्रो आज प्रोफेसनल
ReplyDeleteडिग्री के सम्बन्ध में
हिंदुस्तान न्यूज़ पेपर की खबर
को बहुत विश्वशनीय न माने
। इसी पेपर ने कभी jrt
भर्ती से प्रोफ को आउट करने
की खबर बहुत प्रमुखता से
छापी थी लेकिन क्या हुआ
हम सब जानते है । और
बीएससी अभ्यर्थियों को प्रोफ
की स्थिति साफ़ करने के
लिए कोर्ट
का दरवाजा खटखटाना पड़ा ।
जिस आदेश की बात पर ये
न्यूज़ छापी गयी है उससे हम
सभी परिचित है । उस आदेश में
केवल बीएससी एजी और
बीएससी होम साइंस
की स्थिति को बताया गया है
की वो किस वर्ग में रहेंगे
लेकिन बाकी डिग्री के
बारे में कोई बात
नहीं की गयी ।
बीएससी एजी और
बीएससी होम साइंस
को इसलिए क्लियर
किया गया है क्योकि इन्हें
किस वर्ग में शामिल
किया जाये इसमें
स्पष्टता की थोड़ी कमी थी ।
बाकि जब आज तक
यही माना जाता रहा है
की अगर किसी आदेश में
कोई बात न
कही गयी हो तो पूर्व में
दिए आदेश ही प्रभावी रहते
है । इसलिए जब तक इस पर
सक्षम अधिकारी की कोई
प्रतिक्रिया न हो परेसान न
हो । लेकिन इस मुद्दे के
समाधान के लिए scrt
डायरेक्टर से जरुर बात करने
की कोसिस होनी चाहिए
। क्योकि आग
को तभी बुझाने का प्रयास
सुरु कर देना चाहिए जब धुआ
दिखाई दे वरना कही देर न
हो जाये । और इस तरह के
छोटे विवाद
सरकारी अधिकारियो की गलती के
कारन बड़ा बवाल न बन जाये
। वैसे भी prt भर्ती में
सरकारी मंशा से हम सब
परिचित है । इसलिए हर कदम
सावधानी पूर्वक
रखना जरुरी है
यूपी में प्राईमरी शिक्षक की योग्यता स्नातक और बीटीसी अथवा स्नातक & बी एड है,
ReplyDeleteइसलिए परास्नातक के आधार पर बी एड करने वाले भर्ती से बाहर है।
45% और 50% वाले मुद्दे पर केवल उन्हें ही छूट मिलेगी जिस सत्र में एन सी टी ई नें बी एड करने के लिए स्नातक में 45% सामान्य के लिए न्यूनतम योग्यता निर्धारित की थी,
बाकी लोग भर्ती से बाहर है।
अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो,,,
ReplyDeleteतरीके बदलो....., ईरादे नही..
🈴जब सड़क पर बारात नाच
रही हो तो हॉर्न मार-मार के परेशान ना हो......
गाडी से उतरकर थोड़ा नाच लें...,
मन शान्त होगा।
टाइम तो उतना लगना ही है..!
🈴इस कलयुग में
रूपया चाहे कितना भी गिर जाए,
इतना कभी नहीं गिर पायेगा,
जितना रूपये के लिए इंसान गिर चूका है...
सत्य वचन....
🈴रास्ते में अगर मंदिर देखो तो,,,
प्रार्थना नहीं करो तो चलेगा
.
.
पर
रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना जरूर करना,,,
शायद कोई जिन्दगी बच जाये
🈴जिसके पास उम्मीद हैं,
वो लाख बार हार के भी,
नही हार सकता..!
🈴बादाम खाने से
उतनी अक्ल नहीं आती...
जितनी
धोखा खाने से
आती है.....!
🈴एक बहुत अच्छी बात
जो जिन्दगी भर याद रखिये,,,
आप का खुश रहना
ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए
सबसे बड़ी सजा है....!
🈴खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते,
अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते...!
🈴रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के
के दो पहलु हैं...
कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,,
और कभी रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं...!
🈴बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता है,,,,
वरना
अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है...!
🈴दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं,,,
बस होसला और मेहनत की जरूरत है...l
पहले मैं होशियार था,
इसलिए दुनिया बदलने चला था,,,
आज मैं समझदार हूँ,
इसलिए खुद को बदल रहा हूँ...।।
Tmntbbn ji b.ed 2006-07 wale jinki graduation mai sc category mai 43% hai kya wo counseling kliye eligible hai pls bataye.
ReplyDeleteसमाचार पत्रों के न्यूज का भरोसा न करें जब तक कोई आफिसियल स्टेटमेंट न आ जाये...
ReplyDeleteNews fake hai ....45 diets ki hi news kyu.....sabhi ki kyu nahi....it fake....
ReplyDeletePlz koi bataye ydi 2011 k bad ka mool nivas he to kya wo manya hoga.ydi nai to uske liye kya kiya jaye.
ReplyDeleteध्यान दीजिये सभी टेट से सम्बंधित मित्रगण !!!!!!!!!
ReplyDeleteये पोस्ट जितनी शेयर कर सकते हैं जितने ग्रुप्स में करिये |
ये इस बात का ब्यौरा है की किसी भी अन्य पिछड़े वर्ग वाले को कभी भी बी.एड करने में छूट किसी भी यूनिवर्सिटी में कभी भी प्रदान नहीं की है और न ही की थी |
अब बात ध्यान से सुनिए , ये तीनो चीज़ें भिन्न हैं :
१) बी.एड करना
२) टेट करना
३) सरकारी नौकरी पाना
अगर किसी भी अभ्यर्थी ने बी.एड स्नातक के आधार पर किया हुआ है और संयोग से वो अन्य पिछड़ा वर्ग का अभ्यर्थी है और उसने कहीं से भी, कैसे भी, किसी भी ऐडेड या मैनेजमेंट (कोटा होता है इनका) कॉलेजेस से बी.एड किया है और आपको उन्होंने छूट भी प्रोवाइड कर दी है तो वो अवैध है अगर यकीं नो हो तो आप जल्दी से यूनिवर्सिटी दौड़िये और पता करिये |
धन्यवाद
नोट: ये भर्ती पी.जी आधार की नहीं है , अभी शासन का जवाब आना बाकी है जो की सहमति के बाद ही होगा | विज्ञप्ति में एक वर्षीया बी.एड का जिक्र है और गजट की ३ रे परा की १ पॉइंट की (क) पंक्ति को पढ़ें नाकि पहले , दूसरे की क्यूंकि हमारी विज्ञप्ति में उसी को दिया हुआ है |
बाकी के लिए पढ़िए |
अराजक तत्व मेरी पोस्ट पे न आये .
किसी के पास नियम हो तो कमेंट बॉक्स में व्याख्या कीजिये |
नियम जो मेरे लिए है वही सभी के लिए हैं
प्रोफेशनलस को आर्ट मे काउन्ट करना आर्ट वालो के साथ अन्याय नही है क्या? ??
ReplyDeleteसभी अैरे गैरे नत्थू खैरे आर्ट मे ही घुसा दिये,,,
आर्ट वालों होश मे आओ वरना सब को मिलेगा ,,
"" बाबा जी का ठुल्लू""
जब इनहोंने ने टेट सांइस से दिया तो आर्ट मे आ कैसे सकते है। यह भी घर की खेती है क्या??
सेंधा नमक कितना फायदेमंद है जानिए –
ReplyDeleteप्रसिद्धा वैज्ञानिक और समाज सेवी राजीव भाई दीक्षित का कहना है की समुद्री नमक तो अपने आप मे बहुत खतरनाक है लेकिन उसमे आयोडिन नमक मिलाकर उसे और जहरीला बना दिया जाता है ,आयोडिन की शरीर मे मे अधिक मात्र जाने से नपुंसकता जैसा गंभीर रोग हो जाना मामूली बात है
सैंधा नमक भारत में 10-15 रूपए प्रति किलो मिलता है और विदेशो में 3000 रूपए के करीब खरीद कर वहा के लोग खा रहे है
प्रकृतिक नमक हमारे शरीर के लिये बहुत जरूरी है। इसके बावजूद हम सब घटिया किस्म का आयोडिन मिला हुआ समुद्री नमक खाते है। यह शायद आश्चर्यजनक लगे , पर यह एक हकीकत है ।
नमक विशेषज्ञ एन के भारद्वाज का कहना है कि भारत मे अधिकांश लोग समुद्र से बना नमक खाते है जो की शरीर के लिए हानिकारक और जहर के समान है ।उत्तम प्रकार का नमक सेंधा नमक है, जो पहाडी नमक है ।
प्रख्यात वैद्य मुकेश पानेरी कहते है कि आयुर्वेद की बहुत सी दवाईयों मे सेंधा नमक का उपयोग होता है।आम तौर से उपयोग मे लाये जाने वाले समुद्री नमक से उच्च रक्तचाप ,डाइबिटीज़,लकवा आदि गंभीर बीमारियो का भय रहता है । इसके विपरीत सेंधा नमक के उपयोग से रक्तचाप पर नियन्त्रण रहता है । इसकी शुद्धता के कारण ही इसका उपयोग व्रत के भोजन मे होता है ।
ऐतिहासिक रूप से पूरे उत्तर भारतीय उपमहाद्वीप में खनिज पत्थर के नमक को 'सेंधा नमक' या 'सैन्धव नमक' कहा जाता है जिसका मतलब है 'सिंध या सिन्धु के इलाक़े से आया हुआ'। अक्सर यह नमक इसी खान से आया करता था। सेंधे नमक को 'लाहौरी नमक' भी कहा जाता है क्योंकि यह व्यापारिक रूप से अक्सर लाहौर से होता हुआ पूरे उत्तर भारत में बेचा जाता था।
भारत मे 1930 से पहले कोई भी समुद्री नमक नहीं खाता था विदेशी कंपनीया भारत मे नमक के व्यापार मे आज़ादी के पहले से उतरी हुई है ,उनके कहने पर ही भारत के अँग्रेजी प्रशासन द्वारा भारत की भोली भली जनता को आयोडिन मिलाकर समुद्री नमक खिलाया जा रहा है
सिर्फ आयोडीन के चक्कर में ज्यादा नमक खाना समझदारी नहीं है, क्योंकि आयोडीन हमें आलू, अरवी के साथ-साथ हरी सब्जियों से भी मिल जाता है।
यह सफ़ेद और लाल रंग मे पाया जाता है । सफ़ेद रंग वाला नमक उत्तम होता है।
यह ह्रदय के लिये उत्तम, दीपन और पाचन मे मददरूप, त्रिदोष शामक, शीतवीर्य अर्थात ठंडी तासीर वाला, पचने मे हल्का है । इससे पाचक रस बढ़्ते हैं।
रक्त विकार आदि के रोग जिसमे नमक खाने को मना हो उसमे भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
यह पित्त नाशक और आंखों के लिये हितकारी है ।
दस्त, कृमिजन्य रोगो और रह्युमेटिज्म मे काफ़ी उपयोगी होता है ।
वक़्त के साँचे में ढलने लगे हैं लोग
ReplyDeleteकैसे-कैसे रंग बदलने लगे हैं लोग
आग की तपिश भी कुछ बुरा न कर सकी
ठंड के एहसास से जलने लगे हैं लोग
माँ-बाप हुए बूढ़े तो बेकार हो गए
दौलत का हाथ थाम के चलने लगे हैं लोग
घर में नही मिलता है अब सुकून जरा भी
रात को सड़कों पे टहलने लगे हैं लोग
दुःख में किया था वादा जो सुख में भुला दिया
भगवन को भी धोखे से छलने लगे हैं लोग
मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मंजुर है,..
ReplyDelete:
लेकिन.......
:
धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका
नही देता !
प्रथम चरण में काउंसिलिंग कराते समय मुझे कुछ लोगों को देखकर गुस्सा भी आ रहा था। कुछ लोग पहली बार नजर आ रहे थे और संगठन में उनका योगदान आज तक नगण्य रहा है क्योंकि उनकी अपने कार्य की प्राथमिकता प्रथम रही है और संगठन की नावश्यक अतः मन मे जो खुशी के भाव आने चाहिए उससे ज्यादा उन लोगों को देखकर गुस्सा आ रहा था...
ReplyDeleteऔर कुछ लोग आज कल इतना गाँज रहे कि उतना तो मीडिया वाले भी भर्ती को लेकर नकरात्मक नही छाप रहे...
ReplyDeleteभर्ती के सबसे बडे दुश्मन तो वही
हैं जो अपने लोग ही हैं...
Be-samajh hi rahte to thik tha !
ReplyDeleteUljhane badh gayi jabse samajhdaar huye !!
Officer : What Is Your Name ?
ReplyDeleteCandidate : M P. Sir.
Officer : Tell Me Properly.
Candidate : Mohan Pal Sir.
Officer : Your Father's Name ?
Candidate : M P. Sir.
Officer : What Does That Mean ?
Candidate : Manmohan Pal Sir.
Officer : Your Native Place ?
Candidate : M P. Sir.
Officer : what?
Candidate : madhya pradesh Sir.
Officer : What Is Your Qualification ?
Candidate : M P. Sir.
Officer : (Angrily)What Is It ?
Candidate : Metric Pass Sir.
Officer : Why Do You Need A Job ?
candidate : M P. Sir.
Officer : And What Does That Mean ?
Candidate : Money Problem Sir.
Officer : Describe Your Personality ?
Candidate : M P. Sir.
Officer : Explain Yourself Clearly..
Candidate : Mindblowing Personality Sir.
Officer : This Discussion Is Now over, You May Go
Now....
Candidate : M P. Sir.
Officer : huh..What Is It Now ??
Candidate : My Performance Sir.
Officer : M P.
Candidate : What Is That Sir. ....??
Officer : Mentally Punctured.
Candidate: M P. Sir.
Officer : Now What Is Thissss ????
Candidate: My Pleasure Sir G.
यहाँ कोई RTI expert है? RTI के तहत पहली काउंसलिंग का पूरा ब्योरा मांगना होगा। इस बार दलालों को समझ में आ जाएगा कि किससे पंगा लिए हैं।
ReplyDeleteअगर पहली काउंसलिंग में फर्जी लोगों का प्रवेश होने का साक्ष्य मिलता है तो पहली काउंसलिंग रद्द कर देनी चाहिए।
सबसे पहले दलालों के फर्जी टेट अंक पत्र को पहचानने और उनको छाटने की व्यवस्था हो।
परिणाम आनलाइन हो, रैंक जारी हो, उसके बाद ही काउंसलिंग हो।
Ye aap kya kah rhe hai jinhone 1st couns.kra li aap unke bare me bhi to sochiye humare sare doc.chalevgye aap ne to bde mze se kah dia counc.radd karne k liye
Deleteमेरे साथ पीलीभीत कौन कौन रहेगा ?
ReplyDeleteआशा है आप सब लोग चाय पी चुके होंगे तो आइए एक कटु सत्य से रूबरू हो लिया जाय,जैसा कि सब लोग जानते हैं कि प्रथम चरण की काउंसलिंग समाप्त हो चुकी है और तमाम अखबारों के अनुसार लगभग६५००सीटें भरी जा चुकी हैं.कुछ लोग इस खबर को बेबुनियाद भी बता रहे हैं,कुछ लोग फर्जीबाड़ा भी बता रहे हैं जबकि हकीकत यही है.नही तो मुझे बताएं कि जब हिन्दुस्तान पेपर की कटिंग सब पोष्ट कर रहे थे जिसमे १४३से लेकर८३नं तक पाने वालों की पूरी संख्या डिटेल मे दी गयी थी जिसके अनुसार १२५नं तक पाने वालों की संख्या सिर्फ ३५००के लगभग बतायी गई थी तो पहले ही चरण मे इतनी सीटें कैसे भर सकती हैं?इसका मतलब साफ है कि फर्जी लोग शामिल हैं और सब लोगों ने प्रत्यक्ष देखा भी है.कहीं पकड़े गये तो कहीं बच गये.रही rtiकी बात तो हर विभाग मे फर्जीबाड़ा होता हैrtiके तहत सूचना भी मॉगी गयी लेकिन कहीं कुछ हुआ जो इसमे होगा.रही टेट नेताओं की बात तो उनपे शक नही किया जा सकता क्योंकि तमाम टेट नेता ऐसे हैं जिनका११०या उससे भी कम है.जो लोग अब तक काउंसलिंग करा चुके हैं उनमे सब टेट नेता ही नही हैं ऐसे लोग भी काउंसलिंग कराये हैं जो घर फूंक कर तमाशा देखते हैं.इसलिए टेट नेताओं पर कोई भी आक्षेप न लगाएं रही मेरिट की बात तो मेरिट फर्जीबाड़ा पर निर्भर है अगर फर्जी इसी तरह होते रहे तो जनरल११५ओबीसी११२से नीचे किसी भी कीमत पर नही आएगी और यदि ये न हुआ तो निरहुआ ने जो स्टॉम्प पेपर पर लिख कर दिया है वही मेरिट सत्य है.सत्य को सुनने,देखने और बर्दाश्त करने की क्षमता रखिए क्योंकि सत्य हमेशा कड़वा होता है.हो सकता है कि औरों की तरह मुझे भी सारे ग्रुप से ब्लाक कर दिया जाय लेकिन किसी को ब्लाक कर देने से सच्चाई नही ब्लाक हो पायेगी.अगर कोई अपने विचार व्यक्त करता है तो करने दीजिए इससे सच्चाई नही बदलेगी.मै भगवान से यही प्रार्थना करता हूं कि जितने योग्य लोग हैं वे सब अध्यापक बन जांय और प्राइमरी की दशा और दिशा बदल दें
ReplyDeleteटेट मेरिट से हो रही,यूपी मे भर्ती.
ReplyDeleteकपिल और साथी की,जैसे उठी है अर्थी.
जैसे उठी हो अर्थी,कहे hlगुप्ता.
सुनो सर्वेन्द्र अब तुम खोलो पत्ता.
सुनो हे भावी शिक्षक,
रोको फर्जीबाड़ा नही तो बन जायेंगे ये 'तक्षक'.
यदि फर्जीबाड़ा नही रोका गया तो सबसे ज्यादा नुकसान लो मेरिट वालों का होगा.
जय टेट मोर्चा.
जय टेट मेरिट.
sir
ReplyDeletesir mai e bat puchhna chahta hoo amine b.ed 2007-08 me kiya hai and mere % 45 hai kya mai in hoo .tb bhi to ncte ne apne norms change kiye the bad me go aya tha i ap pg e adhar pr bhi b.ed kr sakte hai ye bhi to ncte ne hi banaya hai.sir ls rply i am verry thankfull to u.
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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Someday, you'll ask me to marry you and with no doubts
I'll say "yes".
Someday, your last name will be my last name.
Someday we'll live
together, in the house of our dreams.
Someday we'll name our kids,
with names we adore. &
when those days come,
I'll love my baby even more then
♥ you ♥
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ReplyDelete.
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I have a pair of eyes but cant see you everyday,!!
i have a pair of ears but cant hear you every time,!!
but i have only one Heart that Loves u every time,!!
and says
I LOVE YOU .
अगर मिलती मुझे एक दिन की बादशाही,
ReplyDelete"तो ए सनम ...."
तेरी रियासत में मेरी तस्वीर के सिक्के चलते
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मुद्दत से दूर थे हम-तुम;
एक ज़माने के बाद मिलना अच्छा लगा;
सागर से गहरा लगा प्यार आपका;
तैरना तो आता था पर आज डूबना अच्छा लगा।
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ReplyDelete.
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When you love someone,
you defend them even when you know they’re wrong.
When you love someone,
you protect their life, even if you have to risk yours to do it. When you love someone,
you would give anything just to see them smile.
When you love someone you would be willing to give up everything for them,
ए मेरी वाली बेगम।
ReplyDeleteसवाल कुछ भी हो।
जवाब तुम ही हो।
रास्ता कोई भी हो।
मंजिल तुम ही हो।
दुःख कितना ही हो।
ख़ुशी तुम ही हो।
अरमान कितना ही हो।
आरजू तुम ही हो।
गुस्सा जितना भी हो।
प्यार तुम ही हो।
ख्वाब कोई भी हो।
ताबीर तुम ही हो।
"यानी ऐसा समझो कि सारी खुशियों की शुरुआत और अंत भी तुम हो और सिर्फ तुम ही हो।"
क्योँकि तुम हो !
क्योँकि तुम हो !
क्योँकि तुम हो !
तुम ही हो , मेरी जिंदगी !
sir TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI pls rply me i am verry thanfull to u
ReplyDeleteSAARE DOCUMENTS 19-12-2011 KE BAAD KE NAHI HONA CHAIYE BAAT SAMAJH ME NAHI AAYI......MERE EK MITRA COUNSELLING KARANE GAYE TO UNKE JAATI AUR NIWAS PRAMAAN PATRA DEKH KAR EK COUNSELLOR NE DOOSRE COUNSELLOR SE BOLA KI INKE YE DONO PRAMAAN PATRA 1-09-2012 KE BAAD KE HAI.....TO DUSRA COUNSELLOR HASTE HUE BOLA AREY MADAM LAGBHAG 1 MAHINE PEHLE KE HAI.....USKE YE DONO PRAMAANPATRA 13-12-2011 KE THE.....TO ISS CHEEZ KO EK BAAR FIR SE BILKUL CLEAR KAR LE 19-12-2011 YA 1-09-2012 ..... JISSE LOGO KO SAHI JAANKARI MIL SAKE....... DHANYAWAD.... APKA CHHOTA BHAI
ReplyDeleteJAI TET
ITNI SEATS BHAR JAANA WAKAI DHAANDLI KI ORE SANKET DETI HAI....YA WAKAI PRINT MEDIA SE KOI GALTI HUI HAI.....MERE ANUMAAN SE TO JYADA SE JYADA 6-7 PERCENT KE BEECH ME HE SEATS BHARNI CHAIYE ISSE JYADA ME TO GADBAD NAZAR AA RAHI HAI......
ReplyDelete29 july k go me spasht hai ki 45 percent in graduation & bed . Na ki 45 percent k adhar pr bed kiya ho. B.ed karne k baad hi koi TET karega aur ab aap apne hi bahen bhaiyon k opposite ho gaye hain phir to merit me hi naam nahi aana chahiye tha jab unable the to ab job milne ka samay he to unable ho gaye hain ye tet merit k adhar pr couns he ya Graduation k marks k adhar pr. Aap log khushiyan manaye apne hi bhai bahen k ankhon me aansu deker jinhe sab Kuchh jitne k baad bhi last moment pr maut mil rahi hai
ReplyDeleteSir maine domicile abhi banvaya h.... form bharte time aisi koi b condition nhi thi ki form bharne k phle k document hone chahea... to kya koi problem aa skti h
ReplyDeleteManishaji kisi ko kuch spast nahi he govt.order aane do sab theek hoga. Dont worry
ReplyDeletelal ji don't worry aap manya hain kyunki b.ed aapne ncte ke norms pe kiya hai bad main jo go aaya woh next session pr lagoo hoga toh aap nishchint rhein!
ReplyDeleteGHAZIPUR diet per 1st September 2011 ke adhar per hi koi documents manya hai.
ReplyDeleteGO aane k baad ye vacancy dobaara court me fansegi kyonki kisi na kisi candidate ka hit prabhavit hi hoga aur vo apna paksh sahi rakhne court jaroor jayega, ye vacancy kabhi puri hoti nahin lagti
ReplyDelete2006-07 wale 45% mai eligible hai kya koe bhai batayega
ReplyDeleteJinhone couns. Nahi karai vo to pareshan hai hi aur hum to kara kar bhi pareshan hai na to agli koi info.hai k kya hoga or kuch log couns.radd karane ki maang karne lage is tarah to hum khud ye job kabhi nahi lagne denge
ReplyDeleteजिला प्रतापगढ़ के अध्यक्ष महोदय ध्यान देँ.....
ReplyDeleteगढ़ी मानिकपुर क्षेत्र के जितने भी अभ्यर्थी काँउसलिँग मेँ पहुँचे उनकी सख्त निगरानी हो,,,,,
पकड़ मेँ आने पर पहले हाँथ पैर तोड़े जाएँ, एफ आई आर बाद मेँ हो ।
जिला जालौन के टेट मोर्चा के सदस्य ध्यान दे ग्राम न्यामतपुर के जितने भी काँऊसलिँग करा गये हैँ या कराने आयेँगे वो सभी फर्जी है सभी यादव हैँ उसी ग्राम के नजदीकी इण्टर कालेज के प्रिँसपल ने बताया है 4 लाख मेँ 130 के आस पास नम्बर दिये गये हैँ नाम पूछने पर नहीँ बताया बस इतना कहा यादव हैँ ।
कामयाब इन्सान
ReplyDeleteखुश रहे ना रहे....
खुश रहने वाला इन्सान
कामयाब ज़रुर होता है..
Tmntbnji ,rajeshji and all mere tetians bhaiyo .Agar kisi ne b.ed kiya he and tet pass he to vo eeligible hona chaye .As the rule is of ncte to b.ed.is same everywhere. without under rules no one do b.ed. Mujhe lagta sabhi eligible hoge. Best of luck to all.
ReplyDeleteशिक्षामित्रो के लिए खुशखबरी की सुचना
ReplyDeleteसमायोजन अवैध ।
जल्द ही वापस जायेगे अपने मूल गाँव
प्यार – पागल बनाता है .
ReplyDeleteदारू – मूड फ्रेस करती है .
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प्यार – नींद नही आती है .
दारू – पीकर नींद अच्छी आती है .
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प्यार – एक मुलाकात के 2000/-
दारू - 1 बोतल के 650/-.
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प्यार – सबकी सुनो .
दारू – पी के सबको सुनाओ . .
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फैसला आपके हाथ में .
bed session 6-7,7-8 waalon ko 50%, 8-9 session me 45% allow uske waad sabhi session me 50%
ReplyDeletechahiye
session 6-7 se pahle sabhi session me 45% allow according gonda principle
क्या आप जानते है ''ईसा मसीह'' और ''जीसस क्राइस्ट'' दोनो अलग अलग है ?
ReplyDeleteइनके मानने वालो में ''रोम'' में कई बार ख़ूनी संघर्स भी हुआ था ! बाद में पॉप ने चालाकी से ईसा मसीह के ''समर्थको'' को दबा दिया और ईसा के नाम पर जीसस को फैला दिया !
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्रशिक्षु-शिक्षकों का चयन
ReplyDelete----------------------------------
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित प्राथमिक विद्यालयों में प्रशिक्षु शिक्षकों के चयन हेतु निम्नांकित अर्हताओं, योग्यताओं एवं विवरण के अनुसार निर्धारित प्रारूप पर आवेदन पत्र आमंत्रित किये जाते हैं । एक अभ्यर्थी प्रदेश के किन्हीं 5 जनपदों में आवेदन कर सकता है। अभ्यर्थियों द्वारा शैक्षिक/प्रशिक्षण योग्यताओं के साथ विज्ञापन में अंकित शर्तों का पूर्ण किया जाना आवश्यक है, जिनका विवरण निम्नवत् है:-
पूरा विवरण यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं ।
(1) शैक्षिक और प्रशिक्षण अहर्ता :-
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार शैक्षिक / प्रशिक्षण अर्हता निम्नवत् है:-
न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ भारत में विधि द्वारा स्थापित महाविद्यालय/विश्वविद्यालय, जो विश्व विद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त हो, से स्नातक की उपाधि तथा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से बी.एड. अर्हता अथवा इस संबंध में समय-समय पर जारी किये गये राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (मान्यता, मानदण्ड और क्रियाविधि) विनियमों के अनुसार न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों के साथ उपरोक्तानुसार स्नातक एवं बी.एड. उत्तीर्ण।
अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/विकलांगों/स्वतंत्रता संग्राम सेनानीयों के आश्रितों/भूतपूर्व सैनिकों (स्वयं) आदि के अभ्यर्थियों को अर्हक अंको में 05 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
उ.प्र.सरकार द्वारा कक्षा- 1 से 5 के शिक्षको हेतु आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी.) उत्तीर्ण।
(2) आयु:-
पहली जुलाई 2011 को 18 वर्ष की होनी चाहिए और 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए । परन्तु अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन-जाति एवं अन्य पिछडा वर्ग के अभ्यर्थियों की स्थिति में, उच्चतर आयु सीमा पांच वर्ष शिथिलनीय होगी तथा भूतपूर्व सैनिकों के संदर्भ में तीन वर्ष अधिकतम
शिथिलनीय होगी। विकलांगो हेतु अधिकतम आयु सीमा में 15 वर्ष की छूट होगी, परन्तु किसी भी दशा में निर्धारित तिथि को 50 वर्ष से अधिक का अभ्यर्थी नियुक्ति हेतु पात्र नहीं होगा ।
(3) राष्ट्रीयता एवं निवास :-
(क) अभ्यर्थी भारत का नागरिक हो
(ख) उत्तर प्रदेश का निवासी हो, जो विगत पॉच वर्ष से प्रदेश में निरन्तर निवास कर रहा हो।
(4) आरक्षण
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों, भूतपूर्व सैनिक, विकलांग अभ्यर्थियों के लिए आरक्षण भर्ती के समय उत्तर प्रदेश में प्रवृत्त अधिनियम और राज्य सरकार के आदेश के अनुसार देय होगा।
(5) वैवाहिक प्रास्थिति:-
सेवा में नियुक्ति के लिए ऐसा पुरूष अभ्यर्थी पात्र न होगा, जिसकी एक से अधिक पत्निया जीवित हों या ऐसी महिला अभ्यर्थी पात्र न होगी, जिसने ऐसे पुरूष से विवाह किया है, जिसकी पहले से एक पत्नी जीवित हो ।
(6) चरित्र :-
सेवा में किसी पद पर सीधी भर्ती के लिए अभ्यर्थी का चरित्र ऐसा होना चाहिए, जिससे कि वह सेवा में सेवायोजन के लिए सभी प्रकार से उपयुक्त हो सके । नियुक्ति प्राधिकारी इस सम्बन्ध में अपना समाधान कर लेगा ।
टिप्पणी - संघ सरकार या किसी राज्य सरकार द्वारा किसी स्थानीय प्राधिकारी द्वारा या संघ सरकार या किसी राज्य सरकार के स्वामित्वाधीन या नियंत्रणाधीन किसी निगम या निकाय द्वारा पदच्युत व्यक्ति सेवायोजन के लिए पात्र नहीं होंगे । नैतिक अधमता के किसी अपराध के लिए दोष सिद्ध व्यक्ति भी पात्र नहीं हो
पहले की अर्हता को आधार बनाने से हुई गड़बड़ी
ReplyDeleteइलाहाबाद। विशिष्ट बीटीसी 2007 में शैक्षिक अर्हता के कॉलम में बीएससी, बीएससी कृषि और बीएससी गृह विज्ञान को विज्ञान वर्ग में रखा गया था। लेकिन बीटीसी 2010 के शासनादेश में शैक्षिक अर्हता में संशोधन कर दिया गया। 16 जुलाई 2010 के आदेश में बीएससी, बीएससी कृषि, बीएससी गृह विज्ञान के साथ-साथ बीटेक, बीफार्मा, बीसीए आदि को विज्ञान वर्ग में शामिल कर लिया गया। माना जा रहा है कि 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए एससीईआरटी ने बीटीसी 2007 की शैक्षिक अर्हता को आधार बना दिया जिसके कारण गड़बड़ी हुई है।
7)-आवेदन की प्रक्रिया :-
ReplyDelete(क) उ0प्र0 में गत पॉच वर्षो से निरन्तर निवास करने वाले अर्ह एवं इच्छुक अभ्यर्थी अपने 5 ऐच्छिक जनपदों में आवेदन कर सकते हैं । प्रदेश का निवासी होने का सम्बन्धित जनपद के जिलाधिकारी अथवा सक्षम प्राधिकारी द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र काउन्सिलिंग के समय प्रस्तुत किया जायेगा ।
(ख) उपर्युक्त प्रस्तर के अनुसार अर्ह अभ्यर्थियों द्वारा निर्धारित प्रारूप पर आवेदन पत्र में सभी आवश्यक सूचनाएं अंकित करनी होंगी । आवेदन पत्र का प्रारूप सचिव, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की वैबसाइट http://www.upbasiceducationboard.in/ तथा सर्व शिक्षा अभियान की वैब साइट http://www.upefa.com/ पर उपयोगार्थ उपलब्ध होगा, जिसे A-4 साइज के पेपर पर डाउनलोड किया जा सकेगा । अभ्यर्थी निर्धारित शुल्क के साथ निर्धारित प्रारूप पर आवेदन पत्र आवेदित जनपद के प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को पंजीकृत डाक/स्पीड पोस्ट से इस प्रकार प्रेषित करेंगे कि आवेदनपत्र संबंधित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में निर्धारित तिथि 19.12.11 तक प्रत्येक दशा में प्राप्त हो जाय। निर्धारित अन्तिम तिथि 19.12.11 के पश्चात प्राप्त आवेदन पत्रों पर किसी भी दशा में विचार नहीं किया जायेगा ।
अभ्यर्थी द्वारा अपने आवेदनपत्र में जो सूचनाएं अंकित की जायेंगी, उससे भिन्न सूचनाएं तथा आवेदन पत्र के साथ संलग्न प्रमाण पत्रों की प्रतियों से इतर प्रमाण पत्र को किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जायेगा । आवेदनपत्र में उल्लिखित सूचनाओं से सम्बन्धित अभिलेखों की स्वप्रमाणित छाया प्रति संलग्न करना अनिवार्य होगा। आवेदन पत्र प्रेषण की अन्तिम तिथि 19.12.11 के बाद निर्गत कोई अंक पत्र, प्रमाण पत्र एवं आरक्षण और विशेष आरक्षण विषयक प्रमाण पत्र मान्य नहीं।
आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को यह स्वयं सुनिश्चित करना होगा कि प्रदेश के अधिकतम 05 ऐच्छिक जनपदों में चयन हेतु अपना आवेदन पत्र प्रेषित करें । अभ्यर्थी 10/-रू0 के नान-जूडिशियल स्टैम्प पेपर पर इस आशय का शपथ पत्र अपने रंगीन फोटो सहित, जो नोटरी द्वारा प्रमाणित हो, सम्बन्धित जनपद की चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगा, जिसमें उसके द्वारा उल्लेख किया जायेगा कि आवेदन पत्र और जांच पत्र में भरा गया विवरण पूर्णतया सत्य है ।
चयन/प्रशिक्षण/प्रशिक्षणोपरान्त किसी भी स्तर पर कोई सूचना गलत अथवा फर्जी पाये जाने की दशा मे उसका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा । इसके अतिरिक्त जांच के समय अभ्यर्थी को अपनी पहचान के प्रमाण पत्र के रूप में मतदाता फोटो पहचान पत्र, पैनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बैंक पास बुक (फोटो युक्त) राशन कार्ड में से कोई एक अभिलेख प्रस्तुत करना होगा ।
नवसृजित जनपद कांशीरामनगर, प्रबुद्ध नगर, पंचशील नगर, भीमनगर एवं छत्रपति शाहूजी महाराजनगर में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान स्थापित न होने कारण इन जनपदों में आवेदन करने वाले इच्छुक अभ्यर्थी क्रमशः जनपद एटा, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद मुरादाबाद एवं सुल्तानपुर के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को आवेदन पत्र भेज सकेंगे
(ग) आवेदन शुल्क:-
आवेदन शुल्क रू0. 500 प्रति जनपद तथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए रू0. 200 प्रति जनपद होगा। निर्धारित शुल्क सम्बन्धित आवेदित जनपद के प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के पक्ष में राष्ट्रीयकृत बैंक से निर्गत रेखांकित बैंकड्राफ्ट के रूप में देय होगा तथा उसी जनपद में भुगतान हो सकेगा। उक्त बैंक ड्राफ्ट मूल रूप में आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना अनिवार्य होगा। विकलांग अभ्यर्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा तथा उन्हें नियमानुसार सक्षम प्राधिकारी द्वारा प्रदत्त विकलागंता प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से आवेदन पत्र के साथ सलंग्न करना होगा ।
8-चयन प्रक्रिया:-
(क) समस्त चयन प्रक्रिया सम्बन्धित जनपद के प्राचार्य, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान द्वारा जिलाधिकारी के पर्यवेक्षण/ निर्देशन में सम्पादित की जायेगी तथा चयन मेरिट के आधार पर निम्नवत् किया जायेगा:-
उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (टी0ई0टी0) (कक्षा 1 से 5 के लिए) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नाम अध्यापक पात्रता परीक्षा में प्राप्त अंकों के अवरोही क्रम में रखे जायेंगे परन्तु यदि दो अभ्यर्थियों ने समान अंक प्राप्त किए हों तो आयु में ज्येष्ठ अभ्यर्थी को उच्चतर स्थान दिया जायेगा ।
(ख) जनपद कांशीरामनगर, प्रबुद्ध नगर, पंचशील नगर भीमनगर एवं छत्रपति शाहूजी महाराजनगर में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना न होने के कारण, इन जनपदों हेतु चयन की कार्यवाही मूल जनपद क्रमशः जनपद एटा, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद एवं सुल्तानपुर में स्थित जिला
शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा की जायेगी ।
(ग) जनपद में उपलब्ध कुल रिक्तियों के सापेक्ष 50 प्रतिशत महिला एवं 50 प्रतिशत पुरूषों का चयन मेरिट के आधार पर किया जायेगा । उसमें भी 50 प्रतिशत कला वर्ग के तथा 50 प्रतिशत विज्ञान वर्ग के अभ्यर्थियों का चयन निर्धारित प्रावधानों के अधीन किया जायेगा । यदि किसी जनपद में रिक्ति की संख्या ऐसी है कि उसका महिला/ पुरूष, विज्ञान/कला में विभाजन सम्भव न हो, तो महिला/ पुरूष तथा विज्ञान/कला का भेद न करते हुए, आरक्षण का ध्यान रखते हुये सर्वोच्च अंकों/मेरिट के अनुसार चयनित किया जायेगा ।
ReplyDelete(घ) उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत ऐसे शिक्षा मित्र जो चयन हेतु शैक्षिक एवं अन्य समस्त निर्धारित अर्हताएं पूर्ण करते हो, उनके लिए 10 प्रतिशत रिक्ति सुरक्षित रखी जाएगी। इसमें वे शिक्षा मित्र ही आवेदन करने के पात्र होंगे जिन्होंने शिक्षा मित्र के रूप में कम से कम तीन शैक्षिक सत्र में निरन्तर कार्य किया हो तथा अद्यतन कार्यरत हो। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्गत एदत्सम्बन्धी अनुभव प्रमाण पत्र उन्हें मूल रूप में आवेदन पत्र के साथ संलग्न कर प्रेषित करना अनिवार्य होगा। उनके लिए जनपद स्तर पर श्रेष्ठता सूची अलग से बनायी जायेगी। शिक्षा मित्रों के उपलब्ध न होने पर अन्य अभ्यर्थियों से पद भरे जायेंगें । इन 10 प्रतिशत सुरक्षित पदों में 50 प्रतिशत पुरूष एवं 50 प्रतिशत महिलाओं का चयन किया जायेगा, लेकिन कला एवं विज्ञान का प्रतिबन्ध नहीं रहेगा । वांछित संख्या में अभ्यर्थी न मिलने की दशा में अन्य अभ्यर्थियों का चयन प्रस्तर 8(ग) में वर्णित
प्रक्रिया के अनुसार किया जायेगा ।
(ड.) अभ्यर्थियों से प्राप्त आवेदन पत्र में, जो सूचनाएं अंकित होंगी, उन्हीं के आधार पर श्रेष्ठता सूची तैयार की जायेगी । आवेदन पत्र के साथ उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (कक्षा 1 से 5 के लिए) उत्तीर्ण का अंकपत्र, हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट, स्नातक परीक्षा एवं बी0एड0 परीक्षा के अंक पत्र तथा सक्षम प्राधिकारी द्वारा निर्गत जाति प्रमाण पत्र, विशेष आरक्षण प्रमाण पत्र की स्व-प्रमाणित छाया प्रतियां संलग्न की जायेंगी ।
(च) विज्ञापन में आवेदन करने की अन्तिम तिथि तक संबंधित अभ्यर्थी द्वारा समस्त निर्धारित अर्हताएं पूरी होनी चाहिए ।
(छ) चयनित अभ्यर्थियों के मूल अभिलेखों का सत्यापन प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सम्बन्धित जनपद द्वारा अभिलेखों का निर्गमन करने वाली संस्थाओं से कराया जायेगा। सत्यापन में भिन्नता पाये जाने की दशा में चयन/जॉच/नियुक्ति/प्रशिक्षण किसी भी स्तर पर अभ्यर्थी का अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जायेगा तथा सम्बन्धित अभ्यर्थी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुये विधिक कार्यवाही की जायेगी । चयनित अभ्यर्थियों को निर्धारित वेतन रू. 7300/- प्रति माह देय होगा तथा इन्हें तैनाती नियमावली 2008 यथा संशोघित 2010 के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में तैनात किया जायेगा।
9- छः माह का विशेष प्रशिक्षण:-
जनपदवार विद्यालयों में तैनाती के उपरान्त निर्धारित संख्या में चरणबद्ध रूप से श्रेष्ठता के आधार पर (आरक्षण को दृष्टिगत रखते हुए) बैचवार अभ्यर्थियों को छः माह के प्रशिक्षण पर सम्बन्धित जनपद के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में भेजा जायेगा, जिसमें से तीन माह का क्रियात्मक प्रशिक्षण अभ्यर्थी द्वारा अपने तैनाती वाले विद्यालय में ही प्राप्त करना होगा ।
10- मौलिक नियुक्ति :-
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा अनुमोदित प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण करने के उपरान्त अभ्यर्थियों की मौलिक नियुक्ति की कार्यवाही उ0प्र0 अध्यापक सेवा नियमावली, 1981 एवं बारहवें संशोधन 2011 के प्राविधानों के अन्तर्गत की जायेगी । राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मानकों/शर्तो को पूर्ण करने वाले अभ्यर्थियों के चयन पर ही विचार किया जायेगा । असत्य, त्रुटिपूर्ण अथवा भ्रामक सूचना/अभिलेख प्रस्तुत करने वाले अभ्यर्थियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी ।
नोटः- उपरोक्त विज्ञापन के क्रम में जिन अभ्यर्थिर्ययों की जिस जनपद हेतु चयनोपरांत नियुक्ति की जाएगी उनका अन्तर्जर्ननपदीय स्थानान्तरण जनदीय संवर्ग होने के कारण अनुमन्य नहीं होगा।
समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
उत्तर प्रदेश
trainee teachers ki bharti mei jo sudhar ke liye prtyabedan har diet se by post maanga gaya tha usake acording kya merit me koi sanshodhan kiya gaya ki nahi.data feeding karne ke baad sanshodhit record ko dobara kyon nahi online kiya gaya, is vishay me kuchh jankari ho to please isi blog par post karein. dhanywaad.
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