जब से यू पी टी ई टी परीक्षा में 150 में से 82नंबर पर पास होने की खबर आयी है , अभ्यर्थी कश्मकश में पड़ गए हैं कि क्या इसका प्रभाव
72825 प्राथमिक शिक्षकों , 29334 जूनियर हाई स्कूल उच्च प्राथमिक शिक्षकों , 21000 जूनियर भाषा शिक्षकों की आने वाली , 10000 बी टी सी शिक्षकों की आने वाली , 10800 बी टी सी की हो चुकी , और लगभग 5000 उर्दू शिक्षकों की भर्ती पर भी पडेगा या नहीं ।
वैसे अगर प्रशासन १५० में से ८२ नंबर पर पास होने वालों को अवसर देता है तो 72825 प्राथमिक शिक्षकों की होने वाली भर्ती पर इसका प्रभाव नगण्य होगा ,
क्यूंकि इस भर्ती को हाई कोर्ट टी ई टी मेरिट से करने का आदेश जारी कर चुका है , और टी ई टी मेरिट से भर्ती होने पर स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं होगा ।
क्यूंकि मेरिट में स्थिति सामान ही रहेगी और पहले से ही लगभग 3 लाख अभ्यर्थी यू पी टी ई टी परीक्षा उत्तीर्ण हैं ।
ज्यादा से ज्यादा शासन एक शपथ पत्र ( कि अगर 82 अंक से भर्ती पर कोई प्रभाव पड़ता है तो चुने हुए अभ्यर्थी को उसके स्थान पर आने वाले अभ्यर्थी को मोका दिया जायेगा ) लिया जा सकता है ।
लेकिन अगर 82 अंक वाले अभ्यर्थीयों को 29334 जूनियर हाई स्कूल उच्च प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती (या अन्य भर्ती )जो की अकादमिक अंक से हो रही हैं ,
में अवसर दिया जाता है या फिर पूर्व की हुई भर्ती (अकादमिक अंक से होने वाली ) में अवसर दिया जाता है तो भर्ती पर असर पड़ भी सकता है ।
८२ अंक वाले अभ्यर्थीयों में लाभ आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थीयों को मिल रहा है अगर वह सिर्फ आरक्षित श्रेणी में दावेदार हैं तो भर्ती में सिर्फ आरक्षित वर्ग पर ही प्रभाव पड़ेगा ( हालाँकि मेरिट फार्मूला हमें क्लियर नहीं है , और ऐसा कोई शासनादेश में देखा नहीं है , पर इलाहबाद हाई कोर्ट में पी सी एस परीक्षा पर हाल ही ऐसा मामला देखने को आया था जिसमें हर लेवल पर आरक्षण दिया जा रहा था , और अगले लेवल पर आरक्षित वर्ग का उमीदवार सामान्य श्रेणी में भी जा सकता था )और सामान्य श्रेणी की भर्ती की जा सकती हैं
लेकिन अगर नए सिरे से आवेदन लिए जाते हैं तो भर्ती में देरी होने की सम्भावना बढ़ जायगी
See News Paper Cutting of Hindustan News Paper Lucknow (14.1.2014) -
Happy sankranti
ReplyDeleteLagta hai ku6 logo ko Kejriwal nahi bhate
ReplyDeleteChalea apne CM Sahab to ku6 achha kar rahe hai
ReplyDeleteJai modi jai bharat jai hindu
ReplyDeleteKejrival congress ka hi mohra hai
ReplyDeleteWo BJP ke vote katne ko hi aage kiya hai taki congress ko phayda ho