UPTET / टीईटी / TET - Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News
-परीक्षार्थियों ने अपनी आपत्तियों में प्रमाण सहित दी जानकारी
-तीन सौ से ऊपर पहुंची आपत्तियों की संख्या
-आज बनेगी विशेषज्ञ समिति, आपत्तियों का परीक्षण होगा
इलाहाबाद : राज्य शैक्षिक पात्रता परीक्षा में सवालों को लेकर परीक्षार्थियों की आपत्तियां बढ़ती जा रही हैं। कई परीक्षार्थियों ने कुछ सवालों के उत्तरों पर ही सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बहुविकल्पों में जो उत्तर दिए गए हैं, उनमें एक भी सही नहीं है। खुद परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के अधिकारी मानते हैं कि आपत्तियों की संख्या और बढ़ सकती है। फिलहाल मंगलवार से ही विशेषज्ञ समिति का गठन कर इन आपत्तियों का परीक्षण कराए जाने की योजना है।
टीईटी के दूसरे दिन ही परीक्षा नियंत्रक प्राधिकारी कार्यालय ने सभी प्रश्नों की उत्तरमाला को अपनी वेबसाइट पर डाल दिया था। पहले दिन सिर्फ दस ही आपत्तियां आई थीं लेकिन अगले दो दिनों के भीतर ही इनकी संख्या 300 पार कर गई। एक परीक्षार्थी ने सोशल स्टडीज के एक सवाल के बारे में लिखा है कि इसके लिए बहुविकल्पों में दिया गया कोई भी उत्तर सही नहीं है। इस परीक्षार्थी को एक्स सेट का प्रश्नपत्र मिला था। इसके 109वें प्रश्न में पूछा गया है कि निम्न में से कौन सा जोड़ गलत है? विकल्पों में 1. लंदन में थेम्स नदी, 2. पेरिस में डेन्यूब, 3. न्यूयार्क से मिसीसिपी, 4. दिल्ली से यमुना दिया गया है। परीक्षार्थी के अनुसार वेबसाइट पर उत्तर-2 को टिक किया गया है जबकि उत्तर तीन न्यूयार्क में होना चाहिए था।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से जुड़े लोग भी यह स्वीकार करते हैं कि कुछ उत्तर गलत हो सकते हैं। यूनेस्को से जुड़े एक सवाल पर भी ऐसी ही आपत्ति जताई गई है। मोटीवेशन से जुड़े एक सवाल पर भी परीक्षार्थियों की आपत्तियां आई हैं। सूत्रों के अनुसार अधिकांश आपत्तियां सिर्फ इस बात को लेकर हैं कि अमुक सवाल अधिक कठिन था। उसे सरल होना चाहिए था। कुछ परीक्षार्थियों ने आपत्तियां तो की हैं लेकिन संबंधित सवालों के सही उत्तर में साक्ष्य नहीं लगाए हैं।
इन आपत्तियों के परीक्षण की तैयारी कार्यालय की सचिव नीना श्रीवास्तव की देखरेख में हो रही है। रजिस्ट्रार विभागीय परीक्षाएं नवल किशोर बताते हैं कि हमारी कोशिश है कि परीक्षार्थी हर स्तर पर संतुष्ट नजर आएं। कुछ आपत्तियां प्रमाणों सहित दी गई हैं, उन पर विशेषज्ञ समिति गंभीरता से विचार करेगी। पहले तीन जुलाई के बाद विशेषज्ञ समिति के गठन की तैयारी थी लेकिन अब पहले ही कर दिया जाएगा। मंगलवार से इन आपत्तियों की छंटनी का कार्य प्रारंभ होगा
News Sabhaar : जागरण (2.7.12)
*****************************************
About - 109वें प्रश्न में पूछा गया है कि निम्न में से कौन सा जोड़ गलत है? विकल्पों में 1. लंदन में थेम्स नदी, 2. पेरिस में डेन्यूब, 3. न्यूयार्क से मिसीसिपी, 4. दिल्ली से यमुना दिया गया है। परीक्षार्थी के अनुसार वेबसाइट पर उत्तर-2 को टिक किया गया है जबकि उत्तर तीन न्यूयार्क में होना चाहिए था
According to me - Answer should be - 2. पेरिस में डेन्यूब , Because Paris is Seine river while river Denube flows in Germany
Therefore answer key is correct.
**************
If anybody have any doubt on any question/answer then kindly brought to knowledge of this Blog and we will try to give correct answer.
New York is on River Hudson’s bank.
ReplyDeleteThe Mississippi River is the largest and most important river in North America.This great river, often referred to as the “Mighty Mississippi,” originates as a small brook flowing out of Lake Itasca in Minnesota and, 2,340 miles later, empties into the Gulf of Mexico. It is truly one of the nation’s most important assets. Covering forty-one percent of the forty-eight contiguous United States, its watershed stretches across the heart of the nation. This vast river system, which includes several large tributaries, drains 1,260,000 square miles, making it the largest drainage basin in terms of area in North America and the third largest in the world.
i think option 3 bhi right h
new- york mississippi , peris danube dono galat h
हाँ भाई , हम मांसाहारी नहीं हैं ,मुर्गा नहीं चबा पाते हैं |
ReplyDeleteलाशों को गटककर पेट कब्रिस्तान नहीं बना पाते हैं ||
कभी जिन के साथ खेले थे , जिनको यार कहा कभी
उन बेजुबा जानवरों को हँसते हँसते नहीं पचा पाते हैं ||
मन भटक भी जाएँ अगर कभी ,
तो उसके चहकते भागते बच्चों का सोच जाते हैं ,
फिर छुर्री क्या ,उसपे नज़र भी नहीं उठा पाते हैं ||
हाँ भाई , हम मांसाहारी नहीं हैं ,मुर्गा नहीं चबा पाते हैं |
चंद सिक्कों की खातिर ,किसी का खून नहीं बहा पाते हैं ||
आप महंगाई की बात कर रहे जनाब ,ज़रा मैन्यू उठाइए ,
एक टँगड़ी कबाब के पैसो में, दो जने भरपेट पनीर खा जाते हैं ||
बाकी अब इसे देश का दुर्भाग्य कहूँ या उन चूज़ो का
कि एक अंडे की कीमत में मूट्ठी भर मटर नहीं आ पाते हैं ||
अब क्या करें ,ये संस्कार हैं मिले हमें, भूखे रह जाएँ भले ,
जिंदगी शुरू होने से पहले ही उन्हे मौत की नींद नहीं सुला पाते हैं ||
हाँ भाई , हम मांसाहारी नहीं हैं ,मुर्गा नहीं चबा पाते हैं |
अपने पेट के वास्ते ,किसी और का पेट नहीं कटा पाते हैं ||
This comment has been removed by the author.
ReplyDelete