भिवानी. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को एचटेट (हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा) का रिजल्ट घोषित कर दिया। इसमें 95.55 फीसदी भावी शिक्षक फेल हैं। परीक्षा परिणाम बोर्ड की वेबसाइट पर 17 जुलाई सुबह 10 बजे के बाद से देखा जा सकेगा। २५ और २६ जून को एचटेट आयोजित किया गया था। तीन लाख 47 हजार 272 छात्रों ने परीक्षा दी थी। इसमें 15 हजार 420 परीक्षार्थी ही शिक्षक बनने की पात्रता पर खरे उतरे।
यहां देखें रिजल्ट : hbse.ac.in, htet.nic.in पर रिजल्ट देखा जा सकता है। छात्र बोर्ड की हेल्पलाइन 01664-254000 से भी रिजल्ट पता कर सकते हैं।
शिक्षक बनने की पहली बाधा में 95.55 % फेल, बोर्ड ने दिया जोर का झटका धीरे से
बेसब्री से एच टेट के परिणाम का इंतजार कर रहे परीक्षार्थियों को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने जोर का झटका धीरे से दिया है। एच टेट में 95.55 फीसदी भावी शिक्षक एच टेट रूपी बाधा को पार करने में फेल हो गए। परिणाम बोर्ड की वेबसाइट पर 17 जुलाई सुबह 10 बजे के बाद देखा जा सकेगा। एसएमएस से भी परिणाम की जानकारी ली जा सकेगी।
25 व 26 जून को हुई एच टेट परीक्षा के बाद से ही परीक्षार्थी बेसब्री से परिणाम का इंतजार कर रहे थे। बोर्ड प्रशासन ने ओएमआर/उत्तरपुस्तिका व उत्तर कुंजी की परीक्षा परिणाम तैयार होने के बाद रैंडम जांच भी करवाई। इस कारण परिणाम घोषित होने में दो दिन की देरी हुई। परिणाम में जितनी देरी हो रही थी परीक्षार्थियों की बेचैनी उतनी ही बढ़ रही थी। बोर्ड ने परिणाम घोषणा के साथ ही करीब 95.55 फीसदी भावी शिक्षकों के शिक्षक बनने की उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया। अब उन्हें अगले एच टेट का इंतजार करना होगा।
सुनीता, मेनका, प्रमिला व हरदीप ने किया टॉप
हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा की लेवल- फस्र्ट प्राइमरी टीचर परीक्षा में रोल नं. 1015045-सुनीता जिला सोनीपत ने 119 अंक और रोल नं. 1040185 -मेनका जिला भिवानी ने भी 119 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है। लेवल- टू टीजीटी परीक्षा में रोल नं. 2065439-प्रमिला जिला भिवानी ने 116 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है। लेवल- थर्ड पीजीटी परीक्षा में रोल नं. 3012132-हरदीप सिंह जिला जींद ने 121 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
तीन लाख 47 हजार 272 ने दी परीक्षा
एच टेट में तीन लाख 47 हजार 272 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। जिसमें से 15 हजार 420 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। परीक्षा देने वालों में एक लाख 20 हजार 231 पुरुष परीक्षार्थी थे, जिनमें से 6,254 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इनके अलावा दो लाख 27 हजार 41 महिला परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें से नौ हजार 166 परीक्षार्थी पास हुई। लेवल- फस्र्ट प्राइमरी टीचर परीक्षा में 1,14,887 परीक्षार्थी बैठे थे जिनमें से 11,025 उत्तीर्ण हुए हैं। इनकी पास प्रतिशत 9.60 फीसदी रही है। लेवल- टू टीजीटी परीक्षा में 1,49,255 परीक्षार्थी बैठे थे जिनमें से 2,147 उत्तीर्ण हुए हैं। इनकी पास प्रतिशत 1.44 रही है। लेवल- थर्ड पीजीटी परीक्षा में 83,130 परीक्षार्थी बैठे थे। इनमें से 2,248 उत्तीर्ण हुए हैं। इनकी पास प्रतिशत 2.70 रही है।
फर्जी कुंजी से परीक्षा देने वाले फेल
फर्जी उत्तर कुंजी का प्रयोग कर परीक्षा देने वाले सभी परीक्षार्थी 27 से 37 ही अंक हासिल कर पाए। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार 487 परीक्षार्थियों ने फर्जी उत्तर कुंजी के सहारे परीक्षा दी थी। बोर्ड सचिव डा. अंशज सिंह ने बताया कि परीक्षा के दौरान कुछ निजी स्वार्थी तत्वों द्वारा प्रश्न-पत्र/उत्तर कुंजी की लीकेज की भ्रांति जनमानस में फैलाई गई थी। जांच में 487 ऐसे परीक्षार्थी जांच में सामने आए हैं जिन्होंने फर्जी उत्तर कुंजी का इस्तेमाल करके परीक्षा दी। इन सभी परीक्षार्थियों के 27 से 37 अंक ही आए है।
आज सुबह 10 बजे से यहां देखें परिणाम
एचटीईटी < रोल नंबर > लिखकर 56263 पर एसएमएस करके।
बोर्ड की हेल्पलाइन सेवा के दूरभाष नं. 01664-254000 से
www.hbse.ac.in, www.htit.nic.in, प्रश्न-पत्रों की उत्तर कुंजी उपलब्ध है।
परीक्षा के संचालन व परीक्षा परिणाम तैयार करने में पूर्ण गोपनीयता व पारदर्शिता बरती गई है। ओएमआर/उत्तरपुस्तिका व उत्तर कुंजी की परीक्षा परिणाम तैयार होने के बाद रैंडम जांच भी की गई है।
-डॉ. अंशज सिंह, सचिव हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
साथियों को पास करवाने का प्रयास करने वालों पर होंगे केस
एचटेट की ओएमआर शीट के गोलों में अपने साथियों के रोल नंबर गहरे करने वाले परीक्षार्थियों पर इंप्रसोनेशन का केस दर्ज होगा। लेवल वन में आठ केस ऐसे सामने आने के बाद लेवल द्वितीय में भी दो केस ऐसे पकड़े गए हैं। शिक्षा बोर्ड सचिव डॉ. अंशज सिंह ने बताया कि प्राइमरी टीचर वर्ग की परीक्षा में कैथल परीक्षा केंद्र पर परीक्षा में बैठे परीक्षार्थी रोल नं. 1075308 जंगबीर सिंह, फतेहाबाद परीक्षा केंद्र पर बैठी पूनम रोल नं. 1037078 व इसी तरह फतेहाबाद परीक्षा केंद्र पर संदीप तंवर रोल नं. 1034058, पानीपत परीक्षा केंद्र पर बैठी पूनम रोल नं. 1097544, गुड़गांव परीक्षा केंद्र पर बैठे संदीप रोल नं. 1042532, कुरुक्षेत्र परीक्षा केंद्र पर बैठी सीमा रानी रोल नं. 1084394 व कुरुक्षेत्र के दो परीक्षा केंद्रों पर बैठे सोनू राम रोल नं. 1078294 व पूजा रोल नं. 1083811 को पास करवाने की चेष्टा की गई।
इस धोखाधड़ी के मामले में परीक्षार्थियों ने अंकों में तो अपने-अपने रोल नंबर भरे, जबकि ओएमआर शीट पर बब्बल/गोले एक-दूसरे के रोल नंबरों के भर दिए ताकि उत्तरपुस्तिका पर किए गए उत्तरों का लाभ दूसरे के खाते में स्थानांतरित हो सके।
News Sabhaar : bhaskar news ( Jul 17, 2013)
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ReplyDelete||| दिल तो कहता है कि छोड जाँऊ ये दुनियाँ हमेशा के लिये ,फिर खयाल आता है कि लोग नफरत किस से करेगें मेरे चले जाने के बाद |||
ReplyDeleteYadav kapildev lalbahadur yahi wo shaitan hai jiske karan ye bharti aj tak latki hui hai. Ye apne apko acd supporters ka masiha kahta hai. Lekin iski khud ki aukat kya hai. Hs-47.83 inter-60.40 grad-53.28 b. Ed.-81.9
ReplyDeleteye b.ed. Ki degree ke bal par baukhla raha hai jo isne jugad se madras university se prapt ki hai. Iski itni aukat nahi ki b.ed. Entrance bhi pass kar sake
माँ :- बेटा अगर मेरी आँखे खराब हो जाये तो तुम
ReplyDeleteक्या करोगे ...??
बेटा :- माँ तुम्हे शहर ले जाकर इलाज करवंगा !
माँ :- अगर मै फिर भी ठीक न हुई तो...?
बेटा :- मै पैसे खर्च करके तुम्हे बहार मुल्क ले
जाकर इलाज करवाऊंगा ..........!!
बेटा :- अच्छा माँ अगर मेरी आँखे खराब
हो गयी तो तुम क्या करोगी....??
.
.
माँ :- मेरे लाल, मै तुझे अपनी आँखे दे
दूंगी ...............!
"यह किस मोड़ पर तूने बिछड़ने की सोची,
ReplyDeleteमुद्दतों बाद तो दिन संवरने लगे थे"......
ReplyDeleteDosto- apna case advance list me 2nd no par hai
aur 23 july ko advance list me only 10case show
ho rahe . So that there are much more chances
for taking-up our case.
15 जुलाई को इलाहाबाद की सड़को पर एक
ReplyDeleteऐसा आन्दोलन देखने को मिला जिसे देखकर ये
विश्वास हो गया कि इस देश के युवाओ मे
अभी भी दमखम बाकी है, दरअसल मौका था उत्तर
प्रदेश सरकार द्वारा लोक सेवा आयोग की भर्ती मे
नयी आरक्षण नीति का विरोध प्रदर्शन,
हजारो की संख्या मे आक्रोशित छात्रो का हुजूम हाथ
मेँ लाठी डन्डा बैट स्टम्प व हाकी जैसे
देशी हथियारो से लैस होकर लोक सेवा आयोग चौराहे
से सिविल लाइन्स की ओर बढ़ रहा था, रास्ते मे पड़ने
वाले हर सरकारी महकमे को छात्रो के इस उग्र रूप
का सामना करना पड़ा,नेताओ के
कारो को तोड़ा जा रहा था खासकर सपा के झण्डे व
होर्डिंग्स लगे वाहनो को निशाना बनाया जा रहा था,
अगर किसी भी सपा नेता की गाड़ी सड़क पर दिख
जाती तो उसे तहस नहस कर दिया जा रहा था,
हालांकि इस क्रम मे आंदोलनकारी छात्रो ने
दो रोडवेज की बसो को भी नुकसान पहुँचाया पुलिस
की बाइक को जला डाला,हालांकि छात्रो को रोकने के
लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया किन्तु छात्रो के
रौद्ररूप के सामने सब भाग खड़े हुए,
सड़को पर हर जगह सिर्फ उग्र रुप धारण किये हुए
छात्र ही नजर आ रहे थे व सपा सरकार के विरोध मे
लगातार नारे लगाये जा रहे थे
"ये सरकार निकम्मी है, सोनिया इसकी अम्मी है"
जैसे नारे लगातार गूँज रहे थे, हर तरफ सिर्फ दहशत
का माहौल था...
बहरहाल देर शाम तक ये हंगामा चलता रहा फिर
आंदोलनकारी छात्रो के एक प्रतिनिधि मण्डल ने
आयोग के सचिव से वार्ता कर व संतोषजनक
आश्वासन मिलने पर तथा कोई कारवाई न होने पर
पुनः आंदोलन शुरु करने की चेतावनी देकर
अपना आंदोलन समाप्त किया
ये युवाओ का नाराजगी जताने का अपना अदांज
था हालांकि ये सवर्था उचित
नही कहा जा सकता लेकिन इस दोगली सपा सरकार
को उसकी औकात दिखाना भी जरूरी था उम्मीद करते
है अखिलेश भैया तक
इलाहाबादी आंदोलनकारी छात्रो का ये संदेश पहुँच
गया होगा कि जातिवाद की राजनीति बन्द करो और
समता मूलक समाज की स्थापना पर जोर
दो वरना आरक्षण आरक्षण के इस खेल मे
नेस्तनाबूद हो जाओगे,
युवा शक्ति से टकराने की जुर्रत
ना करो क्योकि "युवा" का उल्टा होता है "वायु"
वायु अगर मस्त मन्द चले तो आनन्ददायी व उग्र
चले तो तूफान बन जाता है,
इसलिए युवाओ को उलटने की कोशिश मत
करो क्योकि
"युवा मचलते है तो भूचाल मचल जाते है,
युवा उबलते है तो ब्रह्माण्ड उबल जाते है,
युवाओ को बदलने की कोशिश ना करो भाई
क्योकि युवा बदलते है तो इतिहास बदल जाते है"
ReplyDeletehamara
case ko 23 ko isliye date liya gya hai kyuki 22 ko
mahapatra ki bench me up psc case me kafi
bahas hogi aur us din s.p gov. Ki ek aur jid par
court rok lagayega,.22 ko hamare case ko bahas k
liye time na milta jabki 23 ko jarur bahas hogi aur
lambi bahas hogi..jisme kafi ku6 clear hoga..jai tet
ReplyDeleteTet sathiyo apna manobal banaye rakhe kyuki jeet
se ham chand kadam ki duri par hai,,mai is wakt
thoda busy hu so sirf subah sham apko news duga.acd
walo ko afwah failane de ..ham apne niji karano
se blog par kam aa rahe hai ku6 log kah rahe hai
ki tet merit wale andar se tut chuke hai..hamare
andar jeet ka jajba aur jid avi v hai..
some real Facts..
ReplyDelete1.लगभग हर साल 2,500left-handedलोग ऐसे
उपकरणों का इस्तेमाल करने से मारे जाते हैंजो किRight-
handedलोगों के लिए बनाए जाते हैं.
2.लोग हर साल शार्को के हमला करने से ज्यादानारीयलसिर पर
गिरने से मारे जाते हैं.
3.मनुष्य की आँख एक मिनटमें25 बारझपकती है.
4.औसतन हर मनुष्य अपने जीवन का एक सालइधर-उधर रखी हुई
चीजोंकोढुढने में लगा देता है.
5.लगभग औसतन इन्सानKeyboardसे टाईप करते समय
अपनेleft handका56%use करताहै.
6.मोबाइल कालगातारउपयोग करने वाला इन्सान एक साल
में1100कॉल करता है.
7.लगभग75%लोग सिर पर पानी डालकर नहाना शुरू करते हैं.
8.एक मनुष्य अपने जीवनकाल में27,000किलोग्राम तक भोजन
खा जाता है जो कि6 हाथीयोंके वजन के बराबर होता है.
9.लगभग20 लाखमरने वाले लोगों में से एक की मौतbed से नीचे
गिरनेसे होती है.
10.Kissकरने से ज्यादा हाथ मिलाते समयgurmsएक हाथ से
दुसरे पर जाते हैं.
11.सालाना4लोग अपनीपैंटबदलते समय अपनी जान गवा देते हैं.
12.ज्यादातर लोगो के रोजाना50 से 100 बालझड़ जाते हैं. पर
सवाल तो यह है कि वह जाते कहा हैं?
13.संसार में2%से भी कम लोग है जो कि अपनी कुहनी चाट
सकते हैं.
14.मानव दाँतचट्टानोंजितने कठोर होते हैं.
15.विश्व की7 अरबआबादी में सिर्फ4लोग ऐसे है जो कि116से
ज्यादा की उम्र जी रहे हैं.
16.एक औसतन मनुषय के लिएअपनी हीकुहनी चाट
पाना असंभ्वहै.
17.छीकते समयआँखे खुली रख पाना नामुनकिनहै और छीकते
समय दिल की गती एकमिली सेंकेडके लिए रुक जाती है.
18.अगर आपजोर से छीकेतोआप अपनीपसली तुडवासकते हैं.
19.अगर आप छीकते वक्त अपनी आँखे जोर से खुली रखने
की कोशिश करे तो आप कीeyeball(डेला) तिडक सकता है.
20.सिरफ एक घंटा हेडफोन लगाने से हमारे
कानो मेंजीवाणुयोंकी तादाद700 गुनाबढ़ जाती है.
21.अगर आप अपना सिर एक दीवार से लगाकरदबाबलगाए
तो आप एक घंटे में अपनी150 कैलौरीखर्चकरते हैं.
22.पूरे जीवन काल के दौराननीद मेंआप भिन्न-भिन्न तरह के70
कीट और 10 मकडीयाँ खाजाते है.
23.आपकादिलएक दिन में लगभग100,000 बारधडकता है.
24.आप के शरीर की लगभग25 फीसदीहड़डियाँ आप
केपैरों मेंहोती हैं.
25.ऊगलियों के नाखुन पैरों के नाखुनों से4
गुनाज्यादा जलदी बढ़ते हैं.
26.आप300 हड़डियोंके साथ जन्म लेते है., पर18 साल तक
होतो-होते आप की हड़डियाँ जुड़ कर206रह जाती हैं.
27.एक औसतन ईन्सान दिन में10 बार हसताहै.
28.अगर आप8 साल, 7 महीनेऔर 6 दिनों तक चिल्लाएँतब आप
एक कपकौफी बनाने के लिए जरूरी ताप की मात्रा प्रापत कर
लेगें.
29.हमारे शरीर में सबसेताकतवरमासपेशी हमाारीजीभहै.
30.जो लोग इस को पढ़ रहे है उन में से75 % सेज्यादालोग
अपनी कुहनी चाटने कीकोशिशकरेगे.
SomEtiMeS YoU DoN'T wAnT tO FalL
ReplyDeleteIn LovE
BuT YouR HeArT DoeSn'T AsK YouR
PerMisSioN...
Amazing Facts about the Human Body ....
ReplyDeleteThe Skeletal System:
The largest bone is the pelvis, or hip bone. In fact it is made of six bones joined firmly together.
The longest bone is the ‘femur’, in the thigh. It makes up almost one quarter of the body’s total height.
The smallest bone is the ‘stirrup’, deep in the ear. It is hardly larger than a grain of rice.
The ears and end of the nose do not have bones inside them. Their inner supports are cartilage or ‘gristle’, which is lighter and more flexible than bone. This is why the nose and ears can be bent.
After death, cartilage rots faster than bone. This is why the skulls of skeletons have no nose or ears.
The Muscular System:
There are about 60 muscles in the face. Smiling is easier than frowning. It takes 20 muscles to smile and over 40 to frown.
The longest muscle in the body is the sartorius, from the outside of the hip, down and across to the inside of the knee. It rotates the thigh outwards and bends the knee.
The smallest muscle in the body is the stapedius, deep in the ear. It is only 5mm long andthinner than cotton thread. It is involved in hearing.
The biggest muscle in the body is the gluteus maximus, in the buttock. It pulls the leg backwards powerfully for walking, running and climbing steps.
apna case advance cause list main 2 number par hai.
ReplyDeletejay tet merit.
एक काल्पनिक कुत्ते के पिल्लै की मौत पर इतना बबाल मचाया सेकुलरों ने।
ReplyDeleteपर मिड डे मील से मरे मासूम बच्चो के लिए दो शब्द भी नहीं।
सही कहा अब इंसानों की कीमत नहीं रही बस पिल्लो की ऐश है।
एक लघु कथा----
ReplyDeleteआज सुबह सुबह बिना मतलब के अम्मा से झगडा कर
लिया और बिना नाश्ता किये हुए मैं बस पकडनें चौराहे
पर चला गया ।
अम्मा चिल्लाती रही कि बेटा नाश्ता कर ले... मगर मैं
मुडा नहीं । अरे भाई कल रात देर से घर आने के लिये
अम्मा ने डांटा था ना... सो नाराज हो गये थे और
क्या । बस पकडी और चुप चाप निकल गये। ओफ़ि़स पहुंचे और
अपना काम शुरु कर दिया । अम्मा नाराज
क्यों हो गयी.... मैं बडा हो गया हूं... अपने फ़ैसले खुद ले
सकता हूं... और भी ना जाने क्या क्या... । बस अभी बहुत
हो गया, अब नहीं रहना ऐसे में.... बहुत अच्छा होता है
अंग्रेजो की संस्कृति में .... सभी को आज़ादी है अपने फैसले
लेने के लिए.... |
बस दिन भर काम किया... और रात में ज़बरदस्ती देर तक
रुके... बिना मतलब पूरा दिन लगे रहे... | दो चार बार
घर से फोन आया मगर उसको काट दिया... क्यों बात करें
भाई... नहीं सुनना किसी का प्रवचन... | फिर भी घर
कभी ना कभी तो जाना ही था ना.. सो रात के दस बजे
घर पहुंचे... | देखा ताला लगा हुआ था... सोच कर मन
परेशान... क्या हुआ जो रात के दस बजे घर पर
ताला लगा हुआ है... पड़ोस के शर्मा जी से
पूछा तो पता चला की मेरी अम्मा को पेट में दर्द
उठा था और अभी अस्पताल ले गए हैं.... सुनते ही पैर के
नीचे से ज़मीन निकल गयी.... सीधा सिटी हॉस्पिटल...
देखा अम्मा अब ठीक है... डॉक्टर ने बोला इन्होने
दो रातों से कुछ खाया नहीं था... |
यार मेरे.... मेरी अम्मा ने दो रातों से कुछ इसलिए
नहीं खाया था... क्योंकि वह मेरा इंतज़ार कर
रही थी खाने पर.... मैं कैसे भूल गया की मेरी अम्मा अकेले
खाना नहीं खाती.... हमेशा मुझे खिलाने के बाद
ही खाती है.... सो जब मैं दोस्तों के साथ पार्टी में
व्यस्त था... तब मेरी मां मेरी राह देख रही थी.... |
बस उसके बाद आत्म-ग्लानी से गला भर गया... छोटू
को बोल के रिक्शा बुलाया और अम्मा को ले के घर आया...
| घर आया और मुंग की दाल की खिचड़ी बनायी... मैंने और
अम्मा दोनों ने खायी... एक एक कौर खिचड़ी अमृत से
मीठी लग रही थी और समझ में आ रहा था... क्या है
मेरी तहजीब ... मेरी संस्कृति.... मेरे अपने परिवार
का सुख..... |
DEAR FRIENDS
ReplyDeleteHUMARA 72825 KA CASE ABHI BHI HIGH COURT ME DECISION KE LIYE PENDING HAI..HARKAULI JI NE BEFORE TIME LEAVE LEKAR HUMARE CASE KO NEW BENCH ME SHIFT KAR DIYA..ISSLIYE THODA TIME AUR LAG JAYEGA FINAL HONE ME JAANKAR ADVOCATES KA MAAN NAA HAI KI CASE 30 DAYS ME FINAL HO JAYEGA..RECENT UPDATE JO KI MUJHE MAALUM HUI HAI..CURRENT WEEK ME C.J SIR LUCKNOW H.C ME SITTING KARENGE..ISLIYE COURT NO 1 KE SABHI MAAMLE COURT NO 3 ME TRANSFER HO GAYE HAIN.AUR NEXT WEEK MONDAY KO BHI FULL BENCH SITTING KAREGI..ISLIYE AGAR 22 KI DATE LAGTI TO FIR CASE TAKE UP NAHI HOTA 23 JULY KO CASE EASILY TAKE UP HO JAYEGA..AUR FINAL DECISION DB SE HI HOGA..
DONT TAKE TENSION..
जाने कहाँ गए मेरे गुनाहों का हिसाब रखने वाले.
ReplyDeleteमैंने तो बस उन्हें...... आईना दिखाया था........
ReplyDeletekyo nahi ho pa rahi niyukti?
kyo
cort me ja kar phas jati hai ?
kya plan hai is gov
ka?....
ye gov koi bharti karna nahi chahti chahe
apni ho ya maya karyakal ki kyo ki ager ye bharti
karegi to paiso ka bojh badhega aur laptop and bhatta
nahi baat payegi apne1_1/2 salo me iski nautanki
dekha isne kitni chalaki se advertisment niklvaya
sari janta khus moti rakam bhi liya lekin niyukti
nahi diya aur aage bhi aise hi chalega aur log court
and samvidhan ko galiya denge judge ko galiya de
rahe hai is gov ne aisa mahaul hi bana diya hai
ye saare dav pench court ka janta hai aur khel khel
raha hai kyo ki sp gov janti hai judge ya court jo
bhi karenge kanoon ke dayre me rah kar ham
inke sadyantra ka sikar ho rahe hai ham sochte
hai gov job deti court stay laga deti hai lekin baat
itni sidhi nahi hai jitna ham aap samjhte hai gov
ka account full ho jata lekin hame milta hai stay
ye janboojh kar aisa adv nikalta hai ki koi bhi court
ka darwaja katkhatayega to stay lagna tay .
YE HAI TET MERI ZAAN
ReplyDeleteSATHIYO..
.JAISA KI AAP LOG JANTE HAIN KI HAMARA CASE 23 JULY KO LAGA HAI..CHUNKI 22 JULY KO UP PSC KA EK AHAM CASE LAGA HAI JISME H.C NE UP PCS SE JAVAB MAGA HAI AUR JAISA KI COURT KE RUKH SE SPAST HAI KI JAVAB AGAR SAHI NA MILA HO HAR CHARAN ME AARAKSHAN PAR 22 KO ROK LAG JAYEGI..KYUKI UP PCS KE ADHYAX KO YE KATAI ADHIKAR NAHI KI WO NEW AARAKSHAN SYSTEM LAGAYE..YE ADHIKAR RAJY VIDHAN SABHA AUR SANSAD KO HAI..MAGAR WO V SUPRIME COURT KI GUIDELINE KE ANURUP HONA CHAHIYE..JISME S.C NE AARAKSHAN KO 50 percent ke dayare me rahne ko kaha hai..hamara case ko 23 ko isliye date liya gya hai kyuki 22 ko mahapatra ki bench me up psc case me kafi bahas hogi aur us din s.p gov. Ki ek aur jid par court rok lagayega,.22 ko hamare case ko bahas k liye time na milta jabki 23 ko jarur bahas hogi aur lambi bahas hogi..jisme kafi ku6 clear hoga..jai tet
एक प्रेमी-युगल शादी से पहले
ReplyDeleteकाफी हँसी मजाक और नोक झोंक
किया करते थे।
शादी के बाद उनमें छोटी छोटी बातो पे
झगड़े होने लगे।
कल उनकी सालगिरह थी,
पर बीवी ने कुछ
नहीं बोला वो पति की प्रतिक्रिया
देखना चाहती थी।
सुबह पति जल्द उठा और घर से बाहर
निकल गया।
बीवी रुआँसी हो गई।
दो घण्टे बाद कॉलबेल बजी,
वो दौड़ती हुई जाकर दरवाजा खोली।
दरवाजे पर गिफ्ट और बकेट के साथ
उसका पति था।
पति ने गले लग के सालगिरह विश
किया।
फिर पति अपने कमरे मेँ चला गया।
तभी पत्नि के पास पुलिस वाले का फोन
आता है की आपके
पति की हत्या हो चूकी है, उनके जेब पे
पड़े पर्स से आपका फोन नम्बर ढ़ुंढ़ के
कॉल किया।
पत्नि सोचने लगी की पति तो अभी घर
के अन्दर आये है।
फिर उसे कही पे सुनी एक बात याद आ
गई की मरे हुये इन्सान
की आत्मा अपना विश पूरा करने एक
बार जरूर आती है।
वो दहाड़ मार के रोने लगी।
उसे
अपना वो सारा चूमना, लड़ना, झगड़ना, नोक-झोंक याद आने लगा। उसे
पश्चतचाप होने लगा की अन्त समय में
भी वो प्यार ना दे सकी।
वो बिलखती हुई रोने लगी।
जब रूम में गई
तो देखा उसका पति वहाँ नहीं था।
वो चिल्ला चिल्ला के रोती हुई प्लीज
कम बैक
कम बैक कहने लगी,लगी कहने की अब
कभी नहीं झगड़ूंगी।
तभी बाथरूम से निकल के उसके कंधे पर
किसी ने हाथ रख के पूछा क्या हुआ?
वो पलट के देखी तो उसके पति थे।
वो रोती हुई उसके सीने से लग गइ फिर
सारी बात बताई।
तब पति ने बताया की आज सुबह
उसका पर्स चोरी हो गया था।
फिर दोस्त की दुकान से उधार
लिया गिफ्ट ।।।
जिन्दगी में किसी की अहमियत तब
पता चलती है जब वो नहीँ होता,
हमलोग अपने दोस्तो, रिश्तेदारो से
नोकझोंक करते है,
पर जिन्दगी की करवटे कभी कभी भूल
सुधार का मौका नहीं देती।
हँसी खुशी में प्यार से
जिन्दगी बिताइये,
नाराजगी को ज्यादा दिन मत रखिये।
Dosto- apna case advance list me 2nd no par hai aur 23 july ko advance list me only 10case show ho rahe . So that there are much more chances for taking-up our case
ReplyDelete
ReplyDeletegovernment hamari vacancy old add
se bhare.. aur.... new add ka paisa....
200000×10000(Ausat )
=2000000000 .................rupaye
UTTARAKHAND PEEDITON KO DE
DEN...... HAMARI TARAF SE.............
...yahi.. theek rahega.. n.....itne rupaye
tet abhyarthiyon ki taraf se........
ReplyDeletegovernment hamari vacancy old add
se bhare.. aur.... new add ka paisa....
200000×10000(Ausat )
=2000000000 .................rupaye
UTTARAKHAND PEEDITON KO DE
DEN...... HAMARI TARAF SE.............
...yahi.. theek rahega.. n.....itne rupaye
tet abhyarthiyon ki taraf se........
दिल्ली की सरकारने मुस्लिम
ReplyDeleteसमाज की तलाक शुदा या बेसहारा महिलाओं
को 1500/= रुपये मासिक देने
की घोषणा की है।
ये सुविधा हिन्दू
महिला को नहीं मिलेगी क्योकि सरकार
के अनुसार एक हिन्दू
महिला की पीड़ा मुस्लिम महिला से कम
होती है...
Ek pita apne bete ke liye ek. Robot laya aur
ReplyDeletebete bola yeh ghuth bolane par thappd
marta hai.
.
.
Beta : papa aaj mai school nahi jaunga mere
pet me dard horaha hai.
.
( Sattak )
.
Papa : dekha beta jhooth bolane ka parinam
mai jab tumhari age ka thha to kabhi
jhuth nahi bolata thha....
.
( Sattak )
.
.
Patni : ( Haste huye ) akhir beta to aap hi ka.....
.
( Sattak )
ReplyDeleteइन नाकाबिल युवाओं का क्या करेंगे
16 जुलाई 2013
भारत के 47 फीसदी स्नातक रोजगार के लिहाज से
नाकाबिल हैं! 35 फीसदी स्नातक केवल क्लर्क
की नौकरी के ही योग्य हैं! यह आकलन उच्च
शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र से
जुड़ी संस्था एस्पायरिंग माइंड का है, जिसके
मुताबिक, हमारे देश के केवल 15 फीसदी स्नातक
ही बेहतर रोजगार के लायक हैं। वहीं विश्व बैंक के
एक अध्ययन में 10 से 25 फीसदी भारतीय
स्नातकों को ही रोजगार के योग्य माना गया था। भारत
जैसी विशाल आबादी वाले मुल्क में इस रिपोर्ट के
मायने को जानने के लिए समझना होगा कि देश
की करीब 65 फीसदी आबादी की उम्र 35 वर्ष
से कम है।
प्रत्येक वर्ष लाखों विद्यार्थी स्नातक की पढ़ाई
पूरी करते हैं। यानी भारत एक युवा मुल्क है,
जहां रोजगार तलाशने वालों की संख्या करोड़ों में है।
संगठित क्षेत्र में रोजगार के अवसर लगातार कम
हो रहे हैं, जबकि असंगठित क्षेत्र में रोजगारपरक
शिक्षा की ही आवश्यकता है। ऐसे में
स्नातकों की आधी आबादी का रोजगार के लिए
नाकाबिल होना बेरोजगारी या आर्थिक
विषमता की दृष्टि से भारी सामाजिक और
आर्थिक संकट पैदा कर सकता है। इन्हीं मुद्दों पर
कई देशों में मचा हाहाकर आज भी सबका ध्यान
खींचता है।
इस गंभीर समस्या को समझने के लिए देश
की शिक्षा व्यवस्था को समझना भी जरूरी है। गैर
सरकारी रिपोर्टें बताती हैं कि हमारे मुल्क में
पांचवीं कक्षा का छात्र दूसरी कक्षा के गणित
के सवाल हल नहीं कर सकता! जाहिर है, देश के
अधिकांश नौनिहालों की बुनियाद ही कमजोर है।
यकीनन सर्वशिक्षा अभियान से प्राथमिक
स्कूलों में नामांकन दर बढ़ी है। इमारतें बनी हैं।
बजटीय आवंटन भी बढ़ा है, लेकिन यही सब कुछ
नहीं है। काबिल शिक्षकों की नियुक्ति और
शिक्षा की गुणवत्ता में भारी सुधार जैसे मुद्दों पर
अब गंभीरता से सोचे जाने की दरकार है।
उच्च शिक्षा तक आते-आते हालात और बिगड़ते जा रहे
हैं। कुकुरमुत्ते के जैसे खुलते निजी संस्थान एवं
महंगी फीस के बीच
शिक्षा की गुणवत्ता यहां भी बड़ी चुनौती बन
चुकी है। दुनिया के शीर्ष 200 विश्वविद्यालयों
की सूची में एक भी भारतीय विश्वविद्यालय के न
होने पर स्वयं राष्ट्रपति चिंता जता चुके हैं। ऐसे में
अच्छे संस्थानों में प्रवेश के लिए हाय-तौबा लगातार
बढ़ रही है। तभी तो डीयू जैसे कुछ विश्वविद्यालयों
की हजारों सीटों के लिए लाखों आवेदक कतार में होते
हैं। जबकि दूसरी तरफ हजारों संस्थान छात्र, अध्यापक
या बुनियादी सुविधाओं से ही वंचित हैं।
देश के हजारों कॉलेजों में आज भी प्राध्यापकों के पद
रिक्त पड़े हैं! जाहिर है, जब पढ़ाने वाला काबिल
अध्यापक ही नहीं तो वहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से
रोजगार के लिए काबिल होने की उम्मीद कैसे
की जा सकती है? इस सबके चलते एक बड़े हिस्से के
लिए पढ़ाई सिर्फ रस्म अदायगी भर होकर रह गई
है। बेहतर रोजगार के लिए अनिवार्य बन
चुकी अंग्रेजी भाषा और कंप्यूटर की बेहतर
जानकारी हमारे देश में अब भी दूर की कौड़ी हैं।
यह तब है, जबकि देश में उच्च शिक्षा में नामांकन
दर करीब 18 फीसदी ही है। यानी एक तो विश्व
के अन्य देशों के मुकाबले नामांकन दर काफी कम है
और उसमें भी 47 फीसदी की पढ़ाई बेकार है।
दूसरी तरफ, वर्षों से कॉलेजों के परपंरागत
पाठ्यक्रमों को बदलने को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर
फैसला नहीं हो सका है। कॉलेजों में जो पढ़ाया जा रहा है,
उसमें से अधिकांश रोजगारपरक नहीं है। एक
अनुमान के मुताबिक, देश के 97
फीसदी कामगारों को कोई
तकनीकी शिक्षा नहीं मिल सकी है।
इसका सीधा असर उनकी आमदनी पर पड़ता है।
अपने जीवन के करीब 15 वर्ष शिक्षा में व्यतीत
करने के बाद देश के 58 फीसदी स्नातक केवल 6,250
रुपये महीना ही कमाने को मजबूर हैं।
जबकि कई राज्यों में अशिक्षित भी निर्धारित
न्यूनतम मजदूरी के हिसाब से महीने भर में पढ़े-
लिखों से ज्यादा कमा सकते हैं। अब राष्ट्रीय कौशल
विकास कार्यक्रम के तहत वर्ष 2022 तक 50
करोड़ भारतीयों को तकनीकी शिक्षा देने
का दावा किया जा रहा है, किंतु
मौजूदा राजनीतिक तस्वीर को देखते हुए
कहना मुश्किल है कि बहुत देर से जागी सरकार
इस लक्ष्य को समय पर हासिल कर
भी सकेगी या नहीं।
ReplyDeleteइधर मैं 2 -3 दिन से देख रहा हूँ कि कुछ लोगों के अन्दर आन्दोलन का भूत फिर सवार हो रहा है । जरा एक बार पिछ्ले अंतिम आन्दोलन को याद कर लेते हैं । उस दिन शाम 5 बजे के बाद आधे से ज्यादा क्रांतिकारी और इंकलाबी अपने घ्रर चल दिये थे । जो थोड़े बहुत बचे थे उनके साथ क्या हुआ वह सब जानते हैं । थोड़ा विस्तार से और बता दूँ ......रात में हुसैनगंज थाने में 6 साथी बन्द हो चुके थे जिसकी जानकारी देर रात तक किसी को नहीं थी.....उन 6 लोगों में हमारे बाराबंकी के एक मित्र भी शामिल थे जिनका नाम मुकेश शर्मा है । सुबह 6 बजे उन्होने वहाँ के आरक्षी से विनती करके उसके मोबाइल फोन से उमाशंकर यादव (बाराबंकी के ही साथी) को फोन लगाया कि हम यहाँ शाम से बन्द हैं । इस बात को सुनकर उमाशंकर भाई ने मुझे तुरंत फोन किया और कहा कि थाने चलना है । हम दोनों हुसैनगंज थाने के बाहर 7:30 बजे तक पहुँच गये । पहले तो उमाशंकर थोड़े झिझके कि कहीं ऐसा न हो कि मामला गर्म है और हम दोनों भी इस लपेटे में न आ जायें लेकिन अपने मित्र से मिलने की बेकरारी में हम दोनों ने अपनी आशंकाओं का कत्ल करके अन्दर जाने का फैसला लिया । दरोगा को मैनें अपना परिचय वकील(एल0एल0बी0 कर चुका हूँ पर बार काउंसिल से अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है) और उमाशंकर ने अपना परिचय मुकेश के भाई के रूप में दिया । एफ0 आई0आर0 तब तक लिखी नही गयी थी लेकिन आजम खान का दबाव बताकर उसने इनमें से किसी को भी छोडने से इंकार कर दिया । साथ में मेज पर पड़े अखबार से हमारी फोटो भी मिलाता जा रहा था कि कहीं इनकी फोटो भी आन्दोलन कारियों में दिख जाये लेकिन हमारी अच्छी किस्मत के आगे उसकी किस्मत फूटी निकली । उसके बाद 6 साथी और चारबाग स्टेशन से पकडॆ गये । 12 लोगों को छुडाने के लिये हमें 24 जमानतदारों की आवश्यक्ता थी लेकिन अफसोस कि जितने भी क्रांतिकारी जो कि अपना खून बहाने की बात कर रहे थे वो जमानत न लेने के बहाने ढ़ूढ़ रहे थे ,,,,आखिरकार जैसे तैसे व्यक्तिगत प्रयासों द्वारा 3 दिन में जमानतदार मिले और हमारे साथी बाहर आये । कोर्ट और वकील में जो पैसा लगा वो अलग ,,,,उनको छुडाने के लिये गिनती के हम 8 -10 लोग ही लगे रहे ।अभी भी उन 12 साथियों के अलावा 300 अज्ञात पर वही 12 धारायें लगी हैं । इसलिये जिसको आन्दोलन का शौक हो वह इन सब चीजों की व्यवस्था करके आये । क्योंकि उन अज्ञात 300 लोगों को भी तो हुसैनगंज थाने के पुलिस वालों को दिखाना है । ............अरे ! जब हमारे मामले का सारा दारोमदार कोर्ट पर है तो आन्दोलन करके भी सरकार का क्या कर लोगे ,,,,,स्टे तो कोर्ट का है और आदेश भी कोर्ट का ही आयेगा । लेकिन उससे पहले जिसको जेल जीवन का आनन्द लेना है उसका स्वागत है ॥
JAIL WALI KE LIYE
ReplyDeleteKaya kahe ki kuch kaha nahi jata,....
Dard meetha hai par saha nahi jata,....!
Dosti ho gayi hai is qudar aap se ki,....
bina yaad kiye aapko raha nahi jata....!!!
bhai tet merit & ali khan
ReplyDelete.
namskar
.
jai tet
नदी के तट पर एक भिक्षु ने वहां बैठे एक वृद्ध से पूछा, "यहां से
ReplyDeleteनगर कितनी दूर है? सुना है, सूरज ढलते ही नगर का द्वार बंद
हो जाता है। अब तो शाम होने ही वाली है। क्या मैं वहां पहुंच
जाऊंगा?"
वृद्ध ने कहा, "धीरे चलो तो पहुंच भी सकते हो।"
भिक्षु यह सुनकर हैरत में पड़ गया। वह सोचने लगा कि यह वृद्ध
विक्षिप्त तो नहीं! यह धीरे चलने को क्यों कह रहा है। लोग कहते
हैं कि जल्दी से जाओ पर यह तो उलटी ही बात कह रहा है!
भिक्षु तेजी से भागा। लेकिन रास्ता ऊबड़-खाबड़ और
पथरीला था। थोड़ी देर जाते ही भिक्षु लड़खड़ा कर गिर पड़ा।
किसी तरह वह उठ तो गया, लेकिन दर्द से परेशान था। उसे चलने
में काफी दिक्कत हो रही थी।
वह किसी तरह आगे बढ़ा लेकिन तब तक अंधेरा हो गया। उस
समय वह नगर से थोड़ी ही दूर पर था। उसने
देखा कि दरवाजा बंद हो रहा है। उसके ठीक पास से एक
व्यक्ति गुजर रहा था। उसने भिक्षु को देखा तो हंसने लगा।
भिक्षु ने नाराज होकर कहा, "तुम हंस क्यों रहे हो?"
उस व्यक्ति ने कहा, "आज आपकी जो हालत हुई है, वह
कभी मेरी भी हुई थी। आप भी उस बाबाजी की बात नहीं समझ
पाए जो नदी किनारे रहते हैं।"
भिक्षु की उत्सुकता बढ़ गई। उसने पूछा, "साफ-साफ बताओ
भाई।"
उस व्यक्ति ने कहा, "जब बाबाजी कहते हैं कि धीरे
चलो तो लोगों को अटपटा लगता है। असल में वह बताना चाहते हैं
कि रास्ता गड़बड़ है। अगर संभल कर चलोगे तो पहुंच सकते हो।
अगर आज आप आराम से आए होते तो शायद पहुंच गए होते
क्योंकि आपको बहुत देर नहीं हुई थी। शुरू में ही तेज चलने से लोग
अक्सर गिर जाते हैं, फिर उनकी गति धीमी पड़ जाती है।
जिंदगी में सिर्फ तेज भागना ही काफी नहीं है। सोच-समझ कर,
संभल कर चलना ज्यादा काम आता है।"
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तरप्रदेश अभ्यर्थियों को उनके जवाब डाक सेभेजने की तैयारी कर रहा है। संभावना हैकि एक-दो दिनों में अभ्यर्थियों को डाक सेउनके गलत प्रश्नों के उत्तरमिलने लगेंगे।वहीं दूसरी तरफ ऐसी उम्मीद हैकि टीईटी का रिजल्ट 31 जुलाई तक घोषित करदिया जाएगा। UPTA news सचिवपरीक्षा नियामकप्राधिकारी कार्यालय उत्तर प्रदेश इलाहाबादके सूत्रों ने बताया कि करीब एक हजारअभ्यर्थियों ने टीईटी-2013 के एक दर्जन सेअधिक प्रश्न और उनके उत्तर को गलत बतातेहुए ऑनलाइन आपत्तियां दी थी कि अगर प्रश्नऔर उनके उत्तर गलत है तो उसके पूरे अंकमिलने चाहिए। सचिव परीक्षा नियामकप्राधिकारी श्रीमती नीना श्रीवास्तव ने जिनविषयों की आपत्तियां आई थी उसके निस्तारणके लिए चार शिक्षाविदें की टीम गठित की थी।शिक्षाव्दिों की टीम ने बताया कि सचिवपरीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालयकी ओर से परीक्षा के दौरान आए सभी प्रश्नसहीं थे। अभ्यर्थियों ने जिन प्रश्नों और उनकेउत्तरों को गलत बताया थUPTa group ा वहजांच मेंसभी सही पाए गए। सूत्रों ने बताया कि उच्चप्राथमिक के डब्ल्यू सीरीज के हिन्दी केप्रश्नपत्र में 24 प्रश्नों और उनके उत्तर परअभ्यर्थियों ने आपत्ति दर्ज कराई थी।प्राथमिक स्तर के संस्कृत में सात प्रश्नों परआपत्तियां थी। उच्च प्राथमिक के संस्कृत केडब्ल्यू सीरीज में 10 आपत्तियां थी।। उच्चप्राथमिक भाषा संस्कृत में नौ प्रश्नों और उनकेउत्तरों पर आपत्तियां थी। यह सभी निराधारपाई गई। वहीं उच्च प्राथमिक विज्ञान में 18आपत्तियां, प्राथमिक स्तर के उर्दू भाषा में11, उत्तर प्राथमिक स्तर उर्दू में दो,प्राथमिक स्तर गणित में 10 और उच्चप्राथमिक स्तर गणित में तीन सवालों और उनकेउत्तर गलत होने की बात अभ्यर्थियोंने की थी लेकिन जांच में सचिवपरीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा दिए गएसभी प्रश्न और उनके उत्तर सही पाए गए।अभी मनोविज्ञान और हिन्दी विषयकी आपत्तियों पर उठाए गए प्रश्नों की जांचचल रही है। इस पर अभ्यर्थियों के उठाए गएप्रश्नों और उत्तर के गलत का जवाब भी सचिवपरीक्षा नियामक प्राधिकारी देने जा रहे हैं। वहसभी अभ्यर्थियों को पंजीकृत डाक से उनकेप्रश्नों और उत्तर का जवाब देगा। उधर,सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तरप्रदेश श्रीमती नीना श्रीवास्तव का कहना हैकि 31 जुलाई के पहले यूपी टीईटी के रिजल्टको घोषित करने की तैयारियां अन्तिम दौर मेंचल
ReplyDeleteTHANKS
ReplyDeleteD.P _________G
G
ReplyDeleteO
O
D
8
9
2
3
0
0
3
8
0
3
N
I
G
H
T
घटाना
ReplyDeleteदस रूपये और तीन रूपये के
डाक टिकट लाये
दुविधा में थे - सात रूपये का
टिकट कैसे लगायें ...
नन्हें ने देखा तो
नन्हें का था कहना -
''दस और तीन की दो
टिकटें लगाकर ...
बीच में 'घटा - का चिह्न
लगा देना।
ReplyDeleteshukriya dp bhai
ReplyDeleteUpTet OUR 72825 CASE IN H.C
CAUSE LIST ALLAHABAD
Advance Cause List
23/07/2013
COURT NO. 3
2. TU 237/2013 SHIV KUMAR PATHAK AND OTHERS
V.K. SINGH
G.K. SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
WITH SPLA- 150/2013 NAVIN SRIVASTAVA AND
OTHERS ABHISHEKSRIVASTAVA
SHASHI NANDAN
ASHEESH MANI TRIPATHI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
C.B.YADAV
BHANU PRATAP SINGH
WITH SPLA- 149/2013 SUJEET SINGH AND OTHERS
NAVIN KUMARSHARMA
SHAILENDRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 152/2013 RAJEEV KUMAR YADAV
SADANAND MISHRA
SEEMANT SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
SHYAM KRISHNA GUPTA
WITH SPLA- 159/2013 ANIL KUMAR AND OTHERS
SIDDHARTH KHARE
ASHOK KHARE
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
ReplyDelete"Kab tak julm kare ga jalim, Satta ke galiyaro se."
Jarra-jarra gunj utega inqalab ke naro se.
" JAI
JAVAN"
is update ka koi fayda nhi q k ye bharti nahi ho payegi.... 41000 anudesak teacher ban gye, 10800 btc wale teacher ban gye, shikshamitra teacher banne ja rhe hai, 29000 sci teacher banne ja rhe hai..,. to gov ko 72825 ki kya jarurat hai...... is bhrti ko raddd kr dena chahiye
ReplyDeleteham sb ko ek sath milkr is bharti ko raddd karane ka prayas krna chahiye
ReplyDelete
ReplyDeleteलीगली तौर पर मैं सिर्फ इतना जानता हूँ कि जब
मामला बेहद हाई प्रोफाइल हो जाता है तो उसके लिए
ज्यूरी की विषेश टीम का गठन होता है जो उस
कोर्ट का वरिष्ठतम बेंच होता है ।
इससे साफ है की अब तक मामले की सुनवाई जितने
भी बेंच से हुआ उनमें माननीय न्यायाधीशों ने
काफी दबाव में काम किया जो कि भारतीय
न्यायपालिका की सेहत के लिए ठीक
नहीं है,,,,
अब ये दबाव किसका है बताने
की आवश्यकता नहीं !!!!
agar hm sb milkr eaise hi is bhrti me apna yogdan dete rahe to muche yakeen hai supreem court me hm bhrti ko raddd krane jarur safal rahege.
ReplyDelete
ReplyDeleteसाथियों एक ना एक दिन
तो किसी ना किसी को खड़ा होना पड़ेगा इस कोर्ट
और सरकार के खिलाफ और बताना होगा इन्हें
की अब बस बहुत हो गया, लोगों में गुस्सा बहुत है, उन्हें
आजमाना बंद करें...
ReplyDeleteसाथियों एक ना एक दिन
तो किसी ना किसी को खड़ा होना पड़ेगा इस कोर्ट
और सरकार के खिलाफ और बताना होगा इन्हें
की अब बस बहुत हो गया, लोगों में गुस्सा बहुत है, उन्हें
आजमाना बंद करें...
ReplyDelete<<<© About Me @>>> ......
My Name >>… MOHAMMAD SHAKEEL
Vill >>… HARCHANDPUR
DISTRICT >>… RAEBARELI
UTTAR PRADESH
UP TET (1-5) >> 122
UPTET ( 6-8 ) >> 114
CTET 2011 ALSO QUALIFIED
ACD GUDANK >> 60.94 ( OBC )
CONTACT NO. >> 96 48 20 73 47
81 82 80 33 09
[ YOU CAN CHECK MY PROFILE ]
ReplyDeleteTet sathiyo
namaskar
Advance Cause List
23/07/2013
COURT NO. 3
For Orders
SPECIAL APPEAL DEFECTIVE
2. TU 237/2013 SHIV KUMAR PATHAK AND OTHERS
V.K. SINGH
G.K. SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
WITH SPLA- 150/2013 NAVIN SRIVASTAVA AND
OTHERS ABHISHEK SRIVASTAVA
SHASHI NANDAN
ASHEESH MANI TRIPATHI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
C.B.YADAV
BHANU PRATAP SINGH
WITH SPLA- 149/2013 SUJEET SINGH AND OTHERS
NAVIN KUMAR SHARMA
SHAILENDRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 152/2013 RAJEEV KUMAR YADAV
SADANAND MISHRA
SEEMANT SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
SHYAM KRISHNA GUPTA
WITH SPLA- 159/2013 ANIL KUMAR AND OTHERS
SIDDHARTH KHARE
ASHOK KHARE
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
WITH SPLA- 161/2013 ALOK SINGH AND OTHERS
ABHISHEK SRIVASTASVA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
R.A. AKHTAR
WITH SPLA- 205/2013 AMAR NATH YADAV AND
OTHERS PANKAJ LAL
INDRA RAJ SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
MRIGRAJ SINGH
B.P. SINGH
S. NADEEM AHMAD
WITH SPLA- 206/2013 YAJUVENDRA SINGH
CHANDDEL AND KSHETRESH CHANDRA SHUKLA
-ANOTHER
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
WITH SPLA- 220/2013 AMITESHWARI DUBEY AND
OTHERS MANOJ KUMAR DUBEY
Vs. STATE OF U.P. THRU' SECRY. C.S.C.
- BASIC EDUCATION LOK. AND ORS. A.K. YADAV
R.A. AKHTAR
WITH SPLA- 244/2012 DR. PRASHANT KUMAR
DUBEY ALOK MISHRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 246/2013 PRIYANKA BHASKAR AND
OTHERS VIJAY SHANKAR TRIPATHI
VINOD SHANKAR TRIPATHI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
RAM CHANDRA SINGH
WITH SPLA- 248/2013 UMA SHANKER PATEL AND
OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
A.K. YADAV
WITH SPLA- 249/2013 DEVESH KUMAR AND
OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
MRIGRAJ SINGH
R.A. AKHTA R
WITH SPLA- 261/2013 SANJAY KUMAR AND OTHERS
HEMANT KUMAR RAI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.B. PRADHAN
WITH SPLA- 262/2013 SANJAY KUMAR AND OTHERS
HEMANT KUMAR RAI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 264/2013 RAMA TRIPATHI AND
OTHERS HEMANT KUMAR RAI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 265/2013 NAGENDRA KUMAR YADAV
AND OTHER NAVIN KUMAR SHARMA
-S
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
SANJAY CHATURVEDI
WITH SPLA- 266/2013 HARVENDRA SINGH AND
OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
Y.S. BOHAR
WITH SPLA- 268/2013 RAJIV KUMAR SRIVASTAVA
AND OTH NAVIN KUMAR SHARMA
-ERS
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
B.P. SINGH
WITH SPLA- 307/2013 VINEET KUMAR SINGH AND
OTHERS JAGDISH PATHAK
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
WITH SPLA- 333/2013 SATENDRA SINGH AND
OTHERS R.K. MISHRA
G.K. MISHRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
H.K. YADAV
ILLEGIBLE
WITH SPLAD-200/2013 RAJPAL SINGH AND OTHERS
MURTUZA ALI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
AYANK MISHRA
R.A. AKHTAR
SHYAM KRISHNA GUPTA
WITH SPLAD-227/2013 PRAVEEN KUMAR IRSHAD
ALI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
SHYAM KRISHNA GUPTA
WITH SPLAD-228/2013 MAHENDRA KUMAR VERMA
AND OTHER VIJAY CHAURASIA
-S
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLAD-302/2013 RAM BABOO SINGH AND
OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
NEERAJ TIWARI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
ReplyDeleteएक कुशल और मशहूर चित्रकार ने एक बहुत
ही सुन्दर
तस्वीर बनाई , उस तस्वीर मे
इतनी जीवन्तता थी कि , वह
स्वयं ही उसे कई घंटों तक निहारता रहा ।
उसने सोचा इस खूबसूरत तस्वीर को अपने घर मे
ही लगाएगा ।
अगले दिन वह उस तस्वीर को अपने घर के
डाईनिंग हाल मे
एक खास जगह को चुनकर लगा दिया ।
उसके यहाँ उस क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित
व्यापारी कोई तस्वीर
बनवाने के लिए आया तो उसकी नजर उस दिवार पर
टंगी
हुई तस्वीर पर पडी , उसने अभी तक
ऐसी कलाकृति नहीं
देखी थी । वह तस्वीर देख कर चित्रकार के हुनर
का लोहा
मान लिया था । लेकिन अहंकार वश वह कुछ और है
सोच
सोच रहा था ।
जैसे ही चित्रकार आया , व्यापारी ने
पूछा कि यह
तस्वीर तुमने बनाई ? चित्रकार ने कहा"हाँ"।
व्यापारी ने कहा कि इस तस्वीर मे बहुत
कमियाँ है , !
तो चित्रकार ने झट से कहा कि , स्वयं ही यदि उन
कमियों
को दूर कर दें , तो बहुत अच्छा होगा ।
व्यापारी चुप हो गया , चेहरा शर्म से झुक गया ।
वह चुपचाप तस्वीर बनाने का आदेश देकर चला गया ।
"चित्रकार ने सोचा कि इस संसार मे कैसे लोग है जो
केवल कमियाँ निकालना , बुराई करना ही जानते
है ,
कमियों को ढूँढकर उन्हे दूर करना नहीं ।"
ReplyDeleteअब हमारा मुल्क भी है अमेरिका और चीन के
बराबर...
अल्लाह हिंदुस्तान को और कामयाबी दे...
येउपग्रह अगले दस सालो तक हिंदुस्तान की बहुत
मदद करेगा...जानकारीया देने मे इसका कोई जवाब
नही है...
हिंदुस्तान ने 1 जुलाई को देर रात
अपना पहला नौवहन उपग्रहआईआरएनएसएस-1ए
को पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी 22 सी)
के जरिए लांच किया। आईआरएनएसएस मतलब इंडियन
रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम है।
इस उपग्रह को पीएसएलवी-22 के साथ सतीश धवन
अंतरिक्ष केंद्र से छोड़ा गया। हिंदुस्तान ने इस
सैटेलाइट को लांच करने के साथ ही एक नया इतिहास
रच दिया है। इसरो के अनुसार आईआरएनएसएस-1ए
भारतीय क्षेत्र के नैवीगेशन सैटेलाइट सिस्टम में
स्थापित होने वाला पहला सैटेलाइट है।
इस सैटेलाइट का डिजाइन हिंदुस्तान
तथा उसकी सीमा से 1500 किलोमीटर
की दूरी तक में सटीक
स्थितियों की जानकारी देगा।
इस सैटेलाइट
का वजन 1425 किलोग्राम है। यह अगले 10 सालों तक
काम करेगा। आईआरएनएसएस-1 उन सात उपग्रहों में
पहला है जिसे भारतीय नौवहन उपग्रह
प्रणाली के लिए छोड़ा गया है।
आईआरएनएसएस-1 आपदा प्रबधंन में देश की मदद
करेगा। पूर्णत: यह उपग्रह पूर्णत: देश में ईजाद
किया गया है। यह उपग्रह आपदा प्रबंधन,
वाहनों का पता लगाने, समुद्री नौवहन के आकड़े
एकत्र करेगा।
यही इसका प्राइमरी एरिया है.....
"प्यार का पहला खत लिखने मेँ वक्त तो लगता है,
ReplyDeleteनये परिँदो को उड़ने मेँ वक्त तो लगता है,
इतनी दूरी तय करनी है और इतने सारे दिलोँ तक जाना है तो वक्त तो लगता है।"
Jai TET,Jai Bharat
लखनऊ खण्ड पीठ की पुरी जानकारी आज आप लोगो को मिल जायेगा
ReplyDeleteतब तक संघ राधै रानी लाल बालो वालो आज क्या बताते हैँ जानकारी करे
* ईलाहाबाद खण्डपीठ मेँ अपना केस 2 न॰ पर लगा हैँ
¤ अपना केस आर्डर के लिये पुन: लगा बहस नही होगा
* अब पार्टी कोई भी नही बन सकता
गुणांक चाहनेँ वालेँ चंदा दे कपील को
लड़की तो समझदार होनी चाहिए, सूरत
ReplyDeleteतो गुजरात में भी है!
लड़कियों को 'फास्ट'
होना चाहिए,'लोकल' तो ट्रेन
भी होती है।
लड़कियों में अंदर से
ब्यूटी होनी चाहिए,'बाहरी निखार'
तो फेयर ऐंड लवली में भी होता है।
लड़कियों को 'नमकीन' की तरह
होना चाहिए, 'सुशील' तो शिंदे भी होते
हैं।
लड़कियों को वास्तव में
'लड़की'होना चाहिए,
क्योंकि 'महिला'तो 'जयवर्धने' भी होते
हैं!
लड़का हैंडसम होना चाहिए, स्मार्ट
तो फोन भी हैं!
फोन तो आईफोन होना चाहिए,एस1,
एस2, एस4... तो ट्रेन के डब्बे भी_______!
खाने में कुछ मीठा ही होना चाहिए,
नमक तो टूथपेस्ट में भी है!
टीचर ज्यादा नंबर देने वाले होने
चाहिए,अंडा तो मुर्गी भी देती है!
युवाओं
को राष्ट्रवादी होना चाहिए,'कूल'
तो नवरत्न तेल भी है!
राष्ट्रपति कलाम जैसा होना चाहिए,
मुखर्जी तो रानी भी है!
बालों के लिए हेयर ड्रायर होना चाहिए,
टॉवल तो श्रीशांत के पास भी है!
मोबाइल रिंगिंग मोड में होना चाहिए,
साइलेंट तो पीएम भी है!
TMNTBBN JI APKO MERA SHAT SHAT NAMAN APKI JUBAN PAR MAA SARASWATI KA VAAS HAI
ReplyDeleteऐ मोहब्बत
ReplyDeleteतुझे पाने की
कोई राह नहीं. . .
तू सिर्फ उसे ही
मिलती है जिसे
तेरी परवाह नहीं. . . .
ये एक कड़वा सच है. .
.मोहब्बत करने वालों के लिए. . .
आगरा के बरिष्ठ पुलिश अधीक्षक (ssp) का तबादला हो गया लेकिन एक बात समझ में नहीं आई कि जब काम ठीक कर रहे थे तो तबादला क्यों
ReplyDeleteउन्होंने शायद कोई ऐसा दिन जाने दिया होगा कि जिस दिन कोई न कोई बारदात का खुलासा न किया हो या अपराधियों को जेल न भेजा हो.
आये दिन व्यापारियों को गोली मारने बालों को जेल भेजना.
नेहा शर्मा के हत्यारे इतने पावरफुल थे उसके बाद भी जेल पहुचाये और पुलिस का खोया हुआ सम्मान बापस दिलाया,
लूटेरो,डकैतों,रेप करने बालों,अपहरण कर्ताओ को सलाखों के पीछे डालना इनकी प्रमुख उपलब्धियां है.
लगता है नेताओ को यह रास नहीं आयेगा होगा
एक राजा था जिसकी प्रजा हम भारतीयों की तरह सोई हुई थी !
ReplyDeleteबहुत से लोगों ने कोशिश की प्रजा जग जाए .. अगर कुछ गलत हो रहा है तो उसका विरोध करे, लेकिन प्रजा को कोई फर्क नहीं पड़ता था !
राजा ने तेल के दाम बढ़ा दिये प्रजा चुप रही
राजा ने अजीबो गरीब टैक्स लगाए प्रजा चुप रही
राजा ज़ुल्म करता रहा लेकिन प्रजा चुप रही
एक दिन राजा के दिमाग मे एक बात आई उसने एक अच्छे-चौड़े रास्ते को खुदवा के एक पुल बनाया .. जबकि वहां पुल की कतई ज़रूरत नहीं थी .. प्रजा फिर भी चुप थी किसी ने नहीं पूछा के भाई यहा तो किसी पुल की ज़रूरत नहीं है आप काहे बना रहे है ?
राजा ने अपने सैनिक उस पुल पे खड़े करवा दिए और पुल से गुजरने वाले हर व्यक्ति से टैक्स लिया जाने लगा फिर भी किसी ने कोई विरोध नहीं किया !
फिर राजा ने अपने सैनिको को हुक्म दिया कि जो भी इस पुल से गुजरे उसको 4 जूते मारे जाए और एक शिकायत पेटी भी पुल पर रखवा दी कि किसी को अगर कोई शिकायत हो तो शिकायत पेटी मे लिख कर डाल दे लेकिन प्रजा फिर भी चुप !
राजा रोज़ शिकायत पेटी खोल कर देखता की शायद किसी ने कोई विरोध किया हो लेकिन उसे हमेशा पेटी खाली मिलती !
कुछ दिनो के बाद अचानक एक एक चिट्ठी मिली ... राजा खुश हुआ के चलो कम से कम एक आदमी तो जागा ,,,,, जब चिट्ठी खोली गयी तो उसमे लिखा था - "हुजूर जूते मारने वालों की संख्या बढ़ा दी जाए ... हम लोगो को काम पर जाने मे देरी होती है !
Ramzan Mubarak
ReplyDeleteIf your heart beats faster when you see him/her
ReplyDeleteIf she/he draws a wide smile on your face
Than you're with the right person
JAIL WALI KE LIYE
ReplyDeleteमैं जानता हूँ... वो....क्यूँ मुझसे रूठ जाते है
वो इस तरह से भी........ मेरे करीब आते है
तू अचानक मिल गई तो कैसे पहचानुंगा मैं,
ReplyDeleteऐ खुशी.. तू अपनी एक तस्वीर भेज दे !
Log deikhein gay to afsana bana dalein gay......**
ReplyDelete*
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Yun mere dil mein chale aao k aahat bhi na ho....**
अगर ''मनमोहन'' अपने भाषन का टिकट 50 रूपया भी रखेगा, तो भी बहूत लोग टिकट खरदेंगें।
ReplyDelete.
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ये confirm करने के लीए की ये सच मे ''गूगां'' है, या ''नही''
Jald he Yadav Kapil Dev Third party banane ke liye court ki formality puri kar lege aur
ReplyDeletefir dekhna hoga ki hamare case par kya response HC ka rahta hai
.
Third Party ke liye sampark kare Yadav Kapil Dev 9452106714
72825 Primary Assistant Teacher Vacancy Current Situation
Binva sunvai ke aaye date aage badh jane se chhatro me nirasha ka mahol hai.
Next date 23 Tuesday lagai gai hai
UPTET 2013
UPTET 2013 ke official Answer Key jari
Answer Key ke liye Clcik kare
टीईटी : जांच के बाद निरस्त हुई आपत्तियां,,,,,,,,,,,, शिक्षाविदें कीटीम ने व्यापक स्तर पर की जांच गलत
पायीं आपत्तियां इलाहाबाद (एसएनबी)। शिक्षक पात्रतापरीक्षा (यूपी टीईटी- 2013) के जिन प्रश्नों और उनके
उत्तर को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों नेआपत्तियां उठाईथी वह शिक्षाविदें कीजांच में गलत पाई गई। ऐसे में
अभ्यर्थियों कीआपत्तियों को निरस्त करते हुए सचिव परीक्षा नियामकप्राधिकारी उत्तर प्रदेश अभ्यर्थियों कोउनके
जवाब डाक से भेजने की तैयारी कर रहा है। संभावना है कि एक-दो दिनों में अभ्यर्थियों कोडाक से उनके गलत प्रश्नों के
उत्तरमिलने लगेंगे। वहीं दूसरी तरफ ऐसी उम्मीद है कि टीईटी का रिजल्ट 31 जुलाईतक घोषित कर दिया जाएगा।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय उत्तरप्रदेश इलाहाबाद के सूत्रों ने बताया कि करीब एक हजार
अभ्यर्थियों नेटीईटी-2013 के एक दर्जन से अधिक प्रश्न और उनके उत्तर को गलत बताते हुए ऑनलाइन
आपत्तियां दी थी कि अगर प्रश्न और उनके उत्तर गलत है तो उसके पूरे अंक मिलने चाहिए। सचिव परीक्षा नियामक
प्राधिकारी श्रीमती नीना श्रीवास्तव ने जिन विषयों की आपत्तियां आई थी उसके निस्तारण के लिए चार शिक्षाविदें
कीटीम गठित की थी। शिक्षाव्दिों की टीम ने बताया कि सचिव परीक्षा नियामकप्राधिकारी कार्यालय की ओर से
परीक्षा के दौरान आए सभी प्रश्न सहीं थे। अभ्यर्थियों नेजिन प्रश्नों और उनके उत्तरों को गलत बताया था वह जांच
में सभी सही पाए गए। सूत्रों ने बताया कि उच्च प्राथमिक के डब्ल्यू सीरीज के हिन्दी के प्रश्नपत्र में24 प्रश्नों और
उनके उत्तर पर अभ्यर्थियों नेआपत्ति दर्ज कराई थी। प्राथमिक स्तर के संस्कृत में सात प्रश्नों पर आपत्तियां थी।
उच्च प्राथमिक के संस्कृत के डब्ल्यू सीरीज में 10 आपत्तियां थी।।उच्च प्राथमिक भाषा संस्कृत में नौ प्रश्नों और
उनके उत्तरों पर आपत्तियां थी। यह सभी निराधार पाई गई। वहीं उच्च प्राथमिक विज्ञान में 18 आपत्तियां,
प्राथमिक स्तर के उर्दू भाषा में 11, उत्तर प्राथमिक स्तर उर्दू में दो, प्राथमिक स्तर गणित में 10 और उच्च
प्राथमिक स्तर गणित में तीन सवालों और उनके उत्तर गलत होने की बात अभ्यर्थियों नेकी थी लेकिन जांच में सचिव
परीक्षा नियामकप्राधिकारी द्वारा दिए गए सभी प्रश्न और उनके उत्तर सही पाए गए। अभी मनोविज्ञानऔर
हिन्दी विषय की आपत्तियों पर उठाए गए प्रश्नों की जांच चल रही है। इस पर अभ्यर्थियों केउठाए गए प्रश्नों और
उत्तर के गलत का जवाब भी सचिव परीक्षा नियामकप्राधिकारी देने जा रहे हैं। वह सभी अभ्यर्थियों कोपंजीकृत डाक से
उनके प्रश्नों और उत्तर का जवाब देगा। उधर, सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश
श्रीमती नीना श्रीवास्तव का कहना है कि 31 जुलाई के पहले यूपी टीईटी के रिजल्ट को घोषित करने
की तैयारियां अन्तिम दौर में चल रही है।
Junior High School Assistant Teacher Vacancy Current Situation
Junior bharti 2013 आवेदन के लिए कब क्या -जिलेवार विज्ञापन�� ��� �19 अगस्त -पंजीकरण व ई-
चालन जमा होंगे�� �22 अगस्त से -ऑनलाइन आवेदन�� ��� �ई-चालान जमा होने के दो दिन बाद से -
आवेदन की अंतिम तिथि�� ��� �23 सितंबर -मेरिट लिस्ट का प्रकाशन�� ��� �30 सितंबर -
चयनितों की काउंसलिंग�� ������������ 4 अक्तूबर से -मेडिकल जांच�� ������
�काउंसलिंग के 15 दिन बाद तक -चयनितों की तैनाती�� ��� �मेडिकल के दो दिन बाद
ReplyDeleteYadav kapildev lalbahadur yahi wo shaitan hai
jiske karan ye bharti aj tak latki hui hai.
Ye apne
apko acd supporters ka masiha kahta hai. Lekin
iski khud ki aukat kya hai.
Hs-47.83
inter-60.40
grad-53.28
b. Ed.-81.9
ye b.ed. Ki degree ke bal
par baukhla raha hai jo isne jugad se madras
university se prapt ki hai.
Iski itni aukat nahi ki
b.ed. Entrance bhi pass kar sake.
ReplyDeletehamaracase ko 23 ko isliye date liya gya hai kyuki
22 komahapatra ki bench me up psc case me
kafibahas hogi aur us din s.p gov. Ki ek aur jid
parcourt rok lagayega,.22 ko hamare case ko
bahas kliye time na milta jabki 23 ko jarur bahas
hogi aurlambi bahas hogi..jisme kafi ku6 clear
hoga..
jai tet
Mai 3rd party bangaya re........
ReplyDelete.
.
Kripya Nimn Nambro par BHEEK dene ki kripa kar.....e.......?
.
bhagwan aur allah aapko dega.
.
. Ghar ki chhat dalani h
1- Kapil dev..
.
A/C No. SBI. 30414399239
.
allah ke nam par dede baba
.
.
Sali ki sadi karni h.
2 -S.Singh
.
A/c No SBI. 30789738479
.
Mola ke nam par dede baba.
.
..
.
. Kabristan banana h
.
.3. Radhe rani
. A/C. No. bhool gaye bad me bata dunga
.
. do gaj. kaf...............a.........n...ke liye dede baba
jo bhi ku....t.....t...a...a....nahi dega ham log hc me kadam nahi rakhenge-
ReplyDeleteभले डांट घर में तू बीबी की खाना
भले जैसे -तैसे गिरस्ती चलाना
भले जा के जंगल में धूनी रमाना
मगर मेरे बेटे कचहरी न जाना
कचहरी न जाना
कचहरी न जाना
कचहरी हमारी तुम्हारी नहीं है
कहीं से कोई रिश्तेदारी नहीं है
अहलमद से भी कोरी यारी नहीं है
तिवारी था पहले तिवारी नहीं है
कचहरी की महिमा निराली है बेटे
कचहरी वकीलों की थाली है बेटे
पुलिस के लिए छोटी साली है बेटे
यहाँ पैरवी अब दलाली है बेटे
कचहरी ही गुंडों की खेती है बेटे
यही जिन्दगी उनको देती है बेटे
खुले आम कातिल यहाँ घूमते हैं
सिपाही दरोगा चरण चुमतें है
कचहरी में सच की बड़ी दुर्दशा है
भला आदमी किस तरह से फंसा है
यहाँ झूठ की ही कमाई है बेटे
यहाँ झूठ का रेट हाई है बेटे
कचहरी का मारा कचहरी में भागे
कचहरी में सोये कचहरी में जागे
मर जी रहा है गवाही में ऐसे
है तांबे का हंडा सुराही में जैसे
लगाते-बुझाते सिखाते मिलेंगे
हथेली पे सरसों उगाते मिलेंगे
कचहरी तो बेवा का तन देखती है
कहाँ से खुलेगा बटन देखती है
कचहरी शरीफों की खातिर नहीं है
उसी की कसम लो जो हाज़िर नहीं है
है बासी मुहं घर से बुलाती कचहरी
बुलाकर के दिन भर रुलाती कचहरी
मुकदमें की फाइल दबाती कचहरी
हमेशा नया गुल खिलाती कचहरी
कचहरी का पानी जहर से भरा है
कचहरी के नल पर मुवक्किल मरा है
मुकदमा बहुत पैसा खाता है बेटे
मेरे जैसा कैसे निभाता है बेटे
दलालों नें घेरा सुझाया -बुझाया
वकीलों नें हाकिम से सटकर दिखाया
धनुष हो गया हूँ मैं टूटा नहीं हूँ
मैं मुट्ठी हूँ केवल अंगूंठा नहीं हूँ
नहीं कर सका मैं मुकदमें का सौदा
जहाँ था करौदा वहीं है करौदा
कचहरी का पानी कचहरी का दाना
तुम्हे लग न जाये तू बचना बचाना
भले और कोई मुसीबत बुलाना
कचहरी की नौबत कभी घर न लाना
कभी भूल कर भी न आँखें उठाना
न आँखें उठाना न गर्दन फसाना
जहाँ पांडवों को नरक है कचहरी
वहीं कौरवों को सरग है कचहरी ||
(कैलाश गौतम)