Staff Selection Commission is selecting candidates for Group B,C Central Govt services e.g Income Tax Dept, Indan Foreign Service Dept, Central Excise & Customs Dept. etc.
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बंपर भर्ती
एसएससी में नौकरी का जबरदस्त मौका
2014 में निकलेंगी 20 से 25 हजार रिक्तियां
16 जनवरी को होगा नोटिफिकेशन, तैयारी शुरू
नया साल युवाओं के लिए नई उम्मीद लेकर आ रहा है। ग्रेजुएट के पास नौकरी का मौका होगा। कर्मचारी चयन आयोग का नए साल के लिए प्लान तैयार है।
16 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी होगा। 20 से 25 हजार रिक्तियां निकलेंगी। आयोग का लक्ष्य एक साल के अंदर ही इन्हें भरने का है। छात्र और
कोचिंग इंस्टीट्यूट ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। साधारण ग्रेजुएट के अलावा बीबीए, बीसीए और इंजीनियरिंग के छात्र भी एग्जाम की तैयारी में लग गए हैं।
हर साल एसएससी लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर नियुक्ति करता है। एसएससी ने 2014 में होनी वाली संयुक्त स्नातक परीक्षा का प्लान जारी कर
दिया है। लिखित परीक्षा दो चरण में होगी। प्री एग्जाम (टीयर वन) 27 अप्रैल और मेन एग्जाम टीयर टू 30 अगस्त को होगा। 2013 की तुलना में करीब पांच
हजार ज्यादा नियुक्ति निकाली जाएंगी। कोचिंग इंस्टीट्यूट और छात्रों ने तैयारी शुरू कर दी है। फॉर्म भरने के लिए योग्यता ग्रेजुएट है। फाइनल ईयर के छात्र भी परीक्षा दे सकते हैं।
ऐसा होगा पेपर
टीयर वन पेपर 200 नंबर का होगा। 120 मिनट में सवाल हल करने होंगे। 50 सवाल क्वांटेटिव एबिलिटी, 50 सवाल जनरल अवेयरनेस, 50 सवाल जनरल
इंटेलीजेंस एंड रीजनिंग और 50 सवाल इंग्लिश कांप्रीहेंसिव से पूछे जाएंगे। सभी सवाल ऑब्जेक्टिव होंगे। टीयर टू में पहला पेपर क्वांटेटिव एबिलिटी का होगा।
100 सवाल 200 नंबर के होंगे। दूसरा पेपर इंग्लिश कांप्रीहेंसिव का होगा। 200 नंबर के 200 सवाल पूछे जाएंगे। इंटरव्यू और लिखित परीक्षा की मेरिट के आधार पर चयन होगा।
ये होगा प्रोफाइल
एसएससी में चयन होने के बाद दो तरह की जॉब होती है। डेस्क जॉब और फील्ड जॉब। डेस्क जॉब में ऑडिटर, एकाउंटेंट, क्लर्क, केंद्रीय सचिवालय, विदेश मंत्रालय, इंटेलीजेंस ब्यूरो और रेलवे आदि में तैनाती मिलती है।
फील्ड जॉब में एईओ, इनकम टैक्स ऑफिसर, एग्जामनर, प्रीवेंटिव ऑफिसर, एक्सरसाइज इंस्पेक्टर, पोस्टल इंस्पेक्टर और नारकोटिक्स इंस्पेक्टर आदि शामिल हैं।� �
कोचिंग हो गई शुरू
एसएससी को कैश करने की तैयारी शुरू हो गई है। छात्रों ने कोचिंग शुरू कर दी है। एसएससी के महत्व को देखते हुए कॅरियर लांचर ने एक साथ 150 शहरों में एसएससी की क्लास शुरू की है। मेरठ ब्रांच के हेड विक्रांत जावला का कहना है ग्रेजुएट के अलावा बीबीए, बीसीए और बीटेक पासआउट भी कोचिंग ले रहे हैं।
एसएससी में आवेदन
वर्ष..................आवेदन
2012...............9.7 लाख
2013...............12 लाख
2014...............15 लाख अनुमान
News Sabhaar : Amar Ujala (29.12.2013)
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteये 72825 वाली भर्ती अगर टेट मेरिट पर हो गई तो हमारा तो भला हो जायेगा लेकिन समाज का बहुत घाटा (?) होगा। क्यूंकि ये नकलवीर जोड़-तोड़ करके दूसरी जगह अर्जेस्ट होने का प्रयास करेंगे ही,लेकिन जहाँ भी ये नियुक्त होंगे वहीँ की जनता के लिए परेशानी बन जायेंगे। आप शायद सहमत नहीं हैं ना ? लीजिये उदाहरण नंबर-1
**एक अकेडमिक वीर कहीं से डॉक्टर की डिग्री खरीद लाया और डॉक्टर बन बैठा (निरहुआ को पता है की आप हैरान नहीं होंगे क्यूंकि डिग्रियां खरीदना तो इनका पुराना धंधा रहा है)। एक बार उसने एक मरीज के पेट का ऑपरेशन किया। मरीज को जब होश आया तब उसने अपने आपको हॉस्पिटल के वार्ड में पाया। अपने आपको सही सलामत देखकर वह मरीज बोला कि " खुदा का लाख-लाख शुक्र है की ऑपरेशन ठीक तरीके से हो गया, मैं तो बहुत डर रहा था"। तत्काल बगल वाले बेड का मरीज बोला कि भाई अभी शुक्र मत मनाओ क्यूंकि ये डॉक्टर बहुत भुलक्कड़ है हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता है, इसने मेरे पेट का भी ऑपरेशन किया था कमबख्त ने कैंची पेट के अन्दर ही छोड़ दी थी इसलिए दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। इतना सुनते ही पहला मरीज घबराया की कहीं उसके साथ भी तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, लेकिन उसने अपने आप को तसल्ली दी की दुर्घटनावश ही कैंची पेट में छूटी होगी बार- बार ये संयोग तो होगा नहीं। लेकिन उसकी सोच को तब और भी गहरा झटका लगा जब एक अन्य मरीज ने कहा कि "ये डॉक्टर महानलायक है कमीने ने मेरे पेट में भी अपनी घड़ भूल गया था, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा"। अब मरीज बहुत घबराया और मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करने लगा की उसके साथ वैसा कुछ ना हो। तभी डॉक्टर महोदय ने बड़बड़ाते हुए प्रवेश किया और तेज आवाज में पूछा " अरे भाइयों किसी ने मेरा चश्मा देखा है ? अभी ऑपरेशन से पहले तो यहीं था अब ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है"।
तत्काल दोनों अन्य मरीजों की निगाह पहले मरीज की तरफ घूमी, पहला मरीज बेहोश।
ReplyDeleteRahul Pandey ——★★★
अन्ना हजारे और अरविन्द केजरीवाल ने एक
संगठित आन्दोलन से देश की जनता को एहसास
कराया कि जनता की शक्ति क्या है!
दिल्ली में केजरीवाल ने सत्ता भी प्राप्त कर
ली है।
नये साल पर जो लोकपाल आया वही उस वक़्त
आया होता तो शायद आज अन्ना होते लेकिन केजरीवालउनकी हाँ में हाँ मिला रहे होते ।
कांग्रेस और आप में विपरीत समानतायें हैं जिससे
जनता को केजरीवाल के कार्य रास आ रहे हैं।
राजनीतिक पार्टियों को और उसके नेताओं
को केजरीवाल ने जमीन पर उतरने को मजबूर कर
दिया है।
बीजेपी में मोदी आज भी केजरीवाल से गरीब हैं
जबकि दस वर्ष से गुजरात के मुखिया हैं और
केजरीवाल आज दिल्ली के मुखिया बने हैं।
बीजेपी और कांग्रेस सहित राजकीय पार्टियों के
तमाम नेता जमीन पर उतरना ही नहीं जानते हैं
उनका अस्तित्व खतरे में हैं।बैठकर दुहाई देने से समाज सेवा नहीं होती है ।
जिनको आन्दोलन का अर्थ
ही नहीं पता अपनी नौकरी के लिए जमीन
पर उतर ही नहीं सके अब वे रहनुमा बनने
की फ़िराक में हैं।
एक बार मैंने जनता की समस्याओं को लेकर एक सांसद
महोदया को सूचित करना चाहा तो उन्होंने फोन
ही नहीं उठाया और मोबाइल सन्देश के माध्यम से
सन्देश प्रेषित कर दिया तो मेरे गुरु जी से
मेरी शिकायत कर दी ।
गुरुदेव ने मुझसे तो नहीं कहा लेकिन मेरे भाई समतुल्य
से कहा कि उसे डांट दो कि सांसद
जी को जनसमस्याओं का सन्देश न भेजे।
मुझे आश्चर्य हुआ कि जनता की सेवा से
बड़ा राजनीति में दूसरा भी कोई उद्देश्य है क्या?
मैंने यह मकसद बना लिया है कि दल के दलदल से
निकलकर Feudalism
का व्यावहारिक रूप से भी सफाया करने
वालों का साथ दूंगा।
लोकतंत्र जनता का शासन है यहाँ जमीनी सोच
की जरुरत है ।
कांग्रेस का संस्थापक विदेशी है और "आप"
का संस्थापक भारतीय है अतः
रक्त व्यवहार अपना प्रभाव अवश्य डालेगा।
जो देशहित की बात करते हैं वे मुंह में
लगा चांदी का चम्मच फेंककर जमीन पर आयें ।
ReplyDeleteAam Aadmi Party —–-★★★★
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट रैन बसेरों की हालत पर
रिपोर्ट सौंपेंगे
कड़कती सर्दी में खुले आसमान के नीचे रात
गुजारने को मजबूर लोगों की सुध लेने के लिए
दिल्ली भर के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट रात भर
सड़कों पर घूमेंगे। आम आदमी पार्टी की सरकार ने
आदेश दिया है कि रात को शहर भऱ में दौरा कर
सारे एसडीएम रैन बसेरों की हालत और वहां रहने
को मजबूर लोगों की समस्याएं को जाने और चार
जनवरी की सुबह तक रिपोर्ट सौपे कि शहर में
कितने और नए रैन बसेरे बनाने की जरूरत है।
इसके अलावा दिल्ली में अगले तीन-चार दिनों में
टेंट निर्मित सभी रैनबसेरों को पोर्टा केबिन रैन
बसेरों में तब्दील कर दिया जाएगा। आज एक प्रेस
कांफ्रेस में अरविंद केजरीवाल ने टेंट के
सभी रैनबसेरों को पोर्टा केबिन रैन बसेरों में तब्दील
किए जाने और 45 नए रैनबसेरों को बनाए जाने
का ऐलान किया।
अरविंद ने बताया कि पूरे काम में मंत्री और
विधायक भी रात को दौरा करेंगे ।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कड़ाके की इस
ठंड में टेंट से बने रैनबसेरों में लोग बड़ी मुश्किल
हालात में गुजर बसर कर रहे हैं। इसके
अलावा बड़ी तादाद में ऐसे भी लोग हैं जो खुले आसमान
के नीचे सोने को विवश हैं। उन्होंने यह
भी कहा कि दिल्ली में कई ऐसे जगह है जहां झुंड
के झुंड लोग खुले में सो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन
जगहों की पहचान की जा रही है। इस बाबत
सभी एसडीम को निर्देश दिए गए हैं कि वे रात
को पूरे शहर का दौरा कर इन जगहों की पहचान
करें और 4 जनवरी तक रिपोर्ट सौंपें।
उन्होंने कहा कि एनजीओ आश्रय अधिकार
अभियान ने 45 ठिकाने ऐसे बताए हैं जहां लोग खुले में
सो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने
विधायकों और कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लेगी।
और, इन सभी जगहों पर पोटा केबल के नए 45 रैनबसेरे
बनाए जाएंगे।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम, एवं शुभ प्रभात।
ReplyDeleteसाथियों निरहुआ के परममित्र हनुमान तिवारी भाई कह रहे थे की अब मनीष सुधर गया अब निरहुआ किसपर लिखेगा ? इसके जवाब में 2 बातें हैं मित्रों-
1- कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती (चाहे तो करके देख लीजियेगा)
2- एक और महाशय नवीन चौरसिया जी अब निरहुआ से मोर्चा लेने ब्लॉग पर आ चुके हैं जो अपने आपको अकेडमिक का पुरोधा बताते हैं और जिनका दावा है कि लखनऊ में उनकी चलती है (अब ये नहीं बताया की क्या चलती है जैसे-साइकिल, रिक्शा, तांगा......बस वगैरह)
निरहुआ के खिलाफ उतरने पर निरहुआ सर्वपथम इन्हें प्रणाम करता है और इनके लिए मंगलकामना करता है। अब इनका स्वागत भी निरहुआ अपनी स्टाइल में ही करेगा। ये रहा पहला स्वागत-
*एक बार नवीन चौरसिया (अकेडमिक वीर) दिल्ली घूमने गए, गाइड जब पूरे दल को लेकर कुतुबमीनार के पास पहुंचा और कहने लगा की कला का बेजोड़ नमूना है और बिना संसाधन के इतनी ऊँचाई उस जमाने में कैसे संभव हुई होगी जरा सोचिये? सभी पर्यटक सचमुच प्रभावित नजर आने लगे। तभी मित्र नवीन चौरसिया जी ने अपना ज्ञान प्रदर्शन (अकेडमिक वाला ज्ञान भाई, कंफ्यूज मत होइएगा) करते हुए कहा-" अरे गाइड तू हमें क्यों बेवकूफ बना रहा है? तू क्या समझता है की हमारे पास कोई अकल नाम की चीज नहीं है, खामखा छोटी सी बात को बढ़ा-चढ़ा कर बता रहा है ताकि तेरी दाल-रोटी चलती रहे"।
(सभी पर्यटकों का ध्यानाकर्षण अब भाई नवीन जी की तरफ हो गया। सबको अपनी तरफ देखता पाकर अकेडमिक वीर महोदय अपनी सफलता और ज्ञान पर गर्व किये बिना ना रह सके और आगे "टरटराए"मतलब बोले-" भाइयों (ढेंचू-ढेंचू) इस ईमारत को कैसे बनाया गया था मुझे अच्छी तरह पता है, बहुत ही आसान तरीका है मैं जल्दी किसी को बताता नहीं हूँ (क्यूंकि आज तक तो सबसे पूछ-पूछ कर ही पर्चे हल किये हैं) लेकिन आपको बताता हूँ, देखिये पहले बहुत गहरा कुआँ खोदा गया और इसके बाद उसे यहाँ लाकर उल्टा खड़ा करके इसका नाम कुतुबमीनार रख दिया"।
good morning friends जब बात उच्च प्राथमिक शिक्षक भर्ती की होती है तो भी लोग ना जाने क्यों उस भती प्रक्रिया में बदलाव की बात कर इस प्रक्रिया को उलझाने का काम करते है??
ReplyDeleteउच्च प्राथमिक शिक्षक भर्ती में आवेदन करने के बाद शायद ही कोई आवेदनकर्ता हो जो चाहता हो कि भर्ती विवादो से घिर जाये और ये भर्ती प्रक्रिया कोर्ट तक पहुचे??
वो तो बस ये सोच कर आवेदन कर रहे थे कि ये भर्ती शीघ्र हो जाये तो फिर इस भर्ती प्रक्रिया में बदलाव की बात करने वाले लोग कौन है??
सम्भवतः ये वो लोग हो सकते है जिनका इस भर्ती से कोई लेना-देना ही ना हो या वो इस प्रक्रिया में शामिल ही ना हो। इनका मकसद सिर्फ भर्ती प्रक्रिया को रोकना हो सकता है और ऐसा ये अपने स्वार्थ हेतु या फिर उस वर्ग या पार्टी द्धारा प्रलोभन दिये जाने पर कर सकते है जो भर्ती होने ही नही देना चाहते है और अपने अनुसार इसका राजनैतिक लाभ उठाना चाहते है।
good morning friends जब बात उच्च प्राथमिक शिक्षक भर्ती की होती है तो भी लोग ना जाने क्यों उस भती प्रक्रिया में बदलाव की बात कर इस प्रक्रिया को उलझाने का काम करते है??
ReplyDeleteउच्च प्राथमिक शिक्षक भर्ती में आवेदन करने के बाद शायद ही कोई आवेदनकर्ता हो जो चाहता हो कि भर्ती विवादो से घिर जाये और ये भर्ती प्रक्रिया कोर्ट तक पहुचे??
वो तो बस ये सोच कर आवेदन कर रहे थे कि ये भर्ती शीघ्र हो जाये तो फिर इस भर्ती प्रक्रिया में बदलाव की बात करने वाले लोग कौन है??
सम्भवतः ये वो लोग हो सकते है जिनका इस भर्ती से कोई लेना-देना ही ना हो या वो इस प्रक्रिया में शामिल ही ना हो। इनका मकसद सिर्फ भर्ती प्रक्रिया को रोकना हो सकता है और ऐसा ये अपने स्वार्थ हेतु या फिर उस वर्ग या पार्टी द्धारा प्रलोभन दिये जाने पर कर सकते है जो भर्ती होने ही नही देना चाहते है और अपने अनुसार इसका राजनैतिक लाभ उठाना चाहते है।
UPTET & Appointment as Primary Teachers
ReplyDelete''Tet ka attack '' 1. SC may 28 days maximum hota h slp ke deffect dor karne k liye.
Isliye sarkar ke pass 15 Jan tak time h warna slp khariz ho jayege. 2. Tet ke ab tak 3
senior vakil final- 1. Satish mishra 2. Prasant bhusan 3. P.p. Rao. 4. Tetians ke 4
points 1. Sarkar ki slp khariz karana 2. 15 din may counselling start 3.500 crore
avaidh vasooli Jo sarkar ne ki wo wapas ho. 4. Sarkar pe jurmana
Smrati Chaudhari ....
ReplyDeleteSC se hame jeetne me aapke sahyog ki aawashyakta hai, yeh sagathan aapka hai sangathan ki jeet aapki jeet hai..............seedhe sabdo es jeet se hi hame- aap sab ko naukari milegi.........................jai shree radhe-krishna
sc ke liye nimn a/c me aapka sahyog apekshit hai..
1) Avanish yadav
mobile no.7398665201
a/c s.b.i 32980061185
sandi branch hardoi
code..SBIN0011182
2) ANIL KUMAR
MOBILE NO..9838370395
A/C S.B.I 32718131679
SHAHJADPUR BRANCH (AMBEDKAR NAGAR)
CODE.SBIN0012322
3) BALKESH MOBILE NO..8410309467
A/C 11733676213
BUDHANA BRANCH(MUZAFFAR NAGAR)
CODE .SBI0007434
in a/c no ke alawa kisi any a/c me paise na dale............aur paise dalne ke poorv jis bhi a/c me paise dalen us a/c holder ke mob me iski suchna awashy de den.
Smrati Chaudhari ....
ReplyDeleteSC se hame jeetne me aapke sahyog ki aawashyakta hai, yeh sagathan aapka hai sangathan ki jeet aapki jeet hai..............seedhe sabdo es jeet se hi hame- aap sab ko naukari milegi.........................jai shree radhe-krishna
sc ke liye nimn a/c me aapka sahyog apekshit hai..
1) Avanish yadav
mobile no.7398665201
a/c s.b.i 32980061185
sandi branch hardoi
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2) ANIL KUMAR
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A/C 11733676213
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in a/c no ke alawa kisi any a/c me paise na dale............aur paise dalne ke poorv jis bhi a/c me paise dalen us a/c holder ke mob me iski suchna awashy de den.
टीईटी के लिए आॅनलाइन आवेदन का रास्ता खुला
ReplyDeleteलखनऊ (ब्यूरो)। टीईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन का रास्ता खुल गया है। आवेदन लेने की प्रक्रिया अगले हफ्ते शुरू हो सकती है। इसे लेकर परीक्षा नियामक अधिकारी और नेशनल इन्फॉरमेटिक्स सेंटर के बीच बना गतिरोध खत्म हो गया है। टीईटी 22 और 23 फरवरी को कराने का शिड्यूल तय हुआ था। छह जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन लिए जाने थे, लेकिन एचडीए कार्ड नहीं मिल पाने के कारण एनआईसी ने इस काम से हाथ खड़े कर दिए थे। अब यह कार्ड मिल गया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक शासन स्तर से परीक्षा तिथि में अभी तक कोई बदलाव नहीं किया गया है। अगले कुछ दिन में ऑनलाइन आवेदन लेने का काम शुरू हो जाएगा और परीक्षा तय समय पर ही कराई जाएगी।
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2013 की तैयारियां पूरी परीक्षा की तिथि 22 और 23 फरवरी
ReplyDeleteइलाहाबाद (एसएनबी)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2013 की तैयारियां पूरी हो गयी हैं। परीक्षा की तिथि 22 और 23 फरवरी तय भी कर दी गयी है लेकिन राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) से क्लियरेंस न मिलने से मामला फंस गया है। एनआईसी को एचवीए कार्ड की तलाश है वह लखनऊ में नहीं मिल पाया है। इसके लिए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के अफसरों को भी निर्देश दिया गया है कि वे कार्ड की तलाश तेज करें ताकि कार्ड के मिलते ही टीईटी के लिए आनलाइन आवेदन लेना शुरू हो जायेगा। एचवीए अर्थात यह एक पावरफुल मेमोरी कार्ड है। इसमें आनलाइन आवेदन लिये जाने के बाद से उसका पूरा डाटा एकत्र होता है। जिसे बाद में एनआईसी ठीक करके शिक्षा विभाग के अफसरों को देता है। इसी डाटा से टीईटी की प्रवेश परीक्षा होती है। लखनऊ में यह डाटा नहीं मिल रहा है। एनआईसी और शिक्षा विभाग के अफसर परेशान हो गये है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2013 की तैयारियां पूरी परीक्षा की तिथि 22 और 23 फरवरी
ReplyDeleteइलाहाबाद (एसएनबी)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2013 की तैयारियां पूरी हो गयी हैं। परीक्षा की तिथि 22 और 23 फरवरी तय भी कर दी गयी है लेकिन राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) से क्लियरेंस न मिलने से मामला फंस गया है। एनआईसी को एचवीए कार्ड की तलाश है वह लखनऊ में नहीं मिल पाया है। इसके लिए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के अफसरों को भी निर्देश दिया गया है कि वे कार्ड की तलाश तेज करें ताकि कार्ड के मिलते ही टीईटी के लिए आनलाइन आवेदन लेना शुरू हो जायेगा। एचवीए अर्थात यह एक पावरफुल मेमोरी कार्ड है। इसमें आनलाइन आवेदन लिये जाने के बाद से उसका पूरा डाटा एकत्र होता है। जिसे बाद में एनआईसी ठीक करके शिक्षा विभाग के अफसरों को देता है। इसी डाटा से टीईटी की प्रवेश परीक्षा होती है। लखनऊ में यह डाटा नहीं मिल रहा है। एनआईसी और शिक्षा विभाग के अफसर परेशान हो गये है।
SABHI BAHRTI SUPOOERTER DOSTO KOEK BAAT JAROOR BATANA CHAHTA HUN KIO ISS BHARTI KO FASANE MAIN SARKAR POORI TAKAT KE SATH SAKIRYA HAI....BUT APP LOG JO WAKEI MAIN TEACHERS BANNE LAYAK HAIN WO LOG KISI NA KISI GROUP JOINING KE KARAN OR ATI ATTM VISWASH KE KARAN YE MAAN BAITHE HAIN KI BHARTI SARKAR KARA LEGI BUT KUCH KATU SATYA BATANA CHAHTA HUN JOKI AAPKO AGE ANE WALE SAMAY MAIN JAROOR DEKHNE KO MILNE WALE HAI.... 1.SABSE PAHLE SARKAR KI WRIT LAGNE WALI HAI JO 8 SE 10 JAN 2014 KO LAGEGI USKE MAIN SABSE PAHLE CAVITE KA JABAB DENA PADEGA USMAIN KARIB 15 DIN KI DATE LAGEGI USKE BAAD CAVIATE LAGANE WALE USKA CAUNTER DHAKHIL KARENGE KARIB 28 JAN 2014 TAK PHIR USKE BAAD ACCADMIC KI WRIT LAGEGI TAB JAKAR WO SARKAR KI WRITE MAIN BUNCH HOGI HIGH COURT KI TARAH 2.USKE BAAD TET MORCH KI WRIT FILE HOGI USMAIN KARIB 15 SE 20 FEB 2014 KI DATE AA JAYEGI...USKE BAAD DATE PAR DATE OR 31 MARCH OUT ......BHARTI PHIR 2016 KI CHUNAV ACHAR SAHINTA SE PAHLE PHIR RAFTAR PAKDEGI..... 3. AGAR MERI IN BATON SE KISI KO TAKLIF PAHUNCHE TO MAFF KARNA BUT YE SATY HAI KIYONKI MAIN AUGUST 2013 MAIN HI BATA CHUKA THA KI YE BHARTI HIGH COURT SE LAGH BHAG 20 NOVEMBER SE PAHLE STAY REMOVE NAHIN HOGA...WAHI HUA BHI 4. AB APP SOCH RAHE HONGE KI YE BHARTI JALDI KESE HO TO APKO BATA DUN KI HATH PAR HATH RAKH KAR BAITHNE SE KUCH NAHIN HOGA APP KO MIL KAR SANGHRSH KARNA HOGA TABHI KUCH HO SAKTA HAI WO KEWAL JANHIT YACHIKA KE MADHYAM SE HI SAMBHAV HAI 5.JAN HIT YACHIKA KE LIYE HAMARI TEAM LAGATAR KAAM KAR RAHI HAI OR KAFI SAKRIY SADASY JUD RAHE HAIN APP SABHI KI JAROORAT HAIN KIYONKI AB LADAI 2 LAKS 70 HAZAR TEACHERS RTE ACT 2009 KE ANUSAAR POORI KARWANI HAIN ...SITE PAR MOOJOOOD NO ..9058838983 NO.. PAR APNA NAME OR JILA LIKH KAR OR ' I JOIN FIRST PARTY "LIKH KAR JALD HI SEND KAREN OR ISS ABHIYAN SE JUDE OR FINECIALY BHI SUPPORT KAREN TABHI KUCHJ HOGA DOSTO.
ReplyDeleteKE MDHAYAM SE PIL (JAN HITYACHIKA )SE JUDNE OR SAHYOG KARNE KE LIYEAPP APNE JILE KE PRESIDENT SE SAMPARKKAREN .... 1.AJAY YADAV (FIROJABAAD)-9760757956 2.ADVOCATE ABHISEKMISHRA(CIVIL COURT SITAPUR MANDAL KELIYE)-9450375632 3.ADVOCATE ANUJ MISHRA (LACKNOW MANDAL KE LIE)-94550195794.PRADEEP GOTAM (LACHNOW CITYKEWAL)-9889933398 5.SURENDRA KUMAR (MURADABAD MANDAL KE LIYE)-9719353068 6. K.C.BHAI (ETAH)-9058685499 7.SIYORAJ SINGH (KASGANJ,KASIRAM NAGAR)-97583446638.MUHAMMAD HARUN (LAKHIMPURKHIRI)-9919727541 9.GEETA TIWARI (VARANSI)-9919267484 10. NITU SARKAR (MATHURA)-8923010590 11.MANOJ MORYA JI (PRATAP GARH , ALLHABAD KOSAMBHI )-9956963914 NOTE -JIN JILON MAIN JILA PRESIDENT NAHIN HAI AGAR WO JUD KAR SAKIRYA SAH BHAGITA NIBHA KAR FIRST PARTY SE JUDNA CHAHTE HAIN TO APNA NAME JILA LIKH KAR MO 9058838983 PAR SEND KAREN NOTE 2-GIRLS CANDIDETS KEWAL MAHILA MORCHA KI SADSYONSE HI SAMPARK KAREN AGAR KOI JYDA EMGENGY HAI TO 9058838983 PAR SMS KAREN APKI CALL KA JABAB DIYA JAYEGA.....JIN JILON MAIN ABHI KOI CANDIDETS NAHIN HAI UNKA NAME JALD HI GHOSIT KIYA JAYEGA SAKRIYA LOGON KI ATI AWSYAKTA HAI...THANKS
ReplyDeleteलखनऊ । मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की बैठक निर्धारित समय से न कराने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि निर्धारित छह माह में बैठक जरूर कराई जाए। उन्होंने बैठक समय से न कराने के लिए दोषी अधिकारियों को चिह्नित कर एक सप्ताह में बताने को कहा है। उन्होंने ग्राम पंचायतों में रहने वाले 15 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी निरक्षरों को साक्षर करने के लिए तीन माह में रिक्त 3100 प्रेरकों को रखने का निर्देश दिया। वह मंगलवार को राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। . मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के 66 जिलों में चल रहे राज्य साक्षरता मिशन में तेजी लाने के लिए जिलेवार प्रगति की जानकारी प्रत्येक माह उपलब्ध कराई जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में योजना संचालित कराके एससी, एसटी व अल्पसंख्यक समुदायों को साक्षर बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी। ग्राम पंचायत स्तर पर एक लोक शिक्षा केंद्र की स्थापना व बनने के बाद उस पर दो पूर्णकालिक प्रेरक रखे जाएं। . उन्होंने कहा, नवसाक्षरों की आमदनी में बढ़ोतरी तथा उनके रहन-सहन को बेहतर बनाने के लिए उन्हें व्यावसायिक तथा कौशल विकास से प्रशिक्षित कराया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं व अन्य वंचित वर्ग को प्राथमिकता दी जाएगी। निरक्षरों को साक्षर करने के लिए 90 प्रतिशत महिलाएं व 10 प्रतिशत पुरुष अभियान में शामिल किए जाएं।
ReplyDeleteलखनऊ । मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की बैठक निर्धारित समय से न कराने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि निर्धारित छह माह में बैठक जरूर कराई जाए। उन्होंने बैठक समय से न कराने के लिए दोषी अधिकारियों को चिह्नित कर एक सप्ताह में बताने को कहा है। उन्होंने ग्राम पंचायतों में रहने वाले 15 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी निरक्षरों को साक्षर करने के लिए तीन माह में रिक्त 3100 प्रेरकों को रखने का निर्देश दिया। वह मंगलवार को राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। . मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के 66 जिलों में चल रहे राज्य साक्षरता मिशन में तेजी लाने के लिए जिलेवार प्रगति की जानकारी प्रत्येक माह उपलब्ध कराई जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में योजना संचालित कराके एससी, एसटी व अल्पसंख्यक समुदायों को साक्षर बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी। ग्राम पंचायत स्तर पर एक लोक शिक्षा केंद्र की स्थापना व बनने के बाद उस पर दो पूर्णकालिक प्रेरक रखे जाएं। . उन्होंने कहा, नवसाक्षरों की आमदनी में बढ़ोतरी तथा उनके रहन-सहन को बेहतर बनाने के लिए उन्हें व्यावसायिक तथा कौशल विकास से प्रशिक्षित कराया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं व अन्य वंचित वर्ग को प्राथमिकता दी जाएगी। निरक्षरों को साक्षर करने के लिए 90 प्रतिशत महिलाएं व 10 प्रतिशत पुरुष अभियान में शामिल किए जाएं।
ReplyDeleteलखनऊ । मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की बैठक निर्धारित समय से न कराने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि निर्धारित छह माह में बैठक जरूर कराई जाए। उन्होंने बैठक समय से न कराने के लिए दोषी अधिकारियों को चिह्नित कर एक सप्ताह में बताने को कहा है। उन्होंने ग्राम पंचायतों में रहने वाले 15 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी निरक्षरों को साक्षर करने के लिए तीन माह में रिक्त 3100 प्रेरकों को रखने का निर्देश दिया। वह मंगलवार को राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। . मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के 66 जिलों में चल रहे राज्य साक्षरता मिशन में तेजी लाने के लिए जिलेवार प्रगति की जानकारी प्रत्येक माह उपलब्ध कराई जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में योजना संचालित कराके एससी, एसटी व अल्पसंख्यक समुदायों को साक्षर बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी। ग्राम पंचायत स्तर पर एक लोक शिक्षा केंद्र की स्थापना व बनने के बाद उस पर दो पूर्णकालिक प्रेरक रखे जाएं। . उन्होंने कहा, नवसाक्षरों की आमदनी में बढ़ोतरी तथा उनके रहन-सहन को बेहतर बनाने के लिए उन्हें व्यावसायिक तथा कौशल विकास से प्रशिक्षित कराया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं व अन्य वंचित वर्ग को प्राथमिकता दी जाएगी। निरक्षरों को साक्षर करने के लिए 90 प्रतिशत महिलाएं व 10 प्रतिशत पुरुष अभियान में शामिल किए जाएं।
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ReplyDeleteअंधा बाँटे रेवड़ी...
पिछले दिनों की बात है,
रास्ते से गुजर रहा था,
एक जगह भीड़ लगी थी,
बीचोबीच एक आदमी
नज़र आ रहा था।
पास खड़े एक व्यक्ति से पूछा,
वो आदमी भीड़ में क्या,
भाषण झाड़ रहा है,
उसने कहा, 'नहीं,
रेवड़ियाँ बाँट रहा है।'
मैं भी घुस गया भीड़ में,
एक अदद रेवड़ी की चाह में।
बरसों पहले मिली थी एक,
इसी तरह की एक भीड़ में,
बाँट रहा था एक अंधा,
घूम घूम कर, छू छू कर
अपनों का कंधा।
आखिर गलती हो गई।
अंधे की नज़र चूकीं और
एक रेवड़ी मेरी
झोली में भी गिरी।
जिसका स्वाद
आज तक चख रहा हूँ।
आज बरसों बाद
फिर मौका मिला है।
रेवड़िया समेटने का।
मिलेगी और
ढेर सारी मिलेगी।
क्योंकि अब तो मेरे पास
रेवड़ियाँ लेने के लिये
योग्यता है
अनुभव है और
क्षमता भी है।
सबसे बड़ी बात तो
यह है कि
रेवड़ियाँ बाँटने वाला
अंधा नहीं है।
खड़ा हो गया कतार में,
रेवड़ियों की इंतज़ार में।
लेकिन यह क्या,
बाँटने वाला आया मेरे पास,
एक बार, दो बार नहीं,
दसियों बार।
लेकिन हर बार
वह आता मेरे पास,
देखता वह मुझे
ऊपर से नीचे तक, और
आगे बढ़ जाता।
मेरा नाम उसकी किसी भी
सूची में नामित नहीं था।
खड़े खड़े थक गया,
थक कर चूर हो गया।
लेकिन एक भी रेवड़ी
न मिलनी थी, नहीं मिली।
सोचने लगा,
इससे तो अच्छा था कि
काश!
रेवड़ियाँ बाँटने का काम
अंधों के पास ही
रहने दिया होता।
शायद अंधे की नजर चूकती
और
एक आध रेवड़ी
मेरी झोली में फिर गिर जाती
इस साल परवान चढ़ेंगी युवा उम्मीदें खुशखबरी : हरिशंकर मिश्र, इलाहाबाद1वर्ष 2013 की कड़वी यादों को पीछे छोड़ते हुए 2014 युवाओं की अगवानी के लिए तैयार है। बीते साल के तमाम विवादों से उबरते हुए इस साल दो लाख से अधिक नौकरियां उनकी राह देखेंगी। इनमें सबसे अधिक सवा लाख पद शिक्षकों के और लगभग 45 हजार पुलिस महकमे के होंगे। कई विभागों के नए विज्ञापन भी जारी होंगे जिससे यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। 1यह विडंबना ही रही कि युवाओं को तमाम सपने दिखाते हुए सत्ता में आई सपा सरकार में 2013 कई स्तरों पर निराशाजनक साबित हुआ। अधिकांश भर्तियां विवादों में ही फंसी रहीं। कहीं सरकार के हित आड़े आए तो कहीं अदालती विवाद ने राह रोके रखी। 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती समेत दरोगाओं और कांस्टेबलों की भर्ती तक में बाधा पहुंची, लेकिन इस साल भर्तियों से जुड़े अधिकांश विवाद समाप्त होने के आसार हैं। प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर कर रखी है और साल के प्रथमार्ध में ही इस पर फैसला आ जाने की संभावना है। 1इसके बाद न सिर्फ 72825, बल्कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29 हजार से अधिक गणित एवं विज्ञान शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ हो जाएगा। बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी के दस हजार पदों और दो हजार से अधिक उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति भी इसी साल होगी। सिर्फ प्राथमिक ही नहीं, विवादों में फंसी माध्यमिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर भी नियुक्ति नए साल में ही होगी। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने सात हजार टीजीटी- पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। साथ ही प्रधानाचार्यो की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। माध्यमिक के साथ इस साल उच्च शिक्षा में भी शिक्षकों के लगभग तीन हजार पद युवाओं का इंतजार करेंगे। 1छह साल से ठप पड़ी यह नियुक्ति प्रक्रिया इस साल के पहले महीने में बोर्ड के गठन के साथ ही शुरू कर दी जाएगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अपने स्तर से भी इस कड़ी को आगे बढ़ाएगा। आयोग में लोअर सबार्डिनेट-2008 और 2009 के पदों पर भी इस साल नियुक्ति मिलने की पूरी संभावना है। यह संयोग ही है कि 2013 में जोर-शोर से शुरू की गई 40 हजार पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती का रिजल्ट भी 2014 में ही आना है। साथ ही 2011 में शुरू की गई दरोगाओं की भर्ती भी इस साल सिरे पर पहुंच जाएगी। इसके अतिरिक्त अन्य विभागों की नौकरियां जिनके विज्ञापन साल के शुरू में जारी हुए तो वह युवाओं के लिए बोनस साबित होंगे।हरिशंकर मिश्र, इलाहाबाद1वर्ष 2013 की कड़वी यादों को पीछे छोड़ते हुए 2014 युवाओं की अगवानी के लिए तैयार है। बीते साल के तमाम विवादों से उबरते हुए इस साल दो लाख से अधिक नौकरियां उनकी राह देखेंगी। इनमें सबसे अधिक सवा लाख पद शिक्षकों के और लगभग 45 हजार पुलिस महकमे के होंगे। कई विभागों के नए विज्ञापन भी जारी होंगे जिससे यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। 1यह विडंबना ही रही कि युवाओं को तमाम सपने दिखाते हुए सत्ता में आई सपा सरकार में 2013 कई स्तरों पर निराशाजनक साबित हुआ। अधिकांश भर्तियां विवादों में ही फंसी रहीं। कहीं सरकार के हित आड़े आए तो कहीं अदालती विवाद ने राह रोके रखी। 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती समेत दरोगाओं और कांस्टेबलों की भर्ती तक में बाधा पहुंची, लेकिन इस साल भर्तियों से जुड़े अधिकांश विवाद समाप्त होने के आसार हैं। प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर कर रखी है और साल के प्रथमार्ध में ही इस पर फैसला आ जाने की संभावना है। 1इसके बाद न सिर्फ 72825, बल्कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29 हजार से अधिक गणित एवं विज्ञान शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ हो जाएगा। बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी के दस हजार पदों और दो हजार से अधिक उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति भी इसी साल होगी। सिर्फ प्राथमिक ही नहीं, विवादों में फंसी माध्यमिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर भी नियुक्ति नए साल में ही होगी। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने सात हजार टीजीटी- पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। साथ ही प्रधानाचार्यो की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। माध्यमिक के साथ इस साल उच्च शिक्षा में भी शिक्षकों के लगभग तीन हजार पद युवाओं का इंतजार करेंगे। 1छह साल से ठप पड़ी यह नियुक्ति प्रक्रिया इस साल के पहले महीने में बोर्ड के गठन के साथ ही शुरू कर दी जाएगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अपने स्तर से भी इस कड़ी को आगे बढ़ाएगा। आयोग में लोअर सबार्डिनेट-2008 और 2009 के पदों पर भी इस साल नियुक्ति मिलने की पूरी संभावना है। यह संयोग ही है कि 2013 में जोर-शोर से शुरू की गई 40 हजार पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती का रिजल्ट भी 2014 में ही आना है।
ReplyDeleteरुक रुक रुक अरे बाबा रुक
ReplyDeleteरोक का रिकार्ड बनवा रहे अखिलेश
कहाँ हैं गिनीज बुक वाले....
कापी, कलम, दवात लाओ और लिखो रपट तुम ऐसा.......
बेरोजगार जी.....रुक्की हो गयी!!
टी.जी.टी., पी.जी.टी भर्ती पर रोक
जी.आई.सी.-एल.टी.ग्रेड शिक्षक भर्ती रुकी
टी.ई.टी प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती पर रोक
जूनियर सहायक अध्यापक भर्ती रुकी
मोअल्लिम-ए-उर्दू शिक्षक भर्ती रुकी
बी.टी.सी. शिक्षकों की भर्ती रुकी
पुलिस दरोगा भर्ती पर रोक
पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रोकी
सेकेरेट्री भर्ती रुकी
लोक सेवा आयोग में त्रि-स्तरीय आरक्षण पर रोक
पी.सी.एस. के साक्षात्कार पर रोक
एस.टी.एफ. चतुर्थ श्रेणी भर्ती पर रोक
और यह भी.....
आतंकवादियों के मुकदमें वापस लेने पर रोक
दंगा पीड़ितों को मुआवजा देने हेतु मुस्लिम शब्द के इस्तेमाल पर रोक
दर्जा प्राप्त राज्यमंत्रियों के लालबत्ती लगाने पर रोक
::::::::::::::::::::::::::
ऐ जाते हुये लम्हों
जरा ठहरो, जरा ठहरो....
तुम्हें अलविदा तो कह लूँ
तुम्हारी सुध बिसार लूँ
अलविदा 2013
सुस्वागतम् 2014
Ek baar fir se ho jaye taiyaar... gov. ki tijori bharne ke liye.. TGT/PGT form aa chuke hai... pahle form ka kuch ata pata nhi hai... Lekin gov income ka bada source hai..... B.Ed. berojgaar......
ReplyDeletetijori bharte rahiye....
dhanywaad...
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ReplyDeleteRahul Pandey ---★
राजनीति में यह सुखद सन्देश है , महिलाएं आगे आकर
राजनीति की दशा सुधार सकती हैं।
31 दिसंबर की रात, जब आप नए साल का जश्न
मनाने की तैयारी कर रहे थे, आम
आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार
की नई
नवेली महिला और बाल विकास
मंत्री राखी बिड़ला रैन बसेरों में लोगों की तकलीफें
सुन रही थीं.
दिल्ली के रैन बसरों में पर्याप्त व्यवस्था ना होने
पर लोग ठिठुरने को मजबूर है. ठिठुरती सर्दी में
ऐसे
ही लोगों के पास राखी बिड़ला पहुंची.
राखी बिड़ला ने
कई रैन बसेरों का जायजा लिया और साफ सफाई
को लेकर सख्त निर्देश दिए. यही नहीं, उन्होंने
रैन
बसेरों से ही रात को फोन करके अफसरों को फटकार
भी लगाई.
राखी बिड़ला ने वहां पहुंचकर गंदगी को लेकर
पूछताछ
किया. साफ-सफाई की हालत ऐसी थी कि बदबू
की वजह से खड़ा होना मुश्किल था. रैन
बसेरों का नजारा ये था कि कुत्ते भी ठंड से बचने के
लिए वहां थे.
जब राखी बिड़ला ने पड़ताल शुरू की तो केयरटेकर
वहां मौजूद ही नहीं था. फोन कर बुलाया और साफ
सफाई का निर्देश दिया. फोन पर उन्होंने कहा, 'आप
कहां हैं? यहां की केयरटेकिंग आपके जिम्मे है?
कहां रेस्क्यू कर रहे हैं, आप बताइए. एस ब्लॉक में
कहीं नहीं हो रहा रेस्क्यू. मैं तो वहीं से आ रही हूं.'
सिर्फ महिला एवं बाल विकास
मंत्री का ही नहीं,
आम आदमी पार्टी की युवा मोर्चा का नया साल
भी इन्ही रैन बसेरों में गुजरा.
झंडेवालान की रैन बसेरा में आश्रित
महिला गीता ने
कहा, 'अच्छा लग रहा है कोई हमारी मदद के लिए
आया है. ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई मंत्री हम
लोगों की हालत जानने रैन बसेरे में आया हो.'
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घर लौट रहे सीओडी कर्मचारी को मारी गोली
ReplyDeleteकरछना (इलाहाबाद)। यमुनापार के करछना इलाके में बुधवार देर शाम ड्यूटी के बाद साइकिल पर घर लौट रहे सीओडी कर्मचारी लालजी निषाद को गोली मार दी गई। गोली उसके कंधे को चीरते निकल गई।... 0
जेल भेजे गए उदयभान
इलाहाबाद। पूर्व विधायक उदयभान करवरिया ने आखिरकार सरेंडर कर दिया। निचली अदालत ने उनकी जमानत नामंजूर कर दी और उन्हें जेल भेज दिया गया।... 0
कैंटोनमेंट बोर्ड सदस्यों को नए साल का तोहफा
इलाहाबाद। रक्षा मंत्रालय ने छावनी परिषद के उपाध्यक्ष एवं सदस्यों को नए साल की सौगात दी है। इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ, बरेली, देहरादून, मेरठ, समेत देश के 58 छावनी परिषद में निर्वाचित बोर्ड का कार्यकाल... 0
नव वर्ष पर ‘बेटी बचाओ-समाज बचाओ’ का लिया संकल्प
इलाहाबाद। नव वर्ष के मौके पर सर्व युवा व्यापार मंडल एवं सर्व महिला शक्ति वाहिनी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में ‘बेटी बचाओ-समाज बचाओ’ का संकल्प लिया गया। बादशाही मंडी जानसेनगंज... 0
चोरी में गिरफ्तार आरोपी थाने के लॉकअप से भागा
कौड़िहार (ब्यूरो)। नवाबगंज पुलिस ने चोरी के जुर्म में तीन आरोपियों को दबोचा लेकिन उनमें एक बुधवार सुबह थाना परिसर से भाग निकला। पुलिस ने काफी कोशिश की लेकिन वह फिर पकड़ में नहीं आया।... 0
गंगा को प्रदूषण मुक्त करने को निकाली संकल्प पद यात्रा
इलाहाबाद। गंगा की महिमा का बखान भारत ही नहंी अपितु पूरे विश्व में किया जाता है। भारतीय संस्कृति में गंगा का स्थान महत्वपूर्ण है जो किसी जाति, धर्म, वर्ग से ऊपर उठकर मानव को जीवन प्रदान करती है।... 0
विवि, कालेजों को यूजीसी फंड नहीं मिलने का खतरा
इलाहाबाद (ब्यूरो)। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी समेत प्रदेश के अधिकतर विश्वविद्यालयों और कालेजों का यूजीसी फंड रुकने का खतरा उत्पन्न हो गया है। आयोग ने नैक की ग्रेडिंग न लेने वाले विश्वविद्यालयों तथा... 0
शहीद सिपाही की बेटी का अपहरण
इलाहाबाद (ब्यूरो)। कुछ साल पहले शहर में बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद हुए एक सिपाही की बेटी का करीब 20 दिन पहले स्कूल से घर लौटते वक्त अपहरण हो गया। कर्नलगंज थाने की पुलिस ने अब एक सिपाही और उसके बेटे... 0
हर कदम पर नकल माफिया हावी, कैसे होगी परीक्षा
इलाहाबाद (ब्यूरो)। शासन के कड़े निर्देश के बाद भी यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केन्द्रों के निर्धारण में जमकर मनमानी हुई है। नकल माफिया, स्थानीय स्तर के नेताओं और अधिकारियों के दबाव में परीक्षा केन्द्र... 0
नई संस्था को जमीन आवंटन पर रोक से हंगामा
इलाहाबाद(ब्यूरो)। नई संस्था को जमीन आवंटन पर फिलहाल रोक लगा दिए जाने से हंगामा शुरू हो गया है। एक नई संस्था के प्रतिनिधि के रूप में जमीन मांगने मेला कार्यालय पहुंचे एक संत ने बुधवार को मेला प्रशासन...
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नव वर्ष पर ‘बेटी बचाओ-समाज बचाओ’ का लिया संकल्प
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विवि, कालेजों को यूजीसी फंड नहीं मिलने का खतरा
इलाहाबाद (ब्यूरो)। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी समेत प्रदेश के अधिकतर विश्वविद्यालयों और कालेजों का यूजीसी फंड रुकने का खतरा उत्पन्न हो गया है। आयोग ने नैक की ग्रेडिंग न लेने वाले विश्वविद्यालयों तथा... 0
शहीद सिपाही की बेटी का अपहरण
इलाहाबाद (ब्यूरो)। कुछ साल पहले शहर में बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद हुए एक सिपाही की बेटी का करीब 20 दिन पहले स्कूल से घर लौटते वक्त अपहरण हो गया। कर्नलगंज थाने की पुलिस ने अब एक सिपाही और उसके बेटे... 0
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इलाहाबाद (ब्यूरो)। शासन के कड़े निर्देश के बाद भी यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केन्द्रों के निर्धारण में जमकर मनमानी हुई है। नकल माफिया, स्थानीय स्तर के नेताओं और अधिकारियों के दबाव में परीक्षा केन्द्र... 0
नई संस्था को जमीन आवंटन पर रोक से हंगामा
इलाहाबाद(ब्यूरो)। नई संस्था को जमीन आवंटन पर फिलहाल रोक लगा दिए जाने से हंगामा शुरू हो गया है। एक नई संस्था के प्रतिनिधि के रूप में जमीन मांगने मेला कार्यालय पहुंचे एक संत ने बुधवार को मेला प्रशासन...
मोदी की शैली में ‘आप’ देगी भाजपा को जवाब
ReplyDeleteराहुल गांधी होंगे कांग्रेस के पीएम उम्मीदवार
मां और बच्चे की होगी बेहतर देखभाल
दिल्ली के बाद हरियाणा फतह करेगी 'आप'
लूट गिरोह के चार सदस्य हत्थे चढ़े
पायलट कोर्स के नाम पर 49 लाख की ठगी
UGC नहीं देगा इन यूनिवर्सिटी और कॉलेज का फंड
बी-टेक की छात्रा ने खुद को मारी गोली
रामदेव ने नदियों की सफाई में मांगा सहयोग
अबोहर का नाम रोशन करने वाले संजीव का स्वागत
इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है।
ReplyDeleteदेखो इस सारी दुनिया को एक दृष्टि से
सिंचित करो धरा, समता की भाव वृष्टि से
जाति भेद की, धर्म-वेश की
काले गोरे रंग-द्वेष की
ज्वालाओं से जलते जग में
इतने शीतल बहो कि जितना मलय पवन है॥
नये हाथ से, वर्तमान का रूप सँवारो
नयी तूलिका से चित्रों के रंग उभारो
नये राग को नूतन स्वर दो
भाषा को नूतन अक्षर दो
युग की नयी मूर्ति-रचना में
इतने मौलिक बनो कि जितना स्वयं सृजन है॥
लो अतीत से उतना ही जितना पोषक है
जीर्ण-शीर्ण का मोह मृत्यु का ही द्योतक है
तोड़ो बन्धन, रुके न चिंतन
गति, जीवन का सत्य चिरन्तन
धारा के शाश्वत प्रवाह में
इतने गतिमय बनो कि जितना परिवर्तन है।
चाह रहे हम इस धरती को स्वर्ग बनाना
अगर कहीं हो स्वर्ग, उसे धरती पर लाना
सूरज, चाँद, चाँदनी, तारे
सब हैं प्रतिपल साथ हमारे
दो कुरूप को रूप सलोना
इतने सुन्दर बनो कि जितना आकर्षण है॥
TET Dosto...hame apne final wakeelon se timeline ki bhi baat karni chahiye.....ki SC me real hearing shuroo hone me kitna time lagega. Iski hearing ko jaldi shuroo karne aur jaldi decision e liye kya kar sakte hai.
ReplyDeletehame chunav achar sanhita ka bhi dhyan rakhna padega....wo kabhi bhi declare ho sakta hai
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friends ,s c kewal h c ke order ko review karta
ReplyDeletehai .petition govt dwra file hui hai .puri jawab dehi
h c ki banti hai .anya sabdo mai yeh samajh sakte
hai ki h c decision agency hoti hai jo respondent
ka kam karti hai .justice bhushan ne apne
75pages ke order mai tet merit ka itihas likha hai
aur uske raste mai aye hue avarodho ko
sanvidhan ki takat se hataya hai. .how ridiculous
it is !govt apne kis mudde ko lekar s c gayi hai
yeh mere samajh se pare hai .1wo kya kahegi s c
se ki training 1981rules karata hai isliye new adv
sahi hai jabki old adv galat hai .(6month training
ncte ke adheen hai to use 1981rules mai kyo laya
gaya .guideline mai appointment ki bat hai na ki
trainee teacher ke appointment ki .jab ncte ne
nahi kaha to trainee teacher ko 1981rules mai
kyon laye).2-sir hamara 15th amendment sahi hai
kyonki hamne usme tet ke bajay gunak ka
weightage diya hai (ncte guideline selection
process mai tet weightage ki bat kehta hai naki
gunak ki).3-sir ham 15th amendment se ki gayi
bharti ka kya kare jo ki 15th amendment ke cancel
ho jane ke pehle wa bad mai ki gayi hai (court
strictly law adhding hota hai aisi bhartiya illegal
hai).kya durbhgya hai is state ka ki samajwad,
berojgar joki desh ka future hai,par politics karti
hai .4-sir hame bharti par stay chahiye kyonki 1st
april 2013 se rte lagu ho chuka hai .(kuchh din
wait karo inhe secretary ke jail jane ke order par
stay ki jarurat padegi).caveat ke through ham
govt ki appeal ko dismiss karne ki appeal karege
wa s c ko rte ke prati ki gayi upekesha ka ahshah
dilayenge .s c mai hamari damdar appeal january
mai counselling kara sakti hai .please arthik
sahyog kare .thanks .
लखनऊ (ब्यूरो)। टीईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन
ReplyDeleteका रास्ता खुल गया है। आवेदन लेने
की प्रक्रिया अगले हफ्ते शुरू हो सकती है। इसे
लेकर परीक्षा नियामक अधिकारी और नेशनल
इन्फॉरमेटिक्स सेंटर के बीच बना गतिरोध खत्म
हो गया है। टीईटी 22 और 23 फरवरी को कराने
का शिड्यूल तय हुआ था। छह जनवरी तक ऑनलाइन
आवेदन लिए जाने थे, लेकिन एचडीए कार्ड नहीं मिल
पाने के कारण एनआईसी ने इस काम से हाथ खड़े
कर दिए थे। अब यह कार्ड मिल गया है। विभागीय
सूत्रों के मुताबिक शासन स्तर से परीक्षा तिथि में
अभी तक कोई बदलाव नहीं किया गया है। अगले कुछ
दिन में ऑनलाइन आवेदन लेने का काम शुरू
हो जाएगा और परीक्षा तय समय पर ही कराई
जाएगी।...
शु-प्रभात साथियों,,
ReplyDeleteजैसा कि फेसबुक पर आज 10000 बीटीसी सहायक अध्यापको की भर्ती हेतु काउंसेलिंग दिनाँक की घोषणा की गयी है, इस पर अभी विश्वास किया जाना उचित नही है, क्योंकि परिषद द्वारा जारी अध्यादेश सबसे पहले निर्धारित वेबसाइट पर आएगा,, तो पहले निर्धारित वेबसाइट को चेक करे,,
http:// upbasiceduparish ad.gov.in/ main.aspx
ReplyDeleteबीजेपी और कांग्रेस - बाबा जी ऊजड़े जा रहे है कोई उपाय।
निर्मल बाबा- कभी कफन खाया ??
बी.जे.पी.- हाँ जी खाया है कारगिल के शहीदों का
निर्मल बाबा- कभी कोयला खाया ??कांग्रेस - बहुत कोयला खाया...
निर्मल बाबा-- तो अब ऐसे करो "झाडू" खाओ कृपाआनी शुरू हो जायेगी !
ReplyDeleteदोस्तों,...
अनुराधा रमेश शर्मा, माता जी (बी एस पी प्रत्यासी झाँसी ललितपुर संसदीय)..
श्री सतीश मिश्र जी द्वारा यू पी टेट संघर्ष मोर्चे के केस को, सुप्रीम कोर्ट में बिना किसी फीस के, पैरवी करने की स्वीकृति के पीछे माता जी का महत्वपूर्ण योगदान है.. इन्होने संघर्ष मोर्चे को ये आश्वासन दिया है कि आपकी जीत निश्चित है, l
माता जी ने ये भी कहा कि, अब ये हमारी टेंशन है आप लोग निश्चिन्त रहिए.. खुशियाँ मनाइए. हमारी जीत निश्चित है और कहा कि सुप्रीम कोर्ट में अगर हमारे बेटे के ससुर सतीश चन्द्र मिश्र कमजोर पड़ते दिखे तो सुप्रीम कोर्ट के सर्वोच्च सर्विस अधिवक्ता केटीयस तुलसी को भी उतारा जायेगा।
माता जी के इस सहयोग के लिए हमे उनका आभार प्रकट करना चाहिए, l
नीचे दिए लिंक को खोलें .. पेज को लाइक करें तथा माता जी को धन्यवाद सन्देश लिखें... उनके इतने बड़े सहयोग के लिए आप इतना तो कर ही सकते हैं।
प्लीज़ दोस्तों मैसेज और लाइक कीजिए l
https://www.facebook.com/anuradharameshsharma/likes?ref=ts
ReplyDeleteAam Aadmi Party - Uttar Pradesh
जब से मुल्क आज़ाद हुआ है तब से हमारे मज़हबी और सियासी लीडर्स ने हमे सिर्फ़ इसी बात की घुट्टी पिलाई कि "मुसलमानो पर ज़ुल्म हो रहा है, ज़ुल्म हो रहा है" उन्होने कभी भड़काऊ तक़रीर की तो कभी पाला बदला मगर ज़ुल्म कम ना हुआ मुसलमान हर चीज़ में पिछड़ता गया लेकिन इन तमाम ज़ुल्म के नाम पर दुकान चलाने वालों की तरक्की होती गयीअब इनसे पूछा जाना चाहिए की तुम्हारी 67 साल की क़यादत का रिज़ल्ट क्या रहा है ? ज़ुल्म तो कम होने की बजाय बढ़ गया क्या तुम पूरी तरह फेल नही हो गये ? तुम्हे और कितने मौके दिए जाएँमेरी समझ ये कहती है जिसे रिज़ल्ट देना होता है उसे बार बार वक़्त नही चाहिए होता है और जो एक बार नाकामयाब हो जाए उसे दूसरा मौका नही दिया जाना चाहिएअब वक़्त आ गया कि इन नालायक, निकम्मे और बिकाऊ सियासी और मज़हबी रहनुमाओं की खबर ली जाए और इन्हे रिटायर करके नये लोगों को आगे आने दें
#AAP#JOINAAP#Welcome2014
ReplyDeleteदिल्ली में बीजेपी नेता श्री हर्षवर्धनजी का कहना है कि सरकार बनाने के इतने सारे दिन बीत जाने के बाद भी "आप" ने अभी तक भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है...
बीजेपी की तरफ से शीला दीक्षित और कांग्रेस के अन्य भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं करने पर "आप" पर सवाल उठाएं गए हैं....
अरे भाई बीजेपी के मित्रों, "आप" को तो जुम्मा-जुम्मा अभी चार दिन भी नहीं हुए हैं सत्ता संभाले और उतना वक़्त भी "आप" ने अपने बिजली, पानी, रैन-बसेरों जैसे अहम् वादों को पूरा करने में लगा दिया है..जल्द ही भ्रष्ट नेताओं और अफसरों के खिलाफ भी कार्यवाही शुरू की जाएगी....परन्तु.......
परन्तु एक बात तो बताइए हर्षवर्धन जी कि अभी अभी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सरकारों ने अपने कौन कौन से वादे पूरे कर लिए हैं ?और साथ ही साथ जरा ये भी बताने का कष्ट करदें हर्षवर्धन जी कि राजस्थान में अभी तक कांग्रेस के कितने नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर कार्यवाही की गयी, कितनों के खिलाफ केस दर्ज हुए , कितनी गिरफ्तारियां हुई और कितने भ्रष्ट नेताओं को जेल भेजा गया है ??????राजस्थान की सरकार तो दिल्ली से पहली ही गठित हो गयी थी ना ????"
मेरे दामन में एक एक छींटे को तलाशने वाले,पहले जरा अपने मैले दामन के दाग तो निहार ले"
आपके उत्तर की प्रतीक्षा में-" इस मुल्क का हर आम आदमी "...
ReplyDeleteअच्छा स्वभाव सदा सुन्दरता की कमी को पूरा कर देगा
किन्तु, सौन्दर्य कभी अच्छे आचरण की पूर्ति नही कर सकता ।
योग्य मनुष्योँ का सदाचरण ही उनका वास्तविक सौन्दर्य हैँ ।
सुख भाग्यशाली को परखता है ,संकट महान व्यक्ति को ।
ReplyDeleteबिना दर्द भी आह भरनेँ वाले बहुत मिलेगेँ
धर्म के नाम पर गुनाह करनेँ वाले बहुत मिलेगेँ
किसेँ फुर्सत है भटके हुए को राह दिखाने की
विश्वास देकर गुमराह करने वाले बहुत मिलेगेँ
धन्यवाद .
Mohammad Shakeel
Harchandpur ★ Raebareli
81 82 80 33 09
96 48 20 73 47
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ReplyDeleteप्रिय मित्रोँ नमस्कार,
ReplyDeleteअतीत की सु:खद अनुभूतियोँ को अपनी चितवन मेँ समाहित करते हुये, बुरी मानसिकता का परित्याग करना हीँ हमारे उत्कर्ष का द्योतक है ।
वर्ष 2013 मेरे जीवन का सबसे दु:खद वर्ष रहा था, क्योँकि इस वर्ष मुझे खोने के सिवाय और कुछ न मिला ।
बस आशान्वित हूँ मैँ इसलिये कि निराशा से मेरा दूर-दूर तक कोई सम्बन्ध नहीँ है ।
हर वह व्यक्ति सफल है जिसने स्वयं को विजित कर लिया हो और हमारे लिये यही सु:खद एहसास है कि हमने खुद से साम्यता स्थापित कर लिया है, पराजय का तो कोई प्रश्न हीँ नहीँ उठता !!!
अगर प्यार में पैसे की अहमियत नहीं होती तो ... हर कहानी में लड़की के ख्वाबों में ... कोई ''राजकुमार'' ही क्यों होता है ???
ReplyDeleteकाश के उन्हें चाहने का अरमान न होता,
ReplyDeleteमै होश में होते हुए अनजान न होता..
या प्यार न होता पत्थर दिल से हमें,
या वो पत्थर दिल इनसान न होता....
ओत्तव पदेस की जनता को नये वस की ......... ... बडा कठिन है मेरे लिये ये शब्द बो पाना .. तीसा मोचा जिन्दाबाद ,केवल इस बा पी यम बना दो -- धरती पुत्र ( मन से साफ्ट )
ReplyDeleteअनुराधा रमेश शर्मा, माता जी (बी एस पी प्रत्यासी झाँसी ललितपुर संसदीय).. श्री सतीश मिश्र जी द्वारा यू पी टेट संघर्ष मोर्चे के केस को, सुप्रीम कोर्ट में बिना किसी फीस के, पैरवी करने की स्वीकृति के पीछे माता जी का महत्वपूर्ण योगदान है.. इन्होने संघर्ष मोर्चे को ये आश्वासन दिया है कि आपकी जीत निश्चित है, माता जी ने ये भी कहा कि, अब ये हमारी टेंशन है आप लोग निश्चिन्त रहिए.. खुशियाँ मनाइए. हमारी जीत निश्चित है। और कहा कि सुप्रीम कोर्ट में अगर हमारे बेटे के ससुर सतीश चन्द्र मिश्र कमजोर पड़ते दिखे तो सुप्रीम कोर्ट के सर्वोच्च सर्विस अधिवक्ता केटीयस तुलसी को भी उतारा जायेगा। माता जी के इस सहयोग के लिए हमे उनका आभार प्रकट करना चाहिए।
ReplyDeleteऔर साल के अंत में प्रस्तुत है बहुप्रतीक्षित सूची साल के चुनिन्दा लोगों की..
ReplyDeleteनाराज ऑफ द इयर- लालकृष्ण आडवाणी
लाचार ऑफ द इयर- मनमोहन सिंह
सरताज ऑफ द इयर-नरेन्द्र मोदी
चमका सितारा ऑफ द इयर- अरविन्द केजरीवाल
हठयोगी ऑफ द ईयर - अन्ना हजारे
राज-योगी ऑफ द ईयर - बाबा रामदेव
हुआ कबाड़ा ऑफ द इयर- आसाराम बापू
गिरफ़्तार ऑफ द ईयर -संजय दत्त
फरार ऑफ द ईयर- नारायण साईं
रिटायर ऑफ द ईयर- सचिन तेंदुलकर
पूत ऑफ द ईयर- जॉर्ज अलेक्जेंडर लुईस
कुपूत ऑफ द ईयर - बिंदु दारा सिंह
कु-पिता,कुमाता ऑफ द ईयर - तलवार दम्पत्ति
नाकारा पूत ऑफ द ईयर - अखिलेश यादव
बे-चारा ऑफ द ईयर - लालू यादव
धारा ऑफ द ईयर - 377
निष्कासन ऑफ द ईयर -दुर्गा शक्ति नागपाल
बेघर ऑफ द ईयर -शीला दीक्षित
दानवीर ऑफ द ईयर - वी.के. सिंह
बयानवीर ऑफ द ईयर - बेनी प्रसाद यादव
जानकार ऑफ द ईयर - राज बब्बर
ऊँगलीबाज ऑफ द ईयर - तरुण तेजपाल
जोक ऑफ द ईयर - फूड सिक्योरिटी बिल
जोकपाल ऑफ द ईयर -लोकपाल
पोस्ट ऑफ द ईयर - ये होना चाहिए वो तो ये भी होता है।
बकवास ऑफ द ईयर - दागी अध्यादेश
सिरदर्द ऑफ द ईयर - NaMo Vs RaGa Vs Ak बहस
नौटंकी ऑफ द ईयर - दिल्ली की सरकार कैसे बने?
ब्रेकअप ऑफ द ईयर - जेडीयू / बीजेपी बिहार
पैचअप ऑफ द ईयर - आप / कांग्रेस दिल्ली
हथियार ऑफ द ईयर - झाड़ू
बर्तन ऑफ द ईयर - स्टील का गिलास
निकनेम ऑफ द ईयर - फेंकू/पप्पू/खुजली पलटू राम (अकल्लेश)।
चीनी और लाल मिर्च का मिश्रण बना कर मच्छर को दें।
ReplyDeleteमिश्रण खाते ही वो पानी की तलाश में निकलेगा।
जैसे ही वो पानी के टैंक के पास जाए उसे धक्का दे दो।
वो भीग जाएगा और खुद को सुखाने के लिए आग के पास जाएगा।
उसी वक्त आप आग में बम फ़ेंक दें।
वो बुरी तरह ज़ख़्मी हो के अस्पताल में दाखिल हो जाएगा।
आप वहां जाकर उसका आक्सीजन मास्क उतार दें।
मच्छर मर जाएगा...!
धन्यवाद की ज़रूरत नहीं है, मुझे आप की सहायता करके ख़ुशी हुई।
A boy found a tear in his gf's eyes,
ReplyDelete.
.
so he grabbed her in his arms
and hugged her tightly....
But the girl Still continued to cry. .
.
.
Boy asked : Why are you still crying ??
.
.
. Girl : If for every tear, i get a hug
from you, then i would
cry forever.. !
परिषदीय विद्यालयों में सभी प्रकार के भर्ती पर लगा ग्रहण, मा0सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जनवरी के द्वितीय सप्ताह में निर्णय जारी होने के उपरान्त ही होगी नियुक्तियां -
ReplyDelete-------------------------------------
आप सभी अवगत ही है कि 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती पर मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के निर्णीत आदेश दि0 20-11-2013 के विरूद्व प्रदेश सरकार द्वारा मा0 सर्वोच्च न्यायालय में स्पेशल अनुज्ञा याचिका दाखिल की गई है। प्रदेश सरकार का पक्ष है कि मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा 15वें संसोधन को निष्प्रभावी करने या यूं कहा जाये कि अध्यापकों के चयन सम्बन्धी प्राविधान को निरस्त करने से सभी प्रकार की नियुक्तियॉ प्रभावित हो गयी है। ऐसे में सरकार को नियुक्ति करना असम्भव हो गया है। जिससे वर्तमान में चल रही 10000 परिषदीय अध्यापकों की नियुक्ति, उर्दू अध्यापक भर्ती, 29334 गणित/विज्ञान भर्ती आदि प्रकार की भर्ती पर प्रभाव पड. रहा है, ऐसे में सचिव, उ0प्र0बेसिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद द्वारा जारी आदेश दि0 01-01-2014 में यह स्पष्ट किया है कि मा0 सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल विशेष अनुज्ञा याचिका पर सुनवाई जनवरी के द्वितीय सप्ताह में होने की सम्भावना है। अत- ऐसे में अभ्यर्थियों की काउन्सलिंग समय सारिणी जारी की जा चुकी है परन्तु उनको नियुक्ति पत्र देने का आदेश तभी जारी होगा, जब मा0 सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्पेशल अपील पर निर्णय आयेगा। ऐसे में उर्दू भर्ती जिसकी तीन बार काउन्सलिंग की जा चुकी है, को भी नियुक्ति पत्र जारी करने का कोई आदेश निर्गत नहीं किया गया है, ऐसे में अब लाखों बेरोजगार अभ्यर्थियों की निगाहें मा0 सर्वोच्च न्यायालय, दिल्ली की ओर लग गई है। देखना यह होगा कि अब कितनी जल्द निर्णय आयेगा और सरकार का अगला कदम क्या होगा।
EK BAAR FIR SE
ReplyDeleteZANTA KI BEHAD MAANG PAR. .
पाँच पाण्डव तथा सौ कौरवों के नाम ये थे :–
पाण्डव पाँच भाई थे जिनके नाम हैं -
1. युधिष्ठिर
2. भीम
3. अर्जुन
4. नकुल
5. सहदेव
( इन पांचों के अलावा , महाबली कर्ण
भी कुंती के ही पुत्र थे , परन्तु
उनकी गिनती पांडवों में नहीं की जाती है )
यहाँ ध्यान रखें कि… पाण्डु के उपरोक्त
पाँचों पुत्रों में से युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन
की माता कुन्ती थीं ……तथा , नकुल और सहदेव
की माता माद्री थी ।
वहीँ …. धृतराष्ट्र और गांधारी के सौ पुत्र…..
कौरव कहलाए जिनके नाम हैं -
1. दुर्योधन
2. दुःशासन
3. दुःसह
4. दुःशल
5. जलसंघ
6. सम
7. सह
8. विंद
9. अनुविंद
10. दुर्धर्ष
11. सुबाहु
12. दुषप्रधर्षण
13. दुर्मर्षण
14. दुर्मुख
15. दुष्कर्ण
16. विकर्ण
17. शल
18. सत्वान
19. सुलोचन
20. चित्र
21. उपचित्र
22. चित्राक्ष
23. चारुचित्र
24. शरासन
25. दुर्मद
26. दुर्विगाह
27. विवित्सु
28. विकटानन्द
29. ऊर्णनाभ
30. सुनाभ
31. नन्द
32. उपनन्द
33. चित्रबाण
34. चित्रवर्मा
35. सुवर्मा
36. दुर्विमोचन
37. अयोबाहु
38. महाबाहु
39. चित्रांग
40. चित्रकुण्डल
41. भीमवेग
42. भीमबल
43. बालाकि
44. बलवर्धन
45. उग्रायुध
46. सुषेण
47. कुण्डधर
48. महोदर
49. चित्रायुध
50. निषंगी
51. पाशी
52. वृन्दारक
53. दृढ़वर्मा
54. दृढ़क्षत्र
55. सोमकीर्ति
56. अनूदर
57. दढ़संघ
58. जरासंघ
59. सत्यसंघ
60. सद्सुवाक
61. उग्रश्रवा
62. उग्रसेन
63. सेनानी
64. दुष्पराजय
65. अपराजित
66. कुण्डशायी
67. विशालाक्ष
68. दुराधर
69. दृढ़हस्त
70. सुहस्त
71. वातवेग
72. सुवर्च
73. आदित्यकेतु
74. बह्वाशी
75. नागदत्त
76. उग्रशायी
77. कवचि
78. क्रथन
79. कुण्डी
80. भीमविक्र
81. धनुर्धर
82. वीरबाहु
83. अलोलुप
84. अभय
85. दृढ़कर्मा
86. दृढ़रथाश्रय
87. अनाधृष्य
88. कुण्डभेदी
89. विरवि
90. चित्रकुण्डल
91. प्रधम
92. अमाप्रमाथि
93. दीर्घरोमा
94. सुवीर्यवान
95. दीर्घबाहु
96. सुजात
97. कनकध्वज
98. कुण्डाशी
99. विरज
100. युयुत्सु
( इन 100 भाइयों के अलावा कौरवों की एक बहन भी थी… जिसका नाम""दुशाला""था, जिसका विवाह"जयद्रथ"सेहुआ था )
"श्री मद्-भगवत गीता"
के बारे में-
किसको किसने सुनाई?
उ.- श्रीकृष्ण ने अर्जुन को सुनाई।
कब सुनाई?
उ.- आज से लगभग 7 हज़ार साल पहले सुनाई।
भगवान ने किस दिन गीता सुनाई?
उ.- रविवार के दिन।
कोनसी तिथि को?
उ.- एकादशी
कहा सुनाई?
उ.- कुरुक्षेत्र की रणभूमि में।
कितनी देर में सुनाई?
उ.- लगभग 45 मिनट में
क्यू सुनाई?
उ.- कर्त्तव्य से भटके हुए अर्जुन को कर्त्तव्य सिखाने के लिए और आने वाली पीढियों को धर्म-ज्ञान सिखाने के लिए।
कितने अध्याय है?
उ.- कुल 18 अध्याय
कितने श्लोक है?
उ.- 700 श्लोक
गीता में क्या-क्या बताया गया है?
उ.- ज्ञान-भक्ति-कर्म योग मार्गो की विस्तृत व्याख्या की गयी है, इन मार्गो पर चलने से व्यक्ति निश्चित ही परमपद का अधिकारी बन जाता है।
गीता को अर्जुन के अलावा
और किन किन लोगो ने सुना?
उ.- धृतराष्ट्र एवं संजय ने
अर्जुन से पहले गीता का पावन ज्ञान किन्हें मिला था?
उ.- भगवान सूर्यदेव को
गीता की गिनती किन धर्म-ग्रंथो में आती है?
उ.- उपनिषदों में
गीता किस महाग्रंथ का भाग है....?
उ.- गीता महाभारत के एक अध्याय शांति-पर्व का एक हिस्सा है।
गीता का दूसरा नाम क्या है?
उ.- गीतोपनिषद
गीता का सार क्या है?
उ.- प्रभु श्रीकृष्ण की शरण लेना
गीता में किसने कितने श्लोक कहे है?
उ.- श्रीकृष्ण ने- 574
अर्जुन ने- 85
धृतराष्ट्र ने- 1
संजय ने- 40.
जनता के पैसे से अखिलेश-शिवपाल ने बनाई सेंचुरी
ReplyDeleteटीम डिजिटल / अमर उजाला, दिल्ली
Updated @ 1:29 PM IST
यूपी के सीएम अखिलेश यादव को भले ही दंगा पीड़ितों से मिलने का टाइम न हो लेकिन वो सीएम बनने के बाद अपने गांव सैफई 46 बार जा चुके हैं और वो भी सरकारी हेलीकॉप्टर से।
अखिलेश के चाचा और लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने भी सैफई जाने के लिए 51 बार सरकारी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया।
अखिलेश और शिवपाल दोनों ने ही लखनऊ से सैफई और फिर वापस लखनऊ तक के सफर के लिए सरकारी हेलीकॉप्टर का जमकर इस्तेमाल किया। एक आरटीआई के माध्यम से ये खुलासा हुआ है।
पिछले 21 महीनों में सपा सरकार के अफसर कहीं गए हो या नहीं लेकिन 7141 की आबादी वाले इटावा के गांव सैफई जाने में उन्होंने कोई कोताही नहीं बरती।
सैफई, जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र में आता है जहां से शिवपाल विधायक हैं और मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र पड़ता है जहां से सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव सांसद हैं।
पिछले हफ्ते ही एक आईएएस अफसर को इसलिए सस्पेंड कर दिया गया क्योंकि सैफई में एक स्वीमिंग पूल बनने में देर हो गई थी।
गौरतलब है कि हाल ही में अखिलेश के सैफई महोत्सव में जाने पर काफी विवाद हुआ था। विपक्ष का आरोप था कि मुजफ्फरनगर और शामली में हालत खराब होने के बावजूद सीएम महोत्सव में व्यस्त हैं
कल ACTIVA से गिरी थी अभी तक रो रही है
ReplyDeleteवो क्या घंटा सहेगी मेरे प्यार के दर्द को......!!
वैसे ईमानदारी से कहूं तो भाजपा समर्थक होते हुए भी और मन में १००% संदेह होते हुए भी मैं दिल से चाहता था कि अरविन्द केजरीवाल मुख्यमंत्री बनें और जनता से किये हुए अपने वादे सफलतापूर्वक पूरे करें....
ReplyDelete.
इससे फायदा ये होता कि अन्य राजनैतिक दलों पर दवाब बनता और वो वापस जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए बाध्य होते......जो कि वो कई सालों से भूल चुके हैं...चाहे वो कोई भी दल हो...आखिर कोई भी सत्ता में आये मूल लक्ष्य यही है कि जनता की स्थिति सुधरे....
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ReplyDeleteE
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दीवाने हैं उनके इस बात से इनकार नहीं,
कैसे कहें कि हमे उनसे प्यार नहीं..
कुछ तो कसूर है उनकी अदाओं का दोस्तों,
वरना हम अकेले तो गुनहगार नहीं..
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteSUPREME COURT
ReplyDeleteOF INDIA
COURTNIC DEFECTIVE
Status of : Diary Number 40659 OF
2013
Date of Filing : 18/12/2013
STATE OF U.P & ORS .Vs. SHIV KUMAR
PATHAK
& ORS
Filed By : MR. SATYA MITRA GARG
State : Uttar Pradesh Section : XI
Agency : HIGH COURT OF JUDICATURE
AT
ALLAHABAD
FOLLOWING ARE THE DEFECTS :
NIL
टी ई टी संघर्ष मोर्चे के मेरे शेर मित्रो आइये मै
ReplyDeleteआपको सुप्रीम कोर्ट के न्यायिक प्रक्रियाओ के
विषय में बता दूँ।
(1)सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुज्ञा याचिका (s l
p ) में केवल और केवल अंतिम निर्णय(final
judgement) पर बहस होती है ,सुप्रीम कोर्ट में
ट्रायल नहीं होता है। ट्रायल के लिए निचली अदालतें
जैसे सेशन कोर्ट ,सर्विस मामलो में हाई कोर्ट
होती है। अर्थात अब प्रशिक्षु टीचर शब्द ,वेटेज
और धांधली जैसे मामलो का कोई ट्रायल सुप्रीम
कोर्ट में नहीं होगा ,इन सबका ट्रायल माननीय टंडन
और माननीय अशोक भूषण और माननीय
सिन्हा जी कर चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट में केवल और केवल 20 नवंबर २०१३
के आदेश के 75 पन्नो के एक एक शब्दों का विधिक
परीक्षण होगा और चाहे सरकारी वकील
हो या हमारा वकील कोई भी इन 75 पन्नो पर
वर्णित बातो के सन्दर्भ से परे कुछ भी नहीं कह
सकता है।
अतः हिन्दुस्तान का बड़े से बड़ा वकील चाहे
उसका बाप भी स्पेशल अपील डिफेक्टिव
संख्या 237 / 2013 शिव कुमार पाटक बनाम
उत्तर प्रदेश सरकार में पारित आदेश को पलटवा कर
वेटेज नहीं दिलवा सकता है और और 15 वां संशोधन
का रद्दीकरण भी सुनवाई से
नहीं हटाया जा सकता है। , ये मेरी गारंटी है अगर
हम सुप्रीम कोर्ट से केस जीते तो केवल और केवल
20 नवंबर के आदेश का अनुपालन होगा और
भर्ती टी ई टी के प्राप्तांको के आधार पर होगी।
राजस्थान की भाजपा सरकार ने टेट मेरिट से भर्ती की मंजूरी दी।
ReplyDeleteमैं इलाहाबाद हाई कोर्ट के बाद राजस्थान सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूँ।
आज से 21 वर्ष पहले मनमोहन सिंह ने कहा था कि उदारीकरण और वैश्वीकरण के परिणाम 20साल में देखने को मिलेंगे!
ReplyDeleteपरिणाम आज सामने है 1991 में 67 टन सोना गिरवी रखा गया था और आज 2013 में 500टन (5 लाख किलो ) सोना गिरवी रखने की नौबत आ गई है! वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने 500 टन सोना गिरवी रखने का सुझाव दिया है !
देश को इतना कंगाल कर दिया है कि कांग्रेस सरकार 500 टन
सोना गिरवी रखेगी !ये 500 टन सोना कितने का है ?आइये देखें !
अगर 10 ग्राम सोना --------------------- 30000 (30 हजार ) रुपए का
तो 100 ग्राम सोना होगा ------------------ 300000 (3 लाख ) रूपये का
तो 1 किलो होगा ---------------------------3000000 (30 लाख) रूपये का
तो 10 किलो होगा ---------------------------30000000 (3 करोड़ ) रूपये का
तो 100 किलो होगा ------------------------300000000 (30 करोड़ ) रूपये का
तो 1000 किलो (1टन) होगा --------------3000000000 (300 करोड़ ) रूपये का
तो 10000 किलो (10 टन) होगा -----------30000000000 (3000 करोड़ ) रूपये का
तो 100000 किलो(100 टन)------------------300000000000 (30000 हजार करोड़ ) रूपये का
तो 500000 किलो (500 टन)-----------------1500000000000(1 लाख 50 हजार करोड़ ) रूपये का
500 टन सोने की कीमत 1 लाख 50 हजार करोड़ है !
और मंदमोहन सिंह का एक कोयला घोटाला 1 लाख 80 हजार करोड़ का है बाकी घोटाले अलग है !
हो रहा है भारत नीलाम !
और कितना नीलाम कर दिया भारत ! एक बार click कर देखें !!!
must click !
http:// www.youtube.com/ watch?v=elicZLUm p9s
_________________________________________
वन्देमातरम !!
लाल बहादुर शास्त्री जैसा आम आदमी कोई नहीं हो सकता !!
ReplyDelete________________________________________________
दो घंटे युद्ध और चलता ! तो भारत की सेना ने लाहोर तक कब्जा कर लिया होता !!
लेकिन तभी पाकिस्तान को लगा कि जिस रफ्तार से भारत की सेना आगे बढ़ रही हमारा तो पूरा अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा !
तभी पाकिस्तान ने अमेरिका से कहा कि वो किसी तरह से युद्ध रुकवा दे !! अमेरिका जानता था कि शास्त्री जी इतनी जल्दी नहीं मानने वाले !! क्यूँ कि वो पहले भी दो -तीन बार भारत को धमका चुका था !!
धमका कैसे चुका था ??
अमेरिका से गेहूं आता था भारत के लिए PL 48 स्कीम के अंडर ! ! PL मतलब public law 48 ! जैसे भारत मे सविधान मे धराए होती है ऐसे अमेरिका मे PL होता है ! तो बिलकुल लाल रंग का सड़ा हुआ गेंहू अमेरिका से भारत मे आता था ! और ये समझोता पंडित नेहरू ने किया था !!
जिस गेंहू को अमेरिका मे जानवर भी नहीं खाते थे उसे भारत के लोगो के लिए आयात करवाया जाता था ! आपके घर मे कोई बुजुर्ग हो आप उनसे पूछ सकते हैं कितना घटिया गेहूं होता था वो !!
तो अमेरिका ने भारत को धमकी दी कि हम भारत को गेहूं देना बंद कर देंगे ! तो शास्त्री जी ने कहा हाँ कर दो ! फिर कुछ दिन बाद अमेरिका का ब्यान आया कि अगर भारत को हमने गेंहू देना बंद कर दिया ! तो भारत के लोग भूखे मर जाएँगे !!
शास्त्री जी ने कहा हम बिना गेंहू के भूखे मारे या बहुत अधिक खा के मरे ! तुम्हें क्या तकलीफ है !???
हमे भूखे मारना पसंद होगा बेशर्ते तुम्हारे देश का सड़ा हुआ गेंहू खाके !! एक तो हम पैसे भी पूरे दे ऊपर से सड़ा हुआ गेहूं खाये ! नहीं चाहीये तुम्हारा गेंहू !!
फिर शास्त्री ने दिल्ली मे एक रामलीला मैदान मे लाखो लोगो से निवेदन किया कि एक तरफ पाकिस्तान से युद्ध चल रहा है ! ऐसे हालातो मे देश को पैसे कि बहुत जरूरत पड़ती है ! सब लोग अपने फालतू खर्चे बंद करे ! ताकि वो domestic saving से देश के काम आए ! या आप सीधे सेना के लिए दान दे ! और हर व्यति सप्ताह से एक दिन सोमवार का वर्त जरूर रखे !!
तो शास्त्री जी के कहने पर देश के लाखो लोगो ने सोमवार को व्रत रखना शुरू कर दिया ! हुआ ये कि हमारे देश मे ही गेहु बढ्ने लगा ! और शास्त्री जी भी खुद सोमवार का व्रत रखा रखते थे !!
शास्त्री जी ने जो लोगो से कहा पहले उसका पालन खुद किया ! उनके घर मे बाई आती थी !! जो साफ सफाई और कपड़े धोती थी ! तो शास्त्री जी उसको हटा दिया और बोला ! देश हित के लिए मैं इतना खर्चा नहीं कर सकता ! मैं खुद ही घर कि सारी सफाई करूंगा !क्यूंकि पत्नी ललिता देवी बीमार रहा करती थी !
और शास्त्री अपने कपड़े भी खुद धोते थे ! उनके पास सिर्फ दो जोड़ी धोती कुरता ही थी !!
उनके घर मे एक ट्यूटर भी आया करता था जो उनके बच्चो को अँग्रेजी पढ़ाया करता था ! तो शास्त्री जी ने उसे भी हटा दिया ! तो उसने शास्त्री जी ने कहा कि आपका अँग्रेजी मे फेल हो जाएगा ! तब शास्त्री जी ने कहा होने दो ! देश के हजारो बच्चे अँग्रेजी मे ही फेल होते है तो इसी भी होने दो ! अगर अंग्रेज़ हिन्दी मे फेल हो सकते है तो भारतीय अँग्रेजी मे फेल हो सकते हैं ! ये तो स्व्भविक है क्यूंकि अपनी भाषा ही नहीं है ये !!
एक दिन शास्त्री जी पत्नी ने कहा कि आपकी धोती फट गई है ! आप नहीं धोती ले आईये ! शास्त्री जी ने कहा बेहतर होगा ! कि सोई धागा लेकर तुम इसको सिल दो ! मैं नई धोती लाने की कल्पना भी नहीं कर सकता ! मैंने सब कुछ छोड़ दिया है पगार लेना भी बंद कर दिया है !! और जितना हो सके कम से कम खर्चे मे घर का खर्च चलाओ !!
अंत मे शास्त्री जी युद्ध के बाद समझोता करने ताशकंद गए ! और फिर जिंदा कभी वापिस नहीं लौट पाये !! पूरे देश को बताया गया की उनकी मृत्यु हो गई ! जब कि उनकी ह्त्या कि गई थी !!
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_____________________________
भारत मे शास्त्री जी जैसा सिर्फ एक मात्र प्रधानमंत्री हुआ ! जिसने अपना पूरा जीवन आम आदमी की तरह व्तीत किया ! और पूरी ईमानदारी से देश के लिए अपना फर्ज अदा किया !!
जिसने जय जवान और जय किसान का नारा दिया !!
ReplyDeleteक्यूंकि उनका मानना था देश के लिए अनाज पैदा करने वाला किसान और सीमा कि रक्षा करने वाला जवान बहुत दोनों देश ले लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है !!
स्वदेशी की राह पर उन्होने देश को आगे बढ़ाया ! जब तक वे प्रधानमंत्री रहे एक भी विदेशी कंपनी को देश मे घुसने नहीं दिया ! उनका कहना था एक ईस्ट इंडिया कंपनी के कारण भारत को 250 साल की गुलामी जेहलनी पड़ी थी ! जिसके किए कितने क्रांतिकारियों ने फांसी खाई ! दुबारा विदेशी कंपनियो को बुलाकर देश की आजादी के साथ कोई समझोता नहीं किया जा सकता !
अमेरिका का सड़ा गेंहू भी बंद करवाया !!
ऐसा प्रधानमंत्री भारत को शायद ही कभी मिले ! अंत मे जब उनकी paas book चेक की गई तो सिर्फ 365 रुपए 35 पैसे थे उनके बैंक आकौंट मे ! !
शायद आज कल्पना भी नहीं कर सकते ऐसा नेता भारत मे हुआ !!
आज प्र्धामंत्री अमेरिका ke agent है ! लाखो करोड़ो के घोटाले करते है !!
विदेशी कंपनियो को भगाना तो दूर !! walmart ला रहे हैं !!
लाखो करोड़ो के घोटाले कर रहे हैं !!l
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वन्देमातरम !!
भर्ती की वास्तविकता....कुछ ऐसा भी है,,,,
ReplyDeleteसरकार नही चाहती कि बी.एड. वालो की कोई भी भर्ती हो,, सरकार नही चाहती कि बसपा कार्यकाल की भर्ती पूरी हो,, सरकार को मेरिट आधार से कोई लेना देना नही है,, उसे तो सिर्फ भर्ती को "ब्लैक होल" तक ले जाना है,, जहां पर सब कुछ ऐसे समाप्त हो जाता है, कि पता ही नही चलता कि कुछ समाप्त हुआ है, ऐसा ही कुछ लगा....आज... जब जूनियर शिक्षक भर्ती युवा मोर्चा के प्रदेश प्रमुख देवेन्द्र यादव एक प्रतिनिधि मंडल के साथ बेसिक सचिव श्री संजय सिन्हा से मिलने गए, और उनसे उर्दू भर्ती जारी रखने और 10000 बी.टी.सी. अध्यापक नियुक्ति की काउसिलिंग की दिनाँक जारी करने की बात पर 15वा संशोधन प्रभावी होने की बात पूछी गयी,, सचिव साहब का जवाब था, " बी.टी.सी. वाले हमारे अपने बच्चे है, वो डायट से प्रशिक्षण लेते है, और तुम लोग,..............( सचिव के शब्दों को सार्वजानिक करना उचित नही) और उर्दू वालो की भर्ती चलती रहेगी ये प्रशाशन का मामला है, तुम लोग मिलने आये हो या बहस करने,,, अभी तुम्हारी भर्ती में समय लगेगा क्योंकि तुम्हारा डाटा तैयार नहीं है, (जबकि इन्ही सचिव महोदय इन्ही साथियों के सामने स्वीकार किया था, कि सब डाटा तैयार है) और देखते है बात करते है, अभी तुम लोग जाओ,, आदि आदि,,, ये कोर्ट, सरकार, १२वा संशोधन, 15वा संशोधन, सुप्रीम कोर्ट, SLP, तारीख पर तारीख, ये सब केवल बी.एड. बेरोजगारों के लिए ही है, पहली टी.जी.टी./पी.जी.टी. के प्रवेश पत्र घर पर है, और नए फॉर्म आ गए,, लूटने के लिए,, प्राइमरी टेट पास बी.एड. का आखिर होगा क्या,,,, साथियों हम सब को बहुत सावधानी की जरुरत है, जरुरी नही कि ऐसी गन्दी मानसिकता की सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी भर्ती करे, और न ही भर्ती करने को मना करके, न्यायलय की अवहेलना करेगी, लेकिन क्या करे कुछ पता नही,, हमारी अगुवाई कर रहे साथियों को भारी समर्थन करे और उन्हें उचित सलाह भी दे, साथ रहे, ऐसी सरकार से निपटने के लिए शायद अस्त्र/शस्त्र बदलने भी पड सकते है, और कोई नयी निति पर भी विचार प्राथनीय है, क्योंकि इन्हें धरना और अनशन की भाषा समझ ही नही आती है, इनका वास्तविक इलाज न्यायलय रुपी मंदिर में ही संभव है, लेकिन नौकरी के लिए नही बल्कि दुश्मन से बदले की भावना को लेकर रिट डालकर..जैसे जो साथी मानसिक रूप से परेशान होकर अब हमारे साथ नही है, उनकी हत्या का मुकदमा,, जो लोग जीवित है, उनके मानसिक उत्पीडन का मुकदमा, दो साल से नौकरी के लिए परेशान वो भी बिना गलती के, उनके लिए मुआवजा, आदि आदि......... धन्यवाद ........
एक सुचना --- युवा मोर्चा प्रमुख देवेन्द्र यादव द्वारा दिनाँक 4 जनवरी 2014 को आजाद चंद्रशेखर पार्क इलाहबाद में प्रात: 10 बजे अति आवश्यक बैठक बुलाई है, जिसमे अधिक से अधिक संख्या में पहुच कर अपने विचार दे और आगे की रणनीति बनाने में अपनी उपस्थिति दर्ज करे
सर्वोच्च न्यायालय मे कल भी सरकार द्वारा अपनी SLP की कमियों को दूर करने हेतु कोई प्रयास नही किया गया है । सरकार अंतिम परिणाम से अच्छी तरह परिचित है । वह केवल टाइम पास करना चाहती है । फिलहाल 20 फरवरी तक इंतजार करने के अलावा कोई विकल्प किसी के पास नही है । उम्मीद है तब तक सरकार की या तो बुद्धि शुद्ध हो जाएगी अन्यथा 21 फरवरी से शुरू होने वाले सप्ताह मे सचिव की गिरफ्तारी आदेश संबंधित कोर्ट द्वारा जारी करने का समाचार प्रमुख अखबारो के प्रथम पेज पर प्रकाशित होगा । साथियो पर विश्वास रखे आपसी मतभेद भुलाकर एकजुटता बनाए रखे धैर्य रखे । अफवाहों पर ध्यान न दें । आपको नौकरी यही सरकार देगी चाहे रोकर दे या हँसकर क्या फर्क पड़ता है ?
ReplyDeleteकल मैं एक मोबाइल कि दुकान पर गया था !
ReplyDeleteएक 9-11 साल
का बच्चा आया और दुकनदार
को बोला कि आपके पास पोर्न मूवी होंगी,
मेरी चिप में डाल दीजिये !
मै हैरान हो गया पर उस दुकनदार ने
बताया ऐसा पहली बार नही है काफी छोटे छोटे
बच्चे आते हैं !
क्या आप बता सकते हैं इसमें दोष किसका है?
जो ये मासूम बच्चे अभी से अश्लील हरकतों में
पड़ रहे हैं !
मेरी नज़र में सबसे पहले उन माँ-बाप का जो नन्हे नन्हे
बच्चो को मोबाइल-लेपटोप देतें हैं,
मगर मोबाइल-लेपटोप तो दिया पर बच्चो का सही मार्गदर्शन
नही किया !
तो क्या आपका बेटा भी दुकान से पोर्न मूवीज अपने फ़ोन में डलवा के लाता है ?
अपने बच्चो का फ़ोन थोड़े थोड़े अंतराल से जांचते रहे ! अगर आपको नहीं आता फ़ोन चलाना तो ऐसे ही हाथ में लेकर कुछ न कुछ करते रहे !
Rajasthan ki b.j.p.gov.ne R-TET ki merit
ReplyDeletese bharti ki manjuri de dia hai....iske pahle
BIHAR GOV. ne bhi tet ki merit se bharti
ka kanun bana dia hai isse maya sarkar
ke faisle ko aur bal milega ....acd.yug ka
ant nischit hai
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
“Tu Hazar Baar Bhi Rooth... To Manaa Lenge ‘tujhe,
Magar Dekh,,,!
Mohabbat Me Shamil ...Koi Dosra Na Ho…..!!!
शुभ प्रभात साथियों,,
ReplyDeleteभर्ती की वास्तविकता....कुछ ऐसा भी है,,,,
सरकार नही चाहती कि बी.एड. वालो की कोई भी भर्ती हो,, सरकार नही चाहती कि बसपा कार्यकाल की भर्ती पूरी हो,, सरकार को मेरिट आधार से कोई लेना देना नही है,, उसे तो सिर्फ भर्ती को "ब्लैक होल" तक ले जाना है,, जहां पर सब कुछ ऐसे समाप्त हो जाता है, कि पता ही नही चलता कि कुछ समाप्त हुआ है, ऐसा ही कुछ लगा....आज... जब जूनियर शिक्षक भर्ती युवा मोर्चा के प्रदेश प्रमुख देवेन्द्र यादव एक प्रतिनिधि मंडल के साथ बेसिक सचिव श्री संजय सिन्हा से मिलने गए, और उनसे उर्दू भर्ती जारी रखने और 10000 बी.टी.सी. अध्यापक नियुक्ति की काउसिलिंग की दिनाँक जारी करने की बात पर 15वा संशोधन प्रभावी होने की बात पूछी गयी,, सचिव साहब का जवाब था, " बी.टी.सी. वाले हमारे अपने बच्चे है, वो डायट से प्रशिक्षण लेते है, और तुम लोग,..............( सचिव के शब्दों को सार्वजानिक करना उचित नही) और उर्दू वालो की भर्ती चलती रहेगी ये प्रशाशन का मामला है, तुम लोग मिलने आये हो या बहस करने,,, अभी तुम्हारी भर्ती में समय लगेगा क्योंकि तुम्हारा डाटा तैयार नहीं है, (जबकि इन्ही सचिव महोदय इन्ही साथियों के सामने स्वीकार किया था, कि सब डाटा तैयार है) और देखते है बात करते है, अभी तुम लोग जाओ,, आदि आदि,,, ये कोर्ट, सरकार, १२वा संशोधन, 15वा संशोधन, सुप्रीम कोर्ट, SLP, तारीख पर तारीख, ये सब केवल बी.एड. बेरोजगारों के लिए ही है, पहली टी.जी.टी./पी.जी.टी. के प्रवेश पत्र घर पर है, और नए फॉर्म आ गए,, लूटने के लिए,, प्राइमरी टेट पास बी.एड. का आखिर होगा क्या,,,, साथियों हम सब को बहुत सावधानी की जरुरत है, जरुरी नही कि ऐसी गन्दी मानसिकता की सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी भर्ती करे, और न ही भर्ती करने को मना करके, न्यायलय की अवहेलना करेगी, लेकिन क्या करे कुछ पता नही,, हमारी अगुवाई कर रहे साथियों को भारी समर्थन करे और उन्हें उचित सलाह भी दे, साथ रहे, ऐसी सरकार से निपटने के लिए शायद अस्त्र/शस्त्र बदलने भी पड सकते है, और कोई नयी निति पर भी विचार प्राथनीय है, क्योंकि इन्हें धरना और अनशन की भाषा समझ ही नही आती है, इनका वास्तविक इलाज न्यायलय रुपी मंदिर में ही संभव है, लेकिन नौकरी के लिए नही बल्कि दुश्मन से बदले की भावना को लेकर रिट डालकर..जैसे जो साथी मानसिक रूप से परेशान होकर अब हमारे साथ नही है, उनकी हत्या का मुकदमा,, जो लोग जीवित है, उनके मानसिक उत्पीडन का मुकदमा, दो साल से नौकरी के लिए परेशान वो भी बिना गलती के, उनके लिए मुआवजा, आदि आदि......... धन्यवाद ........
निरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही'>
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहूआ का प्रणाम।
आज slp का डिफेक्ट दूर होने के साथ ही सरकार ने अपनी कब्र की ओर पहला कदम बढ़ा दिया है। जब भी slp मेरिट पर आयेगी समझ लीजियेगा इसका "फातिहा" पढ़ दिया गया। अब वो दिन दूर नहीं है भाइयों जब हम सभी अपने कागज़ात लेकर डायट पर काउंसलिंग करवा रहे होंगे और माननीय मुख्यमंत्री महोदय किसी मनोरोग विशेषज्ञ से अपनी काउंसलिंग करवा रहे होंगे। इन महोदय के कर्म (कुकर्म) ही ऐसे हैं की अब तो लोगों ने अपने बच्चों का नाम भी "अखिलेश" रखना बंद कर दिया है। यह तक की इस राजनैतिक परिवार को नववर्ष पर जितनी बधाइयाँ चापलूसों ने दी होंगी उसकी दस गुनी "get well soon" की सहानुभूति हम बेरोजगारों ने इन्हें दी होंगी। साथियों जिस तरह स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी बैरकपुर छावनी से फूटी थी ठीक उसी प्रकार बदलाव की बयार का संकेत राजस्थान से मिल चुका है। अब इससे शुभ संकेत और क्या होगा जब एक सरकार हमारे पक्ष के विरोध में सुप्रीम कोर्ट से सहयोग की अपेक्षा करती है तभी एक दूसरे राज्य की सरकार हमारे ही पक्ष को आधार मानकर अपने युवाओं को रोजगार के अवसर देती है। ज्यादा क्या कहें साथियों बस आप इतना समझ लीजिये कि आप लोगों ने अपने आधे पेट की रोटी से भी बचाकर जो सहयोग हमारे संगठन को किया है वो इनकी गहन समाधि बनाने के लिए पर्याप्त है। हमारे सत्ताधारी नेता शायद दधीचि की हड्डियों का पराक्रम और महत्व भूल गए हैं, इन्हें सैफई में नंगा नाच कराना याद रहता है लेकिन राहत शिविरों में ठण्ड से ठिठुरते बच्चों के नंगे बदन को ढकना याद नहीं रहता। अरे ज्यादा क्या कहें हम दो वक्त की रोटी का जुगाड़ बड़ी मुश्किल से करते हैं और इनके घर का कुत्ता भी "मोशले" की कीमती चाकलेट खाता है। साथियों आगाज हो चुका है अब अंजाम भी जल्द आयेगा। माँ भवानी हम पर कृपा बनाये रखें। जय क्रांति जय टेट।
न हारा है इश्क़ , और न दुनिया थकी है
ReplyDeleteदिया भी जल रहा है , हवा भी चल रही है__
1) TET MORCHA KE VIDHI ADHYAX ..S.K.PATHAK SE BAT HUI..JO HI SADANAND MISHRA G KE SATH SHAM TAK SUPRIME COURT ME HI THE AUR WAHA PAR GOVERNMENT KE SUPRIME COURT KE WAKIL SATY MITRA GARG SE HAMARE VIDHI ADHYAX S.K.PATHAK G KI BAT HUI JIS PAR SATY MITRA GARG NE KAHA KI IS WEEK ME DEFECT DUR NAHI KI JAYEGI..AGLE WEEK KE WORKING DAY MONDAY TO FRIDAY ME SATY MITRA GARG JI SANSODHIT SLP DAKHIL KAREGE..tet morcha ke vidhi adhyax s.k.pathak g aur pura tet morcha suprime court ki akhiri ladai ke liye betab hai par government ko hi sayad apni har ka dar sta raha hai tavi sirf time pass kar rahi hai..jbki wo achchhi tarah janti hai h.c ke aadesh ko hi suprime court v muhar lagayega..kyukid.b ka aadesh s.c ke hi ku6 case ke example ke acording hai.
ReplyDelete2) dosto ku6 log kah rahe hai slp ke defect ko dur karne ka maximum day 28 din ka hota hai jo ki galat hai.. government h.c ke aadesh ke 90 din ke andar kavi v slp sansodhit kar skti hai ya fir nayi slp dakhil kar sakti hai..yani government 20 february tak jo v natak karna chahe kar skti hai chahe defect kare ya ku6 aur kare..
3) dosto ham ye danke ki chot par kahte hai ki s.p sarkar ne 20 february tak isi tarah natak dikhaya to 21 february wale week me paper me padhege ki basik sachiv ko h.c ne girftar karne ka aadesh diya ..dosto high court ka aadesh koi khel nahi government ke liye .,ye sarkar sayad ye nahi smjhati h.c ka aadesh ek aag ka gola hai jisase khelne ka matlab khud jal jana..governmemt jis tarah tet ke mamle me heela hwali kar rahi hai usase to lagta hai ki ye ham tetian ko apna dushman samjhati hai par ham v ye kahte hai ki ham 31 march ke pahle ham isi government se niyukti lekar rahege..thanx
ReplyDeleteसरकारी विज्ञापनों पर अपने समूह चलाने वाले उत्तर प्रदेश के कुछ मीडिया बरखुरदार ,आपको बीटीसी न्युक्ति की खबर छापने का अवसर मिला है छाप लो और सरकार से कह दो किअगर हिम्मत हो तो जूनियर की काउंसलिंग schedule जारी करे ।
बीटीसी वालों की जितनी रिक्ति है उससे कम आवेदक हैं अतः उनमे समस्या नहीं है लेकिन विवाद है ।जूनियर की भर्ती में चयन का आधार , विज्ञान/कला विवाद अनेक कमियां हैं।
उत्तर प्रदेश/भारत की ईमानदार मीडिया उत्तर प्रदेश में बम्पर शिक्षक भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट में सरकार की फजीहत लिखने की तैयारी करें।इस सरकार में बेरोजगारों को मौत के मुंह में धकेला जाता है।
जिस टीईटी मेरिट को ये सरकार चयन का आधार मानने से इंकार कर रही थी राजस्थान में उसी आधार पर नियुक्ति होने जा रही है।जिस आरक्षण मामले के कारण प्रक्रिया रुकी है उसका विवाद भी स्वतः ख़तम होगा।बता दें कि एनसीटीई का मुख्यालय भी राजस्थान में है ।
कपिल देव यादव को नाम कमाना था कमा लिया । उसके कारण उत्तर प्रदेश में तमाम मौते और आत्महत्याएं हुईं ।न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल जी ने पहले ही दिन टीईटी मेरिट के चयन के आधार लीगल कहा था ।न्यायमूर्ति दिलीप गुप्ता की कोर्ट में मै स्वयं मौजूद रहा जब कई दर्जन मुक़दमे टीईटी मेरिट के विरुद्ध ख़ारिज हो गये थे।
अगर वो भर्ती हो गयी होती तो अखिलेश आकर भी तो कुछ भर्ती करते।और इसी के साथ मै अपने टीम के कुछ साथियों को बताना चाहता हूँ कि टीईटी मेरिट से अधिक मेरे लिए पुराना आवेदन महत्त्वपूर्ण है।
न्यायमूर्ति भूषण का लिखा फैसला यथावत सुप्रीम कोर्ट में भी लागू रहेगा।
धन्यवाद।
सरकार की सुप्रीम कोर्ट डायरी :बेसिक शिक्षा मंत्री ने झाँसी में कहा कि आवेदकखुद भर्ती नहीं होने दे रहे हैं।मंत्री महोदय को आरोप लगाने से पहलेसोचना चाहिए कि जब एकल बेंच नेकहा कि ऐसा विज्ञापन लाओ जिससेकि याचिओं का हित प्रभावित न हो तब सरकारगलत विज्ञापन क्यों लायी ?यह सरकार कितनी झूठी है !जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय की डिवीज़न बेंचने फैसला सुनाया तो आवेदक सुप्रीम कोर्ट गयेकि ये सरकार सुप्रीम कोर्ट गयी?अपनी गलती का आरोप बेरोजगारों पर लगाने वालेमंत्री चौधरी जी घमंडतो शीला का नहीं चला तो आपकी क्या औकात है!संजय सिन्हा जी सुप्रीम कोर्ट में उस वक़्त गयेजब बेरोजगार अनशन पर थे।यह धोखा है। इस सरकार को लोकतंत्र परविश्वास नहीं है।सुप्रीम कोर्ट में सरकार की याचिका में डिफेक्टशीघ्र ही समाप्त होने की सम्भावना है।यदि इस मुद्दे पर सरकार को सुप्रीम कोर्ट मेंप्रथम सुनवाई में हाई कोर्ट के फैसले पर स्थगननहीं मिला तो सरकार को भर्ती शीघ्र प्रारंभकरना होगा अन्यथा हमारी नियुक्ति की अंतिमतिथि नजदीक है।सचिव को अंतिम समय पूर्व नियुक्ति न करने परजेल भी जाना पड़ सकता है।कोई अधिकारी अवमानना में जेलनहीं जाना चाहता है ।अगर हाई कोर्ट के फैसले पर स्थगन हुआ तबफिर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने परही नियुक्ति होगी अंतिम तिथि का मतलब समाप्तहो जायेगा।जब फैसला आएगा तब भर्ती होगी। आपसबकी ३१ मार्च २०१४ की चिंता समाप्त होगी।यदि सरकार को सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट केफैसले पर स्थगन न मिला और सरकार अपीलका बहाना बनाकर भर्ती टालती रही और अंतिमफैसला हाई कोर्ट जैसा ही आया तो सचिवको खून के आंसू रोना पड़ेगा और अंत मेंभर्ती भी अवमानना आदि की तमाम न्यायिकप्रक्रियाओं के बाद संपन्न होगी।सुप्रीम कोर्ट जाना चुनाव पूर्व सरकारकी मजबूरी है, क्योंकि यदि किसी ने बेसिकशिक्षा परिषद् को लीगल नोटिस भेजदिया कि आप सरकारी खजाने का दुरूपयोग कररहे हैंबर्खास्त शिक्षकों को वेतन दे रहे हैं तो बीटीसी/एसबीटीसी का वेतन रोकना पड़ेगा।अन्यथा अवमानना का सामना करना पड़ेगा।अब जब मामला सुप्रीम कोर्ट गया तो ऐसी बातआई तो सरकार मामला अपील में बताकर कोर्ट केडंडे से बच जाएगी और चुनाव पूर्व एसबीटीसी/बीटीसी के नियुक्त हो चुके लोगों के कोपभाजन सेभी बच जायेगी।जूनियर पर भी लगभग यही बहाना होगा।इस प्रकार यूपीटीईटी संघर्षमोर्चा अपनी एकजुटता से कठिन जंग जीतसकता है।कहीं सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में ढाई लाखसे अधिक की रिक्ति को संज्ञान में लेलिया तो बीएड बेरोजगारों की लाटरी औरशिक्षामित्रों का नुकसान तय है।हाई कोर्ट की डिवीज़न बेंच नेकहा कि अधिनियम/नियमावली के आधार परशासनादेश जारी होता है और शासनादेश के आधारपर विज्ञप्ति जारी होती है अर्थात अगरनियमावली रद्दतो बाकी प्रक्रिया स्वतः समाप्त हो गयी ।यदि शासनादेश रद्द होता है तो उसके बाद उसनियमावली पर दूसरा शासनादेश जारी करकेविज्ञप्ति जारी होनी चाहिए।इस प्रकार नियमावली के संशोधन १५ , १६ केरद्द होने के साथ उस पर आधारितसभी प्रक्रियाएं रद्द हो चुकी हैं।पुराना विज्ञापन संशोधन १२ के आधार परथा वह बहाल हुआ है क्योंकि टीईटी का भारांकजरुरी है अतः संशोधन १२ में टीईटी का शत-प्रतिशत भारांक है और वह लीगल है।कृपया आप लोग एक दूसरे पर कीचड़ न उछालें ,आप लोग एकजुटता का परिचय दें ।श्रेय लेने के लिए बेरोजगारों की जिंदगी चुनों लाशनहीं।विजय सुनिश्चित है सुप्रीम कोर्ट में सिर्फनिर्णायक आदेश का मूल्यांकन होगा।सरकार की याचिका स्वीकार होनेकी सम्भावना है क्योंकि अकसरसरकारी याचिका स्वीकार हो जाती है लेकिनइलीगल होने के कारण इसके ख़ारिज होनेकी सम्भावना से इंकार नहीं है।
ReplyDeleteसचिन तेंदुलकर एक विज्ञापन करता है !
ReplyDeleteboost is secret of my energy
अगर सचिन तेंदुलकर की शक्ति boost है !
तो आप एक काम कीजिये ! सचिन तेंदुलकर की अम्मा को एक चिठी लिखिए !
क्या सचिन तेंदुलकर boost पीकर सचिन बना है ????!
हर साल इस देश के लोग 1500 करोड़ रूपये के विदेशी कंपनियो के health tonic खा जाते है !!
जिसमे हैल्थ के नाम पर कुछ भी नहीं है !!
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health tonic !
भारत की सबसे बड़ी लैब है ! delhi all india institute मे वहाँ के head है doctor जैन !उन्होने test करके बताया इन सब हैल्थ tonic मे क्या है !!
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हमारे देश में हेल्थ टॉनिक के नाम पर कई विदेशी कंपनियाँ अपने उत्पाद बेचती हैं, जैसे होर्लिक्स, मालटोवा, बोर्नविटा, कॉम्प्लान,बूस्ट, प्रोटिनेक्स और खूबी की बात है कि इनमे हेल्थ के नाम पर कुछ भी नहीं है | कैसे ?
ये कंपनियाँ इन हेल्थ सप्लीमेंट में मिलाती क्या हैं वो भी आप जान लीजिये | मालटोवा, बोर्नविटा, कॉम्प्लान और बूस्ट बनता है मूंगफली की खली से | खली समझते हैं आप ? मूंगफली, सरसों, आदि का तेल निकालने के बाद जो उसका कचरा (waste)निकलता है, उसी को खली कहते है और आप गावों मे जाकर देखो तेल निकालने के बाद बची हुई इस खली को गाय, बैल,भैंस जैसे जानवरों को खिलाने के लिए प्रयोग किया जाता है |
ये मालटोवा, बोर्नविटा, कॉम्प्लान और बूस्ट इसी मूंगफली की खली से बनाया जाता है, जो खली हमारे देश में जानवरों को खिलाया जाता है वही इस देश में अपने को पढ़े-लिखे-ग्वारeducated idiots बढ़े शौंक से खाते हैं !
बाजार में आप चले जाइये, ये मूंगफली की खली 20 -25 रूपये प्रति किलो के हिसाब से मिल जाएगी आपको | आप सौ डब्बे भी इन हेल्थ टोनिकों के खा लीजिये या अपने बच्चों को खिला दीजिये, कुछ नहीं होने वाला उससे | और इसके बदले आप सीधे मूंगफली/सिंघदाना दीजिये गुड के साथ तो जितना प्रोटीन इससे मिलता है, जितनी कार्बोहाईड्रेट इससे मिलती है, या और भी जितनी स्वास्थ्यवर्धक तत्व इससे मिलती है, उतना 100 पैकेट आप boost horlics खाने से भी नहीं मिल सकती |
ये अपने डब्बे पर लिखते है कि इससे विटामिन मिलता है, प्रोटीन मिलता है, कैल्सियम मिलता है, वगैरह वगैरह, लिखने में क्या जाता है ? किसी ने कभी टेस्ट कर के कोई समान ख़रीदा है क्या ? अरे मिटटी में भी 18 तरह के Micro Nutrients होते हैं तो क्या हम मिटटी खायेंगे ? ??
ऐसा ही एक और हेल्थ टॉनिक है - हॉर्लिक्स - हॉर्लिक्स में क्या है ? हॉर्लिक्स में है गेंहूँ का आटा, चने का सत्तू, जौ का सत्तू | बिहार में हम लोग उसको कहते हैं सत्तू और अंग्रेजी में कहते हैं - हॉर्लिक्स | आप किसी से पूछिये कि सत्तू खाओगे ? तो कहेगा कि - क्या फालतू की बात कर रहे हो और पूछेंगे कि हॉर्लिक्स खाओगे तो कहेगा -हाँ हाँ खायेंगे |
क्यूँ खाएँगे ??? http:// www.youtube.com/ watch?v=9qKhqlS1 _LY
क्योंकि अंग्रेजी का नाम है, और बड़ा भारी नाम है horlics | सुनने मे लगता है जैसे कुछ imported जैसी चीज है इसमे !! उस पर साफ़-साफ़ लिखा है "It's malted " और malted का मतलब ही होता है| जौ का सत्तू, चने का सत्तू !इसे बाजार से खरीद लीजिये 50 -60 रूपये किलो मिल जायेगा और और हॉर्लिक्स बिक रहा है 400 रूपये किलो के हिसाब से! अपना दिमाग तो हमने कभी प्रयोग नहीं करना ! बस जो tv मे दिखाया जाये उठा के उसे घर ले आओ बेशक वो कचरा ही क्यूँ न बेचते हो !
टेनिस का एक खिलाड़ी है boris becker ! जब सर्विस करता है और गेंद को मारता है तो उसकी गेंद की रफ्तार होती है 160 किलो मीटर प्रति घंटा ! मतलब ट्रेन भी जिस रफ्तार से नहीं जाती ! उस रफ्तार से उसकी मारी हुई गेंद जाती है ! और आप देख लीजिये जब भी खेल 5-10 मिनट के किए रुकता है बैग मे से केला निकाल निकाल कर खाता रहता है !
तो boris becker को शक्ति मिलती है केला खाने से ! सचिन तेंदुलकर कहता है हमे शाकित मिलती है boost पीने से !
भारतीय बाजार में जितने हेल्थ टोनिक मिल रहे हैं उनसे एक पैसे का हेल्थ नहीं मिलता और भारत के लोग हर साल 1500 करोड़ का हेल्थ टोनिक खरीद कर पैसा विदेश भेज रहे हैं | सिर्फ mental satisfaction है कि हम बहुत बढ़िया चीज खा रहे है और अपने बच्चो को खिला रहे हैं और कुछ नहीं ?
हमारे देश के लोग अजीब किस्म के निराशावाद में जी रहे है | ये इग्नोरेंस अनपढ़ लोगों में होता तो मुझे समझ में भी आता लेकिन भारत के पढ़े लिखे लोगों में ये सबसे ज्यादा है |
इनमे मिलाये हुए तत्वों की सूचि नीचे दी गयी है जो कि इनके UK की वेबसाइट से ली गयी है, भारत के वेबसाइट पर ये उपलब्ध नहीं है| क्यूंकि इन्हे भारत के लोगो को बेफ़्कूफ बनना है !!
ReplyDeleteIngredients of Horlicks : Wheat Flour (55%), Malted Barley (15%), Dried Whey, Sugar, Calcium Carbonate, Vegetable Fat, Dried Skimmed Milk, Salt, Vitamins (C, Niacin, E, Pantothenic Acid, B6, B2, B1, Folic Acid, A , Biotin, D, B12), Ferric Pyrophosphate, Zinc Oxide.May contain traces of soyabeans..
ये उसका link है !
http:// www.horlicks.co. uk/downloads/ Horlicks-Traditi onal-2011.pdf
____________________________________
आपने पूरी post पढ़ी बहुत बहुत धन्यवाद !!
सिर्फ एक बार यहाँ जरूर जरूर click करे
http:// www.youtube.com/ watch?v=9qKhqlS1 _LY
वन्देमातरम !
ReplyDelete"Mard Ki Ghairat Ka Andaza Us Ki Aurat K Libas aur Parde Se Lagaya Ja Sakta Hai".
ReplyDeleteAnna Hazare --–—★★★
अरविंद केजरीवाल की सरकारने दिल्ली में सत्ता मे आते ही जो जनहित के फैसलेलिए है ये लोकाभिमुख और सही जनतंत्र है। बाकी राज्यो ने इससे सिख लेना और अंमल करना जरुरी है।
... अण्णा
ReplyDeleteइलाहाबाद विवि में बवाल, फायरिंग, आगजनी,,,,,,,,,,,,,
ब्यूरो गुरुवार, 2 जनवरी 2014अमर उजाला,
इलाहाबादUpdated@ 10:13 PM IST
भाजपा विधायक के भाषण के बाद ही माहौल बिगड़ा। छात्रों के आंदोलन में अराजकतत्व भी शामिल थे। उपद्रव करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है। - उमेश कुमार,एसएसपी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में अनियमितता के मसले पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में भारी उपद्रव हुआ।बृहस्पतिवार को शांति मार्च से पहले सभा कर रहे प्रतियोगी छात्रों पर पानी की बौछारें फेंकी और लाठीचार्ज किया गया। इससे भड़के छात्रों ने पुलिस पर पथराव व बमबाजी की। एएसपी की बोलेरो में आग लगा दी। पुलिस ने भी फायरिंग की।
पुलिस अधिकारियों समेत 50 लोग घायल
दो घंटे तक चले बवाल में पुलिस अधिकारियों समेत 50 से अधिक लोग घायल हुए। पुलिस के मुताबिक, भाजपा विधायक के भाषण के बाद माहौल बिगड़ा। छात्रों को भड़काने के आरोप में भाजपा नेता समेत 28 को गिरफ्तार किया गया है।
लोक सेवा आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर छात्रों ने बृहस्पतिवार को इलाहाबाद बंद का ऐलान किया था। तैयारी थी कि छात्र दोपहर से पहले विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर सभा करेंगे, उसके बाद शांति जुलूस निकालेंगे।प्रतियोगी छात्र विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर जुटे। सभा चल रही थी, शांति मार्च की तैयारी थी लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी।
पुलिस ने छात्रों को वहीं से खदेड़ने की कोशिश की। छात्र शांति मार्च निकालने पर अड़े रहे तो उन पर पानी की बौछार कर दी गई।उस दौरान वहां छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीपसिंह और कई भाजपा नेता भी थे। भाजपा विधायक केशव प्रसाद मौर्य ने छात्रों को संबोधित भी किया। पानी की बौछार छोड़ने के बाद भी छात्र नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
भाग खड़े हुए पुलिस वाले
छात्रों के तेवर देख पुलिस वाले भाग खड़े हुए। गुस्साए छात्रों ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ तो की ही, एएसपी की बोलेरो में आग भी लगा दी।पत्थरबाजी में एसपी सिटी राजेश यादव, एएसपी देवरंजन, सीओ समर बहादुर समेत तीन दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए। पुलिस ने छात्रों को भड़काने के आरोप में भाजपा नेता योगेश शुक्ला, इविवि छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीप सिंह समेत 28 को गिरफ्तार कर लिया।
ReplyDeleteAnna Hazare —★
महामहिम राष्ट्रपतीजी ने लोकपाल विदेयक पर हस्ताक्षर कर दिये। देश की जनता की ओर से उनको धन्यवाद। मुझे उम्मीद है की सरकार जल्द से जल्द लोकपाल कानून का अंमल करेगी। भ्रष्टाचार मुक्तभारत के अभियान में ये एक महत्त्वपूर्ण कदम है। और बहुत लम्बी लडाई लडनी है। अब सभी राज्यों की जिम्मेदारी है कि, सक्षम लोकायुक्त लाए... इसके बाद देश की जनता नेसंघटित हो कर लाईट टू रिकॉल, राईट टू रिजेक्ट, जनता की सनद जैसे भ्रष्टाचार को रोकने वाले कानून के लिए आगे संघर्ष जारी रखना होगा... लोकपाल कानून ये देश कीजनता की जीत है....।
...अण्णा हजारे.
ReplyDeleteFriends Jaisa ki AAj ke News paper Me diya gaya hai ki Sarkar ne Sabhi bharti rok rakhi hain..aur Khas baat ye hai ki Urdu Walo ke niyukti patra ko bhi rok diya gaya hai..Jab tak SLP par order na ho jaye..
Aise me Sarkar bahut jaldi matter ko s.c se clear karwa legi kyuki uski sabse khas bharti urdu ruki hui hai..aur dusra Btc ka bhi shedule jari kar diya gaya hai.aur chunav se pahle kuch na kuch bharti jarur karenge warna ek bahut negative msg jayega chunav me..
Basic shiksha deptt. ke adhikariyon ki maaneto unka kahna hai ki BTC aur Junior Jan last me Aur 72825 Feb me shuru karne ka plan hai govt ka..
Bharti sabhi puri hongi..
ReplyDeleteCopy paste from facebook....
निरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही'--—★★
शुभ प्रभात मित्रों,सभी बंधुओं को निरहुआ का प्रणाम।
अब जबकि विजयश्री हमसे चंद क़दमों की दूरी पर है और हमारा प्रत्येक बढ़ता कदम विरोधियों के हृदय पर कठोर आघात कर रहा है। तब निरहुआ के मुदित मन में आने वाले सुनहरे भविष्य की छवि उभर आती है जोकि अत्यंत आनंददायक है और अब तक के संघर्ष से उत्त्पन्न समस्त अवसादों एवं घावों पर औषधि का कार्य करती है। किन्तु दूसरी सच्चाई को याद करते ही निरहुआ का मन व्यथित भी हो जाता है।
साथियों ! निरहुआ का जन्म इस अधिकारों और सम्मान की लड़ाई में सत्य और न्याय का पक्ष लेकर आशा और विश्वास की लौ जलाने के लिए हुआ था। अब जबकि हम अपनी लड़ाई के अंतिम पड़ाव पर हैं और विजय सुनिश्चित दिखाई पड़ रही है तब निरहुआ का कार्य भी समापन की और अग्रसर हो चुका है। जिस दिन हमें सुप्रीम कोर्ट से विजय सन्देश मिलेगा उस दिन आपके इस अकिंचन निरहुआ का अंत भी हो जायेगा। निरहुआ की तो छोड़ दीजिये जितने भी ग्रुप इस भर्ती को लेकर फेसबुक पर बन चुके हैं वो हमारी जीत हो जाने के बाद शायद उतने एक्टिव ना रह सकें।
निरहुआ को आप सभी का जो प्यार और सहयोग मिला उसको वह कभी भूल नहीं पायेगा। जब निरहुआ अपने विद्यालय पर जायेगा तो वहाँ नियुक्त अध्यापकों में से अपने संघर्ष सहयोगी बंधुओं से अवश्य मिलेगा लेकिन अपनी पहचान नहीं बतायेगा। निरहुआ की असली पहचान बहुत कम लोग जानते हैं और जो जानते हैं व इतने विश्वस्त हैं की कभी इसे उजागर नहीं करेंगे। अक्सर लोग अपनी पहचान छुपाकर इसलिए आते हैं की वो स्वछन्द रूप से कार्य कर सकें जो की सर्वसम्मत नहीं होते हैं जैसे गालियाँ देना या फ्लर्ट करना। लेकिन निरहुआ का उद्देश्य सिर्फ टेटवीरों की लड़ाई में अपना छोटा सा योगदान करना था और उसने ये कार्य बिना किसी का दिल दुखाये किया भी।
निरहुआ जिस गुमनामी के साथ इस ग्रुप में हाजिर हुआ था उसी गुमनामी के साथ चला भी जायेगा क्यूंकि उसका कार्य अब समाप्त होने जा रहा है। मेरे कुछ अकेडमिक भाई निरहुआ के अंत की सदैव कामना करते रहे उनसे मेरा निवेदन है की अब आप खुश हो जाइये और जाकर निरहुआ के नाम का कफ़न अभी से खरीद लीजिये निरहुआ का वादा है आपसे जल्द आपकी इच्छा पूरी होगी , निरहुआ को आप कफ़न पहनाने में कामयाब जरुर होंगे लेकिन उससे पहले आपकी उमीदों और सुनहरे भविष्य पर सुप्रीम कोर्ट ही कफ़न पहना चुका होगा।
अकेडमिक साथियों आप अपना सिर पीटते रह जाओगे लेकिन निरहुआ शान से ये गुनगुनाता शहीद होगा की-
खुश रहो खुश रहो ऐ अहले वतनहम तो अपना फ़र्ज़ निभा के चले।
ReplyDeleteउ0प्र0 बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 10000 सहायक अध्यापकों की काउन्सलिंग के सम्बन्ध में शासनादेश जारी l
Is g.o me saaf likha hai ki 20.11.13 ko h.c ki double bench ne niyamawali 1981 ka istambh 14(3) ko radd kr diya h jisme chayan prakriya ka formula tha. Aur yah 10 hazar bharti supreme court se rahat/aadesh k baad hi sambhav hai.
Wakai ye g.o ek lolipop hai.
ReplyDeleteलोग पूछ रहे हैं सरकार ने अपना डिफेक्ट दूर किया ?
बडी हंसी आती है ये सुन के कि जो सरकार अपने बाल्यकाल से ही डिफेक्टिव है वो अपना डिफेक्ट कैसे दूर करेगी ?
संचारी रोगो का इलाज कुछ हद तक मौजूद है ,आनुवान्शिक डिफेक्ट का नही ... !
और ये समाजवादी सरकार पोलिओ टाईप किसी रोग से डिफेक्टिव है ..तो डिफ्फेक्टिव ही बनी रहेगी !
सैफई मे रंगारंग कार्यक्रम मे भाग लेने के बाद ये थके हुए है, अभी कुछ देर आराम के बाद ही ये कुछ बोल पायेंगे ।
बीडी जलईले जिगर से पिया जिगर मा बडी आग है ।
उ लाला उ लाला.......
ONCE AGAIN
ReplyDelete.
.
सरकार की सुप्रीम कोर्ट डायरी :
बेसिक शिक्षा मंत्री ने झाँसी में कहा कि आवेदक
खुद भर्ती नहीं होने दे रहे हैं।
मंत्री महोदय को आरोप लगाने से पहले
सोचना चाहिए कि जब एकल बेंच ने
कहा कि ऐसा विज्ञापन लाओ जिससे
कि याचिओं का हित प्रभावित न हो तब सरकार
गलत विज्ञापन क्यों लायी ?
यह सरकार कितनी झूठी है !
जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय की डिवीज़न बेंच
ने फैसला सुनाया तो आवेदक सुप्रीम कोर्ट गये
कि ये सरकार सुप्रीम कोर्ट गयी?
अपनी गलती का आरोप बेरोजगारों पर लगाने वाले
मंत्री चौधरी जी घमंड
तो शीला का नहीं चला तो आपकी क्या औकात है!
संजय सिन्हा जी सुप्रीम कोर्ट में उस वक़्त गये
जब बेरोजगार अनशन पर थे।
यह धोखा है। इस सरकार को लोकतंत्र पर
विश्वास नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट में सरकार की याचिका में डिफेक्ट
शीघ्र ही समाप्त होने की सम्भावना है।
यदि इस मुद्दे पर सरकार को सुप्रीम कोर्ट में
प्रथम सुनवाई में हाई कोर्ट के फैसले पर स्थगन
नहीं मिला तो सरकार को भर्ती शीघ्र प्रारंभ
करना होगा अन्यथा हमारी नियुक्ति की अंतिम
तिथि नजदीक है।
सचिव को अंतिम समय पूर्व नियुक्ति न करने पर
जेल भी जाना पड़ सकता है।
कोई अधिकारी अवमानना में जेल
नहीं जाना चाहता है ।
अगर हाई कोर्ट के फैसले पर स्थगन हुआ तब
फिर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने पर
ही नियुक्ति होगी अंतिम तिथि का मतलब समाप्त
हो जायेगा।
जब फैसला आएगा तब भर्ती होगी। आप
सबकी ३१ मार्च २०१४ की चिंता समाप्त होगी।
यदि सरकार को सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट के
फैसले पर स्थगन न मिला और सरकार अपील
का बहाना बनाकर भर्ती टालती रही और अंतिम
फैसला हाई कोर्ट जैसा ही आया तो सचिव
को खून के आंसू रोना पड़ेगा और अंत में
भर्ती भी अवमानना आदि की तमाम न्यायिक
प्रक्रियाओं के बाद संपन्न होगी।
सुप्रीम कोर्ट जाना चुनाव पूर्व सरकार
की मजबूरी है, क्योंकि यदि किसी ने बेसिक
शिक्षा परिषद् को लीगल नोटिस भेज
दिया कि आप सरकारी खजाने का दुरूपयोग कर
रहे हैं
बर्खास्त शिक्षकों को वेतन दे रहे हैं तो बीटीसी/
एसबीटीसी का वेतन रोकना पड़ेगा।
अन्यथा अवमानना का सामना करना पड़ेगा।
अब जब मामला सुप्रीम कोर्ट गया तो ऐसी बात
आई तो सरकार मामला अपील में बताकर कोर्ट के
डंडे से बच जाएगी और चुनाव पूर्व एसबीटीसी/
बीटीसी के नियुक्त हो चुके लोगों के कोपभाजन से
भी बच जायेगी।
जूनियर पर भी लगभग यही बहाना होगा।
इस प्रकार यूपीटीईटी संघर्ष
मोर्चा अपनी एकजुटता से कठिन जंग जीत
सकता है।
कहीं सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में ढाई लाख
से अधिक की रिक्ति को संज्ञान में ले
लिया तो बीएड बेरोजगारों की लाटरी और
शिक्षामित्रों का नुकसान तय है।
हाई कोर्ट की डिवीज़न बेंच ने
कहा कि अधिनियम/नियमावली के आधार पर
शासनादेश जारी होता है और शासनादेश के आधार
पर विज्ञप्ति जारी होती है अर्थात अगर
नियमावली रद्द
तो बाकी प्रक्रिया स्वतः समाप्त हो गयी ।
यदि शासनादेश रद्द होता है तो उसके बाद उस
नियमावली पर दूसरा शासनादेश जारी करके
विज्ञप्ति जारी होनी चाहिए।
इस प्रकार नियमावली के संशोधन १५ , १६ के
रद्द होने के साथ उस पर आधारित
सभी प्रक्रियाएं रद्द हो चुकी हैं।
पुराना विज्ञापन संशोधन १२ के आधार पर
था वह बहाल हुआ है क्योंकि टीईटी का भारांक
जरुरी है अतः संशोधन १२ में टीईटी का शत-
प्रतिशत भारांक है और वह लीगल है।
कृपया आप लोग एक दूसरे पर कीचड़ न उछालें ,
आप लोग एकजुटता का परिचय दें ।
श्रेय लेने के लिए बेरोजगारों की जिंदगी चुनों लाश
नहीं।
विजय सुनिश्चित है सुप्रीम कोर्ट में सिर्फ
निर्णायक आदेश का मूल्यांकन होगा।
सरकार की याचिका स्वीकार होने
की सम्भावना है क्योंकि अकसर
सरकारी याचिका स्वीकार हो जाती है लेकिन
इलीगल होने के कारण इसके ख़ारिज होने
की सम्भावना से इंकार नहीं है।
ReplyDeleteचलो आज तीन लोगो की कहानी पढ़ते हैं ,
अच्छे और सच्ची लगे तो ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ,,,
राहुल : लोग इन्हे पप्पू के नाम से ज्यादा अच्छी तरह जानते हैं , ये बहुत बड़ी चीज के लिए जिद्द करते हैं और लोलीपोप लेकर मान जाते हैं , इन्हे गुस्सा बहुत आता है और गुस्से में कुछ भी बोल देते हैं , ये अपनी पार्टी में सब के लिए सिर दर्द हैं , क्या ऐसे सिर दर्द पप्पू को देश पर थोपा जाना चाहिए ?
मोदी : लोग इन्हे फेंकू के नाम से ज्यादा जानने लगे हैं , ये बड़ी बड़ी रैलियो में बड़े बड़े झूठ फैंक देते हैं , एक बार ये झूठ बोलकर चुप हो जाते हैं फिर इनकी पार्टी वाले झूठ को सच साबित करने में लगे रहते हैं , सिर्फ़ बड़ी बड़ी बातो से ये देश का पेट भरना चाहते हैं , इन्हे लगता है सब इनसे डरते हैं मगर अपराधी और भ्रष्ट लोग इनकी खुद की सरकार में पलते हैं , क्या गुजरात सरकार भ्रष्टाचार मुक्त मॉडल है? क्या गुजरात सरकार में कोई भ्रष्ट मंत्री या नेता नहीं है ? क्या गुजरात सरकारी में कोई अपराधी छवि वाला मंत्री या नेता नहीं है ? ताजा खबर तो ये है भ्रष्ट येदियुरप्पा को फेकू की पार्टी में फिर जगह मिल गयी है ,और फेकू की राजस्थान सरकार ने 2 अपराधिओं को मंत्री बना दिया , क्या ऐसे इंसान को देश का ताज देना चाहिए जिसकी कहनी और करनी में अंतर हो ? वादे तो भाजपाई सरकार ने भी बहुत किये थे लेकिन सत्ता में आने के लिए समझौता किया , कुर्सी के लिए देश की जनता को भुला दिया, वो भूल गए लोगो ने उन्हें वोट किस लिए दिया था ।
कल हर्षवर्धन जी ने दिल्ली विधानसभा में साफ साफ संकेत दिए मोदी को PM बनाने के लिए हम समझौते कर सकते हैं , क्या झूठे वादे करने वालो पर विश्वास करना चाहिए ? हमने तो इनसे भी चोट खाई है ये पहले भी अपनी बातो से पलटे हैं ।
अरविन्द : लोग इन्हे नायक कहते हैं , इन्होने एक सपना देखा , भारत को करप्शन मुक्त बनाने का , इन्होने अपने सपने को पूरा करने के लिए किसी से कोई समझोता नहीं किया , इन्हे जिस रास्ते पर चलकर लगा भारत करप्शन मुक्त हो सकता है ये उसी रास्ते पर चल पड़े , कभी परवाह नहीं की कौन साथ है कौन नहीं ।
आज आम आदमी का इन में विश्वास है क्युकी ये जो कहते है उसे करते भी हैं , सिर्फ़ 7 दिन में दिल्ली मॉडल के आगे गुजरात मॉडल फीका पड़ गया है ,आज देश को पप्पू ,फेंकू की नहीं नायक की जरुरत है ।
आज देश को स्वराज चाहिए , आज देश को व्यवस्था परिवर्तन चाहिए , आज आम आदमी को कांग्रेस,बीजेपी से मुक्ति चाहिए , आज देश को नायक चाहिए ,कितना मुश्किल लगता था सत्ता का खेल ,एक शख्स ने राजनीति में जा कर ,67 साल के मायाजाल की पोल खोल दी ,सभी नेताओ को नंगा कर दिया ।
जय हिन्द,जय टीईटी,जय आम आदमी।
ReplyDeleteDosto...
Hum hai rahi pyar ke
fir milenge chalte chalte.
Mohammad Shakeel
Harchandpur ★ Raebareli
81 82 80 33 09
96 48 20 73 47
SUPREME COURT OF INDIA
ReplyDeleteCOURTNICDEFECTIVE
Status of:Diary Number40659OF2013
Date of Filing:18/12/2013
STATE OF U.P & ORS.Vs.SHIV KUMAR PATHAK & ORS
Filed By:MR. SATYA MITRA GARG
State:Uttar PradeshSection:XI
Agency:HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
FOLLOWING ARE THE DEFECTS :
1.(i) PROPER AND REQUIRED NUMBER OF PAPER BOOKS(1+3) HAVE NOT BEEN FILED(ii)BRIEF LIST OF DATES/EVENTS HAS NOT BEEN FILED.(iii)PARAGRAPHS AND PAGES OF PAPER BOOKS HAVE NOT BEEN NUMBERED CONSECUTIVELY AND CORRECTLY NOTED IN INDEX.
BackNIC http:// courtnic.nic.in/ supremecourt/ diaryno.asp
अर्ज़ किया है ....
ReplyDeleteअऐ सर्दी ...
इतना ना इतरा .....
अगर ,.,
हिम्मत है तो ...
JUNE मै आ .. *:)
लोग पुछ रहे हैं सरकार ने अपना डिफेक्ट दूर किया ? बडी हंसी आती है ये सुन के कि जो सरकार अपने बाल्य्काल से ही डिफेक्टिव है वो अपना डिफेक्ट कैसे दूर करेगी ? सन्चारी रोगो का इलाज कुछ हद तक मौजूद है ,आनुवान्शिक डिफेक्ट का नही ... ! और ये समाज्वादी सर्कार पोलिओ टाईप किसि रोग से डिफेक्टिव है ..तो डिफ्फेक्टिव ही बनी रहेगी !
ReplyDeleteसैफई मे रन्गारन्ग कार्यक्रम मे भाग लेने के बाद ये थके हुए है, अभी कुछ देर आराम के बाद ही ये कुच बोल पायेन्गे.
बीडी जलईले जिगर से पिया जिगर मा बडी आग है उ नाना उ नाना................
OWL Gandhi :-
ReplyDeleteMujhe Garib ke ghar ki Khichdi,
Maa ke haath ke Pizzza se zyada achhi lagti hai.
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Aam Aadmi : Kamine, teri Maa nahi hoti to
Aaj Garib bhi Pizza khaa raha hota.
MERE TET SUPPORTER SATHIYO...
ReplyDelete1) jaisa ki kal government ke wakil saty mitra garg se hamare vidhi adhyax s.k.pathak g se bat chit hui thi aur wo khud kah rahe the next week me sansodhit slp dayar ki jayegi..kisi v prakar ki afwah par dhyan na de..aaj friday hai aur suprime court ka is week ka last working day v hai so next monday ko sayad government wakil defect dur kar sansodhit slp dayar kar de..kisi ki afwah ka dhyan na de..hamare vidhi adhyax s.k.pathak aur hamare case se jude h.c ke wakil aur tet fi8ter sadanand mishra g is wakt delhi me hai aur suprime court se hame taza update de rahe hai..
2) agar government wakil ne suprime court ko urgency matter btakar jald sunwai ki apeal karege to next week (monday to friday) me date v lag sakti hai..
3)tet morcha ki taraf se jo v wakil hoge wo 1st date par hi court ke sangyan me 31 march 2014 ki n.c.te ke deadline ko dalte huye jald se jald sunwai ki apeal karege..aur sbse pahle 12va sansodhan par vichar kar bharti ka aadesh dene ki apeal karege..ho sakta hai court 1st ya 2nd date me hi 12 va sansodhan par vichar kar tet merit par bharti ka aadesh de de..aur 15va sansodhan par sunwai aage karti rahe..tet morcha ka wakilo ke madhyam se yehi prayash rahega ki 12va sansodhan par jald nirnay de kar suprime court bharti karne ka aadesh de ..aur aisa ho v sakta hai..
3) government dwara jo b.t.c chayan aur urdu sikshak ki process puri karne me jo sakriyta high court ke aadesh ke bad dikhayi ja rahi hai wo sirf vote bank ke liye hai..governmentacd supporter ko ye dikhana chahti hai ki ham apke liye sab ku6 kiye magar suprime court aur h.c ne jab 15va sansodhan radd kar diya to isme ham kya kar sakte hai ..hamne apke liye suprime court me aakhiri ladai v ladi..
4) dosto d.b ke order ke bad gov. Jo v counseling 15va sansodhan par karwayegi uska radd hona tay hai..aur aisa ham hi nahi h.c ke jyadatar wakilo ne hamse bat chit me kaha hai..thanx
If you have it [Love], you don't need to have anything else, and if you don't have it, it doesn't matter much what else you have.
ReplyDeleteइत्तेफाकन मिल जाते हो जब तुम राह में कभी;
ReplyDeleteयूँ लगता है करीब से ज़िन्दगी आ रही हो जैसे!
I will always be there for anyone who needs me. I will always be a helping hand or a listening ear. This is because I know what it is like to believe that no one cares. I know what it is like to feel alone, suffocated in your own thoughts. I know how just one person can change someone's life. I am here for anyone that needs me, just to prove that compassion still exists. I am here for you.
ReplyDeleteएक आदमी ने देखा कि एक गरीब बच्चा उसकी कीमती कार को बड़े गौर से निहार रहा है।
ReplyDeleteआदमी ने उस लड़के को कार में बिठा लिया।
लड़के ने कहा:- आपकी कार बहुत अच्छी है, बहुत
कीमती होगी ना ?
आदमी:- हाँ, मेरे भाई ने मुझे गिफ्ट दी है।
लड़का (कुछ सोचते हुए):- वाह ! आपके भाई कितने अच्छे हैं ।
:लडका कुछ सोचने लगा तभी:
आदमी:- मुझे पता है तुम क्या सोच रहे हो, तुम भी ऐसी कार चाहते हो ना ?
लड़का:- नहीं !
मैं आपके भाई की तरह बनना चाहता हूँ।
Moral … “अपनी सोच हमेशा ऊँची रखें, दूसरों की अपेक्षाओं से कहीं ज्यादा ऊँची ”
friends...........
ReplyDelete1. Abhi tak gov.advt.dwara SLP ki defect door na karna yeh darshata hai ki h.c.ke judgement ka koi tod nahi hai.......
यदि सरकार चाहे तो वेटेज की मांग ख़ारिज होगी लेकिन लार्जर के फैसले के कारण ऐसा होगा नहीं ।
ReplyDeleteनॉन टेट की सुनवाई करते समय सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति वीएस चौहान ने आखिरी समय नोटिस जारी कर दिया।
श्री अशोक भूषण जी जब निर्णय करने लगे तो उन महाशय की वेटेज की मांग को तरजीह नहीं दिया ।
उसकी बजाय अशोक खरे ने जो
सप्लीमेंट्री की मांग एकल बेंच में की थी और न्यायमूर्ति टंडन ने उसे स्वीकार नहीं किया था उसे डिवीज़न में एक्सेप्ट कर लिया और आर्टिकल १४ के तहत सरकार के १४(३) को घेरे में लेते हुए नियमावली का अमेंडमेंट १५ रद्द कर दिया और स्वतः नया विज्ञापन समाप्त हो गया।
श्री खरे ने विश्वविद्यालय के असमान मूल्याङ्कन को उठाया था। खरे साहब ने लार्जर में टेट वेटेज को भी लागू कराया था लेकिन भूषण साहब दूरद्रष्टा थे उन्होंने उस कड़ी को कमजोर समझा अतः खरे की मूल्यांकन त्रुटि की मांग को तरजीह देकर अमेंडमेंट १५ रद्द किया।
लार्जर का फैसला आने के बाद मै कहता था कि वेटेज जरुरी नहीं है लार्जर का आदेश ओविटा डिक्टो से भरा है।
नॉन टेट फैसला अशोक भूषण साहब ने नियमावली के संशोधन १६ के कारण सुनाया था।
अनिल संत के वाक्यांश को
तरजीह देते हुए कि श्री भूषण ने अमेंडमेंट १६ रद्द किया।
अनिल संत ने कहा था कि जब बीएड वालों की नियुक्ति की समय सीमा प्राइमरी में ख़तम हो जाएगी तो नया संशोधन बेकार में विवाद की वजह बनेगा।
इस प्रकार ये सब बातें मेरे जेहन में नाचने लगी।
मै बताना चाहता हूँ कि उस याचना में बहुत त्रुटि थी।
याची का मकसद गलत नहीं था लेकिन वकील ने याचना गलत कर दी थी।
ऐसे मामलों में सुप्रीम कोर्ट न्यायाधिकार क्षेत्र से परे फैसला सुनाती है।
परन्तु भूषण साहब खिलाड़ी हैं।
दमदार फैसला सुनाया है । हर कमी समाप्त कर दी है। जिस मुकदमे में टंडन ने धूल लपेटी थी हरकौली ने उसे पोछा और भूषण साहब ने तो भगवान वाला काम कर दिया अर्थात जिन्दगी दे दी।
सुप्रीम कोर्ट में हम बहुत मजबूत हैं अतः ऐसे मुद्दे न उठाये जायें जिसकी नाल अपनी तरफ हो।
मै स्वतंत्र लेखक हूँ। मै हर भर्ती का साक्षी हूँ जो कि यूपी में प्राइमरी में बीएड से सम्बंधित हैं ।
थैंक्स।
देसी गाय के घी के वैज्ञानिक लाभ-
ReplyDelete1- देसी गाय का घी हृदय रोगियों के लिए भी लाभदायक है व मोटापा कम करता है l
2- देसी गाय का 10 ग्राम घी का दीपक जलने से वातावरण शुद्ध होता है l
3- देसी गाय का घी आसानी से पच जाता है तथा मानव शरीर में (Lubricant) का कार्य करता है l
4- देसी गाय का घी बच्चो, गर्भवती महिलाओ व युवाओं के लिए आवश्यक व लाभदायक है l
5- देसी गाय के घी में (Butyric) एसिड होता है, जो कैंसर और वाइरल जेसे रोगों की रोकथाम करता है l
6- देसी गाय का घी सुक्ष्म कण का होता है, जो दिमाग की प्रत्येक नस नाडी तक पहुंचकर स्मरण शक्ति बढाता है l
7- देसी गाय का घी त्रिदोष (कफ ,वात ,पित्त) नासक है l