Rumours about cancellation of UPTET Exam, But now exam process successfully completed
उड़ती रहीं परीक्षा रद्द होने की अफवाह
आगरा: शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर अफवाहों का दौर भी खूब चला। रात तक कभी मेरठ और कभी झांसी में टीईटी परीक्षा का पेपर आउट होने की अफवाह उड़ती रही। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के फोन भी घनघनाते रहे, लेकिन वह सभी से मामले पर अनभिज्ञता जताते रहे। संयुक्त शिक्षा निदेशक संजय यादव ने कहा कि आगरा मंडल में पेपर लीक होने की अफवाह सरासर गलत है। रविवार को दोनों पालियों में नियत समय पर परीक्षा होगी।
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पकड़ा गया पेपर आउट कराने वाला गिरोह
टीईटी परीक्षा का पेपर आउट कराने के बहाने परीक्षार्थियों से वसूली कर रहे एक गिरोह को मध्य प्रदेश पुलिस ने छतरपुर से हिरासत में ले लिया है। इनके साथ ही 12 परीक्षार्थियों को भी थाने में बैठा लिया है जो इनके ग्राहक थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ दौरान परीक्षार्थियों ने बताया कि इस रैकेट के सदस्यों ने पांच-पांच लाख रुपये प्रति परीक्षार्थी के हिसाब से पैसा तय किया था। जो लड़के इनके संपर्क में आए उनसे 50-50 हजार रुपये व असली मार्कशीट पहले जमा करा ली गई थी।
रैकेट के सदस्यों ने वादा किया था कि वे रात में झांसी जाकर उत्तरों के साथ प्रश्नपत्र की फोटोकापी परीक्षार्थियों को दे देंगे। परीक्षा उत्तीर्ण होने पर सभी को पांच-पांच लाख रुपये इन्हें देने थे। छतरपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि बस अड्डे के पास एक रैकेट टीईटी का पेपर आउट करने की बात परीक्षार्थियों से कर रहा है। पुलिस ने वहां पहुंचकर सटई जनपद छतरपुर निवासी भरत और योगेश पटेल निवासी विश्वनाथ कालोनी छतरपुर को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में कुछ सुराग मिलने के बाद पुलिस मातगवां थाने के पास पहुंची। जहां पर गिरोह का सदस्य राघवेंद्र परीक्षार्थियों को गाड़ी में भरकर छतरपुर ले जाने की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने राघवेंद्र और राजेश त्रिपाठी, बाबूलाल, राम सिंह, प्रदीप, कामता, अखिलेश सहित 12 परीक्षार्थियों को हिरासत में ले लिया।
परीक्षार्थियों ने बताया कि राघवेंद्र पटेल व इनके साथियों ने प्रति परीक्षार्थी पांच-पांच लाख रुपये तय किए थे और पचास-पचास हजार रुपये व असली मार्कशीट पहले जमा करा ली थी। साथ ही झांसी में रात को पेपर देने का आश्वासन दिया था। अपर पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी ने बताया कि प्रारंभिक पड़ताल में लग रहा है कि इन सदस्यों के माध्यम से रैकेट चलाया जा रहा है। इनके कहां तक तार जुड़े हैं इस बारे में पूछताछ की जा रही है।
News Source : अमर उजाला ब्यूरो
रैकेट के सदस्यों ने वादा किया था कि वे रात में झांसी जाकर उत्तरों के साथ प्रश्नपत्र की फोटोकापी परीक्षार्थियों को दे देंगे। परीक्षा उत्तीर्ण होने पर सभी को पांच-पांच लाख रुपये इन्हें देने थे। छतरपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि बस अड्डे के पास एक रैकेट टीईटी का पेपर आउट करने की बात परीक्षार्थियों से कर रहा है। पुलिस ने वहां पहुंचकर सटई जनपद छतरपुर निवासी भरत और योगेश पटेल निवासी विश्वनाथ कालोनी छतरपुर को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में कुछ सुराग मिलने के बाद पुलिस मातगवां थाने के पास पहुंची। जहां पर गिरोह का सदस्य राघवेंद्र परीक्षार्थियों को गाड़ी में भरकर छतरपुर ले जाने की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने राघवेंद्र और राजेश त्रिपाठी, बाबूलाल, राम सिंह, प्रदीप, कामता, अखिलेश सहित 12 परीक्षार्थियों को हिरासत में ले लिया।
परीक्षार्थियों ने बताया कि राघवेंद्र पटेल व इनके साथियों ने प्रति परीक्षार्थी पांच-पांच लाख रुपये तय किए थे और पचास-पचास हजार रुपये व असली मार्कशीट पहले जमा करा ली थी। साथ ही झांसी में रात को पेपर देने का आश्वासन दिया था। अपर पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी ने बताया कि प्रारंभिक पड़ताल में लग रहा है कि इन सदस्यों के माध्यम से रैकेट चलाया जा रहा है। इनके कहां तक तार जुड़े हैं इस बारे में पूछताछ की जा रही है।
News Source : अमर उजाला ब्यूरो