फ्लिपकार्ट को 1000 करोड़ रूपए का नोटिस, ईडी कर सकता है भारी जुर्माना
Flipkart Receives 1000 Crore Rupees Notice from ED (Enforcement Directorate),
It is in News that heavy selling in retail market may invite penalty under FEMA (Foreign Exchange Management Act) Regulations
आनलाइन बहुब्रांड खुदरा कारोबार करने वाली देश की प्रमुख कंपनी फ्लिपकार्ट को दिवाली धमाका सेल (बिग बिलियन डे) के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस जारी किया है। निदेशालय ने फ्लिपकार्ट को भेजे नोटिस में कहा है कि जिस तरह से धमाका सेल के जरिये ग्राहको से सीधा कारोबार किया गया उसमें खुदरा कारोबार के नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ है। इसके साथ फ्लिपकार्ट पर विदेशी निवेश के मामले में फेमा के उल्लंघन का आरोप भी लगा है।
सेल शुरू होते की कंपनी की वेबसाइट क्रैश हो गई थी। इसके बावजूद उसने उस दिन 10 घंटे में 600 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया था। फ्लिपकार्ट की इस पेशकश को मिली सफलता के बाद खुदरा कारोबारियों की नींद हराम हो गयी और खुदरा कारोबारियों के शीर्ष संगठन कैट केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण के पास पहुंच गया। सीतारमण ने संगठन के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद कहा था कि फ्लिपकार्ट की पेशकश पर बहुत सी शिकायतें मिली है। सरकार इस पर विचार करेगी
सूत्रों का कहना है कि इडी ने फ्लिपकार्ट पर सीधे रिटेल कारोबार करने का आरोप लगाया है. दरअसल, ई-कॉमर्स में सीधे रिटेल कारोबार की इजाजत नहीं है. फ्लिपकार्ट ने विदेशी सब्सिडियरी के जरिए भारत में निवेश किया है. फ्लिपकार्ट ने एफडीआइ के जरिए 18 करोड़ डॉलर जुटाए हैं. लेकिन ई-कॉमर्स के जरिए मल्टीब्रांड में एफडीआइ जुटाना फेमा का उल्लंघन माना जाता है.
सूत्नों की मानें तो इडी ने फ्लिपकार्ट के बिजनेस मॉडल को नियमों के खिलाफ बताया है. उधर, इडी को अमेजॉन के खिलाफ जांच में कुछ नहीं मिला है. इडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि अमेजॉन सीधे रिटेल कारोबार नहीं करती और वो मार्केट प्लेस फॉर्मेट पर काम करती है.
क्या होगा फ्लिपकार्ट का भविष्य
भारत में कम ही समय में इ-कामर्स का पर्याय बन चुकी फ्लिपकार्ट के भविष्य को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है. 2007 में सचिन बंसल व बिन्नी बंसल नाम के दो युवाओं द्वारा शुरू की गयी कंपनी का नाम बच्चे-बच्चे की जुबान पर चढ़ चुका है. चार लाख रुपये से शुरू की गयी इस कंपनी में टाइगर ग्लोबल, एक्सल इंडिया आदि के जरिये भारी पूंजी निवेश हुआ है. पिछले साल इस कंपनी ने भारी निवेश जुटाया था.
10 हजार कर्मचारियों व एक बिलियन डॉलर पूंजी वाली इस कंपनी ने एक अन्य इ-कॉमर्स कंपनी मिंत्र का हाल में अधिग्रहण भी किया. पर, फ्लिपकार्ट पर जिस तरह फेमा नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा है, उससे उसे आनेवाले दिनों में कारोबार करने में दिक्कतें आयेंगी. हाल में जब उसने विदेशों से बड़ी मात्र में पैसे जुटाये, तो बाजार पर नजर रखने वाले उसकी तुलना इन्फोसिस से कर रहे थे और यह उम्मीद जता रहे थे कि आने वाले दिनों में इस इ-कॉमर्स कंपनी का उसी तरह विस्तार होगा. लेकिन उस पर लगे ताजा आरोपों के बाद उसका भविष्य गर्द की गुबार में गुम होता दिखा रहा है.
इस बीच सूत्रों ने बताया कि निदेशालय ने नोटिस में कंपनी पर जुर्माने का भी जिक्र किया है लेकिन यह कितना है पता नहीं चल पाया है। इससे जुड़े एक अन्य सूत्र की माने तो फ्लिपकार्ट पर एक हजार करोड़ रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। उल्लेखनीय है कि फ्लिपकार्ट ने गत छह अकटूबर को सबुह आठ बजे धमाका सेल की पेशकश की थी और इसके तहत उसने कुछ बडी कंपनियों के उत्पादों पर 9० प्रतिशत तक की छूट की पेशकश की थी।
Flipkart Receives 1000 Crore Rupees Notice from ED (Enforcement Directorate),
It is in News that heavy selling in retail market may invite penalty under FEMA (Foreign Exchange Management Act) Regulations
आनलाइन बहुब्रांड खुदरा कारोबार करने वाली देश की प्रमुख कंपनी फ्लिपकार्ट को दिवाली धमाका सेल (बिग बिलियन डे) के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस जारी किया है। निदेशालय ने फ्लिपकार्ट को भेजे नोटिस में कहा है कि जिस तरह से धमाका सेल के जरिये ग्राहको से सीधा कारोबार किया गया उसमें खुदरा कारोबार के नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ है। इसके साथ फ्लिपकार्ट पर विदेशी निवेश के मामले में फेमा के उल्लंघन का आरोप भी लगा है।
सेल शुरू होते की कंपनी की वेबसाइट क्रैश हो गई थी। इसके बावजूद उसने उस दिन 10 घंटे में 600 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया था। फ्लिपकार्ट की इस पेशकश को मिली सफलता के बाद खुदरा कारोबारियों की नींद हराम हो गयी और खुदरा कारोबारियों के शीर्ष संगठन कैट केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण के पास पहुंच गया। सीतारमण ने संगठन के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद कहा था कि फ्लिपकार्ट की पेशकश पर बहुत सी शिकायतें मिली है। सरकार इस पर विचार करेगी
सूत्रों का कहना है कि इडी ने फ्लिपकार्ट पर सीधे रिटेल कारोबार करने का आरोप लगाया है. दरअसल, ई-कॉमर्स में सीधे रिटेल कारोबार की इजाजत नहीं है. फ्लिपकार्ट ने विदेशी सब्सिडियरी के जरिए भारत में निवेश किया है. फ्लिपकार्ट ने एफडीआइ के जरिए 18 करोड़ डॉलर जुटाए हैं. लेकिन ई-कॉमर्स के जरिए मल्टीब्रांड में एफडीआइ जुटाना फेमा का उल्लंघन माना जाता है.
सूत्नों की मानें तो इडी ने फ्लिपकार्ट के बिजनेस मॉडल को नियमों के खिलाफ बताया है. उधर, इडी को अमेजॉन के खिलाफ जांच में कुछ नहीं मिला है. इडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि अमेजॉन सीधे रिटेल कारोबार नहीं करती और वो मार्केट प्लेस फॉर्मेट पर काम करती है.
क्या होगा फ्लिपकार्ट का भविष्य
भारत में कम ही समय में इ-कामर्स का पर्याय बन चुकी फ्लिपकार्ट के भविष्य को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है. 2007 में सचिन बंसल व बिन्नी बंसल नाम के दो युवाओं द्वारा शुरू की गयी कंपनी का नाम बच्चे-बच्चे की जुबान पर चढ़ चुका है. चार लाख रुपये से शुरू की गयी इस कंपनी में टाइगर ग्लोबल, एक्सल इंडिया आदि के जरिये भारी पूंजी निवेश हुआ है. पिछले साल इस कंपनी ने भारी निवेश जुटाया था.
10 हजार कर्मचारियों व एक बिलियन डॉलर पूंजी वाली इस कंपनी ने एक अन्य इ-कॉमर्स कंपनी मिंत्र का हाल में अधिग्रहण भी किया. पर, फ्लिपकार्ट पर जिस तरह फेमा नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा है, उससे उसे आनेवाले दिनों में कारोबार करने में दिक्कतें आयेंगी. हाल में जब उसने विदेशों से बड़ी मात्र में पैसे जुटाये, तो बाजार पर नजर रखने वाले उसकी तुलना इन्फोसिस से कर रहे थे और यह उम्मीद जता रहे थे कि आने वाले दिनों में इस इ-कॉमर्स कंपनी का उसी तरह विस्तार होगा. लेकिन उस पर लगे ताजा आरोपों के बाद उसका भविष्य गर्द की गुबार में गुम होता दिखा रहा है.
इस बीच सूत्रों ने बताया कि निदेशालय ने नोटिस में कंपनी पर जुर्माने का भी जिक्र किया है लेकिन यह कितना है पता नहीं चल पाया है। इससे जुड़े एक अन्य सूत्र की माने तो फ्लिपकार्ट पर एक हजार करोड़ रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। उल्लेखनीय है कि फ्लिपकार्ट ने गत छह अकटूबर को सबुह आठ बजे धमाका सेल की पेशकश की थी और इसके तहत उसने कुछ बडी कंपनियों के उत्पादों पर 9० प्रतिशत तक की छूट की पेशकश की थी।