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Saturday, January 11, 2014

Basic Shiksha UP / UP Teacher Promotion : प्रमोशन पर प्राइमरी स्कूल में ही बनेंगे हेड मास्टर

Basic Shiksha UP / UP Teacher Promotion : प्रमोशन पर प्राइमरी स्कूल में ही बनेंगे हेड मास्टर
अभी पदोन्नति के बाद उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर मिलती है तैनाती


Teacher Recruitment News •छात्र क्षमता से अधिक तैनात शिक्षक दे सकेंगे विकल्प
•बांदा और रायबरेली से होगी योजना की शुरुआत

 नहीं बनना चाहते हेडमास्टर

लखनऊ। प्राइमरी स्कूलों में तीन साल पर पदोन्नति पाने वाले शिक्षकों को अब उसी स्कूल में हेड मास्टर बनाया जाएगा। अभी सहायक अध्यापक से अध्यापक के पद पर पदोन्नति पाने वालों को उच्च प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती दी जाती है। इससे प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी रहती है। इसलिए तय किया गया है कि तीन साल पर पदोन्नति पाने वालों को उसी स्कूल में हेड मास्टर बना दिया जाए। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद इस संबंध में शीघ्र ही आदेश जारी कर सकते हैं।
प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में 2,36,398 पद खाली हैं। इन पदों पर भर्ती की कवायद वर्ष 2011 से चल रही है, लेकिन यह प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। शिक्षकों की हर साल पदोन्नति होने की वजह से प्राइमरी स्कूलों में खाली पद बढ़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए शासन स्तर पर हुई बैठक में तय किया गया है कि शिक्षकों को पदोन्नति तो दी जाएगी, लेकिन उन्हें वहीं पर हेड मास्टर बना दिया जाएगा। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा को निर्देश दे दिया है। उन्हें कहा गया है कि शिक्षकों को तीन साल पर पदोन्नति देने संबंधी आदेश इसी शर्त के आधार पर जारी किया जाए। अभी इन शिक्षकों को पांच साल में पदोन्नति दी जाती है।
शिक्षक कहां पढ़ाएंगे खुद करेंगे तय
लखनऊ (ब्यूरो)। परिषदीय स्कूलों में अब छात्र क्षमता से अधिक लगे शिक्षक स्वयं अपने हटने का विकल्प देंगे कि उन्हें किस स्कूल में पढ़ाना है। इसकी शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बांदा व रायबरेली जिले से की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस संबंध में शीघ्र ही आदेश जारी करने की तैयारी है।

प्रदेश में 1,54,272 प्राइमरी व 76,782 उच्च प्राइमरी स्कूल हैं। प्राइमरी में 1,85,729 तथा उच्च प्राइमरी में 1,06,089 शिक्षक कार्यरत हैं। इसके बाद भी शिक्षकों की कमी है। मुख्य वजह शिक्षकों की तैनाती प्रक्रिया बताई जाती है। कुछ स्कूलों में अधिक शिक्षक तैनात हैं तो कुछ में कम हैं। इसकी जानकारी शासन को भी मिली थी। इसके आधार पर ही तय किया गया है कि जिन स्कूलों में छात्र क्षमता से अधिक शिक्षक हैं, वे अपने हटने का विकल्प स्वयं देंगे कि उन्हें कहां जाना है। यदि शिक्षकों ने ऐसा न किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विकल्प ऑनलाइन लिए जाएंगे और इन दोनों जिलों में इसके परिणाम देखने के बाद इसे अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा।
उर्दू शिक्षकों को नियुक्ति पत्र आज
लखनऊ (ब्यूरो)। उर्दू शिक्षकों के लिए हुई काउंसलिंग में पात्र आवेदकों को नियुक्ति पत्र बुधवार को जारी करने का निर्देश दिया गया है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने यह निर्देश मंगलवार को जारी किया है।
उन्होंने सहायक शिक्षा निदेशक (एडी बेसिक) और बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे निर्देश में कहा है कि 4280 उर्दू शिक्षकों के पदों के लिए तीन चरणों की अब तक काउंसलिंग की जा चुकी है। इस काउंसिलंग में पात्र लोगों को अभी तक सहायक अध्यापक उर्दू के लिए नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है। इसलिए बुधवार को हरहाल में नियुक्ति पत्र जारी करते हुए शाम को इसकी सूचना ई-मेल से सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय इलाहाबाद को दी जाए। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के इस पत्र के बाद जिलों में हड़कंप मचा है। बीएसए परेशान हैं कि इतने कम समय में कैसे सभी को नियुक्ति पत्र जारी किया जा सकता है।


News Sabhaar : अमर उजाला ब्यूरो (8.1.14)
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It is surprising that Urdu Teacher gets appointment letter, While Upper Primary /Junior High School Teacher appointment is Delayed.

Criteria for selection of both appointments is same after 15th amendment in Basic Shiksha Niyamavali, And recently there is some issue arises in Allahabad HC regarding 15th amendment and its matter reaches to Supreme Court.