पुलिस दबाव में, भर्ती होगी
(Rajasthan :Temprary Homeguard pay is less and they are under pressure of staff shortage due to this, And new recruitment may be announced soon in police force)
होम गार्ड एवं नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने माना है कि अस्थायी होमगार्ड का मानदेय कम है। वर्तमान में सबसे ज्यादा दबाव यदि किसी विभाग के कर्मचारियों पर हैं, तो वह पुलिस है। इसके लिए पहले भी पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई, और भी की जाएगी।
गुढ़ा, सोमवार शाम सर्किट हाउस में भास्कर से बातचीत कर रहे थे।वे यहां एक विवाह समारोह में शिरकत करने आए थे। उन्होंने कहा कि नरेगा में न्यूनतम मजदूरी भी बढ़ गई है।वे बुधवार को नए विभागों का कार्यभार संभालने के बाद अस्थायी होमगार्ड का मानदेय बढ़ाने, साल में ज्यादा दिन काम देने, पुलिस भर्ती में अधिकतम आयु सीमा में छूट व प्राथमिकता देने के लिए मुख्यमंत्री से बात करेंगे। उन्होंने माना कि कानून व्यवस्था का मामला हो या नागरिक सुरक्षा का अथवा वीआईपी दौरों में ड्यूटी का। स्टाफ कम होने के कारण लगातार ड्यूटी करने से पुलिस पर काम का अत्यधिक दबाव है। छुट्टियां सहित अन्य समस्याओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ बैठकर पुलिसकर्मियों की समस्याएं सुन समाधान का प्रयास किया जाएगा।
होमगार्ड जवानों ने बताई अपनी समस्या
राजस्थान होमगार्ड कर्मचारी संगठन ने जिलाध्यक्ष श्यामलाल जागेटिया के नेतृत्व में गृह राज्य मंत्री गुढ़ा का पहले स्वागत किया। फिर उन्हें सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। इसमें होमगार्ड को नियमित ड्यूटी, मानदेय 200 से बढ़ा 350 रुपए प्रतिदिन, अन्य राज्यों की भांति पुलिस व अर्धसैनिक बल की भर्ती में आरक्षण, पुलिस कांस्टेबल की तरह सुविधाएं, पीएफ व ईएसआई सुविधा, स्थायी करने, रैंकधारी अवैतनिक के मानदेय वेतन पद के अनुरूप लागू करने की मांग शामिल हैं। महेंद्र सिंह, छोटू लाल, नंद सिंह, सुरेशचंद्र, रईस मोहम्मद भी उपस्थित थे।
News : Bhaskar (22.11.11)