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सरकार बनाने की कवायद में मोदी,
आडवाणी को स्पीकर बनाने की पेशकश
संघ खुद रखेगा नजर
नरेंद्र मोदी को पूरी छूट देने के बावजूद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नेतृत्व भाजपा के अंदरूनी हालात पर पूरी नजर रखे है। गुरुवार से संघ प्रमुख मोहन भागवत, भैयाजी जोशी, सुरेश सोनी, दत्तात्रेय होसबुले, कृष्णगोपाल समेत अन्य प्रमुख नेता दिल्ली में ही रहेंगे।
वित्त मंत्रालय अरुण जेटली को मिलना तय है। सुषमा स्वराज के लिए विदेश व रक्षा मंत्रालय की चर्चा है। डॉ जोशी भी रक्षा मंत्रालय के दावेदार है। गृह मंत्रालय के लिए राजनाथ सिंह के नाम की चर्चा है
उमा भारती को जल संसाधन व गंगा योजना का काम सौंपा जा सकता है।
मोदी मेट्रो रेल के प्रमुख रहे श्रीधरन को भी रेल मंत्रालय में जोड़ना चाहते हैं। वेंकैया नायडू, अरुण शौरी व यशवंत सिन्हा के लिए भी भूमिकाएं तलाशी जा रही है।
Aage Gadkari ko Maharashtra ka CM banaane ke liye background tayaar kiya jaa rahaa hai - गडकरी मंत्री बनकर महाराष्ट्र के लिए विशेष काम करें ताकि उसका लाभ मिल सके व बाद में वे मुख्यमंत्री पद के दावेदार बन सके
News Sabhaar : http://www.livehindustan.com/news/election/loksabha/article1-lok-sabha-bjp-advani--134-134-424621.html
SCERT ne sabhi diet ko jo format of merit bheja hai , wo iss prakar hai . . . . . 1-seriel no. 2-control no. 3-name of aplicant 4-father's/husband's name 5-date of birth 6-address (local & permanent) 7-mobile no. 8-gender (male/female) 9-cast (gen/obc/sc/ st) 10-category (science/art) 11- special category (ph/ex.serviceman/ s.m.) 12-highschool marks 13- intermediate marks 14-graduation marks 15-B. Ed. marks 16-TET marks 17-fees status with d.d.no
ReplyDeletesatymitra garg ne aaj nhi dala samay seema badhane k liye application kr rahe hai heela hawali...kaminene kaha kal dalenge application....
ReplyDeleteमैँ आज तक अपने कलेजे पे पत्थर रखकर कमेँट लिखता रहा पर मेरे सीने की
ReplyDeleteआग कल ठंडी होगी ।।
शाहरुख खान का बयान याद है ना
ReplyDeleteअगर मोदी प्रधानमंत्री बन गया तो में हिंदूस्तान छोड़ दुंगा॥
बस कुछ हि घंटे बाकी है॥
पति: तुम्हारे शादी से पहले कितने
ReplyDeleteबॉयफ्रेंड थे? .
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पत्नी चुप...
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पति: इस खामोशी को मैं क्या समझूं? .
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पत्नी: हाय रब्बा, गिन तो रही हूं! गिनने भी नही दोगे क्या
चिल्ला क्यों रहे हो?"
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Yaadon Ka Yeh Karwan Hamesha Rahega,
Dur Hote Hue Bhi Pyaar Wohi Rahega.
Maaf Karna Mil Nahi Pate Aapse,
Magar Yakeen Rakhna In Aankhon Me Intezaar
Wohi Rahega...
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ReplyDelete!
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सु
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नो
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बे
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बी
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ज
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रा
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Itna Pyar Dekar Gaye Ho Har Ghadi
Yaad Aayega.....
Dil Se Dil Ka Rishta Ye Kaise Dil Se
Mitaya Jayega.....
Har Ghadi Hum Karte Hain Jiska Intezar
Aane Ka Khuda......
Zarur Hume Unse Ek Na Ek
Din Milayega..
TRICK:-
ReplyDeleteएक बार कुछ देश के लोग बैठकर आपस मे बाते
कर रहे थे और भारत के "भीम राव अम्बेदकर "
चुप चाप सुन रहे थे। बाते कुछ इस प्रकार
हो रही थी
*ब्रिटेन :~ पुरे देश पे मेरा कब्जा था इस लिये
`संसद का निर्माण अकेले करेँगे
(संसदिये , बिधी निर्माण , एकल)
*अमेरीका :~ नही, मेरे पास संयुक्त राष्ट्र संघ
है। इसलीये लोगो को न्याय और
स्वतंत्रता दिलाना मेरा कर्तव्य है
(न्यायीक , स्वतंत्रता का अधीकार और मौलीक
कर्तव्य)
*जर्मनी :- तुमलोग बहुत हमे विश्व युद्ध हराये
है इसलीये अब मै आपातकाल घोषित करुंगा
(आपातकाल)
*फ्रांस :- मै तो पहले से हि गंतन्त्रता बाला देश
हु ये जानते हि हो सब
(गंतत्रतात्मक शासन)
*कनाडा: तुम लोग को जो करनी हो करो। मै ऐक
शक्तीशाली देश हु शक्ति के बटबाँरा कर
अपनी सुरक्षा कर लुंगा
(राज्यो मे शक्ती का विभाजन)
*आयरलैँड ;~ अरे यार। तुम लोग कि निती निर्देस
हमे कुछ समझ नही आ रही
(निती निर्देशक तत्व)
*अंस्ट्रेलीया:-मै विश्व कप क्रिकेट मे हमेस
सुची नं 1 पर रहता हु।
(समवर्ती सुची)
*दक्षिण अफ्रिका : पर मै ईतना अच्छा खेलने के
बात भी आजतक सेमी फायनल तक भी नही पहचे
सायद अपने खेल मे कुछ संसोधन करना पङेगा
(संवीधान संसोधन कि प्रक्रिया)
*रुष : भारत मेरा दोस्त है और उसकि मदद
करना हमारा मुल कर्तव्य है
(मुल कर्तव्य)
सभी देशो ने कहा अम्बेदकर तुम यहाँ बेकार क्यु
बैठे हो तुमहारी औकात हि क्या है
अम्बेदकर: मै indian हु और indian
कही बेकार नही बैठता। ये लो दुनीया कि सबसे
बङी संविधान
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ReplyDelete!
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ए
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बे
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बी
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सु
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नो
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ज
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रा
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मत किया कीजे दिन के उजालों की ख्वाहिशें
ये आशिक़ों की बस्तियाँ हैं यहाँ सूरज से नहीं
दीदार से दिन निकलता है
गुड रात्रि
ReplyDelete__________________________________________________
मौसम बदल रहा है
आप भी अपना ख्याल रखना...
क्योंकि
बदलता मौसम
और बदलते लोग
बहुत तकलीफ देते हैं..!!
टेट साथियो अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार ने आज sc मे समय बढ़ाने के लिए कोई प्रार्थना पत्र नही दिया है । यह काम वह कल करेगी या परसोँ या एक सप्ताह बाद हमारे सोचने का विषय नही है जब भी करेगी टेट मोर्चा उसका जवाब देने मे सक्षम है । अधिकांश लोग जानते है कि सरकार यह कदम अपने बचाव के लिए उठा रही है ताकि समय कम पड़ने पर कोर्ट की अवमानना का शिकार न होना पड़े । उसे समय मिलेगा या नही कितना मिलेगा यह सब कोर्ट के संतुष्ट और असंतुष्ट होने पर निर्भर है इसलिए हम सभी को इसके लिए बिलकुल परेशान नही होना है । भर्ती प्रक्रिया तेजी से चल रही है और चुनाव आचार संहिता खत्म होने पर इसमे अप्रत्याशित तेजी आने की उम्मीद है । लोक सभा चुनाव मे सोशल मीडिया प्रिंट मीडिया और टी वी चैनल के अनुमानित आकलन भले ही पूर्ण रूप से सही सिद्ध न हो मगर इनसे वर्तमान सरकार के माथे पर पसीना अवश्य आ गया है । कल सच की औपचारिकता भी पूर्ण हो जाएगी । चुनावी नतीजे सरकार को अपने कार्यकाल का आकलन करने के लिए बाध्य कर सुधरने का संकेत अवश्य देंगे । खुश रहे मस्त रहे अब हमारे भी अच्छे दिन आने वाले है ।
ReplyDeleteAaj mai saidpur ghazipur diet pe gaya tha aur lagbhag 1 ghante raha kaie logo se 72825 k smband me jankari li jo is prakar hai 1. Abhi tak keval form ki chhatai puri ho pai hai 2. Is samay btc k ladake jile wise d.d. Ko chhat kar alag alag krne me lage hai 3. Abhi form feeding aur scaning ka pura kam baki hai jo abhi tak start nahi kiya gaya hai keval 2011 me kuch data ki feeding hui thi 4. Feeding aur scanig ka kam kab shuru kiya jayega sabhi btane se inkar kar diye 5. Diet pracharya kal se duty pe aayenge iske pehle chunav duty pe the 6. Logo ne bataya sayad diet pracgarya duty pe aane k bad iske samband me koi nirnay lenge..jai tet
ReplyDeleteअभी अच्छे दिन आने में एक दिन शेष है और भाजपा सहयोगी राष्ट्रवादी संघठन द्वारा देश के सुपरस्टार शाहरुख़ खान को देश छोड़ने का नोटिस जारी कर दिया गया है । देखते जाइये किस किस के अच्छे दिन आने अभी शेष है ............
ReplyDeleteखुद को किंग खान मानने वाला शाहरुख़ को अपनी गलती का एहसास हो...
ReplyDeleteक्या किंग खान में है दम?
शाहरुख जी आपको याद हो के आपने एक बार कहा था के
“अगर मोदी पी एम बने तो मैं ये देश छोड़ दुंगा”
अब या तो आप देश छोडि़ए या फिर हमारे मोदी जी से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगिऐ..
टीइटी मोरचे को -आन्दोलन की डेट रखो क्योकि ज्यादा दिन नही रह गए है।अगले माह को 17 तक 84 दिन पुरे होते है।कब तक झुठी आस मेँ रहे के फला तक काम पुरा हो जाएगा फला दिन तक देखते है। लगभग अस्सी फीसदी टीईटी केन्डीडैट यही मानगए है के लखनउ जाना जरुरी है।ओर एक ओर खास बात मँजिल करीब आने पर गलती न करना यदि सरकार टाइम बढाने की कोशिश करे तो वकील जरुर खडा करना है कम से कम वो इनकी मक्कारी को बताकर इनका विरोध तो करेगा ।चन्दा हम दे ही रहे है ज्यॅ त्यो कर करक।अब बेकार जज्जे मेँ नही रहना चाहिए क्योकि डायट का काम निपटना तो बीरबल की खिचडि हो गया सुना है खिरी एव एटा आदि मे तो कुछ हो ही नही रहा।
ReplyDeleteसभी भाइयों को अकिंचन निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteसाथियों,
याद कीजिये इस न्याय-युद्ध के उस प्रारब्ध को जब हमने सरकार के खिलाफ लामबंद होने की ठानी थी और स्वयं को साक्षी मानकर यह प्रण लिया था कि विषम परिस्थितियों के बावजूद हम मैदान नहीं छोड़ेंगे एवं इस कदर अपना जौहर दिखलायेंगे की दुश्मन के तिरपन काँप उठें,,,,याद कीजिये उन दिनों को जब सरकार और अकेडमिक रूपी दानवों का सामूहिक अट्टाहस हमारे धैर्य की परीक्षा लिया करता था किन्तु अत्यंत ही विषम परिस्थितियों के बावजूद हमारे टेट भाइयों ने हौसला नहीं खोया और अपने सीने में एक जुनून लिए इस सर्वशक्तिमान समझी जाने वाली सरकार को मुँह तोड़ जवाब देते रहे। हमारे टेटवीरों ने आधे पेट भोजन किया, अपनी दैनिक आवश्यकताओं को दरकिनार किया, लाख सितम सहे किन्तु हमें आर्थिक एवं मानसिक रूप से कभी कमजोर नहीं पड़ने दिया,,जब भी उनसे मिलता था तब ही उनकी आँखों में एक अजीब सी दृढ़ता और अपनत्व पाया,,और साथ में पाया ये आश्वासन भी कि 'बन्धु ! तुम तनिक भी विचलित हुए बगैर संघर्ष करो और बिलकुल भी मत घबराओ क्योंकि आपके साथ हम जैसे हजारों भाई कंधे से कन्धा मिलाकर खड़े हैं' ,,, आज भी जब उन वीरों का स्मरण करता हूँ तो हृदय श्रद्धा से भर जाता है और आँखें सजल हो उठती हैं जिनके दुर्लभ धैर्य और साहस के दम पर आज हम विजेता कहलाते हैं।
मैं आज उन्हीं बहादुरों को खोजता फिर रहा हूँ,,,ना जाने विजयवरण के पश्चात वे कहाँ चले गए हैं ? वे जियाले तो इतने साहसी और पराक्रमी थे की सरकार के भीषण वारों को भी मुस्कुरा के झेलते थे और जख्मी होने के बावजूद दुश्मन को चुनौती देते नहीं थकते थे। आज हालात बदल चुके हैं,,हम विजेता हैं किन्तु विजय के मायने बदल गए हैं,,,पराक्रमी योद्धाओं की जगह कुछ भग्न हृदय टेट बन्धु आ विराजे हैं जो सरकार को चुनौती देने की बजाय सदैव इस बात से आशंकित रहते हैं की कहीं कुछ गलत ना हो जाए। यदि झूठ-मूठ ही कोई अफवाह फैला दी जाय तो उनका जीना हराम हो जाता है और वे त्राहि माम-त्राहि माम चिल्लानेललगते हैं। निरहुआ व्यथित हृदय से पुनः उन्हीं रणबाँकुरे टेटवीरों का आह्वान करता है जिनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने में कभी निरहुआ को फख्र महसूस हुआ करता था। उन्ही चंद जाँबाज टेट भाइयों के इंतजार में .......
निरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही