निभानी होगी स्कूलों में बच्चों के दाखिले की जिम्मेदारी
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लखनऊ। परिषदीय स्कूलों में नियुक्त होने वाले शिक्षकों की जिम्मेदारी बढ़ाई जा रही है। उन्हें अब पढ़ाने के साथ बच्चों के दाखिले पर भी ध्यान देना होगा। नियुक्ति पत्र देने के साथ उन्हें इस बारे में बेसिक शिक्षा अधिकारी निर्देश देंगे ताकि शिक्षा का अधिकार अधिनियम का कड़ाई से पालन कराया जा सके। बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि जल्द शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
प्रदेश में इस समय प्राइमरी स्कूलों में बीएड वालों से 72,825 व बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी से 10,000 तथा उच्च प्राइमरी में गणित-विज्ञान के 29,334 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त कर टीईटी पास करने वालों के लिए 15,000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली के मुताबिक नव नियुक्त शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्र के सुदूरवर्ती इलाकों में तैनाती देने की व्यवस्था है।
उप्र में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू है। इसके अनुसार 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों की शिक्षा अनिवार्य है। इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में बच्चों की संख्या नाम मात्र की होती है। इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों में नियुक्त होने वाले नए शिक्षकों को पढ़ाने के साथ बच्चों के दाखिले की जिम्मेदारी दी जाए। इसमें शिक्षकों को घर-घर जाकर बच्चों का दाखिला बढ़ाना होगा। यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कोई बच्चा बीच में स्कूल छोड़कर न जाए। बेसिक शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति तो बढ़ेगी ही साथ ही शिक्षा का अधिकार अधिनियम भी सार्थक होगा।
News Sabhaar : Amar Ujala (6.8.14)
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ReplyDeleteEvery Day..
ReplyDeleteKeep Positive Moods....
Keep Positive Vibration....
Keep Positive Attitude...
Towards Life and make a successfull Day..
GOOD MORNING Friends
टेट मोर्चा बरेली: मित्रो प्रदेश स्तर पर लिए गए फैसले के तहत जिस प्रकार की सक्रियता का प्रदर्शन डाइट पर किया जाना था उसी क्रम में बरेली के सक्रिय साथियो ने अपने पूरे उत्साह के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया प्राप्त जानकारी के अनुसार काम प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से चालू है , हमें समय रहते काम निपटने के प्रति आशवस्त किया गया है इस मौकेे पर हरीश गंगवार ,मगन पाल,अनूप शाक्य,सुरेन्द्र मोर्य,अरुण चन्द्र,खातिफ,सर्वेश गंगवार,यशपाल,ंहर्ष कोहली इन्तेखाब हुसैन ब्रिजेश निरंकारी अनिरुद्ध पाल उपस्थित रहे
ReplyDelete( कई सदस्य जिनका नाम इस समय नहीं लिया जा सका आशा करता हू मेरी मजबूरी समाझ सकेंगे)
आज वरिष्ठ अधिवक्ता अमरेंद्र शरण जी के aor श्री विवेक सिंह जी के चैंबर में 8 अगस्त की तारीख की चर्चा हुई ,और हमने पूछा की सरकार अगर 31 अगस्त भर्ती करने में असफल रहती है तो क्या करना होगा ,तो उन्होंने कहा कि आपको नियुक्ति पत्र 31 अगस्त तक मिल जाने चाहिए अगर सरकार आदेश का अनुपालन नहीं करती है तो अवमानना को 31 अगस्त के बाद दाखिल करना होगा पर यदि सरकार ३१ अगस्त के पहले काउंसलिंग प्रारम्भ कर देती है तो उन्होंने अवमानना करने से मना किया।
ReplyDeleteअवमानना के खर्च के विषय में पूछने पर उन्होंने बताया की 55000 रूपये ड्राफ्टिंग खर्च आयेगा और वरिष्ठ अधिवक्ता की अवमानना केस में कोई जरुरत नहीं होती है ,विवेक जी खुद अवमानना की पैरवी करंगे जिसका खर्च 25000 रूपये प्रति पेशी होगा। इस प्रकार 80000 रूपये प्रथम डेट पर लगेंगे।
भगवान जल्दी से हमारी भर्ती संपन्न कराये।
(पूरी पोस्ट में मैंने कहीं चंदा नहीं माँगा है ,
मैंने बस वास्तविक खर्च बताया है ,
अब ये नेताओं पर निर्भर है की वो बेरोजगारो का कैसे #तिया काटते हैं)
I can put Coffee in coffee cup.
ReplyDeleteCan you put world in World Cup?
OK 1 more
I can send my Address on your Mobile.
Can you send your Mobile on my Address?
Nahi..
Ok OK
I can eat Cream Biscuits with Cream.
Can you eat Tiger Biscuit with tiger?
Kaha na only I m the Best...
Dost kaminey hone chaahiye;
Co-operative to Banks bhi hote hai.
Becoz of Global Warming........
Our Next generation will not b able to see Tigers !!!!
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Toh Hum kya kare?
Humne bhi to Dinosaur nahi dekha hai.
Kabhi Shikayat ki kya?
Only 940 girls are left for every 1000 boys
in
India .........
SAVE GIRLS !!!
..
we can save the tigers later....
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Bike pe piche ladki chahiye ya tiger ??
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choice is yours....
Janhit Mein Jaari....
बिकाऊ मीडिया को आशाराम दिखते लेकीन हिन्दु लडकी का रेप होता नही दिखता
ReplyDeleteवधशाला में बछड़े का यूं गऊ से बयान है।
ReplyDeleteमुझको बतादो माँ ये किस का मकान है।।
लाया था पकडकर हमको ये टेढ़ी टोपीवाला कौन |
कमरे में बंद करके ठोक गया ताला कौन |
अस्थियों का ढेर है और दुर्गन्ध की खान है||
माता रोकर यूं बोली रे बेटा यो जालिम कसाई है।
कल को प्रातःकाल तेरी माँ की मौत आई है।
इस हत्थे ने ले ली रे बेटा अरबों की जान है।।
बछड़ा रोकर यूं बोला री माँ मैं किसका दूध पीऊँगा।
दूध और तेरे बिना कैसे मैं जीऊँगा।
मोदी से कहदो जाकर जो मन्त्री प्रधान है।।
ऐसे काम तो रे बेटा कोई शूरवीर करे।
REHAM DILON MEIN HONEE CHAHIYE
ReplyDeleteWArNA DAYA TO CID MEIN BHEE HAI
priy mitron namaskar
ReplyDeletewartaman paristhitiyon ke maddenajar do
muddon par bat karna aawashyak hai .
1.) 8 Aug ko impldmnt application 79/2014(party kapil dev yadav )in C.A. no.4376/2014 (state of up vs
shiv Kumar Pathak and others par 8 Aug ko
sunwai .
2.) contempt of court ki process.
pahle mudde par shpasht karna hai ki is mamle me mai satat prayasrat hun kal sham tak aap sabhi ko awagat kara diya jayega ki isme kya karna hai.
doosre arthat contempt of court ke mudde par aap sabhi ko awagat karana aawashyak hai ki is mudde par SRI P.S.PATWALIYA ke AOR sri AMIT PAWAN se bistrit batcheet ho chuki hai. is mamle ko TET shangharsh morcha atyant gambheerta se le raha hai kyonki yah spasht hai ki wartaman karyapranali se bharti prakriya 31 august tak poora kar pana kisi bhi dasha me sambhaw nahi hai aur sarkar punah time extention ke liye prayas shuru kar chuki hai.
atah sthiti atyant gambheer hai.
aap sabhi SAKRIYA sadasyon aur JILADHYAKSHHON se apekshha hai ki mamle ko gambheerta poorvak sangyan me lete huye awamanana ki karyawahi hetu tatkal apne -apne jilon me sakriya ho jayen aur twarit gati se fund ikattha karke TET SHANGHARSH MORCHA ke namit vitta committee ke sadasya AWANISH YADAV HARDOI evam ANIL VERMA AMBEDKAR NAGAR. ke account me yathasheeghra bhejna shuru kar den. is sambandh me TET shangharsh morcha ke sakriya sadasyon padadhikariyon evam jiladhyakshhon ki ek pradesh stariya meeting lucknow me aayojit ki jayegi. date ki soochna swayam mere, Rakesh Ganesh ya Awanish dwara aap sabhi ko de di jayegi.
यदि काली बिल्ली आपका रास्ता काटे तो इसका मतलब है
ReplyDelete.
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.वो कही जा रही है
72825 शिक्षक भर्ती पर कपिलदेव द्वारा दायर रिट की कॉपी मोर्चे को उपलब्ध हो गई है,,,इस अपील में धाँधली वाले मुद्दे को उठाते हुए उत्तर-प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया गया है की उसने धाँधली की जाँच उचित तरीके से नहीं कराई और ना ही bad part को good part से सही ढंग से अलग किया,,,हमारे वकीलों का पैनल इस याचिका का पोस्टमार्टम करने में लगा हुआ है,, कल सुबह इस पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आ जायेगी।
ReplyDeleteJAB BHRTEE NAHIN HOGEE TO DAKHILA KYA KHHAK KARAYENGE
ReplyDeleteDAKHILE KE LIYE BSA KO BHEE LAGA DENA CHAHIYE
अखिलेश किसको बुलायेगा जीजा 7 तारिख के बाद
ReplyDeleteबहुत कम दिन का रहा साथ
#Trick_Trick_Trick_23
ReplyDeleteसंयुक्त राष्ट्र संघ मेँ मान्यता प्राप्त भाषाएँ=>
TRICK-"SR FACE"=>
S - Spanish
R - Rusian
F - French
A - Arabi
C - Chini
E - English
#Revision_Trick_22
भारत की स्थल सीमा पर पड़ोसी देश
.TRICK- "बचपन मेँ MBA किया"
ब - बंग्लादेश (4,096KM)
च - चीन (3,917KM)
प - पाकिस्तान (3,310KM)
न - नेपाल (1,752KM).
M - म्यामार (1,458KM)
B - भूटान (587KM)
A - अफगानिस्तान (80KM)
पता चला हैँ कपिलवाँ सट्टा लगा रहा हैँ आज कल
ReplyDeleteबता दो मदरिया /तेजरिया का अनुभव पहले कर ले मेरे पास आ कर
दोस्त को दोलत की निगाहो से मत देखो ..
ReplyDeleteवफा करनेवाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते है....
इस देश में कुछ नेता ज्यादा ही सेक्युलर हो गए हैं।ज्यादा दिखावा अच्छा नहीं लगता। जनता सब समझती है।
ReplyDeleteइनका सेकुलरिज्म केवल वोट सेकुलरिज्म है।
सपा सरकार के मुस्लिम तुष्टिकरण में लिप्त होने के कारण प्रदेश में सम्प्रदाय विषेश से जुड़े अपराधियों का हौसला बुलन्द ~
ReplyDelete________________________ डा. वाजपेयी
(१)आप सभी १२-०८-१४को ही अंतिम लक्ष्य मानकर न चलें।
ReplyDeleteमेरिट आनलाईन करने हेतु सम्पूर्ण कार्य २०-८-१४ तक समाप्त होगा
(२)-आपके जिले में प्रत्यावेदन से फीडिंग नहीं हो रही है ,इससे परेशान न हों,क्यों कि प्रत्यावेदन से फीडिंग मात्र कुछ ही डायट पर होगी लेकिन १२ के बाद।
(३)अभी सिर्फ आपका कम्प्यूटर आई डी व टी इ टी रोल न० ही साफ्टवेयर में सबमिट किया जा रहा है वह भी आनलाईन किए डाटा &आपके मूल फार्मों की स्केन कापी से ।
(४)१२ के बाद आपके टी इ टी रोल न० को यूनिक आई डी मान कर डाटा मर्ज किया जायेगा (NIC द्वारा अपने मास्टर साफ्टवेयर पर) जिससे आपकी सभी जिलों की कम्प्यूटर आई डी एक जगह आ जायेगी।
(५) - इसके बाद NIC किन्हीं दो या तीन डायटों को मुख्य मानकर आपके प्रत्यावेदन से शुद्धिकरण करवायेगा। इससे आपके सभी जनपदों के फार्म शुद्ध हो जायेंगे।
(६)तत्पश्चात TET RESULT CD से डाटा पुनः मर्ज होगा ,जिससे सभी के tet अंक ,नाम ,जन्मतिथि वास्तविक हो जायेंगे ।चाहे आपने प्रत्यावेदन किया हो या नहीं। यह सब कार्य २० तक पूर्ण होगा।
(७)आपकी जिलेवार मेरिट २२,२३,२४ तथा काउंसिलिंग २६,२७,२८,२९ &फिर कोर्ट में सरकार का रोना धोना और १५ दिन का समय !
परन्तु मोर्चा हर हाल में २५-२६ में अवमानना वाद दायर कर देगा ।
युग युग से है अपने पथ पर
ReplyDeleteदेखो कैसा खड़ा हिमालय!
डिगता कभी न अपने प्रण से
रहता प्रण पर अड़ा हिमालय!
जो जो भी बाधायें आईं
उन सब से ही लड़ा हिमालय,
इसीलिए तो दुनिया भर में
हुआ सभी से बड़ा हिमालय!
अगर न करता काम कभी कुछ
रहता हरदम पड़ा हिमालय,
तो भारत के शीश चमकता
नहीं मुकुट–सा जड़ा हिमालय!
खड़ा हिमालय बता रहा है
डरो न आँधी पानी में,
खड़े रहो अपने पथ पर
सब कठिनाई तूफानी में!
डिगो न अपने प्रण से तो ––
सब कुछ पा सकते हो प्यारे!
तुम भी ऊँचे हो सकते हो
छू सकते नभ के तारे!!
अचल रहा जो अपने पथ पर
लाख मुसीबत आने में,
मिली सफलता जग में उसको
जीने में मर जाने में!
________________- सोहनलाल द्विवेदी
1) टेट मोर्चा का एक प्रतिनिधि मंडल ( गणेश दीक्षित, राकेश यादव, रोहित शुक्ला और अभिषेक तिवारी ) ने SCERT निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर से मुलाकात करके ऑनलाइन काउंसलिंग एवं काउंसलिंग से पहले टेट मार्क्स का वेरीफिकेशन करवाने की माँग रखी,, अभिषेक तिवारी ने फर्जीवाड़े का सबूत पेश करते हुए बताया की ऐसे कई लोग हैं जो अवैध तरीके से इस भर्ती में शामिल होने की फिराक में हैं,,,साथ ही राकेश यादव जी ने श्री सर्वेन्द्र जी से प्रार्थना की कि वे अपने आदेश-पत्र में '12 तक फीडिंग करवाने का कष्ट करें' लिखने की बजाय '12 तक फीडिंग हर हाल में करें' लिखें ताकि आदेश 'सख्त' जान पड़े,,,,इसका प्रतिउत्तर देते हुए श्री (?) सर्वेन्द्र ने कहा की-" क्या मैं सभी BSA को गोली मारने का आदेश दे दूँ ? अरे जितनी उनकी क्षमता है वो काम कर रहे हैं, इसके अतिरिक्त अभी हाल में हुए तबादलों का असर भी तो पड़ेगा की नहीं ?".........(कुल मिलाकर कह सकते हैं की ये निदेशक महोदय बौखलाए हुए है,,,फर्जीवाड़े के नाम पर चुप्पी साध जाते हैं,,ना जाने क्यों)
ReplyDelete2) कल पूरे प्रदेश के अधिकाँश जिलों में सभी टेट भाइयों ने अपनी क्षमता और आवश्यकता के अनुरूप प्रदर्शन कर डायट पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई,,,अधिकाँश जिलों के हालात काफी उम्मीद अफजाह हैं किन्तु गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, सीतापुर, लखीमपुर, शाहजहाँपुर, पीलीभीत, आजमगढ़, गाजीपुर, भदोहीं, उन्नाव और एटा जिलों की स्थिति काफी खराब है, इन जिलों के अध्यक्षों/सक्रिय सदस्यों को डायटों पर दबाव बनाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। कुल मिलाकर आज का प्रयास सफल रहा जिसके लिए सभी सक्रिय टेट भाई बधाई के पात्र हैं। किन्तु जिन डायटों की स्थिति दयनीय है वहाँ दबाव ना बनाया गया तो फीडिंग की अंतिम तिथि एक सप्ताह बढ़ाई जा सकती है। यदि हम 12 अगस्त तक सभी जिलों में फीडिंग कार्य संपन्न करवा ले जाते हैं तो पहली कट ऑफ 17-20 अगस्त के बीच आने की संभावना है।
ReplyDelete3) 72825 शिक्षक भर्ती पर कपिलदेव द्वारा दायर रिट की कॉपी मोर्चे को उपलब्ध हो गई है,,,इस अपील में धाँधली वाले मुद्दे को उठाते हुए उत्तर-प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया गया है की उसने धाँधली की जाँच उचित तरीके से नहीं कराई और ना ही bad part को good part से सही ढंग से अलग किया,,,हमारे वकीलों का पैनल इस याचिका का पोस्टमार्टम करने में लगा हुआ है,, आज इस पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आ जायेगी।
ReplyDelete4) शिक्षामित्र मामले में भी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी हैं,आज अशोक खरे जी से मुलाक़ात कर सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा ताकि कल किसी भी प्रकार की चूक ना हो पाए।
ReplyDeleteशारांश :-
ReplyDeleteहमारी भर्ती अधिकारियों का सरदर्द बनी हुई है, कोर्ट का डंडा उन्हें परेशान किये हुए है किन्तु फर्जीवाड़े को रोकने के लिए काउंसलिंग से पहले टेट मार्क्स का वेरिफिकेशन करवाने का दबाव बनाने हेतु विचार किया जाना आवश्यक है,,,,
कपिल देव यादव की रिट वही घिसे-पिटे तथ्यों पर आधारित है किन्तु मोर्चा इसके प्रति सजग है।)
Divine Lord bless me with your love
ReplyDeleteDivine Lord bless me with your love,
Divine Lord bless me so that I may lie at your feet,
Thou divine feet emits the glow of eternal joy
Divine Lord be my guide.
Divine Lord forgive my ignorance,
Divine Lord extend your blessings
so that I may bathe in your glorious light.
Divine Lord let me melt into the beauty,
Divine Lord thou are father and mother to me,
Like a naughty child please forgive my sins and my failings.
Lead me to your wisdom,
Let me bathe in your purity,
Offer my devotion to you in this
lifetime and others to come.
O Lord let me lie at your feet with devotion,
Bless me as your devotee evermore.
oh my Lord thou can heal my aching heart,
oh Lord let me lie at your feet for eternity.
सदियों की ठंढी, बुझी राख सुगबुगा उठी,
ReplyDeleteमिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है
दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
जनता? हां,मिट्टी की अबोध मूरतें वही,
जाड़े-पाले की कसक सदा सहनेवाली,
जब अंग-अंग में लगे सांप हो चूस रहे
तब भी न कभी मुंह खोल दर्द कहनेवाली।
जनता? हां, लंबी-बडी जीभ की वही कसम,
"जनता,सचमुच ही, बडी वेदना सहती है।"
"सो ठीक, मगर, आखिर इस पर जनमत क्या है?"
'है प्रश्न गूढ़ जनता इस पर क्या कहती है?"
मानो, जनता ही फूल जिसे अहसास नहीं,
जब चाहो तभी उतार सजा लो दोनों में
अथवा कोई दुधमुंही जिसे बहलाने के
जन्तर-मन्तर सीमित हों चार खिलौनों में।
लेकिन होता भूडोल, बवंडर उठते हैं,
जनता जब कोपाकुल हो भृकुटि चढाती है
दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
हुंकारों से महलों की नींव उखड़ जाती,
सांसों के बल से ताज हवा में उड़ता है,
जनता की रोके राह,समय में ताव कहां?
वह जिधर चाहती,काल उधर ही मुड़ता है।
अब्दों, शताब्दियों, सहस्त्राब्द का अंधकार
बीता; गवाक्ष अंबर के दहके जाते हैं
यह और नहीं कोई,जनता के स्वप्न अजय
चीरते तिमिर का वक्ष उमड़ते जाते हैं।
सब से विराट जनतंत्र जगत का आ पहुंचा,
तैंतीस कोटि-हित सिंहासन तैयार करो
अभिषेक आज राजा का नहीं, प्रजा का है,
तैंतीस कोटि जनता के सिर पर मुकुट धरो।
आरती लिये तू किसे ढूंढता है मूरख,
मन्दिरों, राजप्रासादों में, तहखानों में?
देवता कहीं सड़कों पर गिट्टी तोड़ रहे,
देवता मिलेंगे खेतों में, खलिहानों में।
फावड़े और हल राजदण्ड बनने को हैं,
धूसरता सोने से श्रृंगार सजाती है
दो राह,समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
_____________- रामधारी सिंह दिनकर
Friends, kal sabhi diets ka report milne ke baad sabhi bhai soch kar chintit ho rahe hai Ki 12 tak process complete nahi ho payegi. To mai aaplogo ko yaad dilaana chahunga Ki ye feeding nic Ki special software par ho raha hai aur ek jagah edition hone par har jagah swatah edit ho jaana hai yaani agar sirf sitapur aur lakhimpur edit ho gaye to 98% edition complete ho jayega. Isliye kewal sitapur aur lakhimpur par stress karne Ki jarurat hai
ReplyDeleteये है हमारी सेक्युलर मीडिया जो रोटी खिलाने का प्रयास करने पर गला फाड रही थी लेकिन मदरसे में रेप के बाद धर्मांतरण करने पर मौन है
ReplyDeleteMeerutGangRape के पीडिता का बयान सुनिए। यकीन मानिए आप भी उत्तर प्रदेश को उत्तरप्रदेश नहीं मिनी पाकिस्तान कह उठेंगे
ReplyDeleteआओ आज हम वैदिक चर्चा करते है ;हमे इस दुनिया में जो कुछ मिलता है सब रेडीमेड मिलता है ;जैसे प्रकाश ;भोजन ;हवा ;पानी आदि आदि ;लेकिन अगर हम खुद ही इन चीजो को ग्रहण न करे तो दोष किसका ;इसी प्रकार ज्ञान की खोज आदम मनुष्य ने प्रगति करके प्राप्त नहीं की यह इस संसार में पहले से ही वेदो में है ;जिस प्रकार प्रकाश की परिभाषा बिना अन्धकार के नहीं की जा सकती ठीक उसी प्रकार ज्ञान को भी अज्ञान के अस्तित्व में ही समझाया जा सकता है ;अगर १००% संस्कृत में श्लोक लिख दिया जाये तो आप उसे समझ ही नाही पाते ' इसी लिए अल्प ज्ञान के धरातल पर आना होता है ;विश्व की सबसे पुरानी किताब ऋग्वेद है जो संस्कृत में मिली ;इस बात को पूरी दुनिया मानती है वह भी काब्य में दरअसल यह किताब नहीं क्योकि पुराने समय में कागज नहीं था यह कंदराओं में दीवारो पर या पत्तो में लिखी मिली ;इनके श्लोक का अर्थ समझने पर पाया गया की वास्तव में वेद ये लिखित श्लोक मात्र ही नहीं अपितु इनके ऋषि ध्यान से आकाश में लिखे हुए वेदो को आत्मसात कर रहे है ;इन वेदो का रचनाकार कोई पुरुष नहीं है ;ये अमिट ;शास्वत तथा इनके अर्थ ही यह दृष्टिगत जगत है ;दुनिया का ऐसा कोई अविष्कार नहीं जो वेदो से संबंधित न हो ;ना कोई ऐसा अविष्कार हुआ है ना होगा जिसकी चर्चा की ना गयी हो ;अंतर इतना है की हमे झूट पड़ा दिया जाता है की मिश्र के पिरामिड शव गृह है ;दुनिया के इसी प्रकार के पिरामिडों को शवगृह बता दिया जाता है ओर हम मान लेते है जबकि इनमे अधिकांश में कोई मुर्दा मिलता ही नहीं ;हमे बता दिया जाता है की जीवन केवल पृथ्वी पर ही है जबकि जीवाणु चन्द्रमा पर भी मिले है ;हमे पड़ा दिया जाता है की वेद गड़रियों के गीत है ;दुनिया का पहला श्लोक वह गड़रियों के गीतों की तरह ही आज भारत के विश्व विद्यालयों से गायब है ;अगर हमारे बाबा के बाबा की फोटो 1980 की है इसका मतलब यह तो नहीं हुआ की हमारे बाबा के बाबा का समय 1980 के आस पास का था इसी प्रकार महा भारत व् रामायण को 3500 वर्ष 5000 वर्ष पूर्व की घोषित कर दी जाती है वह भी एक काल्पनिक पौराणिक कहानी जिसे शुद्ध शब्दों में झूटी कहानी कहा जाता है ;दुनिया को आत्मा -परमात्मा का सबसे पहला ज्ञान वेद भूमि से दिया गया ;चिकत्सा जगत केवल शरीर को जनता है मन को नहीं क्योकि मन को देखा नहीं जा सकता इसलिए आधुनिक चिकत्सा बिज्ञान मन को नही मानता जबकि भारतीय दर्शन मन ;चित्त ;अहंकार ;बुद्धि को भी बताता है ;सर जगदीश चन्द्र बोस के बताने से पहले दुनिया पेड़ पौधो को भी निर्जीव ही मानती थी ....
ReplyDeleteअभी आत्मा और चेतना में क्या अंतर है यह भी समझना होगा
हमारे देश में सिर्फ रोजा रोटी पर बवाल होता हैं, MEERUT गैंग रैप जैसे मामले पर चर्चा करना साम्प्रदायिकता बढ़ाने वाला कदम होगा।
ReplyDeleteHRD minister smrita irnai ne rajya sabha me kaha ....TET se chhut muskil..min qualification honi hi chahiye
ReplyDeleteOver 600,000 primary teachers' posts lying vacant
IANS | Aug 4, 2014, 09.54 PM IST
"The total teachers post lying vacant at the primary level both under the state sector and the Sarva Shiksha Abhiyan are 6, 06, 191," human resource development Minister Smriti Irani told the Rajya Sabha in a written reply.
"The states recruits teachers based on their recruitment rules. However, teachers who are appointed have to possess requisite qualification prescribed by the National Council for Teacher Education (NCTE) and pass the Teacher Eligibility Test (TET)," she added.
Irani said that the recruitment of teachers on contract basis therefore does not affect the quality of teaching adversely as all teachers recruited have to meet the educational qualification as well as professional qualifications.
"However, professional qualifications are sometimes relaxed under section 23 of the right of children to free and compulsory education (RTE) Act, 2009 for states where there is a shortage of professionally qualified teachers, with the provision that they acquire the same through a two year training programme in distance mode," she said.
Irani also informed that the pupil teacher ratio (PTR) has improved nationally to 1:25 and most states barring Bihar, Jharkhand and Uttar Pradesh have normative PTRs
उतर प्रदेश को पाप का अग्निकुंड बना रखा है पता नहीं कितनी बहन-बेटियों की हवन करेगा ये दोनों बाप-बेटा मिलकर
ReplyDelete"खामोश बैठे तो लोग कहते है उदासी अच्छी नहीं,
ReplyDeleteजरा सा हंस ले तो मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं "" !!
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
Hath Jab Mujhko Diya Hai To
Phir Daga Mat Dena
.
Aye Mere Dost Tu Mujhko Bhula
Mat Dena
.
Tu Kisi Aur Ki Baho'n Mein Rahe
Ham Dekhein
.
Zehar De Dena Magar Aisi Saza
Mat Dena.
1. राष्ट्रीय पक्षी मोर का वैज्ञानिक नाम"पावो क्रिस्टेटस"है
ReplyDelete2. राष्ट्रीय फल आम का वैज्ञानिक नाम"मैजीफेरा इंडिका"हैँ
3. राष्ट्रीय पशु बाघ का वैज्ञानिक नाम"पैंथरा टाइग्रिस"हैँ
4. राष्ट्रीय पुष्प कमल का वैज्ञानिक
नाम"नेलम्बो न्यूसीफेरा गार्टन"हैँ
5. राष्ट्रीय वृक्ष बरगद/वटवृक्ष का वैज्ञानिक नाम"फाइकस वेनगैलेंसिस"हैँ
6. राष्ट्रीय जलीय जीव डाँल्फिन का वैज्ञानिक
नाम"प्लेटेनिस्टा गेंगेटिका"हैँ
नौकरी के लिए जो भी ये कह रहा हो की 12 तारीख तक काम पूरा नहीं हो सकेगा वो मेरी नजर में मूर्ख नहीं महा मूर्ख है और ऎसे लोगो की वजह से ही ये भर्ती अटकी पडी है उसको अपने पिता जी की कसम है, डाइट जाकर देख लियो एक बार और अगर डाइट वाले कहे या लगे की काम 10 तारीख तक पूरा नहीं हो रहा है वही बैठ जाना धरना देकर और तब तक नहीं उठना जब तक काम, पूरा न हो जाये और ये न कर पाओ तो संगठन के सभी मेम्बर जुट जइयो प्रत्यावेदन की छटाई में फरुख्खाबाद मोर्चे की तरह काम होगा जरूर (35 कैंडिडेट टी.ई.टी संघर्ष मोर्चा के डाइट में काम करते हुए) इसके बाद भी अपनी अपनी डाइट पर काम पूरा नहीं करा पाओ तो तुम्हे नौकरी करने का कोई हक़ नहीं। जब तुम अपने शहर में डाइट पर काम पूर्ण नहीं करा पा रहे हो तो इससे आसान क्या हो सकता है दूसरे शहरो में किराया लगाकर दंगा फसाद करने से अच्छा है कि अपने शहरो में अपनी नौकरी के लिए केवल 4 दिन निकाले
ReplyDeleteDosto-
ReplyDeleteकल के कार्यक्रम की सफलता के लिए आपको धन्यवाद ।
Bhai aaj Bahraich , Siddharthnagar , Fatehpur and Farrukhabad DIETs se kuchh problems aayi jinko SCERT Director se milkar solve kara diya gaya hai . Baki bhai aaj sabhi DIETs se kewal ek shikayat mili ki Sir,abhi pratyavedan khule nahi to feeding kab hogi . Bhai aapko bata du ki pratyavedano ki feeding nahi honi hai . Bhai is time DIETS par 2 kaam ek saath chal rahe hai ek 2011 KE AAVDANO SE SOFTWARE PAR CONTROL ID AUR TET ROLL NO KI FEEDING aur dusara PRATYAVEDANO KO REGISTER ME DARZ KARNA. Bhai abhi 12 August tak kewal control id aur tet roll no feed hone hai jisase ye pata chal jayega ki avedak ne kitane distt me avedan kiya aur un sabhi jilo me ek saath 12 ke baad pratyavedano se correction(atah bhai agar aapne ek jile me pratyavedan diya to sabhi jilo me correction ho jayega).Atah bhai ghabraye na pratyavedano se 12 ke baad correction hoga. Bhai 9August ko ek baar punah apni DIETs par jakar feeding aur pratyavedano ki jankari le....
Jai tet merit
Last Sunday 'Friendship Day' ,
ReplyDeleteNext Sunday 'Rakhi'
Last Sunday Aap Lerki K Peechy,
Next Sunday Lerki Aap K Peechy,
'Too Much Fun'
शिक्षक भर्ती: काउंसिलिंग अगस्त के
ReplyDeleteआखिरी हफ्ते
में
लखनऊ :
परिषदीय स्कूलों में 72825
शिक्षकों की भर्ती के लिए काउंसिलिंग इस महीने
के
आखिरी हफ्ते में शुरू होने की संभावना है।
शिक्षकों की भर्ती के लिए फिलहाल
अभ्यर्थियों के
आवेदन के आधार पर अनंतिम आनलाइन मेरिट
को दुरुस्त करने की कवायद की जा रही है।
भर्ती के
लिए जारी की गई आनलाइन अनंतिम मेरिट में बड़े
पैमाने पर गड़बड़ियां पाये जाने के बाद बेसिक
शिक्षा विभाग ने गलतियों को सुधारने के लिए
अभ्यर्थियों से प्रत्यावेदन मांगे थे।
गड़बड़ियों को दुरुस्त करने के लिए बेसिक
शिक्षा विभाग ने नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर
(एनआइसी) से साफ्टवेयर तैयार कराया है। इस
साफ्टवेयर पर अभ्यर्थियों के टीईटी रोल नंबर
डालकर कंप्यूटर डाटा को दुरुस्त करने
की कार्यवाही की जा रही है।
fzd diet me bhi sansodhan ka kaam teji se chal raha h, shift me kaam Karaya ja raha h btc students se, shayad hum logo ke 3 saal lambe intejar ke baad aub acche din waale h, ..gonda diet k clerck ahmed ali ji se puchne par ki counsling kab tak chalu ho jayegi.to unhone kha ki 12 tak feeding har hall me complete kar li jayegi. Sambhavatah 20 k bad counsling start hogi.scert ka sakht order hai.sath hi sath supreme court ki samaysima ka b khyal rakhna hai. Ahmad ali ji ki bato se mai puri tarike se to sahmat to nhi tha but itna to jarur kahunga ki kam s spast hai couns. Agust last me hogi.
ReplyDeletemitro agra DIET se jaha nimn jankari mili
ReplyDelete1. lagbhag 25000 pratyaveden aaye hai
2. Niji sanstha ko theka diya gaya hai
3. Manual work complite hai
4. pratyaveden ka karya saturday (09.08.2014) tak complete ho jayega
जैसा मैंने बोला था । अगस्त में काउंसलिंग मुस्किल है और शाम तक प्रूफ सामने है । अवनीश भाई के अनुसार भी अभी फीडिंग की नौटंकी चलेगी । और पाठक ने भी कह दिया की 31 अगस्त तक भर्ती मुस्किल है और अभी फीडिंग का ही खेल चलेगा । इसलिए कंटेम्प्ट की तयारी सुरु हो । इस सरकार नीच सरकार ने अगर ठान लिया है की जब तक इनके सचिव को जेल नहीं होगी तब तक भर्ती नहीं करेंगे तो हम ये भी कर दिखायेंगे । इस बेशर्म सरकार को हर कदम पर झुका के मरेंगे ।
ReplyDeleteवो कहावत तो सुनी होगी कि मित्रों ज्यादा सयाना कुत्ता ****** खाता है वही हाल इन गधांक समर्थकों का है ,शुरुवात करते हैं इच्छामृत्यु वाले भाई से , ज्यादा चालाकी में ये भाई महामहिम को इच्छामृत्यु की अर्जी लगा बैठे , और परिणामस्वरूप डबल बेंच का फैसला जल्दी आ गया ,कहाँ सरकार ने फ़ाइल नहीं खुलवाने की पूरी व्यवस्था कर रखी थी।
ReplyDeleteअब आइये नए नवेले सयाने ओकील अन्वेषक (चंदा व्यापारी ) पिल्ल्वा की बात करते हैं , 8 अगस्त को इसने इम्पलीडमेंट एप्लीकेशन के द्वारा दिशा निर्देश माँगा है कि जिन अभ्यर्थियों के नाम धांधली में शामिल हैं उन्हें भर्ती प्रक्रिया से बाहर करके भर्ती की जाए।
अब इनका ज्यादा सयानापन देखिये की ये स्वतः इम्पीलडमेंट ऍप्लिकेशन लगाकर टेट मेरिट से भर्ती का समर्थन कर रहे हैं। अब इस पोस्ट पर मुझे गालियाँ दी जायेंगी ,सबूत माँगा जायेगा ,भइया झूठ बोलना अपनी फितरत नहीं है ,कल जैसे ही हमें स्कैन कॉपी प्राप्त होगी हम उसका पूरा स्कैन विवरण डालेंगे।
आज मैं श्री विवेक सिंह aor जी के चैंबर में नई दिल्ली गया था ,उन्होंने हमसे इस इम्पलीडमेंट सह दिशानिर्देश ऍप्लिकेशन के बारे में चर्चा की ,और उन्होंने हमसे कहा आप निश्चिन्त रहिये 99 % ये ख़ारिज होगी और यदि 1 % इसमें दत्तू सर ने संज्ञान लिया तो हमें नोटिस होगी फिर इनकी धज्जी कैसे उड़ानी है ,इसकी रणनीतियाँ भी बनी जो गोपनीय हैं।
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
Ek Hawa Ka Jhonka Ho Tum
Mera Sb Se Acha Tohfa Ho Tum
Aasman Ka Chamkta Tara Ho Tum
Mere Jine Ka Sahara Ho Tum
Duniya Ki Kimti Kitab Ho Tum
Mere Liye Ak Gulab Ho Tum
Ek Khobusrat Kahani Ho Tum
Mere Sapnoon Ki Rani Ho Tum
Mujhe Nahi Pata Ki Kon Ho Tum
Itna Pta H Ki Meri Zindgi Ho Tum
आचार्य चाणक्य के 15 सूक्ति वाक्य ----
ReplyDelete1) "दूसरो की गलतियों से सीखो अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी."
2)"किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए ---सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं."
3)"अगर कोई सर्प जहरीला नहीं है तब भी उसे जहरीला दिखना चाहिए वैसे दंश भले ही न दो पर दंश दे सकने की क्षमता का दूसरों को अहसास करवाते रहना चाहिए. "
4)"हर मित्रता के पीछे कोई स्वार्थ जरूर होता है --यह कडुआ सच है."
5)"कोई भी काम शुरू करने के पहले तीन सवाल अपने आपसे पूछो ---मैं ऐसा क्यों करने जा रहा हूँ ? इसका क्या परिणाम होगा ? क्या मैं सफल रहूँगा ?"
6)"भय को नजदीक न आने दो अगर यह नजदीक आये इस पर हमला करदो यानी भय से भागो मत इसका सामना करो ."
7)"दुनिया की सबसे बड़ी ताकत पुरुष का विवेक और महिला की सुन्दरता है."
8)"काम का निष्पादन करो , परिणाम से मत डरो."
9)"सुगंध का प्रसार हवा के रुख का मोहताज़ होता है पर अच्छाई सभी दिशाओं में फैलती है."
10)"ईश्वर चित्र में नहीं चरित्र में बसता है अपनी आत्मा को मंदिर बनाओ."
11) "व्यक्ति अपने आचरण से महान होता है जन्म से नहीं."
12) "ऐसे व्यक्ति जो आपके स्तर से ऊपर या नीचे के हैं उन्हें दोस्त न बनाओ,वह तुम्हारे कष्ट का कारण बनेगे. सामान स्तर के मित्र ही सुखदाई होते हैं ."
13) "अपने बच्चों को पहले पांच साल तक खूब प्यार करो. छः साल से पंद्रह साल तक कठोर अनुशासन और संस्कार दो .सोलह साल से उनके साथ मित्रवत व्यवहार करो.आपकी संतति ही आपकी सबसे अच्छी मित्र है."
14) "अज्ञानी के लिए किताबें और अंधे के लिए दर्पण एक सामान उपयोगी है ."
15) "शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है. शिक्षित व्यक्ति सदैव सम्मान पाता है. शिक्षा की शक्ति के आगे युवा शक्ति और सौंदर्य दोनों ही कमजोर हैं .
dosto aap logo ke man me ak sbal hi jiske leye aap log presan hue..............
ReplyDeletesHIKSHA mitro ko to joining latter mel gya ab age kya hoga.aapko btate hue mujhe hers ho rha hi ki 7/8/2014 ko allhabad high court es vivad ka ant kr dege.aur fesla jo aap chate hi vhi hoga.fesla tet sangers morcha ki writ jo ki s.k.patak ji dekh rhe hi us pe hoga.2 din bad hum log aapni dusri subse bdi ldayi jeetne vale hi.sayad aapko eska ahsas bhi nhi hoga kyoki hum logo ka dhyan es samay DIET pe hi.lekin tet sangersh morcha aapke hito ko sdev dhyan rkhta hi.
MUJHE DUKH HI KI AAJ MERE ACDMIC MERIT VALE BAHIYON NE HUMARA VIRODH KIYA AUR SHIKSHA MITRO KE KHILAF KUCH NHI KIYA.
MURKH HO TUM LOG AGAR ENKI BHARTI HO GAYI TO TUM JIVAN ME JOB NAHI PAOGE.
AGE TUM KHUD SAMJHDAR HO MUJHKO TUM LOGON KO SUMJHANE KI JARURAT NAHI HAI.
चाह नहीं मैं सुरबाला के
ReplyDeleteगहनों में गूँथा जाऊँ
चाह नहीं, प्रेमी-माला में
बिंध प्यारी को ललचाऊँ
चाह नहीं, सम्राटों के शव
पर हे हरि, डाला जाऊँ
चाह नहीं, देवों के सिर पर
चढ़ूँ भाग्य पर इठलाऊँ
मुझे तोड़ लेना वनमाली
उस पथ पर देना तुम फेंक
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने
जिस पर जावें वीर अनेक ।।
________________ - माखनलाल चतुर्वेदी
बगैर टीईटी (टीचर एलिजिबिलटी टेस्ट) परीक्षा पास किए किसी को भी प्राइमरी स्कूल में बतौर शिक्षक नियुक्ति नहीं दी जा सकती है। नवंबर 2010 की गाइड लाइन के अनुसार केंद्र सरकार ने टीईटी की अनिवार्यता में कोई छूट न देने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार या एनसीटीई ने प्रदेश सरकार को सहायक अध्यापक पद पर शिक्षामित्रों को बगैर टीईटी समायोजन की छूट नहीं दी है ..
ReplyDeleteनेपाल की सडको पर उमड़ा जन सेलाब......सडक पर खड़ी नेपाली जनता ने नारे लगाए हर हर मोदी घर घर मोदी......भाई साहब नेपाल की जनता को कोई बतला दे मोदी जी भारत के PM है नेपाल के नहीं......अब कांग्रेसी + आपीए क्या बोलेंगे नेपाल में जो नारे लगा रही जनता है वो भी खरीदी हुई है क्या?????
ReplyDeleteकपिल जी मै आपको पूरा payment अकेले करने को तैयार हू पर मुझे जीत की gaurantee दो money आपको 7 घंटे के भीतर मिल जाएगा
ReplyDelete3 #tHiNgS yOu cAnnOt rEcOvEr iN #lifE ......
ReplyDeletethE #WORD aFtEr itS #sAiD
thE #MOMENT aFtEr itS #miSsEd
& thE #TIME aFtEr itS #gOnE .................
पथरी ----
ReplyDeleteशरीर में अम्लता बढने से लवण जमा होने लगते है और जम कर पथरी बन जाते है . शुरुवात में कई दिनों तक मूत्र में जलन आदि होती है , जिस पर ध्यान ना देने से स्थिति बिगड़जाती है .
धूप में व तेज गर्मी में काम करने से व घूमने से उष्ण प्रकृति के पदार्थों के अति सेवन से मूत्राशय परगर्मी का प्रभाव हो जाता है, जिससे पेशाब में जलन होती है।
कभी-कभी जोर लगाने पर पेशाब होती है, पेशाब में भारी जलन होती है, ज्यादा जोर लगाने पर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पेशाब होती है। इस व्याधि को आयुर्वेद में मूत्र कृच्छ कहा जाता है। इसका उपचारहै-
उपचार : कलमी शोरा, बड़ी इलायची के दाने, मलाईरहित ठंडा दूध वपानी। कलमी शोरा व बड़ी इलायची के दाने महीन पीसकर दोनों चूर्ण समान मात्रा में लाकर मिलाकर शीशी में भर लें।एक भाग दूध व एक भाग ठंडा पानी मिलाकर फेंट लें, इसकी मात्रा 300 एमएल होनी चाहिए। एक चम्मच चूर्ण फांककर यह फेंटा हुआ दूध पी लें। यह पहली खुराक हुई। दूसरी खुराक दोपहर में व तीसरी खुराक शाम को लें।दोदिन तक यह प्रयोग करने से पेशाब की जलन दूर होती है व मुँह के छाले व पित्त सुधरता है। शीतकाल में दूध में कुनकुना पानी मिलाएँ।
- महर्षि सुश्रुत के अनुसार सात दिन तक गौदुग्ध के साथ गोक्षुर पंचांग का सेवन कराने में पथरीटूट-टूट कर शरीर से बाहर चली जाती है । मूत्र के साथ यदि रक्त स्राव भी हो तो गोक्षुर चूर्ण को दूध में उबाल कर मिश्री के साथ पिलाते हैं ।
- गोमूत्र के सेवन सेभी पथरी टूट कर निकल जाती है .
- मूत्र रोग संबंधी सभी शिकायतों यथा प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ने से पेशाब का रुक-रुक कर आना, पेशाब का अपने आप निकलना (युरीनरी इनकाण्टीनेन्स), नपुंसकता, मूत्राशय की पुरानी सूजन आदि में गोखरू 10 ग्राम, जल 150 ग्राम, दूध 250ग्राम को पकाकर आधा रह जाने पर छानकर नित्य पिलाने से मूत्र मार्ग की सारीविकृतियाँ दूर होती हैं ।
- गिलास अनन्नास का रस, १ चम्मच मिश्री डालकर भोजन से पूर्वलेने से पिशाब खुलकरआता है और पिशाब सम्बन्धी अन्य समस्याए दूर होती है|
- खूब पानी पिए .
- कपालभाती प्राणायाम करें .
- हरी सब्जियां , टमाटर , काली चाय,चॉकलेट , अंगूर , बीन्स , नमक , एंटासिड , विटामिन डी सप्लीमेंट कम ले .
- रोजाना विटामिन बी-६ (कम से कम १० मि.ग्रा. ) और मैग्नेशियम ले .
- यवक्षार ( जौ की भस्म ) का सेवन करें .
- मूली और उसकी हरी पत्तियों के साथ सब्जी का सुबह सेवन करें .
- ६ ग्राम पपीते को जड़ को पीसकर ५० ग्राम पानी मिलकर २१दिन तक प्रातः और सायं पीने से पथरी गल जाती है।
- पतंजलि का दिव्य वृक्कदोष हर क्वाथ १० ग्राम ले कर डेढ़ ग्लास पानी में उबाले .चौथाई शेष रह जाने पर सुबह खाली पेट और दोपहर के भोजन के ५-६ घंटे बादले .इसके साथ अश्मरिहर रस के सेवनसे लाभ होगा . जिन्हें बार बार पथरी बनाने की प्रवृत्ति है उन्हें यह कुछ समय तक लेना चाहिए .
- मेहंदी की छाल को उबाल कर पीने से पथरी घुल जाती है .
- नारियल का पानी पीने से पथरी में फायदा होता है। पथरीहोने पर नारियल का पानी पीना चाहिए।
- 15 दाने बडी इलायची के एक चम्मच, खरबूजे के बीज की गिरी और दोचम्मच मिश्री, एक कप पानी में मिलाकर सुबह-शाम दो बार पीने से पथरी निकल जाती है।
- पका हुआ जामुन पथरीसे निजात दिलाने मेंबहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पथरी होने पर पका हुआ जामुन खाना चाहिए।
- बथुआ की सब्जी खाए .
- आंवला भी पथरी में बहुत फायदा करता है।आंवला का चूर्ण मूलीके साथ खाने से मूत्राशय की पथरी निकल जाती है।
- जीरे और चीनी को समान मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच ठंडे पानी से रोज तीन बार लेने से लाभ होता है और पथरी निकल जाती है।
- सहजन की सब्जी खानेसे गुर्दे की पथरी टूटकर बाहर निकल जाती है। आम के पत्ते छांव में सुखाकर बहुत बारीक पीस लें और आठ ग्राम रोज पानी के साथ लीजिए, फायदा होगा ।
- मिश्री, सौंफ, सूखा धनिया लेकर 50-50 ग्राम मात्रा में लेकर डेढ लीटर पानी में रात को भिगोकर रख दीजिए। अगली शाम को इनको पानी से छानकर पीस लीजिए और पानी में मिलाकर एक घोल बना लीजिए, इस घोल को पीजिए। पथरीनिकल जाएगी।
- चाय, कॉफी व अन्य पेय पदार्थ जिसमें कैफीन पाया जाता है, उन पेय पदार्थों का सेवन बिलकुल मत कीजिए।
- तुलसी के बीज का हिमजीरा दानेदार शक्कर व दूध के साथ लेने से मूत्र पिंड में फ़ंसी पथरी निकल जाती है।
- जीरे को मिश्री की चासनी अथवा शहद के साथ लेने पर पथरी घुलकर पेशाब के साथ निकल जाती है।
- बेल पत्थर को पर जरा सा पानी मिलाकर घिस लें, इसमें एक साबुत काली मिर्च डालकर सुबह काली मिर्च खाएं। दूसरे दिन काली मिर्च दो कर दें और तीसरे दिन तीन ऐसे सात काली मिर्च तक पहुंचे।आठवें दिन से काली मिर्च की संख्या घटानी शुरू कर दें और फिर एक तक आ जाएं। दो सप्ताह के इस प्रयोग से पथरी समाप्त हो जातीहै। याद रखें एक बेल पत्थर दो से तीन दिन तक चलेगा
Tet nahi to bharti nahi ko mera abhinandan. Aap na keval sahi information dete ho but bahut rochak bate bhi batate ho.
ReplyDeleteइस कदर बंट गये है सभी कि..
ReplyDeleteअगर खुद,,ख़ुदा भी आकर कहे कि मैं भगवान् हु -
तो लोग उससे भी पूछ लेंगे की !
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"किसके" वाले?
सपने अपलोड तो तुंरत हो जाते है
ReplyDeleteपर Download करने में
जिदगीं निकल जाती है...............
जनेऊ पहनने के लाभ
ReplyDeleteपूर्व में बालक की उम्र आठ वर्ष होते ही उसका यज्ञोपवित संस्कार कर दिया जाता था। वर्तमान में यह प्रथा लोप सी गयी है। जनेऊ पहनने का हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध है। विवाह से पूर्व तीन धागों की तथा विवाहोपरांत छह धागों की जनेऊ धारण की जाती है। पूर्व काल में जनेऊ पहनने के पश्चात ही बालक को पढऩे का अधिकार मिलता था। मल-मूत्र विसर्जन के पूर्व जनेऊ को कानों पर कस कर दो बार लपेटना पड़ता है। इससे कान के पीछे की दो नसे जिनका संबंध पेट की आंतों से है। आंतों पर दबाव डालकर उनको पूरा खोल देती है। जिससे मल विसर्जन आसानी से हो जाता है तथा कान के पास ही एक नस से ही मल-मूत्र विसर्जन के समय कुछ द्रव्य विसर्जित होता है। जनेऊ उसके वेग को रोक देती है, जिससे कब्ज, एसीडीटी, पेट रोग, मूत्रन्द्रीय रोग, रक्तचाप, हृदय रोगों सहित अन्य संक्रामक रोग नहीं होते। जनेऊ पहनने वाला नियमों में बंधा होता है। वह मल विसर्जन के पश्चात अपनी जनेऊ उतार नहीं सकता। जब तक वह हाथ पैर धोकर कुल्ला न कर ले। अत: वह अच्छी तरह से अपनी सफाई करके ही जनेऊ कान से उतारता है। यह सफाई उसे दांत, मुंह, पेट, कृमि, जिवाणुओं के रोगों से बचाती है। जनेऊ का सबसे ज्यादा लाभ हृदय रोगियों को होता है।
यज्ञोपवीत (जनेऊ) एक संस्कार है। इसके बाद ही द्विज बालक को यज्ञ तथा स्वाध्याय करने का अधिकार प्राप्त होता है। यज्ञोपवीत धारण करने के मूल में एक वैज्ञानिक पृष्ठभूमि भी है। शरीर के पृष्ठभाग में पीठ पर जाने वाली एक प्राकृतिक रेखा है जो विद्युत प्रवाह की तरह कार्य करती है। यह रेखा दाएं कंधे से लेकर कटि प्रदेश तक स्थित होती है। यह नैसर्गिक रेखा अति सूक्ष्म नस है। इसका स्वरूप लाजवंती वनस्पति की तरह होता है। यदि यह नस संकोचित अवस्था में हो तो मनुष्य काम-क्रोधादि विकारों की सीमा नहीं लांघ पाता। अपने कंधे पर यज्ञोपवीत है इसका मात्र एहसास होने से ही मनुष्य भ्रष्टाचार से परावृत्त होने लगता है। यदि उसकी प्राकृतिक नस का संकोच होने के कारण उसमें निहित विकार कम हो जाए तो कोई आश्यर्च नहीं है। इसीलिए सभी धर्मों में किसी न किसी कारणवश यज्ञोपवीत धारण किया जाता है। सारनाथ की अति प्राचीन बुद्ध प्रतिमा का सूक्ष्म निरीक्षण करने से उसकी छाती पर यज्ञोपवीत की सूक्ष्म रेखा दिखाई देती है। यज्ञोपवीत केवल धर्माज्ञा ही नहीं बल्कि आरोग्य का पोषक भी है, अतएव एसका सदैव धारण करना चाहिए। शास्त्रों में दाएं कान में माहात्म्य का वर्णन भी किया गया है। आदित्य, वसु, रूद्र, वायु, अगि्न, धर्म, वेद, आप, सोम एवं सूर्य आदि देवताओं का निवास दाएं कान में होने के कारण उसे दाएं हाथ से सिर्फ स्पर्श करने पर भी आचमन का फल प्राप्त होता है। यदि ऎसे पवित्र दाएं कान पर यज्ञोपवीत रखा जाए तो अशुचित्व नहीं रहता।
यज्ञोपवीत (संस्कृत संधि विच्छेद= यज्ञ+उपवीत) शब्द के दो अर्थ हैं-
उपनयन संस्कार जिसमें जनेऊ पहना जाता है और विद्यारंभ होता है। मुंडन और पवित्र जल में स्नान भी इस संस्कार के अंग होते हैं। जनेऊ पहनाने का संस्कार
सूत से बना वह पवित्र धागा जिसे यज्ञोपवीतधारी व्यक्ति बाएँ कंधे के ऊपर तथा दाईं भुजा के नीचे पहनता है। यज्ञ द्वारा संस्कार किया गया उपवीत, यज्ञसूत्र या जनेऊ
यज्ञोपवीत एक विशिष्ट सूत्र को विशेष विधि से ग्रन्थित करके बनाया जाता है। इसमें सात ग्रन्थियां लगायी जाती हैं । ब्राम्हणों के यज्ञोपवीत में ब्रह्मग्रंथि होती है। तीन सूत्रों वाले इस यज्ञोपवीत को गुरु दीक्षा के बाद हमेशा धारण किया जाता है। तीन सूत्र हिंदू त्रिमूर्ति ब्रह्मा, विष्णु और महेश के प्रतीक होते हैं। अपवित्र होने पर यज्ञोपवीत बदल लिया जाता है। बिना यज्ञोपवीत धारण किये अन्न जल गृहण नहीं किया जाता। यज्ञोपवीत धारण करने का मन्त्र है
यज्ञोपवीतं परमं पवित्रं प्रजापतेर्यत्सहजं पुरस्तात् ।
आयुष्यमग्रं प्रतिमुञ्च शुभ्रं यज्ञोपवीतं बलमस्तु तेजः।।
जनेऊ को लेकर लोगों में कई भ्रांति मौजूद है| लोग जनेऊ को धर्म से जोड़ दिए हैं जबकि सच तो कुछ और ही है| तो आइए जानें कि सच क्या है? जनेऊ पहनने से आदमी को लकवा से सुरक्षा मिल जाती है| क्योंकि आदमी को बताया गया है कि जनेऊ धारण करने वाले को लघुशंका करते समय दाँत पर दाँत बैठा कर रहना चाहिए अन्यथा अधर्म होता है| दरअसल इसके पीछे साइंस का गहरा रह्स्य छिपा है| दाँत पर दाँत बैठा कर रहने से आदमी को लकवा नहीं मारता| आदमी को दो जनेऊ धारण कराया जाता है, एक पुरुष को बताता है कि उसे दो लोगों का भार या ज़िम्मेदारी वहन करना है, एक पत्नी पक्ष का और दूसरा अपने पक्ष का अर्थात् पति पक्ष का| अब एक एक जनेऊ में 9 - 9 धागे होते हैं| जो हमें बताते हैं कि हम पर पत्नी और पत्नी पक्ष के 9 - 9 ग्रहों का भार ये ऋण है उसे वहन करना है| अब इन 9 - 9 धांगों के अंदर से 1 - 1 धागे निकालकर देंखें तो इसमें 27 - 27 धागे होते हैं| अर्थात् हमें पत्नी और पति पक्ष के 27 - 27 नक्षत्रों का भी भार या ऋण वहन करना है| अब अगर अंक विद्या के आधार पर देंखे तो 27+9 = 36 होता है, जिसको एकल अंक बनाने पर 36 = 3+6 = 9 आता है, जो एक पूर्ण अंक है| अब अगर इस 9 में दो जनेऊ की संख्या अर्थात 2 और जोड़ दें तो 9 + 2 = 11 होगा जो हमें बताता है की हमारा जीवन अकेले अकेले दो लोगों अर्थात् पति और पत्नी ( 1 और 1 ) के मिलने सेबना है | 1 + 1 = 2 होता है जो अंक विद्या के अनुसार चंद्रमा का अंक है और चंद्रमा हमें शीतलता प्रदान करता है| जब हम अपने दोनो पक्षों का ऋण वहन कर लेते हैं तो हमें अशीम शांति की प्राप्ति हो जाती है|
ReplyDeleteयथा-निवीनी दक्षिण कर्णे यज्ञोपवीतं कृत्वा मूत्रपुरीषे विसृजेत। अर्थात अशौच एवं मूत्र विसर्जन के समय दाएं कान पर जनेऊ रखना आवश्यक है। अपनी अशुचि अवस्था को सूचित करने के लिए भी यह कृत्य उपयुक्त सिद्ध होता है। हाथ पैर धोकर और कुल्ला करके जनेऊ कान पर से उतारें। इस नियम के मूल में शास्त्रीय कारण यह है कि शरीर के नाभि प्रदेश से ऊपरी भाग धार्मिक क्रिया के लिए पवित्र और उसके नीचे का हिस्सा अपवित्र माना गया है। दाएं कान को इतना महत्व देने का वैज्ञानिक कारण यह है कि इस कान की नस, गुप्तेंद्रिय और अंडकोष का आपस में अभिन्न संबंध है। मूत्रोत्सर्ग के समय सूक्ष्म वीर्य स्त्राव होने की संभावना रहती है। दाएं कान को ब्रमह सूत्र में लपेटने पर शुक्र नाश से बचाव होता है। यह बात आयुर्वेद की दृष्टि से भी सिद्ध हुई है। यदि बार-बार स्वप्नदोष होता हो तो दायां कान ब्रसूत्र से बांधकर सोने से रोग दूर हो जाता है।
बिस्तर में पेशाब करने वाले लडकों को दाएं कान में धागा बांधने से यह प्रवृत्ति रूक जाती है। किसी भी उच्छृंखल जानवर का दायां कान पकडने से वह उसी क्षण नरम हो जाता है। अंडवृद्धि के सात कारण हैं। मूत्रज अंडवृद्धि उनमें से एक है। दायां कान सूत्रवेष्टित होने पर मूत्रज अंडवृद्धि का प्रतिकार होता है। इन सभी कारणों से मूत्र तथा पुरीषोत्सर्ग करते समय दाएं कान पर जनेऊ रखने की शास्त्रीय आज्ञा है।
7अगस्त के बाद
ReplyDeleteशिक्षामित्रो का समायोजन सीधे
विश्व वि॰ एवं महा वि॰ के खाली पदो पर किये जाने की सम्भावना है
क्योकि सरकार इनके साथ है
एक कवि गरीबी से तंग आकर डाकू बन
ReplyDeleteगया और
एक बैंक लूटने जा पहुंचा.
बन्दूक लहराते हुए बोला -
“अर्ज किया है …
तकदीर में जो है वही मिलेगा …
हैंड्स अप ! … कोई अपनी जगह से
नहीं हिलेगा … !”
फिर कैशियर से बोला -
“कुछ ख्वाब मेरी आँखों में से निकाल दो …
जो कुछ भी है जल्दी से इस बैग में
डाल दो …
”
माल समेटने के बाद पब्लिक से बोला -
“बहुत कोशिश करता हूँ तेरी याद भुलाने
की …
ख़बरदार जो किसी ने कोशिश की पुलिस
बुलाने की … ”
जाते-जाते बैंक के गार्ड से बोला -
“भुला देना मुझको क्या जाता है तेरा …
मैं गोली मार
दूंगा जो पीछा किया मेरा … !!!”
पहली बात तो यह है कि 99.9999999% उम्मीद है कि 31 अगस्त से पूर्व हमारी भर्ती औपचारिक रूप से प्रारम्भ हो जायेगी तथा दूसरी बात यह है कि यदि सरकार ने गुप्ता जी को तिहाड़ जेल भिजवाने के बाद ही हमारी भर्ती की कसम खाई होगी तो अवमानना के केस के लिए आवश्यक रुपयों का प्रबंध मैं कर दूँगा ,,,,,,,,,
ReplyDeleteइसलिए आप सभी टेट मेरिट समर्थकों से अपील है कि शुभ-शुभ सोचें और किसी टेट नेता को यह अवसर ना दें कि अवमानना की तैयारी के नाम पर चन्दा लेने के बाद आपको बेवकूफ समझे ,,,,
जय टेट मेरिट=सत्यमेव जयते
1) टेट मोर्चा का एक प्रतिनिधि मंडल
ReplyDelete( गणेश दीक्षित, राकेश यादव, रोहित
शुक्ला और अभिषेक तिवारी ) ने SCERT
निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर से
मुलाकात करके ऑनलाइन काउंसलिंग एवं
काउंसलिंग से पहले टेट मार्क्स
का वेरीफिकेशन करवाने की माँग रखी,,
अभिषेक तिवारी ने फर्जीवाड़े का सबूत पेश
करते हुए बताया की ऐसे कई लोग हैं
जो अवैध तरीके से इस भर्ती में शामिल होने
की फिराक में हैं,,,साथ ही राकेश यादव
जी ने श्री सर्वेन्द्र जी से
प्रार्थना की कि वे अपने आदेश-पत्र में
'12 तक फीडिंग करवाने का कष्ट करें'
लिखने की बजाय '12 तक फीडिंग हर हाल
में करें' लिखें ताकि आदेश 'सख्त' जान
पड़े,,,,इसका प्रतिउत्तर देते हुए श्री (?)
सर्वेन्द्र ने कहा की-" क्या मैं सभी BSA
को गोली मारने का आदेश दे दूँ ? अरे
जितनी उनकी क्षमता है वो काम कर रहे हैं,
इसके अतिरिक्त अभी हाल में हुए
तबादलों का असर
भी तो पड़ेगा की नहीं ?".........(कुल
मिलाकर कह सकते हैं की ये निदेशक महोदय
बौखलाए हुए है,,,फर्जीवाड़े के नाम पर
चुप्पी साध जाते हैं,,ना जाने क्यों)
2) आज पूरे प्रदेश के अधिकाँश जिलों में
सभी टेट भाइयों ने अपनी क्षमता और
आवश्यकता के अनुरूप प्रदर्शन कर डायट
पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई,,,अधिकाँश
जिलों के हालात काफी उम्मीद अफजाह हैं
किन्तु गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती,
सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर,
सीतापुर, लखीमपुर, शाहजहाँपुर, पीलीभीत,
आजमगढ़, गाजीपुर, भदोहीं, उन्नाव और
एटा जिलों की स्थिति काफी खराब है, इन
जिलों के अध्यक्षों/सक्रिय
सदस्यों को डायटों पर दबाव बनाने के
निर्देश दिए जा चुके हैं। कुल मिलाकर आज
का प्रयास सफल रहा जिसके लिए
सभी सक्रिय टेट भाई बधाई के पात्र हैं।
किन्तु जिन डायटों की स्थिति दयनीय है
वहाँ दबाव ना बनाया गया तो फीडिंग
की अंतिम तिथि एक सप्ताह बढ़ाई
जा सकती है। यदि हम 12 अगस्त तक
सभी जिलों में फीडिंग कार्य संपन्न करवा ले
जाते हैं तो पहली कट ऑफ 17-20 अगस्त
के बीच आने की संभावना है।
3) 72825 शिक्षक भर्ती पर कपिलदेव
द्वारा दायर रिट की कॉपी मोर्चे
को उपलब्ध हो गई है,,,इस अपील में
धाँधली वाले मुद्दे को उठाते हुए उत्तर-
प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया गया है
की उसने धाँधली की जाँच उचित तरीके से
नहीं कराई और ना ही bad part
को good part से सही ढंग से अलग
किया,,,हमारे वकीलों का पैनल इस
याचिका का पोस्टमार्टम करने में लगा हुआ
है,, कल सुबह इस पोस्टमार्टम की रिपोर्ट
आ जायेगी।
4) शिक्षामित्र मामले में भी आवश्यक
औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी हैं, कल
अशोक खरे जी से मुलाक़ात कर सभी पहलुओं
पर विचार
किया जाएगा ताकि परसों किसी भी प्रकार
की चूक ना हो पाए।
.
( शारांश :-
हमारी भर्ती अधिकारियों का सरदर्द
बनी हुई है, कोर्ट का डंडा उन्हें परेशान किये
हुए है किन्तु फर्जीवाड़े को रोकने के लिए
काउंसलिंग से पहले टेट मार्क्स
का वेरिफिकेशन करवाने का दबाव बनाने हेतु
विचार किया जाना आवश्यक है,,,,कपिल देव
यादव की रिट वही घिसे-पिटे तथ्यों पर
आधारित है किन्तु मोर्चा इसके प्रति सजग
है।)
.
जय हिन्द-जय टेट।।
AB NAMASTEY KAR LO SAB LOG.....
ReplyDeleteMr .umashankar u r all rounder in many aspects of life.
ReplyDeleteU R ALSO GREAT GREAT POET.
ज़िन्दगी के इस कश्मकश मैं
ReplyDeleteवैसे तो मैं भी काफ़ी बिजी हुँ ,
लेकिन वक़्त का बहाना बना कर ,
अपनों को भूल जाना मुझे आज भी नहीं आता !
जहाँ यार याद न आए वो तन्हाई किस काम की,
बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की,
बेशक अपनी मंज़िल तक जाना है ,
पर जहाँ से अपना दोस्त ना दिखे
वो ऊंचाई किस काम की!!!..
Dolly you are brilliant
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteदो लड़कियां आपस में बात कर रही थी,
ReplyDeleteपहली लड़की :- आज के बाद किसी भी लड़के पर विश्वास नहीं करुँगी, सब झूठे और धोकेबाज होते है,
दूसरी लड़की :- क्यों क्या हुआ ? तेरे बॉयफ्रेंड उस तुझे कुछ कहा क्या?
पहली लड़की :- नाम मत लो उस झूठे, और धोखेबाज का, मैं तो आज के बाद उसका मुंह भी नहीं देखूँगी,
दूसरी लड़की ने हैरानी से पूछा :- क्यों, ऐसा हो क्या गया? क्या तुमने उसे किसी और के साथ पकड़ लिया है?
पहली लड़की :- अरे नहीं, उसने मुझे मेरे दूसरे बॉयफ्रेंड के साथ देख लिया, जबकि उसने मुझे कल कहा था की वो कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर जा रहा है.............
दो लड़कियां आपस में बात कर रही थी, पहली लड़की :- आज के बाद किसी भी लड़के पर विश्वास नहीं करुँगी, सब झूठे और धोकेबाज होते है, दूसरी लड़की :- क्यों क्या हुआ ? तेरे बॉयफ्रेंड उस तुझे कुछ कहा क्या? पहली लड़की :- नाम मत लो उस झूठे, और धोखेबाज का, मैं तो आज के बाद उसका मुंह भी नहीं देखूँगी, दूसरी लड़की ने हैरानी से पूछा :- क्यों, ऐसा हो क्या गया? क्या तुमने उसे किसी और के साथ पकड़ लिया है? पहली लड़की :- अरे नहीं, उसने मुझे मेरे दूसरे बॉयफ्रेंड के साथ देख लिया, जबकि उसने मुझे कल कहा था की वो कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर जा रहा है.............
कृपया गाजीपुर जिले के अभ्यर्थीगण ध्यान दें >>>>>>>>>
ReplyDeleteयहां के डायट पर जाने के बाद जो फीडिंग की जो वस्तुस्थिति वह इस प्रकार है
–150000 फार्म की फीडिंग करना है
–फार्म फीडिंग कल दिनांक 05/08/2014 से शुरू हुयी है
–सिर्फ ६ लोगों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है
–कल दिन भर में लगभग 10000 फीडिंग ही हो पायी है
–फीडिंग कराने वाले ठेकेदार से बात करने पर पता चला कि इस स्पीड से 15 दिन में ही पूरे फार्म की फीडिंग सम्भव है
उक्त ठेकेदार का कहना है कि हां यदि आप लोग फ्री आफ कास्ट हमारी मदद कर सकें तो यह कार्य जल्दी सम्पन्न हो सकता है। अब ऐसी स्थिति में गाजीपुर जिले के सभी भावी अध्यापकों से अनुरोध है कि कृपया लैपटाप युक्त भावी अध्यापक गण अपने जिले का कार्य समय से पूरा कराने के लिए आगे आएं और जैसा भी सम्भव हो दिन में या सम्भव हो तो रात में यहां पर फीडिंग कार्य में मदद कर सकते हैं। हां एक बात और कि इनका कार्य करने का तरीका यह है कि सुबह जो कार्य दिया गया उसे पूरी जिम्मेदारी से शाम तक सौंपना होगा एवं बीच में ही छोड कर कहीं जाना नहीं होगा। आशा है कि बहुत से भावी अध्यापक गण इस पुनीत कार्य हेतु अवश्य सहयोग के लिए आगे आयेंगे।
जनहित में जारी
ReplyDeleteकदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
तू शेर-ए-हिन्द आगे बढ़
मरने से तू कभी न डर
उड़ा के दुश्मनों का सर
जोश-ए-वतन बढ़ाये जा
कदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
हिम्मत तेरी बढ़ती रहे
खुदा तेरी सुनता रहे
जो सामने तेरे खड़े
तू खाक में मिलाये जा
कदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
चलो दिल्ली पुकार के
ग़म-ए-निशाँ संभाल के
लाल क़िले पे गाड़ के
लहराये जा लहराये जा
कदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
________________कैप्टन राम सिंह
यदि आप
ReplyDeleteदृढ़ संकल्प और पूर्णता
के साथ काम करेंगे
तो सफलता जरूर मिलेगी।
आप जो आज
ReplyDeleteअपना मूल्य ऑकते है...
कल की सफलता
उसी का साकार रूप है...
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
ReplyDeleteकोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है।
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में।
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
_________________- हरिवंशराय बच्चन
शिक्षा से सम्बन्धित शिछामित्रो की शब्दावली
ReplyDeleteशिछा
शिछक
बेशिक शिछा बिभाग
विधालय
इस्कूल
क्षात्र
नखलऊ
अनभिग्य
.....
क्योकि सरकार इनके साथ है
न्यायालय इनके खिलाफ
आगे भी अनुसंधान चालू है
कपिला खड़ा बाजार मे, माँगे सबसे भीख
ReplyDeleteपैसा लेकर जब भागेगा, तब लेंगे सब सीख
Kapildev Yadav
मित्रो-
जैसा की सभी साथियों को पता है की सभी अकेडमिक समर्थको के कहने पर हमने अपनी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में इम्प्लीडमेंट एप्लीकेशन के माध्यम से डेट लगवाई है जिस पर 8 तारीख को सुनवाई होनी है और सुनवाई होने में 2 दिन बचे है और हमे कल तक यह तय करना है की हमे किस अधिवक्ता को खड़ा करना है लेकिन हमारे पास पैसे ना होने के कारन हम अधिवक्ता का चयन नहीं कर पा रहे है| सभी अकेडमिक समर्थको ने कहा था की आप डेट लगवाइए हम आपका सहयोग करेंगे लेकिन आज कोई भी सहयोग नहीं कर रहा है और आज की तारीख तक हमारे पास सिर्फ 50,000 रुपये है जो की सुप्रीम कोर्ट में किसी भी अधिवक्ता की फीश से बहुत कम है और यदि कल तक पैसे पूरे नहीं हुए तो हम किसी अच्छे अधिवक्ता को कोर्ट में खड़ा नहीं कर पायेगे जबकि केस की सुनवाई दत्तु की बेंच में होनी है इस लिए हमे किसी अच्छे अधिवक्ता की जरूरत है |
सभी अकेडमिक समर्थक यह सोच रहे है की यदि हम सहयोग नहीं करेंगे तो क्या होगा और लोग तो कर रहे है लेकिन जो आप सोच रहे है वही सभी लोग सोच रहे है जिसके कारन हम अपने खाते का विवरण भी पोस्ट कर रहे है| जब अभी प्रत्यावेदन लिए जा रहे थे तो प्रत्यावेदन करने वालो में सबसे आगे 83 से लेकर 100 नंबर वाले ही लगे थे जबकि इतने कम नम्बरों में किसी का भी चयन नहीं होना लेकिन फिर भी किये और यदि दोबारा से प्रत्यावेदन लिए जाये तो आप सभी फिर करोगे जबी सभी को पता है की 115 से कम नंबर वालो का चयन मुस्किल है | जब आप लोग प्रत्यावेदन में इतना खर्च कर सकते हो तो जिससे आप के चयन की सम्भावना बनेगी उसकी लड़ाई के लिए थोडा सहयोग नहीं कर सकते| सभी लोगो के कहने पर ही हुने डेट लगवाई थी और यदि इस डेट पर हम वकील को खड़ा नहीं कर सके तो आप सभी लोग फ़ाइनल सुनवाई के डेट भूल जाओ और अपनी अखो के सामने टेट मेरिट से दूसरो का चयन होते हुए देखो जब आपका चयन नहीं होगा तब आप सोचोगे की काश उस समय थोडा सहयोग कर दिया होते तो आज हम भी अपनी जॉब पाने के हक दार होते | अब हमको भी लगने लगा है की हम उन लोगो की लड़ाई लड़ रहे है जो बहुत ही कायर है शायद हम जल्द ही अपनी याचिका वापिस ले सकते है | हम ऐसे लोगो का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते जो कायरो की तरह अपनी लड़ाई को बीच में छोड़ कर चले जाये|
संपर्क- कपिलदेव यादव-09452106714
इसी गफलत मेँ है ना शिक्षामित्र
ReplyDeleteसरकर IS greater than न्यायपालिका
कल ये गफलत दूर हो जानी है
जय हिँद
डायट अम्बेडकरनगर 72825 मामले को लेकर अति गंभीर है |
ReplyDeleteइस बार शिक्षामित्रों एवं बीटीसी प्रशिक्षुओँ को इस पूरे मामले से दूर रखा गया है |
अभी तक 10 डायट कर्मी और 15 प्राथमिक शिक्षक इस कार्य को सम्पादित कर रहे थे परन्तु कल के प्रदर्शन एवं सौहार्दपूर्ण बात चीत का परिणाम ये निकला कि आज 15 और प्राथमिक शिक्षक डायट जाकर इस कार्य को सम्पन्न कराने में लग गये |
इस बात की पुष्टि प्राचार्य जी कल ही कर चुके थे और आज खण्ड शिक्षाधिकारी ने भी पुष्टि कर के सारा भ्रम दूर कर दिया |
सभी 2011 टेट पास भाई वहन किसी के बहकावे मैं न आयें और सिक्षा मित्रों की ट्रेनिंग को अवेध घोषित कराने मैं राजेश पाण्डेय जी का साथ दें।।।
ReplyDeleteSubh sandhya mitro......
Es post ko ek bar pura jarur padhey
S.m ko appoint letter mil chuka hai aur 7 ko
enke matter pe hearing bhe hai
lakin agr tet pas karne ka ordr hota hai to kyo
kbhe aap ne socha hai mitro ki gov enke liye
bishes tet paper nhe kra skti. Aur kya ye pas
nhe ho jayenge
ye gov s.m ki hetaishee hai aur enka s.m se
lagav hum bed tet pas 2o11 prt ka sbse bda
nuksan kr rha hai
hum acd ka vigyapan abhe ultravairous ghosit
kiya hai aur ultra vairous hone ke karan pad
suny ho gya hai
aur aatey hai s.mitro ke samayojan ko le kr
to 1 lakh 72 hajar ka samayojan
agr gov 80% esme success ho gai hai enka
samayojan ko le kr
agr hum enke training ko galat sabit nhe kr
paye to ek kafi jyada matra me enka teacher bn
jana hum bed tet pas prt .aur btc aur d.ed and
any degree jo prt ke liye manya hai wo 3o sal tk
bhul jaye ki ensubka samayojan ho jane se pad
milenge teacher ban ne ke liye
sub maja to ye s.satru le lenge aur marenge
hum
lakin kis ki galti se to keval apni galti se
hum log jo b.ed tet pas 2o11 candidte ke liye ye
jaruri hai ki hum s.m ke training ko invailid
kraye aur ye hum kr skte hai 28004/2011 ke writ
open kra ke jis pe ald hc single bech ke dwara
11 me stay enke training pe mila tha lakin
tatkaling mayawatai gov ne db se chalange kiya
aur aaj tk ordr reserve hai
esko re open krana jaquri hai
rajesh panday je ka hume sahyog karna he
jb inki
training he invailid ho jayege aur ye kahe ke
nhe rahenge
Esi liye enhone fres rit dalwane pe jor diye jis se
kam se km tet he pas karne ka ordr aayega to
kbhe n kbhe pas ho he jayege.
To aap he btaye esme kiska nuksan hai hmara
satheo aap log rajesh pandy ji ka rit
28004/2011 ko re open karane me unka madad
kre
aartheak sahyog kre
kyo ki es case me keval 4 ya 5 din he
mahtvapurn hai
enka sahyog jaldi kre
warna hmara huq to s.satru ld lange
enko dar keval rajesh panday ji ke rit se
other kisi se nhe
nichey diye gye no pe rajiv kausik aur rajesh
panday je se kre
ek bar sikcha mitra ki hum training galat sabit
kra diye to uptet pas prt 2011 satheo koi khali
nhe rahega koi berogjar nhe rahega
hmare up me pad rahega
aur hum traind tet pas rahenge
to bharti ho hona he hai.
Aap es no pe contact kr skte hai
rajesh panday-9889294402
rajiv kausik-8923772811,9520810372
उत्तरप्रदेश में स्पष्ट बहुमत वाली सरकार है जिसे
ReplyDeleteबर्खास्त करना बहुत ही मुश्किल काम है...
इसके लिए पहले राज्यपाल द्वारा केन्द्र सरकार
को रिपोर्ट देनी पडती है कि राज्य सरकार
कानून व्यवस्था को सम्भालने मे नाकाम है...
... लेकिन ये रिपोर्ट भी राज्य सरकार के तमाम
आयोगों द्वारा ही बनती है...
....उसके बाद केन्द्र सरकार इसे राष्ट्रपति के पास
भेजती है...
.... फिर राष्ट्रपति इसकी जाँच करवाते हैं और
अन्तिम निर्णय लेते हैं ।
...सरकार बर्खास्त होने पर कोर्ट चली जाती है
और राज्य मे नेता अपनी भीड लेकर सडको पर उतर
आते हैं ।
.....एक बार उत्तरप्रदेश मे कल्याण सिंह की सरकार
को कांग्रेस की केन्द्र सरकार ने बर्खास्त
किया था तो इतना बवाल मचा कि केन्द्र को 94
घण्टो के अन्दर अपना फैसला वापस
लेना पडा था ।
....तो दोस्तों उत्तरप्रदेश सरकार
जनता द्वारा बनाई गई है और जनता ही उखाड़
सकती है... बस जरूरत है आन्दोलन की...
नहीं तो तीन सालों में उत्तरप्रदेश कश्मीर बनकर
ही रहेगा।।
सविधान में सभी को सामान अधिकार प्राप्त है और उसी के अंतर्गत सामान कार्य के लिए सामान वेतन भी मिलना चाहिए ।।।।
ReplyDeleteशिक्षामित्र ने सहायक अध्यापक पद की सभी योग्यता हासिल की है तभी प्रथम दृष्टया कोर्ट ने स्टे नही दिया ।।।
जहाँ तक tet का प्रश्न है अगर कोर्ट को लगता है की ये कार्यरत शिक्षक की श्रेणी में नही आते है तो ही टेट हेतु आदेशित कर सकता है ।।।
लेकिन उसका फैसला कोर्ट नही सरकार को करना है की वो शिक्षामित्रो को किस श्रेणी में कोर्ट के समक्ष प्रदर्शित करती है ।।।
क्योकि कोर्ट की अपनी सीमा है ।
शक्तिमान के किलविस की नाक और यूपी के अखिलेशुद्दीन की नाक और मकशद बिलकुल एक जैसे है ॥
ReplyDelete!
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अंधेरा कायम रहे.....
गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, सीतापुर, लखीमपुर, शाहजहाँपुर, पीलीभीत, आजमगढ़, गाजीपुर, भदोहीं, उन्नाव और एटा जिलों की स्थिति काफी खराब है
ReplyDeleteजगह जगह डाइट पर जा कर उनको टाइट नहीं किया जा सकता है अच्छा होगा कि हम लोग सचिव गुप्ता जी को टाइट करें,, उनसे कहें कि वो एक आदेश जारी करें कि 12 अगस्त तक हर सूरत में डाइट अपना काम पूरा करें...
ReplyDeleteTMNBBN ji aapke pass junior vacancy k bare mai bhe jankari hai kya ke ye log
ReplyDelete2 counciling k baad 17000 vacancy baki bata rahe the fir char din baad 12000 or ab 10000 bata rahe hai bina counciling k ye vacancy kase bhar rahe hai. $$$$
खाज़म खान का सख्त निर्देश आ गया है ... मेरठ
ReplyDeleteकी हैवानियत और दरिंदगी पर
किसी भी मुसलमान पर कोई
भी करवाई
नही होनी चाहिए भले
ही वो कितना संगीन जुर्म करे ...
उस लडकी का बयान भी पुलिस ने ६
बार लिया और ६ बार फाड़ा ...
लडकी के बयान
को उस तरह से सेट किया जा रहा है जिससे
सभी मुसलमानों को बचाया जा सके ...
आज ही के दिन 6 अगस्त 1945
ReplyDeleteको जापान
के शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम
"लिटिल
बॉय" गिराया गया था. इस बम के
प्रभाव
से लाखों लोगों की मृत्यु
हो गयी थी और
वर्तमान समय में भी उस भीषण बम
का असर
वहा की जनता के स्वास्थ्य पर
देखा जा सकता है, दीजिये उस भीषण
हादसे के शिकार
लोगों को श्रद्धांजलि
.
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
माना कि मुझे 'शायरी' करनी नहीं आती...
पर इसका मतलब ये नहीं कि मैंने कभी मोहब्बत नहीं की!
एक बार 3 लोग बैठ के बातें कर रहे थे
ReplyDeleteऔर
बड़ी जोर जोर से हंस रहे थे ....
उन में से एक किसी मीडिया चैनल का मालिक
था ......
एक विदेशी था .....
एक नेता था .....
.
सब से पहले विदेशी बोला -
यहाँ के लोग तो मुर्ख हैं ..
हमारा कूड़ा खाते हैं ...
हमारे कुत्तो की साबुन से नहाते हैं ....
हमारे बनाये कीटनाशक को अमृत समझ के पीते हैं .....
इनकी ही गौ माता को मार कर
हम मेग्गी,lays, और सभी सामानों में मिलाते हैं ....
ये मुर्ख ब्रांडेड समझ के मजे से खा जाते हैं
नीम की दातुन को छुडवा के लगा दिया
कोलगेट घिसने पे
जो बनती है जानवरों की हड्डी पिसने पे
दिवाली जैसे त्योहारों पे भी
अब ये हमारी चोकलेट कुरकुरे खाते हैं
और अपनी गौ माता के दूध में मिलावट बताते हैं
हम यहाँ बैठ कर इनक्को अपने इशारे पे नचवाते हैं
राम सेतु आदि यहाँ बैठ के तुड्वाते हैं
यह थे कभी दुनिया के मालिक, आज नोकर
इनको बना दिया
आसमान से पटक कर मिटटी में इनको मिला दिया
पर अक्ल इन मूर्खो अभी भी नही आई
आज भी ब्रांडेड से नहाते हैं, ब्रांडेड खाते हैं
ब्रांडेड चलाते हैं, ब्रांडेड पहनते हैं
हा हा हा हाहा
पुरे कमरे में गूंज रही ठहाको की फुलवारी थी
अब विदेशी के बाद नेता की बारी थी
दारु का गिलास उठा के नेता बोला
अरे विदेशी भाई तुमने हमको कम तोला
ये लोग तुम्हारे गुलाम न होते
हम अगर आपके साथ न होते
हमने सोने की चिड़िया को रुलाया है
यहाँ का राज हमने ही तुम्हे दिलाया है
तुमने तो सिर्फ पैसा और सामान दिया है
असली पागल तो इनको हमने किया है
कभी जात के नाम पे कभी धर्म के नाम पे
हमने भाई भाई को लड़ाया है
हम देश को निचोड़ के बेच देंगे तुम इत्मीनान रखना
बस पैसा कम न हो जाये मेरे स्विस खाते का ख्याल
रखना
इसी बिच मीडिया वाला चिलाया
तोड़ दारु की बोतल जोर से बडबढाया
तुम दोनों कुछ भी न होते
हम अगर आपके साथ न सोते
तुम्हारी हर नीच हरकत हम छुपाते हैं
पकड़ के किसी बेकसूर को ज़ालिम ज़ालिम चिल्लाते
हैं
ब्रांडेड आपके इसलिए बिकते हैं ....
क्यूँ की हर ब्रेक में हमारे दीखते हैं
विदेशी सामान का असली सच हम दिखाते नही हैं
इसलिए लिए अच्छे सव्देशी प्रोडक्ट टिक पाते
नही हैं
अच्छे भले संतो को हम फसा रहे हैं
इसलिए आप के धर्म वाले लोगों को इसाई बना रहे हैं
हर चैनल हर एंकर बिकता है
इसलिए सुबह 6 बजे हर जगह यीशु दीखता है
अगर सिर्फ 24 घंटे हम इमानदारी से खबरें चला दें
तुम दोनों को एक दिन में जेल भिजवा दें ......
एक हिन्दुस्तानी के कीबोर्ड से .....
कुदरत के कहर से लड़ती एक मां की कहानी, शायद आपको अपनी आंखों पर यकीन नहीं होगा
ReplyDeleteमां की ममता की अनुभूति शायद सिर्फ एक मां ही समझ सकती है और इस ममता की कोई हद नहीं होती. एक मां अपने बच्चे के लिए क्या कर सकती है यह शायद वह भी नहीं जानती होगी क्योंकि जब बात बच्चे की आती है तो हर बार वह किसी नई हद से आगे बढ़ जाती है. आम लोगों के सामने एक मां की पार की हुई ये हदें छूना असंभव सा लगता है. कर्नाटक की इस नई-नवेली मां ने वह किया जो एक साधारण इंसान कभी सपने में भी नहीं सोच सकता. पर उस मां पर भी पिता के आशीष का साया था. असंभव सी लगने वाली यह कहानी जानकर किसी भी रोंगटे खड़े हो जाएं. कृष्णा नदी का उफनता हुआ पानी, उसमें एक पिता अपनी बेटी के लिए और एक मां जन्म लेने के लिए तैयार अपने बच्चे के लिए मौत के मुंह में सिर्फ उस नवजात की जिंदगी की खातिर अपनी जानें दांव पर लगाने का वह दृश्य हृदय विदारक नहीं, श्रद्धा से अपने सामने किसी को भी नतमस्तक कर देनेवाला था.
कर्नाटक के नीलकंटारायनागड्डे गांव की रहने वाली 22 साल की गर्भवती येल्लवा का पति उसके साथ नहीं रहता. उसके गांव में अस्पताल की मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं. प्रसूति के लिए उसके गांव में परंगरात तरीके अपनाए जाते हैं. पर यह उसका पहला बच्चा था इसलिए वह गांव में प्रसूति कर अपने बच्चे के लिए कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी. इसलिए उसने पहले ही सोच रखा था कि कृष्णा नदी के पार अपने गांव से चार किलोमीटर दूर ..गांव के अस्पताल में प्रसूति करवाएगी.
उसके गर्भ का नौंवा महीना चल रहा था और यह वक्त मानसून का भी था. सबसे नजदीकी अस्पताल गांव से 4 किलोमीटर दूर केक्केरा में था जहां जाने का एकमात्र तरीका कृष्णा नदी पार करना था. पर दिक्कत यह थी कि मानसून के महीने में कभी भी बारिश से नदी का पानी सामान्य जलस्तर से बढ़ सकता था और उसके लिए नदी पार करने में मुश्किलें खड़ी कर सकती थीं. पति के छोड़े जाने के बाद मां-बाप के सिवा और कोई भी उसकी देखभाल के लिए नहीं है.
नदी का पानी बढ़ जाने और बाढ़ आने का अंदेशा बताकर अपने पिता और मां से उसने कई बार नदी पार कर अस्पताल के गांव में ही रहने की बात कही, पर उसके मायके के परिवार की हालत भी इतनी अच्छी नहीं है कि वे इतने दिनों के लिए अपना गांव छोड़कर कहीं बाहर रह सके. वे हमेशा इसे टालते रहे. जब येल्लवा की डिलीवरी का समय आया तो कृष्णा नदी का पानी सामान्य से 12-15 फीट ऊपर बह रहा था. ऐसे में कोई भी नाविक नाव देने या नदी पार कराने के लिए तैयार नहीं था. इस अंतिम समय में येल्लवा और उसके परिवार के पास बच्चे की खातिर उफनती हुई खतरनाक नदी को पार करने के सिवा और कोई चारा भी नहीं था.
येल्लवा के पिता ने उस वक्त साहस दिखाया. नदी के तट पर खड़े हुए उन्होंने येल्लवा से नदी में छलांग लगा देने को कहा लेकिन मरने के लिए नहीं नदी पार कर अपने बच्चे की जान बचाने के लिए. येल्लवा ने कभी तैरना नहीं सीखा था. एक बार को वह हिचकिचाई लेकिन पिता के बढ़ावा देने पर वह पिता और भाईयों समेते नदी में कूद गई. 45 मिनट तक कृष्णा नदी के उफनते बाढ़ के ठंडे पानी में वह तैरती रही. आखिरकार वह डूबने को हुई तो उसके भाई और पिता ने ही उसे खींचकर तट तक लाया. गांव वालों ने उसकी मदद की और आज वह और उसका बच्चा स्वस्थ है.
यह कोई बनी-बनाई कहानी नहीं है. कर्नाटक के एक छोटे से गांव की गरीब परिवार की साहसी औरत और उसके परिवार की सच्ची कहानी है. यह येल्लवा के साहस की कहानी तो है लेकिन येल्लवा के रूप में एक मां की एक और गौरवान्वित छवि है इसमें. साथ में अपनी बेटी के साथ हर हाल में रहने का वादा निभाने वाले एक साहसी पिता की कहानी भी है. सात बच्चों में येल्लवा सबसे बड़ी बेटी है. गरीबी इतनी ज्यादा है कि बाजरे की रोटी, सब्सिडी में मिले चावल और थोड़ी सी सब्जी के अलावे गर्भ के दौरान भी उसे कुछ खाने को नहीं मिला. उस दिन भी उसने प्याज की चटनी के साथ बाजरे की दो रोटियां ही खाई थीं. पर यह न येल्लवा का हौसला तोड़ सका, न उसके पिता का.
अपनी गरीबी से पार न पाने के कारण भले ही इस परिवार की यह मजबूरी बन गई हो लेकिन किसी भी सामान्य इंसान के लिए ऐसा कदम उठाना शायद कभी भी संभव नहीं होगा. इस महानता को सिर्फ एक मां और उसका साथ निभाने वाले पिता ही छू सकते हैं. इससे परे यह कमजोर मानी जाने वाली औरत के साहस और शक्ति की भी जीती-जागती मिसाल है.
अभी 1 लाख 72 हजार लोगों को लेकर तुम चाटो अखिलेश.....
ReplyDeleteतुम्हारी तो 2017 में अब तक टी.ई.टी. पास लगभग 5 लाख युवा और उनके परिवार वाले बैण्ड बजाने को तैयार हैं.....
संसद के अधिकारियों को जब प्राइवेट कंपनियों के रेट के बारे में पता चला, तो वे हैरान रह गए। संसद की कैंटीन में सांसदों को दाल अभी 3 रुपये में मिलती है...
ReplyDeleteखाना खाना हो तो सांसद बने और संसद की कैँटीन पहुँचे
ReplyDeleteएक स्त्री एक दिन एक स्त्रीरोग विशेषज्ञ के पास के गई
ReplyDeleteऔर बोली-:
"डाक्टर मैँ एक गंभीर समस्या मेँ हुँ और मेँ आपकी मदद
चाहती हुँ । मैं pregnant हूँ,
आप किसी को बताइयेगा नही मैने एक जान पहचान के
सोनोग्राफी लैब से यह जान लिया है कि मेरे गर्भ में एक
बच्ची है । मै पहले से एक बेटी की माँ हूँ और मैं
किसी भी दशा मे दो बेटियाँ नहीं चाहती ।"
डाक्टर ने कहा ,"ठीक है, तो मेँ आपकी क्या सहायता कर
सकता हु?"
तो वो स्त्री बोली,"मैँ यह चाहती हू कि आप इस गर्भ से छुटकारा
दिलाने मेँ मेरी मदद करें ।"
डाक्टर ने थोडा सोचा और फिर बोला, -:
मुझे लगता है कि मेरे पास एक और सरल रास्ता है
जो आपकी मुश्किल को हल कर देगा।"
वो स्त्री बहुत खुश हुई..
डाक्टर आगे बोला,"हम एक काम करते है
आप दो बेटियां नही चाहती ना??
तो पहली बेटी को मार देते है जिससे
आप इस अजन्मी बच्ची को जन्म दे सके और
आपकी समस्या का हल भी हो जाएगा. वैसे भी हमको एक
बच्ची को मारना है तो पहले वाली को ही मार देते
है.?"
वो स्त्री तुरंत बोली "नहीं डाक्टर..!!!
बिलकुल नहीं ये एक गुनाह और पाप होगा और वैसे भी मैं
अपनी बेटी को बहुत चाहती हूँ । उसको खरोंच भी आती है
तो दर्द का अहसास मुझे होता है
डाक्टर तुरंत बोला -:
"पहले कि हत्या करो या अभी जो जन्मा नही उसकी हत्या करो दोनो गुनाह
है पाप हैं ।"
स्त्री स्वयं की सोच पर लज्जित हुई डाक्टर की वह बात उस स्त्री को समझ आ गई और पश्चाताप करते हुए घर चली गई ।
क्या आपको समझ मेँ आयी ? अगर आई तो दूसरो को भी समझाए ..
कन्या भूर्ण हत्या अपनी ही औलाद का अपने हाथो से गला घोट देने जैसा है..इससे बड़ा गुनाह दुनिया में कोई नहीं..!! ...
कुछ पेट्रोल पंप वाले हमें कैसे धोखा देते है....
ReplyDelete- हर पेट्रोल पंप में पेट्रोल के लिए 5 लीटर 10 लीटर के नाप होते है सो वो 5 लीटर 10 लीटर में चोरी नहीं कर सकते इसलिए वो सेटिंग करते है 100 रुपये में 200 रुपये में 500 रुपये में जिस से उनकी चोरी कभी पकड़ में नहीं आति क्यों कि 100 रुपये का पेट्रोल हम कभी नाप नहीं कर सकते इसलिए वो कम पेट्रोल का सेटिंग हमेशा 100-200-500-1000 में ही करते है
- आपसे निवेदन है के जब भी आप पेट्रोल भरवाओ आप 105 रुपये 205 रुपये या 5 लीटर 233 रुपये ऎसे ऑड फिगर में भरवाओ तो आपको कभी भी कम पेट्रोल नहीं मिलेगा.
- कर के देखिए आपका फायदा अवश्य होगा.
- ये सुझाव जनहित में है सो अधिक से अधिक बताना न भूले.
हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है,
होश उड़ जाते है लोगो के,
जब हम BLOG में कदम रखते है।।
प्रधानमंत्रीजी ,
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश सिसक रहा है. समय हो तो एकबार यहाँ भी दौरा कर लीजिये। ..........
___________Amitabh Agnihotri
Hostel student to his frnd:- "yaar dhoka
ReplyDeleteho gya Dhoka" ;-(
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Frnd:- kya ho gaya...??
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Student:- "yar ghar se books k liye
paise
mangvaaye the,
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gharwalo ne books hi bhej di....
अजीब है ना हमारे
ReplyDeleteदेश का संंविधान
यहॉ गीता पर हाथ रखकर
कसम खिलायी जाती है
सच बोलने के लिये
मगर,
गीता पढाई नही जाती
सच जानने के लिये.........
राज्यपाल (Governor)
ReplyDelete=======
01) राज्यपाल पद हेतु न्यूनतम आयु कितनी होती है— 35 वर्ष
02) राज्यपाल विधानसभा में कितने आंग्ल-भारतीयों की नियुक्ति कर सकता है— एक
03) भारत की पहली महिला राज्यपाल कौन थी— सरोजनी नायडू
04) ‘राज्यपाल सोने के पिंजरे में निवास करने वाली चिड़िया के समान है’ ये शब्द किसके हैं— सरोजनी नायडू
05) किसकी अनुमति के बिना राज्य की विधानसभा में कोई धन विधेयक पास नहीं होता है— राज्यपाल
06) राज्यपाल द्वारा जारी किया गया अध्यादेश किसके द्वारा मंजूर किया जाता है— विधानमंडल द्वारा
07) राज्य सरकार को कौन भंग कर सकता है— राज्यपाल
08) राज्य के मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करता है— राज्यपाल
09) राज्यपाल की मुख्य भूमिका क्या है— केंद्र व राय के मध्य की कड़ी
10) किसी राज्य के राज्यपाल को शपथ ग्रहण कौन कराता है— उस राज्य का मुख्य न्यायाधीश
11) किस राज्य में राष्ट्रपति शासन के अलावा राज्यपाल शासन भी लागू किया जा सकता है— जम्मू-कश्मीर
12) भारत के किस राज्य में प्रथम महिला राज्यपाल बनीं— उत्तर प्रदेश
13) जम्मू-कश्मीर के संविधान के अनुसार राज्य में अधिकतम कितने समय के लिए राज्यपाल शासन लगाया जा सकता है— 6 माह
14) जम्मू-कश्मीर का ‘सदर-ए-रियासत’ पद नाम बदलकर कब राज्यपाल कर दिया गया— 1965 में
15) राज्य सरकार को भंग कौन कर सकता है— राज्यपाल की सिफारिश पर राष्ट्रपति
आज हमें डाइट जाके पता चला के प्रत्यावेदन का ड्रामा तो सिर्फ इसलिए था की हम बिजी हो जाये और आन्दोलन वन्दोलन न करे
ReplyDeleteएक सॉफ्टवेयर पर सिर्फ टेट के रोल नं फीड हो रहे जिसने पर्त्यावेदन भेजा उसके भी जिसने ना भेजा उसके भी