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Sunday, October 5, 2014

SAMEEKSHA ADHIKARI RECRUITMENT

SAMEEKSHA ADHIKARI RECRUITMENT



News Sabhar : Hindustan Paper (5.10.14)

11 comments:

  1. सुप्रभात साथियों!!
    scert द्वारा सभी डाईट को दिया गया ४ तारीख की समय सीमा समाप्त हो गयी और हमेशा की तरह लगभग आधी डाईट का डाटा अभी तक scert नहीं पहुंचा है..अब दीपावली के पूर्व तीसरी काउंसलिंग असंभव है अतः आप लोग अफवाहों से बचें..
    दूसरी महत्वपूर्ण बात "reshuffling" को लेकर आजकल बहुत शोर हो रहा है.. भाई लोग रिट की भी तैयारी कर रहे हैं.. मैं बस इतना कहना चाहता हूँ कि reshuffling रिजर्वेशन पालिसी का ही हिस्सा है परन्तु prt एवं jrt में जिस तरह से reshuffling का प्रयोग हो रहा है वो विधिसम्मत नहीं है.. अनारक्षित वर्ग की योग्यता न रखने वाला व्यक्ति आखिर कैसे reshuffle होकर अनारक्षित वर्ग में आ सकता है. (मान लो अगर किसी आरक्षित वर्ग के आवेदक के ८३ मार्क्स हैं और उसका अकादमिक है ७० फीसदी है तो वो अनारक्षित वर्ग में शामिल होने की पात्रता नहीं रखता ठीक वैसे ही जैसे कोई आरक्षित वर्ग का आवेदक ४४ फीसदी मार्क्स और १२० टेट मार्क्स के साथ अनारक्षित वर्ग में शामिल नहीं हो सकता है. ). reservation और relaxation दो अलग विषय हैं और मुझे लगता है कि अगर कोर्ट में relaxation के मुद्दे पर लड़ा जाए तो बहुत कुछ हासिल हो सकता है खासकर jrt के अनारक्षित वर्ग के आवेदकों को.. बाकी लोग स्वयं ही समझदार हैं..
    धन्यवाद!!

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  2. सुप्रभात भाइयों !!!

    दोस्तों एक बुरी खबर है कुशीनगर में obc male arts 113 वालों का डाक्यूमेंट वापस किया जा रहा है । सबंधित अभ्यर्थीयों को डायट से फोन किया जा रहा है कि वे अपना डाक्यूमेंट सोमवार मंगलवार को आ के ले लेवे ।

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  3. मित्र अमित कुमार सिंह के अनुसार !!!!!

    मित्रोँ मेरिट का आकलन मैँ नहीँ करुँगा क्योँकि सच कड़वा होता है, फिर भी अप्रत्यक्ष रुप से देखा जाए तो 100+ सामान्य अभ्यर्थी बिल्कुल सुरक्षित है ।
    एक आकड़े पर नज़र डाला जाए तो वर्तमान प्रकृया मेँ औसत एक सीट पर तीन दावेदार हैँ ।
    अब 83 से 99 अंको के के बीच का अवलोकन करते जाइए तो ये दावेदारी आपको घटते क्रम मेँ मिलेगी और अन्तत: 100 अंको पर यह सीटोँ के सापेक्ष आ जाती है ।
    मेरे एक मित्र जो कि कम्प्यूटर एक्सपर्ट हैँ, ने एक आकड़ा तैयार किया था जिसमेँ सम्पूर्ण रिक्तियोँ के सापेक्ष अवरोही क्रम मेँ (बिना किसी विभाजन के) मेरिट तैयार की गयी थी, जिसमेँ अन्तिम अभ्यर्थी जिसकी जन्मतिथि 20/08/79 थी और नाम अंग्रेजी अक्षर के 'C' से था, उसके अंक 102 थे ।
    हाँ यदि आप रैँक भी आन लाइन करवा देँगे तब भी आप वास्तविक रैँक से 1000-500 अधिक होँगे, कारण कुछ अराजक तत्वोँ का शामिल हो जाना किन्तु ध्यान रहे कि एक भी अराजक तत्व इस प्रकृया मेँ शामिल नहीँ हो सकता बल्कि आपके चयन मेँ थोड़ा अनावश्यक अवरोध उत्पन्न कर देगा ।
    ये बात सत्य है कुछ जगह अधिक अभ्यर्थियोँ के पहुँच जाने से जनाधिक्य की स्थिति उत्पन्न हो गयी, किन्तु इसका आशय ये बिल्कुल भी न लगाया जाए कि समस्त सीटेँ पूर्ण हो गयी ।
    उपर्युक्त विवेचन से उन अभ्यर्थियोँ को अधिक लाभ होने वाला है, जिसने आवेदन करने मेँ कंजूसी न की हो ।
    .
    नोट- कोई भाई मुझसे ये न पूछे कि मेरा इतने नं पर होगा कि नहीँ, हाँ स्वत: मेरे आकड़े का अवलोकन करे और चयनोपरान्त मिष्ठान का प्रबन्ध कराए क्योँकि आपका चयन आपके विवेक पर निर्भर करता है, और दूसरी सबसे महत्व पूर्ण बात- किसी भी संदिग्ध अभ्यर्थी का आपके पास प्रमाण हो तो इसकी सूचना मोर्चे को दे, आपके चयन का अवरोध समाप्त होगा ।।

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  4. यदि बसपा सरकार ने टेट कराने में अनावश्यक देरी ना की होती तथा 30-11-11 के विज्ञापन में मात्र 5 जिलों में फ़ार्म भरने,वि.बीटीसी और बीटीसी ट्रेंड को इसमें शामिल करने तथा बीएसए द्वारा जिला स्तर पर विज्ञापन निकालने के स्थान पर सचिव द्वारा निकालने की कारीगरी ना दिखाई होती यह भर्ती ncte द्वारा तय 1 जनवरी 2012 की समय सीमा में पूरी हो गयी होती ,,,,यदि सपा सरकार ने बसपा सरकार के अच्छे काम (टेट मेरिट से चयन प्रक्रिया) को स्वीकार करके विज्ञापन सम्बन्धी त्रुटियाँ दूर कर दी होतीं तो जुलाई 2012 तक 72825 की नियुक्ति प्रक्रिया समाप्त हो जाती ,,, यदि पूर्व सरकार द्वारा टेट 2011 का पूरा रिजल्ट pdf फ़ाइल के रूप में अपलोड किया गया होता तो टेट मोर्चे का नेतृत्व कम टेट मेरिट वालों को 100 तक टेट मेरिट आने का ख़्वाब दिखाकर 2 साल तक उनका आर्थिक शोषण ना कर पाते और ना ही अपनी नेतागिरी चमका पाते....

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  5. Rajesji gm. Plz sitapur 2nd counsling k bad ph ki bachi seat k barey me details de plz hubly request

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  6. टेट विवाद में जो कुछ भी हुआ वह कुछ और नहीं हमारी नियति थी ,,, कम टेट मेरिट वाले आज टेट नेताओं पर संभावित टेट मेरिट के बारे में झूठ बोलने और धोखादड़ी का आरोप लगा रहे हैं लेकिन आरोप लगाते हुए उन्हें यह भी तो सोचना चाहिए कि मोर्चे के नेताओं पर भरोसा करना आपका निजी फैसला था ,किसी ने आपको बाध्य नहीं किया था ,,,जब मोर्चे के तीनों गुट सुप्रीम कोर्ट में वकीलों का जखीरा खड़ा करने के नाम पर लूटमार कर रहे थे और मैं उसका विरोध कर रहा था तब सबसे ज्यादा गालियाँ मुझे उन लोगों ने दी थीं जिनका आज चयन नहीं हो रहा है,,,कुछ स्वयंभू नेता टाइप के लोगों के द्वारा बात-बात पर आन्दोलन का आह्वाहन करने का विरोध करने पर कम टेट मेरिट वाले ही मुझे गालियाँ देते थे,,टेट मेरिट का अनुमान मुझे टेट का रिजल्ट आने के समय से ही था ,, सीधे सच बोलकर इतनी बड़ी संख्या का दिल तोड़ने की मुझमे हिम्मत नहीं थी लेकिन इशारा तो बार -बार किया था ,,,

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  7. आज भले ही आप मोर्चे के नेताओं को दोष दे रहे हो लेकिन नेता तो वही कह रहे थे जो आप सुनना चाहते थे ,,नेताओं का तो धन्धा ही ही झूठ के बल पर चलता है चाहे वो एकेडमिक वालों के हों,शिक्षा मित्रों के हों या टेट मेरिट के ,,, सबसे पहला काम अपनी गलती के लिए दूसरों को दोषी ठहराना बंद कीजिये और भविष्य की योजना बनाइये ,,, जिंदगी 72825 पर ख़त्म नहीं हो जाती ,,, वर्तमान में जारी सत्र के बाद बीटीसी बंद हो रही है और प्रस्तावित 4 वर्षीय बीएलएड का पहला बैच 2020 में आ पायेगा ,, अन्य राज्यो के समान u.p. को भी 2016 तक बीएड डिग्रीधारकों को prt में नियुक्त करने की छूट मिल जायेगी ,,,, 72825 की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद बीएड वालों के लिए प्राथमिक का एक और टेट कराकर उसके प्राप्तांकों से चयन की सम्भावना बन सकती है बशर्ते कि सही रणनीति के साथ इसकी माँग की जाए ,,,इसका मतलब यह भी नहीं है कि सिर्फ इसी माँग के पूरा होने के भरोसे रहा जाए ,,,,टेट और prt के अलावा दुनियाँ में और भी बहुत कुछ है,,,जो लोग 72825 में चयनित ना होने पर टूटकर बिखरेंगे वो धूल में मिल जायेंगे ,जो लोग हिम्मत जुटाकर फिर से संघर्ष प्रारंभ करेंगे उन्हें एक दिन सफलता अवश्य मिलेगी ,,, सबसे ज्यादा ख़ुशी मुझे उस दिन होगी जिस दिन 72825 की चयन सूची से बाहर हुआ टेट मोर्चे का कोई कार्यकर्ता मेरे जिले का बीएसए बनकर आएगा ....

    आपका शलभ तिवारी

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  8. सीबीएसई : सीटेट परीक्षा की ओएमआर शीट हुई ऑनलाइन

    नई दिल्ली (एसएनबी)। सेंट्रल टीचर एलिजिबिलटी टेस्ट (सीटेट) परीक्षा की ऑप्टिकल मार्क रीडर (ओएमआर) शीट ऑनलाइन कर दी गई है। परीक्षा पण्राली में पारदर्शिता लाने को केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने परीक्षार्थियों को सलाह दी है कि यदि उनके ओएमआर में किसी तरह की त्रुटि है तो इसके लिए उन्हें सात अक्टूबर शाम पांच बजे तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। अपना आवेदन ई- मेल आईडी सीटेट एट द रेट सीबीएसई डॉट जीओवी डॉट इन पर भेजना होगा। ऑफलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। सीबीएसई की सीटेट परीक्षा 21 सितम्बर को देशभर और विदेश में आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में कुल छह लाख 98 परीक्षार्थी शामिल हुए थे।

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  9. 33 जिलों से
    नहीं मिली फर्जी टीचरों की रिपोर्ट,
    हाईकोर्ट के आदेश
    की हो रही अनदेखी
    Dainikbhaskar.comOct 4, 2014,
    02:02:00 PM IST
    लखनऊ. यूपी सीएम अखिलेश
    यादव भले ही कहे कि प्रदेश
    विकास के पथ पर अग्रसर है,
    लेकिन उनके अफसर ही उनके
    दावे में पलीता लगा रहे हैं।
    मामला बेसिक शिक्षा से
    जुड़ा हुआ है। दरअसल, 2011 में
    फर्जी डिग्री पर नौकरी कर
    रहे टीचर का मामला पकड़ में
    आने के बाद हाईकोर्ट
    इलाहाबाद ने 2013 में एक
    याचिका की सुनवाई करते हुए
    आदेश
    दिया था कि सभी जिलों में
    2002 से नियुक्त हुए
    अध्यापकों की डिग्री की जांच
    की जाए। लेकिन,
    यूपी सरकार अभी तक इसे
    नहीं कर पाई है। सचिव बेसिक
    शिक्षा परिषद की ओर से
    बार-बार रिमाइंडर भेजे जाने
    के बाद भी अभी तक 33
    जिलों से रिपोर्ट नहीं आई।
    हाईकोर्ट में सचिन राणा और
    अन्य ने इस मामले में
    याचिका दायर की थी। इस
    पर हाईकोर्ट ने सुनवाई करते
    हुए आदेश दिया था कि जल्द
    से जल्द यूपी के सभी जिलों में
    2002 के बाद से तैनात
    टीचरों की डिग्री की जांच
    की जाए

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  10. इसमें
    जो फर्जी मामले मिले उनके
    खिलाफ एफआईआर दर्ज
    करवाकर
    उनकी सेवा समाप्ति की जाए।
    साथ ही उनसे
    सरकारी धनराशि की वसूली की जाए।
    लेकिन,
    अधिकारियों की लापरवाही के
    चलते अब तक
    ऐसा नहीं हो पाया है। इस
    संबंध में सचिव, यूपी बेसिक
    शिक्षा परिषद ने अब एक बार
    फिर जिला बेसिक
    शिक्षा अधिकारियों को लेटर
    लिखा है कि जल्द से जल्द ऐसे
    टीचरों की डिटेल मुख्यालय
    को उपलब्ध करवाई जाए।
    इन
    जिलों की नहीं मिली रिपोर्ट
    जिन जिलों से अभी रिपोर्ट
    नहीं मिली है उनमें लखनऊ,
    इलाहाबाद, अमेठी, जालौन,
    बागपत, हाथरस, शाहजहांपुर,
    प्रतापगढ़, गाजीपुर,
    मिर्जापुर, हरदोई, सीतापुर,
    उन्नाव, लखीमपुर, गोरखपुर,
    देवरिया, कुशीनगर, हमीरपुर,
    बांदा, महोबा, फैजाबाद,
    बाराबंकी, सुल्तानपुर,
    अम्बेडकरनगर, बलरामपुर,
    बहराइच, मुरादाबाद, रामपुर,
    कानपुर देहात, औरैय्या,
    मुजफ्फर नगर और आजमगढ़
    शामिल हैं।
    अभी तक नहीं हुई कार्रवाई
    दरअसल, सचिव बेसिक
    शिक्षा परिषद को इस मामले
    में हाईकोर्ट में शपथपत्र
    दाखिल करना है, इसलिए वह
    परेशान हैं। इसके लिए उन्होंने
    दुबारा 33 जिलों के
    जिला बेसिक
    शिक्षा अधिकारियों को रिमाइंडर
    भेजा है। इस पत्र को बेसिक
    शिक्षा निदेशक
    को भी भेजा गया है, लेकिन
    अभी तक कोई कार्रवाई
    नहीं हुई है।

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  11. अब विदा लेता हूँ भाइयों आपका दिन शुभ हो l

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