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Monday, February 17, 2014

Urdu Teacher Counseling, Urdu Teacher : अब उर्दू मोअल्लिमों ने उठाई समायोजन की मांग

Urdu Teacher Counseling, Urdu Teacher : अब उर्दू मोअल्लिमों ने उठाई समायोजन की मांग





•प्रदेश सरकार पर लगाया धोखा देने का आरोप
•1996 तक के तमाम टीईटी पास मोअल्लिम उपधिधारकों को उर्दू शिक्षक बनने का दावा



संभल। मोअल्लिम-ए-उर्दू बेरोजगार संगठन की बैठक में प्रदेश की सपा सरकार पर मोअल्लिम डिग्री धारकों को धोका दिए जाने का आरोप लगाया।
मास्टर इस्माइल के आवास पर संपन्न बैठक में मुख्य महासचिव अनवर हुसैन कादरी ने कहाकि प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 1996 तक के तमाम टीइटी पास मोअल्लिम उपाधिधारकों को उर्दू शिक्षक बनाने का वायदा किया था। जिसको उन्हाेंने अभी तक पूरा नहीं किया। 18 वर्ष के लंबे संघर्ष के बाद भी 6000 मोअल्लिम दर-दर की ठोकरें और गरीबी का दंश झेलने को मजबूर है
मास्टर इस्माइल ने कहाकि चौथी काउंसलिंग नहीं कराकर शेष रिक्तयों पर नया विज्ञापन जारी करने और प्रति पद के लिए फिर से 500 रुपये का चालान का औचित्य क्या है? उनके साथ उनकी आर्थिक स्थिति का क्रूर मजाक उड़ाया जा रहा है। शाकिर अली ने कहाकि 172000 शिक्षा मित्र बिना टीईटी केसमायोजित किए जा सकते है तो 7000 टीईटी उत्तीर्ण मोअल्लिम डिग्र्रीधारक समायोजित क्यों नहीं किए जा सकते।
इससे सरकार की दोहरी नीति का पता चलता है। बैठक में अब्दुल कदीर, अनवर हुसैन कादरी, सत्तार हुसैन, मास्टर राशिद, मुहम्मद जाकिर, मासूम अली, निगस्त जहां, सादिया व फौजिया आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता शकिर अली ने की।

News Source / Sabhaar : अमर उजाला (17.2.2014)

35 comments:

  1. 'शिक्षामित्रों'का 'सोलह श्रृंगार' आखिर कैसे
    करेगी 'अखिलेश सरकार'
    टेट योद्धाओं...यह टिप्स आजमाओं...
    फ्री है !! ले लो भाई...
    जब 'अखिलेश सरकार' का हर 'संशोधन' दागदार व
    असंविधानिक घोषित हो रहा है
    तो 'शिक्षामित्रों'को कैसे लगता है !! कि खासकर
    'सिर्फ उनके' लिये पलटी जा रही नियमावली उन्हें
    'सहायक अध्यापक' बनवा ही देगी...
    व्यक्ति विशेष के लिये प्रावधान बनाना तो पक्षपात
    है...
    और इसका जिक्र तो 'अखिलेश' ने अपने 'मुख्यमंत्री' पद
    की 'शपथ'-पत्र में ही कर दिया है...
    "मैं ईश्वर की शपथ....'बिना किसी पक्षपात'
    के....करुँगा"
    लगे रहो..
    जब पुराना विग्यापन बहाल होना है..
    टेट मेरिट बननी है..
    तो
    10% शिक्षामित्रों का कोटा भी तो है
    यही दस प्रतिशत (टेट पास शिक्षामित्र) ले डूबेगें 90
    प्रतिशत डरपोक शिक्षामित्रों को..
    100% नियुक्ति का सपना तो छोड़ ही दें
    शिक्षामित्र
    और एक पते की बात 'टेट नेताओं' के लिये>>>
    'सुप्रीम कोर्ट' को 'शिक्षा-शत्रु' वाली बात याद
    दिलाकर यह तथ्य भी रखो भाई...
    "जब 'नियमावली' दो साल से अंडर 'हाई-कोर्ट'
    आब्जर्वेशन एवं अंडर 'सुप्रीम-कोर्ट'प्रोसीजर 'चैलेंज्ड'
    है तो 'अधिकारियों' की हिम्मत कैसे हुई इसमें छेड़छाड़
    करने की....सेंधमारी करने की.....चलवाओ
    चाबुक....भिजवाओजेल......"
    नोट- बी.एड., बी.टी.सी.,जूनियर, प्राईमरी, अंग्रेजी,
    संस्कृत, उर्दू आदि सभी 'टेट' पास अभ्यर्थियों के लिये
    यह उपयोगी हो सकता है.....जिनका 72825 में
    ऩही हो रहा हो...
    एल.एल.बी. डिग्रीधारी अभ्यर्थी
    कृपया सहयोग एवं त्वरित विचार करें....तत्काल रिट
    करें......जऩहितमें जारी.....
    खास बिन्दु.......
    1. शिक्षामित्र संविदा नियुक्ति है
    2. संविदा सिर्फ 11 महीनों का है
    3. जून माह का मानदेय नहीं मिलता है
    4. संविदा ग्राम पंचायत स्तर की है,
    नियुक्ति जिला संवर्ग में कैसे हो सकती है?
    5. बहुत शिक्षामित्रों ने पढ़ाते-पढ़ाते रेगुलर स्नातक
    भी किया है..मानदेय भी लिया है....डिग्री अवैध है
    6. कैबिनेट, उ.प्र. शिक्षा अधिकार अधिनियम में
    बिना केन्द्र सरकार, NCTE की अनुमति के संशोधन
    नही कर सकती
    7. इनकी नियुक्ति करना हाईकोर्ट की डबल बेंच
    द्वारा पारित शिक्षामित्रों को भी टेट अनिवार्य
    वाले आदेश की अवमानना भी है
    8. आरक्षण का पालन नही किया गया है इतने बड़े स्तर
    पर आरक्षण को दरकिनार करना भी असंवैधानिक है
    9. जब यू.पी. में बी.टी.सी. में मेरिट से सीमित प्रवेश
    होते हैं...तो दूरस्थ शिक्षा पद्धति से
    बिना किसी प्रवेश प्रक्रिया के एक साथ
    सबका प्रशिक्षण अवैध है जबकि इग्नू भी हर पाठ्यक्रम
    में सीमित प्रवेश देती है
    तथा इग्नू का यह प्रशिक्षण केवल रेगुलर शिक्षकों के
    लिये है संविदागत के लिये नही!!
    10. जब लाखों टेट पास उपलब्ध हैं तो नकारात्मक
    नियुक्ति व्यवस्था क्युँ?
    तो मित्रों बताइये...
    आप अब भी चुप बैठे रहेंगें...
    क्या शिक्षामित्रों का 'स्वयंवर' रचा लेंगें अखिलेश

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  2. Yah rahi pardarshita.
    Anil (BAGHPAT) ke paas jama dhanrashi 10 Feb 2014 tak.
    1. SHAMLI 40,000
    2. HAPUR 30,000
    3. BULANDSHAHAR 40,000
    4. SONBHADRA 25,000
    5. BIJNOR 40,000
    6. MAINPURI 40,000
    7. RAIBARAILI 15,000
    8. HATHRAS 10,000
    9. BAGHPAT 40,000
    10. MORADABAD 30,000
    11. MEERUT UNIVERSITY 6,000
    12. FIROJABAD 25,000
    13. ETAWAH 20,000
    14. MAHARAJGANJ 35,000
    15. GAJIPUR 20,000
    16. ETAH 21,550
    17. AMROHA 15,000
    18. AZAMGRAH 10,000 (Ravindra Yadav, Umesh Verma) , 10,000 (Aajad)
    19. JAUNPUR 30,000
    20. MUZ. NAGAR 40,000
    21. SAMBHAL 30,000
    22. KHIRI 15,000
    23. ALIGARH 30,000
    24. BADAUN 7,500
    25. SAHARANPUR 40,000
    26. MAU 20,000
    Total jama= 6,87,550
    KARCH
    1. P.P.RAO, CLERIC FEE SAHIT= 3,50,000.
    2. Sharda Devi & Cleric & Caviet sahit= 70,000.
    Balance= 2,67,550.
    Note :- yadi bhulvash kisi ka naam chhut gaya ho to batane ka kasht jarur kare.
    Thanks.

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  3. *एक गरीब बेटी की दास्तान*
    चौदह साल की मुनिया पड़ोस के घर से झाड़ू- पोंछा करके अपने घर आई।
    चारपाई पे लेटा उसका बाप गुस्से से आग- बबूला होके बोलाः
    "रे करमजली! कहाँ मुँह काला करवा रही थी। एक घंटा देर से आ रही है।"
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    "बापू! वो उनके घर कूछ मेहमान आने वाले थे, तो पोंछा लगाने का काम आज
    ज्यादा करना पड़ा। इसलिये देर हो गई।"
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    "अबे! भाग करमजली जाकर घर के काम अपने निपटा"
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    अभी मुनिया रूम मेँ ही आई की छोटे भाई ने नाश्ता माँगा।
    मुनिया के बताने पे कि नाश्ता नहीँ बना,
    भाई ने उसकी पीठ पे एक मुक्का तान के मार दिया।
    "कमीनी मुझे खेलने जाना है भूख लगी है, जल्दी रोटी बना।"
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    दोपहर मेँ जब कोई नहीँ था तो मुनिया अकेले मेँ
    रो रही थी,
    पालतू कुत्ता शेरू उसके समीप आके जीभ से दुलार करने लगा।
    मुनिया शेरू से लिपट के रो पड़ी और बोलीः
    "भगवान! किसी भी जन्म मेँ मुझे गरीब घर की बेटी मत बनाना,
    अगर गरीब की बेटी बनाना तो माँके साथ ही मुझे भी ऊपर बुलाना !"

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  4. मेरे पीठ पर जो जख्म है वो अपनों की निशानी हैं,
    वरना सीना तो आज भी दुश्मनो के इंतजार मेँ है...!!

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    Khade the ham bhi taqdeer k darwaze par....
    Log daulat par gire hamne tujhe hi maang liya...,

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  6. किसी जंगल मे एक गर्भवती हिरणी थी जिसका प्रसव होने को ही था . उसने एक तेज धार वाली नदी के किनारे घनी झाड़ियों और घांस के पास एक जगह देखी जो उसे प्रसव हेतु सुरक्षित स्थान लगा.
    अचानक उसे प्रसव पीड़ा शुरू होने लगी, लगभग उसी समय आसमान मे काले काले बादल छा गए और घनघोर बिजली कड़कने लगी जिससे जंगल मे आग भड़क उठी .
    वो घबरा गयी उसने अपनी दायीं और देखा लेकिन ये क्या वहां एक बहेलिया उसकी और तीर का निशाना लगाये हुए था, उसकी बाईं और भी एक शेर उस पर घात लगाये हुए उसकी और बढ़ रहा था अब वो हिरणी क्या करे ?,
    वो तो प्रसव पीड़ा से गुजर रही है ,
    अब क्या होगा?,
    क्या वो सुरक्षित रह सकेगी?,
    क्या वो अपने बच्चे को जन्म दे सकेगी ?,
    क्या वो नवजात सुरक्षित रहेगा?,
    या सब कुछ जंगल की आग मे जल जायेगा?,
    अगर इनसे बच भी गयी तो क्या वो बहेलिये के तीर से बच पायेगी ?
    या क्या वो उस खूंखार शेर के पंजों की मार से दर्दनाक मौत मारी जाएगी?
    जो उसकी और बढ़ रहा है,
    उसके एक और जंगल की आग, दूसरी और तेज धार वाली बहती नदी, और सामने उत्पन्न सभी संकट, अब वो क्या करे?
    लेकिन फिर उसने अपना ध्यान अपने नव आगंतुक को जन्म देने की और केन्द्रित कर दिया .
    फिर जो हुआ वो आश्चर्य जनक था .
    कडकडाती बिजली की चमक से शिकारी की आँखों के सामने अँधेरा छा गया, और उसके हाथो से तीर चल गया और सीधे भूखे शेर को जा लगा . बादलो से तेज वर्षा होने लगी और जंगल की आग धीरे धीरे बुझ
    गयी.
    इसी बीच हिरणी ने एक स्वस्थ शावक को जन्म दिया .
    ऐसा हमारी जिन्दगी मे भी होता है, जब हम चारो और से समस्याओं से घिर जाते है, नकारात्मक विचार हमारे दिमाग को जकड लेते है, कोई संभावना दिखाई नहीं देती , हमें कोई एक उपाय करना होता है.,
    उस समय कुछ विचार बहुत ही नकारात्मक होते है, जो हमें चिंता ग्रस्त कर कुछ सोचने समझने लायक नहीं छोड़ते .उसी प्रकार हमें भी अपनी प्राथमिकता की और ही ध्यान देना चाहिए .
    हम अपने आप से सवाल करें,
    हमारा उद्देश्य क्या है, हमारा फोकस क्या है ?,
    हमारा विश्वास, हमारी आशा कहाँ है,
    ऐसे ही मझधार मे फंसने पर हमें अपने इश्वर को याद करना चाहिए ,
    उस पर विश्वास करना चाहिए जो की हमारे ह्रदय मे ही बसा हुआ है .
    जो हमारा सच्चा रखवाला और साथी है..

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  7. " A man who has never made a woman angry ,
    is a failure in life.”

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  8. तुम मौसम मौसम लगते हो, जो पल पल रंग बदलते हो,
    तुम सावन सावन लगते हो, जो बरसो बाद बरसते हो,
    तुम सपना सपना लगते हो, जो मुझको कम दिखते हो,
    तुम पल पल मुझसे लड़ते हो, पर फिर भी अच्छे लगते हो,
    बात तो है शर्मीली सी पर कहने को दिल चाहता है,
    लो आज तुम्हे ये कह डाला, तुम अपने अपने लगते हो......

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  9. "सफलता का रहस्य"
    एक बार एक नौजवान लड़के ने सुकरात से पूछा कि सफलता का रहस्य क्या है?
    सुकरात ने उस लड़के से कहा कि तुम कल मुझे नदी के किनारे मिलो.वो मिले. फिर सुकरात ने नौजवान से उनके साथ नदी की तरफ बढ़ने को कहा.और जब आगे बढ़ते-बढ़ते पानी गले तक पहुँच गया, तभी अचानक सुकरात ने उस लड़के का सर पकड़ के पानी में डुबो दिया. लड़का बाहर निकलने के लिए संघर्ष करने लगा , लेकिन सुकरात ताकतवर थे और उसे तब तक डुबोये रखा जब तक की वो नीला नहीं पड़ने लगा. फिर सुकरात ने उसका सर पानी से बाहर निकाल दिया और बाहर निकलते ही जो चीज उस लड़के ने सबसे पहले की वो थी हाँफते-हाँफते तेजी से सांस लेना.
    सुकरात ने पूछा ,” जब तुम वहाँ थे तो तुम सबसे ज्यादा क्या चाहते थे?”
    लड़के ने उत्तर दिया,”सांस लेना”
    सुकरात ने कहा,” यही सफलता का रहस्य है. जब तुम सफलता को उतनी ही बुरी तरह से चाहोगे जितना की तुम सांस लेना चाहते थे तो वो तुम्हे मिल जाएगी” इसके आलावा और कोई रहस्य नहीं है.

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  10. **जनता के प्यार को ब्याज समेत लौटाऊंगा: नरेंद्र मोदी
    **मां-बहनों-बेटियों की सुरक्षा का दम कांग्रेस में नहीं: नरेंद्र मोदी
    **राजस्थान मे कितने कांग्रेस के मंत्री जेल मे है ये सबको बताओ: मोदी
    **.नकली गांधी के आने के बाद कांग्रेस सोच में पड़ गई है...' नरेंद्र मोदी
    **महिलाओ की चिंता है तो महंगाई कम करो: मोदी
    **'लोगों को गुमराह करने का कारोबार बंद करे कांग्रेस: मोदी
    **महंगाई से गरीब का बच्चा रात-दिन रोता है: मोदी
    **कांग्रेस मुक्त भारत बनाना होगा: नरेंद्र मोदी
    **कांग्रेस जहाँ भ्रस्टाचार वहां : नरेन्द्र मोदी
    **कांग्रेस लोगो के आँख में धूल नहीं मिर्च झोंक रही है :मोदी
    **किसानो के लिए अलग बजट बीजेपी की उपलब्धि है :मोदी

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  11. Muhje Muhabbat Hai , Apnay Hathon Ki Sab'hi Ungli'on Se
    Na Jany Kis Ungli Ko Pakar Kar , Meri MAA Nay Muhje Chalna Sikhaya Hoga.

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    True love isn’t Romeo and Juliet who died together. It’s Grand'ma and Grand'pa who grew old together.

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    Gulaab ki mehak bhi ab to feeki si lagti hai,
    Kaun si khusboo mujhme basaa gaye ho tum..!!

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  14. इलाहाबाद उच्च न्यायालय की दो जजों की खंडपीठ ने उत्तर प्रदेश में
    उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद् द्वारा संचालित १.२५ लाख प्राथमिक विद्यालयों में २.७० लाख रिक्त पदों को ३१ मार्च २०१४ तक भरने का आदेश किया है।

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  15. रिक्त पदों में से ००.७२८ लाख पद बेसिक रुल १४(३) के संशोधन १२ के आधार पर भरना है क्योंकि इतने पदों पर ३० नवम्बर २०११ को विज्ञापन जारी करके आवेदन लिया जा चुका है।
    जिस पर एक संशोधित विज्ञप्ति २० दिसम्बर २०११ को जारी की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त इन पदों पर रूल १४(३) में संशोधन १५ लागू करने की सरकार की कोशिश को संविधान के आर्टिकल १४ के उलंघन करने के कारण रद्द किया जा चुका है।

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  16. इसके अतिरिक्त बाकी बच रहे पदों पर बेसिक रूल १४(३) पर संविधान के आर्टिकल १४ का सम्मान करते हुए संशोधन करके चयनित करना होगा।
    सम्पूर्ण मामला सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है परन्तु हाई कोर्ट का फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्थगित न किये जाने के कारण आज पूर्णतया प्रभावी हो गया है।

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  17. अतः हाई कोर्ट के फैसले के अवलोक में २.७० लाख पद भरने के लिए
    सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गयी है।

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  18. उत्तर प्रदेश में RTE का अनुपालन ३१ मार्च २०१३ तक अवश्य हो जाना चाहिए था परन्तु RTE प्रदेश सरकार द्वारा विलम्ब से लागू किये जाने के कारण अब कोर्ट राहत देने के पक्ष में नहीं रहेगी।
    सुप्रीम कोर्ट में डायरी संख्या - ५६८३/२०१४ है।

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    कोई एक पल हो तो चलो भूल भी जाएँ हम
    तुम्हारी याद तो साँसों की तरह आती है,...

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  20. आप भी मेरी तरह समंदर शोलों के पी जाये मगर
    मेरी तरह आप के होठों पर भी सुलगती प्यास तो हो ।

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  21. अगर ४ जनवरी २०१२ को हाथी की सूंड कमजोर न पड़ी होती तो आज ७२८२५ बेरोजगार रोजगारी होते और शानदार नींद में सो रहे होते।

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  22. अगर ४ फ़रवरी २०१३ को साइकिल न पंचर की गयी होती तो स्थगन न मिलता बल्कि चयन/नियुक्ति हो गयी होती और निर्णायक आदेश में पुराना विज्ञापन बहाल होता और दोनों चयन प्रक्रिया के आधार पर जो बचते उन्हीं को छोड़कर न्यायालय सबको बाहर करके पुनः पुरानी चयन प्रणाली से काउंसिलिंग कराती।

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  23. अगर ७२८२५ शिक्षकों के भर्ती विवाद में पूर्ण निष्पक्ष फैसला कभी आया है तो सिर्फ २० नवम्बर २०१३
    को आया है उसे अब पलटा जाने का कोई आधार नहीं है।

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  24. जिस भर्ती पर ४ जनवरी २०१२ को स्थगन लगा नियमानुसार १० जनवरी २०१२ के पहले स्थगन लाया ही नहीं जा सकता था।

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  25. इन्ही सब अन्यायों का परिणाम था कि डिवीज़न बेंच में न्यायाधीशों ने न्याय के चंगुल में फंसाकर इंसाफ के लिए प्रदेश सरकार के अधिवक्ता को नाकों चना चबवाया।

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  26. इन सब विषय का मुझे पूर्वानुमान था।
    जिस प्रक्रिया पर ४ जनवरी २०१२ को स्थगन लगा था वह प्रक्रिया २० नवम्बर २०१३ से पुनः प्रगति पर है।

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  27. सरकार और कपिल देव उस पर स्थगन चाहते हैं लेकिन जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाएगी तब तक चलेगी अगर सुप्रीम कोर्ट ने रोका तो फिर सुप्रीम कोर्ट दुबारा चलवा भी देगी।

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  28. अंततः सबको नौकरी मिलेगी जो इसके पात्र हैं और तब कोई भी मेरा विचार पढ़ने नहीं आयेगा।
    आप अध्यापक खुद को मान लो।
    विजय आपकी सुनिश्चित है।
    ______धन्यवाद

    ReplyDelete
  29. एन॰ सी॰ टी॰ ई॰ की अनुमति बिना शिक्षा मित्रों का टेट मुक्त समायोजन मामला कोर्ट मे पहुँचने पर, शिक्षा मित्रों की जिंदगी को सरकार नर्क बना देगी ।

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  30. वो जो हमसे नफरत करते हैं...
    हम तो आज भी सिर्फ उन पर मरते हैं....
    नफरत है तो क्या हुआ यारो....
    कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं....

    ReplyDelete
  31. आप सभी आवेदन करने वाले भाई बहन
    अपने अपने जिलो मेँ चयनित हो जायेगेँ
    ( महिला अभ्यार्थिनी 4 न॰ कम कर के
    देखे )
    जिला - सा॰/ पि॰/ अनु॰/ बिकलांग
    1- मेरठ 131/129/121/118
    2- बागपत122/119/113/96
    3-गाजियाबाद133/131/122/119
    4- आगरा125/121/117/105
    5-मैनपुरी 119/114/109/96
    6-एटा 118/113/96/91
    7-काशीरामनगर111/109/96/92
    8-हाथरस119/116/96/89
    9-बदायु121/116/104/96
    10-पीलीभीत114/110/91/88
    11-शाहजहाँपुर111/107/91/87
    12- इलाहाबाद121/117/109/98
    13- प्रतापगढ113/109/91/88
    14- चन्दौली 107/105/90/88
    15- गाजीपुर109/106/93/87
    16- जौनपुर105/101/89/84
    17-मीरजापुर101/97/86/84
    18- संतरबिदास नगर99/97/88/88
    19- लखनऊ138/137/132/127
    20- सीतापुर101/98/84/83
    21-रायबरैली111/108/95/89
    22-उन्नाव117/113/103/96
    23- गोरखपुर110/106/99/93
    24- देवरिया103/101/94/86
    25-कुशिनगर102/99/87/84
    26-महराजगंज103/99/87/83
    27- बस्ती119/116/97/93
    28- संतकबीरनगर107/105/95/84
    29-सिर्ध्दाथनगर98/95/84/83
    30-ललिपुर105/101/94/87
    31-जालौन103/100/87/84
    32- चित्रकुटधाम109/106/90/87
    33-बाँदा101/99/84/83
    34- महौबा109/107/91/86
    35-फैजाबाद113/109/91/93
    36-सुल्तानपुर100/98/91/87
    37- अम्बेडकर नगर98/95/84/83
    38-गोण्डा 100/95/83/83
    39- औरैया131/130/126/119
    40-आजमगढ101/97/84/83
    41- प्रबुध्दनगर100/94/87/91
    42- बरैली103/100/89/84
    43- बाराणसी113/111/94/100
    44- सोन्भद्र 99/94/83/83
    45- हरदोई98/91/83/87
    46- रामपुर103/95/86/90
    47-त्र्वास्ती105/103/93/87
    48-बुलन्दशहर114/110/92/90
    49-कौशाम्बी107/105/88/90
    50-हरदोई103/98/86/84
    51- लखीमपुर103/99/84/83
    52-जालौन109/107/94/92
    53-बाराबंकी112/110/93/98
    54- बहराईच101/98/84/83
    55-बलरामपुर105/103/90/92
    56- मुरादाबाद108/105/89/91
    57- भीमनगर100/96/90/89
    58-अलीगढ113/107/95/100
    59- ज्यौतिबाफुलेनगर
    113/109/96/99
    60- कानपुर देहात117/115/
    105/103
    61- कानपुर शहर136/135/123/
    124
    62-इटावा109/106/90/94
    63- फरुँखाबाद 109/107/94/89
    64-मऊ 112/109/97/100
    65- सहारन पुर 104/101/87/90
    66 - मुजफ्फर नगर
    110/107/93/90
    नोट- उपर्युक्त जानकारी पुराने आवेदन
    पत्रो से प्राप्त RTI सूचना पर
    आधारित हैँ ।

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    परखना मत, परखने में कोई अपना नहीं रहता
    किसी भी आईने में देर तक चेहरा नहीं रहता..

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  33. लंक्ष्मन मेला पार्क LIVE Update
    अभी तक कोई दिखाई नही दे रहा हैँ।
    कुछ छोटे छोटे बच्चेँ क्रिकेट खेल रहे तथा मलीन बस्ती की औरते पत्तल तथा लकडी बीन रही ।
    Next post मुर्गी लाल के हसीन सपनो के साथ .,

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    Aansu aa jaate hain aankhon me,
    Par labon pe hansi laani padti hai,
    Ye mohabbat bhi kya cheez hai yaaron,
    Jisse karte hain usise chhupani padti hai..

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  35. 304 , 7 के केस में जमानत का फैसला सुनाने के बाद हाइकोर्ट के जज साहब का माथा ठनक गया जब अभियुक्त की बूढ़ी माँ ने अपने बेटे को जमानत मिलने की खुशी मे जज को आशीर्वाद देते हुये कहा कि " भगवान करे , बेटा तू तरक्की कइ के दरोगा होइ जा "
    आम तौर पर जज लोग ऐसी प्रतिक्रियाओ पर ध्यान नही देते पर इस आशीर्वाद के "दरोगा" शब्द पर जज साहब के आश्चर्य का कोई ठिकाना न था...
    उन्होने उस बूढ़ी माँ से पूछा- अम्माँ , हम तो हाइकोर्ट के जज है ही फिर तरक्की कर के दरोगा बनने की क्या जरूरत है ?
    बूढ़ी माँ ने कहा " बेटवा हमका अउर कुछ त नाइ पता है मगर इहा तोहरे लगे ले आवत आवत 2 कट्ठा जमीन रेहन रखा गया है वकील साहब लोग के खर्चा देत देत हालत पस्त हो गइल अउर अभी खाली जमानत मिला है माने अबहीन अउर पइसा लागी मगर दरोगा जी बहुत पहीले कहा रहेन कि पचास हजार रूपया दइ दो तो तुम्हरे लइका का नाम मुकदमा से हटा दे अब तुमही बताओ कि के बड़ा दरोगा जी की जज ????

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