UPTET : नौकरी न लगने पर युवती ने खुद को फूका
Good Comment on Blog :
नकारात्मक विचार आना एक सामान्य सी बात है ये मनुष्य के मस्तिष्क मे तब उत्पन्न होती है जब वो असफल होता है
या जब उससे कम योग़्य आगे बढ़ जाते है
मै अपने भाईयो से सिर्फ एक बात कहूँगा
" कोई बात नही
अगर खुदा की खुदाई खत्म हो गयी
तकदीर लिखने वाले भगवान के कलम की स्याही खत्म हो गयी
तो हम अपने खून पसीने से तकदीर अपनी लिख लेँगे
अपने साथ साथ अपने आने वाले नौनिहालो की जिँदगी खुशियो से भर देँगे
भरोसा है मुझे अपने बाजुओ पे
भरोसा है मुझे अपने माँ पिता की परवरिश पे
भरोसा है मुझे अपने गुरु जनो द्वारा दिये ज्ञान पे
कमजोर नही कायर नही ना ही भगोड़ा हूँ मै
कि मुसीबत के डर से राह बदल दूँ
अपनी मँजिल मै छोड़ दूँ
हक अपना हासिल करके रहूँगा "
नोट- नकारात्मक विचार पल भर के लिऐ आते है
उनको नकार के आगे बढ़ना हमारा फर्ज है
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Note : Blog Par Mr TMNTBBN DWARA KI GAYEE POST , Bahut Hee Achha Likha Hai
Sabhee Comment Daalne Vaale Dhyan Rakhen Ki Kuch Bhee Aisa Na Likhen , Jis Se IT Act ka Ullangan Ho
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नौकरी न लगने पर युवती ने खुद को फूका
जानकारी के अनुसार सहजनी निवासी गंगासागर की पुत्री 24 वर्षीय संध्या दो पुत्रों प्रभात व आकाश के बाद की थी। पिता के अनुसार उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए उन्होंने पुत्री को कर्जा लेकर पढ़ाया लिखाया था। मृतका ने वर्ष 2010 में बीएड की पढ़ाई पूरी करने के बाद टीईटी परीक्षा पास की और इसके बाद से उसकी नौकरी नहीं लग पा रही थी। पिता के अनुसार इसी बात को लेकर अक्सर गुमसुम रहती है। बताया पिछले तीन दिनों से वह न तो किसी से ठीक से बात करती थी और न ही ठीक से खाती पीती थी। बुधवार को सुबह करीब दस बजे घर के अन्य सदस्य दूसरे हिस्से में मौजूद थे तभी युवती घर के अलग हिस्से में जाकर मेन गेट अंदर से बंद कर खुद पर मिट्टी का तेल डाल कर आग लगा ली। युवती की चीख पुकार सुन कर परिजन मदद को दौड़े पर गेट बंद होने के कारण बचा नहीं पाए। इस बीच युवती बंद कमरे में आग का गोला बन कर इधर उधर दौड़ती रही। आनन-फानन में परिजन छत पर पहुंचे और बरामदे पर लगे जाल को तोड़ कर रस्सी के माध्यम से नीचे उतरे और दरवाजा खोला। हालांकि, तबतक युवती पूरी तरह से जल चुकी थी और मौके पर ही दम तोड़ चुकी थी। पुत्री के शव को देख मां कुसमा देवी व छोटी बहन सुनैना फफक पड़ीं। सूचना पर पहुंची गंगाघाट थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है
News Sabhaar : Jagran (Publish Date:Wednesday,Aug 06,2014 07:21:27 PM | Updated Date:Wednesday,Aug 06,2014 07:21:06 PM)
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शांत बैठे है तो ये मत समझना कि आग नहीँ है
ReplyDeleteहमारे अंदर,
डरते है कहीँ समन्दर कम ना पड़ जाये
बुझाने के लिए
कल तक मेरी सहानुभूति उन शि.मि. भाइयोँ के साथ थी जो शिक्षक चयन मानदण्ड के अनुरुप खुद को शिक्षक के रुप मेँ चयनित होने के पक्षधर थे किन्तु इस आधार पर उनके चयन का मैँ पूर्णतय: विरोध करता हूँ/रहूँगा जो आज ये कहते नहीँ थक रहे हैँ कि हमने 12 वर्ष का सश्रम कारावास झेला है ।
ReplyDelete!
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यदि विधि एवं विधाता ने चाहा तो कल ये सश्रम कारावास, मुक्ति का दिन होगा ।
Ye atmahatya nahi balki hatya hai or iske zimmedar Akhilesh sarkar hai..pahle 3 salo tak mansikta or Arthik shoshan or ab hatya...hame to sharm ati hai ki hum utter pradesh me rahte hain jaha pe berozgaro ke sath is tarah ki neechta ki ja rahi hai ki unhe apni zindigi bhi bojh lage lagi hai
ReplyDeleteBus ab Bhut huaa.....
ReplyDeletePlz.... Ab to kuch kro.....
क्या हिसाब होगा शि.मि. की उन मिठाइयोँ के रुपयोँ का जो नियुक्ति के पश्चात् आज तक खर्च हो गये ?
ReplyDeleteहे भगवान !!!
भाई कपिल की एस एल पी मेँ वो कौन से बिन्दु हैँ जिससे इतना कूद रहा है ।
ReplyDeleteइस कपिल ने अपनी एस एल पी मेँ क्या नया जोड़ा है जो इतने धौँस दिखा रहा, कम्बख्त लाख रुपये की शर्त लगा रहा है स्टे के लिए, क्या करुँ लगा लूँ शर्त ?
ReplyDeleteकिसी दिन कपिल के साँस लेने पर ही स्टे ना लग जाए
ReplyDeleteमैं ये देख रहा हूँ कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन जितनी डर और कड़ाई से उ.प्र.टीईटी संघर्ष मोर्चा कर रहा है उसके आधे डर और कड़ाई से अनुपालन सरकारी मशीनरी नहीं कर रही है!
ReplyDeleteचाहें वो बेसिक शिक्षा विभाग हो,
चाहें डायट हो,
चाहें एससीईआरटी हो चाहें हीरालाल गुप्ता हों।
क्या मैं सही हूँ मित्रों!
वर्तमान में जनपदों में टी0ई0टी0
ReplyDeleteरोल नम्बर फीड करने
की कार्यवाही गतिमान है,
जिसे 12 अगस्त तक पूर्ण करने के
निर्देश जारी किये गये है।
टी0ई0टी0 रोल नम्बर के आधार पर
एन0आई0सी0 लखनऊ में टी0ई0टी0
2011 परीक्षा परिणाम
की उपलब्ध सी0डी0/ऑकड़े पर मर्ज
करा दिया जायेगा, जिससे नाम,
पिता का नाम, जन्मतिथि,
महिला/पुरूष, विज्ञान/कला,
जाति/ विशेष आरक्षण
आदि समस्त कॉलम अपडेट हो जाये,
इसके आधार पर टी0ई0टी0
नम्बरों का सत्यापन
भी हो जायेगा। देर से ही सही पर
कुछ कुछ अच्छा करने की मंशा है |
कपिल के वकील ने विनती की है की रमाबाईनगर पुलिस की लिस्ट में जिन लोगों के नाम थे उनको बाहर निकालकर ये भर्ती की जाये ,
ReplyDeleteये इम्पलीडमेंट ऍप्लिकेशन टेट मेरिट पर कपिल की मौन स्वीकृति है।
यदि हमारे इन तीन वर्षों का इतिहास देखा जाये ।
ReplyDeleteतो बस हमें छला गया है और इस कदर छला गया है कि छल भी शरमा जाये ।
और कोई होता तो टूट कर बिखर गया होता इतने जुल्म और ज्यादती से , इतनी नफरत और हिकारत से , इतनी उपेक्षा और बदनियत से , इतनी चालों और कानूनों से ,
पर ये हम हैं और हमारे सीने की धडकती आग है जो हमें जिन्दा रखे हुये है पर पल्टू राम कहीं न कहीं तू भी महसूस करता होगा किनसे पाला पड गया है।
चिन्ता मत कर
तुझे ऐसा दफन करेंगे कि पाताल में भी ठौर न मिले
लानत तेरी जिन्दगी पर
थू तेरे जन्म पर
बाप के दिये हुये फोकट के पद पर इतना गुरूर
कि भूल गया कि तू भी कभी छात्र था
जैसे राजनीति तेरा कैरियर है
वैसे हमारा भी कुछ कैरियर था। अपना तो तूने चमका लिया अब दूसरों का बिगाड रहा है।
खा ले , कमा ले , भर ले अपनी जेबें ,
क्योंकि इस बार तुझे बतायेंगे कि कौन बडा है तू या हम , 2017के बाद तू भूतकाल न बन जाये , तो कहना
Mr.tmntbn...
DeleteI salute to u...n ur this comment.
Bcoz...ab bahut ho gayi...goverment ki badtmeezi...i agreed...to above comment.
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार 5 अगस्त की बजाय हमारे देवरिया टीईटी संघर्ष मोर्चा की टीम लगभग 50 की संख्या में आज डायट रामपुर कारखाना देवरिया पहुँची।
ReplyDeleteजैसे ही हमलोग मुख्य द्वार पर पहुँच कर सिर्फ एक बार ही नारा लगाया टीईटी संघर्ष मोर्चा जिन्दाबाद तब तक दो डायटकर्मी तुरन्त भागते हुए बाहर आये और बिना कुछ पूछे ही जानकारी देने लगे!
हमलोगों ने पूछा प्राचार्य जी कहाँ हैं तो उन्होने कहा प्राचार्य जी आज किसी काम से बाहर हैं उनका कार्यभार संभाले ब्यक्ति उन दोनों में से एक थे। उन लोगों ने निम्न जानकारी दी -
1.देवरिया में कुल 1 लाख 6 हजार 97 फार्म प्राप्त हुए थे।
2.लगभग 70 हजार प्रत्यावेदन आये हैं।
3. 45 हजार फार्मों की फीडिंग अब तक हो चुकी है और आज 25 हजार फार्म की फीडिंग चल रही है।
4.उन्होने बताया कि हम दो से तीन दिन में अपना सारा काम निपटा लेंगे और साथ ही साथ हमलोगों को टीचर बनने की शुभकामना दी।
हमलोगों ने चेतावनी के साथ ज्ञापन भी सौंपा कि अगर काम में हीलाहवाली हुई तो परिणाम बुरा होगा! उन लोगों ने निश्चिंत किया कि इसकी नौबत नहीं आयेगी।
जहाँ नदी की धारा में अवरोध आता है नदी दो रस्ते बना कर बहने लगती है इससे जहाँ एक क्षेत्र को लाभ था वही उसी जल का प्रयोग व्यापक हो जाता है तो बाधा पर अफ़सोस के बजाय नई धारा का स्वागत करे।
ReplyDeleteधन्यवाद
कमाल की बात है हम पड़े लिखे होने के बाद भी केवल इतना नहीं समझ पा रहे है-
ReplyDelete१- जब डेटा फीड हो रहा था चाहे गलत हो या सही उस समय मोबाइल नंबर नहीं डाला गया था उसके बाद एक कोलन और मोबाइल नंबर का एक्सेल सीट में बढ़ाने के नाम पर फीडिंग पर समय काटा गया।
२- अब जब मोबाइल नंबर भी फीड हो गए है और डेटा अपलोड हो रहा है तो इसमें भी नए सॉफ्टवेयर के नाम पर टी.ई.टी रोल नंबर का एक और कोलन एक्सेल सीट पर बड़ा दिया गया और कहा जा रहा है कि इसके डालते ही सॉफ्टवेयर से नाम एड्रेस वगैरह-वगैरह अपने आप लोड हो जायेगा आखिर पिछली फीडिंग में जहा १० कोलन नाम फादर्स नाम वगैरह फीड किये गए और कंट्रोल आई.डी का खेल खेला गया अब जब कॉउंसलिंग ऑफ लाइन होना है तो फीडिंग का क्या औचित्य।
३- जब समस्त डेटा टी.ई.टी रोल नंबर से खुल रहा है तो क्या उसमे नए टी.ई.टी मार्क्स नहीं होंगे उनको फीड कराने की क्या जरूरत।
४- कमाल है इसी मज़ाक-मज़ाक में जूनियर और शिक्षामित्र दोनों को कर डाला वो भी एक महीने में और हमे फीडिंग का झुनझुना पकड़ा देते है और हम पड़े लिखे होने के बाद भी बजाते रहते है।
५- इस बीच में नए-नए कपिल से दाव चलवाते रहते है की सायद अभी-भी कुछ हो जाये हालाँकि होने कुछ नहीं वाला अब तो स्वयं दत्तू साहब भी इस आर्डर को चाहकर भी नहीं पलट सकते । हमारी नियुक्ति 100 प्रतिशत होगी लेकिन मानसिक रूप से हमे तोड़ने का काम ये गवर्मेंट अभी भी कर रही है।
जागो ग्राहक जागो-
अब जब 6 से 8 के बीच में कॉउंसलिंग का सेडुअल जारी होना था और यदि नहीं होता है तो हमे बिना किसी के लोलीपोप में आये तत्काल १५ अगस्त आंदोलन की डेट खोषित कर देनी चाहिए और इस बार ये डेट बड़े न । कंटेम्ट के लिए तीनो ग्रुप एक मंच पर आकर साथ लड़े अच्छे से अच्छा बकील हो जायेगा लेकिन अगर इसी तरह एक दूसरे का मुह देखते रहे तो जैसे अभी तक समय कटा है इसी तरह २०१७ तक काटना पड़ेगा जब ललितपुर-झाँसी टीम ने सदानंद, सुजीत, गणेश, अवनीश भाई s.k.pathak और अन्य साथियो के साथ सतीश चन्द्र मिश्रा को कराया था तो बी.एस.पी का खुला समर्थन माँगा था जिसको मोर्चा खुलकर नहीं दे पाया नहीं तो आज मिश्रा जी हमारे साथ खड़े होते हालाँकि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की पहली तारीख में ही हमारे लिए जोरदार बहस कर-कर तभी इस केस की तस्वीर साफ कर दी थी वो भी फ्री में,जब की ६ लाख के बकील ओ सीट कहकर भाग गए थे इसलिए एक बार निवेदन करूंगा तीनो ग्रुप एक साथ मंच पर आये नहीं तो डेट पर डेट का ये सिलसिला अनवरत जारी रहेगा।
जय हिन्द
जय टी.ई.टी
टेट मोर्चे में भी अजीब लोग है कभी बकील खड़ा करने का कम्पटीशन होता है बिना ज़रुरत के १३-१३ बकील और कभी जरूरत पर एक भी बकील नहीं
ReplyDeleteजैसा कि 5 अगस्त को डाइटों पर फीडिंग के लेकर दबाब बनाने का समय तय था ।
ReplyDeleteमैं भी टीम के साथ डाइट पर गया। वहीँ के एक प्रवक्ता मुस्कराते हुए बोले कि आपने बच्चों की कसम खाकर कहता हूँ कि आप अतिशीघ्र ही शिक्षक वनेने वाले हैँ।
और आप हमारे ही(प्रशिक्षार्थी)के हदस्य हैँ।यह सुनकर सभी साथी काफी संतुष्ट एवं प्रफुल्लित हूए ।
tet ki history hamare bachche jarur padenge
ReplyDeleteकुशीनगर डायट पर हंगामा...तालाबंदी...
ReplyDeleteपूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार
डायट पर पहूँचे संगठन के लोगो ने
देखा कि अभी तक फीडिंग का कार्य
प्रारम्भ भी नही हो सका है...
जिससे नाराज
संगठन के लोगो ने तालाबंदी का निर्णय
लिया और मीडिया के मित्रों को तुरन्त
बुलाया..प्राचार्य पी एन यादव से पूछने पर
कि समय इतना कम है आप कैसे फीडिंग
करा पायेंगे तो उन्होने कोई स्पष्ट जवाब
नही दिया जिस पर संगठन ने उन्से
कहा कि प्राइवेट एजेन्सी से तत्काल काम
शुरु कराये...जिस पर उन्होने कहा कि शाम
को मीटिंग है मै आप लोगो को कल
सूचना देता हूँ..संगठन ने स्प्ष्ट
किया कि कल तक वह अपनी स्थिती स्प्ष्ट
कर दें वर्ना संगठन वही धरने पर बैठ
जायेगा...
12 तक फीडिंग हर हाल मे
पूरी होनी चाहिए.
नकारात्मक विचार आना एक सामान्य सी बात है ये मनुष्य के मस्तिष्क मे तब उत्पन्न होती है जब वो असफल होता है
ReplyDeleteया जब उससे कम योग़्य आगे बढ़ जाते है
मै अपने भाईयो से सिर्फ एक बात कहूँगा
" कोई बात नही
अगर खुदा की खुदाई खत्म हो गयी
तकदीर लिखने वाले भगवान के कलम की स्याही खत्म हो गयी
तो हम अपने खून पसीने से तकदीर अपनी लिख लेँगे
अपने साथ साथ अपने आने वाले नौनिहालो की जिँदगी खुशियो से भर देँगे
भरोसा है मुझे अपने बाजुओ पे
भरोसा है मुझे अपने माँ पिता की परवरिश पे
भरोसा है मुझे अपने गुरु जनो द्वारा दिये ज्ञान पे
कमजोर नही कायर नही ना ही भगोड़ा हूँ मै
कि मुसीबत के डर से राह बदल दूँ
अपनी मँजिल मै छोड़ दूँ
हक अपना हासिल करके रहूँगा "
नोट- नकारात्मक विचार पल भर के लिऐ आते है
उनको नकार के आगे बढ़ना हमारा फर्ज है
अगर सभी भारतीय 90 दिन तक
ReplyDeleteकोई भी विदेशी सामान नहीं ख़रीदे...
तो भारत दुनिया का दूसरा सबसे
अमीर देश बन सकता है..
सिर्फ 90 दिन में ही भारत के
2 रुपये 1 डॉलर के बराबर हो जायेंगे..
हम सबको मिल कर
ये कोशिश आजमानी चाहिए
क्युकी ये देश है हमारा..!!!!
plz share & aap bhi sahyog kare
Plz frwd this msg to all groups and say
Is desh me rahena he to jag jao
In 1970 1$ = Rs. 4
Today 1$ = Rs. 68
Estimated 1$ by end of the year = Rs. 72
Dollar is not getting stronger, rupee is
getting weaker! & nobody else is
responsible for d fall, except us!
How can we change it!
1. A Cold Drink produced for 70-80 paisa
sold at Rs. 9-10!
Stop drinking them, Drink Lemon juice,
Lassi, Fruit juice, butter milk etc. instead
of coke, pepsi.
2. Use Soaps such as Cinthol,
Santoor,Medimix, Neem, Godrej brands
instead of lux,lifebuoy, rexona, liril,
dove, pears, hamam,camay, palmolive!
3. Toothpaste-
Use Neem, babool, vicco, dabur instead
of colgate,close up,pepsodent, cibaca
4. Toothbrush
Use prudent, ajanta,promise instead of
colgate, close up, oral-b,
pepsodent,forhans
5. Shaving cream-
Use godrej, emami
Instead of palmolive,old spice, gillete.
6. Blade-
Use supermax, topaz, laser, ashoka
Instead of seven-o-clock, 365, gillete
7. Talcum powder-
Use santoor, gokul,cinthol, boroplus
Instead of ponds, old spice,
johnson,shower
to shower.
8. Milk powder
Use indiana, amul,amulya
Instead of anikspray,milkana, everyday
milk, milkmaid
9. Shampoo-
Use Nirma, Velvette
Instead of halo, all clear, sunsilk, head
and shoulders, pantene
10. Mobile connections-
Use bsnl, airtel,reliance,idea
Insteaf of vodafone
11. Food-
Eat at jay bhavani, TGB, local
restaurants
Instead of mac-d, subway, pizza hut, kfc
12. Mobile
Use micromax, karbonn, lava
Instead of samsung,apple, htc, sony
13. Bikes-
Use hero, bajaj
Instead of honda, yamaha
14. Footwear-
Use paragon, chavda,lakhani
Instead of nike, reebok, adidas,converse
15. Jeans and shirts
Use spykar, k-lounge
Instead of lee, levi's,U.s. Polo, pepe,
benetton
16. Watch
Use titan, sonata ,fasttrack
Instead of tommy, Citizen, zodiac, tissot
Dont use products from hindustan
lever, Only name is hindustan it has
been taken by foreign company
We blame politicians
Now go and check the things you use
and ask yourself how much do you
contribute to the decreased value of
RUPEE
You use these foreign made products...
& Government hv to pay in dollars for d
same...thus value of rupee Decreases...
Aren't u responsible for fall of rupee..
Samsung S4 at Rs 41k.. Same features
Micromax Can4 comes at Rs 17k..means
u waste Rs 24k..and these 24k go to
south Korea in dollars..
None of the indian products are
subordinate in quality, they might look
a bit less fancy!!
Why is china so ahead, because the
whole world uses made in china items.
We indians could atleast use made in
india items!
Change comes from within! spread the
change by broadcasting this msg to
everyone on your contact list!
I did my part, you do your and lets see
by the end of this year does 1$ become
Rs. 70 or it becomes Rs. 50..
JAAAAGO.
Some of these we follow....but we can
make our best possible to make a
change.
Please, before deleting, HELP your frnds
by passing it..!
अक्सर इस मन्जर पर आकर ख़त्म हुआ है ।
ReplyDeleteदरिया फिर समन्दर पर आकर ख़त्म हुआ है ।।
यही होता आया है, यही होना था और यही हुआ ।
आईना आखिर पत्थर पर आकर ख़त्म हुआ है ।।
ज़िन्दगी बता तो दे आखिर चलना कब तक है ।
पिछला सफ़र अगले सफ़र पर आकर ख़त्म हुआ है ।।
हर बार की तरह उसकी बद्दुआओं का सिलसिला ।
इस बार भी मेरे घर पर आकर ख़त्म हुआ है ।।
अक्सर इस मन्जर पर आकर ख़त्म हुआ है ।
दरिया फिर समन्दर पर आकर ख़त्म हुआ है ।।
Wah...
Deleteउत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को सत्ता पर काबिज़ हुए लगभग ढाई साल होने वाले हैं .. ढाई साल पहले 2012 में हुए विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव और उनके सुपुत्र अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए जनता से कई वादें किये जैसे सत्ता पर काबिज़ होने के बाद बाहरवीं पास छात्रों को लैपटॉप, दसवी पास छात्रों को टैब, कन्याविद्याधन, बेहतर कानून व्यवस्था आदि ..इन सभी वादों में एक बात सबसे अधिक गौर करने वाली थी तो वह सपा सरकार के सत्ता पर आने के बाद जनता को बेहतर कानून व्यवस्था प्रदान करने वाला वादा था .. प्रदेश की जनता पिछली बसपा सरकार की भ्रष्ट एवं लचर महकमे से जहा दुखी थी तो वहीँ एक नयी सरकार को सत्ता सौंपने को लेकर अत्यधिक उत्साहित भी थी, जिसके फलस्वरूप प्रदेश की जनता ने सपा को भारी बहुमत देकर प्रदेश की जिम्मेदारी विदेश से पढ़ कर आये युवा चेहरे अखिलेश यादव के हाथों में सौंप दी .. प्रदेश में सपा सरकार के आते ही जैसे गुंडा राज खुद ब खुद हावी होने लगा जिसकी शुरुआत 8 मार्च 2012 को विधानसभा नतीजों के आने के बाद शुरू हुई .. आश्चर्यजनक जीत से उत्साहित सपा कार्यकर्ताओं के द्वारा कई मीडिया कर्मचारियों को बंधक बनाने व् उनके ऊपर हमला करने की घटना सामने आने लगी .. समय बीतने के साथ तो प्रदेश की कानून व्यवस्था और ख़राब होती गयी जिससे प्रदेश में सैकड़ों दंगे हुए तो बरेली, मुज्ज़फरनगर समेत कई शहरों में कई दिनों तक लगे कर्फ्यू से सपा सरकार के द्वारा की गयी बेहतर कानून व्यवस्था वाले वादें की पोल खुलती गयी . पिछले दो वर्षों में कमोबेश उत्तर प्रदेश के चारों कोने सांप्रदायिक दंगो के आग की भेंट चढ़ते गए हैं . फिर चाहे वह हाल ही में हुए मुरादाबाद के दंगे हों या गोरखपुर के दंगे . मुज्ज़फरनगर, सहारनपुर, बरेली जिलों में हुए सांप्रदायिक दंगों ने प्रदेश सरकार की कथनी और करनी को लोगो के समक्ष ला खड़ा किया है .. इसके आलावा हाल ही में हुए बदायूं में दो बहनों के साथ बलात्कार के बाद पेड़ पर लटकाए जाने एवं लखनऊ के मोहनलालगंज इलाके के ‘निर्भया’ बलात्कार काण्ड में प्रदेश पुलिस की बेबुनियाद छानबीन एवं जांच पड़ताल से प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठने लगे हैं .. पुलिस के द्वारा निर्भया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से की गयी छेड़ छाड़ की वजह से जनता का प्रदेश सरकार और उसकी कानून व्यवस्था पर से भी लगातार भरोसा उठने लगा है है और दो साल से ज्यादा बीतने के साथ ही सपा सरकार की नाकामी साफ़ दिखाई पड़ने लगी है ..
ReplyDeleteप्रदेश के मुखिया अखिलेश यादव लगातार अपनी नाकामी को छुपाते हुए सपा कार्यकाल में हुए दंगों की वजह अन्य राजनीतिक दलों को बताते रहे है परन्तु प्रदेश के मुखिया अखिलेश यादव चाहे इस तरह के जितने भी तर्क दे दें, यह सभी तर्क जनता के गले उतरता हुआ नहीं प्रतीत हो रहा है .आज से लगभग ढाई दशक पहले लोहिया के समाजवाद को अपना कर मुलायम सिंह यादव ने अपनी राजनीतिक जमीन की नीव रखी थी.. राम मनोहर लोहिया को अपना आदर्श मानने वाली तथा उन्ही के नक़्शे क़दमों पर चलने की बात कहने वाली सपा सरकार के हालिया क्रिया कलापों को देखते हुए किसी भी तरह से यह लोहिया का समाजवाद दिखाई नहीं पड़ता है..
ReplyDeleteखैर, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में अखिलेश यादव क्या प्रदेश की कानून व्यवस्था दुरुस्त करने में कितने सक्षम हो पाते हैं और अगर हाँ तो कब तक क्योंकि कमोबेश पिछले कुछ महीनों में विपक्षी राजनीतिक दलों की ओर से लगातार प्रदेश सरकार को बर्खास्त कर उत्तर प्रदेश में हाशिये पर पड़ी कानून व्यवस्था को प्रदेश में राज्यपाल शासन लगा कर दुरुस्त करने की मांग होती आई है.. इतना ही नहीं दो माह पूर्व हुए लोकसभा चुनावों में भी जनता ने सपा सरकार को 80 में से महज 4 सीटें देकर चेता दिया था कि अगर आने वाले कुछ ही वक़्त में अखिलेश यादव व् सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव जल्द ही प्रदेश की चरमराई कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने में कोई कड़े कदम नहीं उठाते हैं तो 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी सपा को 2014 लोकसभा चुनावों जैसा हाल झेलना पड सकता है..
ReplyDeleteAaj ek sm ka joining.letter dekha .dikhane m sale k hath kap rhe the.is pr court ke nirnay ka khi jikra nhi h.ek line likhi h ki inko ek sal.tk ke liye astayi roop s shayak teacher niyukt kiya jata h
ReplyDeleteकोई ज़माना था जब हमारे पूर्वज शिक्षा लेने अपने गांव से कोसो दूर ब्राह्मण, मौल्वी, या किसी गुरु के पास जाते थे, और कुछ बरस बाद शिक्षा लेकर घर आते थे. वें न केवल विद्या अर्जित करते बल्कि अपने गुरु के दिखाए हुए सही रास्ते पर भी चलते थे. उस समय विद्यालय को सिर्फ विद्या का मंदिर समझा जाता था, और शिक्षक को भगवान। गुरु अपने विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ जीवन जीने के मूल सिद्धांत भी सिखाता था! उस समय प्रेम की व्याख्या सिर्फ रूहानी प्रेम से थी जिस्मानी नहीं ! लेकिन आज के दौर में सब उलट-पुलट है ! स्कूल और कॉलेज को अगर कुछ समझा जाता है तो वो है आशिक़ी का अड्डा। कहीं एक तरफ़ा प्रेम में तेज़ाब फेंकता या आत्महत्या करता है ! और कॉलेजों का जो हाल है उनको देख कर तो ऐसे लगता है जैसे यह कोई कॉलेज नहीं मानो कोई लवर्स पॉइंट हो ! छात्र-छात्राएं हाथ में हाथ डाल कर सड़क पर ऐसे चलते है जैसे ये पढ़ने नहीं सिर्फ आशिक़ी करने आये हैं ! अब सवाल यह खड़ा होता है , क्या अब यही शिक्षा बची है स्कूल और कॉलेजेस में ? क्या उन स्कूल के बच्चों को पता भी है प्यार किसे कहते है ? अगर मेरी मानो तो वें सिर्फ लड़कपन के जोश में बस नज़रें मिला बैठते हैं , जिसका सिला स्कूल रिजल्ट में फ़ैल होकर, आत्महत्या करने पर , गर्भवती होकर या अपने सरफिरे प्रेमी के जानलेवा हमले से मिल जाता है ! और कॉलेजों में भी यही हाल है अधिकतम छात्रों के लिए प्यार सिर्फ एक दिल बहलाने की चीज़ है ! न पढ़ाई की चिंता न भविष्य की चिंता और न हि माता पिता के मेहनत के पैसों को उड़ाते हुए चिंता, अगर चिंता है तो गर्लफ्रैंड की शॉपिंग की बॉयफ्रेंड से शॉपिंग करवाने की गर्लफ्रेंड को बाइक पर घुमाने की या बॉयफ्रेंड से पीछा छुड़ाने की ! बहुत सालों से यही चलता आ रहा है, और अब कुछ सालो में फिल्मों द्वारा, पश्चिमी सभ्यता को अपना लेने से प्रचलन और बढ़ गया है और आने वाले समय में बहुत ज्यादा बढ़ जाएंगा, जो हमारे नौजवान पीढ़ी के भविष्य के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है ! अमेरिका में ज्यादातर बच्चे हाई स्कूल की पढाई तक पूरी नहीं कर पाते जिसका सबसे बड़ा कारण लड़कपन में सही रस्ते से पैर फिसल जाना है ! और अब भारत में जिस तरह स्कूल-कॉलेजेस में छात्रों द्वारा पढाई पर कम आशिक़ी पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है वो हमारे देश की संस्कृति के साथ-साथ देश के भविष्य को भी खतरे में डालने वाला है ! इस समय जरुरी यह है कि माता पिता अपने बच्चों पर पूरा ध्यान दे. उनके बच्चों के मित्र कैसे है, उनका पहनावा कैसा है उनके बच्चे पढाई में पिछड़ते क्यूँ जा रहे हैं? इन सभी बातो पर ध्यान दे. हो सके तो बच्चों को कम उम्र में मोबाइल फ़ोन न खरीद के दें और अगर कभी जरूरत पढ़े तो माता या पिता कुछ समय के लिए अपना फ़ोन देकर भेज दें लेकिन पर्सनल फ़ोन कभी ना लेकर दें। स्कूल के बच्चों को फेसबुक या इस तरह की सोशल साइट्स से दूर ही रखे और अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को चाइल्ड मोड लगा कर रखें जिस से बच्चों को किसी भी तरह की गलत सामग्री न दिखे ! और अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा अपने करीब लाइये जिस से बच्चा कुछ भी माता पिता से छुपाने की कोशिश न करे ! इसके इलावा बच्चों को लड़कियों के प्रति आदर करना सिखाये ताकि वें गलत संगत से दूर रह सकें और हर लड़की हर औरत को भी उतनी ईज्जत दे पाये जितनी वें अपने माता पिता भाई बहन को देते है ! खैर यह तो थी कुछ सावधानियाँ जिस से माता पिता अपने कम उम्र बच्चों को गलत रास्ते पर भटकने से बचा सकते हैं ! लेकिन एक कूट सत्य यह भी है कि जब तक खुद आज की नौजवान पीढ़ी अपने भविष्य के लिए अपनी शिक्षा के लिए चिंतित नहीं होंगी तब तक स्कूल और कॉलेजों में इस तरह से ही आशिक़ी चलती रहेंगी ! मै हमारी नौजवान पीढ़ी से निवेदन करना चाहूँगा की वें विद्यालय को सिर्फ विद्या का मंदिर समझें और शिक्षक को अपना गुरु वें वहां सिर्फ अच्छी शिक्षा ग्रहण करने जाएँ और अपने साथ-साथ देश का देश का भविष्य भी उज्वल करें ! मै यह नहीं कहता प्रेम करना गलत है और न ही प्रेम के खिलाफ हूँ। लेकिन प्रेम करने से पहले प्रेम को समझना भी जरुरी होता है जिसको हम लड़कपन वाली उम्र में नहीं समझ सकते ! लड़कपन में वें जिसको प्रेम समझते है वो असल में प्रेम होता ही नहीं वो तो केवल एक दिमागी वहम होता है जो वक़्त गुज़रने के बाद अपने आप खत्म हो जाता है, अगर कोई दिल से प्रेम कर बैठे और उसका साथी उसे छोड़ कर चला जाए तो वो इतना समझदार भी नहीं होता के उन हालातों से बाहर निकल कर अपने भविष्य के बारे में सोच सके ! यही कारण से हमारी नौजवान पीढ़ी नशे की दलदल में धसती जा रही है और आत्महत्या करती है ! जैसे हर काम का एक समय होता है वैसे ही प्रेम की भी एक उम्र होती है ! इस लिए नौजवान पीढ़ी अध्यात्मिक प्रेम को समझने के बाद ही सही उम्र में प्यार करें जिस से उनके जीवन कठनाईयाँ नहीं खुशियां आये !
ReplyDeleteमैं मेरिट को लेकर कोई भी बात नहीं करता हूँ !
ReplyDeleteमेरिट के अलावा मैं सब कुछ बताऊंगा !
मेरिट संबंधी बातें न पूछा करें ।
मैं जो आज 99% सही दावा करूँगा कल मेरा वही दावा 99% गलत हो जाए मैं ऐसा तो एकदम नहीं चाहूँगा ।
“तन जला कर जैसे तैसे रोटियां पकाती है माँ ।।।
ReplyDeleteनादान बच्चे जरा से अचार पर रूठ जाते हैं |”
तरक्की की फसल, हम भी काट लेते !
ReplyDeleteथोड़े से तलवे, अगर हम भी चाट लेते !!
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ReplyDelete!
मुझे
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तुम
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मिल
!
गये
!
हमदम
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सहारा
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हो तो
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ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
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जिधर
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देखूं
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उधर
!
तुम हो
!
नजारा
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हो तो
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ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
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हज़ार लोग, हज़ार बातें ...,
सवाल बहुत, जवाब तुम....
खेलने का मन करता है तो - कलमाडी याद आ जाते हैं...
ReplyDeleteपढ़ने का मन करता है तो - आरक्षण याद आ जाता है....
रोने का दिल करता है तो -सोनिया का बटला हाउस वाला आँसू याद
आ जाता है....
सोचता हूँ की पागल हो जाऊं तो-दिग्विजय सिंह याद आ जाते है....
सोचता हूँ की मूह बंद कर के रहूं तो -मनमोहन सिंह याद आ जाते
हैं....
सोचता हूँ की लोगों का सेवा करूँ तो - झूठे भगोड़े कजरी याद आ जाते
हैं...
सोचता हूँ कि कांग्रेस को भूल जाऊं -तो माँ भारती के जख़्म याद आ
जाते है..
Every girl deserves someone to remind her that she's beautiful more & more.
ReplyDelete!
ReplyDelete!
मुझे
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तुम
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मिल
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गये
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हमदम
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सहारा
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हो तो
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ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
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जिधर
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देखूं
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उधर
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तुम हो
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नजारा
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हो तो
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ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
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she was sad and sitting with me.
HE: You are the 2nd most beautiful , I’ve ever seen
SHE: Who’s the first ?
HE: It’s YOU!
When u smile..!
Uma bhai agr ho ske to ek jabab dena.kya sm ki bharti ab nhi rukegi.
ReplyDeleteहमारे मामले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया
ReplyDeleteअन्तरिम आदेश टेट मरिट चाहने वाले अभ्यर्थियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि
१:- यह आदेश नतो उच्च बेन्चो में चैलेन्ज किया जा सकता है
और नाहीं इसके खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर की जा सकती है।
क्यों की
१:-अन्तरिम का अर्थ होता है जो अन्तिम
न हो अर्थात् अभी सभी मुद्दों पर व्यापक,विस्तृत व अन्तिम फैसला आना शेष है।
अगर यह अन्तरिम आदेश न होता तो
अकल लेश सरकार 3 माह का समय बीतने के पश्चात् अन्तिम माह में फिर टाइम पास करने के लिए पुनर्विचार याचिका दायर कर देते ।और अन्त में उच्च बेन्च ।
मगर इस समय इसके पास सिवाय भरती कराने के अलावा कोई चारा नहीं।
मेरी जीत को देख हैरान है लोग।
ReplyDeleteमगर किसी ने मेरे पैरों के छाले नहीं देखे।
A perfect relationship isn’t actually perfect at all, it consists of two people who NEVER give up on each other despite any hurt or pain.
ReplyDeleteसाथियों हमारी जीत तो चार फरवरी को ही हो चुकी थी 20 नवंबर को उसका अंकपत्र आया था और अब हमारी जीत का अंकपत्र सह प्रमाण पत्र 25 MARCH भी आ गया ।
ReplyDeleteअब सपने मे भी कोई इस बात से इनकार नही कर सकता कि हम सत्य थे। अब प्रमाणित हो गया है कि जो कुछ सरकार कर रही थी सब कुछ झूठ अन्याय और वोट की राजनीति के सिवाय और कुछ नही था ।
अब हमारे मुख्यमंत्री जी भी चाहकर भी अपने द्वारा लिए गए फैसले को सही नही ठहरा सकते । अब सरकार के पास अपने 14वें और 15वें संशोधन को कैबिनेट की मीटिंग बुलाकर निरस्त कर 12 वें संशोधन को बहाल कर उसके आधार पर भर्ती करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही बचा है । हाँ कुछ देरी करके अपने अधिकारियों को तिहाड़ जेल की यात्रा अवश्य करवा सकते है । जय टेट जय टेट संघर्ष मोर्चा ।
Kas ! sm ko tet pass krne ke bad niyukti milti.
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट ने आदेश को देखने के बाद मैं यह
ReplyDeleteबात दावे के साथ कह सकता हूं कि जज साहब ने
सरकार को बहुत बुरी तरह फसा दिया है। कोर्ट
का यह कहना कि भर्ती का भविष्य कोर्ट के अंतिम
आदेश पर निर्भर करेगा,
कहीं किसी और जगह जाने की जरूरत नहीं है।
एक सरकार 72825 पदो की भर्ती करेगी, जो उसी के
राज्य के लोग रहेंगे, भर्ती करने के बाद एक
निर्वाचित सरकार अपने ही लोगों के खिलाफ
कोर्ट में लड़ेगी? पहले तो यह हवा हवाई
था कि इनका उनका ऐसे या वैसे भर्ती होगी, लेकिन
अब सुनिश्चित रहेगा कि यह सरकार XYZ के खिलाफ
लड़ रही है जिनका नाम पता सब सुनिश्चित है और
इनकी संख्या एक दो नहीं बल्कि 72825 होगी।
सवाल उठता है क्या कोई सरकार इस हद तक जाकर
राजनीतिक आत्महत्या कर सकती है?
सरकार हमारी भर्ती भी करेगी और जहाँ तक
मेरा अनुभव है वो इस लड़ाई को अब यही समाप्त
भी करेगी।
सरकार की सबसे बड़ी मजबूरी है कि कोर्ट ने
भर्ती टालने के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं।
अंतरिम आदेश के शब्द से परेशान न होइये। अंतरिम आदेश
को आगे बढ़ाकर ही अंतिम आदेश दिया जाता है न
कि उसको पलटकर। अब ये बात पल्टुआ के सलाहकारों के भी समझ मे भी आ जानी चाहिए ॥
जीवन में किसी का भला करोगे, तो लाभ होगा क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
ReplyDeleteऔर
जीवन में किसी पर दया करोगे, तो वो जीवन भर आपको याद करेगा क्योंकि दया का उल्टा याद होता है ।
मम्मी :- स्कूल जा......
ReplyDelete.
पप्पू :- नहीं जाऊंगा।
.
मम्मी :- क्यूँ??????
.
.
पप्पू :- जॉब कर लूँगा
.
मम्मी :- "नालायक बेशरम क्लास 2nd में पढ़ के क्या जॉब करेगा...?
.
पप्पू :- क्लास 1st की लड़कियों को ट्युसन (tution) पढ़ाऊँगा.!
सुप्रीम कोर्ट का रोचक अंतरिम आदेश आ गया है।
ReplyDeleteमैंने जिस तरह का अनुमान लगाया था लगभग वही अंतरिम फैसला आया है।
मै सम्पूर्ण विश्वास के साथ अपनी बात कहना चाहता हूँ कि
किसी भी याचिका का भविष्यगामी
परिणाम हमारी नियुक्ति को प्रभावित नहीं करेगा।
कुछ बातों पर राय स्पष्ट कर दूं कि
नॉन टीईटी बीटीसी को कोई राहत नहीं मिलेगी अतः उनको दी जानी वाली रिक्ति में बीएड वालों का भी हित देखा जायेगा उसके बाद फैसला होगा।
नॉन टीईटी एसबीटीसी को राहत मिल सकती है और नहीं भी मिल सकती है।
यदि राहत मिलती है तो उनकी नियुक्ति सुरक्षित रहेगी अन्यथा उनको भी यूपी
बेसिक रूल १४(३) के संशोधन संख्या १२ से गुजरना होगा।
कपिल देव को भी यदि राहत मिलती है तब भी अंतरिम आदेश नहीं पलटेगा क्योंकि
व्यापक रिक्ति को देखते हुए नियुक्ति रद्द संभव ही नहीं है बल्कि उनके लिए भी पद सृजित करना होगा एवं चयन का आधार भी
टीईटी के अंको सम्मान देने को बाध्य होगा।
इस प्रकार यह मुकदमा शानदार समाप्ति की तरफ अग्रसर है।
धन्यवाद।
एक बार फिर से आप सभी को बधाई । अब कोई इस सच से इनकार नही कर सकता कि हमने ऐतिहासिक जीत हासिल की है
ReplyDeleteदोस्तों आर्डर आ गया है हमारे केस का सर्वोच्च न्यायालय :
ReplyDelete१) इससे बेहेतरीन आर्डर नहीं हो सकता है , देखा जाये
तो सरकार को एक पैसे की भी रिलीफ नहीं मिली है |
२) जैसा की उच्च न्यायलय ने अपने आर्डर में
फैसला किया था की आप किसी भी कीमत पे इस
भर्ती को करिये उसी प्रकार से सर्वोच्च न्यायलय ने
भी वाही आदेश जारी करते हुए इस बार समय सीमा और इनके
हाथ में दे दी है |
३) सरकार जिस १५ वे रिलीफ मांगने गयी थी कोर्ट ने उसे
एडमिट करते हुए की बाकी की भारतियों पे उसकी चर्चा तो हम
जारी रखेंगे पहले आप इस भर्ती को पूरा करें |
४) दिया हुआ तीसरा पॉइंट हमारे लिए पूरे 26 महीनो में फेवर में
गया है |
७) दोस्तों हम दो भागों में बाँट गए हैं टेट और अकादमिक , टेट
वाले ख़ुशी मना रहे हैं और अकादमिक में मातम पसरा हुआ है पर
इन सबके जिम्मेदार हैं तो ये साम्रदायिक बाप बेटे , इन्होने
तो हिन्दू को मुस्लिम से लड़ा दिया तो दोस्तों स्वाभाविक है ये
टेट और अकादमिक के बींच फासले पैदा करके
अपनी राजनीती की रोटियां सेक रहे हैं |
१०) अंत में एक बात जरुर कहूंगा मित्रों अभी बची हुई
भर्तियां भी ठन्डे बस्ते में हैं क्यूंकि १५ वे अभी लम्बा सीन है
बहुत से ऐसे केस हैं जिनके फरियादी आज तक भी कोर्ट के
chakkar काट काट के खुद फरियादी बन चुके हैं और उन्हें तारीख
के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है |
धन्यवाद !
पुराने विग्यापन का कोई रिकार्ड ना होना कोई समस्या नहीं है
ReplyDeleteकेवल टेट का रोल न व डेट आँफ बर्थ ही आप की रैंक
जिन जनपदों मेँ आप ने आवेदन किया है वेबसाइट पर शो कर देंगे
Socety m logo k tane sun rha hu.tumara.kya hua sm to teacher bn gye.kitne dino tk tumari feeding hogi.kas! ye sarkar hmare dath bhed bhav n krti.
ReplyDeleteSri geeta m krishna n kha h ki jo raja apni praja ke sath bhed vav krta h nrkgami hota h.uska bans shit nash ho jata h duryodhan ki trh.
भर्ती में आ रही बाधा को दूर करेगी सरकार "
ReplyDeleteलगता है 25 मार्च को लगे झटके का असर अब भी है तभी ऐसा वयान दिया है अब इन्हें ये भी याद दिलाना होगा भर्ती में सबसे बड़ी बाधा तो स्वं Cm साहब और इनकी सरकार है अब इन बाधाओं को कैसे दूर करेंगे !
उत्तर प्रदेश सरकार की भलाई इसी मे है कि अब वह बिना समय गँवाए खुद भर्ती शुरू करने की घोषणा करे । अकेडमिक वाले अगर चाहें तो कपिल भाई के हाथ मजबूत कर अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकते है अथवा राष्ट्पति से आदेश बदलने की माँग कर मूर्खता का प्रमाण पत्र हासिल कर गले मे लटका कर घूम सकते है । क्योंकि अब भविष्य मे भारत के किसी विभाग मे कोई भर्ती अकेडमिक अंको के गुणाँक से संभव नही होगी ।
ReplyDeleteएक दिन एक औरत अपने घर के बाहर आई और उसने तीन
ReplyDeleteसंतों को अपने घर के सामने देखा। वह उन्हें
जानती नहीं थी।
औरत नेकहा – “कृपया भीतर आइये और भोजन करिए।”
संत बोले – “क्या तुम्हारे पति घर पर हैं?”
औरत नेकहा – “नहीं, वेअभी बाहर गएहैं।”
संत बोले – “हम तभी भीतर आयेंगे जब वह घर पर हों।”
शाम को उस औरत का पति घर आया और औरत नेउसे यह
सब
बताया।
औरत के पति नेकहा – “जाओ और उनसे कहो कि मैं घर आ
गया हूँ और
उनको आदर सहित बुलाओ।”
औरत बाहर गईऔर उनको भीतर आने के लिए कहा।
संत बोले – “हम सब किसी भी घर में एक साथ नहीं जाते।”
“पर क्यों?” – औरत नेपूछा।
उनमें से एक संत नेकहा – “मेरा नाम धन है” – फ़िर दूसरे
संतों की ओर इशारा कर के कहा – “इनदोनों के नाम
सफलता और
प्रेम हैं।हममें से कोई एक ही भीतर आ सकता है।आप घर के
अन्य
सदस्यों से मिलकर तय कर लें कि भीतर किसे निमंत्रित
करना है।”
औरत नेभीतर जाकर अपने पति को यह सब बताया।
उसका पति बहुत प्रसन्न हो गया और बोला – “यदिऐसा है
तो हमें धन को आमंत्रित करना चाहिए। हमारा घर
खुशियों से
भरजाएगा।”
लेकिन उसकी पत्नी नेकहा – “मुझे लगता है कि हमें
सफलता को आमंत्रित करना चाहिए।”
उनकी बेटी दूसरे कमरे से यह सब सुन रही थी। वह उनके
पास आई
और बोली – “मुझे लगता है कि हमें प्रेम को आमंत्रित
करना चाहिए। प्रेम से बढ़कर कुछभी नहीं हैं।”
“तुमठीक कहती हो, हमें प्रेम को ही बुलाना चाहिए” –
उसके
माता-पिता नेकहा।
औरत घर के बाहर गईऔर उसने संतों से पूछा – “आप में से
जिनका नाम प्रेम है वेकृपया घर में प्रवेश कर भोजन गृहण
करें।”
प्रेम घर की ओर बढ़ चले। बाकी के दो संत भी उनके पीछे
चलने
लगे।
औरत नेआश्चर्य से उनदोनों से पूछा – “मैंने तो सिर्फ़ प्रेम
को आमंत्रित किया था। आप लोग भीतर क्यों जा रहे हैं?”
उनमें से एक नेकहा – “यदिआपने धन और सफलता में से
किसी एक
को आमंत्रित किया होता तो केवल वही भीतर जाता।
आपने प्रेम
को आमंत्रित किया है।प्रेम कभी अकेला नहीं जाता। प्रेम
जहाँ-
जहाँ जाता है,धन और सफलता उसके पीछे जाते हैं।
A good heart & a good nature R 2 different issues,
ReplyDeleteA good heart can win many relationships,
But a good nature can win many hearts.
अगर यूँ ही कमियाँ निकालते रहे आप….
ReplyDeleteतो एक दिन सिर्फ खूबियाँ रह जाएँगी मुझमें…
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हो तो
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ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
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जिधर
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देखूं
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उधर
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तुम हो
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नजारा
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हो तो
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ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
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कोशिश बहुत की राज़-ए-मुहब्बत बयाँ न हो,
मुमकिन कहाँ था की आग लगे और धुँआ न हो…♥
ये सच लगता है कि कभी-कभी आदमी को पहचानने मेँ उसका झूठ जितना कारगर होता है उतना सच नहीँ ।
ReplyDeleteसच पूछा जायेँ तो आज का जीवन आखिर है क्या 'एक आडम्बर' जिसे हम झूठ से सजाकर प्रस्तुत करतेँ हैँ ।
पर ये ठीक नही जीवन को सच से रंगियेँ प्रेम से रंगियेँ आडम्बर से नहीँ...
देखियेँ कितना अच्छा लगता है
Agar Aap Ki gf
ReplyDeleteAap Ka Kehna Nahi Sunti..
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To
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Itne Gour se Kya Padh rahe ho,
Kisi Ki gf Nahi Sunti..
meri wali to ekdumm nahi.....
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सहारा
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हो तो
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ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
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देखूं
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तुम हो
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ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
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नहीं सजदे किए कभी हमने ग़ैरों की चौखट पर ?
हमें जिसको चाहते हैं खुदा से माँग लेते है ??
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ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
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ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
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SHE says: ‘i love you because i need you.’
HE says ‘i need you because I love you.
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Know the difference.
A good life is when you assume nothing, do more, smile often, dream big, laugh a lot & realize how blessed you are for what you have.
ReplyDeleteANMOL VACHAN ...
ReplyDeleteBada ajeeb lagta hai jab log chance puchhte hain logon se .
Jaise ye aam log nahi khud Diets ke principle ho jinke pass merit list taiyar hai aur jhat se bata denge pakka ho jayega aapka .
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ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
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अब ये न कहा करो बार बार की हम छोड देंगे तुमको,
अब ना तो हम इतने आम है और ना ये तुम्हारे बस की बात है...
समझे
टीईटी में धांधली के आरोप को सुबूत न
ReplyDeleteमिलने के कारण ख़ारिज किया जाता है,
अर्थात टीईटी बेदाग बरी।
दोस्तों यही है वो फैसला जो चयन का आधार होगा।
जय हिन्द।।
1- चरित्र प्रमाण पत्र आप आखिरी योग्यता परीक्षा का बनवाएँ !
ReplyDelete2- एन सी टी ई का लेटर आपको बी एड कालेज से मिलेगा !
3-शपथ पत्र आप अपने जिले से बनवाएँ लेकिन अभी नहीं !
4-निवास अगर इंटरनेट वाला है तो कोई बात नही लेकिन नहीं है तो उसे फिर से बनवा लें और नेट पर चढ़वा लेँ !
5-आपके टीइटी अंक पत्र वाले अंक मान्य होँगे !
------धन्यवाद
जैसा कि सर्वोच्च न्यायलय के अंतरिम फैसले के बाद भी कुछ लोगो को बस नकारात्मक बातो के अलावा कुछ आता ही नही है, कोई अंतिम और अंतरिम फैसले को ही बिना समझे तर्क करता है, तो कोई रिकॉर्ड को ही खो देता है, कभी फीस वापिसी का तनाव तो किसी को अपने फॉर्म की डिटेल ही न मिलने का गम, साथियों अगर कोर्ट से अंतरिम फैसला आया तो इसमें परेशानी वाली कौन सी बात है, ये न्यायिक मामला है, कि जब तक कोई केस बंद नही होता है, तब तक अंतिम फैसला नही आता है, और जब तक अंतिम फैसला न आये तब तक उसमे कोई आपत्ति भी नही लग सकती,और न ही पुनर्विचार याचिका दायर की जा सकती, मतलब अब सरकार के पास भर्ती के अलावा और कोई रास्ता नही है, ये समझे कि हमारी भर्ती सर्वोच्च न्यायलय की देख रेख में हो रही है, दूसरी बात किसी भी भर्ती का रिकॉर्ड चाहे नियुक्ति हो या न हो, कम से कम दस वर्ष, अथवा आजीवन रखना होता है, तो रिकॉर्ड गायब करने वाले अधिकारी गायब हो सकते है, पर रिकॉर्ड नहीं, अब रही फीस वापिस की समस्या, विशेषकर वे साथी जो किसी सूचना स्रोत या संघ से न जुड़े हो, तो जब सरकार से आवेदन मांगे आवेदन कर दिए, जब सरकार ने आवेदन निरस्त किये, हमने कुछ नही कहा, और जब सरकार ने दोबारा आवेदन मांगे हमने फिर आवेदन कर दिए, जब सरकार ने कहा कि आपका पहला आवेदन निरस्त हो गया उसके पैसे वापस लेले, तो हमने पैसे वापिस ले लिए, अब फिर सरकार ही कहेगी कि आपका पुराना आवेदन निरस्त नही हुआ, पैसे वापिस कर दो, तो फिर कर देगे, इसमें हमारी क्या गलती है, हम तो स्वामी भक्त की तरह बात मानते आ रहे है,, अंतिम बात फॉर्म की डिटेल खो गयी है, तो आपसे डिटेल मांग कौन रहा है, पोस्ट ऑफिस की स्लिप और ड्राफ्ट की फोटो कोपी के अलावा आपके पास और हो भी क्या सकता है, अगर ऐसी कोई आफत आ भी गयी, तो दोनों की द्वितीय प्रति प्राप्त की जा सकती है, बस थोडा सा पोस्ट ऑफिस और बैंक में विनम्र निवेदन करने पर, लेकिन उसकी आवश्यकता नही पड़ेगी, तो साथियों छोटी छोटी नकरात्मक बातो से अपनी खुशियों को व्यर्थ न जाने दे, काउंसेलिंग की तैयारी करे, और ईश्वर से आशीर्वाद ले, कि जिस पथ पर हम चले ईश्वर हमेशा हमारे साथ साथ रहे,,,,
ReplyDeleteइक अरसा हो गया है हमको हमसे बातें किये हुए ।
ReplyDeleteबदल चुके हो या बदलने का नाटक कर रहे हो तुम ?
रिपोर्टर : आपको " रागिनी MMS -2 " बना कर
ReplyDeleteकैसा लग रहा है ?
सनी लियोन : ऐसा लग रहा है जैसे " सीए "
बनने के बाद ' हाई स्कूल ' करना पड़ रहा है |
लड़का : तुम्हारा नाम क्या है?
ReplyDelete,
लड़की: क्यों बताऊं? मैं तुम्हें जानती तक नहीं!
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लड़का : मत बताओ, मैं कौन-सा तुम्हें अपनी बीएमडब्ल्यू में बिठा रहा हूं!
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लड़की: पिंकी, बी.कॉम सेकंड इयर।
सामने वाली गली में सीधे हाथ की तरफ चौथे नंबर पर घर है मेरा- 32/बी।
घर में एक छोटा भाई और ममी-पापा हैं। ट्यूशन का टाइम शाम 6 से 8।
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लड़का : ओके, जिस दिन बीएमडब्ल्यू खरीद लूंगा, उस दिन जरूर बिठाउँगा !
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
वो मेरी किस्मत में नहीं, ये सुना है लोगों से, फिर सोचता हूँ,
किस्मत तो वो ही लिखता है ये लोग नहीं....."
लड़की : अगर मैं मर जाऊ तो तुम
ReplyDeleteक्या करोगे?
.
.
.
लड़का : मैं भी अगले दिन ही मर जाऊँगा.
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.
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लड़की : पर ऐसा क्यूँ ?
.
.
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.
लड़का : अब तो तेरे चक्कर मे मेरी उधारी इतनी हो गई है कि अब मैं जी करके भी क्या करूँगा !
A friend is sweet when it is new,
ReplyDeleteAnd
sweeter when it is near too,
but
it is sweetest when it is you .
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
मैं भला तुझे कैसे रुला सकता हूँ ?
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जिसे खुद मैने रो-रो के रब से माँगा है !
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ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
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जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
I'm easy to feel,
but not to fall.
I'm easy to love,
but not to let go.
I'm easy to forgive, but not to forget.
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
I want to be the reason why you fall asleep with your phone under your pillow.
एक पति पुलिस थाने पहुंचा।
ReplyDeleteपति - मेरी पत्नी कल शाम से नहीं लौटी।
इंस्पेक्टर - उनकी हाइट कितनी थी?
पति - जी मैंने कभी ध्यान नहीं दिया।
इंस्पेक्टर - अच्छा पतली थी या मोटी?
पति - शायद मोटी ही होगी।
इंस्पेक्टर - अच्छा आंखों का रंग क्या था?
पति - कभी ध्यान नहीं दिया।
इंस्पेक्टर - बालों का रंग?
पति - वह तो मौसम के हिसाब से रंग बदलती रहती थी।
इंस्पेक्टर - अच्छा उन्होंने पहना क्या था?
पति - साड़ी या सूट। अच्छे से याद नहीं
इंस्पेक्टर - अच्छा क्या वे कार से गई थीं?
पति - जी।
इंस्पेक्टर - तो गाड़ी का नंबर, नाम, रंग..?
पति - जी काले रंग की ऑडी ए 8 थी। वी6 इंजन, 333बीएचपी, ऑटोमेटिक ट्रांसमीशन। उसमें एलईडी हेडलाइट्स थी। और हां दाएं दरवाजे पर तीन इंच का स्क्रैच, बोनट पर दो इंच का स्क्रैच और पीछे की सीट पर पौने चार इंच का कॉफी का धब्बा था। और आगे की..
बोलते-बोलते पति रोने लगा।
इंस्पेक्टर - चिंता मत करो, हम आपकी कार जल्द ही ढूंढ़ लेंगे !
नरेंद्र मोदी के खिलाफ सारी पार्टियाँ एक हो गयीं हैं।
ReplyDeleteये देखकर फिल्म "शिवाजी- द बॉस" का एक ही डायलॉग याद आ गया
"झुंड में तो सुअर आते हैं,
शेर जब भी आता है अकेला ही आता है"
Superb
Delete13नबम्बर2011
ReplyDelete30नबम्बर2011
20 मार्च 2012
4फरवरी2013
31मई2013
20नबम्बर2013
25मार्च2014
ये वो तारीख है जिनमे आपने एक नया इतिहास रचा है। आपके जितने की खनक आपमें दिखनी चाहिए। माना सरकार एक मजबूत पक्ष है लेकिन आप ने भी उसे कई बार अपने वजूद का अहसास कराया है। और याद रखिये इस संघर्ष में आप अकेले नही है आपके साथ न्याय है, कानून है, न्यायपालिका है, आपका संगठन है, और आपका ईश्वर है। कमी है तो बस आपके आत्मविश्वास में हो सके तो इसे दूर करने का प्रयाश करे। और भर्ती के सम्बन्ध में चिंता करने के सारे कार्य सरकार को करने दे, 25तारीख के आदेश के बाद अब उसके पास भर्ती पूरी करने के अलावा कोई ऒर विकल्प ही नही है।
स्वस्थ रहे, सचेत रहे,
सदा सकारात्मक रहे,
जय हिन्द जय टेट जय भारत
!! सत्यमेव जयते सर्वदा !!
When some things go wrong, take a moment to be thankful for the many more things that are still going right.
ReplyDeleteदत्तू साहब कोर्ट में बोलते हुए दी सलाहों पर निर्भर रहने की जगह अपने logic का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं ,,, इस तरह से काउंसिलिंग कराने का प्रयास करने पर कोई ना कोई पैरवीकार मामला कोर्ट में मेंशन कर देगा और दत्तू साहब बहुत ही सरल शब्दों में कह देंगे कि यदि तुम्हारे पास से डाटा खो गया था तो क्या फर्क पड़ता है ,,अभ्यर्थियों के पास तो अपना सारा डाटा( HS,INT, GRADUATION, B.ED.,TET MARKSHEETS) तो सुरक्षित ही हैं,, उनसे उनका डाटा फिर से क्यों नहीं माँगा!!!!
ReplyDeleteकुल मिलकर आज की खबर का सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलू यही है कि सरकार काउंसिलिंग कराने को तैयार हो गई है ,,, BSAs की मीटिंग के बाद पूरी तस्वीर साफ़ हो जायेगी,,, बस इतना ध्यान रखियेगा कि कपिलदेव यादव अपने आपको BSA समझकर उस मीटिंग में ना पहुँच जाए वरना लखनऊ का एकमात्र पागलखाना नूरमंजिल सचिवालय से ज्यादा दूर नहीं है,,
ReplyDeleteजिन साथियो का पुराने विज्ञापन का कोई भी प्रूफ किसी कारण वश अब शेष नही बचा है वह चिंता न करे बस उनको ये याद रखना है कि उन्होने किस किस जगह से आवेदन किया है ओर वहाँ की काउंसलिंग जब होनी है पहुँच जाना है अपने मूल प्रमाणपत्रो और अंकपत्रो के साथ ॥
ReplyDeleteआपने फार्म में जो डिटेल भरी है अपनी शैक्षिक योग्यताओं की जब वह आपके पास है फिर शक और शंका की कोई जगह नही रह जाती मन में ॥
ReplyDelete
ReplyDeleteइसलिये चिंता को छोडकर आज से ही अपने सभी कागजात को दुरुस्त करने में जुट जाये ।
समय कम है ओर काम ज्यादायह ७२८२५ की भर्ती पैसेजर से सुपरफास्ट में तबदील कर दी गई है
Dosto- ..............
ReplyDeleteKal yani 7 August ko Shikshamitra Bhaiyo ka case Hon.Chief Justice and Hon.Dileep Gupta ji ki court me 36 Fresh and 5 Additional Unlisted ke baad Daily Cause List me 51th no. par suna jayega. CJ court me kal Supplimentary and Backlog case nahi lage hai. KAL SM CASE 10AM PAR MENTION KARAYA JAYEGA .
thanks
बनारस के bf &
ReplyDeleteGf On Chat....
लड़का :का हो
लडकी : बोला
लडका : का होत हव ?
लडकी : कुच्छो नाही।
लडका : खाना खाय लेलू ?
लडकी : खाय लेली .
लडका : का का खईलू
लडकी :रोटी सब्जी .
लडका : ज्यादा मत खायल
करली मोटा जईबू
लडकी :तोहरे बाप का खाइ
ला कारे???
लडका : मर जो पापिन
लडकी : तू मर जो पापि अब करिए फ़ोन
बाऊ के दे देब।
2 दोस्त जंगल में जा रहे थे,
ReplyDeleteजब रात हो गयी तो वो दोनों रास्ते में ही टेंट लगा के सो गए.
रात को 1 दोस्त की आँख खुली..
उसने दुसरे को जगा के कहा
आसमान की तरफ देख के बता तुझे क्या नज़र आता है?
दूसरा दोस्त : बहुत सारे सितारे..
पहला दोस्त : इससे क्या पता चलता है?
दूसरा : आसमान खुबसूरत है..
पहला : अबे Newton की औलाद टेंट चोरी हो गया है…!
कपिल ने अपने प्रेयर में कहा है कि बैड पार्ट
ReplyDeleteको गुड पार्ट से अलग किया जाय अब
इनको कौन समझाये कि बैड पार्ट होगा तब
तो अलग होगा...
यह तो सरकार
का ढपोरशंख था जो बजा ही नही...कोई
प्रुफ सरकार यदि सरकार के पास होता तब
न पेश होता..
हरकौली जी ने जाँच रिपोर्ट पर
कहा था कि किसी ने कह दिया कि कौआ
कान ले गया तो आप कौये को देख रहे हैं कान
को नही...
उस रिपोर्ट की प्रासंगिकता पर
सटीक टिप्पणी उन्होने बहस के दौरान
कही...
दूसरा प्रकरण तब आया जब
छापा मारकर ओ एम आर शीट की कार्बन
काॅपी जब्त करने पर सरकार ने जवाब
लगाया तब टंडन साहब ने
कहा था कि क्या कोई फ्राॅड करने वाला तीन
महीने तक सबूत अलमीरा में
रखेगा ताकि आप छापा मारे और उसे पकड
ले...सरकारी वकील चुप ही रहे....
इन सारे
तर्कों के बावजूद हमे प्राॅपर प्लानिंग कर
लेनी चाहिए ताकि समय आने पर मूँहतोड
जवाब दिया सके....एकेडमिक वालो को कौन
समझाये अपना पैसा वह व्यर्थ न करें...कुछ
लपरझंडूस टाइप के लोग
उनको अपना निशाना बनाते
रहेंगे...
जो समझदार थे आज वह टेट के साथ
खडे हैं...
फर्जी सबूत पेश किया तो समझ लेना...बत्ती गुल हो जावेगी...दत्तू सर बडे तेज तर्रार जजों में गिने जाते है...
ReplyDeleteदो बचपन के दोस्त बहुत सालों बाद मिले....!!
ReplyDeleteपहला दोस्त -: "कितने बच्चे हैं...??"
.
दूसरा दोस्त -: "मेरे 4 लड़के हैं..!!"
.
पहला दोस्त -: "क्या करते हैं...??"
.
दूसरा दोस्त -:
"पहला MBA..
दूसरा MCA..
तीसरा M.TECH..
और चौथा चोर है..!!!"
.
.
.
पहला दोस्त -: "तो फिर चोर को घर से
निकालते
क्यों नही....????"
.
.
.
.
दूसरा दोस्त -: "वही तो कमाता है... बाकी सब तो 'बेरोजगार' हैं..!!"
जिंदगी के 8 हिस्से होते है...
ReplyDelete1. पढाई
📕
📗
📓
2. खेल
🚴
🎳
3. मौज मस्ती
🏂
🏉
🎳
4. प्यार
💕
5. शादी
6.
7.
8.
क्या ढूंड रहे हो...?
शादी होने के बाद खतम...!
सब कुछ खतम...!!
गेम ओव्हर... भाई...!!!
8 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट मे हमारे वकील के द्वारा कपिल यादव की असलियत बताई जानी चाहिये कि उसने हाई कोर्ट मे इस भर्ती को लटकवाया। बी एस ए हित को लेकर सरकार से मिलकर किस प्रकार भर्ती को फंसाया। जबकि बी एस ए कोई आपत्ति नही थी।अब जब सु. को. ने बाध्य किया तो सरकार जानबूछकर कपिल जैसे लोगों को भर्ती रोकने के लिये टाइम पर टाइम बढ़वा रही है।
ReplyDeleteअतः कपिल जैसे लोगों पर भारी जुर्माना लगाना आवश्यक है, ताकि भारतीय न्याय व्यवस्था के लचीलेपन का फायदा उठाकर कपिल जैसे लोग आर टी ई जैसे महत्वपूर्ण कार्य मे बाधा न डाल सकें।
GOD in heaven said to a 9 month baby you are going 2 born on earth tomorrow..
ReplyDeleteBaby cried & asked how I will talk with people..?
God: I had already sent an angel 2 earth she will teach U..
Child: how will i pray 2 U..?
God: d angel will teach u..
Child: how will i learn good words..?
God: angel will teach u..
Child: if i suffer from sorrow?
God: angel will b der 2 listen..
Child: how do i find that angel?
God: Its vry simple! Usually people call that Angel
as.. "MOTHER"
दूध में दरार पड़ गई /
ReplyDeleteख़ून क्यों सफ़ेद हो गया?
भेद में अभेद खो गया।
बँट गये शहीद, गीत कट गए,
कलेजे में कटार दड़ गई।
दूध में दरार पड़ गई।
खेतों में बारूदी गंध,
टूट गये नानक के छंद
सतलुज सहम उठी, व्यथित सी बितस्ता है।
वसंत से बहार झड़ गई
दूध में दरार पड़ गई।
अपनी ही छाया से बैर,
गले लगने लगे हैं ग़ैर,
ख़ुदकुशी का रास्ता, तुम्हें वतन का वास्ता।
बात बनाएँ, बिगड़ गई।
दूध में दरार पड़ गई।
________________अटल बिहारी वाजपेयी
मित्रो
ReplyDeleteटी इ टी 2011
में 6 बार संसोधन हु इन संसोधनो के
किसी एक स्तर पर धाधली हुई सबूत
भी मिले जब्त भी हुए परन्तु जाच के बारे
में आप सब को पता ही हैं
क्या इससे 72825 भर्ती प्रक्रिया पर
कोई फर्क पडेगा ?
हैं
जिन भइयो के टेट में कम नम्बर हैं उन पर
इसका प्रभाव होगा।
. इस समस्या से मुक्ति कैसे मिले
टेट सघर्ष मोर्चा के सदस्य नेताओ
को इस मुददे पर SCERT के
अधिकारियों से बार बार टेट अंको के
संसोधन में आये # bad_part पर
चर्चा अवश्य करनी चाहिये।
अन्यथा कोई इस मुददे को आधार
बना कर फिर वही कोर्ट में
लिपा पोती शुरू कर सकता हैं।
Low merit वाले बंधुओ के बारे में
सोचिये जिन्होंने इलाहाबाद में घूम घूम
कर टेट सघर्ष मोर्चा के लिए चंदे मागे ।
और अविस्मरणीय सुप्रीम कोर्ट से जीत
दिलाई।
मुझे क्या कष्ट अरे भैया मेरे एक मित्र
जो सरकारी नौकरी के लिए
प्रतीक्षा सूची में हैं।
उन्होंने ने भी टेट मोर्चा के लिये
इलाहाबाद (सलोरी ) में कूद कूद कर चंदे
बटोरे थे आधार था हिंदुस्तान की वह
न्यूज़ 60/
वालो से दूर नही हैं नौकरी जोकि
100/ सत्य न्यूज़ उस समय की थी।
MERE TET SUPPORTER SATHIYO...
ReplyDelete1)acording to allahabad diet principal..allahabad diet ka feeding kary 9 ya 10 august tk purn kar liya jayega..jbki allahabad me lagbhag 1 lakh 32 hajar ke karib pratyawedan hai..dosto allahabad me privet agency lagakar feeding ho rahi hai..atah feeding samay se pahle purn ho jayega..
2) dosto kai district se news mil rahi hai ki diet par privet agency lgakar kai computer se ek sath pratyawedan ki feeding ho rahi..chuki diet me already kamrchariyo ki kami hai atah b.tc student se sahayta liya ja raha tha magar pahle ki feeding me gadbdi ke karan ab smay se feeding pura karne, suprime court ke aadesh ka anupalan karne ke liye sachiv ke sakht aadesh ke karan diet 12 tk har hal me feeding purn krne ke prati gambhir hai..
3) dosto samasya kam seat wale dist ki nahi jyada seat wale dist..sitapur (17500 pratyawedan) lakimpur (165000 pratyawedan) aur hardoi 160000, jaise jilo ki hai jinke pratyawedan agar 12 tk purn ho gye to 15 ke bad merit jari ho jayegi aur august ke 3rd week me counseling start ho jayegi,
4) dosto allahabad diet ke anusar counseling online karane ki sambhavna jyada hai filhal avi is bar me sachiv ne apne patte nahi khole hai..waise jo software bna hai usme ek hi jagah tet roll no. Dalte hi aapke 2011 me aply kiya sare form show ho jayege..aisa diet walo ke anusar suchna mil rahi hai..
5) dosto 8 ko acdian ki jo application suprime court me hai usme kapil & co. Ne fir se dhandhli ka rag alapa hai jo d.b me dhuwa bnkar ud chuka hai..kapil ne suprime court se ye yachna ki hai sanjay moahan ke yaha se jo log pakde gye unke upar f.i.r darj hai par unhe bharti se bahar nai kiya gya hai unhe bahar kiya jay..ham ye nai smjh pa rahe hai 186 logo ki jo list sanjay mohan ke yaha mile usme to jyadatar fail hai aur sirf 26 pass hai jinke mark 83 se 95 hai..to 26 logo ko bahar karne(jinka 83 se 95 mark tet merit se job sambhav nahi) ke liye acd ko murkh bnakar paise aithne ke shivay ku6 nahi hai..waise high court me harkoli sir ne pahle bhi kaha hai ki agar aap jante hai ki gehu(tetian) aur bhusa(186 dhandhli) mila huwa hai to bhusa alag kar do kya acd bnane se bhusa alag ho jayega..yani dhandhli wale usme maujud nai rahege..ye sare point harkauli sir ki bench me sarkari wakil dwara pahle v uthaye gye the jinhe harkauli sir ne dhuwe bnakar uda diya tha..acd ko lutna ku6 logo ka dhandha bn chuka hai.
6) dosto 8 ko acd ki application ka future yah hoga ki unki application 15 va sansodhan ke civil matter me tag ho jayegi..ya to admition stage par dhwast hokar kharij ho jayegi..
7)kal sikshamitro ka case c.j ki bench me 51 va number par lga hai jis par agar kal 10 bje mention na kiya gya to numbes aana muslil hoga..fir next date ka wait krna pdega..par kal subah hi ashok khare g 10 a.m par court khulte hi
mention kiya jayega..chuki ashok khare jaise senior wakil ki sbhi court samman krti hai atah unke mention krne par kal sunwai jarur hogi aur kal agar s.m case par 1 hour bahas hui to stay lag skta hai..thanx
!
ReplyDelete!
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तुम
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मिल
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गये
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हमदम
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हो तो
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ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
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जिधर
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देखूं
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उधर
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तुम हो
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नजारा
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हो तो
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ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
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Wo ishk to karti hai par junoon nahi karti.
Wo katal to karti hai par khoon nahi karti.
Es kadar kanjoos hai meri chahne wali
Mis call to karti hai phon nahi karti...
08/08/2014 को मा. सुप्रीमकोर्ट में कपिलदेव यादव की याचिका को लेकर हमारे टेट मेरिट सपोर्टर साथी असुरक्षा एवं चिंता व्यक्त कर रहे हैं, जो 2.5 वर्ष के लम्बे संघर्ष को देखते हुए उचित ही है उपरोक्त सुनबाई के बारे में गहनता से विचार करनेपर प्रतीत होता है कि ऊ०प्र० सरकार एवं कपिलदेव यादव दोनों मिलकर बहुत ही तालमेल से कार्य कर रहे हैं. एक तरफ उ०प्र० सरकार तय समय सीमा 31/08/2014 में 72825 प्रा०शि० की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण नहीं कर पा रही है जिससे अबमानना का खतरा उत्पन्न हो गया है वहीँ दूसरी तरफ शैक्षिक मेरिट सपोर्टर कपिलदेव यादव एवं अन्य को आगे कर मा. सुप्रीमकोर्ट से और समय लेते हुए दिखायी दे रही है, हमे सजगता दिखाते हुए दोनों विरोधियों की सारी कुटिल चालों पर विजय पाने के लिए प्रयास करते हुए 08/08/2014 की तारीख पर अपने एडवोकेट्स की उपस्थिति सुनश्चित कर भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की बाधा का विरोध करना है जिससे उपरोक्त अप्लिकेसन को मा. न्यायमूर्ति महोदय या तो इसी दिन खारिज कर दे या टैग करते हुए फाइनल ऑर्डर के लिए पूर्व की SLP के साथ लगा दें. टेट मोर्चा की इलाहाबाद टीम सारी परिस्थिति पर नज़र रखे हुए है. उक्त अप्लिकेसन में जावेद उस्मानी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर टेट-2011 की धांधली को प्रमुखता से उठाते हुए भर्ती प्रक्रिया पर रोक की माँग की गयी है, प्रमुख प्रेयर एवं पेपर इस प्रकार हैं....
ReplyDeleteजावेद उस्मानी कमेटी की रिपोर्ट एवं मा. हाईकोर्ट के ऑर्डर के आधार पर टेट-2011 के BAD PART को पहले अलग किया जाये, फिर भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण किया जाये.
उक्त अप्लिकेसन में पेपर सपोर्ट के रूप में जावेद उस्मानी कमेटी की रिपोर्ट, मा. हाईकोर्ट इलाहाबाद की खंडपीठ के 20/11/2013 का आर्डर एवं 25/03/2014 का मा. सुप्रीमकोर्ट का आर्डर लगाया गया है.
धन्यवाद,
पाप से ज़्यादा पुण्य भटकाता है..........
ReplyDelete• गाडी में अगर ब्रेक न
हो तो दुर्घटना निश्चित है। ठीक
इसी तरह जीवन में अगर
संस्कार और मर्यादायें न हो तो पतन निश्चित है ॥
.कंजूस का गढ़ा हुआ धन तब बहार आता है जब
वह स्वयं जमीन में गढ़ जाता है...
〰 सभी मित्रों को मंगलमय
सुभरात्री....
GOOD
ReplyDeleteN
ReplyDeleteI
G
H
T
Saying Good night is not a Formality or Due to free message,
ReplyDeleteIt's the art of Saying that I remember all my friends in "My last minute of the Day "
Good Night.