News : Mukesh Ambani, Veerappa Moily and Milind Deora named in Reliance gas issue FIR
Kejriwal ka Kehna Hai ki - Mukesh Ambani 1 Dollor ke andar Gas Utpadan Kar Rahe Hain. Par Sarkar 4 Dollar mein Khareed ragee hai. 1 April se Sarkar usko 8 Dollar per unit khareedegee. Karan International Price ke anusaar bhav dene hain. Kejriwal ka kehna hai ki - Gas Kuan Desh ka Hai, International Price se kya matlab haiPetroleum Minister Veerappa Moily, RIL Chief Mukesh Ambani, former Union Minister Murli Deora and retired Director General of Hydrocarbons V K Sibal were on Wednesday named in an FIR by Anti-Corruption Branch of Delhi government in the Reliance gas issue.
The FIR by the ACB was registered a day after Chief Minister Arvind Kejriwal said the agency has been told to probe their alleged collusion over hike in prices of natural gas from KG basin.
Names of Moily, Ambani, Deora and Sibal figured in the FIR, sources said.
Kejriwal on Wednesday wrote a letter to Prime Minister Manmohan Singh, requesting him to keep in abeyance decision to hike gas price from April 1 till the probe in the case is completed.
The Delhi Chief Minister yesterday said ACB was directed to probe the case based on a “common complaint” filed by former Cabinet Secretary TSR Subrmanian, former Navy Chief Admiral R H Tahiliani, eminent lawyer Kamini Jaiswal and former Union Secretary EAS Sarma.
Quoting from the complaint, the Chief Minister had said the impact of the hike in gas price would cost the country a minimum of Rs 54,500 crore every year and allow RIL to make a future windfall profit of Rs 1.2 lakh crore.
On Tuesday, RIL had termed the ordering of FIR against it as shocking and described the complaints that were used to base the action as baseless and devoid of merit or substance. In his letter to Singh, Kejriwal said he has ordered the probe after receiving the complaint that few Union ministers have taken a decision to double the gas price from 4.2 dollar to 8 dollar per un it to benefit Reliance Industries Ltd whereas the cost of gas production is less than USD 1.
The Chief Minister said hike in gas price will bring major hardships for the common man as it will result in hike in CNG prices as well as power production cost.
“You are an expert of economics. You can understand that this decision to double gas prices will have a cascading effect on the economy. On the basis of a complaint filed by four eminent people, an FIR has been filed by Anti-Corruption Branch. Through this letter I request you to keep in abeyance the order on gas pricing till the time investigation is not completed in the case,” Kejriwal said.
The Chief Minister also requested Singh to direct all the ministries to cooperate with ACB in the case.
“It has been alleged that RIL has reduced gas production to put pressure on the government. This has resulted in shortage of gas and the country is forced to import gas from other countries. Imported gas is quite costly and has resulted in huge inflation. If these allegations are correct, then why is the government tolerating Ambani’s blackmail,” he said.
“Don’t you think that in these circumstances, those gas wells should be taken back and handed over to a company which works with honesty, earns legitimate profit and serves the country,” he said.
Kejriwal has sent a copy of the letter to Veerappa Moily also to initiate the “process for suspending” the order to hike price at the earliest.
“Very little time is left and model code of conduct is about to be implemented. Therefore, we collectively need to take action,” the Chief Minister said in the letter to Singh.
News Source / Sabhaar : indianexpress.com / Press Trust of India | New Delhi | February 12, 2014 8:24 pm
मैं एक दुकान में खरीददारी कर रहा था, तभी मैंने
ReplyDeleteउस
दुकान
के कैशियर को एक ५-६ साल के लड़के से बात
करते हुए
देखा | कैशियर बोला: "माफ़ करना बेटा, लेकिन इस
गुड़िया को खरीदने
के लिए तुम्हारे पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं|" फिर
उस
छोटे-से लड़के
ने मेरी ओर मुड़ कर मुझसे पूछा ''अंकल, क्या आपको भी यही
लगता है कि मेरे पास पूरे पैसे नहीं हैं?'' मैंने उसके
पैसे
गिने और
उससे कहा: "हाँ बेटे, यह सच है कि तुम्हारे पास
इस गुड़िया को
खरीदने के लिए पूरे पैसे नहीं हैं" | वह नन्हा-
सा लड़का अभी भी
अपने हाथों में गुड़िया थामे हुए खड़ा था | मुझसे
रहा नहीं गया | इसके बाद मैंने उसके पास जाकर उससे
पूछा कि यह
गुड़िया
वह किसे देना चाहता है?
इस पर उसने उत्तर
दिया कि यह वो गुड़िया है - जो उसकी बहन को बहुत प्यारी है | और वह
इसे,
उसके जन्मदिन के लिए उपहार में देना चाहता है | "यह
गुड़िया
पहले मुझे मेरी मम्मी को देना है, जो कि बाद में
जाकर
मेरी
बहन को दे देंगी" | यह कहते-कहते उसकीआँखें नम हो आईं
थीं | "मेरी बहन भगवान के घर गयी है...और मेरे
पापा कहते हैं
कि
मेरी मम्मी भी जल्दी-ही भगवान से मिलने जाने
वाली हैं| तो,
मैंने सोचा कि क्यों ना वो इस गुड़िया को अपने साथ ले
जाकर,
मेरी बहन को दे दें...|" मेरा दिल धक्क-सा रह
गया था | उसने ये सारी बातें एक साँस में ही कह डालीं और
फिर
मेरी ओर
देखकर बोला -"मैंने पापा से कह दिया है कि -
मम्मी से
कहना कि वो अभी ना जाएँ| वो मेरा, दुकान से लौटने तक
का इंतजार करें| फिर उसने मुझे एक बहुत प्यारा-
सा फोटो दिखाया,
जिसमें वह
खिलखिला कर हँस रहा था | इसके बाद उसने
मुझसे कहा
"मैं चाहता हूँ कि मेरी मम्मी, मेरा यह फोटो भी अपने
साथ ले जायें,
ताकि मेरी बहन मुझे भूल नहीं पाए| मैं
अपनी मम्मी से
बहुत प्यार करता हूँ और मुझे
नहीं लगता कि वो मुझे ऐसे छोड़ने के लिए राजी होंगी, पर पापा कहते हैं
कि उन्हें
मेरी छोटी बहन के साथ रहने के लिए
जाना ही पड़ेगा | इसके बाद फिर से उसने उस गुड़िया को ग़मगीन
आँखों-से,
खामोशी-से देखा| मेरे हाथ जल्दी से अपने बटुए
( पर्स )
तक पहुँचे, और मैंने उससे कहा"चलो एक बार
और गिनती करके देखते हैं कि तुम्हारे पास गुड़िया के लिए
पर्याप्त
पैसे हैं
या नहीं?'' उसने कहा: "ठीक है| पर मुझे लगता है
मेरे
पास पूरे पैसे हैं" | इसके बाद मैंने उससे नजरें बचाकर कुछ पैसे
उसमें जोड़
दिए,
और फिर हमने उन्हें गिनना शुरू किया | ये पैसे
उसकी गुड़िया के
लिए काफी थे यही नहीं, कुछ पैसे अतिरिक्त बच भी गए
थे |
नन्हे-से लड़के ने कहा: "भगवान् का लाख-लाख
शुक्र है -
मुझे इतने सारे पैसे देने के लिए!” फिर उने
मेरी ओर देख कर कहा कि "मैंने कल रात सोने से पहले भगवान्
से
प्रार्थना
की थी कि मुझे इस गुड़िया को खरीदने के लिए
पैसे दे
देना, ताकि मम्मी इसे मेरी बहन को दे सकें | और
भगवान् ने
मेरी
बात सुन ली| इसके अलावा मुझे मम्मी के लिए
एक सफ़ेद
गुलाब खरीदने के लिए भी पैसे चाहिए थे, पर मैं भगवान्
से इतने
ज्यादा पैसे मांगने की हिम्मत नहीं कर पाया था |
पर भगवान् ने तो मुझे इतने पैसे दे दिए हैं कि अब
मैं
गुड़िया के साथ-साथ एक सफ़ेद गुलाब भी खरीद सकता हूँ ! मेरी मम्मी को सफेद
गुलाब
बहुत पसंद हैं|" फिर हम वहा से निकलगए | मैं
अपने
दिमाग से
उस छोटे-से लड़के को निकाल नहीं पा रहा था | फिर,
मुझे दो दिन
पहले स्थानीय समाचार पत्र में छपी एक
घटना याद आ
गयी ,
जिसमें एक शराबी ट्रक ड्राईवर के बारे में लिखा था | जिसने,
नशे की हालत में मोबाईल फोन पर बात करते हुए
एक
कार-चालक
महिला की कार को टक्कर मार दी थी,
जिसमें उसकी ३ साल की बेटी की घटनास्थल पर
ही मृत्यु हो
गयी थी और वह महिला कोमा में चली गयी थी|
अब एक महत्वपूर्ण निर्णय उस परिवार को ये
लेना था कि,
उस महिला को जीवन-रक्षक मशीन पर बनाए रखना है
अथवा नहीं? क्योंकि वह कोमा से बाहर आकर, स्वस्थ
हो सकने
की अवस्था में नहीं थी | क्या वह परिवार इसी छोटे-लड़के काही था?
मेरा मन
रोम-रोम काँप उठा |
मेरी उस नन्हे लड़के के साथ हुई मुलाक़ात के 2
दिनों बाद मैंने
अखबार में पढ़ा कि उस महिला को बचाया नहीं जा सका | मैं अपने आप को रोक नहीं सका, और अखबारमें
दिए पते
पर जा पहुँचा,
जहाँ उस महिला को अंतिम दर्शन के लिए
रखा गया था | वह महिला श्वेत-धवल कपड़ों में थी- अपने
हाथ में एक
सफ़ेद
गुलाब और उस छोटे-से लड़के का वह फोटो लिए
हुए|
और उसके सीने पर रखी हुई थी - वही गुड़िया |
और अधिक खबरों के लिए आपको दो खबर पीछे जाना पड़ेगा ।
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट के आर्डर वाली खबर में ।
umashankar ji maine purane adv. ka paisa wapas nahi lia hai aur 6 jilo me mul dd bheja tha lekin mere pas form tatha dd ka photo copy nahi hai aur post office dwara prapt dist ki rasid v nahi hai.kirpya karke bataye ki isse koi problem to nahi hogi.kripya uttar awasya de.JAI SHREE RAM JAI HIND
ReplyDeleteउमा शंकर जी, टैट मैरिट की जीत हो चुकी है, इस बात में अब कोई शक नहीं रहा। जैसा कि मैंने इससे पहले के अपने कमेंट में लिखा था कि टैट मैरिट की हाई कोर्ट में विजय हुई है तो सुप्रीम कोर्ट में भी वही जीतेगी। और यही हुआ भी। मैं कभी भी भर्ती के विरोध में नहीं रहा, बस डर इसी बात का था कि टैट मैरिट और ऐकेडमिक की लड़ाई में ये सरकार कभी भर्ती नहीं करेगी। किंतु अब तो इस हरामखोर सरकार को भर्ती करनी ही होगी। उमा शंकर जी मैं एक बात जानना चाहता हूँ कि जब मायावती के समय विज्ञप्ति आई थी तो हम सभी लोगों ने फ़ॉर्म डाक द्वारा भेजे थे। डाक द्वारा कई नहीं बल्कि हजारों टैट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के फ़ॉर्म या तो उनके घर वापस आ गये या फिर डायट तक पहुँचे ही नहीं। डाकिये का यह कहना था कि फ़ॉर्म आखिरी तारीख के बाद पहुँचे इसीलिए सम्बंधित डायट ने लेने से इंकार कर दिया। जबकि सच्चाई यह थी कि टैट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों द्वारा काफी बड़ी संख्या में फ़ॉर्म भरे गए और डाक कर्मचारियों ने अपनी लापरवाही से इन फ़ॉर्मों को सम्बंधित डायट तक समय से नहीं पहुँचाया। मेरे भी कई फ़ॉर्म वापस आ गए थे। अखिलेश यादव ने ऑनलाइन फ़ॉर्म भरवाए थे। तो क्या ये माना जाए कि भर्ती तो टैट मैरिट से ही होगी, किंतु फ़ॉर्म वे मान्य होंगे जो कि ऑनलाइन भरे गए थे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन लोगों का क्या होगा, जिनके कई-कई फ़ॉर्म सम्बंधित डायट से वापस आ गए थे। उमा शंकर जी मेरी इस शंका का समाधान जरूर कीजिए।
ReplyDelete