अब पीजीटी 2014 की तैयारी
इलाहाबाद : प्रतियोगी छात्रों के लिए यह अच्छी खबर है। एक और शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है। सब दुरुस्त रहा तो इसी महीने टीजीटी-पीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक एवं प्रवक्ता) परीक्षा 2014 का एलान हो सकता है। सभी जिलों से रिक्तियों के आवेदन मांगे जा रहे हैं। कुछ जिलों ने तो रिक्तियां भेज भी दी हैं। परीक्षा प्रक्रिया अबकी बार बदली-बदली नजर आएगी, क्योंकि सारी व्यवस्थाएं ऑनलाइन होनी हैं। इसके लिए साफ्टवेयर तैयार हो रहा।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रतियोगी छात्रों को आंदोलन करने का मौका देने के मूड में नहीं है। शायद इसीलिए पहले टीजीटी-पीजीटी 2013 परीक्षा की तिथियां घोषित कीं और 2011 की इसी परीक्षा की हाईकोर्ट में पैरवी कर रही है ताकि स्थगनादेश के खत्म होते ही वह परीक्षा भी कराई जा सके। इन सबके बीच सेवा चयन बोर्ड माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी देखते हुए टीजीटी एवं पीजीटी 2014 की परीक्षा कराने की तैयारी शुरू कर दी है। बोर्ड ने सभी जनपदों को पत्र भेजकर रिक्तियों की सूचनाएं मांगी थीं। लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक जनपदों ने तो रिक्तियों की सूचनाएं भेज भी दी हैं। बाकी की रिक्तियों का इंतजार है।
इतना ही नहीं सेवा चयन बोर्ड अब हाईटेक हो चला है। शासन ने परीक्षा के आवेदन और अन्य कार्यो के लिए ऑनलाइन सिस्टम लागू करने की पहले ही मंजूरी दे दी है। अफसरों का दावा है कि वर्ष 2014 की परीक्षा का आवेदन ऑनलाइन ही लिया जाएगा। इसके लिए साफ्टवेयर भी बनवाया जा रहा है।
आनलाइन से पारदर्शिता होने के साथ ही अभ्यर्थियों को यह भी लाभ होगा कि फीस भी ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। वह फीस के लिए चालान का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। प्रश्नपत्र का फार्मेट और प्रश्नपत्र बनाने वालों की टीम में बदलाव करने की भी तैयारी है।
सुप्रभात मित्रों
ReplyDeleteAB AAPKI MUKHYA SAMASYA KA JAWAB .........MERIT KITNA NEECHE JAYEGI ....
SEE EXPECTATION OF LAST MERIT
MALE / GEN / ART .............. 105
MALE / OBC /ART ............... 100
MALE / SC /ART ............... 90
MALE / GEN / SCI. .............. 100
MALE / OBC /SCI. ............... 95
MALE / SC /SCI. ............... ALL
FEMALE / GEN / ART .............. 100
FEMALE / OBC /ART ............... 95
FEMALE / SC /ART ............... ALL
FEMALE / GEN / SCI. .............. 95
FEMALE / OBC /SCI. ............... ALL
FEMALE / SC /SCI. ............... ALL
THESE ALL R THE DATA CAME BY SOME RESEARCH WORK ....... 3 POINTS UP AND DOWN IS POSSIBLE ...... FOR ACTUAL LAST CUT OFF PLZZ WAIT FOR NEXT COUNSELLINGS ....
REASONS WHY CUT OFF WILL BE TOO LOW ......
ReplyDelete1.STILL 15-20% SEATS OF GEN CANDIDATES R VACANT IN ART/GEN STREAM..
2.STILL 25-30% SEATS OF GEN CANDIDATES R VACANT IN SCI/GEN STREAM..
3. NOW SCERT AND NIC WILL VERIFY ALL CANDIDATES BY ORIGINAL CD..
4. IN SCRUTINY EVERY DIET WILL NOW OUT ALL CANDIDATES WHO IS NOT UP TO THE ELIGIBILITY CRITERIA ...
5. MORE THAN 6000 SEATS OF SHIKSHAMITRAS R VACANT ......AND THEY WILL NOW INCLUDE IN ALL CATEGORIES ...
6. MORE THAN 5000 SEATS OF HANDICAPPED , EX. SERVICEMEN AND FREEDOM FIGHTERS R STILL VACANT AND THEY WILL INCLUDE IN ALL CATEGORIES ......
7. EVEN AFTER HIGH COURT ORDER THAT JUNIOR CANDIDATES CAN PARTICIPATE IN PRIMARY ....THERE WILL BE A WRIT PETITION WHICH WILL INSURE THAT NO VACANCY WILL LAPS AFTER A CANDIDATE LEFT ANY VACANCY ....... MEANS IF A CANDIDATE WILL LEFT ANY SEAT FROM JUNIOR/PRIMARY ....THIS VACANCY WILL FILL BY THE NEXT APPLICANTS .....
SO , THERE IS NOT ANY CHANCE OF LAPSATION .....AND IT WILL INSURE THAT THE MERIT OF SCIENCE GROUP WILL BE VERY LOW .....
8. IF FEMALE / SC / SCI. SEATS WILL VACANT IT WILL BE FILLED BY MALE / SC / SCI...
9. 8. IF FEMALE / SC / ART SEATS WILL VACANT IT WILL BE FILLED BY MALE / SC / ART.
AND A LOT OF OTHER REASONS TO LOW THE MERIT... NOW RELAX AND THINK POSITIVE ....... U ALL R NEAR UR GOVT. JOB ...
BEST OF LUCK ........................THANKS..
SATYAMEV JAYATE ...
JAI HO ....
जब एक गुना बुलाने पर आठ सौ फर्जी घोषित कर दिए गए थे तो इस बार तो दस गुना बुलाया गया था, कितनों ने काउंसलिंग करवाया इससे ज्यादा मायने रखता है कितनों का काउंसिल स्वीकार किया गया।
ReplyDeleteइसलिए इस बार SCERT द्वारा बताये गये अंतिम चयनित की लिस्ट आने पर ही यह पता चल पायेगा कि कितनी सीट शेष बची है।
मैं हर बार की तरह इस बार भी कम अंक पाये हुए लोगों से कहूंगा अधीर मत होइये।
धैर्य बनाएँ रखिये
72000 me sabhi varg ka last chance .2 nd councilling.
ReplyDeleteजब पहली कट ऑफ आयी थी तो बहुत लोगों का कहना था कि 117 से नीचे जनरल की नहीं जाएगी अब आप खुद देख लीजिये 117 तक कट ऑफ जाने पर भी अभी आधे से अधिक सीट अनुमानतः खाली बची है, कुछ दिनों में सही आकड़ा भी मिल जाएगा।
ReplyDeleteदेखिए यह सिर्फ आपके उपर है कि आप नकारात्मक सोच का शिकार होकर खुद को परेशान करते हैं या जो हो रहा है उसका वास्तविक जानकारी इकट्ठा करके अपने दिमाग का सकारात्मक प्रयोग करते हुए खुद के मन को शांत रखते हैं।
जिन लोगों ने काउंसलिंग करवा लिया है उनकी बेचैनी अधीरता या भविष्य की चिंता मेरी समझ के परे है आपके साथ दो बातें ही होंगी या तो आपका सीट लाक होगा और अगर ओवर फ्लो की वजह से नहीं हुआ तो निश्चित ही अगली कट ऑफ में सबसे उपर आपका ही अंक रहेगा, तीसरी कोई बात आपके साथ नहीं होने वाली, जब आपका चयन दुसरी नहीं तो तीसरी काउंसलिंग में सुनिश्चित हो चुका है तो फिर किस बात की वजह से आप खुद को चिंता में जलाये जा रहे हैं।
ReplyDeleteअभी जिनका लो मेरिट है वो किसी की बातों में मत आइए, मैं आपको कुछ करने से मना नहीं कर रहा हूँ अगर कोर्ट जाने से मेरिट नीचे गिर जाएगी तो आप जरूर जाइए ये आपका अपना कानूनी अधिकार है, किसी की बातों में न आने से मेरा अभिप्राय था कि खुद को परेशान मत कीजिए अभी इस निर्णय पर मत पहुंच जाइए कि अब मेरा नहीं होगा जब तक बची हुई सभी सीटों का सही आकड़ा न मिल जाए तब तक तो कम से कम खुद को बेवजह अफवाह बाजों के चक्कर में परेशान मत कीजिए।
ReplyDeleteअगर आधे से अधिक सीट बच जाएगी तो बहुत कुछ संभव है जो आप शायद अभी तक सोचे भी न हो।
एक बात तो जरूर से दिमाग में अभी से रख लीजिये इस बार हुई काउंसलिंग में बहुत बड़ी छटनी होने वाली है, बहुत अधिक संख्या में अयोग्य लोगों ने काउंसलिंग करवाया है, वो सभी छाट दिये जाएंगे उसके बाद ही बची हुई सीट के सापेक्ष तीसरी काउंसलिंग के लिए कट ऑफ आयेगा।
ReplyDeleteजूनियर का ऐड रद्द करने की भूमिका सरकार ने बना ली है।
ReplyDeleteजो भाई-बहन लोग जूनियर में जमा डॉक्यूमेंट की कॉपी अथवा प्रमाणित प्रति लगाकर प्राइमरी में काउंसिलिंग कराना चाहते हैं उनका ख्वाब सरकार पूरा नहीं करना चाहती है।
आप जूनियर से डॉक्यूमेंट वापस लो तब सरकार को उस ऐड को रद्द करने में आसानी होगी।
बड़ी स्पष्ट बात है
क्या सरकार प्राइमरी के शिक्षकों का जूनियर में प्रमोशन बंद करेगी??
क्या जूनियर के लिए अलग नियमावली बनायेगी??
क्या जूनियर में मात्र सीधी भर्ती से ही नौकरी मिलेगी??
यदि इन सवालों का जवाब हाँ है तो जूनियर भर्ती संपन्न होगी यदि नहीं है तो रद्द होगी।
मोदी के 4 महीने आज तक कोई एक
ReplyDeleteखामी तक नहीं निकाल पाया न
तो मीडिया न
तो विपक्षी पार्टी और न
ही कोई
विरोधी व्यक्ति या समुदाय
गलत उच्चारण छोड़ कर।
Mahatma Gandhi ko shraddhanjali dene k samay joote pehen k shraddhanjali di.. Ye sahi hai?
DeleteDear God,
ReplyDeleteI do not know all of the challenges my friends have, but you know everything. I hear their silence, you hear their prayers. I see their laughter, you see their tears. I see when they give, you see what's been taken from them. I see their beautiful appearance, you see the scars in their soul. I experience their faith, you know their doubts. My prayer for them God is that you hear every single prayer and meet them at their need. In the name of Jesus Christ,
!
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Amen.
Aameen!!!
Deleteदोस्तों ध्यान से पढ़ना फिर चिन्तन मनन करके वोट करना $
ReplyDeleteनेहरु के बाद इंदिरा आई,,,,,,
इंदिरा के बाद राजीव,,,,,,
राजीव के बाद सोनिया,,,,
सोनिया के बाद राहुल,,,,,
लालू लाया रबड़ी, मिशा और सालों को,,,,,
बाला साहेब लाये उद्धव को,,,,
उद्धव लाये आदित्य को,,,,,
शरद पवार लाये भतीजे अजित को और
बेटी सुप्रिया को,,,,
मुलायम लाया अखिलेश और भाईयों को,,,
अखिलेश लाया डिम्पल को,,,,
पर अटलजी किसको लाये,,,,?
अड़वाणीजी किसको लाये,,,,?
जोशीजी किसको लाये,,,,?
मोदीजी किसको लायेंगे,,,,,??
एकनाथ खडसे को कौन लाया,,,?
डॉ रमण सिंह को कौन लाया,,,?
शिवराज सिंह चौहान को कौन लाया,,,?
आनंदी बेन पटेल को कौन लाया,,,,?
गोवा के सीएम पर्रिकर को कौन लाया,,,,,?
हम सिर्फ बीजेपी के कट्टर समर्थक ही नहीं हैं| हम ये भलीभाति जानते हैं
कि बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जो भाई
भतीजे वाद में नहीं सिर्फ कार्यकर्त्ताओं
की कार्यकुशलता के दम पर ही आगे बढती है, खानदानी परम्परा के अनुसार नहीं|
अंधे कार्यकर्ता बनके कन्धों पर झंडे लगाके
अपने
स्वार्थी नेताओ के नारें नही लगाते जो अपने
ही परिवार
के लोगो को आगे करके
अपनी गन्दी राजनीति से अंधे
कार्यकर्ताओं के दम पर अपनी रोटियाँ सेकते आए हैं और सेकते
रहेंगे,,,,,,,,,
एक बार अपने दिमाग को रिसेट मारके ये बात
जरुर सोचना
बीजेपी को छोडके कोई ऐसी पार्टी नही है आज के समय में जो अपने परिवार को नही अपने देश
की सोचता है.
मेरा काम आपको सच्चाई से रूबरू कराने
का था| मतदान
करना आपका अधिकार है,,,
मतदान जरुर करें| सोच समझकर करें ।।
जय हिन्द,,,,,,,
तीन लोग स्वर्ग के दरवाज़े पर खड़े थे।
ReplyDeleteपुजारी, डॉक्टर, टीचर.!
भगवान : सिर्फ एक ही सीट खाली है स्वर्ग
में ।
पहला: मैं पुजारी था। सारी उम्र
आपकी सेवा की है ।
दूसरा: मैं डॉक्टर था। सारी उम्र
लोगों की सेवा की है ।
तीसरा: मैं SINGAL टीचर था और मैंने पढ़ाने
के साथ साथ जनगणना, चुनाव, सेमिनार,
पोषाहार, बोर्ड परीक्षा,
यूनिवर्सिटी परीक्षा, CBSE, ICSE,
हैडमास्टर, MDM प्रभारी, NODAL
Postaman, TOURNAMET INCHARGE,
PTI, SMC सचिव, SSC, HSC, पल्स
पोलियो, पशु गणना, राशन कार्ड, वोटर
कार्ड, बी.एल.ओ.......
"भगवान - बस कर पगले... अब
रुलायेगा क्या?
चल अंदर आ जा ।"
गुरवे नम:
Omg....teaching ke sath sath ab ye sab kam bhi karne padega kya????
DeleteTo kya ! dooy ji ye to swtntrta k bad se hi P.T. walo ko tohfe me diya gya h.
DeleteThis comment has been removed by the author.
DeleteVery-2 sorry dolly ji.keybord ki mistake ki vjah se aisa ho gya plz maf kijiyega.achha kiya jo aapne sikat ki vrna hm to jan hi n pate.aapki is mahanta k liye bahut-2 danybad .again so sorry DOLLY JI-SINGHAM ANUJ OF TMNTBBN
Deleteदोस्तों !!!!!
ReplyDeleteअफवाहों को अपने आप से दूर रखते हुए सकारात्मक रहें । बिना किसी ठोस तर्क और आधिकारिक घोषणा के बिना वजह अपने आप को मानसिक प्रताड़ित न करें । यहाँ की सीट फुल , वहाँ की सीट ओवरफ्लो , पहली और दूसरी काउंसिलिंग में इतनी सीटें भर जायेंगी , अब इतना कट ऑफ आएगा ।। इन सब कोरी कल्पनाओं से बचे रहें । इनका जवाब आने वाला समय खुद-बखुद दे देगा । आज तक किसी की कोई भी भाविस्यवाणी अभी तक सत्य नही हुई हैं ।
धांधली व्यापक स्तर पर हो रही है इसमें कोई शक नही अब देखना यह है कि शासन-प्रशासन इसपे क्या कदम उठाता है । अगर शासन इसपे गंभीर नही होता तो हम सब मिल के इनका हाल ओम प्रकाश चौटाला वाली करेंगे । इतने आसानी से इतनी बड़ी भर्ती इन्हें हजम नही करने देंगे ।
कोहराम मचाने वाले साथियो अगर अपने जिले की डाइट पे रोज जा कर डाईट वालो की छाती पे चढ़ गए होते तो अगर फर्जी वाडा हुआ है तो असंभव था।(हरदोई ललितपुर हमीरपुर आदि जिलो को छोड़कर)
ReplyDeleteलोग केवल फेसबुक और फोन से ही सारी जानकारी हासिल करना चाहते है।
अगर जूनियर वालो को प्राइमरी में इन होने से नही रोका गया तो नेक्स्ट काउंसलिंग में विज्ञान वर्ग वालो का नुक्सान अवश्य होगा।
आप लोग अग्रिम पंक्ति के साथियो को कोसना बंद करके खुद आगे आये। मै आपको विश्वास दिलाता हूँ अग्रिम पंक्तियों के भाइयो से यथा संभव मदद आपको दिलवाऊंगा।
Only Jesus Brings True Hope and Peace!
ReplyDeleteThere’s a peace and hope that only Jesus can bring!
I decided to give him my life and everything!
He brought happiness and love true and sincere.
He rolled back the dark clouds and made them disappear!
He brought fulfillment and peace within.
His blood cleanses and gives victory over sin!
I found healing from his wonderful name.
His faithfulness is true and will never change!
When the troubles of life have surrounded me..
The power of his name has truly amazed me!
I found his peace and hope in my life as well.
Everything that he’s done for me, I love to tell!
I invite you to give him a chance,
for his wonders to perform.
By his grace, your life can be totally transformed!
The king of kings reigns in majesty!
He wants to be with you! For eternity!
Please Lord Jesus, bring your hope and peace to us!
May your Holy Spirit come to teach and guide us!
All glory to the son of God, who sits on the throne!
Please come and touch our hearts and homes!
You gave me strength and comfort, most abundantly!
Your hope and peace
have greatly blessed me!
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"तुमको देखा तो ये मालूम हुआ,
देखना कितना खूबसूरत है...!"
Sathiyon
ReplyDeletenamaskar!!
Apne agrani sathi SCERT gaye the aur bharti se samcndhit sari samasyaon
ko unke samaksh rakhe. Invalid,farjiwade k mudde par SHRIMAAN ka kahna
hai ki DM dwara jila striy janch commettee janch karke unhe bahar
karegi, pahle jaisa hua ka hwala dete hue.
To thik hai NIDESHAK MAHODAY hm v 'WATCH & WAIT karenge. agli cnslng se pahle aap kariye. Agar aap
kadai se jaanch karke bahar kiye to sar aankhon par aur yadi hawai pul
hi bandhe to CHACHA CHAUTALA, AMMA KI TARAH AKL+LESS BHAIYA v jel ko
sushobhit karne k liye taiyar rahenge!!
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteहे ईश्वर.............
ReplyDeleteहम अगर वो ना कर सकें जो आप चाहते हैं तो इतनी समझ जरुर देना.....
कि हम वो भी ना करें जो आप नहीं चाहते हो.....!!
ए काश किसी नेता से कभी, इक ऐसा घोटाला हो जाये...,
ReplyDeleteभूखों को मिले खाना जिससे, हर तरफ उजाला हो जाये ।।
ए काश किसी नेता से कभी, इक ऐसा घोटाला हो जाये...,
हर तन को मिले कपड़ा जिससे, हर धूप पे छाया हो जाये ।।
ए काश किसी नेता से कभी, ऐसा भी घोटाला हो जाये...,
हर आंगन की चिड़िया चहकें , वहशत का अंधेरा खो जायें ।
ए काश किसी नेता से कभी,ऐसा भी घोटाला हो जाये,
हर बगिया में रहें फूल खिले,ये देश गुलिस्तां हो जायें।
ए काश किसी नेता से कभी, ऐसा भी घोटाला हो जाये,
निर्भया को सुरक्षित हाथ मिलें, इलाज देश में हो जायें।
काश कभी तो हो जाये, बस एक घोटाला हो जाये...??
काश कभी तो हो जाये, बस एक घोटाला हो जाये...??
काश कभी तो हो जाये, बस एक घोटाला हो जाये...??
आपको बताते चलें .....
ReplyDelete१९४९ में भारत के प्रधानमंत्री " गेंहू और पैसे की भीख मांगने " अमेरिका गये थे वो भी २१ दिन के लिए
तब तात्कालीन अमेरिकी प्रेसिडेंट ने नेहरु को २१ दिन भीख मांगने के वाबजूद भी कुछ नहीं दिया था ,
फिर जाँ ऍफ़ केनेडी के समय में पी एल ४८० बिल पास हुआ अमेरिका में
जिसके अनुसार अमेरिका में खपत के बाद जो गेंहू बच जाए उसे भारत भेज दिया जाए ये बात १९५२-५३ की है
ये है कांग्रेस की देंन --
कांग्रेस ने भिखारी बना दिया और अब भारत का पीएम अमेरिका का अन्न भी नहीं खाता है फिर भी अमेरिका की जनता को प्रभावित कर देता है -----
इसे कहते है अच्छे दिन.................
True Lines..!!
ReplyDeleteZindagi Ki Sabse Badi
Haar
KisiKi Aankho Me Aansu
Aapki Wajah Se
Aur Zindagi Ki Sabse Badi
Jeet
Kisi Ki Aankho Me Aansu
Apke Liye..!!
#From:: Shasant
जय नरेन्द्र ग्यान गुन सागर |
ReplyDeleteजय मोदी तिहुँ लोक उजागर ||
राष्ट्रदूत अतुलित बलधामा |
दामोदर पुत्र नरेन्दर नामा ||
तुम उपकार राष्ट्र पर कीन्हा |
कच्छ संवारि स्वर्ग सम कीन्हा ||
माया, मुलायम थर थर काँपैं |
काँग्रेस को चिंता व्यापै ||
नासहि सपा मिटैं बसपाई |
खिलै कमल फूलैं भजपाई ||
साधु संत के तुम रखबारे |
असुर निकंदन राष्ट्रदुलारे ||
संत रसायन तुम्हरे पासा |
सदा रहहु भारत के दासा ||
भारत विश्वगुरु बन जावै |
जब मोदी दिल्ली मैं आवै ||
चीन पाक दोउ निकट न आवै |
जब मोदी को नाम सुनावै ||
नासहिं दुष्ट और अपराधा |
भ्रष्टाचार मिटावहिं बाधा ||
करहि विकास स्वर्ग सम सुंदर |
बनहि राम को सुंदर मंदिर ||
असुर निवारि सुरन्ह कौ थापैं |
राहुल सोनिया कबहुँ न व्यापै ||
मोदी मंत्र एक सम जाना |
करहि विकास राष्ट्र सनमाना ||
भारत राष्ट्र पराक्रमशाली |
होहि सिद्ध यह शंशय नाही ||
जय मोदी ||
जय जय मोदी ||
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हुस्न का क्या काम सच्ची मोहब्बत म????
जब आँख मजनू कि हो तो लैला हसीन
ही लगती है..!!
अखिलेश यादव द्वारा मुलायम सिंह को डॉक्टरेड की उपाधि दिए
ReplyDeleteजाने की बात सुन कर डिंपल भौजी ने अखिलेश भैया से कहा .....
ऐ जी सुनते हो बिटिया के लिए जो घोडा ख़रीदे थे न
उसे भी बीए एमए की डिग्री काहे नहीं दे देते???
अखिलेश भैया ने जवाब दिया -
न रे ये उत्तरप्रदेश है यंहा डिग्री गधो को दी जाती है घोड़ो को नही
केजरीवाल जी ने मोदी जी से पूछा:
ReplyDeleteआप कितने फेमस हो ?
मोदी जी : पूरी दुनिया मुझे जानती है।
केजरीवाल जी : बराक ओबामा तुम्हें जानता है ?
मोदी जी : हां , भाई हाँ !
केजरीवाल : कोई सबूत ?
मोदी जी : चलो दिखाता हूं। तब मोदी जी और केजरीवाल ओबामा के घर जाते हैं।
मोदी जी , केजरीवाल से: तुम यहीं गेट पर खड़े रहो, मैं अंदर जाकर ओबामा को बालकनी पर लेकर
आता हूं। कुछ देर बाद मोदी जी ने ओबामा के साथ बालकनी पर आकर केजरीवाल की तरफ देखकर हाथ हिलाया।
उसके बाद मोदी जी ने बाहर आकर देखा तो केजरीवाल बेहोश पड़े थे।
केजरीवाल पर पानी छिड़ककर उन्हें होश में लाया गया , केजरीवाल को जब होश
आया तो मोदी जी ने पूछा :
क्या हुआ ? ??????
केजरीवाल: तुम्हारे बाहर आने से पहले एक अमेरिकी आया और पूछने लगा कि नरेंद्र मोदी जी के साथ बालकनी में खड़ा वह आदमी कौन है ?
सपने तथा उनसे प्राप्त होने वाले संभावित फल
ReplyDelete1- सांप दिखाई देना- धन लाभ
2- नदी देखना- सौभाग्य में वृद्धि
3- नाच-गाना देखना- अशुभ समाचार मिलने के योग
4- नीलगाय देखना- भौतिक सुखों की प्राप्ति
5- नेवला देखना- शत्रुभय से मुक्ति
6- पगड़ी देखना- मान-सम्मान में वृद्धि
7- पूजा होते हुए देखना- किसी योजना का लाभ मिलना
8- फकीर को देखना- अत्यधिक शुभ फल
9- गाय का बछड़ा देखना- कोई अच्छी घटना होना
10- वसंत ऋतु देखना- सौभाग्य में वृद्धि
11- स्वयं की बहन को देखना- परिजनों में प्रेम बढऩा
12- बिल्वपत्र देखना- धन-धान्य में वृद्धि
13- भाई को देखना- नए मित्र बनना
14- भीख मांगना- धन हानि होना
15- शहद देखना- जीवन में अनुकूलता
16- स्वयं की मृत्यु देखना- भयंकर रोग से मुक्ति
17- रुद्राक्ष देखना- शुभ समाचार मिलना
18- पैसा दिखाई- देना धन लाभ
19- स्वर्ग देखना- भौतिक सुखों में वृद्धि
20- पत्नी को देखना- दांपत्य में प्रेम बढ़ना
21- स्वस्तिक दिखाई देना- धन लाभ होना
22- हथकड़ी दिखाई देना- भविष्य में भारी संकट
23- मां सरस्वती के दर्शन- बुद्धि में वृद्धि
24- कबूतर दिखाई देना- रोग से छुटकारा
25- कोयल देखना- उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति
26- अजगर दिखाई देना- व्यापार में हानि
27- कौआ दिखाई देना- बुरी सूचना मिलना
28- छिपकली दिखाई देना- घर में चोरी होना
29- चिडिय़ा दिखाई देना- नौकरी में पदोन्नति
30- तोता दिखाई देना- सौभाग्य में वृद्धि
31- भोजन की थाली देखना- धनहानि के योग
32- इलाइची देखना- मान-सम्मान की प्राप्ति
33- खाली थाली देखना- धन प्राप्ति के योग
34- गुड़ खाते हुए देखना- अच्छा समय आने के संकेत
35- शेर दिखाई देना- शत्रुओं पर विजय
36- हाथी दिखाई देना- ऐेश्वर्य की प्राप्ति
37- कन्या को घर में आते देखना- मां लक्ष्मी की कृपा मिलना
38- सफेद बिल्ली देखना- धन की हानि
39- दूध देती भैंस देखना- उत्तम अन्न लाभ के योग
40- चोंच वाला पक्षी देखना- व्यवसाय में लाभ
41- स्वयं को दिवालिया घोषित करना- व्यवसाय चौपट होना
42- चिडिय़ा को रोते देखता- धन-संपत्ति नष्ट होना
43- चावल देखना- किसी से शत्रुता समाप्त होना
44- चांदी देखना- धन लाभ होना
45- दलदल देखना- चिंताएं बढऩा
46- कैंची देखना- घर में कलह होना
47- सुपारी देखना- रोग से मुक्ति
48- लाठी देखना- यश बढऩा
49- खाली बैलगाड़ी देखना- नुकसान होना
50- खेत में पके गेहूं देखना- धन लाभ होना
51- किसी रिश्तेदार को देखना- उत्तम समय की शुरुआत
52- तारामंडल देखना- सौभाग्य की वृद्धि
53- ताश देखना- समस्या में वृद्धि
54- तीर दिखाई- देना लक्ष्य की ओर बढऩा
55- सूखी घास देखना- जीवन में समस्या
56- भगवान शिव को देखना- विपत्तियों का नाश
57- त्रिशूल देखना- शत्रुओं से मुक्ति
58- दंपत्ति को देखना- दांपत्य जीवन में अनुकूलता
59- शत्रु देखना- उत्तम धनलाभ
60- दूध देखना- आर्थिक उन्नति
61- धनवान व्यक्ति देखना- धन प्राप्ति के योग
62- दियासलाई जलाना- धन की प्राप्ति
63- सूखा जंगल देखना- परेशानी होना
64- मुर्दा देखना- बीमारी दूर होना
65- आभूषण देखना- कोई कार्य पूर्ण होना
66- जामुन खाना- कोई समस्या दूर होना
67- जुआ खेलना- व्यापार में लाभ
68- धन उधार देना- अत्यधिक धन की प्राप्ति
69- चंद्रमा देखना- सम्मान मिलना
70- चील देखना- शत्रुओं से हानि
71- फल-फूल खाना- धन लाभ होना
72- सोना मिलना- धन हानि होना
73- शरीर का कोई अंग कटा हुआ देखना- किसी परिजन की मृत्यु के योग
74- कौआ देखना- किसी की मृत्यु का समाचार मिलना
75- धुआं देखना- व्यापार में हानि
76- चश्मा लगाना- ज्ञान में बढ़ोत्तरी
77- भूकंप देखना- संतान को कष्ट
78- रोटी खाना- धन लाभ और राजयोग
79- पेड़ से गिरता हुआ देखना किसी रोग से मृत्यु होना
80- श्मशान में शराब पीना- शीघ्र मृत्यु होना
81- रुई देखना- निरोग होने के योग
82- कुत्ता देखना- पुराने मित्र से मिलन
83- सफेद फूल देखना- किसी समस्या से छुटकारा
84- उल्लू देखना- धन हानि होना
85- सफेद सांप काटना- धन प्राप्ति
86- लाल फूल देखना- भाग्य चमकना
87- नदी का पानी पीना- सरकार से लाभ
88- धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाना- यश में वृद्धि व पदोन्नति
89- कोयला देखना- व्यर्थ विवाद में फंसना
90- जमीन पर बिस्तर लगाना- दीर्घायु और सुख में वृद्धि
91- घर बनाना- प्रसिद्धि मिलना
92- घोड़ा देखना- संकट दूर होना
93- घास का मैदान देखना- धन लाभ के योग
94- दीवार में कील ठोकना- किसी बुजुर्ग व्यक्ति से लाभ
95- दीवार देखना- सम्मान बढऩा
96- बाजार देखना- दरिद्रता दूर होना
97- मृत व्यक्ति को पुकारना- विपत्ति एवं दुख मिलना
98- मृत व्यक्ति से बात करना- मनचाही इच्छा पूरी होना
99- मोती देखना- पुत्री प्राप्ति
100- लोमड़ी देखना- किसी घनिष्ट व्यक्ति से धोखा मिलना
101- गुरु दिखाई देना- सफलता मिलना
ReplyDelete102- गोबर देखना- पशुओं के व्यापार में लाभ
103- देवी के दर्शन करना- रोग से मुक्ति
104- चाबुक दिखाई देना- झगड़ा होना
105- चुनरी दिखाई देना- सौभाग्य की प्राप्ति
106- छुरी दिखना- संकट से मुक्ति
107- बालक दिखाई देना- संतान की वृद्धि
108- बाढ़ देखना- व्यापार में हानि
109- जाल देखना- मुकद्में में हानि
110- जेब काटना- व्यापार में घाटा
111- चेक लिखकर देना- विरासत में धन मिलना
112- कुएं में पानी देखना- धन लाभ
113- आकाश देखना- पुत्र प्राप्ति
114- अस्त्र-शस्त्र देखना- मुकद्में में हार
115- इंद्रधनुष देखना- उत्तम स्वास्थ्य
116- कब्रिस्तान देखना- समाज में प्रतिष्ठा
117- कमल का फूल देखना- रोग से छुटकारा
118- सुंदर स्त्री देखना- प्रेम में सफलता
119- चूड़ी देखना- सौभाग्य में वृद्धि
120- कुआं देखना- सम्मान बढऩा
121- अनार देखना- धन प्राप्ति के योग
122- गड़ा धन दिखाना- अचानक धन लाभ
123- सूखा अन्न खाना- परेशानी बढऩा
124- अर्थी देखना- बीमारी से छुटकारा
125- झरना देखना- दु:खों का अंत होना
126- बिजली गिरना- संकट में फंसना
127- चादर देखना- बदनामी के योग
128- जलता हुआ दीया देखना- आयु में वृद्धि
129- धूप देखना- पदोन्नति और धनलाभ
130- रत्न देखना- व्यय एवं दु:ख 131- चंदन देखना- शुभ समाचार मिलना
132- जटाधारी साधु देखना- अच्छे समय की शुरुआत
133- स्वयं की मां को देखना- सम्मान की प्राप्ति
134- फूलमाला दिखाई देना- निंदा होना
135- जुगनू देखना- बुरे समय की शुरुआत
136- टिड्डी दल देखना- व्यापार में हानि
137- डाकघर देखना- व्यापार में उन्नति
138- डॉक्टर को देखना- स्वास्थ्य संबंधी समस्या
139- ढोल दिखाई देना- किसी दुर्घटना की आशंका
140- मंदिर देखना- धार्मिक कार्य में सहयोग करना
141- तपस्वी दिखाई- देना दान करना
142- तर्पण करते हुए देखना- परिवार में किसी बुर्जुग की मृत्यु
143- डाकिया देखना- दूर के रिश्तेदार से मिलना
144- तमाचा मारना- शत्रु पर विजय
145- उत्सव मनाते हुए देखना- शोक होना
146- दवात दिखाई देना- धन आगमन
147- नक्शा देखना- किसी योजना में सफलता
148- नमक देखना- स्वास्थ्य में लाभ
149- कोर्ट-कचहरी देखना- विवाद में पडऩा
150- पगडंडी देखना- समस्याओं का निराकरण
151- सीना या आंख खुजाना- धन लाभ
"यदि संसार तुम से बैर रखता है, तो तुम जानते हो, कि उस ने तुम से पहिले मुझ से भी बैर रखा। यदि तुम संसार के होते, तो संसार अपनों से प्रीति रखता, परन्तु इस कारण कि तुम संसार के नहीं, वरन मैं ने तुम्हें संसार में से चुन लिया है इसी लिये संसार तुम से बैर रखता है। जो बात मैं ने तुम से कही थी, कि दास अपने स्वामी से बड़ा नहीं होता, उस को याद रखो: यदि उन्होंने मुझे सताया, तो तुम्हें भी सताएंगे; यदि उन्होंने मेरी बात मानी, तो तुम्हारी भी मानेंगे।''
ReplyDelete__________________________________________________________________यूहन्ना 15:18-20 )
७२८२५ टेट भाईयों के लिए अति महत्वपूर्ण सन्देश.........
ReplyDeleteजूनियर २९३३४ वाले टेट अभ्यर्थियों ने मचाई भारी तबाही,७२८२५ प्राथमिक विज्ञान वर्ग के अभ्यर्थी हुए तबाह इस दोगली काउंसलिंग करने वाले दोगलो ने अपनो को भी नहीं छोड़ा......
अरे कम से कम इतना तो ध्यान देते की ये भी तो अपने ही टेट सगे भाई है अपने निजी मतलब के कारण दुसरे के हक को खाने के लिए हाई कोर्ट पहुच गये
कल अपने डायट पर ये दोगले भाई भारी संख्या में काउंसलिंग करा के यह साबित कर दिए की जरुरत पड़ने पर दुसरे की भी हाथ की रोटी छीन कर खा जाना ही अपना परम कर्तव्य हैं इनकी संख्या देख कर
टेट संघर्ष मोर्चा हुआ त्रस्त
टेट अभ्यर्थी हुए पस्त
और
दोगले भाई हुए मस्त
यदि यह सरकार चाहे तो हाइकोर्ट के इस आदेश को न माने और आगे अपील करे ।
ReplyDeleteक्योकि 72825 की नियुक्ति होनी है और जूनियर वालों की प्राथमिक मे भर्ती अन्तिम निर्णय पर निर्भर करेगी।
अतः मोर्चा को शासन पर दबाव बढ़ाना पड़ेगा कि जूनियर वालों की भर्ती प्राथमिक मे न हो क्योकि जूनियर वाले स्वार्थी हैं ये कभी भी मोर्चे का साथ नही देंगे ,इन्हें केवल नौकरी चाहिए चाहे इसके लिए इन्हे अपने भाईयों का गला ही क्यों न काटना पड़े।
रामायण से जुडे कुछ प्रश्न
ReplyDelete====================
Øरामायण के अनुसार अंगद के पिता का नाम क्या था→बालि
Øलक्ष्मण की पत्नी का क्या नाम था→उर्मिला
Øश्री राम को दिये गए वनवास की अवधि कितने वर्ष थी→14 वर्ष
Øजामवन्त कितने योजन समुद्र लाँघ सकता था→90 योजन
Øजटायु के भाई का नाम क्या था→सम्पाती
Øनिम्नलिखित में से कौन शत्रुघ्न की माता थीं→सुमित्रा
Øइन्द्र के पुत्र का नाम क्या था→जयंत
Øरावण और कुबेर थे→भाई-भाई
Øराम के चरण स्पर्श से जो शिला स्त्री बन गई, उस स्त्री का नाम क्या था→अहल्या
Øपरशुराम किसके पुत्र थे→जमदग्नि
Øनिम्नलिखित में से किसे ब्रह्महत्या का पाप लगा था→राम
Øसंजीवनी बूटी का रहस्य किस वैद्य ने बताया→सुषेण
Øअहल्या के पति का नाम था→गौतम
Øहनुमान के पुत्र का क्या नाम है→मकरध्वज
Øलक्ष्मण को नागपाश से मुक्त किसने किया था→गरुड़
Øनिम्न में से कौन लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न की माता थीं→सुमित्रा
Øनिम्न में से इन्द्र के विमान का नाम क्या है→पुष्पक
Øसमुद्र मंथन से क्या प्राप्त नहीं हुआ था→सिमंतक मणि
Øगर्भवती सीता किसके आश्रम में रही थीं→वाल्मीकि
Øश्लोक शब्द का अर्थ क्या होता है→दुःख
Øरामायण के अनुसार हनुमान कितनी बार लंका गये थे→तीन बार
Øराम ने लंका में अपना दूत किसे बनाकर भेजा था→अंगद
Øहनुमान किसके पेट के भीतर जाकर वापस आ गये थे→सुरसा
Øबालि की पत्नी का नाम क्या था→तारा
Øसर्गों की गणना करने पर सम्पूर्ण रामायण में कितने सर्ग मिलते हैं→645
Øराम और लक्ष्मण को आश्रमों की रक्षा करने के लिए वन में कौन-से ब्रह्म ॠषि ले गये थे→विश्वामित्र
Øराम को वनवास देने की प्रेरणा कैकेयी को किससे मिली थी→मन्थरा
Øमधुरापुरी नगरी की स्थापना किसने की थी→शत्रुघ्न
Øहनुमान ने अशोक वाटिका में सीता को किस वृक्ष के नीचे बैठा देखा→शिंशपा
Øमेघनाद का दूसरा नाम क्या था→इन्द्रजित
Øराम और हनुमान का मिलन किस पर्वत के पास हुआ था→ऋष्यमूक
Øहनुमान के पिता का नाम क्या था→केसरी
Øनिम्न में से किसने हनुमान की ठोड़ी पर वज्र से प्रहार किया था→इन्द्र
Øनिम्नलिखित में से शत्रुघ्न के पुत्र कौन थे→सुबाहु
Øकिस ऋषि ने श्री राम के सामने ही योगाग्नि से अपने शरीर को भस्म कर लिया→शरभंग
Øसम्पाती और जटायु के पिता का नाम क्या था→अरुण
Øराम को वानर राज सुग्रीव से मित्रता की सलाह किसने दी थी→शबरी
Øनिम्न में से किस स्त्री को मतंग ऋषि ने आश्रय प्रदान किया→शबरी
Øनिम्न में से किस वानर ने दुंदुभी दैत्य का वध किया था→बालि
Øलंका के राजा रावण की पुत्री का क्या नाम था→अवली
Øश्री राम की सेना में विश्वकर्मा के अंशावतार कौन थे→नल और नील
Øब्रह्मा ने 'ब्रह्माशिर' नामक अस्त्र किसे प्रदान किया था→मेघनाद
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ReplyDeleteShikwa Tou Bhut Hai
ReplyDeleteMagar
Shikayat Nahi Ker Sakta......!!!
!..Mere Honton
Ko
Ijazat Nahi
Tere Khilaaf Bolne Ki.....!!!!..
#From ::AVI
Boy : I Love You..
ReplyDeletePehli Nazar Mai Hi
Tumhara Ashiq Ban Geya Hu... Do u
Love
Me ?
Girl : Hmmm Mai Tumhe Eik Sawal
Puchti Hu
Ager Tum Jit Gaye To Mai Tumhe
Jawab De
Dungi ?
Ladka Muskurata Hai Aur Chup Chap
Jane
Lagta Hai
Girl : Kya Hua Jawab Nahi Chahiye
Ladka : (Palat Kar Kehta Hai) Mujhe
Tumhara
Pyar Chahiye Jit Mai Mila Hua Inam
Nahi...!!
"श्रद्धा ज्ञान देती है, नम्रता मान देती है,
ReplyDeleteयोग्यता स्थान देती है और यदि तीनों मिल
जाए तो व्यक्ति को हर जगह सम्मान देती है...!!!
BYE....................
bhai dekh lo
ReplyDelete8189+3444sc+4423bc+331st(only sci fem)=total 16387
similarly fem art=16387
boysart =16387
boys sci=16387
total all boys girls=lagbag 65548
sixamitra=7280
total=lagbhag 72825
ab ye hadicap ph loco etc 7500 keha se aayi
ab districtwise sata bhi dekh sakte hai
female sci girls in sitapur. (675+362bc+283sc+27st)*4=5400
sixamitra 600
total=6000
ab sita pur mai 27+27+27+54+135 all ph loco sainic etc ye 265 vacc kaha se aayi reply
Hi
ReplyDeleteजैसा कि विदित हो #काउन्सिलिग का दूसरा चरण कल समाप्त हो गया है। प्रथम चरण की तरह इस बार भी आप सभी #SCERT और #डायटो मे ज्यादा से ज्यादा #RTI डाले। हालाकि इसका जवाब मिलने मे थोडा समय अवश्य लगता है, लेकिन इससे विभाग मे आपकी जागरुकता का पता चलता है। इसलिये आज से पुन: मैने शुरुआत कर दी है।
ReplyDelete3rd #काउन्सिलिग दीपावली के बाद ही ज्यादा सम्भव है जैसा कि पहले ही बताया था,
प्लीज कोई भी मेरिट अभी न पूछे जब तक पता न लगे कि 2nd मे कितनी सीट फ़िल हुई।
132 साल की कॉंग्रेस पार्टी मे अभी तक एक ही ईमानदार नेता था जिसने कभी कोई घोटाला नहीं किया ओर आज भी राजनीति मे ईमानदारी मे उनका नाम पहले आता हे
ReplyDelete2 अक्टूम्बर को उनका जन्मदिन हे स्व श्री लाल बहदुर शास्त्री जी जरूर मनाए
लखनऊ में चयनितों की लिस्ट देखें ,
ReplyDeleteऐसी लिस्ट सभी जिलों जल्दी जारी होगी
http://dietlucknow.org/uploads/Counselling_Status30th.pdf
एक बार कुछ विद्यार्थी रसायन विज्ञानं
ReplyDeleteप्रयोगशाला में कुछ प्रयोग कर रहे थे.
सभी विद्यार्थी अपने अपने प्रयोगों में व्यस्त थे
कि अचानक एक लड़के की परखनली से तेज
बुलबुला उठा और उसकी छिट्कियाँ सामने प्रयोग कर
रही लड़की की आँखों में चला गया.
पूरी प्रयोगशाला में हाहाकार मच गया. सभी खूब
परेशांन हुए.
आनन फानन में उस लड़की को अस्पताल पहुँचाया गया,
वहाँ डाक्टरों ने बताया कि वो अपनी आँखें खो चुकी है.
ये सुन कर उस लड़की के घर वालों ने उस लड़के
को कोसना शुरू कर दिया और स्कूल वालों ने उस लड़के
को स्कूल से निकाल दिया.
अब वो अंधी लड़की अपनी नीरस
ज़िन्दगी बिता रही थी, जो शायद
किसी की लापरवाही की वजह से वीरान
सी हो गयी थी.
अब उस लड़की की ज़िन्दगी में कोई भी रंग कोई मायने
नहीं रखता था.
घर वाले भी वक़्त बेवक्त उस लड़के को कोसते रहते थे
जिसने उनकी लड़की की ज़िन्दगी खराब कर दी थी.
आज कल के ज़माने में तो किसी के सामने हूर
परी भी बैठा दो तो भी लड़के वालों को उससे
भी ज्यादा खूबसूरत चाहिए होती है.
फिर उस बिचारी की वीरान ज़िन्दगी में रंग भरने की बात
सोच पाना भी असंभव सा था.
खैर वक़्त बीतता गया और उस लड़की को उस वीराने
की आदत हो गयी.
क्योंकि अब उसकी ज़िन्दगी में कही से भी उजाला आने
की कोई गुंजाइश नहीं थी.
अचानक एक दिन एक बड़े इंजीनियर का रिश्ता उस
अंधी लड़की के घर आया.
यही नहीं लड़का खुद उसके घरवालों से उसका हाथ
मांगने अपने माँ बाप के साथ आया था.
घर वाले मन ही मन बहुत खुश हो रहे थे कि बैठे बिठाये
उन्हें अपनी अंधी लड़की के लिए लड़का मिल गया लेकिन
लड़की इस बात से काफी दुखी थी.
शायद इसलिए कि वो किसी की ज़िन्दगी खराब
नहीं करना चाहती थी.
इसलिए उसने लड़के को अन्दर बुलाया और बोली कि मैं
अंधी हूँ
आपके घर का कोई काम मैं नहीं कर पाउंगी,
आपको मुझसे कोई सुख नहीं मिल पायेगा,
आप एक इंजीनियर हैं इसलिये आपको तो एक से बढ़कर
एक लड़कियां मिल जायेंगी.
आप प्लीज़ अपनी ज़िन्दगी खराब मत कीजिये .
इस पर वो लड़का आगे बढ़ा और घुटनों के बल बैठकर
लड़की का हाथ पकड़कर बोला :
प्लीज़ तुम इस शादी के लिए हाँ कहके मुझे
मेरा प्रायश्चित कर लेने दो,
मैं वही हूँ जिसने तुम्हारी ज़िन्दगी वीरान की है और
आज मैं प्रायश्चित करना चाहता हूँ.
प्लीज़ मना मत करना.
ये सुन कर वो लड़की रोने लगती है, ये सोच कर
नहीं कि उसकी ज़िन्दगी खराब करने वाला उससे
शादी करना चाहता है.
बल्कि ये सोच कर कि इस दुनिया में ऐसे लोग भी है
जो अपनी गलती को स्वीकारना जानते हैं ।।
* भर्तियों में आये खर्च का व्यौरा शासन ने मॉगा ।
ReplyDelete*72825 प्रशिक्षु भर्ती प्रक्रिया का खर्च सबसे कम।
प्रदेश में विगत वर्षो से भर्तियों का सिलसिला लगातार जारी है, जिसमें दो बार 10000 बी0टी0सी0/ वि0बी0टी0सी0 भर्ती एवं 7000 उर्दू बी0टी0सी0 धारकों तथा 29000 जूनियर में विज्ञान/गाणित के सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया हो चुकीहै, जिसमें अभी तक पाॅचवी काउन्सलिंग के उपरान्त भी जूनियर भर्ती पूर्ण भी नही हो पायी है।
शासन द्वारा जारी निर्देश के अनुपालन में समस्त जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किन्हीं दो बहुचर्चित समाचार पत्र में विज्ञापन जारी किया जाताहै, उक्त विज्ञापन जारी करने में लगभग ढेड़ लाख से 02 लाख तक व्यय हो जाताहै। विगत वर्ष से भर्ती प्रक्रिया जब से जारी हुई है, तब से अखबारों के सम्पादकों की बल्ले-बल्ले हुई है।
प्रदेश के सभी जनपदों द्वारा उक्त कार्यवाही सम्पादित की जाती है, जिसके आधार पर अभ्यर्थियों द्वारा काउन्सलिंग में प्रतिभाग किया जाता है। इस प्रकार अभी तक एक जनपदसे लगभग 20 लाख रू0 का व्यय किया जा चुका है। जिसकी प्रतिपूर्ति करने के लिए शासन ने अखवारों के बिल सहित पूरा ब्यौरा मॉगा है। इस प्रकार प्रदेश में लगभग 15 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
72825 प्रशिक्षु भर्ती प्रक्रिया जितनी बड़ी - खर्चा सबसे कम वर्तमान में मा0 सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के क्र में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया सम्पादित की जा रही है,
अद्यतन दो काउन्सलिंग कराई जा चुकी है। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि जितनी बड़ी भर्ती खर्चा उतना कम है। उक्त भर्ती प्रक्रिया में शासन द्वारा जारी बेवसाइट का प्रयोग किया जा रहा है, जिस पर समस्त जनपदों की सूचनाऍ एन0आई0सी0 लखनऊ द्वारा अपडेट की जाती है। काउन्सलिंग हेतु शासन स्तर से केवल दो समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कर प्रत्येक जनपद का मेरिट जारी कर दी जाती है।
शेष सूचनाऍ बेवसाइट पर अपलोडहोने के कारण अभ्यर्थियों का काम आसानहो जाता है। इन विज्ञापन हेतु लगभग 3 लाख रू0 का व्यय होता है। इस भर्ती प्रक्रिया से जनपदों का काम और आसान कर दिया है।
Paigam To Ek Bahana Tha...
ReplyDeleteIrada To Apko Yaad Dilana Tha...
Ap Yaad Kare Ya Na Kare Koi Baat Nhi
Par Apki Yaad Hame Aati Hai Bas Itna Hi Humne Apko Batana Tha.!
# From :: Shasant
"अपने आप को परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करने वाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्ज़ित होने न पाए, और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो।''
ReplyDelete_____________________________________ 2 तीमुथियुस 2:15 )
इलाहाबाद डाएट से प्राप्त कुछ सूचना-
ReplyDeleteसामान्य पु. कला 125 से कुछ लिये गये, शेष चयनित।
सामान्य पु. विज्ञान 125 तक सारे अभ्यर्थी चयनित।
बधाई हो ।।
संदिग्ध अभ्यर्थियोँ की जाँच प्रगति पर ।
दो देश 1947 में एक साथ आज़ाद हुए..
ReplyDeleteएक मंगल पर पहुँच गया
और दूसरा अभी भी भारत में
घुसने की कोशिश कर
रहा है...
अपने सकारात्मक विचारों को ईमानदारी और बिना थके हुए ,
ReplyDeleteकार्यों में लगाए और आपको सफलता के लिए प्रयास नहीं करना पड़ेगा,
अपितु अपरिमित सफलता आपके कदमों में होंगी ll
आपने सुना होगा की.... प्यार अंधा होता है
ReplyDeleteलेकिन आपने कभी अंधी युवती यां लंगड़े युवक से कभी प्रेम किया है
एक अंधी लड़की ने शायरी लिखी थी वो में आपके सामने पेश कर रहा हूँ ......
"मेने कोई सूरज कोई तारा नहीं देखा"
"किस रंग का होता है उजाला नहीं देखा"
"सुना है अपने ही थे घर लुटने में मेरे"
"अछा हुआ मेने ये नजारा नहीं देखा"
"मेरे लिए सब एक है बादल भी धुआँ भी"
"मेने ये कुदरत का नजारा नहीं देखा"
"यूँ तो मुझे शोक संवरने का बहुत है"
"लेकिन क्या करू मेने कभी अपना सेहरा नहीं देखा"
साथियों
ReplyDeleteबड़ी अजीब स्थिति है अभी तिहाई भरती ही हुई और अपना काम न बनने का जनक विलाप शुरु हो गया ! साथियो धैर्य रखें तीसरी काउन्सलिंग से भी ज्यादा अति महत्वपूर्ण है -मुलायमी लठैत ,फर्जी टेटयन तथा अराजक तत्वों को बाहर निकलना !अतः मेरिट नीचे लाने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा अन्यथा नोटों और लट्ठ के दम पर अराजक अध्यापक बन जायेंगे अतः संगठन का सहयोग करें तथा एकता बनाए रखें याद रखें सरकार भरती एहसान में नहीं कर रही बल्कि सुप्रीमकोर्ट द्वारा जबरन करायी जा रही है अतः हम सभी घुसपैठियों पर कड़ी नजर रखें जिससे हमारे कम टेटमार्क वाले साथियों की रक्षा हो सके जय टेट
राष्ट्र स्टार शेर-ए-हिन्द बोलता गया ,अमेरिका सुनता गया ओबामा देखता गया,काग्रेसी व आपिये जलते गये और भारत का मान सम्मान और ऊँचा होता चला गया
ReplyDeleteसचिन , अंबानी , राहुल गांधी, नरेंद्र मोदी और
ReplyDeleteएक छोटी सी बच्ची ।
अचानक जहाज मे कुछ खराबी आ गई। वहाँ पर
चार पैराशूट थे।
सचिन बोला : मैं विश्व का महान बल्लेबाज हूँ,
मेरा जिंदा रहना जरूरी है, फिर एक पैराशूट लेकर
कूद गया।
अंबानी बोला : मैं भारत के धनी लोगो मे से हूँ,
मेरा जिंदा रहना जरूरी है, फिर एक पैराशूट लेकर
कूद गया।
राहुल गांधी बोला : मुझे 2014 मे PM
बनना है,मेरा जिंदा रहना जरूरी है। फिर एक
पैराशूट लेकर कूद गया।
नरेन्द्र मोदी : बच्ची से बोले : बेटा आप देश
की भविस्य हो, जाओ आप अंतिम पैराशूट लेकर
कूद जाओ।
बच्ची बोली : लेकिन यहा पर तो दो पैराशूट है,
राहुल गांधी तो मेरा स्कूल बैग लेकर कूद गया !
02 OCTOBER SPECIAL.......
ReplyDeleteकिसी गाँव में रहनेवाला एक छोटा लड़काअपने
दोस्तों के साथ
गंगा नदी के पार मेला देखने गया। शाम को वापस
लौटते समय जब
सभी दोस्त नदी किनारे पहुंचे तो लड़के ने
नाव के
किराये के लिए
जेब में हाथ डाला। जेब में एक पाई
भी नहीं थी।
लड़का वहीं ठहर
गया। उसने अपने दोस्तों से कहा कि वह और
थोड़ी देर
मेला देखेगा। वह नहीं चाहता था कि उसे अपने
दोस्तों से नाव
का किराया लेना पड़े। उसका स्वाभिमान उसे
इसकी अनुमति नहीं दे रहा था।
उसके दोस्त नाव मेंबैठकर नदी पार चले गए। जब
उनकी नाव
आँखों से ओझल हो गई तब लड़के ने अपने कपड़े
उतारकर उन्हें सर
पर लपेट लिया और नदी में उतर गया। उस समय
नदी उफान पर
थी। बड़े-से-बड़ा तैराक भी आधे
मील चौड़े पाट को पार
करने
की हिम्मत नहीं कर सकता था। पास खड़े
मल्लाहों ने
भी लड़के
को रोकने की कोशिश की।
उस लड़के ने किसी की न
सुनी और किसी भी खतरे
की परवाह न
करते हुए वह नदी में तैरने लगा।
पानी का बहाव तेज़
था और
नदी भी काफी गहरी थी।
रास्ते में एक नाव वाले ने
उसे
अपनी नाव में सवार होने के लिए कहा लेकिन वह
लड़कारुका नहीं,
तैरता गया। कुछ देर बाद वह सकुशल दूसरी ओर पहुँच
गया।
उस लड़के का नाम था ‘लालबहादुर शास्त्री’........
🙅31 अक्टूम्बर🙅
ReplyDeleteआओ एक संकल्प लें कि
हम इस दिन इन्टरनेट का
इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करेंगें ।
-----------------------
हाल ही में टेलीफोन कम्पनी के द्वारा मोबाइल डाटा के दाम बढा दिये गये हैं ।
जो इन्टरनेट पैक पहले
58 रुपये में 2GB मिलता था ।
वो अब
155 में 1GB रह गया था ।
और अब पिछले हफ्ते कम्पनी ने दाम फिर बढा दिये हैं ।
अब 155 रुपये में 500MB डाटा ।
उसमें एक और सोचने वाली बात
वेलिडिटी
28 दिन (4 हफ्ते)
14 दिन (2हफ्ते)
7 दिन (1 हफ्ता )
कर दी इन्होनें ।
ऐसा क्यों ?
क्योंकि हम आँखें बन्द😑 करके इन्टरनेट का
इस्तेमाल कर रहे हैं ।
और कम्पनी😈इसी बात का फायदा उठा रही है कि
भारत के लोग सोये😴 हुए हैं
और ये कभी आवाज नहीं उठायेंगे ।🙊🙊
इंग्लैण्ड में एक बार ब्रैड कम्पनी ने ब्रैड के दाम बढाये तो
पूरे इंग्लैण्ड ने कुछ दिन ब्रैड ही नहीं ली तो
मजबूरन कम्पनी को दाम वापिस वो ही करने पङे ।
क्यों ना हम लोग भी आवाज उठायें और
🌞31 अक्टूम्बर के दिन
इन्टरनेट का इस्तेमाल ना करें ।
ताकि कम्पनी (व्यापारी) को उपभोक्ताओं (ग्राहकों) की शक्ति का पता चले ।
मानो एक व्यक्ति प्रतिदिन न्यूनतम 10 रुपये का इन्टरनेट इस्तेमाल करता है तो यदि 20 करोङ लोग उपभोक्ता है तो
कम्पनियों को प्रतिदिन
10×20 करोङ = 2अरब रुपये
की आमदनी होती है ।
यदि हम एक दिन भी इन्टरनेट नहीं चलाते हैं तो कम्पनियों को जो घाटा होगा, वो उनके लिये बङा महँगा होगा और हमारे लिये
10 रुपये की बचत + समय की बचत + एक दिन परिवार के नाम + कम्पनी को यूनिटी का एहसास दिलाना ।
बहुत लोग सोचेंगे कि हम क्या कर सकते हैं,
लेकिन हमारी यही सोच हमें मूर्ख बनाती हैं,
लेकिन हम भारतीय हैं, 😇मूर्ख😇नहीं है ।
संगठन में ही शक्ति है ।
बस एक दिन
31 अक्टूम्बर
को इन्टरनेट का
बाहिस्कार📵 करें ।
पूरा भारत इस दिन
31 अक्टूम्बर को
इन्टरनेट का इस्तेमाल ना करे !
Dosto
ReplyDeleteOctober ka mahina bada hi atpata
hoga is bar kyoki diwali ka ullas bhi hoga.
SM k liye jhatka bhi lag sakta Hai is mahine
mai or prt ki 3rd counseling ki list bhi isi
mahine mai jari ki ja sakti Hai. 2nd
counseling mai shamil farji log bhi nikale
jayenge isi mahine mai.
MATLAB ye Hai ki kisi ki diwali manegi to
kisi ka diwala niklega.
modiji ke raj me har cheej ka dam badh rha hai ,is par bhi unhe dyan dena chahiye kyoki logo ne vote 2 bato ke liye diya tha 1- cong ka kushashan wa mahgai aur bharshtachar
ReplyDeleteअब तक 2 काउंसिलिंग हो चुकी है और सीटें भी काफी संख्या में इस बार भरी हैं ।यहां तक हम अभी भी एक प्रक्रिया का हिस्सा ही हैं,जिसका पक्के चयन से लेना देना नहीं है।इस भर्ती के स्थायित्व के लिए अब जो सबसे ज्यादा जरूरी है वो है सरकार से नियुक्ति पत्र लेना।ऐसा तो होगा नहीं कि सिर्फ इतने लोगों को ही देकर बन्द कर दे ।हां इससे ये जरूर होगा कि भर्ती वास्तविक रूप में परणित होने लगेगी।अगर किसी को लगे कि इसमें मेरा स्वार्थ है तो ये बिल्कुल सही भी होगा,परन्तु मैं नियुक्ति पत्र की बात कर रहा हूँ उसमें नियुक्ति तिथि सरकार तब की डाले जब तक उसे पूरी भर्ती करने में समय लगे वो चाहे 3 महीने बाद की डाल दे या 6 की। सभी भाई लोग मर्यादित भाषा में अपना मत रखने के लिए स्वतंत्र है।
ReplyDelete।।प्रेम से बोलो जय माता दी।।
इनकार किया जिन्होंने मेरा समय देखकर ,
ReplyDelete.
.
.
वादा है ऐसा समय लाऊंगा कि मुझसे मिलने का भी समय लेना पड़ेगा .. ..
#From :: Mr. T.M.N.T.B.N.
मोदी सरकार ने लगाई चीनी पटाखों पर रोक। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आयातित पटाखों की बिक्री होगी गैर क़ानूनी।
ReplyDeleteचीन के 600 करोड़ रुपये के पटाखा उद्योग को रोककर मोदी सरकार ने इस क्षेत्र को देशी उद्योग के हवाले करके स्वदेशी भारत की दिशा में अच्छा कदम बढ़ाया।
जय स्वदेशी, जय भारत !!
ReplyDelete6) The mind of sinful man is death, but the mind controlled by the Spirit us life and peace;
7) the sinful mind is hostile to God. It does not submit to God's law, nor can it do so.
8) Those controlled by the sinful nature cannot please God.
GOD BLESS ALL!!!
_____________________Romans 8:6-8
होंगे आप अपने शहर के नवाब,
ReplyDeleteहम गर गुलाम है तो सिर्फ अपने खुदा के..!!
G
O
O
D.
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NIGHT
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#From :: Mr. T.M.N.T.B.N.
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ReplyDelete.
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H
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तेरे लहजे मे लाख मिठास सही..
मगर
मुझे "ज़हर" लगता है तेरा औरो से बात करना....
GOOD NIGHT NINETY EIGHT....
जिनकी मेरिट कम है और तनाव में हैं ......उनके लिए ........
ReplyDeleteतकदीर पे लिखे पर शिकवा न कर;
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तू अभी इतना समझदार नहीं कि रब के इरादे समझ सके।
@pilibit reserve tiger Yaar apna doosra blog bana lo wahan apna Modi waad chalao shayari chalao yahan kyu mare jaaa rahe ho. Kuchh log mehnat karke hum logo ko kuchh jaankaari de rahe hain tum beech me ghuse pade ho. Saala saari ki saari post me bawal bhar rakha hai. Tumhari aisi bakwaas k liye apna naya blog khol lo bhai.
ReplyDeleteAkash bhai naraj q hote h.anke swroopo ko pahchaniye.ye vahi sks h jinke dwara hi es blog pr vastvik jankariya apni bharti TET ki prapt hoty h.madhym ab chahe jo bne msln svym hm SINGHAM ho ya fir RAJESH bhai ho ya koi any.
Deleteaur aap kah rahe h ki ye koi doosra blog bana le.ye sahi nahi h.baki aapki mrji.
q ki aap bhi swtntr desh k swtntr nagrik h.SINGHAM
Singham ji aapne Akash bhai ko sahi salah di Akash bhai agar apko koi post ni pasand to use na padhe jo matlab ki ho unko dekhe
ReplyDeleteAkash ji kisi ko kuch bolne se pahle kuch socha kare.aaj inhi bhaiyom ki vajah se ye bharti ho paa rahi haim ham logo ne to kuch bhi nahi kiya kewal apne comment diye is blog me lekin asli mehnat hamare tet sngharsh morcha ke logo ne kee.in
ReplyDeletesabko mai. Apna dhanyavad kahna chahta hoon.iswar apko bhi khusiyan
kode jaise ki aap logo ne kai tet berojgar camdidate ko khusiyan di
ReplyDeleteJust lettin' you know that you're not alone
(If you're tryin' to get out)
Holla if you feel like you've been down the same road
(Just follow me, I'll get you there)
You can try read my lyrics off of this paper before I lay 'em
But you won't take the sting out these words before I say 'em
'Cause ain't no way I'ma let you stop me from causing mayhem
When I say I'ma do something, I do it, I don't give a damn what you think
I'm doin' this for me, so fuck the world
Feed it beans, it's gassed up if it thinks it's stopping me
I'ma be what I set out to be, without a doubt, undoubtably
And all those who look down on me, I'm tearing down your balcony
No if, ands, or buts, don't try to ask him why or how can he
From "Infinite" down to that last "Relapse" album
He's still shittin' whether he's on salary, paid hourly
Until he bows out or he shits his bowels out of him
Whichever comes first, for better or worse
He's married to the game, like a fuck-you for Christmas
His gift is a curse, forget the earth, he's got
The urge to pull his dick from the dirt and fuck the whole universe
I'm not afraid, I'm not afraid
To take a stand, to take a stand
Everybody, everybody
Come take my hand, come take my hand
We'll walk this road together through the storm
Whatever weather, cold or warm
Just lettin' you know that you're not alone
Holla if you feel like you've been down the same road
Okay, quit playin' with the scissors and shit and cut the crap
I shouldn't have to rhyme these words in a rhythm for you to know it's a rap
You said you was the king, you lied through your teeth
For that fuck your fillings, instead of getting crowned you're getting capped
And to the fans, I'll never let you down again, I'm back
I promise to never go back on that promise, in fact
Let's be honest, that last "Relapse" CD, was "eh"
Perhaps I ran them accents into the ground
Relax, I ain't goin' back to that now
All I'm tryin' to say is get back, click clack, pow
'Cause I ain't playin' around, it's the game called circlin'
I don't know how, I'm way too rough to back down
But I think I'm still tryin' to figure this crap out
Thought I had it mapped out, but I guess I didn't
This fucking black cloud still follows me around
But it's time to exorcise these demons, these motherfuckers are doing jumping-jacks now
I'm not afraid, I'm not afraid
To take a stand, to take a stand
Everybody, everybody
Come take my hand, come take my hand
We'll walk this road together through the storm
Whatever weather, cold or warm
Just lettin' you know that you're not alone
Holla if you feel like you've been down the same road
And I just can't keep living this way
So starting today, I'm breaking out of this cage
I'm standing up, I'ma face my demons
I'm manning up, I'ma hold my ground
I've had enough, now I'm so fed up
Tryin' to put my life back together right now
It was my decision to get clean, I did it for me
Admittedly, I probably did it subliminally for you
So I could come back a brand new me, you helped see me through
And don't even realize what you did, believe me you
I've been through the ringer, but take it through little to the middle finger
I think I got a tear in my eye, I feel like the king of
My world, haters can make like bees with no stingers
And drop dead, no more beef flingers
No more drama, from now I wanna promise to focus only
On handlin' my responsibilities as a father
So I solemnly swear to always treat this roof like my daughters
And raise it, you couldn't lift a single shingle on it
'Cause the way I feel, I'm strong enough to go to the club
Or the corner club and lift the whole liquour counter up
दोस्तोँ शुप्रभात !!
ReplyDeleteयहाँ पर सभी लोगों ने बी॰एड॰ और टी॰इ॰टी॰ किया है फिर भी कभी कभी शक होता है उन लोगों पर जो एक ही बात को बार बार जवाब न मिलने पर भी पूछते रहते हैं (मेरा क्या होगा क्या चाँस है मेरे इतने हैं मेरे उतने हैं शादी होगी या नही मरुँगा या जीऊँगा )
और ये अक्सर वही लोग होते हैं जो केवल एक दिन का नेट पैक करवाते हैं और पूछना शुरू कर देते हैं अगर वो रोज पढ़ते सुनते देखते तो कभी नही पूछते कि मेरा क्या होगा ?
बल्कि औरों को भी बताते !
और कुछ लोग टिप्पणी भी करते हैं उनसे मेरा ये कहना है कि मै ऊपर की तरफ दो तीन पेज छोड़कर लिखता हूँ जिससे किसी को कोई परेशानी न होने पाए फिर भी लोग इतने परेशान रहते हैं कि इतना नीचे भी आकर गाली गलौज करने से नही चूकते हैं ।
उनको मेरी ये मुफ्त सलाह है कि अपना नेट पैक पूरे 28 दिन का करवा कर ब्लाग पढ़ा करें !
और अगर मेरा ब्लाग केवल पढ़ना हो तो आएँ नही तो लिखने पढ़ने सोचने गाली टीका टिप्पणी का काम ऊपर ही करें !
धन्यवाद
दोस्तोँ
ReplyDeleteमेरा पी॰आर॰टी॰ 097 होते हुए भी मै 142 व 91 और 83 वालों के भी साथ हूँ
अभी जबकि मेरा नंबर चौथी या पाँचवी काउं॰ मे आएगा फिर भी अगर आठ नौ काउं॰ भी होगी तो भी मै आप लोगों का साथ नही छोडूँगा , ये मेरा वादा नही दावा है !
आज भी कई हजार (12 से 18 हजार के बीच ) लोग अपडेट रहते हैं और सैकड़ों की सीट भी लाक हो रही है जो मुझसे जुड़े हैं उनकी !
उनकी रोज बधाई भी आती रहती है मेरे फोन पर कि "सर आपके उचित मार्गदर्शन से आज मेरी सीट लाक हो रही है"
नही तो बाकी के लोग कुछ मोस्ट वांटेड जिलों मे जाकर ओवरफ्लॉ कर रहे हैं और अपना फोन चालू करके बैठे हैं कि डायट से कब "काल" आ जाए ? फिर तीसरी काउं॰ मे एक बार फिर से वही वाकया दोहराया जाए !
अब मै समझता हूँ कि अब आप भी समझ गये होंगे कि मै क्या कहना चाह रहा हूँ !
§ आपका एक शुभचिंतक मित्र §
@पीलीभीत रिजर्व टाइगर @
अगर ये सही है की 270000 लोगो ने टेट पास किया और ये भी सही है की प्रायमरी की लिये टोटल फॉर्म 6900000 फॉर्म डाले गए तो इसका मतलब ये भी सही है की एक अभ्यर्थी ने औसत 26 फॉर्म डाले अगर ये सही है तो 72000-4800=67200 का 10 गुना यानि 672000 फॉर्म को बुलाया गया था इसका मतलब 672000/26=25846 लोगो को बुलाया गया तो ये भी सही होना चाहिए की इतनी ही सीट भरी होंगी। अगर इससे अधिक सीट भरी जाती है तो कंही कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है।
ReplyDeleteFestivals की बजह से 3rd councilling बहुत लम्बे समय के बाद होगी वरना 9 को पक्की थी अब 29 का अनुमान लगाया गया है । source-आप और हम
ReplyDeleteSabhi Ko Lal Bahadur Shastri & Gandhi Jayanti Ki Hardik Shubhkamnaye
ReplyDeleteRomance' कहाँ से शुरू होता है?
ReplyDelete.
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सोचो...
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और सोचो...
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'R' से शुरू होता है ।।
!
ReplyDeleteTu
!
hi
!
meri
!
pahli
!
khwaish
!
tuhi
!
aakhiri
!
hai
!
!
अपने सिवाय बताओ कभी कुछ मिला है तुम्हे,
हजार बार ली है तूने मेरे दिल क तलाशियाँ !!!!!!!!!!!
लड़कियां चाहे जितना सलमान खान या विराट कोहली की दीवानी हो जाएँ....
ReplyDelete.
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पर शादी तो उन्हे किसी जेठामल से ही करनी है।
आज गाँधी जयंती के अवसर पर सारे देश में झाड़ू लगवाकर मोदी ने कांग्रेस से गाँधी जी को भी छीन लिया ,, सरदार पटेल पर तो पहले ही भाजपा ने अपना कब्ज़ा कर रखा है ,,, मनमोहन सिंह के अर्थशास्त्र को भी मोदी अपना बना चुके हैं ,,,कांग्रेस के पास सोनिया-राहुल के सिवाय अब बचा ही क्या है ,,, अब सवाल यह है कि कहीं भारतीय राजनीति लम्बे समय के लिए विपक्ष विहीन तो नहीं हो चुकी है ,,
ReplyDeleteआजकल कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी हैं कहाँ ....???
.एक चीनी सन्त बहुत बूढ़े हो गए। मरने का समय निकट आया तो उनके सभी शिष्य उपदेश सुनने और अन्तिम प्रणाम करने एकत्रित हुए । उपदेश न देकर उसने अपना मुँह खोला और शिष्यों से पूछा - देखो इसमें दाँत है क्या ? शिष्यों ने उत्तर दिया - एक भी नहीं । दूसरी बार उसने फिर मुँह खोला और पूछा - देखो इसमें जीभ है क्या ?सभी शिष्यों ने एक स्वर में उत्तर दिया - हाँसन्त ने फिर पूछा - अच्छा एक बात बताओ । जीभ जन्म से थी और मृत्यु तक रहेगी और दाँत पीछे उपजे और पहले चले गए। इसका क्या कारण है ? इस प्रश्न का उत्तर किसी से भी न बन पड़ा । सन्त ने कहा - जीभ कोमल होती है इसलिए टिकी रही ।दाँत कठोर थे इसलिए उखड़ गए । मेरा एक ही उपदेश है - दांतों की तरह कठोर मत होना, जीभ की तरह मुलायम रहना । यह कह कर उसने अपनी आंखें मूँद ली ।।
ReplyDeleteहमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी ने भी अपने जीवन मे इसी नियम को अपनाया उनके विचार और स्वभाव कोमल था इसलिये वो आज जिन्दा है ,हमारे दिलो मे ।
अंग्रेज दाँत के समान थे इसलिए उखड गये हमेशा के लिए हमारे, देश से ।
गाँधी जी को शत-शत नमन !!
सलाखों के पीछे की दुनिया कितनी दुखदायी होती है...यहाँ से आसमान भी अलग दिखता होगा और सितारे भी....
ReplyDelete.
जब कल SI कसया थाना ने फर्जीवाडा में पकडे गये मदनवीर सिंह के बारे में कहा जब भी उसका बयान लेने जाता हूँ दोनो पैर पकड कर वह रोता है और दो छोटे बच्चों का वास्ता देकर बचाने की गुहार करता है...मदनवीर सिंह के पत्नी की मृत्यु हो चुकी है और वह जेल में बंद...
दिल कई बार भर आता है...
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और जेल से बाहर जाने के रास्ते भी टेट मोर्चा ने बंद कर दिया है....
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फर्जीवाडा किसी समस्या का समाधान नही है...जो भी ऐसा करता पाया गया कुशीनगर टेट मोर्चा ने उसे सलाखों के पीछे पहुँचा दिया..
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जेल की सलाखों से अब कोई फर्जी करने वालों नही बचा सकेगा...वह सिर्फ सलाखों के अंदर से ही सपनों को देख सकेगा....
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जब भी सिर पर पगडी बाँधें या गमछा लटकायें हुए मित्रों को डायट की तरफ बढते देखता हूँ मुझे लखनऊ के चिलचिलाती धूप में बैठ कर अपने सपनो के साकार होने का इतंजार और पल-पल बदलते चेहरे का अनायास स्मरण हो जाता है....
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उन सपनो को हकीकत में बदलने के लिए कितना इतंजार किया है हमने...
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उनको रौदने की हिमाकत करने वाले का यही अंजाम होगा...
जय टेट
जय माता की....!!!!!
ReplyDelete.
दुर्गा-अष्टमी की सभी डियर्स को ढेरों शुभ-कामनाएं....!!!!!
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माँ अपने हम सब बच्चों का कल्याण करे....!!!!!
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72,825 की भर्ती का दूसरा चरण समाप्त होने पर हाइब्रिड़्स को छोड़कर इस चरण में काउंसेलिंग करा चुके शुद्ध अभ्यर्थियों को ढेरों बधाईयाँ....!!!!!
तीसरी काउंसेलिंग में भाग लेने वाले CANDIADTES को अभी से सलाह कि अपने कटऑफ वाले जिले की कटऑफ के साथ-साथ उस जिले की बची सीटें भी ध्यान में रखें। बाकी जैसा आपको अच्छा लगे।
ReplyDeleteइस बार उमड़े अपार टेट समूह को देखते हुए लगता है कि 30-35 हजार के लगभग सीट्स भरने के आसार है| इनमें FEMALES की संख्या निश्चित रूप से ज़्यादा रहेगी लेकिन जिस तरह से फर्जीवाड़े की खबरें मिल रही हैं तो यह संख्या कहाँ तक पहुँचती है, अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है। पहले 5,300 में 800 तो अगर इस बार 4-5,000 “हाइब्रिड़्स” अलग कर हो जाए तो आश्चर्य न होगा। इन हाइब्रिड़्स को अंदर करने में भले ही किसी की भी भूमिका रही हो लेकिन इन्हें आसानी से अलग किया जा सकता है। इसके लिए हम सबको प्रयास करना होगा। S.C.E.R.T. पर दबाव बनाने के साथ ही R.T.I. के तहत हर डायट से दोनों काउंसेलिंग का रिकॉर्ड़ मांगा जाए। नही तो सबसे बड़ी समस्या कम मेरिट वालों को तो होगी ही होगी, बचेंगे हाई मेरिट वाले भी नही। इसीलिए कम मेरिट वालों के साथ-साथ हाई मेरिट वाले अनारक्षित वर्ग के दोनों काउंसेलिंग्स से दूर रहने वाले वो अभ्यर्थी भी अब ज़रा अच्छे से सतर्क हो जाएं जो किसी भी कारण से अब तक अपनी काउंसेलिंग नही करा पाए हैं। अपने अग्रणी साथियों को भी साथ लेकर चलें। इक्का-दुक्का अग्रणी साथियों को छोड़कर अधिकतर अपनी काउंसेलिंग कराकर घर आराम फरमा रहे हैं। लेकिन काउंसेलिंग करा चुके उन साथियों को बड़े वाला “SALUTE” जो अपने भाईयों के लिए अभी भी हर तरह से तैयार हैं। अपनी भूमिका को बखूबी निभा रहे हैं। आशा है, भर्ती पूरी होने के साथ-साथ आगे भविष्य में भी ये इसी तरह से अपना सहयोग व समर्थन प्रदान करते रहेंगे।
ReplyDeleteतो दलालों की कमाई भले ही हो गई हो और अपनी काउंसेलिंग कराकर ये “हाइब्रिड़्स” खुश कितना ही क्यूँ न हो रहे हो लेकिन ये सब पहले तो डायट पर ही छंट जायेंगे। लेकिन अगर यहाँ से किसी भी तरह बच गए तो क्रॉस चेकिंग में N.I.C. से बच नही पाएंगे।
ReplyDeleteशिक्षामित्रों की 6,000 से भी ज़्यादा सीटें कैसे बंटेगी, यह भी देखना होगा। उधर बड़ी सीटों वाले जिलें बाढ़ से ग्रसित हो चुके हैं लेकिन अगर अभ्यर्थी द्वारा चुने गए जिलों में अभी भी सीटें बची हैं तो आशा रखें। 1 अंक नीचे लुढ़कने पर चूंकि अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ जाती है तो तीसरी काउंलेलिंग में मेरिट 5-6 अंक नीचे आराम से जाएगी। इसके बाद की काउंसेलिंग में तो और नीचे जाएगी। बस, धैर्य रखें।
ReplyDeleteS.C.E.R.T. द्वारा दूसरी काउंसेलिंग में चयनित अभ्यर्थियों की चयन सूची 4 अक्टूबर मांगी गई है तो हो सकता है कि कुछ जगह दशहरे की छुट्टी में भी काम हो लेकिन सभी जिलों की चयन सूची 9-10 अक्टूबर तक आ जाने की पूर्ण सम्भावना है। वैसे कम सीटों वालें कुछ ही जिलों की चयन सूची निकल चुकी है। ऐसे में अगर 15 अक्टूबर के आसपास तीसरी काउंसेलिंग शुरु हो जाती है तो बहुत ही अच्छा।
ReplyDelete.
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माँ भगवती अपनी कृपा दृष्टि हम सब पर बनाए रखे….!!!!!
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जय माता की....!!!!!
आज लाल बहादुर शास्त्री जी की भी जयंती है। बहुत लोगो को
ReplyDeleteतो पता भी नहीं होगा कि आज के दिन ही महान कांग्रेसी नेता
शास्त्री जी का भी जन्मदिन है। वैसे वर्तमान में बहुत से युवाओ को
पता है कि आज के दिन गाँधी जी के साथ साथ बहुत ही साधारण
से दिखने वाले परन्तु हीरे जैसे मजबूत लाल बहादुर शास्त्री जी की
भी जयंती है। शास्त्री जी ही वो प्रधानमंत्री थे जिनकी वजह से
भारत ने पकिस्तान को युद्ध में तो हराया था और पकिस्तान के
लाहौर प्रान्त तक तिरंगा फैला दिया था। उन्होंने ने ही 'जय जवान
जय किसान' का नारा दिया था। पर हम भारतीयों का दुर्भाग्य ऐसा
जानदार नेता ज्यादा दिन तक भारत का प्रधान नहीं रह पाया और
ताशकंद में उनकी रहस्यमयी मौत हो गयी।
आज हर कांग्रेसी गाँधी जयंती को धूम धाम से मना रहा है
पर कोई भी शास्त्री जी को याद नहीं कर रहा क्योकि कांग्रेस सिर्फ
एक ही परिवार की ग़ुलाम है और वो है नेहरु परिवार जिसने अंग्रेजो
से भारत ले लिया और खूब लूटा इस देश को।
कांग्रेस को अब भी सुधर जाना चाहिए वर्ना एक दिन सिर्फ
माँ बेटे जीजा जीजी के आलावा कोई भी नहीं बचेगा इस पार्टी का
नाम लेने वाला।
मैं गाँधी जी का आलोचक नहीं हूँ पर कोई तो हो जो गुदड़ी
के लाल श्री लाल बहादुर शास्त्री को याद करता सो मैंने याद करने
व् करवाने का प्रयास किया।
जय जवान जय किसान ।
avi v 50% se 60% seat full hone ka anuman hai..lekin avi 9 jan 2012 ke bad b.ed ki marksheet wale bahar kiye jayege jisase ku6 aur seat khali hogi..
ReplyDeletenext counseling ke bare me avi koi nirnay nai liya gya hai par sambhavna ye hai ki 23 october (diwali) k bad start ho skti hai..
ReplyDeletedosto ku6 diet par dhandhli ki sikayat aa rahi hai aur dhandhli ko tet morcha ke sadasyo ne v kai diet par pakda lekin avi v diet walo ki milibhagat se ku6 farji log counseling kra liye hai..hamare pas siddharth nagar ki ek female condidate ne phone par btaya ki sidharth nagar diet par 4 farji female jo tet me fail hai ne counseling kra li hai..wo 8 lakh usase v mag kar diet siddharth nagar me counseling krane ki bat kr rahi thi..usne farji female jisne counseling krayi hai ,unme se ek ka name pinki singh d/o kameshwar singh btaya hai..charo farji female log pakde ja skte hai magar pahle pinki singh ko pakda jaye ..kyuki sbi ek hi dalal ke through 8 lakh dekar counseling krayi hai..
ReplyDeletedosto sikshamitro ki lagbhag 6000 seat bachegi jo unreserved se bhari jayegi.. Jaisa ki g.o me diya gya hai..atah low merit walo ka ku6 na ku6 fayda jarur hoga.
ReplyDeletedosto next counseling me merit rikt seat k sapex 15 guna bulane par 7 se 8 ank gir skta hai atah sb apni merit ka andaza lgakr taiyar rahe..
ReplyDeleteThanx
आज 2 अक्टूबर है मतलब उस महापुरुष का जन्म दिन है जिसने अपना पूरा जीवन भारत के लिए अर्पित किया था।
ReplyDeleteजब गांधीजी का जन्म हुआ, तब देश में अंग्रेजी हुकूमत का साम्राज्य था । यद्यपि 1857 की क्रांति ने ब्रिटिश सत्ता को हिलाने का प्रयास किया था, परंतु अंग्रेजी शक्ति ने उस विद्रोह को कुचल कर रख दिया । अंग्रेजो के कठोर शासन में भारतीय जनमानस छटपटा रहा था । अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए अंग्रेज किसी भी हद तक अत्याचार करने के लिए स्वतंत्र थे । देश की नई पीढ़ी के जन्म लेते ही, ब्रिटिश हुकूमत गुलामी की जंजीरों से उन्हें जकड़ रही थी । लगभग डेढ़ दशक तक अंग्रेजों ने भारत पर एकछत्र राज्य किया ।
जब गांधीजी की मृत्यु हुई, तब तक देश पूरी तरह से आलाद हो चुका था। गुलामी के काले बादल छँट चुके थे । देश के करोड़ो मूक लोगों को वाणी देने वाले इस महात्मा को लोगों ने अपने सिर-आँखों पर बैठाया । इतिहास के पन्नों में गांधीजी का योगदान स्वर्णाक्षरों में लिखा गया । गांधीजी का जीवन एक आदर्श जीवन माना गया। उन्हें भारत के सुंदर शिल्पकार की संज्ञा दी गई । उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए देशवासियों ने उन्हें 'राष्ट्रपिता' की उपाधी दी ।
स्वतंत्रता संग्राम में गांधीजी के योगदान को भुला पाना एक टेढ़ी खीर है । ब्रिटिश हुकूमत को नाको चने चबवाने वाले इस महात्मा के कार्य मील का पत्थर साबित हुए। देशवासियों के सहयोग से उन्होंने वह कर दिखाया, जिसका स्वप्न भारत के हर घर में देखा जाता था, वह स्वप्न था - दासता से मुक्ति का, अंधेरे पर उजाले की विजय का । गांधीजी के निर्देशन में देश के करोड़ों लोगों ने आततायी शक्ति के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी । वे अपने आप में राजा राम मोहन राय, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, स्वामी दयानंद सरस्वती, दादाभाई नौरोजी आदी थे। वास्तव में उनका व्यक्तित्व इन सभी का मिश्रण था । उनके विचार-चिंतन में सभी महापुरुषों की वाणी को शब्द मिले थे । इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि भारतीय राजनीति के फलक पर ऐसा नीतिवान और कथन-करनी में एक जैसा आचरण करने वाला नेता अन्य कहीं भी दिखाई नहीं देता ।
गांधीजी ने हमेशा दूसरों के लिए ही संघर्ष किया। मानो उनका जीवन देश और देशवासियों के लिए ही बना था । इसी देश और उसके नागरिकों के लिए उन्होंने अपना बलिदान दिया । आने वाली पीढ़ि की नज़र में मात्र देशभक्त, राजनेता या राष्ट्रनिर्माता ही नहीं होंगे, बल्कि उनका महत्व इससे भी कहीं अधिक होगा । वे नैतिक शक्ति के धनी थे, उनकी एक आवाज करोड़ों लोगों को आंदोलित करने के की क्षमता रखती थी । वे स्वयं को सेवक और लोगों का मित्र मानते थे । यह महामानव कभी किसी धर्म विशेष से नहीं बंधा शायद इसीलिए हर धर्म के लोग उनका आदर करते थे । यदि उन्होंने भारतवासियों के लिए कार्य किया तो इसका पहला कारण तो यह था कि उन्होंने इस पावन भूमि पर जन्म लिया, और दूसरा प्रमुख कारण उनकी मानव जाति के लिए मानवता की रक्षा करने वाली भावना थी ।
वे जीवनभर सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते रहे। सत्य को ईश्वर मानने वाले इस महात्मा की जीवनी किसी महाग्रंथ से कम नहीं है । उनकी जीवनी में सभी धर्म ग्रंथों का सार है। यह भी सत्य है कि कोई व्यक्ति जन्म से महान नहीं होता। कर्म के आधार पर ही व्यक्ति महान बनता है, इसे गांधीजी ने सिद्ध कर दिखाया । एक बात और वे कोई असाधारण प्रतिभा के धनी नहीं थे । सामान्य लोगों की तरह वे भी साधारण मनुष्य थे । रवींद्रनाथ टागोर, रामकृष्ण परमहंस, शंकराचार्य या स्वामी विवेकानंद जैसी कोई असाधारण मानव वाली विशेषता गांधीजी के पास नहीं थी । वे एक सामान्य बालक की तरह जन्मे थे। अगर उनमें कुछ भी असाधारण था तो वह था उनका शर्मीला व्यक्तित्व । उन्होंने सत्य, प्रेम और अंहिंसा के मार्ग पर चलकर यह संदेश दिया कि आदर्श जीवन ही व्यक्ति को महान बनाता है । यहां यह प्रश्न सहज उठता है कि यदि गांधी जैसा साधारण व्यक्ति महात्मा बन सकता है, तो भला हम आप क्यों नहीं ?
उनका संपूर्ण जीवन एक साधना थी, तपस्या थी । सत्य की शक्ति द्वारा उन्होंने सारी बाधाओं पर विजय प्राप्त की । वे सफलता की एक-एक सीढ़ी पर चढ़ते रहे । गांधीजी ने यह सिद्ध कर दिखाया कि दृढ़ निश्चय, सच्ची लगन और अथक प्रयास से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है । गांधीजी की महानता को देखते हुए ही अल्बर्ट आइंटस्टाइन ने कहा था कि, आने वाली पीढ़ी शायद ही यह भरोसा कर पाये कि एक हाड़-मांस का मानव इस पृथ्वी पर चला था ।
सचमुच गांधीजी असाधारण न होते हुए भी असाधारण थे । यह संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए गौरव का विषय है कि गांधीजी जैसा व्यक्तित्व यहाँ जन्मा । मानवता के पक्ष में खड़े गांधी को मानव जाति से अलग करके देखना ए बड़ी भूल मानी जायेगी। 1921 में भारतीय राजनीति के फलक पर सूर्य बनकर चमके गांधीजी की आभा से आज भी हमारी धरती का रूप निखर रहा है ।
विजयदशमी पूजा का समय-बिना मुहूर्त के मुहूर्त (विजयादशमीः
ReplyDeleteविजय मुहूर्त = १४:०७ से १४:५३
अवधि = ० घण्टे ४६ मिनट
अपराह्न पूजा का समय = १३:२० से १५:४०
अवधि = २ घण्टे २० मिनट
दशमी तिथि प्रारम्भ = ३/अक्टूबर/२०१४ को ०९:५८ बजे
दशमी तिथि समाप्त = ४/अक्टूबर/२०१४ को ०७:२४ बजे
सभी लाभ उठाएँ
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ReplyDeleteविजयादशमी का दिन बहुत महत्त्व का है और इस दिन सूर्यास्त के पूर्व से लेकर तारे निकलने तक का समय अर्थात् संध्या का समय बहुत उपयोगी है। रघु राजा ने इसी समय कुबेर पर चढ़ाई करने का संकेत कर दिया था कि 'सोने की मुहरों की वृष्टि करो या तो फिर युद्ध करो।' रामचन्द्रजी रावण के साथ युद्ध में इसी दिन विजयी हुए। ऐसे ही इस विजयादशमी के दिन अपने मन में जो रावण के विचार हैं काम, क्रोध, लोभ, मोह, भय, शोक, चिंता – इन अंदर के शत्रुओं को जीतना है और रोग, अशांति जैसे बाहर के शत्रुओं पर भी विजय पानी है। दशहरा यह खबर देता है।
ReplyDeleteअपनी सीमा के पार जाकर औरंगजेब के दाँत खट्टे करने के लिए शिवाजी ने दशहरे का दिन चुना था
"और उन सब के साथ विश्वास की ढाल लेकर स्थिर रहो जिस से तुम उस दुष्ट के सब जलते हुए तीरों को बुझा सको।''
ReplyDelete_____________________________________ इफिसियों 6:16:16 )
जब घरवाली के ताने बर्दाश्त के बाहर हो जाए तो तुरंत अपना जूता उठाएं .....
ReplyDelete!
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वैसे आप जो सोंच रहे हैं उसके लिए आपके पास 56 इंच का सीना होना चाहिए...........!!
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इसलिए जूता पहनकर चुपचाप घर से बाहर निकल जाएँ ......
72825 भर्ती के विज्ञान वर्ग वाले भाइयों सावधान !
ReplyDeleteजूनियर में आवेदन करने वाले कुछ लोग पकी पकाई खीर में चम्मच मारने आ गए हैं। ये लोग अभी तक घरों में सो रहे थे ना तो इन्होने कभी आन्दोलन में हिस्सा लिया और ना ही कभी सहयोग किया। हमारे वो भाई जो कड़कती ठण्ड में आमरण अनशन पर मेरे साथ रहे या जिन्होंने प्राथमिक भर्ती में सहयोग किया वे बेचारे अपनी काउंसलिंग की प्रतीक्षा कर रहे हैं और जूनियर वाले दोनों हाथों में लड्डू लेने आगे कूद पड़े हैं।
भाइयों अभी भी समय है सजग हो जाइये वर्ना ये जूनियर वाले कुद्दक्कड़ हमारा हक़ मार बैठेंगे। इतनी बेरोजगारी के जमाने में ये दो लड्डू वाले ना जाने कितनी सीटें बरबाद कर देंगे, अभी ये कूदकर प्राइमरी में आ रहे हैं बाद में जूनियर क्लियर होते ही जूनियर में चले जायेंगे और प्राइमरी की सीट को खराब करेंगे।
यदि ये केवल जूनियर या प्राइमरी में अपनी दावेदारी करते तो कम से कम हमारे किसी एक बेरोजगार भाई को भी अवसर जरुर मिल जाता लेकिन ये मतलबी लोग कोर्ट के आदेश से हमारी बेरोजगारी का मजाक उड़ाते हुए दोनों जगह अपनी दावेदारी करके हमारी एक सीट खराब करेंगे। ये तो वही बात हुई की किसी बस में कुछ लोग खड़े होकर यात्रा करें और कुछ लोग एक सीट पर बैठे होने के बावजूद खाली सीट पर सामान रखकर बैठें।
साथियों मैं इसके खिलाफ आवाज बुलंद करने जा रहा हूँ जिस किसी को मेरी बातें सही लगें वह मेरा साथ दे सकते हैं। कई जलों से मेरे पास फोन आये हैं और अभी भी लगातार आ रहे हैं मेरा उन भाइयों से निवेदन है की अपने आस पास के विज्ञान वर्ग के भाइयों को भी जागरूक करें नहीं तो काउंसलिंग के लिए प्रतीक्षा करने वाले तो दूर काउंसलिंग करा चुके भाई भी खतरे से बाहर नहीं हैं।
हमारी टीम गठित हो चुकी है और जौनपुर का टेट मोर्चा भी हमारा समर्थन करने आगे आएं
इसलिए आप सभी भाइयों से निवेदन है की हमारे हाथ मजबूत करें वर्ना घर बैठे रोने के सिवाय कुछ भी बाकी नहीं बचेगा।
-------- सेर को सवा सेर --------
ReplyDeleteगली से एक भिखारी गुज़र रहा था,
एक घर का दरवाज़ा खुला था और अंदर एक बुढ़िया बैठी थी।
उसे देख भिखारी बोला,
"खाने के लिए रोटी दे दो, अम्मा।
"बुढ़िया: रोटी तो अभी बनी नहीं है,
बाद में आना।
भिखारी: ठीक है ये लो मेरा मोबाइल नंबर जब बन जाये तो मिस कॉल मार देना।
ये सुन बुढ़िया के होश उड़ गए पर वो कहाँ कम थी बोली,
"मिस कॉल क्या करनी, जब बन जाएगी तो WhatsApp पे डाल दूंगी।
वहीँ से डाउनलोड करके खा लेना।
"ये सुनकर भिखारी बेहोश हो गया।
"और उसके इस रीति से मरे हुओं में से जिलाने के विषय में भी, कि वह कभी न सड़े, उस ने यों कहा है; कि मैं दाऊद पर की पवित्र और अचल कृपा तुम पर करूंगा। इसलिये उस ने एक और भजन में भी कहा है; कि तू अपने पवित्र जन को सड़ने न देगा। क्योंकि दाऊद तो परमेश्वर की इच्छा के अनुसार अपने समय में सेवा करके सो गया; और अपने बाप दादों में जा मिला; और सड़ भी गया। परन्तु जिस को परमेश्वर ने जिलाया, वह सड़ने नहीं पाया। इसलिये, हे भाइयो; तुम जान लो कि इसी के द्वारा पापों की क्षमा का समाचार तुम्हें दिया जाता है। और जिन बातों से तुम मूसा की व्यवस्था के द्वारा निर्दोष नहीं ठहर सकते थे, उन्हीं सब से हर एक विश्वास करने वाला उसके द्वारा निर्दोष ठहरता है।''
ReplyDelete__________________________________________________-प्रेरितों के काम 13:34-39 )
आज ऐसे दो महापुरुषों का जन्मदिन है जिनमे से एक ने "मारो नहीं मरो" का राग अलापा था तो दुसरे ने "मरो नहीं मारो" का नारा देकर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर किया था।सच्चे तौर पर आज किनका जन्मदिन मनाया जाये वो आप पर निर्भर करता है।
ReplyDelete"जिंदगी आईसक्रीम की तरह है, टेस्ट करो तो भी पिघलती है;.,,,
ReplyDeleteवेस्ट करो तो भी पिघलती है,,,,,,
इसलिए जिंदगी को टेस्ट करना सीखो,
वेस्ट तो हो ही रही है.,,
"Life is very beautiful".
BYE......................
GOOD NIGHT NINETY EIGHT
prt me couns. kara chuke wo candidate jo jrt me counslling karana chahte hain wo jald hi 8527223446 pe sampark kare
ReplyDelete"इसलिये परमेश्वर के चुने हुओं की नाईं जो पवित्र और प्रिय हैं, बड़ी करूणा, और भलाई, और दीनता, और नम्रता, और सहनशीलता धारण करो। और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो। और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्ध है बान्ध लो। और मसीह की शान्ति जिस के लिये तुम एक देह होकर बुलाए भी गए हो, तुम्हारे हृदय में राज्य करे, और तुम धन्यवादी बने रहो।'' ( कुलुस्सियों 3:12-15 )
ReplyDelete#Reshuffling_Ka_Formula#
ReplyDelete#General candidates abhi #Reshuffling se ghabrayein nahi
Kyunki abhi utni jyada reshuffling nahi hogi ..... ki wo General candidates ko (Lakhimpur, Sitapur etc. distt ) ko chorkar jinme Gen. seats bhar chuki hain ..
kahin aur se bahar kar sake ....
#Reshuffling hamesha kisi bhi counselling ki next cnslng ke baad me hoti hai na ki Pahle......
#Kisi bhi counselling ke baad #Reserve category ke keval un candidates ko #Gen. me reshuffle kiya jayega ......
Jo pahli merit me reserve me select hue the ...
Lekin 2nd merit me Gen. ki cut off un tak complete hui .....
Example..
Pahli list me Sitapur ki Gen. Sci.
Cut off 127 thi .....
Aur obc sci. cut off 125 thi ....
Ab maan lijiye First me Gen. sci. ki 700 me se 100 seats bhari ....
Jabki obc sci. ki 25 seats bhari....
Ab 2nd Gen. sci. Sitapur ki cut off 122 jaati hai ....
aur obc sci. cut off 120 jaati hai..
#Ab 2nd ke baad maan lijiye Gen. Sci. seats 123 tak full ho jaati hai to ......
Cnslng ke bad me 1st merit me obc ke 125 tak selected cndts ko Gen me reshuffle kar diya jayega ......
Aur #General list me se neeche ke 25 candidates ko dcmnts wapas de diye jayenge ......
Matlab reshuffling humesha agli cnslng ke baad hoti hai .....
Thanks teachers ....
सभी मित्रों को बुराई पर अच्छाई की विजय दशहरा पर्व की हार्दिक शुभकामनायेँ
ReplyDeleteआप सभी के जीवन मे नया उजाला आये |
सुप्रभात् मित्रोँ,
ReplyDeleteअफ़सोस होता है मुझे यह देखकर कि वर्ष भर रावण रुपी दैत्य आतंक फैलाता है और मारा जाता है तो सिर्फ एक दिन के लिए !!!
उसका आतंक कभी समाप्त नहीँ होता क्योँकि उसे पता होता है कि अगले दिन उसे पुनर्जीवित होना है ।
अब भगवान राम को भी कोई ठोँस कदम उठाना चाहिए अन्यथा हम ऐसे हीँ रावण के अन्त की खुशियाँ मनाते फिरेँगे और उधर पिछले दरवाजे से वो पुन: जीवित होकर हमपर अत्याचार करता रहेगा ।
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नोट- उपर्युक्त विवरण को भारत-पाक के सन्दर्भ मे न लिया जाए ।।
JAI SHREE RAM JAI HIND
ReplyDeleteSAVI BHAIYO KO VIJAYDASHMI KI BADHAI