नई दिल्ली में कॉन्स्टेबल भर्ती घोटाला
(Constable Recruitment Scam in Delhi Police )
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस में पिछले साल चालकों के 676 पदों के लिए हुई भर्ती प्रक्रिया में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर करीब 250 लोग नौकरी पाने में सफल हो गए ।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस अब तक इन लोगों में से पांच के खिलाफ ही मामले दर्ज कर पाई है और अन्य प्राथमिकी दर्ज किए जाने की प्रक्रिया चल रही है ।
दिल्ली पुलिस के उपायुक्त (प्रतिष्ठान) ईश्वर सिंह द्वारा 30 मार्च को दायर की गई अलग अलग शिकायतों पर हरिओम, दीपक देसवाल, दिलीप सिंह जाट, ललित कुमार और संजीत कुमार के खिलाफ आईपी ईस्टेट पुलिस थाने में धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के मामले दर्ज किए गए हैं ।
दिल्ली पुलिस ने फरवरी 2009 में कांस्टेबल रैंक पर चालकों के 676 पदों को भरने के लिए विज्ञापन दिया था ।
अधिकारी ने कहा, ‘हमने शुरुआती तौर पर ड्राइविंग लाइसेंस के प्रमाणीकरण के लिए 676 चालकों का चयन किया । हालांकि, हमने पाया कि इनमें से 250 ने जाली दस्तावेज पेश किए थे । पांच मामले दर्ज किए जा चुके हैं तथा हो सकता है, कुछ और मामले दर्ज किए जाएं ।’
हालांकि, उन्होंने दावा किया कि ये लोग नौकरी पर नहीं आये क्योंकि प्रमाणीकरण की प्रक्रिया जारी थी । उन्होंने कहा, ‘आम तौर पर भर्ती के दौरान हमें हर साल चार से पांच मामले ऐसे मिलते हैं, लेकिन इस बार यह संख्या काफी ज्यादा थी ।’
हरिओम के मामले में अधिकारी ने दावा किया कि उसने जम्मू कश्मीर से प्राप्त भारी वाहन चलाने का लाइसेंस पेश किया जिसकी वैधता दिसंबर 2014 तक थी, जांच में सामने आया कि यह हल्के वाहनों और मोटरसाइकिल के लिए किसी नजीर अहमद कालू के नाम पर जारी किया गया था । (एजेंसी)
News : ZeeNews (6.4.12)
(Constable Recruitment Scam in Delhi Police )
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस में पिछले साल चालकों के 676 पदों के लिए हुई भर्ती प्रक्रिया में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर करीब 250 लोग नौकरी पाने में सफल हो गए ।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस अब तक इन लोगों में से पांच के खिलाफ ही मामले दर्ज कर पाई है और अन्य प्राथमिकी दर्ज किए जाने की प्रक्रिया चल रही है ।
दिल्ली पुलिस के उपायुक्त (प्रतिष्ठान) ईश्वर सिंह द्वारा 30 मार्च को दायर की गई अलग अलग शिकायतों पर हरिओम, दीपक देसवाल, दिलीप सिंह जाट, ललित कुमार और संजीत कुमार के खिलाफ आईपी ईस्टेट पुलिस थाने में धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के मामले दर्ज किए गए हैं ।
दिल्ली पुलिस ने फरवरी 2009 में कांस्टेबल रैंक पर चालकों के 676 पदों को भरने के लिए विज्ञापन दिया था ।
अधिकारी ने कहा, ‘हमने शुरुआती तौर पर ड्राइविंग लाइसेंस के प्रमाणीकरण के लिए 676 चालकों का चयन किया । हालांकि, हमने पाया कि इनमें से 250 ने जाली दस्तावेज पेश किए थे । पांच मामले दर्ज किए जा चुके हैं तथा हो सकता है, कुछ और मामले दर्ज किए जाएं ।’
हालांकि, उन्होंने दावा किया कि ये लोग नौकरी पर नहीं आये क्योंकि प्रमाणीकरण की प्रक्रिया जारी थी । उन्होंने कहा, ‘आम तौर पर भर्ती के दौरान हमें हर साल चार से पांच मामले ऐसे मिलते हैं, लेकिन इस बार यह संख्या काफी ज्यादा थी ।’
हरिओम के मामले में अधिकारी ने दावा किया कि उसने जम्मू कश्मीर से प्राप्त भारी वाहन चलाने का लाइसेंस पेश किया जिसकी वैधता दिसंबर 2014 तक थी, जांच में सामने आया कि यह हल्के वाहनों और मोटरसाइकिल के लिए किसी नजीर अहमद कालू के नाम पर जारी किया गया था । (एजेंसी)
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