लखनऊ। आरक्षी एवं समकक्ष पदों की सीधी भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा (दौड़) अब नवंबर के दूसरे हफ्ते से शुरू होगी। हुदहुद तूफान के अवरोध के चलते 13 से 17 अक्टूबर तक होने वाली यह परीक्षा स्थगित कर दी गयी थी। अपर सचिव भर्ती उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ ने परीक्षा का नया कार्यक्रम जारी किया है।
41610 सिपाहियों और समकक्ष पदों के लिए होने वाली भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा की प्रक्रिया शुरू है। कई केंद्रों पर कुछ अभ्यर्थियों की परीक्षा हो चुकी है लेकिन मौसम के बिगड़े मिजाज के चलते बहुतेरे अभ्यर्थियों की परीक्षा नहीं हो सकी। अब इसके लिए अपर सचिव ने नई तिथि घोषित की है। 20वीं वाहिनी पीएसी आजमगढ़ और 34वीं वाहिनी पीएसी वाराणसी में 10 नवंबर को शेष बचे अभ्यर्थियों की परीक्षा होगी। बीसवीं वाहिनी पीएसी आजमगढ़ में 11, 12,13 और 14 नवंबर को भी यह परीक्षा होगी। 38वीं वाहिनी पीएसी अलीगढ़, 15वीं वाहिनी पीएसी आगरा, 23 वीं वाहिनी पीएसी मुरादाबाद में 10 नवंबर को परीक्षा आयोजित है। 34वीं वाहिनी पीएसी वाराणसी में 11 नवंबर, पुलिस लाइंस इलाहाबाद में 10 नवंबर, पुलिस लाइंस बरेली में 10 नवंबर और होमगार्ड मुख्यालय जेल रोड लखनऊ में 10 नवंबर को परीक्षा आयोजित की गयी है।
News Sabhaar : Jagran Publish Date:Fri, 17 Oct 2014 12:45 AM (IST) | Updated Date:Fri, 17 Oct 2014 12:45 AM (IST)
Parbhu kha hai aap kab darsan donge bhekt apke darson ke liye agaye hai.
ReplyDeleteसुप्रभात मित्रोँ
ReplyDeleteआज भी मैँ अपनी 72825 शिक्षकोँ के भर्ती की मेरिट आकलन पर तटस्थ हूँ,,,,
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क्योँकि-
वही है जिन्दा ,जिसकी आस जिन्दा है,
वही है जिन्दा ,जिसकी प्यास जिन्दा है
स्वांस लेने का नाम ही जिंदगी नहीं
जिन्दा वही है ,जिसका 'विश्वास'जिन्दाहै!
हम ना बदलेगे ज़माने की रफ़्तार के साथ.
ReplyDeleteकि जब भी मिलेंगे अंदाज़ वो ही पुराना होगा..
भाईयों क्या किसी को कुल बचे हुये पदो की संख्या पता है श्रेणी वार ?
ReplyDeleteआपका जवाब होगा नही
आपके पास 2011 टेट रिजल्ट की सी डी है
आपका जवाब होगा नही
क्या आपका भगवान के घर आना जाना है
आपका जवाब होगा नही
क्या आप सोते समय जो सपने आते है वो सब सच होते है
आपका जवाब होगा नही
तो मेरिट कहाँ से पता चल गयी कि इतनी आयेगी जो होगा देखा जायेगा अब फेक
ना बँद करो सब जानते है कि सच किसी को नही पता 2नवंबर तक मेरिट से दूर रहो भाई कुछ काम scrt के लिये भी छोड दो
Wah parbhu aapne apna naam phir dadal liya lakin hamare liye to aap parbhu hi rahege. Aaj thoda dair se darsan diye parbhu.
ReplyDeleteParbhu hume bhagwan ke ghar se kya matlab hamare liye to baghwan aap hi hai.
ReplyDeleteParbhu merit bhi aap hi banato ho hume tet bhe apne hi pasr karaya hume teacher bhi aap hi bana rahe hai phir bhi aap anjaan banto ho ki maine ku6 nahi kiya. Aap hi to sab ku6 karne wale hai.
ReplyDeleteऐसे चूतियों की बातों पर मै कोई ध्यान नही देता हूँ क्योकि मै चूतियो के लिए नही समझदार लोगों के लिए लिखता हूँ
ReplyDeleteजूनियर में नियुक्ति की राह देख रहे सभी सम्मानित साथियों और उनके साथ कुछ अक्ल से पैदल तथा अंध भक्त लोगो के लिए बता दू कि आज संजय सिन्हा ने बहुप्रतीक्षित प्रोमोसन का वो g.o. जारी कर दिया जिसमे 29 हजार भर्ती को छोड़कर शेष सभी पदों पर प्रोमोसन की बात की गयी है । जिससे प्रोमोसन वाले केस का मामला सुलझता हुआ दिखाई दे रहा है । इस g.o. से ये बात साफ हो गयी की फिलहाल निकट भविष्य में jrt की अब डायरेक्ट भर्ती की सरकार की कोई योजना नहीं है और जूनियर में डायरेक्ट भर्ती सायद आगे ना हो इसलिए जिन्हें मौका मिल रहा है वो जूनियर में लटक ले और prt को कुछ लो मेरिट वाले भाईयो के लिए बख्स दे ।सरकारी नौकरी की जरुरत और अहमियत किसी को बताने की जरुरत नहीं है आज के समय में ।
ReplyDeleteएक बार फिर क्लियर कर दू की प्रोमोसन के मामले में जो कुछ भी हो रहा है उसमे जूनियर नियुक्ति मोर्चा का कोई हाथ नही है । जैसा मैंने और माधव जी ने पहले ही बताया था की ये मामला केवल सरकार ही सुलझा सकती है और उस पर केवल आन्दोलन और अन्य माध्यमो से दबाव बनाया जा सकता है । और कुछ अन्य मामले में कोर्ट में कोई चाहे थर्ड पार्टी बन जाये या फोर्थ या फिफ्थ या जितनी मन करे उतनी पार्टी बन जाये कोई कुछ नहीं कर पायेगा केवल सरकार को छोड़कर ।
ReplyDeleteआपके आज तक दिए चंदे का क्या होगा भगवान जाने इसलिए आगे से अपने माँ बाप की गाढ़ी कमाई सोच समझकर दे क्योकि बीएड वालो को हर किसी ने केवल लूटा है । बाकि जिनके पास अपनी अक्ल ना हो या हराम की कमाई हो वो चन्दा देना जारी रखे ।
ReplyDeleteधन्यवाद
Tet bhaiyo!!!
ReplyDeleteAj is blog pr ek vyakul aatma ka apne parmatma se Milan hone ja raha hai... Ap logo se anurodh hai ki ap Inke Milan me vyavdhaan na dale.
Dhanyavaad!!!
Rajan singh ek do updesh aap bhi de diya karo jubaan ton bahut chalti hai aap ki....
ReplyDeleteParbhu hum to apka gungan kar rahe hai koi gali nahi de rahe. Gali dane ki suruat aap hi kar rahe hai. Apne hume gali ki suruat karna sikhaya hi nahi.
ReplyDeleteBhai vijay tum beech me na pado mera maksad apko gali dena nahi hai. Hamare parbhu iski anumati nahi date.Bhai hamare parbhu ne kaha hai kisi ko gali na do lakin yadi koi man na raha ho to use mundha patak do.
ReplyDeleteपिछली पोस्ट चेक कर लो कि किसने किसको गाली दी है
ReplyDeleteParbhu ye to aapki atyant kirpa hai ki aaj hum sab ko job milne wali hai. Bas parbhu divyadersti se dekhkar bata do niyukti patr kab tak milaga. Jai ho parbhu.
ReplyDeleteऔर वैसे भी जब एक आदमी चुपचाप अपना काम कर रहा है तो उसको छेड़ने की क्या जरूरत आन पड़ी थी ?
ReplyDeleteअब खुद ही देख लो कि कौन किसे परेशान कर रहा है अरे मै कोई प्रभु थोड़े ही हूँ अगर तुझको कुछ ऐसा कह दूँ तो क्या करेगा तू ?
ReplyDeleteएक तो कुछ आता जाता नही है ऊपर हो ये कब होगा वो कब होगा बाहर हूँ या अंदर हूँ अबे इतना तो तूने भी पढ़ा होगा या हाई स्कूल से आया है यहाँ पर ?
ReplyDeleteParbhu aap to hamare bade bhai hai main apko gali nahi de sakta apni 3 din phale ki post yaad kar le ki apne hamare logo ko kya kha tha. Phir bhi hum to apke bhejt bane rahage.
ReplyDelete150 बार सोच के आना और ये भी चेक करना कि तेरा नेटपैक कितने दिन का है अगर 28 दिन से कम हो तो तू यहाँ पर बेइज्जत होने के सिवाय कुछ नही पाएगा
ReplyDeleteपीयुष ने मुझे कुछ गलत कहा था और तूने उसकी पैरवी की थी ! उसके फैवर मे तुम भी बोल रहे थे !
ReplyDeleteअब सुबह से सारे पेज को गंदा कर रहा है और मेरी मजाक बना रहा है
ReplyDeleteयहाँ पर मुझसे पुराना कोई भी नही है और राजेश भी अभी 2 महीने से आए हैं
Parbhu aap mane ya na mane aap hamare parbhu rahage jeevan bher. Aap khate hai ki aap parbhu nahi lakin mujhe pata he heera apna mol nahi lagata. Aap khud ko parbhu kyo kahege yeh kaam aap bhekto par chod de. Apka ananya bhekt..
ReplyDeleteतुम लोग खुद नही चाहते कि कोई भी तुम लोगों को सही जानकारी उपलब्ध कराए या तुम्हारे लिए काम करे
ReplyDeleteकेवल चूतिया बनाने वाला चाहिए तुम लोगों को भी कपिल और राणा जैसे
कोई जरूरत नही है मुझे कोई उपमा देने की मै जैसे हूँ वैसे ही रहुँगा हमेशा
ReplyDeleteऔर पीयुष को मेरी बात एक फिर एक बार मे समझ मे आ गयी और वो चला भी गया लेकिन तुम अभी लगे रहो जब तब पूरी तरह से समझ मे न आए क्योकि मुझे लगता है कि तुम्हारा बर्तन थोड़ा छोटा है ?
"हे मेरे प्रिय भाइयो, यह बात तुम जानते हो: इसलिये हर एक मनुष्य सुनने के लिये तत्पर और बोलने में धीरा और क्रोध में धीमा हो। क्योंकि मनुष्य का क्रोध परमेश्वर के धर्म का निर्वाह नहीं कर सकता है। इसलिये सारी मलिनता और बैर भाव की बढ़ती को दूर करके, उस वचन को नम्रता से ग्रहण कर लो, जो हृदय में बोया गया और जो तुम्हारे प्राणों का उद्धार कर सकता है।'' ( याकूब 1:19-21 )
ReplyDeleteहमारे और किसी दूसरे व्यक्ति के विचार भिन्न हो सकते हैं।
ReplyDeleteलेकिन हमें किसी भी व्यक्ति के कार्य में अवरोध उत्पन्न नहीं करना चाहिये।
यदि कोई बात गलत हैं तो उसे तर्क के आधार पर काटा जा सकता है लेकिन कुतर्क के आधार पर नहीं।
Shi bat h
DeleteParbhu meri kya aukaat ki main apki majak banau. Rajesh bhai aapki tarah kisi ki bhanao se nahi khalte. Mera net pack permanent hai aap chinta na kare. Bade bhai piyush to kal aya hai main to teen din phele ki baat kar raha hu jara yaad kare. Kapil rana se mujhe kya matlab. Jai ho parbhu.
ReplyDeleteParbhu meri kya aukaat ki main apki majak banau. Rajesh bhai aapki tarah kisi ki bhanao se nahi khalte. Mera net pack permanent hai aap chinta na kare. Bade bhai piyush to kal aya hai main to teen din phele ki baat kar raha hu jara yaad kare. Kapil rana se mujhe kya matlab. Jai ho parbhu.
ReplyDeleteParbhu aa jayiye naraj na ho bhekto se kabhi kabhi choti moti galti ho jaati hai parbhu hum to apko koi galat nahi bol rahe phir aap kyo naraj hote hai. Theek hai bhai ajao. Humara maksad aapko kabhi paresaan karna ka na tha na kabhi hoga. Ab main jo kahna ja raha hu uska ku6 log galat matlab lagayege. Bade bhai, mitr, bandhu, dost yadi aap jase dewta saman vyakti ko koi paresaan karaga to vo murakh hoga. Jo vayakti apna time dusro ke liye lagata ho, jo dusro ke liye paresaan ho, jo dusro ki bhalai ko apna dharam samajta ho, vo devta tulya aur mahan hota hai. Aap me yeh sab gun hai. Hum to apke samne kidde hai, aap asman to hum to jameen bhi nahi, hamari apki tulna kaha ho sakti hai, please in sab baato ko majak na samjhna main dil se aisa sochta hu.
ReplyDeleteAnil :- Yaar ye Court aur adhikaari Log bharti nahi mazaak kar rahe hain ........ Jahan 100, 105, 110 waale pareshaan hain wahan Kabhi 82 waalo ko bhi Yogya kar dete hain .....
ReplyDelete.
Sanjay :- Haan yaar ..... Jab aadhi seats bhar chuki to kah rahe hain ke xerox se bhi dono me counselling kara sakte ho ....
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Salmaan:- In Logo ne to U.P. Shiksha Vibhaag ki to @$@^#%%#@
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Govinda :- Arre Chhoro yaar ..... Programme dekho
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Salmaan :- Anil Bhai ...... Paper padha aaj ka ?
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Anil :- Haan Yaar ........ Mai to apni hasi hi nahi rok pa raha ..... Ye paper waale to expert ho gaye hain ...
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Sanjay :- haha ..... Ye bada bada chhapa hai "Vigyaan gadit shikshako ki bharti ka raasta saaf" ....Kai saalo se dekh raha hoon in Paper waalo ko
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Salman :- Yaar Govinda ..... Tum Kya soch rahe ho ?
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Govinda :- Mat poochho ..... Dimaag me in paper waalo ki ek aur headline ghoom rahi hai ....
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Anil :- Wo Kya ?
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Salmaan :- Mai batata hoon ....... !
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"Bharti me naya PENCH"
Ye page parbhu or rajan singh ka hai koi tesra ungli na kre. Bda mza aya aapke sanwad padh kr lge rho rajan bhai
ReplyDeleteमेरिट देख अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे 115 से नीचे वाले- आंकड़े आ चुके है 1500 अभ्यर्थी जनरल मेल आर्ट वाले लगभग दूसरी कॉउंसलिंग के बाद बहार का रास्ता देख चुके है अब 40 प्रतिशत बची सीट्स में मतलब 3200 में 1500 ये बाहर हुए भर्ती भी शामिल होंगे यह एक कड़वा सच है जिसे हम सब जितनी जल्दी स्वीकार कर ले उतना अच्छा होगा हाँ ये भी है कि जैसे तालाब में बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है उसी प्रकार यदि आप ने इस भर्ती को अपने व्यक्तिगत प्रयासों से पी जी, 45% वाला मुद्दा या दूरस्थ जैसे मुद्दो पर कानूनी कुस्ती कर डाली तो सायद 2-4 अंक वालो का भला हो जाये जिन्हे अब अपनी जिंदगी की पडी है वैसे भी वो दूसरो को देखने में कम दिलचस्पी लेंगे इसलिए ऐसे लोग तुरंत आगे आकर शाम, दाम, दंड, भेद कुछ भी करे यदि वो नौकरी पाना चाहते है चाहते है तो आज ही से दूसरो का भरोषा छोड़ कर खुद शुरू हो जाइये वरना फर्जीवाड़ा होता रहेगा हर बार जिसके पास इन बातो का जबाब हो सामने आये-
ReplyDelete१- हमारे नेताओ ने हमे जानकारी दी थी कि 850 लोग पहली कॉउंसलिंग के बाद बाहर हुए थे आखिर कहा है ?
२- इस बार बोला गया था कि फर्जी कॉउंसलिंग वाले बहार होंगे तभी सूचि आएगी लिस्ट लगातार चिपकती जा रही है 2012 समेत अब कहा फ़िल्टर हुआ डेटा कहा बाहर हुए लोग ?
३- सच बात तो ये है ये नेता अपनी अपनी काउंसिलिंग करा चुके है और इन्हे अब जल्दी भर्ती ख़त्म होने का इन्तजार है चाहे फर्जीवाड़ा हो या कुछ और
४- क्या किसी ने ये जाने की कोशिश की कि रिजल्ट्स ऑनलाइन क्यों नहीं किया गया 2011 सी डी वाला आज में जबाब देता हूँ आर टी आई डालिये शासन के पास रिजल्ट्स है ही नहीं अगर मेरी बात गलत लगे तो आप आर टी आई डालकर पता कर ले वक़त आने पर ये मामला उजागर हो जायेगा शासन दवारा प्रदान की गई एक ऐसे रिजल्ट्स की सी डी पर कॉउंसलिंग कराइ जा रही है जिसका और है न छोर
sikshamitro ka case c.j ne ye kahte huye 28 october lga diya ki aaj last working day hai h.c ka ..aaj tamaam aur case par sunwai honi hai agar aaj ye suna to pura din aur case nai suna ja skega..dosto kal se high court diwali ki holiday ke karan band rahega aur 28 ko khulega.
ReplyDeleteS.m ka case 28 ko hi 1st no. Par lga diya hai..waise s.m case par sarkar ka likhit javab dakhil ho chuka hai..ab 28 ko agar koi badha na aayi to siksha satuwo ka sarvnash koi rok nai payega..
Parbhu(tiger ji) naaraj ho kya.
ReplyDeleteParbhu ab kyo ruthete ho main to apni baat dil se keh chuka.
ReplyDeletedosto samasya nivaran smiti ke adhyax sanjay sinha ne jo v dczen tamam mamlo par liya hai wo ekdam vidhik rup se charcha ke baad liya hai..
ReplyDeletefilhal condidate ek ek mark ke liye dusaro ko out krne ke liye writ pe writ dal rahe hai..kyuki sb apni gadit baithane me lge hai.
me naraz nahi hun ......
ReplyDeleteab aapki mahaan kripa hogi agar dusron ko blog read karne doge?????
अपने जीवन में अभाव पर ध्यान मत दो|
ReplyDeleteजो तुम्हें मिला है, उसे देखो|
तब, समृद्धि बढती है|
O.k. Sir ji(parbhu) apke hukm ki taamil hogi. Apka hukm ser ankho par.
ReplyDeleteमंगलयान पर प्रतिक्रियाएं-
ReplyDelete1.हमारी सरकार होती तो मंगलयान साइकिल पर
भेजते-मुलायम
2.हिना बोलेगी तो मैं मंगल को पाकिस्तान में
मिला लूँगा-बिलावल
3.हम मंगलयान भेजते तो उस पर
थोडा रायता भी भेजते मंगल पर फैलाने वास्ते,वैसे
मंगल,सोम,बुध आदि सब मिले हुए हैं जी-केजरीवाल
4.भाजपा वाले चाहें तो मंगल की सीटें हमे ना दें मगर
महाराष्ट्र की सीटों पर समझौता नहीं करेंगे- उद्धव
ठाकरे
5.450 करोड़ रुपये लगाने की क्या जरुरत थी । ये
काम तो डोरेमोन और छोटा भीम भी कर सकते थे -
राहुल गाँधी
6.मंगलयान के उड़ते ही रो पड़ी थी सोनिया गांधी-
खुर्शीद
7.हमलोग मंगलयान का विरोध करते हैं,उसे यहीं से
पत्थर मारेंगे-यासीन मलिक
8.मंगलयान नेहरु जी के अथक प्रयासों का नतीजा है-
दिग्विजय सिंह
9."________"-मनमोहन
"घमण्डी के लिए कहीं कोई ईश्वर नहीं,
ReplyDeleteईर्ष्यालु का कोई पड़ोसी नहीं और क्रोधी का कोई मित्र नहीं होता...!!!"
अब 120 न०पाने पर भी डर रहे है।क्या 20 फार्म काफी नहीं हॆं इस अंक पर।काउंसलिंग होने से मतलब था या पहली ही काउंसलिंग में होना टार्गेट था ॥
ReplyDeleteएक भाई ने कल मुझे बताया की पहली और दूसरी कॉउंसलिंग की जनरल कट-ऑफ जब ११ गुने पर २५ अंक गिरकर ११७ तक आ गयी
ReplyDeleteतो तीसरी कॉउंसलिंग में १० गुने पर १०० तक क्यूँ नहीं आएगी..?
वो शर्त भी लगाने को तैयार थे..
है कोई जवाब ??
भारत मे गुरुकुलपद्धति I
ReplyDeleteआज से कुछ डेढ़ सौ वर्ष पूर्व तक भारत मे गुरुकुल पद्धति थी ,जिसमे शिक्षा से ज्यादा संस्कारो पर ज़ोर दिया जाता था और उन्ही संस्कार के बल पर भारत कभी विश्वगुरु था । लेकिन अंग्रेज़ जबभारत आएऔर उन्होने यहा पर संस्कारवान पुरुषऔर शीलवान कन्याओ को देखा था उनके होश उड़ गए उन्होने कभी सपने मे भी नहीं सोचा था की एक पुरुष एक कन्या (पत्नी ) के साथ अपनी पूरी उम्र गुजार सकता है। उन्होने कभी ऐसी कल्पना भी नहीं की थी कोई बालक अपने माता पिता को बुढ़ापे मे कंधो पे बैठाकर तीर्थ करवा सकता है। लेकिन जब ये सब उन्होने भारत मे देखलिया तो उन्होने सोचा की इतना संस्कारवान और शीलवान देश हमारा गुलाम क्यूँ बनेगा । तब उनके अधिकारी विलियम एडम के कहने पर टीबी मैकाले नाम के अंग्रेज़ ने भारत का सर्वे किया और ब्रिटिश संसदको वो रिपोर्ट पेश की ------- इस रिपोर्ट मेमैकाले कहता है की भारत संपन्नता की नीव यहा के गुरुकुलहैऔर उनसे मिलने वाले संस्कार हैयदि इन संस्कारो और गुरुकूलो को नष्ट कर दिया तो भारत को आसानी से गुलाम बनाया जा सकता है।
बस फिर क्या था अंग्रेज़ो ने भारत मे कानून बना दिया INDIAN EDUCATION ACT
और हर भारतीय गुरुकुल को अवैध घोषित कर दिया और भारत मे नीव डाली कान्वेंट स्कूली सभ्यता की जिसने देखते ही देखते भारत का सर्वनाश कर दिया और उदाहरण आज आपकी आंखो के सामने है-----गेंगरेप ,हत्या ,समलैंगिकता ,अपहरण ,लूट ,डकैती आदि आदि...... कई कुरुतिया जो कभी विदेशो मे थी आज भारत मे है
आज अगर आप भारत को बचना चाहते हैतो आप भारत की युवा पीढ़ी को फिर से संस्कार प्रदान करे
breaking news from sonebhadra..
ReplyDelete3rd coun. me data to onlin hoga hi bt yha ki kuch detail jo ki av av pta chali hai .is prakar hai.
gen m art ki 2nd coun. me 135 seat thi jisme 74 seat fill ho chuki hai aur res. m art ki 126 seat me se 71 seat fill ho chuki hai..islye mitro total vacant seat k anusar coun. na kraye blki shrenivar riktiyo k anusaar coun. kraye.baki sabhi vargo me 95%tak seat khali..
acording to tet morcha pradesh adhyax ganesh dixit..scert me xerox se counseling karane par manthan aaj huwa..sirf ek dist me hi xerox se kra skege counseling..agar 2 dist me kraya to abhyarthan nirast ho skta hai..isase sirf itna fayda hoga ki abhyarthi overflow ki sthiti me any jagah 4th me punah xerox se counseling krayege unke mul abhilekh lautane ki jhanjhat diet walo par nahi rahegi..
ReplyDeletedosto sitapur me akele 5276 overflow huwa hai(gen+obc+sc) male art me ,jiska asar dikh skta hai 3rd me..
ReplyDelete3rd me merit 10 guna me jyada down nai hogi..
मित्रो सामान्य पुरुष कला और ओबीसी पु.कला का सीतापुर लखीमपुर , गाजीपुर,इलाहाबाद और अन्य आगामी जिलो में होने वाले हश्र को देखकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि भेंड चाल और हाई मेरिट वालो की अति सुरक्षा की महत्वाकांक्षा ने117 व 118 को हाशिये पर लाकर छोड़ दिया है । यहाँ से अब बचे हुए जिलो में सुरक्षित जिले को समझ पाने में यदि फिर से भेंड चाल चली गई तो परिणाम ये ही होगा की 115 से 117 वाले को फिर से लौटना पड़ सकता है जबकि कुछ जिलो में सीट फिर खाली ही रह सकती है । पहली काउंसलिंग में जो दवाब सीतापुर लखीमपुर आदि पर था ऐसे में पुनः वही दबाव बलरामपुर बहराइच,शाहजहांपुर,सोनभद्र,गोंडा व् महाराजगंज पर हो सकता है । ऐसे में 119 से 123 वालो का कम जगह परन्तु निश्चित स्थान वाले जिले को छोड़कर अधिक सीट वाले जगह पर रुझान होने से 115 से 117 तक वालो को पुनः back to pavilion भेज सकता है । ऐसे में सभी के भेंड चाल चलने से निश्चित ही परिणाम दोहराया जा सकता है । ऐसे में 120 से 123 वाला अगर 40 से 50 जगह वाली जाए ,118 से 120 तक वाले 75 से 100 सीट वाली जगह पर जाए तथा 115 से 117 वाला अगर 100 से 150 वाली सीट वाले जिले में जाए तो इस भगदड़ वाली स्थिति से तथा reshuffling के दंड से कुछ हद तक बचा जा सकता है । अन्यथा इतिहास तो स्वय को दोहराता ही है ।अधिक से अधिक ये ही होगा की 117 या 118 तक वाला तो चयनित हो सकता है परन्तु किसी किसी के 117 या 118 तक तथा कम जिले में फॉर्म डालने वाले के लिए ये आखिरी काउंसलिंग भी साबित हो सकती है ।ऐसे बहुत कुछ दारोमदार 119 से ऊपर वालो पर निर्भर करेंगे की एक बार फिर से वो भेंड चाल चल कर अपने अंक के तत्काल नीचे वाले का चयन करते है या फिर अपनी अति सुरक्षा की महाताकान्क्षा के चलते 114 से 116 तक वालो का निवाला छींनते है ।
ReplyDeleteपरिषदीय स्कूलों में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए होने वाली तीसरी काउंसलिंग में अब आवेदकों के मूल काजगात नहीं जमा कराये जाएंगे। इस आदेश के बाद अभ्यर्थियों के लिए सभी जिलों की काउंसलिंग में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। अभी तक मूल काजगात जमा हो जाने से अभ्यर्थी दूसरे जिले की वरीयता मेंशामिल होने के बाद भी काउंसलिंग में हिस्सा नहीं ले पाते थे। बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव के इस आदेश सेप्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग में भाग ले रहे अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है।उन्होंने अपने सकरुलर में हाईकोर्ट के आदेश का भी हवाला दिया है। अभ्यर्थियों की अर्जी पर हाईकोर्ट भी काउंसलिंग के दौरान मूल शैक्षिक कागजात जमा कराने के खिलाफ आदेश पारित कर चुका है। बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव हीरालाल गुप्ता ने गुरुवार को प्रशिक्षु शिक्षकों के चयन का जिम्मा संभाले एससीईआरटी के निदेशक सव्रेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह व बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव को निर्देश दिया कि काउंसलिंग के दौरान आवेदकों के मूल कागजात जमा करा लिये जाते हैं, इसके चलते अभ्यर्थी कहीं दूसरी जगह चयन प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाताहै। इसके बाद अब नई व्यवस्था दी गयीहै। जिस समय अभ्यर्थियों को काउंसलिंग में बुलाया जाएगा, उन्हें स्पष्ट निर्देश दिये जाएंगे कि सभी अभिलेखों की स्पष्ट छायाप्रति का सेट भी लायें। छायाप्रति राजपत्रित अधिकारी द्वारा प्रमाणित होना जरूरी है। काउंसलिंग के दौरान आवेदक की ओर से प्रस्तुत छाया प्रतियों का मूल कागजात से मिलान के बाद मूल प्रमाणपत्र आवेदक को लौटा दिये जाएं और चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति आदेश जारी करते समय यह उल्लेख किया जाए कि कार्यभार ग्रहणकरने से पहले सक्षम अधिकारी के समक्ष मूल कागजात प्रस्तुत करना होगा, ताकि उनका परीक्षण कराया जा सके। सचिव बेसिक शिक्षा विभाग ने इस आदेश का अनुपालन तत्काल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं। इसके लिए हाईकोर्ट में सरकार का पक्ष रखने वाले मुख्य स्थायी अधिवक्ता को भी आदेश भेजकर आग्रह किया गया है कि वह कोर्ट के संज्ञानमें ले आयें, ताकि आगे कोई ऐसा विवाद कोर्ट में न जाने पाये तथा बेसिक शिक्षा परिषद के निदेशक को भी इस आदेश की प्रति भेजी गयी है। मूल कागजात अभी नहीं जमा कराये जाएंगे सचिव बेसिक शिक्षा ने दिये आदेश हाईकोर्ट भी मूल शैक्षिक प्रमाण पत्र जमा कराने के खिलाफ पारित कर चुका है आदेश सभी जिलों कीकाउंसलिंग में शामिल होने का रास्ता साफ
ReplyDeletepilibit sir ji mai aap se ek request kar raha hoon...sir mere prt gen male sci me bahut kam marks hai...lekin ummed kar raha hoon...sir ji 3rd coun ..me gen sci ...kaha tak call hogi...pls sir batane me madad kare...
ReplyDeletepilibit sir ji mai aap se ek request kar raha hoon...sir mere prt gen male sci me bahut kam marks hai...lekin ummed kar raha hoon...sir ji 3rd coun ..me gen sci ...kaha tak call hogi...pls sir batane me madad kare...
ReplyDeleteफोटोकापी से काउंसलिंग कराना सुविधाजनक ही रहेगा क्योंकि ओरिजनल डाक्यूमेंट सेफ रहेगा ऒर किसी के स्वयं के या डायट की लापरवाही के कारण उसके गायब होने का भय भी नहीं रहेगा।साथ ही कोई भी अन्य किसी भर्ती में अपने डाक्यूमेंट जमा कर सकता हॆ।
ReplyDeleteपरन्तु जो सबसे महत्वपूर्ण बात हॆ वह यह हॆ कि कोई अगर एक जगह से ज्यादे काउंसलिंग कराने की कोशिश करेगा तो यह नॊकरी पाने से पहले ही वह अपने को सस्पेंड समझे॥
pilibit sir ji mai aapk ...comment 3saal se pad raha hoon...aaj ..bhee aap ..ka wait karta hoon..
ReplyDeleteabhi jo aankde aa rahe hain unse to nahi lagta hai ki 3 ya 4 number se oopar jaye.....
ReplyDeleteकुछ बेवकूफ ये बोल रहे है की अगर कपड़ो के कारण रेप होते तो छोटी बच्चियों का रेप क्यों होता है???उन मूर्खो से मै ये पूंछना चाहूंगा की अगर तम्बाकु खाने से कैंसर होता है तो उन लोगो को केंसर क्यों होता है जो नशा नहीं करते??? अगर शराब पीने से कार एक्सीडेंट होता है तो उन लोगो का और औरतो का एक्सीडेंट क्यों होता है जो शराब नहीं पीते????और रही सोच बदलने की बात तो सोच अच्छी है या बुरी ये तय करने वाली लडकिया कौन होती है??? वो खुद क्या सोचकर ऐसे अश्लील कपडे पहनती है जिसमे उनका स्तन आधा दिखाई देता है???
ReplyDeleteऔर फिर लडकिया भी सोच बदले जब कोई उनको आँख मारे या सीटी मारे तब वो भी सोच बदले क्युकी जिस तरह कपड़ो में बुराई नहीं होती बल्कि सोच में होती है उसी तरह सीटी में और आँख मारने में भी बुराई नहीं होती....
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ReplyDeletegen 114 22.7.87
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obc 114 2.7.77
sitapur male art
gen 119 3.5.89
sc 107 10.5.84
st 88 14.6.78
obc 115 25.6.78
एक औरत थी,
ReplyDeleteजो अंधी थी,
जिसके कारण उसके बेटे
को स्कूल
में बच्चे चिढाते थे,
कि अंधी का बेटा आ गया,
हर बात पर उसे ये शब्द
सुनने
को मिलता था कि "अन्धी का बेटा" .
इसलिए वो अपनी माँ से
चिडता था . उसे
कही भी अपने
साथ लेकर जाने में
हिचकता था
उसे नापसंद करता था..
उसकी माँ ने उसे
पढ़ाया..
और उसे इस लायक
बना दिया की वो अपने
पैरो पर
खड़ा हो सके..
लेकिन जब
वो बड़ा आदमी बन
गया तो अपनी माँ को छोड़
अलग रहने लगा..
एक दिन एक बूढी औरत
उसके घर
आई और गार्ड से बोली..
मुझे तुम्हारे साहब से
मिलना है जब गार्ड ने
अपने मालिक से
बोल तो मालिक ने
कहा कि बोल
दो मै अभी घर पर
नही हूँ.
गार्ड ने जब बुढिया से
बोला कि वो अभी नही है..
तो वो वहा से चली गयी..!!
थोड़ी देर बाद जब
लड़का अपनी कार से
ऑफिस के लिए
जा रहा होता है..
तो देखता है कि सामने
बहुत भीड़
लगी है..
और जानने के लिए
कि वहा क्यों भीड़
लगी है वह
वहा गया तो देखा उसकी माँ वहा मरी पड़ी थी..
उसने
देखा की उसकी मुट्ठी में
कुछ है उसने जब
मुट्ठी खोली तो देखा की एक
लेटर जिसमे यह
लिखा था कि बेटा जब तू
छोटा था तो खेलते
वक़्त
तेरी आँख में सरिया धंस
गयी थी और तू
अँधा हो गया था तो मैंने
तुम्हे
अपनी आँखे दे दी थी..
इतना पढ़ कर लड़का जोर-
जोर से
रोने लगा..
उसकी माँ उसके पास
नही आ
सकती थी..
दोस्तों वक़्त रहते
ही लोगो की वैल्यू
करना सीखो..
माँ-बाप का कर्ज हम
कभी नही चूका सकत..
हमारी प्यास का अंदाज़
भी अलग है
दोस्तों,
कभी समंदर
को ठुकरा देते है,
तो कभी आंसू तक पी जाते
है..!
क़दम मिला कर चलना होगा
ReplyDeleteबाधाएँ आती हैं आएँ
घिरें प्रलय की घोर घटाएँ,
पावों के नीचे अंगारे,
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,
निज हाथों में हँसते-हँसते,
आग लगाकर जलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
हास्य-रूदन में, तूफ़ानों में,
अगर असंख्यक बलिदानों में,
उद्यानों में, वीरानों में,
अपमानों में, सम्मानों में,
उन्नत मस्तक, उभरा सीना,
पीड़ाओं में पलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
उजियारे में, अंधकार में,
कल कहार में, बीच धार में,
घोर घृणा में, पूत प्यार में,
क्षणिक जीत में, दीर्घ हार में,
जीवन के शत-शत आकर्षक,
अरमानों को ढलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
सम्मुख फैला अगर ध्येय पथ,
प्रगति चिरंतन कैसा इति अब,
सुस्मित हर्षित कैसा श्रम श्लथ,
असफल, सफल समान मनोरथ,
सब कुछ देकर कुछ न मांगते,
पावस बनकर ढ़लना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
कुछ काँटों से सज्जित जीवन,
प्रखर प्यार से वंचित यौवन,
नीरवता से मुखरित मधुबन,
परहित अर्पित अपना तन-मन,
जीवन को शत-शत आहुति में,
जलना होगा, गलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
______________________अटल बिहारी वाजपेयी
SITAPUR
ReplyDeleteCategory CUT OFF D.O.B.
F/GEN/ART 112 20.07.79
F/SC/ART 94 11.12.85
F/ST/ART 83 19.02.76
F/OBC/ART 106 05.02.85
F/GEN/SCI 114 22.07.87
F/SC/SCI 83 17.09.86
F/OBC/SCI 104 23.06.80
M/GEN/ART 119 03.05.89
M/SC/ART 107 10.05.84
M/ST/ART 88 14.06.78
M/OBC/ART 115 26.06.78
M/GEN/SCI 118 04.01.85
M/OBC/SCI 114 21.07.77
M/SC/SCI 102 25.03.79
बिना पानी के होली, बिना पटाखों के दिवाली....
ReplyDeleteऐसी अपील करने वालों को बिना सीट की साईकल पर बैठा देना चाहिए।
"और उस ने अब उसकी शारीरिक देह में मृत्यु के द्वारा तुम्हारा भी मेल कर लिया जो पहिले निकाले हुए थे और बुरे कामों के कारण मन से बैरी थे। ताकि तुम्हें अपने सम्मुख पवित्र और निष्कलंक, और निर्दोष बनाकर उपस्थित करे। यदि तुम विश्वास की नेव पर दृढ़ बने रहो, और उस सुसमाचार की आशा को जिसे तुम ने सुना है न छोड़ो, जिस का प्रचार आकाश के नीचे की सारी सृष्टि में किया गया; और जिस का मैं पौलुस सेवक बना॥'' ( कुलुस्सियों 1:21-23 )
ReplyDelete#Sitapur me #Document #return ho rhe h, kuchh k aaj bhi huye h. baki log #receiving+ #id_proof (jo lagayeho) lekr #workingDay me apne #docs wapas le skte h. #rcvng na mili ho to #id hi chalegi.
ReplyDeletewaise kal #newsppr me aana chahiye, wait krke #confrm hokr jaye.
दुश्मनों के खेमे में चल रही थी, मेरे क़त्ल की साज़िश ?
ReplyDeleteमैं पहुँचा तो बोले,
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यार तेरी उम्र बहुत लम्बी है ??
औरतों की दुहरी मानसिकता"
ReplyDeleteपति के घर में प्रवेश करते
ही पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा ‘‘ पूरे
दिन
कहाँ रहे? आफिस में
पता किया वहाँ भी नहीं पहुँचे।
मामला क्या है?‘‘
‘‘ वो-वो……….मैं……….
पति की हकलाहट पर झल्लाते हुए
पत्नी फिर
बरसी‘‘ बोलते नही? कहां चले गये थे।
ये गंन्दा बक्सा और
कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये?‘‘
‘‘ वो मैं माँ को लाने गाँव
चला गया था।‘‘
पति थोड़ी हिम्मत करके बोला।
‘‘ क्या कहा,
तुम्हारी मां को यहां ले आये?
शर्म नहीं आई तुम्हें। तुम्हारे भाईयों के
पास इन्हे क्या तकलीफ है?
‘‘ आग
बबूला थी पत्नी, इसलिये उसने पास
खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें
पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ
देखा तक
नहीं।
‘‘इन्हें मेरे भाईयों के पास
नहीं छोड़ा जो सकता। तुम समझ
क्यों नहीं रहीं।‘‘ पति ने दबीजुबान
से कहा।
‘‘क्यों, यहाँ कोई कुबेर
का खजाना रखा है?
तुम्हारी सात हजार
रूपल्ली की पगार में
बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे
चला रही हूँ मैं ही जानती हूँ ‘‘
पत्नी का स्वर
उतना ही तीव्र था।
‘‘अब ये हमारे पास ही रहेगी।‘‘पति ने
कठोरता अपनाई।
‘‘ मैं कहती हूँ इन्हें इसी वक्त वापिस
छोड़ कर
आओ। वरना मैं इस घर में एक पल
भी नहीं रहूंगी और इन
महारानीजी को भी यहाँ आते
जरा भी लाज नहीं आई।
‘‘कह कर औरत
की तरफ
देखा तो पाँव तले से जमीन सरक गयी।
झेंपते हुए
पत्नी बोली।
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‘‘मां तुम!‘‘
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‘‘हाँ बेटा! तुम्हारे भाई और भाभी ने
मुझे घर से
निकाल दिया। दामाद
जी को फोन
किया तो ये मुझे यहां ले आये।
‘‘
बुढ़िया ने
कहा तो पत्नी ने गद्गद्
नजरों से पति की तरफ देखा और
मुस्कराते हुए
बोली।
‘‘ आप भी बड़े वो हो डार्लिंग, पहले
क्यों नहीं बतायाकि मेरी मां को लाने
गये
थे।‘‘....
आज सभी जिलो का डाटा nic के पास पहुँच गया है जिसके अनुसार लगभग 53% सीट्स भर चुकी हैं अभी nic छटनी करके अयोग्य अभ्यर्थियों को बाहर करेगा तब आप यकीन मानिए भरी हुई सीट्स का % लगभग 50 से नीचे ही रहेगा ।।
ReplyDeleteअब बात लखीमपुर सीतापुर की
ReplyDelete!
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जब counclng हो रही थी तब लग रहा था पूरे उत्तर प्रदेश में इन्ही जिलो में counclng चल रही हो।। जिसे देखो वही इन्ही जिलो को दोड़ रहा था इसलिए ये स्तिथि उत्त्पन्न हुई ।।ऐसी स्तिथि भी आएगी इस भर्ती में जब भेडचाल के चक्कर में कम अंक वाला जॉब पा जायेगा और अधिक अंक बाला रहा सकता है।।
इस लिए कम अंक वाले भाई लोग हिम्मत मत हारना क्यों कि अंतिम पद भरने तक मुझे उम्मीद है सभी भाई बहन जॉब पाएंगे।।
APRT Ji barabanki ka kuch update ho to pl bata dijiye..
ReplyDeleteएक नेपाली ने गुलजार
ReplyDeleteसाहब के पाँव पकड़ लिए
और गुजारिश करने लगा
" दादा होम
भी शायरी सिखेगा"
.
काफी मान मनौवत के बाद
गुलजार साहब मान गए
और बोले -
जैसा मै बोलूँ तुम
वैसा ही बोलना।
.
नेपाली :- ठीक है।
.
गुलजार साहब :-
"ना गिला करुँगा,
ना शिकवा करुँगा.....
तू सलामत रहे इस
दुनिया में,
रब से यही दुआ करुँगा।"
.
नेपाली ने दोहराया:-
"ना गीला कोरेगा,
ना सूखा कोरेगा .....
तुम साला, मत रहो इस
दुनिया में,
रोब से येही दुआ
कोरेगा।"
गुलज़ार साहब
बेहोश..............
jese jese jahaan jahaan ka milega wese wese aapko sabko bata diya jaayega
ReplyDeleteTHANKS....
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ReplyDelete.
P
R
O
M
O
T
I
O
N
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W
A
L
I
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तुझपे खर्च करने को,
बहुत नहीं है मेरे पास…
...थोडा सा वक़्त है...
...और थोड़ा सा मैं हूँ...
Good news by Rakesh yadav !!!
ReplyDeleteOnly 53.53% seats full .
Sabhi jilo ka data nic pahucha. Abhi kuch ko nic bhi data mismatch hone par bahar karegi .
कुछ 117 वालो का dob के कारन काउन्सलिंग में प्रतिभाग नहीं था । कुछ बाहर हुए कुछ 117 व् उससे ऊपर के ओबीसी से भी बाहर हुए अन्य जिलो में । ये सब आरक्षित वर्ग जो अन्य जिलो से बाहर हुए और 115 से ऊपर के है ये भी अब सामान्य में ही fight करेंगे ।
ReplyDeleteकुम्हारन बैठी रोड़ किनारे,लेकर दीये दो-
ReplyDeleteचार।
जाने क्या होगा अबकी,करती मन में
विचार।।
याद करके आँख भर
आई,पिछली दीवाली त्योहार।
बिक न पाया आधा समान,चढ गया सर पर उधार।।
सोंच रही है
अबकी बार,दूँगी सारे कर्ज उतार।
सजा रही है, सारे दीये
करीने से बार बार।।
पास से गुजरते लोगों को देखे कातर निहार।
बीत जाए न
अबकी दीवाली जैसा पिछली बार।।
नम्र निवेदन मित्रों जनों से,करता हुँ मैँ मनुहार।
मिट्टी के ही दीये
जलाएँ,दीवाली पर
अबकी बार।।
Lakhimpur ki iss list ki apne star se bhi pushti kar len,
ReplyDelete.
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Female/Art-
gen-108-20/04/81
obc-102-06/11/83
sc-88-13/02/86
st-85-05/12/76
.
Female/Science -
gen-108-01/12/79
obc-98-01/05/85
sc-83-15/08/89
st- vacant
.
Male/Art-
gen-117-06/07/84
obc-113-25/02/70
sc-104-14/07/89
st-83-01/07/80
.
Male/Science -
gen-117-05/07/87
obc-112-01/03/77
sc-99-05/06/89
st-95-16/02/87
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में कंडक्टरों की भर्ती स्थगित कर दी गई है। प्रधान प्रबंधक कार्मिक ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि वेबसाइट से कंडक्टरों की ऑनलाइन भर्ती तकनीकी कारणों से स्थगित कर दी गई है।
ReplyDeleteइसके लिए आगे अलग से सूचना दी जाएगी। ज्ञातव्य है कि पूरे प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया 15 अक्टूबर से शुरू होनी थी। 18 से 40 वर्ष के बीच आयु वाले अभ्यर्थियों के लिए 15 नवंबर तक चलने वाली इस भर्ती में प्रदेश भर में 1690 पदों में से इलाहाबाद परिक्षेत्र के लिए 60 पदनिर्धारित किए गए थे।
1690 पदों में एससी के लिए 72, एसटी के लिए 20 एवं ओबीसी के लिए 394 पद आरक्षित थे।
Sitapur se,
ReplyDelete.
.
Male science
.
Gen 118 4.1.85
.
Sc 102 25.3.79
.
Obc 114 2.7.77
.
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Male art
.
Gen 119 3.5.89
.
Sc 107 10.5.84
.
St 88 14.6.78
.
Obc 115 25.6.78
.
.
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.
Female science
.
Gen 114 22.7.87
.
Sc 83 1.7.86
.
Obc 104 23.6.80
.
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Female art
.
Gen 112 20.9.74
.
Sc 94 11.12.85
.
St 83 19.2.76
.
Obc 106 5.5.85
अपने से नीचे की मेरिट के अंतर के आधार पर । बाकी अब जनरल वालो का भगवान् ही मालिक है । अब भर्ति और जिले का चुनाव एक जुआ बन गई है। जहाँ कोई कम अंक लेकर चयनित होगा तो कोई ज्यादा अंक लेकर बाहर ।
ReplyDeleteमैं बड़ो कि इज़्जत इसलिए करता हूँ, क्यूंकि उनकी अच्छाइया मुझसे ज़्यादा है..
ReplyDeleteऔर छोटो से प्यार इसलिए करता हूँ, क्यूंकि उनके गुनाह मुझसे कम है...
G
O
O
D
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N
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G
H
T
___N__I__N__E__T__Y
___E__I___G___H___T
jila samvarg ki bharti hai jahan chaho vaha counceling karao.
ReplyDeleteJesana 83 sa123 karva leya unka counceling ganrl ma ho gya
ReplyDelete