दूसरी ओर सर्व शिक्षा अभियान के तहत सृजित नहीं शिक्षा सहायक के पद
एक तरफ टीईटी से छूट दिलाने की जद्दोजहद
दूसरी ओर सर्व शिक्षा अभियान के तहत सृजित नहीं शिक्षा सहायक के पद
लखनऊ : शिक्षामित्रों केसमायोजन का एलान करने वाली सरकार अपनी घोषणा को अमली जामा पहनाने की प्रक्रिया को लेकर जबरदस्त दुविधा में है। एक तरफ तो शिक्षामित्रों को स्थायी शिक्षक बनाने के लिए उन्हें अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) से छूट दिलाने की मंशा है। वहीं दूसरी ओर उन्हें शिक्षा सहायक के पद पर स्थायी शिक्षकों की तनख्वाह देने के भारी-भरकम खर्च के अपने मत्थे पड़ने की आशंका। 1प्रदेश के 1.7 लाख शिक्षामित्रों को समायोजित करने का निर्णय लेने वाली सरकार शिक्षामित्रों को स्थायी शिक्षक तो बनाना चाहती है, लेकिन 23 अगस्त 2010 के बाद पहली से आठवीं कक्षा में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीईटी की अनिवार्यता को लेकर वह अपने हाथ बंधे हुए महसूस कर रही है। इस बारे में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की अधिसूचना तो पहले ही जारी की जा चुकी है, पिछले साल इस पर हाई कोर्ट की वृहद पीठ ने भी अपनी मुहर लगा दी। शिक्षामित्र भी बिना टीईटी उत्तीर्ण किए शिक्षक बनाए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं। लिहाजा सरकार ने शिक्षक बनाने के मकसद से उन्हें शिक्षा सहायक के पद पर समायोजित करने का तानाबाना बुना। सरकार चाहती है कि शिक्षामित्रों को टीईटी से छूट देकर उन्हें शिक्षा सहायकों के पद पर समायोजित कर शिक्षकों का वेतन दिया जाए। 1सरकार का सिरदर्द यह है कि 1.7 लाख शिक्षामित्रों को शिक्षकों का वेतन देने पर साल भर में चार हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। यूं तो सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा के अधिकार पर होने वाले खर्च में केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी 65:35 के अनुपात में है। इस हिसाब से शिक्षामित्रों को शिक्षकों का वेतन देने पर राज्य सरकार पर तकरीबन 1400 करोड़ रुपये का व्ययभार आएगा, लेकिन यहीं एक तकनीकी पेच फंस रहा है। केंद्र सरकार सर्व शिक्षा अभियान के तहत सृजित पदों के लिए धनराशि देती है। फिलहाल सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा सहायक का कोई पद सृजित नहीं है। ऐसे में राज्य सरकार इस बात को लेकर आशंकित है कि शिक्षामित्रों के समायोजन के बाद यदि केंद्र सरकार ने इसका हवाला देते हुए वेतन की धनराशि देने से मना कर दिया तो लेने के देने पड़ जाएंगे। कुल मिलाकर इधर कुआं, उधर खाई वाली स्थिति। यही वजह है कि सात दिनों में शिक्षामित्रों के समायोजन की पृथक नियमावली बनाए जाने के कैबिनेट के फैसले के दस दिन बाद भी इस मसले पर माथापच्ची जारी है।
News Sabhaar : Jagran (09.02.2014)
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Sabhi TET agrni netaon se prarthna hai ki. blog par milrahi tet sanghthan ki kamjorion ki khabron ka.blog par akar satyeta ke sath khandan kare, taki tet samarthko kisi pirkar ki nirasha na ho.
ReplyDeleteJAI TET MERIT,
tet is the best option.
ReplyDeleteमैं सच बोल कर भले ही किसी का दिल तोङ दुँ
ReplyDelete.....................लेकिन.............................
झूठ बोल कर किसी को खुश नही रख सकता:
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के विभिन्न विद्वान और न्यायमूर्तियों ने जो कुछ हमारे लिए किया है वो आपको उस दिन पूरी तरह समझ में आयेगा जब आप अखबारों में टेट मेरिट से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने की विज्ञप्ति के साथ ही गुणांक से चयन हेतु जारी प्राथमिक और जूनियर की विज्ञप्तियों की फीस वापसी की विज्ञप्ति देखोगे,,,,, एक वक्त था कि ऐसा होना असंभव प्रतीत हो रहा था और आज आलम यह है कि इसके सिवाय और कुछ सम्भव नहीं है,,,,,,
ReplyDeleteकुछ मजेदार जानकारी
ReplyDeleteसूर्य से पृथ्वी पर आने वाला प्रकाश 30 हजार वर्ष पुराना होता है।
अब आप कहेंगे कि सूर्य से पृथ्वी की दूरी तो मात्र 8.3 प्रकाश मिनट है तो ऐसा कैसे हो सकता है। यह सच है कि प्रकाश को सूर्य से पृथ्वी तक आने में 8.3 मिनट ही लगते हैं किन्तु जो प्रकाश हम तक पहुँच रहा है उसे सूर्य के क्रोड (core) से उसके सतह तक आने में 30 हजार वर्ष लगते हैं और वह सूर्य की सतह पर आने के बाद ही 8.3 मिनट पश्चात् पृथ्वी तक पहुँचता है, याने कि वह प्रकाश 30 हजार वर्ष पुराना होता है।
अन्तरिक्ष में यदि धातु के दो टुकड़े एक दूसरे को स्पर्श कर लें तो वे स्थायी रूप से जुड़ जाते हैं।
ReplyDeleteयह भी अविश्वसनीय लगता है किन्तु यह सच है। अन्तरिक्ष के निर्वात के कारण दो धातु आपस में स्पर्श करने पर स्थायी रूप से जुड़ जाते हैं, बशर्तें कि उन पर किसी प्रकार का लेप (coating) न किया गया हो। पृथ्वी पर ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि वायुमण्डल दोनों धातुओं के आपस में स्पर्श करते समय उनके बीच ऑक्सीडाइज्ड पदार्थ की एक परत बना देती है।
अन्तरिक्ष में ध्वनि एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं जा सकती।
ReplyDeleteजी हाँ, ध्वनि को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए किसी न किसी माध्यम की आवश्यकता होती है और अन्तरिक्ष में निर्वात् होने के कारण ध्वनि को गति के लिए कोई माध्यम उपलब्ध नहीं हो पाता।
शनि ग्रह का घनत्व इतना कम है कि यदि काँच के किसी विशालाकार बर्तन में पानी भर कर शनि को उसमें डाला जाए तो वह उसमें तैरने लगेगा।
ReplyDeleteवृहस्पति इतना बड़ा है कि शेष सभी ग्रहों को आपस में जोड़ दिया जाए तो भी वह संयुक्त ग्रह वृहस्पति से छोटा ही रहेगा।
ReplyDeleteस्पेस शटल का मुख्य इंजिन का वजन एक ट्रेन के इंजिन के वजन का मात्र 1/7 के बराबर होता है किन्तु वह 39 लोकोमोटिव्ह के बराबर अश्वशक्ति उत्पन्न करता है।
ReplyDeleteशुक्र ही एक ऐसा ग्रह है जो घड़ी की सुई की दिशा में घूमता है।
ReplyDeleteचन्द्रमा का आयतन प्रशान्त महासागर के आयतन के बराबर है।
सूर्य पृथ्वी से 330,330 गुना बड़ा है।
अन्तरिक्ष में पृथ्वी की गति 660,000 मील प्रति घंटा है।
शनि के वलय की परिधि 500,000 मील है जबकि उसकी मोटाई मात्र एक फुट है।
वृहस्पति के चन्द्रमा, जिसका नाम गेनीमेड (Ganymede) है, बुध ग्रह से भी बड़ा है।
किसी अन्तरिक्ष वाहन को वायुमण्डल से बाहर निकलने के लिए कम से कम 7 मील प्रति सेकण्ड की गति की आवश्यकता होती है।
पृथ्वी के सारे महाद्वीप की चौड़ाई दक्षिण दिशा की अपेक्षा उत्तर दिशा में अधिक है, यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि ऐसा क्यों है।
Mathematics Facts
ReplyDelete===========
* The word 'mathematics' comes from the Greek máthēma, which means learning, study, science.
* Do you know a word known as Dyscalculia? Dyscalculia means difficulty in learning arithmetic, such as difficulty in understanding numbers, and learning maths facts!
* Notches (cuts or indentation) on animal bones prove that humans have been doing mathematics since around 30,000 BC.
* What comes after a million, billion and trillion? A quadrillion, quintillion, sextillion, septillion, octillion, nonillion, decillion and undecillion.
* The number 5 is pronounced as 'Ha' in Thai language.555 is also used by some as slang for 'HaHaHa'.
* Different names for the number 0 include zero, nought, naught, nil, zilch and zip.
* Zero ( 0 ) is the only number which can not be represented by Roman numerals.
* The name 'zero' derives from the Arabic word sifr which also gave us the English word 'cipher' meaning 'a secret way of writing'.
* Do you know the magic of no. nine (9)? Multiply any number with nine (9 ) and then sum all individual digits of the result (product) to make it single digit, the sum of all these individual digits would always be nine (9).
* The = sign ("equals sign") was invented by 16th Century Welsh mathematician Robert Recorde, who was fed up with writing "is equal to" in his equations.
* 12,345,678,987,654,321 is the product of 111,111,111 x 111,111,111. Notice the sequence of the numbers 1 to 9 and back to 1.
* Plus (+) and Minus (-) sign symbols were used as early as 1489 A.D.
* Have you heard about a Palindrome Number? It is a number that reads the same backwards and forward, e.g. 12421
मुकुल रोहतगी वह आदमी है जो दिन को रात और रात को दिन साबित करने में उस्ताद है। झूठ के दम पर केस को बिगाड़ना फसाना पलटना इसकी सबसे बड़ी खासियत हैं। मुकुल रोहतगी के सिवाय कोई और सरकार के इस हारे हुए केस को ले ही नहीं सकता था।
ReplyDeleteअब ये लड़ाई वास्तव में जबरदस्त होने जा रही है,
हमारी तरफ से कमी अभी तक यही है कि हम वकीलों की फौज कड़ी करते जा रहे हैं, सिर्फ पेमेंट कर देने भर से वो वकील हमारा केस नहीं लड़ सकता है बल्कि उसको केस की एक एक बारीकियों को कड़ी से कड़ी जोड़कर बताना होगा।
ReplyDeleteखुद को सर्वश्रेष्ठ सर्वज्ञाता समझने की भूल अब न करें।
मुझे मालूम है कुछ याचिकाकर्ताओ के मन में क्या चल रहा है, वो अब न खेले, हम बेरोजगारो की मजबूरी का फायदा न उठाये।
हम में से किसी को इस बात में कोई दिलचस्पी नहीं है कि जूनियर की भर्ती का क्या होगा, शिक्षा मित्र का क्या होगा भविष्य में अध्यापक की भर्ती कैसे होगी? हम में से किसी का इन सब फालतू की बकवास बातों में कोई रुचि नहीं है। और जो लोग इन बातों के झासे में आयेंगे वो अपनी नौकरी भूल जायें।
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट में केस को टालने की कोशिश सिर्फ सरकार ही नहीं कर रही है बल्कि हमारे कुछ भाग्यविधाता भी इस षड्यंत्र में शामिल हैं। अगर हमारा केस पूर्वगामी और पश्चगामी प्रक्रिया के नियम के अलावा किसी और अधार पर लड़ा गया तो मैं उसका जमकर विरोध करूँगा।
ReplyDeleteदोस्तों हम लोग भूषण जी की कोर्ट में LB के फैसले की वजह से नहीं जीते हैं हमारा मामला बिल्कुल अलग था यह एक भ्रम फैलाया जा रहा है। LB के फैसले की वजह से 15 वें संशोधन को रद्द किया गया था वह भूषण साहब के निर्णय का दूसरा हिस्सा था जो हम लोगों को ब्याज के रूप में मिला था। सरकार अगर हमें वो ब्याज नहीं देना चाहती तो रहने दीजिए हमें हमारा मूल चाहिए बस। दोस्तों अगर हम लोग ब्याज के चक्कर में पड़े तो मूल भी मिलने में बहुत समय लग जाएगा। मिलेगा यह तो पक्का है ये बात सभी जानते हैं लेकिन समय कितना लगेगा कोई नहीं जानता।
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बिन पुकारे हमें साथ पाओगे, करो वादा कि दोस्ती तुम भी निभाओगे।
मतलब ये नहीं के रोज याद करना
बस याद रखना उस वक़्त भी जब तू अकेले अकेले “Dairy Milk” खाएगी
Happy Chocolate Day.
मुस्कुराने की आदत भी कितनी मंहगी पड़ी हमको , छोड़ दिया उन्होंने ये कहकर तुम तो अकेले भी ख़ुश रह सकते हो !!
ReplyDeleteअगर कोई सचमुच ईमानदारी से मेहनत से अच्छे एकेडमिक नंबर लाया है तो वह टेट परीक्षा में भी अच्छे नंबर लाया होगा , नकल करने वाले ही टीइटी मे ठप हुए हैं टेट परीक्षा में,इसीलिए टेट मेरिट पर आधारित भरती न्यायपूर्ण होगी।
ReplyDeleteसर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा सहायक का कोई पद सृजित नहीं है। ऐसे में राज्य सरकार इस बात को लेकर आशंकित है कि शिक्षामित्रों के समायोजन के बाद यदि केंद्र सरकार ने इसका हवाला देते हुए वेतन की धनराशि देने से मना कर दिया तो लेने के देने पड़ जाएंगे।
ReplyDeleteU.P TET SANGHARS MORCHA ...se anurodh hai ki MUKUL ROHTGI ke mukable SOLI SHORABJI jaisa bada se bada vakil khada kia jay.....nahi to ....bahut der ho jaegi..kyoki hame ye jung har haal me jitna hi hoga..
ReplyDeletejay tetmerit
lagta h tet morcha abki baar kuch jyada hi inactive ho gaya jo hamare vinaash ka karan hoga
ReplyDeletei hope god will be with us otherwise situation is very critical so god bless 4 me and all tetians
ReplyDeleteFrnds as the justice v.s chauhan spoke in CRT that I,v already heard this issue and ur judgement is totally based on the judgement of the larger bench so this CRT must examine the finding of larger bench .
ReplyDeleteFor that I must see the file which is pending before my crt. On 14 th Feb I'm fixing the date of hearing ..
So all the situation are in our favour and the larger bench order is the bible for tet Merritt...and one more thing is there may be defrnce of opinion among tet leaders but ...we are totally united and commuted for tet merrit....
Jay tet........
jin cases me sarkar ko private vakeel karane pade un par s.c. waise hi sandeh karti hai,,,prashn yeh hai ki sarkar ko sarkari wakeelo se bharosa kyo tut gaya...? mukul rastogi kya duniya ka koi bhi wakeel sarkar ko nahi jita sakta
ReplyDeleteMitro gov ka paksh Aasaram case ki tarah hai jisme Ramjethmalani ,Menan jase vakil bhi tamam gherebandi ke bad bhi unko jamanat nahi dila sake .jethmalani to judge ko manovigyan samjhane lage the lekin judge ne unhe nakar diya aur we apne se juniar se har gaye .hamare mamle me ager hamare vakil hamare case ko matra samjha le to mai 1000% dava karta hu ki hame hajaro mukul nahi hara payenge .case ki briefing achi ho .
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती २०११-१२
ReplyDelete७२८२५ पदों हेतु विशेष खबर :
"अधिकार खोकर बैठे रहना यह महा दुष्कर्म है।
न्यायार्थ अपने बंधु को भी दंड देना धर्म है।"
सूचित किया जाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रताड़ित बेरोजगारों के संगठन में एकजुटता लाने एवं
ReplyDeleteबेरोजगारों के हितों की रक्षा के लिए संगठन ने एक डैमेज कण्ट्रोल कमेटी का गठन किया है।
इस कमेटी का उद्देश्य निम्नवत है:
१. हाई कोर्ट से अपने पक्ष में प्राप्त आदेश की सुरक्षा करना।
२. सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमे की निगरानी करना।
३. गरीब, असहाय, प्रताड़ित बेरोजगारों के लिए प्रेम/जबरदस्ती/विधिक किसी भी रूप में उनके भविष्य के लिए तत्पर रहना।
आपको ज्ञात हो कि अगर आप २० नवम्बर २०१३ खंडपीठ के फैसले से संतुष्ट हैं तो स्वतः आप इस कमेटी के सदस्य हैं।
आपको विश्वास दिलाया जाता है कि किसी भी रूप में इस मुकदमें को जीतना हमारा लक्ष्य है।
ReplyDeleteअपना अधिवक्ता कोर्ट में मौजूद रहेगा।
किसी भी टीम द्वारा कोई भी गलती होने पर आपको तत्काल सूचित करेगा।
आप फिर डैमेज कण्ट्रोल कमेटी के सदस्य के रूप में दिल्ली पहुँचकर डैमेज समाप्त करेंगे, अपना वकील किसी भी तरह से फैसला अपने विरुद्ध नहीं आने देगा।
इस भर्ती पर चल रही शनि की ढैया को साढ़े साती नहीं बनने दी जायेगी।
सूचनार्थ प्रेषित।
Sach ko kehin bhi aanch nhi hai.
ReplyDelete.
Mukul Rohtagi ji se darne waale iss link ko check kren aur dekhen ki ye koi fannekhaan nhi hain jo saare case jeet-te hi ho.
http:// m.niticentral.co m/2013/03/18/ marine- issue-we- dont-trust-the- envoy-anymore-s ays-sc- 56399.ht mlfir bhi hume poori chouksi baratni hi hogi.
Raaste Mein Pattharo Ki Kami Nahi Hai
ReplyDeleteMann Mein Toote Sapno Ki Kami Nahi Hai
Chaahat Hai Unko Apna Banana Ki Magar
Unke Paas Apno Ki Kami Nahi Hai..
Girl:"Mom & Dad Ne Kaha Hai K
ReplyDeleteAgar Exams Mai Fail Hui To,
Shadi Kar Denge..
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Boy:"Tumne Kitni Tayari Ki..??
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Girl:"bus Reception K Dress
Lena Baki Reh Gya Hai..
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ReplyDelete.
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Aisa Bhi Hota Hai,
Kuchh Soch ke Karna Mushkil Hota Hai,
ek Juth Jo Muskaan Lata Hai Chehre Pe,
Ya Wo ek Sach Jo Aankhon Me Pani Lata Hai.
अब आएगा खेल की मजा
ReplyDelete.
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टीईटी योद्धाओं,
नमस्कार,
सोली सोराबजी को फीस दी जा रही है,14 फरवरी को होगा जंग.... चैलेंज है मुकुल रोहतगी को... बचा ले सरकार की इज्जत..
जय बजरंग बली
मुकुल रहतोगी के बाप (प्रोफेसन में) सोली सोराबजी को टेट मेरिट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की तरफ से मैदान में उतारने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
ReplyDeletejudge B.S. Chauhan ji ki lines:
ReplyDeletethis is the order of larger bench that is why this SLP has not any mean to it .......... (tabhi clear ho gaya tha ki govt stay lagake baaki bhartiyon ko karegi , par judge sahb ne masoobon pe pani fer dia tha)
judges of allahabad high court have given this decision which is according to the guidelines .........and it will remain as it is
govt. lawyers: sir please give hearing date on SLP
judge : i have knowledge of this matter
govt Lawyers: pls give date of monday ......
judge : no come on friday , and please bring the file of case I mean of Ram kumar sharma (vishisht btc wala case h ye )........
meenakshi arora (advocate of tet) : please for notification give friday......
ok with all files come on friday...........
अब हम न्याय के लिए भीख नहीं मांगेंगे ,
ReplyDeleteन्याय हमारा अधिकार है
14 ko Sarkar ki paint gili hone se Mukul rohtgi bhi nahi bacha payenge. Soli sohrab ji,p.s. Patwaliya bhi khade honge hamare sath.Afwahon par dhyan den sangathan par vishwas rakhen.
ReplyDeleteशिक्षा-मित्र क्या समझते हैं उनका समायोजन हो जायेगा वो भी बैठे बिठाये ,,तो ये उनका दीवा-स्वप्न है जो उनको फुसला रहा है कि आवो बच्चों तुम्हे दिखाएँ लोलीपोप समायोजन की ॥
ReplyDelete_______ ये बच्चे हैं नादान क्या जाने कि ये असम्भव है 10000 % असम्भव है ॥ BTC. करने कि योग्यता क्या होती है ---स्नातक या फिर इन्टरमीडिएट ??
इनकी BTC. की योग्यता गलत और अवैध है ॥ सरकार इनका समायोजन तो करके दिखाए ॥ चुनाव से पहले GO. निकाल देने से किसी को नौकरी नहीं प्राप्त हो जाती ??
____________ थोड़े दिन खुश रहने का हक़ सबको है ,, चुनाव तक ये लोग भी खुश रह लें उसके बाद कोर्ट में अपनी ताकत दिखाते-दिखाते बुड्ढे हो जायेंगे और बुड्ढे ना भी हो पाये तो बाइज्जत बैरंग घर वापस भेज दिए जायेंगे ॥
________________ धन्यवाद ,, किसी की जली क्या और जलके धुवाँ निकाली क्या ?? हा हा हा यही सत्य है और सत्य कड़वा होता है जिसे लालची नहीं पचा पाता ,, कभी नहीं ॥
_____________ जय टेट मेरिट ,, "सदा - हक़ , सदा - सत्य" फिर किसी की जली क्या और जल के धुंआ निकाली क्या ??
ये पोस्ट शिक्षामित्रो के लिए है।
ReplyDelete-मयंक तिवारी
Ranjeet Singh Yadav
शिक्षामित्र साथियोँ सबसे पहले आप यह जान लेँ
कि आपका समायोजन बड़ी ही आसानी से टेट
की शर्त मानकर किया जा सकता है परंतु आपके
प्रथम नियुक्ति की कोई नियमावली न होने के कारण
मौलिक नियुक्ति के लिए सरकार को पद सृजित
करना पड़ेगा और किसी नवीन संवर्ग के लिए टेट
अनिवार्य है । सरकार की प्रस्तावित समायोजन
नियमावली 2014 मेँ वि बीटीसी संस्थागत
बीटीसी सहित सभी बीएड
शिक्षामित्रोँ को ठेँगा दिखाया गया है ।
मैँ प्रदेश के समस्त बीएड प्रशिक्षित एवं द्वितीय
चरण का प्रशिक्षण
ले रहे शिक्षामित्रोँ से अपील करता हूँ
कि यदि सरकार हमारा समायोजन प्रथम बैच के
साथ नही करती तो हम इस निर्णय का व्यापक
पैमाने पर विरोध करेँगे । सभी प्रभावित जन अपने-
अपने स्तर पर मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश विभागीय
मंत्री एवं सक्षम अधिकारियोँ से अपने साथ हो रहे
अन्याय की जानकारी प्रत्यावेदन भेज कर करायेँ ।
यदि शासन हमारी मांग का त्वरित संज्ञान
नही लेता तो हम लोग माननीय उच्चन्यायलय मेँ
याचिका योजित करने को बाध्य होँगे ।
गणेश दिक्षत , राकेश मनी त्रिपाठी , रत्नेश पाल , सदानंद मिश्रा , विक्रम यादव , एस के पाठक अवम delhi में उपस्थित सभी अन्य सदस्यों से बात करने के पश्चात , आज दिन में करीब 12 बजे ,सरकार के दिग्गज वकील मुकुल रोहतगी को 14 feb को करारी टक्कर देने के लिए .........सुप्रीम कोर्ट के संबसे बड़े वकीलों में से एक रुइन्गटन नरीमन साहब को टेट संघर्ष मोर्चा ने , सबसे बड़े अमाउंट पर हायर कर लिया है ... परन्तु उसकी फंडिंग की व्यवस्था में कमी हो रही है ,,,, आप सभी से निवेदन किया जाता है की अपने अपने जिले के पैसे जो दिए गए है उनके अतरिक्त और भी कलेक्शन देने का प्रबंध करे ..... जिससे की नरीमन साहब की फीस पेमेंट करने में कोई समस्या न आये .... अगले दो दिनों में हमें हर हाल में यह फीस जमा करनी है अतः आप सभी का सहयोग अनिवार्य है ....... सहयोग करने के लिए आप सभी को अपने जिला अध्यक्ष को पेमेंट देना होगा या सीधे स्वयं देना होगा .......... इसके लिए आम सहमती से एक नया bank account namber दिया जायेगा.... .........
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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हर शख्स मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बताता है..
उन्हें कैसे समझाऊ,
कि, एक "ख्वाब" अधूरा है मेरा,
वरना, जीना तो मुझे भी बेहतर आता है..
Tet sathiyo
ReplyDeleteNamaskaar
Tet update
atyant visam paristhitiyo aur gutbaazi k bavjud
"UPTET SANGHARSH MORCHA "ne nimn anumodit advocates panel ko ant-tah final kar liya.aur aap sabhi se ye vada hai ki 14 ki date me ye sabhi humare liye court room me khade rahenge.
(1)- Soli Sorab ji
(2)- P.P.Rao ji
(3)- Amrendar Saran ji
(4)- Paramjeet Singh Patwaliya
(5)- Sharada Devi
(6)- Minaxi Arora ji
(7)- Abhisek Srivastav
uprokt ko karane me humare saathiyo Ka samuhik aur bahut hi vivekwaan prayas raha hai isase jyada santulit team sambhav nahi.aur isame kinhi anay advocates ko aur karane ya jodane ki bilkul jarurat nahi.yadi koi vaykti/vyaktiyo Ka samooh isake vipreet acharan karta hai to vah nischay na to TET Ka subh chintak hai aur na hi hum berojgaro k keemati dhan Ka.
Upokt k fee k mad me pratham ko xod kr ses ki puri fee di ja chuki hai.
Soli Sorab ji ki fee 50,000 di ja chuki ses lagbhag 2.8-3.0 lakh kal se parso tk me deni hai ....
uprokt k nimitt aap sabhi ziladhyax aur sahyog kartao se vinamr agrah hai ki Vitt committee k Avanish Yadav & Anil Verma ji k account me (isake alawa anay kisi accounts me apna sahyog kattayi na de) apna arthik sahyog sunischit kare apke ek-2 paise Ka hisaab aaj k jaise apko uplabdh kara diya jayega.
sathiyo niraash Aur hatash bilkul na ho UPTET SANGHARSH MORCHA aap sabhi k visvas pr 100% khara hokar dikhayega, chhote mote chand gatirodh humare vijay rath ko nahi ROK saqte.
Sabhi Ko
Jay TET
Khush Rehna To Sikh Liya Tha
ReplyDeleteHumne Unke Bageir Bhi..
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Aye Dosto..
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Par Badi Muddat Ke Baad Usne
"Haal" Puch Kar Hume Phir Se "Be
Haal" Kar Diya..
top ten adv of india --
ReplyDelete1 - nariman
2 - soli sorabjee
3 - harish salve
4 - k parasharan
5 - ram jethmalani
6 - abhishek mau singhavi
7 - mukul rohtagi
8 - kk venugopal
9 - rf nariman
10 - ashok desai
(source google)
"हम नादान थे जो उसको अपना हमसफ़र समझ बैठे !
ReplyDeleteवो चलती रही मेरे साथ, पर किसी और की तलाश में !!"
Likhne ko to bahut kuch likha ja sakta hai lekin mai sahi jankari dene me vishwas rakhta ho aur age ye kehna hai ki 14 ko ham puri tarah tyyar hai.
ReplyDeleteHamari taraf se sr wakilo me Sharanji, patwalia ji aur sohlisohrab ji ko hire kar liya gaya hai jisme saran ji aur patwalia ji poori aur sohrab ji ko 50000 dekar engage kar liya gaya hai. In sabhi wakilo ko brief wa manage Abhishek Srivastava ji karenge. Sare kharch aur kami ka detail Avneesh ji kal tak daal denge.
ReplyDeleteTET morche par ungli uthane wale ye jan le ki kam karne aur gaal bajane me fark hota hai
Beshak... wajah farmaya.....
DeleteGOOD JOB SIR....
Account detail plz..
rajkeey vdhaylo me jo lt grade ki vacancies aa rahi h kya unme male ki bi h. tell me.govt ne 6000 vac.. ki kaha tha jo combined thi.tel me.
ReplyDeleteple meri bato ka ans de .............. govt ne rajkeey vidhalyo me lt grade ki jo merit lagai ja rahi h kya vo vigapan k anusar h. mera manna h nahi. because kuch students ne pg other subject se kiya h unhe pg ka wetage nahi mil raha h.pehle unka number apne mandal me aa raha tha but govt ne rule change kar diya .usne form ak mandal se dala tha.jisk karan naye rule se uska no nahi a raha h.kya isk lia hc jana pdega. ya govt kuch dubara form bharne ki date badaye.ple help me
ReplyDeleteple meri bato ka ans de .............. govt ne rajkeey vidhalyo me lt grade ki jo merit lagai ja rahi h kya vo vigapan k anusar h. mera manna h nahi. because kuch students ne pg other subject se kiya h unhe pg ka wetage nahi mil raha h.pehle unka number apne mandal me aa raha tha but govt ne rule change kar diya .usne form ak mandal se dala tha.jisk karan naye rule se uska no nahi a raha h.kya isk lia hc jana pdega. ya govt kuch dubara form bharne ki date badaye.ple help me
ReplyDeleteple meri bato ka ans de .............. govt ne rajkeey vidhalyo me lt grade ki jo merit lagai ja rahi h kya vo vigapan k anusar h. mera manna h nahi. because kuch students ne pg other subject se kiya h unhe pg ka wetage nahi mil raha h.pehle unka number apne mandal me aa raha tha but govt ne rule change kar diya .usne form ak mandal se dala tha.jisk karan naye rule se uska no nahi a raha h.kya isk lia hc jana pdega. ya govt kuch dubara form bharne ki date badaye.ple help me
ReplyDeleteple meri bato ka ans de .............. govt ne rajkeey vidhalyo me lt grade ki jo merit lagai ja rahi h kya vo vigapan k anusar h. mera manna h nahi. because kuch students ne pg other subject se kiya h unhe pg ka wetage nahi mil raha h.pehle unka number apne mandal me aa raha tha but govt ne rule change kar diya .usne form ak mandal se dala tha.jisk karan naye rule se uska no nahi a raha h.kya isk lia hc jana pdega. ya govt kuch dubara form bharne ki date badaye.ple help me
ReplyDeleteyadi govt rule change kar rahi h.to use dubar avedan lene chahia .varna kafi students ko loss hoga .ye rule ka pehle kuo nahi dhyan rakha. ya vacancy cencil kark dubara badakar nikalni chahia .kya kare ham.
ReplyDeleteyadi govt rule change kar rahi h.to use dubar avedan lene chahia .varna kafi students ko loss hoga .ye rule ka pehle kuo nahi dhyan rakha. ya vacancy cencil kark dubara badakar nikalni chahia .kya kare ham.
ReplyDeleteRamesh ji kya lagata hai humlog acha vakil sarkaar kai samami khada kar paigai. Sabhi tet merit valo ko es ladai ko ladana hai hamai niras nahi hona hai
ReplyDelete.
Lagta hai sab kai sab milai huai hai.
ReplyDeleteAaj sachai ko dabanai kai liai sabhi ji jaan laga rahai hai
मैं कभी गलत बात का न साथ देता हूँ और न ही कभी दूंगा। हम सभी कोई छोटे बच्चे नहीं है और न ही नासमझ कमजोर। टेट में अच्छे अंक पाये हुए और पिछले दो साल से सब्र की भट्टी में जले तपे हुए लोग हैं हम।
ReplyDeleteमैं यह कह क्यों रहा हूँ यह बताता हूँ 7 तारीख को कोर्ट में कुछ भी ऐसा नहीं हुआ जिससे हम खुशी के ढोल पीटे। कुछ अति उत्साहित लोग यह भी कह रहे हैं कि 14 को SLP खारिज हो जायेगी, वो 7 को भी खारिज करवाने की भविष्यवाणी कर रहे थे। मैं किसी को दोष नहीं दे रहा जो कुछ कोर्ट में हुआ उसमें हम लोग कुछ नहीं कर सकते थे। लेकिन यह शोर करना कि ऐसा हो गया वैसा हो गया, ये तीर चला वो तीर चल गया यह सब झूठ कहना शोभा नहीं देता। कुछ तो अंतर होना चाहिए हमारे और उन ऐकडमिक गधों में।
ReplyDeleteसच बस इतना है कि 7 को कोर्ट में कुछ भी नहीं हुआ न हमारे पक्ष में न ही हमारे खिलाफ। बस एक प्रोसिडिंग के तहत केस आगे की तारीख में लग गया है।
ReplyDelete14 तारीख की संभावनाओं में एक संभावना यह हो सकती है कि अपना केस एक बार फिर से नान टेट वाले मैटर से जुड़ जाये। मुझे तो इसकी संभावना ज्यादा ही लग रही है अब निर्भर करता है हमारे दिग्गज काबिल वकीलों पर वो कैसे इसको बचा पाते हैं।
हमारा मामला सीधा सा है कि पूर्व की चलती हुई भर्ती प्रक्रिया के नियम को बीच में सरकार राजनीतिक दुर्भावना ग्रसित होकर बदल देती है और उसको लागू करके पूर्व प्रक्रिया को निरस्त कर देती है। नयी प्रक्रिया के गुण दोष से हमारा कोई लेना देना नहीं वो कोर्ट सरकार NCTE जाने यह हमारा मामला ही नहीं है।
ReplyDeleteअगर पूर्व वाली प्रक्रिया असंवैधानिक थी तभी उसको गलत साबित किया जा सकता है नहीं तो उस पर हमारा अधिकार है और इस नये नियम से हमारे अधिकारों का हनन हो रहा है। हमें कोर्ट में सिर्फ यहीं साबित करना है।
ReplyDeleteटंडन, हरकोली, मिश्रा और भूषण जी समेत सभी जज ने इस बात को स्वीकार किया है कि पूर्व की चल रही प्रक्रिया को बीच में बदलना असंवैधानिक है। हमें सिर्फ अपने से संबंधित मुद्दों पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए तभी हम नान टेट वाले मैटर से दूर रह पायेंगे अगर हम 15 वें संशोधन के चक्कर में फसे तो बुरा फसेंगे मामला लंबा खींच जायेगा और मेरा खुद का भी यही मानना है कि सरकार भविष्य की भर्ती करने के लिए नियम बनाने को स्वतंत्र है कोई भी न्यायालय उसके इस अधिकार को नहीं छीन सकता।
ReplyDeleteउम्मीद करता हूँ कि मेरी कानून की नासमझी का आप लोग मजाक नहीं बनायेंगे लेकिन एक सामान्य सोच और अनुभव के आधार पर मेरी कहीं गई बातों पर विचार जरूर कीजिएगा।
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"Nafrat Na Karna Kabhi Mujh Se
Ye Main Seh Na Paunga,,"
"Bas Pyar Se Keh Dena Teri Zarurat Nahi Rahi...!!"
सुप्रीम कोर्ट में आर पार की लड़ाई
ReplyDeleteसुना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जाने माने वकील मुकुल रोहतगी को हायर किया है
और जो दिन को रात में व रात को दिन में माहिर हैं
वहीँ टेट मोर्चा जाने माने वकील सोली सोराब जी , पी पी राव को हायर करने की तैयारी कर रहा है ,
कुछ अपुष्ट खबरे केह रही हैं कि टेट मोर्चा ने सोली सोराब जी को हायर कर लिया है ।
कुछ भी हो - सुप्रीम कोर्ट मैं केस की सुनवाई बड़े बड़े वकीलों की बहस से बड़ी दिलचस्प होगी
यू पी टी ई टी पास लाखों अभ्यर्थीयों का भविष्य दांव पर है
ऊपर से आर टी ई एक्ट पूरे देश में लागु है तो इस सुनवाई / निर्णय का असर पूरे देश में
आर टी ई एक्ट के तहत होने वाली भर्तियों पर पड़ना लाजिमी हैं और इसका निर्णय एक नजीर / मिसाल के तोर पर बनने की पूरी सम्भावना है
उत्तर प्रदेश के लाखों अभ्यर्थीयों की निगाहें सुप्रेम कोर्ट में होने वाली 14 फरवरी की बहस पर टिकी हुई हैं क्यूंकि
लगभग सभी शिक्षक भर्तियों पर इसका प्रभाव पड़ने जा रहा है ( 29334 जूनियर शिक्षकों की भर्ती , 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती ,
4800 उर्दू शिक्षकों की भर्ती , 10000 आने वाली बी टी सी शिक्षको की भर्ती , 10800 बी टी सी शिक्षकों का पूर्व विज्ञापन आदि आदि।
हालाँकि 29334 जूनियर साइंस / मेथ शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर कोई स्टे तो देखने को मिला लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शासनादेश के तहत
मेरिट -कट-ऑफ़ जारी नहीं की गयी , कारण इलाहबाद हाई कोर्ट द्वारा 15 वां संसोधन को सही न मानना हो सकता है )
कई सारे अभ्यर्थीयों का सोशल मीडिआ पर कहना था कि उत्तर प्रदेश सरकार, इलाहबाद हाई कोर्ट के निर्णय पर पहले सुप्रीम कोर्ट में स्टे लेगी और प्रक्रिया
जारी रखेगी , लेकिन ऐसा ७ फरवरी की पहली सुनवाई के दोरान नहीं हो पाया
Aapke, hum-sabke hit me jaari,
ReplyDelete.
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Aakhirkar 14 Feb ko Sh. Mukul Rohtagi ji ko takkar dene k liye S.C k sabse bde dhurandhar wakeelon me se ek Sh. Rohinton Fali Nariman ji ko bhi higher kar liya gya hai.
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Btaya gya hai ki inki fees me kmi aa rhi hai jise humse ek bar fir se apni ekta ka parichay dete hue bahut jald hi poora karna hai.
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Dhyan rhe,
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Fb par paise jma karne k liye jo 3 acnt no. diye gye the, unme se kisi me bhi paisa nhi dalna hai. Iske liye new acnt no. ka wait kren bt sbhi saathi help k liye taiyar rhen.
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Dhanyawaad....!!!!!
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ReplyDeleteकल तक सोली सोराबजी की फीस 5.50 लाख थी और वो बहुत अच्छे वकील थे,,,,, आज उन्हें 3.30 लाख में हायर कर लिया गया ,,,, नरीमन साहब की क्षमताओं में संदेह नहीं किया जा सकता लेकिन अगर कहीं पी पी राव ने अनिल बागपत का नाम लोकपाल के लिए प्रस्तावित कर दिया और टेट संघर्ष मोर्चा लोकपाल के दायरे में आ गया तो ???????
ReplyDeleteवैसे तो SLP admit ही नहीं होगी लेकिन अगर खुदा ना खास्ता कहीं हो गई तो भी आप चिंता मत करना ,,,,, टेट मेरिट के संघर्ष को बैंक /ATM लूटकर भी जारी रखा जाएगा ,,
ReplyDeleteटेट मोर्चे के कारण सोराबजी और नरीमन की दोस्ती खतरे में है......
अपनी-अपनी आस्था के अनुसार मंदिर-मस्जिद-गुरूद्वारे और चर्च चले जाना ,,, है सब भगवान के ही भरोसे .......
umashankar g agar matter non tet se jud gaya to fir to sayad sab khuch khatam
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