तदर्थ शिक्षकों को विनियमितीकरण का तोहफा (Government affiliated colleges in UP : CT Grade teachers gets LT Grade Pay scale)
उन्होंने बताया कि शिक्षक दो दशक से तदर्थ शिक्षकों को विनियमित करने तथा सीटी ग्रेड शिक्षकों को नियुक्ति की तिथि से एलटी ग्रेड देकर 10 वर्ष की सेवा पर चयन वेतनमान तथा एलटी के चयन के 12 वर्ष बाद प्रोन्नत वेतनमान देने की मांग कर रहे थे। सरकार के इस फैसले से प्रदेश में 11 हजार के लगभग तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं विनियमित हो जाएंगी। इसके अलावा लगभग 15 हजार सीटी ग्रेड शिक्षकों की वेतन विसंगतियां भी दूर हो जाएंगी। संघ के जिला मंत्री अरुण कुमार चौबे ने बताया कि कम्प्यूटर शिक्षकों एवं व्यावसायिक शिक्षकों को विनियमित करने, सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को केंद्र की भांति आवास एवं परिवहन भत्ता देने आदि मांगों को लेकर आंदोलन जारी रहेगा। सरकार के फैसले पर संगठन के संरक्षक शेषमणि शुक्ल, उपाध्यक्ष डॉ. सुनील शुक्ला, राकेश कुमार शुक्ल, संयुक्त मंत्री महेंद्र जैन, देवी शरण त्रिपाठी, वीरेंद्र सिंह, अंजनी सिंह, रंजन तिवारी व रामानंद पाल आदि ने खुशी जाहिर की है।
टीईटी उत्तीर्ण कर चुके बीटीसी एवं विशिष्ट बीटीसी अभ्यर्थियों को नौकरी तो मिलेगी पर उन्हें अंतर जनपदीय तबादला की सुविधा नहीं मिलेगी। शासन ने समस्त जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों व डायट प्राचार्यो को यह फरमान जारी करते इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है।
ReplyDeleteशिक्षा निदेशक दिनेश चन्द्र कन्नौजिया द्वारा जारी निर्देश के तहत ऐसे अभ्यर्थी जो बीटीसी एवं विशिष्ट बीटीसी उत्तीर्ण हो और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित कक्षा 1 से 5 हेतु अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर ली हो। वे अपना आवेदन निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार कर सकते हैं।
आवेदन पत्रों की बाद में समीक्षा की जाएगी तथा अध्यापक सेवा नियमावली 1981 तथा संशोधित नियमावली 2011 के अनुसार श्रेष्ठता सूची बनाई जायेगी। जो अभ्यर्थी टीईटी उत्तीर्णकर चुके हैं को परीक्षा में प्राप्त अंकों के अवरोही क्रम में श्रेष्ठता सूची बनाई जायेगी। श्रेष्ठता के अनुसार चयन होने पर उन्हें अर्हताओं की पूर्ति होने पर विद्यालयों में नियमित वेतनमान नियुक्ति प्रदान की जायेगी। इस चयन में चयनित अभ्यर्थियों को जनपदीय संवर्ग होने के कारण अंतर जनपदीय स्थानांतरण की कोई सुविधा अनुमन्य नहीं होगी।
शिक्षा निदेशक ने सूबे के समस्त जिलाबेसिक शिक्षाधिकारियों व डायट प्राचार्यो को निर्देश दिया है कि वेउत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली1981 का 12 वां संशोधन का अध्ययन कर चयन की कार्यवाही सुनिश्चित कराएं।
आनन्द पाण्डेय
8434755455
Anand ji new advet ki koi khabar hai kyaaaaa? kab tak jari hogaaaaaaa?
ReplyDeletebut y to purane adv.ki hi lines hain.
ReplyDeleteतय सीमा में कैसे हो सकेगी शिक्षकों की नियुक्ति?
ReplyDeleteलखनऊ, 17 दिसंबर (जाब्यू) : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की नियुक्ति तय समयसीमा में पूरी हो पाएगी या नहीं, इसे लेकर खुद विभाग के अंदर सवाल उठने लगे हैं। इस संशय की वजह यह है कि बेसिक शिक्षा विभाग इस समय दो नावों पर सवारी कर रहा है। एक तरफ शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों को उनकी मर्जी के मुताबिक ऐच्छिक जिलों में आवेदन का विकल्प है। दूसरी ओर विभाग ने शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादलों के लिए कवायद भी शुरू कर दी है। एनसीटीई की अधिसूचना के मुताबिक राज्य सरकार को परिषदीय स्कूलों में बीएड डिग्रीधारक शिक्षकों की नियुक्ति पहली जनवरी 2012 तक करनी है। शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने अभ्यर्थियों को 23 दिसंबर तक आवेदन करने की मोहलत दी है। पूर्व अनुभव के आधार पर माना जा रहा है कि अभ्यर्थियों को जितने चाहे उतने जिलों में आवेदन का विकल्प देने से आवेदनों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। दूसरी तरफ किसी अभ्यर्थी का यदि एक से अधिक जिलों में चयन होता है, तो वह ज्वाइन तो अपनी पसंद के किसी एक जिले में करेगा, लेकिन अन्य जिलों में ज्वाइन न करने से उन जिलों की मेरिट सूची के कटऑफ अंक को नीचे लाना होगा। हर जिले में यह कवायद कई बार करनी होगी। नौ दिन के अंदर इस प्रक्रिया को निपटा पाना नामुमकिन लगता है। शिक्षकों की नियुक्ति की राह में दूसरी अड़चन पहले से तैनात शिक्षकों का अंतरजनपदीय तबादला है। इसके लिए 31 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। ऑनलाइन आवेदन को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को फारवर्ड करने के साथ ही उसका प्रिंटआउट भी उन्हें बीएसए को उपलब्ध कराना होगा। बीएसए परीक्षण करने के बाद ही ऑनलाइन आवेदनों को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को फारवर्ड करेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग में 2.9 लाख शिक्षक कार्यरत हैं। ऐसे में अंदाज लगाया जा सकता है कि बीएसए पर काम का बोझ कितना बढ़ जाएगा। दूसरी ओर बीएसएस पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जिला स्तर पर डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में गठित समिति के सदस्य सचिव की जिम्मेदारी भी डाली गई है।
offffffffffff kaise ho payega ye sab mere bhaiyo?
ReplyDeletevahi to problum hai ....jinke kaam no hai wo nahi chahate ki hamara ho....hamara future kyo kharab kar rahe hai ye court ja kar
ReplyDeletekya hua? vacancy ka naya add aaya ki nahi
ReplyDeletechalo high court chale. aur jaan nikal le in bevkoofo ki jo ham acche tet no. walon se jal rahe hai. aur apni lagdi looli looli tango ka istemal karke hamara bhavishya chupat kar rahe hai. inke kilaf dekhte hi goli marne ka aadesh jari karna chahie.
ReplyDeleteसंशोधित होंगी टीईटी की सभी आपत्तियां
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Jagran News Network (JNN), 2011-12-18T21:23:57
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद ने शिक्षक पात्रता परीक्षा की सभी आपत्तियां संशोधित करने की घोषणा की है। परिषद ने अभ्यर्थियों से संशोधन के लिए निर्धारित शुल्क के साथ आवेदन पत्र मांगे हैं। आवेदन के साथ संशोधन संबंधी दावे का प्रमाण संलग्न कराना आवश्यक है। आवेदन एक जनवरी 2012 के बाद नहीं स्वीकार किए जाएंगे।
इस संबंध में इलाहाबाद हाईकोर्ट नेललित मोहन सिंह बनाम उप्र व अन्य के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करने के बाद 16 दिसंबर को टीईटी में अभ्यर्थियों द्वारा की गई सभी आपत्तियों को निस्तारित करने कर आदेश दिया था। बोर्ड ने उसी आदेश के आलोक में अभ्यर्थियों की आपत्तियों व शिकायतों का निस्तारण करने के लिए यह कदम उठाया है। अभ्यर्थियों को आवेदन पत्र में अपना नाम, पिता का नाम, श्रेणी, क्रमांक, उत्तर पत्रक की सीरीज कोड एवं संख्या तथा परीक्षा केंद्र का नाम लिखना है। परिषद संशोधनके लिए आवेदन पत्र एक जनवरी सायं 5 बजे तक ही स्वीकार करेगा। आवेदन पत्र के साथ वांछित शुल्क के रूप में सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद के पदनाम एवं बैंक ऑफ बड़ौदा, पीडी टंडन रोड इलाहाबाद में 100 रुपये का बैंकड्रॉफ्ट या इसी बैंक के खाता संख्या 06590200000197 में नकद भी जमा किया जा सकता है। आवेदन के साथ जमा की गई धनराशि की मूल रसीद संलग्न करना अनिवार्य होगा। लिफाफे के ऊपर मोटे अक्षरों में यूपीटीईटी-2011 की आपत्तियां लिखना अनिवार्य होगा।
आनन्द पाण्डेय
8434755455
शिक्षक भर्त्ती: मेरिट प्रक्रिया 'कांटो का ताज'
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Jagran News Network (JNN), 2011-12-19T01:19:11
मुजफ्फरनगर:
प्राथमिक स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्त्ती को मेरिट बनाने की प्रक्रिया 'कांटों के ताज' से कम नही है हालांकि फार्म से आवेदक की सूचनाएं कंप्यूटर में फीड करने का कामजोर-शोर से चल रहा है। पूरी प्रक्रियामें अधिकारी-कर्मचारी चकरघिन्नी बने हैं। डायट में 13 हजार से अधिक फार्म पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि 23दिसंबर तक फार्म की संख्या में तीन गुने तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा कराई गई टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के माध्यम से प्राथमिक स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्त्ती के फार्मो का जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण में पहुंचना जारी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान(डायट) पटनी में फार्मो की संख्या 13 हजार से अधिक पहुंच चुकी है।
फीडिंग का काम शुरू
डायट में पहुंचे फार्मो की फीडिंग का काम शुरू कराया जा चुका है। फार्म में आवेदक द्वारा दी गई सूचनाओं को फीड करने के लिए आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया है इसमें आवेदक का नाम, पिता/पति का नाम, जन्मतिथि, शैक्षिक योग्यता, गृह जनपद तथा टीईटी के प्राप्तांक आदि का विवरणशामिल है। ऐसे में मेरिट तैयार कर पात्र आवेदकों की काउंसलिंग कैसे हो सकेगी? यह सवाल अभ्यर्थियों को कचोट रहा है।
निर्देशों का अनुपालन
निदेशक बेसिक शिक्षा डीसी कनौजिया द्वारा बीएसए को निर्देश दिए है कि फार्मों की फीडिंग व मेरिट बनाने के लिए डायट को मांग के अनुरूप अतिरिक्त कर्मचारी प्राथमिकता से उपलब्ध करानासुनिश्चित करें। डायट प्राचार्य संजयउपाध्याय का का कहना है कि विभागीय निर्देशों के अनुपालन में फीडिंग का काम शुरू कराया जा चुका है।
कौन देगा सवालों के जवाब
-हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में कब जारी होगा संशोधित विज्ञापन?
-डायट में भेजे जा चुके फार्म के साथ लगाए गए बैंक ड्राफ्ट की फोटोप्रति क्या नए भेजे जाने वाले फार्म के साथ मान्य होगी?
आनन्द पाण्डेय
8434755455