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उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्रशिक्षु-शिक्षकों का चयन: विज्ञप्ति
(Uttar Pradesh Basic Education Department : Recruitment advertisement for Trainee Primary Teachers who cleared UPTET 2011 exam)
*************** विज्ञप्ति ***************
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उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्रशिक्षु-शिक्षकों का चयन
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उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित प्राथमिक विद्यालयों में प्रशिक्षु शिक्षकों के चयन हेतु निम्नांकित अर्हताओं, योग्यताओं एवं विवरण के अनुसार निर्धारित प्रारूप पर आवेदन पत्र आमंत्रित किये जाते हैं । एक अभ्यर्थी प्रदेश के किन्हीं 5 जनपदों में आवेदन कर सकता है। अभ्यर्थियों द्वारा शैक्षिक/प्रशिक्षण योग्यताओं के साथ विज्ञापन में अंकित शर्तों का पूर्ण किया जाना आवश्यक है, जिनका विवरण निम्नवत् है:-
पूरा विवरण यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं ।
(1) शैक्षिक और प्रशिक्षण अहर्ता :-
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार शैक्षिक / प्रशिक्षण अर्हता निम्नवत् है:-
न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ भारत में विधि द्वारा स्थापित महाविद्यालय/विश्वविद्यालय, जो विश्व विद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त हो, से स्नातक की उपाधि तथा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से बी.एड. अर्हता अथवा इस संबंध में समय-समय पर जारी किये गये राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (मान्यता, मानदण्ड और क्रियाविधि) विनियमों के अनुसार न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों के साथ उपरोक्तानुसार स्नातक एवं बी.एड. उत्तीर्ण।
अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/विकलांगों/स्वतंत्रता संग्राम सेनानीयों के आश्रितों/भूतपूर्व सैनिकों (स्वयं) आदि के अभ्यर्थियों को अर्हक अंको में 05 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
उ.प्र.सरकार द्वारा कक्षा- 1 से 5 के शिक्षको हेतु आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी.) उत्तीर्ण।
(2) आयु:-
पहली जुलाई 2011 को 18 वर्ष की होनी चाहिए और 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए । परन्तु अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन-जाति एवं अन्य पिछडा वर्ग के अभ्यर्थियों की स्थिति में, उच्चतर आयु सीमा पांच वर्ष शिथिलनीय होगी तथा भूतपूर्व सैनिकों के संदर्भ में तीन वर्ष अधिकतम
शिथिलनीय होगी। विकलांगो हेतु अधिकतम आयु सीमा में 15 वर्ष की छूट होगी, परन्तु किसी भी दशा में निर्धारित तिथि को 50 वर्ष से अधिक का अभ्यर्थी नियुक्ति हेतु पात्र नहीं होगा ।
(3) राष्ट्रीयता एवं निवास :-
(क) अभ्यर्थी भारत का नागरिक हो
(ख) उत्तर प्रदेश का निवासी हो, जो विगत पॉच वर्ष से प्रदेश में निरन्तर निवास कर रहा हो।
(4) आरक्षण
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों, भूतपूर्व सैनिक, विकलांग अभ्यर्थियों के लिए आरक्षण भर्ती के समय उत्तर प्रदेश में प्रवृत्त अधिनियम और राज्य सरकार के आदेश के अनुसार देय होगा।
(5) वैवाहिक प्रास्थिति:-
सेवा में नियुक्ति के लिए ऐसा पुरूष अभ्यर्थी पात्र न होगा, जिसकी एक से अधिक पत्निया जीवित हों या ऐसी महिला अभ्यर्थी पात्र न होगी, जिसने ऐसे पुरूष से विवाह किया है, जिसकी पहले से एक पत्नी जीवित हो ।
(6) चरित्र :-
सेवा में किसी पद पर सीधी भर्ती के लिए अभ्यर्थी का चरित्र ऐसा होना चाहिए, जिससे कि वह सेवा में सेवायोजन के लिए सभी प्रकार से उपयुक्त हो सके । नियुक्ति प्राधिकारी इस सम्बन्ध में अपना समाधान कर लेगा ।
टिप्पणी - संघ सरकार या किसी राज्य सरकार द्वारा किसी स्थानीय प्राधिकारी द्वारा या संघ सरकार या किसी राज्य सरकार के स्वामित्वाधीन या नियंत्रणाधीन किसी निगम या निकाय द्वारा पदच्युत व्यक्ति सेवायोजन के लिए पात्र नहीं होंगे । नैतिक अधमता के किसी अपराध के लिए दोष सिद्ध व्यक्ति भी पात्र नहीं होंगे ।
(7)-आवेदन की प्रक्रिया :-
(क) उ0प्र0 में गत पॉच वर्षो से निरन्तर निवास करने वाले अर्ह एवं इच्छुक अभ्यर्थी अपने 5 ऐच्छिक जनपदों में आवेदन कर सकते हैं । प्रदेश का निवासी होने का सम्बन्धित जनपद के जिलाधिकारी अथवा सक्षम प्राधिकारी द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र काउन्सिलिंग के समय प्रस्तुत किया जायेगा ।
(ख) उपर्युक्त प्रस्तर के अनुसार अर्ह अभ्यर्थियों द्वारा निर्धारित प्रारूप पर आवेदन पत्र में सभी आवश्यक सूचनाएं अंकित करनी होंगी । आवेदन पत्र का प्रारूप सचिव, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की वैबसाइट
http://www.upbasiceducationboard.in/ तथा सर्व शिक्षा अभियान की वैब साइट
http://www.upefa.com/ पर उपयोगार्थ उपलब्ध होगा, जिसे A-4 साइज के पेपर पर डाउनलोड किया जा सकेगा । अभ्यर्थी निर्धारित शुल्क के साथ निर्धारित प्रारूप पर आवेदन पत्र आवेदित जनपद के प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को पंजीकृत डाक/स्पीड पोस्ट से इस प्रकार प्रेषित करेंगे कि आवेदनपत्र संबंधित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में निर्धारित तिथि 19.12.11 तक प्रत्येक दशा में प्राप्त हो जाय। निर्धारित अन्तिम तिथि 19.12.11 के पश्चात प्राप्त आवेदन पत्रों पर किसी भी दशा में विचार नहीं किया जायेगा ।
अभ्यर्थी द्वारा अपने आवेदनपत्र में जो सूचनाएं अंकित की जायेंगी, उससे भिन्न सूचनाएं तथा आवेदन पत्र के साथ संलग्न प्रमाण पत्रों की प्रतियों से इतर प्रमाण पत्र को किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जायेगा । आवेदनपत्र में उल्लिखित सूचनाओं से सम्बन्धित अभिलेखों की स्वप्रमाणित छाया प्रति संलग्न करना अनिवार्य होगा। आवेदन पत्र प्रेषण की अन्तिम तिथि 19.12.11 के बाद निर्गत कोई अंक पत्र, प्रमाण पत्र एवं आरक्षण और विशेष आरक्षण विषयक प्रमाण पत्र मान्य नहीं।
आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को यह स्वयं सुनिश्चित करना होगा कि प्रदेश के अधिकतम 05 ऐच्छिक जनपदों में चयन हेतु अपना आवेदन पत्र प्रेषित करें । अभ्यर्थी 10/-रू0 के नान-जूडिशियल स्टैम्प पेपर पर इस आशय का शपथ पत्र अपने रंगीन फोटो सहित, जो नोटरी द्वारा प्रमाणित हो, सम्बन्धित जनपद की चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगा, जिसमें उसके द्वारा उल्लेख किया जायेगा कि आवेदन पत्र और जांच पत्र में भरा गया विवरण पूर्णतया सत्य है ।
चयन/प्रशिक्षण/प्रशिक्षणोपरान्त किसी भी स्तर पर कोई सूचना गलत अथवा फर्जी पाये जाने की दशा मे उसका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा । इसके अतिरिक्त जांच के समय अभ्यर्थी को अपनी पहचान के प्रमाण पत्र के रूप में मतदाता फोटो पहचान पत्र, पैनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बैंक पास बुक (फोटो युक्त) राशन कार्ड में से कोई एक अभिलेख प्रस्तुत करना होगा ।
नवसृजित जनपद कांशीरामनगर, प्रबुद्ध नगर, पंचशील नगर, भीमनगर एवं छत्रपति शाहूजी महाराजनगर में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान स्थापित न होने कारण इन जनपदों में आवेदन करने वाले इच्छुक अभ्यर्थी क्रमशः जनपद एटा, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद मुरादाबाद एवं सुल्तानपुर के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को आवेदन पत्र भेज सकेंगे
(ग) आवेदन शुल्क:-
आवेदन शुल्क रू0. 500 प्रति जनपद तथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए रू0. 200 प्रति जनपद होगा। निर्धारित शुल्क सम्बन्धित आवेदित जनपद के प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के पक्ष में राष्ट्रीयकृत बैंक से निर्गत रेखांकित बैंकड्राफ्ट के रूप में देय होगा तथा उसी जनपद में भुगतान हो सकेगा। उक्त बैंक ड्राफ्ट मूल रूप में आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना अनिवार्य होगा। विकलांग अभ्यर्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा तथा उन्हें नियमानुसार सक्षम प्राधिकारी द्वारा प्रदत्त विकलागंता प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से आवेदन पत्र के साथ सलंग्न करना होगा ।
8-चयन प्रक्रिया:-
(क) समस्त चयन प्रक्रिया सम्बन्धित जनपद के प्राचार्य, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान द्वारा जिलाधिकारी के पर्यवेक्षण/ निर्देशन में सम्पादित की जायेगी तथा चयन मेरिट के आधार पर निम्नवत् किया जायेगा:-
उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (टी0ई0टी0) (कक्षा 1 से 5 के लिए) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नाम अध्यापक पात्रता परीक्षा में प्राप्त अंकों के अवरोही क्रम में रखे जायेंगे परन्तु यदि दो अभ्यर्थियों ने समान अंक प्राप्त किए हों तो आयु में ज्येष्ठ अभ्यर्थी को उच्चतर स्थान दिया जायेगा ।
(ख) जनपद कांशीरामनगर, प्रबुद्ध नगर, पंचशील नगर भीमनगर एवं छत्रपति शाहूजी महाराजनगर में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना न होने के कारण, इन जनपदों हेतु चयन की कार्यवाही मूल जनपद क्रमशः जनपद एटा, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद एवं सुल्तानपुर में स्थित जिला
शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा की जायेगी ।
(ग) जनपद में उपलब्ध कुल रिक्तियों के सापेक्ष 50 प्रतिशत महिला एवं 50 प्रतिशत पुरूषों का चयन मेरिट के आधार पर किया जायेगा । उसमें भी 50 प्रतिशत कला वर्ग के तथा 50 प्रतिशत विज्ञान वर्ग के अभ्यर्थियों का चयन निर्धारित प्रावधानों के अधीन किया जायेगा । यदि किसी जनपद में रिक्ति की संख्या ऐसी है कि उसका महिला/ पुरूष, विज्ञान/कला में विभाजन सम्भव न हो, तो महिला/ पुरूष तथा विज्ञान/कला का भेद न करते हुए, आरक्षण का ध्यान रखते हुये सर्वोच्च अंकों/मेरिट के अनुसार चयनित किया जायेगा ।
(घ) उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत ऐसे शिक्षा मित्र जो चयन हेतु शैक्षिक एवं अन्य समस्त निर्धारित अर्हताएं पूर्ण करते हो, उनके लिए 10 प्रतिशत रिक्ति सुरक्षित रखी जाएगी। इसमें वे शिक्षा मित्र ही आवेदन करने के पात्र होंगे जिन्होंने शिक्षा मित्र के रूप में कम से कम तीन शैक्षिक सत्र में निरन्तर कार्य किया हो तथा अद्यतन कार्यरत हो। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्गत एदत्सम्बन्धी अनुभव प्रमाण पत्र उन्हें मूल रूप में आवेदन पत्र के साथ संलग्न कर प्रेषित करना अनिवार्य होगा। उनके लिए जनपद स्तर पर श्रेष्ठता सूची अलग से बनायी जायेगी। शिक्षा मित्रों के उपलब्ध न होने पर अन्य अभ्यर्थियों से पद भरे जायेंगें । इन 10 प्रतिशत सुरक्षित पदों में 50 प्रतिशत पुरूष एवं 50 प्रतिशत महिलाओं का चयन किया जायेगा, लेकिन कला एवं विज्ञान का प्रतिबन्ध नहीं रहेगा । वांछित संख्या में अभ्यर्थी न मिलने की दशा में अन्य अभ्यर्थियों का चयन प्रस्तर 8(ग) में वर्णित
प्रक्रिया के अनुसार किया जायेगा ।
(ड.) अभ्यर्थियों से प्राप्त आवेदन पत्र में, जो सूचनाएं अंकित होंगी, उन्हीं के आधार पर श्रेष्ठता सूची तैयार की जायेगी । आवेदन पत्र के साथ उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (कक्षा 1 से 5 के लिए) उत्तीर्ण का अंकपत्र, हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट, स्नातक परीक्षा एवं बी0एड0 परीक्षा के अंक पत्र तथा सक्षम प्राधिकारी द्वारा निर्गत जाति प्रमाण पत्र, विशेष आरक्षण प्रमाण पत्र की स्व-प्रमाणित छाया प्रतियां संलग्न की जायेंगी ।
(च) विज्ञापन में आवेदन करने की अन्तिम तिथि तक संबंधित अभ्यर्थी द्वारा समस्त निर्धारित अर्हताएं पूरी होनी चाहिए ।
(छ) चयनित अभ्यर्थियों के मूल अभिलेखों का सत्यापन प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सम्बन्धित जनपद द्वारा अभिलेखों का निर्गमन करने वाली संस्थाओं से कराया जायेगा। सत्यापन में भिन्नता पाये जाने की दशा में चयन/जॉच/नियुक्ति/प्रशिक्षण किसी भी स्तर पर अभ्यर्थी का अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जायेगा तथा सम्बन्धित अभ्यर्थी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुये विधिक कार्यवाही की जायेगी । चयनित अभ्यर्थियों को निर्धारित वेतन रू. 7300/- प्रति माह देय होगा तथा इन्हें तैनाती नियमावली 2008 यथा संशोघित 2010 के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में तैनात किया जायेगा।
9- छः माह का विशेष प्रशिक्षण:-
जनपदवार विद्यालयों में तैनाती के उपरान्त निर्धारित संख्या में चरणबद्ध रूप से श्रेष्ठता के आधार पर (आरक्षण को दृष्टिगत रखते हुए) बैचवार अभ्यर्थियों को छः माह के प्रशिक्षण पर सम्बन्धित जनपद के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में भेजा जायेगा, जिसमें से तीन माह का क्रियात्मक प्रशिक्षण अभ्यर्थी द्वारा अपने तैनाती वाले विद्यालय में ही प्राप्त करना होगा ।
10- मौलिक नियुक्ति :-
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा अनुमोदित प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण करने के उपरान्त अभ्यर्थियों की मौलिक नियुक्ति की कार्यवाही उ0प्र0 अध्यापक सेवा नियमावली, 1981 एवं बारहवें संशोधन 2011 के प्राविधानों के अन्तर्गत की जायेगी । राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मानकों/शर्तो को पूर्ण करने वाले अभ्यर्थियों के चयन पर ही विचार किया जायेगा । असत्य, त्रुटिपूर्ण अथवा भ्रामक सूचना/अभिलेख प्रस्तुत करने वाले अभ्यर्थियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी ।
नोटः- उपरोक्त विज्ञापन के क्रम में जिन अभ्यर्थिर्ययों की जिस जनपद हेतु चयनोपरांत नियुक्ति की जाएगी उनका अन्तर्जर्ननपदीय स्थानान्तरण जनदीय संवर्ग होने के कारण अनुमन्य नहीं होगा।
समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
उत्तर प्रदेश
आवेदन पत्र का प्रारूप और जनपदवार रिक्तियों का विवरण निम्नवत है :-
मेरठ 12
महराजगंज 2500
बागपत 100
बस्ती 400
बुलन्दशहर 195
संत कबीर नगर 800
गौतमबुद्धनगर 12
सिद्धार्थ नगर 2000
गाजियाबाद 12
झॉसी 50
पंचशीलनगर 12
ललितपुर 800
आगरा 100
जालौन 400
फिरोजाबाद 48
चित्रकूट धाम 250
मैनपुरी 100
बॉदा 800
अलीगढ़ 100
महोबा 800
एटा 700
हमीरपुर 300
काशीरामनगर 700
फैजाबाद 300
हाथरस 300
बाराबंकी 400
मथुरा 12
सुल्तानपुर 1400
बरेली 1400
छत्रपति साहू जी महराज 12
बदायूं 1600
अम्बेडकरनगर 500
पीलीभीत 1200
गोण्डा 4000
शाहजहॉपुर 2800
बलरामपुर 1700
इलाहाबाद 1500
बहराइच 3600
फतेहपुर 12
श्रावस्ती 900
प्रतापगढ़ 500
मुरादाबाद 900
कौशाम्बी 1000
भीमनगर 800
वाराणसी 100
रामपुर 800
चन्दौली 1200
बिजनौर 200
गाजीपुर 2400
ज्योतिबाफुलेनगर 200
जौनपुर 1500
कानपुरनगर 12
मीरजापुर 1650
कानपुरदेहात 50
सोनभद्र 1250
इटावा 500
संतरविदासनगर 800
औरैया 12
लखनऊ 12
फर्रुखाबाद 400
हरदोई 3000
कन्नौज 400
सीतापुर 6000
आजमगढ़ 2500
रायबरेली 800
बलिया 12
उन्नाव 700
मऊ 200
लखीमपुर 6000
सहारनपुर 800
गोरखपुर 500
मुजफरनगर 200
देवरिया 800
प्रबुद्धनगर 200
कुशीनगर 3600
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योग 72825
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InterDistrict transfer is not possible as there candidature is of District level
सीतापुर 6000
ReplyDeleteलखीमपुर 6000
गोण्डा 4000
बहराइच 3600
कुशीनगर 3600
हरदोई 3000
शाहजहॉपुर 2800
महराजगंज 2500
आजमगढ़ 2500
गाजीपुर 2400
सिद्धार्थ नगर 2000
बलरामपुर 1700
मीरजापुर 1650
बदायूं 1600
इलाहाबाद 1500
जौनपुर 1500
सुल्तानपुर 1400
बरेली 1400
सोनभद्र 1250
पीलीभीत 1200
चन्दौली 1200
कौशाम्बी 1000
श्रावस्ती 900
मुरादाबाद 900
संत कबीर नगर 800
ललितपुर 800
बॉदा 800
महोबा 800
भीमनगर 800
रामपुर 800
संतरविदासनगर 800
रायबरेली 800
सहारनपुर 800
देवरिया 800
एटा 700
काशीरामनगर 700
उन्नाव 700
अम्बेडकरनगर 500
प्रतापगढ़ 500
इटावा 500
गोरखपुर 500
बस्ती 400
जालौन 400
बाराबंकी 400
फर्रुखाबाद 400
कन्नौज 400
हमीरपुर 300
फैजाबाद 300
हाथरस 300
चित्रकूट धाम 250
बिजनौर 200
ज्योतिबाफुलेनगर 200
मऊ 200
मुजफरनगर 200
प्रबुद्धनगर 200
बुलन्दशहर 195
बागपत 100
आगरा 100
मैनपुरी 100
अलीगढ़ 100
वाराणसी 100
झॉसी 50
कानपुरदेहात 50
फिरोजाबाद 48
गौतमबुद्धनगर 12
गाजियाबाद 12
पंचशीलनगर 12
मथुरा 12
छत्रपति साहू जी महराज 12
फतेहपुर 12
कानपुरनगर 12
औरैया 12
लखनऊ 12
बलिया 12
मेरठ 12
योग 72825
kya ye sahi hai ki tet 2011 paper 1st me 90-140 tak kawal 60,808 candidates ne hi qualify kiya hai jesa ki hindustan paper me meerut ke reporter ne diya hai, agar aisa hai to sabhi qualify karne walo ka selection samjho pakka hai.
ReplyDeleteप्राथमिक स्तर में कुल 5 लाख 94 हजार 53 अभ्यर्थी परीक्षा में शरीक हुए थे, जिसमें से 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थी टीईटी परीक्षा में सफल घोषित किए गए हैं।
ReplyDeleteCut off for General can vary from - 75 to 90 In various districts of UP)
ReplyDeleteFor OBC - 72 to 88
For SC - 66 to 82
For ST - 60 to 80, ST candidates have a full chance to get selected in PRT, if they cleared TET
Application form me tet ke marksheet ki copy mangi gai hai...jabki tet markshee t 7december ke bad milega...aur kewal mandal diet se hi milega..,yani 45000 certificate ke liye lambi line lagegi...aur certificate 10 dec.ke bad hi mil payega....
ReplyDeleteLast date 19 dec.hai.... kya hamare form sahi samay par pahuch payenge?
टीईटी में बेहतर अंक प्राप्त करने वालों को लगा झटका
ReplyDeleteमैनपुरी, हिन्दुस्तान संवाद। टीईटी में बेहतर अंक प्राप्त कर शिक्षक की नौकरी पाने वालों के लिए यह खबर है। शासन तकनीकी समस्याओं के कारण अपने पूर्व के निर्णय में संशोधन करने की तैयारी कर रहा है। विशिष्ट बीटीसी में चयन का आधार केवल टीईटी करने के निर्णय पर पुनर्विचार किया जा रहा है। संभावना है कि चयन में हाईस्कूल से लेकर बीएड तक के अंकों का प्रतिशत जोड़ा जाए। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
शिक्षासूत्रों की मानें तो पता चला है कि शासन शीघ्र ही विशिष्ट बीटीसी चयन के लिए अधिसूचना जारी करने जा रहा है। शासन ने पूर्व में चयन प्रक्रिया का अधार केवल टीईटी के अंकों को माना था, लेकिन कुछ लोगों द्वारा कोर्ट में इस निर्णय को चुनौती देने से शासन को अपने अधिकारों का होश आया और शासन अब नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव की घोषणा कर सकता है।
शासन ने चयन प्रक्रिया के लिए जो निर्णय लिया है उसमें टीईटी परीक्षा के अंकों का 20 प्रतिशत, हाईस्कूल, इण्टर तथा स्नातक का कुल प्रतिशत तथा बीएड में लिखित परीक्षा व प्रैक्टिकल में प्राप्त कुल अंकों का संयुक्त प्रतिशत जोड़ने की तैयारी की है। ऐसा माना जा रहा है कि विशिष्ट बीटीसी चयन की अधिसूचना के साथ ही यह अधिसूचना भी जारी कर दी जाएगी।
यदि हाईस्कूल से लेकर बीएड तक के अंकों का जोड़ किया जाएगा तो टीईटी में बेहतर अंक हासिल करने वाले वे अभ्यर्थी जिनके अन्य परीक्षाओं में बेहतर अंक नहीं हैं। शिक्षक बनने की प्रक्रिया से दूर हो सकते हैं।
विशिष्ट बीटीसी में जनपद को केवल 100 सीटें ही मिलने की संभावनाः प्रदेश में विशिष्ट बीटीसी के तहत होने जा रही शिक्षकों की नियुक्ति में जनपद को केवल 100 सीटें ही दिये जाने की तैयारी की गयी है। डायट प्राचार्य टीकम सिंह ने बताया कि पूर्व में लखनऊ में आयोजित की गयी बैठक में उन्हें बताया गया था कि उनके जनपद के लिए केवल 100 सीटों पर ही नियुक्ति का प्रावधान है।
डायट प्राचार्य ने बताया कि दो दिन के अन्दर शासनादेश लागू किये जाने की बात कही गयी थी, लेकिन अभी तक शासनादेश लागू नहीं हुआ है। जनपद की डायट पर 200 सीटों की व्यवस्था है जबकि कम से कम 1000 सीटें तो होनी ही चाहिए थीं। यहां प्रदेश की मुख्यमंत्री ने मात्र 100 सीटें देने का निर्णय लिया है। जबकि मैनपुरी से छोटे जनपदों में छह हजार से भी अधिक सीटें प्रदान करने का निर्णय लिया है।
http://www.livehindustan.com/news/location/rajwarkhabre/article1-story-248-0-203630.html&locatiopnvalue=9
job milne ke baad transfer hoga ya aajivan nahi hoga?
ReplyDeleteuptet ki web site per to ab tet ka result coming soon show kar raha hai.....final result kab aayega.
ReplyDeleteSir sabhi jilo ke diet ke postal address pin code sahit prakashit kare
ReplyDeletetet ke kai hajar form kewal address complete nahi hone ki wajah se pahuche hi nahi the...
sir, selection ke baad kitani salary milegi? ye 7300/- payment ka kya chaakar hai? plsssss tell me somthing abut this...
ReplyDeleteफिर संशोधित होगा टीईटी का परिणामइलाहाबाद, 29 नवंबर (जासं) : माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम फिर संशोधित होगा। इस आशय के संकेत यूपीटीईटी की वेबसाइट पर दिए गए हैं। वेबसाइट पर प्राथमिक स्तर के परिणाम को कमिंग सून दिखाया जा रहा है। हालांकि माध्यमिक शिक्षा परिषद के सभापति संजय मोहन ने दावा किया है कि प्राथमिक स्तर का पूरा परिणाम संशोधित नहीं किया जाएगा। अभ्यर्थियों द्वारा दी गई आपत्तियों और प्रार्थना पत्रों को देखते हुए प्राथमिक का संशोधित परिणाम घोषित करने का निर्णय किया गया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी की गई उत्तर माला में कई प्रश्नों के विकल्प गलत बताए जा रहे थे। बोर्ड ने दो प्रश्नों को गलत मानते हुए उन्हें हटा भी दिया था। इस दौरान अभ्यर्थियों की आपत्तियां आती रहीं और बोर्ड ने उत्तर माला में एक के बाद एक चार संशोधन कर दिए। विडंबना यह है कि इसके बाद भी आपत्तियों का निस्तारण नहीं हो सका है।
ReplyDeletehttp://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2011-11-30
(Again UPTET result going to change)
संशोधन को आए हजार प्रार्थनापत्र
ReplyDeleteइलाहाबाद, 29 नवंबर (जाका) : शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम आए चार दिन हो गए हैं, इसके बावजूद प्रदेशभर से आपत्तियों का आना कम नहीं हो रहा है। मंगलवार को भी माध्यमिक शिक्षा परिषद को एक हजार से अधिक आपत्तियां मिलीं। इनमें सर्वाधिक आपत्तियां परिणाम में गड़बड़ी को लेकर हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि ओएमआर शीट और आंसर-की से मिलान के बाद जिन्हें 125 प्रश्न सही हैं, उन्हें महज 36 अंक दिए गए हैं। इसके अलावा अभी भी गलत प्रश्नों और उनके विकल्पों को लेकर आपत्तियां आ रही हैं। इन्हीं सब बातों को लेकर बोर्ड दफ्तर पर दिनभर अभ्यर्थियों का जमावड़ा रहा। चार संशोधन के बाद भी सभी आपत्तियों का निस्तारण नहीं हो सका है। अभी भी कई प्रश्नों के विकल्प गलत हैं। जैसे किसकी सलाह पर राज्य मंत्रिपरिषद का गठन होता है, बोर्ड इसका उत्तर राज्यपाल को मान रहा है, जबकि सही विकल्प मुख्यमंत्री है, जो दिए गए विकल्पों में है ही नहीं। ऐसे ही कई और भी गलत प्रश्न और विकल्प हैं। इसके अलावा कई अभ्यर्थियों को अधिक प्रश्न हल करने के बाद आधे से भी कम अंक दिए गए हैं। ऐसा फैजाबाद और झांसी मंडलों के कई परीक्षा केंद्रों पर शाम की ओएमआर शीट सुबह की पाली में और सुबह की शाम को बंट जाने के कारण हुआ है।
http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2011-11-30&pageno=15
A suggestion, Visit old link for TET marks and get print out else that link also disabled after some time or not working.
ReplyDeleteLink - http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/2011/11/uptet-2011-result-declared-highest.html
If marks decreses OR any change then you can file complaint/or inform to authority.
I got 68% in TET. Should I keep some hope or leave it. What do you say guys?
ReplyDeleteye jo fir se highschool inter grad.bed ki merit ki baat ho rahi hai iska kya matlab hai ye baar-2 natak kyu ho raha hai?
ReplyDeletekya west up m teachers ki kami nhi h jo yha 12,125, 48,100 sits ka jhunjhuna pakda rhy h y?
ReplyDeletekya west up m teachers ki koi kami nhi h jo y log 12,48,12 sits ka junjhuna pakda rhy h/
ReplyDeleteनौकरी नहीं सिर्फ मिल रहा आश्वासन -
ReplyDeleteकार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। मगर उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिल रहा है।
बेसिक शिक्षा कार्यालय में रोजाना चक्कर लगा रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके बैच के 80 फीसदी छात्रों को नौकरी मिल चुकी है, केवल 18 छात्रों को भटकाया जा रहा है। बीएसए ऑफिस में दोपहर से बैठी रेनू चंदानी, चित्रलेखा, कैलाश व सुमन राजपूत ने बताया कि 2004 बैच में विशिष्ट बीटीसी का फार्म भरा था। मगर स्टे हो गया था। जिस कारण उनकी ट्रेनिंग रोक दी गई। ट्रेनिंग को दोबारा से 2009 में शुरू किया गया। अप्रैल 2011 में उनके बैच के करीब 80 फीसदी छात्रों की ट्रेनिंग कराकर जुलाई में नियुक्ति कर दी गई। जबकि बचे 18 छात्र-छात्राओं को चार माह बाद ट्रेनिंग कराई गई। इन्होंने बताया कि जब उन लोगों ने नियुक्ति के लिए अधिकारियों से बातचीत की तो उनहोंने टीईटी में पास होने के बाद ही चयन होने की बात कही। इस पर उन्होंने टीईटी की परीक्षा भी दे दी। कहा कि शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण काउंसिलिंग में देरी हुई है, अब भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश पांडे ने बताया कि सीधी भर्ती पर शासन द्वारा रोक लगा दी गई है। विशिष्ट बीटीसी के छात्र टीईटी के पात्र नहीं है, उनके लिए अलग से विज्ञापन निकाला जायेगा। इसी कारण इन छात्रों को नियुक्ति नहीं हो पा रही।
http://compact.amarujala.com/city/3-1-6798.html
टूट जाएगा इलाहाबाद से नाता -
ReplyDelete0 शिक्षक बनने के लिए टीईटी अभ्यर्थियों को छोड़ना होगा इलाहाबाद
0 1500 पद ही आए जिले के खाते में
0 छोटे-छोटे जिलों में भरे जाएंगे छह-छह हजार पद
इलाहाबाद। टीईटी अभ्यर्थियों को प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनना है तो इलाहाबाद का मोह छोड़ना होगा। उनका शिक्षक बनने का सपना तभी पूरा होगा जब वे छोटे जिलों की राह पकड़ेंगे। इलाहाबाद में उनके लिए संभावनाएं काफी कम बची हैं लेकिन दूसरे जिलों में नौकरी उनका इंतजार कर रही है। इलाहाबाद की तुलना में कई जिलों में सीटें तो चार गुना अधिक हैं ही, वहां की कटऑफ भी काफी कम रहने की संभावना है।
इलाहाबाद में प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के मात्र 1500 पद ही भरे जाने हैं। आधे पद महिलाओं के खाते में जाएंगे। 750 में से आधे पद आरक्षण से भरे जाएंगे। सामान्य वर्ग के खाते में आएंगी 375 सीटें। इनमें से आधी सीटें विज्ञान तथा आधी कला वर्ग के लिए होंगी। इलाहाबाद में सामान्य वर्ग के वही अभ्यर्थी शिक्षक बन पाएंगे जिनको टीईटी में 115 से 120 के बीच मिले होेंगे। कौशांबी में एक हजार पद भरे जाने हैं लेकिन वहां की कटऑफ भी इलाहाबाद के आसपास रहने की संभावना है। प्रतापगढ़ में मात्र 500 पद हैं। ऐसे में अभ्यर्थियों को दूरदराज के छोटे जिलों का रुख करना होगा। लखीमपुर खीरी और सीतापुर जैसे जिलों में शिक्षकों के छह-छह हजार पद टीईटी मेरिट के आधार पर भरे जाएंगे। शाहजहांपुर में 2800, गाजीपुर में 2400, हरदोई में 3000, कुशीनगर में 3600, महाराजगंज में 2500, गोंडा में 4000, बहराइच में 3600 तथा आजमगढ़ में 2500 पद सीटें हैं। जानकारों का कहना है कि छोटे जिलों में ही इलाहाबादियों को ठिकाना तलाशना होगा। जिले में 115 से अधिक अंक पाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या अच्छी खासी है। ऐसे में यहां एक-एक सीट के लिए जबरदस्त संघर्ष होगा।
पांच जिलों से कर सकेंगे आवेदन
टीईटी के सफल अभ्यर्थी पांच जिलों से भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र 19 दिसंबर तक संबंधित डायट में जमा करने होंगे।
छह माह का होगा प्रशिक्षण
टीइटी अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने में कम से कम छह महीने का समय लगेगा। नियुक्ति से पहले उनको छह माह का प्रशिक्षण लेना होगा। तीन माह की उनकी ट्रेनिंग डायट में होगी तथा अगले तीन माह उनको क्रियात्मक प्रशिक्षण उस विद्यालय में लेना होगा, जहां उनकी तैनाती होगी।
प्रशिक्षण अवधि में मिलेंगे 7300 रुपये
छह माह की प्रशिक्षण अवधि में प्राइमरी शिक्षकों को 7300 रुपये हर महीने मिलेंगे। नियुक्ति के बाद उनको प्राइमरी शिक्षकों के लिए निर्धारित वेतनमान दिया जाएगा।
शिक्षा मित्रों के लिए 10 फीसदी सीटें
टीईटी में शामिल हुए शिक्षा मित्रों के लिए अच्छी खबर है। प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के 10 फीसदी पद बीएड डिग्री धारी शिक्षा मित्रों से भरे जाएंगे। शिक्षा मित्रों की मेरिट अलग से बनेगी। जिन अभ्यर्थियों ने टीईटी में 90 अंक हासिल किए हैं, वे पांच जिलों से आवेदन कर सकेंगे। जिले में प्राइमरी शिक्षकों की 150 सीटें शिक्षा मित्रों से भरी जाएंगी।
शासन के इस फैसले से उन शिक्षा मित्रों को तगड़ा झटका लगा है जो टीइटी में शामिल नहीं हुए। शिक्षा मित्रों की मेरिट अलग से बनेगी। अगर शिक्षा मित्र नहीं मिलते हैं तो उनके कोटे की सीटें दूसरे वर्ग के अभ्यर्थियों से भरी जाएंगी। टीइटी में शामिल शिक्षा मित्रों की संख्या काफी कम बताई जा रही है। ऐसे में दूसरे जिले के शिक्षा मित्रों का फायदा हो सकता है।
http://compact.amarujala.com/city/7-1-10910.html
विशिष्ट बीटीसी को 500 सीटें -
ReplyDeleteइटावा। अध्यापक पात्रता परीक्षा के बाद सरकार ने विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए जिले में 500 सीटें निर्धारित की हैं। इनके लिए 19 दिसंबर तक आवेदन मांगे जाएंगे। खास बात यह कि इन पदों के लिए सिर्फ टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्री धारक ही आवेदन कर सकेंगे। वैसे अभी इस संबंध में विज्ञप्ति प्रकाशित नहीं हुई है। अलबत्ता वेबसाइट पर यह सूचना है। डायट सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को विज्ञप्ति प्रकाशित हो सकती है।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 72825 शिक्षकों की भर्ती होनी है। इसके लिए यूपी बेसिक एजूकेशन बोर्ड की वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध कराई गई है। इससे फार्म भी लोड किए जा सकते हैं। इनमें इटावा जिले के लिए 500 सीटें निर्धारित की गई हैं। सबसे अधिक 6-6 हजार सीटें लखीमपुर और सीतापुर जिले में हैं। डायट पर आवेदन करने की तिथि 19 दिसंबर निर्धारित है। खास बात यह है कि इस भर्ती में टीईटी परीक्षा परिणाम को ही मेरिट का आधार माना जाएगा। एक आवेदक अधिकतम पांच जिलों के आवेदन कर सकेगा जिनकी आयु 18 से 40 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। अन्य वर्गों में 5 से 15 वर्षों की आयु में छूट भी रहेगी। हालांकि अभ्यर्थियों को अभी विज्ञप्ति का इंतजार है। डायट प्राचार्या सरोज श्रीवास्तव का कहना रहा कि विज्ञप्ति प्रकाशित होने के बाद ही वह कुछ कह सकेंगी। 25 नवंबर को टीईटी का परिणाम घोषित होने के बाद अभी भी सफल अभ्यर्थियों को अंकपत्रों का इंतजार है।
http://www.amarujala.com/city/Etawah/Etawah-51767-33.html
टीचर बनने को सहारनपुर मंडल में मचेगी मारामारी -
ReplyDeleteसहारनपुर। शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले आवेदकों में टीचर बनने के लिए फार्म जमा करने की सबसे अधिक मारामारी सहारनपुर मंडल के जिलों के लिए ही रहेगी। इसकी वजह यह है कि आसपास के अन्य जिलों में टीचर पद के लिए आवंटित सीटों की संख्या काफी कम है। ऐसे में पांच जिलों में आवेदन के विकल्प के चलते यहां मंडल के जिलों के साथ ही आसपास के अन्य जिलों से भी काफी संख्या में टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थी अपनी किस्मत आजमाएंगे। इस स्थिति के चलते अधिक विकल्प होने पर भी अभ्यर्थियों में मेरिट की टेंशन और भी बढ़ गई है।
टीईटी के लिए शासन की ओर से तय किए गए नए खाके के तहत सहारनपुर मंडल के सहारनपुर जनपद को 800, मुजफ्फरनगर और नए जिले प्रबुद्धनगर को 200-200 सीटें आवंटित की गई हैं। इसी मंडल से 38 हजार आवेदकों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। इनमें से 16 हजार से अधिक आवेदकों ने एग्जाम पास किया है। अब नजर डालते हैं आसपास के जिलों में। बुलंदशहर में 195 और बिजनौर में 200 सीटें ही आवंटित की गई हैं।
इस बीच, टीईटी के लिए नई गाइडलाइंस को लेकर यहां के आवेदक अब तक बेचैन हैं। काफी संख्या में अभ्यर्थी बृहस्पतिवार को भी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यालय पटनी पहुंचे। उन्होंने मेरिट सूची, तैनाती के प्रारूप, जिलों के विकल्प, फार्म की व्यवस्था तथा परीक्षा के अंक पत्रों से संबंधित परेशानियों को उठाया मगर देर शाम तक भी डायट की ओर से उन्हें स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बताया गया और न ही जिले स्तर पर अधिसूचना जारी करने की स्थिति स्पष्ट की गई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर अब तक जो संकेत पहुंचे हैं उनके तहत मेरिट सूची बीटीसी जैसे फारमेट पर यानी 50 प्रतिशत महिला, 50 प्रतिशत पुरुष और इसी प्रारूप में विज्ञान एवं कला में आवंटित करते हुए तय की जाएगी।
http://www.amarujala.com/city/Saharanpur/Saharanpur-23244-50.html
TEACHER KE BEHTAR CHAYAN KE LIYE B.Ed % + TET% KO JODNA SAHI HOGA.
ReplyDeleteKYOKI TET & B.Ed ME NAKAL SAMBHAV NAHI.
B.ed.me selection bhi state level copmtition ke through hota hai. B.ed entrance 2 paper pass karne ke bad B.ed me selection hota hai to phir B.ed tet se Adhik Mayne Rakhta hai ,isliye usko bhi kuch value di jaye...aur tet% + b.ed.% Ko selection ka adhar banaya jaye.
tet me negetive marking na hone tukka bhi sahi ho jata hai jab ki B.ed me Negetive marking hoti hai.
IS PAR GAHAN VICHAR KIYA JAYE.
मजबूरी में छोड़ना पड़ेगा बुंदेलखंड -
ReplyDeleteझांसी। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्राथमिक शिक्षकों की व्यापक पैमाने पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लेकिन, बुंदेलखंड में पद कम होने की वजह से यहां के अभ्यर्थी खासे निराश हैं। मजबूरी में उन्हें प्रदेश के अन्य हिस्सों की ओर देखना पड़ रहा है।
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों से जिलावार आवेदन मांगे गए हैं। एक अभ्यर्थी को पांच जनपदों में आवेदन करने का विकल्प दिया गया है। चयन टीईटी के अंकों की मेरिट के आधार पर किया जाना है। प्रदेश में एक साथ 72,225 शिक्षकों की तैनाती की जानी है, लेकिन इनमें से बुंदेलखंड में महज 3,400 शिक्षक ही तैनात किए जाएंगे। झांसी मंडल में 1,250 व चित्रकूट में 2,150 शिक्षक रखे जाएंगे। झांसी जिले में सबसे कम केवल 50 शिक्षक ही भर्ती होंगे। चित्रकूट में 250, हमीरपुर में 300, जालौन में 400 तथा ललितपुर, बांदा व महोबा जनपद में 800- 800 शिक्षकों की तैनाती होगी। सीटें कम होने की वजह से टीईटी अभ्यर्थियों को मजबूरी में प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की ओर अपना रुख करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशान वह इस बात को लेकर हैं कि प्रदेश के अन्य हिस्सों में तैनाती मिल जाने के बाद यदि पृथक बुंदेलखंड राज्य बन गया तो वह वापस यहां लौट पाएंगे या नहीं?
http://www.amarujala.com/city/Jhansi/Jhansi-16645-24.html
जैसे जैसे यूपी बोर्ड उत्तरमाला संशोधित कर रहा है, वैसे वैसे छात्रों का पारा भी बढ़ता जा रहा है। चार बार संशोधित किए जाने के बावजूद उत्तरों और रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों की संख्या बढ़ती जा रही है। मंगलवार को भी बड़ी संख्या में छात्रों ने यूपी बोर्ड के सामने प्रदर्शन कर फिर से परीक्षा कराने की मांग की। छात्रों ने अनियमितता का आरोप लगाया और संशोधन प्रक्रिया पर भी उंगली उठाई। इस पर भी आपत्ति की कि पात्रता परीक्षा और चयन परीक्षा के बुनियादी अंतर को इस परीक्षा ने समाप्त कर दिया है। कहा कि आंदोलन को बुधवार से और तेज किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में वीरेंद्र कुमार, राम दुलारे, प्रीति यादव, राजीव, दीपिका, दिव्या सिंह, आदित्या सिंह आदि शामिल रहे। टीईटी पास छात्रों ने की सभा टीईटी उत्तीर्ण छात्रों ने भी मंगलवार को चंद्रशेखर आजाद पार्क में एक सभा की। शासन से प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों का चयन शासन द्वारा पूर्व निर्धारित टीईटी मेरिट के आधार पर करने की मांग की।
ReplyDeleteDifference: UP Board Candidate & CBSE Candidate marks
ReplyDeleteWe all know about UP board results and where in CBSE/ICSe board candidates can generally obtain 80-90 % marks easily, While even for topper of Board is unable to get 90% marks.
When you see this link of (Department of Science & Terchnology DST - Inspire Fellowship) - http://www.iiser-admissions.in/cut_off.php
***********************************
Cut-off for 2010/2011
Those candidates passing Class XII in 2011 and who are recepients of the eligibility note from the school board for DST Inspire fellowship may also apply. Cut-off in this table does not apply to such students.
Board Class 12 %
Andhra Pradesh 95.20
Assam 73.40
Bihar 74.00
Chhattisgarh 87.00
Goa 81.60
Gujarat 84.10
Haryana 84.20
Himachal Pradesh 80.00
Jammu & Kashmir (*) 79.20
Jharkhand 61.40
Karnataka 88.80
Kerala 92.50
Madhya Pradesh 83.40
Maharashtra 83.50
Manipur 77.40
Meghalaya 70.20
Mizoram 71.20
Nagaland 74.60
Orissa 76.80
Punjab 78.60
Rajasthan 81.20
Tamil Nadu 94.90
Tripura 68.40
Uttar Pradesh 77.00
Uttarakhand 67.50
West Bengal 81.80
CBSE 91.80
ICSE 93.20
Viswa-Bharathi 96.10
AMU Board 86.70
IB Board (**) 43.00
****************************************
You can simply understand this fact.
UP BOARD CANDIDATES CUT-OFF : 77%
CBSE/ICSE BOARD CANDIDATES CUT-OFF : 91.8/93.2 %
(Cut-off for 2010/2011)
10-20 YEARS Back, UP Board Merit is lower than this 2010/2011
Why UP Education department not devised a formula for UP Board Candidates as Central Government makes and publish on its website.
Why they are not making result online.
Even Central government uses /gives different -different weightage for diffrent -different STATE BOARD EXAMINATIONS.
Some private management institutes gives marks 80-90 percentile in GRADUATION, B Ed.
Marks differ from University to university.
Where will UP Board candidates go as Convent Scools prefer convent background.
CBSE/ICSE Board candidates perfer to teach in UP board school due to Goverment Jobe nature.
UP Board Education department should make a transparent balance policy and publish its result On-Line, So that candidates should not roam here and there for its result.
****************************************
If UPTETE Merit will be based on Highschool (10th), Intermediate (12th),Graduation , B Ed marks then
UP Board candidates have a major loss in merit.
See this - http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/2011/06/lt-grade-merit-list-preparation-2011.html
ReplyDeleteDifference: UP Board Candidate & CBSE Candidate marks
We all know about UP board results and where in CBSE/ICSe board candidates can generally obtain 80-90 % marks easily, While even for topper of Board is unable to get 90% marks.
When you see this link of (Department of Science & Terchnology DST - Inspire Fellowship) - http://www.iiser-admissions.in/cut_off.php
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Cut-off for 2010/2011
Those candidates passing Class XII in 2011 and who are recepients of the eligibility note from the school board for DST Inspire fellowship may also apply. Cut-off in this table does not apply to such students.
Board Class 12 %
Andhra Pradesh 95.20
Assam 73.40
Bihar 74.00
Chhattisgarh 87.00
Goa 81.60
Gujarat 84.10
Haryana 84.20
Himachal Pradesh 80.00
Jammu & Kashmir (*) 79.20
Jharkhand 61.40
Karnataka 88.80
Kerala 92.50
Madhya Pradesh 83.40
Maharashtra 83.50
Manipur 77.40
Meghalaya 70.20
Mizoram 71.20
Nagaland 74.60
Orissa 76.80
Punjab 78.60
Rajasthan 81.20
Tamil Nadu 94.90
Tripura 68.40
Uttar Pradesh 77.00
Uttarakhand 67.50
West Bengal 81.80
CBSE 91.80
ICSE 93.20
Viswa-Bharathi 96.10
AMU Board 86.70
IB Board (**) 43.00
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You can simply understand this fact.
UP BOARD CANDIDATES CUT-OFF : 77%
CBSE/ICSE BOARD CANDIDATES CUT-OFF : 91.8/93.2 %
(Cut-off for 2010/2011)
10-20 YEARS Back, UP Board Merit is lower than this 2010/2011
Why UP Education department not devised a formula for UP Board Candidates as Central Government makes and publish on its website.
Why they are not making result online.
Even Central government uses /gives different -different weightage for diffrent -different STATE BOARD EXAMINATIONS.
Some private management institutes gives marks 80-90 percentile in GRADUATION, B Ed.
Marks differ from University to university.
Where will UP Board candidates go as Convent Scools prefer convent background.
CBSE/ICSE Board candidates perfer to teach in UP board school due to Goverment Jobe nature.
UP Board Education department should make a transparent balance policy and publish its result On-Line, So that candidates should not roam here and there for its result.
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If UPTETE Merit will be based on Highschool (10th), Intermediate (12th),Graduation , B Ed marks then
UP Board candidates have a major loss in merit.
हाईकोर्ट ने जानकारी मांगी लखनऊ : टीईटी में अनियमितता के मामले में उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने जानकारी तलब की है। पीठ ने सरकार सहित अन्य संबंधित पक्षकारों से कहा है कि वह याचिका में कही गई कथित अनियमितताओं के बारे में पीठ को अवगत कराएं। मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होगी। यह आदेश गीता देवी यादव द्वारा दायर याचिका पर दिए हैं। याचिका में कहा गया कि याची गत 13 नवंबर को टीईटी परीक्षा में सम्मिलित हुई। प्राथमिक स्तर की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को उच्च प्राथमिक स्तर की ओएमआर शीट दे दी गई तथा उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के दौरान प्राथमिक स्तर की। जब परीक्षार्थियों ने विरोध किया तो आश्र्वासन दिया गया कि बाद में सही कर दिया जाएगा। कुछ प्रमुख संशोधन 47 सितंबर : पहला शासनादेश। 417 सितंबर : पहला संशोधित शासनादेश। इसमें स्नातक में न्यूनतम योग्यता को 50 की जगह 45 प्रतिशत कर दिया गया। 419 सितंबर : दूसरा संशोधित शासनादेश जारी हुआ। दूसरे संशोधित शासनादेश के जरिए वर्ष 1997 से पहले के मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों या अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डिप्लोमा इन टीचिंग उपाधिधारकों को भी टीईटी में शामिल होने की छूट दे दी गई। 421 सितंबर : टीईटी के आयोजन के सिलसिले में एक और शासनादेश जारी हुआ, जिसमें परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम तय कर दिया गया। 44 अक्टूबर : बीएड, बीटीसी एपीयरिंग को भी अनुमति दी गई। 49 अक्टूबर : ओबीसी, भूतपूर्व सैनिक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रितों को पांच प्रतिशत की छूट। 48 नवंबर : टीईटी को केवल पात्रता परीक्षा की जगह चयन का आधार बना दिया गया। अमरीश शुक्ल, इलाहाबाद शिक्षक पात्रता परीक्षा पर माध्यमिक शिक्षा परिषद की फजीहत अब किसी से छिपी नहीं है। टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों की प्राथमिक स्कूलों में 72 हजार शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति होनी है, फिर भी यूपी बोर्ड ने हर स्तर पर जल्दबाजी दिखाई और गलती की। विज्ञप्ति आने से लेकर परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने तक संशोधनों का सिलसिला जारी है। यह सिलसिला कब थमेगा यह तो परिषद के अधिकारी ही बता सकते हैं, पर इतना तो तह है कि इस परीक्षा से यूपी बोर्ड ने अपने नाम गलतियों का कीर्तिमान स्थापित कर लिया है। याद नहीं आता कि किसी बोर्ड, आयोग ने किसी भी परीक्षा में इतनी गलतियां और संशोधन किए होंगे। पहला शासनादेश सात सितंबर को जारी हुआ। इस शासनादेश के मुताबिक वे अभ्यर्थी टीईटी में शामिल हो सकते थे, जिन्होंने न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ बीए/ बीएससी/ बीकॉम करने के साथ ही साथ बीएड भी किया हो। यह शासनादेश ठीक 10 दिन बाद 17 सितंबर को संशोधित कर दिया गया। बीए/बीएससी/बीकॉम को स्नातक कर दिया गया व न्यूनतम अर्हता को 50 की बजाय 45 प्रतिशत कर दिया गया। (संबंधित खबर पेज 6 पर) यूपी बोर्ड ने बनाया गलतियों का कीर्तिमान शासनादेश व आंसर की में चार से अधिक बार संशोधन के बावजूद भ्रम बरकरार टीईटी :
ReplyDeletehttp://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=15&edition=2011-12-02#id=111727478171100944_15_2011-12-02
आठ नवंबर को हुआ सबसे बड़ा संशोधनवरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा में सबसे बड़ा संशोधन 8 नवंबर को हुआ। विज्ञप्ति में पहले टीईटी को पात्रता परीक्षा घोषित किया गया था। इस संशोधन में टीईटी की मेरिट को चयन का आधार बना दिया गया। कैबिनेट ने बेसिक शिक्षा अध्यापक नियमावली 1981 के नियम 8, 14, 27 व 29 में संशोधन कर दिया। इससे हाईस्कूल, इंटर, स्नातक और परास्नातक परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को झटका लगा। यह संशोधन भी परीक्षा एक महज चार दिन पहले किया गया। इससे पूर्व मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों को भी शामिल कर लिया गया। इसी संशोधन में बीएड व बीटीसी एपीयरिंग अभ्यर्थियों को भी परीक्षा देने की अनुमति दे दी गई। अन्य पिछड़ा वर्ग को भी पांच प्रतिशत की छूट दी गई। इसके बाद बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों के चयन के लिए पहले अधिकतम आयुसीमा 35 रखी गई थी, जिसे बाद में 40 वर्ष कर दिया गया। इतने संशोधन करने के बाद भी अभी परिणाम में तमाम खामियां हैं। अभी भी उर्दू के गलत प्रश्न व विकल्प नहीं संशोधित किए गए हैं। सबसे खास बात यह है कि शुरू से ही अभ्यर्थियों में इस परीक्षा को लेकर भ्रम की स्थिति रही है।
ReplyDeletehttp://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=15&edition=2011-12-02&pageno=6
अधूरी तैयारी शिक्षकों की भर्ती पर भारी -
ReplyDeleteलखनऊ। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर आधी अधूरी तैयारी और हड़बड़ी भारी पड़ रही है। टीईटी का विज्ञापन निकलने के बाद चार बार अर्हता बदली गई। शिक्षकों की भर्ती के लिए 19 दिसंबर तक आवेदन मांगे गए हैं जबकि 31 दिसंबर तक प्रक्रिया पूरी होनी है। इस जल्दबाजी में हजारों छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। एक तरफ टीईटी रिजल्ट के बाद संशोधन का दौर चल रहा है और दूसरी तरफ 31 दिसंबर तक भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का दबाव है। प्राथमिक भर्ती के लिए मौजूदा रिजल्ट के हिसाब से लगभग 2.70 लाख अभ्यर्थी लाइन में हैं। एक अभ्यर्थी को पांच जिले में आवेदन करने का विकल्प है। ऐसे में 10 लाख से अधिक आवेदन आने की उम्मीद है। आवेदन की अंतिम तिथि 19 दिसंबर है। ऐसे में 12 दिन में स्क्रीनिंग से लेकर नियुक्ति कैसे पूरी होगी, यह सवाल बन कर उभर रहा है। अभ्यर्थी यह भी सवाल उठा रहे हैं कि सिर्फ पात्रता परीक्षा की मेरिट को शिक्षक भर्ती का आधार बनाया जाना उचित नहीं है। वे एनसीटीई और हाईकोर्ट तक जाने की तैयारी कर रहे हैं।
बेसिक एवं जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के लिए विज्ञापन 22 सितंबर को जारी किया गया। इसमें स्नातक में 50 फीसदी अंक वाले बीएड डिग्रीधारक परीक्षा में बैठने के लिए योग्य माने गए, लेकिन फिर 45 फीसदी अंक पाने वालों को बैठने की अनुमति दी गई। ओबीसी के लिए क्वालीफाइंग मार्क्स 60 से घटाकर 55 फीसदी कर दिए। शोर मचा तो उम्र सीमा 35 से बढ़ाकर 40 कर दी गई। कुछ सवालों के गलत होने पर आपत्ति उठी तो आंसर तय करने वाले विशेषज्ञों ने जवाब भी गलत बता दिए। आपत्ति के बाद आंसरशीट मेें संशोधन करना पड़ा। कुछ अभ्यर्थी अभी भी रिजल्ट में सुधार की उम्मीद में प्रत्यावेदन कर रहे हैं। शिक्षा निदेशक संजय मोहन का कहना है कि जो अभ्यर्थी प्रत्यावेदन दे रहे हैं, उनके प्रकरणों की जांच कराई जा रही है। किसी भी अभ्यर्थी का अहित नहीं होगा।
मार्कशीट बिना कैसे करें आवेदन
लखनऊ विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों के बीएड छात्र रिजल्ट आने के बाद भी टीईटी के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन अभी उनको मार्कशीट उपलब्ध नहीं करा सका है जबकि रिजल्ट आए एक सप्ताह से अधिक हो चुका है। सूत्रों की माने तो 14 कॉलेजों के एनरोलमेंट नंबर ही रिजल्ट छापने वाली एजेंसी को अभी एक-दो दिन में भेजे गए हैं। इसके चलते मार्कशीट छपने में देरी हो रही है। वहीं रिजल्ट को लेकर परेशान अभ्यर्थी रोजाना प्रशासनिक भवन एवं कॉलेजों का चक्कर लगा रहे हैं।
http://www.amarujala.com/city/Lucknow/Lucknow-24110-124.html
शिक्षक भर्ती में बीटीसी धारकों को मौकालखनऊ : बेसिक शिक्षा निदेशालय ने विज्ञापन में की गई गलती को दूर करते हुए बीटीसी एवं विशिष्ट बीटीसी डिग्री धारकों को भी शिक्षक भर्ती में शामिल करने का निर्णय लिया है। बेसिक शिक्षा निदेशक दिनेश चन्द्र कनौजिया का कहना है कि बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी धारक जो अभ्यर्थी टीईटी में भी शामिल हुए हैं, उन्हें शिक्षक भर्ती में शामिल किया जा रहा है। इस निर्णय से बीटीसी डिग्री धारकों के मायूस चेहरे खिल उठे हैं। उल्लेखनीय है दो दिन पहले बेसिक शिक्षा निदेशालय की ओर से 72,800 शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया।
ReplyDeleteशिक्षक भर्ती.. भर्ती में बीए, बी.एससी या बी.कॉम के साथ बीएड व टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकते हैं। इस विज्ञापन के बाद बीटीसी डिग्री धारक को झटका लग गया। मामला शासन पहुंचा तो इस पर मंथन शुरू हुआ। गुरुवार को निर्णय लिया गया है कि वर्ष 2007 और 2008 के विशिष्ट बीटीसी और 2004 के बीटीसी के शेष अभ्यर्थी भी भर्ती प्रक्रिया में आवेदन कर सकते हैं। बशर्ते इन्होंने अध्यापक पात्रता परीक्षा पास की हो।
http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=35&edition=2011-12-02
कथित अनियमितता पर राज्य सरकार से हफ्ते भर में जवाब मांगा
ReplyDeleteलखनऊ (एसएनबी)। इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में बरती गयी कथित अनियमितताओं के मामले में दायर याचिका पर राज्य सरकार सहित अन्य संबंधित विभाग से एक सप्ताह में जानकारी मांगी है। पीठ ने कहा है कि बतायेंंकि परीक्षा में गड़बड़ी हुइ अथवा नहीं। यह आदेश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की एकल पीठ ने याची गीता देवी यादव की ओर से अधिवक्ता कुलदीप पति त्रिपाठी द्वारा दायर याचिका पर दिए हैं। याचिका में आरोप लगाया गया है कि गत 13 नवम्बर को टीईटी परीक्षा आयोजित की गयी। इसमें याची सहित अन्य अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। कहा गया कि परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को जो ओएमआर सीट दी गयी वह प्राथमिक स्तर की थी। यह भी कहा गया कि इससे परीक्षार्थियों में भ्रम की स्थिति रही तथा वह सभी परीक्षा नहीं दे पाये। परीक्षा के दौरान जब परीक्षार्थियों ने विरोध किया तो वहां के शिक्षकों ने आासन दिया कि बाद में सभी गड़बड़ियों को ठीक कर दिया जाएगा। याची ने कहा कि इसी के चलते उसे इस परीक्षा में सफलता नहीं मिली। कोर्ट ने अगली सुनवाई अगले सप्ताह नियत की है।
http://rashtriyasahara.samaylive.com/epapermain.aspx?queryed=11&querypage=1&boxid=42113312&parentid=57170&eddate=12%2f02%2f11
आलीपुर खेड़ा। क्षेत्र के टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण किए युवाओं ने परिषदीय विद्यालयों में नियुक्ति के लिए राज्य स्तर पर मेरिट बनाए जाने एवं चयन के लिए लाटरी पद्धति पर रोक लगाए जाने की मांग की है। युवाओं का कहना है कि जब प्रदेश स्तर पर शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई है तो जिला स्तर पर मेरिट बनाई जानी चाहिए।
ReplyDeleteग्राम शिवपालपुर में शुक्रवार को आयोजित बैठक में टीईटी परीक्षा उर्त्तीण अजंट सिंह राजपूत ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में एक साथ नियुक्तियां होनी चाहिए। प्राथमिक विद्यालय में उच्च मेरिट प्राप्त अभ्यर्थी चयनित होंगे और जब दोबार उच्च प्राथमिक विद्यालय में नियुक्तियां होगी तो वह उसमें भी चयनित हो जाएंगे। इसलिए प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक साथ नियुक्तियां होनी चाहिए। उमेश चंद्र सैनी ने कहा कि प्रदेश स्तर पर अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई है। उसमें उत्तीर्ण होने के बाद राज्य स्तर पर मेरिट बनाने का कोई औचित्य नहीं है। जिला स्तर पर मेरिट तैयार की जानी चाहिए। रंजीत सिंह वर्मा ने कहा कि जिला स्तर पर मेरिट बनने से कम अंक प्राप्त अभ्यर्थी भी नौकरी पर लग सकते हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस संबंध में शिक्षा मंत्री को शीघ्र ही ज्ञापन भेजा जाएगा। बैठक में सुनील कुमार, अजय यादव, नसीम खान, प्रकाश पांडेय, कौशलेंद्र यादव, पिंकी वर्मा, राजेश राजपूत, नीतू सिंह, राहुल वर्मा, रामधनी, शिवराज सिंह, राहुल पाल, सुनील कुमार, अमित शाक्य आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
http://www.amarujala.com/city/Mainpuri/Mainpuri-29917-1.html
सहारनपुर : प्रदेश में टीईटी से जाने वाली प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति 'माया' बटोरने का साधन बन गई है। अभ्यर्थी को पांच जिलों में आवेदन करने की छूट दी गई है एक आवेदन को अभ्यर्थी को 500 रुपये शुल्क देना होगा। परीक्षा और नियुक्ति से सरकार को करीब 1.3 अरब की आमदनी होने की संभावना है।
ReplyDeleteप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को कराई गई टीईटी(शिक्षक पात्रता परीक्षा) की प्राथमिक व उच्च प्राथमिक परीक्षा के लिए 11.50 लाख आवेदन पत्र भरे गए थे। 25 नवंबर को घोषित रिजल्ट में प्राथमिक परीक्षा में 2 लाख 70 हजार 53 तथा उच्च प्राथमिक परीक्षा में 2 लाख 9 हजार 789 अभ्यर्थी सफल हुए थे। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की घोषित प्रक्रिया में 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थी पात्र है।
टीईटी परीक्षा से आमदनी
-टीईटी परीक्षा: आवेदन पत्र भरे गए 11.50 लाख
-सामान्य व पिछड़ी जाति का शुल्क- 500 रुपये।
-अनुसूचित जाति/जनजाति का शुल्क-250 रुपये।
-विकलांग अभ्यर्थी-निशुल्क
उदाहरण के लिए: सामान्य व पिछड़ी जाति के अभ्यर्थियों द्वारा भरे गए आवेदन पत्र- 08 लाख। इनसे प्राप्त शुल्क 40 लाख।
अनुसूचित जाति/जनजाति अभ्यर्थियों द्वारा भरे गए आवेदन पत्र-03 लाख। इनसे प्राप्त शुल्क 7.50 करोड़।
विकलांग अभ्यर्थियों की संख्या- 50 हजार। इनके लिए शुल्क माफ था।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से फीस
प्राथमिक स्तर की टीईटी परीक्षा में 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। एक आवेदक को पांच जिलों में आवेदन की छूट है। सामान्य व पिछड़ी जाति के लिए एक जिले में आवेदन का शुल्क 500 रुपये। अनुसूचित जाति/जनजाति अभ्यर्थी का शुल्क 200 रुपये। विकलांग अभ्यर्थी निशुल्क।
उदाहरण के लिए- सामान्य व पिछड़ी जाति के 02 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। यदि 5-5 जिलों में आवेदन करते है तो एक अभ्यर्थी 2500 रुपये शुल्क भरेगा। कुल शुल्क 50 करोड़।
अनुसूचित जाति/जनजाति के 55 हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। यदि ये सभी 5-5 जिलों में आवेदन करते है तो एक अभ्यर्थी 1000 रुपये शुल्क भरेगा। कुल शुल्क 5.50 करोड़।
विकलांग उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या 15 हजार 806, इनसे कोई शुल्क नही लिया जायेगा।
प्रक्रिया से 1.3 अरब
प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्त्ती प्रक्रिया 'माया' बटोरने का साधन बनेगी। इससे सरकार को 1.3 अरब से अधिक की राशि प्राप्त होगी। टीईटी उत्तीर्ण हर अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी पांच जिलों में आवेदन करेगा।
बरेली मंडल में सात हजार शिक्षकों की भर्ती -
ReplyDeleteखुशखबरी
-टीईटी मेरिट के आधार पर होगा चयन
-समान मेरिट होने पर अधिक उम्र वाले अभ्यर्थी को प्राथमिकता
-प्रत्येक अभ्यर्थी को पांच जनपदों में आवेदन करने का मिला मौका
-डायट में करना होगा आवेदन, प्रक्रिया शुरू
बरेली, जागरण संवाददाता : मंडल के चारों जनपदों में सात हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। बरेली में 1400, बदायूं में 1600, पीलीभीत में 1200 और शाहजहांपुर में सबसे अधिक 2800 शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है। प्राइमरी की शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि टीईटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति की जानी है। इसके लिए अभ्यर्थियों से 19 नवंबर तक आवेदन मांगे गए हैं। एक अभ्यर्थी को पांच जनपदों में आवेदन करने का मौका मिलेगा।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर यह नियुक्तियां की जानी हैं। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में आवेदन फार्म पहुंचने हैं और यहीं मेरिट के आधार पर चयन लिस्ट जारी होनी है। रिक्तियों में से आधे पद महिलाओं के लिए तय हैं। इनमें भी आधे शिक्षक विज्ञान और आधे कला वर्ग के अन्तर्गत रखे जाएंगे। 18 से 40 साल आयु सीमा वाले अभ्यर्थियों को आवेदन का मौका मिलेगा। जो प्रावधान किया गया है उसके मुताबिक, अभ्यर्थियों की टीईटी के अंकों की समान मेरिट होने पर अधिक उम्र वालों को मौका दिया जाएगा। एडी बेसिक डॉ. पवन कुमार सचान ने बताया कि चयनित शिक्षकों को डायट में छह माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttarpradesh/4_1_8565217.html
Candidates may go to court due to TET irreguarities -
ReplyDeletehttp://epaper.livehindustan.com/PUBLICATIONS/HT/HL/2011/12/02/PagePrint/02_12_2011_008.pdf
http://education.nic.in/elementary/RTE-TET.pdf
ReplyDeleteFrequency of conduct of TET and validity period of TET certificate
11 The appropriate Government should conduct a TET at least once every year. The
Validity Period of TET qualifying certificate for appointment will be decided by the
appropriate Government subject to a maximum of seven years for all categories. But there
will be no restriction on the number of attempts a person can take for acquiring a TET
Certificate. A person who has qualified TET may also appear again for improving his/her
score.
ARE YARO JALDI FORM BHEJO TIME KAM HAI.
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