AAMIR KHAN KEE FILM - PK VIVAADON MEIN GHIREE
AAMIR KHAN'S MOVIE PK CREATES CONTROVERSY , AND PEOPLE ARE SAYING IT HURTS AND TARGETS ON HINDU RELIGIOUS SENTIMENT
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फिल्म के डायलॉग "जो डरता है, वो मंदिर जाता है" का भी जिक्र FIR में किया गया है.
FIR Mein yeh Bhee Kaha Gaya Hai - फिल्म्ा में जानबूझ कर भगवान शिव को गलत तरीके से दर्शाया गया है
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Aamir in PK: Jo darta hai woh mandir jaata hai.
Aamir went to Haj in 2012. Would he dare use the same language for Haj. #BoycottPK
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जो लोग डरते है वो मंदिर जाते है - अमीर खान
जो लोग जादा डरते है
दिन में पाच - पाच बार मस्जिद जाते है।
जय श्रीराम
--------------
जिसको गलत लगा वो पहले आमिर खान को समझाएं
Give Respect - Take Respect
#DO_NOT_INSULT_HINDUS
सेकुलरिस्म का मतलब हिन्दुओं का अपमान करना नहीं है- MIND IT
*******************************जो लोग जादा डरते है
दिन में पाच - पाच बार मस्जिद जाते है।
जय श्रीराम
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जिसको गलत लगा वो पहले आमिर खान को समझाएं
Give Respect - Take Respect
#DO_NOT_INSULT_HINDUS
सेकुलरिस्म का मतलब हिन्दुओं का अपमान करना नहीं है- MIND IT
फिल्म के डायलॉग "जो डरता है, वो मंदिर जाता है" का भी जिक्र FIR में किया गया है.
FIR Mein yeh Bhee Kaha Gaya Hai - फिल्म्ा में जानबूझ कर भगवान शिव को गलत तरीके से दर्शाया गया है
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Aamir in PK: Jo darta hai woh mandir jaata hai.
Aamir went to Haj in 2012. Would he dare use the same language for Haj. #BoycottPK
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If you don't like PK don't watch it: Aamir Khan
AAP chief Arvind Kejriwal watches Aamir Khan’s ‘PK’, gives it excellent rating
“Just watched PK. Excellent movie. Congrats @aamir_khan for handling such a delicate subject so beautifully,” Kejriwal tweeted.
Kejriwal, along with some 25-30 people, which included AAP leaders, watched the movie at a theatre in Sahibabad, party sources said.
आमिर की 'पीके' को टैक्स-फ्री करने की मांग
आमिर खान स्टारर फिल्म 'पीके' के टिकट को लेकर सोशल नेटवर्किंग पर जोक्स काफी पॉपुलर हुए हैं। बढ़े टिकट के प्राइस से लोग खासे नाराज भी दिखे। बढ़ते टिकट का असर बॉक्स ऑफिस के कलेक्शन पर भी देखने को मिला, लेकिन अब शायद टैक्स फ्री हो जाने से पीके घर-घर तक पहुंच पाए। आमिर खान और राजू हिरानी ने सरकार से अपनी फिल्म 'पीके' को भारत के सभी राज्यों में टैक्स फ्री बनाने की मांग की है।
गौरतलब है कि फिल्म को ज्यादातर समीक्षकों ने बेहतरीन रिव्यू दिया है। फिल्म सोसायटी में एक अच्छा मैसेज देती है, जिस वजह से डायरेक्टर ने फिल्म के टैक्स फ्री होने की डिमांड की है। रिलीज के पहले ही दिन इस फिल्म ने 26. 63 करोड़ का बिजनेस किया था। इसके बाद उसके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में बढ़त होती चली गई। यह फिल्म सीनियर पुलिस ऑफिसर की टीम समेत कई वर्ग के लोगों को दिखाई गई है। सचिन तेंदुलकर ने भी 'पीके' को आमिर खान की सबसे बेस्ट मूवी कहा है।
फिल्म के निर्माता विनोद चोपड़ा के अनुसार, 'फिल्म आज के मौजूदा हालात में सटीक बैठती है। फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ एक मजबूत सोशल मेसेज भी देती है। फिल्म देश भर के लोगों तक पहुंचनी चाहिए इसलिए हमने टैक्स फ्री की मांग की है
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पहले कंट्रोवर्सीज अब FIR ये है PK का नया रिकॉर्ड
अगर आप समझते हैं कि आमिर खान और अनुष्को शर्मा स्टारर फिल्म PK ने अपनी कमाई को लेकर ही रिकॉर्ड बनाया है तो ऐसा नहीं है. इस फिल्म ने कंट्रोवर्सीज और लीगल मामलों में उलझने का भी रिकॉर्ड बनाना स्टार्ट कर दिया हैफिल्म के अगेंस्ट रिलीजियस इमोशंस को हर्ट करने का लीगल केस बन गया है. पुलिस ने फिल्म के प्रोड्यूसर, डायरेक्टर्स के अगेंस्ट फिल्म सेक्शन 153 A, इंडियन पीनल कोड के सेक्शन 295 A के अंडर एफआईआर रजिस्टर की है.
यह FIR हिंदू लीगल सेल के सेकेरेट्री प्रशांत पटेल ने फिल्म पीके के डायरेक्टर राजकुमार हिरानी, एक्टर आमिर खान, प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा और सिद्धार्थ रॉय कपूर के अगेंस्ट फाइल की है. FIR में कहा गया है कि फिल्म में डेलिब्रेटली लॉर्ड शिव को निगेटिव वे में प्रेजेंट किया गया है. वहीं फिल्म के डायलॉग "जो डरता है, वो मंदिर जाता है" का भी जिक्र FIR में किया गया है.
बात सिर्फ FIR तक ही नहीं है लोगों ने ट्विटर पर भी रिलीजियस इमोशंस को हर्ट करने के एलिगेशन लगाते हुए कमेंट करना स्टार्ट कर दिया. जिसके चलते ट्विटर पर #BoycottPK ट्रेंड कर रहा है जिस पर लोग रिएक्शन दे रहे हैं और अब तक करीब 20 हजार से ज्यादा ट्वीट किए जा चुके हैं. लोगों को लग रहा है कि फिल्म में हिंदू देवी देवताओं का मजाक बनाया गया है. लोगों का आब्जेक्शन इस बात पर भी है कि इस फिल्म में एक इंडियन हिंदू गर्ल को पाकिस्तानी मुस्लिम ब्वॉय के साथ रिलेशनशिप में दिखाया गया है.
AAMIR KHAN :-> फिल्म में बोले गए डायलॉग 'जो डरता है, वो मंदिर जाता है' का भी उल्लेख किया गया है
'पीके' को लेकर आमिर खान सहित 4 पर मामला दर्ज
- अश्लील पोस्टर के बाद धार्मिक भावनाओं को लेकर मामला दर्ज
- फिल्म में बोले गए डायलॉग 'जो डरता है, वो मंदिर जाता है' का भी उल्लेख किया गया है
- यह प्राथमिकी हिंदू कानूनी प्रकोष्ठ के सचिव प्रशांत पटेल की ओर से फिल्म पीके के निर्देशक राजकुमार हिरानी, आमिर खान, निर्माता विधु विनोद चोपड़ा और सिद्धार्थ रॉय कपूर के खिलाफ दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि फिल्म्ा में जानबूझ कर भगवान शिव को गलत तरीके से दर्शाया गया है
- इससे पहले फिल्म के पोस्टर पर आमिर खान के ट्रांजिस्टर लिए न्यूड फोटो पर विवाद हो चुका है। पोस्टर पर अश्लीलता को लेकर मामला दर्ज कराया गया था।
आमिर खान की PK पर पंजाब में बवाल
डियर आमिर खान- क्या आप हाल के मुस्लिम मुद्दों पर भी मूवी बनाएंगे या फिर केवल हिंदुओं पर-tarun@dreamthatworksMOVIE PK REVIEW AND CONTROVERSY
Movie PK Review And Controversy
AAMIR KHAN NE PK MOVIE MEIN MESSAGE DIYA KEE MANDIRON PAR KATAKSH KIYAA,
AUR IS SE HINDU VADEE SAMARTHAKON MEIN ROSH HAI.
FIR BHEE DARJ HO CHUKEE HAI.
YE FILM SHURU SE HEE VIVADON MEIN RAHEE. PEHLE MOVIE PK KE POSTER KO LEKAR VIVAAD THAA.
AB HINDU DHARMIK AASTHAON PAR CHOT PAHNICHANE KAA VIVAAD HAI.
EK VYAKTI NE APNE COMMENT MEIN LIKHAA :-
जरा सोचिये यदि भगवान को 1 लोटा दूध (कीमत २० रु. ) न चढ़ा के हम 1 गरीब का पेट भर सकते है तो पीके फ़िल्म (टिकट 200रु.) को थिएटर में न देख के हम कितने गरीबो का पेट भर सकते है।
#BoycottPK
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Sikhs feel offended by Amir Khan’s movie ‘PK’; Review says PK shows Sikhs in Bad Light
FILM “PK” SHOWS SIKHS IN BAD LIGHT, SIKH SENTIMENTS HURT
Note: The following is a joint perception of 2 individuals who’ve seen the film. Each person should view the film and judge for themselves.
Op Ed by: Jatinderpal Singh and Jaswinder Singh
Watched Aamir Khan’s “PK the movie” today, After watching the movie I was hurt on many instances in the movie. It has shown disgrace on all religions but I will talk about Sikhism. Some of the noted points were:
1. They have shown an Old Sikh men begging for money by telling a lie to feed dinner for his wife in Hotel Lalit (five star) on their Marrige anniversary, though he asked for money in a style to return it back because he was short of money at that time, but this step was taken to disgrace Sikh community which was merely found begging. The image portrayted in this scene clearly shows a Sikh in bad light in the form of a petty beggar.
2. They have shown one sikh person with open hairs as Hindu Pandit (in this scene all religion people changes their dress, hindu became sikh, chiristian became Muslim) but it had put in disgrace to our kesh. A Sikh doesn’t walk around with open Kesh, even though it’s a film religious articles should be respected
3. In another scene sequel to point 2 above, they have deturbaned hindu who was in Sikhi saroop and said all are equal, they said sikh “se pagdi utar gai ban gae muslim, dhadi utar gai ban gae hindu, sab barabar hai)” they have shown disgrace to turban.
This is the Point Which surpassed anything I had ever seen which beyond hurt my sentiments
4. In another scene, a Sikh student boy in patka going to give exam bow his body (pura let ke ek pathar ke aage matha tekta).
Disgracing principles of sikhi- sikh murtipujan nai karde. In this particular scene here’s what happens: Amir Khan spits on a random rock and puts down a few coins of money and he says watch how my investment will more then double in 15 minutes. Immediately following this, A Sikh boy is shown laying down and does matha tek to this random rock with spit from Aamir Khan’s mouth. It was the height of embarrassment for me as a Sikh watching this because Sikhs don’t believe in such things. The shocking thing is that Hindu students who believe in idol worship were shown just folding their hands in front of the stone while the Sikh child was shown laying down completely and then hands folded in front of this stone like a total idiot.
Sikhs don’t pray to idols or statues of any kind and so showing a Sikh boy laying down to and doing matha tek to a rock with split is beyond hurting Sikh religious sentiments.
The above points are ones perception, one might view the film as a Bollywood Flick where anything is possible and ignore these things, but as a Sikh we need to preserve our identity. Sikhs are over protective and don’t tolerate such things because if they show such things now in future they’ll exceed their limits. The degradation occurs when film makers start to portray religious faiths in negative light. We in the Sikh faith have cherished our articles throughout history and we as a Sikh can’t watch degradation occur in front of our eyes especially our Kesh and core beliefs.
News Source : December 20, 2014 | By Sikh Siyasat Bureau
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What is in Movie :-
PK-Movie
पीके (आमिर खान) एक एलियन है, जिसे धरती पर इसलिए भेजा जाता है ताकि वो उन जैसे दिखने वाले लोगों के बारे में पता लगा सके, लेकिन धरती पर कदम रखते ही पीके का लॉकेट जिसे वो रिमोट कंट्रोल कहता है, एक आदमी चुरा लेता है। रिमोट के बिना वो अपने ग्रह से संपर्क नहीं कर पाता और रिमोट की तलाश में घूमना शुरू कर देता है। दूसरी तरफ, दिल्ली की रहने वाली जगत जननी उर्फ जग्गू (अनुष्का शर्मा) जो विदेश में रहकर पढ़ाई कर रही होती है उसे सरफराज (सुशांत सिंह राजपूत) से प्यार हो जाता है, लेकिन उसके घरवाले तपस्वी महाराज (सौरभ शुक्ला) के कहने पर इस रिश्ते को नामंजूर कर देते हैं। तपस्वी का कहना होता है कि सरफराज जग्गू को धोखा देगा। ऐसा ही होता है और बाद में जग्गू दिल्ली लौट आती है। दिल्ली लौटकर जग्गू एक न्यूज चैनल ज्वाइन कर लेती है। इधर रिमोट की तलाश में पीके भी दिल्ली आ जाता है। जग्गू की जब पहली बार पीके से मुलाकात होती है तो उसे एक स्टोरी नजर आती है। ऐसे में वो पीके का पीछा करती है और उससे पुलिस स्टेशन में मुलाकात करती है। पीके जब अपने बारे में ये बताता है कि वो दूसरे ग्रह से आया है तो उसे यकीन नहीं होता, लेकिन बाद में पीके इस बात का यकीन दिलाने में कामयाब हो जाता है। अब अनुष्का पीके की रिमोट ढूंढने में मदद करती है। इसके बाद कहानी में कई रोमांचक मोड़ आते हैं जो आपको हंसने पर मजबूर कर देते हैं, लेकिन कहानी में क्या होता है ये तो आपको सिनेमाघरों में ही जाकर देखना होगा। 'धरती पर बड़ा कनफ्यूजन है भाई'धरती पर आकर पीके इस बात को महसूस करता है कि यहां के लोगों की सिर्फ बोली ही अलग नहीं है, बल्कि भगवान भी अलग-अलग है। यहां तक की पूजी करने का ढंग भी एक-दूसरे से जुदा है। जैसे, लोग मंदिरों में नंगे पैर जाते हैं वहीं गिरजाघरों में जूते पहनकर चले जाते हैं। पीके को इस बात का भी कनफ्यूजन रहता है कि हिंदू धर्म की विधवा सफेद साड़ी पहनती है। वहीं ईसाई धर्म की लड़की सफेद गाउन में शादी करती है। ईसाई धर्म को काई व्यक्ति मरता है तो वो ब्लैक कपड़े पहनते हैं, जबकि मुस्लिम लड़कियां आमतौर पर ब्लैक बुरका पहनती है। पीके की भाषा है मजेदार पीके जो दूसरे ग्रह का होता है भोजपुरी बोलना सीख लेता है। ऐसे में वो प्लीज को पलीज, ग्रह को गोला, मतलब को मतबल के साथ कई मजेदार लहजे में बोलता है। आमिर के मुंह से ये डायलॉग आपको मजा आएगा। पीके ने लोगों को बताया 'रॉन्ग नंबर'पीके को जब ये मालूम होता है कि धरती पर रहने वाले लोग भगवान के नाम पर तपस्वी जैसे लोगों से रॉन्ग नंबर लगा रहे हैं। यानी तपस्वी अपने स्वार्थ के लिए लोगों का इस्तेमाल कर रहा है। इतना ही नहीं, कई बार लोग बिना पूरी बात जाने परिणाम तय कर लेते हैं। ऐसे में रॉन्ग नंबर को राइट नंबर बताने के लिए वो अपने अलग ही तर्क देता है। साथ ही, अपनी बातों को उदाहरण के साथ बताता है। शानदार डायरेक्शनराजकुमार हिरानी ने एक बार फिर से साबित कर दिखाया है कि क्यों उनकी फिल्में तारीफ बटोरती हैं। उन्होंने कहानी एक ऐसे किरदार पर फोकस की है, जो भले ही दूसरे ग्रह से आया, लेकिन उसने लोगों को काफी कुछ सिखा दिया। वैसे, राजू की फिल्में हमेशा ही मैसेज देती हैं। '3 इडियट्स' ने जहां दोस्ती के साथ मां-बाप को बच्चों की इच्छा जानने का मैसेज दिया था, तो 'मुन्ना भाई' सीरीज ने लोगों को एक-दूसरे से जुड़ने का संदेश दिया था। ऐसे में 'पीके' भी अपना मैसेज देने में पूरी तरह सफल रही है। कमाल की एक्टिंगफिल्म की कहानी आमिर और अनुष्का पर पूरी तरह से फोकस है। ऐसे में इन दोनों को उनकी एक्टिंग के लिए फुल मार्क्स दिए जा सकते हैं। पीके की भूमिका में आमिर खान ने अविस्मरणीय अभिनय किया है। उन्हें भोजपुरी बोलते देख ऐसा लगता नहीं कि उन्होंने इस भाषा को सीखा होगा। दूसरी तरफ, अनुष्का ने अपना किरदार पूरी ईमानदारी से निभाया है। संजय दत्त और सुशांत सिंह राजपूत के रोल छोटे जरूर थे, लेकिन दर्शकों का दिल जीतने के लिए वो काफी है। इनके साथ, सौरभ शुक्ला भी तपस्वी के रोल में फिट नजर आए है।
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आमिर खान की PK पर पंजाब में बवाल
अमृतसर: हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘पी.के.’ को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। हिंदू संगठनों ने इस फिल्म को हिंदू विरोधी करार दिया है। आज रोष स्वरूप शिव सेना शेर-ए-पंजाब के कार्यकत्र्ताओं ने सूरज चंदा तारा, अल्फा वन, सैलीब्रेशन मॉल में हल्ला बोल दिया और इस फिल्म के प्रदर्शन को बंद करवाने की मांग करते हुए वहां लगे पोस्टरों को जला दिया। शिव सैनिकों व सिनेमा मालिकों के साथ काफी गर्मागर्मी भी हुई। वहीं स्थिति को संभालने के लिए जिला पुलिस की ओर से भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। करीब 2 घंटे बाद फिल्म को फिर से शुरू करवा दिया गया। जानकारी के अनुसार हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘पी.के.’ को बंद करवाने के लिए विरोध किया जा रहा था, आज मंगलवार को जब शिव सेना शेर-ए-पंजाब के कार्यकत्र्ताओं ने सिनेमा हालों के बाहर हल्ला बोला तो एकाध सिनेमा घरों में हुई मामूली-सी झड़प को लेकर सिनेमा घरों में चल रही फिल्म पी.के को बंद करना पड़ा। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जहां हालत पर काबू पा लिया, वहीं पर भड़के शिव सैनिकों को फिल्म बंद करने का भरोसा देकर उन्हें वापिस भेज दिया गया। सिनेमा घरों के मालिकों ने जहां कुछ देर फिल्म को बंद करवा दिया, वहीं पर कड़ी सुरक्षा के बाद फिल्म दिखानी शुरू कर दी। उग्र रूप धारण किए शिव सैनिकों ने अपनी भड़ास निकालते हुए सिनेमा हाल के बाहर लगे फिल्म के होॄडग जला दिए, वहीं पर मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए फिल्म बंद करने का भरोसा दिया। सिनेमा घरों के मालिकों द्वारा भले ही कुछ देर तक फिल्म को बंद करवा दिया, वहीं पर पुलिस के पुख्ता प्रबंधों के बाद फिल्म को पुन: शुरू करवा दिया गया। फिल्म के पुन: शुरू होने से शिव सैनिकों में भारी रोष है। इस उपरांत पार्टी के संयोजक ओम प्रकाश घुक व पंजाब प्रधान विवेक सागर सग्गू ने जिलाधीश रवि भगत के व्यस्त होने पर उन्होंने एस.डी.एम. राजेश शर्मा को मांग पत्र सौंपते अवगत करवाया कि उक्त फिल्म ‘पी.के.’ जो सिनेमा घरों में दिखाई जा रही है, उसमें भगवान शिव के अलावा अन्य देवी-देवताओं का मजाक उड़ाते हुए अपमान किया गया है और संत समाज को भी बेइज्जत किया गया है जिससे हिंदू समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने एस.डी.एम. शर्मा से बताया कि उक्त फिल्म को लेकर पंजाब के अन्य शहरों में रोष प्रदर्शन जारी हैं। उन्होंने आग्रह किया है कि समय रहते उक्त फिल्म को बंद करवाने हेतु प्रशासन उचित कार्रवाई करे और फिल्म पर रोक लगाए, अन्यथा हिंदू संगठनों को फिल्म बंद करवाने के लिए संघर्ष को तेज करना पड़ेगा।************************
'PK' आमिर के समर्थकों -विरोधियों में ट्वीट वार!
डियर आमिर खान- क्या आप हाल के मुस्लिम मुद्दों पर भी मूवी बनाएंगे या फिर केवल हिंदुओं पर-tarun@dreamthatworks
पीके
और ओह माय गॉड समान थीम पर हैं लेकिन आमिर खान को निशाना बनाया जा रहा है
जबकि परेश रावल को नहीं, क्यों? क्योंकि आमिर मुस्लिम हैं और परेश हिंदू व
बीजेपी सांसद?-AK4PublicMovement@fdi_r
मैं तब तक पीके देखने नहीं जा रहा था जब तक कि आलोचकों ने इसके बहिष्कार के लिए नहीं कहा। मस्ती भरी फिल्म है जाइए इसे देखिए-Shivam Vij @DilliDurAst
कोई भी हिंदू जिसमें थोड़ा सा भी स्वाभिमान है उसे पीके नहीं देखनी चाहिए-Jayesh@jayeshdewana12
अगर
आमिर खान पीके में दिए गए संदेश पर यकीन करते हैं तो वे पिछले साल हज पर
क्यों गए? ऐसे उपदेश मत झाड़िए जिनका पालन खुद न करते हों-Maverick@boldrebellion
क्या आमिर कभी ‘शांति वाले धर्म’ का मजाक उड़ाने वाली फिल्म बनाएंगे। निश्चित रूप से नहीं क्योंकि उन्हें अपनी जिंदगी का खतरा है-siya♔@siyatara
संघ के लोग बॉयकॉट पीके को ट्रेंड कर रहे हैं लेकिन क्यों?-रचित सेठ@rachitseth
बॉयकॉट पीके को लेकर कुछ ट्वीट बताते हैं कि हम एक समाज के रूप में बिल्कुल ध्वस्त हो चुके हैं। हम कोई कितना मूर्ख हो चुका है-Nirmalya Dutta@nemothegreat1
ये सिर्फ एक मूवी है दोस्तो, इसे किसी की निजी जिंदगी से न जोड़ें। बड़े हो जाओ बच्चो-Darshan Khandelwal@Darshan2206
पीके के बहिष्कार की बात कहने वाले मूर्ख हैं। वो नहीं जानते कि किसी के अच्छे काम की तारीफ कैसे की जाती है-Jenson George@JENSONGEORGE143
*********************आमिर की PK पर केजरीवाल ने जनता से पूछे दो सवाल
फिल्म में धर्म के ठेकेदारों पर साधा गया है निशाना
आम
आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राजकुमार हिरानी और आमिर खान की
मौजूदा रिलीज फिल्म पीके पर लोगों से दो सवाल पूछे हैं। साथ उन्होंने पीके
देखने के बारे में विचार दिया है।
धार्मिक आस्था को लेकर इस शुक्रवार रिलीज हुई आमिर खान फिल्म में धर्म के ठेकेदारों पर जमकर निशाना साधा गया है। हालांकि फिल्म धर्म पर कोई गहन विमर्श नहीं करती, बल्कि विसंगतियों को पर प्रहार करते हुए खत्म हो जाती है।
आमिर खान ने इस फिल्म को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण दिया था, लेकिन अभी तक उनका फिल्म देखने को लेकर कोई बयान नहीं आया है। लेकिन आप प्रमुख केजरीवाल ने ट्वीट कर इसे देखने की इच्छा जताई है।
धार्मिक आस्था को लेकर इस शुक्रवार रिलीज हुई आमिर खान फिल्म में धर्म के ठेकेदारों पर जमकर निशाना साधा गया है। हालांकि फिल्म धर्म पर कोई गहन विमर्श नहीं करती, बल्कि विसंगतियों को पर प्रहार करते हुए खत्म हो जाती है।
आमिर खान ने इस फिल्म को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण दिया था, लेकिन अभी तक उनका फिल्म देखने को लेकर कोई बयान नहीं आया है। लेकिन आप प्रमुख केजरीवाल ने ट्वीट कर इसे देखने की इच्छा जताई है।