Mumbai Executive Faces Arrest for Anti-Modi Remarks on Facebook
पणजी: फेसबुक पर नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी करना जहाज निर्माण पेशे से जुड़े एक युवक के लिए महंगा साबित हो रहा है। उस पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है। भाजपा शासित प्रदेश गोवा की पुलिस को युवक की इस टिप्पणी में 'राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का बड़ा खेल की गंध' महसूस हो रही है।
युवक के समर्थन में उतरे सिविल सोसायटी के कार्यकर्ता और विपक्ष ने शनिवार को पुलिस मुख्यालय के सामने विरोध करने का फैसला लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ क्रूरता मान रहे हैं।
वहीं मामले में आरोपी देवू चोडंकर (31) की अग्रिम जमानत अर्जी गुरुवार को उत्तरी गोवा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने ठुकरा दी, जिसके बाद से उसकी गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो गया है।
मामले के जांच अधिकारी गोवा पुलिस की साइबर शाखा के पुलिस निरीक्षक राजेश जोब अदालत में दाखिल अपने बयान में आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की दरकार जताई है। जोब ने कहा है, 'राज्य में सांप्रदायिकता भड़काने और सामाज में नफरत पैदा करने की मंशा का पता लगाने के लिए आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ अत्यंत जरूरी है।'
फेसबुक पर लोकप्रिय समूह गोवा प्लस पर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के सत्ता में आने पर चेतावनी देते हुए दावा किया गया था कि जनसंहार होंगे और गोवा का ईसाई समुदाय अपनी पहचान खो देगा। इस समूह के आधा लाख सदस्य हैं।
चोडंकर ने अपना पोस्ट हटाने से पहले कहा था, 'जिस तरह गुजरात में जनसंहार हुए उसी तर्ज पर पार्रिकर सरकार की धूर्त नीतियों के जरिए उसके दोहराने का खतरा आसन्न है।'
इसके बाद एक दूसरे फेसबुक समूह गोवा स्पीक्स पर देवू ने अपने शब्दों के चयन के लिए माफी मांगी, लेकिन अपने तर्क पर वह अड़े रहे। इस मामले में देवू के खिलाफ अतुल पई कणे ने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई है।
News Source : http://khabar.ndtv.com/news/india/mumbai-executive-faces-arrest-for-anti-modi-remarks-on-facebook-389288 / IANS, Last Updated: मई 23, 2014 10:42 PM IST
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मोदी पर फेसबुक कमेंट पड़ा भारी, ढूंढ़ रही पुलिस
नई दिल्ली। फेसबुक पर नवनियुक्त नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी को लेकर गोवा के एक युवक देवू चोदानकर की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। शिपिंग प्रोफेशनल देवू ने फेसबुक पर लिखा था कि अगर मोदी की सरकार बनी तो दक्षिण गोवा में ईसाई अपनी पहचान खो देंगे।
इस टिप्पणी के बाद पुलिस ने देवू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। गोवा क्राइम ब्रांच देवू की तलाश में छापेमारी कर रही है। स्थानीय अदालत ने उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। पुलिस का कहना है कि युवक को हिरासत में लेना जरूरी है ताकि उसके इरादों के बारे में जाना जा सके।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में ये भी कहा है कि देवू ने लिखा कि मोदी के आने पर विध्वसं भी हो सकता है। पर इस पोस्ट को देवू ने हटा लिया। पुलिस ने देवू के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 295 ए और 125 के तहत मामला दर्ज किया है
News Source : आईबीएन-7 | May 23, 2014 at 07:14pm | Updated May 23, 2014 at 08:05pm
(TIME extension argency
ReplyDeleteapplication पर , 26 मई 2014 , दिन
सोमवार की डेट सुनिश्चित)
पिछले शुक्रवार , 16 मई को , सरकार
द्वारा TIME extension argency
application
दिया गया था ,जिसकी कॉपी हमें 16 मई
को ही प्राप्त हो गई थी , 21 मई, बुधवार
को इस application को इंटर
लोकेटरी नम्बर 92-120/2014 दे
दिया गया है तथा सरकारी वकील सत्यमित्र
गर्ग द्वारा रजिस्टार को डेट लगाने के लिए
मेंसन किया गया , जिसपर रजिस्टार ने
application को स्वीकार करते हुए मार्क
(चिन्हित ) कर लिया गया था , लेकिन डेट
21 मई को नहीं दी थी I
,,,,,, 23 मई २०१४ को रजिस्टार ने
TIME extension argency
application पर , 26 मई २०१४ , दिन
सोमवार की डेट सुनिश्चित कर दी है ,,,
अर्थात 26 मई २०१४ दिन सोमवार
को सरकार द्वारा दाखिल application
पर सुप्रीमकोर्ट की ग्रीष्मकालीन विशेस
बेंच द्वारा सुनवाई की जाएगी I
,,,,, सीनियर वकील मीनाक्षी अरोरा जी ,
सीनियर वकील विपुल माहेश्वरी जी ,
जो की दिल्ली में ही है और उनसे संभावित
डेट पर होने वाले आर्गुमेंट के विभिन्न
पहलुवो पर विस्तृत चर्चा और
उनकी उपलब्धता पर बात हो चुकी है ,आप
दोनों ही हमारे लिए 26 मई को कोर्ट रूम
मी मौजूद रहेंगे I
,,,,, सीनियर वकील सतीश चन्द्र मिश्र
जी जो की 21 मई को लखनऊ में थे , उनसे
अपने केस के संदेभ में 21 मई को बात हुई
थी और उन्होंने मुझसे फोन पर बात के
दौरान कहा की , कोई डेट मिलते ही आप हमें
सूचित करें , मै delhi समय पर उपस्थित
रहने का प्रयास करूँगा I ,, इसी बातचीत के
क्रम को आगे बढ़ाते हुए मै पुनः इस दौरान
उनसे संपर्क करने की कोशिस करूँगा , और
प्रयास करूंगा की सीनियर वकील सतीश
चन्द्र मिश्र 26 मई की डेट पर सुप्रीमकोर्ट
में उपस्थित रहे I
Bhai kya graduation me 50% se kam wale bahar kiye jayenge
Deleteमहत्वपूर्ण बात यह है की , अनिल कुमार
ReplyDeleteबागपत और संजय सहारनपुर तथा अन्य
सक्रीय साथियों से हमारी बातचीत चल
रही है ,, यदि सभी की सहमती बनी तो हम
सभी मिलजुलकर, आपसी सहयोग से एक
और सीनियर वकील को 26 मई के लिए
उपस्थित रखने का प्रयास करेंगे I
,,,,,
,,,,,,,, 26 मई 2014 दिन सोमवार
को हमारा लाइनअप आर्गुमेंट क्या हो ,
इसपर इलाहाबाद हाई कोर्ट से लेकर
सुप्रीमकोर्ट के कई वकीलों से बात हुई
है ,तथा इन सभी बातो को ध्यान में रखते हुए
हमने अपनी तैयारी को पुख्ता करते हुए एक
प्रपत्र तैयार कर लिया है ,,,,,,,, हम इस डेट
को गंभीरता से लेते हुए सुप्रीम कोर्ट में हम
अपने सर्वोतम तर्कों और वकीलों के साथ
उपस्थित रहंगे I
,,,,,,,लगभग सभी जिला प्रतिनिधियों से
बातचीत का क्रम जारी है , और सभी ने
आश्वासन दिया है की , इस आकस्मिक
उपजी परिस्थिति में हम सभी आपके साथ है
I
,,,,, हमारे साथ सुप्रीम कोर्ट के जूनियर
वकील प्रशांत शुक्ला जी लगातार बने हुए
है , तथा सुप्रीम कोर्ट के अन्दर विभिन्न
विधिक प्रक्रियाओं के साथ साथ सुप्रीम
कोर्ट के बाहर भी सीनियर वकीलों से
मुलाकात और विभिन्न विधिक
क्रियाकलापों में हमारा सहयोग कर रहे है I
हम सभी इस वक्त delhi में मौजूद रहकर ,
सुप्रीम कोर्ट की हर उस बारीक से बारीक
विधिक गतिविधि पर , सजगता और
तत्परता के साथ नजर बनाये हुए है ,
जिनका सम्बन्ध हमारे केस से है I
‘ “जय हिन्द”
भाई ऐसा कुछ भी नही है केवल फुट डालो और राज करो के सिवाय
ReplyDeleteYE भोसड़ी वाले ५० % से कम वाले बुड्डे कम हो जाये तो युवायो को कुछ मौका मिले
ReplyDeleteGood night
ReplyDeleteिमत्रो मैं आपका ध्यान जिस्टस चौहान जी के एक और नायाब फैसले की ओर िदलाना चाहता हूँ जो उन्होंने कल ही िदया है ।
ReplyDeleteकेन्द्रीय अफसरशाही ने काले धन को लेकर िवशेष जाँच दल बनाने को िदए सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व आदेश के संदर्भ में पुनः ३ सप्ताह का अितिरक्त समय माँगा था िजसे चौहान साहब ने यह कह कर अस्वीकार कर िदया िक वे दूसरी बेंच के िदए आदेश में कोई दखलंदाजी नहीं करेंगे ।
िफर केंद्रीय वकील की बारम्बार याचना िक जाँच दल की गठन अिधसूचना नई केंद्रीय सरकार के आदेश से ही संभव है तब चौहान साहब ने केवल िवचारणार्थ उस यािचका को स्वीकार िकया परंतु कोई अिग्म तारीख नहीं दी ।
ReplyDeleteतो िमत्रो मेरा मत है िक हमारे मामले में भी हर बेंच दत्तू साहब के फैसले का ही सम्मान करेगी ।
आपका क्या मत है ?
सुझाव आमंित्रत हैं ?
क्या गजब का बहाना ढूड़ा है बेसिक शिक्षा सचिव ने अवमानना से बचने का कि सभी आवेदनोँ का रिकार्ड नही है अब जब तक कोर्ट से कुछ डाइरेक्सन नही मिल जाता कि उनका रिकार्ड कैसे लेना है तब तक कांउसलिँग की डेट आना मुमकिन नही है क्योँकि कोर्ट ने 30.11.11 और संशोधित 22.11.11 विज्ञप्ति के अनुसार पद भरने को कहा है जिसके अनुसार अब कोई आवेदन नही लिए जा सकते
ReplyDeleteजल्दी डेट लगना आवश्यक है
मकान चाहे कच्चे थे
ReplyDeleteलेकिन रिश्ते सारे सच्चे थे...
चारपाई पर बैठते थे
पास पास रहते थे...
सोफे और डबल बेड आ गए
दूरियां हमारी बढा गए....
छतों पर अब न सोते हैं
बात बतंगड अब न होते हैं..
आंगन में वृक्ष थे
सांझे सुख दुख थे...
दरवाजा खुला रहता था
राही भी आ बैठता था...
कौवे भी कांवते थे
मेहमान आते जाते थे...
इक साइकिल ही पास था
फिर भी मेल जोल था...
रिश्ते निभाते थे
रूठते मनाते थे...
पैसा चाहे कम था
माथे पे ना गम था...
मकान चाहे कच्चे थे
रिश्ते सारे सच्चे थे...
अब शायद कुछ पा लिया है
पर लगता है कि कुछ गंवा दिया....!!
!
ReplyDelete!
!
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सु
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नो
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स
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ज
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नी
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Boy: Kya main tumhe pyara lgta hu.
Girl: Na
Boy: Kya tum mere sath rehna chahti
ho.
Girl: Na
Boy: Aagr main mar jaun to tum rougi?
Girl: Na
Ladka bahut udas ho gya use bahut
dukh hua aur wo rone laga.
Ladki ne use apne qarib kiya aur kaha:
Tum Pyare nahi bahut Khubsurt ho.
Main tumhare sath rehna nahi balki
Jeena chahti hu.
Agar tumhe kuch ho gya to mein roungi
nahi mar jaungi.
रोजगार की भटकन
ReplyDeleteप्रदेश में शिक्षक पदों व अन्य सरकारी सेवाओं में भर्ती प्रक्रिया लंबे समय से पढ़े-लिखे नौजवानों के लिए मृगमरीचिका साबित हो रही है। एक विज्ञापन निकलता है, लाखों की संख्या में पढ़े-लिखे बेरोजगार नौजवान नौकरी की आस में आवेदन करते हैं। उम्मीदें संजोते हैं और जब वे पूरी नहीं होतीं तो वही उम्मीदें निराशा और आक्रोश में बदलने लगती हैं। टीईटी पास अभ्यर्थियों की समस्या भी यही इशारा करती है। शुक्रवार को आए परिणामों के बाद प्रदेश में टीईटी पास अभ्यर्थियों की संख्या करीब साढ़े आठ लाख हो चुकी है लेकिन इनमें से सिर्फ बारह हजार को ही अभी तक नौकरी मिल पायी है। परिषदीय विद्यालयों में 72 हजार 825 रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तीन साल से लटकी है। सुप्रीम कोर्ट ने 25 मार्च को तीन माह में इन पदों पर भर्ती का अंतरिम आदेश दिया था। यह मियाद अगले महीने पूरी हो जाएगी लेकिन शासन ने सुप्रीम कोर्ट से तीन माह की मोहलत और मांगी है। इसी तरह शुक्रवार को पीसीएस प्रारम्भिक परीक्षा का परिणाम ग्यारह महीने विलंब से आया। यह मामला भी अदालत में अंतिम रूप से निस्तारित नहीं है। सवाल उठता है कि आखिर क्यों हर भर्ती प्रक्रिया कानूनी पचड़े में फंस जाती है। जवाब तलाशें तो इसकी जड़ में नौकरशाही की विफलता स्पष्ट रूप से सामने आती है।
दरअसल, कुछ लापरवाही और कुछ निहित स्वार्थो के कारण जानबूझकर विज्ञापन प्रकाशन से लेकर भर्ती प्रक्रिया के अंतिम पड़ाव तक पहुंचने के बीच खामियां पैदा कर दी जाती हैं। कभी कोई बेहद तकनीकी दिक्कत तो कभी पक्षपात का आरोप। यही खामियां कानूनी पचड़ों व आरोपों को जन्म देती हैं। फिर लंबी अदालती लड़ाई चलती है। इस पूरी प्रक्रिया में पिसना पड़ता है बेरोजगार नौजवानों को। बात सिर्फ भर्ती प्रक्रिया के दौरान मानसिक प्रताड़ना की नहीं है। दरअसल, यही प्रताड़ना आगे चलकर उस आलस्य को जन्म देती है जिसका आरोप अक्सर सरकारी तंत्र पर लगता है। प्रदेश सरकार खुद को बेरोजगारों और नौजवानों का हितैषी साबित करने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है लेकिन वह तभी सफल हो सकती है जब इस भर्ती तंत्र के ढीले पेंच कसे जाएं। आगे टीजीटी/ पीजीटी/ एलटी ग्रेड सहित कई श्रेणियों में शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती की जानी है। बेहतर होगा इनके विज्ञापन भले कुछ विलंब से आएं पर आएं तो पूरी तैयारियों के साथ।
Rahul savita Teri ma choot
DeleteRahul svita kamine acadmic group ka chamcha is blog par sale a mat Jana kutta
ReplyDelete3june lucknow chlna hai sbhi ko yad rhe.
ReplyDeleteटेटवीरोँके लिए अब घर से निकलना जरुरी है इस आगाज को अंजाम तक पहुँचाना है बस मैँ तो यही कहना चाहुँगा--मिटा दो अपनी हस्ती को गर तु मर्तबा चाहे, कि दाना खाक मेँ मिलकर गुलेगुलजार होता है ।
ReplyDeleteआज हिन्दुसान मेँ एक न्युज आयी हैँ शिक्षा बिभाग पुलिस से करायेगी टीईटी के अंको का सत्यापन ।
ReplyDeleteकाम की बाते
पेपर मेँ लिखा हैँ आवेदन पत्रौँ के अंको से होगा सत्यापन जहा तक मेँ सोचता हु पुलिस वाले कम से कम 5 हजार कमीशन लेने के बाद सत्यापन करेगेँ।
मैं कई दिनों से आप सभी की मानसिक
ReplyDeleteपीडा देख रहा हूँ । और आप
सभी की मनो स्थिति को बहुत अच्छे से समझ
रहा हूँ । क्योंकि मैं भी आप सभी में से
ही हूँ । और आज लिखने पर मजबूर हो गया हूँ ।
जो दुर्दशा 72825 पदों की हुई है । उसे देखकर कलेजा मुँह
को आ जाता है। उससे भी ज्यादा दुर्दशा जो आप
सबकी हुई है । इतनी खराब है कि बताने के काबिल
नही है।
और वजह सिर्फ और सिर्फ एक
सरकार का बेहद उपेक्षापूर्ण रवैया , इतना उपेक्षापूर्ण कि उत्तर प्रदेश के
इतिहास में शायद
ही किसी भर्ती का इतना बलात्कार हुआ
है। जितना हमें प्राणों के समान प्यारी इस
भर्ती का हुआ है।
इसकी इज्जत की लडाई हमारे टेट बंधु लगातार लडते
आये हैं और हर बार लुट जाने से इसे बचाते रहे हैं ।
और लडते लडते जा पंहुचे न्याय के उस परम मंदिर में , जहाँ अन्याय
अपना सर उठाने से डरता है।
जहाँ सिर्फ न्याय करने वाले देवदूत बैठते हैं ।
उसी पावन जगह ने पहली ही बार में
हमारी भर्ती को अभय वरदान प्रदान कर दिया था। और
कौरवों को चेतावनी भी दी ,
सिर्फ और सिर्फ चेतावनी
मगर हाय रे कौरवों की किस्मत , इन्होंने उस
ReplyDeleteचेतावनी को बहुत हल्के में ले लिया है। और फिर
अपनी नापाक योजना बनाकर न्याय के देवदूतों के पास उन्हे भृमित
करने चल पडे हैं ।
और हमारे भोले भाले भाई बहन कौरवों के इस कदम से बहुत डर गये हैं ।
इतना डर गये हैं कि ये भी भूल गये हैं कि वे
किसकी शरण में खडे हैं ।
मित्रों वो न्याय का मंदिर है कोई धर्मशाला नही
जहाँ कोई जाकर टिक जाये और अपनी मनमानी करे।
लिख लो याद कर लो
17 जून तक कोई भर्ती नही होगी ,
होगा तो केवल टाइमपास , चाहे जैसे हो।
बस मुझे इन्तजार है उस पल का जब ये कोर्ट जायेंगे ।
और कहेंगे कि समय सीमा कम पड रही है।
कृपया तीन माह का समय बढाने का कष्ट करें ।
वकीलों के परिवार से जुड़ा होने के कारण मैं यह
भलीभांति जानता हूँ कि ऐसे मैटर में सुप्रीम कोर्ट
क्या करती है।
पेश है पहला पहलू
ReplyDelete----------------
पहली बात हमारी भर्ती का आर्डर एक
ऐसे जज ने दिया है जिसकी सुप्रीम कोर्ट में वह
हैसियत है कि जिसे भारत का चीफ जस्टिस भी केस
सौंपकर निश्चिन्त हो जाता है।
कोई भी जज ऐसे जज के आर्डर पर उंगली उठाने
तक से डरता है। और फिर हमारी भर्ती के बारे में
तो वह जज at any rate लिख चुके हैं ।
और जैसे ही केस सुनने वाला जज भर्ती पर किये गये
ऐसे सख्त आर्डर की अनदेखी देखेगा ।
सवालों की झडी लगा देगा ।
यकीन मानिये इन्हें वहाँ जबाब नही आयेगा ।
क्योंकि ये बताने जा रहे कोर्ट में अपनी मजबूरी और
कोर्ट कभी मजबूरी नही देखता और न
ही सुनता है । उदाहरण के तौर पर तलाक के मामले में कोर्ट
पति द्वारा हर महीने
का पत्नी को गुजारा भत्ता बंधाता है । चाहे पति खुद
को गिरवी ही क्यों न रखकर दे , कोर्ट
उसकी मजबूरी नही देखता है
3 June ko kitne baje aur kiss jagah ekattha hona h ?
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteउसी तरह से
ReplyDeleteइनकी भी मजबूरी नही देखेगा।
और तत्काल भर्ती शुरू करने का आर्डर दे बैठेगा ।
दूसरा पहलू
ReplyDelete----------------
चलो मान लेते हैं कोर्ट ने इन्हें माफ कर दिया और परिस्थितियों को देखते हुये
इन्हें तीन महीनों का तो नही मगर 40
दिन का समय दे दिया । जो कि ज्यादा से ज्यादा अगस्त के पहले हफ्ते तक
खत्म हो जायेगा ।
अब अगर दिये गये उस समय में भी सरकार ने
भर्ती नही की तो फिर
इनकी वो दुर्दशा कोर्ट करेगा कि इन्हें भागे राह
नही मिलेगी । सबसे पहले तो नपेंगे सचिव फिर
शिक्षा मंत्री और भी अधिकारी
और इसके साथ ही साथ कोर्ट लगायेगा सरकार
को ऐसी फटकार और देगा कठोर चेतावनी
जिसे सुनते ही अफसरों और
मंत्रियों की टटटी उतर आयेगी ।
और उस दिन पल्टुआ देगा बयान कि हम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते
हुये भर्ती शुरू कर रहे हैं ।
दोस्तों सुप्रीम कोर्ट को हल्के में न लें , इसके एक बयान से संसद
ReplyDeleteमें हंगामा कट जाता है , पूरे देश में सनसनी फैल
जाती है।
भाईयों
ReplyDeleteआपकी नौकरी कहीं नही गयी ,
पूर्ण रूप से सुरक्षित है और वो भी हद से हद बहुत
ज्यादा जुलाई , बस
चाहे इनके रिकार्ड पुलिस ले जाये , चाहे सारे फार्म खो जायें , चाहे
इनकी धोती खुल जाये ।
भर्ती कानूनन जुलाई तक होकर
ही रहेगी । यह
मेरा दावा ही नही बल्कि विधिक नियमों को देखते हुये
पूर्ण विश्वास है।
जय हिन्द जय भारत जय सर्वोच्च न्यायालय
Friends
ReplyDeleteDiets par Scert ki taraf se jabardast pressure hai..
warning letter bheja ja chuka hai.
aaj ki date (25/5/2014) 2 pm tak diets ko candidates ka pura vivran nirdharit formate par jisme name father's name tet number roll num with academic record bhejna hai..
iske baad pura data online ho jayega nic ki site par..
72825 bharti ka hi kaam chal raha hai...ye baat apne mann se nikal de ki bharti nahi hogi.
s.c hi supreme power hai sarkar wahi karegi jo hon s.c order degi..
इस पोस्ट के माध्यम से मै कुछ बाते स्पष्ट
ReplyDeleteकर देना चाहता हू
1. सुप्रीमकोर्ट में अगली डेट के सन्दर्भ में
2. पैसो के हिसाब के सन्दर्भ में
मेरे पास रोज सैकड़ो फोन , आ रहे है
जो वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में उत्तर
प्रदेश सरकार की गतिविधियों के
विषय में जानना चाहते है
,, तारीख और समयानुसार
वो सुप्रीमकोर्ट
की गतिविधिया निम्न है
16 मई 2014
----उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा TIME
extension argency application
सुप्रीमकोर्ट में दाखिल
----दोपहर तक हमें भी application
की कॉपी प्राप्त
21 मई, बुधवार
----, इस application को इंटर
लोकेटरी नम्बर 92-120/2014 दे
दिया गया है तथा सरकारी वकील
सत्यमित्र गर्ग द्वारा रजिस्टार
को डेट लगाने के लिए मेंसन
किया गया , जिसपर रजिस्टार ने
application को स्वीकार करते हुए मार्क
(चिन्हित ) कर लिया गया था ,
लेकिन डेट 21 मई को नहीं दी थी I
23 मई 2014 , शुक्रवार
समय लगभग दिन में दो बजे ----सत्य
मित्र गर्ग द्वारा रजिस्टार कोर्ट में
TIME extension argency application पर
सुनवाई के लिए तिथि निश्चित करने के
लिए पुनः मेंसन किया गया ,तब ,
लिस्टिंग रजिस्टार ने , 26 मई 2014 ,
दिन सोमवार की डेट सुनिश्चित कर
दी,,, अर्थात 26 मई २०१४ दिन सोमवार
को सरकार द्वारा दाखिल
application पर सुप्रीमकोर्ट
की ग्रीष्मकालीन विशेस बेंच
द्वारा सुनवाई किया जाना था ,
लेकिन ,,,,
लगभग शाम के चार बजे ----
नियमानुसार ग्रीष्मकालीन विशेस बेंच
के जज के पास सम्बंधित जो जो भी केस
लगाये जाते है केस लिस्ट करने के पश्चात
उसकी सूचना दी जाती है ,
उसी क्रम में
ReplyDeleteजब केसेस की लिस्ट हान. बी. एस.
चौहान साहब जज साहब के पास
भेजा गया तो उन्होंने साफ़ शब्दों में कह
दिया की पूर्व में भी इस केस को मैंने
रिलीज कर दिया था , फिर आज उस
केस से सम्बन्धित application को मेरे
कोर्ट में न लगाया जाये ,अर्थात हान.
बी. एस. चौहान साहब, ने केस से
सम्बन्धित application को सुनने से
मना कर दिया ,,,
,,,, चूँकि 28 मई तक हान. बी. एस.
चौहान साहब की ग्रीष्मकालीन
विशेस बेंच है और 29 मई से ग्रीष्मकालीन
विशेस बेंच नई बेंच आ रही है अतः अपने केस
से सम्बंधित application पर सुनवाई 29 मई
के पश्चात ही होगी , इन
परिस्थितियों में जबकि एक कोर्ट
द्वारा केस को सूनने से इनकार कर
दिया गया है अब application लिस्ट
होने के लिए आवश्यक है
की सरकारी वकील सत्य मित्र गर्ग
पुनः केस का मेंसन 29 मई या उसके
पश्चात ग्रीष्मकालीन विशेस बेंच में
सीधे मेंसन करे >>>> मेंसन करने के पश्चात
ग्रीष्मकालीन विशेस बेंच
यदि application को रिजेक्ट कर देती है
तो कोई डेट
नहीं लगेगा जिसकी संभावना न के
बराबर है >>>> या ग्रीष्मकालीन
विशेस बेंच यदि application
को स्वीकार कर लेती है तो कोर्ट
द्वारा एक नई तारीख तय
की जाएगी और सम्बंधित तारीख पर
application पर सुनवाई
होगी जो की निश्चित रूप से 30 मई
या उसके पश्चात ,2 ,3 या 4 जून
की कोई तारीख होगी
यद्यपि अनावश्यक
ReplyDeleteमिथ्या आरोपों और प्रत्यारोपो से
मैने लगातार दूर रहने का प्रयास
किया है ,, , सिर्फ और सिर्फ अपने
कार्य पर ध्यान दिया है ,,,, लेकिन कुछ
नकारात्मक सोच वाले
लोगो को मिथ्या आरोप लगाने से
नहीं रोक पाया हू ,,, इसी क्रम में स्पष्ट
करना चाहता हू
1. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के लिए
प्रदेश स्तरीय जो भी सहयोग
राशी मुझे समय समय समय प्राप्त हुआ है
वह , भाई जीतेंन्द्र सिंह मैनपुरी के
ही अकाउंट के द्वारा अथवा कैस के रूप में
प्राप्त हुआ है और जैसे ही सुनवाई पूरी हुई
है उसके पश्चात कुछ दिनों में भाई
जितेन्द्र सिंह द्वारा और मेरे
द्वारा (विथ पास बुक स्कैन कॉपी के
साथ ) आय व्यय का विवरण फेसबुक पर
दिया जा चुका है
2. वर्तमान समय में , tet संघर्ष मोर्चा के
प्रदेश स्तरीय जितेन्द्र सिंह के अकाउंट में
प्रदेश का लगभग पाच हजार आठ सौ रूपए
शेष बचे है ( 25 मार्च की सुनवाई के
बाद )
3. यदि किसी भी जिला स्तरीय
कमेटी जिसने हमें सहयोग किया है ,,
उसको यह लगता है की उसके
द्वारा दिए गए सहयोग
राशि सही जगह पर सही व्यय
नहीं किया गया है तो ,
वही जिला प्रतिनिधि जिसने
की सहयोग दिया है , निश्चित रूप से
अपने सहयोग राशि का हिस्साब मांग
सकता है(और हमने हिसाब
दिया भी है ) , कोई अन्य
व्यक्ति जिसने हमें सहयोग
नहीं किया है कही से भी मुझसे
किसी और के द्वारा दिए गए सहयोग
राशि के विषय में , कोई हिसाब मांगने
का नैतिक हक़ नहीं रखता है .
4. 25 मार्च या उसके पश्चात सुनवाई के
लिए प्रदेश के
सभी जिला प्रतिनिधियों के
द्वारा कलेक्शन किया गया था और
वही धनराशी प्रतेक जिला कमेटी के
पास कुछ न कुछ शेष है ,
उसी प्रकार
ReplyDeleteइलाहाबाद tet इकाई के पास भी ,
केवल इलाहाबाद के
साथियों द्वारा प्राप्त कुछ
धनराशी शेष है , वास्तव में जिले स्तर पर
जो भी धन राशी होती है ,
उसका उतरदायितव , उस जिला के
सदस्यों जिसने की सहयोग किया है
और
जिला प्रतिनिधि का ही होता है
5. चूँकि यह धनराशी इलाहाबाद के tet
साथियों द्वारा प्राप्त की गयी है
अतः इस पर इलाहाबाद tet
साथियों का जिन्होंने आर्थिक
सहयोग किया है , का ही अधिकार
और उत्तरदायित्व है , और उसे ये हक़ है
की इलाहाबाद के पैसो के आय व्यय
का विवरण वह , जब चाहे मुस्लिम
बोर्डिंग हाउस में , प्रतेक रविवार
को होने वाली आम बैठक में ले सकता है ,,
( हमने प्रत्येक बार इलाहाबाद में
इलाहाबाद के पैसे का हिसाब विवरण
सहित दिया है ),,, और हमें ये खुसी है
की इलाहाबाद के जागरूक tet
साथी हमारे विवरण और
कार्यप्रणाली से पूर्णतया संतुष्ट है ,
6. मै सभी tet साथियों और
जिला प्रतिनिधियों से आग्रह
करता हु की , आपने जो भी धनराशी ,
जिस भी सम्बंधित
जिला प्रतिनिधि या , अकाउंट में
दिया है ,या उस
जिला प्रतिनिधि को अन्य
तरीको ( जैसे किसी सम्मानित
व्यक्ति या राज नेता से
जो भी धनराशी प्राप्त हुई है
उसका भी विवरण )से प्राप्त हुआ है
उसका भी आप स्पष्ट
लेखा जोखा अवस्य प्राप्त करे और
लगातार नजर रखे की वो उस
धनराशी सही उपयोग करे रहे है
या नहीं , क्योकि अभी लड़ाई पूर्ण
नहीं हुई है
7. लेकिन मै अपने सभी समर्थको ,
आलोचकों को उत्तर प्रदेश tet संघर्ष
मोर्चा की तरफ से और इलाहाबाद
की तरफ से यह आस्वष्ट करता हु की ,
जिस प्रकार अभी तक उत्तर प्रदेश tet
संघर्ष मोर्चा और इलाहाबाद ने हाई
कोर्ट से लेकर सुप्रेम कोर्ट
की कार्यवाही में जिस प्रकार
की भूमिका अदा किया है ,
ReplyDeleteउसी प्रकार आगे भी करता रहेगा
मै अपने सभी समर्थको , आलोचकों , के
उज्जवल भविष्य की कामना करता हू मेरे
मन में सभी के प्रति सकारात्मक सोच
और अच्छी भावनाए है , मुझे पता है
की सभी बेरोजगारी की जटिल
समस्या से ग्रषित है , अतः समय समय पर
उनका विचिलित होना स्वाभाविक
है ,,, मै सभी समर्थको , आलोचकों से
यही आग्रह
करूँगा की अपनी उर्जा को सकारात्मक
और सृजनशीलता की तरफ अग्रषित करे
जिससे सभी का भला हो सके ,,, ईश्वर
सब पर कृपा करे !
अब आज शायद ये मेरी आखिरी पोस्ट हो सकती है इसके बाद मे जाने कब मिलूँ आपसे है पता नही है खुद मुझे
ReplyDeleteआपका अपना एक भाई
Mr.
тεт
мεяιт
ηαнι
тσ
внαятι
внι
ηαнι
अब अगर आगे जिंदा रहे तो जरूर मिलेंगे दोस्तोँ
9058749811
Why
ReplyDeleteअरे भाई साहेब ऐसा मत करो अन्यथा बहुत से लोग परेशां हो जायेंगे
ReplyDeleteअरे भाई साहेब ऐसा मत करो अन्यथा बहुत से लोग परेशां हो जायेंगे
ReplyDelete'टैट मेरिट नहीं तो भरती भी नहीं' अथवा 'उमाशंकर जी', अरे भाईया जी ऐसा काहे कर रहे हैं। अगर किसी ने कुछ एइसा-वेइसा कह दिया है तो उसे क्षमा कर दो भाई। भइया जी एक आप ही हैं जिसकी पोस्ट पर मैं विश्वास कर सकता हूँ। शायद आप यकीन न करें मैं आपकी पोस्ट सबसे पहले पढ़ना चाहता हूँ। अब यदि आप ही इस ब्लॉग को छोड़कर चले जायेंगे तो इस ब्लॉग पर आने का क्या फायदा। मेरा आपसे अनुरोध है कि एक बार अपने फैसले पर फिर से विचार कीजिए। हज़ारों टैटियन्स आपसे काफ़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं।
ReplyDeleteHi
ReplyDeleteTET Merit Nhi to bharti bhi nhi aap ke post ko pad kar ke hi hum sab jinda hai please aap is blog ko chod kar mat jao
ReplyDeletedosto hame khed hai ki ham aap tak pichhle ku6 dino se athentic news nai pahucha pa rahe hai...kyuki mai is smay ku6 persnal pareshani se jujh raha hu..sayad mai apni life ke sbse bure daur se gujar raha hu..mujhe koi rasta nai sujh raha hai ki mai is pareshani ka samna kaise karu..? Jisme meri koi help bhi nahi ho sakti hai nahi to main apko jarur btata
ReplyDeleteGod se pray kare ki ham is bure daur se jald ubar jaye...
Agar kisi friend ko ku6 v tet se sambandhit news leni ho to wo hame 9058749811 par call kar skte hai..mai apke har question aur apke man ki sanka ka samadhan jarur karne ki kosish karuga...jai tet merit
कल मेँ ब्लाग पर ना रह कर अपनी नौकरी के लिये जमीन पर प्रयास करुगाँ।
ReplyDeleteउ॰प्र॰ के सभी बीएड टेट पास सडक पर निकले कल DM/BSA को समझाया जायेगा अब युध्द करो या मरो का किया जायेगा 3 जुन को ।
आप से निवेदन,बंदन प्रार्थना करता हु अगर समाज के ताने से छुटकारा पाना चाहते हैँ तो अपने जिले पर जरुर पहुचेँ
शुभ रात्री
फैसला आप का नौकरी आप की
मेँ जाऊगाँ आप भी जाये
दिलों कि बात भले ही करता हो ज़माना लेकिन,
ReplyDeleteआज भी मुहब्बत चेहरों से ही शुरू होती हैं...
Cute story..!!
ReplyDelete.
.
Boy : Baby i want to tell u something .
Girl : Yes.
Boy : When you go home today thank your Mom for me..
Girl : Okey but y? .
Boy : Thank her because she gave birth to an angel in this earth
who is my Life and to who one day you will distroy my wife,,
Udaasi Mere Chehre Ka Libaas Hai..
ReplyDeleteBas
Sirf Hasi Mere Bas Ki Baat Hai..
Kisi Ko Cheen Lena Meri Fitrat Hi Nahi..
Wo Khud Mil Jaye To Aur Baat Hai..!
Abhi Suraj Duba Hai Zara Si
ReplyDeleteShaam To Hone
Do.
Main Khud Hi Lout Jaaunga Apni
Raahon Me Pahle Mujhe
Naakam To Hone
Do.
Mujhe Badnaam Karne Ke Bahane
Dhhondhte Ho
Kyun ....?
Main Khud Ho Jaaunga Badnaam
Pahle Naam To Hone
Do.
Meri Hasti Anmol Nahin Fir Bhi
Bik Nahin Sakta
Wafayein Baazar Me Pahle Zara
Neelam To Hone
Do.
Naye Aagaz Me Hi Housla Kyun
Haar Baithe Ho ....?
Jeet Jaaoge Tum Sab Kuchh Pahle
Zara meri haar To Hone
Do.
टूटकर शाख से पत्ते, मिट्टी मेँ मिल जाते हैँ
ReplyDeleteगुजरे दिन लौटकर, वापिस कभी नहीँ आते हैँ,
रिश्तोँ को दोँनो, हाथोँ से सम्भाले रखना,
आइना गर गिरा तो, टुकङे
बिखर जाते हैँ,
न कोई शहर अजनबी है न कोई शख्स ,
प्यार से मिलेँ तो, दुश्मन भी दोस्त हो जाते हैँ,
बुलबुले पानी के खिलौने नहीँ हो सकते,
हाथ से छूते ही ये तो टूट जाते हैँ,
उम्मीदोँ के चराग रौशन रहने दो हमेशा,
सुनहरे दिन के बाद रात के अँधेरे आते हैँ,
दुनिया बिल्कुल नहीँ है छोटी,
बिछुङे हुए लोग फिर कहाँ मिल पाते हैँ ।