BUMPER VACANCIES IN DELHI GOVERNMENT FOR DIET LECTURERS
DSSSB (Delhi Subordinate Services Selection Board) ADVERTISEMENT NO. 01/14
GOVERNMENT OF NCT OF DELHI
Delhi Subordinate Services Selection Board
FC-18, INSTITUTIONAL AREA, KARKARDOOMA, DELHI-110092
Website:www.dsssb.delhigovt.nic.in
DSSSB invited online application for various posts on from eligible candidates .
Post- TGT, PGT , and many others
Organisation- GOVERNMENT OF NCT OF DELHI
http://delhi.gov.in/wps/wcm/connect/8f9e998042a60decb321ff0444de89b1/ad+14.pdf?MOD=AJPERES&lmod=-2089929342
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सरकार की एस एल पी पढ़ने के बाद समझ मे आ रहा है कि वो हमे हराना नही बल्कि हंसाना चाहती है................
ReplyDeleteनियोक्ता को बहुत सारे अधिकार प्राप्त है ....लेकिन नियोक्ता को बेईमान हो जाने का अधिकार नहीं है .टेट मेरिट को बदला नहीं जा सकता ....देख लिया और देख भी लेंगे !
ReplyDeleteये लोग दो महीने से यही SLP लिख रहे थे ? हम लोगो की जगह केजरीवाल होते तो इतना घटिया एस एल पी लिखने के विरोध मे धरने पे बैठ गये होते..
ReplyDeleteइस सरकार के उस सलाहकार को टेट मेरिट समर्थको का हार्दिक नमन ! एस एल पी अच्छा लिखवाया है भाई अपना काम तो हो गया !
ReplyDeleteDosto,SLP ke points padker ghabrane ki jarurat nahi,jo baate ye HC me alapte rahe wo hi SC me alapte hue akal par nakal ko jeet dilana chahte hai ye apne ghar me nahi ukhad paye toh esse waha kya ukhad jayega sc me keval kanun check hota hai .
ReplyDeletebass kewal kanoon.
७२८२५ पद सेंट्रल गवर्नमेंट यानि मानव संसाधन मंत्रालय से अनुमति से निकाले गये हैँ नए विज्ञापन के आवेदक कोई नए पदों के नहीं वर न पुराने विज्ञापन के पदों के ही आवेदक थे ....भला सर्कार नए पदों को कब hrd से ले आई जो चयन का आधार बदलने का अधिकार रखती है ..?
ReplyDeleteटेट मेरिट ही रहेगा चयन का आधार ....नियोक्ता को बेईमान होने का अधिकार नहीं है !
सरकारी वकील के लिये टेट मेरिट वालो का सन्देश-
ReplyDeleteपलट के देख ले जालिम , तमन्ना हम भी रखते है .....
अगर तू एस एल पी रखता है ..
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तो कैवीयेट हम भी रखते हैँ...
gov bahut hi chalak h jb allahabad me log concelng karane k liye bar bar schiv ka gheraw krte the aur dhamki b dete the ki urdu bharti ko b court le jayenge to unhone dheere se btc aur jrt ki conclng ki date de di taki bachhe b shant ho jaye aur urdu walo ko asani se join kara diya jaye
ReplyDeleteसरकार ने पुराने विज्ञापन के माध्यम से भर्ती किये जाने के खंडपीठ के आदेश को अव्यवहारिक बताया है क्यूंकि पुराने विज्ञापन के अभ्यर्थियों को पहले ही शुल्क वापसी हो चुकी है, उनके आवेदन नष्ट हो चुके हैं और उनका कोई विवरण सरकार या विभाग के पास उपलब्ध नहीं है।
ReplyDeletewah re UP GOVT. sari baate to thik magr jb mamla court me to aavedan patra nast kyu kiya??? aur ye tark DB Alld. Highcourt me kyu nahi diya?? i thnk ye bhari pad skta hai kyu k iska jikra tk DB Alld. Highcourt me nahi diya--
ReplyDeleteऐसी SLP जब गर्भ मेँ ही थी तो डाक्टर ने कहा था ये पक्का मरेगी एक दिन !
ReplyDeleteऐसी SLP को जिस साबुन से धुलोगे वो साबुन भी गन्दा हो जायेगा... !
ReplyDeleteऐसी SLP पे मूँगफली खाओ तो वो भी गन्ध मारने लगेगी !
ReplyDeleteऐसी SLP पर अरविँद केजरीवाल अपना मफलर भी रखना नही पसन्द करेगा !
ReplyDeleteऐसी SLP को बंगाल की खाड़ी मे फेँक देना चाहिये !
ReplyDeleteऐसी SLP को दिग्विजय सिँह को सौंप देना चाहिये !
ReplyDeleteबनेगी तो सिर्फ टेट मेरिट
ReplyDelete.
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सरकार ओर नकलची भले ही कितना जोर लगा ले ।
ओर यह मेरा विश्वास आज से नही जब ओल्ड ऐड पर स्थगन लगा था तब से है।
जब 4 फरवरी को नये ऐड पर काउन्सलिंग हो रही थी हम तब नही टूटे तो अब क्या टूटेगें जब जीत हमारे सामने खडी है अगले कदम पर।
और यह विश्वास की हम ही जीतेगें यह हर टेटियंस को पता है क्योकि उसे पता है इस सत्य ओर न्याय की लडाई में वह किसके साथ है ।
उसकी अतंरात्मा चिल्ला चिल्ला के कह रही है तू क्यो घबरा रहा है ।सच क्या है तुझे भी पता है और उसे भी जिसने यह संसार रचा ।
चिंता न कर ।।
जीत अंत में सत्य की ही होती आयी है ओर सच क्या है यह तो हर किसी को पता है भले वह उसे स्वार्थवश न माने ।पर पता तो सबको है।
भाईयो बहुत जल्द हम सब मास्टर बनने वाले है और यह मेरी अन्तरात्मा की आवाज है आप भी अपनी की सुनो वह झूठ नही बोलती ।
दुख भरे दिन बीते रे भईया
अब सुख आयो रे
रंग जीवन में नया लायो रे ।।
जय टेट मेरिट
जय टेट संघर्ष मोर्चा ।।
सरकार ने अपनी एस एल पी मे जो मुद्दे उठाये हैं उनमेँ से सबसे पहले उसका ये कहना कि हमारे पास पुराने फार्म का डाटा नही है ..या पैसे हमने लौटा दिये .. ये एक बेहद बचकाना बचाव है ...वकील साब मजबूरी मे लिखे हैं लगता है ...और जरूर किसी दिग्गज सपाई ने बोल बोल के लिखवाया है ...अत्यन्त हास्यास्पद है !!!
ReplyDeleteप्रिय मित्रो
ReplyDeleteसरकार की 797 पेज की 3 वाॅल्यूम मे
प्रकाशित व्यथा कथा का उदभेदन slp के रुप
मे हमारे संगठन को प्राप्त हो चुके है।
वही पुराने
घिसे पिटे निष्प्राण हो चुके मुद्दे को आधार
बनाया गया है जिसे मा. हाईकोर्ट ने एक सिरे से
खारिज कर टेट मेरिट के आधार पर भर्ती करने
का ऐतिहासिक आदेश दिया था।भारी भरकम slp को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है
कि सरकार ने तथ्यो और तर्को से ज्यादा कागजो की मोटाई बढाने का अंतिम और निरर्थक प्रयास भर किया है जो हमारे
वकीलो के दमदार तर्को के आगे....चुल्लू भर
पानी के लिए तरस जायेंगे...क्योकि केस मजबूत
तर्को व तथ्यो पर लडे व जीते जाते
है....मोटी फाईलो से नही....
आज मै बहुत खुश
महसुस कर रहा हूँ.....मेरा सीने पर टेट मेरिट
का रंग और गहरा हो गया है...सीना 56 इंच
का हो गया है..और विरोधियो का सीना 56 से
कम....जय टेट
कोई अंधा होगा जिस को मोदी की लहर नज़र नहीं आती, या वो बहरा होगा जिसको मोदी की गूंज सुनाई नहीं देती, या वो दोनों होने का नाटक कर रहा होगा !
ReplyDeleteइससे अच्छी एस एल पी तो राखी सावन्त ही लिख देती ...
ReplyDeleteसच कहा है किसी ने कि ...
ReplyDeleteवक़्त के साथ हर कोई बदल जाता है ... !!
गलती/दुख उसको नहीं होता जो बदलता है ...
गलती/दुख उसको होता है जो पहले जैसा रह जाता है ... !!
अगर आपको कभी मेरी कोई बात समझ मेँ न आये तो
ReplyDelete.
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तो समझ लेना चाहिये कि बात बडे स्तर की हो रही है ।
Hmare advocates kya bolte hai bhai. Abhi hume jyada khus hone ki avashyakta nhi hai . Kbhi bure najar hi lag jaye. Bhai naukari lagva do tet se.
ReplyDeleteJai tet
शुभ प्रभात मित्रों,
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
जब से कपिलदेव जी दिल्ली की रंगीनियाँ देखकर लौटे हैं तब से बड़े खुश मिजाज रहने लगे हैं। हों भी क्यों ना, एक तो अपनी बला (slp) सरकार को भेड़ दी है और दूसरी चंदे के पैसे भी बच गए हैं। अब इन्हीं पैसों से अपने पुराने दिनों के शौक़ पूरे करने में श्रीमानजी तन-मन-धन से जुट गए हैं। इन्हें अपने भाग्य पर बड़ा ही गर्व हो रहा है क्योंकि अपनी चालाकी से इन्होने अकेडमिक वीरों को चूना लगाकर अपनी दुकानदारी आगे बढ़ा ली है भाई। आजकल इनके नखरे भी किसी राष्ट्रपति या प्रधानमन्त्री से कम नहीं हैं और अपने आगे ये श्रीमान सभी को तुच्छ समझने लगे हैं।
रोज सुबह घर से निकलते समय ये महाशय जोर से चिल्लाकर अपनी पत्नी से कहते थे कि-'चलता हूँ मेरे तीन बच्चों की अम्मा, तू अपना ख्याल रखना, अब तुझसे शाम को मिलूँगा'। इनकी तेज आवाज सभी पड़ोसियों को सुनायी देती थी, जिससे इनकी पत्नी महोदया को बहुत आपत्ति थी और वे इसे अपनी तौहीन मानती थीं। कपिलदेव जी की पत्नी ने इन्हें बहुत समझाया की बाहर जाते समय ऐसा ना बोलें किन्तु कपिलदेव जी तो अपने गुमान में चूर थे, ऐसी बातों की तरफ भला क्या ध्यान देते। तंग आकर कपिलदेव जी की पत्नी ने निरहुआइन से संपर्क किया और कपिलदेव की कारगुजारी बताते हुए अपनी व्यथा सुनाई। निरहुआइन ने उन्हें उपाय बताकर विदा किया। अगले दिन जब कपिलदेव महोदय ने अपना वही कृत्य दोहराते हुए बाहर निकलकर तेज आवाज में कहा कि-' अब चलता हूँ मेरे तीन बच्चों की अम्मा, तू अपना ख्याल रखना, अब तुझसे शाम को मिलूँगा'। तभी कपिलदेव जी की पत्नी भी बाहर आकर उनसे दोगुनी तेज आवाज में बोली-"ठीक है मेरे एक बच्चे के बापू, तू भी अपना ख्याल रखना, और शाम को उसी टाइम घर वापस आना 'तुम दोनों' आमने सामने ना पड़ो तो ही बेहतर है"।
(वो दिन है और आज का दिन है, कपिलदेव महाशय ने अब चिल्लाना बंद कर दिया है और सुनने में ये भी आया है की अब वो दिन में एक दो बार बीच-बीच में घर भी जाते हैं शायद कुछ 'चेक' करने के लिए)
भाई मैं विधि विशेषज्ञ तो नहीं हूं लेकिन कल से जिस तरह देख रहा हूँ उससे लगता है कि सरकार किसी भी हालत मे दो बातें चाहती है
ReplyDelete(१) १५वा सशोधन बहाल हो जाय , हो गयी नियुक्तियो को दिखाकर या किसी भी प्रकार से दया पाकर
(२) जो भी चयन का आधार हो ( भले ही tet merit ) new advertisement पे आरोपित हो ताकि उसको new advertisement के पैसे न वापस करने पड़े । *** जो भी हो सर्वोच्च न्यायालय पर हम सबको विश्वास है ***
सरकार की slp को
ReplyDelete"Comedy Night With Kapil"
में पढ़ा जाये तभी सार्थक है।
अब समय आ गया है कि अखिलेश को राहुल कि तरह उस एस एल पी को प्रेस के सामने फाड़ देना चाहिये , साख बचाने का यही तरीका बचा है !!!
ReplyDeleteAgar 2011 k forms nasht ho gye hain to abhi kuchh hi dinon pahle tak kuchh k waapas aaye drafts kaise waapas kiye SP ne?
ReplyDelete.
Kya bina kisi milaan/jaanch k hi?
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SP ki souteli niyat SC se kaise chhip paayegi?
kiske adesh se purane form nast kiye gaye jab ki mamla subjudice tha.??
ReplyDeletePurane form nasth ho gaye to fees wapsi kaise ho rahi hai.??
Kya aisa sambhav hai ?
सरकार ने खुद कहा है डी बी का फैसला अव्यव्हारिक है ...यानी फैसला सही तो है पर चुँकि फार्म नस्ट हो चुके है इस लिये भर्ती नही हो सकती ... फिर तो सुप्रीमकोर्ट से इनको सजा होगी ये तय है ......
ReplyDeleteप्रिय मित्रो
ReplyDeleteसरकार ने अपना अंतिम दाँव या यूँ कहे
कि अपना अंतिम शस्त्र चला दिया है यह
कहकर कि उसके पास ओल्ड ऐड से
संम्बन्धित डेटा उपलब्ध ही नही है ।
मा. सुप्रीम कोर्ट मे यह तर्क कितनी देर ठहरेगा जरा एक बानगी से आप समझ लीजिए....
मा. जज साहब सरकार के वकील से- हाईकोर्ट
मे दो साल चले मैराथन सुनवाई के दौरान आपने
इस मामले को कभी नही उठाया है ? क्या यह
सही है?
वकील साहब-हाँ,सर
मा. जज साहब-तब क्या यह माना जाये कि 20
नवम्बर के आदेश आने के बाद इन 2 महीनो के
अंदर क्या सरकार ने डेटा नष्ट करने का दुष्कृत्य किया है?
तब क्या जवाब देंगे ?
वकील साहब
Govt yah kahkar ki old ad ka data uplabdh nahi hai,--kewal 15th sanshodhan aur new ad bachana cahti hai---dekho kya hota hai-----Jay Tet Jay Hind
ReplyDeleteTMNTBBN JI U R, R8.
ReplyDeleteAAP IS BLOG PAR BAHUT HEE UMDA TAREEKE SE BATEN BATAATE HAIN.
AAPKI DWARA DEE GAYEE JAANKARI SE HEE MAN MEIN VISVASH HAI KI JEET TET MERIT KI HEE HOGEE.
2 SAAL SE HAM LOGO KA MANSIK SHOSHAN HO RAHA HAI. AUR AAP JAISE VILAKSHAN VYAKTI KI BAATON SE MAN KO SHANTI MILTEE HAI
Shalabh Tiwari > UPTET & Appointment as Primary Teachers 1 hour ago
ReplyDelete11 Likes · 7 Comments
सरकार की SLP मेंपूर्व विज्ञापन का डाटा नष्ट होने के बारे में लिखे सफ़ेद झूठ कोपढने केबाद मुझे हँसने का मन कर रहा है,,,,,,सरकार में एक दो बुद्धिमान अधिकारी आज भीनौकरी कर रहेहैं,,,,, विज्ञापन और फार्मों केसन्दर्भ मेंदिमाग दौड़ाकर बिनावजह tension लेनेसे बचेंऔर अपनी टेट कीमार्कशीट को सुरक्षित रखें,,,,, 72825 पदों पर टेट मेरिट सेचयन का दावा,वो भी उन्ही लोगो के बीच से जो 30-11-11 के विज्ञापन में applyकरने की योग्यता पूरी करते हों,किसी विज्ञापन का मोहताज नहीं है,,,, और ना ही किसी समय-सीमाका ,,,,