अब बीटेक के छात्र पढेंगे साइबर लॉ ( Cyberlaw course going to include in B.Tech syllabus)
उदयपुर| देश में बढ़ती साइबर क्राइम की घटनाओं से छुटकारा पाने के लिए राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) ने अपने पाठ्यक्रम में बदलाव करने का मन बनाया है, जिसके तहत आरटीयू बीटेक सेगमेंट में साइबर क्राइम के विशेष पाठ्यक्रम को जोड़ने की तैयारी कर रहा है|
ऐसा कहा जा रहा है कि इस पाठ्यक्रम को अगले सत्र से बीटेक एवं अन्य ब्रांचों से जोड़ा जा सकता है| साइबर क्राइम पर आधारित इस सिलेबस में नए रूप में उभर कर सामने आने वाले मामलों से बचने की तकनीक और साइबर लॉ की जानकारी दी जाएगी| आरटीयू के कुलपति प्रो. आरपी यादव ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि बीटेक छात्रों को कंप्यूटर के साथ साइबर क्राइम कोर्स पढ़ाने की योजना बनाई जा रही है ताकि इस परेशानी से निपटा जा सके| उन्होंने बताया कि एकेडमिक काउंसिल की विशेषज्ञ कमेटी इस पाठ्यक्रम को तैयार करने में जुटी है| छात्रों को आईटी एक्ट, साइबर लॉ तथा डाटा सिक्योरिटी जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे|
आपको बता दें कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार राज्यों में साइबर क्राइम की दर तेजी से बढ़ रही है| हर रोज साइबर क्राइम से जुड़े कई मामले प्रकाश में आ रहे३ हैं| वहीँ अगर देखा जाये तो भारत दुनिया का तीसरा बड़ा देश है, जहां इंटरनेट यूजर्स की संख्या सबसे ज्यादा है|
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी) के अनुसार जनवरी से सितंबर 2011 तक देश में वेबसाइटों को नुकसान पहुंचाने के 11 हजार मामले दर्ज हुए हैं| जो कि अपने आप में आश्चर्य की बात है|
ऐसा कहा जा रहा है कि इस पाठ्यक्रम को अगले सत्र से बीटेक एवं अन्य ब्रांचों से जोड़ा जा सकता है| साइबर क्राइम पर आधारित इस सिलेबस में नए रूप में उभर कर सामने आने वाले मामलों से बचने की तकनीक और साइबर लॉ की जानकारी दी जाएगी| आरटीयू के कुलपति प्रो. आरपी यादव ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि बीटेक छात्रों को कंप्यूटर के साथ साइबर क्राइम कोर्स पढ़ाने की योजना बनाई जा रही है ताकि इस परेशानी से निपटा जा सके| उन्होंने बताया कि एकेडमिक काउंसिल की विशेषज्ञ कमेटी इस पाठ्यक्रम को तैयार करने में जुटी है| छात्रों को आईटी एक्ट, साइबर लॉ तथा डाटा सिक्योरिटी जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे|
आपको बता दें कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार राज्यों में साइबर क्राइम की दर तेजी से बढ़ रही है| हर रोज साइबर क्राइम से जुड़े कई मामले प्रकाश में आ रहे३ हैं| वहीँ अगर देखा जाये तो भारत दुनिया का तीसरा बड़ा देश है, जहां इंटरनेट यूजर्स की संख्या सबसे ज्यादा है|
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी) के अनुसार जनवरी से सितंबर 2011 तक देश में वेबसाइटों को नुकसान पहुंचाने के 11 हजार मामले दर्ज हुए हैं| जो कि अपने आप में आश्चर्य की बात है|