लखनऊ। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायटों) में रिक्त 1280 प्रवक्ता पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए 7 मार्च तक ई-चालान जमा करने के बाद 11 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से मिले प्रस्ताव के आधार पर लोक सेवा आयोग ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। डायट प्रवक्ता के लिए परास्नातक व बीएड वाले पात्र होंगे।
सूबे में शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए 70 डायट हैं। पर, यहां सालों से स्थाई प्रवक्ताओं की भर्तियां नहीं हुई हैं। इसके चलते डायटों में राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्यों या फिर बेसिक शिक्षा अधिकारी स्तर के अधिकारियों की तैनाती प्रतिनियुक्ति के आधार पर की जाती है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने डायटों में स्थाई प्रवक्ताओं की भर्ती करने का निर्देश राज्यों को दे रखा है। इसके आधार पर उत्तर प्रदेश शिक्षक शिक्षा प्रवक्ता संवर्ग सेवा प्रथम संशोधन नियमावली बनाई गई है। एससीईआरटी ने इस नियमावली के आधार पर ही डायटों में रिक्त प्रवक्ताओं के पदों की भर्ती का प्रस्ताव लोक सेवा आयोग को भेजा है। डायट में प्रवक्ता बनने वाले को 9300-34800 ग्रेड पे 4800 का वेतनमान दिया जाएगा। भर्ती के लिए 21 से 40 वर्ष की आयु वाले पात्र होंगे। आरक्षित व निशक्तों को आयु सीमा में छूट दी जाएगी। इसी तरह परास्नातक व बीएड में 55 प्रतिशत अंक में पास होना अनिवार्य होगा। आरक्षित वर्ग को इसमें कुछ अंकों की छूट होगी।
JAI SHREE RAM JAI BAJRANG BALI sabko der se hi sahi lekin apne achche tatha bure karmo ka phal milta hai.agar ishwar bhagwan allah ka sansar me vajud hai to hamare prati kiye gaye anyay ka phal hamare tet sangarhshil sathiyo tatha hamare jeet ke sath niyukti aur bhrast gov ko aajiwan gamvir aur bhayankar parinam bhugatna pade.ham sab ishwar aur s.c. se nyay aur satya ki jeet k sath yahi kamna karte hai.jai hind bhaiyo
ReplyDeleteआज का मैच टेट और अकेडमिक केबीच देहली में खेला जायेगा और सम्भावना है मैच लंच के बाद खला जायेगाजिसमे अकेडमिक का साथ सरकार देरही हैफिर भी टेट मेरिट जीत की सम्भावना प्रबल दिखाईदेरही हैंऔर इसने पहले ग्रुप मैच में भीअकेडमिक को हार का सामना करना पढ़ चूका है ।
ReplyDeleteसरकार इस मैच को टेस्ट मैच बना कर खेलना चाहती है और -Ve खेल भी खेलेगी पर टेट मोर्चा इसको T 20 मैच मानकर आज ही सरकार पर जुर्मानेके साथ ख़तम करना चाहता है ।।
नोट --- कमजोर दिलवालेइस मैच को ना देखें ।
दुल्हन (72825) एक दूल्हा( विग्यापन) दो
ReplyDeleteएक बार दुल्हन का दोनो दूल्हो केसाथ सगाईहो चुकी है।
हालाँकि दुल्हन पहले वाले दूल्हेसे शादी करना चाहती हैजिस पर दुल्हन केबाप (सरकार)को एतराज है, क्योँकि नये दूल्हे(गुणांक वाले) सेब्याह करने पर बाप को ज्यादा रुपया (4 अरब) का फायदा हो रहा है।
छोटे पण्डित(हाईकोर्ट) नेपहले वालेदूल्हे को उचित एवंसत्य बताया लेकिन बाप लालच (वोट बैँक) मेबड़े पण्डित (सुप्रीम कोर्ट)केपास गया
आज बड़े पंडित जीफैसला करेँगे।
सभी बाराती(अभ्यर्ती) तैयार रहेजल्द ही बारात (काउन्सलिंग) चलना होगा ।
नमस्कार दोस्तों, अग्रिमपंक्ति केनेतृत्व के अथक प्रयाश और आप सभी के सहयोगसे आज 14तारीख को सरकार केसभी कुतर्को का तार्किक वन्याय संगतजबाब देने के लिए टेट संघर्ष मोर्चा,उत्तर प्रदेश कीतरफ से 1. सर्वश्री सोली सोराबजी, 2. रोहिंटन फली नरिमन जी, 3. अमरेन्द्र सरन जी, 4. परमजीत सिंह पटवालिया जी, 5. पी● पी● रावजी, 6. मीनाक्षी अरोड़ा जी, 7. अपनेपिता श्री एस●सी● महेश्वरी जी के साथ विपुल महेश्वरी जी, 8. सी●एल● पाण्डेय जी, 9. टी●एन● त्रिपाठी जी, 10. सतीश चन्द्र मिश्र जी, 11. शारदा देवीजी, 12. अमित आनंद तिवारी जी, 13. विवेक सिंह जी, 14. अभिषेक श्रीवास्तव जी, आदि देश के जाने-मानेअधिवक्ता 1.बी●एस● चौहान जी 2.जे●चेलामेस्वर जी 3.एम्●वाई●इकवाल जी की कोर्ट नम्बर4 मेंउपस्तिथ होंगे।
ReplyDeleteशिक्षा मित्र बनाए जाएंगेसहायक अध्यापक • अमर उजाला ब्यूरो लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नेशुक्रवार को कैबिनेट की बैठक बुलाईहै। इसमें 1.70 लाख शिक्षा मित्रोंको बिना टीईटी के सहायक अध्यापक बनानेके लिए उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली 1981 में संशोधन संबंधीप्रस्ताव रखे जाने की तैयारी है। इस प्रस्ताव पर मंथन केलिए गुरुवार को बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी नेतीनोंसहयोगी राज्य मंत्रियों व विभागीय अधिकारियों केसाथ बैठक की। शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक बनानेसंबंधी निर्णय होने के बाद सर्व शिक्षा अभियान से उनकेवेतन का 65 फीसदी मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। कैबिनेट की 28 जनवरी को हुई बैठक में शिक्षा मित्रोंको समायोजितकिए जानेसंबंधी निर्णय लिया जा चुकाहै। इसके अलावा कैबिनेट बैठक में अप्रैल से जुलाई तक के लिए लेखानुदान संबंधी प्रस्ताव भी रखे जानेकी संभावना है। इसके साथ ही वित्तविभाग के सुनिश्चित कॅरिअर प्रोन्नयन (एसीपी)की विसंगतियां दूर करनेसंबंधी प्रस्ताव तथा खादी विभाग के संविदा कर्मियों के विनियमितीकरण संबंधी प्रस्तावभीकैबिनेट बैठक में रखा जा सकता है।
ReplyDeleteअभी आप लोग पिछली खबर
ReplyDelete.
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मुकुल रहतोगी वाले में बने रहें
मैं पूरे दिन उसी खबर पर रहुँगा
सुप्रीम कोर्ट लाइवअपडेट ----
ReplyDeletehttp://courtsdisplayboard.nic.in/
कोर्ट no.04 case --53
विभिन्न ग्रुपो मेविजिट करने पर मेनेँ यह पाया किटीइटी अकेडमिक कि लङाईमे कुछ लोगजूनियर विरोधीभी हैक्यो? लेकिन उच्चतम न्यायालय सेआने वाला निर्णय कुछ एसा होना चाहिए जिससे दोनो भर्ती सकुशलअतिशीध्र हो जाये लेकिन प्रश्न यह है कि यह सम्भव कबहोगा 15वाँसंशोधन बहालया निरस्त होने पर उम्मीद तो यही करते है किफैसला आश्चर्यजनक होगा।
ReplyDeleteशिक्षामित्रोंको मिल सकता है सहायक अध्यापक पदनाम
ReplyDeleteलखनऊ (एसएनबी)। शिक्षामित्रों के अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) मुक्त समायोजन केसाथ ही सहायक अध्यापक का पदनाम देने की नियमावली तैयार हो गयी है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादवकी अध्यक्षता में शुक्रवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक मेंअंतिम मुहर लग सकती है। कैबिनेट की मंजूरीमिलनेके बाद समायोजन का कार्यक्रम भी घोषित कर दियाजाएगा। शिक्षामित्रोंके समायोजन को लेकर गत दिनों विभागीय सचिवसे लेकर मुख्य सचिव के स्तर पर कई मीटिंगें की गयीं। इनमेंबेसिक शिक्षापरिषद के निदेशक व सचिव भी शामिल थे। पहलेशिक्षामित्रों को शिक्षा सहायक पदनाम देने की प्रक्रिया शुरू की गयी, लेकिन सर्वशिक्षा अभियान के तहत राज्य को केन्द्र सरकार सेमिलनेवाली धनराशि का अड़ंगा लग सकता है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए विधिक सलाह लीऔर अंत में शिक्षामित्रोंके लिए बेसिक शिक्षा सहायक अध्यापक सेवानियमावली 1981 में 19वां संशोधन करनेपर सहमति बनी।
इस संशोधन को मंजूरीमिलनेके बाद शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पदनामदेनेका रास्ता साफहो जाएगा और सहायक अध्यापक के रूप मेंवेतन के मद मेंकेन्द्रांश भी हासिल हो सकेगा।
शिक्षामित्रोंके समायोजन के बाद वेतन पर पड़ने वाले अतिरिक्तबोझ को भीराज्य सरकार को वहन नहींकरना पड़ेगा। हालांकि विभागीय अधिकारी शिक्षामित्रोंके समायोजन के बारे मेंअभीकुछ भी बोलने को तैयार नहींहै, लेकिन सेवा नियमावली के कैबिनेट मेंरखेजाने की बात कही है। प्रदेश में करीब 1.70 लाख शिक्षामित्र हैं, इनको दूरस्थ बीटीसीके माध्यमसे प्रशिक्षित किया जा रहाहै। इसका करीब 59 हजार शिक्षामित्रों कापहला बैच दो वर्ष काप्रशिक्षण भी पूरा कर चुका है और अब उनके समायोजन की प्रक्रियाचल रही है। 28 जनवरी को हुई कैबिनेट में शिक्षामित्रोंके समायोजन को मंजूरी मिलगयी थी और सेवा नियमावली को मंजूरी केलिए मुख्यमंत्री को अधिकृत कर दिया गया था। अब जबकि सेवा नियमावली तैयार हो चुकी है, तो फिर अधिकारी कैबिनेट के जरियेही मुख्यमंत्री से अनुमोदन करानेकी तैयारी में हैं।
ैच जैसे ही शुरू होगा टेट मोर्चा वालेकमेंट्री करना शुरू करेंगे ।
ReplyDeleteउनकी कमेंट्री कुछ इस प्रकार होगी ।
सुप्रीम कोर्ट में आज का दिन एतिहासिक होगा । हमारेसभी लायर्स मौजूद है सभी केचेहरेप्रसन्न मुद्रा में है मानो हम जीतसे बस चन्द कदम दूर है ।
अन्तमें लाईव कमेंट्री करेंगे कि वकीलों की फौज हमारेलिए हानिकारक साबित हुई । हर वकीलअपना श्रेय लेने केलिए आपस में लड़ते रहे। अन्ततः सरकार हाईकोर्ट के फैसलेपर स्थगनादेश लेने मे कामयाबहो गयी।
जय टेट जय मोहन मेरिट ।
tet se sambandhit divya atmao.aj nariman sahab,arora ji,c l pandey ji,s c mishra ji,maheswari ji k sath mtng safalta purvak sampann huyi.dusari tm k mitro n saran sahab,patwaliya ji,rao sahab evam sorab ji k sath mtng ki.sabhi logo ne kal crt me upasthit ho hamare mamle k nisataran hetu savast kiya.iswar kare ki kal arthat 14-2-14 ko akhilesh yadav & tm tazindgi yad rakkhe ki kin logo se panga le liya.kal k liye ap sabhi ko subh kamna aur mujhe bhi.ja
ReplyDeleteअब तक 7 SLP खारिज सबसे तेज र्कोट न॰ 4 मेँसुनवाई
ReplyDeleteएक सबसे बड़ा सवाल ...........
ReplyDeleteपश्चिमीसभ्यता मेमदर्स डे, फादर्स डे, वैलेंटाईन डे, और जाने क्या-क्या डे मनाये जातेहैं, लेकिन सिस्टर्स डे और ब्रदर्स डेनहीं क्यों भाईक्या कारण है, क्या उनमे सिस्टर और ब्रदर जैसे रिश्तेनहींहोते .....???
जबकि हम हिन्दूजन सिस्टर्स डे(रक्षा बंधन) और ब्रदर्स डे (भैया दूज) बड़े गौरवके साथ किस काल सेमनाते आ रहेहैं शायद कोईधर्माचार्य भी न बता पाएगा। मदर्स डे और फादर्स डे हम हिन्दू इसलिए नही मनाते क्योंकि हमारी सभ्यता मेप्रतिदिन माता-पिता-आचार्य और बुजुर्गवार के चरण वंदन करके दिन की शुरुआतकरनेका विधान है।
मातृ देवो भव पितृदेवो भव गुरु देवो भव
हमारेआराध्य श्रीराम ने भी दैवयोग सेजनक जी की पुष्प वाटिका मे गौरीपूजन केलिए सीता जी को प्रथम दृष्टि मे देखा था, और उन्हेअपना वैलेंटाईन बनानेके लिए स्वंयवर सभा मे शिवजी का वह अतिविकट धनुष ध्वंस कर दिया था जिसे देश-देशांतर केअनेकोंबलशाली राजाओं केसाथ विश्वविजयी रावण और बाणासुर भी उठातक न सके थे। है कोईऐसा उदाहरण पश्चिमी सभ्यता मे वैलेंटाईन बनानेका उनका वैलेंटाईन डे व्यभिचार दिवस से अधिक कुछ नही इसलिए हिन्दू जनो का वैलेंटाईन डे मनाना व्यर्थ ही नही गौरवशाली हिन्दू सभ्यताआ के पतन केसाथ-साथ गुलामी की मानसिकता का परिचय संकेत मात्र हैजो किसी भी एक कारण से अनुकरणीय नही है, हिन्दू सभ्यता मे इस दिन के लिए विरोध मात्र का स्थान है, अनुकरण सर्वथावर्जित है।
Aaj satye ki phir se jeet hogi.
ReplyDelete9984645858
ReplyDeletefaisla kuchh bhi ho scourt ko iss nikammi gov ko dono sdd se bharti karne ka order dene chahiye isme sabhi student ki jeet hogi quki jo bhi bharti se bahar hoga hamara apka hi bhai bahen hoga
jai hind
राजधानी एक्सप्रेस की स्पीड से भाग रही है उच्चतम नायालय की कोर्ट नो ४
ReplyDelete४४ व केस स्टार्ट
आप लोग वहीं मिलो
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट वाले कालम में ॥
Blog par bane rahne ke liye bhai ko dhanyavad,
ReplyDeleteBIG NEWS FROM SUPRIME COURT>>>>>>
ReplyDeleteNEXT DATE LAGI. 3 march
judge sahab ne kaha 3 ko dege final dczen..
J
3 मार्च को अन्तिम निर्णय, फैसला सुरक्षित ।
ReplyDeleteचौहान जी ने रोहतग जी को फटकारते हुये कहा, कैसे बदल दिया चयन का आधार...?
ReplyDeleteD.B. के आर्डर को रखा जाएगा बरकरार...
NO STAY,
JAI TET MERIT
आज की कोर्ट कार्यवाही में न तो सरकार को स्टे मिला है न ही इशू नोटिस हुआ है । कोर्ट में हमारे मैटर पर अपना प्रथम drastaya ओपिनियन दे दिया है ।अगली डेट 3 मार्च 2014 ...
ReplyDeleteन्यायमूर्ति चौहान साहब ने स्टे देने से इनकार
ReplyDeleteकिया और कहा कि 30-11-11 के विज्ञापन के
selection criteria पर बात कीजिए संशोधन पर
नहीं ,,, आपने विज्ञापन कैंसिल
किया था ना कि रद्द,,,3 मार्च को acd
की कहानी हमेशा के लिए ख़त्म
विस्तार से बाद में
Thanks Umashakar ji for the updates
ReplyDeletethanks umashankar ji
ReplyDeletethanks umashankar ji
ReplyDeletethanks umashankar ji
ReplyDeleteGood news --- 4 मार्च को आएगाफाइनलdecesion बेडन्यूज़--- 4 मार्च तक करना होगा इन्तजार ।
ReplyDeleteन्यायमूर्ति चौहान साहब नेस्टेदेने से इनकार किया और कहा कि 30-11-11 के विज्ञापन केselection criteria पर बात कीजिए संशोधन पर नहीं,,, आपने विज्ञापन कैंसिल किया था ना कि रद्द , अकेडमिक का खेल 4 मार्च को ख़तम
सरकार की स्टे देने कीमांगख़ारिज टेट की बिजय का मार्ग और प्रबल ।।
अकेडमिक की नैया डूबी ॥ सर्वोच्च न्यायालय ने हाई कोर्ट के आदेश पर स्टे देने से इनकार करते हुए कहा है कि सरकार द्वारा कैसिल पुराना विज्ञापन रद्द नही साथ ही 15 वाँ संशोधन और नया विज्ञापन काल्पनिक तथ्य इन पर बात करना महत्वपूर्ण नही । चयन प्रक्रिया पर बात करने की सलाह जिसे बीच मे बदलना गलत । पुराने विज्ञापन से भर्ती का रास्ता साफ । मामले का गहन अध्ययन करने के बाद अंतिम आदेश 3 मार्च को ।
ReplyDeleteराहत की बात यह है कि कोर्ट ने सिर्फ पुराने विज्ञापन के समय की बात और नियम पर चर्चा करने को कहा। नये विज्ञापन को कोर्ट ने सुनने से भी इनकार कर दिया तो वह जीवित कहा से होगा।
ReplyDeleteमतलब यह अब बिल्कुल स्पष्ट है कि नया विज्ञापन रद्द हो चुका है और अब इसका उपचार कहीं भी संभव नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट सिर्फ पुराने विज्ञापन की वैधता और 12वे संशोधन पर चर्चा करेगी। पूरा विश्लेषण रात तक।
आज सुप्रीम कोर्ट ने किया बड़ा धमाका। बिना किसी कारण न तो पुराना विज्ञापन बदला जा सकता हा न ही रद्द किया जा सकता है ,स्टे न मिलने से सरकार की हो चुकी है असली हार अब तो सरकार है बेहाल , अकादमिक समूह में मची हाहाकार। आज इनको सुप्रीम कोर्ट के बाहर इनको रोते हुए देखा गया 3 मार्च को अकादमिक युग का होगा अंत
ReplyDeleteपूर्ववर्ती विज्ञापन
ReplyDeleteके आधार पर
नियुक्ति आदेश मील का पथ्थर का साबित हुआ । अब
बरकरार रहेगा हाईकोर्ट का फैसला । सुप्रीमकोर्ट ने
सरकार
की एसएलपी पर
यह कहते हुए स्टे देने से इंकार कर दिया की
प्रक्रिया के मध्य मेँ किये गये प्रक्रियात्मक बदलाव को सुप्रीमकोर्ट कभी स्वीकार नही कर सकती । अब 3 मार्च को सुप्रीमकोर्ट
सरकार द्वारा
नियमावली
परिवर्तन पर किसी
प्रकार का तर्क
सुनने के बजाय
उसके द्वारा नियम
विरुद्ध की गये
संशोधन पर दंड
तय करेगी ।
PURI SUNWAI KI SUMMARY>>>>>>>>>>
ReplyDelete( GOV. NE IS BAR LI KHUD LAMBI DATE)
1)gov. Ne high court order par stay magi par court ne mana kar diya..2) dosto gov. Wakil ne aaj fir dhandhali ka rag alapa to judge sahab ne kaha agar dhandhli thi to tet radd radd kar dena tha..bich me old add breakdown karna thik nai tha.
3)DOSTO AAJ KI SUNWAI ME GOV. Wakil ne sirf 15va sansodhan ko defend karna chaha jis par judge sahab ne kaha pahle aap chayan ke aadhar par bahas kare..is par gov. Wakil ne samay mag liya aur 3 ki date le li..kyuki tet merit ke masale par gov. Wakil ke pas bolane ke liye ku6 v nahi tha..gov. Wakil hamare best wakilo ke panel ko dekhkar dare huye pratit huye.aur new date mag li...judge sahab ne 3 march ko final order dene ki bat kahi hai..3 ko sarkar ki har tay hai
Kul milakar case ham aj jeet gaye..jai tet merit
3rd March is nxt date and Justice. Mr. B.S.Chahan denied for stay and said thrice time no no no stay.
ReplyDeleteMr. Chauhan said that we will dispose on 3rd March 2014 because our adv Mr. P.S.Patwalia remind him to 31st March 2014.So,accordind today hearing,we are sure by old advertisement.we will win by tet merit on 3rd March definitly.
SATYAMEV JAYTE.
भैया इनकी भी थोड़ी थोड़ी साथ लो
ReplyDelete.
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Vineet Tripathi > Guddu Singh >
dosto,aaj 25 min ki bahas me 22 min acd vakil
rakesh
divedi ne bola aur tetuo ki dhajia uda di.agar tet
vakil
patwalia ne samay nhi manga hota to aaj ham log
jit gye
hote.mai apne istdev ki kasam kha kar kahta hu
yhi saty
hai.puri news sam ko dunga 3 march ko final
order aayega
judje sahab ne kha ki tet ka wtg dena gov ka kam
hai.
1. 20 nov k order pay stay jise court ne mana kiya.
ReplyDelete2. Mamle ko anya non tet se jodna jise court ne mana kiya
3 march ko 100% mamla nistarit apne paksh me ho jayega
aaj sare advocate mojoud the
hamare paksh me h pura mamla
jai tet jai hind
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Someday, you'll ask me to marry you and with no doubts
I'll say "yes".
Someday, your last name will be my last name.
Someday we'll live
together, in the house of our dreams.
Someday we'll name our kids,
with names we adore. &
when those days come,
I'll love
you even more.....
I love you baby.....♥♥
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मे
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Someday, you'll ask me to marry you and with no doubts
I'll say "yes".
Someday, your last name will be my last name.
Someday we'll live
together, in the house of our dreams.
Someday we'll name our kids,
with names we adore. &
when those days come,
I'll love my baby even more then ♥ you ♥
bhai umashankar ji aapke update ke liye aapko koti koti dhanyvaad aur apne sabhi tet merit supporters ko 3rd march ko hone wali jeet ki agrim badhai.
ReplyDeleteumanshankar(saraswati putra) ji apka kahna satya siddh hua ki satyamev sarvda jayte.sacchai(tet merit) ki jeet apne marg ki aur agrasar hone ko hai.
ReplyDeletekisi ne theek kaha hai ki satya pareshan ho sakta hai kintu parajit nahin.iss baat ko aaj pratyaksh roop se hum sabhi mahsoos kar rahein hai.
ReplyDeletesabhi tet merit mitro ko holi aur tet merit jeetne ki dher saari agrim shubkamnayein is baar ki holi kuchh khas hi hogi dosto.ek lambi aur niryayak jung ko jeetne ka maza hi kuchh aur hota hai iss baar ki holi yaadgar hogi dosto.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteदोस्तों,
ReplyDeleteआज का नतीजा सकारात्मक ही रहा, हमारे भाइयों की मेहनत का ही असर है कि इस सकारात्मक दिशा में और हमारे पक्ष में ही कार्य चल रहा है.. सभी का बहुत बहुत आभार !!
आज तो ये बिलकुल नही सोचा था कि हमे फिरसे एक नई तिथि मिल जाएगी.. जीत निश्चित है इसमें कोई संदेह नही पर समय नष्ट हो रहा है.. हम सभी उम्र और जीवन के उस पड़ाव से गुज़र रहे हैं जहाँ एक एक पल इस स्तिथि में काटना मुश्किल हो रहा है.. इस जॉब के साथ बहुत से निर्णय और जुड़े हुए हैं !
ReplyDelete72825 की भर्ती से जुड़े सभी बेरोजगारों ने अपनी अपनी सामर्थ्यानुसार चंदा दिया.. पैसा जोड़कर अपनी जीत के लिए सहयोग किया.. उन सभी का दुःख और हालत सचमे पीड़ा देती है मन को.
JAI SHREE RAM SATYA AUR NYAY KA DEEP HAMESHA JALTA RAHEGA
ReplyDeletenamaskar bhaiyo maine aaj hi madhya vidyalay siwan me join kiya hai.par mughe apne state me tet
merit se niyukty hone ka besabri se intejaar hai.march me tet merit supporter ko joining mil jayega.
umashankar ji v tet merit bhai aapke tark bhari tathyo ke lia koti koti dhanyavad jisse ham sabka mind tension free ho jata hai.
रह रह कर मन में दुःख की लहर और आँखों में आँसू उभर आते हैं ! भगवान को भी हमपर क्यों तरस नही आ रहा जो इतनी कड़ी परीक्षा ले रहे हैं हमारी... चाहे कुछ भी हो पर अब सहनशक्ति जवाब दे रही है !
ReplyDeleteमेरी ये पोस्ट मेरे दोस्तों को नकारात्मक लग सकती है , पर मेरी मनोदशा यही है आज.. सोचा आपके साथ शेयर करूँ तो कुछ हल्का महसूस हो !!
अंत में ईश्वर से यही कामना कि अब इस दुःख का अंत करें..
हे ईश्वर कृपा करो !!
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteValentines special
ReplyDelete.
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"Bandar ne kiya sherni ko
propose"
gift me diya usne red rose...
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Sherni ne kaha apni surat Aaine
me dekh,
Bandar bola Surat pe mat ja
PAGLI,
"Confidence to dekh"
"Confidence level "
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बडी खामोशी से भेजा था गुलाब उसको...
पर उसकी महक ने शहर भर में तमाशा कर दिया.
मेरी ये बात समझ में नहीं आई कि हाई कोर्ट के आर्डर २० नवंबर के बाद एक महीने बाद तो सर्कार ये साहस जुटा पाती है कि सुप्रीम कोर्ट में जाकर जान बच सकती है. फिर वह अस अल पी फ़ाइल करती है २० दिसंबर को. वह भी डिफेक्टिव।। फिर एक महीना लगाती है डिफेक्ट दूर करने में और २३ जनबरी को अस अल पी सही करने के बाद अर्जेंट-अर्जेंट चिल्लाती है ।
ReplyDeleteजैसा कि यह तथ्य अब उजागर हो चुका है कि हम सर्वोच्चन्यायालय मेँ लगभग विजित हो चुके हैँ, फिर भी कुछ प्रश्न ऐसे हैँ जिनका जवाब मैँ निवेदन करते हुए पूछ रहा हूँ-
ReplyDelete1. क्या मा. न्यायाधीष महोदय जी ने यह स्पष्ट किया है कि फैसला 3 मार्च 2014 को सार्वजनिक कर दिया जाएगा ?
2. सरकार को स्टे नहीँ मिला यह तो प्रसन्नता की बात है किन्तु SLP खारिज नहीँ हुयी ऐसा क्योँ ?
3. क्या आगामी तिथि 03/03/14 को पुन: हमारे वकीलोँ का पैनल खड़ा होगा यदि हाँ तो क्या उन्हे पुन: शुल्क की उतनी हीँ धनराशि चुकानी पड़ेगी..?
4. क्या बेसिक शिक्षा सचिव Contempt से बच पाएँगे ?
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आखिरी महत्वपूर्ण सवाल-
5. क्या भर्ती 31 मार्च 2014 से पूर्व हो पाएगी एवं इस प्रक्रिया पर Code of Conduct का कितना प्रभाव पड़ सकता है...?
कोर्ट लाइव
ReplyDeleteमुकुल रहतोगी ने सर्वप्रथम 20 नवम्बर 2013 पर स्टे माँगा जिस पर जज ने अस्वीकार कर दिया
पुन: रहतोगी ने नान टेट का मैटर उठाया जिस पर जज ने कहा ये मुद्दा मेरे नालेज मे है और इसमे बंच करने लायक नही है।
अंत मे 15va संशोधन पर राहत माँगी जिस पर जज ने ये कहा पहले ये बताइये कि पुराना विग्यापन कैसे रद्द कर दिया।
रतोगी ने कहा धाँधली हुयी थी जज ने कहा धाँधली हुयी थी तो टेट रद्द करना चाहिये था
जिस पर मुकुल रतौँधी निरुत्तर हो गये और अगली डेट माँग लिया
भिखारिन-" बच्चा भुखा है, कुछ दे
ReplyDeleteदो सेठ *
गोद मे बच्चे को उठाए एक जवान औरत
हाथ फैलाकर भीख माँग रही थी।
" इस का बाप कौन है ? अगर पाल
नही सकते हो तो पैदा कयो करते हो ।
सेठ झुंझला कर बोला ।
औरत चुप रही। सेठ उसे सिर से पाँव तक
देखता रहा . उसके वस्त्र मैले थे तथा फटे हुए
थे, लेकिन बदन सुंदर व आकर्षक था
वह बोला" मेरे गोदाम मे काम करोगी?
खाने कोभी मिलेगा और पैसे भी.*
भिखारीन सेठ को देखती रही मगर
बोली कुछ नही
* बोल बहुत से पैसे मिलेँगे।
भिखारीन बोली सेठ तेरा नाम क्या है.
* नाम॥ मेरे नाम से तूझे क्या लेना देना ?
जब दुसरे बच्चे के लिए भीख
मागुंगी तो लोग उसके बाप का नाम पुछेँगे
तो क्या बताऊँगी ?
------- -- अब सेठ चुप था
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ReplyDelete.
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Sometimes, I wish you were here
so I could tell you how much I
need you and how hard everyday
has been without you.
आज की सुनवाई का सबसे धनात्मक
ReplyDeleteपक्ष ये रहा कि सर्वोच्च
न्यायालय ने सरकार कि स्टे
संबंधी मांग को खारिज कर दिया।
अब 20 फरवरी को उच्च न्यायालय
के आदेश को,जो कि 20 नवंबर
को हुआ था,तीन माह पूर्ण हो जाएंगे।
नियमानुसार न्यायालय के आदेश
का तीन माह के अंदर पालन न करने
पर 'न्यायालय की अवमानना'
संबंधी रिट फाइल कि जा सकती है।
जैसा कि आपको विदित
हो ही गया होगा कि सर्वोच्च
न्यायालय में अब हमारे केस
का फैसला 3 मार्च
को सुनाया जाएगा। लेकिन हमको 3
मार्च का इंतज़ार न करते हुये उससे
पहले सरकार पर उच्च न्यायालय
के आदेश कि अवमानना का केस
फाइल करने हेतु अपने कदम उच्च
न्यायालय कि ओर बढा देने चाहिए
जिससे सरकार के गले में
फांसी का फंदा डाला जा सके।
न्यायिक अवमानना के आरोप में जब
सरकार पर न्यायालय
का डंडा चलेगा तो उस डंडे से अक्ल
लेस को अपने आप ही अक्ल आ
जाएगी। और सर्वोच्च न्यायालय
के 3 मार्च के आदेश से पूर्व
ही हमारी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर
दी जाएगी। और जहां तक कि मैंने
देखा है न्यायिक
अवमानना संबंधी रिट कि सुनवाई के
लिए 1 या 2 तारीखें
ही काफी होती हैं।
तो साथियो हो जाइए तैयार इस
सरकार के गले में
फांसी का फंदा डालने के
लिए,क्योंकि इस सरकार ने अब तक
हमारे सैकड़ो भाई-बहिनों के गले में
फंदा डलवाया है। हमारे सैकड़ो भाई-
बहिन आत्महत्या कर चुके हैं। इस
सरकार के गले में भी उच्च
न्यायालय के आदेश
कि अवमानना रूपी इस फंदे को डालने
के लिए दृढ़ संकल्पित हो जाइए और
अब बिना समय गँवाए
अवमानना का केस फ़ाइल करने हेतु
उच्च न्यायालय को प्रस्थान
करिए। विजयश्री हाथ फैलाये
आपका इंतज़ार कर रही है।
धन्यवाद ।
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Tum Aaj Mujhe Gair
Samajhte Ho To
Samajho Magar Jab,
Matlabi Logo Se Miloge To Tab Mujhe Hi Yaad Karoge...!
Aankhon dekha haal....
ReplyDelete:
Mukul Rohtagi ne apni taan poore josh me chhedi thi bt J. B.S. Chouhan ji ne khud hi unse jab bahas ki to unke josh me kitni kmi aayi, yah dekhne laayak tha. Kahna zroor chahunga ki humaare wakeelon se zyada J. Bhushan ji ne hi Mukul ji se bahas ki thi jis-se unka josh thanda padta chla gya tha.
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Khair,
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Bechaare bolte rhe lekin achanak se jab toka Patwaaliya ji ne to pahle to Bhushan ji ne patwaaliya ji ko roka lekin patwaaliya ji apna kaam kar chuke the jiska parinaam yah huaa ki Mukul Saahab aise bol rhe the maano unki naani marr gai ho.
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S.C. Mishra ji ne bhi apna kaam bakhubi kiya. Ek lady wakeel ki aawaz bhi aai bt koun si wakeel thi, yah dekh nhi paya.
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Mukul Saahab ne wehi dhandhli ka ghisa-pita raag alapa to Bhushan ji ne kha ki tet hi radd kar dete.
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Ab iss point par bechaare kya zwab dete!
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(Iss beech me soch rha tha ki agar juj mahoday dhandhli ka proof maang lete to Mukul ji ka kya haal hota qki agar unke pas koi saboot hota to wo sabse pahle ise hi court me pesh karte jabki aia kuchh hua hi nhi. Hota bhi kaise?)
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Baat aai 15th amendment ki to Bhushan ji ne kha ki old advt ki bharti k douran jo "CRITERIA" tha, uss par bahas kijiye. Aage iss point par zyada bahas nhi ho paai.
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Mukul ji ne aaj bhi apna poora zor lgaya ki ve S.P ko stay dila ske bt yah bhi asambhav tha. So asafal rhe.
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Ab 3 March ko final decision dene k liye juj mahoday ne khud hi bola to aaj aur bahas k liye unhe koi baadhya kar hi nhi sakta tha.
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Jo bam-ptaakhe aap logon ne kharid liye the unhe sambhaalakar rkhen.
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Haan, jo mithaai khareedi thi, use abhi zroor kha lena. Kuchh aas-padous me baant den qki 3 March me abhi 17 din shesh hain
आज उच्चतम न्यायालय से जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार तो आज तो न्यायलय में सब कुछ सकारात्मक रहा. यह केश पूरी तरह से हमारी मुट्ठी में है. आज न्यायाधिशों के रुख को देख कर यही लग रहा है की हरकौली जी नए अवतार में उच्चतम न्यायालय में चले गए है और हमारा पछ खुद ही रख रहे है. जज त्रयी ने सरकार की केश को लम्बा लटकने की मंशा पर कुठारघात करते हुए २० नवम्बर के उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने से मन कर दिया और कहा की प्रक्रिया के मध्य मेँ किये गये प्रक्रियात्मक बदलाव को सुप्रीमकोर्ट कभी स्वीकार नही कर सकती . कोर्ट के इस कदम से सरकार और गुणांक धरी सकते में है और हाहाकार मचा रहे है.
ReplyDeleteसबसे अच्छी बात ये है की नॉन-टेट से सम्भान्धित सारे मुकदमो को हमसे अलग कर सरकार की दूसरी कुचेस्ठा पर भी बज्रपात किया. अब वो सारी अड़चने दुर हो गयी है जिससे सरकार इस केस को लटकने का माद्दा रखती थी का अंत हो चूका है. आशा करिए की ३ मार्च को हमारा मामला हमारे पछ में निस्तारित हो जायेगा. शेष दिनों में जब तक सुनवाई की अगली डेट न आ जाये हाथ जोड़ कर भगवान से प्रार्थना करिए की जल्द से जल्द विजयश्री मिल सके.
ReplyDeleteआज पहला हथौडा पड गया सुप्रीम कोर्ट का सरकार के उपर......कचूमर निकल गया है अंतिम क्रियाक्रम 3 मार्च को होगा ....लाख दलीलो के बाद भी बी.एस. चौहान ने स्टे देने से किया इंकार.....धाधलीके मुद्दे पर फिर कोर्ट ने कहा कि जब इतनी बडी धांधली हो गयी थी तो आपने रद्द क्यो नही किया.....सरकार के पास कोई जबाब नहीं.......स्टेन मिलना ही जीत का मार्ग प्रशस्त कर चुकी है......सत्यमेवजयते
ReplyDeleteनमस्कार मित्रों
ReplyDeleteआज सुप्रिम कोर्ट में सरकार की हाईकोर्ट पर स्थगन आदेश की माँग को खारिज़ किया|
सरकार से पूछा गया कि क्यों आपने नया संशोधन किया पुराने संशोधन को ना मानते हुये|
और इस बात का जवाब सरकार को 3 मार्च को देना है|
अब लगभग टी.ई.टी मेरिट पर सुप्रिम कोर्ट का रुख सकारात्मक है|
3 मार्च को जज़ साहब ने final निर्णय करने को बोला है|
जूनियर बी.टी.सी ऐवम् आगे की जाने वाली भर्तियों मे सरकार को 15th ammendment में टीं.ई.टी वेटेज़ जोडना पड़ सकता है|
सरकार को हाईकोर्ट
ReplyDeleteद्वार पूर्ववर्ती विज्ञापन के
आधार पर भर्ती शुरू करने
के खिलाफ दाखिल की
गई एसएलपी
पर प्रथम दृष्ट्या स्टे
नही मिला ;
Jnr पर स्थिति बाद
मेँ भी स्पष्ट
होती रहेगी अब तो
Prt की भर्ती
शुरू होनी चाहिए
क्योँकि 20 के बाद
सरकार के खिलाफ
कोर्ट आफ कंटेम्पट तो
बनता है यारोँ ।
-Court 4. 11. 35 minute per apna case aaya -- sarkar ki aur se mukul rohatgi ne bolna suru kiya unke sabdh 1. Sir tet may large star per dhandali hue h. Director 1 crore rs ke sath pakda gaya. 2. Ncte ke clause 9 ko pada jisme tet ko weightage dene ki baat kahi gayi h. Isper judge bole - mandatory. Is sabdh ko sunte hi mukul ji chup. Fir mukul ne doosre baat kahi 3. Sarkar ne old add cansal kar diya uske baad ncte ke according new add layi. Judge ne poocho pehla add kab aaya. Cansal kis date ko kiya gaya. Mukul ne bataya fir 15 amendment ko kahne lage to judge bole keval selection of criteria per boliye. Mukul batane laga old add total tet per h jabki new add acdmic per h. Ab apne vakilo ke baat - p.p. Rao ne court ka dhyan 31 march or achar sanhita ki dilaya or up may vacancy 2.70 lakh ki aur bhi bataya nariman ji bhi bole lakin judge ne fir 3 march ko 2 baje hamare case ke liye time nischit kar diya. Patwaliya ji to judge ke file rakhne k baad bhi 2 minutes tak apni baat kahe . Court room may jyada bheed hone ke karan kuch baatein sun nahi paya.
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Sometimes "I'm With You" Has More Meaning Than To Say "I Love You " And A Kiss On Forehead Means "No Matter What Happens I'll Always Be With You!"
Zindagi jeene k do asaan raste:-
ReplyDelete1-Bhool jao unhe jinhe
Aap maaf nahi kar sakte.
Ya
2-Maaf kar do unhe ,jinhe
Aap bhul nahi sakte:
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बडी खामोशी से भेजा था गुलाब उसको...
पर उसकी महक ने शहर भर में तमाशा कर दिया..
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Yaad sachchi ho to waqt ruk jata hai,
Aasma lakh ooncha ho magar jhuk jata hai,
Rishte me duniya lakh bane rukawat,
agar pyaar sachcha ho to khuda bhi jhuk jata hai...
Happy Valentine's Day♥
बधाई सन्देश :
ReplyDeleteसमस्त टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार भाईयों , बहनों एवं मित्रों तथा उनके परिवारजनों को हार्दिक शुभकामनायें।
सुप्रीम कोर्ट में आज आपको विजय लगभग प्राप्त हो चुकी है परन्तु मामले की व्यापकता को देखते हुए अगली तिथि ३ मार्च निर्धारित की गयी है।
माननीय सर्वोच्च अदालत ने स्पष्ट सन्देश दिया है कि पुरानी प्रक्रिया के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है।
इस प्रकार माननीय सर्वोच्च अदालत ने नये विज्ञापन को एक प्रकार से काल्पनिक करार दिया है।
सरकार अपनी याचिका भी स्वीकार नहीं करा सकी है।
आज हमारी तरफ से कोर्ट में नौ सीनियर अधिवक्ता मौजूद रहे जिसमें से कुछ लीजेंड भी थे।
इसके अलावा भी एक दर्जन अधिवक्ता मौजूद रहे।
हमारी तरफ से बहस करने का मौका मात्र तीन अधिवक्ता को मिला जिन्होंने सरकारी वकील की बोलती बंद कर दी।
बहस करने वाले अधिवक्ता - रोहिंटन फली नरीमन , सतीश चन्द्र मिश्र और परविन्दर सिंह पटवालिया थे।
विशेष संघर्ष करने वाले साथियों को विशेष बधाई के साथ धन्यवाद भी ज्ञापित करता हूँ।
दिल्ली में रहकर संघर्ष करने वाले साथी हमारे लिए फ़रिश्ते हैं।
आपका भविष्य उज्जवल हो।
धन्यवाद।
मित्रों, आज हम आपको 'लव' के बारे में बताते हैं....
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जानना चाहते हैं ना 'लव' के बारे में...
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तो सुनिए ...
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'लव' मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचन्द्र जी के सुपुत्र थे ...
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अधिक जानकारी के लिए कृपया 'रामायण' पढ़ें ...
अच्छा लगा तो बिना जय श्री राम बोले भाग मत जाइए???
।।जय श्री राम।।
What is love? Love is when my mom kisses me and says mera bachha lakhon me ek hai... Love is when u cm back frm work and dad says 'arey beta! aaj bohot der ho gai Love is when ur bhabhi says ' hey hero ladki dekhi hai tere liya, koi aur pasand ho tou bata dena' Love is when ur brother says ' bhai tu tension na le, main hu na tere saath Love is when ur Moodless and ur sis says ' chal bhai kahi ghoom k aatein hai Love is when ur best friend hugs u and says' abe tere bagair mazaa nhi aata yar....these all are best moments of love.....don't miss them in life. Love is not only having a bf or gf. Love u all who have been a special part of my life.
ReplyDeletelove world ki sbse best feeling hoti h jo hm uske liye feel krte h jise hm pyar krte h.jinke bina hm rh ni skte .hrpl bs uska hi khyal aaye uski fikr rhe .bs uske sath sara wqat bitane ko mn kre .aur jitna hm use pyar kre usse jada vo hme pyar de.This is called love.
ReplyDeleteetv उत्तरप्रदेश : सुप्रीमकोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर किया रोक लगाने से इनकार , कहा 3 मार्च को दिया जाएगा अंतिम फैसला.....
ReplyDeleteऔर निकल गयी पापी सरकार के पापों के अरमानों की बारात ------
ReplyDeleteआखिर भला पाप और पापियों का साम्राज्य कब तक चलता उसे एक दिन ढहना ही था जो आज SC. ने स्टे ना देकर सरकार के पैर को काटते हुवे पहली नींव रख ही दी ॥
क्या-क्या नहीं पाप किया इस सरकार ने बेकसूर टेट मेरिट वालों के साथ ??
__________ जब मामला HC. की सिंगल बेंच में था तब भी तो सरकार के पैर कटे थे जिसको टण्डन जी ने काटा था ,,, पर सत्ता के घमंड में चूर सरकार ने उसकी अवहेलना ही कर डाली ॥
टण्डन जी ने ये तो कभी नहीं बोला था सरकार से कि आप नया विज्ञापन लाएं और "बेस ऑफ़ मेरिट" चेंज कर दें ,, उन्होंने तो यही बोला था कि सरकार एक ऐसा नया विज्ञापन लाये जिसमे "याची का हित" प्रभावित ना हो और वो हित था 12 वें संसोधन द्वारा दी गयी टेट मेरिट ॥ पर सरकार ने ना मानी और नतीजा HC. की डबल बेंच में "हरकौली" जी द्वारा स्टे था ॥
_____________ इस सवाल का जवाब किसी भी "अकैडमिक सपोर्टर" के पास नहीं है कि सरकार ने नए विज्ञापन की मेरिट क्यूँ चेंज कर दी ?? सायद लालच ॥
________________ अब भी अकैडमिक सपोर्टर्स नेताओं को लग रहा है उनकी सरकार उनके अकैडमिक को वापस ला देगी ,, पर नहीं वो भी जानते हैं पर अंतिम समय में जितना लूटते बने लूट लेने की मंशा साफ़ जाहिर कर रहे हैं ,,, ॥
___________________एक महाशय जो विख्यात हैं अकैडमिक वालों को बेवकूफ बनाने में उनके अनुसार ----------- >>>>> स्टे नहीं मिलने से टेट मोर्चा वाले अपनी जीत समझ रहे है ।
परन्तु इसकी सच्चाई क्या है आप भी जाने ---
अपना केस नान टेट वाले केस मे बन्च हो गया है ।
इसलिए स्टे आर्डर पास नहीं हो सका ।
क्योंकि बन्च केस पर स्टे आर्डर नही मिलता।
अब सिर्फ आर्डर आयेगा >>>
टेट एक पात्रता परिक्षा है; वेटेज देना या न देना सरकार पर निर्भर ।
संसोधन करना राज्य सरकार का अधिकार
नये विग्यापन पर भर्ती करे सरकार ।।।
_________________ चलिए मान लिए वेटेज देना सरकार का काम है वो दे या न दे ?? तो ये महाशय ये बता सकते हैं कि ये वेटेज देने का अधिकार पूर्ववर्ती मायावती सरकार को प्राप्त नहीं था ?? क्या मायावती के इस अधिकार को आपकी SC. नहीं देखेगी कि उसे भी वेटेज देने का अधिकार प्राप्त है ??
----- और यदि था तो उसने 100 % दिया और सिंगल बेंच ने ये तो नहीं बोला था कि आप नए विज्ञापन में मेरिट चेंज कर दें यानि सिंगल बेंच ने भी "टेट मेरिट" को बचाये रखा यानि सिर्फ नया ऐड लाने को बोला था ------- पर डबल बेंच ने तो इस नए ऐड और सरकार के 15 वें को ही गलत करार दे दिया ,,, हा हा हा ,,,, भैया महाशय HC. की सिंगल & डबल दोनों बेंचों में टेट मेरिट को बहाल रखा गया इस बात को भी संज्ञान में लीजियेगा वकील बाबू कि आपकी वकालत की डिग्री भी फर्जी है ??
From SC Room (Himanshu Rana G): 3 March 2014 ko 2:00 PM se poore time apne case ki sunwaai hogi...most probably ussi din poori hokar decision bhi aa jaye ...aaj bus Gov. advocates ko hi bolne ka mauka diya gaya tha...bus ...TET adv. ko bolane ka mauka 3-March-2014 ko hoga...From 2:00 PM to end of the crt time...then decision...so plzzz all of u w8 till 3rd march 2014...with patience ...hope so it will be last...
ReplyDeleteफिर SC. में सरकार अपने नए विज्ञापन को और प्रक्रिया के बीच में ही किये गए संशोधन को कैसे सही बना लेगी ये आप बता सकते हैं ??
ReplyDeleteखेल तो मायावती ने शुरू कर दिया था फिर चलते हुवे खेल को रोककर बीच में ही जीतने वाली टींम को हारने वाला नियम कैसे बना दोगे और बना दोगे तब तो विज्ञान के सभी नियमों की भी धज्जियाँ हमलोग उड़ा सकते हैं वो भी बीच में ही ,,हा हा हा हा ,,
___________________ तो महाशय जी रोक के दिखा दो टेट मेरिट की जीत को और SC. को उखाड़ कर ,,जरा हम भी तो देखें किसमे कितना है दम !!
,,,, सरकार को जबरजस्त लात पड़ गयी है और धुँवाधार लात 3 मार्च को पड़ेगी और उसी के साथ दफ़न हो जायेगी आपकी अकैडमिक और आपके सरकार के पापों के कारनामे ॥ __________ जय हिन्द -- जय SC. ,, ऊपर वाले का अंतिम न्याय अभी जिन्दा है ॥
Umasanker bandhu academic walo ko aapne bilkul maqool javab diya hai.
ReplyDeleteटेट मित्रो प्रणाम ...
ReplyDeleteआज मै अपने साथियों के साथ कोर्ट में मौजूद था ... कोर्ट की घटना क्रम आखों देखा हाल अक्षरशः इस प्रकार है
1. जैसे ही सुप्रीम कोर्ट में , कोर्ट रूम no 4 में अपना केस आया , उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से सीनियर वकील मुकुल रोहतगी ने 2011 टेट परीक्षा में धांधली होने की बात उठाई , एवम कहा की ..इसी विवाद के मद्देनजर . हाई पॉवर कमेटी का निर्माण किया गया जिसने , टेट परीक्षा को केवल एक पात्रता परीक्षा मानने का सुझाव दिया ... तभी तुरंत hon जज साहब ने मुकुल रोहतगी को टोकते हुए कहा की अगर धांधली हुई है तो पूरी परीक्षा को निरस्त क्यों नहीं कर दिया गया ?...... इस प्रश्न पर मुकुल रोहतगी चुप हो गए .... तब hon जज साहब ने कहा की इस आधार पर पात्रता परीक्षा मानना सही नहीं है .
This comment has been removed by the author.
ReplyDelete2. इसके बाद मुकुल रोहतगी ने यह बताया की ncte के नियमो का में वेटज देने की बात कही है , और कहा की चूँकि 15 हवे संसोधन में वेटेज नहीं दिया गया इसीलिए , इलाहाबाद हाई कोर्ट की divison बेंच ने ,, इसे ultra vires (निरस्त ) कर दिया , जो की गलत है ......... तब hon जज साहब ने पूंछा की 12 हवा संसोधन एवम उसकी विज्ञप्ति का दिनांक क्या है ......... तब हमारे सभी वकीलों ने एक स्वर में यह बताया की ..30 नवम्बर 2011 की विज्ञप्ति है ........ इस पर hon जज साहब ने कहा की जो नियम 30 नवम्बर 2011 को थे उसी पर नियुक्ति करनी होगी ..........
ReplyDelete3. इसी बीच दुबारा मुकुल रोहतगी साहब ने कहा की , ncte के नियम में चयन प्रक्रिया में टेट के वेटज दिए जाने की बात कही गयी है , लेकिन तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने उसे चयन का आधार बना दिया जो की गलत है .......... इस पर हमारे दिगज्ज सीनियर वकील rohinton फली नरीमन साहब ने कहा की शिक्षा समवर्ती सूचि का विषय है और केंद्र सरकार को केवल न्यूनतम अहर्ता तय करना होता है ,,,,,,,,,,, चयन का आधार राज्य सरकार तय करती है ,,,, और तत्कालीन राज्य सरकार ने अपने इसी अधिकार का प्रयोग करते हुए चयन का आधार टेट मेरिट के अंको को बनाया ... जिससे की कोर्ट संतुष्ट नजर आई ...
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDelete4, इसके बाद रोहतगी साहब ने 20 नवम्बर 2013 के इलाहाबाद हाई कोर्ट divison बेंच के आर्डर पर स्टे (रोक) लगाने की बात कही .......... जिसपर सीनियर वकील सतीश चन्द्र मिश्रा जी जबरदस्त विरोध कर दिया साथ ही साथ हमारे सभी वकीलों ने स्टे लगाने का विरोध किया ,,,, कोर्ट भी हमारे वकीलों के विरोध से सहमत दिखी ,,,, लेकिन वकीलों को रोकते हुए कोर्ट ने कहा की रोहतगी साहब को बोलने का मौका दिया जाय ,,,,,,, लेकिन स्टे देने से साफ़ मना कर दिया ................. और कोई नोटिस भी नहीं जारी की........
ReplyDelete5... हमारे वकीलों ने 31 मार्च 2014 की समय सीमा का संज्ञान , hon कोर्ट को कराया ,,, जिसको ध्यान में रखते हुए hon कोर्ट ने ........ इस केस के अंतिम निस्तारण की तिथि 3 मार्च 2014 , समय 2 बजे अंतिम रूप से निश्चित कर दी ( जब की सामान्य रूप से सुप्रीम कोर्ट अगर नोटिस जारी करती है तो लगभग 2 महीने के बाद की डेट मिलती )
6. बहस के दौरान 3 , 4 ऐसे प्रसंग आये जिसपर रोहतगी साहब की आवाज को हमारे वकील क्रमशः , rohinton नरीमन ,, सतीश मिश्रा , p s patwaliya साहब ने बहस से दबा दिया ,, जिस पर कोर्ट को यह कहना पड़ा की आप लोग स्टेट को अर्थात रोहतगी साहब को भी बोलने का मौका दे ......... अतः स्पस्ट है की रोहतगी साहब के आर्गुमेंट को हमारे वकीलों ने पूरी तरह से दबा दिया ,,, और सबसे अच्छी बात यह रही की रोहतगी साहब के आर्गुमेंट से hon कोर्ट सहमत नहीं दिखी , जो की बहस का सबसे बेहतरीन पहलू था ,,,,
ReplyDelete7. हमारी तरफ से किये गए सभी वकील , नरीमन साहब , सोली सोराब जी , p p राव , मीनाक्षी अरोरा , सतीश चन्द्र मिश्रा , s . c. महेश्वरी , विपुल महेश्वरी , c l पाण्डेय , ps patwaliya , अमरेन्द्र सरन आदि सभी वकील मौजूद थे ......
ReplyDelete8. कोर्ट में हमें यह महसूस हुआ की , जज साहब का सह्योगाताम्क रुख बिलकुल वैसे ही था जैसे की ..... इलाहाबाद हाई कोर्ट में hon हरकौली एवम hon अशोक भूषण साहब का था ...
ReplyDelete9. मित्रो 31 मार्च 2014 की अंतिम समय सीमा से चिंतित न हो ,, कल जब मैंने rohinton noriman से इस विषय पर बात की तो .... इनका कहना था की hon सुप्रीम कोर्ट या तो 31 मार्च 2014 के पहले सभी की नियुक्ति कराय या फिर इस समय सीमा को बढवाए ... कुल मिलकर यह सुप्रीम कोर्ट के ऊपर है और हमें रीलिफ जरूर मिलेगी ...
ReplyDelete10. चूँकि 3 मार्च 2014 की अंतिम एवम निर्णायक तिथि को अपने सभी वकीलों को नए सिरे से पुनः खड़ा करना होगा अतः जमीनी स्तर पर पैसे का कलेक्शन , अपने जिला प्रतिनिधि के माध्यम से या स्वयं प्रारंभ कर दे .....
ReplyDelete............. धैर्य बनाये रखे , जीत से हम बस चन्द कदम दूर है ,,, नयायालय प्रक्रिया में थोड़ा बहुत समय लगना स्वाभाविक है
......... जय टेट ......
मैँ हमेशा से कहा
ReplyDeleteकरता था कि शिक्षामित्रोँ
के समायोजनार्थ
पृथक से नियमावली
बनाने की आवश्यकता
नही होगी ;
परंतु
संगठन के नेताओँ
ने हमे नजरांदाज
किया और
आज जब आचार
संहिता फन काढ़े
हमारे सर पर खड़ी
है तो सरकार
रातो -रात इनकी
इतनी बड़ी हितैशी
और हितचिँतक बन
गई । बड़ी- बड़ी बैठकोँ के
बाद शिक्षामित्रोँ की
मांगो से जुड़े
मुद्दोँ पर मंथन
पूरा चुका है ।
सरकार - आनन
फानन मेँ
आधी - अधूरी
नियमावली बनाकर
टेट मुक्त
समायोजन
का शासनादेश
जारी करने
जा रही है ।
आगे क्या होगा
रब जाने ।
कभी-कभी मन को सुकून पहुँचता है तो कभी-कभी मन को पीड़ा भी होती है।
ReplyDeleteसुकून तब पहुँचता है जब किसी टेट मेरिट समर्थक को कसम खाते देखता हूँ कि वह टेट मेरिट का ह्रदय से समर्थक है।
तब मुझे सुकून मिलता है की मुझे कसम खाने की जरुरत नहीं है मै अपने कार्य का यश नहीं चाहता हूँ ।
मन को पीड़ा तब पहुँचती है जब कोई टेट मेरिट के लिए प्रस्तावित फैसलों में मुझे साझीदार नहीं बनाता है मेरे विचारों की अनदेखी की जाती है सोचता हूँ की वक़्त तो टेट मेरिट के ही लिये दिया हूँ फिर भी मै भरोसे के काबिल क्यों नहीं हूँ!
ReplyDeleteअंत में फिर मन को समझा लेता हूँ की मै उसके साथ हूँ जिसके साथ विधि और सत्य है। अतः किसी के रहमो करम की मुझे जरुरत नहीं है।
ReplyDeleteजब पहली बार २०११ में ५ जिलों का फॉर्म भर रहा था तो बहुत चिंतित था की क्या मेरा चयन ११५ अंकों पर हो सकता है हो सकता है की ना हो अगर पुरानी तरह का चयन होता तो २५६ मेरिट पर हो सकता था कि हो जाता।
ReplyDeleteफॉर्म डालने ही जा रहा था की सरिता शुक्ला के वकील अनिल सिंह विशेन ने कहा की फॉर्म मत भेजो कल स्टे दे रहा हूँ या तो आल यूपी फॉर्म पड़ेगा या फिर स्टेट मेरिट बनेगी।
मैंने कहा की सर आप चाहे जो करो लेकिन ये भर्ती भर्ता हो जायेगी।
ReplyDeleteकपिल का ड्रामा समाप्त होने के बाद जब नये विज्ञापन में फॉर्म डालने के लिये चालान की लाइन में खड़ा हुआ तो अपने मित्र कमलेश पाण्डेय से बोला की पंडित जी ये भर्ती भर्ता.....
उन्होंने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और बोले की आप कुछ ना बोलो आप आराम से बैठ जाओ मै आपकी भी जगह लिये रहूँगा काउंटर के पास आने के बाद आप आकर खड़े हो जाना।
पहले दिन चालान ना जमा हो सका और मै बोला पंडित जी इस आवेदन पर भी भर्ती नहीं होगी आप लिख लो स्टे हो जायेगा।
ReplyDeleteवो भावुक हो गये बोले आखिर क्या किया जाये ये सरकार तो लूटने पर लगी है। आखिर मरता क्या न करता।
मन बहुत दुखी था की टेट मेरिट के साथ नाइंसाफी हो रही है जो बेचारे कम शैक्षिक अंकों के कारण १९९९ से २००८ तक की भर्तियों से छंट गये हैं मायावती ने उनको अवसर दिया लेकिन अखिलेश छीन रहे हैं।
ReplyDeleteउन बेचारों के बच्चों ने ख्वाब पाल लिया की मेरे पापा अब टीचर बन जायेंगे लेकिन उनके अरमानों को तोडा जा रहा है।
आज भी जो मुझसे प्रारंभ से जुड़े हैं वो पूछते हैं की भर्ती होगी की नहीं होगी?
ReplyDeleteमेरा जवाब होता है की होगी आज नहीं तो कल होगी लेकिन जरूर होगी।
इस प्रकार मै दोनों आवेदन के समय दुखी था लेकिन बाद में खुश रहता हूँ जबकि लोग आवेदन करते समय खुश रहते हैं बाद में दुखी हैं की सरकार ने लूट लिया नौकरी भी नहीं दे रही है।
इस प्रकार चिंता मुक्त होकर अपनी बात लिखता रहता हूँ बल्कि यह भी नहीं सोचता हूँ की कौन पढ़ेगा कौन नहीं पढ़ेगा।
ReplyDeleteअंत में विजय सत्य की होगी सत्य क्या है यह तो अपनी अंतरात्मा से पूछा जा सकता है।
ReplyDeleteशुभम् मंगलम् अस्तु।
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हमने कब माँगा है तुमसे मुहब्बत
का हिसाब किताब ,
बस दर्द वाली किश्तें देते रहा करो,
मुहब्बत ख़ुद-ब-ख़ुद बढ़ती जायेगी ...
PRIME POST OF UPTET APPOINTMENT>>>>>>>>
ReplyDelete(HIGH COURT KE ORDER PAR LAGNE WALI HAI SUPRIME COURT KI MUHAR)
MERE TET SUPPORTER SATHIYO...
1) jaisa ki aaj ki suprime court me hui lagbhag 20 minut ki sunwai ko agar dekhe to aaj sb ku6 hamare favor me tha...chuki jo slp dalta hai use pahle bolane ka adhikar court deti hai..atah gov. Wakil ko hi aaj bolane ke liye judge sahab ne kaha..gov. Wakil ne sbse pahle high court ke order par stay magi.par judge sahab ne stay dene se mna kar diya.teen baar bole.
no
no
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2)gov. Wakil ne fir dhandhli ka rag alapna start kiya ,jis par judge sahab sahmat na huye aur kaha agar dhandhli thi to apke pas aur vikalp the jaise tet ko radd kar dena, fir se exam karwana, par bich me 30.11.2011 ke add ko breakdown karna galat tha..
ReplyDelete3) fir gov. Wakil ne 15va sansodhan ko defend karna chaha to judge sahab ne chayan ke aadhar par pahle bahas karne ke liye kaha..chuki gov. Wakil ke pas chayan ke aadhar par sirf dhandhli dhandhli chillane ke alawa koi vikalp na tha...atah unhone date maang li..hamare wakilo ne jab judge sahab ko 31 march ki deadline ka hawala diya to unhone kaha ham jante hai..aur kaha 3 march ko ham final dczen de dege..kul mila julakar 3 ko ek bar sirf last chance milega gov. Wakil ko bolane ke liye,uske bad hamare wakil bahas karege..
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ReplyDelete4)dosto 3 march ko holi ke pahle holi manane ke liye taiyar rahe kyuki ham aaj lagbhag case jeet chuke hai..ab gov. Na to 15va sansodhan bacha payegi na hi p.r.t me tet merit bnane se rok sakti hai..acd ka chapter lagbhag close ho chuka hai aur 3 march ko antim aur shirsh nyayalay dwara us par muhar v lag jayegi..jiske bad gov. Ko tet rupi kadwi ghunt prt me jaha pini hai wahi any acd bhartiyo jaise junior ya b.t.c bharti, urdu sb par bina tet watage jode bharti na kar payegi..iske liye sarkar ko basic niyamawali me 17va sansodhan kar tet ke watage ko v hamesha jodne ke liye badlav karna padega.
ReplyDelete5) dosto jis tarah se aaj judge sahab ne stay dene se mana kiya aur jo ku6 kaha usase to lagta hai ki judge sahab hamare matter ko pahle hi samjh chuke hai ,bas aupacharikta me gov. Wakil ko apne ko defend karne ka mauka de rahe hai..aisa lagta hai judge sahab ne h.c ke order par muhar lagane ki puri taiyari kar li hai..
ReplyDelete6) dosto ku6 logo ko dar hai ki 3 march ko order aane par bharti 31 march tak puri nahi hogi to kya hoga to dosto online counseling se sbhi apne home dist se kahi v counseling karwa sakte hai uske liye unhe any dist ke diet par jane ki jarurat nahi hai..aur agar 31 march tak bharti na v ho payi to koi dikkat nahi hai kyuki suprime court ko adhikar hai ki wo apne pas pending matter ke liye samay sima 1 ya 2 mah bdha sakti hai aur iske liye use na to n.c.te se anumati leni hai aur na hi h.r.d ministry se..suprime court ko date bdhane ka pura adhikar hai.
ReplyDelete7) dosto ku6 log chunav aachar sanhita se dar rahe hai to ham unhe bta de ki chunav aachar sanhita lagne par koi v sarkar naya vigyapan nahi nikal sakti..pahle se liye gye aawedan par bharti kar sakti hai..us par chunav aachar sanhita ka koi dar nahi hota hai.
ReplyDelete8) dosto chuki hamare high court ke order par stay nahi laga isliye 90 din bad yani 20 feb ke bad avmanna yachika ho skti hai, aur tet morcha sarkar par avmanna dakhil karne par vichar kar raha hai..kyuki jitna hame ye gov. Pareshan ki hai ab uska bdala ham use pareshan karke chukayege..h.c me avmanna par avi koi faishla nahi huwa hai par jald sbhi active member se meeting kar antim nirnay le liya jayega..
ReplyDeletethanks mr tet merit nahi to bharti bhi nahi
ReplyDelete9) dosto ku6 acdian afwah faila rahe hai ki tet ke wakil nahi the to ham bta de ki aazadi ke bad se pahli bar kisi case itne senior wakil khade the aur unke kul 24 junior wakil v maujud the ,kul milakar sirf tet ki taraf se 30 se 35 wakil kul court me the..ham aaj jeet ki ibaarat likh chuke hai 3 march ko bas us par suprime court ki muhar lagte hi is nikammi gov. Ka dambh hamesha ke liye chur chur ho jayega..
ReplyDeleteJai mata di.
Jai tet merit
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ReplyDelete.
मे
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री
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वा
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ली
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कोई मेरी आँखों से देखे तो समझे .....
की तुम मेरे क्या हो ..
सरकार की एसएलपी
ReplyDeleteपर स्टे देने से
सुप्रीमकोर्ट ने
इंकार किया
पूर्ववर्ती विज्ञापन
पर भर्ती का
रास्ता साफ । मामले
की गम्भीरता
को देखते हुए
व्यापक अध्यनोपरांन
3 मार्च को अपना
अंतिम फैसला सुनाएगी ।
कोर्ट डायरी:
ReplyDeleteमस्तिष्क में जब कोई विचारणीय मुद्दा आता है
तो एकाग्रता की आवश्यकता महसूस होती है।
सुप्रीम कोर्ट में शिक्षक भर्ती मामले को लेकर मन
बेचैन होना लाजिमी है क्योंकि दो वर्षों का तप/
संघर्ष अभी तक परिणाम देने में नाकाम है।
उच्च न्यायालय में अंत में न्यायिक
सफलता मिली जिसका श्रेय ईश्वर को दिया जाये
तो गलत नहीं होगा।
संगम के तट पर बेरोजगारों ने वक़्त दिया ।
सम्पूर्ण प्रदेश से बेरोजगारों ने आर्थिक, मानसिक
और शारीरिक सहयोग किया।
उन साधुजनों की भी संख्या है जो कि सदमा बर्दास्त
न कर सके और चल बसे।
ऐसे भी महाजन मौजूद हैं जो कि घर से बाहर
ही नहीं निकले।
मै हर बुरे और अच्छे लम्हों का साक्षी हूँ।
सुप्रीम कोर्ट में मै जिस पक्ष के साथ हूँ
उसकी जीत भी सुनिश्चित है।
सुप्रीम कोर्ट में हमें जीत तो सीनियर
अधिवक्ता मीनाक्षी जी ही दिला देतीं ।
सीनियर अधिवक्ता अमरेन्द्र शरण भी जीत
दिला सकते हैं।
माहेश्वरी जी भी इस कार्य को बड़ी कुशलता से कर
सकते हैं।
सबसे महत्त्वपूर्ण यह है कि जीत के लिए हमें
चिंता करने की जरुरत नहीं है।
आज मुझे खुशी महसूस हो रही है कि हमने सुप्रीम
कोर्ट में वकीलों की फ़ौज खड़ी कर दी है लेकिन इन
सबको जीत दिलाने के लिए नहीं बल्कि तत्काल
सरकार के चंगुल से पीड़ित बेरोजगारों को बचाने के
लिए खड़ा किया गया है।
फेमस इंडियन जूरिस्ट सीनियर
अधिवक्ता सोली सोराबजी , आर्टिकल १४ ,१६ के
सबसे स्पेशलिस्ट सीनियर अधिवक्ता पीपी राव ,
मैजिक मैन सीनियर अधिवक्ता रोहिंटन फली नरीमन
और सीनियर अधिवक्ता जस्टिस परविंदर सिंह
पटवालिया को एक साथ हाई कोर्ट के किसी आदेश
की सुरक्षा के लिए खड़ा करना किसी करिश्में से कम
नहीं है।
इसके अलावा भी दो सीनियर लॉयर मीनाक्षी जी और
अमरेन्द्र शरण जी का भी मौजूद रहना किसी मुकदमे
में सीनियर अधिवक्ताओं की मौजूदगी का रिकॉर्ड
बताता है।
विपुल माहेश्वरी, सीएल पाण्डेय और टीएन
त्रिपाठी का मौजूद होना हमारी मजबूत
क्षमता को प्रकट करता है।
रोहिंटन साहब को यह भलीभांति पता है कि कोई
भी मुअक्किल जो सामान्य आय का प्रतीक है वह
हमें एक के बाद दूसरी डेट पर खड़ा करने में सक्षम
नहीं होगा।
इसलिए उनका प्रयास कल सरकार
की याचिका ख़ारिज कराना और कपिल देव
की याचिका का प्रभाव अपने
मामले में समाप्त कराना होगा ।
अगर तनिक भी उनको इस मकसद में
नाकामयाबी दिखी तो वृहद्पीठ के आदेश के
परीक्षणोपरांत अर्जेंसी के आधार पर यूपी बेसिक रुल
१४(३) पर संशोधन १२ को आरोपित करवाकर
३१ मार्च २०१४ तक भर्ती के संपन्न होने का आदेश
अप्रूव कराकर ७२८२५ की भर्ती को लेकर कोर्ट से
भागने का प्रयास करेंगे।
अगर उस समय उनको साथियों का सहयोग मिल
गया तो उसी दिन इतिहास बन जायेगा।
अगर सोली सोराबजी , पीपी राव और परविंदर सिंह
जी साथ दिए तो फिर कोई मुकुल रोहतगी हमारी जीत
नहीं रोक पायेगा।
संशोधन १५ को लेकर फिर चिंता की जरुरत नहीं है
उसे अमरेन्द्र शरण ही रद्द करा देंगे या फिर
फाइनल बहस पर पीपी राव को खड़ा कर
दिया जायेगा लेकिन तब तक हमारी प्रक्रिया भी शुरू
हो चुकी होगी।
इस प्रकार मै उम्मीद करता हूँ कि सीनियर्स एकजुट
होकर करिश्मा करेंगे।
अब हमें ऊंट की सवारी करने पर भी कुत्ता काट ले
तो फिर नसीब का दोष ही कहा जायेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने मुकुल जी को संशोधन १५
बहाल कराने की जिम्मेदारी सौपी है जिसके लिए
उन्होंने मास्टर प्लान बनाया है लेकिन हमारी टीम
हो सकता है कि उनके राग लपेट में न फंसे।
धैर्य रखें किसी प्रकार की चिंता न करें हर मुश्किल
से लड़ने का प्लान तैयार है ।
ईश्वर का नाम लें।
धन्यवाद।
ab chalte hain bhai
ReplyDeletenahi to meri wali abbb hallllllllla kaategi
good night
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