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Wednesday, June 6, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों को मिलेगी मदद


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों को मिलेगी मदद

जागरण ब्यूरो, लखनऊ : प्रदेश सरकार ने टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को राहत देने का मन बना लिया है। इस मामले में गठित समिति की रिपोर्ट को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी हरी झंडी दे दी है। मंगलवार को कन्नौज में मुख्यमंत्री ने इसके स्पष्ट संकेत भी दिए। पत्नी डिंपल के नामांकन से पहले अपने संबोधन के दौरान उन्होंने युवाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन न करें। हम उनकी मदद करने जा रहे हैं। टीईटी के परिणाम में हेराफेरी का मामला प्रकाश में आने के बाद सरकार ने इस मामले के लिए एक समिति का गठन कर दिया था। तब से आशंका जाहिर की जा रही थी कि यह परीक्षा रद भी की जा सकती है जिसको लेकर टीईटी अभ्यर्थी आंदोलनरत थे
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UPTET : टीईटी पर दोनों सदन चिंतित
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को लेकर अनिर्णय की स्थिति पर मंगलवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में चिंता जतायी गई। विधान सभा में भाजपा के श्यामदेव राय चौधरी की ओर से सवाल किया गया कि क्या सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सेवायोजित करने पर विचार कर रही है? सवाल के जवाब में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री वसीम अहमद ने बताया कि यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। जब पूछा गया कि टीईटी के बारे में सरकार कब तक फैसला करेगी तो मंत्री ने कहा कि इस प्रकरण में सरकार को उच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार है। शासन ने टीईटी के बारे में निर्णय किये जाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की है। उधर विधान परिषद में भाजपा के डॉ.नैपाल सिंह, यज्ञदत्त शर्मा व अन्य सदस्यों ने टीईटी के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के बारे में सरकार की ओर से कोई फैसला न किये जाने की सूचना देते हुए कार्यस्थगन की पेशकश की। उनका कहना था कि सरकार की निष्कि्रयता के कारण अभ्यर्थी आये दिन धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहे हैं जिससे स्थिति बिगड़ भी सकती है। इस पर सदन में मौजूद राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने बताया कि सरकार जल्दी से जल्दी शिक्षकों की नियुक्तियां करना चाहती है। यह मामला जटिल है। इसलिए सरकार इस प्रकरण के सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार कर रही है। शीघ्र ही सरकार इस मसले पर समुचित निर्णय करेगी। इस पर सभापति गणेश शंकर पांडेय ने कार्यस्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर कर शासन को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया। शिक्षक दल के जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुंडीर, ध्रुव कुमार त्रिपाठी व अन्य ने गृह जिलों से दूरस्थ जिलों में सेवारत परिषदीय शिक्षकों को अपने गृह या समीप के जिले के स्कूलों में स्थानांतरित किये जाने के बारे में सूचना दी। राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने सदन को बताया कि ऐच्छिक जिलों में तबादलों के लिए सरकार ने शिक्षकों से आवेदन मांगे थे। शिक्षकों ने बड़ी संख्या में आवेदन किया है। दिक्कत यह है कि ज्यादातर शिक्षक ऐसे जिलों में तबादला चाहते हैं जहां उतने पद ही नहीं सृजित हैं। तबादलों में महिला शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण को वरीयता दी जाएगी।


News Source : Jagran (6.6.12)
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From above news -
कि टीईटी के बारे में सरकार कब तक फैसला करेगी तो मंत्री ने कहा कि इस प्रकरण में सरकार को उच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार है। शासन ने टीईटी के बारे में निर्णय किये जाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की है
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प्रदेश सरकार ने टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को राहत देने का मन बना लिया है। इस मामले में गठित समिति की रिपोर्ट को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी हरी झंडी दे दी है
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If we interpret above points then -
Matter is in favor of TET Merit holders, As it is highly difficult to change process (Legally).

In court matter pertains to Advertisement, And Govt. saying after court decision process will start accordingly.

But Question is - Which report approved by committee,  Candidates are worried for their future.
If it discloses then Candidate can understand Govt. stand about their future.As many candidates are worried from many type of rumors.

If process change (between running process) then matter may go again in court, again a stay and matter can escalate up to Supreme court. (Too much time consuming process).
So most possibly process remains same, And if some changes desired then it may happen in new process.
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UPTET : टीईटी अभ्यिर्थयों को राहत जल्द


UPTET : टीईटी अभ्यिर्थयों को राहत जल्द
कन्नौज में डिंपल यादव के नामांकन के दौरान जनसभा में बोले मुख्यमंत्री

कन्नौज। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में उनकी धर्मपत्नी एवं सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने मंगलवार को कन्नौज लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुसलिम लड़कियों की तरह सरकार अन्य वर्गों की भी गरीब बेटियों की मदद करेगी। टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन खत्म कर दें। उन्हें जल्द राहत मिलेगी। आलू उद्योग की स्थापना के लिए सरकार प्रयासरत है। बसपाई मानसिकता वाले अधिकारी जल्द बदले और सुधारे जाएंगे। प्रदेश के जर्जर थानों की हालत सुधारी जाएगी। डिंपल यादव ने कहा कि वह इस जिले में किसी की भाभी, किसी की बहू हैं। जीतने के बाद वह बहुमुखी विकास कार्यों से यहां की जनता का कर्ज चुकाएंगी।

मंगलवार को केके इंटरकालेज में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश की निगाहें कन्नौज के उप चुनाव पर हैं। जनता के कहने पर डिंंपल यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। डिंपल यादव ने कहा कि मायावती सरकार ने सिर्फ भ्रष्टाचार किया। सपा की सरकार में यूपी के हालात सुधर रहे हैं। पूरी दुनिया कन्नौज की खुशबू से महकती है। यहां की जनता ने डा. राममनोहर लोहिया, मुलायम सिंह जैसी हस्तियों को जिताया है। उनके पति अखिलेश यादव को यहां से तीन बार संसद भेजा है। इस ऐतिहासिक नगरी से चुनाव लड़ना उनका सौभाग्य है। वह कन्नौज की जनता से अपना हक मांगने आई हैं। इस जिले में वह किसी की भाभी, किसी बहू हैं। जनता का कर्ज वह बहुमुखी विकास कार्यों से चुकाएंगी।
जनसभा के बाद मुख्यमंत्री के साथ डिंपल यादव सीधे नामांकन पत्र दाखिल करने कलेक्ट्रेट पहुंचीं। इस दौरान प्रस्तावक रूप में उनके साथ छिबरामऊ, तिर्वा और कन्नौज के तीनों सपा विधायक भी मौजूद रहे। उन्होंने तीन सेट में जिलाधिकारी/ जिला निर्वाचन अधिकारी सेल्वा कुमारी जे के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया।

डिंपल करोड़पति अखिलेश कर्जदार
कन्नौज। नामांकन में दाखिल हलफनामे के अनुसार डिंपल यादव के पास कुल चल संपत्ति 1,60,35,824.10 रुपए और उनके पति अखिलेश यादव की संपत्ति 3,83,91,832 रुपए है। डिंंपल के पास अचल संपत्ति 13850000 रुपये और अखिलेश के पास 22068000 रुपए की है। डिंपल पर 2224416.55 रुपये का कर्ज है। यह कर्ज उन्होंने अपने पति अखिलेश यादव से ले रखा है। 2.5 लाख रुपये का कर्ज अभयराम से लिया है। अखिलेश के पास बैंक में 1590000 रुपए जमा हैं। एक पजेरो गाड़ी, एक सेल्यूलर फोन और एक म्यूजिक सिस्टम है। डिंपल के पास 3874.679 ग्राम सोना, 20.752 ग्राम मोती, 17.39 कैरेट हीरे के आभूषण हैं।

भाजपा भी नहीं उतारेगी डिंपल के खिलाफ प्रत्याशी
लखनऊ(ब्यूरो)। भाजपा भी कन्नौज उपचुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। कांग्रेस पहले ही कन्नौज में उपचुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुकी है। बसपा बची है। पर उसने अभी पत्ते नहीं खोले हैं। कहा जा रहा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती इस संबंध में अंतिम समय में कोई फैसला लेंगी। गौरतलब है कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 6 जून है। इस बीच संयुक्त समाजवादी दल से किन्हीं दशरथ शंखवार ने नामांकन दाखिल किया है। डिम्पल के खिलाफ पहला नामांकन है


News Source : Amar Ujala (6.6.12)
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PSTET : तीसरे दिन भी टंकी पर डटे रहे


PSTET : तीसरे दिन भी टंकी पर डटे रहे


रोजगार की मांग कर रहे टीईटी पास बेरोजगार अध्यापकों का आंदोलन मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। नतीजतन तीसरे दिन भी दो दर्जन अध्यापक लहरा धूरकोट की वाटर व‌र्क्स की टंकी पर डटे रहे, जबकि अन्य साथियों का बठिंडा-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर धरना-चक्का जाम भी जारी रहा।

उधर, जहां 17 किसान मजदूर समेत विभिन्न संगठनों ने अध्यापकों के संघर्ष का समर्थन किया है, वहीं गांव लहरा धूरकोट के इलाके की दो अन्य पंचायतों में इस संघर्ष के प्रति रोष पनपने लगा है। वहीं आज इस संघर्ष में अध्यापकों के अभिभावकों ने भी शिरकत की। बताया जाता है कि पानी की टंकी पर चढ़े हर्ष कुमार खन्ना की प्रचंड गर्मी के चलते तबीयत बिगड़ गई

चक्का जाम किए बैठे अध्यापकों को संबोधित करते हुए यूनियन के चेयरमैन अमनदीप, महासचिव रघवीर एवं कोर कमेटी सदस्य प्रिंस अरोड़ा ने दोहराया कि जब तक अध्यापक परीक्षा पास अध्यापकों को नियुक्ति पत्र देने का भरोसा नहीं दिया जाता अथवा मुख्यमंत्री स्तर की बातचीत तय नहीं होती, उनका संघर्ष जारी रहेगा। यूनियन ने सरकार को चुनौती देते कहा कि अगर सरकार का खजाना खाली है तो बिना वेतन भी तीन-तीन महीने नौकरी करने को तैयार हैं।

भाकियू के प्रांतीय नेता बूटा सिंह बुर्ज गिल, लोक मोर्चा के महासचिव जगमेल सिंह व किसान नेता काका कोटड़ा ने कहा कि सरकार अध्यापकों के मसले का तुरंत निराकरण करे। इधर तीन गांवों की पंचायतों ने आवाजाही बहाल करने की मांग उठाई है। सरपंच प्रीतम सिंह, सरपंच सुखपाल सिंह, सरपंच राजपाल सिंह, मेंबर पंचायत निरंग सिंह, नंबरदार मलकीत सिंह आदि के हस्ताक्षरयुक्त इस मांग पत्र में उन्होंने अपनी तकलीफ बताते कहा कि सड़क जाम होने से भारी वाहन गांव की गलियों से गुजर रहे हैं जिससे गांव की पुलियों, गलियों का नुकसान हो रहा है, वहीं बड़ा हादसा की आशंका भी बराबर बनी हुई है।

News : Jagran (5.6.12)
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UPTET : टीईटी पर शीघ्र निर्णय करेगी सरकार


UPTET : टीईटी पर शीघ्र निर्णय करेगी सरकार

भाजपा ने किया वाकआउट

लखनऊ (ब्यूरो)। विधान परिषद में मंगलवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का मामला भाजपा सदस्यों ने जोरदार तरीके से उठाया। भाजपा सदस्य विनोद पांडेय ने नियम 105 के तहत सवाल उठाया कि यूपी के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। पर सरकार टीईटी पर कोई निर्णय नहीं कर पा रही है। टीईटी पास सरकार से नौकरी देने की मांग को लेकर धरना देने के लिए आने वालों पर लाठियां बरसाई जाती हैं। इस पर सरकार की ओर से राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि टीईटी का मामला काफी पेचीदा है, फिर भी इस पर शीघ्र ही निर्णय कर लिया जाएगा। भाजपा सदस्यों ने स्पष्ट जवाब न मिलने पर सदन से वाकआउट किया

भाजपा सदस्य ने सदन में कहा कि टीईटी पास अभ्यर्थियों के दो खेमे हैं। एक खेमा टीईटी मेरिट के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति चाहता है और दूसरा शैक्षिक मेरिट के आधार पर नियुक्ति चाहता है। उन्होंने कहा कि 29 व 30 मई को टीईटी पास अभ्यर्थियों ने राजधानी में जोरदार प्रदर्शन किया, जिन्हें कोई राहत या आश्वासन न देकर उनके ऊपर लाठीचार्ज किया गया। दर्जनों प्रदर्शनकारी बेहोश हो गए और महिलाओं के दुप्पटे खींचकर जबरदस्ती की गई तथा देश के तिरंगे का अपमान किया गया। इस पर राजस्व मंत्री ने कहा कि टीईटी पर यथा शीघ्र निर्णय कर लिया जाएगा। यह मामला काफी जटिल है। इस पर नीतिगत निर्णय किया जाना है, इसलिए सरकार कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती है


News Source : Amar Ujala
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Tuesday, June 5, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों को मिलेगी राहत

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों को मिलेगी राहत

 समिति की रिपोर्ट को मुख्यमंत्री अखिलेश ने दी हरी झंडी


- मुख्यमंत्री ने कहा, टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन न करें, हम उनकी मदद करने जा रहे

लखनऊ, जाब्यू : प्रदेश सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को राहत देने का मन बना लिया है। इस मामले में गठित समिति की रिपोर्ट को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी हरी झंडी दे दी है। मंगलवार को कन्नौज में मुख्यमंत्री ने इसके स्पष्ट संकेत भी दिए। पत्नी डिंपल के नामांकन से पहले अपने संबोधन के दौरान उन्होंने युवाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन न करें। हम उनकी मदद करने जा रहे हैं

उल्लेखनीय है कि टीईटी के परिणाम में हेराफेरी का मामला प्रकाश में आने के बाद सरकार ने इस मामले के लिए एक समिति का गठन कर दिया था। तब से आशंका जाहिर की जा रही थी कि यह परीक्षा रद भी की जा सकती है जिसको लेकर टीईटी अभ्यर्थी आंदोलनरत थे। टीईटी अभ्यर्थियों ने लखनऊ में कई बार जोरदार प्रदर्शन किया। इससे पहले सरकार विधानसभा में भी कह चुकी है कि प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से ही की जाएगी।

उधर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को लेकर अनिर्णय की स्थिति पर मंगलवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में चिंता जतायी गई। विधान सभा में भाजपा के श्यामदेव राय चौधरी की ओर से सवाल किया गया कि क्या सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सेवायोजित करने पर विचार कर रही है? सवाल के जवाब में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री वसीम अहमद ने बताया कि यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। जब पूछा गया कि टीईटी के बारे में सरकार कब तक फैसला करेगी तो मंत्री ने कहा कि इस प्रकरण में सरकार को उच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार है। शासन ने टीईटी के बारे में निर्णय किये जाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की है। कोर्ट का फैसला आने के बाद शासन इस मामले में उचित निर्णय करेगा

उधर विधान परिषद में भाजपा के डॉ.नैपाल सिंह, यज्ञदत्त शर्मा व अन्य सदस्यों ने टीईटी के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के बारे में सरकार की ओर से कोई फैसला न किये जाने की सूचना देते हुए कार्यस्थगन की पेशकश की। उनका कहना था कि सरकार की निष्क्रियता के कारण अभ्यर्थी आये दिन धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहे हैं जिससे स्थिति बिगड़ भी सकती है। इस पर सदन में मौजूद राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने बताया कि सरकार जल्दी से जल्दी शिक्षकों की नियुक्तियां करना चाहती है। यह मामला जटिल है। इसलिए सरकार इस प्रकरण के सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार कर रही है। शीघ्र ही सरकार इस मसले पर समुचित निर्णय करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार अपने घोषणा पत्र में किये गए सभी वादों को तीन साल में पूरा करेगी। इस पर सभापति गणेश शंकर पांडेय ने कार्यस्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर कर शासन को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया

शिक्षक दल के जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुंडीर, ध्रुव कुमार त्रिपाठी व अन्य ने गृह जिलों से दूरस्थ जिलों में सेवारत परिषदीय शिक्षकों को अपने गृह या समीप के जिले के स्कूलों में स्थानांतरित किये जाने के बारे में सूचना दी। राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने सदन को बताया कि ऐच्छिक जिलों में तबादलों के लिए सरकार ने शिक्षकों से आवेदन मांगे थे। शिक्षकों ने बड़ी संख्या में आवेदन किया है। दिक्कत यह है कि ज्यादातर शिक्षक ऐसे जिलों में तबादला चाहते हैं जहां उतने पद ही नहीं सृजित हैं। सरकार यथाशीघ्र इस पर निर्णय करेगी। तबादलों में महिला शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण को वरीयता दी जाएगी

News Source : Jagran (5.6,12)
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GTET : Police Constable in Ahmedabad caught taking bribe, held


GTET : Police Constable in Ahmedabad caught taking bribe, held


Gujarat Teacher Eligibility Test News :
Anti Corruption Bureau (ACB) on Monday nabbed one State Reserve Police (SRP) constable Bharat Patel red-handed for accepting Rs25,000 in bribe.

He had promised the complainant to help him clear the Teacher’s Eligibility Test in lieu of the money.

ACB sleuths also found documents relating to examination of police sub-inspectors and police constables with him. Investigations revealed that he charged Rs3 lakh from every candidate promising to qualify them for state-level competitive exams.


News Source : http://www.dnaindia.com/india/report_police-constable-in-ahmedabad-caught-taking-bribe-held_1698387 / DNAIndia (5.6.12)
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HP CPMT 2012 Answer Key www.hpuniv.nic.in MBBS/BDS Entrance Test : Himachal Pradesh University



HP CPMT 2012 Answer Key www.hpuniv.nic.in MBBS/BDS Entrance Test : Himachal Pradesh University



HP CPMT 2012 Answer Key www.hpuniv.nic.in MBBS/BDS Entrance Test : Himachal Pradesh University

Name of the Organisation : Himachal Pradesh University
Type of Announcement : Answer Key 2012
Designation : HP CPMT (MBBS/BDS) Entrance Test

Answer Key-CPMT(MBBS/BDS) Entrance Test held on 25.05.2012

Answer Key http://hpuniv.nic.in/pdf/AKMBBS12.pdf
Home Page http://hpuniv.nic.in/index.htm
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Shiksha Mitra : जुलाई, 2013 तक 59 हजार शिक्षा मित्र बनेंगे शिक्षक


Shiksha Mitra : जुलाई, 2013 तक 59 हजार शिक्षा मित्र बनेंगे शिक्षक


उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में पढ़ा रहे 1.69 लाख शिक्षामित्रों को सरकार ने ट्रेनिंग दिलाकर शिक्षक बनाने की घोषणा की है। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने बताया कि लगभग 59 हजार शिक्षामित्रों को अगले वर्ष जुलाई तक शिक्षक बना दिया जाएगा

इसके अलावा 64 शिक्षामित्रों को जुलाई 2014 तक ट्रेनिंग दिलाकर अध्यापक बनाया जाएगा। शेष लगभग 46 हजार इंटरमीडिएट पास शिक्षामित्रों को स्नातक करने की छूट देकर ट्रेनिंग दिलाकर उन्हें भी शिक्षक बनाया जाएगा। रामगोविंद विधान परिषद में बृहस्पतिवार को प्रश्नकाल में इस सिलसिले में भाजपा के डॉ. नेपाल सिंह के लिखित सवाल के जवाब में बोल रहे थे।

बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों की समस्या को लेकर पूरी तरह संवेदनशील है। इनकी नौकरी को स्थायी करने के लिए दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से दो वर्षीय ट्रेनिंग दिलाई जा रही है। पूरक प्रश्न के जवाब में मंत्री ने बताया कि सूबे में एक लाख 69 हजार 200 शिक्षामित्रों की नौकरी को पक्की करने का काम शुरू कर दिया गया है

पहले चरण में 58,985 शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। यह अगले साल तक पूरा हो जाएगा उसके बाद इन्हें पक्की नौकरी दे दी जाएगी। दूसरे चरण में 64,000 शिक्षामित्रों प्रशिक्षण शुरू कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिन्हें जुलाई 2014 तक शिक्षक बना दिया जाएगा। इससे पहले डॉ. नेपाल सिंह ने कहा कि सरकार उनके प्रश्न का स्पष्ट जवाब नहीं दे रही है।


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Shiksha Mitra :शिक्षामित्रों की द्वितीय अकादमिक काउंसिलिंग आज से


Shiksha Mitra :शिक्षामित्रों की द्वितीय अकादमिक काउंसिलिंग आज से

सैदपुर (गाजीपुर) : दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से बीटीसी का प्रशिक्षण ले रहे शिक्षामित्रों की द्वितीय अकादमिक काउंसिलिंग पांच व छह जून को प्रत्येक बीआरसी पर होगी। प्रत्येक ब्लाक में प्रशिक्षण ले रहे शिक्षामित्रों को काउंसिलिंग में प्रतिभाग करना अनिवार्य है।

एसएसए प्रभारी रामअवतार यादव ने बताया कि काउंसिलिंग के दरम्यान बीआरसी समन्वयक व सह समन्वयक उपस्थित रहकर द्वितीय सेमेस्टर के कार्यो की समीक्षा करेंगे। अब तक कराए गए कार्यो व प्रशिक्षण के दरम्यान आई कठिनाइयों का निराकरण करेंगे। साथ ही पाठ्य योजना निर्माण, आलोचना पुस्तिका, इंटर्नशिप व सत्रीय कार्यो की कॉपियों की जांच करके उचित दिशा-निर्देश दिया जाएगा। पूर्व के अकादमिक काउंसिलिंग की आख्या की जांच करके समन्वयक आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे। द्वितीय सेमेस्टर के पाठ्यक्रम व परीक्षा की तैयारी संबंधित विस्तृत जानकारी दी जाएगी। शिक्षामित्रों के समक्ष यदि कोई अकादमिक दिक्कत प्रशिक्षण के दरम्यान आ रही है तो उसका निदान समन्वयकों द्वारा काउंसिलिंग के दौरान किया जाएगा।


News Source : Jagran.com (4.6.12)
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Shiksha Mitra : नहीं बढ़ेगा शिक्षा मित्रों का मानदेय


Shiksha Mitra : नहीं बढ़ेगा शिक्षा मित्रों का मानदेय

लखनऊ : विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल में सरकार ने शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने से इनकार किया। भाजपा के सुरेश खन्ना के सवाल पर बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री वसीम अहमद ने बताया कि मानदेय बढ़ाने के बजाए शिक्षामित्रों को समायोजित करने का प्रयास हो रहा है। 1.24 लाख शिक्षामित्रों में से 60 हजार प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। लगभग 40 हजार इंटर पास शिक्षामित्रों को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की अनुमति के बाद प्रशिक्षण दिया जाएगा। वर्ष 2014 -15 तक सभी प्रशिक्षित शिक्षा मित्रों को समायोजित कर लिया जाएगा

14 वर्ष तक के बंदियों की रिहाई का प्रस्ताव विचाराधीन : कांग्रेस के अनुग्रह नारायण सिंह के सवाल पर कारागार मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भइया ने बताया कि सरकार 14 वर्ष से कम आयु के बंदियों की रिहाई प्रस्ताव पर विचार कर रही है। उम्रदराज, रुग्ण व असहाय बंदियों की रिहाई एक प्रक्रिया के तहत होती है। जेलों में कैदियों की संख्या अत्याधिक बढ़ने का तथ्य स्वीकारते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में नौ जेलें निर्माणाधीन और सात प्रस्तावित है। कई जेलों के विस्तार का काम हो रहा है।

गांवों में मिनी स्टेडियम नहीं बनेंगे : भाजपा के सुरेश खन्ना के प्रश्न के जवाब में सरकार की ओर से बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कबड्डी के प्रोत्साहन को गांवों में मिनी स्टेडियम बनाने की कोई योजना प्रस्तावित नहीं है।

शिक्षकों की तदर्थ नियुक्ति नहीं : कमाल यूसुफ मलिक के सवाल पर मुख्यमंत्री की ओर से लिखित जवाब में बताया कि माध्यमिक कालेजों में अशासकीय प्रबंध तंत्र को तदर्थ शिक्षकों की नियुक्ति का अधिकार नहीं दिया जा रहा है क्योंकि यह माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के गठन के उद्देश्य से विपरित है।

खनन उद्योग पर पाबंदी नहीं :

रघुनंदन सिंह भदौरिया के प्रश्न पर मुख्यमंत्री की ओर से बताया गया कि प्रदेश में खनन पर पाबंदी लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। कांग्रेस के बंशी सिंह पहाडि़या के सवाल पर बताया कि किसानों द्वारा घरेलू उपयोग को निजी खेतों में मिट्टी खोदने को खनन एक्ट का दुरुपयोग माने जाने के बारे में सूचनाएं एकत्र की जा रही है।

मान्यता के 1858 प्रकरण लम्बित :

सुरेश खन्ना के सवाल पर मुख्यमंत्री की ओर से बताया गया कि माध्यमिक कक्षाओं की मान्यता के कुल 1858 प्रकरण लम्बित है। उन्होंने 55 अथवा 30 साल के पट्टे वाली भूमि पर बने विद्यालयों को मान्यता कानूनी प्रावधान होने से इनकार किया।

3400 विद्यालयों की आवश्यकता : माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत प्रदेश में मानकों के मुताबिक 3400 विद्यालयों की जरूरत है। असेवित क्षेत्रों में राजकीय विद्यालय चरणबद्ध तरीके से स्थापित करने की योजना है। यह लिखित जानकारी मुख्यमंत्री की ओर से संजय कपूर के प्रश्न के जवाब में दी गई।


News Source : Jagran.com (5.6.12)
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Stay on Siksha Mitra Training is already vacated from Allahabad Highcourt

Stay on Siksha Mitra Training is already vacated from Allahabad Highcourt

Information provided by Mr. Naved -


The case details WRIT - A No. - 28004 of 2011 displayed on the blog is only one face of the coin which describes the STAY ON SHIKSHA-MITRA's TRAINING as WORDS FROM LAST PARAGRAPH

"training of 'Shiksha Mitra' proceeds upon an erroneous assumption that they are legally appointed untrained teachers, the petitioners are entitled to interim order.......Until further orders of this Court, effect and operation of the impugned approval order dated 14.1.2011 passed by the National Council for Teacher Education, New Delhi (Annexure No. 14 to the writ petition) shall remain stayed"


NOW the other face of the coin is SPECIAL APPEAL No. - 1032 of 2011 which describes the VACATED OF STAY ON SHIKSHA MITRA's TRAINING:

http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1269369

more details on the same issue available at:
http://scertup.org/GO.pdf


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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

Court No. - 37

Case :- SPECIAL APPEAL No. - 1032 of 2011

Petitioner :- State Of U.P. And Others
Respondent :- Santosh Kumar Mishra And Others
Petitioner Counsel :- K.S. Kushwah,S.C.,R.N. Singh
Respondent Counsel :- R.A. Akhtar,Siddharth Khare

Hon'ble R.K. Agrawal,J.
Hon'ble Bharati Sapru,J.

The present special appeal has been filed against the interim order dated 18th May, 2011 passed by the learned Single Judge whereby the learned Single Judge had stayed the effect and operation of the approval order dated 14th January, 2011 passed by the National Council for Teachers Education, New Delhi till further orders. By the order dated 14th January, 2011 National Council for Teachers Education, New Delhi had granted approval to the proposal made by the State Government regarding training of graduate 'Shiksha Mitra' through open and distance learning mode for providing Diploma in Elementary Education Course of two years duration. The approval order dated 14th January, 2011 also lays down 14 conditions to be observed and followed by the State Government. It appears that under the Right of Children to Free and Compulsory Education Act, 2009, enacted by the Parliament, free and compulsory elementary education has been made compulsory for the children from classes 1 to 8. The shortage of teachers is being faced by the State of U.P. and in order to overcome it the State Government has sent a proposal to the National Council For Teachers Education, New Delhi approving two years training course known as Diploma in Elementary Education to graduate Shiksha Mitra to be appointed as teachers to teach the students from classes 1 to 5. The learned Single Judge has stayed the operation of the approval order, thus, bringing the entire scheme to a stand still.
Sri R.N. Singh, learned Senior Counsel appearing for the appellants submitted that the interim order passed by the learned Single Judge in effect amounts to allowing the final relief and also bringing to halt the scheme for providing free education to children under the Right of Children to Free and Compulsory Education Act, 2009 as such the interim order which affect the development of the State ought not to have been passed and it would be another matter if the writ petition is finally decided and the Court would have come to conclusion that the scheme approved by the National Council for Teachers Education, New Delhi does not conform to various statutory provisions. He, thus, submitted that the interim order dated 18th May, 2011 passed by the learned Single Judge should be vacated. He further submitted that the aforesaid interim order has been passed in the writ petition filed by the 5 alleged unemployed B.Ed. graduates on the ground that their chance to become a teacher will be adversely affected. He submitted the learned Single Judge ought not to have stayed an ongoing training programme.
Sri Ashok Khare, learned Senior Counsel appearing for the respondents submitted that in view of the Division Bench judgment of this Court passed in Special Appeal No.10 of 2007, State of U.P. vs. Shailesh Kumar Dwivedi, decided on 4th September, 2009 such training programme cannot be implemented much less approved by the National Council for Teachers Education. According to him, Special Leave Petition filed against the said order of this Court has also been dismissed by the Apex Court vide order dated 26th March, 2010. He, thus, submitted that the learned Single Judge has rightly stayed the approval order dated 14th January, 2011 passed by the National Council for Teachers Education, New Delhi.
We have heard the rival submissions of the learned counsel for the parties. However, we refrain from making any comments on the merits of the matter and only confining ourselves on the question of grant of interim order in such a situation. Apparently, the State Government had taken a policy decision to impart training to graduate Shiksha Mitra in order to appoint them as teachers to teach the students of classes 1 to 5. Whether such a policy decision is arbitrary or unreasonable or violate Article 14 of the Constitution of India is to be seen at the time of final decision of the writ petition and by an interim order its operation cannot be stayed because it affects a large number of persons that too only at the instance of a few person claiming themselves as unemployed B.Ed graduates. We are, therefore, of the considered opinion that the order dated 18.5.2011 so far as it stays the effect and operation of the approval order dated 14th January, 2011 passed by the National Council for Teachers Education, New Delhi is liable to be vacated We accordingly, vacate the impugned interim order dated 18.5.2011 passed by the learned Single Judge. The respondents may file counter affidavit within three weeks. Rejoinder affidavit may be filed within two weeks. The writ petition be listed before the learned Single Judge on 12th July, 2011 for final disposal. We may make it clear that the training being imparted to Shiksha Mitra will be subject to the decision of the writ petition.
The special appeal stands allowed.
Order Date :- 30.5.2011
mt

Court No. - 37

Case :- SPECIAL APPEAL No. - 1032 of 2011

Petitioner :- State Of U.P. And Others
Respondent :- Santosh Kumar Mishra And Others
Petitioner Counsel :- K.S. Kushwah,S.C.,R.N. Singh
Respondent Counsel :- R.A. Akhtar,Siddharth Khare

Hon'ble R.K. Agrawal,J.
Hon'ble Bharati Sapru,J.
Allowed.
For order see order of date passed on the separate sheets.
Order Date :- 30.5.2011
mt
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Article on UPTET 2011 By Mr Anwar Uddin

Article on UPTET 2011 By Mr Anwar Uddin 
 उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 तथा प्राथमिक शिक्षक भर्ती  प्रक्रिया के सन्दर्भ में 


---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: ANWAR uddin <anwar5579@gmail.com>
दिनांक: 5 जून 2012 3:34 pm
विषय:
प्रति: muskan24by7 <muskan24by7@gmail.com>

उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 तथा प्राथमिक शिक्षक भर्ती  प्रक्रिया की विधि मान्यता के सन्दर्भ में 

प्रिय टी ई टी उत्तीर्ण बंधुओ,
आपके बीच अक्सर यह बात सुनी जाती है की टी ई टी का क्या होगा ? 
अध्यापकभर्ती हो पायेगी कि नहीं?
सपा सरकार कही टी ई टी या भर्ती प्रक्रिया निरस्त न कर दे |
सबसे पहले बात करते है टी ई टी की विधिमान्यता की -
१) टी ई टी की परीक्षा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा माध्यमिक शिक्षा परिषद् के माध्यम से एन.सी.टी.ई गाईड लाइन के अनुरूप कराइ गयी |
२) टी ई टी के प्राप्तांक चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगे इसका उल्लेख परीक्षा से पूर्व ही कर दिया गया था इसका समर्थन एन.सी.टी.ई. भी अपनी गाईड लाइन में करता है तभी तो टी ई टी में बार बार बैठने और अपने
अंक सुधारने कीबात कही गयी है जिसका समर्थन माननीय उच्च न्यायालय ने भी किया है |
३) टी ई टी का तथाकथित घोटाला जिसमे 270 ऐसे अभ्यर्थियों का नाम लिया गया जिन्होंने घूस देकर अंक बढवाए पर आज तक वे नाम सामने नहीं आये यदि सरकार को अपनी पुलिस पर इतना यकीन है तो उससे ऐसे अभ्यर्थियों के नाम लेकर उन्हें परीक्षा से बाहर करे जो पूर्णतयः विधिसंगत है न की सम्पूर्ण परीक्षा को निरस्त करे |
४) यदि सरकार ऐसा करती है तो कोर्ट 270 के पीछे 270000 का भविष्य ख़राब नहीं होने देगा |
अब बात करते है शिक्षक भर्ती प्रक्रिया तथा विज्ञापन की विधि मान्यता की -
१) शिक्षक भर्ती का विज्ञापन अध्यापक सेवा नियामावली में वैधानिक परिवर्तन के बाद जारी किया गया जिसे कैबिनेट ने सामूहिक स्वीकृति दी थी |
२) यधपि विज्ञापन सचिव बेसिक शिक्षा द्वारा जारी किया गया फिर भी विज्ञापन के अंत में ''उत्तर प्रदेश के समस्त बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से जारी " लिखा गया है जिसका मंतव्य बी.एस.ए. द्वारा जारी करने से ही है
|
३) पूर्वर्ती सरकार ने समस्त बी. एस. ए. से इसकी एन.ओ.सी. लेकर भी कोर्ट में जमा की थी यही कारण है की न्यायमूर्ति श्री टंडन ने विज्ञापन निरस्त नहीं बल्कि सरकार से इस मामले में जवाब तलब किया है और भर्ती पर रोक लगा दी है| जो समय आने पर हट जाएगी

४) टी ई टी मेरिट से चयन तत्कालीन परिस्तिथियों में शीघ्र भर्ती तथा योग्य अध्यापको की नियुक्ति के लिए नियमतः नियमावली में संसोधन के बाद किया गया था जो विधिसंगत था |
उपरोक्त सारे कार्य विधिसंगत तरीके से किये गए है अतः नवनियुक्त सरकार इन्हें चाह कर भी नहीं बदल सकती | हां कोर्ट सरकार को विज्ञापन में सशर्त  संशोधन करने का आदेश दे सकता है वो भी नियमो को बदले बिना | यदि किसी कारण बिना शर्त के विज्ञापन संशोधन का आदेश आता है तो निश्चय ही हम सुप्रीम कोर्ट जायेगे और केस जीतेगे भी |
अतः भाइयो /बहनों डरिये नहीं न हीहताश होइए अभी हमारा अच्छा समय नहीं है लेकिन हर रात के बाद उम्मीदों से भरा दिन आता है अच्छे समय की प्रतीक्षा करे हम जरूर अपना कामयाब होगे
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डिंपल यादव ने कन्नौज से पर्चा दाखिल किया


डिंपल यादव ने कन्नौज से पर्चा दाखिल किया



कन्नौज : अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने अपनी नयी सियासी पारी की शरुआत करते हुए कन्नौज लोकसभा सीट से पर्जा दाखिल किया. इससे पूर्व एक जनसभा को डिंपल और अखिलेश यादव ने एक साथ संबोधित किया

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तीन महीने के भीतर ही सपा के चुनाव घोषणा पत्र में किये गये लगभग सभी वादों को अमली जामा पहना देने का दावा करते हुए आज यहां कहा कि सरकार के पास अभी पांच साल का समय और है और इस दौरान हम प्रदेश की तस्वीर बदल देंगे. कन्नौज लोकसभा सीट के लिए 24 जून को होने वाले उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार और पत्नी डिंपल यादव के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित करते हुए युवा मुख्यमंत्री ने कहा, आप सबने बजट देखा होगा . समाजवादी पार्टी सरकार ने चुनाव घोषणा पत्र में पार्टी के सभी वादों को तीन महीने में पूरा करके दिखा दिया है. हमारे पास अभी पांच साल का समय है . यह समय बहुत होता है . हम प्रदेश की तस्वीर बदल देगे और हमें भरोसा है कि पांच साल बाद आप हमें पास करके पांच साल का समय और देंगे

अखिलेश ने कन्नौज लोकसभा सीट पर विगत लोकसभा चुनावों में उन्हें, उनसे पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव तथा सपा उम्मीदवारों को लगातार मिल रही जीत का उल्लेख करते हुए कहा कि कन्नौज के लोगो ने हमेशा समाजवादियों का साथ दिया है और हमारा वादा है कि सडक, बिजली, पानी, पुल तथा विकास के किसी क्षेत्र में हम आपको पीछे नहीं रहने देंगे. अखिलेश वर्ष 2004 में पिता मुलायम सिंह यादव के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में पहली बार कन्नौज से ही लोकसभा पहुंचे थे, उसके बाद से वे लगातार इस सीट पर चुनाव जीतते रहे है और यह उपचुनाव भी प्रदेश का मुख्यमंत्री बन जाने के बाद उनके इस्तीफे के कारण हो रहा है. अखिलेश ने उनके ही इस्तीफे के बाद वर्ष 2009 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार एवं पत्नी डिंपल यादव की हार का उल्लेख करते हुए कहा, पहली बार का अनुभव अच्छा नहीं था. तब कन्नौज के लोगों ने कहा था कि अगर यहां से चुनाव लडा होता तो वह (डिंपल) लोकसभा में होती. हम चाहते है कि इस बार आप जीत का एक नया इतिहास रचते हुए इन्हें भारी मतों से चुन कर भेजें. यह याद दिलाते हुए कि कन्नौज के लोगों ने उन्हें सबसे कम उम्र में लोकसभा के लिए चुन कर भेजा था और प्रदेश के लोगों ने उन्हें सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया है, अखिलेश ने कहा, प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है, ऐसे में मेरे यहां आने पर मीडिया सवाल खडे कर सकता है इसलिए डिंपल का चुनाव यहां की जनता को ही लडना और जीतना है. उन्होंने कहा कि हालांकि अगले लोकसभा चुनाव 2014 में होने है और इस लोकसभा का बहुत कम कार्यकाल ही बचा है मगर यहां से पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिलनी चाहिए. अखिलेश ने प्रदेश में व्याप्त बिजली संकट के लिए पूर्ववर्ती बसपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि एक भी बिजली कारखाना नहीं लगाया. उन्होंने कहा, हम प्रदेश में विद्युत उत्पादन को बढाने की दिशा में काम कर रहे है और हमारी कोशिश होगी कि स्थिति में तेजी से सुधार आये. आप लोग परिवर्तन महसूस कर रहे होंगे, क्योंकि अपको पहले से ज्यादा बिजली मिल रही होगी. इससे पूर्व जनसभा को संबोधित करते हुए डिंपल ने कहा कि वह क्षेत्र की जनता के हित रक्षा और विकास के लिए पूरी निष्ठा से काम करेंगी तथा विकास के मामले में क्षेत्र को पिछडने नहीं देगी. उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि चतुर्दिक भ्रष्टाचार ने पिछले पांच साल में प्रदेश को बीस साल पीछे ढकेल दिया है. डिंपल ने कन्नौज के लोगों से पूरे समर्थन और सहयोग की अपील करते हुए कहा, आपने इससे पहले जिस तरह नेता जी (मुलायम सिंह यादव) और अखिलेश जी पर विश्वास जताया है, उसी तरह आप अपनी बेटी, बहन और भाभी पर भी जताएंगे तथा पूरा समर्थन और आशीर्वाद देंगे.

कांग्रेस नहीं उतारेगी उम्मीदवार
लखनऊ : कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में कन्नौज लोकसभा सीट के लिए 24 जून को होने वाले उपचुनाव में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और सपा उम्मीदवार डिंपल यादव के विरुद्ध उम्मीदवार नहीं उतारेगी.

कांग्रेस पार्टी सूत्रों ने आज यहां बताया हालांकि अभी तक इस बाबत कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है लेकिन पार्टी ने तय किया है कि वह कन्नौज में डिंपल के विरुद्ध कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी.
कन्नौज लोकसभा सीट पहले अखिलेश यादव के पास थी. मगर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने तथा राज्य विधानपरिषद का सदस्य चुन लिए जाने के बाद उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया जिससे यह सीट रिक्त हो गई और इस पर उपचुनाव कराया जा रहा है.


News Source : PrbhatKhabar.com

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UP Board 12th result 2012 declared: Check here


यूपी बोर्ड का इंटरमीडिएट का रिजल्ट घोषित

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इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद ने मंगलवार दोपहर इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। इस परीक्षा में कुल 89.40 फीसदी परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसमें 89.96 प्रतिशत संस्थागत और 81.11 प्रतिशत प्राइवेट परीक्षार्थी पास हुए हैं।


Candidates can log onto to the website http://upresults.nic.in/UPBIN12/InterGetRoll.htm to get thier result.
All one has to do is type UP12ROLL NUMBER and send it to 56263.

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UP Board Intermediate (Class 12) Result 2012 out

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Allahabad: UP Board Intermediate (Class 12) Results 2012 were declared on Tuesday (June 5).

The UP Class 12th Results 2012 was announced by the Board of High School and Intermediate Education, Allahabad shortly after 12.30 pm today.

Candidates can log onto to the website http://upresults.nic.in/UPBIN12/InterGetRoll.htm to get thier result. 

According to officials, 89.4 per cent of the students who sat for the exams passed - a 10 per cent jump from last year's results. In absolute numbers, 23.31 lakh students of the total 26.83 lakh cleared the exams.
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उत्‍तरप्रदेश माध्‍यमिक शिक्षा परिषद ने बारहवीं की परीक्षा 2012 का परिणाम आज घोषित कर दिया।

इन परीक्षा परिणामों में इस बार दो लड़कियों ने टॉप किया है। अभिलाषा यज्ञ सैनी और अपूर्वा वर्मा दोनों 96.20 फीसद अंकों के साथ शीर्ष पर काबिज हुई हैं। दोनों ने बाराबंकी के महारानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल कॉलेज से पढ़ाई की है।

इन दोनों के बाद लखनऊ के आशुतोष सिंह ने 89.40 फीसदी अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है। यूपी बोर्ड में इस बार कुल रिजल्ट 89.40 फीसद रहा। लड़कियों का 95.52 फीसद और लड़कों का 84.73 फीसदी रहा।

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परीक्षा में जहां 95 फीसद लड़कियां पास हुई हैं. वहीं इसमें 84 फीसद लड़कों को सफलता मिली है.
छात्र इन नतीजों को अपने कॉलेज में भी देख सकते हैं.
इस वेबसाइट के अलावा छात्र अपना परीक्षाफल एसएमएस के माध्यम से भी जान सकते हैं.

आइडिया और वोडाफोन के उपभोक्ता यह टाइप कर मैसेज भेज सकते हैं:
<UP12 Roll Number>  and send to 572721.
इस वर्ष यूपी बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा में कुल 32 लाख छात्र बैठे थे.
वहीं यूपी बोर्ड 10वीं कक्षा के परिणाम 8 जून को घोषित किए जा सकते हैं.

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Lakhs of students from India’s most populous state who had appeared for the school leaving examination have been waiting for days with anxiety about their fate. Their parents are also anxious as Intermediate results will play a deciding role in selecting their child’s career path.


The Uttar Pradesh Board Class 12 results are likely to be declared at 12.30 pm on Tuesday, June 5. Candidates can log on to http://upresults.nic.in/ to check their results online.
As high traffic is expected to slow down the site, candidates can also log on to http://results.upeducation.net/class-12.htm to check their results on get them delivered to their e-mail inboxes. This site also offers results on your mobile phone.

All one has to do is type UP12ROLL NUMBER and send it to 56263.

Naukri-Recruitment-Result.BlogSpot.com wishes students ‘Best of Luck’.
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UPTET : Stay on Primary Teacher Recruitment (Advertisement Matter ), Next Hearing Date - 3 July 2012

UPTET : Stay on Primary Teacher Recruitment (Advertisement Matter ), Next Hearing Date - 3 July 2012
 

Case Status - Allahabad
Pending
Writ - A : 76039 of 2011 [Varanasi]
Petitioner:
YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR
Respondent:
STATE OF U.P. & OTHERS
Counsel (Pet.):
ALOK KUMAR YADAV
Counsel (Res.):
C.S.C.
Category:
Service-Writ Petitions Relating To Primary Education (teaching Staff) (single Bench)-Appointment
Date of Filing:
21/12/2011
Last Listed on:
31/05/2012 in Court No. 7
Next Listing Date (Likely):
03/07/2012

This is not an authentic/certified copy of the information regarding status of a case. Authentic/certified information may be obtained under Chapter VIII Rule 30 of Allahabad High Court Rules. 

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MP Samvida Shala Shikshak Grade 3rd Teacher Recruitment


MPTET : 11 तक जमा होंगे आवेदन 
( Samvida Shala Shikshak Grade 3rd Teacher Recruitment, Application can be submitted upto 11th June 2012)

Candidates are advised to contact/visit relevant authority/website to see details.

द्वितीय गुरुजी पात्रता परीक्षा में अर्हता प्राप्त करने वाले शिक्षा गारंटी केंद्रों के गुरुजियों, पर्यवेक्षकों एवं तत्कालीन औपचारिक शिक्षा केंद्रों के अनुदेशकों, पर्यवेक्षकों की संविदा शाला शिक्षक श्रेणी-3 के पद पर पात्रतानुसार नियुक्ति की जाना है। इस संबंध में निर्धारित प्रारूप में आवेदन 11 जून तक जिला शिक्षा केंद्र में कार्यालयीन समय में जमा कराया जा सकता है। प्रारूप जिला शिक्षा केंद्र तथा नीमच, मनासा व जावद के जनपद शिक्षा केंद्रों पर देखा जा सकता है।

News Source : Bhaskar.com (5.6.12)
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Application for Samvida Shala Shikshak Grade Three in Madhya Pradesh


MPTET : संविदा शाला शिक्षक वर्ग तीन के लिये आवेदन

Application for Samvida Shala Shikshak Grade Three in Madhya Pradesh

भोपाल। भोपाल जिले की शिक्षा गारंटी शालाओं में कार्यरत गुरूजी और औपचारिक शिक्षा के अनुदेशक,पर्यवेक्षक जिन्होंने व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित द्वितीय गुरूजी पात्रता परीक्षा वर्ष 2009 में अर्हता प्राप्त कर ली है वह संविदा शाला शिक्षक वर्ग तीन के लिये आवेदन कर सकते है।

जिला परियोजना समन्वयक ने बताया कि इक्कीस अप्रेल 1999 के पूर्व औपचारिक शिक्षा केन्द्रों के अनुदेशक,पर्यवेक्षक और 19 जुलाई 2005 के पूर्व शिक्षा गारंटी शाला में गुरूजी के पद पर कार्यरत ऐसे आवेदक जिन्होंने व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित द्वितीय गुरूजी पात्रता परीक्षा वर्ष 2009 में अर्हता प्राप्त कर ली है वह संविदा शाला शिक्षक वर्ग तीन के लिये आवेदन कर सकते है। संविदा शाला शिक्षक वर्ग तीन के नियोजन के लिये निर्धारित प्रारूप में आवेदन 10 जून 2012 तक जिला शिक्षा केन्द्र डी ब्लाक पुराना सचिवालय में कार्यालयीन समय में प्रस्तुत किये जा सकेंगे।

आवेदक को आवेदन के साथ नियुक्ति पत्र,व्यापम द्वारा परीक्षा उत्तीर्ण प्रमाण पत्र,शैक्षणिक योग्यता,जाति प्रमाण पत्र,फोटोग्राफ,मानदेय प्राप्त करने संबंधी बैंक पासबुक की छायाप्रति अथवा वेतन देयक की छायाप्रति जिसमें निरंतरता प्रमाणित हो सकें संलग्न करना अनिवार्य है। इसके अलावा हाईस्कूल,हायरसेकण्डरी बोर्ड परीक्षा की अंकसूची,प्रमाण पत्र ,अनुभव प्रमाण पत्रों की सत्यापित प्रतिलिपि आवेदन के साथ अनिवार्य रूप से प्रस्तुत किया जाना है।

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www.upresults.nic.in – UP Board Result 2012 Intermediate | UP Board Intermediate Result 2012


यूपी बोर्ड : इंटरमीडिएट का परिणाम आज


इलाहाबाद। माध्यमिक शिक्षा परिषद [यूपी बोर्ड] के इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम मंगलवार 12 बजे घोषित होगा। इसे इंटरनेट और मोबाइल पर देखा जा सकेगा।

इस बार परिणाम माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट यूपीएमएसपी.एनआइसी.इन, जागरण.कॉम, यूपीरिजल्ट्स.एनआइसी.इन, रिजल्ट्स.एनआइसी.इन, यूपी.एनआइसी.इन, इंडियारिजल्ट्स.कॉम, एजुकेशनगेटवे.कॉम.इन पर देखे जा सकेंगे। इसके अलावा परिणाम एसएमएस से भी प्राप्त किए जा सकेंगे।

इस बार हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं एक मार्च-2012 से शुरू होकर चार अप्रैल तक चलीं। हाईस्कूल में 37,40,585, इंटरमीडिएट में 27,82,790 विद्यार्थी थे। पिछले वर्ष की तुलना में हाईस्कूल में 81 हजार व इंटरमीडिएट में 64 हजार अभ्यर्थी बढ़ गए हैं। प्रदेश में 134 मूल्यांकन केंद्र व सवा लाख परीक्षक लगाए गए थे।

वेबसाइट पर अनुक्रमांक व नाम दर्ज करते ही परिणाम

वाराणसी। रिजल्ट परिषद की वेबसाइट पर घोषित होगा। परीक्षार्थियों को इस वेबसाइट पर जाकर सिर्फ अनुक्रमांक व नाम लिखकर क्लिक करना होगा। सभी पांच विषयों के अंक आपके सामने आ जाएगा, इसमें प्रतिशत भी दर्ज होगा-दिव्यकांत शुक्ला, क्षेत्रीय सचिव।




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Board of High School & Intermediate Education – U.P., Allahabad was Conducted Class 12th (inter) and Class 10th (High School) Examination in March April 2012

UP Board Inter Results 2012 will be Published on 5 June 2012 (Tuesday) at 12.00
Students should send SMS:-
<UP12 Roll Number>  and send it to 572721
UP12<space>ROLL NUMBER to 56263

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Jharkhand : शिक्षा मंत्री शैक्षणिक परिषद मुखिया को हटाने पर अड़े


Jharkhand : शिक्षा मंत्री शैक्षणिक परिषद मुखिया को हटाने पर अड़े

रांची, जागरण ब्यूरो : झारखंड के शिक्षा और मानव संसाधन विकास मंत्री बैद्यनाथ राम झारखंड शैक्षणिक परिषद (जैक) अध्यक्ष लक्ष्मी सिंह को पद से हटाने की मांग पर अड़ गए हैं। मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को लिखे पत्र में भाजपा नेता बैद्यनाथ ने कहा है कि सिंह के कार्याें से सरकार की किरकिरी हो रही है। उनके रहते वह विभाग का काम नहीं कर सकते। नाराजगी जाहिर करने के लिए ही वह शिक्षा मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली नहीं गए। बैद्यनाथ वहीं शिक्षा मंत्री हैं जिनके पुत्र-पुत्री इंटर की परीक्षा में दूसरी बारे फेल हो गए हैं। बैद्यनाथ राम ने मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को भेजे पत्र में जैक द्वारा आयोजित परीक्षाओं, मैट्रिक के टॉप टेन छात्रों की सूची में गड़बड़ी तथा वित्तीय अनियमितता का विस्तार से जिक्र किया है।

News Source : Jagran (5.6.12)
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UPMSSCB /UPSESSB: संस्कृत शिक्षकों की भर्ती में पेंसिल से नंबर बढ़ाने का मामला


UPMSSCB /UPSESSB: संस्कृत शिक्षकों की भर्ती में पेंसिल से नंबर बढ़ाने का मामला
नियमावली की आड़ में गर्दन बचाने की जुगत

•विभागीय जांच में परीक्षकों ने लिखित में जेडी के खिलाफ की शिकायत
लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा टीईटी परीक्षा पास कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से लाखों रुपए लेकर नम्बर बढ़ाने में हुए घोटाले के बाद अब संस्कृत शिक्षकों की भर्ती में भी परत दर परत धांधली का मामला सामने के बाद अफसर नियमावली की आड़ में गर्दन बचाने में जुटे हैं।
दिलचस्प बात यह है कि अफसरों के साथ-साथ बाबूओं ने भी जमकर नम्बर बढ़ाने के मामले में धांधली की है। अब तक साक्षात्कार में सर्वाधिक धांधली किए जाने की शिकायत लखनऊ, बस्ती और आजमगढ़, गोरखपुर, फैजाबाद और देवीपाटन मंडल से मिली है।
लखनऊ मंडल में धांधली का खुलासा होने के बाद विभागीय जांच में पेंसिल से नम्बर दिए जाने के मामले में परीक्षकों ने साक्षात्कार समिति के सभापति व संयुक्त निदेशक (जेडी) के के गुप्ता को जिम्मेदार ठहराया है। विभागीय जांच में परीक्षकों ने लिखित में जेडी के खिलाफ शिकायत की है। सदस्यों ने कहा है कि जेडी द्वारा मौखिक तौर पर पेंसिल से नम्बर दिए जाने का निर्देश दिया गया था
इधर, लखनऊ मंडल के जेडी विकास श्रीवास्वत द्वारा पेंसिल से नम्बर देने के मामले में पूछे जाने पर तत्कालीन जेडी व साक्षात्कार समिति के सभापति और वर्तमान में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त निदेशक के के गुप्ता ने यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद विनियमावली 2009 का हवाला देते हुए कहा है कि नम्बर देने के लिए कहीं भी यह उल्लेख नहीं है कि अभ्यर्थियों को पेन से ही नम्बर दिया जाएगा पेंसिल से नहीं।
यही नहीं गुप्ता ने साक्षात्कार के बाद लिफाफा बंद नहीं किए जाने के मामले में साक्षात्कार समिति की सदस्य सचिव रेखा रानी अग्रवाल को जिम्मेदार ठहराया है। गुप्ता ने कहा है कि साक्षात्कार के बाद अंकपत्रों को सील बंद करने की जिम्मेदारी समिति की सदस्य सचिव और उप निरीक्षक संस्कृत पाठशाला सदस्य सचिव रेखा अग्रवाल की थी।
बता दें कि शासन को शिकायत मिली थी कि मंडल स्तर पर हुए संस्कृत शिक्षकों के साक्षात्कार अफसरों ने अभ्यर्थियों को पास करने के लिए विभागीय नियमों को नजर अंदाज कर करोड़ों रुपए के वारे-न्यारे किए हैं।



News Source : Amar Ujala (5.6.12)
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Monday, June 4, 2012

PSTET : टंकी पर चढ़े टीईटी पास अध्यापक


PSTET : टंकी पर चढ़े टीईटी पास अध्यापक

Punjab State Teacher Eligibilitry Test (TET) News :
रामपुराफूल (बठिंडा)
लगातार चार घंटे तक नेशनल हाइवे जाम करने पर भी सरकार व प्रशासन की ओर से 'सहयोग का हाथ' नहीं उठने पर गुस्साए टीईटी पास बेरोजगार अध्यापक वाटर व‌र्क्स की टंकी पर जा चढ़े। आत्मदाह की चेतावनी देते हुए टंकी पर चढ़े इन 21 अध्यापकों में आधा दर्जन युवतियां भी शामिल हैं। प्रशासन की ओर से इन्हें 10 जून को मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री से बैठक का भरोसा दिलाया जा रहा है किंतु अध्यापक एक-दो दिन में बैठक लेने की मांग पर डटे हैं
टीईटी पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन की ओर से रविवार को आयोजित प्रांतीय रोष रैली में राज्य भर से सैकड़ों की तादाद में अध्यापक दाना मंडी में एकत्र हुए, जहां से शहर भर में रोष मार्च निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रोष रैली ने स्टेल्को फाटक की ओर रुख किया और दोपहर लगभग एक बजे नेशनल हाइवे पर धरना लगाकर जाम लगा दिया। लगातार चार घंटे तक प्रचंड गर्मी में डटे रहने पर भी सरकार व प्रशासन की ओर से 'समझौते' का आश्वासन न मिला।
हालांकि एसडीएम भूपेंद्र सिंह सरां ने कोर कमेटी के चेयरमैन अमनदीप सिंह, महासचिव रघवीर सिंह व अश्विनी कुमार से बातचीत करके इन्हें 10 जून को मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री से बैठक करवाने का भरोसा दिया किंतु अध्यापकों ने एक-दो दिन में बैठक की जिद पकड़ ली। प्रशासन के इसमें असमर्थता जताने पर अध्यापक ताव खा गए किंतु पुलिस प्रशासन की ओर से किए गए माकूल बंदोबस्त की बदौलत वे चाहकर भी कुछ न कर पाए।
धीरे-धीरे अध्यापकों ने शहर से तीन किमी दूर स्थित लहरा धूरकोट की ओर रुख किया और वाटर व‌र्क्स की टंकी पर एक साथ 21 अध्यापक जा चढ़े। इनमें हर्ष कुमार, परमिंदर, कुलदीप दातेवास, सुनील नरूला, जसवीर कौर, पूनम शर्मा, हरविंद्र सिंह, हरजाप सिंह, महेंद्र सिंह, अमृतपाल कौर, सुखजिंद्र कौर आदि प्रमुख हैं। सूचना पाकर तहसीलदार गुरमेल सिंह व डीएसपी रणदीप सिंह मान दल-बल समेत घटनास्थल पर पहुंचे।
कोर कमेटी के चेयरमैन अमनदीप सिंह, महासचिव रघवीर सिंह व अश्विनी कुमार ने कहा कि टीईटी पास किए उन्हें एक साल से अधिक हो गया है किंतु वे आज भी बेरोजगार हैं। सरकार की ऐसी नीतियां युवाओं को हताश करती हैं, पहले टीईटी का फंडा अपनाया और अब नौकरी के लिए तड़पाया जा रहा है। सरकार की इसी दमनकारी नीतियों की बदौलत उन्हें ऐसा कदम उठाना पड़ रहा है
रोष प्रदर्शन में नौजवान भारत सभा के सुमीत, लोक मोर्चा से जगमेल सिंह, सुखविंदर सिंह, टीईटी अध्यापक यूनियन से जगसीर सिंह सहोता, सर्वशिक्षा अभियान अध्यापक यूनियन से बेअंत सिंह, भाकियू उगराहां से शिंगारा सिंह मान, स्पेशल ट्रेनर यूनियन से नवजोत ज्योति आदि का योगदान रहा।

News : Jagran (3.6.12)
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/punjab/4_2_9330262.html
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UTET : टीईटी प्रशिक्षुओं ने चौघानपाटा में किया प्रदर्शन


UTET : टीईटी प्रशिक्षुओं ने चौघानपाटा में किया प्रदर्शन

Uttrakhand Teacher Eligibility Test news - 
अल्मोड़ा। शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति नहीं मिलने से टीईटी प्रशिक्षुओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। टीईटी प्रशिक्षु संगठन के सदस्यों ने आज चौघानपाटा में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदेश सरकार से घोषणा के अनुसार टीईटी प्रशिक्षुओं को प्राथमिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति देने की मांग उठाई और कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया नहीं मिलने से उनका भविष्य अंधकारमय बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने भी टीईटी प्रशिक्षुओं की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए हैं। यदि सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरू नहीं की तो वह पुन: न्यायालय की शरण लेने को बाध्य होंगे और प्रदेश व्यापी आंदोलन चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि टीईटी प्रशिक्षु काफी लंबे समय से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन सरकार ने उन्हें अब तक नियुक्ति नहीं दी है। इस कारण टीईटी पास अभ्यर्थियों को परेशानियों के जूझना पड़ रहा है।
सभा की अध्यक्षता भारत भूषण जोशी और संचालन रमेश मेहरा ने किया। वक्ताओं में ललित कुमार, मोहन बिष्ट, सुरेंद्र लाल, भुवन पांडे, डा. आभा जोशी, खजान खाती, केशर सिंह खनी, मदनमोहन पाटनी, मनोज बिष्ट आदि शामिल थे।
News Source : Amar Ujala.com (4.6.12)
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Teacher Eligibility Test qualified candidates clash with police


UPTET : Teacher Eligibility Test qualified candidates clash with police

LUCKNOW: Teacher Eligibility Test (TET) qualified candidates clashed with the police outside the Vidhan Bhawan on Wednesday. The candidates were staging a demonstration in support of their demands.These candidates had qualified TET in November and are demanding that counselling be held soon so that they get recruited.

"Chief minister Akhilesh Yadav had said the decision related to TET will be taken by May 24. He is delaying the issue and nothing concrete has been done on the matter," said Atul Tiwari, a protester. Six persons, including two women, were injured in the clash and admitted to Civil hospital. The condition of one of the injured was said to be critical.

News Source : Times of India (31.5.12)
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2.6 Percent Qualifies for CTET from Chandigarh (Union Territory )


UT continues to do badly in Teacher Eligibility Test
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Poor Result Observed
CTET Result Declared for Exam held on 5th May (which was postponed due to assembly  elections in Manipur, Punjab and Uttarakhand.)
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Chandigarh As the Central Board of Secondary Education (CBSE) declared the results for the Central Teacher Eligibility Test (CTET) in Chandigarh, Panchkula and Mohali on Tuesday, the number of candidates qualifying in the test continued to be low this year as well. Of the total 26,000 candidates who appeared in the test this year, only 8 per cent (2,080) qualified in the exam, scoring above 60 per cent, the minimum passing limit. Of these, only 2.6 per cent (676) teachers could clear paper I pertaining to teaching of students up to class V and only 5.4 per cent (1,404) cleared paper II pertaining to teaching classes VI to VIII.
The situation was similar, last year, when the test was conducted for the first time. According to CBSE Regional Director RJ Khanderao, only 6-7 per cent of the total 20,000 candidates who appeared in the exam last year could clear it.

The rules stipulate that for teaching in any Union Territory in the country, a person needs to clear CTET. National Council for Teacher Education (NCTE) governs the test.

According to the latest guidelines framed by the Council, for teachers to be appointed after August 23, 2010, qualifying in CTET will be compulsory for teaching Class I to VIII. The guidelines have been framed with reference to Section 2 of the Right to Education (RTE) Act.

Speaking to Newsline, Khanderao said, “The test is supposed to check the teaching ability of the candidates. The figures clearly indicate how many are potential candidates.”

There is at present a need for over 2,000 teachers in Chandigarh Government schools. Recently the UT Education Department had advertised for recruitment of teachers in 653 posts of Junior Basic Teachers.

Like in Union Territories, qualifying in the Teacher Eligibility Test (TET) is mandatory for teaching in all Kendriya Vidyalayas (KVs), Navodaya Vidyalayas (NVS), Tibetan schools, private schools and state government schools.

While the test was conducted everywhere else in January, it had to be postponed to May 5 in Chandigarh, Manipur, Punjab and Uttarakhand on account of the Assembly elections in Manipur, Punjab and Uttarakhand.


News Source : expressindia.com (31.5.12)
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http://ojas.guj.nic.in/ Apply ONLINE for GTET (Gujarat Teacher Eligibility Test) 2012


GTET (Gujarat Teacher Eligibility Test) 2012 , Last Date - 8-June 2012

Apply ONLINE for GTET 2012

TET-II for વિજ્ઞાન / ગણિત ઉચ્ચ પ્રાથમિક શિક્ષક Science/Maths Upper Primary Teacher ગુજરાતી માધ્યમ ( અંતિમ તારીખ 8-June-2012 )
TET-II for Science/Maths Upper Primary Teacher English Medium ( અંતિમ તારીખ 8-June-2012 )
TET-II for Science/Maths Upper Primary Teacher Hindi Medium ( અંતિમ તારીખ 8-June-2012 )


TET-II for Language Upper Primary Teacher Eng. Hin. Guj. Sanskrit English Medium ( અંતિમ તારીખ 8-June-2012 )
TET-II for Language Upper Primary Teacher Eng. Hin. Guj. Sanskrit Hindi Medium ( અંતિમ તારીખ 8-June-2012 )



TET-II for સામાજીક વિજ્ઞાન ઉચ્ચ પ્રાથમિક શિક્ષક Social Science ગુજરાતી માધ્યમ ( અંતિમ તારીખ 8-June-2012 )
TET-II for Social Science Upper Primary Teacher English Medium ( અંતિમ તારીખ 8-June-2012 )
TET-II for Social Science Upper Primary Teacher Hindi Medium ( અંતિમ તારીખ 8-June-2012 )


TET for Primary Teacher માટેની અરજી જરુરી બિડાણો સાથે પોસ્ટ ઓફિસમાં ફી ભરીને એજ પોસ્ટ ઓફિસમાં આપવી. 
See Advertisement Details Here  : http://ojas.guj.nic.in/AdvtDetailFiles/seb_2012_2.PDF
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CGTET : शिक्षाकर्मी भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने की मांग

CGTET : शिक्षाकर्मी भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने की मांग


Chattisgarh Teacher Eligibility Test News : 
राज्य डीएड संघ ने शासन पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं करने का आरोप लगाया है। संघ का कहना है कि राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए ८ जनवरी को शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद अब तक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है, जिससे पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी नाराज हैं

राज्य के सभी स्कूलों में शिक्षकों की व्यापक कमी है और शासन व प्रशासन उन रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू नहीं कर रही है। राज्य में ७५ हजार शिक्षित बेरोजगार शिक्षक बनने के लिए पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण है, जिससे राज्य के सभी स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है। साथ ही बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। भर्ती प्रक्रिया में देरी के कारण अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं और भविष्य में उनके शिक्षक बनने के सपने धूमिल हो रहा है। पूर्व में शासन द्वारा राज्य के सभी स्कूलों में हजारों शिक्षकों के पद रिक्त होने और उनको पात्रता परीक्षा के आधार पर भरने की बात कही थी, लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं हो रहा है। शासन की उदासीनता के कारण अब तक शिक्षकों के लिए भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हुई है। साथ ही टीईटी में क्वालीफाइड व अनक्वालीफाइड का कोई उल्लेख तक नहीं किया है। व्यापम के प्रास्पेक्टस में बताया गया था कि पात्र उम्मीदवार को दो प्रमाण पत्र दिए जाएंगे, पर उसका भी पालन नहीं किया गया है।
बैठक ४ को
डीएड संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव डडसेना ने बताया कि इन मुद्दों और शिक्षाकर्मी कि भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने के विषय को लेकर प्रदेश स्तरीय टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक ४ जून सोमवार को १० बजे कलेक्टोरेट कार्यालय के मैदान में आयोजित है, जिसमें राज्य भर के टीईटी भाग लेंगे।


News Source : Bhaskar.com (4.6.12)
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UPTET : सपा का विरोध करेंगे टीईटी अभ्यर्थी


UPTET : सपा का विरोध करेंगे टीईटी अभ्यर्थी

संवाददाता, महराजगंज: शासन द्वारा टीईटी अभ्यर्थियों को बार बार आश्वासन देकर नियुक्ति मामले को टाला जा रहा है। इसे लेकर अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है। अभ्यर्थियों ने टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा के बैनर तले बीआरसी सदर परिसर में बैठक कर नगरीय निकाय चुनाव में सपा समर्थित प्रत्याशियों का विरोध करने का निर्णय लिया है।

जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार वर्मा ने कहा कि शासन द्वारा अब अभ्यर्थियों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। इसलिए टीईटी मोर्चा संघ ने होने वाले निकाय चुनाव में सपा समर्थित उम्मीदवारों को पूरे प्रदेश में तन, मन, धन के साथ विरोध करके सबक सिखाएगा।

जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश यादव ने कहा कि शासन को चारों तरफ से मजबूर कर दिया जाएगा, जिससे मजबूर होकर हमें अपना अधिकार देगी।

बैठक में रामकुमार पटेल, विजय कुमार, सुधीर कुमार चौहान, अमरेश कुमार वर्मा, कमलेश कुमार, त्रिभुवन नाथ गुप्त, हरिप्रकाश गुप्ता, अवधेश कुमार वर्मा, महेन्द्र प्रसाद यादव, प्रवीण पटेल, विजय लक्ष्मी पटेल, मदन यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/maharajganj-9331529.html / Jagran.com (4.6.12)
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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों पर लखनऊ में लाठीचार्ज की निंदा


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों पर लखनऊ में लाठीचार्ज की निंदा


सहारनपुर : टीईटी (उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा की बैठक में लखनऊ विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की गई।













गांधी पार्क में आयोजित बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि विधान सभा के चालू सत्र के दौरान टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति के मामले सरकार की नही टूट रही नींद को तोड़ने के लिए अब विधानसभा के भीतर इस मसले को उठाया जायेगा। अभ्यर्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया जायेगा। बाद में मोर्चा प्रतिनिधि मंडल नगर विधायक राघव लखन पाल शर्मा तथा गंगोह विधायक प्रदीप चौधरी से मिले। साथ ही टीईटी अभ्यर्थियों की समस्याओं से अवगत करा इस मसले को विधानसभा में उठाने की मांग की। उन्होंने टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ंकी नियुक्ति टीईटी की मेरिट से ही कराने की मांग की। साथ यह निर्णय भी लिया गया कि सोमवार(आज) मोर्चा प्रतिनिधि मंडल एमएलसी हेम सिंह पुंडीर से मिलकर समस्याओं के निराकरण की मांग करेगा। इस अवसर पर संजय कुमार,मनोज यादव, नवीन कुमार, प्रदीप पोडवाल, विक्रम सिंह, शहजाद अहमद, सरवट अली आदि उपस्थित थे


News Source : Jagran.com (4.3.12)
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www.rtet bser.com RTET 2012 - www.rtet bser.org RTET 2012 - bser rtet 2012 - Syllabus Level 1st/ Level 2nd - Notification - Online Application - 2012

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बोर्ड ने जारी किया आरटेट का सिलेबस



अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अब राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2012 (आरटेट 2012) की तैयारी में जुट गया है। बोर्ड ने शनिवार को आरटेट 2012 का सिलेबस वेबसाइट पर जारी कर दिया है। बोर्ड को आरटेट के लिए राज्य सरकार की हरी झंडी का इंतजार है।

राज्य सरकार ने बोर्ड को आरटेट की स्थायी नोडल एजेंसी नियुक्त किया है। बोर्ड की ओर से आरटेट 2012 का आयोजन करना प्रस्तावित है। इस परीक्षा का पाठ्यक्रम सत्र 2011-12 में राज्य सरकार द्वारा कक्षा 1 से 8 तक के लिए निर्धारित सिलेबस के आधार पर तैयार किया गया है।


बोर्ड ने विशेषज्ञों से एनसीटीई की गाइड लाइन के अनुसार यह पाठ्यक्रम तैयार कराया है। अध्यापक पात्रता परीक्षा 2012 में आवेदन की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए यह पाठ्यक्रम अध्यापक पात्रता परीक्षा की वेबसाइट www.rtetbser.comS ÌÍæ Rwww.rtetSRbser.org पर उपलब्ध कराया गया है। इसके अनुसार ही अभ्यर्थी आरटेट 2012 की तैयारी कर सकते हैं।

मामूली संशोधन : बोर्ड सचिव व समन्वयक मिरजूराम शर्मा के मुताबिक आरटेट 2011 व 2012 के पाठ्यक्रम में कोई खास परिवर्तन नहीं है। विशेषज्ञों ने ही एनसीटीई की गाइडलाइन के आधार पर इसे तैयार किया है। सेटिंग में कुछ गड़बड़ी थी वो दुरुस्त कर दी गई है। शिक्षा मंत्री ने जुलाई में आरटेट कराने की घोषणा की थी

शिक्षा मंत्री बृज किशोर शर्मा ने विधानसभा के बजट सत्र में आरटेट पर उठाए सवाल पर चर्चा के दौरान आरटेट 2012 जुलाई में कराने की घोषणा की थी। लेकिन उस समय भी तिथि तय नहीं की गई थी। अभी बोर्ड को राज्य सरकार की ओर से कोई तिथि नहीं मिली है।

31 जुलाई 2011 को हुई थी पहली आरटेट : बोर्ड सूत्रों के मुताबिक 31 जुलाई 2011 को आरटेट आयोजित की थी। प्रथम व द्वितीय लेवल परीक्षाओं में 10 लाख से अधिक अभ्यर्थी प्रविष्ट हुए थे। इस परीक्षा का परिणाम भी बोर्ड घोषित कर चुका है। लेकिन कोर्ट में विभिन्न मामले लंबित होने के कारण अब तक आरटेट 2012 की तिथि घोषित नहीं की जा सकी है।


BOARD OF SECONDARY EDUCATION RAJASTHAN, AJMER

Rajasthan Teacher Eligibility Test [RTET] - 2012

राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा – 2012 पाठ्यक्रम (NCTE की Guideline के अनुसार निर्धारित)
1. स्तर प्रथम – (कक्षा 1 से कक्षा 5 वीं तक) अधिकतम अंक : 150 समय 1.30 घंटा
खण्ड – Iबाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र30 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 30 अंक
खण्ड – IIभाषा –I अंग्रेजी / हिन्दी / गुजराती / संस्कृत / सिंधी / उर्दू30 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 30 अंक
खण्ड – IIIभाषा –II अंग्रेजी / हिन्दी / गुजराती / संस्कृत / सिंधी / उर्दू30 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 30 अंक
खण्ड – IVगणित30 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 30 अंक
खण्ड – Vपर्यावरण अध्ययन30 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 30 अंक

Source - http://www.rtetbser.com/

BOARD OF SECONDARY EDUCATION RAJASTHAN, AJMER

Rajasthan Teacher Eligibility Test [RTET] - 2012

राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा – 2012 पाठ्यक्रम (NCTE की Guideline के अनुसार निर्धारित)
2. स्तर प्रथम – (कक्षा 6 से कक्षा 8 वीं तक) अधिकतम अंक : 150 समय 1.30 घंटा
खण्ड – Iबाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र30 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 30 अंक
खण्ड – IIभाषा –I अंग्रेजी / हिन्दी / गुजराती / संस्कृत / सिंधी / उर्दू30 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 30 अंक
खण्ड – IIIभाषा –II अंग्रेजी / हिन्दी / गुजराती / संस्कृत / सिंधी / उर्दू30 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 30 अंक
खण्ड – IVIV(अ) गणित एवं विज्ञान60 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 60 अंक

IV (ब) सामाजिक अध्ययन60 बहुउत्तरात्मक प्रश्न 60 अंक
Source - http://www.rtetbser.com/
www.rtetbser.com RTET 2012 - www.rtetbser.org RTET 2012 - rtetbser.com RTET 2012 - rtetbser.org RTET 2012 - rtetbser 2012 - rtetbser RTET 2012



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MPTET : प्राइवेट शिक्षकों को भी देनी होगी पात्रता परीक्षा


MPTET : प्राइवेट शिक्षकों को भी देनी होगी पात्रता परीक्षा



ग्वालियर। शासकीय स्कूलों के साथ अब अशासक ीय स्कूलों एवं अनुदान प्राप्त शालाओं के शिक्षकों को भी अब बिना पात्रता परीक्षा के नौकरी नहीं मिलेगी। शासकीय शिक्षकों के साथ प्राइवेट स्कूल में शिक्षक बनने के लिए अब टीचर एलीजिबिलटी टेस्ट( टीईटी) शिक्षक पात्रता परीक्षा देनी होगी। यह परीक्षा केवल एक से आंठवी तक के शिक्षकों के लिए आरटीई के तहत आयोजित होगी।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 23 के तहत गठित अकादमिक प्राधिकारी राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा पहली से आंठवी तक के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता एवं व्यावसायिक योग्यता के साथ टीचर एलीजिबिलटी टेस्ट( टीईटी) शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना बेहद जरूरी है।
यहां स्पष्ट कर दें कि सरकारी एवं गैरसरकारी दोनों प्रकार के शिक्षकों को टीईटी पास करनी होगी। राज्य शिक्षा केंद्र के आयुक्त अशोक वर्णवाल ने इस संबध में जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे प्राइवेट स्कूलों को भर्ती नियमों के बारे में अवगत करा दें, ताकि वे निर्धारित मापदंडों के अनुसार ही शिक्षकों की भर्ती कर सकें।


News Source : rajexpress.in (3-6-12)

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Information Given by Mr Shyam Dev to Denik Hindustan regarding Shiksha Mitra selection in UP

Information Given by Mr Shyam Dev to Denik Hindustan regarding Shiksha Mitra selection in UP

Copy given to Blog for its publication -
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सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक हिंदुस्तान,
कानपुर

महोदय,
 दैनिक हिंदुस्तान के अंक ०१ जून २०१२ के पृष्ठ संख्या १ पर दी गई खबर, "शीर्षक-अगले २ साल में स्थाई होंगे १.२२ लाख शिक्षामित्र" में बताया गया है
की विधान परिषद् में भा.ज.पा. दल के नेता डा.नेपाल सिंह के उछे प्रश्नके उत्तर में प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द्चौध्री ने बताया कि शिक्षामित्रों का समायोजन प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में है और
चरणबद्ध रूप से प्रदेश के कुल १६९२०० शिखामित्रों में से ५८९८६ स्नातक शिक्षामित्रो को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से दो वर्षीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है और २०१३ में इसके पूर्ण होते ही ये शिक्षामित्र स्थाई शिक्षक बन
जायेंगे. इसी तरह अगले चरण में ६४००० स्नातक शिक्षामित्रों को जुलाई २०१२ से  ट्रेनिंग दी जाएगी जिसके २०१४ में पूरी होते ही ये स्थाई शिक्षक बन जायेंगे.

इस सन्दर्भ में मैं आपके संज्ञान में लाना चाहता हूँ कि :
१. निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार २००९ की धारा २३(१) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के अनुप्रयोग में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् द्वारा २३ अगस्त २०१० जारी अधिसूचना (संलग्नक - १)  में स्पष्ट किया गया
था कि प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापक के तौर पे नियुक्ति के लिए अभ्यर्थी को अधिसूचना में दी गई न्यूनतम शैक्षणिक योग्यताओं के साथ-साथ अध्यापक पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी.) भी उत्तीर्ण होना आवश्यक है.
२. निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार २००९ की धारा २३(२) के क्रियान्वयन के लिए धारा ३५(१) के अंतर्गत केन्द्रीय मानव संसाधन विकास  मंत्रालय द्वारा जारी ०८ नवम्बर २०१० को जारी दिशानिर्देश (संलग्नक-२) के  बिंदु ४ के अनुसार "अध्यापक पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी.) उत्तीर्ण होने की शर्त से केंद्र सरकार द्वारा भी छूट नहीं दी जायेगी.
३. राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् द्वारा २ अप्रैल २०१० को जारी पब्लिक नोटिस (संलग्नक - ३) के अनुसार "राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् द्वारा आमने-सामने पद्धति में केवल सेवापूर्व अध्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को मान्यता प्रदान की जाती है एवं  मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा पद्धति में अध्यापक्प्रशिक्षण कार्यक्रमों को केवल कार्यरत/ सेवारत अध्यापकों,अध्यापक प्रशिक्षकों, शैक्षिक प्रशासकों,शैक्षिक शोधार्थियों, पाठ्यचर्या एवं सामग्री निर्माताओं तथा शैक्षिक  प्रणाली से सम्बंधित लोगों हेतु ही मान्यता प्रदान की जाती है. "

४.  शिक्षामित्रों को दी जारी ट्रेनिंग की वैधानिकता पे सवाल उठाने वाली याचिका संख्या २८००४/२०११ की सुनवाई के दौरान माननीय उच्च न्यायालय द्वारा ने अपने स्थगनादेश (संलग्नक - ४) इस प्रशिक्षण के बारे में स्पष्ट कहा था," चूँकि प्रथमदृष्टया राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् एक्ट एवं इसके अंतर्गत बने नियम, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा एक्ट तथा निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार २००९ को संगत रूप से पढने पर प्रतीत होता है कि इस प्रकार का प्रशिक्षण केवल मान्य एवं वैधानिक तरीके नियुक्त अप्रशिक्षित शिक्षकों के मामले में अनुमन्य है  एवं राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् द्वारा दिनांक १४ जनवरी २०११ को शिक्षामित्रों को
प्रशिक्षण दिए जाने की अनुमति इस गलत मान्यता पर आधारित है कि वे कानूनी तौर पे नियुक्त अप्रशिक्षित अध्यापक है." इस केस में जारी स्थगनादेश  राज्य सरकार द्वारा दाखिल किये गए विशेष अनुमति याचिका के आधार पर भले ही हटाकर इस ट्रेनिंग को चलने दिया गया हो पर यह केस अभी भी विचाराधीन है.

उपरोक्त तथ्यों के आलोक में मैं कहना चाहता हूँ कि उपरोक्त जवाब के माध्यम से मंत्री महोदय द्वारा न सिर्फ सदन को गुमराह किया गया है बल्कि बिना किसी स्पष्ट आधार प्रदेश के १६९२०० शिक्षामित्रों को भी सस्ती
लोकप्रियता केलिए जन-बूझकर बरगलाया जा रहा है. जब टी.ई.टी. के बिना कोई अध्यापक बन ही नहीं सकता और केंद्र सरकार भी इससे छूट नहीं दे सकती तो फिर मंत्री महोदय किस आधार पर उन्हें स्थाई शिक्षक बनाने का सपना दिखा रहे हैं ?
 अगर मान भी लिया जाये कि  ट्रेनिंग पाने के बाद इन्हें टी.ई.टी. उत्तीर्ण करने के उपरांत नियुक्ति दी जाएगी तो इस बात की गारंटी कौन लेगा कि ये टी.ई.टी. उत्तीर्ण कर ही लेंगे ?
 इस प्रकार के अनिश्चित संभावनाओं के बावजूद शत-प्रतिशत शिक्षा-मित्रों के समायोजन को सरकार की प्राथमिकता में गिनना स्वयं सिद्ध करता है कि इस सरकार की प्राथमिकता ठोस कार्य करने के बजाये आश्वासनों का झुनझुना थामना अधिक है.

 चुनावों के पहले बेरोजगारी भत्ते की घोषणा करने वाली सरकार ने किस कारीगरी से युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के नियम रचे, उस से प्रदेश के युवा आज तक अपने को ठगा हुआ  महसूस कर रहे हैं औरे अब शायद शिक्षा-मित्रों की बारी है.

आशा है,आप उपर्युक्त  बातों को गंभीरता से से लेते हुए, वास्तविक तथ्यों के आधार पर इनकी सत्यता को परख कर जनता को इस मामले के सत्य से परिचित  कराकर अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह करेंगे.

भवदीय
श्याम देव मिश्रा
मुंबई



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UPTET Candidate Hold a Meeting at India Gate on 3rd June 2012

UPTET Candidate Hold a Meeting at India Gate on 3rd June 2012 regarding selection process of 72825 Teachers in UP



---------- Forwarded message ----------
From: DHARM CHAND <dharmchand1980@gmail.com>
Date: 2012/6/4
Subject: minutes of meeting
To: muskan24by7@gmail.com


3 june india gate per hue meeting me lagbag 50 logone bhag liya jisme sabhi tetions ne apne apne vichar rakhe.ant me ek 5 logo ki committee banayee gayee he jo suprime court ki legal advisory commetti tatha
annya suprime court ke senior lawyers se vichar vimarsh karke next sunday (10 june 2012), 10 a.m. childern park gate no 2, india gate per hone wali meeting me suprime court me spesial appeal ke sandarbh me
fesla legi.

Member of Committee :
1. Mr pramod Pandey 09899566392
2. Nitin Mehta 09639885609
3. Ravi Sharma 09368266700
4. Vivek Mishra 09936215779
5. Devendra 09560705898

With best Regards
Dharm Chand Agrawal
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Pics Sent by. Mr. Mohd. Rashid




































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