Shiksha Mitra Samayojan News : खुशखबरी: एक लाख 70 हजार शिक्षामित्रों को पक्की नौकरी
बदला गया नियमों को
अभी तक इनके लिए नियमावली में कोई प्रावधान नहीं था।
वैसे तो परिषदीय स्कूलों में शिक्षक बनने की आयु सीमा 21 से 40 वर्ष है, लेकिन शिक्षा मित्रों के लिए यह आयु सीमा 60 वर्ष तक कर दी गई है।
ये चाहिए योग्यता
कैसे होगा चयन
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्यों की अध्यक्षता में सभी जिलों में चयन समिति बनाई जाएगी। आरक्षण नियमों के आधार पर चयन सूची तैयार होगी। बीटीसी वालों को समायोजन में प्राथमिकता दी जाएगी।
वरिष्ठता सूची जन्मतिथि के आधार पर तैयार की जाएगी। दो शिक्षामित्रों की जन्मतिथि यदि एक समान है तो अंग्रेजी के अक्षरों के आधार पर सूची में उसका नाम रखा जाएगा।
समिति की संस्तुति पर बेसिक शिक्षा अधिकारी समायोजन संबंधी आदेश जारी करेंगे।
टीईटी से ऐसे दी छूट
इसके साथ नियम 16 (क) जोड़ दिया गया है। इसमें शिक्षा मित्रों को टीईटी से छूट देने का अधिकार राज्य सरकार के अधीन कर दिया गया है।
प्रशिक्षण तीन चरणों में
पहले चरण में 60 हजार शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण दिया गया। इनमें से 58,826 ने बीटीसी परीक्षा उत्तीर्ण की है। दूसरे चरण में 64,000 और दूसरे चरण में 46,000 शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जैसे-जैसे प्रशिक्षण प्रक्रिया पूरी होती जाएगी शिक्षामित्रों को शिक्षक के पद पर समायोजित किया जाता रहेगा
News Source / Sabhaar : Amar Ujala (31.05.2014)
Sirf or sirf bevkoof banana ek bhi SM ki naukri pakki nahi hogi
ReplyDelete15मार्च2014 को अमर उजाला के अनुसारनैनीताल।शिक्षा मित्र रहते हुए बीटीसी करने वाले शिक्षा मित्रों को टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा) से छूट प्रदान करने संबंधी शासनादेशपर हाईकोर्ट ने रोक लगाते हुएसरकार को तीन सप्ताह में जवाबदाखिल करने के निर्देश दिए हैं।न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की एकलपीठ के समक्ष शुक्रवार को मामले की सुनवाई हुई। उधमसिंह नगरके बाजपुर निवासी प्रवीणकुमार और अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर शासन की ओर से जारी 4 मार्च, 2014 के उस शासनादेश कोचुनौती दी थीजिसके तहत उन शिक्षा मित्रों को जिन्होंनेशिक्षा मित्र रहते हुए बीटीसी किया था,को शासन ने टीईटी परीक्षा में छूट प्रदान की थी।याचिका में कहा गया है कि नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम 2009 एवं एनसीटीई के रूल्स के तहत शिक्षा मित्रों को भी टीईटी पास करना जरूरी है। क्योंकि वे पूर्ण चयन प्रक्रिया के तहत बीटीसी में आए हैं। पक्षों की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट की एकलपीठ ने शासनादेश पर रोक लगाते हुए सरकार को तीन सप्ताह में जवाबदाखिल करने को कहा है।News Source / Sabhaar : अमर उजाला(15.03.2014)
ReplyDeleteGood morning mitro sp government ke sabse bade satru tet wale hai. Ye abhi bhi 72825 ke bharti per Kuch nahi bole rahe hai. Iska jawab diya jayega 3 June ko . is nikkami gov ko bina 72825 prt bharti ke Kisi bhi ko samayojit nahi karne diya jayega. Ham sab ki ekta hi iska jawab hoga Jo 3 June ko dikhana hai taiyar ho jao tet veero jai maa vindhyavasini. Jai baba kashivishwanath sada sahay.
ReplyDeleteSPA govrmnt ki berojgaraon ke pirti ek aur ghinonee chaal.
ReplyDeleteJai tet merit
72825.
News to hamesha good hoti hai par akal less sarkar me kisi ka good nahi hua ajtak .....
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