सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Sunday, September 22, 2013
60 Thousand Shiksha Mitra will get Pay of Rs 25000/- after samayojan / regularization in Primary Teacher Job
198 comments:
Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।
main 1 baat soch kar hairaan / pareshaan rahta hun ki aaz tak bog editor ki koi call/massage mere liye nahi aaya isliye mujhe lagne laga hai ki main aap logon ko jodd kar koi galat kaam...........................
ReplyDeleteaisa main kis liye kah raha hun ye editor ko achchhi tarah pata hai
ReplyDeleteभविष्य मेँ क्या होगा? इस चक्कर मेँ वर्तमान की सच्चाई को अनदेखा ना करेँ।आज की सच्चाई 31मार्च2014को डेड लाईन मानकर दो साल से अनवरत अन्याय के खिलाफ अपने धर्मयुध को अंजाम तक पहुँचाने के लिए तन मन धन से जुट जाएं।किसी को गद्दार कहने से पहले खुद आगे बढेँ।कानून के जानकार बने लेकिन फैसला ना सुनाएँ।भारतीय संविधान इतना कमजोर नहीँ है कि सपा सरकार उससे खिलवाड कर सके. सजगता से कदम बढाएँ, जीत हमारी होगी।jai tet merit
This comment has been removed by the author.
DeleteThis comment has been removed by the author.
Deletenew ad C.V. YADAV ke kahane per hi nikla tha
ReplyDeleteSTAY KO SARKARI WAKIL HI KHULWAYEGA
YA KHULWA SAKTA HAI
3.5 ARAB Rs KYA STAY KE LIYE HI DIYA THA...?
TET WALE TO MAZA LE RAHE HAI STAY KA
GVNT BHEEGI BILLI BANI BAITHI HAI
NEW AD PER STAY SHARM NAHI AATI...?
BASE OF SELECTION BADALNA BAHUT KATHIN HAI
HANGAMA KHADA KAB KAROGE
JAB KAROGE
TAB
C.V. YADAV CASE MENTION KARWAYEGA
NIRNAY HO JAYEGA
BANK DRAFT BABANE WALO
LAMBI-LAMBI LINE LAGANE WALO
SADKO PER AA JAO
यद्यपि मै अधिकाँश मामलों में खुलकर अपने विचार व्यक्त करना पसंद करता हूँ,बिना किसी की प्रतिक्रिया की परवाह किये,,,,,, सर्वोच्च न्यायालय जाने के बारे में मेरा रुख जगजाहिर है,,लेकिन मेरा यह भी मानना है यदि कोई व्यक्ति कड़े विरोध का सामना करते हुए बिना किसी की परवाह किये आगे बढ़ता है तो उसके जज्बे और विश्वास की कद्र की जानी चाहिए..... अब जब रत्नेश और तोमर आगे बढ़ चुके हैं तो हम सभी को उनका सहयोग करना चाहिए,,,,, ना सिर्फ आर्थिक बल्कि मनोवैज्ञानिक सहयोग भी जरूरी है जिससे आगे बढते हुए ये इस बात के प्रति सशंकित ना रहें कि सकारात्मक परिणाम ना मिलने पर उन्हें दोषी ठहराया जाएगा,
ReplyDeleteयदि सर्वोच्च न्यायालय से हमें किसी प्रकार कि राहत मिलती है तो इसका क्रेडिट निःसंदेह तोमर और रत्नेश को ही जाएगा ,,और लाभ हम सबको....इसलिए अगर सफलता नहीं भी मिलती है तो इसकी जिम्मेदारी सारे मोर्चे को लेने के लिए तैयार रहना चाहिए,,,,,
ReplyDeleteयदि तोमर को अपना एकाउंट नंबर देने में कोई एतराज ना हो तो रत्नेश,अवनीश या कोई अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति उनका एकाउंट नंबर इस ग्रुप में डाल दे,,,,, ऐसा करने से टेट मोर्चे के याचिका माफियाओं के धंधे पर लगाम लगाई जा सकती है,,,,, मोर्चे के कुछ लोगों ने तो अपने-अपने क्लाइंट बना रखे हैं,,एक व्यक्ति से चार-चार लोग सर्वोच्च न्यायालय के नाम पर रुपया मांग रहे हैं जिसका नतीजा होता कि जहाँ रुपयों की वास्तविक जरूरत है वहां ना जाकर जाने कहाँ गुम हो जाता है..... मेरे विचार से सर्वोच्च न्यायालय के लिए जो भी पैसा आये वो सीधा तोमर के ही एकाउंट में जाना चाहिए ..... बाक़ी जैसा अन्य लोग उचित समझें .....
ReplyDelete७२००० सहायक अध्यापक के पदों पर
ReplyDeleteलगी रोक से किसने क्या खोया और किसने
क्या पाया ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
इस भर्ती प्रकिया में अंग्रेजो की फुट डालो राज
करो की निति का प्रयोग किया गया और
सभी अभ्यर्थियों को तीन गुटों में बाँट
दिया गया वो गुट निम्नवत है -----------
१- गुडांक से भर्ती गुट ( इस गुट में
अभ्यर्थियों की संख्या अधिक लेकिन लाभ सिर्फ
७०००-८००० अभ्यर्थियों को ,,,वो भी सर्कार
की जीत होने पर ) इस प्रकार यह
कहा जा सकता हे की इनको न पहले मतलब
था और न ही रोक लगने के बाद ! इनके पक्ष
को सरकारी वकील रख रहा हे !
२- टेट मेरिट से भर्ती गुट ( इस गुट में
अभ्यर्थियों की संख्या भी लगभग १०००० के
आसपास,, सभी अभ्यर्थी प्रभावित,,,,४० से
अधिक उम्र वाले भी शामिल ) यह गुट
न्यायपालिका पर भरोसा करता हे और अभी तक
कोर्ट ने इनकी रिट पर भर्ती पर रोक
लगायी ही हे ! अभी तक यह गुट क़ानूनी रूप से
सबसे ज्यादा फायदा में आगे का पता नहीं ! अपने
संगठन की दम पर खर्च कर रहे
हे ,,,,,,,,,,,,,,अभी तक के आकलन के अनुसार
पहले इनको नोकरी मिल सकती हे उसके बाद
अन्य लोगो को और यदि नहीं मिलती हे तो रोक
तो लगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, हे यह लोग एन्जॉय कर
रहे हे !
३- भर्ती समर्थक गुट (ubhaylingee)( इस गुट में
अभ्यर्थियों की संख्या सबसे अधिक लगभग
५८००० से लेकर ६०००० तक , सबसे
जयादा हानि इसी गुट को )
यह गुट यदि सत्य का साथ देता तो अभी तक
भर्ती हो गयी होती! लेकिन यह गुट यह सब करने
की हिम्मत नहीं कर पाया और आज की तारीख
तक सबसे जयादा नुकसान में ,,,,,,,,,,,,,,,,,
इनके नुकसान जो हुआ वो निम्न हे
१- भर्ती के अभी दूर -दूर तक कोई उम्मीद नहीं !
२- लगभग हर जिले में आवेदन किया जिसमे
सबसे ज्यादा रकम खर्च की !
३- यदि समय पर नियुक्ति होती तो अभी तक
मिलने वाली रकम लगभग rs. 3000000 होती !
यह विचार मेरे निजी हे में इन
विचारो को किसी पर थोपने की कोशिश नहीं कर
रहा हु !
एक घर के सामने सडक बन रही थी,
ReplyDeleteगरीब मजदूरिन वहाँ काम कर रही थी.
मजदूरिन के घर का सारा बोझ उसी पर पडा था,
उसका नन्हा सा बच्चा साथ ही खडा था.
उसके घर के सारे बर्तन सूखे थे,
दो दिन से उसके बच्चे भूखे थे.
बच्चे की निगाह सामने के बँगले पर पडी,
देखी, घर की मालकिन, हाथ मे रोटी लिये खडी.
बच्चे ने कातर दृष्टि मालकिन की तरफ डाली,
लेकिन मालकिन ने रोटी, पालतू कुत्ते की तरफ उछाली.
कुत्ते ने सूँघकर रोटी वहीं छोड दी,
और अपनी गर्दन दूसरी तरफ मोड दी!
कुत्ते का ध्यान, नही रोटी की तरफ जरा था,
शायद उसका पेट पूरा भरा था!
ये देख कर बच्चा गया माँ के पास,
भूखे मन मे रोटी की लिये आस.
बोला- माँ! क्या रोटी मै उठा लूँ?
तू जो कहे तो वो मै खा लूँ?
माँ ने पहले तो बच्चे को मना किया,
बाद मे मन मे ये खयाल किया कि-
कुत्ता अगर भौंका तो मालिक उसे दूसरी रोटी दे देगा,
मगर मेरा बच्चा रोया तो उसकी कौन सुनेगा?
माँ के मन मे खूब हुई कशमकश,
लेकिन बच्चे की भूख के आगे वो थी बेबस.
माँ ने जैसे ही हाँ मे सिर हिलाया,
बच्चे ने दरवाजे की जाली मे हाथ घुसाया.
बच्चे ने डर से अपनी आँखों को भींचा,
और धीरे से रोटी को अपनी तरफ खींचा!
कुत्ता ये देखकर बिल्कुल नही चौंका!
चुपचाप देखता रहा! जरा भी नही भौंका!!
कुछ मनुष्यों ने तो बेची सारी अपनी हया है,
लेकिन कुत्ते के मन मे अब भी शेष दया है !
सोचिये अगर ये लोग देश छोड़कर जाने की बात करे तो क्या होगा ***
ReplyDeleteसनी लियोन : युवा वर्ग डिप्रेशन के शिकार हो जाएगा , सनी लियोन को मनाने के लिए यज्ञ व हवन किये जायेंगे , दुआए मांगी जाएगी देश में सन्नाटा पसर जाएगा |
तुषार/एकता कपूर : सारा देश सवेरे सवेरे उनके घर के बाहर जमा हो जाएगा और उन्हें अपना वादा पूरा करने को कहेगा |
राहुल गाँधी : सारे व्यंगकार व फेसबुक पेज एडमिन हड़ताल पे बैठ जायेंगे और राहुल को रोकने की कोशिश करेंगे और कहेंगे ' अजी आप चले गए तो हम भूखे मर जायेंगे '
दिग्विजय सिंह : सबसे ज्यादा विरोध आरएसएस और भाजपा वाले करेंगे और कहेंगे 'तुस्सी ना जाओ पाजी , आप ही की वजह से हमें इतनी प्रसिद्धि मिली हैं | साथ ही देश के सारे व्यंगकार व बकलोल उन्हें मनाने उनके घर पहुच जायेंगे |
अरविन्द केजरीवाल : आधे रास्ते जा चुके होंगे लेकिन झाड़ू विक्रेताओं की मांग पर वापसी संभव
अल्ताफ राजा / अनु मलिक : हर संगीत प्रेमी गली गली में चंदा इकट्ठा करने में लग जाएगा ताकि ये पैसे नहीं होने का बहाना बना के फैसला ना बदल दे और चंदे के पैसे से स्वयं इनके लिए युगांडा की टिकट व वीजा का इंतजाम किया जाएगा |
लालू यादव : देश भर के कॉमेडियन व मिमिक्री आर्टिस्ट परेशान हो जायेंगे , सारी भैंसे हड़ताल पे बैठ जायेगी और राबड़ी देवी इस दुःख की घडी में अपना वजन 10 किलो और बढ़ा लेगी |
बप्पी लहरी : शेयर बाज़ार व खाद्य विभाग इस ख़ुशी में पार्टी देगा , कस्टम विभाग वाले सोना जब्त करने पहुच जायेंगे और मिथुन दा इस गम में रिटायरमेंट ले लेंगे |
आशीष नेहरा / बिंदु दारा सिंह : कोई खुश हो ना हो देश भर के डेंटिस्ट खुश हो जायेंगे क्यूंकि वो सिर्फ इन्ही लोगो के दांत का इलाज़ करने में नाकाम रहे हैं |
जावेद अख्तर : शायरी जगत में घी के दिए जला के दिवाली मनाई जाएगी |
काटजू : देश के 90% लोग इन्हें हाथ पकड़ के बाघा बॉर्डर पे खुद छोड़ के आयेंगे |
निर्मल बाबा : गोलगप्पे वाले ,समोसे वाले मिल के इसका कड़ा विरोध करेंगे और उस विरोध को स्पोंसर सभी न्यूज़ चैनल करेंगे |
उदय चोपड़ा : बॉलीवुड में ख़ुशी के तौर पर एक दिन का holiday इनके नाम पे घोषित किया जाएगा |
लो भाई अब तो शिक्षामित्रो का नौकरी के साथ-साथ वेतन भी Decide हो गया , अब B.Ed. वाले शिक्षामित्रो की जगह नौकरी करेँगेँ ।
ReplyDeleteagar aaplog abb bhi ghar me baithe rahoge to aisa hi hamare sath hone wala hai,
inki sankhya bhale hi kam hai lekin ekta hai jiske balbute par govt. inse darti hai, . sach kahen to govt.ki inse fatti hai
Tet merit ji u r not too bad guy....
ReplyDeleteYE ANYAAY HAI
ReplyDeleteBINA TET PASS KIYE SHIKSHA MITRO KO NOKRI DENA GHOR ,MAZAK HAI TET PAREEKSHA KA...
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteJAIL WALI
ReplyDeleteदिल किसी और की सुनता ही कहाँ है मेरा?
और अगर सुन भी ले तो किस का कहा मानता है?
तू मेरा दोस्त है या प्यार है मालूम नहीं,
मुझको मालूम है, या खुदा ही जानता है. —
छुट जाये समय तो छुट जाने दो
ReplyDeleteइस ज़माने में क़ज़ा कौन पढता है
सारे पड़े है इस ज़माने में पैसे की दौड़ में…
फकीरी में भी जिन्दगी का मजा कौन लेता है
सबको भुगतना पड़ता है अपने गुनाहों का दंड
इस ज़माने में दुसरो की सजा कौन लेता है
सब पीते है बिसलरी की बोतलों का पानी
खोद कर कुआ पानी पीने का मजा कौन लेता है
सब सोते है अपने दो कमरे की छत के नीचे
खेजड़ी की छावं में नींद का मजा कौन लेता है
सब मरते है बस अपनी एक लैला के पीछे…
बचाने को मोहब्बत मरने का मजा कौन लेता है
हवेली में ठाकर बने, परेशान से रहते है…
टूटी खाट पर भी झोपडी में शान से कौन रहता है
खाते हो पञ्च सितारा होटलों में लजीज पकवान
माँ के हाथ की मोटी रोटीओ का मजा कौन लेता है
छिप छिप के घूमते हो काले कांच वाली गाडियों में…
खेतों की मेड डगमगाते चलने का मजा कौन लेता है
जमीर खोकर अमीरी का लबादा ओढने वालो….
इमां की गुदड़ी पर बिछाने मजा कौन लेता है ??
त्योहारों पर मंदिर मस्जिद अरदास को जाने वालो
पल-पल सजदे करने का मजा कौन लेता है .
छुप छुप के तो सब करते है प्यार का इजहार
भरे बाजार में इकरार करे की हिम्मत कौन करता है
दाम के लिए तो हर कोई लिख देता है गजले….
दमन अपना जलाकर कविता कौन लिखता है…...
अजीब से हालात में आज मेरा साथ छोड़ा
ReplyDeleteउसने बड़े आराम से आज मेरा हाथ छोड़ा
दिल के छालों में जुदाई का ज़िक्र कहा था
बड़ी जलन थी और दर्द का सैलाब छोड़ा .
दिन भर बनाते रहे हम नक्शा मंजिल का
दिन ढले ख़्वाब में आकर लाचार छोड़ा .
अब तो नहीं बरसते कहीं इशारे आँख के
तेज हवा थी आँधियाँ का गुब्बार छोड़ा
बेशक बचा नहीं कोई उसका भी घर यारों
जहा आशियाना था उसने वही आना छोड़ा
ज़र्रा भी ख़ुद को क़ुर्बान नहीं करता कोई
उनकी खुशी मे ही शामिल हमने हाथ छोड़ा
तुमसे बिछड़कर मिलने को चाहा था दिल मेरा
ReplyDeleteरस्मो-िरवाज़ ने रोक लिया, मैं बेवफा न था!!
बेसिक शिक्षा मंत्री बार-बार कहते हैं कि जूनियर भरती की आयु सीमा बढाई जायेगी पर आज २१ सितंबर तक कुछ नही हुआ।इसका मतलब साफ है कि ये सरकार खुद चाहती है कि भरती लटके ।इतनी सारी विसंगतियां हैं इस शासनादेश में कि याचिकाओं का अंबार लग जायेगा।जो अपने को इस आदेश की शर्तों के अंतर्गत पाते हैं उन्हे हर वह परतिभाघी दुश्म नज़र आता है जो याचिका की बात करता है।जितनी ज़रूरत इक को नौकरी की है उतनी ही दूसरे को-----।सरकार शासनादेश में कमिया छोडकर प्रतिभागियों को लडाना चाहती है और भरती ना होने का ठीकरा भी प्रतिभागियों के सिर ही फोडना चाहती है कि हम तो भरती करना चाहते थे आप लोग ही कोर्ट चले गये।ये सब सोची समझी योजना है --वरना इतने लीगल एडवाइज़र सरकार ने क्यों रखे हैं? वे किस बात की तनख्वाह लेते हैं? वे नही बता सकते थे कि किस किस मुद्दे पर रिट पड सकती है।इस भरती का रास्ता बडे जन आंदोलन से ही निकलेगा और सबको एक मंच पर आकर संघर्ष करना होगा।आज उ० प्र० में शिक्षकों के इतने पद खाली हैं कि यदि सरकार सभी पदों को भरना चाहे तो टेट और सी टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी कम पड जायेंगे पर इस सरकार ने योजनाबद्द ढंग से-एकाडेमिक और सीटेट को आमने सामने खडा कर दिया।अंडर एज और ओवरएज की एक नयी श्रेणी बना दी।सरकार के अनपढ मंत्री हमे इस्तेमाल कर रहे हैं और हम पढे लिखे बुद्धिजीँवी कहने वाले लोग इस्तेमाल हो रहे हैं --यही विडंबना है---------------
ReplyDeleteJAIL WALI
ReplyDeleteजब आपका नाम ज़ुबान पर आता है,
पता नही दिल क्यों मुस्कुराता है,
तसल्ली होती है हमारे दिल को,
कि चलो कोई तो है अपना, जो
हर वक़्त याद आता है.
चिंता करोगे भटक जाओगे,
ReplyDeleteचिंतन करोगे तो भटके हुए को रास्ता दिखाओगे!!!
जगा दिया गुजरात को जिसने देश जगाने वाला है।
ReplyDeleteविजय पताका फहराकर वो जो दिल्ली आने वाला है।।
शंखनाद हो गया शुरू, अब तो रण होने वाला है।
आज सुना है अपने कानो से की मोदी आने वाला है।।
मत डरो अंधियारो से अब भोर होने बाला है।
गर्जना सुन पा रहा हु कोई शेर आने वाला है।।
जल रहा है पुरा भारत अब शासन हिलने वाला है।
सुन लो सब कान खोल के, अब मोदी ........
JAIL WALI
ReplyDeleteएक हसीन पल की जरूरत है हमें,
बीते हुए कल की जरूरत है हमें,
सारा जहाँ रूठ गया हमसे..
जो कभी ना रूठे ऐसे दोस्त की जरूरत है हमें ..
सुखी वैवाहिक जीवन का राज
ReplyDelete=========================
एक दंपत्ति नें जब अपनी शादी की 25 वीं वर्षगांठ
मनायी तो एक पत्रकार उनका साक्षात्कार लेने पहुंचा.
वो दंपत्ति अपने शांतिपुर्ण और सुखमय वैवाहिक
जीवन के लिये प्रसिद्ध थे. उनके बीच कभी नाम मात्र
का भी तकरार नहीं हुआ था.
लोग उनके इस सुखमय
वैवाहिक जीवन का राज जानने को उत्सुक थे.
पति ने बताया :
हमारी शादी के फ़ौरन बाद हम हनीमुन मनाने शिमला गये।
वहाँ हम लोगो ने घुड़सवारी की.
मेरा घोड़ा बिल्कुल ठीक था लेकिन मेरी पत्नी का घोड़ा थोड़ा नखरैल था.
उसने दौड़ते दौड़ते अचानक मेरी पत्नी को गिरा दिया.
मेरी पत्नी उठी और घोड़े के पीठ पर हाथ फ़ेर कर कहा :
"यह पहली बार है", और फ़िर उसपर सवार हो गयी.
थोड़े दुर चलने के बाद घोड़े ने फ़िर उसे गिरा दिया. पत्नी ने घोड़े से फ़िर कहा : "यह दुसरी बार है", और फ़िर
उस पर सवार हो गयी.
लेकिन थोड़े दुर जा कर घोड़े ने फ़िर उसे गिरा दिया.
अबकी पत्नी ने कुछ नहीं कहा. चुपचाप अपना पर्स खोला, पिस्तौल निकाली और घोड़े को गोली मार दी.
मुझे देखकर काफ़ी गुस्सा आया और मैं जोर से पत्नी पर चिल्लाया : "ये तुमने क्या किया, पागल हो गयी हो?"
पत्नी ने मेरी तरफ़ देखा और कहा : "ये पहली बार है" और बस उसके बाद से हमारी ज़िंदगी सुख और शांति से चल रही है.
Pyar ke ujale me gum ka andhera kyu hai,
ReplyDeleteJisko hum chahe wahi rulata kyu hai,
Mere rubba agar wo mera nasib nahi to,
Aise logo se hume milata kyu hai…
TOP 10 TALLEST MOUNTAINS
ReplyDelete1. Mount Everest - 29,035 ft (8,850 m)
Nepal/China
2. Qogir (K2) - 28,250 ft (8,611 m)
India/Pakistan
3. Kangchenjunga - 28,169 ft (8,586
m) Nepal
4. Lhotse - 27,920 ft (8,501 m) Nepal
5. Makalu I - 27,765 ft (8,462 m)
Nepal
6. Cho Oyu - 26,906 ft (8,201 m)
Nepal
7. Dhaulagiri - 26,794 ft (8,167 m)
Nepal
8. Manaslu I - 26,758 ft (8,156 m)
Nepal
9. Nanga Parbat - 26,658 ft (8,125 m)
Pakistan
10. Annapurna I - 26,545 ft (8,091 m)
Nepal
किसी ने एक बहुत अच्छा सवाल पूछा है....... ये भर्ती कैसे हो सकती है?
ReplyDeleteजिसका सिर्फ एकैडमिक अच्छा है वो कहेगा कि गुणांक से....
जिसका एकैडमिक खराब और टेट अच्छा है वो जवाब देगा भर्ती होगी तो टेट मेरिट से वरना नहीं....
TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI
जिसके दोंनों ही अच्छे हैं वो(UBHAYLINGEE) जवाब देने से पहले अपने आस-पास का जायजा लेगा,अगर टेट मेरिट समर्थकों के बीच हुआ तो टेट मेरिट का समर्थन करेगा वरना कहेगा सरकार जो चाहेगी वही होगा....
कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका किसी भी तरीके से चयन नहीं हो रहा,ऐसे लोगों का जवाब होगा कि ये भर्ती होगी ही नहीं ,,हो सकता है उसने वेटेज से अपने चयन का कोई फार्मूला बना रखा हो ,जवाब में उसे झोंक देगा ....
ReplyDeleteमेरे ख्याल से पिछले दो सालों से यही सब करने क प्रयास तो हो रहा है ना ?
ReplyDeleteनतीजा ????? शिक्षा मित्र दिए जलाने के लिए कर लेकर घी का इंतजाम करने में जुटे हैं ....
ReplyDeleteइस समस्या का समाधान अगर 72825 पदों पर टेट मेरिट या एकैडमिक से भर्ती या जूनियर को मिलाकर एक लाख पदों पर एकैडमिक से भर्ती होने से हो सकता तो अब तक हो चुका होता ,,,,
सरकार को अच्छी तरह पता है कि बी.एड.वालों को चाहे वो टेट मेरिट वाले हों या एकैडमिक वाले , ज्यादा दिनों तक बेवकूफ बनाकर अपना वोट बैंक नहीं बनाया जा सकता ,,,, शिक्षामित्रों को हांकना अपेक्षाकृत आसान है ,,,
ReplyDeleteटेट मेरिट वालों ने बहुत आन्दोलन कर लिया,,मुकदमा भी लड़ लिया ,,,,, एकैडमिक वाले भी अगर कुछ कर सकें तो शायद सरकार पर दबाव पड़े और वो नए विज्ञापन के लिए पदों का सृजन करके सभी बी.एड.वालों की भर्ती के लिए तैयार हो जाए....वरना वो तो चाहती ही है कि बी.एड वाले सारी जिंदगी तीन हजार रूपये में नक़ल माफियाओं के तलवे चाटते रहें .......
ReplyDeleteजूनियर में न्यायमूर्ति वी.के.शुक्ला की सिंगिल बेंच ने आयु-सीमा की याचिका खारिज कर दी है और एक याचिका स्वीकार कर ली है ,,अब वी.के शुला जी के स्थान पर दूसरे जज आ रहे हैं ,,,अगर उन्होंने आयु-सीमा बढाने का आदेश दे दिया तो इसका नतीजा एक और वृहद पीठ के गठन के रूप में देखने को मिल सकता है.....सिंगिल बेंचों के विरोधाभासी फैसले के कारण उत्पन्न संकट का समाधान तीन जजों की पीठ ही कर सकती है..... अगर ऐसा हुआ तो जूनियर की भर्ती कम से कम छः महीने तक तो लटकने ही वाली है ,,,,जूनियर की भर्ती के भरोसे पर शांत बैठने से काम नहीं चलने वाला ........
ReplyDeleteपढिए उस लड़की की आपबीती जिससे छेड़खानी के बाद फैला दंगा
ReplyDelete****************************************
मुजफ्फरनगर जिला मुख्यालय से करीब 17 किमी दूर मलिकपुरा गांव में 28 परिवार रहते हैं। खेती-बाड़ी पेशा है इनका। इन परिवारों में लड़कियों की पहली पीढ़ी स्कूल गई थी। नगला मंदौड़ के भारतीय इंटर कॉलेज में पढऩे वाली यह छात्रा इन्हीं में से एक है।
कहती है, 'हमारे परिवार में कोई भी लड़की स्कूल नहीं गई। सभी लड़कियों के पढऩे के खिलाफ थे। परिवार को स्कूल के लिए कवाल से होकर गुजरने वाले रास्ते को लेकर चिंता रहती थी। सब इस शर्त पर तैयार हुए कि मैं और मेरी ममेरी बहन हमेशा ममेरे भाइयों के साथ ही स्कूल जाएंगी। हमने कभी ये सफर अकेले तय नहीं किया। कवाल के हर मोड़ पर लड़के खड़े रहते थे। लड़कियों पर फब्तियां कसते। तंग आकर मेरी बहन ने तीन साल पहले 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी। 27अगस्त को स्कूल से लौटते हुए एक लड़के ने मुझे भी अपशब्द कहे। भाइयों ने आपत्ति ली। झगड़ा बढ़ गया। और दोनों को मार दिया गया। इतना सब होने के बाद हम कभी पढऩा नहीं चाहेंगे।'
मलिकपुरा की करीब 20 लड़कियां कवाल से होकर स्कूल के लिए नगला मंदौल जाती थीं। जहां का हायर सेकंडरी स्कूल अब पुलिस छावनी बना हुआ है। बेटी के साथ हुई अभद्रता और परिवार के दो बच्चों की हत्या का आघात झेलने वाले विजेंद्र सिंह कहते हैं कि मैं कवाल में कदम भी नहीं रखना चाहता। मुख्यमंत्री से कहा है कि गांव के लिए अलग रास्ता बनवा दो, जो हाईवे तक जाता हो।
उन्होंने फिलहाल आश्वासन ही दिया है।
Tet sathiyo
ReplyDeleteNamaskar
(1)-aaj tet sangharsh morcha Deoria ki ek baithak Town Hall Deoria me sammapann huyi.tat paschat sabhi tetian log samajvaadi party k loksabha pratyasi sri Ramendar Tripathi ko press pratinidhiyo ki maujoodagi me is asay ka gyapan diya gaya ki sarkar old ad ko bahal kr bina kisi hilahawali k HC me prabhavi pairavi suru kr tet k adhar pr chayan ka marg prasast kare.lagbhag pratyek zile se is tarah ki gatividhiya satat jaari rahani chahiye sabhi ziladhayax dhayan de .
(2)- SC me hum panhuch chuke hai .10 October se purv hume shighr sunwayi ka direction mil jana chahiye is hetu apka sahyog apke ziladhayax k dwara apexit hai.
ReplyDeleteहमने गरीब से गरीब लोगो के लिए खाद्य सुरक्षा मुहैया करायी - सोनिया गाँधी
ReplyDeleteइतना सुनते ही नत्थू नाई देश के अति गरीब लोगो के नाम बोलने लगा -
ए राजा
कनिमोझी ,
कलमाडी ,
राँबर्ट वाड्रा,
Ex Constable
सुशील कुमार शिंदे,
सलमान खुर्शीद,
कपिल सिब्बल,........
Suna hai yaad krtay ho
ReplyDeleteKey jab bhi shaam dhalti hai
Hijr main Jaan jalti hai
Tum apni raat ka aksar sukoon barbaad
krtay ho.
Suna hai yad krtay ho
Jab panchi loat ate hain
Ghamo ke geet gate hain
"Suno! tum lout aao na" yehi faryad
krte ho
Allahabad anshan update. Ham logo ko aapka support chaiye. Only support.koi aarthik madad nahi. Aap log apna shayog de. Aur anshan asthal pe pauche.
ReplyDeleteAaj ka update.
1. 5 ladkiya hue anshan me shamil.(pura din unka shayog raha)
2. Bjp ke leader ka pura shayog mila.
मोदी को क्या करना चाहिए ?
ReplyDelete(1) राजनीति भी अजीब चीज है जहां सीधी उंगुली से नहीं टेढ़ी उंगुली से घी निकाला जाता है. साम दाम दंड भेद इसका अस्त्र है तो बातचीत शस्त्र है. हो सकता है कि मोदी से परहेज करने वाली पार्टियां मोदी की वजह से गठबंधन करने में टालमटोल करने की कोशिश करे. इस स्थिति में मोदी को उन राज्यों में जमकर प्रचार करना चाहिए जहां पर बीजेपी कमजोर है.
(2) इन राज्यों में मोदी को धुंआधार रैली करने की जरूरत है ताकि क्षेत्रीय पार्टियों को अहसास हो जाए कि बीजेपी से गठबंधन करने का सौदा घाटे का नहीं बल्कि मुनाफे का हो सकता है. मोदी को यूपी, बिहार, तमिलनाडु, और आंध्रप्रदेश में खास तौर पर ध्यान देने की जरूरत है.
ReplyDelete(3) मोदी की एक खासियत है कि वो बड़े उत्साही है और 24 घंटे राजनीति के बारे में ही सोचते रहते हैं. कैसे वोटर बीजेपी की तरफ रूख करे वो काफी कोशिश कर रहे हैं. नये मतदाताओं को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं वहीं जो उनके फेसबुक, ट्विटर और एसएमएस से जुड़े हैं उन्हें भी बीजेपी में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं. जनता यूपीए सरकार से परेशान है और मोदी विकास, महंगाई और भ्रष्ट्राचार के मुद्दे पर चुनावी नैय्या पार करने का मन बना लिया है.
ReplyDeleteWhich CHOCOLATE is your Favourite ?
ReplyDelete1. ) Dairy Milk
2. ) Kit-Kat
3. ) Perk
4. ) Five Star
5. ) Melody
6. ) Cadbury
7. ) Nestle
8. ) Munch
9. ) Amul
10. ) Any other ( Mention name )
11. ) All
12. ) None
Comment Fast..!!
mujhe pata hai aap log nahi bataaoge
ReplyDeletewaise mujhe to CHOCOLATE WALI pasand hai
आतंकवाद का धर्म कैसे हो गया ?
ReplyDeleteकेन्या की राजधानी नैरोबी में हुआ आतंकी हमला धर्म पूछकर हत्या करने की शायद दुनिया में अपने तरह की पहली घटना है. इससे पहले ये कहा जाता रहा है कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता लेकिन केन्या में जो कुछ हुआ उसने इसके मायने बदल दिये हैं. आज का सवाल है कि-
आतंकवाद का धर्म कैसे हो गया ?
Agr inki bharti shasan bina tet ke kregi aur zyada nhi ek writ sirf ispe agr pad jaegi to up shasan kya cetrl govt bi inko tet se nh bacha sakti so bhaio tayyar rahna kynki inka samayojan agar ho gaya to B.ED+TET 72825 ki bharti kabi nh hogi ye hakikat hai.
ReplyDeletetaiyar raho acd/bharti/mrt ka chakkar chhod do nahi to ghar me baithne ke liye mazboor.......
कांग्रेस का फार्मूला:--
ReplyDelete**************
मित्रो, याद रखो ... आंध्रप्रदेश चुनाव के पहले अभिनेता चिरंजीवी ने अपनी एक पार्टी बनाई "प्रजाराज्यम" .. पता नही कैसे इनके पास अचानक इतने पैसे आये की खूब रैलिया की ..खूब घुमे ? चिरंजीवी अपने हर भाषण में कहते है की कांग्रेस और बीजेपी दोनों चोर है ..दोनों भ्रष्ट है .. दोनों ने इस देश को लुटा है ... पहले एक पार्टी लुटती है फिर दूसरी .. मै आपको अच्छा राजनितिक विकल्प दूंगा ... ? ये सोनिया गाँधी को भी खूब निशाने पर लेते थे ..लेकिन इनके खिलाफ कांग्रेस ने एक केस तक दर्ज नही करवाया ..जबकि उसी आंध्र में जगन मोहन रेड्डी को पच्चीसो केस लगाकर जेल भेज दिया गया ? जब आंध्रप्रदेश चुनाव के नतीजे आये तो पता चला की १४० सीटे कांग्रेस ने प्रजाराज्य्म की वजह से जीती
आंध्रप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी प्रजाराज्यम ने उसे समर्थन दिया और बाद में चिरंजीवी ने अपनी पार्टी प्रजाराज्यम का उसी कांग्रेस में विलय कर दिया जिसको वो चुनाव के पहले महाभ्रष्ट कहते थे , मित्रो, कांग्रेस ने अब दिल्ली की सत्ता फिर से पाने के लिए ठीक यही चिरंजीवी माडल अपनाया है और इस बार केजरीवाल को अपना एजेंट बनाया है। केजरीवाल भी कांग्रेस और बी जे पी को चोर और भ्रष्ट बता कर कांग्रेस विरोधी वोटो का ही विभाजन कर रहे है जिससे कांग्रेस को ही फायदा होगा।
ReplyDeleteकेजरीवाल भी अपने हर भाषण में कहता फिर रहा है की कांग्रेस और बीजेपी दोनों चोर है , दोनों भ्रष्ट है , दोनों ने इस देश को लुटा है ... पहले एक पार्टी लुटती है फिर दूसरी .. मै आपको अच्छा राजनितिक विकल्प दूंगा।
ReplyDeleteआज के समय मेँ कांग्रेस का समर्थन करना भी सच मेँ बड़ी हिम्मत का काम है.
ReplyDeleteलगातार अपने जमीर का गला घोँटना पड़ता होगा, बीवी बच्चोँ से नजरेँ मिलाने मेँ दिक्कत होती होगी, अकेले मेँ खुद पर शर्म आती होगी और जो गुच्छे में असली वाली गालियाँ मिलती होंगी वो अलग से.
अपनी इसी काबिलियत की वजह से कांग्रेसी श्रद्धेय हैं
ये जो रोज़ रोज़ कांग्रेसियों के घोटाले, रेप केस सामने आते हैं, और उसके बाद भी ये सब लोग अपने अपने पद पर बदस्तूर बने रहते हैं, ये सिर्फ और सिर्फ हमें दिमागी तौर पर तोड़ने की साजिश है, कांग्रेस ये दिखाना चाहती है कि देख लो हम तुम्हारे साथ "कुछ भी" करेंगे और तुम "कुछ भी नहीं" कर पाओगे.
ReplyDeletesorry for enough
tet merit nahi to bathi tuge kaam danda nahi hai kaya bakawas chaptey rahata hai chutia kaiha kaa
ReplyDeletetet merit nahi to bathi tuge kaam danda nahi hai kaya bakawas chaptey rahata hai chutia kaiha kaa
ReplyDeleteताज महल अगर प्यार का symbol है ..
ReplyDeleteतो कृपया इन facts को जान ले
मुमताज शाहजहाँ की सात बीवीयों में से चौथी थी ...(great )
शाहजहाँ ने मुमताज से निकाह करने के लिए उस के पति की हत्या कर दी (excellent )
मुमताज अपनी 14 delivery करते हुए अल्लाह को प्यारी हो गयी (wow)
मुमताज के मरने के बाद शाहजहाँ ने उस की बहन से निकाह कर लिया ( great )
इस सब बातो को जानने के बाद भी अगर आप कहते है कि ताजमहल प्यार का प्रतीक है तो ............................
आज मेँ अपने दिल से कह रहा हु
ReplyDelete" प्राथमिक की भर्ती टेट मेरिट से नही हुयी तो भर्ती भी नही होने दुगाँ
ये टेट मेरिट भाई आप लोगो से वादा हैँ
2- जुनियर भर्ती ये तो आने वाला कल ही बतायेगा
जब तक र्कोट मेँ
शाही /सुक्ला जी रहेगेँ तब तक कभी भी स्टे हो जायेगा
ये सत्य हैँ
कर्नाटक ,उत्तर प्रदेश ,उत्तराखंड ,हिमाचल प्रदेश चुनाव के समय बहुत समझाया था लोगों को की मत दो देशद्रोही पार्टियों को वोट ,मत डालो जाति देख कर वोट .....मगर वे तो दारु और मुर्गे ,लैपटॉप ,फ्री के भत्ते इत्यादि के लालच में सब भूल गए ?
ReplyDeleteदेख लो परिणाम आपके सामने है .
ReplyDeleteकेंद्र ने नयी नियुक्तियों पर रोक लगा दी है ,महंगाई और भ्रष्टाचार चरम पर है ,लड़कियों और महिलाओ की इज्ज़त खतरे में है ,देशद्रोही ताकते हिन्दुओ का कत्लेआम कर रहे हैं ,देश की सीमा और हमारे सैनिक भी सुरक्षित नहीं हैं ,हिन्दुओ की सभ्यता -संस्कृति पर आघात किया जा रहा है ,रामसेतु और चारो धाम को तोड़ने का षड़यंत्र रचा जा रहा है
अभी भी वक़्त है मित्रों अगर खुशहाल भारत बनाना चाहते हो ,आतंकवाद और भ्रष्टाचार से मुक्ति पाना चाहते हो तो ना सिर्फ अपने परिवार का बल्कि अपने दूर -दराज़ के रिश्तेदारों और मित्रों को भी एकजुट होकर ______ को वोट देने के लिए कहे .
ReplyDeleteजिन लोगो ने वोटर कार्ड नहीं बनवाया है वे शीघ्र ही अपना और अपने परिवार के लोगो का वोटर कार्ड बनवा ले .आपका एक -एक कीमती वोट देशद्रोही पार्टियों के ताबूत में कील ठोकने का काम करेगी .
ReplyDeleteजिस "सीबीआई" की जांच से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता था जिस सीबीआई का नाम सुन कर बड़े बड़े अपराधियों की पतलून गीली हो जाती थी आज वो सीबीआई कांग्रेसी नेताओं के घर पानी भरती है उसके बड़े बड़े अफसरो की अंतरात्मा मर चुकी है इन अफसरों के माँ बाप को शर्म आती होगी, जब कोई इनसे पूछता होगा की क्या आपका बेटा "सीबीआई" में काम करता है ? ? जैसे एक फौजी का पिता बहुत गर्व से बताता है की मेंरा बेटा भारतीय सेना का सिपाही है ! सीबीआई का सिर्फ एक काम रह गया है दागी नेताओं की गंदगी साफ़ करना (पाप धोना) क्लीन चिट देना !
ReplyDeleteये मत सोचना की तुम छोड़ दोगे तो टूट जायेंगे हम,
ReplyDeleteवो भी जी रहे हैं जिनको तेरी खातिर छोड़ा था हमने..
शिक्षक बनने का सपना देखने वालो के लिए यही विकल्प बचा है. ७२८२५ भर्ती शिक्षक भले ही ना हो पाई हो लेकिन हर स्तर पर लोगो को बहुत कुछ दिया है ........
ReplyDelete1 नेतृत्व गुण रखने वालो के नेता के रूप में स्थापित कर दिया है.
2 चंदे से अपने परिवार का भरण पोषण करने वालो के खाते में ससम्मान चंदा पहुचावाया है.
3 लोगो को भारतीय न्याय प्रणाली का ज्ञान कराया है जो भविष्य में उनके बहुत काम आयगा.
4 हमारे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में पूरा सहयोग दिया है .............................. ..[( 500 x 75 x 200000 x 2) = (शुल्क x जिले x कुल अभ्यर्थी x कुल विज्ञापन) ]
5 टेबलेट लेपटॉप बंटवाकर छात्रों में शिक्षा के प्रति रूचि बढाने में मदद की है जिससे हमारे देश के भविष्य की नीव मजबूत हो सके.
HANUMAN G
ReplyDeleteaap udd sakte ho is baat ka aapko gyaan nahi hai.......
udo dekho duniya kitni haseen hai
ghar me hi udna hai to koi baat nahi
tet merit ji now u r on right track...someone support u,some persons abuse u nd others r feel jealous nd many more different things/views/ideas they thought...
ReplyDeletebut never use abusive languages..it makes u very different...like in these days...
GOD BLESSS U
Tet merit ji mai aap ke bicharo ka kadra karta hu but sochta hu kya aap ki bate sahi hogi . Kansh , sahi ho jati.
ReplyDeleteThanks very much
hanuman ji e gadu he din raat bhang ke munakke kha ke hawai kile bana ke unase fire karata rahata he....pagala gaya hai.......
ReplyDeleteAb case firse listed hoga or cj ka ac firse kharab higa sath-sath tabiyat bhi kharab hogi or baad me case unlisted hoga or cj firse badal jaye ge
ReplyDeletetime line 31 mar 2014 ke baad sab khatm hojaye ga
ssssss
ReplyDeleteTet merit is madarchod
ReplyDeleteTET11 BACHAYA HAI
ReplyDeleteTET MERIT BHI BACHYI HAI
AUR AB NAUKARI BHI BACHANYEGE
इलाहाबाद पहुचने वाले दोस्त मनोज मौर्या जी से 7897660573 पर और संजय पांडेय जी 9956963914 से सम्पर्क करे
ReplyDeleteरुकने के लिये कोई अछ्छी जगह ना मिले तो प्रयाग स्टेशन और इलाहाबाद जंकशन तो रहेगा ही, य़हा सुबह फ्रेश होने की व्यवस्था, सस्ता खाना और सस्ते होटल भी है. रामबाग स्टेशन के पास तारा होटल मे 150 प्रतिदिन पर कमरा है जो दो लोग मिलकर शेयर कर सक्ते है. बस 01 सप्ताह के लिये आइये, सारी समस्या हम सब की है, सब मिलकर लडेंगे और जीत के बाद जिन्दगी भर गर्व से कहेंगे कि हमने वीरो की तरह लडकर अपना हक पाया है.
चाणक्य के 15 अमर वाक्य
ReplyDelete1 दूसरों की गलतियों से सीखो अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी।
2 किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए। सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं।
3 अगर कोई सर्प जहरीला नहीं है तब भी उसे जहरीला दिखना चाहिए वैसे दंश भले ही न दो पर दंश दे सकने की क्षमता का दूसरों को अहसास करवाते रहना चाहिए।
4 हर मित्रता के पीछे कोई स्वार्थ जरूर होता है, यह कड़वा सच है।
5 कोई भी काम शुरू करने के पहले तीन सवाल अपने आपसे पूछो ---मैं ऐसा क्यों करने जा रहा हूँ ? इसका क्या परिणाम होगा ? क्या मैं सफल रहूँगा?
6 भय को नजदीक न आने दो अगर यह नजदीक आये इस पर हमला कर दो यानी भय से भागो मत इसका सामना करो।
7 दुनिया की सबसे बड़ी ताकत पुरुष का विवेक और महिला की सुन्दरता है।
8 काम का निष्पादन करो, परिणाम से मत डरो।
9 सुगंध का प्रसार हवा के रुख का मोहताज़ होता है पर अच्छाई सभी दिशाओं में फैलती है।"
10 ईश्वर चित्र में नहीं चरित्र में बसता है अपनी आत्मा को मंदिर बनाओ।
11 व्यक्ति अपने आचरण से महान होता है जन्म से नहीं।
12 ऐसे व्यक्ति जो आपके स्तर से ऊपर या नीचे के हैं उन्हें दोस्त न बनाओ,वह तुम्हारे कष्ट का कारण बनेगे। समान स्तर के मित्र ही सुखदायक होते हैं।
13 अपने बच्चों को पहले पांच साल तक खूब प्यार करो। छः साल से पंद्रह साल तक कठोर अनुशासन और संस्कार दो। सोलह साल से उनके साथ मित्रवत व्यवहार करो। आपकी संतति ही आपकी सबसे अच्छी मित्र है।"
14 अज्ञानी के लिए किताबें और अंधे के लिए दर्पण एक समान उपयोगी है।
15 शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है। शिक्षित व्यक्ति सदैव सम्मान पाता है। शिक्षा की शक्ति के आगे युवा शक्ति और सौंदर्य दोनों ही कमजोर हैं
एक पल में एक सदी का मज़ा हमसे पूछिए.
ReplyDeleteदो दिन की ज़िन्दगी का मज़ा हमसे पूछिए.
भूलें हैं रफ़्ता-रफ़्ता
उन्हें मुद्दतों में हम,
किश्तों में खुदखुशी का मज़ा हमसे पूछिए..
JAIL WALI
ReplyDeleteNazare Mile To Pyar Ho Jata Hai,
Palke Uthe To Izhaar Ho Jata Hai,
Na Jane Kya Kasish Hai Chahat Main,
Ke Koi Anjaan Bhi Hamari
Zindagi Ka Haqdaar Ho Jata Hai…
आवारगी छोड़ दी हमने तो लोग भूलने लगे है.....
ReplyDeleteवरना शोहरत कदम चूमती थी जब हम बदनाम हुआ करते थे..
Ab case firse listed hoga or cj ka ac firse kharab hoga sath-sath tabiyat bhi kharab hogi or baad me case unlisted hoga or cj firse badal jaye ga time line 31 mar 2014 ke baad sab khatm hojaye ga
ReplyDeleteGood evening to all friends
ReplyDeleteccvvvh cvvvvv
ReplyDeleteccvvvh cvvvvv
ReplyDeleteरात भर थी चाँद को छूने की कोशिश
ReplyDeleteअजीब इत्तेफाक है सहर हुआ फैसले बदल गये
ढूंढा हूँ जब से तुमको खो दिया हूँ खुद को
चिराग-ए-रौशन कर खुद को जलाते आया हूँ
दिल आमदा था बगावत करे तुमसे हर वक्त
रह-रह एक अदब आँखों और जुबां पर आया है
काश मुझे पता होता जज्बात- ए- दिल तेरा
हम भी कुछ करते तुम्हारा दिल बहलाने खातिर
सब कहते है किस्से मुह्हबत की अपनी, हम चुप है
जिक्र हुआ तेरा, तुम्हे चाहने के लाखों बहाने आया है
जब जब हुआ है जिक्र हमारे मुह्हबत का ज़ाना
तब तब अपने दिल के किस्मत पर रोना आया है
शख्स हम भी कुछ मशहूर थे बे-दर्द , बे-फ़िक्र सा
अंजुमन में तेरे ,अपनी सख्शियत बदल आया हूँ_
Keyboard Shortcuts (Microsoft Windows)
ReplyDelete1. CTRL+C (Copy)
2. CTRL+X (Cut)
3. CTRL+V (Paste)
4. CTRL+Z (Undo)
5. DELETE (Delete)
6. SHIFT+DELETE (Delete the selected item permanently without placing the item in the Recycle Bin)
7. CTRL while dragging an item (Copy the selected item)
8. CTRL+SHIFT while dragging an item (Create a shortcut to the selected item)
9. F2 key (Rename the selected item)
10. CTRL+RIGHT ARROW (Move the insertion point to the beginning of the next word)
11. CTRL+LEFT ARROW (Move the insertion point to the beginning of the previous word)
12. CTRL+DOWN ARROW (Move the insertion point to the beginning of the next paragraph)
13. CTRL+UP ARROW (Move the insertion point to the beginning of the previous paragraph)
14. CTRL+SHIFT with any of the arrow keys (Highlight a block of text) SHIFT with any of the arrow keys (Select more than one item in a window or on the desktop, or select text in a document)
15. CTRL+A (Select all)
16. F3 key (Search for a file or a folder)
17. ALT+ENTER (View the properties for the selected item)
18. ALT+F4 (Close the active item, or quit the active program)
19. ALT+ENTER (Display the properties of the selected object)
20. ALT+SPACEBAR (Open the shortcut menu for the active window)
21. CTRL+F4 (Close the active document in programs that enable you to have multiple documents opensimultaneously)
22. ALT+TAB (Switch between the open items)
23. ALT+ESC (Cycle through items in the order that they had been opened)
24. F6 key (Cycle through the screen elements in a window or on the desktop)
25. F4 key (Display the Address bar list in My Computer or Windows Explorer)
26. SHIFT+F10 (Display the shortcut menu for the selected item)
27. ALT+SPACEBAR (Display the System menu for the active window)
28. CTRL+ESC (Display the Start menu)
29. ALT+Underlined letter in a menu name (Display the corresponding menu) Underlined letter in a command name on an open menu (Perform the corresponding command)
30. F10 key (Activate the menu bar in the active program)
31. RIGHT ARROW (Open the next menu to the right, or open a submenu)
32. LEFT ARROW (Open the next menu to the left, or close a submenu)
33. F5 key (Update the active window)
34. BACKSPACE (View the folder onelevel up in My Computer or Windows Explorer)
35. ESC (Cancel the current task)
36. SHIFT when you insert a CD-ROMinto the CD-ROM drive (Prevent the CD-ROM from automatically playing)
.मत पूछो ये बात कि मिले ...ज़ख़्म कहाँ से मुझ को......
ReplyDelete...ज़िन्दगी बस तू इतना बता ...कितना सफर अभी और बाकी है....
JAY TET
एक बार की बात है , एक नौविवाहित जोड़ा किसी किराए के घर में रहने पहुंचा . अगली सुबह , जब वे नाश्ता कर रहे थे , तभी पत्नी ने खिड़की से देखा कि सामने वाली छत पर कुछ कपड़े फैले हैं , – “ लगता है इन लोगों को कपड़े साफ़ करना भी नहीं आता …ज़रा देखो तो कितने मैले लग रहे हैं ? “
ReplyDeleteपति ने उसकी बात सुनी पर अधिक ध्यान नहीं दिया .
एक -दो दिन बाद फिर उसी जगह कुछ कपड़े फैले थे . पत्नी ने उन्हें देखते ही अपनी बात दोहरा दी ….” कब सीखेंगे ये लोग की कपड़े कैसे साफ़ करते हैं …!!”
पति सुनता रहा पर इस बार भी उसने कुछ नहीं कहा .
पर अब तो ये आये दिन की बात हो गयी , जब भी पत्नी कपडे फैले देखती भला -बुरा कहना शुरू हो जाती .
लगभग एक महीने बाद वे यूँहीं बैठ कर नाश्ता कर रहे थे . पत्नी ने हमेशा की तरह नजरें उठायीं और सामने वाली छत
की तरफ देखा , ” अरे वाह , लगता है इन्हें अकल आ ही गयी …आज तो कपडे बिलकुल साफ़ दिख रहे हैं , ज़रूर किसी ने टोका होगा !”
पति बोल , ” नहीं उन्हें किसी ने नहीं टोका .”
” तुम्हे कैसे पता ?” , पत्नी ने आश्चर्य से पूछा .
” आज मैं सुबह जल्दी उठ गया था और मैंने इस खिड़की पर लगे कांच को बाहर से साफ़ कर दिया , इसलिए तुम्हे कपडे साफ़ नज़र आ रहे हैं . “, पति ने बात पूरी की .
ज़िन्दगी में भी यही बात लागू होती है : बहुत बार हम दूसरों को कैसे देखते हैं ये इस पर निर्भर करता है की हम खुद अन्दर से कितने साफ़ हैं . किसी के बारे में भला-बुरा कहने से पहले अपनी मनोस्थिति देख लेनी चाहिए और खुद से पूछना चाहिए की क्या हम सामने वाले में कुछ बेहतर देखने के लिए तैयार हैं या अभी भी हमारी खिड़की गन्दी है !
एक बार एक कंजूस लड़के को एक
ReplyDeleteकंजूस लड़की से प्यार हो जाता है।
लड़की: जब पापा घर पर नहीं होंगे
तो मैं गली में सिक्का फेंकुंगी, आवाज़
सुन कर तुम तुरंत अन्दर आ जाना।
लेकिन लड़का सिक्का फेंकने के एक
घंटे बाद आया।
लड़की: इतनी देर क्यों लगा दी?
लड़का: वो मैं सिक्का ढूंढ रहा था।
लड़की: पागल वो तो धागा बाँध कर
फेंका था, वापस खींच लिया।
"हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,
ReplyDeleteइस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।
आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी,
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए।
हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में,
हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए।
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,
सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए"
ReplyDeleteJAIL WALI
Najuk Si Bhool Se Dil Na Tute...
Choti Choti Baato Se Aap Na Ruthe...
Thodi C Bhi Fikar Hai Aapko
Hamari...
To Kosish Karna Ki Yeh Rista Kabhi Na
Tuthe...
जीत का मतलब क्या होता है?????????????????
ReplyDeleteमेरे विचार से जीत का मतलब जिस से मोर्चा बंदी हो ,,
उसके विरुद्ध आपको सफलता मिलना ही जीत है !
अब यदि टेट मेरिट से भर्ती इस सरकार में न हुई तो यह हमारी हार होगी
बाकि आप लोग समझदार है
jjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
ReplyDeletejjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
ReplyDeletehttp://election.intoday.in/hindi/
ReplyDeleteABHI DALO VOTE AUR JITAO APNI PARYI KO ABHI
Ab
ReplyDeleteAbe kate anwar khan tu matharcood aazam khan ki nazayaz aulad ..agar blog par tu dubara aya to mai samjunga ki tuje akhiles yadav si apni behan chudvane ka sauk he..
ReplyDeleteचूँकि सरकार द्वारा टेट में धांधली के सम्बन्ध में लगाये आरोप प्रथम द्रष्टया ही दुर्भावना से प्रेरित पाए गये हैं इसलिए 30-11-11 के विज्ञापन की चयन प्रक्रिया में बदलाव भी दुर्भावना से प्रेरित ही था,,,, चूँकि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए आदेशों में यह बात स्पष्ट है कि यदि किसी विज्ञापन में कोई तकनीकी त्रुटि है तो उसी को दूर करते हुए संशोधित विज्ञापन जारी किया जाना चाहिए,,
ReplyDelete,चूँकि 7-12-12 के विज्ञापन में प्रशिक्षु अध्यापक संबंधी त्रुटि को दूर कर लिया गया है और उसके पद 30-11-11 के विज्ञापन के हैं इसलिए उनपर 30-11-11 के विज्ञापन के फार्मों से ही चयन किया जा सकता है ,,,
ReplyDeleteयदि सरकार 7-12-12 के विज्ञापन के फार्मों से भी चयन करना चाहती हो तो बेसिक शिक्षा सचिव अगली सुनवाई में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर इस आशय का हलफनामा दाखिल करना होगा कि सरकार 7-12-12 के विज्ञापन के फार्मों से चयन हेतु नए पदों का सृजन करके NCTE से अनुमति प्राप्त करने का प्रयास करे अन्यथा 7-12-12 के विज्ञापन के फार्मों को पद शून्य मानकर निरस्त करने के सिवाय कोर्ट के पास कोई विकल्प नहीं होगा........
ReplyDeleteफैसला यही होगा ,,,,,,, आदेश की शब्दावली में परिवर्तन होगा लेकिन फैसले का सार यही होगा,,,पूर्व विज्ञापन के संभावित चयनितों का अहित करने के लिए जिसे जो भी प्रयास करना हो करके देख ले ,,,, एक पूर्ण बहुमत सरकार और टेट मोर्चे में में शामिल कुछ घुसपैठियों द्वारा इस आशय के प्रयास पिछले दो साल से लगातार जारी रहने के बावजूद टेट मेरिट आज तक अपराजेय बनी हुई है और उसका विरोध करने वाले बेबस और लाचार .......
ReplyDeleteजिन लोगों को जूनियर का विज्ञापन आने के बाद अपनी टेट मेरिट से ज्यादा अपने गुणांकों पर भरोसा होने लगा है वो शायद भूल रहे हैं कि हमें चलती काउंसिलिंग को रुकवाने में महारथ हासिल हो चुकी है......
ReplyDeleteजूनियर भर्ती में आयु विवाद..
ReplyDeleteजूनियर हाई स्कूल की भर्ती में सरकार द्वारा आयु मामले में दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है, जिसमे शालिनी गंगवार कि रिट स्वीकार की जा चुकी है, लेकिन सरकार द्वारा इस संबंद में कोई कदम नहीं उठाया गया है, जबकि उर्दू भर्ती में आयु 65 वर्ष है,, और अन्य सभी भर्ती में भी आयु 40 वर्ष है,,
इस सम्बन्ध में रिट डालने की तैयारी के लिये आप लोग इस नम्बर पर संपर्क करे,
शत्रुघ्न श्रीवास्तव,, इलाहबाद
7388007582
हमारा उद्देश्य रिट के लिए चंदा इक्कठ्ठा करना नहीं है,, रिट डालने में इतने अधिक खर्च नहीं होता है, वो सब बड़ा मामला नहीं है, हमे सिर्फ आपका सहयोग चाहिए आपका नाम और साथ चाहिए,
अत: अति आयु मामले में समर्थन करने वाले साथी तुरंत संपर्क करे,,
आपका..
शत्रुघ्न श्रीवास्तव,, इलाहबाद
7388007582
स्टे लगे हुए सात महीने से अधिक समय बीत चुका है,,,,,मई में अपना मामला वृहद पीठ रेफर करते वक्त हरकौली साहब ने आदेश में लिख दिया था कि अगर नॉन टेट वाले एलाऊ हो गये तो टेट मेरिट बन ही नहीं सकती,,,, अर्थात अब जब नॉन टेट वाले एलाऊ नहीं हैं तो 72825 पदों पर टेट मेरिट के सिवाय किसी अन्य विधि से चयन नहीं हो सकता..... लेकिन फिर भी मई से लेकर अब तक अपने केस की फ़ाइल सिर्फ इधर से उधर घूम रही है,,,आखिर क्यों????
ReplyDeleteयाद कीजिए जब नॉन टेट वाला आदेश आया था तो कैसा हंगामा हुआ था,,,एकैडमिक के एक से एक सूरमाओं के पैरों तले जमीन खिसक गई थी,,,नॉन टेट वाले एलाऊ हो जाते तो गुणांक सत्तर ,,,,,,,
ReplyDeleteये आदेश उसी दिन लिखा गया था जिस दिन हमारी याचिकाएं खारिज हुयी थीं ,,,,उसी दिन एक और आदेश भी लिखा भी गया था जो अभी तक जारी नहीं हुआ है,,सुनवाई ना करके कोर्ट उसके लिए जमीन तैयार कर रहा था ,,,,,,
यदि सरकार टेट मेरिट से चयन के लिए स्वेच्छा से सहमति नहीं देती है तो कोर्ट भर्ती ना होने देने की तोहमत अपने सर ज्यादा दिन तक नहीं ले पाता
नॉन टेट वाले आदेश का भाव था कि अगर टेट मेरिट नहीं तो टेट भी नहीं.
ReplyDeleteTET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI ...... इस बार जो आदेश आएगा उसका भाव होगा टेट मेरिट तो रहेगी ही,,एकैडमिक के बारे में सरकार जाने......
डबल बेंच को सिर्फ इतना करना है कि वो मामले को स्पष्ट करते हुए अंतरिम आदेश जारी कर दे कि चूँकि सरकार द्वारा टेट में धांधली के सम्बन्ध में लगाये आरोप प्रथम द्रष्टया ही दुर्भावना से प्रेरित पाए गये हैं इसलिए 30-11-11 के विज्ञापन की चयन प्रक्रिया में बदलाव भी दुर्भावना से प्रेरित ही था,
चूँकि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए आदेशों में यह बात स्पष्ट है कि यदि किसी विज्ञापन में कोई तकनीकी त्रुटि है तो उसी को दूर करते हुए संशोधित विज्ञापन जारी किया जाना चाहिए,,,चूँकि 7-12-12 के विज्ञापन में प्रशिक्षु अध्यापक संबंधी त्रुटि को दूर कर लिया गया है और उसके पद 30-11-11 के विज्ञापन के हैं इसलिए उनपर 30-11-11 के विज्ञापन के फार्मों से ही चयन किया जाना चाहिए,,,, यदि सरकार 7-12-12 के विज्ञापन के फार्मों से चयन करना चाहती हो तो बेसिक शिक्षा सचिव अगली सुनवाई में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर इस आशय का हलफनामा दाखिल करें अन्यथा 7-12-12 के विज्ञापन के फार्मों को पद शून्य मानकर निरस्त करने के सिवाय कोर्ट के पास कोई विकल्प नहीं होगा........ अगर यह आदेश हो गया तो एकैडमिक वालों/ubhaylingiyon के पैरों तले फिर से एक बार जमीन खिसकेगी,,,हाथों के तोते उड़ जायेंगे,,,,, उसके बाद होगा हंगामा ..
ReplyDeleteहो सकता है ये पोस्ट पढ़कर आपको अजीब सा लग रहा हो,,,,,, आप यह भी कह सकते हैं कि अगर ऐसा आदेश दिया जा सकता है तो अब तक दिया क्यों नहीं गया है,,,,अखिलेश त्रिपाठी की याचिका और आशीष मिश्रा की आयु-सीमा वाली याचिका पर जारी आदेश ठीक से पढिये ,,उनमें यही बात एक पहेली के रूप में लिखी हुई है,,,,,,, मैंने तो बस उसे हल करने का प्रयास मात्र किया है .....
ReplyDeleteजिस आदेश की संभावना मैंने ऊपर व्यक्त की है यही आदेश सिंगिल बेंच में भी दिया जा सकता था लेकिन उस वक्त तक टेट में धांधली का ना होना प्रमाणित नहीं हुआ था और ना ही नया विज्ञापन जारी होने के बाद सिंगिल बेंच में इस काम के लिए समय ही था,,
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteमीडिया ट्रायल से सिर्फ सरकारें ही नहीं बल्कि कोर्ट भी डरता है,,,,, राम जेठमलानी जैसे बड़े वकील की हिम्मत नहीं पड़ रही है कि आशाराम की जमानत याचिका पर बहस करें,,,, उनको अच्छी तरह पता है कि आज के माहौल में किसी जज की इतनी हसियत नहीं है कि वो आशाराम को जमानत दे दे,,,,, जमानत याचिका पर बहस करने के लिए मामले के ठंडा होने का इन्तजार किया जा रहा है.....बसससससससस
ReplyDeleteदूसरी बात यह भी है कि यदि सरकार दोनों ही फार्मों से भर्ती करने को सहमत हो जाती है तो हमारी भर्ती आसानी से हो जायेगी,,अगर सिर्फ हमारी भर्ती का आदेश जारी करना पड़ा तो सरकार सर्वोच्च न्यायालय में अपील अवश्य करेगी ,,यह हमें बहुत महंगा पडेगा
ReplyDeleteसरकार को तो एकैडमिक वालों को दिखाना है कि वो उनकी भर्ती करने के लिए किस हद तक जाने को तैयार है,,,,, बेहतर है कि हम कुछ ऐसा करें कि एकैडमिक वाले सरकार की इस चाल को समझें..... फिलहाल तो हम टेट मेरिट एक काम कर ही सकते हैं,,,,,, सुनवाई ना होने पर विलाप करना बंद कर दीजिए,,,,, रोने का थोड़ा -बहुत मौक़ा एकैडमिक वालों को भी तो दीजिए,,,
ReplyDelete26 को पुनः सुनवाई नहीं होगी,,उस दिन सुनवाई ना होने पर अपने आपको प्रसन्न दिखाने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहिये.....
ReplyDeleteअकेडमिक से भर्ती भी शीघ्र होगी kyonki सरकार ने कोर्ट की मंशा के विपरीत संशोधन कर बेरोजगारों को क्यो लुटा
ReplyDeleteKaise kisi ko Apna Banaye,
ReplyDeleteKoi Is Kaabil Nahi Milta,
Yaha Pathaar Bahut Milta Hain,
Magar DIL Nahi Milta,
Yeh Dunia Farebon ki Basti Hai Dosto,
Yaha Sirf DARD Milta Hai,
Koi Hamdard Nahi Milta....
इन दलाल मीडिया वालों की इतनी औकात नहीं है कि ये अशोक खेमका द्वारा सोनिया गाँधी के लुटेरे दामाद रोबर्ट वाड्रा लगे आरोपों को लेकर उस से उसका पक्ष पूछ सके उसको कट घड़े में खड़ा कर सके?उसकी जांच के लिए मीडिया ट्रायल कर सके?
ReplyDeleteसोनिया गाँधी को किसी टीवी इंटरव्यू में बुलाके सफाई ले सके?
विदेश से पढ़कर आए राहुल गाँधी को अपने चैनल के पैनल पर बुला सके???
ये मीडिया वाले भी सिर्फ ईमानदार लोगों को परेशान कर सकते हैं???
खुशी के ना सही गम के ही काबिल कर ले
ReplyDeleteतू हमे अपने आंसुओ मे ही शामिल कर ले
क्यो घुट रहा है उसके लिये, जो नही तेरा
जो मिल रहा है उसको तो हांसिल कर ले
सौंप दे खुद को उसे फिर जिसे पा ना सके
उसको ही रास्ता उसको ही मंजिल कर ले
हम तो उसको ही समझते है दर्द-ए-दिल
वो जो बेवफाइया भी दे तो आंचल भर ले
जा के दम तोडे तो भी तो उसकी बाहों मे
उसे उम्मीद की लहरो का साहिल कर ले
फिर तो माने कि ‘ताज’ सुरूर है चाहत मे
खुद को कोइ खुद का ही कातिल कर ले
दुर्गा नागपाल आईएएस के बारे में कहा जा रहा है कि वह पति के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव स्वयं मिलने गईं. हक़ीकत यह नहीं है. अखिलेश यादव ने स्वयंदुर्गा नागपाल को बुलवाया था.इसका सन्देश लोगों में यह गया कि स्वयं एक आईएएस ने आग्रह किया तब हमने बहाल किया।
ReplyDeleteहक़ीकत तो यह है कि नियमानुसार ज्यादा दिन नए आईएएस या आईपीएस को सस्पेंड रखा नहीं जा सकता। जब बहाल करना सरकार की मजबूरी ही है तो क्यों न अहसान कर कर लें और जनता के सामने अपनी नाक बचा लें
ReplyDeleteनए आईएएस के सेवा काल का एक-एक दिन का ब्योरा आईएएस की मसूरी अकादमी, भारत सरकार का कार्मिक मंत्रालय, संघ लोक सेवा आयोग आदि एजेंसी लेते है. भले ही नए आईएएस से किसी भी दल की सरकार या स्वयं मुख्यमंत्री नाराज क्यों न हो, उसे up में निश्चित समय तक प्रोवेशन पर एक-एक साल संयुक्त मजिस्ट्रेट, फिर sdm, cdo और उसके बाद डीएम नियुक्त करना अनिवार्य है. एक नए आईएएस को पहले छोटे जिले में डीएम, फिर मध्यम श्रेणी के जिले में और बाद में महानगर मुख्यालय वाले जिले में डीएम बनाना ही पड़ेगा।
ReplyDeleteकहने का आशय एक आईएएस अफसर जीवन भर राजयोग भोगता है जबकि मंत्री या फिर दुर्गा नागपाल को हटवाने वाले नरेन्द्र भाटी जैसे नेता सिर्फ पांच साल को राजयोग भोगते हैं. ऐसे भी उदाहरण हैं कि नेता जब गर्दिश में होता है तो उसे वही आईएएस सबक सिखाता है और जेल भी भिजवाता है.
ReplyDeleteMeri jindagi ko tamasa banaa diya ushne.!
ReplyDeleteBhari mehfill me tanha bitha diya ushne.!
Eshi kya thi nafrat ushko is masoom dil se.!
Khushiya churakar gam thama diya ushne.!
जीत की खातिर बस जूनून चाहिये ,
ReplyDeleteजिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिये.
ये आसमा भी आयेगा ज़मी पर,
बस, इरादों में जीत की गूंज चहिये.
अब तक महंगाई के आंसू रुलाने वाले प्याज के चक्कर में अब जान तक जाने की नौबत आ गई है। यूपी में एक शख्स को महज इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उसने ऑंमलेट में प्याज नहीं डाला था।
ReplyDeleteटीचर: 1+1 = 3 करना हो तो? स्टूडेंट: सिम्पल, सिर्फ दोनों की शादी करवा दो.
ReplyDeleteटीचर: 1+1 = 11 करना हो तो? स्टूडेंट: तो दोनों का निकाह करवा दो…!!
जातीय राजनीति की केंद्र बन चुकी उत्तर प्रदेश में कुछ ऐसा वर्ग है जो यह मानने को अभी भी तैयार नहीं है कि उत्तर प्रदेश का निरंतर पतन हो रहा है।
ReplyDeleteअब कुछ वर्तमान तथाकथित धर्म निरपेक्षता पर...
ReplyDelete.
८० के दशक में आर्ट फिल्म्स का दौर था...... इन फिल्मों के बारे में कहा जाता था कि ये मास्टरपीस हैं और केवल बुद्धिमान व्यक्ति ही इसे समझ सकता है......
.
इसी दुष्प्रचार की वजह से करीब ८०% फ़िल्में ऐसी बनती थी जिनका ना सर होता था ना पैर....
.
लेकिन कोई व्यक्ति उस समय इन फिल्मों की बुराई नहीं करता था .... कि कहीं उस पर बेवकूफ होने का तमगा ना लग जाए....
.
कमोबेश यही स्थिति आज के दौर में धर्मनिरपेक्षता की भी है..... तथाकथित बुद्धू-जीविओं ने इसे बुद्धिमान होने का पैमाना बना दिया है...अर्थात अगर आप धर्मनिरपेक्ष हैं तभी आप बुद्धिजीवी कहलाने लायक हैं.... आर्ट फिल्मों की तरह बुद्धिमान होने के लिए आपको धर्मनिरपेक्ष होना अनिवार्य है....
.
मगर ये बात सभी धर्मनिरपेक्ष जान लें कि हिन्दू धर्म स्वयं में धर्मनिरपेक्ष है इसे आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है... हाँ किन्तु अगर आप धर्मनिरपेक्षता की बात करते हैं तो एक धर्म विशेष के लोगों के तलवे चाटना बंद कीजिये पहले....अपनी नपुंसकता को शेखुलरिज्म का जामा पहनाने से कोई बुद्धिजीवी नहीं होता..
ReplyDelete"NEW APPOINTMENTS IN 2013"
1. Sujata Singh – New Foreign Sec.
She succeeded Ranjan Mathai
2. Justice P Sathasivam - New CJI
(40th Chief Justice of India). He
Succeeded Altamas Kabir’s
3. Avinash Chander - New Defence
Research and Development
Organisation (DRDO Chief) replaced
V.K. Saraswat
4. Infosys appoints Narayana Murthy
as Executive Chairman
5. Sunil Soni – New Director General
of Bureau of Indian Standards
6. Shashi Kant Sharma - New
Comptroller and Auditor General
(CAG) of India, replaced Vinod Rai.
7. Kushal Singh - New Chairperson of
National Commission for Protection of
Child Rights (NCPCR)
8. Justice Sanjay Kishan Kaul- takes
oath as new CJ of Punjab & Haryana
high court
9. Sudha Sharma: New CBDT chief
(Central Board of Direct Taxes). She
succeeded Poonam Kishore Saxena
10. K R Kamath Re-Elected as the
Chairman of Indian Banks' Association
(IBA)
11. SK Roy- New Chairman of Life
Insurance Corporation
12. Asian Athletics Association
President's - Dahlan Jumaan Al-
Hamad
13-Who is Chairperson of National
Women Commission? Ans) Ms Mamta
Sharma
Tet se hi bharti ho esi me sp sarkar ki bhalai hai
ReplyDeleteJai tet/.
Tet se hi bharti ho esi me sp sarkar ki bhalai hai
ReplyDeleteJai tet/.
Tet se hi bharti ho esi me sp sarkar ki bhalai hai
ReplyDeleteJai tet/.
Tet se hi bharti ho esi me sp sarkar ki bhalai hai
ReplyDeleteJai tet/.
Tet se hi bharti ho esi me sp sarkar ki bhalai hai
ReplyDeleteJai tet/.
Tet se hi bharti ho esi me sp sarkar ki bhalai hai
ReplyDeleteJai tet/.
judges and threatened them. Just think how much time it should take to decide a selection processor.
ReplyDeleteAnd the wonder is stupid judge who ordered for stay by giving the government for time period by
only 15 days to submit the correct process of selection and has taken and left the case after more
them 6 months. No wonder on such lazy and illiterate judges are deployed.
they really pretend of doing things and do nothing and finally earn a lot of money for fooling us.
we are wasting our time in the discussion. Government has already bribed judges and threatened them. Just think how much time it should take to decide a selection processor.
ReplyDeleteand the wonder is stupid judge who ordered for stay by giving the government for time period by
only 15 days to submit the correct process of selection and has taken and left the case after more
than 6 months. No wonder on such lazy and illiterate judges are deployed.
they really pretend of doing things and do nothing and finally earn a lot of money for fooling us.
सौन्दर्य प्रतियोगिताओं का असर ---
ReplyDeleteदस साल पहले भारत से कई विश्व सुंदरियां बनी इसके पीछे विदेशी कंपनियों की सोची समझी साजिश थी .
- कई प्रसाधन बनाने वाली कम्पनियां भारत में अपना मार्केट खोज रही थी . पर यहाँ अधिकतर महिलाएं ज़्यादा प्रसाधन का इस्तेमाल नहीं करती थी .
इसलिए उन्होंने भारत से सुंदरियों को जीता कर लड़कियों के मन में ग्लेमर की चाह उत्पन्न की.
- मिसेज़ इंडिया जैसी प्रतियोगिताओं से बड़ी उम्र की महिलाओं को भी टारगेट किया गया .
- इन सौन्दर्य प्रतियोगिताओं के बाद लडकियां सपने देखने लगी की वे भी मिस इंडिया , फिर मिस वर्ल्ड, फिर हीरोइन, फिर बहुत धनी बन सकती है .
- इसके लिए वे अपने आपको स्लिम करने के चक्कर में फिटनेस सेंटर में जाने लगी जहां क्रेश डाइटिंग , लाइपोसक्शन , गोलियां , प्लास्टिक सर्जरी जैसे महंगे और अनैसर्गिक तरीकेबताये जाते .
- सौन्दर्य प्रसाधन इस्तेमाल करना आम हो गया
.- ब्यूटी पार्लर जाना आम हो गया .
- इस तरह हर महिला सौन्दर्य प्रसाधनों , ब्यूटी पार्लर , फिटनेस सेंटर आदि पर हर महीने हज़ारो रुपये खर्च करने लगी .
- पर सबसे ज़्यादा बुरा असर उन महिलाओं पर पड़ा जोइन मोड़ेल्स की तरह दिखने के लिए अपनी भूख को मार कुपोषण का शिकार हो गई .
- इसलिए आज देश में दो तरह के कुपोषण है
- एक गरीबों का जो मुश्किल से एक वक्त की रोटी जुटा पाते है और दुसरा संपन्न वर्ग का जो जंक फ़ूड खाकर और डाइटिंग कर कुपोषण का शिकार हो रहाहै .
- यहाँ तक की नई नई माँ बनी हुई बहनों को भी वजन कम करने की चिंता सताने लगती है . जब की यह वो समय है जब वजन की चिंता न कर पोषक खाना खाने पर , आराम पर ध्यान देना कर माँ का हक है . ये समय ज़िन्दगी में एक या दो बार आता है और इस समय स्वास्थ्य की देख भाल आगे की पूरी ज़िन्दगी को प्रभावित करती है . यह समय मातृत्व का आनंद लेने का है ना की कोई नुमाइश की चीज़ बनाने का .
- ताज़ा उदाहरण है ऐश्वर्या राय . वह माँ बनाने की गरिमा और आनंद कोजी ही नहीं पाई . मीडिया ने उनके बढ़ते वजन पर ऐसे ताने कसे की वो अपने बच्ची की देखभाल और नए मातृत्व का आनंद लेना छोड़ वजन कम करने में जुट गई होंगी .
- अब जब इन कंपनियों का मार्केट भारत में स्थापित हो चुका है तो कोई विश्व सुंदरी भारत से नहीं बनेगी . अब इनकी दुसरे देशों पर नज़र है .! या कभी इनको लगे की मंदी आने लगी है तो दुबारा किसी को भारत मे से चुन ले !! क्यूंकि चीन के बाद भारत 121 करोड़ की आबादी वाला दुनिया का सबसे बढ़ा market है !!
MUST MUST CLICK !
http://www.youtube.com/watch?v=i-Rplml-hSY
मोदी को फँसाने के चक्कर में काँग्रेस की हालत
ReplyDeleteउस बावली बहू
जैसी हो गयी है जो अपने ससुर से पर्दा करने
की जल्दबाजी में
चुनरी की जगह घाघरे से अपना मुँह ढक लेती ह
Kitni bekhauf rah jati hai dil ki basti;
ReplyDelete.
Jb chup chap chhod kr chale jate hi tut kar chahne wale
T.V. देखा, फेसबुक पर पढा, दोस्तों ने
ReplyDeleteबताया और न्यूज पेपर पढने से ये
तो पक्का हो गया कि
न्याय की भीख मांगा और लाठी मिली
एक बार बताया तो होता कि यहाँ से लौट
जाओ,आगे मत बढो,न्याय मत मांगो...अचानक
पीटने लगे
अरे ! भीख तो हमने न्याय की मांगी थी
आखिर हमारा गुनाह क्या है भइ
ये कि मैंने पढाई की
शिक्षक बनने का सपना देखा
या ये कि ये समझ नहीं पाया कि मेरे माँ-बाप
की गाढी कमाई के पैसों को तुम यूँ निलाम कर
दोगे.हमने तो गाढी कमाई लगाई है कइयों ने
तो खेत बेचा है,कर्ज लिया है, यहाँ तक
की अपनी सम्पत्ती को गिरवीं तक रख
दिया है.इस उम्मीद में कि लौटा दूँगा..
यह शायद लार्ड मैकाले के मानस
पुत्रों की योजना का सफलीकरण ही है कि हम
शिक्षक बनना चाहते हैं और हमें भिक्षक
बनाया जा रहा है
लेकिन हम तुम्हारी इस योजना को सफल
नहीं होने देगे
देखते हैं तुम्हारी लाठियों में कितना बल है जो हमें
न्याय पाने से रोक लेगा
अगर न्याय माँगना गुनाह है तो हम गुनाह तब
तक करते रहेंगे जब तक हमें हमारा हक
हमारा न्याय नहीं मिल जाता
साथ दो साथियों ......
"सफल वही होता जिसको बस लक्ष्य दिखाई देता हो !
दुर्गम पथरीली राहों को सुगम बना वह लेता हो !!
पाषाणों को पानी, पानी को पत्थर सा करे कडा !
जीत उसी को मिलती है, जो गिरा – उठा – फिर दौड़ पड़ा !
.
पवन बाँध ले मुट्ठी में, आकाश खींच ले धरती पर !
जलते अंगारों में कूदे, फूल खिलाये परती पर !
भ्रष्टाचारी दानव के सम्मुख बनकर चट्टान खड़ा !
जीत उसी को मिलती है, जो गिरा – उठा – फिर दौड़ पड़ा !"
साथ दो साथियों ..
गला और छाती की बीमारी का इलाज :
ReplyDeleteगले में किनती भी ख़राब से ख़राब बीमारी हो, कोई भी इन्फेक्शन हो, इसकी सबसे अछि दावा है हल्दी । जैसे गले में दर्द है, खरास है , गले में खासी है, गले में कफ जमा है, गले में टोनसीलाईटिस हो गया ; ये सब बिमारिओं में आधा चम्मच कच्ची हल्दी का रस लेना और मुह खोल कर गले में डाल देना , और फिर थोड़ी देर चुप होके बैठ जाना तो ये हल्दी गले में निचे उतर जाएगी लार के साथ ; और एक खुराक में ही सब बीमारी ठीक होगी दुबारा डालने की जरुरत नही । ये छोटे बछो को तो जरुर करना ; बछो के टोन्सिल जब बहुत तकलीफ देते है न तो हम ऑपरेशन करवाके उनको कटवाते है ; वो करने की जरुरत नही है हल्दी से सब ठीक होता है ।
गले और छाती से जुडी हुई कुछ बीमारिया है जैसे खासी ; इसका एक इलाज तो कच्ची हल्दी का रस है जो गले में डालने से तुतंत ठीक हो जाती है चाहे कितनी भी जोर की खासी हो । दूसरी दावा है अदरक , ये जो अदरक है इसका छोटा सा टुकड़ा मुह में रखलो और टफी की तरह चुसो खासी तुतंत बंध हो जाएगी । अगर किसीको खासते खासते चेहरा लाल पड़ गया हो तो अदरक का रस ले लो और उसमे थोड़ा पान का रस मिला लो दोनों एक एक चम्मच और उसमे मिलाना थोड़ा सा गुड या सेहद । अब इसको थोडा गरम करके पी लेना तो जिसको खासते खासते चेहरा लाल पड़ा है उसकी खासी एक मिनट में बंध हो जाएगी । और एक अछि दावा है , अनार का रस गरम करके पियो तो खासी तुरन्त ठीक होती है । काली मिर्च है गोल मिर्च इसको मुह में रख के चबालो , पीछे से गरम पानी पी लो तो खासी बंध हो जाएगी, काली मिर्च को चुसो तो भी खासी बंध हो जाती है ।
ReplyDeleteछाती की कुछ बिमारिया जैसे दमा, अस्थमा, ब्रोंकिओल अस्थमा, इन तीनो बीमारी का सबसे अच्छा दवा है गाय मूत्र ; आधा कप गोमूत्र पियो सबेरे का ताजा ताजा तो दमा ठीक होता है, अस्थमा ठीक होता है, ब्रोंकिओल अस्थमा ठीक होता है । और गोमूत्र पिने से टीबी भी ठीक हो जाता है , लगातार पांच छे महीने पीना पड़ता है । दमा अस्थमा का और एक अछि दावा है दालचीनी, इसका पाउडर रोज सुबह आधे चम्मच खाली पेट गुड या सेहद मिलाके गरम पानी के साथ लेने से दमा अस्थमा ठीक कर देती है ।
ReplyDeleteमै और मेरा दोस्त अपने घर के पास ही बिजली के खम्बे के पास खड़े होके बातें कर रहे थे !
ReplyDeleteमोहल्ले का ही एक छोटा सा बच्चा लगभग 5 साल की उम्र का अपने घर से मिठाई से भरा डब्बा फेकने जा रहा था !
मैंने पूछा की क्यों फेंक रहे बाबु ?
उसने कहा भैया ये ख़राब हो गया है और उस बच्चे ने फेंकने के बजाए उसे सामने बहते नाले में हल्के से रख दिया और वापस चला गया !
उसके रखने से मिठाई का डब्बा तैरने लगा, हल्की सुराख़ होने की वजह से उस डब्बे में धीरे-धीरे नाले का पानी घुसने लगा !
सामने ही 2 कचरा चुनने वाले बच्चे आ रहे थे !
जब उन दोनों की निगाह नाले में तैरते उस मिठाई के डब्बो पर पड़ी तो वे अपना कचरे वाला थैला वही फेंक कर उस डब्बे को नाले से निकल कर उसका मिठाई खाने लगे !
ये नज़ारा देखकर तो मै सिहर गया !
उसी दिन एहसास हुआ की भूक क्या होती है और उसी दिन से मैंने फैसला किया चाहे कुछ भी हो, खाना व्यर्थ न होने पाए !
दोस्तों अपने आस-पास ज़रूर देख लें की कही कोई भूका तो नहीं है !!......
पप्पू लिफ्ट मेँ था. एक लड़की महंगा परफ्यूम
ReplyDeleteलगा कर लिफ्ट में आई और पप्पू को देखकर
बोली- कोबरा परफ्यूम, 6000 रुपए।
.
दूसरी लड़की भी सेँट मारते आई और वह
भी पप्पू को देखकर बोली-
ब्रूट परफ्यूम 7000 रुपए।...
.
.
अचानक लिफ्ट रुक गई।
दोनों लड़कियाँ अपनी-अपनी नाक पकड़ कर
पप्पू को घूरने लगीं।
.
.
.
पप्पू ने मुस्कुराते हुए कहा-
.
"मूली..! 15 रुपए किलो!"
सेहेमे सेहेमे से रेहेते लोग यहा
ReplyDeleteजान हथेली पे लेके चलते लोग यहा
देख किसने बेची सासे इनकी
मौत चीज़ो सी खरीदते लोग यहा
जाने कौन निकले इसमे बेईमान
काफिलोमे भी तन्हा दिखते लोग यहा
रात सन्नाटे मे कटती अकसर
अपनी आवाज़ से चोकते लोग यहा
केसे कोई एक दूजे पे करले यकीन
पल पल मे चेहरा बदलते लोग यहा
Sikka Bana Ke Jab Bhi Uchhala Gaya
ReplyDeleteMujhe...
Mein Teri Haar Jeet Mein Taqseem Ho
Gayi…
http://cashtorefer.com/Default.aspx?Refer=359701
ReplyDeletehttp://cashtorefer.com/Default.aspx?Refer=820600
ReplyDeletehttp://cashtorefer.com/Default.aspx?Refer=820600 -pls click on this link and earn 2 dollar for each refferal
ReplyDeletejjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
ReplyDeleteRealking tujhe realunga to daant bahar a jayenge bhosadi ke
ReplyDeletegood Evening....
ReplyDeleteन्याय न मिला तो आत्मदाह करेंगे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी
Updated on: Tue, 24 Sep 2013 08:20 PM (IST)
इलाहाबाद : शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में हो रहे विलंब से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का धैर्य जवाब देने लगा है। लगातार आवाज बुलंद करने के बाद भी शासन द्वारा कोई कार्रवाई न करने एवं सोमवार को पुलिस की लाठीचार्ज से अभ्यर्थी काफी आहत हैं। अब वह 'करो या मरो' की तर्ज पर आंदोलन छेड़ने की मुहिम शुरू करने वाले हैं। सरकार को चेतावनी देते हुए अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर जल्द कोई कदम न उठाया गया तो वह आत्मदाह करेंगे। उन्हें प्रदेशभर के अभ्यर्थियों के साथ राजनीतिक व शिक्षक संगठनों का समर्थन मिल रहा है।
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी शिक्षा निदेशालय पर सात दिनों से क्रमिक अनशन पर हैं। वह सरकार से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कराने के लिए हाईकोर्ट में उचित पैरवी करने की मांग कर रहे हैं। मांगों को लेकर सोमवार को अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट के पास प्रदर्शन किया तो उनके ऊपर लाठीचार्ज कर दी गई। इसके बाद भी उनका प्रदर्शन जारी है, अभ्यर्थियों ने सामूहिक सभा करके कहा कि सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की समस्या का निस्तारण नहीं करना चाहती।
वह हमारी आवाज को लाठी के बल पर दबाना चाहती है, जिससे कोई डरेगा नहीं, सरकार ने अपनी नीतियां न बदली तो हम सामूहिक रूप से आत्मदाह करने को बाध्य होंगे। शिक्षक विधायक सुरेश त्रिपाठी ने अभ्यर्थियों की लड़ाई में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया, कहा कि शासन ने उनकी बात को अनसूना किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गौतम चौधरी ने अनशन स्थल पर जाकर अभ्यर्थियों की मांग का समर्थन किया। अनशन में डॉ. सूरज शुक्ल, मनोज कनौजिया, अखिलेश, दिनेश यादव, तारकेश्वर सिंह, अजय त्रिपाठी, दानसिंह यादव, वीरेंद्र यादव, प्रमेंद्र रमण त्रिपाठी शामिल रहे।
प्रदेशव्यापी आंदोलन की तैयारी
ReplyDeleteशिक्षा निदेशालय पर टीईटी पास अभ्यर्थियों का क्रमिक अनशन जारी
इलाहाबाद (ब्यूरो)। टीईटी अभ्यर्थी ठप पड़ी शिक्षक भर्ती के लिए अब आंदोलन को प्रदेशव्यापी बनाने में जुट गए हैं। मंगलवार को बड़ी संख्या में प्रदेश कोने-कोने से टीईटी पास अभ्यर्थी धरने को समर्थन देने पहुंचे। टीईटी पास अभ्यर्थियों के साथ अब अधिवक्ताओं के जुड़ जाने से आंदोलन में तेजी आ गई है। टीईटी से नियुक्ति का मामला दो साल से अटका है। दो दफे आवेदन हो चुके लेकिन नियुक्ति नहीं हो सकी, जिससे अभ्यर्थी परेशान और नाराज हैं। सोमवार को अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया था जिसमें उन्हें लाठी खानी पड़ी थी।
दूसरे जिलों से भी छात्र क्रमिक अनशन को समर्थन देने के लिए यहां पहुंच गए हैं। हाईकोर्ट से टीईटी मामले पर जल्द से जल्द निर्णय देने की मांग के लिए टीईटी पास छात्रों ने क्रमिक अनशन शुरू किया है, जो मंगलवार को भी जारी रहा। आंदोलन को अपना समर्थन देने के लिए वाराणसी, प्रतापगढ़, कन्नौज, कानपुर, बलिया समेत कई जिलों से काफी संख्या में छात्र यहां पहुंचे हैं। उनका कहना है कि जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिलेगा, आंदोलन जारी रहेगा।
छात्रों के आंदोलन को अपना समर्थन देने पहुंचे भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गौतम चौधरी ने कहा कि छात्रों पर हुआ लाठीचार्ज गलत है। कहा कि अगर छात्रों के साथ न्याय नहीं हुआ तो भाजपा सड़क से लेकर संसद तक उनके लिए लड़ेगी। छात्रों का कहना है कि टीईटी का मामला दो सालों से लंबित पड़ा है। फैसला न आने से छात्र आर्थिक और मानसिक रूप से टूटते जा रहे हैं। अनशन स्थल पर भाजपा नेता बृजेश भारती, ज्ञान नारायण, सुभाष चौधरी, राजकरण सिंह, रवींद्र चौधरी, अमरेंद्र सोनकर आदि समर्थन देने पहुंचे।
लाठीचार्ज करने वालों को दंडित करने की मांग
सामाजिक एकता परिषद के ओम प्रकाश शुक्ल ने टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की निंदा की है। उन्होंने कहा कि दो-दो बार आवेदन करने के बाद अभी तक चयन नहीं होने पर अभ्यर्थियों की नाराजगी वाजिब है। आईसा इविवि इकाई के अध्यक्ष रघुनंदन सिंह यादव ने कहा कि छात्र अपनी वाजिब मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे और उन पर लाठियां चलाई जा रही है। अभिभावक एकता समिति ने लाठीचार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। बैठक में राम प्रसाद यादव, अतुल खन्ना आदि थे।
न्याय न मिला तो आत्मदाह करेंगे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी
Updated on: Tue, 24 Sep 2013 08:20 PM (IST)
इलाहाबाद : शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में हो रहे विलंब से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का धैर्य जवाब देने लगा है। लगातार आवाज बुलंद करने के बाद भी शासन द्वारा कोई कार्रवाई न करने एवं सोमवार को पुलिस की लाठीचार्ज से अभ्यर्थी काफी आहत हैं। अब वह 'करो या मरो' की तर्ज पर आंदोलन छेड़ने की मुहिम शुरू करने वाले हैं। सरकार को चेतावनी देते हुए अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर जल्द कोई कदम न उठाया गया तो वह आत्मदाह करेंगे। उन्हें प्रदेशभर के अभ्यर्थियों के साथ राजनीतिक व शिक्षक संगठनों का समर्थन मिल रहा है।
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी शिक्षा निदेशालय पर सात दिनों से क्रमिक अनशन पर हैं। वह सरकार से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कराने के लिए हाईकोर्ट में उचित पैरवी करने की मांग कर रहे हैं। मांगों को लेकर सोमवार को अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट के पास प्रदर्शन किया तो उनके ऊपर लाठीचार्ज कर दी गई। इसके बाद भी उनका प्रदर्शन जारी है, अभ्यर्थियों ने सामूहिक सभा करके कहा कि सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की समस्या का निस्तारण नहीं करना चाहती।
वह हमारी आवाज को लाठी के बल पर दबाना चाहती है, जिससे कोई डरेगा नहीं, सरकार ने अपनी नीतियां न बदली तो हम सामूहिक रूप से आत्मदाह करने को बाध्य होंगे। शिक्षक विधायक सुरेश त्रिपाठी ने अभ्यर्थियों की लड़ाई में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया, कहा कि शासन ने उनकी बात को अनसूना किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गौतम चौधरी ने अनशन स्थल पर जाकर अभ्यर्थियों की मांग का समर्थन किया। अनशन में डॉ. सूरज शुक्ल, मनोज कनौजिया, अखिलेश, दिनेश यादव, तारकेश्वर सिंह, अजय त्रिपाठी, दानसिंह यादव, वीरेंद्र यादव, प्रमेंद्र रमण त्रिपाठी शामिल रहे।
KRIPYA DHAYAN DE
ReplyDelete.....MILE NAYE NETA SE
...........JO MUJJAFFAR NAGAR DANGE PE BOLTE HAI
...............JO YAHA TAK KAHTE HAI KI 6MAHINE ME SARKAR BHARTI NAHI KAR PAYEGI
...................HAR DESH KI GHATNAO PAR BAYAN DETE HAI
........HAMARE PAISE SE MAHAN NETA BANANE KI AOR AGRASAR HAI
........BUS NAHI BOLTE HAI TO BHARTI PAR
.......BUS NAHI BOLTE HAI TO KHARE AUR SHASHI NANDAN PER
.......BUS NAHI BOLTE HAI TO KYO KAISH KI SUNVAYI NAHI HO PA RAHI HAI
JAI JAI HO MAHAN NETA GHAN
S K PATHAK SUJEET SINGH NAVEEN SRIVASTAV JAISE MAHAN NETA GHAN KE MAHAN RAJNITIK UDDESYO KI PARPTI KAR HAMARI NAUKARI GAYI HAATH SE ....
DHANYABAD MAHAN MARG DARSHAN KE LIYE.
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteना बीजेपी आन्ध्र प्रदेश में,
ReplyDeleteना बीजेपी केरल मे,
ना बीजेपी जम्मू और कश्मीर में,
ना बीजेपी हरयाणा मे,
ना बीजेपी वेस्ट बन्गाल मे,
ना बीजेपी झारखण्ड मे,
ना बीजेपी आसाम मे,
ना बीजेपी बिहार मे,
ना बीजेपी तमिलनाडु मे,
ना बीजेपी दिल्ली मे,
ना बीजेपी उतराखण्ड में,
ना बीजेपी राजिस्थान मे,
ना बीजेपी माहराश्ट्र मे,
ना बीजेपी कर्नाट्का मे,
ना बीजेपी हरियाणा में,
ना बीजेपी हिमाचल में,
ना बीजेपी उत्तर प्रदेश में,
ना बीजेपी अरुणाचल में..
ना बीजेपी मणिपुर में,
ना बीजेपी मेघालय में,
ना बीजेपी मिजोरम में,
ना बीजेपी पांडिचेरी में,
ना बीजेपी सिक्किम में,
ना बीजेपी त्रिपुरा में..
भारत के गिने चुने प्रदेशो में मात्र हे बीजेपी..
फिर प्रधान्मन्त्री कहा का बनेगा मोदी..???
नेपाल का प्रधान्मन्त्री बनेगा क्या..???
SALIM AHMAD JI MODI KE NAAM PAR TUMHARI AAGE SE GEELI AUR PEECHE SE PEELI KYON HO RAHI HAI.DEKHTE JAO JIN RAJYO KA TUM JIKRA KAR RAHE HO WAHAN PAR BHI MODI KA PARCHMA JALDI HI LAHRAYEGA.
ReplyDeleteDear Sushil ji,
DeleteJin shabdo me aapne reply kiya usse takleef hui, abhi ek do din pahle isy blog pe same cheej congress ke liye aayi wo bhi modi ji ke support me. Main yahan pe saaf kar du ki congress ka support to maine kabhi khwab me nahi kiya vote dena to bahut door ki baat hai... rahi baat mere comments ki to ye ek kadwa sach hai aap shaant rahkar paristhitiyo ke baare me apni sich ko dharatleey sacchaayi se dekh sakto ho yaa phir mujhe gaali de saktey ho mujhe, lekin isse sacchayi nahi badalti. Rahi baat satta me aakar kuch karne ki to waise bhi rajneety aur rajneta kabhi bhi kisy ke nahi hotey.... baatna bahut aasan kaam hita hai jidna kitna kathin yeh ek tetion se behtar is waqt koi nahi jaan sakta....
yakeeñ jaano maine itna samajhdaar jaroor hu ki ye assani se samajhta hu ki protest karna ek sasty publicity hai aur main sasta kisy bhi keemat per nahi mere bolne ka mujhe paisa milta hai..
Main congressmen nahi jo jinko itny choty si baat nahi samajh aayi...
Khair aapka koi kusoor nahi kusoor education ka hai jo aapne payi...
mere naam ke parchey faar do to bhi main yahi kahunga jisme sach dekhne aur samajhne ki taqat hai wahi safal hota hai.....
Trishanku rejult aayega likh lo abhi se...
Kast ke liye maafi chata hu kisy ki bhawnao ko thesh pahunchana mera maqshad katai nahi... main sirf ek sadharan ka tet supporter hu....
With kind regards,
Salim Ahmad
jjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj
ReplyDeleteagarwal G
ReplyDeleteaap theek kah rahe ho
ye baat koi hindu kahe to samajh me aati hai butttttttttttttt...................
Aaj Main Ne Apny Dil Sey bhi Taaluq Tor
ReplyDeleteDiya. . . . .
Kambakht Tujhe bhool Jane Ki baat
Karta Tha......!!
Koi ToO Bat Zarur Hai Hamari
ReplyDeleteMehehman Nawazi Mai...
K Gham Aa ToO Jatay Hain Magar Janay
Ka Naam Hi Nhe Lyte..
_______ का कहना है की उत्तर प्रदेश में मोदी को किसी भी चुनावी रैली को संबोधित नहीं करने दिया जाएगा..यह संविधान के किस अनुच्छेद में लिखा है की किसी राज्य के जनता द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधि को रोका जा सकता है..तुमने और तुम्हारे अब्बू ने हद कर दी है
ReplyDelete..पहले तो मैं यह समझता था की तुम उल्लू हो लेकिन तुम गधे भी होगे..यह मुझे आज पता चला
yahi kaam nitish ne bhi kiya tha
भाजपा को सरकार के खिलाफ कोर्ट जाना चाहिए !
ReplyDeleteऔर हाँ सरकार जितना विरोध करेगी मोदी की लोकप्रियता उतनी ही तेजी से बढ़ेगी !
जो लोग सर्वोच्च न्यायालय से निर्देश लाने का विरोध कर रहें हैं उनसे सभी लोग यह जरुर पूछे कि विकल्प क्या है। और अगर वो कोई कायदे का विकल्प न दे पाए इधर उधर की बातें करने लगे तो उससे कोई बहस न कीजिए बस उसका नाम कहीं नोट कर के रख लीजिये। किसी दिन आमना सामना हो तो बिना कुछ सवाल जवाब के जूतियां दीजिए। गद्दारों को कभी माफ नहीं करना चाहिए।
ReplyDeleteसर्वोच्च न्यायालय से निर्देश लाने का सिर्फ वही लोग विरोध कर रहे हैं जिन्हें इस भर्ती से कोई लेना देना नहीं बस हम लोगों को मुर्ख बनाने के लिए फालतू की बातें कर रहे हैं।
ReplyDeleteचाहे कोई टेट मेरिट समर्थक हो या एकडमिक मेरिट सभी चाहते हैं कि कोर्ट में जल्द से जल्द सुनवाई खत्म हो और कोई फैसला आये।
ReplyDeleteआज जो भी स्थितियां बनीं हैं उसका हल सिर्फ सर्वोच्च न्यायालय से ही निकलेगा।
कौन है जहां में जिसका तन्हाइयों ने दामन छोड़ा है
ReplyDeleteपत्थरों से भी बातें की हैं दीवारों से भी सर फोड़ा है
देख कर तुम को कहीं दूर गए हम लेकिन ये जान लो
एक कतरा शराब में हमने सौ गमो को भी निचोड़ा है
न दिल भरा है न अब नम रहा है आँखों में ऐ-सनम
हमने तो इंतज़ार किया है तूने सब राहों को मोड़ा है
अपने माज़ी पर नज़र डालूँगा और पछताऊँगा भी
आज अपने ही हाथों से दिल के आईने को तोडा है
दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है जिस को देख कर
तेरे शहर अब नहीं जाता उन गलियों को भी छोड़ा है!!!
एक बुद्धिमान व्यक्ति ,जो लिखने का शौकीन था ,लिखने के लिए समुद्र के किनारे जा कर बैठ जाता था और फिर उसे प्रेरणायें प्राप्त होती थीं और उसकी लेखनी चल निकलती थी । लेकिन ,लिखने के लिए बैठने से पहले वह समुद्र के तट पर कुछ क्षण टहलता अवश्य था । एक दिन वह समुद्र के तट पर टहल रहा था कि तभी उसे एक व्यक्ति तट से उठा कर कुछ समुद्र में फेंकता हुआ दिखा ।जब उसने निकट जाकर देखा तो पाया कि वह व्यक्ति समुद्र के तट से छोटी -छोटी मछलियाँ एक-एक करके उठा रहा था और समुद्र में फेंक रहा था । और ध्यान से अवलोकन करने पर उसने पाया कि समुद्र तट पर तो लाखों कि तादात में छोटी -छोटी मछलियाँ पडी थीं जो कि थोडी ही देर में दम तोड़ने वाली थीं ।अंततः उससे न रहा गया और उस बुद्धिमान मनुष्य ने उस व्यक्ति से पूछ ही लिया ,"नमस्ते भाई ! तट पर तो लाखों मछलियाँ हैं । इस प्रकार तुम चंद मछलियाँ पानी में फ़ेंक कर मरने वाली मछलियों का अंतर कितना कम कर पाओगे ?इस पर वह व्यक्ति जो छोटी -छोटी मछलियों को एक -एक करके समुद्र में फेंक रहा था ,बोला,"देखिए !सूर्य निकल चुका है और समुद्र की लहरें अब शांत होकर वापस होने की तैयारी में हैं । ऐसे में ,मैं तट पर बची सारी मछलियों को तो जीवन दान नहीं दे पाऊँगा । " और फिर वह झुका और एक और मछली को समुद्र में फेंकते हुए बोला ,"किन्तु , इस मछली के जीवन में तो मैंने अंतर ला ही दिया ,और यही मुझे बहुत संतोष प्रदान कर रहा है । "इसी प्रकार ईश्वर ने आप सब में भी यह योग्यता दी है कि आप एक छोटे से प्रयास से रोज़ किसी न किसी के जीवन में 'छोटा सा अंतर' ला सकते हैं । जैसे ,किसी भूखे पशु या मनुष्य को भोजन देना , किसी ज़रूरतमंद की निःस्वार्थ सहायता करना इत्यादि । आप अपनी किस योग्यता से इस समाज को , इस संसार को क्या दे रहे हैं ,क्या दे सकते हैं ,आपको यही आत्मनिरीक्षण करना है और फिर अपनी उस योग्यता को पहचान कर रोज़ किसी न किसी के मुख पर मुस्कान लाने का प्रयास करना है ।और विश्वास जानिए ,ऐसा करने से अंततः सबसे अधिक लाभान्वित आप ही होंगे । ऐसा करने से सबसे अधिक अंतर आपको अपने भीतर महसूस होगा । ऐसा करने से सबसे अधिक अंतर आपके ही जीवन में पड़ेगा.........!!
ReplyDeleteकहीं ये कोई क़यामत की निशानी तो नहीं......
ReplyDeleteफटा समंदर निकला टापू, पाकिस्तान में भूकंप के बाद कुदरत का करिश्मा
जिस टापू की तस्वीर आप ऊपर देख रहे हैं, उसने बुधवार को ही अपनी पहली सुबह देखी है. इस टापू को अभी कोई नाम नहीं मिला है, लेकिन इसकी चर्चा दुनिया भर में है. यह पाकिस्तान के सबसे चर्चित बंदरगाह ग्वादर से महज 350 फीट दूर है. इसका क्षेत्रफल 40 वर्गफीट है और वैज्ञानिकों के लिए यह कई बड़े बदलावों का इशारा है.
दहशत और मातम के इसी माहौल में अरब सागर अपने भीतर मची हलचल से जूझ रहा था. कुछ सेकेंड की उथल-पुथल के बाद सागर की लहरों पर एक नई आकृति उभरने लगी. देखते ही देखते करीब 40 वर्गफीट जमीन अरब सागर के नक्शे पर अपनी जगह और पहचान बना चुकी थी. धरती के नक्शे पर एक नया सदस्य अपनी दावेदारी पेश कर चुका था.
खतरे की घंटी तो नहीं
भूकंप के केंद्र बलूचिस्तान के अवारन से इस टापू तक की भौगोलिक स्थितियों का विश्लेषण अभी बाकी है. टापू का बनना लोगों के लिए भले ही एक दिलचस्प घटना हो, लेकिन बलूचिस्तान में आया भूकंप, भूगर्भशास्त्रियों के लिए ये किसी बड़े बदलाव की आहट हो सकती है. जमीन के ऊपर उठने का मतलब है, जलस्तर बढ़ना और यह तटीय शहरों के लिए खतरे की घंटी भी हो सकता है.
ReplyDeleteJAIL WALI
Narazgi Ka Sabab To Puch Liya Kro
Duriya Lakh Ho Yad To Kr LIya Kro
Mat Rkho Beshk Har Pal Ki Khbar
Zinda H Ya Mar Gye Itna To Puch Liya Kro.
इलाहाबाद 72825 शिक्षक भर्ती
ReplyDeleteइस संगठन ने मुझे ये काम दिया कि इस क्रमिक अनशन में हो रहे प्रत्येक गतिविधियों से मैं आप सभी लोगों को अवगत कराता रहूँ ताकि हम एक जुट होकर इस आगाज को अंजाम तक पहुँचा सके। . एक छुटभैइये प्रशिक्षु शिक्षक आवेद्क की हैसियत से इस काम का कितना असर पडा ये तो मैं नहीं जानता हाँ मगर बहुत सारे साथियों ने इस आंदोलन को उत्साहित किया,इसे शक्ति दी,और अपने प्रेरणादायी सुझावों से अवगत कराया जिसका असर जरुर इस आन्दोलन पर पडा है.
मित्रों अब तो शायद इस बात का अदंजा बडी आसानी से लगाया जा सकता है कि स्वार्थी सोंच ने हमें कितना नीचे धकेल दिया,कितना पीछे हो गये हम,बांट दिया,हम आपस में ही लड गये और इसका नतीजा निकला सिफर
ReplyDeleteपर अब ऐसा नहीं है...हम एकजुट हुए हैं धीरे-धीरे ही सही हम अपनी बात सरकार और हाईकोर्ट तक पहुँचाने में सफल हुए हैं.बस एक बात जो अब और पहुँचानी है वो ये है कि हम अब तब तक नहीं हिलेंगे जब तक ये भर्ती शुरु नहीं हो जाती ।.हमारे इसी संकल्प ने कई और संगठनो को झकझोर दिया और वो खुद चल कर आये हमारा समर्थन ,हमारा सहयोग करने ।
ReplyDeleteहाई कोर्ट के बारएसोसिएशन और भाजपा ने तो हमारे साथियो को रिहा कराने में बडी मदद की,शिक्षक संगठन का शर्मा गुट हम लोगों के साथ पहले से ही है.आज भी भाजपा के कई दिग्गज नेता हमारे अनशन स्थल पर आये कई घंटो तक
ReplyDeleteरहे और प्रशासन द्वारा किये गये अत्याचार की निंदा की । ....इस मुश्किल घडी में जब हमारे घाव पर कोई मरहम लगाता है तो वही हमारा माई-बाप लगता है वो चाहे कोई भी हो
और वैसे भी कोई आये चाहे ना आये जब हम एक साथ हैं तो इस लड़ाई के लिए इतना ही काफी है।
"सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहे
ReplyDeleteजब तक तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में रहे
शाखों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम
आँधी से कोई कह दो कि औकात में रहे"
COURT ORDER: UPPER PRIMARY MIEN AGE 40 YRS HO GAYI HAI.
ReplyDeleteमुझे एक बात समझ में नहीं आती आंदोलन की तारीख लोग भांग खा कर रखते हैं या जानबूझकर हमलोगो को लाँलीपप देने के लिए ऐसी तारीख रखी जाती है जिससे आंदोलन सिर्फ तमाशा बन कर रह जाये।
ReplyDeleteसमस्या यह है कि कोर्ट में जज हमारे केस की सुनवाई नहीं कर रहा है तो आंदोलन की तारीख भी उसी दिन की होनी चाहिए जिस दिन हमारे केस की तारीख हो जिससे न्यायालय के कान पर जू रेंगे।
COURT ORDER: UPPER PRIMARY MIEN AGE 40 YRS HO GAYI HAI.
ReplyDeleteCOURT ORDER: UPPER PRIMARY MIEN AGE 40 YRS HO GAYI HAI.
ReplyDeleteमैं पिछली बार के आंदोलन की भी तारीख से भी सहमत नहीं था और इस बार फिर 8 अक्टूबर रख दिया गया पता नहीं क्या सोच कर।
ReplyDeleteमैं भी पहले यह सोचता था कि आंदोलन हड़ताल से कोर्ट के उपर फर्क नहीं पड़ता लेकिन आरक्षण वाले आंदोलन के बाद से मेरा नजरिया बदला है, कुछ भी जब,कोई भी केस किसी आंदोलन या अनशन से जुड़ जाता है तो जज के उपर इतना तो नैतिक दबाव बन ही जाता है कि वो कम से कम सुनवाई तो जरूर करें।
Jaruri Nahi Ki Sari Duniya Achchi Nikle...
ReplyDeleteSare Pyar Sache Nikle.!!
A Khuda Likh Meri Kismt Dusri Kalam Se.??
Jaruri Nhi Ki Dusri Kalam Bhi Kacchi Nikle. . .
डॉक्टर बहुत कहते है के अन्डे खाना बहुत आवश्यक है और उनका हिसाब किताब प्रोटीन वाला है !
ReplyDelete...प्रोटीन इसमें ज्यादा है विटामिन A ज्यादा है । हमारे डॉक्टर जो पढाई करते है जैसे MBBS , MS, MD ये पूरी पढाई से आई है मने यूरोप से आयें हैं और यूरोप में जो लोग होंगे उनके पास मांस और अन्डे के इलावा और कुछ नही होगा । तो उनकी जो पुस्तके है उनमे वो ही लिखा जायेगा जो वहाँ उपलब्ध है । और यूरोप में पूरा इलाका बहुत ठंडा है !6 महीने बर्फ पड़ी रहती है ! सब्जी होती नही , दाल होती नही हैं ! पर अंडा बहुत मिलता है कियोंकि मुर्गियां बहुत है ।
अब हमारे देश में भी वो ही चिकित्सा पढ़ा रहे है क्यूंकि आजादी के 67 साल बाद भी कोई कानून बदला नहीं गया ! पर उस चिकित्सा को हमने हमारे देश की जरुरत के हिसाब से बदल नही किया मने उन पुस्तकों में बदवाल होना चाहिए , उसमे लिखा होना चाहिए भारत में अन्डे की जरुरत नही है कियोंकि भारत में अन्डे का बिकल्प बहुत कुछ है । पर ये बदवाल हुआ नही और डॉक्टर वो पुस्तक पढ़ कर निकलते है और बोलते रहते है अन्डे खाओ मांस खाओ । आयुर्वेद की पढाई पढ़ कर जो डॉक्टर निकलते है वो कभी नही कहते के अन्डे खाओ । अन्डे में प्रोटीन है पर सबसे जादा प्रोटीन तो उड़द की दाल में है , फिर चने की डाल , मसूर की डाल ; अन्डे में विटामिन A हैं पर उससे ज्यादा दूध में है ।
प्यार किसीसे जितना किया रुसवाई ही मिली,
ReplyDeleteवफा चाहे जितनी भी की बेवफाई ही मिली,
जितना भी किसी को अपना समझा हमने,
जब आँख खुली तो हमेँ तन्हाई ही मिली!
क्या खाएं ह्रदय रोग से बचने के लिए-
ReplyDeleteमिर्च -आपको सुनने में शायद अटपटा लगे लेकिन हमारा प्राचीन भारतीय मसाला लाल मिर्च कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के साथ ही बॉडी में शुगर को लेवल करता है और शरीर को दिल से संबंधित बीमारियों से बचाकर रखता है।
अखरोट- अखरोट स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत ही अच्छा माना जाता है। अखरोट में फाइबर, विटामिन बी, मैग्नीशियम और एंटी आक्सिडेंट्स अधिक मात्रा में पाया जाता है। अखरोट दिल के रोगियों के लिए या इससे बचे रहने के लिए बहुत लाभदायक होता है क्योंकि ये बेड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करके धमनियों में होने वाली सूजन को मिटाता है। इसलिए दिल की बीमारियों से बचे रहने के लिए अखरोट का सेवन जरूर करना चाहिए।
गाजर- गाजर को न सिर्फ डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद माना जाता है बल्कि दिल के रोगियों की सेहत के लिए भी बेहतर माना जाता है। दरअसल गाजर बॉॅडी में शुगर लेवल को मेंटेन करती है जो कि दिल की बीमारियों के लिए उत्तरदायी है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल बढऩे से रोकती है।
कॉफी- कॉफी टाइप 2 डायबिटीज के लिए बहुत अधिक लाभदायक माना जाता है। हाइब्लडप्रेशर से भी शरीर को बचाता है इसीलिए अगर दिल की बीमारियों से बचे रहना हो तो कॉफी व चॉकलेट का सेवन बहुत बेहतर माना जाता है।
संतरा- संतरा एक स्वास्थ्यवर्धक फल है। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है। लोहा और पोटेशियम भी काफी होता है। संतरे का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखता है। इसमे उपस्थित पोटेशियम हाईब्लडप्रेशर को सामान्य रखता है। इसमें उपस्थित एंटीआक्सीडेंट्स लो-ब्लडप्रेशर को भी कंट्रोल करते हैं। इसीलिए दिल से संबंधित रोगों से बचे रहना हो तो संतरा एक अच्छा उपाय है।
ReplyDeleteJAIL WALI
Mat dekh koi shaks gunehgar kitna hai,
Ye dekh tere saath wafadar kitna hai,
Ye mat soch use kuch logo se nafrat hai,
Ye dekh use tujhse pyar kitna hai...
Any news for urdu teachers vacancies
ReplyDeleteSalim Ahmed ji , If you are ter supporter then dont involve in this type of matter Because if do so then it will send a wrong message in the community. we are here to support the tet merit and not to involve in the politics because politics is a very dirty thing, they do not understand the feeling of common people , they only want to fill their pocket.
ReplyDeleteAccording to ur bolg it shows that ur a anti bjp supporter. if You will write like this then it will hurt the sentiments of many people so please avoide this in future. This blog is only for Tet supporter, so better write about TET and not about Modi and manmohan.
ReplyDeleteMain na kisy ko support karta hu na na hi pichle do chunao me maine vote dala wajah sirf itny ki mujhe chirh hai aajkal ki rajneety se ... aur mujhe lagta hai aisey hi karna chahiye jab aapke paas koi aapke pasand ka neta na ho........
Deletekhair aapka shukriya.. aagey se is blog pe nahi likhunga...
I compeletly agree with you.. but this cheep thing is getting very common these days. U know mr. Munna is blog pe aisa kuch is blog ko lead karne waley hi kar rahe hai...jo apne aapko tetion kahtey hai aur khuley aam ulta likhtey hai... kaash ye baat unhe samajh me aaty ki kitna gair jimmedarana kaam kar rahe hai sangthan je praty.....
ReplyDeleteKujhey naukry mil bhi gayi to bhi hamara yahi haal hoga ek naukry to hai lekin arear ka intzaar hai ... arear mele to aapka payment kar dunga.. shayad yahi hamara bhawishya hoga jaisy sthity aaj ki hai...
Thnx dear
ReplyDeletejunior m English, Sanskrit aur Sangeet k teachers ki bharti ka khaka taiyar ho rha h. jald hogi bharti.
ReplyDeleteScience aur Math ki bharti nhi latkegi. don't worry.
vishy singh ji ye bhasha wali news ka source kya hai? ye authentic hai aur kab tak possible hai form ana?
ReplyDeleteaccording to up basic edu. minister source- from amar ujala (24 September, Gorakhpur edition).
ReplyDeletevishy sgh ji kab tak nikal sakti h english , sanskrit or sangit ki vacancy
ReplyDeleteUP ke basic education minister ek dam fraud hai unhonen age 40 sal badane ke liye bhi kahan tak according to ammar ujala lucknow edditon but kya hua , ye mantri sab sale chor hai. inhe bas jhoot bholne ki adat si pad gayi hai.
ReplyDeleteSAMAJWADI KA ANT SAMAY AANE WALA HAI KYON KI INHONEN JANTA KE SAATH AUR UTTAR PRADESH KE NAUJAWANO KE SAATH BAHUT HI GINONA KAAM KIYA HAI, ISKI BHAR PAYE ABB NAHI KARSAKETE HAI. INKA HARNA THAI HAI. HUMARA PURA GAON INHE VOTE DIYA THA VIDHAN SABHA ELECTION ME PAR AAJ SAB ULTA HO GAYA HAI, AAJ AGAR SAMAJWADI KA KOI PAHUCH JAYE THO UNHE DANDA MILEGA, ISH BHAR INHE KOI VOTE DENE WALA NAHIN HAI. UP KE ITHIHAS ME ITNO GATIYA PARTY NAHI AAYI HAI.
ReplyDeleteYaar munna ye mantree to fir thek hai inki to jaat he aise hai. Magar court ki to jaban he nahi hai. Han hamari ankho me dhol bada acha jhonkti hai
ReplyDeleteटीईटी पास करने पर ही शिक्षामित्र बनेंगे शिक्षक
ReplyDeleteफिर भी दूसरे राज्यों की व्यवस्था का होगा परीक्षण
लखनऊ (ब्यूरो)। बेसिक शिक्षा परिषद के प्रस्ताव के मुताबिक टीईटी पास शिक्षामित्र को ही स्थायी शिक्षक
बनाया जा सकेगा। इसके बावजूद अन्य राज्यों में शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाने के लिए अपनाई गई
प्रक्रिया का परीक्षण किया जाएगा। यदि कहीं शिक्षामित्रों को टीईटी से छूट दी गई है तो राज्य सरकार इसे आधार
मानते हुए हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। शासन में बुधवार को हुई
उच्चाधिकारियों की बैठक में यह सहमति बनी है। नियमावली के मुताबिक मोअल्लिम वालों की तर्ज पर
शिक्षामित्रों को भी 62 वर्ष की आयु तक शिक्षक बनने का मौका दिया जाएगा।
अन्य कई राज्यों की अपेक्षा प्रदेश में सर्वाधिक 1.76 लाख शिक्षामित्र हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू
होने के बाद परिषदीय स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। हाईकोर्ट ने मई
2013 में दिए आदेश में यह स्पष्ट कर दिया है कि परिषदीय स्कूलों में टीईटी पास को ही शिक्षक
बनाया जा सकता है।
प्रदेश के शिक्षामित्रों को पत्राचार के माध्यम से दो वर्षीय बीटीसी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले चरण के
60 हजार शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण जनवरी 2014 में समाप्त हो रहा है। इसके बाद इन्हें शिक्षक बनाने
की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली संशोधित की जाएगी। बेसिक
शिक्षा निदेशालय ने नियमावली को संशोधित करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। सचिव बेसिक
शिक्षा नीतीश्वर कुमार ने बुधवार को इस संबंध में अधिकारियों की बैठक बुलाई थी।