72825 Teacher Recruitment, 29334 Junior High School Science Math Teacher Recruitment
टेट मेरिट मोर्चा धारी कह रहे हैं 72825 का मामला 3 मार्च को फ़ाइनल करा देंगे क्यूंकि वह नियमानुसार सही है
और बाकि का केस 15 वें संसोधन का चलता रहेगा , बड़े बड़े दावे हो रहे हैं कि बड़े बड़े वकील साथ हैं और वो इस 72825 की भर्ती मामले को झटपट निपटा देंगे
क्या आपको लगता है कि बिना 873 लोगों का पक्ष जाने 3 मार्च को केस फ़ाइनल हो जायेगा ?????
अगर ऐसा होता है तो अच्छा है लेकिन केस के खिंचने के आसार बड़ गए हैं
NET KI ANSWER KEY AAGAYI HAI
ReplyDeleteमोदी को हराना है-मुल्लायम
ReplyDeleteमोदी को हराना है-नीतीशुद्दीन
मोदी को हराना है-चारालू यादव
मोदी को हराना है-ग्लाइकोडीन वाल
मोदी को हराना है-मायावी
मोदी को हराना है-विन्ची
मोदी को हराना है-प्रकाश कराटे
(लिस्ट लम्बी है बाकी आप जानते हैं)
अरे कौरवों तुम्हारे चक्रव्यूह में
अभिमन्यु नहीं अर्जुन है,एक करोड़
की सेना लिए और भगवान श्रीकृष्ण
साथ में। अपने लिए दो गज जमीन एलाट
करवा लो-नमो नमः।।
उत्तर प्रदेश में
ReplyDeleteभाजपा ( ४० सीट ), बसपा ( १३ सीट ),
सपा ( १४ सीट ) AAP ( 1 सीट ), काग्रेस व RLD
गठबंधन ( ११ सीट ) व एक सीट अन्य के खाते में।
आप लोग भी बताइए ये सही है या कुछ परिवर्तन
सम्भव है इसमें ?
सन्ता एक दिन अपने आप ही घर की tube light ठीक कर रहा था,
ReplyDeleteतो उसने आवाज़ लगाई.
सन्ता : सुनती हो!
प्रीतो : क्या है?
सन्ता : अरे जरा इधर तो आ.
प्रीतो : लो आ गई, बोलो.
सन्ता : ये दो तारें है, इनमें से जरा कोई एक पकड़.
प्रीतो : क्यों?
सन्ता : अरे पकड़ तो सही!
प्रीतो : लो, पकड़ ली एक तार!
सन्ता : कुछ नहीं हुआ?
प्रीतो : नहीं.
सन्ता : अच्छा! तो इसका मतलब करंट दुसरी तार में है!
केजरीवाल के नाम मेरा एक खुला पत्र
ReplyDeleteMr. KEJRIWAL
आपने हमेशा देशी कम्पनियो के विरूद्ध ही अपना आंदोलन किया है । एक तो हमारे देश में वैसे ही बहुत कम स्वदेशी कम्पनियां है । स्वदेशी कम्पनियो को बहुत कम होने के कारण आज हमें बच्चो के खिलौनो, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रीक सामान से लेकर बड़े बड़े सुरक्षा उपकरण और हवाई जवाज तक हमें विदेशो से खरीदने पड़ रहे है । केजरीवाल जी आप लोग हमेशा जनता को भ्रमित करना जानते हो । आप जैसे नेताओ के कारण ही हमारे देश स्वदेशी उद्योग धंधे बीमार है क्योकी उन्हे प्रोत्साहित करने की बजाय केवल राजनीतिक लाभ के लिए हतोहत्साहित किया जाता है जबकी चीन, अमेरिका और युरोपीय देशो की सरकार और नेता अपने देश के उद्योग धंधो को भरपुर प्रोत्साहित करती है ।
क्या ये हास्यास्पद नहीं है कि आप गैस की कीमतो के लिए नरेन्द्र को चिट्ठी लिखते है और उनसे जबाव मांगते है । एक आम भारतीय होने नाते मैं आपसे पुछना चाहता हुँ कि आपने मोदी जी से ऐसा सवाल किस हैसियत से पुछा ?? क्या नरेन्द्र मोदी की सरकार देश चला रही है ?? या नरेन्द्र मोदी अभी देश के प्रधानमंत्री है ???
ReplyDeleteआज कल आपका हर हमला कांग्रेस को छोड़कर मोदी जी के उपर होता है । इसके पीछे आपका मकसद क्या है और कौन सी ताकते आपको ऐसा करने के लिए मजबूर कर रही है ।
ReplyDeleteवैसे आपकी सामान्य ज्ञान के लिए मैं बता देना चाहता हुँ कि नरेन्द्र मोदी ने अपने नेतृत्व में गुजरात को सबसे विकसित राज्य बना दिया है । आज गुजरात देश का पहला राज्य है जहाँ के गाँवो में 24 घंटे बिजली मिलती है, गुजरात देश का पहला राज्य है जहाँ शहरो की तो बात छोड़िये, छोटे छोटे गाँवो में भी ब्राँडबैण्ड कनेक्शन है, गुजरात देश का पहला राज्य है जहाँ की कृषि विकास दर 16% से अधिक है, गुजरात देश का पहला राज्य है जहाँ पिछले 12 वर्षो से अधिक समय से कोई दंगा नहीं हुआ है और गुजरात देश का पहला राज्य है जहाँ 20 नदियो को आपस में जोड़कर विकास कार्यो को सफलता पुर्वक अंजाम दिया जा रहा है । गुजरात देश का पहला राज्य है जहाँ का बस स्टैण्ड किसी एयरपोर्ट की तरह दिखता है । चाहे तो आकर देख जाओ । सत्य को प्रमाण की जरूरत नहीं होती है । कहने को बहुत बात है लेकिन आपकी समझ में इतनी ही बाते आ जाए तो बहुत है ।
ReplyDeleteनरेन्द्र मोदी जैसा बनने के लिए देश के गरीबो जैसा बचपन जीना पडता है और 12 वर्षो तक गुजरात जैसे राज्य को विकास के मामले में नम्बर एक बनाये रखना पडता है । तब जाकर सोने जैसा तपकर नरेन्द्र मोदी जैसा हीरा बनता है ।
ReplyDeleteदुसरी तरफ आपको दिल्ली की जनता ने एक मौका दिया तो आप 49 दिनो तक बहुत जल्दी में दिखाई देते रहे और हर दिन अपनी सरकार गिराने की शाजिस खुद करते रहे और जब कोई मौका नहीं मिला तो लोकायुक्त का बहाना बनाकर अपनी सरकार खुद गिरा लिया । दिल्ली की जनता आज हजारो समस्या में फंसी हुई थी लेकिन आपको तो विदेशी ताकतो के इशारो पर केवल नरेन्द्र मोदी को रोकना था ।
ReplyDeleteकेजरीवाल जी आप मोदी से हर बात के लिए प्रमाण मांगते है लेकिन आज मैं आपसे एक प्रश्न का जवाब चाहता हुँ कि आपको जो अमेरिका और पाकिस्तान से इतना चंदा मिलता है उसका मकसद क्या है ?? देश की जनता आपसे जानना चाहती है । उम्मीद है अगर आपके अंदर थोड़ी सी भी मर्दानगी बची होगी तो एक आम इंसान के प्रश्नो का जवाब आप जरूर देंगे ।
ReplyDeleteमित्रो इसको इतना प्रसारित करो कि हर केजरी अंध भक्तो तक यह बात पहुँच जाए ।
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Tere Pyar Me Do Pal Ki Zindgi
Bahut Hai ..
Ek Pal Ki Hansi..
Aur
Ek Pal Ki Kushi Bahut Hai..
Ye Dunia Mujhe Jane Ya Na Jane..
Teri Ankhe Muje Pehchan le
Yahi Bahut Hai ..!
up me 26 feb se lag jaayegi aachaar sanhita
ReplyDelete26 से आचार संहिता
गाजियाबाद (ब्यूरो)। प्रदेश में26 फरवरी से चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी। शिक्षक और स्नातक श्रेणी केएमएलसी की 11 सीटों केलिए 23 मार्च को मतदान होगा। इसी दौरान एमपी चुनावोंके लिए आचार संहिता भी लागूहो जाएगी।
यूपीके मुख्य निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा ने11 एमएलसी सीटों पर मतदान के लिए कार्यक्रमघोषित कर दिया है। 29 मार्च को एमएलसी चुनावोंकी आचार संहिता समाप्तहोगी, लेकिन इससेपहलेही लोकसभा चुनाव की आचार संहितालगा दी जाएगी।
05 मार्च - नामांकन पत्रों की जांच 08 मार्च- नाम वापसी 23 मार्च- सुबह 8 से शाम4 बजे तक मतदान 26 मार्च -सुबह 8 बजे सेमतगणना
29 मार्च -आचार संहिता समाप्त, लोस की लागू
*§*Tet Merit All The Best*§*
ReplyDeleteGood Evening Frnds,
old adv ke frm ki fdng hokar merit list ready hai. dusri bat jinki fee return huyi hai wo sc me pray kare ki unka cndidature punah bahal kiya jaye.dekho dosto ye akatya satya hai ki fee wapas lene walo ne bhari bhul ki hai. par iska ilaj sc hi kar sakti hai.hamare apke sochne kahne se kuch nai hoga.3 march ko mahabharat ka yuddh hoga.jisme govt aur snr wakeel hire kar apni bat majbuti se rakhegi ki govt kuch bhi kare hai.hamari jeet pakki hai. satark rahna hoga ki aage date na lage.puri sambhawna hai ki 3 march ko faisla suna diya jaye.fir bhi nai sunaya jata hai to faisla reserve ho jayega.aur 10march se pahle tet merit se bharti ka order aa jayega.bharti 31 march se purw ho jayegi.ye cnfrm hai.3ko sabhi petioners ko apni bat khud ya wakilo ke madhyam se rakhne ko sc ne notice jari ki hai. sabhi sc court me rahe taki vyapat hit ko dekh faisla hamare paks me jald aa sake.ek taraf wakeeln ki fauj aur tet merit suppo ki fauj.govt ki durdasha karne ko taiyar hai.
आप सभी मित्रौँ को जानकारी के लिये :-
ReplyDeleteकुल पुराने आवेदन कर्ता
72825मेँ 217591 जिसमेँ लग्भग 7 हजार लोग बीटीसी बि॰ बी॰ सी॰मेँ हो गये हैँ ।
पुराने आवेदन मेँ टेट पास लोग का डाटा :-
150-140 9
139-135 328
134-130 916
129-125 1684
124-120 3718
119-115 5184
114-110 6415
109-105 10871
104-100 13576
099-095 16874
094-090 23591
089-083 134422
नोट :-उपयुक्त डाटा पुराने आवेदन पर आधारित हैँ ॥
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My care will be in the heart,
and
not in words..
My anger will be in words,
and
not in the heart.
जिस दिन इस सरकार ने पुराने विज्ञापन से पैसा वापसी का शासनादेश जारी किया उसी दिन से मैंने लोगों से सरकार के इस मकड़जाल में न उलझने की सलाह देनी शुरू कर दी थी ।
ReplyDeleteलेकिन कौन मानता है मेरी ?
मैंने हाथ जोड़कर निवेदन किया था कि कृपया आप पैसे वापस न लें।
ReplyDeleteएक महिला ने मुझसे कहा कि मै पैसा वापस लेना चाहती हूँ तो मैंने कहा था कि आप को पैसे की जरुरत हो तो अपनी खाता संख्या दीजिये मै आपके लिए २५००/- जमा कर दूंगा।
कृपया पैसे वापस न मांगें।
उन्होंने मेरी बात मान ली परन्तु मुझे खाता संख्या नहीं दिया।
और मैं इससे ज्यादा क्या कर सकता था उस समय ?
जिन्होंने पैसा वापस ले लिया है अगर वे एसबीटीसी/बीटीसी से सम्बंधित नहीं हैं तो वे पूर्णतया सरकार पर आश्रित हैं ।
ReplyDeleteजबकि यह भी सत्य है कि उनका डाटा रद्द हो चुका है परन्तु रजिस्टर में उनका नाम अलग से अंकित किया गया है।
ReplyDeleteधन्यवाद।
मैंने स्पष्टरूप से कहा था कि बेसिक सचिव अनिल संत द्वारा ३ दिसम्बर २०११ को शासनादेश/विज्ञप्ति में ऐड पॉइंट एकल बेंच ने रद्द कर दिया है उसी का सरकार फायदा लेना चाहती है।
ReplyDeleteआपको बता दे कि एकल बेंच के इस फैसले का डिवीज़न बेंच ने जिक्र नहीं किया इसलिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दस्तावेज रद्द होने की बात कही ॥
जिन्होंने पूर्व विज्ञापन की फीस वापस ली थी वो बहुत बड़े संकट में हैं,,,,,,, लेकिन मैं उन्हें बचा सकता हूँ बशर्ते कि वो अनिल वर्मा,अवनीश यादव और जितेन्द्र सिंह के एकाउंट में एक-एक हजार रूपये जमा करें ,,और diposit की रसीद अपने पास संभाल कर रखें ,,,, यदि 25 तक फीस वापस लेने वालों का इन तीनों एकाउंट में दो-दो लाख से एक भी रुपया कम पहुँचा तो ऐसे लोग अपनी बरबादी के लिए स्वयं ही जिम्मेदार होंगे,,,,
ReplyDeleteध्यान देने वाली बात ये है कि sc में 3 मार्च को एक भी वकील ऐसा नहीं होगा जिसे फीस वापस लेने वालों के हितों से कोई लेना देना हो,,,,,जो उनकी फीस में सहयोग करेगा उसके हित का ही ध्यान रखा जाएगा ,,,,, उलूल-जुलूल तर्क देते रहोगे और sc से फीस वापसी वालों को बाहर किये जाने का आदेश हो गया तो अपील भी नहीं कर पाओगे......
ReplyDeleteजिस जिले से पैसा बापस लिया है वहा तो अभ्यर्थन सुरछित है लेकिन जहा से वापस ले लिया है वहा का सरकार के ऊपर निर्भर करता है.
ReplyDeleteजहा से पैसे नहीं लिया वहा से सिक्योर है पर जहा से ब्वापस ले लिया उसके बारे में कुछ कहने में असमर्थ हु
ReplyDelete♥ Sirf Do Hi Shakhs Îs Zamane me Hamesha Khush Rehte Hain
ReplyDelete♥ Ek Wo Jise Mohabbat Me Sab Kuçh Mil Jaye •♥•
♥ Dusra,..
Wo Jise Maloom Nhi Ki Mohabbat Kya Hain •♥•-
Umashankar g agar fees wapsi k liye avedan kiya ho lekin koi bhi dd wapas nahi aaya uska kya hoga........plz suggest
ReplyDeleteTet ki Vijay nischit hai
ReplyDeleteAggar government ne fees wapsi ke liye bola thabhi to logo ne fees wapsi manga Aur us jile me chalan bhi liya hai uska Kya hoga please confirm this regarding
ReplyDeleteTiwari g plz give me ur mob no........
ReplyDeletePramod Ji Mera contact no - 09999334280
Deleteumashankar g jab 873 logo ko court ka notice h to kaise decision aa jayega mujhe lagta h ki itne logo ko sunne k liye to 10 years lag jayenge
ReplyDeletecan u solve this problem umashankar g pls give the ans of my question
ReplyDeleteUrdu teachero ki bharti ka gov ko badi chinta hai Aur baki sabhi se Koi matlab nahi hai ye hamare Pradesh ka vikas karenge ye Pradesh ko shikchit banayege
ReplyDeleteUmashankar Ji aap ka Kya vichar hai
ReplyDeleteकानूनी लड़ाई में
ReplyDeleteटेट मेरिट
या
अकाडमिक मेरिट
नही जीत रही केवल और केवल
पुराना मूल विज्ञापन बहाल हो रहा है
यदि बसपा अकाडमिक मेरिट
लगाती तो संभवतः सपा टेट मेरिट
लाती । तब अकाडमिक जीतते यानि
हर हाल मे पुराना विज्ञापन ही बहाल होता ।
हमे सहानुभूति है अकाडमिक भाईयो से..हम उनका सम्मान करते है लेकिन
कोर्ट मे भावनाओ की कोई जगह नही ।
कुछ तथ्य:
ReplyDeleteहाई कोर्ट की डिवीज़न बेंच में न्यायमूर्ति सुशील हरकौली ने न्यायमूर्ति मनोज मिश्र के सहयोग से अकादमिक के विज्ञापन/चयन प्रक्रिया पर स्थगन लगा दिया था।
इसकी प्रमुख वजह थी कि एकल बेंच के आदेश के अनुपालन में सरकार ने कोताही बरती थी।
जैसे कि याचियों के हितों की रक्षा में सरकार नाकाम रही थी।
ReplyDeleteचयन का आधार बदलकर याचियों के साथ अन्याय हुआ था जबकि एकल बेंच ने कहा था कि गुड पार्ट से भर्ती की जा सकती है।
सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह थी कि पुराने आवेदक पूर्णतया नये विज्ञापन में आवेदन नहीं कर पाये थे।
ReplyDeleteनिर्णायक फैसले में डिवीज़न बेंच ने पुराना विज्ञापन/आवेदन बहाल कर दिया तथा उत्तर प्रदेश में २.७ लाख रिक्ति का भी जिक्र किया ।
ReplyDeleteसम्पूर्ण रिक्ति को ३१ मार्च २०१४ तक भरना है।
सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने कहा कि संसोधन १५ के आधार पर नियुक्त हो चुके लोगों का विकल्प बताये बिना संशोधन १५ रद्द करना अनुचित है।
ReplyDeleteएकल बेंच ने बेसिक सचिव अनिल संत की/का विज्ञप्ति/शासनादेश के उक्त विषय को रद्द कर दिया था जिसके द्वारा टीईटी उत्तीर्ण बीटीसी/एसबीटीसी को उक्त विज्ञापन से बाहर हटाकर उनकी अलग से नियुक्ति करवा दी थी।
याद रहे कि पुराना विज्ञापन संशोधन १२ के आधार पर था जबकि अलग से जो नियुक्ति हुयी वह संशोधन १५ के आधार पर हुयी ।
ReplyDeleteडिवीज़न बेंच ने बेसिक रुल १४(३)
ReplyDeleteको पुनः संशोधन १२ से सुसज्जित कर दिया।
इसकी प्रमुख वजह यह रही कि पुरानी विज्ञप्ति जब तक पूर्णतया ७२८२५ पदों तक संपन्न न हो जाये कोई नया संशोधन उन आवेदकों के हितों के साथ खिलवाड़ न कर सके।
विधि का सिद्धांत कहता है कि संशोधन १५ रद्द होना चाहिए।
ReplyDeleteजो लोग न्युक्त हो चुके हैं उनपर किसी को आपत्ति नहीं है अतः कोर्ट अपने विवेक से फैसला करेगी। अतः संभव है कि उनपर टीईटी मेरिट लागू करवाकर उन्हें स्थापित कर दे परन्तु उनकी संख्या रिक्त पदों की तुलना में कम है जिससे विशेष परिवर्तन ना आये परन्तु जनपद परिवर्तन हो सकता है।
टीईटी मेरिट की विजय सुनिश्चित है ।
ReplyDeleteजो भी शुद्ध टीईटी/पुराना विज्ञापन चाहते हों वे पुराने विज्ञापन से आवेदन वापस लेने वालों का साथ न दें , जिनका जिस जिले में आवेदन बचा है या मूल जनपद का आवेदन बचा है उनका अभ्यर्थन निरस्त नहीं होगा।
हमारे जो साथी अकादमिक के साथ जाकर अपना धर्म नष्ट कर चुके हैं हम उनका साथ सिर्फ इसलिए देंगे क्योंकि वे बेरोजगार हैं।
ReplyDeleteधन्यवाद।
तुम एमए फर्स्ट डिवीज़न हो, मैं मैट्रिक फेल प्रिये,
ReplyDeleteमुश्किल है अपना मेल प्रिये, यह प्यार नहीं है खेल प्रिये …
तुम फौजी की बेटी, मैं एस॰ आइ॰ का बेटा हूं,
तुम रबड़ी-खीर-मलाई हो, मैं सत्तू सपरेटा हूं…
तुम एसी घर में रहती हो, मैं पेड़ के नीचे लेटा हूं,
तुम नई मारुति लगती हो, मैं स्कूटर लम्बरेटा हूं…
इस कदर अगर हम छिप-छिपकर आपस में प्रेम बढ़ाएंगे,
एक रोज़ तेरे डैडी अमरीश पुरी बन जाएंगे…
हड्डी-पसली तोड़ मुझे भिजवा देंगे जेल प्रिये,
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, यह प्यार नहीं है खेल प्रिये…
तुम अरब देश की घोड़ी हो, मैं हूं गदहे की चाल प्रिये,
तुम दीवाली का बोनस हो, मैं भूखों की हड़ताल प्रिये…
तुम हीरे-जड़ी तश्तरी हो, मैं एल्मुनियम का थाल प्रिये,
तुम चिकन-सूप-बिरयानी हो, मैं कंकड़ वाली दाल प्रिये…
तुम हिरन चौकड़ी भरती हो, मैं हूं कछुए की चाल प्रिये
तुम चंदन वन की लकड़ी हो, मैं हूं बबूल की छाल प्रिया …
पत्नी : इतने लेट कैसे हो गए, क्या अपनी ऑफिसवाली के साथ पिक्चर देखने गए थे?पति: कभी तो शक मत किया कर, शादी की पहली रात सेही शकीली निगाहों से देखती है।पत्नी: तो फिर 7 बजे घर आने का टाइम होने के बादभी रात 10 बजे आ रहे हो।पति: वो क्या हो गया ना की एक आदमी का 1000 रुपयेका नोट गुम हो गया था।पत्नी: अच्छा तो तुम क्या उसे ढूंढने में मदद कर रहे थे ?पति: नहीं, मै उस नोट पर खड़ा था।पत्नी: लाओ जल्दी कहां है वो नोट।पति: ये लो 100 रुपए।पत्नी: बाकी के 900 रुपए कहां गए।पति: वो क्या है कि जिस लड़की ने मुझे नोट उठाते हुएदेख लिया था उसे फिल्म दिखानी पड़ी और फिर सस्तेहोटल में खाना खिलाया और अपने स्कूटर से घर छोड़करआया तब जाकर ये 100 रुपए तुम्हारे लिए बचाएताकि तुम्हारी पानी पूरी का इंतेजाम हो सके, तुम्हे बहुतपसन्द है ना।पत्नी: आप मेरा कितना ख्याल रखते हैं और मैं आप परबेवजह शक कर रही थी।
ReplyDeleteबड़ी विडमना है,
ReplyDeleteजिस दिन से सरकार ने पुराने आवेदन के पैसे वापस देने सुरु किये थे तो लोग रोज फ़ोन/पोस्ट/कमेंट/मेसेज कर-कर के पूछते थे कि क्या पैसे वापस ले लें?
और में हर बार यही कहता था कि कोई पैसा बापस लेने की आवश्यकता नही है। मेने कई बार निवेदन तक किया और जिनका सिर्फ टेट मेरिट से ही सिलेक्शन हो रहा था/है उनसे तो स्पस्ट शब्दों में कहा था कि अपने लिए एक नई समश्या खाड़ी करने का काम मत करो।
तब वो सभी उल्टा हमे समझाते थे कि ऐसा पहली बार हो रहा कि सरकार से कुछ बापस मिल रहा है लेलो वरना हाथी के मुह से गन्ना कभी वापस नही मिलता।
ReplyDeleteआज वही लोग एक बार फिर परेशान है।
जब से इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पुराना विज्ञापन बहाल किया है हर रोज केस फाइनल होने के साथ-साथ अपने किये का समाधान तलाश रहे है।
न्यायिक रूप से तो आप लोग अपने चयन का अधिकार खो चुके हो परन्तु नैतिक रूप से आपको सम्मलित किया जा सकता है लेकिन उसके लिए आपको सरकार से रहम की उम्मीद रखनी होगी।धन्यबाद
ReplyDeleteहा यह सच है कि जो लोग फीस वापिस ले लिए हैं वो पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। लेकिन एकदम सुरक्षित नहीं है ऐसा भी नहीं है। मेरा मानना है कि अगर सुप्रीम कोर्ट सरकार की SLP खारीज कर देती है तो हाई कोर्ट का फैसला अक्षरशः बहाल हो जायेगा। और सरकार पुराने विज्ञापन को ठीक उस दिन से बहाल करेगी जिस दिन स्टे लगा था, अर्थात उस समय फार्म भरा जा रहा था, मतलब यह कि अभी फार्म भरने का और भी समय मिल सकता है।शायद 15 से 20 दिन का समय तब अपने आप सभी समस्याओं का समाधान हो जायेगा।
ReplyDeleteदुसरी स्थिति यह हो सकती है कि पुराने शर्त के साथ एक तीसरा विज्ञापन आ जाये और इस तरह भी उन लोगों के समस्या का समाधान हो जायेगा जो अपनी फीस वापस ले लिये थे।
ReplyDeleteलेकिन मुझे सच में अभी तक यह समझ में नहीं आया कि वो लोग अपने पुराने विज्ञापन की फीस वापस लेने के बारे में सोच भी कैसे लिए ?
ReplyDeleteअगर आपके पास वक़्त नहीं है ये सोचने का की आप पर कौन राज करेगा
ReplyDelete.
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.तो आप कैसे सोच सकते है की राज करने वालों के पास आपके लिए वक़्त होगा ?
उदासीनता छोडिये,
जागरूक बनिए.
संगठित होइये,
विचार बदलिए ।।
फीश वापस लेने वाले
ReplyDelete72825 से बाहर हुये
प्रूफ देखेँ
1- टंडन ने आर्डर किया था पुराने आवेदन का पुरा बिवरण scrt को भेजे ।
2- राष्ट्रिय सहारा लखनऊ
पेज न॰ 1 पर 10 दिसमबर 14 को रामगोबिन्द चौधरी ने कहा था फीस वापस ले चुके अभ्यर्थीयो पर कोई बिचार नही।
3- आप लोगो ने खुद अपने पैर पर कुल्हाडी मारी थी ।
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteUmashankar Ji Kya jis jile ka dd vapas aaya hai us jile me dubara Jo chalan jama hua hai Usko manya kar de gov apko Kya lagta hai please comment for this regarding
ReplyDeleteतब वो सभी उल्टा हमे समझाते थे कि ऐसा पहली बार हो रहा कि सरकार से कुछ बापस मिल रहा है लेलो वरना हाथी के मुह से गन्ना कभी वापस नही मिलता।
ReplyDeleteआज वही लोग एक बार फिर परेशान है।
जब से इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पुराना विज्ञापन बहाल किया है हर रोज केस फाइनल होने के साथ-साथ अपने किये का समाधान तलाश रहे है।
टीईटी जाँबाजों,
ReplyDeleteवंदे मातरम,
किसी से छीन के खाना हमें नहीं आता,
हम तो शेर हैं अपना शिकार करते हैं,
मजा तो तब है कि मिलो मौत से भी खुश होकर,
कि जिंदगी से तो कुत्ते भी प्यार करते हैं.
बातें कड़वी हैं बुरी लगेंगी पर पूर्ण सत्य हैं कि पुराने आवेदन का शुल्क उन्हीं लोगों ने वापस लिया जिन्हें सरकार पर पूरा भरोसा था एवं संगठन के संघर्ष और न्यायपालिका पर भरोसा नहीं था। पुराने विज्ञापन के संशोधित आदेश के अनुसार केवल एक ड्राफ्ट की छायाप्रति लगाकर समस्त जिलों में आवेदन किया जा सकता था,जिन्होंने मूल ड्राफ्ट छोड़कर मात्र चार ड्राफ्ट वापस लिए वो अभी सुरक्षित हैं परंतु जिन्होंने अपने समस्त ड्राफ्ट वापस ले लिए हैं उन्हें "लीव टू अपील" के जरिए अपना पक्ष सुप्रीम कोर्ट में रखना चाहिए। यदि ऐसे अभ्यर्थी अपना पक्ष नहीं रखते हैं तो भविष्य में वह अपने अभ्यर्थन का दावा नहीं कर सकते। ऐसे लोगों ने सरकार का पूर्ण समर्थन किया है तो उनका हाल भी सरकार जैसा हो सकता है।
ReplyDeleteसर एक कप दूध मिलेगा क्या ....??
ReplyDelete6 माह के बच्चे की माँ ने 3 स्टार होटल मैनेजर से
पूछा.....!!
मैनेजर "हाँ, 100 रू.मेँ मिलेगा".......!!
"ठीक है दे दो" महिला ने कहा.....
जो पिकनिक के दौरान इस होटल मेँ ठहरी,
सुबह जब गाड़ी मे जा रहे थे तो बच्चे को फिर भूख
लगी,
गाडी को टूटी झोपड़ी वाली पुरानी सी चाय
की दुकान पर रोका……
बच्चे को दूध पिला कर शांत किया.........!
दूध के पैसे पूछने पर बूढा दुकान मालिक
बोला -"बेटी हम
बच्चे के दूध के पैसे नहीं लेते,
यदि रास्ते के लिए चाहिए
तो लेती जाओ..!
"बच्चे की माँ के दिमाग मे एक सवाल बार बार घूम
रहा था कि अमीर कौन 3 स्टार होटल
वाला या टूटी झोपड़ी वाला.. ???
कोर्ट में केस चल रहा था, केस
ReplyDeleteकी सुनवाई शुरू होने
लगी तो वकील उठा और जज से
बोला।
वकील: "माई लार्ड, कानून
की किताब के पेज नंबर 15
के मुताबिक मेरे मुवक्किल को बा-
इज्जत
बरी किया जाये।
जज: "किताब पेश की जाये।"
किताब पेश की गयी, जज ने पेज नंबर
15
खोला तो उसमें 1000 के 10 नोट थे।
जज मुस्कुराते हुए बोला: "बहुत खूब, इस
तरह के 5 सबूत
और पेश किये जाये।"
bhagwan kare k 3 march ka din hum sabke liye khushyan lekar aaye.
ReplyDeleteumashankar ji sarahniye karya k liye apka bhut bhut abhinandan hai. sir kripya ye baraye k jin logo ne fees wapsi k liye awedan to kiya per unki fees kuch jagah se wapis nahi aayi kya unka bhi abhyartan khatre me hai kripya uchit jankari dene ki krapa kare dhnyawad.
ReplyDeleteजिसको तलब हो हमारी, वो लगाएँ बोली,
ReplyDeleteसौदा बुरा नहीं !
...बस "हालात" बुरे है !..
अगर आप वही करते रहेंगे जो करते रहे है....तो निश्चित है कि
ReplyDelete॰
॰
॰
॰
॰
॰
॰
॰
॰
॰
॰
॰
॰
आपको वही मिलेगा जो मिलता रहा है....
अगर कुछ विशेष चाहिए, तो कुछ विशेष कीजिये,
संगठित होइए,
नियति बदलिए.......!!
घुसपैठियों को वहीं भेजेंगे, जहां से वे आए हैं:
ReplyDelete______नरेंद्र मोदी.
.
.
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मोदी जी ,
आज आपने हम सब को खुश कर दिया , इसीलिए तो हम आपके कायल हैं| आज का भाषण आपके विरोधियों को तो मिसाइल कि तरह लग रहा होगा| आज तक इस कांग्रेस ने सही माईने में इस देश में फूट डालो और राज करो कि राजनीती कि है| इसने केवल वोट कि राजनीती कि है| आज तक कितने साल से नॉर्थ ईस्ट में इनका शासन रहा है , मगर इन्होने वहाँ के लोगों के साथ कोई न्याय नहीं किया|
आज जो भी आपने बातें बोली है वो बिल्कुल सही हैं और इस बार आपको ही हम प्रधान मंत्री के रूप में देखा चाहते हैं | और इस बार हमने ठान लिया है कि हम सभी बीजेपी को ही वोट देने वालें हैं| इस बार पुरे भारत में बस केवल नमो कि लहर है और सब बेअसर हैं|
ReplyDeleteकांग्रेसियों को और आपइयों को दिन-रात सिर्फ मोदी जी के ही सपने(दुस्वपन) आते हैं या दिमाग पर मोदी जी का भूत सवार रहता है, पगला गये हैं दोनों !
ReplyDeleteचरवाहा चाचा के अनुसार पुराने विज्ञापन की फीस वापस लेने वाले सभी लोग निश्चिँत रहें उनका किसी भी जिले का अभ्यर्थन निरस्त नही होगा भले ही उन्होंने अपने सभी जिलों की फीस वापस ले ली हो ??
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ReplyDeleteउनका अभ्यर्थन उक्त चाचा पक्का कराएँगे ?? यार अभ्यर्थन निरस्त होगा नही हो चुका है । फीस वापस लेने वाला हर अभ्यर्थी लिखित मे यह अधिकार DIET को दे चुका है जिस पर अमल भी हो चुका है । जिस ड्राफ्ट की फीस वापस ली है उसकी प्रति लगे सभी जिलों मे आपका अभ्यर्थन स्वतः निरस्त हो चुका है । जिसे विश्वास न हो DIET से पता कर ले । कुछ टेट मैरिट सपोर्टर / सहयोगी लोगों ने भी अकेडमिक वालों की बातों मे आकर अनजाने मे यह गलती कर दी उन्हे बचाने का प्रयास ( सफलता की गारंटी नही ) करने के लिए टेट संघर्ष मोर्चा ने पहल की जिसे उक्त चाचा चंदा इकट्ठा करने का तरीका बता रहे है ।
ReplyDeleteमामले की विधिक जानकारी रखने वाले भलीभाँति जानते है कि सरकार फीस वापस ले चुके लोगों का अभ्यर्थन संबंधित प्रति लगे किसी भी जिले मे चाहकर भी स्वीकार नही कर सकती क्योंकि उसने कोर्ट मे लिखित मे कहा है कि हमने उनका आवेदन नष्ट कर दिया है और यह पूरी तरह सच है । ऐसे मे केवल कोर्ट की तरफ से दया के रूप मे ही उन्हे राहत मिल सकती है । अन्यथा शेष शुद्ध टेट मैरिट वालों को बहुत फायदा होगा मैरिट अपेक्षा से बहुत कम जाएगी ।
ReplyDeleteमोर्चा द्वारा उठाए गए इस कदम से मै व्यक्तिगत रूप से सहमत नही हूँ मगर ऐसे लोग जो सहयोगी भी रहे है और फीस वापस माँगने की अनजाने मे गलती कर बैठे के हित मे उठाए गए इस कदम का मै स्वागत करता हूँ ।
ReplyDeleteसंबंधित लोगों को जिस रास्ते मे भलाई दिखाई दे चलने के लिए स्वतंत्र है । चाचा जी या टेट मोर्चा की बात मे कितना दम है DIET प्राचार्य से पता अवश्य कर लें ।
ReplyDeleteउङने दे इन परिंदो को आजाद फ़िजा में गालिब............
ReplyDeleteजो तेरे अपने होंगें वो लौट आयेंगें किसी रोज........
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इसलिए फीस वापस लेने वाले सरकार के रहमो करम पर बने रहें
और देखते रहें
आज फीस वापस लेने वालों की बेचैनी देखी।
ReplyDeleteसिर्फ २५०० रूपये के लिए अपना ईमान छोड़
दिया था जबकि चेक भजने के बाद २००० रूपये ही मिल पाता।
रजिस्ट्री खर्च २०० रूपये अतिरिक्त था।
मैंने उस समय हाथ जोड़कर निवेदन
ReplyDeleteकिया था कि जिनको आर्थिक मदद प्रत्यावेदन करके चाहिए वे
प्रत्यावेदन न करें।
मै उनको १८०० रूपये इस शर्त पर देने को तैयार हूँ
कि नौकरी पाने के बाद मेरा पैसा लौटा देंगे।
सोशल मीडिया के माध्यम से हाई कोर्ट में याचियों के अतिरिक्त
ReplyDeleteलगभग पांच हज़ार लोगों ने मेरी बात मानी।
यह भी एक सत्य है कि किसी ने मुझसे आर्थिक
सहायता नहीं ली थी।
आज एहसास कीजिये कि आपके ऊपर क्या बीत रही होगी अगर
ReplyDeleteआपने सभी जिलों का पैसा प्राप्त कर लिया है।
सिर्फ भर्ती समर्थकों (उभयलिँगियोँ ) ने साथ दिया होता तो आज
ReplyDeleteभर्ती कब की संपन्न हो चुकी होती।
आपके लिए बहुत विकल्प हैं चिंता की कोई बात नहीं है।
ReplyDeleteआप बेरोजगार हैं इसलिए हम साथ देंगे।
आप हमारा साथ दीजिये , हम आपका
प्रत्यावेदन में साथ देंगे।
आप मात्र अपने साक्ष्य सुरक्षित रखें।
बेरोजगारी सबसे बड़ी बीमारी है ।
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश में न्यूनतम दो लाख भर्ती बीएड टीईटी उत्तीर्ण
की हो इसका प्रयास होना चाहिए।
धन्यवाद।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteनिरहुआ अक्सर विधिक पोस्ट से बचना चाहता है क्योंकि 'विधि' की गंभीरता अक्सर हमारे उत्साह में बाधक सिद्ध होती है पिछले एक-दो दिनों से अपने कई टेट भाइयों के प्रश्नों को अनदेखा करता आ रहा था किन्तु जब देखा की कुछ बन्धु हमारे टेट भाइयों को निराधार तर्कों से भ्रमित कर मन ही मन आनंदित हो रहे हैं तब अपने टेट भाइयों के दारुण प्रलाप और शंका ग्रसित वचन सुनकर मुझे यह विधिक पोस्ट करनी पड़ रही है।
टेटवीरों,
सबसे पहले तो आप अपने मन को सकारात्मक ऊर्जा से इतना भर दीजिये की कोई भी विप्लवी तत्व आपको भ्रमित कर आपकी पीड़ा पर आनंदित ना हो सके, आप टेटियन हैं टेटियन, अतः भ्रमित होना आपकी शान के खिलाफ है। कई भाई शंका व्यक्त कर रहे हैं की 887 लोगों के नाम जो पब्लिक नोटिस जारी की गयी है उसकी सुनवाई एक ही दिन में संभव नहीं है क्योंकि इतने लोगों का पक्ष एक ही दिन में नहीं सुना जा सकता है। निरहुआ को हँसी आती है ऐसी अफवाहों पर, अरे भाई कपिलदेव यादव को लेकर कुल दस कैवियेट थे और प्रत्येक कैवियेट में 80-150 लोगों के नाम शामिल थे, अब बताइए की जब इन सभी दिव्य आत्माओं ने संयुक्त रूप से कैवियेट डाला था तो सुनवाई में भी तो संयुक्त रूप से ही तो खड़े होंगे ना अर्थात कुल दस पार्टियाँ।आप यह मानकर चलिए की ज्यादातर सभी पार्टियाँ एकमत हैं और सभी का मुद्दा भी एक ही है तो सुनवाई कैसे पूरी नहीं होगी ? दूसरी बात , जरा पब्लिक नोटिस को ध्यान से पढ़िए, साफ़-साफ़ लिखा है की आप अपना पक्ष रख सकते हैं , यह तो कहीं लिखा ही नहीं है की आप अगर नहीं आये तो सुनवाई टल जायेगी, और वैसे भी सभी कैवियेटर को slp की रिसीविंग के बाद ही डेट पड़ी थी तो इसका साफ़ मतलब है की सभी पक्ष अपने प्रतिनिधि अधिवक्ता द्वारा हाजिर हो चुके हैं।
अब आते हैं डी डी (शुल्क ) वापसी के मुद्दे पर। किसी भी नियम में जब संशोधन किये जाते हैं तो उस नियम को लागू करते समय यह देखा जाता है की उस नियम से सम्बन्धित आखिरी संशोधन क्या था ? और उसी संशोधित नियम को लागू किया जाता है। अब जरा याद कीजिये पुराने विज्ञापन का शुल्क (फीस) से सम्बंधित आखिरी संशोधन क्या था ? अगर आपको याद है तो मुझे उम्मीद है की आपके सवालों का जवाब आपको मिल गया होगा। फिर भी बता देता हूँ, किसी एक जिले में मूल ड्राफ्ट जमा करके उसकी छायाप्रति से आप अन्यत्र कई जिलों में आवेदन कर सकते हैं, यही अंतिम संशोधन था। अतः जिस किसी भी बन्धु का "एक भी ड्राफ्ट" अभी सरकार के खजाने में जमा है वह इस भर्ती प्रक्रिया में 100% दावेदार है। जो बन्धु अपने सभी ड्राफ्ट की शुल्क वापसी ले चुके हैं, उनको भी ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि कई विधिक कारणों से आपको चयन प्रक्रिया से बाहर करना आसान नहीं है। सरकार ने भी इस मुद्दे को अपनी slp में आधार बनाया है जबकि शायद सरकार के विधिक पुरोधा यह भूल गए की यह कोई परीक्षा शुल्क नहीं बल्कि 'प्रणाली शुल्क' था, यकीन रखिये सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर छात्रों के ही साथ खड़ी मिलेगी। कुछ भाइयों ने शुल्क वापसी के लिए आवेदन तो किया था परन्तु उनका शुल्क अभी तक वापस नहीं आया है वे भी निश्चिंत रहें क्योंकि जब तक आप फीस की रिसीविंग ( डाक की भाषा में जिसे पावती कहा जाता है) साइन करके नहीं देते हैं तब तक आपका अभ्यर्थन निरस्त नहीं हो सकता।
अतः निश्चिंत रहें, मस्त रहें और 3 मार्च को अपने एक-एक आंसुओं का हिसाब लेने के लिए तैयार रहें।
जय टेट।
भाइयों अाज कि टेट कि परीक्षा देख के कहनापड रहा है
ReplyDeleteअखिलेश तेरेराज में गधेपकोेडे खाते है,पढ़ेलिखे रोते सडको पर ,,,,,,,,,,,अरमानों को तोडे जातेहैं हर दिल से निकले अाह,,,,हमारी तेरे अरथिकि सामान बनेगी,,,, तुफिकर ना कर तेरे कुकर्मो के लेखेजोड़े,,,,जाते हैं,,,,,,,,इमान से इतना नकलल तो मैंने अाज तक नहींदेखा था।,,,,भगवान ही मालिक है देश लुटाओ,,,,,,देश लुटाओ
सरल पेपर से शिक्षक बननेकी दिखीराह Sat, 22 Feb 2014 09:14 PM (IST) सरल पेपर से शिक्षक बननेकी दिखीराह फतेहपुर, जागरण संवाददाता : शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर इस बार सरल रहा। यह कहना रहा परीक्षार्थियों का। उधर दिनभर हुई बरसातने दूर दराज से आए परीक्षार्थियों और उनके परिजनों को मुसीबत मेंडाला। शनिवार को आयोजित परीक्षा में प्रतिभागकरनेवाले परीक्षार्थी चर्चा करते रहे कि इस बार का पेपर सरल आया। कौशांबी से आए सौरव, रायबरेली सेआए दिपांश, मीना, शहर के राजेश, दीपांशी आदि ने कहाकि पेपर सरल रहा। टीईटी परीक्षार्थियों केसाथ आए लोगोंको बरसात ने झकाया। दुकान के सामने बने बरामदेऔर टीन शेड की जगह कम पड़ गई। क्या बोले परीक्षार्थी - परीक्षा बीते सालोंकी अपेक्षा सरल रही। पिछली दफा ज्यादा कठिन पेपर आया था। - कुलदीप कुमार - पेपर अच्छा रहा, अच्छे अंक से पास हो जाऊंगी। खेल जगत से ज्यादा प्रश्न आए। - मयंका त्रिवेदी - दूसरीबार परीक्षादे रहाहूं। पिछली बार का पेपर ज्यादा कठिन रहा है। इस बार 90 फीसद अंक आएंगे। बृजेश कुमार - पहली बार परीक्षा दे रहा हूं। तैयारी सफलरही है। उनके हिसाब सेपेपर सरलआया है। सामान्य ज्ञान से अच्छेअंक पाउंगा। - महेश प्रताप - परीक्षा तैयारी का पूरा फायदा मिला है। सामान्यज्ञान एवं खेल जगतसे प्रश्न ज्यादा आएंहै। - अंकिता विश्वकर्मा छूटा हुजूमतो साधन पड़े कम परीक्षा केंद्र से जबहुजूम छूटा तो सड़कों में सवारियां ढोने वाले साधन कमपड़ गए। शहर केआईटीआईरोड, ज्वालागंज, आबूनगर में वाहनों की तलाश में लोगोंको जूझना पड़ा। महिला परीक्षार्थियों को ज्यादा ही जहमतउठानीपड़ी। रिक्शों और विक्रम चालकों ने तादात सेज्यादा सवारियांबैठाकर ढोई। बाद में हुआ क्या खोया क्या पाया परीक्षा केंद्र से निकलनेके बाद परीक्षार्थियों नेएक दूसरे से प्रश्न और उनकेउत्तरों की मिलान की। सही उत्तर मिलने पर परीक्षार्थी खुशी के मारेझूमउठे तो गलत उत्तर की बात सामने आते ही जुबां सेनिकला अरे यह तो गलत हो गया। इनसेट चाट और गोल-गप्पे का आनंद उठाया परीक्षा केंद्रों सेनिर्धारितदूरी पर खानपान के ढेले दिखे। सुबह से जल्दी घर से निकलना और ढाईघंटे केपेपर केबाद भूख नेपरीक्षार्थियों कोढेलेपर जाने को मजबूर कर दिया। चाट की दुकानोंपर महिलाओंकी भीड़ दिखी तो चाय की दुकानों मेंपुरुषों की भीड़लगीरही।
ReplyDeleteऔर सही मायने मे जिन लोगों तो पैसा वापस ले लिया है , वो लोग इस प्रक्रिया से अपने आप को बाहर समझें , क्योँकि पैसा ऐसे लोगों तो वापस लिया है जिनको भारतीय न्याय प्रणाली , अपनी काबलियत ( मेरिट ) और अपने भाग्य पर भरोसा नही है ।
ReplyDeleteऐसे लोगों के साथ ऐसा ही होना चाहिए !
पैसा वापस मँगाने की बात पर तो मना करने के बाद भी नही मान रहे थे ।
और अब फोन करते हैं कि ऐसा हो गया वैसा हो गया , क्या करें .......
डूब मरो !
सरकार तुमको बचा लेगी !
क्या उस समय ( पैसा वापस लेने के बाद ) आप लोग इतने मजबूत ( अमीर ) हो गये थे कि 5 डी डी लेने के बाद 35-65 जगह से भी फार्म डाल सकते थे ? ?
ReplyDeleteसोचो ....
सोचे .....
बहुत सोचो .....
5 किलो सोचो ....
लेकिन फोन मत करना इस विषय में !
और अगर सच कहें तो उनका चयन इससे हो ही नही सकता था , इसलिए उन्होनेँ ऐसा किया ! !
ReplyDeleteजो हमने नही किया
वो उन्होनेँ किया लेकिन किया तो सही !
मैं ऐसे लोगो से इससे ज्यादा की उम्मीद भी तो नही कर सकता हूँ !
वो अपनी जगह पर सही हैं और मैं अपनी .....!!
अगर मेरी बात बुरी लगी हो तो इसके लिए .......
धन्यवाद
Sir mereai hs kai certificat mai marai pita ka naam kai ek ashar galati hai j ki jagha y ho gaya hai koo batayi esasai koi problam hoga kya please sir sahi ray dai bahut paraisan hu sir
ReplyDeleteउच्च रक्तचाप आधुनिक जीवनशैली में 40 वर्ष
ReplyDeleteकी उम्र के आसपास होने वाली आम स्वास्थ्य
समस्या बन गई है। सामान्य स्वास्थ्य वाले
व्यक्ति का उच्चतम रक्तचाप 120 तथा न्यूनतम
80 होता है। सेहतमंद रहने के लिए रक्तचाप
सामान्य रहना बहुत जरूरी है।
दुनिया में बड़ी संख्या में
लोग हाई ब्लड प्रेशर
की समस्या से ग्रस्त हैं।
उच्च रक्तचाप
की समस्या में
धमनियों में रक्त
का दबाव बढ़ जाता है।
दबाव की इस वृद्धि के
कारण धमनियों में रक्त
प्रवाह सुचारू बनाये रखने के लिये दिल
को अधिक काम करने की आवश्यकता पड़ती है।
अधिकतर लोग इस समस्या को अनदेखा कर देते
हैं। कुछ ही लोग दवाओं का सेवन कर रक्तचाप
को सामान्य रखते हैं। अध्ययनों से साफ हुआ है
कि उच्च रक्तचाप के 85 फीसदी मरीज समय से
अपनी दवाई नहीं लेते।
यदि आप भी उन्हीं में से एक हैं जो रक्तचाप
को नियंत्रित करने के लिए फिजीशियन
द्वारा दिए गए परामर्श को फॉलो नहीं करते,
तो यह शरीर के अंगों जैसे दिल, गुर्दे, मस्तिष्क
और आंखों पर असर डाल सकता है। यदि आपको खुद
से प्यार हैं, तो रक्तचाप को नियंत्रण में रखें।
हो सकता है आपको हाई ब्लड प्रेशर के
लक्षणों के बारे में जानकारी न हों। इस लेख के
जरिए हम आपको बता रहे हैं उच्च रक्तचाप के
सामान्य लक्षणों के बारे में।
शुरुआती लक्षण
ReplyDeleteउच्च रक्तचाप के प्रारंभिक लक्षण में संबंधित
व्यक्ति के सिर के पीछे और गर्दन में दर्द रहने
लगता है। कई बार इस तरह की परेशानी को वह
नजरअंदाज कर जाता है, जो आगे चलकर गंभीर
समस्या बन जाती है।
तनाव होना
यदि आप खुद को ज्यादा तनाव में महसूस कर रहे
हैं, तो यह उच्च रक्तचाप का संकेत हो सकता है।
ऐसे में व्यक्ति को छोटी-छोटी बातों पर
गुस्सा आने लगता है। कई बार वह सही-गलत
की भी पहचान भी नहीं कर पाता।
किसी भी समस्या से बचने के लिए जरूरी है
कि आप जांच करा लें।
सिर चकराना
उच्च रक्तचाप के लक्षणों में सिर
चकराना भी आम है।
कई बार शरीर में
कमजोरी के कारण भी सिर चकराने
की परेशानी हो सकती है। ऐसे कोई लक्षण
दिखाई दें, तो पहले अपने डॉक्टर से परामर्श
कर लें।
थकावट होना
यदि आपको थोड़ा काम करने पर थकान महसूस
होती है या जरा सा तेज चलने पर
परेशानी होती है या फिर आप सीढि़यां चढ़ने में
काफी थक जाते हैं, तब भी आप उच्च रक्तचाप से
ग्रस्त हो सकते हैं।
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ReplyDeleteनाक से खून आना
ReplyDeleteसांस न आना, लंबी सांस आना या सांस लेने में
परेशानी होने पर एक बार अपने चिकित्सक से
संपर्क करें। ऐसे में व्यक्ति के उच्च रक्तचाप से
ग्रस्त होने की प्रबल आशंका होती है। साथ
ही यदि नाक से खून आए, तब भी आपको जांच
करानी चाहिए।
नींद न आना
आमतौर पर उच्च रक्तचाप के रोगियों के साथ
यह समस्या होती है कि उन्हें रात में नींद आने में
परेशानी होती है। हालांकि यह
परेशानी किसी चिंता के कारण
या अनिंद्रा की वजह से भी हो सकती है।
हृदय की धड़कन बढ़ना
यदि आप महसूस करते हैं कि आपके हृदय की धड़कन
पहले के मुकाबले तेज हो गई हैं या आपको अपने
हृदय क्षेत्र में दर्द महसूस हो रहा है, तो यह
उच्च रक्तचाप का भी कारण हो सकता है।
कई बार कुछ लोगों में उच्च रक्तचाप से संबंधित
कोई भी लक्षण नजर नहीं आता। उन्हें इस बारे
में चेकअप के बाद ही जानकारी होती है। हाई
ब्लड प्रेशर के लक्षण दिखाई न देना किडनी और
हार्ट के लिए घातक हो सकता है।
सर्पगंधा वनौषधि की जड के चूर्ण को प्रतिदिन
ReplyDelete2 ग्राम मात्रा में
दूध या जल के साथ सेवन करने से उच्च रक्तचाप कम
होता है ।
अनिद्रा की समस्या दूर होकर
रोगी को गहरी नींद भी आती है ।
यदि इसमें 1 रत्ती (=120 मिलीग्राम) शुद्ध
शिलाजीत भी मिलाकर
इसे दूध के साथ लिया जा सके तो रोगी को इससे
विशेष लाभ होता है ।
मैथीदाने का चूर्ण सुबह-शाम 3-3 ग्राम
की मात्रा
(चाय का 1 चम्मच = 5 ग्राम) में जल के साथ लेते
रहने से
उच्च रक्तचाप शांत होता है ।
आंवला, सर्पगंधा व गिलोय का चूर्ण सममात्रा में
बनाकर
प्रतिदिन 3-3 ग्राम मात्रा में जल के साथ लेते
रहने से उच्च रक्तचाप नियंत्रित रहता है ।
अशोक के वृक्ष की छाल 20 ग्राम मात्रा में लेकर
व उसे अधकूट कर उसका काढा बनाकर
(दो गिलास पानी में इसे डालकर आंच पर
इतना उबालें कि
पानी की यह मात्रा आधा गिलास रह जावे)
पश्चात् इसे छानकर
व थोडी सी मिश्री मिलाकर कुछ दिन पीने से
भी उच्च रक्तचाप दूर हो सकता है ।
कुछ मौसमी उपाय भी...
ReplyDeleteप्रतिदिन मूली को काटकर व उसमें नींबू का रस
मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है ।
मूली में नमक न मिलावें ।
गाजर का 200 ग्राम रस प्रतिदिन पीते रहने से
रोगी को लाभ मिलता है ।
इससे उसकी घबराहट व बैचेनी भी दूर होती है ।
यदि गाजर के इस रस में 10 ग्राम शुद्ध शहद
भी मिला लिया जावे तो
इसके गुणों में विशेष वृद्धि हो जाती है ।
अंगूर का सेवन भी रक्तचाप नियंत्रण में मददगार
साबित होता है ।
आलू का सेवन जहाँ कुछ चिकित्सक इस रोग में रोक
देते हैं
वहीं कुछ की धारणा के मुताबिक जल में नमक
डालकर उबले हुए आलू का सेवन रोगी कर सकते हैं ।
अलबत्ता इसमें अलग से नमक न मिलावें ।
उपरोक्त प्रस्तुत उपायों में रोगी की तासीर के
ReplyDeleteअनुकूल
व मौसम के मुताबिक उपलब्ध
संसाधनों का उपयोग करते हुए
आप अपने परिजनों सहित स्वयं को न सिर्फ इस
रोग से मुक्त रख सकते हैं
बल्कि पहले से रोग रहने की स्थिति में
अनुकूलता के मुताबिक
रोगी का यथासम्भव सुरक्षित रुप से उपचार कर
स्थिति को अनियंत्रित होने से रोक सकते हैं ।
इसके अतिरिक्त...
उच्च रक्तचाप के सभी रोगियों को प्रतिदिन
सूर्योदय के समय भ्रमण के लिये किसी पार्क में
जाकर एक घंटे शुद्ध वायु के वातावरण में
प्रतिदिन बैठने व इसी अवधि में ओस
पडी हरी घास पर
कुछ समय नंगे पैर नियमित चलने से पर्याप्त लाभ
मिलता है ।
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ReplyDelete.
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मे
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री
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वा
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ली
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I don’t promise you the stars. But, I will surely promise you that I will be there by your side, always and … forever..!.......
umashankar ji kripya ye bataye k jin logo ne fees wapsi k liye awedan to kiya per unki fees kuch jagah se wapis nahi aayi kya unka bhi abhyartan khatre me hai kripya uchit jankari dene ki krapa kare dhnyawad.
ReplyDeleteAMAZING...
ReplyDeleteBUT
Read this to the end.
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A woman came out of her house and saw 3 old men with long white beards sitting in her front yard. She did not recognize them.
She said, “I don’t think I know you, but you must be hungry. Please come in and have something to eat.”
“Is the man of the house home?”, they asked.
“No”, she said. “He’s out.”
“Then we cannot come in”, they replied. In the evening when her husband came home, she told him what had happened.
“Go tell them I am home and invite them in!” The woman went out and invited the men in. “We do not go into a House together,” they replied.
“Why is that?” she wanted to know. One of the old men explained: “His name is Wealth,” he said pointing to one of his friends, and said pointing to another one, “He is Success, and I am Love.” Then he added, “Now go in and discuss with your husband which one of us you want in your home.”
The woman went in and told her husband what was said. Her husband was over joyed. “How nice!!”, he said. “Since that is the case, let us invite Wealth. Let him come and fill our home with wealth!”
His wife disagreed. “My dear, why don’t we invite Success?”
Their daughter-in-lawwas listening from the other corner of the house. She jumped in with her own suggestion: “Would it not be better to invite Love? Our home will then be filled with love!”
“Let us heed our daughter-in-law’s advice,” said the husband to his wife. “Go out and invite Love to be our guest.”
The woman went out and asked the 3 old men, “Which one of you is Love? Please come in and be our guest.” Love got up and started walking toward the house. The other 2 also got up and followed him. Surprised, the lady asked Wealth and Success: “I only invited Love, Why are you coming in?”
The old men replied together: “If you had invited Wealth or Success, the other two of us would’ve stayed out, but since you invited Love, wherever He goes, we go with him. Wherever there is Love, there is also Wealth and Success!
मेरे विचारों में आपके सभी प्रश्नोँ उत्तर समाहित रहते हैं ,
ReplyDeleteजब भी आप लोग पढ़ा करें ध्यान से पढ़ा करो ,
जवाब भी मिल जाया करेंगे ।
Bilkul khatrai mai hai
ReplyDeleteSir mera jabaab nahi mila hai please batai mera tet mai 105 hai maoi sc hu lakin merai pita kai naam mai j ki jagha y ho gaya hai please tell me sir mai kya kry
ReplyDelete72825 से फीस वापस लेने वाले बाहर हुये
ReplyDelete(राम गोबिन्द चौधरी)
गुणांक धारी गदहौ तथा जो फीश वापस ले चुके चिरकुट क्या तुम लोग जानते हो
अतुल यादव
कपिल यादव
सुरज सुक्ला
गुडडु सिँह
कांर्त्रिक ये चारो गुणांक के सबसे बडा प्रेमी हैँ लेकिन फीस वापसी का आवेदन .......
याद हैँ आप को जब ये चिरकुट डीडी वापस पाते थे तब जले पर नमक छिडकते थे अब इनका साथ कोई टेट मेरिट का याचीकर्ता नहीँ देगा ।
ReplyDeleteये बाहर हैँ अब जिसे रोकना हैँ रोक ले ।
"हर समस्या के मूल मेँ ही समाधान मेँ छिपा होता हैँ पर हम समस्या खुद उत्पन्न करते हैँ और समाधान कहीँ और तलाशते हैँ।"
ReplyDelete.
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जैसे हमारे कुछ भाई हैं ....
Sir mera problam ka hal batai
DeleteKoi hai batanai kai liai
ReplyDeleteMera khana hai ki jab case court mai hai to fisala kuch bhi aa sakta tha fee vapasi kai liai sabhi ko intjar karna tha
ReplyDeleteHalo sir kirpay karkai kuch batai
ReplyDeleteशुल्क वापसी का मुद्दा निश्चित रुप से एक गम्भीर मुद्दा है ।
ReplyDelete.
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पूर्व विज्ञापन मेँ मेरे मित्र उदय कृष्ण तिवारी ने 3 जनपदोँ से आवेदेन किया था क्योँकि उनका टेट प्राप्ताँक 130 है, जब नया विज्ञापन आया तब वो काफी हताश हो गये और 60 जगह से आवेदन किये क्योँकि उनका गुणाँक 56 है ।
जब शुल्क वापसी की बारी आयी तब उन्होने DD वापसी के लिये आवेदन कर दिया और उनके तीनो DD वापस आ गये ।
अब इनके मस्तिष्क को क्या कहा जाए कि जहाँ इन्होने 40000 रुपये बर्बाद कर दिये वहीँ तीन DD वापस लेकर हमेशा के लिये आबाद हो गये जबकि मेरे समझाने पर वो मुझे खुद समझाने लगते थे क्योँकि टीईटी मेँ मुझसे तीन अँक ज्यादा जो प्राप्त किये थे ....!
अब इन्होने बैल से खुद कह दिया ना कि आ मुझे मार, तो इसमे बैल की क्या गलती है भाई साहब ।
There is no difference between a wise man and a fool when they fall in love.
ReplyDeleteIf u see old women like this, please buy her vegetables.. They sell products for very less margins! And its ok to make someone happier by your little concern! My humble request! plz!
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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I have just one wish that I want to wake up all my life with the warmth of your breathe around me.
mayawati ho ya mullayam ho..ye sab congress ko harane ki baat kabhi nahi kerte h kyn kya baat h aakhir modi ji desh ko uper le jana chahte h issliye. Modi sabko sikchit kerna chahte h issliye , modi gareebi mitana chahte issliye ya modi ji se pakistan aur chaina ki fatti h ya modi ji sabka k vikash sabke saath kerna chahte h jaatibad ko badawa nahi dete h.issliye sab modi k birodh ker rahe h...jabki ye kam na mayawati kerna chahti h na mullayam na aur koi.
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश सरकार के विवेकानुसार जब बेसिक शिक्षा नियमावली में संशोधन १५ कर दिया गया तो संशोधन १२ के आधार पर जारी विज्ञप्ति निष्क्रिय हो गयी । ( जबकि मै निष्क्रिय भी नहीं मानता हूँ क्योंकि परिवर्तन भूतगामी नहीं होता है।)
ReplyDeleteअतः उसके आवेदन
ReplyDeleteको निरस्त करके सरकार ने पैसा लौटाने का फैसला किया।
खंडपीठ में न्यायमूर्ति अशोक भूषण ने न्यायमूर्ति विपिन सिन्हा के सहयोग से संशोधन १५ को निरस्त कर दिया जिसके कारण उस संशोधन १५ की वजह से निष्क्रिय/रद्द संशोधन १२ के आधार पर जारी हुआ विज्ञापन स्वतः सक्रिय हो गया और खंडपीठ द्वारा बहाल कर दिया गया।
इस प्रकार जिन लोगों ने याचिका करके पुराने विज्ञापन को बहाल कराये हैं वे कभी पैसा वापस लेने की बात कोर्ट में नहीं कर सकते हैं।
ReplyDeleteजिनको सरकार पर भरोसा था आज वे चिंतित हैं क्योंकि सरकार उनके आवेदन को मान लेती ।
परन्तु कपिल देव यादव का न्यायालय में कहना है कि मेरा पैसा मुझे वापस मिल चुका है अतः वह विज्ञापन रद्द हो चुका है।
ReplyDeleteइस पर अब किसे दोष दिया जायेगा।
मैंने जब से सुना कि कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट में प्रतिवादी पक्ष से इस विषय को उठवाने का दबाव बनवा रहे हैं तब मैंने इस विषय का खुलासा करना उचित समझा।
आपको बता दें कि जब अभ्यर्थियों ने मूल जनपद को छोड़कर बाकी जनपद का पैसा वापस लेने की योजना बनाई तो सरकार कुछ लोगों को पैसा लौटाने के बाद रुक गयी क्योंकि खजाना भी खाली हो रहा था और अभ्यर्थन भी बरक़रार था।
ReplyDeleteमैंने इस विषय का खुलासा कर दिया तो कुछ लोग शिक्षा मंत्री को घेर लिए तो पुनः सचिव को आदेश हुआ ।
ReplyDeleteइस प्रकार उसी बीच में कई लोग प्रत्यावेदन करने के बाद भी किस्मत से आवेदक बने रह गये।
टीईटी मेरिट ठीक होने के बावजूद जो अकादमिक मेरिट के झंडाबरदार बने थे उन्होंने ही पैसा वापस लिया था।
ReplyDeleteसरकार भली प्रकार से उनको अपना हमदर्द मानती है परन्तु कपिल देव ने सरकार को पुनः गलत करने को मजबूर किया है।
इस प्रकार पुराना विज्ञापन अपने बचे आवेदनोँ के साथ बहाल होगा।
ReplyDeleteजब इन्सान में गलत और सही की पहचान करने की क्षमता ख़तम हो जाती है तो उसका विनाश तय हो जाता है।
धन्यवाद।
umshankar ji mai maanta hu ki aapne logo ko mana kiya hoga aur logo ne ho sakta hai apki suni bhi nahi hogi..... kuch log aise bhi the jo iss blog se nahi jude hue the.... unko bhi ye abhas hoga ki ye kadam unhe kisi mushkil me bhi daal sakta hai...main ye bhi maanta hu ki aap ne jab bhi koi vichaar rakha usme koi bhi pakshpaat kabhi nahi kiya aur bhut bhut he jyada aisi koshish bhi ki kuch aisa na kaha jaye jisse kisi ki bhi bhawnao ko thes na pahuche......to aaj fir aap aisa kyo keh rahe ho jisse log brhamit ho...ya kisi prakaar ka dar paida ho.....main to itna he kahunga ki jab gov. ne add radd kiya tha tabhi logo ne paisa wapas k liye awedan kiya.....agar gov. aisa nahi karti to kyo log apna paisa wapas lete..???? agar gov. kisi add ko radd kar sakta hai aur court use bahaal ...to court ye bhi kahega ki jin ki fees gov. ne wapas kar di add radd kar ke to unki fees wapas le le add bahal kar ke ....!!! baaki aap bade hai... mujh se achhi soch rakhte hai....!!! dhanyawad....!!
ReplyDeleteजिँदगी के पाँच बङे सच :-
ReplyDelete1. माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता...!!!
2. गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता...!!
3. आज भी लोग अच्छी सोच को नही, अच्छी सूरत को महत्व देते हैं...!!!
4. इज्जत सिर्फ पैसे की है, इंसान की नही...!!!
5. जिस शख्स को अपना खास समझो....
अधिकतर वही शख्स दुख दर्द देता है...!!!
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Everyone says you only fall in love once, but that is not true, because every time I see you, I fall in love all over again & अगेन .
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I wish falling in love had traffic lights,
so that I would know if I should:
Go for it,
slow down,
or
just stop....!!
टीईटी साथियों,
ReplyDeleteनमस्कार,
आज जनपद जौनपुर के एक प्रतिष्ठित जे.जे.गर्ल्स इण्टरमीडिएट कालेज में वार्षिकोत्सव है, सरकार के कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव मुख्य अतिथि और मैं विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित हूँ। यह दूसरा मौका है जब मुझे सरकार के खिलाफ खुले मंच से गर्जना करने का मौका मिला है। आज मैं अपनी कविताओं से इन समाजवादी सियारों की धज्जियाँ उड़ाऊँगा। आज का दिन अपने उन भाई बहनों के नाम जो इस सरकार की गलत नीतियों के कारण मौत को गले लगा बैठे....
दूर रहकर भी हमें जान से प्यारे हो तुम,
अश्क आँखों में तो होठों पे दुआ रखेंगे,
तुमने जो जख्म जुदाई का दिया है हमको,
हम भी उस जख्म को ताउम्र हरा रखेंगे....
॥जय हिंद॥
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Teri Mohobbat To Muqaddar Hai Mile Na Mile...
Raahat Zarur Mil Jati Hai Tujhe Yaad Karne Se..
♡♥ मि. Alone ♡♥
मुद्दतों बाद लौटे हैं तेरे शहर में,,
ReplyDeleteएक तुझे छोड़ और तो कुछ बदला नहीं !
"UPTET SANGHARSH MORCHA"
ReplyDeleteapne un sabhi sathiyo ko jinhone galati/bhool/jaanbhujhkar kr old advertisement k fee ko DD k roop me vapas le liya/ bhuna liya hai...... k vartmaan pareshaani aur peeda se puri tarah awagat hai.isame bahushankhayk aise nirdosh abhayarthi hai jinhone fee vapasi Ka avedan nahi diya tha fir bhi unki DD return ki gayi atah sabhi log puri tarah nischint rahe ( jaanbhoojh kr fee vapis lene wale bhi yadypi ki apka kary kattayi uchit nahi tha) apke pratikool koi baat bhavisay me [yadypi isaki sambhavana na k barabar hai] hone pr purjor virodh Morcha apne advocates k madhyam se SC me karega aur apke vidhi-sammat haq ko is atisay chalak government se xeen kr rahega .uprokt bato ki gambhirata ko apne advocates ko 03/03/2014 k purv awagat kara diya jayega .
Sabhi Ko
Jay TET
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जो बदल जाये वो यार कैसा,
जो छूट जाये वो साथ कैसा,
लोग अक्सर कहते है मुझे फिर से प्यार हो गया ,
पर दोस्तो जो फिर से हो जाये वो प्यार कैसा ॥
नाम -अनिल कुमार वर्मा
ReplyDeleteखाता सं0-32718131679
33547816669
...........का हिसाब........
Iske baad Anil Ji ka yah account band kar diya gaya aur new account-33547816669 me sahyog rashi magai gai.
खाता सं0-33547816669
7 Feb
16000-Barabanki
11 Feb
50-Net bank
200-Net bank
500-Net bank
12 Feb
800-Net bank
12000-Farrukhabad
500-Net bank
10000-SantkabirNagar
5000-Auraiya
10000-Mau
2000-Kannauj
700-Lucknow Mahanagar
10000-Kushinagar
1000-Munger Bihar
3000-Dharmpur Jaunpur
1000-Mirzapur
5000-Bilashpur Rampur
9000-Gorakhpur
1500-Bhot Rampur
300-Net bank
13 Feb
2000-Maharajganj
10000-Balliya
500-Net bank
1000-Net bank
1000-Azamgarh
Tot -102050
Inter br fees-360
Saved-101690
101690+016755=118445 Rs
came to Anil Verma
Hum Aaj Bhi Dil Ka Aashiyaana
ReplyDeleteSajane Se Darte Hain,
Baagon Me Phool Khilaane Se
Darte Hain,
Hamari Ek Pasand Se Tut Jaayenge
Hazaaro ke Dil,
Tabhi Toh Hum Aaj Bhi Girlfriend
Banane Se Darte
Hain…
प्राथमिक टेट के पेपर काफी सरल। पेपर को शिक्षामित्रोँ को ध्यान मे रखकर बनाया गया लगता है । दूसरों को टेट न देने और बिना टेट समायोजन का झाँसा देने वाले शिक्षामित्र नेताओँ ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।
ReplyDeletedecision came on third march 2014
ReplyDeleteअजीब ड्रामा हो रहा है इस देश में - आज 4 रैलियां हुए , एक मोदीजी कि - एक राहुल जी कि - एक केजरीवाल जी कि - एक अखिलेश जी कि ...मोदी जी ने सिर्फ कांग्रेस पर निशाना साधा और विकास , किसान , फौज भाईचारे कि बातें कि .
ReplyDeleteकेजरीवाल जी ने मोदी जी पर निशाना साधा और ये चोर वो चोर करते रहे ..कोई विकास कि बात नहीकी सिर्फ नकारात्मक बातें की
.राहुल जी ने मोदी जी पर निशाना साधा और थोड़ी से फौजियों कि बातकी .
अखिलेश जी ने मोदी जी पर निशानासाधा और सिर्फ और सिर्फ बकवास की .अब इन सबकी बातों में एक ही चीज़ कॉमन थी - क्या ??????????????????सबने मोदी जी पर निशाना साधा - बात साफ़ है ......
तेरे बिना हर एक रात हम पे भारी है,
ReplyDeleteकरवटें बदल बदल के हमने रात गुजारी है।
खवाबो ने तो रुखसती ले ही ली थी,
अब नींद तुम्हारी बारी है।
एक तुम्हारे इंतजार में पलकों पे सितम जारी है,
आज तो कट गयी अब कल की तैयारी है।
एक प्रश्न भगवान से
ReplyDeleteतेरी इस दुनिया में ये मंजर क्यों है
कही जखम तो कही पीठ में खंजर क्यों है?
सुना है की तु हर जर्रे में है रहता
तो फिर जमी पर कही मस्जिद तो कही मंदिर क्यों है ?
जब रहने वाले इस दुनिया के है तेरे ही बन्दे
तो फिर कोई किसी का रहबर और कोई दुस्मन क्यों है?
तु ही लिखता है सब लोगो का मुकद्दर
तो फिर कोई बदनसीब और कोई मुकद्दर का सिकंदर क्यों है ???
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गर यूँ ही कमियाँ निकालते रहे आप....
तो एक दिन सिर्फ खूबियाँ रह जाएँगी मुझमें...
बगुले की चोंच में हीरा,
ReplyDeleteऊंट के मुहं में जीरा।
बंदरों के पास कार,
गधों के हाथ में सरकार।
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कैसे-कैसे कारनामे हो रहे हैं,
और आप रजाई ओढ़ के सो रहे हैं।
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राहुल गांधी आज जो भी हे वो पुरखो की वजह से हे
ओर अरविन्द केजरीवाल जो भी हे वो मुरखो की वजह से है।
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"Modi Lao Desh Bachao"
नमस्कार दोस्तों,
ReplyDeleteसर्वोच्च न्यायालय ने अपने ऐतिहासिक फैसले मे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले सांसदों/विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों पर लगाई रोक।
किसी भी अदालत द्वारा 2 साल या उससे अधिक सज़ा दिये जाने पर खत्म होगी सदस्यता।
संसद मे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले सांसदो की पक्ष निहाय सूची निम्नवत है:-
1- राष्ट्रवादी काँग्रेस 33.33 % (कुल 9 मे से 3 सांसद)
2- समाजवादी पार्टी 31.82 % (कुल 22 मे से 7 सांसद)
3- बहुजन समाज पार्टी 31.82 % (कुल 22 मे से 7 सांसद)
4- शिवसेना 27.75 % (कुल 11 मे से 3 सांसद)
5- तृणमूल काँग्रेस 21.05 % (कुल 19 मे से 4 सांसद)
6- भारतीय जनता पार्टी 17.09 % (कुल 117 मे से 20 सांसद)
7- जनता दल (S) 15.00 % (कुल 20 मे से 3 सांसद)
8- बिजू जनता दल 7.14 % (कुल 14 मे से 1 सांसद)
9- काँग्रेस 5.42 % (कुल 203 मे से 11 सासद)
जय हिन्द जय न्यायपालिका जय भारत
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Na Ruthna Humse Hum Mar Jayenge,
Dil Ki Duniya Tabaah Kr Jayenge,
Pyar Kiya He Humne Koi Mazak Nahi
Dil Ki Dhadkan Tere Naam Kr Jayenge…
पति: हिप्नोटाइज करना क्या होता है?
ReplyDeleteपत्नी: किसी को अपने कंट्रोल में कर के अपनी मर्ज़ी के काम करवाना।
पति: चल झूठी, उसे तो शादी कहते हैं।
वाह मेरे शेर... खबर है की इधर मोदी जी जैसे ही पंजाब पहुँचे हैं पूरे पाकिस्तान मे खलबली मच गयी है .. सुनने मे आ रहा है की कल जब मोदी ने अरुणाचल के मुद्दे पर हिन्दुस्तान की तरफ से दहाड़ लगाई थी .. उस से पूरे पाकिस्तान मे कश्मीर को ले कर सन्नाटा छा गया है ..
ReplyDeleteपाकिस्तान अब यह सोच रहा है की हर तरह से परिपूर्ण चीन को अगर मोदी इस तरह धमका सकता है तो पाकिस्तान का क्या होगा ? पाकिस्तान मे निकलने वाले न्यूज़ पेपर के हेड लाइन्स देखिए
"मोदी के पीएम बनने पर भारत-पाक रिश्तों पर क्या असर पड़ेगा"
" मोदी के पीएम बनने पर क्या होगी आजादी की परिभाषा " आदि...
खबर है पूरा पाकिस्तानी मीडीया मोदी जी के भाषण पर नज़र रख रही है .. मोदी को लेकर पाकिस्तानी मीडिया में पहले ही खलबली मची थी और आज पंजाब पहुंचने पर पाक मीडिया के कान मोदी के भाषण पर होंगे। यही नही पाकिस्तान अख़बारों में मोदी को ले कर हेड लाइन्स बनाए जा रहे हैं ..
दोस्तों इस खबर से यह यक़ीन होना चाहिए की सॉफ नियत और शेर जैसा दिल ले कर दिया गया बयान भी दुश्मनो के हौसले पस्त करने के लिए काफ़ी होता हैं .. मज़ा आ गया .. हम हिंदुस्तानियों की इज़्ज़त को बढ़ाने के लिए शुक्रिया .. वरना मनमोहन ने तो मिट्टी मे ही मिला दिया था .
chor kevel polic se derti h...................usi tarah sab chor paritya modi se derr rahe h...............
ReplyDeleteयह Trick उन सब मुख्य 9 नदियोँ की है जो"अरब सागर"मेँ गिरती है
ReplyDelete*Trick-
"सालू की माँ भानमती सोजा"
Fact- की, मती Silent word है
अब मेँ Trick का सन्धि विच्छेद करता हूँ।
सा+लू=
*सा=साबरमती
*लू=लूनी
की=Silent word
माँ-
*माँ=माँडवी
*मा=माही
भा+न+मती=
*भा=भारतपुझा/ पोन्नानी नदी (केरल की सबसे लंबी नदी)
*न=नर्मदा
*मती=Silent word
सो+जा=
*सो=सोम
*जा=जाखम, जवाई
1. साबरमती
2. लूनी
3. माँडवी
4. माही
5. भारतपुझा या पोन्नानी
6. नर्मदा
7. सोम
8. जाखम
9. जवाई
यह सभी 9 नदियाँ"अरब सागर"मेँ जाकर गिरती है और इनके अलावा जो भी"गैर हिमालयी नदियाँ"बची है वह सभी बंगाल की खाड़ी मेँ जाकर गिरती है।
मैं कश्मिर को पाकिस्तान में देने की बात
ReplyDeleteनहीं करता , बल्कि लाहौर तक छिन लेने
कि हिम्मत
रखता हूँ ..
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मैं फोर्ड फाऊँडेशन से पैसा नहीँ लेता ,
बल्कि अपनी मेहनत की कमाई से पेट
भरता हूँ !
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मैं फौजियों की सहादत पर
राजनिती नहीं करता ,
बल्की अपने परिवार वालों के गुजर जाने
जितना रोता हूँ !!
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में देश तोडने की बात नहीं करता ,
बल्की अंखड
भारत की भारत की बात करता हूँ !
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मैं मुफ्त खोर नहीं मुजे फ्रि में
बिजली पानी नहीं चाहिए ,
बल्कि ऐसी सरकार
चाहता हूँ जो मुझे रोजगार दे !
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मैं अपने लिए नहीं जिता , बल्कि राष्ट्र के
लिए मरने
के लिए तैयार हूँ !!
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हाँ में भाजपा का समर्थक हूँ ..
हाँ मैं मोदी जि का सेवक हूँ ...
क्योंकि में माँ भारती का पूत हूँ
jinki fee wapas hui hai unhe presan hone ki jarurat nahi hai 3 march ka intjar kare....
ReplyDeleteजो आदमी PM बनने से पहले चीन और बांग्लादेश को औकात मेँ रहने की धमकी दे सकता है,
ReplyDeleteजो आदमी अमेरिका को खुद के सामने झुका सकता है,
जो आदमी ताल ठोँक के यह कह सकता है कि कश्मीर के लिए जितना पाकिस्तान ने हमेँ परेशान किया उससे काफी अधिक परेशान मैँ उसे लाहौर के लिए कर दूंगा ।
निश्चित ही विश्व के सबसे जवान देश का प्रधानमंत्री उसे ही होना चाहिए और यकीन करिए ऐसा ही होगा नमो ही हमारे अगले प्रधानमंत्री होँगे यही इस बार विधाता की इच्छा है।
और हिँदुस्तान की आवाज भी...
जय हिँद
नमो नमः..."
Ye baat samajh me aayi nahi,Aur mummy ne samajhai nahi
ReplyDelete.Mai kaise mithi baat karu?
Jab mithi chiz koi khai nhi.
Ye chand kaise maamu hai? Jab mumy ka wo bhai nahi.
Kyu lambe baal hai bhaalu ke? Kyu usne triming karai nahi
.Kya wo bi ganda bachhahai? Ya jungle me koi naai nahi
.Nana ki biwi jab nani hai,
Dada ki biwi jab dadi hai.
Papa ki biwi kyon papi nahi?
Samundar ka rang kyu neela hai?
Jab neel kisi ne milai nahi.
Jab school me itni neend aati hai.
Toh kyu bed waha rakhwai nahi?
Ye baat samajh mein aayi
nahi Aur mummy ne samjhai nhai. …
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You are the one's who never fails to surprise me, and each day I keep discovering something new about you and love you.....
And even more........
500/ का एक ड्राफ्ट 500-500 /के 75 चालानों पर भारी पड़ रहा है..........
ReplyDeleteकल से खोज रहा हूँ लेकिन एक भी मूर्ख ऐसा नहीं मिला जो कहता कि मुझे old ad की फीस वापसी से क्या लेना देना ,मेरी तो नए विज्ञापन में जमा ही है.......
इसे कहते है सत्य का प्रकाश ,,,,,गुणांक द्वारा फैलाया अँधेरा विलुप्त हो चुका है.....9-11-11 को 12th संशोधन के बेसिक शिक्षा नियमावली में प्रवेश के साथ ही uptet2011 के अभ्यर्थियों की किस्मत का फैसला उनके टेट प्राप्तांकों के आधार पर होना निश्चित हो गया था,,
ReplyDeleteटेट मेरिट की न्यायसंगतता और उसकी ताकत का इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है कि आपने गुणांक को स्वीकार भी किया और टेट मेरिट को अस्वीकार भी लेकिन फिर भी अपने टेट प्राप्तांकों से मुक्त ना हो पाए... .
ReplyDeleteसत्यमेव जयते-जय टेट मेरिट
कपिल टेट मैरिट का दुश्मन है या अकेडमिक का ? ? ?
ReplyDelete.
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सर्वोच्च न्यायालय के अंतिम आदेश के बाद सबको समझ मे आ जाएगा । कपिल ने टेट मैरिट वालों के केवल दो साल बर्बाद किए मगर अकेडमिक वालों की जिंदगी ही बर्बाद कर दी । उन्हे सुंदर सुंदर सपने दिखाकर खूब लुटा और सरकार के राजकोष मे अभूतपूर्व ब्रद्धि की ।
सर्वोच्च न्यायालय के अंतिम आदेश के बाद यह सिद्ध हो जाएगा कि अब तक हम लोग दो साल नौकरी कर चुके होते और अब तक अकेडमिक से एक लाख बेसिक भर्ती भी हो चुकी होती ।
ReplyDeleteहमारी भर्ती तो देर सबेर राजी या नाराजी मे हो ही जाएगी मगर अकेडमिक वालों की निकट भविष्य मे कोई आशा की किरण दिखाई नही देती । सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद अकेडमिक वाले अपना गुस्सा कपिल पर उतारते है या उसे अंतरराष्ट्रीय कोर्ट जाने के लिए उसके हाथ मजबूत करते है या अपने हाथ साफ करते है देखना काफी मजेदार होगा ।
ReplyDeleteएक सवाल पूछूं?
ReplyDeleteजिस दिन sc से टेट मेरिट की जीत का आदेश निकलेगा उस दिन acd वाले किसे ज्यादा गालियाँ देंगे. .,,,,,, मुझे या कपिलदेव को?
acd वालों के साथ न्याय तो तब होगा जब हारने के बाद उन्हें कपिलदेव का रक्त पीने को मिले,,
ReplyDeleteकपिलदेव यादव ने acd वालों को दो साल तक झूठे सपने दिखाए और उनका टूटना निश्चित हो चुकने के बावजूद आज भी उन्हें ठग रहा है,,,,, अगर acd वाले गुणांक की मरीचका के पीछे ना भागे होते तो अब तक किसी दूसरी मंजिल के आसपास होते.......
ReplyDelete.
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I didn't fall ,The floor was lonely ,
so I gave you it a hug.'s offer.
Jisne shulk vapsi ka avedan to kiya par ek bhi cheque nahi Mila uska kya hoga
ReplyDeleteplease tell
jinki fees vapas ho gyai hai unhe ghabrani ki jarurat nahi hai. sab theek hoga
ReplyDelete