UPTET : Supreme Court Hearing on 14th Feb
2014, Order. Next Date 3rd March 2014
See complete hearing about UPTET
case -
ITEM
NO.52 COURT NO.4 SECTION XI
S U P R E M E C O U R T
O F I N D I A
RECORD OF PROCEEDINGS
Petition(s)
for Special Leave to Appeal (Civil) No(s).29390/2013
(From
the judgement and order dated
31/05/2013 in CMWP
No.12908/2013 of
The
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD)
RAM
PRAKASH SHARMA & ORS Petitioner(s)
VERSUS
STATE
OF U.P & ORS
Respondent(s)
(With
appln(s) for impleadment and prayer for interim relief ))
WITH
S.L.P.(C)...CC NO. 1465 of 2014
(With
prayer for interim relief and office report)
SLP(C)
NO. 1874-1902 of 2014
(With
office report)
SLP(C)
NO. 29885 of 2013
(With
office report)
SLP(C)
NO. 35964-35965 of 2013
(With
office report)
SLP(C)
NO. 36455 of 2013
(With
office report)
Date:
14/02/2014 These Petitions were called
on for hearing today.
CORAM
:
HON'BLE DR. JUSTICE B.S. CHAUHAN
HON'BLE MR. JUSTICE M.Y. EQBAL
For
Petitioner(s) Mr. Abhishek Manu
Singhvi, Sr. Adv.
Mr. Nidhesh Gupta, Sr.
Adv.
Mr. R.K. Singh, Adv.
Mr. Kumar Gaurav, Adv.
Mr. B.N. Dubey, Adv.
Mr. Sajith P., Adv.
Mr. Fakhruddin, Sr.
Adv.
Mr. Raj Kishor Choudhary, Adv.
Ms. Neeru Sharma, Adv.
Mr. Surya Kamal
Mishra, Adv.
Mr. Sadaf Rehman, Adv.
Mr. T. Mahipal,Adv.
Mr. Sarad Kumar
Singhania,Adv.
Mr. Satya Mitra
Garg,Adv.
Mr. Garvesh Kabra,Adv.
For
Respondent(s) Ms. Shobha Dixit,
Sr. Adv.
Mr. M.R. Shamshad,Adv.
Ms. Malvika Trivedi, Adv.
Mr. Alok Gupta,Adv.
Mr. Gopal Singh,Adv.
Mr. Amitesh Kumar,
Adv.
Mr. Shashank Shekhar,
Adv.
Ms. Sushma Suri,Adv.
Ms. Shobha
Dixit,Sr.Adv.
Mr. M.R. Shamshad,Adv.
Ms. Malvika
Trivedi,Adv.
UPON hearing counsel the Court made
the following
O R D E R
It is
pointed out by
the learned counsel
for the
petitioners that so far as SLP(C)
No. 29390 of
2013 is concerned,
service
is complete. The
petitioner may serve
the unserved
respondents in rest of the matters.
Ms. Shobha Dixit, learned senior counsel appearing for the
State in all
the matters prays and is permitted
one week's time
to
file counter
affidavit. Mr. Gopal Singh, learned
counsel appearing
for National
Council for Teacher Education(NCTE)
prays and is
also
granted one
week's time to
file counter affidavit.
Rejoinder
affidavit, if
any, may be filed within one week thereafter.
List
the matters on 3rd March, 2014.
(O.P. Sharma) (M.S. Negi)
Court Master Assistant Registrar
Source : http://courtnic.nic.in/supremecourt/temp/sc%202939013p.txt
1. Jab Bunch matter hota hai aur caviets file ki gayi hoti hai ko ek samanya prakriya ke tehat SC se sabhi pakshkaro ko notice issue kiya jata hai, yeh koi asamanya baat nahi varan ek aupcharikta matra hai....
ReplyDelete2. Lekin state ko kamjor nahi samajhna hoga, Mukul Rohtagi koi naya paitara chal sakte hai sath hi state naye sr. lawyers ko bhi engage kar sakti hai....
ReplyDelete3. SLP dismiss nahi ho saki kyoki usme hamari bharti ke sath judges ko 15 amendment ke kharij hone sambandhi bato par vichar karna hai, lekin ye baat achchhi rahi ki judges ne pehle 72825 ki bharti ko clear karne ko kaha hai..
ReplyDelete4. Judges ke rukh ko dekhte hue ye saaf-saaf kaha ja sakta hai ki 03 tarikh ko TET merit par muhar lag jayegi...lekin hame ati ashawadi hone se bachna hoga aur apni tyyario ko poore jor-shor se aage bhadhana hoga..
ReplyDelete5. 03 march ko hame fir se apne sabhi seniors ko khada karna hai...iske liye pure pradesh ke TETian ko ekjut hokar sehyog karna hoga....
ReplyDelete6. SC ka order aane par hamari bharti par 31 march ki deadline ya code of conduct sambandhi bato ka koi prabhav nahi padega..
ReplyDeleteHAM BAS JEET SE EK KADAM DOOR HAI.....LEKIN YE KADAM SAMBHAL KAR RAKHNA HOGA...
टीईटी संर्घष र्मोचा उ॰ प्र॰
ReplyDeleteआप सभी आवेदन करने वाले भाई बहन अपने अपने जिलो मेँ चयनित हो जायेगेँ ( महिला अभ्यर्थि 4 न॰ कम कर के देखे )
जिला - सा॰/ पि॰/ अनु॰/ बिकलांग
1- मेरठ 131/129/121/118
2- बागपत122/119/113/96
3-गाजियाबाद133/131/122/119
4- आगरा125/121/117/105
5-मैनपुरी 119/114/109/96
6-एटा 118/113/96/91
7-काशीनगर111/109/96/92
8-हाथरस119/116/96/89
9-बदायु121/116/104/96
10-पीलीभीत114/110/91/88
11-शाहजहाँपुर111/107/91/87
12- इलाहाबाद121/117/109/98
13- प्रतापगढ113/109/91/88
14- चन्दौली 107/105/90/88
15- गाजीपुर109/106/93/87
16- जौनपुर105/101/89/84
17-मीरजापुर101/97/86/84
18- संतरबिदास नगर99/97/88/88
19- लखनऊ138/137/132/127
20- सीतापुर101/98/84/83
21-रायबरैली111/108/95/89
22-उन्नाव117/113/103/96
23- गोरखपुर110/106/99/93
24- देवरिया103/101/94/86
25-कुशिनगर102/99/87/84
26-महराजगंज103/99/87/83
27- बस्ती119/116/97/93
प्रिय मित्रों , नमस्कार ।
ReplyDeleteआपका प्रथम दायित्व यह है कि
सर्वप्रथम आपने जिस खाते में सहायता राशि जमा की है उसका स्टेटमेंट आपको दिखाया जाये।
इसकी आप जोरदार तरीके से मांग करें।
मै स्पष्टरूप से पीड़ितों , गरीबों और असहायों के साथ हूँ।
मै पिछली बार धर्मसंकट में था अतः धन उगाही के मामले में खुलकर बोल न सका ।
मेरे पास तमाम फोन आये और जितेन्द्र सिंह और अवनीश जी
में किसी एक के विषय में पूछा तो मै जवाब नहीं दे सका।
मै सहयोग करने वाले समस्त बेरोजगारों का दिल से आभारी हूँ ।
मै सिर्फ बेरोजगारों का शुभचिंतक हूँ इसलिए अपने विचार रख रहा हूँ , आप मेरा सुझाव मानने के लिए बाध्य नहीं किये जा सकते हैं।
ReplyDeleteआप ध्यान रखे कि आप के धन का उपयोग सुरा के प्रयोग में भी किया जा सकता है।
मै उस समय भी बता रहा था जब सिंगल बेंच में थर्ड पार्टी के नाम पर आपसे धन उगाही हो रही थी और आपको बताया जा रहा था कि आप थर्ड पार्टी बन गये हो ।
वो तो भला हो रणजीत सिंह यादव का कि उन्होंने डिवीज़न बेंच में SLP डालकर पोल खोली कि हम थर्ड पार्टी नहीं थे।
इस प्रकार मै अपने उत्तरदायित्व का सदैव निर्वहन कर रहा हूँ मानना न मानना आपकी मर्जी की बात है।
आपको डिवीज़न बेंच में स्थगन १५०/२०१३ के लीडिंग रोल में मिला था जब एक फाइल वृहद्पीठ नहीं गयी और हरकौली जी बेंच में अम्बवानी जी कि बेंच से पुनः लौट आयी तो उस केस के लीड होने की भविष्यवाणी मैंने तत्काल की थी । मुझे बताया गया कि उस याचिका में कोई विशेष वजह थी इसलिए नहीं गयी ।
मै भी उन विषय को भली प्रकार से जानता था और स्वतंत्र रूप से लिखता था।
इस प्रकार सहयोग करने के पहले आपको सावधान रहना होगा।
इस संगठन में मेरा आज जिससे रिश्ता है इसके हितों को लेकर ही है अन्यथा आप मुझे अपना कितना करीबी माने परन्तु आपकी तनिक भी चाल तत्काल मेरे द्वारा सबके सामने रखी जायेगी।
सुप्रीम कोर्ट में कुछ चाल हुयी है लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है ।
न्यायिक प्रक्रिया में ये सब होता रहता है न्याय का चौखट भली प्रकार से जानता है कि मेरे ऊपर कोई नहीं है अतः सबकी सुनता है परन्तु इस मामले में सब कुछ स्पष्ट है ।
आपका शुभचिंतक
उप्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका ..
ReplyDeleteTET मेरिट पर ही होगी 72,825 शिक्षकों की भर्ती
..............
उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 72,825 सहायक अध्यापकों के चयन और नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को यूपी के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में इन हजारों सहायक अध्यापकों के चयन और नियुक्ति के मसले पर हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
हालांकि, राज्य सरकार की याचिका पर शीर्षस्थ अदालत ने नोटिस जारी कर प्रतिपक्षों से जवाब तलब किया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शिक्षकों के चयन टीईटी की मेरिट के आधार पर किए जाने का आदेश दिया था और बसपा सरकार में 30 नवंबर, 2011 को जारी हुए भर्ती विज्ञापन को सही ठहराया।
साथ ही मौजूदा सरकार के 31 अगस्त, 2012 के शासनादेश को रद्द कर दिया है। उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट ने सूबे की सरकार को 31 मार्च तक भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है
माननीय मुख्यमंत्री जी ,
ReplyDeleteबिना TET परीक्षा पास किये शिक्षामित्रो के समायोजन के निर्णय से हम हतप्रभ हैं .
श्रीमान , यह निर्णय कहाँ तक उचित है की तमाम स्नातकोत्तर , तमाम बी एड , तमाम स्नातक , और तमाम TET उत्तीर्ण बेरोजगारी की मार सहे और मात्र इंटर पास, शिक्षामित्र सरकारी नौकरी करें .
ऐसे में मेहनत कर के उच्च शिक्षा प्राप्त करने का क्या लाभ ...???
बेकार है बी एड और TET की परीक्षा ...
ऐसा कहा जाता रहा है की TET में धांधली हुई ,, श्रीमान जी , धांधली तो हाईस्कूल , इंटर की परीक्षा में भी होती आई है प्रति वर्ष , न जाने कितने नकलची पकडे जाते हैं , इसका ये मतलब तो नहीं कि पूरी परीक्षा निरस्त हो , निरस्त तो वह होता है जो नकल में पकड़ा जाता है ....
श्रीमान जी , जैसा की आप जानते हैं, कि TET अभ्यार्थी हाईकोर्ट से जीत चुके हैं , ऐसे में आपको उदारता का परिचय देते हुए ऐतिहासिक निर्णय लेना था , की समस्त TET पास की नियुक्ति होगी , लगभग ढाई लाख अभ्यार्थियों को लाभ मिलता , और सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धी होती ,
श्रीमान जी , TET पास अभ्यार्थी में उनकी संख्या अधिक हैं , जिन्होंने भारत के सबसे कठिन बोर्ड माध्यमिक शिक्षा परिषद से उत्तीर्ण किआ है , जिसका कोर्स न केवल सबसे कठिन था , अपितु परीक्षा में सख्ती भी थी , ऐसे में उनके नम्बर अपेक्षाकृत कम आ गये , उस पर भी तमाम लोगो ने ऐसे विश्वविद्यालयोंमें दाखिला लिया , जहाँ वास्तविक मूल्यांकन होता है और नम्बर बांटे नहीं जाते ...,स्वाभाविक है वो मेरिट की दौड़ में पिछड़ गए .
श्रीमानजी , आप जानते हैं , मामला सुप्रीमकोर्ट में है और अगली तिथि 3 मार्च है , निश्चित ही जीत TET पास अभ्यार्थी की तय है , ऐसे में सरकार की क्या स्थिति होनी है, आप समझ सकते हैं .....
श्रीमान जी , सरकार ने विगत में कई निर्णय गलत लिए , जिसका नुक्सान भी सरकार को उठाना पड़ा है , समझ में नहीं आता की वह लोग कौन हैं जो सरकार के सलाहकार हैं ,
आपको चाटुकार लोगो से अलग होकर स्वयम गम्भीरता से विचार करना चाहिए , अफसरशाही के निजी स्वार्थ होते हैं , वो सरकार को भ्रमित करते हैं .
आवश्यकता नए और योग्य सलाहकारों की है ... आपको याद होगा हमने पहले भी आपसे यह बात कही थी .
देर अभी भी नहीं हुई है , सरकार को स्वयम के विवेक से उचित निर्णय लेने होगे , ताकि प्रदेश की उन्नति और जनता की अपेक्षाओं को पूरा किआ जा सके .
Shakespeare Said
ReplyDelete“A boy & A girl can never
be Frndx 4ever”
.
Lincoln Said
…”Friendship is d starting
for what V call Love”
.
Wordsworth Said
“Proposing A boy or A
girl for Friendship is
Nothing but Indirectly saying
I LIKE YOU”
.
Jackie Chan Said
“Love Is A Everlasting
Friendship”
.
Micheal Jackson Said
“If One can become Ur
best Friend, then He/She
can easily become Ur life
partner”
.
This is for all those
Guys & Girls Who Say
“V r Just Good Friends”
.
ReplyDelete.
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मे
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री
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वा
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ली
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If You hope I was only a timepass in your life..
But some day u wil truly realise that the time passed with me was the most beautiful time ever....
कदम रुक गए जब पहुंचे हम रिश्तों के बाज़ार में...
ReplyDeleteबिक रहे थे रिश्ते खुले आम व्यापार में..
कांपते होठों से मैंने पुछा,
"क्या भाव है भाई इन रिश्तों का?"
दूकानदार बोला:
"कौन सा लोगे..?
बेटे का ..या बाप का..?
बहिन का..या भाई का..?
बोलो कौनसा चाहिए..?
इंसानियत का.या प्रेम का..?
माँ का..या विश्वास का..?
बाबूजी कुछ तो बोलो कौनसा चाहिए.चुपचाप खड़े हो कुछ
बोलो तो सही...
मैंने डर कर पुछ लिया दोस्त का..?
दुकानदार नम आँखों से बोला:
"संसार इसी रिश्ते पर ही तो टिका है ..,माफ़
करना बाबूजी ये रिश्ता बिकाऊ नहीं है..
इसका कोई मोल नहीं लगा पाओगे,
और जिस दिन ये बिक जायेगा... उस दिन ये संसार उजड़
जायेगा..."
सभी मित्रों को समर्पित.
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteएक नौजवान AAP वाली टोपी लगाकर Kejriwal की सभा सुनकर घर जा रहा था, रास्ते में कुछ बदमाशों ने उसको पकड़ कर पीटना शुरू कर दिया, अहिंसावादी होने के कारण वो मार खाता रहा, अचानक झटके से उसके सर पर
ReplyDeleteलगी हुई टोपी गिर गयी।
टोपी गिरते ही लड़के ने सिँघम स्टाइल में बदमाशों को कूटना शुरू कर दिया।
बदमाश उसके पैरों में गिर गए, उनमें से एक बदमाश बोला आप में अचानक इतनी ताकत कहाँ से आ गयी ??
लड़का बोला- टोपी गिरते ही Kejriwal का भूत उतर गया ।
और वह अपने पर आ गया ।
क्रिकेट का मैच हो रहा था। बल्लेबाज रन नही बना पा रहे थे।
ReplyDeleteएक दर्शक लगातार बल्लेबाजों के इस निकम्मेपन को कोस रहा था। उसके आसपास बैठे लोग जब सुनते सुनते उब गये तो उन्होने उसे मैदान मे धकेल दिया और कहा कि जा खुद खेल।
बल्लेबाजी कर रहे खिलाडी ने भी झट अपने पैड, ग्लव्स उतार के उसे पहनाए और बल्ला थमा दिया।
अब तो बेचारे नुकतेबाज दर्शक की हालत खराब हो गयी लेकिन यहाँ से भागना मुश्किल था सो चुपचाप स्ट्राइकर एंड पे पोजिशन लेनी पडी।
जैसे ही पहली गेंद पडी 145 किमी प्रति घंटे की, नुकतेबाज दर्शक की तो हालत खराब हो गयी।
उसके हाथ पाँव फूलने लगे, पसीना आने लगा।
उसने अगली गेंद पर अपना विकेट खाली छोड दिया लेकिन अबतक गेंदबाजी पक्ष भी उसे सबक सिखाने पे आ गया था।
गेंदबाज ने उसे बोल्ड न कर बॉडी लाइन बॉलिंग शुरु कर दी।
अब तो नुकतेबाज की हालत पतली होने लगी। उसने पगबाधा होने के लिए बार बार अपना पैर गेंद से लगाया लेकिन किसी ने आउट की अपील नही की। तब उसने जानबूझकर कैच देने शुरु किये लेकिन किसी ने कैच नही किया।
20 मिनट की बैटिंग मे नुकतेबाज की आधी जान खत्म हो गयी।
हार के उसने बहाने से अपना बल्ला विकेट पे मार दिया और हिट विकेट आउट होकर भाग गया।
.
जानते हो वो कौन था ? दिल्ली का एक नायक था ।
आपको बताना चाहता हूँ कि बंच केस में नोटिस सबको सर्व किया जाता है।
ReplyDeleteअतः चिंता न करें ।
सरकार ने नॉन टेट मामले में अपने खुद के लिए नोटिस जारी करने को कहा था।
मुकुल जी की यही पहचान है लेकिन चिंता की बात नहीं है क्योंकि नोटिस जारी होने के बाद फिर दो महीने के पहले डेट नहीं लगती है जबकि अपने मामले में अर्जेंसी में जल्दी डेट लग गयी है।
अपना मामला शीघ्र फाइनल हो जायेगा।
मामला विस्तृत था अतः धैर्य रखें।
ITEM NO.53 COURT NO.4 SECTION XI
S U P R E M E C O U R T O F I N D I
A
RECORD OF PROCEEDINGS
Petition(s) for Special Leave to
Appeal
(Civil) No(s).1874-
1902/2014
(From the judgement and order
dated
20/11/2013 in SAD
No.244/2012,SAD No.149/2013,SAD
No.150/2013,SAD No.152/2013,SAD
No.159/2013,SAD No.161/2013,SAD
No.200/2013,SAD No.205/2013,SAD
No.206/2013,SAD No.220/2013,SAD
No.227/2013,SAD No.228/2013,SAD
No.237/2013,SAD No.246/2013,SAD
No.248/2013,SAD No.249/2013,SAD
No.261/2013,SAD No.262/2013,SAD
No.264/2013,SAD No.265/2013,SAD
No.266/2013,SAD No.268/2013,SAD
No.302/2013,SAD No.307/2013,SAD
No.333/2013,SAD No.672/2013,SAD
No.697/2013,SAD No.698/2013,SAD
No.1736/2013 of The HIGH COURT
OF
JUDICATURE AT ALLAHABAD)
STATE OF U.P & ORS Petitioner(s)
VERSUS
SHIV KUMAR PATHAK & ORS
Respondent(s)
(With appln(s) for permission to file
lengthy list of
dates,exemptionfrom filing O.T. and
office report)
WITH I.A.NO.59-60
(With appln.(s) for impleadment and
exemption from filing O.T.)
WITH
SLP(C)NO.....CC1465/2014
(Swith appln.(s) for permission to
file
SLP and prayer for
interim relief and office report)
Date: 14/02/2014 These Petitions
were
called on for hearing
today.
CORAM :
HON'BLE DR. JUSTICE B.S. CHAUHAN
HON'BLE MR. JUSTICE M.Y. EQBAL
For Petitioner(s) Mr. Mukul Rohatgi,
Sr. Adv.
Mr. R. Venkataramani, Sr. Adv.
Mr. S.R. Singh, Sr. Adv.
Mr. Satya Mitra Garg,Adv.
Ms. Manju Aggarwal, Adv.
Ms. Neelam Singh, Adv.
Mr. Bhanu Pratap Singh, Adv.
Mr. Sodhan Babu, Adv.
Mr. Rakesh Dwivedi, Sr. Adv.
Ms. Preetika Dwivedi, Adv.
for Mr. Garvesh Kabra, Adv.2
For Respondent(s) Mr. Rohinton
Nariman, Sr. Adv.
Mr. Prashant Shukla, Adv.
Ms. Ankit Roopanwal, Adv.
Mr. Vishnu Jain, Adv.
Mr. Shri ram Parakkat, Adv.
Mr. Sadanand Mishra, Adv.
Mr. Dhirendra Singh Parmar, Adv.
Mr. Sushil Tomar, Adv.
Ms. Sudakshina Rathore, Adv.
Mr. Rohit Singh,Adv
Mr. S.C. Maheshwari, Sr. Adv.
Mr. Vipul Maheshwari, Adv.
Mr. Alok Gupta,Adv.
Mr. P.P. Rao, Sr. Adv.
Mr. Ashok Singh, Adv.
Mrs.K. Sarada Devi,Adv
Mr. P.S. Patwalia, Sr. Adv.
Mr. Amit Pawan, Adv.
Mr. Suryodaya Prakash Tiwari, Adv.
Mr. T.N. Tripathi, Adv.
Mr. Kausar Raza Faridi, Adv.
Mr. Rameshwar Prasad Goyal,Adv.
Mr. Manu Shanker Mishra ,Adv
Mr. A. Sharan, Sr. Adv.
Mr. Amit Anand Tiwari, Adv.
Mr. Aseem Chandra, Adv.
Mr. Vivek Singh,Adv
Mr. Amit Pawan,Adv
Mr. Ram Ekbal Roy,Adv.
Mr. Abhijit Kr.Chattopadhyay,Adv.
Mr. Harshvardhan Jha,Adv.
Mr. M.P. Jha,Adv.
Mr. C.L. Pandey, Sr. Adv.
Mr. Y.P. Dhingra, Adv.
Ms. Abha R. Sharma,Adv.
Dr. Monika Gusain,Adv.
Mr. Hari Om Yaduvanshi, Adv.
Mr. Abhinav Jain, Adv.
UPON hearing counsel the Court
made
the following
O R D E R 3
Permission to file SLP in SLP(C)...CC
No.1465/2014 is granted.
Application for impleadment
(I.A.NO.59-60 in
SLP(C)NO.1874-1902/2014) is
allowed
and applicants are
allowed to be impleaded as party
respondents.
Issue notice in all the SLPs
returnable
in two
weeks including the newly
impleaded
respondents in
SLP(C)NO.1874-1902/2014. In
addition
to the normal mode
of service, service may be effected by
paper publication
by the petitioners within a period of
one week from today
and they may file proof thereof
within
two weeks.
List the matters on 3rd March, 2014.
(O.P. Sharma) (M.S. Negi)
Court Master Assistant Registrar
♫ TRICK:
ReplyDelete♦ SAARC (MBBS PAIN):
Maldives, Bangladesh, Bhutan,
Srilanka, Pakistan, Afghanistan,
India, Nepal
♣ ASEAN ( BPLTV MIMCS)
Brunai, Philipines, Lavos, Thailand,
Vietnam, Malaysia, Indonesia,
Mynamar, Combodia, Singapore
◘ G8 Members (ABC FR JIG)
America, Britan, Canada, France,
Russia, Japan, Italy, Germany
○ G5 Members (CM IBSA)
China, Mexico, India, Brazil, South
Africa
☻SCO Members (TRUCKK)
Thazikistan, Russia, Uzbeckistan,
China, Khazikistan, Kirgisistan
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ReplyDelete.
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I have a pair of eyes but cant see you everyday,!!
i have a pair of ears but cant hear you every time,!!
but i have only one Heart that Loves u every time,!!
and says
I LOVE YOU .
जो लोग बिना टेट के एजुकेशन फ्रेंड (शिच्छा मित्र ) बनाने जा रहे है .....उत्तराखंड को भी याद कर ले की वहाँ क्या हुआ था ......उत्तराखंडविधान सभा का बिल उच्च -न्यायलय में धराशायी हो गया था
ReplyDeleteDosto- We are going to win on tet merit and old add on 3rd march 2014 .
ReplyDelete20 nov order par stay na milna hi hamari vijay hai aur sc ne kaha ki "Govnt has to follow the criteria of selection which is at the time of publishment of advt ie 30 nov 2011."
एक सांसद को मिलने वाली सुविधाएं
ReplyDelete=======================
१- 50 हजार एक महीने की सैलरी
२- 2 हजार रूपये प्रतिदिन का भत्ता संसद तथा कमेटी मीटिंग में जाने के लिए
३- 40 हजार रूपये हर महीने संसदीय क्षेत्र भत्ता
४- 4 लाख रूपये तक की व्याज रहित रकम गाडी खरीदने के लिए
५- 16 रूपये प्रतिकिलोमीटर गाडी में तेल खर्च के लिए मिलता है भत्ता
६- 1 लाख 50 हजार मुफ्त टेलीफोन कॉल्स
७- 50 हजार यूनिट मुफ्त बिजली हर साल
८- 34 एयरटिकेट हर साल
९- 75 हजार रूपये फर्नीचर के लिए
१०- रेलवे फर्स्ट क्लास ऐ.सी.में देश भर में परिजन के साथ मुफ्त
११-एअरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से गंतव्य तक जाने का भत्ता
१२ - मेडिकल सुविधा साथ निरावचन क्षेत्र से बाहर दिल्ली में रहने के लिए आवास
१३ - घर की रसोई में टाइल्स लगाने के के पैसे
१४ - संसद की कैंटीन में देश का सबसे सस्ता खाना इन गरीब सांसदों के लिए
अन्य भी सुविधाये ..........
इसके बाद भी ये संसद में कितनी गंभीरता से काम करते है सब जानते है
और जनता को क्या मिलता है बाबा जी का ठुल्लू ...
आप जो देखना चाहते हैं, आपको वही दिखाई देता है। आप जिसे पसंद नहीं करते, उसमें हजार अच्छाइयाँ होने के बाद भी आप उसमें बुराइयाँ ढूंढ ही लेंगे।
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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Waqt Kam Hai Sath Nibhane Me,
Isko Na Gawana Ruthne Manane Me,
Riste To Hamne Bana Liya Hai,
Bas Thoda Sath Dena Isko Nibhane Me.!
चलो अब सो जाते है फिर से किसी सच की तलाश में,
ReplyDeleteकल सुबह फिर इस झूठी दुनियाँ का दीदार करना है...
# GoodNight
सर्वोच्च न्यायालय में जो कुछ भी हुआ उसमें कुछ
ReplyDeleteभी नया या अप्रत्याशित नहीं था जो टेट मेरिट
समर्थकों को उम्मीद
थी वही हुआ, जिसकी पुष्टि न्यूज
चैनलों द्वारा सपा सरकार
को लगने वाले झटकों के रूप में और प्रिंट मीडिया द्वारा आज
सरकार
द्वारा मातम मनाने और 72825 की नियुक्ति केवल टेट मेरिट
से
ही होने के रूप में की गयी ,,,,,
अगर कुछ अप्रत्याशित था तो बस
ReplyDeleteइतना कि एक राजनीतिक लड़ाई के मुद्दे के लिये देश के जाने
माने
सर्वश्रेष्ठ संविधान विशेषज्ञों से लेकर राजनैतिक
प्रतिनिधियों तक
के अधिवक्ताओं की इतनी बड़ी फौज को देखकर सर्वोच्च
न्यायालय
के जजों का मन ही मन आश्चर्य चकित होना,,,,,और ये
सोचना कि बेरोजगारी तथा गरीबी की दोहरी मार झेलते हुए भारत
के
विकास की रीढ़ इन शिक्षित बेरोजगार नौजवानों के
पैसों की बर्बादी इतनी गैर ज़िम्मेदारी से क्यों ???
सबसे पहले उस दिन आपात स्थिति में नरीमन साहब की फीस
ReplyDeleteप्रतिपूर्ति में धन की अपर्याप्तता के समय श्यामदेव
मिश्रा जी द्वारा व्यक्तिगत रूप से निस्वार्थ एक लाख रुपये
उधार
के रूप में उपलब्ध कराने के लिए मै स्वयं और मेरे जैसे आम
टेटीयंस
की ओर से क्रतज्ञता प्रकट करता हूँ,,,,,साथ ही सुजीत भाई
के
प्रति भी आभार प्रकट करता हूँ कि उन्होने उस दौर में एक
लाख
रुपये उधार प्राप्त करने की अपनी विश्वसनीयता और
प्रतिष्ठा को कायम रखा हुआ है जिस दौर में लोग सौ रुपये
भी उधार
देने में कतराते हैं,,,,
साथ ही उन सभी साथियों और
ReplyDeleteभाइयों को ह्रदय
से धन्यवाद जिन्होने सर्वोच्च न्यायालय में इस लड़ाई के लिए
किसी भी तरह का कोई भी सहयोग दिया हो....... सरकार
को स्थगन
न मिलना निसंदेह सभी के संयुक्त प्रयासों का नतीजा है|
कोर्ट की बहस न्यायायिक कानूनी निर्वचन न होकर
राजनीति और गुटबंदी (जजों की, न्याय के याचियों की,
वकीलों की और राजनीतिक पार्टियों की) से प्रेरित
आक्रामकता की लड़ाई ज्यादा थी,,,,, जिसके बाद मुकुल
रोहतगी जी जैसे लोगों को अपनी वास्तविक
स्थिति का अंदाजा तो हो ही गया और साथ ही ये भी संकेत मिल
गये
कि अगली सुनवाई में और भविष्य में आम टेटीयंस के हित के
लिये
क्या-क्या और कौन-कौन प्रासंगिक है ???
सर्वोच्च न्यायालय के जजों ने 31 मार्च की समय
ReplyDeleteसीमा को देखते हुए साफ साफ ये जता दिया कि वो किन किन
बिन्दुओं
को जरूरी मानते हैं जो इस वाद के जल्द से जल्द निपटारे के
सबसे
उपयुक्त आधार, रास्ते और कारण हो सकते हैं,,,, जजों ने पूरे
मामले
को केवल 12वें संशोधन और 30-11-2011 के विज्ञापन
तथा उसकी शर्तों तक ही केन्द्रित करने की मंशा जताकर
अधिवक्ताओं को ये संदेश दे दिया है कि वे
अपनी बुद्धिमत्ता का गैर
जरूरी उपयोग न करके रावण की केवल नाभि पर वार करने पर
ही ध्यान केन्द्रित रखें|
सर्वोच्च न्यायालय ने जहाँ टेट धाँधली, हाई और लो पावर
ReplyDeleteकमेटी के
गठन और उसकी संस्तुतियाँ, टेट को केवल एक
पात्रता मानना जैसी दलीलों को महज एक तर्क से गैर
जरूरी बता दिया कि यदि टेट में धाँधली थी तो उस
परीक्षा को रद्द
क्यों नहीं किया गया ??? वहीं 15वें संशोधन और उसके
असंवैधानिक
होने के बिन्दुओं को नजरंदाज करने वाली अपनी भाव भंगिमा के
जरिये
इन बिन्दुओं को फिर से कोर्ट के सामने उठाने से ये कहकर रोक
दिया कि 12वें संशोधन और उसके अधीन विज्ञापन पर बात
करिए|
बुद्धिमान न्यायमूर्ति महोदय भी जानते हैं कि किस तरह इन
ReplyDeleteबेरोजगारों को कानूनी दाँव पेंचों की भूल भुलैया में उलझाकर
उनको पर्याप्त समय (जब तक बेरोजगारों की विरोधी राजनीतिक
पार्टी शासन में है) तक न्याय से वंचित रखा जा सकता है
इसलिए
उन्होने 12वें संशोधन और इसके इर्द गिर्द बहस करने की बात
कहकर बेरोजगारों को उस कानूनी भूल भुलैया से बाहर निकालने
का रास्ता उनके वकीलों को दिखा दिया है|
सभी आम टेटीयंस गंभीरता पूर्वक इस बात पर विचार करें
ReplyDeleteकि 12वां संशोधन विधि सम्मत था, इसमें किसी को कोई शक
नहीं होगा अब ??? किसी भी भर्ती में चयन के मानदंड
बनाना सरकार
या नियोक्ता का अधिकार है बशर्ते उस मानदंड में संवैधानिक
उपबंधों का अतिक्रमण न किया जाये |
ये तो आपको भी पता ही है टेट
ReplyDeleteपरीक्षा, समानता के अधिकार और लोकनियोजन में
अवसरों की समता जैसे अनुच्छेद 14 और 16 का प्रतिनिधित्व
करती है,,,,अप्रत्यक्ष रूप से ये अनुच्छेद 15 का भी पोषण
करती है|
टेट का जन्म शिक्षण प्रणाली में गुणवत्ता सुधार के लिये
होना और
आरटीई जैसे अधिनियम से इसको सुरक्षा कवच
पहनाया जाना इसकी उपयोगिता पहले ही साबित कर चुके
हैं,,,,जो लोग
ये कहते फिरते थे कि टेट को चयन का आधार
बनाया ही नहीं जा सकता उनको एनसीटीई पहले ही जवाब दे
चुकी है
ये कहकर कि वो सिर्फ न्यूनतम अर्हता तय करती है,,,चयन
प्रक्रिया और चयन आधार राज्य सरकार का विषय और
अधिकार
है,,,,,,,कल मुकुल रोहतगी जी के ये कहने पर कि एनसीटीई के
नियमों में टेट के वेटेज को दिये जाने की बात कही गयी है
जबकि तत्कालीन सरकार ने उसको चयन का आधार
बना दिया जो कि गलत है,,,,,इस पर नरीमन महोदय
का भी यही जवाब कि शिक्षा संविधान की समवर्ती सूची में है
(इसका अर्थ है कि इस विषय पर नियम बनाने का अधिकार
राज्य
और केंद्र दोनों को है,,,,,परंतु किन्ही नियमों में विरोधाभास होने
और
कानून के विषय समान होने पर केंद्र सरकार का नियम ही मान्य
और
अंतिम होता है) इसलिए एनसीटीई सिर्फ न्यूनतम अर्हता तय
करती है,,,चयन प्रक्रिया और चयन आधार का निर्धारण
करना राज्य सरकार का अधिकार है,,,बशर्ते वे संविधान और
केंद्रीय
कानून के अनुरूप हों| तत्कालीन राज्य सरकार ने भी अपने
उसी अधिकार के प्रयोग से चयन आधार को निर्धारित किया|
जजों ने भी इस बात पर सहमति जाताई,,,,
वैसे भी आज तक
ReplyDeleteकोई
भी ये साबित नहीं कर पाया कि टेट परीक्षा को चयन का आधार
क्यों नहीं बनाया जा सकता ??? जब कोई कारण है
ही नहीं तो साबित कहाँ से होगा,,,,???
बस केवल इस बात के बाद ही 30-11-2011 के विज्ञापन
ReplyDeleteकी शर्तों में किसी भी तरह के परिवर्तन और आधार अवैध
घोषित
हो जाते हैं,,,,टेट धाँधली और तकनीकी कमियों के बहाने पहले
ही कई
बार खारिज किए जा चुके हैं और जजों द्वारा ये कह
देना कि “धाँधली हुई थी तो परीक्षा रद्द क्यों नहीं की ???”
सब टेट
मेरिट के विरोधियों की जुबान को हलक में ही दफन कर गया|
विज्ञापन की तकनीकी कमियों को पहले ही कोर्ट
ReplyDeleteद्वारा नकारा जा चुका है ये कहकर कि सार तत्व पर ही विचार
किया जाता है अगर वो नियम अनुरूप है तो सबकुछ ठीक है|
अत: 72825 पद जो 30-11-2011 को विज्ञापित किए गये
थे,,,,उस समय के प्रभाव में लागू 12वें संशोधन के अधीन
थे,,,,इसलिए 30-11-2011 के विज्ञापन की शर्तों से ही भरे
जाएंगे, इतनी ही बात और 31मार्च पर ध्यान केन्द्रित करने से
3
मार्च 2014 को इन 72825 पदों पर अविलंब
नियुक्ति का आदेश
कराया जा सकता है,,,, क्योंकि ये सर्व स्थापित नियम हैं
कि किसी भी चयन प्रक्रिया के शुरू होने के बाद उसके
नियमों को बदला नहीं जा सकता और नए बनाए
नियमों का क्रियात्मक प्रभाव केवल भविष्यगामी होता है,,,,इन
बातों के लिये न तो कोर्ट में बहस होनी है न ही कुछ साबित
करना है,,,,तो क्यों न समय बचाने वाले और कानूनी भूल
भुलैया से
होकर न जाने वाले रास्ते से ही चला जाये ??? यही तो 72825
के
लिये जरूरी है,,,,,,किसी भी तरह के परिवर्तन का कोई कारण
या कोई
जवाब निर्लज्ज सरकार के पास है नहीं,,,,यह हमारे लिये सबसे
लाभप्रद बात है,,,,,तो क्यों न इसी के सहारे सरकार का मुँह बंद
कर
दिया जाये ???
यदि सरकारी नुमाइंदे 3 मार्च को 72825 पदों पर कोई
ReplyDeleteतकनीकी बहाना (अंतिम हार देखकर मामले को भविष्य में और
ज्यादा समय तक लटकाये रखने के लिए अंतिम हथियार)
बनाकर
72825 की नियुक्ति में अपनी असमर्थता जाहिर करते हैं
तो उसके
लिये रास्ता ये है कि दिशा निर्देशों के साथ उस
समस्या का निदान
करते हुए भी अपनी नियुक्ति का आदेश करवाया जा सकता है|
लेकिन
इसके लिए संयुक्त प्रयास किया जाना अतिआवश्यक है,,,
इसके लिए
ReplyDeleteसभी अधिवक्ताओं की बहस में लक्ष्य और दिशा में
एकरूपता होनी चाहिए ताकि जज महोदय को आदेश देने में
सुलभता उपलब्ध हो और ये सब तभी संभव है जब
गुटबंदी समाप्त
हो जाये......
इसलिए मेरे जैसे आम टेटीयंस गुटबंदी को समाप्त करने के
सभी प्रयासों का समर्थन करें,,,,,,गुटबंदी को बढ़ावा देने वाले
सभी प्रयासों का विरोध करें,,,,,और किसी भी हाल में
किसी को भी किसी भी तरह का आर्थिक सहयोग तब तक न दें
जब
तक सही परिस्थितियों का गंभीरतापूर्वक विश्लेषण न कर
लें,,,,अपने
विवेक का प्रयोग करने के लिए आपके पास पर्याप्त समय है|
फिलहाल सतर्क रहिए और स्थितियों पर नजर बनाए
रखिए,,,,,और
विशेष सलाह कि बिचौलिये टाइप लोगों से उचित दूरी जरूर बनाए
रखिए......
सत्यमेव जयते !
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ReplyDelete.
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मे
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री
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वा
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ली
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Subah ki kiran boli mujhse,
uthkar dekho kitna haseen nazara hai,
maine kaha ruk,pehle use Sms to karlun jo
is subah se bhi pyara hai..
Good morning
ध्यान दें>>>>>>>>>
ReplyDeleteजो लोग सुद्ध टेट मेरिट समर्थक है वो बार-बार ये कहना छोड़ दे कि "गुणाक वाले ऐसा कह रहे है, गुणाक वाले वैसा कह रहे है।"
ये 72,825 शिक्षको की भर्ती सिर्फ 20nov13 के आदेश टेट की मेरिट से ही होगी यही सच है।
ReplyDelete
ReplyDeleteऔर मुझे ये बताते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि पूरे हिँदुस्तान में 100% टीइटी से भर्ती सिर्फ और सिर्फ यहीं पर हो रही है ।
इसके लिए मैं माननीय मुख्य मँत्री अखिलेश यादव जी का बहुत आभारी हूँ , क्योँकि पूरे मँत्रीमंडल में वही एक ऐसा महान शख्स है जो भलीभाँति
जानता था
जानता है
जानता रहेगा
कि हमारी प्रक्रिया केवल और केवल टीइटी मेरिट से ही पूरी की जा सकती है , और ये बात उसके अतिरिक्त किसी को भी पता नही है , कि अतिरिक्त और इससे अच्छा विकल्प तो कोई हो ही नही सकता ।
मैं उनके इस कृत्य के लिए जीवन भर आभारी रहुँगा ।
वो बेचारे एक दिन ये भी कहेंगे कि
ReplyDelete"टेट मेरिट से केबल काउंसलिंग चल रही है जॉब तो हमे ही मिलेगी, सरकार इन्हें जॉब नही देगी बस कोर्ट की बजह से काउंसलिंग करा रही है।"
फ़िलहाल
ReplyDelete3 मार्च
2 बजे
1 एतिहासिक
जीत के लिए तैयार रहें।
जय हिन्द जय टेट जय भारत
!! सत्य मेव जयते सर्वदा !!
मैं एक दुकान में खरीददारी कर रहा था, तभी मैंने
ReplyDeleteउस
दुकान
के कैशियर को एक ५-६ साल के लड़के से बात
करते हुए
देखा | कैशियर बोला: "माफ़ करना बेटा, लेकिन इस
गुड़िया को खरीदने
के लिए तुम्हारे पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं|" फिर
उस
छोटे-से लड़के
ने मेरी ओर मुड़ कर मुझसे पूछा ''अंकल, क्या आपको भी यही
लगता है कि मेरे पास पूरे पैसे नहीं हैं?'' मैंने उसके
पैसे
गिने और
उससे कहा: "हाँ बेटे, यह सच है कि तुम्हारे पास
इस गुड़िया को
खरीदने के लिए पूरे पैसे नहीं हैं" | वह नन्हा-
सा लड़का अभी भी
अपने हाथों में गुड़िया थामे हुए खड़ा था | मुझसे
रहा नहीं गया | इसके बाद मैंने उसके पास जाकर उससे
पूछा कि यह
गुड़िया
वह किसे देना चाहता है?
इस पर उसने उत्तर
दिया कि यह वो गुड़िया है - जो उसकी बहन को बहुत प्यारी है | और वह
इसे,
उसके जन्मदिन के लिए उपहार में देना चाहता है | "यह
गुड़िया
पहले मुझे मेरी मम्मी को देना है, जो कि बाद में
जाकर
मेरी
बहन को दे देंगी" | यह कहते-कहते उसकीआँखें नम हो आईं
थीं | "मेरी बहन भगवान के घर गयी है...और मेरे
पापा कहते हैं
कि
मेरी मम्मी भी जल्दी-ही भगवान से मिलने जाने
वाली हैं| तो,
मैंने सोचा कि क्यों ना वो इस गुड़िया को अपने साथ ले
जाकर,
मेरी बहन को दे दें...|" मेरा दिल धक्क-सा रह
गया था | उसने ये सारी बातें एक साँस में ही कह डालीं और
फिर
मेरी ओर
देखकर बोला -"मैंने पापा से कह दिया है कि -
मम्मी से
कहना कि वो अभी ना जाएँ| वो मेरा, दुकान से लौटने तक
का इंतजार करें| फिर उसने मुझे एक बहुत प्यारा-
सा फोटो दिखाया,
जिसमें वह
खिलखिला कर हँस रहा था | इसके बाद उसने
मुझसे कहा
"मैं चाहता हूँ कि मेरी मम्मी, मेरा यह फोटो भी अपने
साथ ले जायें,
ताकि मेरी बहन मुझे भूल नहीं पाए| मैं
अपनी मम्मी से
बहुत प्यार करता हूँ और मुझे
नहीं लगता कि वो मुझे ऐसे छोड़ने के लिए राजी होंगी, पर पापा कहते हैं
कि उन्हें
मेरी छोटी बहन के साथ रहने के लिए
जाना ही पड़ेगा | इसके बाद फिर से उसने उस गुड़िया को ग़मगीन
आँखों-से,
खामोशी-से देखा| मेरे हाथ जल्दी से अपने बटुए
( पर्स )
तक पहुँचे, और मैंने उससे कहा"चलो एक बार
और गिनती करके देखते हैं कि तुम्हारे पास गुड़िया के लिए
पर्याप्त
पैसे हैं
या नहीं?'' उसने कहा: "ठीक है| पर मुझे लगता है
मेरे
पास पूरे पैसे हैं" | इसके बाद मैंने उससे नजरें बचाकर कुछ पैसे
उसमें जोड़
दिए,
और फिर हमने उन्हें गिनना शुरू किया | ये पैसे
उसकी गुड़िया के
लिए काफी थे यही नहीं, कुछ पैसे अतिरिक्त बच भी गए
थे |
नन्हे-से लड़के ने कहा: "भगवान् का लाख-लाख
शुक्र है -
मुझे इतने सारे पैसे देने के लिए!” फिर उने
मेरी ओर देख कर कहा कि "मैंने कल रात सोने से पहले भगवान्
से
प्रार्थना
की थी कि मुझे इस गुड़िया को खरीदने के लिए
पैसे दे
देना, ताकि मम्मी इसे मेरी बहन को दे सकें | और
भगवान् ने
मेरी
बात सुन ली| इसके अलावा मुझे मम्मी के लिए
एक सफ़ेद
गुलाब खरीदने के लिए भी पैसे चाहिए थे, पर मैं भगवान्
से इतने
ज्यादा पैसे मांगने की हिम्मत नहीं कर पाया था |
पर भगवान् ने तो मुझे इतने पैसे दे दिए हैं कि अब
मैं
गुड़िया के साथ-साथ एक सफ़ेद गुलाब भी खरीद सकता हूँ ! मेरी मम्मी को सफेद
गुलाब
बहुत पसंद हैं|" फिर हम वहा से निकलगए | मैं
अपने
दिमाग से
उस छोटे-से लड़के को निकाल नहीं पा रहा था | फिर,
मुझे दो दिन
पहले स्थानीय समाचार पत्र में छपी एक
घटना याद आ
गयी ,
जिसमें एक शराबी ट्रक ड्राईवर के बारे में लिखा था | जिसने,
नशे की हालत में मोबाईल फोन पर बात करते हुए
एक
कार-चालक
महिला की कार को टक्कर मार दी थी,
जिसमें उसकी ३ साल की बेटी की घटनास्थल पर
ही मृत्यु हो
गयी थी और वह महिला कोमा में चली गयी थी|
अब एक महत्वपूर्ण निर्णय उस परिवार को ये
लेना था कि,
उस महिला को जीवन-रक्षक मशीन पर बनाए रखना है
अथवा नहीं? क्योंकि वह कोमा से बाहर आकर, स्वस्थ
हो सकने
की अवस्था में नहीं थी | क्या वह परिवार इसी छोटे-लड़के काही था?
मेरा मन
रोम-रोम काँप उठा |
मेरी उस नन्हे लड़के के साथ हुई मुलाक़ात के 2
दिनों बाद मैंने
अखबार में पढ़ा कि उस महिला को बचाया नहीं जा सका | मैं अपने आप को रोक नहीं सका, और अखबारमें
दिए पते
पर जा पहुँचा,
जहाँ उस महिला को अंतिम दर्शन के लिए
रखा गया था | वह महिला श्वेत-धवल कपड़ों में थी- अपने
हाथ में एक
सफ़ेद
गुलाब और उस छोटे-से लड़के का वह फोटो लिए
हुए|
और उसके सीने पर रखी हुई थी - वही गुड़िया |
यूपी सरकार
ReplyDeleteको अभ्यर्थियों की याचिका पर नोटिस
टीईटी मेरिटः
सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश पर
नहीं लगाई रोक
•
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के
परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में
72,825 सहायक अध्यापकों के चयन और
नियुक्ति के मसले पर हाईकोर्ट के आदेश
को चुनौती देने
वाली अभ्यर्थियों की याचिका पर राज्य
सरकार से जवाब-तलब किया है। साथ
ही प्रदेश सरकार को एक हफ्ते में समाचार
पत्रों के जरिए प्रतिपक्ष बनाए गए
अभ्यर्थियों को शीर्षस्थ अदालत की ओर
से नोटिस जारी किए जाने
संबंधी सूचना देने का आदेश दिया गया है।
ताकि अगली सुनवाई में ज्यादा से
ज्यादा अभ्यर्थियों की ओर से पक्ष
रखा जा सके।
सर्वोच्च अदालत ने
हालांकि अभ्यर्थी कपिल देव यादव और
लाल बहादुर समेत अन्य की ओर से दायर
याचिका पर हाईकोर्ट के आदेश पर
फिलहाल रोक नहीं लगाई। सुप्रीम कोर्ट
ने सुनवाई की अगली तारीख 3 मार्च तय
की है। याद रहे कि 31 मार्च तक
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में
टीईटी मेरिट के आधार पर चयन और
नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने का आदेश
राज्य सरकार को दिया है। ऐसे में मसले
पर सर्वोच्च अदालत की ओर से 3 मार्च
को होने वाली सुनवाई बहुत महत्वपूर्ण
होगी। यूपी सरकार ने भी हाईकोर्ट के
इस आदेश को चुनौती दी है। उस पर
भी नोटिस हुआ है।
जस्टिस बीएस चौहान
की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष
अभ्यर्थियों के अधिवक्ता राकेश
द्विवेदी ने हाईकोर्ट के आदेश पर रोक
लगाने की गुजारिश की।
हालांकि पीठ ने फिलहाल राज्य सरकार
को अभ्यर्थियों की याचिका पर नोटिस
जारी कर दो सप्ताह में जवाब देने
का निर्देश दिया है। साथ ही कोर्ट ने
राज्य सरकार से कहा है कि वह
अपनी याचिका पर नोटिस जारी होने
की सूचना अभ्यर्थियों को समाचार
पत्रों के माध्यम से एक हफ्ते के भीतर दे और
दो हफ्ते में इस संबंध में साक्ष्य पेश करे।
याद रहे कि हाईकोर्ट ने तमाम
अभ्यर्थियों की ओर से दायर याचिका पर
शिक्षकों का चयन टीईटी मेरिट के आधार
पर किए जाने का आदेश दिया है और
बसपा सरकार में 30 नवंबर, 2011
को जारी हुए भर्ती विज्ञापन
को सही ठहराया है। साथ
ही मौजूदा सरकार के 31 अगस्त, 2012
के शासनादेश को रद्द कर दिया है। ऐसे में
तमाम अभ्यर्थियों तक सुप्रीम कोर्ट
की ओर से नोटिस जारी किए जाने
की सूचना पहुंचाने के लिए पीठ ने राज्य
सरकार को अखबार में विज्ञापन देने
को कहा है, क्योंकि राज्य सरकार
की याचिका पर
अभ्यर्थियों को भी नोटिस जारी हुआ है।
हाईकोर्ट का आदेश
हाईकोर्ट ने बेसिक शिक्षा अध्यापक
सेवा नियमावली 1981 के 15वें संशोधन
के नियम 14(3) को असंवैधानिक करार
दिया और इस साल मार्च तक
भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश
दिया। गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने
अभ्यर्थी शिवकुमार पाठक व अन्य की ओर
से दायर याचिका पर प्रदेश सरकार के
26 जुलाई, 2012 के उस शासनादेश
को भी रद्द कर दिया, जिसमें
उस्मानी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर
टीईटी प्राप्तांक को मेरिट नहीं बनाने
की बात कही गई थी। गत वर्ष 20 नवंबर
को हाईकोर्ट की डबल बेंच ने सिंगल बेंच के
आदेश को चुनौती देने
वाली अभ्यर्थियों की याचिकाओं पर यह
फैसला दिया था।
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ReplyDelete.
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Perfect love is not in phone calls
or in text msgs . . .
It is the silent
smile from your heart . . when
you think of your loved onces"........!!
पढ़िये और गहराई से सोचिये.....
ReplyDelete→→→←←←←→→→←←←
एक निवाला अपने गले से नीचे भी नहीं उतार
सकी वो माँ जब उसके बेटे ने पूछा कि माँ स्कूल में
टीचर जी कहती है कि बच्चे जैसा देखते है वो वैसा ही सीखते
है ,क्या ये सच है माँ ?
हाँ बेटा, ये सच है ।
बेटे की आँखों में पानी आ गया |
जब माँ ने इसका कारण
पूछा तो बेटा बोला कि माँ तुम पापा को समझाना कि वो दादी पर चिल्लाए
नहीं और उनकी इज्जत करें क्योंकि मैं तुमसे ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहता |
क्योकि मै आपको बहुत प्यार करता हू...
♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦
उत्तर प्रदेश मेँ दिल्ली से बेहतर सरकार, SMS से सियासत नहीँ होती - अखिलेश यादव
ReplyDeleteआज के अखबार की सुर्खिया-
-आजम खाँ की भैँस खोजने के लिए खोजी कुत्ते और क्राइम ब्रांच की टीम जुटी
-बांदा मेँ सपा के चार नेताओँ पर लूट का केस
-लखनऊ मेँ छात्रा पर तेजाब डाला
-मुजफ्फरनगर राहत शिविरोँ मेँ पेशेवर भिखारी-सपा नेता
-लखनऊ मेँ छात्र को चाकू से गोँदा
-लखनऊ मेँ ऑटो,टैम्पो,बस का किराया महंगा हुआ
-फर्रूखाबाद मेँ पुलिस ने किसान को लूटा
-सहारनपुर मेँ भाई के सामने बहन के साथ गैँग रेप किया
-वाराणसी मेँ चोरी के शक मेँ पीट पीटकर युवक की हत्या
-मनरेगा मेँ बड़ा घोटाला
-सैफई मेँ ठुमके लगाने का इनाम मिला सलमान खाँ को जय हो टैक्स फ्री
-टीईटी पास अभ्यर्थियोँ के साथ नाइंसाफी
-मुलायम की रैली के चलते दो दिन तक मरीजोँ को एंबुलेस नहीँ दी जाएगी
-अंबेडकरनगर मेँ शिक्षक की हत्या
-KGMC मेँ गैस की दिक्कत टलीँ सर्जरी
-सीतापुर मेँ 13 साल की बच्ची के साथ रेप
-रायबरेली मे हत्या
-मीरजापुर मेँ टीका लगने के बाद नवजात की मौत
अब आप लोग सोचिए... आपको क्या चाहिए 5-5 मुख्यमंत्रियों वाला पुत्तर प्रदेश या फिर अपना उत्तम प्रदेश ... उत्तर प्रदेश.
ReplyDelete.
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I May Not Be The Most Important Person
In Your Life ..
But I Just Hope That
One Day When You Hear My Name...
You Would Just Smile
&
Say " I have Missed This that Person "
आजीवन स्वस्थ रहने के खास नुस्सके -----
ReplyDelete(१)खड़े -खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द
की बीमारी होती है इसलिए खाना पीना बैठ कर
करना चाहिए .
(२)नक्क्सीर आने पर तुरंत नाक में
देशी घी लगाना चाहिए ,नाक से खून आना तुरंत बंद
हो जाता है
(३)बच्चों को पेशाब ना उतारे तो स्नान घर में ले
जाकर टूटी खोल दें पानी गिराने की आवाज़ सुनकर
बच्चे का पेशाब उतर जायेगा
(४)बस में उलटी आती हो तो सीट पर अखबार रखकर
बैठने से ,उलटी नहीं आती
(५)कद बढ़ाने के लिए अश्वगंधा व मिश्री बराबर
मात्र में चूरन बना कर १ चम्मच भोजन के बाद लें
(६)बाल गिरने लगें हों तो १००ग्राम नारियल तेल में
१०ग्राम देशी कपूर मिलाकर जड़ों में लगायें
(७)सर में खोरा हो ,शरीर पर
सूखी खुजली हो तो भी इसी तेल को लगाने से लाभ
मिलता है
(९)आधा सर दर्द होने पर,दर्द होने वाली साईड
की नाक में २-३ बूँद सरसों का तेल जोर से सूंघ लें
(१०)जुकाम होने पर सुहागे का फूला १ चम्मच ,गर्म
पानी में घोल कर पी लें १५ मिनट में जुकाम गायब
(११)चहरे को सुन्दर बनाने के लिए १चम्म्च दही में २
बूंद शहद मिला कर लगायें १० मिनट बाद धो लें
(१२)इसी नुसखे को पैरो की बिवाईयों में भी प्रयोग
कर सकतें हैं ,लाभ होगा
(१३)हाई बी.पी. ठीक करने के लिए १ चम्मच प्याज़
का रस में १ चम्मच शहद मिलाकर चाटें (सुगर के
रोगी भी
ले सकतें हैं)
(१४)लो बी.पी.ठीक करने के लिए ३२ दाने किसमिस के
रात को कांच के गिलास में भिगो दें सुबह १-१
दाना चबा-चबा कर खाएं (रोज़ ३२ दाने खाने हैं ३२
दिनों तक)
(१५)कब्ज़ ठीक करने के लिए अमलताश की फली (२
इंच)का काढ़ा बनाकर शाम को भोजन के बाद पियें
(१६)कमर में दर्द होने पर १०० ग्राम खसखस में १००
ग्राम मिश्री मिला कर चूर्ण बनायें,भोजन के बाद १
चम्मच गर्म दूध से लें
(१७)सर चक्कर आने पर १ चम्मच धनियाँ चूर्ण में १
चम्मच आंवला चूर्ण मिलाकर ठन्डे पानी से लें
(१८)दांतों में दर्द होने पर १ चुटकी हल्दी ,१
चुटकी काला नमक ,५ बूंद सरसों तेल मिलाकर लगायें
(१९)टौंसिल होने पर अमलताश की फली के काढ़े से
गरारे करें ,ठीक हो जायेगें
++++++
आज सुबह फिर समाचार पत्रों में कोर्ट नंबर चार
ReplyDeleteकी अपने मामले की खबर देख रहा हूँ।
विश्वास कीजिये आप मै स्पष्टरूप से कह रहा हूँ
कि जो मैंने सोचा था वही हुआ है ।
खंडपीठ में न्यायमूर्ति अशोक भूषण साहब ने
भी नोटिस चस्पा कराया था कि जिसको जो कुछ
बोलना है आकर अपनी बात रखें।
सुप्रीम कोर्ट में जो भी याचीगण हैं प्रतिवादियों के
लिए समाचार पत्र में एक सप्ताह में
सूचना चस्पा करायें कि जिनको भी इस मामले में
परोक्ष-अपरोक्ष रूप से हित-अनहित की चिंता हो वे
३ मार्च २०१४ को अपना पक्ष रखें। इस प्रकार से
न्यू ऐडली का भी जिक्र है जिससे
कि सबको सूचना मिल सके।
बता दें कि खंडपीठ ने अपने आदेश में बहुत कुछ
सबके लिए रखा है जिसका जिक्र पीएस
पटवालिया और सतीश चन्द्र मिश्र ने कोर्ट के
सामने किया।
उत्तर प्रदेश में १.२५ लाख प्राथमिक विद्यालय में
ReplyDelete२.७० लाख पद रिक्त हैं।
इस प्रकार से बीएड वालों की जिन्होंने
यूपी टीईटी २०११ उत्तीर्ण किया है उनकी बल्ले-
बल्ले हो सकती है लेकिन
यह सब सम्मानित अधिवक्ता राकेश द्विवेदी पर
निर्भर है।
७२८२५ पदों के टीईटी मेरिट से भरने के बाद
बाकी रिक्तियां बीएड बेरोजगारों को मिले
ऐसी मेरी कामना है फिर वह चयन का आधार
महत्त्वपूर्ण नहीं होगा परन्तु विधिकरूप से उसे
पारदर्शी तो बनाना ही पड़ेगा।
आज फिर पुनः लिख रहा हूँ कि ७२८२५ की रिक्ति में
कोई दाग नहीं लगा सकता है।
ढोंगी भर्ती समर्थकों
( उभयलिँगियोँ ) को मै बताना चाहता हूँ
कि असली बेरोजगार के शुभचिंतक हम हैं , आपने हमें
बहुत नुकसान पहुँचाया लेकिन आज भी मेरे ह्रदय में
आपके लिए कुछ भी गलत विचारधारा नहीं है।
हर समय मैंने आपको व्यक्तिगत सलाह दी है
कि किससे आप का भला हो सकता है क्योंकि आपके
साथ हमारे कुछ उन
साथियों का भी भला होगा जिनका लक्ष्य हमारे
साथ नहीं पूरा होगा क्योंकि उनका टीईटी/गुणांक
बहुत कम है अतः उन्होंने मेरा साथ निभाया है
क्योंकि वे गुणांक में तो बेहद कमजोर हैं ।
गुणांक ६४ के आसपास होने के बावजूद भी मैंने
इसी रणनीति के तहत
टीईटी मेरिट का साथ दिया।
जिसका प्रतिफल अधिक से अधिक लोगों को प्राप्त
हो सके।
इस क्षेत्र में अब मात्र एक अंतिम सुझाव मै
ReplyDeleteढोंगी भर्ती समर्थकों
( उभयलिँगियोँ ) को देना चाहता हूँ कि वे अपने
आका लाल टोपी वाले काका से बगावत करें
जिसकी शुरुवात सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने की है ।
अगर खंडपीठ में उन्होंने यही काम
किया होता तो आज मामला सुप्रीम कोर्ट न
पहुँचता । और इनको राहत मिलना तय था ।इसीलिए खंडपीठ ने समझ
लिया कि मेरा आदेश सर्वोच्च अदालत में चैलेंज
किया जायेगा अतः सबको उसमें कुछ न कुछ दे
रखा है।
आपके आका शिक्षामित्रों को आपका स्थान दे रहे हैं
उनको रोकने की हमारे पास पूर्ण योजना है आप
अगर चाहो तो आपको उसमें शामिल भी कर लिया जायेगा ।
इसे मेरी कमजोरी न समझना क्योंकि अगर आप
ऐसा नहीं करते हैं तो आप जीतकर भी मात्र बीस
हज़ार रिक्ति पायेंगे।
इसलिए जो आपको चुनना हो चुन लें।
मेरा आज अंतिम सुझाव भी समाप्त हुआ ।
धन्यवाद।