मुख्य सचिव ने नियुक्ति की मांग का प्रत्यावेदन निरस्त किया
लखनऊ। शासन ने डेढ़ साल पहले हुई 79 सहायक समीक्षा अधिकारियों की चयन प्रक्रिया को अवैध करार देते हुए नियुक्ति देने से इन्कार कर दिया है। बिना बैकलॉग पदों को भरने की मांग भेजने के लिए तत्कालीन विशेष सचिव सहित पांच अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। इस फैसले से चयनित होने के बावजूद अभ्यर्थियों की नौकरी का सपना टूट गया है।
बताते चलें कि चयन वर्ष 2001-02 में सहायक समीक्षा अधिकारी संवर्ग में मौजूद रिक्तियों का हवाला देते हुए 2004 में विशेष चयन के लिए उप्र लोक सेवा आयोग को मांग भेजी गई थी। यह चयन कार्यवाही सीधी भर्ती के बैकलॉग के अंतर्गत 81 पदों पर होनी थी। आयोग ने वर्ष 2009 में प्रारंभिक परीक्षा व 2011 में मुख्य परीक्षा कराई। इसके बाद 81 पदों के सापेक्ष 79 अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए नवंबर 2012 में शासन को सिफारिश भेज दी। जब चयनित अभ्यर्थी जॉइनिंग के लिए पहुंचे तो सरकार ने नियुक्ति देने से इन्कार कर दिया। इस पर अभ्यर्थी हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने शासन को आवेदकों के प्रत्यावेदन का निबटारा करने व यदि याची नियुक्ति के पात्र हैं तो बिना देर किए जॉइन कराने का निर्देश दिया था।
अब मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने सहायक समीक्षा अधिकारियों के चयन के लिए भेजे जाने वाली मांग को विधि विरुद्ध बताते हुए नियुक्ति देने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने चयन के बावजूद नियुक्ति न देने के लिए उच्चतम न्यायालय के शंकरसन दास बनाम भारत संघ में दिए फैसले का सहारा लिया है। सचिव सचिवालय प्रशासन अरविंद नारायण मिश्र ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
गड़बड़ी के लिए विशेष सचिव सहित पांच जिम्मेदार
आयोग को मांग भेजने के बाद ही शासन को पता चल गया था कि सीधी भर्ती कोटे में कोई बैकलॉग नहीं है। इसके बावजूद शासन मूकदर्शक बना रहा और आयोग ने चयन संबंधी कार्यवाही भी पूरी कर दी। जब आयोग से चयनित अभ्यर्थी शासन में जॉइनिंग के लिए पहुंचे तो जॉइनिंग न कराकर मामले की जांच बैठा दी गई। इसमें बिना बैकलॉग के ही पदों को भरने की मांग भेजने और जानकारी होने के बावजूद उप्र लोक सेवा आयोग को जानकारी न देने का खुलासा हुआ।
जांच अधिकारी ने प्रकरण से जुड़े सहायक समीक्षा अधिकारी, अनुभाग अधिकारी, अनुसचिव, संयुक्त सचिव व विशेष सचिव को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। मुख्य सचिव ने चयनित अभ्यर्थियों का प्रत्यावेदन निरस्त करते हुए इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया जारी होने की बात कही है
सरकार उच्च्च्तम न्यायालय के आदेशानुसार अखबारों में नोटिस निकालने से कतरा रही है क्योंकि ऐसा करने का अर्थ होगा कि वो सभी पक्षों को 3 मार्च को अपने पिछवाड़े पर लात मारे जाते देखने के लिए आमंत्रित करे,,,,
ReplyDeleteमुझे तो ये सोचकर हँसी आ रही है कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद अखिलेश यादव अपने उनअधिकारियों का क्या हाल करेगा जिन्होंने दो साल पहले उसे बताया था कि टेट मेरिट वाले अभी बच्चे हैं,,, चार छः महीने में टूट जायेंगे और चिल्लाने लगेंगे कि भर्ती करो चाहे जैसे करो....
ReplyDeleteअब मार्च महीने का सीन समझिये..
ReplyDeleteसीन नंबर 1- टेट मेरिट से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हम मस्त
सीन नंबर 2- नया विज्ञापन रद्द और उसकी फीस वापस ,, टेट मेरिट वाले मस्त और acd वाले पस्त
सीन नंबर 3- जूनियर का विज्ञापन रद्द और विज्ञान के टेट मेरिट वाले पुनः मस्त और विज्ञान के नकलची पुनः पस्त
सीन नंबर4- शिक्षा मित्रों पर टेट लागू, शिक्षा मित्र टेट के भूत से त्रस्त.......
नॉन टेट का आदेश याद है ना? शिक्षा के महत्त्व और गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए टेट प्राप्तांकों के महत्त्व पर न्यायमूर्ति A.P.Shahi जी का लिखा वो बेहतरीन निबन्ध याद तो होगा जिसके बाद टेट को मात्र पात्रता परीक्षा मानना अपराध घोषित हो गया था!!!!!!! अब न्यायमूर्ति चौहान उस निबन्ध को फौलाद की बाइंडिंग में रखकर समस्त भारत के नकलचियों से सर पर पटक देंगे,,,,,,,,
ReplyDeleteवो क्या सीन होंगे!!!!!!!!
Did You Know?
ReplyDelete1. Your shoes are the first thing people subconsciously notice about you. Wear nice shoes.
2. If you sit for more than 11 hours a day, there's a 50% chance you'll die within the next 3 years
3. There are at least 6 people in the world who look exactly like you. There's a 9% chance that you'll meet one of them in your lifetime.
4. Sleeping without a pillow reduces back pain and keeps your spine stronger.
5. A person’s height is determined by their father, and their weight is determined by their mother.
6. If a part of your body "falls asleep",
you can almost always "wake it up" by shaking your head.
7. There are three things the human brain cannot resist noticing - Food, attractive people and danger
8. Right-handed people tend to chew food on their right side
9. Putting dry tea bags in gym bags or smelly shoes will absorb the unpleasant odour.
10. According to Albert Einstein, if honey bees were to disappear from earth, humans would be dead within 4 years.
11. There are so many kind of apples, that if you ate a new one everyday, it would take over 20 years to try them all.
12. You can survive without eating for weeks, but you will only live 11 days without sleeping.
13. People who laugh a lot are healthier than those who don’t.
14. Laziness and inactivity kills just as many people as smoking.
15. A human brain has a capacity to store 5 times as much information as Wikipedia
16. Our brain uses same amount power as 10-watt light bulb!!
17. Our body gives enough heat in 30 mins to boil 1.5 litres of water!!
18. The Ovum egg is the largest cell and the sperm is the smallest cell !!
19. Stomach acid (conc. HCl) is strong enough to dissolve razor blades!!
20. Take a 10-30 minute walk every day. & while you walk, SMILE. It is the ultimate antidepressant.
SEE OLD NEWS ABOUT SHIKSHAMITRAS.... AND AFTER APPOINTING THEM GOVT. HAVE ALREADY DONE CONTEMPT OF COURT ..... DO U AGREE ...............
ReplyDeleteAd-hoc teachers are Shiksha ‘shatrus’: Supreme Court
20 May 2013
Supreme Court has called the teachers appointed on ad-hoc basis by state governments as Shiksha ‘shatrus’ (enemies). The SC said that appointment of teachers in primary schools on ad hoc basis by various state governments without following proper qualification are spoiling the entire education system and future of the country.
A Bench of Justices B S Chauhan and Dipak Misra expressed their strong disapproval of such a system and said it was ‘shocking’ even after the implementation of Right to Education Act (RTE).
“A populist principality cannot spoil the future of the country. We want to know qualification of teachers,” the Bench observed while hearing Gujarat government’s plea on a case pertaining to appointment of “Vidya Sahayak” in primary schools.
The Bench asking the state government to place details relating to qualification and appointment of such teachers said, “How do you bring such policies when there is Article 21A. It is shocking. There are such appointments in UP also. These Shiksha Sahayaks (helpers) are Shiksha ‘shatrus’ (enemies)”.
“Once we have implemented Article 21A, can we allow such system? Our concern is quality of education and we are very serious about the kind of education we are imparting. We spoil the entire education system by appointing ad-hoc teachers who do not have proper qualification,”the court said, reported Indian Express.
नोटीस जारी ..
ReplyDeleteuttar pradesh sarkar ne supreme court ke aadesha anushar , sabhi respondent ko ,3 march ki sunwai ke maddenajar.. samachar patr ke madhyam se notice jari ki.......... dainik hindustan , allahabad ... page 8, 9, 10 , 11(lucknow edition me bhi hai ).......... kul 873 logo ko ........
जिन्दगी मे सफल होने के लिय थोड़ा सा एक्सट्रा करना होगा,
ReplyDeleteजिस सफर मे दूसरे लोग थक कर रुक जाएँ वहाँ आप सिर्फ एक कदम आगे बढ़िए....
*A prayer before meals*
ReplyDeleteWhen food is consumed with the conviction that it is the holy sacrament (prashad) of God, then it provides nutrition to the body and satisfaction.
सर्वोच्च न्यायालय का भावी आदेश नकल माफियाओं का अंत कर शिक्षा को पटरी पर लाने मे मील का पत्थर साबित होगा !
ReplyDeleteUniversal Truth....
ReplyDelete1. Shikshamitra bina Tet kabhi adhyapak nhi banenge. Gov. GO to kya balki agar CM khud joining letter ghar jakar dekar aaye...
2. sabhi CM ka GO, niyamawali, bharti process ka adhikaar aur naak ek jaise hi hote hai dhekhne me kaise bhi ho, matlab power sabko milti hai.
सपा भगाओ उत्तर प्रदेश बचाओ
ReplyDelete.
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सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार आज के हिन्दुस्तान में सरकार द्वारा नोटिस जारी ....
A- अबे सोच ...!!
ReplyDeleteअगर गलत कमरा हुआ तो क्या हो सकता है?
B- वो छोड़ यार..!!
ये सोच कि अगर सही कमरा हुआ तो क्या-क्या हो सकता है।
Its positive thinking!
पूरी post नहीं पढ़ सकते तो यहाँ click कर देखें !
ReplyDeletehttp:// www.youtube.com/ watch?v=IB-uIdN0 nyk______________________________________
दोस्तो सबसे पहले साँपो के बारे मे एक महत्वपूर्ण बात आप ये जान लीजिये ! कि अपने देश भारत मे 550 किस्म के साँप है ! जैसे एक cobra है ,viper है ,karit है ! ऐसी 550 किस्म की साँपो की जातियाँ हैं ! इनमे से मुश्किल से 10 साँप है जो जहरीले है सिर्फ 10 ! बाकी सब non poisonous है! इसका मतलब ये हुआ 540 साँप ऐसे है जिनके काटने से आपको कुछ नहीं होगा !! बिलकुल चिंता मत करिए !
लेकिन साँप के काटने का डर इतना है (हाय साँप ने काट लिया ) और कि कई बार आदमी heart attack से मर जाता है !जहर से नहीं मरता cardiac arrest से मर जाता है ! तो डर इतना है मन मे ! तो ये डर निकलना चाहिए !
वो डर कैसे निकलेगा ????
जब आपको ये पता होगा कि 550 तरह के साँप है उनमे से सिर्फ 10 साँप जहरीले हैं ! जिनके काटने से कोई मरता है ! इनमे से जो सबसे जहरीला साँप है उसका नाम है !
russell viper ! उसके बाद है karit इसके बाद है viper और एक है cobra ! king cobra जिसको आप कहते है काला नाग !! ये 4 तो बहुत ही खतरनाक और जहरीले है इनमे से किसी ने काट लिया तो 99 % chances है कि death होगी !
लेकिन अगर आप थोड़ी होशियारी दिखाये तो आप रोगी को बचा सकते हैं
होशियारी क्या दिखनी है ???
आपने देखा होगा साँप जब भी काटता है तो उसके दो दाँत है जिनमे जहर है जो शरीर के मास के अंदर घुस जाते हैं ! और खून मे वो अपना जहर छोड़ देता है ! तो फिर ये जहर ऊपर की तरफ जाता है ! मान लीजिये हाथ पर साँप ने काट लिया तो फिर जहर दिल की तरफ जाएगा उसके बाद पूरे शरीर मे पहुंचेगा ! ऐसे ही अगर पैर पर काट लिया तो फिर ऊपर की और heart तक जाएगा और फिर पूरे शरीर मे पहुंचेगा ! कहीं भी काटेगा तो दिल तक जाएगा ! और पूरे मे खून मे पूरे शरीर मे उसे पहुँचने मे 3 घंटे लगेंगे !
मतलब ये है कि रोगी 3 घंटे तक तो नहीं ही मरेगा ! जब पूरे दिमाग के एक एक हिस्से मे बाकी सब जगह पर जहर पहुँच जाएगा तभी उसकी death होगी otherwise नहीं होगी ! तो 3 घंटे का time है रोगी को बचाने का और उस तीन घंटे मे अगर आप कुछ कर ले तो बहुत अच्छा है !
क्या कर सकते हैं ?? ???
ReplyDeleteघर मे कोई पुराना इंजेक्शन (injection) हो तो उसे ले और आगे जहां सुई(needle) लगी होती है वहाँ से काटे ! सुई(needle) जिस पलास्टिक मे फिट होती है उस प्लास्टिक वाले हिस्से को काटे !! जैसे ही आप सुई के पीछे लगे पलास्टिक वाले हिस्से को काटेंगे तो वो injection एक सक्षम पाईप की तरह हो जाएगा ! बिलकुल वैसा ही जैसा होली के दिनो मे बच्चो की पिचकारी होती है !
उसके बाद आप रोगी के शरीर पर जहां साँप ने काटा है वो निशान ढूँढे ! बिलकुल आसानी से मिल जाएगा क्यूंकि जहां साँप काटता है वहाँ कुछ सूजन आ जाती है और दो निशान जिन पर हल्का खून लगा होता है आपको मिल जाएँगे ! अब आपको वो injection( जिसका सुई वाला हिस्सा आपने काट दिया है) लेना है और उन दो निशान मे से पहले एक निशान पर रख कर उसको खीचना है ! जैसी आप निशान पर injection रखेंगे वो निशान पर चिपक जाएगा तो उसमे vacuum crate हो जाएगा ! और आप खींचेगे तो खून उस injection मे भर जाएगा ! बिलकुल वैसे ही जैसे बच्चे पिचकारी से पानी भरते हैं ! तो आप इंजेक्शन से खींचते रहिए !और आप first time निकलेंगे तो देखेंगे कि उस खून का रंग हल्का blackish होगा या dark होगा तो समझ लीजिये उसमे जहर मिक्स हो गया है !
तो जब तक वो dark और blackish रंग blood निकलता रहे आप खिंचीये ! तो वो सारा निकल आएगा ! क्यूंकि साँप जो काटता है उसमे जहर ज्यादा नहीं होता है 0.5 मिलीग्राम के आस पास होता है क्यूंकि इससे ज्यादा उसके दाँतो मे रह ही नहीं सकता ! तो 0.5 ,0.6 मिलीग्राम है दो तीन बार मे आपने खीच लिया तो बाहर आ जाएगा ! और जैसे ही बाहर आएगा आप देखेंगे कि रोगी मे कुछ बदलाव आ रहा है थोड़ी consciousness (चेतना) आ जाएगी ! साँप काटने से व्यकित unconsciousnessहो जाता है या semi consciousness हो जाता है और जहर को बाहर खींचने से चेतना आ जाती है ! consciousness आ गई तो वो मरेगा नहीं ! तो ये आप उसके लिए first aid (प्राथमिक सहायता) कर सकते हैं !
इसी injection को आप बीच से कट कर दीजिये बिलकुल बीच कट कर दीजिये 50% इधर 50% उधर ! तो आगे का जो छेद है उसका आकार और बढ़ जाएगा और खून और जल्दी से उसमे भरेगा !
तो ये आप रोगी के लिए first aid (प्राथमिक सहायता) के लिए ये कर सकते हैं !
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दूसरा एक medicine आप चाहें तो हमेशा अपने घर मे रख सकते हैं बहुत सस्ती है homeopathy मे आती है ! उसका नाम है NAJA (N A J A ) ! homeopathy medicine है किसी भी homeopathy shop मे आपको मिल जाएगी ! और इसकी potency है 200 ! आप दुकान पर जाकर कहें NAJA 200 देदो ! तो दुकानदार आपको दे देगा ! ये 5 मिलीलीटर आप घर मे खरीद कर रख लीजिएगा 100 लोगो की जान इससे बच जाएगी ! और इसकी कीमत सिर्फ पाँच रुपए है ! इसकी बोतल भी आती है 100 मिलीग्राम की 70 से 80 रुपए की उससे आप कम से कम 10000 लोगो की जान बचा सकते हैं जिनको साँप ने काटा है !
ReplyDeleteऔर ये जो medicine है NAJA ये दुनिया के सबसे खतरनाक साँप का ही poison है जिसको कहते है क्रैक ! इस साँप का poison दुनिया मे सबसे खराब माना जाता है ! इसके बारे मे कहते है अगर इसने किसी को काटा तो उसे भगवान ही बचा सकता है ! medicine भी वहाँ काम नहीं करती उसी का ये poison है लेकिन delusion form मे है तो घबराने की कोई बात नहीं ! आयुर्वेद का सिद्धांत आप जानते है लोहा लोहे को काटता है तो जब जहर चला जाता है शरीर के अंदर तो दूसरे साँप का जहर ही काम आता है !
तो ये NAJA 200 आप घर मे रख लीजिये !अब देनी कैसे है रोगी को वो आप जान लीजिये !
ReplyDelete1 बूंद उसकी जीभ पर रखे और 10 मिनट बाद फिर 1 बूंद रखे और फिर 10 मिनट बाद 1 बूंद रखे !! 3 बार डाल के छोड़ दीजिये !बस इतना काफी है !
और राजीव भाई video मे बताते है कि ये दवा रोगी की जिंदगी को हमेशा हमेशा के लिए बचा लेगी ! और साँप काटने के एलोपेथी मे जो injection है वो आम अस्तप्तालों मे नहीं मिल पाते ! डाक्टर आपको कहेगा इस अस्तपाताल मे ले जाओ उसमे ले जाओ आदि आदि !!
और जो ये एलोपेथी वालो के पास injection है इसकी कीमत 10 से 15 हजार रुपए है ! और अगर मिल जाएँ तो डाक्टर एक साथ 8 से -10 injection ठोक देता है ! कभी कभी 15 तक ठोक देता है मतलब लाख-डेड लाख तो आपका एक बार मे साफ !! और यहाँ सिर्फ 10 रुपए की medicine से आप उसकी जान बचा सकते हैं !
और राजीव भाई इस video मे बताते है कि injection जितना effective है मैं इस दवा(NAJA) की गारंटी लेता हूँ ये दवा एलोपेथी के injection से 100 गुना (times) ज्यादा effective है !
तो अंत आप याद रखिए घर मे किसी को साँप काटे और अगर दवा(NAJA) घर मे न हो ! फटाफट कहीं से injection लेकर first aid (प्राथमिक सहायता) के लिए आप injection वाला उपाय शुरू करे ! और अगर दवा है तो फटाफट पहले दवा पिला दे और उधर से injection वाला उपचार भी करते रहे !
दवा injection वाले उपचार से ज्यादा जरूरी है !!
________________________________
तो ये जानकारी आप हमेशा याद रखे पता नहीं कब काम आ जाए हो सकता है आपके ही जीवन मे काम आ जाए ! या पड़ोसी के जीवन मे या किसी रिश्तेदार के काम आ जाए! तो first aid के लिए injection की सुई काटने वाला तरीका और ये NAJA 200 hoeopathy दवा ! 10 - 10 मिनट बाद 1 - 1 बूंद तीन बार
रोगी की जान बचा सकती है !!
आपने पूरी post पढ़ी बहुत बहुत धन्यवाद !!
यहाँ जरूर click करे !
http:// www.youtube.com/ watch?v=IB-uIdN0 nyk वन्देमातरम !
Aasu Tab Nahi Aate,
ReplyDeleteJab Aap Kisi Ko Kho Dete Ho,
Aasu To Tab Aate Hai
Jab Aap Khud Ko Kho Kar Bhi Kisi Ko Pa Nahi Sakte.!!
4 बहनें थी..
ReplyDeleteएक का नाम था टूटेली,
दूसरी का नाम था फटेली,
तीसरी का नाम था सड़ेली,
चौथी का नाम था मरेली..
एक दिन उनके घर पर गेस्ट आए.. मम्मी ने, पूछा ,: आप उपर
कुर्सी पर बैठेंगे या नीचे चटाई पर..?
गेस्ट: कुर्सी पर
मम्मी: टूटेली!! कुर्सी लेकर आओ.
गेस्ट: नहीं नहीं ठीक है.. हम चटाई पर ही बैठ जाएँगे..
मम्मी: फटेली!! चटाई लेकर आओ.
गेस्ट: रहने दीजिए हम ज़मीन पर ही बैठ जाएँगे.
(गेस्ट ज़मीन पर बैठ गये..)
लड़की: आप चाय पीएँगे या दूध?
गेस्ट: छाए
मम्मी: सड़ेली!! चाय लेकर आओ.
गेस्ट: नहीं, नहीं, हम दूध ही पी लेंगे.
मम्मी: मरेली!! गाय का दूध लेके आओ.
(गेस्ट कन्फ्यूज़ हो गया.) और घर के बाहर भागा..!!!
टेट मित्रो सादर नमस्कार ...
ReplyDeleteकिसी भी संघठन का आधार उसकी पारदर्शिता होती है ,, चाहे वह कार्य करने में पारदर्शिता हो , चाहे आर्थिक पारदर्शिता हो .... हमारे द्वारा सुप्रीम कोर्ट में किये गए विधिक व्यय एवम , प्राप्त अंशदान का विवरण निम्न है ..
विधिक व्यय (खर्च )>>.>
1. rohinton fali nariman ……. फीस .. 5,50000 ( पांच लाख पचास हजार )
..............................CLERK खर्च........30,000 ( तीस हजार )
2. सी एल पाण्डेय .......फीस ....... .........1,95000 (एक लाख पंचानबे हजार )
3. मीनाक्षी अरोरा ........फीस ............ ….1,10,000 ( एक लाख दस हजार ) , aor सहित
4. अलोक गुप्ता (AOR ). फीस .......... ……..20,000 (बीस हजार )
5. आभा शर्मा (AOR).....फीस ......................30,000 (तीस हजार )
6. rohinton fali nariman ji की caveat …….4,000
7. caveat for all respondent………………………3,000
8. case history of brief for all advocate…….2,000
9. government slp निकलवाने का व्यय .......10,000
10. लार्जर बेंचे एवम प्रभाकर सिंह की फाइल .....3000
11. gov slp,db special appeal ,
photocopy for all advocate………………………..12000
12. paper work ………………………………………….. 8000
..........कुल व्यय (खर्च ) ...................9,77,000 (नौ लाख सतहत्तर हजार )
अंशदान >>>>>>
ReplyDelete1. इलाहाबाद यूनिट ......... 5,04000 (पाच लाख चार हजार )
2. हमारे द्वारा दिए गए JITENDR SINGH के अकाउंट ..........
JITENDRA SINGH ….
A/C NO---0348000100277277
PUNJAB NATIONAL BANK , MAINPURI …
IFSC CODE PUNB0034800
में बिभिन्न जिला प्रतिनिधियों , सक्रीय टेट साथियों एवम फेस बुक के टेट साथियों द्वारा 13 feb 2014 तक किया किया गया कुल अंशदान से प्राप्त ........... 20000 ( दो लाख)
(JITENDR सिंह जी ने अपने फेस बुक वाल पर इस खाते का विवरण , पासबुक की स्कैन कॉपी के साथ अपलोड किया है उसे आप जितेन्द्र सिंह की वाल पर जाकर देख सकते है .)
3.हमीरपुर ……. ………..19,000
4.संत कबीर नगर ……..30,000
5.बनारस ……………………30,000
6.भदोही ……………………..17,000 (14,500+2,500)
7.उन्नाव ……………………30,000
8.गाजीपुर …………………..9,000
9.महोबा …………………….15,000
10.सीतापुर ………………….5,000
11..बरेली ……………..4,000
12..मिर्जापुर ………… 25,000
13.. बाँदा ...............10,000
14.delhi................9000
15. आजमगढ़ .........5000
16. सीतापुर(13 feb) .........10000
17. boota singh ……….3000
18. devesh trivedi………...2000
कुल अंशदान ......... 9,27,000( नौ लाख सत्ताईस हजार )
नोट ----------
ReplyDelete1. 13 feb 2014 को सुबह 10 बजे तक supreme कोर्ट में अधिवक्ता rohinton fali nariman का 5,80,000 पेमेंट करना था जिसमे की 1,50,000 रूपया कम हो रहा था जो की एक लाख रूपया माननीय श्याम देव मिश्र जी से तथा 50,000 रुपये , जितेन्द्र मैनपुरी का व्यक्तिगत पैसा लेकर पूरा किया गया ,, जिससे की 13 एवम 14 feb को शाम तक 1 लाख रुपये जितेन्द्र के अकाउंट में उक्त जनपदों से आ गए थे , अतः इस समय श्याम देव मिश्र जी का 50,000 रुपये कर्ज अभी भी बाकी है ...
2. सी एल पांडे की फीस में से 25,000 का भुगतान अभिषेक श्रीवास्तव , अधिवक्ता इलाहाबाद द्वारा ,किया गया था , परन्तु वर्तमान में वो ये फीस सी एल पांडे से मांग रहे है अतः ,, इलाहाबाद को 25,000 को देना पड़ेगा ..
3. इस प्रकार कुल 50,000 + 25000 यानि कुल 75000 की व्यवस्था हमें अब भी करनी है
4. लखनऊ मीटिंग में प्रस्तावित , अवनीश यादव एवम अनिल बर्मा के अकाउंट से एवम लखनऊ में इकट्ठा विभिन्न जिला प्रतिनिधियों से प्राप्त पैसो से हमें कोई आर्थिक सहयोग न मिलने के बावजूद , ...................विशेष कर इलाहाबाद , विभिन सहयोगी जिलो से एवम विभिन टेट साथियों से , इतने कम समय में जो आर्थिक सहयोग एवम समर्थन मिला ,, हम उसके ताउम्र आभारी रहेंगे ,,,,
4.. 14 feb की सुनवाई के बाद ,DELHI की मीटिंग में सर्वसहमति से , rohinton fali nariman जी को ,, 3 मार्च 2014 को , खड़ा करने का आह्वाहन हुआ था ,,,
अतेव 3 मार्च की महत्वपूरण तारीख को...
ReplyDeleteसंविधान विशेषज्ञ ...,
सिर्विस मैटर के सबसे बड़े वकील... ,
सबसे कम उम्र में सुप्रीमकोर्ट के सीनियर अधिवक्ता बने वाले ..
14 feb की बहस की जान ....
…….. rohinton fali nariman जी को पुनः हमारी तरफ से खड़ा किया जायेगा .........
........... अतः इनकी लगभग 5,50,000 फीस को देने हेतु सभी टेट जिला प्रतिनिधियों एवम टेट साथियों को अपना अमूल्य अंशदान करना होगा ,,अतः इनकी फीस की व्यवस्था हेतु अपना अमूल्य योगदान सुनिश्चित करे ......
3. इनके अतरिक्त पहले से प्रस्तावित सभी वकील , 3 मार्च को , हमारे लिए बहस के लिए उपलब्ध रहेंगे...
4. .…मै चार फोटो अपलोड कर रहा हु ,,,, 1.nariman जी की फीस रसीद ,,2. सी एल पांडे जी की फीस रसीद 3, मीनाक्षी अरोरा जी की फीस रसीद 4. आभा जी(AOR) की फी रसीद आदि
जिसको चाहिए वह मुझे मेल करे !