UGC NET : स्टूडेंट्स ने क्रिश्चियन कॉलेज में की तालाबंदी
लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज के स्टूडेंट्स ने अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को भी कॉलेज में प्रदर्शन जारी रखा। स्टूडेंट्स ने सुबह से ही क्लासें बंद करावाकर कॉलेज में तालाबंदी करवा दी। इससे कॉलेज में पढ़ाई से लेकर काउंसलिंग तक का कोई काम नहीं हो पाया। स्टूडेंट्स ने बुधवार को कॉलेज के प्रवक्ता रॉकी जॉन की ओर से दिये गए बयान के विरोध में एलयू कुलपति को शिकायत पत्र भी दिया। बुधवार को प्रवक्ता ने कहा था, 'यह अल्संख्यक कॉलेज है और उस पर ऐसा अनैतिक दबाव बनाना उसके अधिकारों का हनन है। स्टूडेंट्स की नैतिक मांगें पूरी की जाएंगी।' इस पर स्टूडेंट्स ने कुलपति से शिकायत की है कि स्टूडेंट किसी भी तरह का अनैतिक दबाव नहीं बना रहे हैं। स्टूडेंट्स ने कहा कि यह अल्पसंख्यक कॉलेज है तो क्या नियमों के विरुद्ध शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। स्टूडेंट्स का आरोप है कि कॉलेज में यूजीसी के नियमों के विरुद्ध बिना पीएचडी और नेट के अयोग्य शिक्षकों की भर्ती की गई हैं। स्टूडेंट्स की मांग है कि कॉलेज में योग्य शिक्षकों की भर्ती की जाए। स्टूडेंट्स ने एमपीएड और एमकॉम दोबारा शुरू कराने, शारीरिक शिक्षा को एक विषय के रूप में चलाने और पीने के पानी की व्यवस्था समेत दस सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया
News Sabhaar : नवभारत टाइम्स | Aug 7, 2014, 08.39PM IST
लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज के स्टूडेंट्स ने अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को भी कॉलेज में प्रदर्शन जारी रखा। स्टूडेंट्स ने सुबह से ही क्लासें बंद करावाकर कॉलेज में तालाबंदी करवा दी। इससे कॉलेज में पढ़ाई से लेकर काउंसलिंग तक का कोई काम नहीं हो पाया। स्टूडेंट्स ने बुधवार को कॉलेज के प्रवक्ता रॉकी जॉन की ओर से दिये गए बयान के विरोध में एलयू कुलपति को शिकायत पत्र भी दिया। बुधवार को प्रवक्ता ने कहा था, 'यह अल्संख्यक कॉलेज है और उस पर ऐसा अनैतिक दबाव बनाना उसके अधिकारों का हनन है। स्टूडेंट्स की नैतिक मांगें पूरी की जाएंगी।' इस पर स्टूडेंट्स ने कुलपति से शिकायत की है कि स्टूडेंट किसी भी तरह का अनैतिक दबाव नहीं बना रहे हैं। स्टूडेंट्स ने कहा कि यह अल्पसंख्यक कॉलेज है तो क्या नियमों के विरुद्ध शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। स्टूडेंट्स का आरोप है कि कॉलेज में यूजीसी के नियमों के विरुद्ध बिना पीएचडी और नेट के अयोग्य शिक्षकों की भर्ती की गई हैं। स्टूडेंट्स की मांग है कि कॉलेज में योग्य शिक्षकों की भर्ती की जाए। स्टूडेंट्स ने एमपीएड और एमकॉम दोबारा शुरू कराने, शारीरिक शिक्षा को एक विषय के रूप में चलाने और पीने के पानी की व्यवस्था समेत दस सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया
News Sabhaar : नवभारत टाइम्स | Aug 7, 2014, 08.39PM IST