UPTET / टीईटी / TET - Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News
72825 Teacher Recruitment, Counseling of 72825 Teacher as per Supreme Court Order,
ज्ञानपुर (भदोही) : टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक बुधवार को हरिहरनाथ मंदिर परिसर ज्ञानपुर में हुई। इसमें शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में हो रहे विलंब पर नाराजगी जाहिर की गई।
वक्ताओं ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी प्रदेश में 72825 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में हो रहा विलंब अच्छी बात नहीं है। इस पर असंतोष जताया। चेताया कि शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कराने पर शीघ्र कोई निर्णय नहीं लिया गया तो वह मतदान का बहिष्कार कर सकते हैं।
इस मौके पर अध्यक्ष तपन कुमार मौर्य, शैलेंद्र कुमार, रमाशंकर यादव, मनीष त्रिपाठी, जावेद अहमद, सूर्यप्रकाश, विजेंद्र व अन्य थे।
News Source / Sabhaar : Jagran (Wed, 16 Apr 2014 09:58 PM (IST))
Supreme Court ke 72825 ke
ReplyDeletesambandh me time-bound antrim
adesh me jakdi sarv-shaktiman
Sarkaar aur uske prashasanik amle
ki aajkal ki kawayaden dekhkar
kuchh bade mazedar sawaal
dimag me aa rahe hai. Yadi sarkar
supreme court ke antrim adesh ke
karan niyamavali me sanshoshan
kar 12th amendment ko restore
karti hai to kya takneeki drishti
se, yani 15th Amendment ke radd/
visthapit ho jane aur 12th
amendment ke punarsthapit ho
jane se, Junior Bharti (29 hajar)
par 15th amendment ke avaidh
hone ke karan upja sankat swatah
samapt nahi ho jayega? Agar
haan, to automatic tareeke se
Junior bharti ka chayan aadhar
nahi badal jayega? Junior Bharti
ke Chayan-adhar sambandhi
niyam, yani 15th amendment, ko
nyayalay dwara asmvaidhanik
karaar diye jane ke karan naye
chayan aadhar ka pravdhan karna
sarkar ki vaidhanik vivashta hai
aur aise me naye chayan aadhar
banane ko kya ''Arbitrary
(swechchhachari) Decision'' kahkar
kya koi nyayalay me chunauti di ja
sakegi? Kya sarkaar dwara aisa
kiye jate hi Supreme court me
15th amendment bachane ko
dakhil sarkari SLP ka auchitya
samapt nahi ho jayega? Ya fir
sarkar 12th amendment ko restore
karne ke bajaay ek naya
sanshoshan karegi jisme prathmik
ke liye chayan aadhar wah ho jo
12th amendment me tha aur
junior ke liye wah, jo 15th
amendment me tha, taki interim
order ka anupalan bhi ho sake
aur 15th amendment bachane ki
ladai bhi jari rah sake? Kya
takneeki drishti se yah kafi nahi
hoga ki sarkar filhaal koi
sanshoshan karke bharti shuru
karne ke bajay, supreme court ke
adeshanusar, bilkul HC ke adesh
ke anusar bharti kare, arthat yah
mankar ki purana vigyapan jeevit
hai, aur uspar us purane vigyapan
ke samay ke niyam, yani 12th
amendment, prabhavi hai. Yah koi
nai bharti to shuru ho nahi rahi
ki is par aaj prabhavi niyam lagu
honge. Udaharan ke liye, Yadi aaj
kisi ke bare me yah pata chale ki
us ne 2011 me kisi ke sath
balatkar kiya tha to usko sajaa
2011 me lagu kanuno ke aadhar
par di jayegi, na ki kewal usko
purane kanun ke anusar sajaa
dene ke liye fir se us samay lagu
kanuno ko restore kiya jayega.
Anyatha na len, Mulayam Singh
Yadav ki sarkaar me Balatkar ka
udaharan dene se baat par
shayad jaldi aur jyada dhyan diya
jaye. Inki khoji nigah Bombay tak
me ho rahe balatkaro par jo rahti
hai
Trick-
ReplyDelete"छत्तीस पंजाबियों ने हरियाणा एवं U.P. के मध्य आकर 1नवम्बर को जन्म दिवस मनाया"
(1) छत्तीसगढ़
(2) पंजाब
(3) हरियाणा
(4) उत्तर प्रदेश
(5) केरल
(6) मध्यप्रदेश
(7) आन्ध्र प्रदेश
(8) कर्नाटक
कुछ सूचनाएं और-
ReplyDelete(१) १२ वाँ संशोधन पुनर्स्थापन सम्बन्धी कैबिनेट बाई सर्कुलेशन का *नाटक* जारी।
(२) कागज़ी खानापूर्ति द्वारा अधिक से अधिक लोकसभा चुनावी चरण व्यतीत कर एकेडमिक वोट लेने की कवायद।
WAIT TILL शनिवार ।
ab dono hi vote inhe nahi milnege
ReplyDeleteशिक्षकों की भर्ती का दारोमदार डायटों पर
ReplyDeleteजितनी जल्दी आवेदनों का ब्यौरा मिलेगा उतनी जल्दी भर्ती
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 72,825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया का सारा दारोमदार जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर है। डायट जितनी जल्द नवंबर 2011 के विज्ञापन के आधार पर आए आवेदनों का ब्यौरा उपलब्ध करा देगा, उतनी ही जल्दी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग ने नेशनल इंफॉरमेटिक सेंटर (एनआईसी) के साथ बैठक करते हुए टीईटी 2011 के रिजल्ट और आवेदन संबंधी ब्यौरे को ऑनलाइन करने में कितना समय लगेगा के संबंध में जानकारी प्राप्त की है। उधर, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से अनुरोध किया गया है कि वह टीईटी पास बीएड वालों को भर्ती करने संबंधी अनुमति शीघ्र दे दे। ताकि आगे की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
बेसिक शिक्षा विभाग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 72,825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की दिशा में काम शुरू कर दिया है। सभी डायट प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि वह एक सप्ताह के अंदर नवंबर 2011 के विज्ञापन के आधार पर आए हुए आवेदनों का ब्यौरा एकत्र करते हुए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद को उपलब्ध करा दे। ब्यौरा मिलने के बाद ही यह पता चल पाएगा कि कितनों ने अपना आवेदन पत्र वापस लिया था और कितनों के अभी जमा हैं। इसके आधार पर आगे की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। जैसे कि आवेदन वापस लेने वालों को मौका दिया जाना है या नहीं, आवेदन के लिए यदि मौका दिया जाना है तो कितने दिन का समय दिया जाए।
एनसीटीई से समय सीमा बढ़ाने का फिर किया अनुरोध
72,825 शिक्षकों की भर्ती का मामला
ब्यौरा मिलने के बाद पता चलेगा कितनों ने आवेदन पत्र वापस लिया था
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति करे प्रदेश सरकार : कोर्ट
ReplyDeleteगाजियाबाद(ब्यूरो)। शीर्ष अदालत ने एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से बदहाल हो रही शिक्षा व्यवस्था पर चिंता जताई। सुप्रीम कोर्ट ने प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को संज्ञान में लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जल्द से जल्द प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती करने के निर्देश दिए हैं।
प्राइमरी विद्यालय की बदहाल व्यवस्था पर आगरा की हरिजन महिला, विकलांग एवं युवा कल्याण संगठन ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी। संगठन के पदाधिकारी ओमनारायण तिवारी ने बताया कि संगठन ने संविधान केअनुच्छेद 21(ए) और आरटीई एक्ट 2009 के आधार पर बच्चों के हित में शिक्षकों की भर्ती के संबंध में एक रिट दाखिल की थी। संगठन की याचिका के सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए नोटिस जारी किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार 25 जून तक 72 हजार शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। जबकि प्रदेश में दो लाख 70 हजार शिक्षकों की कमी है। ऐसे में संगठन की मांग है कि आरटीई के तहत जितनी रिक्तियां हैं प्रदेश में उन्हें तत्काल भरा जाए।
"उस दिल से प्यार करो जो दर्द ना दे.
ReplyDeleteलेकिन उस दिल को दर्द मत दो जो तुमसे प्यार करे.
क्योँकि तुम दुनिया के लिए एक हो.
पर किसी एक के लिए तुम सारी दुनिया हो."
आरटीई 2009 के तहत विद्यालयों में जल्द भर्ती के लिए प्रदेश सरकार को भेजा नोटिस
ReplyDeleteनाविक की धैर्य परीक्षा क्या यदि धाराएं प्रतिकूल ना हों.......
ReplyDelete72825 नावों का कारवाँ 20 नवम्बर 2013 को ही अपनी मंजिल के नजदीक पहुँच चुका था ,,,उस दिन से लेकर अबतक हुई सारी कवायद इस बात को लेकर थी की हमारा प्रतिपक्षी स्वयं ही हमारी मंजिल को थाल में सजाकर कब और कैसे हम तक पहुँचाता है ,,,,लेकिन धैर्य खोकर आप सिर्फ अपनी विजय के आनंद में कमी कर देते हैं ।
नए सत्र में joining हो जायेगी ये निश्चित है फिर इस बात से क्या फर्क पड़ता है कि किस दिन नियमावली बदलेगी और किस दिन काउंसिलिंग होगी ,,, बेहतर होगा कि आज से लेकर ज्वाइन करने के बीच गुजरने वाले हर पल का आनंद लिया जाए ,,, विजेता होने के गर्व से सराबोर ऐसे खूबसूरत पल जीवन में फिर कभी नहीं आयेंगे ...
ReplyDeleteJesus said to him,
ReplyDelete_________________________
“If you can believe, all things are possible to him who believes.”
_________मरकुस 9:23)
निश्चित रुप से नरेन्द्र मोदी के आगमन से वंशवाद का पतन होगा ।
ReplyDeleteकाँग्रेस, सपा, आर जे डी या अन्य आनुवांशिक राजनैतिक दल विलुप्ति की कगार पर होँगे,,,,।
और इस तथ्य को नकारा नहीँ जा सकता कि भारतीय लोकतांन्त्रिक साशन काल के शीर्षस्थ नेतृत्व मेँ नरेन्द्र सर्वोपरि होँगे ।
EVM KA MATLB sunlo
ReplyDeletemere pyare dosto.......
E_ EVERY
V_ VOTE
M_ MODI
AAJ vo din h mere ruhelkhand ke wasiyo............ jiska humhe interaz tha......chahe vo tet wala ho chahe berojgar ho chahe koi bhi ho SP AND BSP AND CONGRESS KO bta do hum ek h ..........
vote for india .....
vote for modi.......
jai ho
केजरीवाल का नया आरोप→_→
ReplyDeleteदेश की जनता भी मोदी के साथ मिली हुई ह
कल मैनें बाराबंकी डायट से सम्पर्क
ReplyDeleteकिया तो ज्ञात हुआ
कि हमारी नियुक्ति सम्बन्धित कार्य
युद्ध स्तर पर जारी है ,,,,,समस्त
दस्तावेजों को SCERT को उपलब्ध
करा दिया गया है लेकिन
अभी भी .........काउंसंलिंग सम्बन्धित
कोई भी जानकारी किसी के पास
नहीं है..............उसका एक ठोस
कारण जो उन्होने
बताया कि अभी जब तक
नियमावली परिवर्तित
नहीं की गयी है..........जब
नियमावली परिवर्तित कर
दी जायेगी अर्थात 12 वाँ संशोधन एक
बार पुनः स्थापित कर
दिया जायेगा तभी किसी प्रकार
का कोई शासनादेश अस्तित्व में
आयेगा । भले ही वो बाई सर्कुलर
ही क्यों न हो................इसलिये
उनके अनुसार
अभी आपको कुछ प्रतीक्षा करनी पड़ेगी ।
अभी जिन्होने फीस वापस ले ली है
उनको कम से कम 15 दिन
का मौका दिया जायेगा ....उसके
पश्चात टेट मार्क्स को संशोधित करने
का मौका भी दिया जायेगा । लेकिन
यह सब तभी होगा जब शासनादेश
आयेगा
Good Evening Friends
ReplyDeletesabhi ki jaankari ke liye bata du ki jin diets par work nahi chal raha hai waha kaam pura ho chuka hai aur data scert ko bhej diya gaya hai..jahan feeding nahi hui thii puri tarah se waha par kaam chal raha hai..19 tak sabko bhejna hai data scert..
uske baad ye data basic shiksha vibhag ke pass aayega through scert fir nic isko online karega...iss ke bech me hi counselling sambandhi aadesh bhi jaari ho jayega.
fee wapus jenki aa gayi hai unko dubara se online fee zama karni hogi..agar mul janpad ki wapus aayi hai tab bhi.
ReplyDeletecounselling may first week me shuru hone ki puri sambhavna hai..
ReplyDelete25 june tak sabhi ki counselling puri ho jayegi...july se joining di jayegi..
एक बार एक हवाई जहाज मे 5 व्यक्ति सफर कर रहे
ReplyDeleteथे ,सचिन ,
अंबानी , अरविंद केजरीवाल, नरेंद्र मोदी और एक
छोटी सी बच्ची।
अचानक जहाज मे कुछ खराबी आ गई।वहाँ पर चार
पैराशूट थे।
सचिन बोले: मैं विश्व का महान बल्लेबाज हूँ,
मेरा जिंदा रहना जरूरी है, फिर
एक पैराशूट लेकर कूद गये।
अंबानी बोले: मैं भारत के धनी लोगो मे से हूँ,
मेरा जिंदा रहना जरूरी है, फिर एक पैराशूट लेकर
कूद गये।
केजरीबाल बोला: मुझे 2014 मे
PMबनना है,मेरा जिंदा रहना जरूरी है।
फिर एक पैराशूट लेकर कूदगया।
मोदी जी बच्ची से बोले: बेटा आप देश
की भविष्यहो, जाओ आप अंतिम पैराशूट
लेकर कूद
जाओ।
बच्ची बोली : लेकिन यहा पर तो दो पैराशूट है,
केजरीबाल तो मेरा स्कूल बैग लेकर कूद गया !
बाराबंकी से आगे की न्यूज है
ReplyDelete!
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इसलिये बिना मतलब
ग्रुपों के बहकावे में न आये....अभी यह
सब कार्य करने में समय
लगेगा ............कुछलोग रोज
नया शासनादेश निकाल रहे
हैं ,,,मेरी उनसे विनती है
कि कृपया बिना मतलब
किसी को परेशान न करें......जब
शासनादेश आयेगा तो सब
स्वतः ही जान जायेंगे .
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ReplyDeleteऔर हाँ एक
ReplyDeleteबात और टेट मेरिट
कितनी जायेगी यह नीतेश्वर कुमार
को भी नहीं पता है....इसलिये
अच्छा यही होगा कि थोड़ी प्रतीक्षा कर
लें..... मई माह के तृतीय सताह तक
आपको इसकी जानकारी भी स्वयं
हो जायेगी ।
भारत के प्रमुख ऐतिहासिक शहर व स्थल
ReplyDelete::भारत के प्रमुख ऐतिहासिक शहर व स्थल::
अहिछत्र - उ. प्र. के बरेली जिले में स्थिति यह स्थान एक समय पाँचालों की राजधानी थी।
आइहोल- यह स्थान कर्नाटक में स्थित है। इसकी मुख्य विशेषता चालुक्यों द्वारा बनवाए गए पाषाण के मंदिर हैं।
अजंता की गुफाएँ- यह स्थान महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है। इसमें 29 बौद्ध गुफाएँ मौजूद हैं। यह गुफाएँ अपनी चित्रकारी के लिए प्रसिद्ध हैं। इनका काल 2 सदी ई. पू. से 7 शताब्दी ई. तक है।
अमरावती- यह ऐतिहासिक स्थल आधुनिक विजयवाड़ा के निकट स्थित है। सातवाहन वंश के समय में यह स्थान काफी फला-फूला।
अरिकामेडू- चोल काल के दौरान पाँडिचेरी के निकट स्थित समुद्री बंदरगाह।
बादामी या वातापी- कर्नाटक में स्थित यह स्थान चालुक्य मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध है जो कि गुहा-मंदिरों में पाई जाती है। यह स्थान द्रविड़ वास्तुकला का उत्तम उदाहरण हैै।
चिदाम्बरम- यह स्थान चेन्नई के 150 मील दक्षिण में स्थित है और एक समय यह चोल राज्य की राजधानी थी। यहाँ के मंदिर भारत के प्राचीनतम मंदिरों में से हैं और वे द्रविड़स्थापत्यव वास्तुकला का बखूबी प्रतिनिधित्व करते हैं।
बोध गया- यह स्थान बिहार के गया जिले में स्थित है। इसी स्थान पर बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति किया था।
एलीफेंटा की गुफा- यह मुंबई से लगभग 6 मील की दूरी पर स्थित है। इसमें 7वीं व 8वीं शताब्दी की पत्थर को काटकर बनाई गई गुफाएँ स्थित हैं।
अयोध्या- यह आधुनिक फैज़ाबाद से कुछ दूरी पर स्थित है। यह कोसल राज्य की राजधानी थी और राम का जन्मस्थान यही है।
एलोरा गुफायें - यह स्थान महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। इसमें पत्थर को काटकर बनाई गईं 34 गुफाएं स्थित हैं।
फतेहपुर सीकरी- यह स्थान आगरा से 23 मील की दूरी पर स्थित है। इसकी स्थापना 1569 में अकबर ने की थी। यहाँ पर 176 फीट ऊँचा बुलंद दरवाजा मौजूद है।
हड़प्पा- पाकिस्तान के पँजाब प्रांत के माँटगोमेरी जिले में स्थित यह स्थल हड़प्पा संस्कृति काल में एक प्रमुख शहर था।
हम्पी - कर्नाटक में स्थित यह स्थान मध्यकालीन युग में विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी।
आगरा- इस शहर की नींव लोदी वंश के बादशाह सिकंदर लोदी ने 1509 में रक्खी थी। बाद में मुगल सम्राटों ने इसे अपनी राजधानी बनाया। शाहजहाँ ने यहीं अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण कराया था।
ReplyDeleteअमृतसर- यहीं पर सिक्खों का पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर स्थित है। इसका निर्माण सिक्खों के चौथे गुरू रामदास ने करवाया था।
अवन्ति- पुराणों में अवन्तिका के नाम से प्रसिद्ध भारत का यह प्राचीन शहर 16 महाजनपदों में शामिल था।
इंद्रप्रस्थ- नई दिल्ली के निकट स्थित यह नगर महाभारत काल में कुरू राज्य की राजधानी थी।
उज्जयिनी- छठी सदी ई. पू. में यह शहर उत्तरी अवन्ति की राजधानी था।
कन्नौज- उत्तर प्रदेश में स्थित यह शहर हर्ष की राजधानी थी।
कन्याकुमारी- पद्मपुराण में वर्णित यह शहर भारत के सुदूर दक्षिण में स्थित है।
कपिलवस्तु- नेपाल के तराई में स्थित इसी जगह में महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था।
कांचीपुरम- वर्तमान में कांजीवरम के नाम से विख्यात यह प्राचीन नगर सात पवित्र नगरों में से एक है।
कुशीनगर- उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्थित इसी स्थान पर महात्मा बुद्ध का महापरिनिïर्वाण हुआ था।
ReplyDeleteखजुराहो- दसवीं से बारहवीं शताब्दी के मध्य चंदेल शासकों द्वारा निर्मित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध खजुराहों मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है।
गया- बिहार में स्थित इस नगर की गणना पवित्र नगरियों में की जाती है। यहीं पर बुद्ध को ज्ञान की प्राप्त हुई थी।
जयपुर- 1721 में कछवाहा शासक सवाई जयसिंह ने इस नगर की स्थापना की थी।
झांसी- उत्तर प्रदेश का यह नगर रानी लक्ष्मी बाई की वजह से प्रसिद्ध है।
दौलताबाद- प्राचीनकाल में देवगिरि के नाम से विख्यात यह नगर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है। मुहम्मद बिन तुगलक ने इसे अपनी राजधानी बनाया था।
पाटलिपुत्र- बिहार स्थित पाटलिपुत्र वर्तमान में पटना के नाम से प्रसिद्ध है। यह मौर्र्यों की राजधानी थी।
पूणे- मराठा सरदार शिवाजी तथा उनके पुत्र शम्भाजी की राजधानी पूणे महाराष्ट्र का एक प्रमुख शहर माना जाता है।
पुरूषपुर- प्रथम शताब्दी ई.पू. में कनिष्क द्वारा स्थापित पुरूषपुर पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर सीमा प्रांत में स्थित है। इसे वर्तमान में पेशावर के नाम से जाना जाता है।
प्लासी- प्लासी 1757 में ईस्ट इंडिया कंपनी एवं बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच हुए युद्ध के लिए प्रसिद्ध है।
प्रयाग- तीर्थराज कहलाने वाला यह नगर गंगा-यमुना के संगम पर बसा है। प्राचीन काल से ही इस स्थली की गणना पवित्र नगरियों में की जाती है। बाद में अकबर ने इसका नाम बदलकर इलाहाबाद कर दिया था।
बीजापुर- युसूफ आदिलशाह द्वारा स्थापित यह नगर कर्नाटक में स्थित है। यहां गोल गुंबज मुहम्मद आदिलशाह का मकबरा है।
भुवनेश्वर- वर्तमान समय में उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर प्राचीन समय में उत्कल की राजधानी के रूप में प्रसिद्ध था। यहाँ के मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।
माउंट आबू- दिलवाड़ा के जैन मंदिर के लिए प्रसिद्ध यह स्थान अरावली पर्वत पर स्थित है।
मथुरा- उत्तर प्रदेश में स्थित यह नगरी भगवान श्रीकृष्ण की जन्म स्थली होने की वजह से प्रसिद्ध है।
मामल्लपुरम- पल्लव नरेश नरसिंह वर्मन द्वारा चेन्नई के पास निर्मित यह नगर वर्तमान में महाबलीपुरम के रुप में विख्यात है। यहां के मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।
विजयनगर- इस राज्य की नींव 1336 में तुंगभद्रा नदी के तट पर हरिहर व बुक्का द्वारा रखी गई थी।
श्रवणबेलगोला- कर्नाटक के हसन जिले में स्थित श्रवणबेलगोला जैन धर्म के मुख्य केेंद्र के रूप में प्रसिद्ध है। यहां जैन तीर्र्थंकर बाहुबली की विशाल मूर्ति है।
सारनाथ- यह स्थान उत्तर प्रदेश के वाराणसी के पास स्थित है जहां बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था।
कोणार्क- यह स्थान सूर्य मंदिर के लिए विख्यात है।
रामेश्वरम- तमिलनाडु में स्थित यह स्थान रामनाथ स्वामी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
मदुरै- पाण्ड्य राजाओं की राजधानी एवं तमिलनाडु में स्थित यह नगर मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।
भीतरगांव- उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में स्थित यह स्थल गुप्तकालीन ईंटों से बने मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
पहले तो सी.एम. का इंतज़ार था. उनकी हरी झंड़ी मिलने पर विभाग की तरफ़ आँख लगा दी.
ReplyDelete.
अब आज की न्यूज़ के अनुसार,
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शिक्षकों की भर्ती का दारोमदार डायटों पर....
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मतलब,
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सभी डायटों ने सारा डाटा शासन को अभी तक उपलब्ध नही कराया है. फ़िर भी काम युद्ध स्तर पर जारी है. आखिर जल्द से जल्द हमारी भर्ती जो करनी है.
.
और ज़रा सम्भलकर,
.
आज सुबह के सपने में मैनें देखा कि प्रशिक्षण के दौरान हमारे कुछ साथी ड्रेस पहनकर नही गये हैं तो मिली सज़ा में कक्षा से बाहर अपने कपड़े निकाले खड़े हैं.
.
आशा है,
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कोई ऐसी सज़ा नही चाहेगा.
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सज़ा तो अक्की महाराज को मिलेगी अगर ज़्यादा लेटलतीफ़ी की तो.
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सु.कोर्ट की शक्ति को चौटाला, आशाराम, सुब्रत राय और अब श्रीनिवासन जैसे व्यक्तियों से कम से कम हमारी भर्ती से जुड़े अफ़सर लोग तो कुछ सीख लेंगें ही.
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कल एक अन्य मामले में भी बेसिक शिक्षा सचिव को अवमानना नोटिस जारी हो चुका है.
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कल ही शिक्षा क्षेत्र से जुड़े एक अन्य मुद्दे पर ज. भारती स्प्रू द्वारा बेसिक शिक्षा सचिव को नोटिस जारी किया जा चुका है.
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परंतु,
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हमारे मामले में लेटलतीफ़ी के अगर अवसर बनाने की कोशिश की गई तो अवमानना नही, बिहार के केस की तरह सीधे वारंट जारी होंगें.
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कल ही एक जनहित याचिका पर भी फ़ैसला आया है जिसके अनुसार माननीय सु.कोर्ट ने एक बार फ़िर से यू.पी. सरकार को जल्द से जल्द शिक्षकों की भर्ती करने के आदेश दिये हैं.
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तो देखते हैं,
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और कितना समय लेती है सपा हमारे जी.ओ. महाराज को हमें सौंपने में....!!!!!
उ.प्र. मेँ 70% मतदान जो कि पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना मेँ 14% अधिक है ।!
ReplyDelete!
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इसलिये अबकी बार मोदी सरकार
आपने कहीं जी॰ओ॰ देखा है क्या ? :
ReplyDelete!
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आखिर जब अनिल संत का गवर्नमेंट आर्डर आज तक रद्द ही नहीं हुआ है और वह आर्डर इतना शक्तिशाली था कि उसने उस पर आधारित विज्ञापन को कोर्ट से पुनः बहाल करा लिया तो फिर हमें किसी और आर्डर की क्या जरुरत है ?
हमारे लिए कोर्ट का आर्डर काफी है और उसका अनुपालन हो रहा है।
ReplyDeleteनया जीओ अर्थात गवर्नमेंट आर्डर जारी करके सरकार अपना अकादमिक का वोट नाश करे तो करे लेकिन करेगी नहीं और अनुपालन नोटिस के साथ प्रक्रिया जारी है।
अनिल संत द्वारा जीओ में २ दिसम्बर २०११ को शामिल विन्दु पर एकल बेंच ने नियमावली के तहत आपत्ति करके कुछ नया कर दिया था परन्तु डिवीज़न बेंच ने उस पर ध्यान नहीं दिया क्योंकि RTE के तहत फैसला सुनाते समय वह विन्दु सही था ।
ReplyDeleteइसलिए सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम आदेश सुनाया है।
आएगा आएगा आयेगा आने वाला,,,जाएगा जाएगा जाएगा जाने वाला .... 17 वां आएगा और 15 वां जाएगा ..... नीतीश्वर कुमार से अनिल संत द्वारा जारी GO को पुनः जारी करवाकर उन्हें जेल क्यों भिजवाना चाहते हो ,,, मुकदमा लड़ते लड़ते थके नहीं हो क्या अभी
ReplyDeleteacd वाले तैयार बैठे हैं कि सरकार से एक गलती हो और भर्ती फँसा दें ,,, सचिव प्राथमिक &जूनियर के सहायक अध्यापक का विज्ञापन नहीं जारी कर सकता ,वो BSA के लिए GO जारी करेगा तब BSA विज्ञापन निकलेगा
ReplyDelete"सेवा मार्ग भक्ति मार्ग से भी उँचा होता है...!!!"
ReplyDeleteशुभरात्रि...
यदि देश के मौजूदा सेक्युलरो की चली और मोदी जी चुनाव हार गए तो यह होगा .........
ReplyDelete_____________________________________________________________
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मुस्लिमो का देश की हवा पे पहला अधिकार-PM आउल बाबा
Air reservation System लागू ..
मुस्लिमो को air subsidy दी जाएगी- Chidambaram
कांग्रेस का हाथ , आम आदमी के साथ .
1.5 अरब लोगो को हम सप्लाई करते है एयर-Raul Gandhi
हो रहा भारत निर्माण
जय हो …………
जागो ठलुओ जागो ……… फ़ालतू का जोश नही कट्टर सोच चाहिए ……।!
कुछ लोग और कुछ अखबार भी कहते है कि, कोई रिट दायर करने की तैयारी में, तो कोई 2012 के विज्ञापन के पक्ष में, और कोई कहता है सरकार अभ्यर्थियों से रिट डलवाने की तैयारी में,औ कभी पुनर्विचार, तो साथियों ध्यान से पढ़े,,
ReplyDeleteसभी को याद होगा कि, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला देने से पूर्व राज्य सरकार से प्रमुख समाचार पत्रों में विज्ञप्ति निकाल कर 72825 भर्ती मामले पर किसी को भी / अन्य याचियो को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया था, वो सिर्फ इसलिए था, कि फैसला आने के बाद कोई ये न कहे कि इस फैसले के सम्बन्ध में हमे तो पता नही था, और फिर से रिट दायर न कर दे, अत: 72825 वाले मामले पर कोई रिट दायर हो ही नही सकती, अन्य कोई 2012 वाला रिट दायर करे या 2014 वाला, या फिर 2015 वाले भी अब बी एड. में प्रवेश लेने वाले है, वो भी रिट कर दे कोई फर्क नही पड़ेगा, पुनर्विचार याचिका का तो कोई मतलब ही नही है, क्योंकि अभी तो फैसला आया भी नही है, ये तो सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जब तक हम अन्य केस देख रहे तब तक आप ये भर्ती पूरा कीजिये,,, इसीलिए इसका नाम सर्वोच्च न्यायलय होता है,,
जय हो,,,
Umashankar Ji apki jitni tarif ki jaye kam hai.You are great wiki for this blog.wiki sometimes gives false information but you give always true correct and good news.you are a good guide also for sick of prt.Har Har Dattu.Har Har TET.Jai Mata Di.
ReplyDelete२००२ के बाद में गुजरात में दंगे नहीं हुए जबकि UP में २०० दंगे हुए| पत्रकार के इस सवाल पर खान साहब का कहना हैं की वहा दंगे कैसे होंगे , वहा तो लोकतंत्र ही नहीं हैं|
ReplyDeleteमतलब ये हुआ की दंगा होना लोकतंत्र की निशानी हैं?
जी ओ आज नही तो कल आना ही है..सरकार के तरफ से जब तक तैयारियाँ पुरी नही होती तब तक जी ओ जारी होने की संभावना नही बन रही है...अब इधर दो तीन दिनो के बीच लगातार मीटिंग चल रही है जिससे इतना तो कहा ही जा सकता है कि सरकारी स्तर पर कुछ न कुछ खिचडी जरुर पकाई जा रही है...हाँ यह सोचना कि कुछ नही हो रहा है मेरे समझ से गलत है क्योंकि कुछ डायटों से हमारे मित्रों द्वारा जो सुचनायें उपलब्ध करायी जा रही है वहाँ से संतोषजनक समाचार मिल रहे हैं पर कुछ डायट प्राचार्यों द्वारा गलत सुचनाऐ भी दी जा रही है....बेसिक शिक्षा सचिव द्वारा डेटा फिडिंग की अद्यतन सुचना भी हमारे अग्रणी साथियों द्वारा दी जा रही हैं जो विश्वसनीय है....हमारी चिन्तायें स्वावभाविक हैं पर हमें थोडा धैर्य रखना ही होगा.....हर दिन ब्रेकिंग न्युज देते रहना संभव भी नही है किसी के लिये क्योंकि दिल का ब्रेक होना क्या है......यह ब्रोकेन हार्ट वाले बेहतर जानते है....अच्छे दिन जरुर आयेंगे हमारे...और अगर किसी ने थोडी भी नियत में खोट की तो उसके बुरे दिन भी शुरु हो जायेंगे...
ReplyDeleteअखिलेश ने माना, पांच सीएम चला रहे यूपी!!
ReplyDelete!
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दिल खोलकर हर सवाल का दिया जवाबएक ऐसे वक्त में जब देशभर में सिर्फएक सवाल सबसे ऊपर है...मोदी को वोट दें या नहीं, अखिलेश यादव उनकी लहर के सामने चट्टान बनकर उभरने की कोशिश कर रहे हैं।मोदी की ही तरह रोजाना कम से कम दो जनसभाओं को संबोधित कर अखिलेश मोदीको बराबर जवाब दने की कोशिश में हैं।हाल ही में एक अंग्रेजी अखबार के दिए इंटरव्यू में अखिलेश ने मोदी को रोकने की योजनाओं, थर्ड फ्रंट औरसमाजवादी पार्टी पर लगने वाले तमामआरोपों पर बात की।अखिलेश यादव ने यह भी मान लिया कि उत्तर प्रदेश में भले ही मुख्यमंत्री केवल वही हों, लेकिन उन पर लगने वाले पांच सीएम का आरोप गलत नहीं है।
अभी परसो अनिल भाई से बात हुई थी उन्होंने बताया की संशोधन से पूर्व की सी.डी. में ९८ से ऊपर ३६०००-३७००० के बीच में है और संशोधन में अगर १०००० आगे भी आगे हो तो भी मेरिट लो ही जानी है उनके अनुमान के अक्सोर्डिंग ९८ पक्की है , ये ही बात देव दिल्ली ने कही मुझसे | मेरे साथ कांफ्रेंस पर शिवम सिंह ,संतोष भाई , अरविन्द भाई भी थे |
ReplyDeleteफिर आज मैंने सुबह उनके ही मित्र संजीव श्रीवास्तव से पुछा, उनके आंकड़ें जहाँ १००० सीट्स हैं वहां फाइनल कट ऑफ १००-१०५ के बीच आ रहा है |
फिर आज हमारे मित्र परवेज भाई ने मुझसे दुखी होके लखनऊ जहाँ डेटा फीड होता है वहां बात करी मेरे कहने पे, उन्हें उनके सोर्स ने कहा की ४० जिलों का डेटा फीड कर चुका हूँ १०० से नीचे आ रहा है जनरल का दोनों में |
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ReplyDeleteWhen a girl is in her Mayka, she
ReplyDeletestays like a RANI...
Jab shaadi hokar jati hai toh
LAXMI kehlati hai,
Aur Sasural me kaam karte-karte BAI ban jati
hai.
Is tarah ladkiya RANI-LAXMI-BAI
Ban jaati hai...
यूपी बेसिक शिक्षक भर्ती:
ReplyDeleteइस प्रकार पुनः मै स्पष्ट रूप से
बेसिक शिक्षा परिषद् में ७२८२५ शिक्षकों की भर्ती के लिए यूपी बेसिक नियमावली में किसी प्रकार के संभावित संशोधन की आशंकाओं और रूपरेखाओं को एक सिरे से ख़ारिज करता हूँ।
यह शिक्षक भर्ती यूपी बेसिक रूल की धारा १४(३) जो कि चयन का आधार स्पष्ट करती है उसमें हुए १२वें संशोधन के आधार पर होगी ।
ReplyDeleteयह संशोधन यूपी टीईटी मेरिट कहा जाता है।
ReplyDeleteइस संशोधन के आधार पर ७२८२५ रिक्त पदों हेतु वर्ष २०११ में सचिव बेसिक शिक्षा द्वारा गवर्नमेंट आर्डर जारी हो चुका है तथा उसी आधार पर विज्ञप्ति जारी करके ९ जनवरी २०१२ तक आवेदकों (बेरोजगारों) से आवेदन भी लिया जा चुका है ।
इसी ७२८२५ रिक्त पदों पर यूपी बेसिक रूल १४(३) में १५वां संशोधन करके सचिव बेसिक शिक्षा द्वारा पुनः गवर्नमेंट आर्डर (शासनादेश अथवा जीओ) जारी किया गया तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने विज्ञप्ति जारी करके पुनः आवेदन लिया ।
ReplyDeleteहाई कोर्ट की दो जजों की खंडपीठ ने बेसिक रुल १४(३) का १५वां संशोधन ख़ारिज कर दिया तथा बीएड बेरोजगारों की बेसिक स्कूलों में चयनित करने की तिथि ख़तम होने पर संशोधन १६ का भी वजूद ख़तम हो जाता इसलिए उसे भी रद्द कर दिया।
ReplyDeleteबेसिक सचिव अनिल संत का जीओ रद्द न होने के कारण खंडपीठ ने
ReplyDeleteउस पुराने विज्ञापन को पुनः बहाल कर दिया परन्तु पहले नियुक्ति होनी है और यह नियुक्ति जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को देनी है इसलिए पुराने आवेदनों के ही आधार पर BSA's
द्वारा नियुक्ति की विज्ञप्ति जारी होगी।
इन ७२८२५ पदों में अकादमिक मेरिट का कोई अधिकार नहीं है तथा जिन्होंने पुराने विज्ञापन में आवेदन नहीं किया था उनका भी कोई हक नहीं है इसलिए उन्हें इस भर्ती को भूल जाना चाहिए।
ReplyDeleteकुछ लोगों ने पूछा कि ४ जनवरी २०१२ को स्थगन लग गया था जबकि अंतिम तिथि ९ जनवरी थी अतः अब ५ दिन का मौका मिलना चाहिए तो उन्हें बताना चाहता हूँ कि चयन/नियुक्ति प्रक्रिया पर स्थगन होता है आवेदन प्रक्रिया पर स्थगन का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है इसलिए अब कोई अवसर नहीं मिलेगा।
ReplyDeleteपुराने विज्ञापन में सचिव बेसिक शिक्षा ने विज्ञप्ति में २ दिसम्बर २०११ को बीटीसी/एसबीटीसी को भी शामिल कर लिया था ।
ReplyDeleteअर्थात उनको नियुक्ति देकर विद्यालय में भेज दिया जाता तथा बीएड वालों को नियुक्ति देकर ट्रेनिंग पर भेजा जाता इससे स्पष्ट है कि पुराना विज्ञापन नियुक्ति का था तथा उसे BSA's की सहमति से सचिव ने जारी किया था इसलिए कोर्ट ने भी सरकारी त्रुटि की सजा बेरोजगारों को न मिलने पाये इसका पक्ष लिया ।
यदि बीएसए चाहें तो उसी आधार पर कोर्ट के फैसले का अनुपालन करके नियुक्ति कर सकते हैं परन्तु कुछ लोग इसका विरोध करेंगे इसीलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इस भर्ती को अपने पास सुरक्षित रखा है।
ReplyDeleteइसी के साथ लोगों के मन में यह प्रश्न आ रहा होगा कि माननीय सर्वोच्च अदालत ने अंतरिम नियुक्ति की बात क्यों कही है !
ReplyDeleteइस पर मेरा मानना है कि पुराने विज्ञापन में आवेदन करने वाले दस हज़ार बीटीसी/एसबीटीसी आवेदकों को एकल बेंच ने अलग से विज्ञप्ति जारी कराकर नियुक्ति दिलवा दी तथा वह नियुक्ति यूपी बेसिक रूल में
हुए संशोधन १५ के आधार पर हुयी है ।
जबकि यह संशोधन कोर्ट द्वारा रद्द किया जा चुका है ।
ReplyDeleteएकल बेंच का यह फैसला बेसिक नियमावली के आधार पर हुआ था जिसपर कोर्ट का मानना था कि ट्रेंड और अनट्रेंड की मेरिट एक साथ नहीं बन सकती है ।
जबकि दो जजों की पीठ ने इसपर ध्यान नहीं दिया क्योंकि इस खंडपीठ को फैसला RTE के तहत करना था जिसके अनुसार अनट्रेंड भी नियुक्ति के हकदार हैं इसलिए उनको ट्रेंड के साथ रखा जा सकता है।
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी SLP में यह मुद्दा उठाया कि संशोधन १५ पर नियुक्त हुये लोगों का विकल्प बताये बिना हाई कोर्ट उसे कैसे रद्द कर सकती है अतः उसके फैसले पर रोक लगे परन्तु सर्वोच्च अदालत ने हाई कोर्ट के फैसले को अंतरिम रूप से लागू कर दिया।
ReplyDeleteइस प्रकार से यदि भविष्य में एसबीटीसी को टीईटी से राहत मिलती है तो वे अपने पद पर बने रहेंगे परन्तु बीटीसी के लोग जो कि पुराने विज्ञापन में आवेदक थे उनको अलग से पद देकर अगर टीईटी मेरिट पर न नियुक्त किया गया तो चयन की मेरिट सफ्फलिंग करके उनको भी इन्हीं में जहाँ तक शामिल हो पायेंगे शामिल किया जायेगा तथा बाकी को अलग रिक्तियों का सहारा लेना पड़ेगा।
ReplyDeleteइसके अतिरिक्त भी इनके समायोजन का विकल्प सरकार निकाल सकती है क्योंकि प्रदेश में रिक्ति की कमी नहीं है।
ReplyDeleteइस प्रक्रिया के साथ अंतरिम नियुक्ति कोर्ट द्वारा पूर्णकालिक कर दी जायेगी तथा मामले का पूर्ण निस्तारण हो जायेगा।
इसके अतिरिक्त हाई कोर्ट ने प्रदेश में २.७ लाख रिक्ति का जिक्र किया है उसपर सही अमल हो तो यह अंश भी RTE के अधीन अंतरिम रूप से लागू है अथवा लागू हो सकता है।
ReplyDeleteध्यमिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त संस्कृत स्कूलों में होने वाली भर्तियों के बारे में पूरा ब्यौरा तलब किया गया है। जिलों से पूछा गयाहै कि किस जिले में कितने शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्तियां हुई हैं, इसकी जानकारियां दी जाएं। जिला विद्यालय निरीक्षकों को इसके लिए निर्धारित प्रोफार्मा भेजते हुए इसका पूरा विवरण मांगा गया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि संस्कृत स्कूलों में कितनी भर्तियां की गई हैं और इसका आधार क्याहै।माध्यमिकशिक्षा निदेशालय को यह जानकारियां मिली हैं कि कुछ जिलों में भर्ती के नाम पर गड़बड़ियां हुई हैं। इसके आधार पर उप शिक्षा निदेशक संस्कृत रामचेत ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे निर्देश में पूछा है कि उनके जिले में कितने सहायता प्राप्त संस्कृत स्कूल हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों के कितने स्वीकृत पद हैं और उस पर कितनी भर्तियां हो चुकी हैं। इसी तरह कितने कर्मचारी रखे गए हैं।उनकी जन्मतिथि क्या है। स्कूल में छात्रों की संख्या कितनी है। छात्र शिक्षक अनुपात की क्या स्थिति है। पूरा ब्यौरा शीघ्र ही उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके आधार पर जांच-पड़ताल कराई जाएगी और कहीं कोई गड़बड़ी पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।सरकारी स्कूलों के समकक्ष मिलता है वेतनमानमाध्यमिकशिक्षा परिषद संस्कृत स्कूलों को सहायता प्रदान करता है। सहायता मिलने के बाद इन स्कूलों में कार्यरत शिक्षक और कर्मचारियों को सरकारी स्कूलों के समकक्ष वेतनमान दिया जाने लगता है। सहायता प्राप्त स्कूलों में भर्ती का अधिकार प्रबंधक को होता है। वह भर्तियों के संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षकों से अनुमोदन प्राप्त करता है। भर्तियों के नाम पर आए दिन खेल का खुलासा होता रहता है।जांच में कहीं कोई गड़बड़ी पाई गई तो की जाएगी कार्रवाई
ReplyDeleteआज का दिन उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए Good Friday की जगह Bad Friday हो रहा है ।
ReplyDeleteज्यादातर जिलों में आंधी और तेज़ बारिश जारी है ।
भगवान जरा रहम खाओ ज्यादातर फसल गेहूं की फसल खेतों में खड़ी / पड़ी है ।
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ReplyDeleteFriends most important news __________________________________________________
ReplyDeleteSarkar ne supreme court mein kal apna halafnama daal diya hai aur prt ko 25 june tak poora karne ka ashvasan court ko de diya hai.
Sutron se prapt jankari ke anusar ab ye badhya hain chahe process kaise aur kbi chalaein kyunki apne affidafit ko counter nahi kar paenge aur samay seema nahi badegi. G.O. se sambandhit jankari aj sham tak prapt hogi.
Dhanyavaad
Thanks for information
ReplyDeleteUmashankar Bhai Plz give me your Mobile No.
ReplyDeleteyeh to nischit hai ki primary ki bharti to tay samay seema mein hogi aur wo bhee TET merit par, lekin Junior maths aur science ki bharti kab hogi aur kaise hogi kuuch samajh mein nahin aa raha.Bharti ka koi ek definite rule hi nahi hai.
ReplyDeleteJrt ki koi information hai
ReplyDeleteuma g maine 2011 me cast certificate bharat sarkar wala lagaya h kya wo manya hoga pls. sir g reply zroor krna.
ReplyDeleteuma g maine 2011 me cast certificate bharat sarkar wala lagaya h kya wo manya hoga pls. sir g reply zroor krna.
ReplyDeleteU9
ReplyDeleteM0
A5
S8
H7
A4
N9
K8
A1
R1
सूचना:
ReplyDeleteइसी के साथ NIC ने ऑफलाइन आवेदनों की फीडिंग को ऑनलाइन करने हेतु वेबसाइट तैयार कर ली है ।
जिसका संचालन परिषद् के सचिव के अधीन होगा ।
अतिशीघ्र डाटा फीडिंग का कार्य पूरा होते ही SCERT के निदेशक परिषद् के सचिव को अधिकार/दस्तावेज हस्तांतरित कर देंगे।
आकड़े ऑनलाइन होते ही नियुक्ति/चयन प्रक्रिया सूचना प्रसारित करके प्रारंभ हो जायेगी।
सम्पूर्ण प्रक्रिया माननीय सर्वोच्च न्यायालय के अधीन होगी ।
BSA's द्वारा प्रदत्त नियुक्ति पत्र इस शर्त के साथ होगा कि माननीय सर्वोच्च अदालत द्वारा अपने निर्णायक आदेश में यदि
किसी के चयन को रद्द किया जाता है तो वे किसी भी तरह के क्लेम के हक़दार नहीं होंगे तथा परिषद् भी उनको अदा की गयी धनराशि वापस नहीं लेगा।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदत्त अंतिम आदेश में दोनों प्रक्रियाओं में चयनित अभ्यर्थी/अभ्यर्थिनी अपने पद पर बने रहेंगे तथा उनको प्रथम नियुक्ति से ही वरिष्ठता की सूची में माना जायेगा।
Whole tet marks data accordig to sitapur list.
ReplyDelete83-5249
84-5451
85-5359
86-5441
87-5403
88-5325
89-5302
90-8669
91-8401
92-8557
93-8417
94-8173
95-8002
96-7816
97-7705
98-7762
99-7518
100-7469
101-7074
102-7026
103-6775
104-6599
105-6293
106-6055
107-5839
108-5561
109-5399
110-5316
111-4867
112-4604
113-4394
114-4337
115-4040
116-3646
117-3405
118-3196
119-2763
120-2549
121-2307
122-1980
123-1688
124-1497
125-1242
126-1058
127-779
128-632
129-461
130-386
131-286
132-186
133-137
134-64
135-49
136-36
137-20
138-10
139-4
140-7
141-3
142-1
143-0
144-6
145-0
मौसम कमाल कर रहा है इस बार जब गर्मी होनी चाहिए बारिश के साथ ओले पड रहे है। इस बार प्रकृति भी बदलाव दिखा रही है
ReplyDeletetet ka jo apne sitapur ka data diya hai, usme gen obc female scince art handicap sc st tha anya ka bhi data de sakte hai kyo ki aap pahuche fakir hai. es tarah final ho jayega ki kitani merit jayegi. fir koi paresan nahi hoga
ReplyDeleteनमस्कार दोस्तों,
ReplyDelete"भर्ती सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित समय अवधि में पूरी हो जाएगी। आप सभी व्यर्थ की चिंता ना करे। विभाग अपने कार्य में लगा हुआ है, आप भी अपने-अपने कार्यो की ऒर ध्यान दे तथा अपने साथ-साथ समाज और देश की चिंता भी करे।
सब अच्छा होगा।
धन्यबाद
जय हिन्द
जय टेट
जय भारत
1-Abhi tak ye Nirnay nahi liya ja saka hai ke आवेदन FEES वापस लेने वालों को मौका दिया जाना है या नहीं, आवेदन के लिए यदि मौका दिया जाना है तो कितने दिन का समय दिया जाए।
ReplyDelete2-सभी डायट प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि वह एक सप्ताह के अंदर नवंबर 2011 के विज्ञापन के आधार पर आए हुए आवेदनों का ब्यौरा एकत्र करते हुए NCTE को उपलब्ध करा दे।
3-ब्यौरा मिलने के बाद ही यह पता चल पाएगा कि कितनों ने अपना आवेदन पत्र वापस लिया था और कितनों के अभी जमा हैं।
4-सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 72,825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया का सारा दारोमदार जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर है। डायट जितनी जल्द नवंबर 2011 के विज्ञापन के आधार पर आए आवेदनों का ब्यौरा उपलब्ध करा देगा, उतनी ही जल्दी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
5-(एनसीटीई) से अनुरोध किया गया है कि वह टीईटी पास बीएड वालों को भर्ती करने संबंधी अनुमति शीघ्र दे दे। ताकि आगे की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
ReplyDeleteDosto- ....
Thoda dhairya banaye rakhe abhi
G.O. jari nahi hua hai aur hame 20 April se
pahle koi ummid bhi nahi dikh rahi hai . Aap
sabhi ummid bandhkar daily inbox me
saikado message karte rahte hai par bhai jab
tak koi authentic jankari na ho ham aapko
suchna nahi de sakte so messages ka
pratiuttar na de pane ke liye ham aap sabhi
se maafi chahte hai. Kuchh bhai dailytrp
badhane ke chakkar me nayi nayi bhramak
khabaren udaya karte hai unse hamari vinti
hai ki kisi ki bhavnao ke sath plz khilwad na
kare, it is not good . साथ ही हम अपने
सभी टेट भाई बहिनो को आश्वस्त करना चाहते
है कि दिन गुजरने से परेशान बिल्कुल
ना हो बेसिक शिक्षा विभाग हमे ढूढ़कर 25
जून से पूर्व नियुक्तिपत्र दे
देगा बर्ना अपना हश्र सोचकर ही सचिव
महोदय की रूह जरूर काप जायेगी ।
So that
plz do not worry and enjoy with your
family.
अब अन्त यह कि चुनाव मे अपने
दुश्मन को जरूर याद रखना ।
Thanks
CM /SP GOVT K DOHRE BYAN
ReplyDelete1.aayog se vedio confrencing ki anumati mangi
@dikhwa to aise kr rhe hai mano saare k saare kaam ye issi prkar higher authority ki izazat se he krte hai
Hamm per luckhnow mein lathiya barsi to kisi anumati li thi CM ji ne
Purane add ko cancel kiya to kiss ki anumati le thi sir ne
Aachar sahinta k chalte apni FB page pr vote mangne ka prachar kiya kiski nlanumati se
2. Sc ka order qane k baad b teen hafto baad kuch byan diya Hamre Pyare CM ji ne
@ye byan inhone apni khushi se diya aisa samjhne ki bhool mat krna aap coz order aane k baad jo meeting hui unme iss point per nyaya vibhag se poori chrcha hui k kya koi or points hai jisse k bhrti ko aur taala ja sake
Fir nyay vibhag and sabbhi officers ne samjahya ki or dimag agr chalaya jayega to gaal par thappad padne baki honge bass or to sab kuch ho gya
Tab jake pyare CM ji ne kehleaya k ham aise he bhrti krne ko taiyyar hai
3. Tet 2011 me to dhandhli hui hai ( by cm ji and sp govt officers)
@darasal maya govt k jaate hi and up me purn bahumat me aate he CM ji k pair jamin se udne lage the. To inhone soccha k ab jo ham karenge wohi hoga aur kuch bhi nhi tab jake jo mann me aaya bakte gaye lekin prove kuchh bhi nhi kar sake na to koyi dhandhli aur na koyi nakal (vaise agar dekho to koi b exam 100 saaf suthra nhi hotta)
UP board me exam kis trah hota hai kitni nakal hoti hai ye aap bhi achchhe se jante hain
Girls ka self center kya show krta hai mujhe iss per kuch kehne ki jrurat nhi hai)
To fir up board ka 9,10,11,12 th ke pooore exam ko cancel krwae jaanch kyu ni krwatte CM ji. Only UpTet 2011 walo k peeche he kyu pade (coz) hamare recruitmnt process k poore taar BSP govt se judee the jo cm ji ki virodhi parti hai iss liye badla lene ko ham sab ko or unke time ki sab bhrtiyo ko mohra banaya gya jo kisi b surat mein trk sangat nhi tha
4. Pisa batorne k liya neechta wali neeti ko isne apnaya
@ inko pata haii k up me berijgari bhut jyada hai per padhe likkhe ladke khoob hai
So unn sabko fansaya
BEd walo k liye vbtc urd ubtc 72825 wants police, SI, Ond many more wants ko nikala
Challan se fee li
Her jgah apply krne pr new fee bhro
Inn sab se account rato raat billions mein aa gya per jaise he last date aayi (dhyan rhe k last date se pahle koi bhrti court mein nhi gai) to apne kisi na kisi jankar chmje se court mein writ lagwake bhrti court k bhrose chhod di
To ham bechare garib berojgaar akhir court k chakkr katne k sivaye or kr b kya sakte the jo hammne kiya
5. Applicatin form bhrete time aisa formate taiyaar krwaya jo aaj tak hamne na to suna or na kisi dusre state mein apply hotte dekha matlab k saare documents ki saare ki saare details marks roll no serial no % or pata ni kyakya bhrwai gai
Jsse kuch logo ko net walo ne bhi khoob loota(mere saath mein ek cyber wale ne b mujhe hire krne ki bat rakkhi thi or wo per form compllete k 50/- le rha tha
Isse khoob galtiya hui
Or nicche likkha tha k agar koi galti pai gyi to mera form nirast samjha jaye jiska mai khood jimmedar hunga
Matlab hamari choti se galti se hame process se bahar
Or ye badi badi galtiya b krne ke baad bhi sarkaar chala rahe hain.
Wah re wah engineer tera dimaag
Hamare do saal pee gya or
27500*12= 330000
330000*2=660000
660000*72825=
[48 064 500 000]
Itnni baaaaadddiiiii rakam bhi
Hey bhgwan bachao inn rules per adharit choro se
Tu he sahara
एक बार एक लड़का जनरल स्टोर
ReplyDeleteकी दुकान पर जाता है और बोलता है :
अंकल एक बढ़िया सा परफ्यूम देना, आज मैं
अपनी गर्लफ्रेंड के घर पे डिनर के लिए
जा रहा हूँ , ताकि वो खुश हो जाये
दुकानदार : कौन सा फ्लेवर ?
लड़का : अंकल चोकलेट फ्लेवर
वाला देना ,क्योंकि उसे चोकलेट
बड़ी पसंद है |
लड़का परफ्यूम ले कर दुकान से बहार-
निकलता है पर कुछ सोच कर वापिस
काउंटर पे जाता है और दूसरा परफ्यूम
मांगते हुए कहता है
" मेरी गर्लफ्रेंड के एक छोटी बहन भी है
वो भी मुझे पसंद करती है, उसके लिए
भी दे दीजिये !
दूकानदार : कौन सा फ्लेवर ?
लड़का : अंकल स्ट्राबेरी फ्लेवर
वाला देना ,क्योंकि उसे
स्ट्राबेरी बड़ी पसंद है |
लड़का कुछ देर बाद फिर दुकान पर आ कर
एक और परफ्यूम मांगते हुए बोलता है :"
अंकल एक परफ्यूम और दे दीजिये
क्योकि मेरी गर्लफ्रेंड की माँ भी बहुत
अच्छी है , उन्ही ने मुझे डिनर के लिए
आमंत्रित किया है शायद उन्हें नाराज़
नहीं करना चाहिए |
लड़का एक और परफ्यूम ले कर
अपनी गर्लफ्रेंड के घर डिनर के लिए
चला जाता है,डिनर टेबल पर
उसकी गर्लफ्रेंड उसकी राईट में,गर्लफ्रेंड
की छोटी बहन लेफ्ट में और
उसकी माँ लड़के के बिलकुल सामने
बैठती है| लड़का बड़ा खुश
हो जाता है... तभी लड़की के
पिता जी घर में प्रवेश करते हैं और
लड़का उनको देखते ही अपना सर नीचे कर
अपने दोनों हाथ जोड़ कर भगवान से
प्रार्थना करना शुरू कर देता है ......
5 मिनट बीतते है.....फिर 10 मिंनट
बीतते है ....
इस तरह काफी देर हो जाती है सब घर
वाले हैरानी से उस लड़के के तरफ देखते है
जो अभी भी सर नीचे किये हुए
प्रार्थना कर रहा था |
तब उसकी गर्लफ्रेंड धीरे से उसकी कान में
बोलती है :" मुझे नहीं पता था की तुम
इतने धार्मिक प्रवर्ती के हो,
इतना तो हम
भी प्रार्थना नहीं करते ...!!!! "
तब लड़का बोलता है :" मुझे
भी कहा पता था की तुम्हारे
पापा की परफ्यूम की दुकान है....!!!
SC ने खाली पदों को भरने के दिए निर्देश÷×÷×÷×÷×÷×÷×÷×÷×÷×÷
ReplyDeleteशीर्ष अदालत ने एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से बदहाल हो रही शिक्षा व्यवस्था पर चिंता जताई।
सुप्रीम कोर्ट ने प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को संज्ञान में लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जल्द से जल्द प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती करने के निर्देश दिए हैं।
काम आई यह जनहित याचिका--
प्राइमरी विद्यालय की बदहाल व्यवस्था पर आगरा की हरिजन महिला, विकलांग एवं युवा कल्याण संगठन ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी।
संगठन के पदाधिकारी ओमनारायण तिवारी ने बताया कि संगठन ने संविधान के अनुच्छेद 21(ए) और आरटीई एक्ट 2009 के आधार पर बच्चों के� हित में शिक्षकों की भर्ती के संबंध में एक रिट दाखिल की थी।
हो रही थीं बस 72 हजार भर्तियां--
संगठन की याचिका के सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द शिक्षकों के� रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए नोटिस जारी किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार 25 जून तक 72 हजार शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है।
जबकि प्रदेश में दो लाख 70 हजार शिक्षकों की कमी है। ऐसे में संगठन की मांग है कि आरटीई के तहत जितनी रिक्तियां हैं प्रदेश में उन्हें तत्काल भरा जाए।
उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द भर्तियां आरंभ होंगी तो बच्चों को बेहतर शिक्षा तो मिलेगी ही साथ ही बीएड व टीईटी करके घरों में बैठे बेरोजगारों को भी रोजगार मिलेगा।
दुश्मनी जम कर कीजे मगर ये गुंजाईश रहे
ReplyDeleteकी कल हम जब दोस्त हों तो शर्मिंदा न हों
******* Big News ******
ReplyDeleteU.P Government ko Supreme court se ek aur jhatka ...
RTE ke according Primary Schools me khaali sabhi pad jald se jald bhare jayein ....
72,000 Pad 25 june tk bhare jayeinge ......
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति करे प्रदेश सरकार : सुप्रीम कोर्ट
गाजियाबाद(ब्यूरो)।
शीर्ष अदालत ने एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी सेबदहाल हो रही शिक्षा व्यवस्था पर चिंता जताई। सुप्रीम कोर्ट ने प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को संज्ञान में लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जल्द से जल्द प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती करने के निर्देश दिए हैं।प्राइमरी विद्यालय की बदहाल व्यवस्था पर आगरा की हरिजन महिला, विकलांग एवं युवा कल्याण संगठन ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी।
संगठन के पदाधिकारी ओमनारायण तिवारी ने बताया कि संगठनने संविधान केअनुच्छेद 21(ए) और आरटीई एक्ट 2009 के आधार पर बच्चों के हित में शिक्षकों की भर्ती के संबंध में एक रिट दाखिल की थी। संगठन की याचिका के सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए नोटिस जारी किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार 25 जून तक 72 हजार शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है।
जबकि प्रदेश में दो लाख 70 हजार शिक्षकों की कमी है। ऐसे में संगठन की मांग है कि आरटीई के तहत जितनी रिक्तियां हैं प्रदेश में उन्हें तत्काल भरा जाए।आरटीई 2009 के तहत विद्यालयों में जल्द भर्ती के लिए प्रदेश सरकार को भेजा नोटिस
थोड़ा समय निकालकर अपने भीतर मौन में जाओ,
ReplyDeleteतुम उससे बहुत सारा बल पाओगे|
तुम्हारी शोभा अनन्त बनेगी और प्रेम अप्रतिबंधित हो जायेगा|
हमारी चेतना का स्वभाव ही यही है|
जो लोग ये कहते है परसों आप ये कह रहे थे ये हो जायेगा वो हो जाएगा ऐसा तो कुछ नही हुआ कृपया ऐसी पोस्ट मत डाला करें ।
ReplyDeleteएक बात तो बताओ मियाँ क्या हम आपके नौकर है !! क्या हम आपसे पैसे लेते है या हमें कोई एवार्ड मिलेगा जो हम दिन रात आपकी सहूलियत के लिये आपको न्यूज देते है कि आपको परेशानी न उठानी पडे और पल पल जो घटित हो रहा है उसकी जानकारी आपको असानी से मिलती रहे । जिससे आप लोग सही अंदाजा लगा सकें कि अब क्या होने वाला है !
एक तो न्यूज भी दे ऊपर से आप लोगों की फजीहत भी सुने ।
अगर मुझ पर विश्वास और भरोसा है तो समाचार पढिये और प्रसार करिये उसे सम्मान दीजिये उसको ।वरना दफा हो जाईये ऐसे अहसान फरामोशोँ की कोई आवश्यकता नही है यहाँ । हमको आप से ज्यादा भर्ती की चिंता है और आपसे ज्यादा फ्रिकमंद रहते है फिर भी एक सीट ही मिलेगी हमको भी ।।
ReplyDeleteधन्यवाद ।।
किताबों के पन्नों को पलटते वक्त अक्सर सोचता हूँ...
ReplyDeleteयूँ ही कितनी आसानी से पलट जाते है "कुछ" लोग...!!!
जैसे हमारा ____
Paltua......?????
ReplyDeleteNIC ने ऑफलाइनआवेदनों की फीडिंग को ऑनलाइन करने हेतुवेबसाइट तैयार कर ली है ।जिसका संचालन परिषद् के सचिव के अधीनहोगा ।अतिशीघ्र डाटा फीडिंग का कार्य पूरा होतेही SCERT के निदेशक परिषद् के सचिवको अधिकार/दस्तावेज हस्तांतरित कर देंगे।आकड़े ऑनलाइन होते ही नियुक्ति/चयनप्रक्रिया सूचना प्रसारित करके प्रारंभहो जायेगी।सम्पूर्ण प्रक्रिया माननीय सर्वोच्च न्यायालयके अधीन होगी ।BSA's द्वारा प्रदत्त नियुक्ति पत्र इस शर्तके साथ होगा कि माननीय सर्वोच्च अदालतद्वारा अपने निर्णायक आदेश में यदिकिसी के चयन को रद्द किया जाता है तो वेकिसी भी तरह के क्लेम के हक़दार नहीं होंगेतथा परिषद्भी उनको अदा की गयी धनराशि वापस नहीं लेगा।सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदत्त अंतिम आदेश मेंदोनों प्रक्रियाओं में चयनित अभ्यर्थी/अभ्यर्थिनी अपने पद पर बने रहेंगेतथा उनको प्रथम नियुक्ति सेही वरिष्ठता की सूची में माना जायेगा
ReplyDeleteडायट को एनसीटीई से मान्यता मिली-
ReplyDeleteफरुखाबाद: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) रजलामई को सात वर्ष बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की मान्यता हासिल हो पाई है। प्राथमिक शिक्षकों के 72825 पदों की भर्ती की प्रक्रिया के लिए जिले से 66341 आवेदक होने की सूचना डायट ने बेसिक शिक्षा परिषद को भेज दी है। एनसीटीई ने 2014-15 सत्र से डायट को मान्यता प्रदान की है। प्राचार्य ne बताया कि अभी सशर्त मान्यता दी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 72825 रिक्तियों में जनपद के 400 पद शामिल हैं। कुल 66341 आवेदन आये थे। सभी आवेदनों की फीडिंग पूर्ण हो चुकी है।
मुझे प्राप्त जानकारी के अनुसार
ReplyDeleteबेसिक शिक्षा सचिव,मुख्य सचिव, बैसिक
शिक्षा मंत्री, तथा 75 जिलो के
जिला अधिकारी ,डायट प्राचार्य
बी एस ए एन आई सी के
अधिकारियो की एक महत्वपूर्ण मीटिँग
बिडियो कान्फ्रैसिँग के जरिये अभी खत्म
हुआ हैँ ।
प्रभु जीसस ने चाहा तो आज
72825 पदो पर
भर्ती की घोषणा सचिव महोदय
आज शाम तक कर देगेँ ।
आज का दिन मंगलमय हो
जो आज कहते हैं की महँगाई कम करेंगे.......
ReplyDeleteउनकी सरकार महँगाई के चलते गिर गयी थी !
जो आज कहते हैं भ्रष्टाचार को ख़त्म करेंगे.........
उनके अध्यक्ष ही रिश्वत लेने के चलते जेल गये थे !
जो कहते हैं आतंकवादी हमले नही होने देंगे.....
उनकी सरकार में संसद भी महफूस नही रह पाई थी !
और वही लोग उनकी रिहाई की भी बात करते हैं
आज जो कहते हैं आतंकवादियो को सख़्त
सज़ा दिलाएँगे.......
वो ही आतंकवादियो को उनके मुल्क सही सलामत
सरकारी हवाई जहाज़ में छोड़ के आए थे !
जो आज कहते हैं शहीद सैनिको को उचित सम्मान
दिलाना चाहिए.........
वो ही शहीदो के कफ़न का पैसा खा गये थे
AAj Diet Principals Ki Viedo Confrenceing Ke through 72825 ke sambandh me Meeting khatam ho gayi hai.. G.O bahut jaldi
ReplyDeleteAnand Srivastava bhai se phone par jankari mili hai..
Happy Good Friday Guys ...
ReplyDeleteI'm just enjoying the holiday at my place .. may be going for a Movie Two States
Enjoy to the fullest ♡♥
@ TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI , SIR AGAR MERA GUESS SAHI HAI TO AAP JAUNPUR DISTT. KE RAHNE WALE HAI . GOD BLESS YOU.
ReplyDeleteAAPKA FRIEND
सुनील भट जी
ReplyDeleteयू॰ पी॰ वेस्ट से हूँ मैं !
स्वेज नहर किन सागरोँ के बीच है=
ReplyDeleteTRICK "भूल"
भू =भूमध्य सागर
ल = लाल सागर
याद रखिये अगर बहुमत पाकर भाजपा की सरकार बन गयी और आपकी अपेक्षाओ पर खरी नहीं उतर पायी तो भी आप उनसे कोई शिकायत नहीं कर पायेंगे क्योंकि वे कहीं नहीं कह रहे है कि आपके अच्छे दिन आने वाले है .................. ""कमल का बटन दबायेंगे भाजपा को जिताएंगे तभी तो अच्छे दिन आयेंगे"" .................
ReplyDeleteक्या फर्क होता है दोस्ती और मोहब्बत में ........???
ReplyDelete.
.
.
.
रहते तो दोनों दिल में ही हैं
लेकिन ,
फर्क बस इतना है....
.
.
.
.
बरसों बाद मिलने पर
मोहब्बत नज़र चुरा लेती है और दोस्त सीने से लगा लेते हैं .
G.O के नेक्स्ट वीक आने की सम्भावना परेशान होने की जरूरत नहीं भर्ती की पूर्व तैयारियां डाइट में की जा रही हैं ।
ReplyDeleteज्वाइन मी एंड वेट फार न्यू लेटेस्ट अपडेट --
Friends
ReplyDeleteAs all tetians are very much eager about G.O so i must say that our process is going on and both niteshwar kumar and sanjay sinha are working very hard and hopefully next week our G.O will come so keep patience.
★★★★TMNTBBN Ji aap aur Umashankar Ji kahi ek hi to nahi....?????★★★★
ReplyDeleteKyun ki aap ke aur Uma ji blog lagbhg match karte hai
ReplyDeleteभारतीय इतिहास में पहली सरकार जो अपने कार्यकाल के 2 वर्षो में ही बदबू करने लगी।
ReplyDeleteतू रख यकीन बस अपने इरादों पर।
ReplyDeleteतेरी हार तेरे हौसलों से बड़ी तो नही होगी।
GOD in heaven said to a 9 month baby you are going 2 born on earth tomorrow..
ReplyDeleteBaby cried & asked how I will talk with people..?
God: I had already sent an angel 2 earth she will teach U..
Child: how will i pray 2 U..?
God: d angel will teach u..
Child: how will i learn good words..?
God: angel will teach u..
Child: if i suffer from sorrow?
God: angel will b der 2 listen..
Child: how do i find that angel?
God: Its vry simple! Usually people call that Angel
as.. "MOTHER"
टीईटी सम्बन्धी अबतक की सुर्खियां--
ReplyDelete(१)-अपुष्ट खबरों के अनुसार अराजकता वादी गवर्नमेंट ने गिरते-पड़ते आखिरकार कोर्ट में यह कहते हुए शपथपत्र प्रस्तुत कर दिया कि दत्तू जी अब बख्श दीजिए हम भर्ती २५ जून तक पूरी कर लेंगे। इसकी पुष्टि सोमवार को कोर्ट खुलने पर ।
(२)-पुष्ट खबरों के अनुसार आज सचिव की शिक्षा अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेन्स माध्यम से भर्ती सम्बन्धी कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा हुई है।
जिसका विस्तृत विवरण देर रात तक उपलब्ध हो जायेगा।
अखिलेश यादव का कहना है जब तक मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बिठालकर अपने पिताश्री के रामभक्तों पर गोली चलवाने के पाप को नहीं धो लूँगा कोई दूसरा काम नहीं करूंगा ,,, इसलिए जॉब पाने के लिए लोकसभा चुनाव ख़त्म होने का इन्तजार करो....
ReplyDeleteDear members.....
ReplyDeleteAttention plz.....
jo news wednesday ko Go wali post dali thi wo hamare source par adharit thi.
Hamare morche ke kuch sathi sachiv ke pass gaye the sachiv ne hi bataya tha ki kal neeteshwar
kumar ki final meeting hai aur uske bad hi mukhya sachiv sham tak GO jari karenge. Hum kayi log
confrance par the vo sab log es bat ko jante hai. Jaisa ki meeting to hui thi us din par GO nahi
aaya. Ho sakta hai shasan ne kuch drama kar diya ho..?? balki har chunavi date se pehle ye jaldi
dikhate hain
Tajjub to ye hai ki aap logo ko paltua ki giv par bharosa hai aur apne sathiyo par nahi. Yaha kuch
log hamari news ko fake batate hai par wo ye nahi jante ki hum bhi aap ki tarah berojgar hai. aur muzhe bhi aap logon ki tarah ek hi seat milegi, chaahe main kitni hi mehnat kar lun,
Aap logo ko jo news hame milti hai wo hum aap tak pahuchate hai. Jise hamari news par yakeen na ho
wo yaha se prasthan kar sakta hai.
kyoki hum apke liye jo mehnat karte hai wo bilkul nisulk hai, Hame aap se iske badle me kuch nahi
chahiye. Bas bharosa hi chahiye tha... Jo log hampe yahan bharosha nahi kar sakte hame unki jarurt nahi
hai..... Go bhi ayega ...counseling bhi hogi......aur wo bhi 84 din ke ander........yeh atal satya hai
bhai....... Bas dekhna yahi hai ki es kathin samay me kon sath rahta hai kon sath chhod deta hai....
abhi pata ye bhi chala hai ki lagbhag sabhi jilon ka data feed ho chuka hai aur counselling internet ke
through dist. wise hi hogi
GO ke liye ab har din wait kariye 25 tak kyunki sachiv pe vishwas nahi kiya ja sakta hai aur ye baat
sure hai ki 25 june tak sab kuch hona hai
baat rahi kal ki meeting ki mujhe koi jankari nahin hai mein jhooth nahin bolunga ki kal meeting thi
ya nahi .... kyunki kal meine kisi se sampark nahi saadha par ek cheez tajjub ki hai ki kal hi paper
mein video conferencing ki baat paper mein ayi aur turant hi meeting mujhe hajam nahi hui
एक आदमी को किसी ने सुझाव
ReplyDeleteदिया कि दूर से
पानी लाते हो, क्यों नहीं अपने घर के
पास
एक
कुआं खोद लेते? हमेशा के लिए
पानी की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
सलाह मानकर उस आदमी ने कुआं खोदना शुरू
किया। लेकिन सात-आठ फीट खोदने के बाद
उसे पानी तो क्या,
गीली मिट्टी का भी चिह्न
नहीं मिला। उसने वह जगह छोड़कर
दूसरी जगह
खुदाई शुरू की। लेकिन दस फीट खोदने के
बाद
भी उसमें पानी नहीं निकला।
उसने तीसरी जगह
कुआं खोदा, लेकिन निराशा ही हाथ लगी।
इस
क्रम में उसने आठ-दस फीट के दस कुएं खोद
डाले, पानी नहीं मिला। वह निराश होकर
उस
आदमी के पास गया, जिसने कुआं खोदने
की सलाह दी थी।
उसे बताया कि मैंने दस कुएं खोद डाले,
पानी एक में
भी नहीं निकला।
उस
व्यक्ति को आश्चर्य हुआ। वह स्वयं
चल कर उस स्थान पर आया, जहां उसने दस
गड्ढे खोद रखे थे। उनकी गहराई देखकर वह
समझ गया। बोला, 'दस कुआं खोदने की बजाए
एक कुएं में ही तुम अपना सारा परिश्रम और
पुरूषार्थ लगाते तो पानी कब का मिल
गया होता। तुम सब गड्ढों को बंद कर दो, केवल
एक को गहरा करते जाओ, पानी निकल
आएगा !
दोस्तो यही आज
की स्थिति है।
आदमी हर काम फटाफट
करना चाहता है। किसी के पास धैर्य
नहीं है।
इसी तरह पचासों योजनाएं एक साथ चलाता है
और पूरी एक
भी नहीं हो पाती।
जिन्दगी थोड़ा ठहराव लाऐ योजना बनाऐ और
उसी पे काम करे यू आत्माओ की तरह
ना भटक !
लखनऊ ।
ReplyDeleteप्रमुख संवाददाता
बेसिक शिक्षा विभाग ने 72,825 प्रशिक्षु
शिक्षकों की भर्तियों के लिये वीडियो कांफ्रेंसिग के माधायम
से बैठक करने के लिये चुनाव आयोग से अनुमति मांगी है । लोक
सभा चुनाव के लिये लागू आदर्श आचार संहिता को देखते हुये
यह अनुमति मांगी गयी है ।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक 72,825
शिक्षकों की भर्तियां 25 जून तक पूरी होनी हैं ।विभाग
वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से जिलों के अधिकारियों से
वास्तुस्थिति पर विस्तार से चर्चा करना चाह रहा है
ताकि यह पता चले कि भर्तियां कितने दिनों में
पूरी की जा सकेंगी । इसके अलावा आवेदन शुल्क वापस ले
जा चुके अभ्यार्थियों से शुल्क किस तरह लिया जायेगा ,
आवेदन ऑनलाइन करने में क्या दिक्कतें आयेगी आदि पर
भी चर्चा होगी । इसके अलावा भर्ती के समय सामने आने
वाली अन्य दिक्कों पर भी चर्चा की जायेगी । चूंकि चुनाव के
चलते सभी अधिकारी मुख्यालय पर जुट नहीं पायेंगे, इसलिये
वीडियो काफ्रेस करने का फैसला लिया गया गया है ।
वहीं कितने आवेदकों ने शुल्क वापस ले लिया है ,
इसका ब्यौरा भी विभाग अभी तक नहीं जुटा पया है । लगभग
50 फीसदी जिलों ने अभी तक यह ब्यौरा नही दिया है ।
वीडियो काफ्रेंस के द्वारा यह ब्यौरा भी इकट्ठा कर
लिया जायेगा । सुप्रीम कोर्ट ने 25 मार्च को राज्य सरकार
को यह निर्देश दिया है कि 72,825 प्रशिक्षु
शिक्षकों की भर्तियां 2011 के विज्ञापन के मुताबिक
टीईटी मेरिट से की जायें । सुप्रीम कोर्ट ने यह अंतरिम
फैसला दिया है और टीईटी से जुड़े अन्य मामलों की सुनवाई
अब भी जारी है । लिहाजा, विभाग में अध्यापक
नियमावली संशोधित न करने पर भी सहमति बन गयी है ।
सूत्रों के मुताबिक कानून के जानकारों ने सलाह दी है
कि यदि नियमावली में संशोधन किया जाता है तो सरकार
की याचिका अपने आप ही खारिज हो जायेगी ।
भगवान् की ओर मन लगाकर काम करना उतना अच्छा नहीं है, जितना अच्छा काम को भगवान् का समझकर करना है। जिस समय जिस काम को करना हो, उस समय उसी में अपने को पूरा लगा देना चाहिये। ऐसा करने से काम के अन्त में आपका मन अपने आप काम को छोड़ देगा और उसके लिए व्याकुल हो उठेगा कि जिसका काम किया था। काम करते हुए भगवान् की ओर मन लगाने में न तो मन काम में लगेगा और न भगवान् में ही, यानी दोनों ही बातें अधूरी रहेंगी। (‘सन्त-समागम भाग-२’ पृष्ठ १००)
ReplyDeleteनेटा जी !! जो काम तुम कर नही सकते....तो न करने के लिये धमकाने की का जरुरत थी......
ReplyDeleteहो सकता है कि मेरी बात गलत हो जाय या 100% सही भी हो जाय जिसके आसार (सही होने के ) मुझे नहीं लग रहे हैं। फिर भी ये मेरा अनुमान मात्र ही है।
ReplyDeleteअगर सरकार 25 अप्रैल तक पुनर्विचार जैसा कुटनीतिक षणयंत्र नहीं रचती है ( क्योंकि एकबार किसी कुत्ते/बिच्छू/साँप/दुश्मन/बेवफा सनम पर विश्वास किया जा सकता है पर इस पल्टुआ पर तो कतई नहीं ) तो यह तो निशचित हो जायेगा कि भर्ती सुप्रीम कोर्ट के समयसीमा के अन्दर ही होगी परन्तु 12 मई के पूर्व कोई शासनादेश या किसी अन्य दिशा निर्देश का आना लगभग नजर नहीं आ रहा है। हाँ एक चीज हमेशा होती रहेगी वो ये कि समाचार पत्रों के माध्यम से सनसनी खबरें क्योंकि सरकार को इसी में फायदा है कि एक तरफ गोली दे देकर वोट लो और एक तरफ भर्ती रोककर गुणांकधारियों का। और फिर 12 मई का ही तो समय काटना है।
उपरोक्त सारे अनुमान मेरे व्यक्तिगत हैं फिर भी मैं चाहूँगा कि मेरे विचार गलत साबित हो जाएँ !बाकि आपके अनुमान और आपकी सोच!
जय टेट, जय टेटियन, जय न्यायपालिका
सभी भाइयों को प्रणाम,
ReplyDeleteसाथियों,
हम हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक टेट
मेरिट की श्रेष्ठता सिद्ध कर चुके हैं और साथ
ही यह भी स्थापित हो चुका है कि टेटवीर
विपरीत परिस्थितियों में भी अडिग रहते हैं साथ
ही पूरे धैर्य,साहस और एकजुटता के साथ
अत्याचारी का मुकाबला कर उसे शिकस्त देने में
सक्षम भी हैं। जब-जब परीक्षा की घड़ी आयी,
जब-जब बैरी ने हमें परखना चाहा तब-तब टेटवीर
हर बाधाओं को पार कर कसौटी पर खरे उतरे हैं।
याद कीजिये उन गाढ़े दिनों को जब चहुँ ओर
अकेडमिक और सपा सरकार का अट्टाहस
गूँजता था, सरकार की साधन संपन्नता के बखान
किये जाते थे, हाई कोर्ट के निर्णय
को सर्वथा अनुचित बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में
'देख लेने' की धमकियाँ दी जातीं थीं,,,,तब
भी हमारे टेटवीर भाई अपने शौर्य, आत्मबल और
न्याय में विश्वास की भावना संजोये कर्तव्यपथ
पर निर्भीक हो अग्रसर होते रहे। विपरीत
परिस्थितियों में भी वे वीर सिपाही विजयगीत
गाते रहे और बैरी के कुटिल षड्यंत्रों की रंचमात्र
भी परवाह किये बगैर अपने लक्ष्य का संधान
किया। आज जब हम अपनी कुर्बानियों के सदके
फ़तेह हासिल कर चुके हैं तब हमारे कुछ भाई
अपनी 'अधीरता' प्रदर्शित करके
हमारी विजयश्री की अस्मिता का मजाक
बना बैठे हैं। एक तरफ अग्रिम पंक्तियों के उन
जाँबाज टेटवीरों की निष्ठा और लगन याद करके
हृदय प्रफुल्लित हो जाता है तो दूसरी ओर कुछ
अधीर भाइयों की बेवजह की चीख-पुकार सुनकर
मन वितृष्णा से भर उठता है। भाइयों ! सुप्रीम
कोर्ट के आदेश का अनुपालन करना सरकार
की मर्जी नहीं बल्कि मजबूरी है, चाह कर भी अब
सरकार इस भर्ती को नकार नहीं सकती ।
रही बात शासनादेश की तो वह अपने समय पर
आ ही जाएगा, क्योंकि अंतरिम आदेश के
मामलों में 30 दिन के बाद contempt of
court की कार्यवाही का विकल्प खुल जाता है।
मुझे नहीं लगता की चुनावी माहौल में सरकार अपने
किसी सचिव या सम्बंधित अधिकारी को जेल
भेजना चाहेगी,, अतः जिस गरिमा और धैर्य के
साथ आप लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में फ़तेह हासिल
की उसी मर्यादा के साथ सरकार
को उसकी इच्छा के विरुद्ध
अपनी भर्ती पूरा करते हुए देखिये। अगर आप
लोग इतने उद्वेलित होंगे तो सरकार हार कर
भी आपकी मनोदशा पर प्रसन्न होगी और विजय
का अनुभव करेगी अतः मानसिक रूप से सरकार
को परास्त करें तथा धैर्य के साथ सरकार
की हारी हुई एवं किंकर्तव्यविमूढ़
अवस्था का आनंद उठाइये अन्यथा टेट
अस्मिता की लड़ाई में प्राणपण से जूझ पड़ने वाले
पुरोधाओं का अपमान होगा।
धन्यवाद
जय टेट जय हिन्द।
आजम खान साब से बेन हटना चाहिए।दुनिया जानती है वो नेक साफ दिल इंसान हैं ।जो कहते हैं सबके सामने कहते हैं ।
ReplyDeleteJb S.C ne 25 march 2014 ko faisla sunaya tha us din se pahle usne sarkar ko ek vigyapti nikaalne ko kaha tha aur paper me vigyapti aayi thi usme jinti bhi parties thi sabko 25 ko invite karke apna antim paksha rakhne ka mauka diya gaya tha..jb 25 ko s.c me bahas ho gayi thi to Hon Dattu sahab ne kaha tha ki aapne candidates ka time barbad kiya hai aapko h.c ke adesh par bharti kyu nahi ki apne sirf time kharab kiya hai en bachho ka..jayen aur bache hue din (6 day) me bharti puri karen..
ReplyDeleteitna sunkar sarkari wakil hakka bakka rah gaya court se gujarish ki sir how it is possible pls sir give me time..tab judge sahab ne 4 week time kaha then 8 week at last ghutne ragadwa kar 12 week ka time de diya..
ReplyDeleteaur order me at any rate likhkar rahi kasar bhi puri kar di...
Waha par enko election ki baat dhyan naa ayi aur aati bhi to s.c se bada koi nahi hai..isliye befikar rahen enki position tight hai c.m ne sign karke sachiv ke pale me gend fek di hai ab sachiv kaise bhi kare bharti puri karna hi hoga...
ReplyDeleteElection does not matter.because its S.C order..
डाईट प्राचार्यों की मीटिंग पर आप इतना क्यों उत्साहित हो जाते हो जबकि सहायक अध्यापकों की नियुक्ति में उनकी कोई भूमिका ही नहीं होती ,,, उनकी भूमिका तो विशिष्ट बीटीसी की ट्रेनिंग में हुआ करती थी ,,, सहायक अध्यापकों की नियुक्ति हेतु काउंसिलिंग कराने के लिए डाईट के कैम्पस का प्रयोग तो किया जाता है लेकिन सारी प्रक्रिया बीएसए कार्यालय के नियंत्रण में होती है ,,विशिष्ट बीटीसी वालों की तीन महीने की स्कूल ट्रेनिंग के दौरान प्रशिक्षु डाईट प्राचार्य के अधीन होते थे जबकि हमारी डाईट में ट्रेनिंग की अवधि में भी हम बीएसए के ही अधीन होंगे ,
ReplyDeleteमुझे लगता है कि राजनैतिक मजबूरी के चलते लोकसभा चुनाव ख़त्म होने तक प्रक्रिया शुरू करने की सरकार की अनिच्छा को दबाये रखने के मकसद से फिलहाल डाईट और अखबार वाले मिलकर आपको भ्रमित ही कर रहे हैं ,,, शायद मुख्यमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाया जाना सिर्फ आपके आक्रोश को कम करने के लिए ही था क्योंकि सरकार के आला अधिकारी अच्छी तरह जानते हैं कि टेट संघर्ष मोर्चे के आन्दोलनकारी धारा 144 और दंगों के दौरान भी विधान सभा घेर सकते हैं तो लोकसभा चुनावों के दौरान क्यों नहीं ,,,
ReplyDeleteटेट मोर्चा बिना अनुमति के आन्दोलन करने में महारथ हासिल कर चुका है ,,,लेकिन आज का जमीनी यथार्थ यह है कि टेट संघर्ष मोर्चा स्पष्ट रूप से पाँच भागों में विभाजित किया जी चुका है विज्ञान/गणित/बी टी सी /उर्दू/टीइटी इसलिए हमारे पास धैर्य के साथ चुनाव ख़त्म होने का इन्तजार करने के सिवाय कोई अन्य विकल्प नहीं है ,
ReplyDeleteजब इतना इन्तजार कर लिया है तो कुछ दिन और सही ,,,टेट मेरिट ना तो कभी वकीलों के भरोसे थी और ना ही नेताओं के और न ही इस कमीनीगोबरसेन्ट के ,,,इसी लिए हमेशा से हमला लड़ाई माननीय जजोँ ने लड़ी है ।इस विवाद को ध्यान से समझने पर आप पायेंगे प्रारम्भ से लेकर अंत तक वो भगवान और सत्य के ही भरोसे थी और जो चीज भगवान और सत्य के भरोसे होती है देर सबेर उसका कल्याण हो ही जाता है ....
ReplyDeletemr. tmntbbn pls bataye ki kya 29 apr ko sc m sunwayi h.kuch log keh rahe h ki gov bhi 29 ka wait ker rahi h pls sir give me my ans
ReplyDeletei hope aane wale es week m sab kuch clear ho jayega kyuki agar gov 25june se pahele vacacies ko poora kerna chahati h to usko har haal m procedure ko abhi start kerna padega so sabhi frnds es aane waale ek week ka aur wait kare and once again pls sir give me ans
ReplyDeleteइटावा में भरथना में; मोदी की रैली में एक मुस्लिम भाई ने आपने खेत के गेंहू काटकर उसे मैदान बना दिया जिससे मोदी रैली कर सके ओर उस मुस्लिम भाई ने इस के बदले में कुछ नहीं लिया धन्यवाद उस मुस्लिम युवक को जिसने शुद्द भारतीय नागरिक का कर्त्तव्य निभाया
ReplyDeleteBJP Candidates-
ReplyDelete15 Doctors, 48 Social activists,
37 RTI activists, 4 Teachers,
24 Engineers, 7 Army Men...
Congress Candidates-
32 Rapists, 18 Murderers,
73 relatives, 16 Criminals...
Now you can decide... Abki baar kiski Sarkaar..
यह देखकर जनाजे के..,, फूल भी हैरान हो गए..
ReplyDeleteकि अब शहीद भी हिन्दू और मुसलमान हो गए..
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
लहू जो बिखरता है अपने देश की सरहदों पर,
उसके रंग भी राम और रहमान हो गये..
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
सियासत की चालों को कोई समझ न पाया,
खद्दर की खोल में....... सब शैतान हो गये..
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
शहर के दिलों में जहां कभी जश्न रहता था,
वहां हरे और केसरिया.... मकान हो गये..
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
बर्फ में, रेगिस्तानों में,... संमुदर में, तूफानों में,
चौकस जवानों के राहबर अब बेईमान हो गये,
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
मज़हबी बवाल का ज़हर .....घोल के मुल्क में,
कुछ लोग शाह और कुछ चाचा ख़ान हो गये
राजनीति की रैली
ReplyDeleteहो गयी कितनी मैली
सत्ता हथियाने की सबकी
हो गयी एक ही शैली.
जातिवाद को देकर आग
आरक्षण का गाकर राग
वोट-वोट करते ये नेता
मानवता पर हैं एक दाग.
चालो से भरमाते हमको
नारो में उलझाते हमको
योजनाओं के कागज रंग कर
वादो से बहलाते हमको.
रंग बदलने में हैं निपुण
रंगबाजी है इनका गुण
बस, देश लूटते ये नेता
पाप को भी कहते हैं पुण्य.
भारत के ये नेता आज
फूट डाल कर करते राज
फिर भी कहते खुद को अच्छा
कहाँ गयी है इनकी लाज?
महावीर स्वामी पेड़ के नीचे
ReplyDeleteध्यानमग्न बैठे थे। पेड़ पर आम लटक रहे
थे।
बच्चों ने आम तोड़ने के लिए पत्थर
फेंके। कुछ पत्थर आम को लगे
और एक महावीर
स्वामी को लगा।
बच्चों ने कहा - प्रभु! हमेंक्षमा करें,
हमारे कारण आपको कष्ट हुआ
है।
प्रभु बोले - नहीं, मुझे कोई कष्ट
नहीं हुआ।
बच्चों ने पूछा - तो फिर
आपकी आंखों में आंसू क्यों?
महावीर ने कहा - पेड़ को तुमने
पत्थर मारा तो इसने तुम्हें मीठे फल
दिए, पर मुझे पत्थर मारा तो मैं तुम्हें
कुछ नहीं दे सका, इसलिए मैं
दुखी ह
ये चन्द पंक्तियाँ
जिसने भी लिखी है
खूब लिखी है
ग़लतियों से जुदा
तू भी नही,
मैं भी नही,
दोनो इंसान हैं,
खुदा तू भी नही,
मैं भी नही ... !
" तू मुझे ओर मैं तुझे
इल्ज़ाम देते हैं मगर,
अपने अंदर झाँकता
तू भी नही,
मैं भी नही " ... !!
" ग़लत फ़हमियों ने कर दी
दोनो मैं पैदा दूरियाँ,
वरना फितरत का बुरा
तू भी नही,
मैं भी नही...!!
एक पथ्थर सिर्फ एक बार मंदिर
जाता है और भगवान बन
जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर
भी पथ्थर ही रहते है ..!!
NICE & TRUE LINE
ReplyDeleteएक औरत बेटे को जन्म देने के लिये
अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......
और
वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए
अपनी माँ को त्याग देता है
जीवन में हर जगह
हम "जीत" चाहते हैं...
सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि
"हार" चाहिए।
क्योंकि
हम भगवान से
"जीत" नहीं सकते।
धीमें से पढ़े बहुत ही
ReplyDeleteअर्थपूर्ण है यह मेसेज...
हम और हमारे ईश्वर,
दोनों एक जैसे हैं।
जो रोज़ भूल जाते हैं...
वो हमारी गलतियों को,
हम उसकी मेहरबानियों को।
एक सुविचार
ReplyDeleteवक़्त का पता नहीं चलता अपनों के
साथ.....
पर अपनों का पता चलता है,
वक़्त के साथ...
वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ,
पर अपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के
साथ...!!!
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है,
ReplyDeleteजैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है...
शिकवे कितने भी हो हर पल,
फिर भी हँसते रहना...क्योंकि ये
ज़िन्दगी जैसी भी है,
बस एक ही बार मिलती है।
Humari DIET Patni, Saharanpur se Bhaai Rajneesh Gupta ji dwara di gai aaj ki latest jankaari,
ReplyDelete.
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1. Yehan se data SCERT bheja ja chuka hai. Shaasan star se aadesh aane bhar ki deri hai nhi to sara kaam complete hai.
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2. Data feed karne waalo k anusar yehan 800 siten hone k baawzood merit gen-108, obc-104, sc-100 & st-95 k chances hain.
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Ab meri baat,
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Kuchh anya DIETS ki news daal rhe hain ki flaan DIET par abhi data feed hone k sath-sath kuchh nhi hua hai.
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Aisa kuchh lagta to nhi hai qki sbhi DIETS waalon ki nigaahen btc-vtc aadi ko chhodkar hum par hi lgi rahti thi/hain aur ye sab bhi apne aakaaon ki tarah S.C k aadesh ki avhelna to bilkul hi nhi kar sakte. Inke aaka Akki ne bhi muhar lga di hai. Upar se inke boss Sachiv mahoday ne bhi. To ye Super-Express bne huye hongen.
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Jitna hume wait tha S.C k aadesh tha, utna hi unhe bhi. Fir bhi 25 March k aadesh k baawzood agar kehin ab tak kaam adhoora hai to sambandhit DIET prachaarya ki khair nhi. Waise bhi aaj 19 April tak sbhi DIETS ko SCERT me sara data bhejne ka samay diya gya tha. Jiska data rah gya hoga, wo aaj shaam tak kisi bhi haalat me pahunch jana chaahiye.
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To ab humaari hi tarah sbhi DIETS ko bhi G.O k aane ka wait hai jo ki Monday/Tuesday tak aa jana chaahiye.
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Fees waapasi waalon ka kya hona hai, ye G.O aane ka wait kren. Dekhen, S.P ne inke liye kya kiya hai.
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Counselling me jaane waalon k liye meri advice,
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Waise to apne jile waalon ko hi wariyata di jaane ki soochna mil rhi hai anytha ki sthiti me bhi koshish kren ki apne jile me merit me aane k saath-saath anya jilon me bhi apni merit aane k baawzood bhi apne jile ko hi aap wariyata den. Nhi to unse poochhen jo apne ghar se door doosre jilon me kaary-rat hain. 1 saal hota nhi ki waapas apne jile me aane k liye bhaag-doud shuru. Isi prayaas k kram me GHOOS roopi devi k bina to kaam chalta hi nhi jo bhrashtachar ka hi ek roop hai.
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Baaki jaisi aapki ichchha.
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Ek baar fir yaad kra deta hu,
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Antarim aadesh n man-ne par 30 dinon k baad avman-na ka case ban jata hai aur aane waali 24 ko 30 din poore ho jaayengen to kya koi neta, adhikaari, prachaarya jail jana pasand karega?
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Aur kya koi dear mujhe iss aasan se q ka ans dene ka kasht karega, (Dainik Jagran me di gai jankari k anusar)
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"Robert Wadra ne kewal 5 saal me hi maatr 1 laakh ₹ se 325 krod ₹ kaise bna liye....?????"
काफी बेचैन हैं कुछ लोग जो कि एकेडमिक वाले प्रतीत होते हैं । आज खूब अफवाह फैलाये कि सरकार केस री काल करेगी और एकेडमिक मेरिट चाहने वाले तथा 2012 वाले उनका सहयोग करें ।तो मै उन्हें ये बताना चाहती हूँ कि 24 अप्रैल तक का थोड़ा समय बचा है सरकार के पास इसके बाद वो कुछ नही कर सकती और शायद वो करेगी भी नही क्योंकि इस समय चुनावी माहौल अपने चरम पर है और सरकार इतना बड़ा मूर्खता पूर्ण कदम नही उठा सकती । चलो एक पल को को मान भी लिया कि केस रीकाल होगा तो जायेगा कहाँ । उन्हीं अन्तरिम आर्डर देने वाले सख्त न्यायाधीश दत्तू सर की बेंच में । और कोई भी जज अपने सुनाये फैसले को पलटता नही और पहली ही सुनवाई में अपना केस खारिज हो जायेगा । अब बात करती हूँ मेरिट के लिये परेशान रहने वाले लोगों की । पहली बात किसी के पास अभी तक स्पष्ट आंकड़ा नही है इसलिए सभी अनुमान ही लगाकर बताते है अतः मेरिट को लेकर परेशान न हों और किसी से भी बेवजह न पूंछे। दूसरी बात 69 लाख आवेदनपत्र में से अनुमान है कि 5 लाख फार्म ऐसे हैं जो रिजल्ट संशोधन से पहले भरे और भेजे गये और डायट में उनका डाटा उन्हीं पूर्व के नंबर पर फीड भी है । और अभी तक उनमें कोई सुधार नही हुआ है तो जो लोग मेरिट कयास लगाते हैं उन्हें मालूम होना चाहिए कि जब सभी को आवेदन सुधार का मौका मिलेगा और बढे या घटे हुये नंबर के आधार पर सही डाटा एकत्रित होगा तो मेरिट बहुत हद तक उपर नीचे हो जायेगी और आपके आंकड़े धरे के धरे रह जायेंगे । आवेदन वापस लेने वालों को भी सरकार राहत का मौका दे सकती है डीडी पुनः लेकर , कब और कैसे , यह प्रशासन जाने । फिलहाल g o कब जारी होगा यह अनुमान ही लगाया जा सकता है फिर भी उम्मीद है जल्दी आयेगा । अब सरकार के मस्तिष्क में चुनावी कीडा दौड़ रहा है । अगर उसने चुनाव को ज्यादा तवज्जो दी तो थोड़े दिनों तक और टाला मटोली का रवैया अपना सकती है । शुभ भविष्य की शुभ कामनायें ।
ReplyDeleteSupreme Court ke 72825 ke sambandh me time-bound antrim adesh me jakdi sarv-shaktiman Sarkaar aur uske prashasanik amle ki aajkal ki kawayaden dekhkar kuchh bade mazedar sawaal dimag me aa rahe hai. Yadi sarkar supreme court ke antrim adesh ke karan niyamavali me sanshoshan kar 12th amendment ko restore karti hai to kya takneeki drishti se, yani 15th Amendment ke radd/visthapit ho jane aur 12th amendment ke punarsthapit ho jane se, Junior Bharti (29 hajar) par 15th amendment ke avaidh hone ke karan upja sankat swatah samapt nahi ho jayega? Agar haan, to automatic tareeke se Junior bharti ka chayan aadhar nahi badal jayega? Junior Bharti ke Chayan-adhar sambandhi niyam, yani 15th amendment, ko nyayalay dwara asmvaidhanik karaar diye jane ke karan naye chayan aadhar ka pravdhan karna sarkar ki vaidhanik vivashta hai aur aise me naye chayan aadhar banane ko kya ''Arbitrary (swechchhachari) Decision'' kahkar kya koi nyayalay me chunauti di ja sakegi? Kya sarkaar dwara aisa kiye jate hi Supreme court me 15th amendment bachane ko dakhil sarkari SLP ka auchitya samapt nahi ho jayega? Ya fir sarkar 12th amendment ko restore karne ke bajaay ek naya sanshoshan karegi jisme prathmik ke liye chayan aadhar wah ho jo 12th amendment me tha aur junior ke liye wah, jo 15th amendment me tha, taki interim order ka anupalan bhi ho sake aur 15th amendment bachane ki ladai bhi jari rah sake? Kya takneeki drishti se yah kafi nahi hoga ki sarkar filhaal koi sanshoshan karke bharti shuru karne ke bajay, supreme court ke adeshanusar, bilkul HC ke adesh ke anusar bharti kare, arthat yah mankar ki purana vigyapan jeevit hai, aur uspar us purane vigyapan ke samay ke niyam, yani 12th amendment, prabhavi hai. Yah koi nai bharti to shuru ho nahi rahi ki is par aaj prabhavi niyam lagu honge. Udaharan ke liye, Yadi aaj kisi ke bare me yah pata chale ki us ne 2011 me kisi ke sath balatkar kiya tha to usko sajaa 2011 me lagu kanuno ke aadhar par di jayegi, na ki kewal usko purane kanun ke anusar sajaa dene ke liye fir se us samay lagu kanuno ko restore kiya jayega. Anyatha na len, Mulayam Singh Yadav ki sarkaar me Balatkar ka udaharan dene se baat par shayad jaldi aur jyada dhyan diya jaye. Inki khoji nigah Bombay tak me ho rahe balatkaro par jo rahti hai.
ReplyDeleteमित्रोँ नरेंद्र मोदी को भाजपा के
ReplyDeleteप्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित हुए
जितना वक्त हुआ है, उतने ही वक्त से पाकिस्तान
ने हमारी सीमा पर "युद्ध-विराम" का उल्लंघन
नहीं किया है ।
पाकिस्तान के जन्म से लेकर आज तक ये सबसे
लम्बा ऐसा समय है जब पाकिस्तानियों ने
बिना "युद्ध-विराम-उल्लंघन" किये इतना समय
व्यतीत कर दिया है ।
अब आप चाहे कोई भी कारण गिनाओ, चाहे इसे
संयोग ही कहो, जब बिना प्रधानमंत्री बने
पाकिस्तान को खामोश
रहना सिखा दिया तो प्रधानमंत्री बनने के बाद
उसकी हर हरकत को खामोश कर देगा ये बन्दा ।
"आतंक मुक्त भारत इस बार,
इसलिए अबकी बार मोदी सरकार ।"
एक बारहवीं फेल कबाड़ी वाला आज 325 करोड़ की संपत्ति का मालिक है !
ReplyDeleteइससे हमें ये सीख मिलती है की इस देश मे पढ़ाई,लिखाई,मेहनत कोई मायने नहीं रखता
मायने ये रखता है की आप किससे शादी करते हैं !!..........
आखिर कब तक ये पलटुआ खामोस रहता आदत के अनुसार पलटने मे देर नही लगाई....
ReplyDeleteपलट गए अखिलेश, कहा आजम
गलत
नहीं थे
आजम गलत नहीं थे
कारगिल युद्घ पर आजम खां के
विवादास्पद बयान से पल्ला झाड़ने वाले अखिलेश ने अब
उन्हें सही करार
दिया है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने
कहा कि चुनाव आयोग ने
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नगर विकास
मंत्री मोहम्मद आजम खां का जवाब
देखे बगैर
उनकी रैलियों और रोड शो पर
पाबंदी लगा दी।
अखिलेश ने यह भी कहा कि आजम के साथ
भाजपा नेता अमित
शाह पर भी आयोग ने
पाबंदी लगायी थी लेकिन कल देर
शाम श्री शाह पर लगा प्रतिबंध
हटा लिया गया। उन्होंने कहा कि उन्हे भरोसा है
कि आजम पर
भी जल्दी पाबंदी हटाकर आयोग
उन्हे भी राहत देगा।
ये पत्थर, लाठियाँ, स्याही - तुम्हारी ज़द यहीं तक है
ReplyDeleteतुम्हारी 'इंक़लाबी' सोच की सरहद यहीं तक है
किलेबन्दी, सिपहसालार, गारद आप ही रक्खें
मैं कुछ आँखों में रहता हूँ, मेरा मक़सद यहीं तक है
कुछ मासूम सा लिखना है ।
ReplyDeleteन शब्दों का खेल हो जिसमें,
बस शब्दों का मेल हो जिसमें,
न आंसू हों, न दुःख,
न मुस्कराहट, न सुख,
न मुश्किल हो समझने में,
न हैरत हो पढने में,
न काग़ज़ पर दाग लगे,
कोरा सा, कागज़ पर जो दिखना है,
कुछ मासूम सा लिखना है ।
न हाला-वाद, न छाया-वाद में पड़े,
न मशाल लिए दुनिया से लड़े,
न उत्थान, न पतन की गाथा,
न क्रांति से हो कोई नाता,
न पढ़ कर उसको कोई बदले,
न वाह-वाही दे कोई उसके बदले,
न कोई खरीदे उसको कभी,
न किसी दाम पर उसको बिकना है,
कुछ मासूम सा लिखना है ।
न भाव हों, न घाव हों,
किसी पर न टिप्पणी कसे वो,
न अनचाहे मनमुटाव हों,
न वाक्यों के नीचे बहते,
आधे अधूरे तनाव हों,
न संकरी हो, न गहरी हो,
न एक बात पर ठहरी हो,
न सच का उस पर दबाव हो,
न बोले वो कुछ भी,
न एक बात पर टिकना है
कुछ मासूम सा लिखना है ।
मेरा उस में कोई अंश न हो,
उसका आदि, मध्य, अंत न हो,
मुझ सा उसमें क्रोध न हो,
उसका आदि, मध्य, अंत न हो,
मुझ सा उस में अहम् न हो,
उसका आदि, मध्य, अंत न हो,
मुझ से उस में भ्रम न हों,
उसका आदि, मध्य, अंत न हो,
न मुझ से निकले, न मुझसे बाहर हो,
कागज़ पर दिखे, मेरे अन्दर हो,
न दुविधा, न असमंजस,
न कल्पना, न नवरस,
परस्पर कोई सम्बन्ध न हो,
बेबस सी, निशब्द न हो,
मुझ सी न दिखे, न चले, न बहे,
मेरे मन की बात वो न कहे,
मेरे दिखावों से परे रहे,
भाव, मुझ से, न मरे रहे,
ख़ुद से न हारे, मन को न मारे,
न चाहे वो सारे तारे,
मुझ सी ही, दिखावे की वो संत न हो,
उसका आदि, मध्य, अंत न हो
भीड़ में अलग न उसको दिखना है,
न किसी दाम पर बिकना है,
न किसी बात पर टिकना है,
बस काम उसका सिर्फ़ इतना है
कुछ मासूम सा लिखना है ।
मुद्दतों के बाद ये दस्तक (review )कैसी,
ReplyDeleteजरूर कोई मतलबी(paltuwa) होगा......
................
नरेन्द्र मोदी जी के बारे में कुछ अनसुनी जानकारी...............
ReplyDelete(1) नरेंद्र मोदीजी एक आम आदमी कि तरह रहते है लेकिन वो बताते नहीं ।
(2) मुख्य मंत्री निवास में मात्र दो नोकर है ।
(3) मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी कि सैलरी १३४०० रुपए है ।
(4) नरेंद्र मोदी बाहर खाना नहीं खाते वो शाम को खुद बनाई खिचड़ी खाते है ।
(5) नरेंद्र मोदी अपनी माताजी के अलावा किसी नाते रिशतेदार से नहीं मिलते ।
(6) नरेंद्र मोदी देर रात तक काम करते है लेकिन सवेरे 5 बजे उठ जाते है ।
(7) नरेंद्र मोदी सवेरे योग करते है ।
(8) नरेंद्र मोदीजी उनके साथ काम कर रहे हर कर्मचारी को व्यक्तिगत तौर पर परिवार सहित जानते है ।
(9) नरेंद्र मोदी देश में सबसे गरीब मुख्यमंत्रीओ में से एक है ।
(10) नरेंद्र मोदी आम लोगो कि तरह घूमते हुए कई बार मिल जायेगे लेकिन जिसके पीछे विश्व के कई
आतंकवादी संघठन पड़े है इसलिए उन्हें मजबूरीवश Z + सिक्यूरिटी मिली है ।
(11) नरेंद्र मोदी जी अपने स्वास्थय का पूरा ख्याल रखते हैं
breaking news gov sc se 15 month ka time magaegisource is only4uptet.wapka.me
ReplyDelete72825 ke old add me 19/12/2011 ke baad bane sabhi doc invalid mane ja sakte hai.
ReplyDeletemr umashankar g and tet merit nahi to bharti bhi nahi only4uptet.wapka.me per news h ki gobarment ne 15 moths ka time extend kerne ki appeal ki great sc se pls eske baare m kuch bataye
ReplyDeletemr umashankar g and tet merit nahi to bharti bhi nahi only4uptet.wapka.me per news h ki gobarment ne 15 moths ka time extend kerne ki appeal ki great sc se pls eske baare m kuch bataye
ReplyDeletePRAG BALYAN TU CHUTIA HAI KYA BE JO BINA MATLAB KI AFWAHEIN FAILATA RAHTA HAI SAALA GADHANK SUPPORTER.
ReplyDeleteakhilesh singh ne kaha tha ki mai HC KA DICISION manuga ab to SC ki aisi ki taisi ,ye mai nahi sarkar bolegi akhir kab bollegi. fiviqick sokhne ka baad. bhagwan kare jaldi bharti ho. ye sarkar etani badi bhoot hai ki god bhi samne na aaye
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