झांसी : बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के संयोजन में चल रही उत्तर प्रदेश संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद अब काउंसिलिंग प्रक्रिया घोषित कर दी गई है। 16 जून से आनलाइन काउंसिलिंग शुरू होगी। इसके पहले आफलाइन प्रक्रिया में अभ्यर्थी पूरी जानकारी ले सकेंगे।1राज्य समन्वयक डा. ओपी कंडारी ने बताया कि 16 जून से प्रदेश के 11 शहरों के 22 केंद्रों में आनलाइन प्रक्रिया शुरू होगी। पहले दिन 16 जून को पांच हजार रैंक तक के अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। यह प्रक्रिया दो जुलाई तक चलेगी। इसके लिए 10 जून से काउंसिलिंग का पत्र वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लू.यूपीबीएड.एनआइसी.इन से सृजित किया गया है।
दूसरी ओर सात जून से आफलाइन काउंसिलिंग शुरू की जा रही है। बीएड कोर टीम के सदस्य प्रो. एसके काविया ने बताया कि इसके लिए काउंसिलिंग केंद्र पर नहीं जाना है। घर पर या साइबर कैफे पर जाकर वे वेबसाइट के जरिये पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी कर सकते हैं। यह आफलाइन प्रक्रिया सात से 15 जून तक चलेगी।जागरण संवाददाता, झांसी : बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के संयोजन में चल रही उत्तर प्रदेश संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद अब काउंसिलिंग प्रक्रिया घोषित कर दी गई है। 16 जून से आनलाइन काउंसिलिंग शुरू होगी। इसके पहले आफलाइन प्रक्रिया में अभ्यर्थी पूरी जानकारी ले सकेंगे।1राज्य समन्वयक डा. ओपी कंडारी ने बताया कि 16 जून से प्रदेश के 11 शहरों के 22 केंद्रों में आनलाइन प्रक्रिया शुरू होगी। पहले दिन 16 जून को पांच हजार रैंक तक के अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। यह प्रक्रिया दो जुलाई तक चलेगी। इसके लिए 10 जून से काउंसिलिंग का पत्र वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लू.यूपीबीएड.एनआइसी.इन से सृजित किया गया है। 1दूसरी ओर सात जून से आफलाइन काउंसिलिंग शुरू की जा रही है। बीएड कोर टीम के सदस्य प्रो. एसके काविया ने बताया कि इसके लिए काउंसिलिंग केंद्र पर नहीं जाना है। घर पर या साइबर कैफे पर जाकर वे वेबसाइट के जरिये पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी कर सकते हैं। यह आफलाइन प्रक्रिया सात से 15 जून तक चलेगी।
Good न्यूज़....राष्ट्रीय सहारा इलाहाबादशिक्षको की भर्ती जुलाई तक72825 शिक्षकों की भर्ति जुलाई तकपूरी होने की संभावना है| भर्ति के लियेसभी जिलों के bsa कार्यालय डाटा फीडींगचल रही है| कई जिलों मे डाटा फीडींगकाफी पीछे है इसलिये भर्ति प्रकिया शुरुहोने मे विलंब हो रहा है| शासनभी भर्ति को लेकर गंभीर हो गया है|संभावना है 20 जून तक सभी डाटा फीडीँगहो जायेगी और इसके बादअभ्यर्थियों को संम्बधित जिलों के डायट परकाउसलिँग जून के अंतिम हफ्तेमें शुरुहो जायेगी|
ReplyDeleteLokendra Malikक्या डालडा कभी देसी घी के समकक्ष हो सकता है और देशी घी के बराबर शरीर का पोषण औरविकास कर सकता है??अगर मैं यह सवाल किसी बेवकूफ से भी पूँछे तोवो भी इसका उत्तर बता देगाफिर यह इस सपा सरकार की समझ में क्योनही आता ओर वह जबरदस्ती यूपी की जनता पर डालडा (शिक्षामित्र का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन ) थोपने पर क्यो तुली हुई है जबकिराज्य में पर्याप्त से अधिक मात्रा मेंदेशी घी (बीटीसी व टेटपास बीएड) उपलब्ध है ।हद है क्या कोई सरकार इतनी भी गैर जिम्मेदार ओर हठी हो सकती है जो राज्य के भविष्य को ही गर्त और पतन के मार्ग पर डाल सकती है ऐसा कभी सोचा न था।अहंकार तो रावण का और विश्व के किसी भी शासकका नही चला इतिहास गवाह है की निरकुँश शासन का अंत बडी ही निर्ममता से उस राज्य की जनता के द्वारा ही किया गया है।सपा सरकार का अंत भी हमारे द्वारा किया जाना अब लगभग तय हो चुका है क्योकि बर्दाश्त की सीमा की सीमा भी टूट चुकी है ।जय टेटमेरिटजय टेट संघर्ष मोर्चा ।
ReplyDeleteLokendra Malikक्या डालडा कभी देसी घी के समकक्ष हो सकता है और देशी घी के बराबर शरीर का पोषण औरविकास कर सकता है??अगर मैं यह सवाल किसी बेवकूफ से भी पूँछे तोवो भी इसका उत्तर बता देगाफिर यह इस सपा सरकार की समझ में क्योनही आता ओर वह जबरदस्ती यूपी की जनता पर डालडा (शिक्षामित्र का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन ) थोपने पर क्यो तुली हुई है जबकिराज्य में पर्याप्त से अधिक मात्रा मेंदेशी घी (बीटीसी व टेटपास बीएड) उपलब्ध है ।हद है क्या कोई सरकार इतनी भी गैर जिम्मेदार ओर हठी हो सकती है जो राज्य के भविष्य को ही गर्त और पतन के मार्ग पर डाल सकती है ऐसा कभी सोचा न था।अहंकार तो रावण का और विश्व के किसी भी शासकका नही चला इतिहास गवाह है की निरकुँश शासन का अंत बडी ही निर्ममता से उस राज्य की जनता के द्वारा ही किया गया है।सपा सरकार का अंत भी हमारे द्वारा किया जाना अब लगभग तय हो चुका है क्योकि बर्दाश्त की सीमा की सीमा भी टूट चुकी है ।जय टेटमेरिटजय टेट संघर्ष मोर्चा ।
ReplyDeleteLokendra Malikक्या डालडा कभी देसी घी के समकक्ष हो सकता है और देशी घी के बराबर शरीर का पोषण औरविकास कर सकता है??अगर मैं यह सवाल किसी बेवकूफ से भी पूँछे तोवो भी इसका उत्तर बता देगाफिर यह इस सपा सरकार की समझ में क्योनही आता ओर वह जबरदस्ती यूपी की जनता पर डालडा (शिक्षामित्र का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन ) थोपने पर क्यो तुली हुई है जबकिराज्य में पर्याप्त से अधिक मात्रा मेंदेशी घी (बीटीसी व टेटपास बीएड) उपलब्ध है ।हद है क्या कोई सरकार इतनी भी गैर जिम्मेदार ओर हठी हो सकती है जो राज्य के भविष्य को ही गर्त और पतन के मार्ग पर डाल सकती है ऐसा कभी सोचा न था।अहंकार तो रावण का और विश्व के किसी भी शासकका नही चला इतिहास गवाह है की निरकुँश शासन का अंत बडी ही निर्ममता से उस राज्य की जनता के द्वारा ही किया गया है।सपा सरकार का अंत भी हमारे द्वारा किया जाना अब लगभग तय हो चुका है क्योकि बर्दाश्त की सीमा की सीमा भी टूट चुकी है ।जय टेटमेरिटजय टेट संघर्ष मोर्चा ।
ReplyDeleteकल, मैं और अवनीश भैया साथ में थे |
ReplyDeleteतो हमने खूब चर्चा की भर्ती को लेकर और शिक्षा मित्रों को लेके , कुछ ऐसे मुख्या बिंदु थे जिनपे प्रकाश डालता हूँ :
१) शिक्षा मित्रों का अगर १९९९ वाला इतिहास देखें तो ये कभी भी अनट्रेंड टीचर नहीं रहे हैं और इनसे कॉन्ट्रैक्ट लिया जाता है ११ महीने का उसपे भी इन्हे कहा जाता है की आप कभी भी परमानेंट होने की डिमांड नहीं करोगे अर्थात ये मात्र संविदा कर्मी हैं |
२) बात आती है ट्रेनिंग की तो उसमे भी ये डी.एल.एड. होता है जैसा की पंजाब प्रान्त में है पर ये ट्रेनिंग (बी.टी.सी की) करते हुए रेगुलर कैसे पढ़ा सकते हैं और साथ ही ग्रेजुएशन भी क्यूंकि सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति के लिए ग्रेजुएशन होना जरुरी है |
ReplyDelete३) इन सभी बातों का जिक्र राजेश पाण्डेय की रिट में है और मैं आपको उस रिट ओपन होने का फायदा बताता हूँ |
४) देखिये, अगर हम नयी रिट डालते हैं जैसे की बी.टी.सी. वाले व अन्य भी करेंगे तो इनके जी.ओ पर स्टे मिलेगा जिससे की ये काम ये करते रहेंगे और स्टे रहेगा बस |
५) जबकि राजेश पाण्डेय वाली रिट में इनकी ट्रेनिंग अवैध हो जाएगी और ये सब काम पे से हटाए जाएंगे यानी शिक्षा मित्रों का लफड़ा ही ख़त्म होगा उत्तर प्रदेश सरकार से और आर.टी.ई नियम का जो उल्लंघन यहाँ इनकी वजह से किया जा रहा है वो भी उजागर होगा |
ReplyDelete६) देखिये मैं किसी को भी मदद के लिए नहीं कह रहा हूँ क्यूंकि टेट मोर्चा अपने आप में इतिहास है जो की हर किसी की जुबान पे है आज उत्तर प्रदेश में |
७) टेट मोर्चा ये काम इसलिए चाहता है क्यूंकि इन भाड़े के टट्टुओं से तो अच्छे अपने गधे हैं जो कम से कम टेट पास किये हैं |
८) अगर ये हट गए तो उत्तर प्रदेश में क्वालिटी एजुकेशन का बोलबाला होगा और एक बार फिर टेट मोर्चा इन गधों की मदद करेगा , ये हमारा वादा है इनसे की इन्हे पूरी गाइडलाइन्स दी जाएंगी की भर्ती कैसे निकलवाई जाएं एक बार दोबारा बी.एड वालों के लिए वो भी २०१५ तक ही और बात रही समय सीमा की तो हम जानते हैं कैसे बढ़वाई जाएगी ?
९) बात रही गधों से द्वेष की तो वे हमें कभी नहीं हरा पाएंगे और ये भी चैलेंज है की टेट मेरिट के आलावा कभी भी किसी भी बेस पे भारतीओ नहीं हो सकती है प्राइमरी की अब , कुछ बेवकूफ बना गए बाकियों का वार्ना इसी में पद बड़वा लेते |
ReplyDelete१०) शिक्षा मित्रों के मंत्रियों को भी पता है की मात्र ये लोलीपोप है पर सरकार ने टेट अभ्यर्थियों के मुंह में हाथ देके बहुत ही गलत किया है क्यूंकि इनकी संविदा पे भी अब खतरा मंडरा रहा है |
ट्रेनिंग अवैध होते ही काम तमाम हो जायेगा इनका यहाँ से |
"बदलने को तो इन आँखों के मंज़र कम नहीं बदले,
ReplyDeleteतुम्हारी याद के मौसम, हमारे गम नहीं बदले,
तुम अगले जन्म में हम से मिलोगी, तब तो मानोगी,
ज़माने और सदी की इस बदल में हम नहीं बदले...!
हमको भी गर्मी ने मारा
ReplyDeleteतुमको भी गर्मी ने मारा
हम सबको गर्मी ने मारा
इस गर्मी को मार डालो
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ReplyDeleteशिक्षा मित्रों के पहले बैच को ट्रेनिंग पूरी करने का प्रमाणपत्र
ReplyDeleteवितरित होने लगा है इसलिए जिसे उनका समायोजन
रोकना हो वो कोर्ट जाए घर /इंटरनेट पर बरबाद करने के लिए अब
समय नही है ,,, न्यायमूर्ति दिलीप गुप्ता दो साल बाद
उनकी ट्रेनिंग को अवैध नही कर सकेंगे ,यदि उन्हें
ऐसा करना ही होता तो एक साल पहले ही कर दिया होता ,,, कोई
भी जज 1.60 लाख लोगों की जिंदगी के विरुद्ध आदेश
नही देगा ,,,,मान लो एक साल से सुरक्षित फैसला उन्होंने दे
भी दिया और sm की ट्रेनिंग अवैध कर दी तो DB सिर्फ
अनावश्यक delay के आधार पर ही उसे पलट देगी ,,,,हाँ उनके
समायोजन को नई नियुक्ति प्रमाणित किये जाने की स्थिति में
उनपर टेट का बम डाला जा सकता है ,,, जिसे यह नेक काम करके
बी एड वालों का हीरो बनना हो वो इलाहाबाद जाकर आर के जैन
जैसे किसी बड़े और ईमानदार वकील से मिले ,,,इस नेक काम में
इससे ज्यादा सहयोग मैं नही कर सकूँगा क्योंकि collection से
मैं दूर ही रहता हूँ ,,, मेरा काम था विधिक यथार्थ का अपनी समझ
के अनुसार वर्णन करना एवं प्रेरित करना वो मैंने कर दिया
साथियों प्राइमरी की काउंसलिँग का अभी तक कोई अता पता नही है जब कि हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार जूनियर की काउंसलिँग गत वर्ष ही हो चुकी है अब केवल नियुक्ति पत्र वितरित किए जाने की औपचारिकता शेष है जो शीघ्र ही सार्वजनिक अवकाश को छोड़कर किसी भी दिन अमर उजाला के काउंटर से काउंसलिँग कराने का प्रमाण दिखाकर प्राप्त किए जा सकेंगे । इतना ही नही जूनियर ज्याइन करने पर आप 13500 की जगह 18140 वेतनमान पाने के हकदार होंगे । अपने नजदीकी काउंटर पर संपर्क करने पर बताया गया कि नियुक्ति पत्र का वितरण पहले आओ पहले पाओ की नीति के तहत बिना किसी भेदभाव किया जाएगा । किसी प्रकार की असुविधा होने पर आप किसी भी अकेडमिक जूनियर भर्ती सपोर्टर ग्रुप से हरजाना पाने के हकदार होंगे । इसलिए विज्ञान वर्ग के ऐसे अभ्यर्थी जो जूनियर भर्ती ज्याइन करने का सपना देख रहे हों प्राइमरी भर्ती से अति शीघ्र अपना अभ्यर्थन वापस लेकर जूनियर नियुक्ति पत्र लेने के लिए निकटतम अमर उजाला के काउंटर से संपर्क करे । सूचना जनहित मे जन जन तक प्रसारित करने हेतु अधिकतम लोगों तक पहुँचाएँ ।
ReplyDeleteTMNTBBN please ye bataye ki supreme court me time extension case ka kya hua
ReplyDeleteTMNTBBN please ye bataye ki supreme court me time extension case ka kya hua
ReplyDeleteअभी अमरजेँसी बैंच बैठी है जिसके जज चौहान साहब हैं जिन्होने हमारा केस सुनने से मना कर दिया है
ReplyDelete2 तारीख को कोर्ट जब खुलेगी तब दत्तू साहब ही सुनेँगे लेकिन तब तक देर हो चुकी होगी
क्या जूनियर की भर्ती के लिए सरकार न्याय विभाग से राय नही लेगी ।
ReplyDeleteक्या जूनियर की भर्ती के लिए सरकार डबल बेँच नही जायेँगी ।
सरकार का सब ड्रामा 72825 के लिए क्योँ है ।
एक और महा आन्दोलन होना चाहिए ।सब के हाथ लाठी होना चाहिए ।
और नारा यह होना चाहिए ।
1.मरो या मारो ।
2.सपाईयो यूपी छोड़ो ।
3.अखिलेश का पुतला जलाओ ।
4.अखिलेश हाय हाय ।
इतना करने मेँ अखिलेश सरकार का सब नौटंकी भूल जायेँगा । और 15 दिन के अन्दर 72825 के हाथो मे नौकरी का लेटर होगा ।
सभी लोग अपना राय आवश्य दे ।
दोस्तो आन्दोलन किये आज ५ रोज हो गये, पर अभी तक शासन या प्रशासन स्तर पर कोई काम होता दिख नहीं रहा । कहीं विड़ियो कान्फ्रेसिंग और ३ दिन का समय देने वाली बात हम लोगों के साथ छलावा तो नहीं था ।
ReplyDeleteपर्यावरण दिवस पर पेड़ वो लगाओ जिसमे शाख न हो
ReplyDeleteताकि लटक कर किसी मासूम की जिन्दगी राख न हो
अब मेले नही लगते ,मेरे गाव मे ?
ReplyDeleteअब राही नही रुकते ,पेड़ों की छाव मे ?
जब से झूली है लाशें ,उन शाखों पर ?
सावन के झूले नही ,पड़ते मेरे गाव में
कल से मैं काउन्सलिंग की कई डेट सुन चुका हूँ, इस ग्रुप की तरफ से मैं स्पष्ट करना चाहता हूँ कि अभी कोई भी तारीख तय नहीं हुई है, कुछ लोग सिर्फ मजे लेने के लिए ऐसी पोस्ट डाल रहे हैं।
ReplyDeleteमैं नहीं चाहता कम से कम इस ग्रुप में लोग भ्रम शिकार हो। कल मैंने जो पोस्ट डाली थी उस पर कुछ महान लोगों को बहुत आपत्ति हुई थी, मैं आप सभी से पूछना चाहता हूँ क्या झूठा पोस्ट डालकर झूठी खुशी देना सही है कि कड़वा सच बताकर मानसिक रूप से मजबूत करना और हर एक परिस्थिति के लिए तैयार रहना वो जरूरी है।
मेरी भी जिंदगी और सपने दाव पर लगे हैं, मुझे भी नौकरी चाहिए लेकिन मैं जबरदस्ती बिना किसी आधार के न खुद को तसल्ली देता हूँ और न ही लोगों को झूठे सपने दिखाता हूँ।
ReplyDeleteजिस दिन सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था उसके एक सप्ताह के बाद से ही हम लोग रोज ही सुन रहे हैं कि डाटा की फीडिंग हो रही है अब इसको इस बात से जोड़ना कि ये हमारे आंदोलन की वजह से हो रहा है क्या थोड़ा सा भी उचित होगा?
जब तक कुछ ठोस और आधिकारिक रूप से कुछ सामने नहीं आता तब तक भर्ती को लेकर कोई भी कयास लगाना बेईमानी ही होगी।
मैंने उस पोस्ट में यही तो लिखा था कि अगर सरकार निर्धारित समय के भीतर काउन्सलिंग नहीं शुरू कराती तो हमें कोर्ट में सरकार को पूरी तरह से नंगा करना होगा।
ReplyDeleteपता नहीं क्यों कुछ लोगों को यह सब बातें चुभ गई।
Umashankar Bhai kadwi baat hi sahi hai,apne aapko dokha deena kisi bhi tarah se sahi nahi hai.
ReplyDeleteसभी भाई बहनों जिनको सच सुनना पसंद नहीं उनके लिए मै आगे की चार लाइन लिख रहा हूँ-
ReplyDeleteसोमवार को शासनादेश जारी होगा,
मंगलवार को मेरिट आउट होगी,
बुधवार से काउंसलिंग शुरू होगी,
गुरूवार को नियुक्ति पत्र मिल जायेगा।
जिन्हें खुशी मिली पढ़कर मिठाइयाँ बाटें।
Woh log jo day dreaming karte hain,sirf apne aapko dokha dete hain.
ReplyDeleteAisa,mat liko uma bhai
ReplyDeleteसही तो कहा न
ReplyDeleteइसमे गलत क्या है
There r number of candidates who only trust u, so do not pay attention towards such day dreamers.
ReplyDeleteThere r number of candidates who only trust u, so do not pay attention towards such day dreamers.
ReplyDeleteKahne ka matlab tumne sahi hi kaha hai,kuch galat nahin kaha.
ReplyDeleteAgar kuch log daydreaming karte hai toh wo apne apko dokha de rahen hai.
ReplyDeletetum lage raho uma bhai
ReplyDeleteदूकानदार एक औरत को कपड़े दिखा दिखा कर थक गया ..
ReplyDelete.
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आखिर बोला, मुझे अफसोस है की आपको कोई कपड़ा पसंद नहीं आया
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औरत:" कोई बात नहीं .........मै तो वैसे भी सब्जी लेने आई थी........
हमें अपने से बड़ों की इज्जत इसलिए करनी चाहिए क्योंकि उनका अनुभव हमसे ज्यादा है,
ReplyDelete..........और..........
छोटों से प्यार इसलिए करना चाहिए क्योंकि उनकी गल्तियां हमसे कम हैं
जलते घर को देखने वालो फूँस का छप्पर आपका है,
ReplyDeleteआग के पीछे तेज हवा है आगे मुकद्दर आपका है,
उसके कत्ल पर म भी चुप था मेरा नंबर अब आया है,
मेरे कत्ल पर आप भी चुप है अगला नंबर आपका है!
आज टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा जनपद जौनपुर की बैठक पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रातः 8:45 पर प्रारम्भ हुई,,,डेढ़ घंटे चली इस बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया की हमारा मोर्चा किसी भी कीमत पर शिक्षामित्रों का समायोजन रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी रणनीति तय हो चुकी है एवं आने वाले 5-10 दिनों में शिक्षामित्रों के दानवी अट्टहास पर हम पूर्ण विराम लगा देंगे। शिराज-ए-हिन्द के टेट रणबाँकुरे अपनी दृढ़ता और विजयलिप्सा के लिए जाने जाते हैं, अकेडमिक बंधुओं को धूल चटाने के बाद अब जल्द ही टेटवीरों के जौहर का स्वाद शिक्षामित्रों को भी चखने को मिलेगा।
ReplyDeleteजय हिन्द जय टेट।
किसी जंगल मे एक गर्भवती हिरणी थी जिसका प्रसव होने को ही था . उसने एक तेज धार वाली नदी के किनारे घनी झाड़ियों और घास के पास एक जगह देखी जो उसे प्रसव हेतु सुरक्षित स्थान लगा.
ReplyDeleteअचानक उसे प्रसव पीड़ा शुरू होने लगी, लगभग उसी समय आसमान मे काले काले बादल छा गए और घनघोर बिजली कड़कने लगी जिससे जंगल मे आग भड़क उठी .
वो घबरा गयी उसने अपनी दायीं और देखा लेकिन ये क्या वहां एक बहेलिया उसकी और तीर का निशाना लगाये हुए था, उसकी बाईं और भी एक शेर उस पर घात लगाये हुए उसकी और बढ़ रहा था अब वो हिरणी क्या करे ?,
वो तो प्रसव पीड़ा से गुजर रही है ,
अब क्या होगा?,
क्या वो सुरक्षित रह सकेगी?,
क्या वो अपने बच्चे को जन्म दे सकेगी ?,
क्या वो नवजात सुरक्षित रहेगा?,
या सब कुछ जंगल की आग मे जल जायेगा?,
अगर इनसे बच भी गयी तो क्या वो बहेलिये के तीर से बच पायेगी ?
या क्या वो उस खूंखार शेर के पंजों की मार से दर्दनाक मौत मारी जाएगी?
जो उसकी और बढ़ रहा है,
उसके एक और जंगल की आग, दूसरी और तेज धार वाली बहती नदी, और सामने उत्पन्न सभी संकट, अब वो क्या करे?
लेकिन फिर उसने अपना ध्यान अपने नव आगंतुक को जन्म देने की और केन्द्रित कर दिया .
फिर जो हुआ वो आश्चर्य जनक था .
कडकडाती बिजली की चमक से शिकारी की आँखों के सामने अँधेरा छा गया, और उसके हाथो से तीर चल गया और सीधे भूखे शेर को जा लगा . बादलो से तेज वर्षा होने लगी और जंगल की आग धीरे धीरे बुझ गयी.
इसी बीच हिरणी ने एक स्वस्थ शावक को जन्म दिया .
ऐसा हमारी जिन्दगी मे भी होता है, जब हम चारो और से समस्याओं से घिर जाते है, नकारात्मक विचार हमारे दिमाग को जकड लेते है, कोई संभावना दिखाई नहीं देती , हमें कोई एक उपाय करना होता है.,
उस समय कुछ विचार बहुत ही नकारात्मक होते है, जो हमें चिंता ग्रस्त कर कुछ सोचने समझने लायक नहीं छोड़ते .
ऐसे मे हमें उस हिरणी से ये शिक्षा मिलती है की हमें अपनी प्राथमिकता की और देखना चाहिए,