टीईटी : शिक्षक पाएंगे आधा मानदेय
गोरखपुर। टीईटी को लेकर परीक्षा केंद्रों पर ड्यूटी को लेकर शिक्षक ऊहापोह में हैं। परीक्षा संचालन और मानदेय का पूरा पैसा न मिलने से केंद्राध्यक्षों के सामने सकुशल परीक्षा संपन्न कराने का दबाव बढ़ गया है। शनिवार की सुबह केंद्राध्यक्षों को चेक उपलब्ध कराया गया, जिसमें अधिकांश लोगों का तो कैश ही नहीं हो पाया। बजट के अभाव में केंद्र पर पूरा पैसा न पहुंचने से परीक्षा के दिन स्थिति ठीक रहने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
टीईटी में परीक्षा संचालन के लिए 500 संख्या वाले केंद्रों को 5 हजार, 700 वाले केंद्र को 7 हजार एवं इससे ऊपर की संख्या वाले स्कूलों को 10 हजार रुपये मिलने थे। शुक्रवार की देर शाम तक परीक्षा केंद्र पर पैसा नहीं पहुंचा था। टीईटी के लिए केंद्र व्यवस्थापक को एक पाली में 2000, कक्ष निरीक्षकों को 500 मिलने हैं। पर्यवेक्षक को 1000 एवं सचल दल के सदस्यों को 500 रुपये मिलेंगे। परीक्षा से एक दिन पहले तक पैसा न आने से आनन-फानन में शनिवार की सुबह जेडी ने खाते में आया पैसा केंद्राध्यक्षों को उपलब्ध कराया। शनिवार का दिन होने के कारण अधिकांश स्कूलों का पैसा खाते में भी नहीं पहुंच पाया। कक्ष निरीक्षकों की संख्या की तुलना में पैसा कम मिलने के बाद शिक्षकों ने इसकी अधिकारियों से शिकायत भी की, लेकिन अधिकारियों ने मैनेज कर परीक्षा कराने की बात कह शेष राशि जल्द ही मिलने की बात कही। ड्यूटी करने वाले शिक्षक 500 की जगह 200 रुपये के आसपास पाएंगे। शनिवार देर शाम तक कक्ष निरीक्षकों की संख्या निर्धारित नहीं हो पाई थी। एक कमरे में दो कक्ष निरीक्षक ड्यूटी करेंगे। संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर मंडल प्रताप सिंह बघेल का कहना है कि परीक्षा को सकुशल संपन्न कराया जाएगा। ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को पूरा मानदेय मिलेगा। बजट आते ही स्कूलों को पूरा पैसा भेज दिया जाएगा।
एमजी, एमएसआई में बढ़ेंगे अभ्यर्थी
टीईटी में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ गई है। 60280 की जगह परीक्षा में अब 200 अधिक अभ्यर्थी बैठेंगे। दो दिनों तक कंट्रोल रूम का चक्कर काटने वाले अभ्यर्थियों को डुप्लीकेट प्रवेश पत्र जारी करने के बाद इनको महात्मा गांधी इंटर कालेज और एमएसआई इंटर कालेज में शिफ्ट किया गया है। इन केंद्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ गई है।
टीईटी में परीक्षा संचालन के लिए 500 संख्या वाले केंद्रों को 5 हजार, 700 वाले केंद्र को 7 हजार एवं इससे ऊपर की संख्या वाले स्कूलों को 10 हजार रुपये मिलने थे। शुक्रवार की देर शाम तक परीक्षा केंद्र पर पैसा नहीं पहुंचा था। टीईटी के लिए केंद्र व्यवस्थापक को एक पाली में 2000, कक्ष निरीक्षकों को 500 मिलने हैं। पर्यवेक्षक को 1000 एवं सचल दल के सदस्यों को 500 रुपये मिलेंगे। परीक्षा से एक दिन पहले तक पैसा न आने से आनन-फानन में शनिवार की सुबह जेडी ने खाते में आया पैसा केंद्राध्यक्षों को उपलब्ध कराया। शनिवार का दिन होने के कारण अधिकांश स्कूलों का पैसा खाते में भी नहीं पहुंच पाया। कक्ष निरीक्षकों की संख्या की तुलना में पैसा कम मिलने के बाद शिक्षकों ने इसकी अधिकारियों से शिकायत भी की, लेकिन अधिकारियों ने मैनेज कर परीक्षा कराने की बात कह शेष राशि जल्द ही मिलने की बात कही। ड्यूटी करने वाले शिक्षक 500 की जगह 200 रुपये के आसपास पाएंगे। शनिवार देर शाम तक कक्ष निरीक्षकों की संख्या निर्धारित नहीं हो पाई थी। एक कमरे में दो कक्ष निरीक्षक ड्यूटी करेंगे। संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर मंडल प्रताप सिंह बघेल का कहना है कि परीक्षा को सकुशल संपन्न कराया जाएगा। ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को पूरा मानदेय मिलेगा। बजट आते ही स्कूलों को पूरा पैसा भेज दिया जाएगा।
एमजी, एमएसआई में बढ़ेंगे अभ्यर्थी
टीईटी में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ गई है। 60280 की जगह परीक्षा में अब 200 अधिक अभ्यर्थी बैठेंगे। दो दिनों तक कंट्रोल रूम का चक्कर काटने वाले अभ्यर्थियों को डुप्लीकेट प्रवेश पत्र जारी करने के बाद इनको महात्मा गांधी इंटर कालेज और एमएसआई इंटर कालेज में शिफ्ट किया गया है। इन केंद्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ गई है।
News : Amar Ujala (13.11.11)