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Wednesday, December 21, 2011

UPTET website data hacked, Hackers/Cyber criminals use uptet2011.com data displayed on there website

टीईटी डाटा से छेड़छाड़ (UPTET website data hacked, Hackers/Cyber criminals use uptet2011.com data displayed on there website)
 This new website conatins same features/colours, so that anybody can be confused.

बताएं
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में अब एक नया पचड़ा फंस गया है। साइबर अपराधियों ने इस परीक्षा की वेबसाइट कॉपी कर ली है और परीक्षा परिणाम में संशोधन कर दिया है। यूपीटीईटी2011.कॉम पर जो अभ्यर्थी फेल हैं उन्हें यूपीटीईटी2011रिजल्ट्स.कॉम पर सफल दिखाया जा रहा है
टीईटी डाटा से हुई इस छेड़छाड़ का पूरे रिजल्ट व शिक्षक चयन प्रक्रिया पर क्या असर होगा, यह तो समय ही बताएगा, पर इस घटना से यूपी बोर्ड के अधिकारी सकते में जरूर हैं। परिषद द्वारा अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। ऐसे संकेत हैं कि साइबर अपराधियों ने शिक्षक पात्रता परीक्षा की वेबसाइट कॉपी कर एक फर्जी वेबसाइट बना ली है। इस फर्जीवाड़े में पैसा देकर मनचाहा नंबर देने के संकेत मिल रहे हैं, हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पा रही है। सूत्रों का कहना है कि कॉपी की गई वेबसाइट से अगर किसी के अंक बढ़ा दिए गए और वह टीईटी परीक्षा में असफल होने के बाद सफल हो भी गया तो भी वह अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाएगा। सहायक अध्यापक की भर्ती प्रक्रिया में काउंसिलिंग के समय वह पकड़ा जाएगा। ऐसे में वेबसाइट कॉपी कर उसके डाटा में छेड़छाड़ करने से कोई फायदा नहीं होगा।
उधर, माध्यमिक शिक्षा परिषद के सभापति संजय मोहन का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है। जल्द ही इलाहाबाद में साइबर अपराध की धाराओं में इस फर्जीबाड़े की एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। फिलहाल इससे परीक्षा परिणाम या सहायक अध्यापकों की नियुक्ति प्रकिया में कोई अंतर नहीं आएगा। परिषद का डाटा सुरक्षित है। इसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हो पाई है। मूल डाटा सीडी में है। ऐसे में किसी भी अभ्यर्थी को परेशान या भ्रमित होने की जरूरत नहीं है।
उधर, इलाहाबाद के डीआइजी प्रकाश डी का कहना है कि वेबसाइट कॉपी कर फर्जी वेबसाइट बनाने व डाटा के साथ छेड़छाड़ करने की साइबर यूनिट से जांच कराई जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि अभी माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से कोई शिकायत नहीं की गई है।
----अनऑथराइज्ड एक्सेस
आइटी एक्ट के अंतर्गत ऐसी हरकत को अनऑथराइज्ड एक्सेस कहते हैं। इसमें आर्थिक दंड व कारावास का प्रावधान है। इसमें साइबर अपराधी का पता आसानी से लगाया जा सकता है। कॉपी की गई वेबसाइट से आइपीएड्रेस व आइपीएड्रेस से सर्वर का पता चल जाएगा। इसके बाद सर्वर से यह पता चल जाएगा कि किस कम्प्यूटर से टीईटी की वेबसाइट कॉपी की गई है व डाटा से छेड़छाड़ की गई है।
News : http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttarpradesh/4_1_8660583.html
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It might be posssible -
However, when we checked this, we found it takes charecterstics of ORIGINAL WEBSITE OF uptet2011.com.
And put hyperlinks of uptet2011.com on uptet2011results.com ,

But it confused many of candidates and should not be used in such a way, any type of conspiracy may lead to penal action as per IT act.
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But we can't say anything as matter can be under scanner of Ceber experts of police and IT Experts will decide this conspiracy of data theft, misguidance if any

5 comments:

  1. 9 january tak 9000 appeals high court mein pahunch jayengi.
    ab kuchh nahi hona hai,is kismat mein likha rona hai
    kitni aasani se ghar jalaye jate hain,par badi mushkil se ve banaye jate hain
    doosro ki hay le jati hai un raaho par,
    jahan berojgar log zinda jalaye jate hain

    subah na aaya shaam na aaya,din gujre paigaam na aaya
    pee gaye peene wale saaki,par mujh tak to tera jaam na aaya

    kisi ke paas sab kuchh ho to jalti hai duniya
    kisi ke paas kuchh na ho to hasti hai duniya
    aaz berojgari ne logo ka kar diya hai ye haal
    ki ek naukri ke liye tarasti hai duniya

    ham dil se dil ko bahlate rahe,
    kabhi roye kabhi muskurate rahe,
    tamanna thi hamko ek naukri ki
    intezaar mein ghadiya bitate rahe,

    aaz dil bahut udaas ho gaya
    jabki main TET mein pass ho gaya
    ab koi matlab nahi pass aur fail ka
    kyuki ab main ek zinda laash ho gaya
    ek main hi jagta raha saara zamana so gaya
    na jeete hain na marte hain kuchh haal aisa ho gaya
    ek naukri ki aas hai ye agar mil jaye to
    alok bolenge yahi 'ye aaz kaisa ho gaya'

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  2. टीईटी के चार और सवालों पर आपत्ति
    Story Update : Thursday, December 22, 2011 1:23 AM
    इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की आंसरशीट तैयार करने वाले विशेषज्ञों की जानकारी पर भी सवाल उठने लगे हैं। टीईटी डी सीरिज के चार और सवालों पर आपत्ति के बाद बुधवार शाम शासन ने विशेषज्ञ कमेटी के बारे में जांच का फैसला किया है। सूत्रों की माने तो लगातार आपत्तियों के कारण खराब हो रही इमेज से परेशान शासन ने विशेषज्ञों की तरफ से तैयार सवालों की सूची और उनके विकल्पों का ब्योरा मंगाया है। जांच की जा रही है कि कहीं विशेषज्ञों और जांच एजेंसी के बीच विकल्प फीड करने में कुछ भ्रम तो नहीं हुआ, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में जवाब गलत निकले।
    विभागीय सूत्रों की माने तो अब तक लगभग 20 सवालों के विकल्प संशोधित किए जा चुके हैं और बुधवार को चार अन्य सवालों पर आपत्तियां की गई हैं। बुधवार को अभ्यर्थियों ने डी सीरिज के जिन सवालों पर आपत्ति की है, उनके विकल्प एक नजर में समझ में आने वाले हैं। मसलन, सवाल है कि अभिभावक यदि स्कूल नहीं आते तो क्या करना चाहिए। बोर्ड ने जिस जवाब को सही माना है, वह है कि बच्चों की उपेक्षा करनी चाहिए, जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प, ‘सूचना भेजनी चाहिए’, उपयुक्त है। एक अन्य सवाल है कि प्रदूषण पर रोक के लिए भारत और अन्य देशों में किसके प्रयोग पर रोक लगाई गई है। बोर्ड ने ‘कागज की थैली’ विकल्प पर नंबर दिए हैं जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि ‘पालीथिन की थैली’ विकल्प पर अंक मिलने चाहिए। दो अन्य बेहद साधारण सवाल हैं।
    एक सवाल किंडर गार्डेन पद्धति को लेकर है। बोर्ड ने मांटेशरी विकल्प पर नंबर दिए हैं, अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प फावेल सही है। चौथा सवाल जिस पर बुधवार को आपत्ति की गई, वह है कि विद्यार्थी कौन सी संधि है, बोर्ड ने गुणसंधि पर अंक दिए हैं जबकि अभ्यर्थियों के मुताबिक दीर्घ संधि पर नंबर मिलने चाहिए।
    सवाल केवल यह नहीं कि इन सवालों के क्या विकल्प सही माने गए, ताज्जुब यह कि ए सीरिज में इन्हीं सवालों के उन विकल्पों पर अंक दिए गए जो अभ्यर्थी बता रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि कम्प्यूटर में सीरिज के हिसाब से सवालों के जो विकल्प फीड किए गए. गड़बड़ी उसी स्तर पर हुई। सीरिज तो बदल गई लेकिन उसके अनुरूप विकल्प नहीं बदले गए।
    15 अंक तक बदल सकती है मेरिट
    संशोधन के बाद मेरिट 15 अंक तक बदल सकती है। जिन छात्रों ने संशोधन के लिए आवेदन किया है, उनमें से ज्यादातर पास हैं। अभ्यर्थियों का दावा है कि उनके 15 अंक तक बढ़ सकते हैं। किसी अभ्यर्थी के 98 अंक तो किसी के 102। उनके 15 अंक बढ़े तो मेरिट में खासा उलटफेर हो सकता है।
    http://www.amarujala.com/state/Uttar-Pradesh/46626-1.html

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  3. are koi amar ujala walo ko samjhao jb tk verified jankari na ho news prakashit nai krni chahie.
    Sach me khabro se pahle, pahuche ap tak.........amar ujala

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  4. Amar ujala vale galat news prakashit karte hai. In charo ke answer A and D series main same hai. Amar Ujala ko jab
    tak verified jankari na
    ho news prakashit
    nahi karni chahie.

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  5. U.p.tet ki sachiv prabha tripathi ji kah rahi hai ki original CD hamare pas hai,ham usse result verifiy kar lenge,par ye nahi bata rahi hai ki kaun se sansodhan tak ki original CD hai,qk uptet ke result me officially 9 se jayada bar sansodhan kiya gaya aur unofficially 15 se jayda bar kiya ja chuka hai..to result ko kis original CD se verify kiya jayega.... Cyber expert bhi kah rahe hai ki agar result chedchad ki gayi hai to use pakdna bahot muskil hai kyoki result ki kai original copy hai...aur manual 2.7 lack ka verification bahot time lega,

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