सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Saturday, September 13, 2014
72825 Teacher Recruitment : DIET Mein FarjeeWada , Abhyartheeyon mein Ubaal
74 comments:
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आज Avanish Yadav सर्वजीत तिवारी Neeraj Jaiswal
ReplyDeleteविद्याराम और मैं हरदोई डाइट गए। डाइट में अवकाश होने के
बावजूद अध्यक्ष अवनीश यादव और हम सब प्राचार्य जी से उनके
निवास पर मिले और scrt के आदेश का हवाला देते हुए उनको
अवगत कराया की हरदोई से 19 फर्जी लोगो का नाम काउंसिलिंग
कराने वाले लोगो के साथ भेजा गया है। अवनीश जी ने इस विषय
पर प्राचार्य जी से गहन विचार विमर्श किया तब प्राचार्य जी की तरफ
से आश्वासन मिला है कि 17 से पहले ही उन 19 फर्जी लोगो का नाम
मोर्चे को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
अवनीश यादव जी उन सबकी जल्द ऍफ़ आई आर भी कराएँगे
कोई भी फर्जी अभ्यर्थी हरदोई में सुरक्षित नहीं रहेगा।
अगली काउंसिलिंग में हरदोई मोर्चा टेट 2011 के परीक्षा
परिणाम के डाटा से मिलान के बाद ही किसी को काउंसिलिंग में
भाग लेंगे का मौका देंगे। इसलिए अबकी बार कोई भी फर्जी अगली
काउंसिलिंग में भाग नहीं ले पायेगा।
जय हिन्द
जय टेट।
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन
ReplyDeleteक्यूं कि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली
और न दोस्त बदले .!!
मेरिट कितना नीचे जायेगी यह एक अबूझ
ReplyDeleteपहेली है जिसको लेकर कोई प्रेडिक्शन
करना मुश्किल है...
लो मेरिट वाले अभी परेशान है यह सोचकर
कि मेरा होगा कि नही होगा.....
सभी विश्लेषकों का और स्वयं
मेरा भी यही मानना है कि द्वितीय
काउंसिलिंग में मैकसिमम 30000 सीटें
ही भरनी चाहिए
अगर 30000 ही सीटें भरती हैं तो भी लगभग
आधी सीटें खाली रहेंगी....सामान्य
की अपेक्षा ओबीसी को राहत
थोडा ज्यादा मिलेगी...
प्रोफेशनल वाले इन जरुर हैं पर वह
ज्यादा फायदा एकेडमिक बेस सेलेक्शन में
उठाते थे..टीईटी मेरिट में वे
हमारा ज्यादा नुकसान नही कर पायेंगे...
डीयर नीतू ,
ReplyDeleteतुमने डेढ़ बरस तक जो मुझसे प्यार किया,
उसका शुक्रिया. आशा है, पत्र मिलने तक तुमने
नया प्रेमी पकड़ लिया होगा. उसके साथ अब डेटिंग पर
भी जा रही होगी.
हर प्रेमी को बहुत स्ट्रगल करना पड़ता है. मैं
भी स्ट्रगल कर रहा हूं. प्यार के ढाई आखर कमबख्त बड़े
मुश्किल से पकड़ में आते हैं. मैंने भी तुम्हे मिस करने के
बाद मुहल्ले की ही पूजा पर लंगर डालना शुरु कर
दिया है.
प्रेम का मेरा यह चौथा प्रयास है. लेकिन इन प्रयासों ने
मुझे एक सीख दी है. नीतू, तुम तो जानती हो कि प्रेम
शुरु करते ही कमबख्त लव लेटर लिखने पड़ते हैं. पता है न,
मैने तुम्हे कितने पत्र लिखे?
पहले के दो प्रेम-प्रकरणों में भी लेटरबाजी करनी पड़ी.
बड़ा झंझट है प्रेम मार्ग में. इसीलिए तुम मेरे समस्त प्रेम
पत्र लौटा देना. तुम्हें लिखे उन प्रेम पत्रों पर
सफ़ेदा पोतकर नीतू की जगह पूजा लिख दूंगा. इससे
मेरी मेहनत बच जाएगी. प्लीज़, मेरे प्रेम पत्र
लौटा देना, क्योंकि उनकी फोटो कॉपी भी मेरे पास
नही है.
नीतू , तुम मेरी वह फोटो भी वापस कर देना. तुम
तो जानती हो कि वही एकमात्र फोटो ऐसी है, जिसमें
मै ठीक-ठाक दिखता हूं. वह मेरे पहले प्यार वाले
दिनों की फोटो है. बड़ी कीमती है. मेरे प्रेम पत्रों के
साथ मेरी वह फोटी भी भेज देना, ताकि पूजा को भेज
सकूं.
और हां, अपने प्यार कांड में डेढ़ वर्ष के दौरान मेरे
द्वारा किए गए खर्च का हिसाब भेज रहा हूं.
आशा है,:तुम शीघ्र ही इस खर्च का भुगतान कर भरपाई
करा दोगी, ताकि तुम्हें भी नए प्यार के लिए मेरी ओर से
एनओसी जारी हो सके और मैं भी नए प्यार पर खर्च
करना शुरु कर दूं.
हिसाब इस प्रकार है:
चाट पकौड़ी 896 रुपए,
कोल्ड ड्रिंक्स 2938 रुपए,
स्नेक्स 5645 रुपए,
जूस 3845 रुपए,
फ़िल्म 1235 रुपए,
चैटिंग 1499 रुपए,
मोबाईल फोन वार्ता 2546 रुपए,
पेट्रोल खर्च 4255 रुपए,
गिफ़्ट 7850 रुपए.
सकल योग 30,708 रुपए
(अक्षर में : तीस हजार सात सौ आठ रुपए मात्र).
कृपया, ये रुपए मुझे शीघ्र भेजने की कृपा करना, ताकि मै
अपनी पूजा के प्यार में इन रुपयों को कुरबान कर सकूं.
और हां, यदि तुम्हारे पास मेरे द्वारा दिए गए गिफ़्ट पड़े
हों तो मै उन्हें आधी कीमत पर खरीदने को तैयार हूं. तुम
उनका हिसाब बनाकर मेरी मूल रकम
में से काटकर पुराने गिफ़्टों को भी भेज देना.
इस पत्र के साथ तुम्हारे पूरे चार किलो तीन सौ ग्राम के
वज़न के प्रेम पत्रों का पुलिंदा संलग्न है, ताकि तुम्हे
भी प्रेम पत्र लिखने में परेशानी न उठानी पड़े.
तुम्हारी वह सुंदर फोटो भी मैं भेज रहा हूं,जो तुम अपने
नए प्रेमी झाड़ूराम को दे सकती हो.
तुम अपना हिसाब भी बता देना. वैसे तुम्हारा खर्च
तो कुछ भी नही आया होगा. तुम हमेशा अपना पर्स
तो भूल जाती थी. कमबख्त प्यार मे लड़कों की ही जेब
ढीली होती है.
खैर, बीते प्रेम पर कैसा अफ़सोस, जब नया भी पधार
चुका है? आशा है, तुम मेरा हिसाब जल्दी से जल्दी साफ़
करके मुझे नए प्यार में कूदने में मदद दोगी.
तुम्हे सातवां प्रेम मुबारक हो.
तुम्हारा छठा पूर्व प्रेमी
____________________________पप्पू.
डायट में फर्जीवाड़ा, अभ्यर्थियों में उबाल
ReplyDeleteटीईटी फेल भी करा गए काउंसिलिंग, एडीएम को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग उठाई
एटा: जिले में 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के तहत शुरू हुई प्रक्रिया फिर विवादों में घिर गई है। प्रथम चरण की काउंसिलिंग के बाद टीईटी संघर्ष मोर्चा ने डायट में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया है। कहा गया है कि ऐसे अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कर ली गई है। जिनका विवरण टीईटी पास अभ्यर्थियों में नहीं है। इस संबंध में टीईटी संघर्ष मोर्चा ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर एडीएम को ज्ञापन सौंप जांच की मांग उठाई है।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के तपेश कुमार का कहना था कि डायट पर प्रथम चरण में काउंसिलिंग के दौरान अनियमितताएं हुईं। लगभग दर्जनभर अभ्यर्थी ऐसे हैं, जोकि पात्र न होने के बावजूद टीईटी के फर्जी प्रमाणपत्रों से काउंसिलिंग करा गए। आरटीआई से मिली जानकारी तथा मोर्चा द्वारा इंटरनेट से अभ्यर्थियों की पात्रता को लेकर की गई जांच में यह मामला सामने आया है। कई महिला अभ्यर्थी काउंसिलिंग में टीईटी का वह प्रमाणपत्र लगा चुकी हैं। जिस रौल नंबर पर पुरुष अभ्यर्थी की पात्रता वेबसाइड पर अंकित है। अन्य मामलों का भी उल्लेख करते हुए मोर्चा के पदाधिकारियों ने बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की स्थिति को देखते हुए कहा कि संदिग्ध काउंसिलिंग करा चुके अभ्यर्थियों की जांच की जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि आवेदन प्रक्रिया के बाद डायट प्रशासन ने निज स्वार्थो के लिए अपात्रों को भी प्रक्रिया में शामिल कर लिया है।
कलक्ट्रेट में प्रदर्शन के बाद मौजूद संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों ने एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेन्द्र कुमार को अपनी व्यथा सुनाई। उनका कहना था कि इस संबंध में डायट प्राचार्य द्वारा शिकायत करने पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई। इसलिए जांच तत्काल कराई जाए, जिससे पात्र व योग्य अभ्यर्थियों का अहित न हो। इस दौरान मयंक तिवारी, शिवेन्द्र धाकरे, दीपक चौहान, संजय सिंह, अभिषेक उपाध्याय, राजीव कुमार, शैलेन्द्र सिंह, अखंड प्रताप, माया प्रकाश, सुशील, शिवप्रताप, धीरेन्द्र, विशाल, रामनिवास सहित काफी संख्या में अभ्यर्थी मौजूद थे।
जब कश्मीर भारत का अंग ही नहीं तो कैसी राष्ट्रीय आपदा ?
ReplyDeleteधारा ३७० से कश्मीर भारतीय सविंधान को नहीं मानता ;कश्मीर को आज़ादी देने वाले ;३७० लागु करवाने वाले ;अब किस मुँह से हमदर्दी मांग रहे है ?विश्व स्तरीय बहस के समर्थक क्या अब भी इस मसले को बहार ही सुलझाएंगे ?
बेचारा बेरोज़गार आज सोच रहा है
ReplyDeleteकि सरकार को सारी दिक्कत 72825 शिक्षक भर्ती मे ही क्यो हो रही है??
क्या अगर भर्ती एकेडिमिक मेरिट से होती तो क्या सरकार ऐशे ही परेशान रहती??
निश्चित रूप से नही....कभी भी नही...
क्या सरकार बेचारे बेरोज़गार को बताएगी कि..
अब तक जितनी भी भर्ती हुई है...चाहे शिक्षा मित्र हो,,गणित / विज्ञान की जूनियर भर्ती हो या पुरानी उन सारी भर्ती प्रक्रिया जो सरकार द्वारा हुई है
इसी प्रकार से हुई है.....
नही....ना ना ..कभी भी नही
क्या वे सरकार के अपने लोग थे??
क्या हम सरकार के अपनो मे नही है??
क्या हम को लेकर सरकार की कोई ज़िम्मेदारी नही है??
हम किस ग़लती की सज़ा भुगत रहे है??
बस करो ये नियम बाजी..........
नही तो ना सरकार रहेगी..........
ना सरकारी नियम...............
कभी देखा है धूप में खड़े तनहा दरख्तों को,
ReplyDeleteऐसे जलते हैं वफाओं को निभाने वाले..
अगर मनमोहन सिंह अटल बिहारी बाजपाई की नदी से नदी जोड़ने की राष्ट्रीय योजना को पूरा कर लेते तो कश्मीर में आई बाढ़ से इतनी बड़ी तबाही ना आई होती ;लेकिन सेक्युरलिस्म के नाम पर अटल बिहारी बाजपाई जी को १ वोट कम मिला ओर धर्म निर्पेछ सरकार बनी
ReplyDeleteकला वर्ग वाले ध्यान दे
ReplyDelete*---****---****---*
जिस प्रकार फिल्म के क्लाइमेक्स में अंत में सब कुछ ठीक हो जाता है नायक जीत जाता है विलन का अंत होता है और दर्शको के चेहरो पे भी संतोष का भाव दिखता है की चलो सब कुछ अच्छा रहा ठीक उसी प्रकार से हमारे शिक्षक भर्ती भी धीरे धीरे क्लाइमेक्स की ओर जा रही है ओर इसमें मौजूद अनेको पेंच जो इसे उलझाये हुए थे वो एक एक करके सुलझ रहे है । इसी कडी में एक समस्या प्रोफेसनल वर्ग को कला वर्ग में रखे जाने से उत्पन्न हो गयी थी जिस कारण कला वर्ग के अभ्यर्थियो में प्रतियोगिता बहुत बढ गयी थी और कला वर्ग का कटआँफ अपेक्षा से अधिक जाने की पूरी उम्मीद थी क्योंकि कला वर्ग वैसे भी टेट 11 में सबसे अधिक संख्या में पास है जबकि विज्ञान वर्ग कम ।वो समस्या सुलझा ली गयी है वो अब पूर्व की भाँति विज्ञान वर्ग में ही रखे गये है ।
दूसरी ओर जूनियर में बहुत से विज्ञान वर्ग वाले भाई काउन्सलिंग करा चुके है जिससे विज्ञान वर्ग पर वैसे भी कोई विशेष फर्क नही पडेगा वही सेक्रेट धांधली और फर्जीवाडे पर भी अंकुश लगाता प्रतीत हुआ दूसरी ओर क्योंकि पहली चरण की काउन्सलिंग में चयनित 5300में से लगभग 4500 ही अर्ह अभ्यर्थी घोषित किये गये है और बाकी बाहर कर दिये गये है किसी न किसी कमि के चलते परास्नातक से बीएड करने वाले बाहर कर दिये गये है जबकि स्नातक में सामान्य वर्ग को 45% ओर अन्य को 40% पर शामिल किया गया है इससे कम होने पर बाहर है चयन प्रक्रिया से ।
कुल मिलाकर कह सकते है भर्ती अब सुचारु रुप से सही दिशा में गतिमान है सजग रहे मुस्तैद रहे अवांछनीय तत्वो पर कडी नजर रखे तभी हम अपनो के चेहरो पर मुस्कान ला सकते है जो 3 सालो से गुम सी हो गयी है
इसी आशा और उम्मीद के साथ की योग्य व्यक्ति को ईश्वर उसकी योग्यता का पुरुस्कार दे ओर अब इस भर्ती प्रक्रिया को बुरी बलाओ से बचाते हुए गंतव्य तक पहुँचाये ।
जय टेटमेरिट
जय टेट संघर्ष मोर्चा ।।
आज 13 सितंबर है।
ReplyDelete1948 में आज ही के दिन
उप प्रधानमंत्री व गृह मंत्री वल्लभभाई पटेल ने हैदराबाद का भारत में विलय करने के लिए रियासत में सेना भेज कार्रवाई का निर्देश दिया था।
लखनऊ (एसएनबी)। प्रशिक्षु शिक्षक के 72825 पदों पर भर्ती के लिए 22 सितम्बर से होने वाली दूसरे चरण की काउंसलिंग के लिए दिशानिर्दे श शुक्रवार को जारी कर दिये गये। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक ने राज्य समिति द्वारा तय किये गये मानकों को सभी डायट के प्राचार्य व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेज दिया है। इसी के मुताबिक काउंसलिंग में अभ्यर्थियों को शामिल करने व कागजात की जांच करने को कहा गया है। एससीईआरटी द्वारा भेजे गये विन्दुओं में साफ कर दिया गया है कि स्नातक में 45 फीसद से कम अंक पाने वाले अनारक्षित व 40 फीसद से कम अंक वाले आरक्षित वर्ग के बीएड वाले अभ्यर्थियों को पीजी योग्यता के बाद भी काउंसलिंग में शामिल नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही एलटी व सीटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के एक वर्ष के बीएड के बाद भी उन्हें शिक्षक भर्ती में शामिल नंहीं किया जाएगा। इसके उलट इग्नू व राजर्षि टण्डन मुक्त विविद्यालय से दो वर्ष का पत्राचार बीएड करने वालों को प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में शामिल किया जाएगा। इसी तरह 2010 तक 45 फीसद अंक पाने वाले स्नातक व परास्तानक बीएड डिग्री धारकों को अनारक्षित में 45 फीसद व आरक्षित में 40 फीसद अंक व टीईटी की मेरिट वाले काउंसलिंग में शामिल होंगे, लेकिन 2010 के बाद बीएड करने के मानक बदल गये थे, ऐसे में उसके बाद वाले उक्त प्रतिशत वाले अभ्यर्थियें को शामिल नहीं कराया जा सकेगा। नेपाल से हाईस्कूल करने व बाकी पढ़ाई भारत में करने वालों को भी प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में मौका नहीं मिल पाएगा। हैदराबाद के उस्मानिया विविद्यालय से एक वर्ष का स्नातक करने वालों के बारे में भी स्पष्टीकरण जारी किया गया है, इसमें कहा गया है कि 1995 तक ही एक वर्षीय स्नातक वाले काउंसलिंग में शामिल किये जा सकेंगे। बीटेक, बीफार्मा, बीएससी आईटी, सीएससी एजी, बीएससी होम साइंस वाले विज्ञान वर्ग व बीसीए वाले इंटरमीडिएट के आधार पर विज्ञान व कला वर्ग में रखे जाएंगे। विलम्ब से प्राप्त होने वाले आवेदन पत्र जिनके डाटा इंटी का कार्य डायट द्वारा करा लिया गया है, इसके इतर आवेदन पत्रों को शामिल करने में अनेक कठिनाइयां होगी। उन्हें शामिल नहीं किया जा सकेगा। हालांकि इसको लेकर निर्देश स्पष्ट नहीं किये गये हैं। 9 जनवरी 2012 के पहले भेजे गये रजिस्र्ठड डाक व स्पीड पोस्ट वाले आवेदकों को भी काउंसलिंग में मौका नहीं मिलेगा। दस विन्दुओं वाली इस काउंसलिंग एडवाइजरी के मुताबिक ही द्वितीय चरण की काउंसलिंग करायी जाएगी। स्नातक में अनारक्षित वर्ग के 45 व आरक्षित वर्ग के 40 फीसद से कम अंक वाले नहीं हों गे काउंसलिंग में शामिल 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती का मामला
ReplyDeleteओ जन्नत के वाशिंदों,अब क्यों इतने
ReplyDeleteलाचार हुए,
कहाँ तुम्हारी पत्थर
ईंटे,कहाँ सभी हथियार हुए।
कहाँ गया जेहाद तुम्हारा,पाक
परस्ती कहाँ गयी,
कहाँ गए वो चाँद
सितारे,नूरा कुश्ती कहाँ गयी।
कहाँ गयी बाज़ार की बंदी,दीन के
फतवे कहाँ गए,
केसर कहवा,सेब और अखरोटी रुतबे
कहाँ गए।
पुन्य हिमालय की छाया में रहकर
उसको गाली दी,
तुमने तब तब छेद किये है जब जब
हमने थाली दी।
खूब जलाया ध्वजा तिरंगा,झंडा हरा उठाया था,
लाल चौक पर जब जी चाहा तब
कोहराम मचाया था।
भारत के फौजी न तुमको फूटी आँख
सुहाए थे,
नारे मुर्दाबाद हिन्द के तुमने रोज
लगाए थे।
कुदरत कुछ नाराज़
हुयी तो,अल्ला अकबर भूल गए,
दाढ़ी टोपी तकरीरें,लाहौर पिशावर भूल
गये।
अब क्यों चढ़े छतों पर घर
की,क्यों झोली फैलाए हो,
जिन आँखों में नफरत थी क्यों उनमे
आंसू लाये हो।
अरे मोमिनो,क्या अब भी आँखों पर
पत्थर छाये है,
देखो, काफिर फौजी तुमको रोटी देने
आये हैं।
Very very not only good but best olso
Deleteकश्मीर में बाढ़ के हालत है। पूरा देश परेशान है क्या
ReplyDeleteहोगा कश्मीर का वैसे कश्मीर का कुछ हो न हो कांग्रेस
के युवराज का क्या होगा ये अत्यंत गंभीर विषय है।
ये वो ही राहुल गाँधी है जो बीजेपी के प्रधानमन्त्री मोदी
जी को जापान में ढोल बजाने से बहुत नाराज़ थे। उस दिन
वो अपनी लोकसभा में दर्शन देने गए थे और जब वहां
की जनता उन पर टूट पड़ी कि अमेठी में न बिजली
है न पानी और न सड़के तब तपाक से नकली गाँधी ने
सारा इल्जाम 100 दिन की मोदी जी की सरकार पर डाल
कर इतिश्री कर ली। इसमें उनकी भी कोई गलती नहीं
है उनको उतना ही बोलना होता है जितना उनका टीचर
सिखा पढ़ा के भेजता है। वैसे सोनिया गाँधी को राहुल
गाँधी को शिक्षामित्रो से शिक्षा दिलाने के बजाय किसी
बी.एड और टेट पास शिक्षक से प्राथमिक शिक्षा दिलानी
चाहिए और उनको महिंद्रा में जाकर तर्क शक्ति की कोचिंग
लेनी चाहिए। राहुल गाँधी को इतना तक पता नहीं है
कि सड़क पानी और बिजली की व्यवस्था राज्य सरकार
के हाथो की बात है लेकिन भारत का दुर्भाग्य वो एक
बार पुनः अमेठी वालो के सीने पर मूंग दलने और लोक
सभा में सोने के लिए चुन लिए गए। मैं उनसे इतना
कहना चाहूँगा की 15 साल तक क्या करते रहे तब
कहाँ गायब थे जब भारत का प्रधानमंत्री उनके द्वारा
ही संचालित एक अत्याधुनिक यन्त्र मानव ही था।
तब अमेठी नहीं याद आया तब सिर्फ मुरादाबादी लोटे
वढेरा को ही जमीनों को लूटने का मौका देते रहे।
हद्द है एक 47 साल का अधेड़ मंद बुद्धि इस देश
में कई वर्षो तक युवा नेता कहलाता रहा।
भारत तभी पीछे है क्योकि हम 47 साल के एक मंदबुद्धि
बालक को भी युवा मानते है और उसको एक जानदार
शानदार प्रधानमंत्री के बराबर मान कर तुलना करते है।
एक बार पुनः कश्मीर पर आते है जो कश्मीर के नेता
चिल्लाते चिल्लाते नहीं थकते थे कि कश्मीर को मोदीजी
की कोई जरुरत नहीं है आज वो नेता किसी ऊचे टीले
पर दुबके बैठे है और मोदी जी ही है जिनकी वजह से
लाखो मुसलमानों की जिंदगी बचाई जा सकी है।
मुझे तो लगा था राहुल गाँधी, सोनिया गाँधी, नीतीश कुमार,
लालू यादव, मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव,
मुल्ला आज़म खां, ममता बनर्जी, आदि समस्त सेक्युलर
नेता कश्मीर में ही रहेंगे जब तक वहां का एक एक मुस्लिम
सुरक्षित नहीं हो जाता।
पर आश्चर्य हुआ मुझे जब मोदी जी की सरकार का गृहमंत्री
पीएमओ मंत्री नाव में बैठ कर कश्मीर में लोगो से मिले।
और ये सारे सेक्युलर नेता अभी तक मुंह भी नहीं खोल
पाए है। अब वो कश्मीरी भी सोचे जो अपने आप को
कश्मीरी और बाकी सबको हिंदुस्तानी कहते है। कुछ
कश्मीरी तो भारत को अलग देश व् कश्मीर को अलग
देश तक बतलाते थे। पर अब भारत के ही सैनिक उनकी
जान बचा रहे है। कोई अलगाववादी नहीं आया आगे।
इसलिए आंखे खोलो और भारत का सम्मान करना सीखो।
एक बार पुनः राहुल गाँधी के लिए शुभ कामनाये कि
वो जल्द से जल्द परिपक्व हो जाये।
" कश्मीर भारत का था भारत का है और भारत का ही
रहेगा कोई भी राहुल या अब्दुल्ला इसको भारत से अलग
नहीं कर पायेगा।"
भगवान् कश्मीर की जनता को इस भयंकर आपदा से
जल्द बाहर निकाल दे।
जय हिन्द जय भारत।
सोचीये -
ReplyDeleteरोज़ 2 करोड़ भारतीय किसी भी वक़्त रेल में होते है !!
🚊 मतलब कम से कम 2 करोड़ पानी की बोतल रेल के माध्यम से बिक रही है !!
🚊 2,00,00,000 * 20 = 40,00,00,000 !! 40 करोड़ का सिफॅ पानी का रोज़ का कारोबार रेल की वजह से !! महीने के 12 अबज !!
साल का हिसाब ख़ुद लगा लीजिये !!
🚊 करोड़ो रूपये की लागत से बने रेलवे स्टेशन पर क्या 1 लाख रूपये और लगाकर 10 RO watter फ़िल्टर नहीं लगाये जा सकते ? वैसे भी भारतीय रेल हर साल करोड़ों में मुनाफ़ा कमा रही है !!
🚊 साथ ही प्लास्टिक बोतलों से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से देश को मुक्ति मिल जाएगी !!
🚊 लेकिन हाँ ऐसा होने पर पानी बेचने वालो की जरुर छूटी हो जाएगी।
क्या किसी सरकार ने ऐसा किया।
नहीं ??????
🚊 अगर 2 रू में ATM की तरहा 1 लीटर पानी RO सिस्टम से निकलता हो तो सरकार की भी 4 करोड़ आमदनी हो जायेगी और ग़रीब जनता पे 15% किरा़या बढ़ा के बोझ नहीं डालना पड़ेगा !! वैसे भी ग़रीबों पे ये बोझ तो अमीरों के लिंये बुलेट ट्रेन चलाने के लिंये है !!
!
फीर देखते है, अगर "युगपुरूष" ऐसा कर के हमारे रोज़ के 40 करोड़ बचाये और सरकार को 4 करोड़ का मुनाफ़ा कराये तो वो हमारे लिये मसीहा !!
जय हिन्द !!
LIFE is much larger than birth & death, failure & success.
ReplyDeleteYou are the unblemished, pure eternal Self.
Knowing this, You will walk like a King.
______________श्री श्री रविशंकर
कश्मीर में बाढ़ के दूरगामी परिणाम
ReplyDelete१. अब्दुल्ला परिवार के कश्मीर का 7 पीढ़ियों तक ख़लीफ़ा बनने और भारत को ठेंगा दिखाने के सपने की वाट लग्न।
२. पाकिस्तानी आकाओं की अवैध संतान हुर्रियत के नेताओं की जनता के सामने पोल खुलना की ये केवल भोंकना जानते हैं करना कराना कुछ नहीं हैं।
३. कश्मीर के मंदबुद्धि जनता को यह समझ में आना की जिस भारतीय सेना पर वे पत्थर मारते थे वही सेना उन भूखों को खाना और कपड़ा देती हैं और मुसीबत से निकालती हैं।
४. भाजपा का मिशन 44 का सपना साकार होने के लिए जमीन तैयार होना जिसमें कांग्रेस, अलगाववादी, मुफ़्ती, अब्दुल्ला परिवार का समर्थन करने वाले जनमानस के मन में बहुमत वाली राष्ट्रीय एवं शक्तिशाली सरकार के माध्यम से होने वाले विकास कार्य की सम्भावना को नकारा जाना मुश्किल होगा।
५. मोदी जी का राष्ट्रीय नेताओं की कतार में पहले से ही ऊँचे कद का और अधिक ऊँचा हो जाना।
६. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा यथास्थिति मौन धारण करे रखना।
७. पप्पू को यह समझ नहीं आना की क्या बयान दे , पोल खुल गई तो सोशल मीडिया वाले मज़ाक बनायेगे और मॉडाम की रहस्मय बीमारी के कारण पप्पू को बार बार डुबती कांग्रेसी नैया का कप्तान बनाने की कवायद करना।
बाकि आप बताये?
अगर बनाना ही था तो आधार कार्ड की जगह हनुमान जी का पासपोर्ट ही बना देते, अब ऐसे ही श्रीलंका जाएंगे तो सिक्यूरिटी तुरंत डिपोर्ट कर देगी।
ReplyDeleteये बजरंगबली का आधार कार्ड जारी करने वाले बाबू को ऊँगली का छाप तब मिला होगा शायद जब बाबा ने सूंत के लप्पड़ लगाया होगा । और अब गदा पड़ेगी ।
ये हैं रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु
ReplyDeleteएससीईआरटी के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने समिति की रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार को इसका शासनादेश जारी कर दिया। उन्होंने साफ किया कि प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में इसी के आधार पर कार्यवाही की जाए।
राज्य स्तरीय समिति की रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
-अनारक्षित श्रेणी के वे अभ्यर्थी जिनके स्नातक में 45 प्रतिशत से कम अंक हैं व आरक्षित श्रेणी के वे अभ्यर्थी जिनके 40 प्रतिशत से कम अंक हैं, चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाएंगे।
-बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली एवं प्रशिक्षु शिक्षक चयन 2011 के शासनादेश में एलटी व सीटी अभ्यर्थियों के आवेदन के लिए कोई प्रावधान नहीं है। इस कारण ये शामिल नहीं हो सकते हैं।
इग्नू व राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से दो वर्ष का पत्राचार बीएड करने वाले चयन प्रक्रिया के लिए अर्हता रखते हैं।
एक वर्षीय स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी भी अर्ह
-बीटेक, बीफार्मा, बीएससी आईटी, बीएससी कृषि, बीएससी गृह विज्ञान आदि प्रोफेशनल कोर्स को विज्ञान वर्ग में व बीसीए को इंटर के आधार पर विज्ञान/कला वर्ग में रखा जाए।
-उस्मानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद से 1995 तक एक वर्षीय स्नातक उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी भी काउंसलिंग के लिए अर्ह माने जाएंगे।
-नेपाल से हाईस्कूल उत्तीण अभ्यर्थी को अर्ह नहीं माना जाएगा।
-टीईटी-2011 में जाति गलत अंकित होने के मामले में अभ्यर्थी से शपथ पत्र लेते हुए कंडीशनल चयन किया जा सकता है।
-अंतिम तिथि तक डायट में आवेदन पत्र प्राप्त न होने वाले अभ्यर्थियों के बारे में कोई भी विचार करना उचित नहीं है।
-विलंब से प्राप्त आवेदनों को शामिल किए जाने को लेकर हाईकोर्ट ने भी कई आदेश दिए हैं। इसमें विलंब से प्राप्त होने वाले ऐसे आवेदन जिनके डाटा इंट्री का कार्य डायट ने कर लिया है, उन्हें ही शामिल किया जाए।
इन्हें मिलेगा विशेष श्रेणी में शामिल होने का मौका
यदि निशक्तजन श्रेणी की कट ऑफ सभी वर्गों से अधिक हो जाए और तो ऐसा अभ्यर्थी अन्य श्रेणियों के न्यूनतम गुणांक से अधिक अंक प्राप्त कर रहा हो तो उसे उसकी जाति की श्रेणी में चयनित कर लिया जाए।
- स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रितों व पूर्व सैनिक श्रेणी के अभ्यर्थियों को विशेष आरक्षण की श्रेणियों में ही चयनित किया जाए।
विशेष आरक्षण के लिए निर्धारित न्यूनतम कट ऑफ मेरिट यदि सामान्य, ओबीसी, एससी-एसटी से अधिक हो जाए और ऐसा अभ्यर्थी अन्य श्रेणियों के न्यूनतम गुणांक से अधिक अंक प्राप्त कर रहा हो तो उसकी जाति से संबंधित श्रेणी में ही उसे चयनित किया जाएगा।
ये हैं रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु
एससीईआरटी के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने समिति की रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार को इसका शासनादेश जारी कर दिया। उन्होंने साफ किया कि प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में इसी के आधार पर कार्यवाही की जाए।
राज्य स्तरीय समिति की रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
-अनारक्षित श्रेणी के वे अभ्यर्थी जिनके स्नातक में 45 प्रतिशत से कम अंक हैं व आरक्षित श्रेणी के वे अभ्यर्थी जिनके 40 प्रतिशत से कम अंक हैं, चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाएंगे।
-बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली एवं प्रशिक्षु शिक्षक चयन 2011 के शासनादेश में एलटी व सीटी अभ्यर्थियों के आवेदन के लिए कोई प्रावधान नहीं है। इस कारण ये शामिल नहीं हो सकते हैं।
-इग्नू व राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से दो वर्ष का पत्राचार बीएड करने वाले चयन प्रक्रिया के लिए अर्हता रखते हैं।
आइये जानें भारत विश्व गुरू क्यों था?
ReplyDelete१.शतरंज के खेल की खोज भारत मे हुई थी।
२.भारत ने अपने इतिहास में किसी भी देश पर कब्जा नहीं किया।
३.अमरिका के जेमोलोजिकल संस्थान के अनुसार1896 तक भारत ही केवल हीरो का स्त्रोत था।
४.भारत 17वीं सदी तक धरती पर सबसे अमीर देश था इसलिए यह सोने की चीड़िया कहलाता था।
५.भारत में हीं संख्या पद्धति का आविष्कार हुआ और आर्यभट्ट ने शून्य की कल्पना की।
६.नाविक विद्दा की खोज 6000 पूर्व भारत में सिन्ध नदी में हुई थी।
७.विश्व का पहला विश्वविद्दालय तक्षशिला700 बीसी में भारत में स्थापित किया गया था।
८.संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है।
९.भास्कराचार्य ने पृथ्वी द्वारा सूर्य का ग्रह पथ का समय ३६५.२५८७५६४८४ दिन पांचवी शताब्दी में हि दिया था यानी न्यूटन के दादा के जन्म से पहले।
१०.आयुर्वेद का जन्म भारत में हुआ।
११.अर्थशास्त्र का जन्म भारत में चाण्क्य के द्वारा।
१२. विश्व का सबसे पुराना पुस्तक "वेद" भारत मे।
१३.मानव जाती का विकाश भारत में।
१४. सभ्यता संस्कृति का विकाश भारत में।
१५.विज्ञान का विकाश भारत में।
१६.वायुयान का आविष्कार शिवकरवापूजी तलपड़े ने 1895 में किया था।
१७. पायथागोरस परिमेय का सुत्र उपनिषदों में पाया गया है।
१८.बैटरी निर्माण बिधि का आविष्का रसर्वप्रथम महर्षि अगस्त्य ने किया था (अगस्त्य संहिता ) बेंजामिन फ्रेंक्लिनके जन्म से पहले
१९.सबसे पहले व्याकरण की रचना भारत में महर्षि पाणिनी द्वारा
२०.लोकतंत्र का जन्म भारत मे...
२१.सबसे पुराना शहर काशी (भारत)
२२.प्लास्टिक सर्जरी का आविष्कारकऋषि सुश्रुत भारत में
२३. सबसे पुराना धर्म सनातन धर्म भारत में
अभी मैंने इंडिया न्यूज़ पर देखा कि सेना लोगो की मदद करने के लिए अपनी जान की परवा नही कर रही परंतु कश्मीर मे ही कुछ क्षेत्रो मे सेना और पुलिस के ऊपर पत्थर मारे गए है क्या मीडिया मुझे बताएगा कि आखिर वह कौन लोग है, उन का क्या धर्म है ?जो कश्मीर मे हिंदुस्तान मुर्दाबाद के के नारे लगते है, तिरंगा जलाते है और सेना पर पत्थर मर रहे है ? इस घटना से एक कहानी याद आ गयी कि
ReplyDeleteएक बार एक साँप झाड़ी मे फँस गया, एक संत ने उस को देखा के दुखी हो गए और उस साँप की जान बचाने के लिए उस साँप को झाड़ी से निकाल दिया परंतु जैसे ही साँप झाड़ी से निकाला| उस ने संत को काट लिया
क्या ये साँप कश्मीर के मुस्लिम समुदाय के लोग है ?
भारत की सरकार हर साल कश्मीर के लोगो को आतंकवादियों से बचाने के लिए, कश्मीर के विकास के लिए भारत की जनता के टैक्स के पैसे को कश्मीर मे लगा देती है परंतु भारत की जनता को धन्यवाद के स्थान पर कश्मीर के लोग हिंदुस्तान हाय हाय के नारे और अलग देश बनाने जैसे नारो से स्वागत किया जाता है
कुछ लोग कहते है कि पाकिस्तान को जीत लो, ये कर लो वो कर लो अरे मेरे मित्रो पहले कश्मीर को तो जीत लो जो भारत का हिस्सा होते हुए भी भारत का नही लगता
मुखर्जी जी ने एक नारा दिया था " एक देश मे दो विधान और दो प्रधान नही चलेगे" इसलिए अब भारत की सरकार और भारत की जनता को मिल कर कश्मीर के अलगावदी नेताओ और आतंकी समुदाय के लोगो के खिलाफ शंखनाद कर देना चाहिए -
वंदे मातरम
1947 में जब मजहब के आधार पर का विभाजन हुआ तब डॉ.अम्बेडकर ने जनसँख्या की पूर्ण अदला बदली का सुझाव दिया था अम्बेडकर का कहना
ReplyDeleteथा कि पाकिस्तान के सभी हिन्दू भाइयों को सुरक्षित भारत में लाना चाहिए तथा भारत के मुसलमानों को उनके प्रिय मुल्क पाकिस्तान में भेज देना चाहिए क्योंकि जिस प्रकार मुसलमानों में कट्टरवाद बढ़ रहा है उससे लगता है ये कौम भारत में आगे जाकर फिर भीषण समस्या पैदा करेगी और इस अम्बेडकर के सुझाव का सरदार पटेल ने समर्थन किया था लेकिन देश का दुर्भाग्य रहा की गाँधी व नेहरु ने इनका सुझाव नहीं माना आज हम देख रहे हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिन्दुओं को गुलामों जैसा नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है और भारत में मुस्लिम कट्टरवाद तेजी से बढ़ रहा है आज देश की दुखद हालत को देखने से सिद्ध होता है कि डॉ.अम्बेडकर और सरदार पटेल बिलकुल सही थे।
साथ ही गाँधी व नेहरु पूरी तरह गलत थे जिसका भरपाई आज की नयी पीढ़ी कर रही है और भविष्य में भी करती रहेगी
मंजिल मिल ही जायेगी भटकते ही सही,
ReplyDeleteगुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं'
हे ईश्वर !!!!!!!!
ReplyDeleteसच्चे मन से मैँ आप से प्रार्थना करता हूँ कि आप इस उत्तर प्रदेश सरकार को इतनी हिम्मत , साहस , सदबुद्धि और विवेक प्रदान करो कि यह सरकार प्राईमरी मेँ 72825 पद टेट मेरिट से और इतने ही पद एकेडमिक से भरने का निर्णय ले सके । मेरी हार्दिक इच्छा है कि दोनोँ विज्ञापन से पद भर लिये जायेँ तो हम सभी लोग खुश हो जायेँ किसी भाई बहन को कोई कष्ट न हो हम लोगोँ का आपसी विवाद खत्म हो और सभी खुश रहे ...
यदि परमेश्वर हमारी ओर है , तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है ।
ReplyDelete_________________________________________romeo 8 : 31
यात्रियों से खचाखच भरी ट्रेन में टी.टी.ई. को एक
ReplyDeleteपुराना फटा सा पर्स मिला। उसने पर्स को खोलकर यह
पता लगाने की कोशिश की कि वह किसका है। लेकिन पर्स
में ऐसा कुछ नहीं था जिससे कोई सुराग मिल सके। पर्स में
कुछ पैसे और "भगवान श्रीकृष्ण" की फोटो थी। फिर उस टी.टी.ई. ने हवा में पर्स हिलाते हुए पूछा -"यह किसका पर्स है?"
एक बूढ़ा यात्री बोला -"यह मेरा पर्स है। इसे कृपया मुझे दे दें।"
टी.टी.ई. ने कहा -"तुम्हें यह साबित
करना होगा कि यह पर्स तुम्हारा ही है। केवल तभी मैं यह
पर्स तुम्हें लौटा सकता हूं।"उस बूढ़े व्यक्ति ने दंतविहीन
मुस्कान के साथ उत्तर दिया -"इसमें भगवान श्रीकृष्ण
की फोटो है।"टी.टी.ई. ने कहा -"यह कोई ठोस सबूत
नहीं है। किसी भी व्यक्ति के पर्स में भगवान श्रीकृष्ण
की फोटो हो सकती है। इसमें क्या खास बात है? पर्स में
तुम्हारी फोटो क्यों नहीं है?"
बूढ़ा व्यक्ति ठंडी गहरी सांस भरते हुए बोला -"मैं तुम्हें
बताता हूं कि मेरा फोटो इस पर्स में क्यों नहीं है। जब मैं
स्कूल में पढ़ रहा था, तब ये पर्स मेरे पिता ने मुझे
दिया था। उस समय मुझे जेबखर्च के रूप में कुछ पैसे मिलते थे।
मैंने पर्स में अपने माता-पिता की फोटो रखी हुयी थी।
जब मैं किशोर अवस्था में पहुंचा, मैं अपनी कद-काठी पर
मोहित था। मैंने पर्स में से माता-पिता की फोटो हटाकर
अपनी फोटो लगा ली। मैं अपने सुंदर चेहरे और काले घने
बालों को देखकर खुश हुआ करता था। कुछ साल बाद
मेरी शादी हो गयी। मेरी पत्नी बहुत सुंदर थी और मैं उससे
बहुत प्रेम करता था। मैंने पर्स में से अपनी फोटो हटाकर
उसकी लगा ली। मैं घंटों उसके सुंदर चेहरे
को निहारा करता।
जब मेरी पहली संतान का जन्म हुआ, तब मेरे जीवन
का नया अध्याय शुरू हुआ। मैं अपने बच्चे के साथ खेलने के लिए
काम पर कम समय खर्च करने लगा। मैं देर से काम पर
जाता ओर जल्दी लौट आता। कहने की बात नहीं, अब मेरे
पर्स में मेरे बच्चे की फोटो आ गयी थी।"
बूढ़े व्यक्ति ने डबडबाती आँखों के साथ
बोलना जारी रखा -"कई वर्ष पहले मेरे माता-
पिता का स्वर्गवास हो गया। पिछले वर्ष
मेरी पत्नी भी मेरा साथ छोड़ गयी। मेरा इकलौता पुत्र
अपने परिवार में व्यस्त है। उसके पास मेरी देखभाल का क्त
नहीं है। जिसे मैंने अपने जिगर के टुकड़े की तरह पाला था,
वह अब मुझसे बहुत दूर हो चुका है। अब मैंने भगवान कृष्ण
की फोटो पर्स में लगा ली है। अब जाकर मुझे एहसास हुआ है
कि #श्रीकृष्ण ही मेरे शाश्वत साथी हैं। वे हमेशा मेरे साथ
रहेंगे। काश मुझे पहले ही यह एहसास हो गया होता।
जैसा प्रेम मैंने अपने #परिवार से किया, वैसा प्रेम यदि मैंने
ईश्वर के साथ किया होता तो आज मैं
इतना अकेला नहीं होता।"
टी.टी.ई. ने उस बूढ़े व्यक्ति को पर्स लौटा दिया।
आज मुझे मेरी जान पहचान का एक इंसान मिला
ReplyDeleteजो न कभी मीटिंग में गया और न कभी लखनऊ मेरे बार बार कहने पर भी!!!!
पर वो काउंसलिंग करा आया
और मुझे उससे ही पूछना पड़ रहा है की कैसे हुआ सब
में सोच रहा हु मीटिंग और लखनऊ जाके मुझे क्या मिला ??????
और उसने क्या खोया ?????
TMNTBBN ji sir pls bataye maine bed me adm 2010 me liya aur result 2011 ME aaya bcom with 47% tet with 108 am I eligible pls reply pls
ReplyDeleteएक बहुत अच्छी बात जो ज़िंदगी भर याद रखिए:
ReplyDeleteआप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बड़ी सज़ा है।
TMNTBN
ReplyDeletePlease ye bataye Ki forms bhejne Ki last date kya thi
I am waiting for your answer.
साथियों अगर ये दस्तावेज ले जाते है तो आपको काउंसलिंग में कोई परेशानी नहीं होगी
ReplyDelete१) हाई स्कूल अंकपत्र /प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
२)इण्टर अंकपत्र/प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
३) स्नातक तीनों वर्षों के अंकपत्र/डिग्री/प्रोविजनल की दो प्रतियां
४) बी एड अंकपत्र/डिग्री/प्रोविजनल की दो प्रतियां
५) टी ई टी (१-५)प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
६) जाति प्रमाण पत्र की दो प्रतियां (यदि लागू हो )
७) निवास प्रमाण पत्र की दो प्रतियां
८) विशेष आरक्षण की दो प्रतियां (यदि लागू हो)
९) चरित्र प्रमाणपत्र की दो प्रतियां (कुछ डायटों में ले रहे है )
१०) १० रूपए का स्टाम्प पर शपथ पत्र नोटरी सहित
११)मूल आवेदन की प्रति/ड्राफ्ट प्रति/डाँक रशीद प्रति (कुछ डायटों में मांग रहे है)
१२) काउंसलिंग लेटर (नेट से प्राप्त)
१३)नवीनतम फोटो (कम से कम ६)
१४) दो लिफ़ाफ़े रजिस्टर्ड डांक टिकट लगे हुए (कुछ डायटों में मांग रहे हैं)
१५)अनुबंध पत्र (डायट से मिलेगा )
१६)जांच पत्र (डायट से मिलेगा)
१७) दो फाइल टैग सहित/एक फाइल ज़िप लगी हुई मजबूत वाली (क्रमशः रिकार्ड और आपके ओरिजनल पेपर रखने हेतु )
१८)A -4 साइज़ के सादे कागज़ ६ (किसी भी समय जरुरत हो सकती है )/आल पिन/गोंद/स्टेपलर
१९)आई डी कार्ड की प्रति (ओरिजनल सहित)
सभी दस्तावेजों का ओरिजनल भी अपने पास रखे !
!
!
!
!
सभी को शुभकामनाएं!
aap valid ho.........
ReplyDeleteस्पष्टीकरण:
ReplyDeleteअनिल संत का शासनादेश कितनी बड़ी मुसीबत बन गया है!!
एक तरफ तो ओबीसी को शिक्षक भर्ती में चयनित होने हेतु सामान्य वर्ग की योग्यता से स्नातक में पांच फीसदी अंक की छूट दी गयी है तो
दूसरी तरफ परास्नातक के आधार पर बीएड करने वालों का जिक्र न करके उन्हें स्नातक में मिलने वाली छूट से महरूम कर दिया है
क्योंकि उत्तर प्रदेश में बीएड की डिग्री के लिए ओबीसी को आरक्षित वर्ग में नहीं रखा गया है जिससे ओबीसी के आवेदकों ने परास्नातक के आधार पर बीएड किया है।
इस प्रकार सामान्य वर्ग के आवेदक जिनका 45 फीसदी से कम है उनको परास्नातक के आधार पर बीएड करने के बावजूद शामिल न करना तथा ओबीसी को 45 फीसदी से कम होने पर परास्नातक के आधार पर बीएड करने के कारण शामिल करना संविधान विरुद्ध है।
नोट: हिमांचल प्रदेश से बीएड करने वाले ओबीसी आरक्षित वर्ग में शामिल हैं क्योंकि NCTE ने आरक्षित वर्ग में शामिल करने का अधिकार राज्य सरकार के अधीन रखा है।
इसके अतिरिक्त जिस राज्य से लोगों ने 2007-08 बीएड सत्र की डिग्री ली है उस पर भी तिथि पूर्वानुक्रम के हिसाब से प्रतिशतता के मामले में संशय है।
जिज्ञासु ने पूछा, "अच्छे लोगों के साथ ही बुरा क्यों होता है ?" गुरू ने उतर दिया, "जब प्रश्न ही ग़लत हो तो मुझसे उसका उतर पाने की उम्मीद तुम कैसे कर सकते हो ? प्रश्न होना चाहिए था - 'जब अच्छे लोगों का बुरा समय आता है, तब उनका क्या होता है' और उसका उतर होता - 'वे और अच्छे हो जाते हैं' !"
ReplyDeleteमेरे सभी टेट मित्र,
ReplyDeleteजैसे की सभी को गुड न्यूज़ मिल चुकी है और सेकेंड कौँसेलिंग के लिए सभी कॅंडिडेट्स तैयार हो रहे है. इन सबके बीच सभी से एक रिक्वेस्ट,
आप सभी जानते है की यह लड़ाई किसी एक व्यक्ति की नही है पुर टेट मित्रों की है और हम सब मिलकर लड़ भी रहे है. इसका सबसे बड़ा example है अवनीश भाई.
आज हम सबको मिलकर इनके हाथ मज़बूत करने होंगे. आप सभी से जो भी हेल्प हो सके प्लीज़ करे क्यूंकी यह लड़ाई मात्र कौँसेलिंग करा लेने से ख़त्म नही हुई है अभी बाकी है.
यह सिर्फ़ रिक्वेस्ट है ना की ऑर्डर और किसी पर फालतू इल्ज़ाम ना लगाना. यह Bharti कोई नही करा रहा सिर्फ़ सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर से हो रही है लेकिन उसी सुप्रीम कोर्ट में लड़ने के लिए और हाइकोर्ट के सिंगल बेंच से डबल तक पहुचने में bahut कुछ योगदान रहा हमारे टेट मोर्चे के लोगो का.
सो दोस्तो एक बार फिर से आपको यकीन हो तो प्लीज़ हेल्प करे और ना हो तो सिर्फ़ चुप छाप कौँसेलिंग करा कर अपने घर बैठ जाए ना की किसी पर व्यंग कसे.
से कुछ भी ग़लत का सहारा ना ले
किसी और के लिए नही अपने लिए करो, यह सोचो की कोई तुम्हारे लिए लड़ रहा है अपना दिन रात एक करके. और प्लीज़ सेकेंड कौँसेलिंग में सभी टेट मित्र डाइयेट पर सक्रिय रहे और प्रचार्या को अच्छे से समझा दो की कुछ भी ग़लत हुआ तो फिर ठीक नही होगा. किसी से डरने की ज़रूरत नही है
किसी और के लिए नही अपने लिए करो, यह सोचो की कोई तुम्हारे लिए लड़ रहा है अपना दिन रात एक करके. और प्लीज़ सेकेंड कौँसेलिंग में सभी टेट मित्र डाइयेट पर सक्रिय रहे और प्रचार्या को अच्छे से समझा दो की कुछ भी ग़लत हुआ तो फिर ठीक नही होगा. किसी से डरने की ज़रूरत नही है
उन सभी मुन्ना भाई के लिए,
ReplyDeleteपहले भी कहा था की SCERT और NIC में सभी डॉक्युमेंट्स की क्रॉस चेकिंग होगी तो आप लोग चाहे जितना पैसा डाइयेट पर खिला कर कौँसेलिंग करा भी ले तो भी आप सब बाहर होंगे. और आपका पैसा भी गया तो समझदारी से काम ले और किसी भी फ़र्ज़ी का साथ ना दे.
जिसने टेट पास kiya है और वो अपने rank अनुसार नौकरी लेगा लेकिन किसी तरह से कुछ भी ग़लत का सहारा ना ले
एतदद्वारा यह घोषणा करता / करती हूँ कि मैं .................................
ReplyDeleteपुत्र/पुत्री श्री ...........................वास्तव में उ.प्र. के ............जनपद का मूल निवासी हूँ | मेरे द्वारा आवेदन पत्र / प्रत्यावेदन में भरा गया विवरण सत्य है | चयन / प्रशिक्षण /किसी भी स्तर पर कोई सूचना /अभिलेख गलत / फर्जी पाए जाने की दशा में मेरा अभ्यर्थन स्वत निरस्त माना जाएगा |
काउन्सलिंग के आधार पर अह्र एवं उपयुक्त पाए जाने पर प्रशिक्षु शिक्षक हेतु जनपदीय चयन समिति द्वारा किया गया मेरा औपबंधिक चयन मेरे द्वारा प्रस्तुत अभिलेखों के सत्यापन के अधीन होगा तथा मा. उच्च न्यायालय / मा. सर्वोच्च न्यायालय के किन्ही आदेशो / किसी लिपिकीय त्रुटि के संधान /आरक्षण नियमो के अंतर्गत रिसफलिंग के भी अधीन होगा | मेरे द्वारा प्रस्तुत सूचना /अभिलेखों के फर्जी/त्रुटिपूर्ण पाए जाने /छदम तरीके या कूट रचना के द्वारा चयन प्रक्रिया में आने की पुष्टि होने पर मेरा अभ्यर्थन स्वत समाप्त कर दिया जाए तथा मेरे विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही भी की जाए |
दिनांक -.............................................................
अभ्यर्थी का हस्ताक्षर .......................................................................
अभ्यर्थी का नाम -
........................................................................
पिता का नाम -
.......................................................................
पता ,:
एक बार एक
ReplyDeleteशहरी परिवार मेले मेँ
घुमने
गया, मेले मेँ 1 घंटे तक
घुमे
कि अचानक
उनका बेटा मेले मेँ
खो गया,
दोनो पति-पत्नी ने
मेले मेँ बहुत ढ़ुढ़ते
है, लेकिन
लङका नही मिलता है,
लङके कि माँ जोर-
जोर से रोने
लगती है, बाद मेँ
पुलिस को सुचना देते
है,
आधे घण्टे बाद
लङका मिल जाता है,
लङके के मिलते
ही उसका पति गाँव
का टिकिट लेकर
आता है,और वो सब बस
मेँ बेठ कर गाँव
रवाना हो जाते है,
तभी पत्नी ने पुछा:
हम गाँव
क्यो जा रहे है, अपने
घर नही जाना है
क्या...?
तभी उसका पति बोला:"तु
तेरी औलाद
के
बिना आधा घण्टा नही Rah
सकती,तो मेरी माँ गाँव
मेँ पिछले 10
साल से मेरे बिना कैसे
जी रही होगी..??
#From :: kittu
sir aapne kiska answer diya hai pls bataiye and thanks agar mujhe bataya hai to because mujhe bahut tension ho rahi thi
ReplyDelete"आप जिस देश का दाना पानी खाते हो, उस देश की भक्ति अवश्य कीजिए,
ReplyDeleteवरना उसी देश का पानी आपको दाने दाने को मोहताज कर सकता है।"
----------------------कश्मीर बाढ
Awesome... Kya baat kahi hai... Dil jeet liya.. Har ek kashmiri tak pahuchni chahiye ye baat
Deleteपूरे भारत मे यू जी सी से मान्यता प्राप्त किसी भी
ReplyDeleteविश्वविद्यालय/कालेज
से स्नातक
और
पूरे भारत में कही से भी एन सी टी ई से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/कालेज बी एड डिग्री
BHADURIYA.................G
ReplyDeleteaap is bharti me safe ho......
SAHAI...........G
ReplyDeleteform bharne/bhejne ki last date 09/01/12 thi
aapke saare paper usse phle ke hone chahiye.....
अवसर की पहचान
ReplyDeleteएक बार एक ग्राहक चित्रो की दुकान पर गया ।
उसने वहाँ पर अजीब से चित्र देखे । पहले चित्र मे
चेहरा पूरी तरह बालो से ढँका हुआ था और पैरोँ मे
पंख थे। एक दूसरे चित्र मे सिर पीछे से गंजा था।
ग्राहक ने पूछा – यह चित्र किसका है?
दुकानदार ने कहा – अवसर का ।
ग्राहक ने पूछा – इसका चेहरा बालो से
ढका क्यो है?
दुकानदार ने कहा -क्योंकि अक्सर जब अवसर
आता है तो मनुष्य उसे पहचानता नही है ।
ग्राहक ने पूछा – और इसके पैरो मे पंख क्यो है?
दुकानदार ने कहा – वह इसलिये कि यह तुरंत वापस
भाग जाता है, यदि इसका उपयोग न हो तो यह तुरंत
उड़ जाता है ।
ग्राहक ने पूछा – और यह दूसरे चित्र मे पीछे से
गंजा सिर किसका है?
दुकानदार ने कहा – यह भी अवसर का है ।
यदि अवसर को सामने से ही बालो से पकड़ लेँगे
तो वह आपका है ।अगर आपने उसे थोड़ी देरी से
पकड़ने की कोशिश की तो पीछे का गंजा सिर हाथ
आयेगा और वो फिसलकर निकल जायेगा । वह
ग्राहक इन चित्रो का रहस्य जानकर हैरान था पर
अब वह बात समझ चुका था ।
आपने कई बार दूसरो को ये कहते हुए
सुना होगा या खुद भी कहा होगा कि ’हमे अवसर
ही नही मिला’ लेकिन ये अपनी जिम्मेदारी से भागने
और अपनी गलती को छुपाने का बस एक बहाना है ।
भगवान ने हमे ढेरो अवसरो के बीच जन्म दिया है ।
अवसर हमेशा हमारे सामने से आते जाते रहते है पर
हम उसे पहचान नही पाते या पहचानने मे देर कर देते
है । और कई बार हम सिर्फ इसलिये चूक जाते है
क्योकि हम बड़े अवसर के ताक मे रहते हैं । पर
अवसर बड़ा या छोटा नही होता है । हमे हर अवसर
का भरपूर उपयोग करना चाहिये ।
isliye jiska jahaan par aa/ho raha hai wahaan par kara lo
aur home ke chakkar me na pado
Sukoon
ReplyDeleteInsaniyat
मै जानता हूँ
ReplyDeleteकल मेरी चिता के लिए
मेरे बेरोजगार बेटे के पास
न कफन के पैसे होँगे
न जलाने को लकड़ियाँ
तब वह अपने आप को निरर्थक समझेगा
और छाती पीटता धिक्कारेगा खुद को
ओ मेरे बेटे....
तुम्हारी सारी योग्यताएँ यूँ निरर्थक न जायेंगी
तुम मुझे लिटा देना चौराहे पर
और ढक देना अपनी डिगरियोँ और उपलब्धियोँ के प्रमाण पत्रोँ से
जिनके ताप से मेरी हड्डियाँ अपने आप पानी बन जायेंगी
और कम से कम तुम पितृ ऋण से उऋण हो जाओगे..
पहली काऊंसलिंग करा चुके अभ्यर्थियो का नाम अब दूसरी काऊंसलिंग में नही आएगा, जैसे ही वह अपना टेट रोल न. डालें, स्क्रीन पर लिखकर आएगा-----
ReplyDeleteu r already selected
और यही सबसे बड़ी पहचान है कि उनका चयन हो चुका है।
"अनुभव सिखाने के लिए विपत्ति से महान विद्यालय आज तक नहीं खुला है I "
ReplyDelete"To get Experience, there is no big institute than adversity till now."
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ReplyDelete.
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D
E
V
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P
R
I
Y
A
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9
8
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Ae palak tu band ho ja,
khawabon mein unki surat to nazar
ayegi,
intezar toh subah dubara shuru
hoga,
kam se kam raat to khushi se kat
jayegi..
Good night u.p.
TMNTBBN sir thanks agar aap log is blog per na ho to shayad hum jaise logo ko kuch pata hi nahi chalega aap ka to select hona tay hai kyunki aapke saath hum sabki best wishes hai thanks again
ReplyDeleteTMNTBBN,
ReplyDeleteThank u sir,May God bless u.
Apka selection jaldi se ho jaye..sath hi sabhi Tetians ka bhi..
tmbttn sir
ReplyDeleteplz batye shadi ke baad female ke naam ke aage husband ka sir name valid hai ya wrong patwari ne meri wife ke aage mera sir naam likh diya kya yeh valid hai usne rajni sharma likha hai jabki docu mai rajni shukla hai mera naam ajay sharma hai
plz tnbttn sir
ReplyDeleteSir.....mere high school aur tet ki marksheet mein mere naam ki spelling Harvinder "Kour" hai jabki bhaki sabhi marksheets mein Harvinder "Kaur" hai. Kya muje isse koi dhikat ho saakti hai, kya muje affidavit bhanvana chaiye. Kripya mera margdarshan karen.plzzzzzzz............
ReplyDeleteTMNTBM sir plz muje bhi btai k mene 2011 m foam brate time mulnivas nhi banwaya tha to kya uske baad wala valid h
ReplyDeletejin sc/st candidate ne b.ed 2008 se pehle ki hai tatha graguation me 40 percent se kam hai please contact this no 09968911197
ReplyDeleteSC ART MALE TET MARKS-118
ReplyDeleteKYA MERA UNNAO MEIN HO JAYAGA?
sir ek baat or ki us time jo mera caste critificte tha wo ghum ho gya h to ab kya ho sakta h plz sir jawab jarur dena taki m sahi jankari pa saku plz sir plz
ReplyDeleteFloods - Call the Army
ReplyDeleteEarthquake - Call the Army
Terrorist attack - Call the Army
A child stuck in a bore well - Call the Army
Riots- Call the Army
And
For 'Ribbon Cutting'-
Call Politicians!!!!
Last year Uttarakhand,
Today Kashmir.
Any weather,
Any place,
Any war - man or nature ,
Any time :
The Indian Army is always ready.
Why dont we invite them during happy times..
dear all avoid inviting hero or heroins during opening ceremonies or award functions.
Instead invite Indian Army....
They deserve more than anybody ...
Like
DeleteUp tgt exam kabtak honge
ReplyDeleteHam sab ko ek ho kar is islamik kattarta samana Karna h sabse pehle ham sab hindun ko ek hona h fir har state me BJP ki sarkar banbao tab Jake in par ankus lag payega inki badti hui jansankhaya ko rokana jaruri h feature ke liye inhe radneet se hi kabu kar sakte h jab sab state me ek hi party ki sarkar hogi to sansad me inki abadi ko niyantrit karne ke liye inhe keval ek ya do bachche peda karna kanun banaye aur isko sakti se lago kare sarkar aur ye sirf BJP hi kar sakti h ese bahut se kam karne taki feature thik rahe isliye ham sab hindun ko ek karne ki alakh jahao aur ye kam ham sabko milkar Karna aj se hi karo ham lage h is me.jai Hind jai Bharat
ReplyDeleteHi
ReplyDeleteDist. Wise rank and tetmarks no. Jaari liye jaaye. .dhandhli rokne ke liye
ReplyDeletePrem rajput shayad aap bhul gye ye india sirf apka ni h
ReplyDeleteIse sichne me humare buzurgo ka brabar ka hath h
Shayad aap bhul gye ki 1857 me phli freedom me hum brabar ke shariq the
Shayad aap bhul gye ki ki har against Pakistan ke war me hum always aage rhe h
Aakhri bar kargil war me bhi
Shayad aap bhul gye ki india ko world lable me place mila humari construction se
Shayad aap bhul gye ki humare religion me apne mulk ke liye ladna aakhri saanso tak huqm h.
Shayad aap bhul gye ki apne mulk ki gaddari me hum ni balki madhuri gupta jaisi log h
Ye hindustan sirf aapka ni h hum sabka h
Prem rajput g aapko apne khi hui bato par vichar karna chahiye
ReplyDeleteAapse galtiya horhi h
Agar india me koi kanun banega to wo har bhartiye par lagu hoga
ReplyDeleteNa ki sirf musalmano par
तारीख पे तारीख , और बस तारीख !
ReplyDeleteसरकार तो हमें चौपट कर के ही दम लेगी
ओह् !!! UPTET - 2011 न जानें कितनों की उम्र खायेगी ,
ReplyDeleteवैसे मायावती+मूलायम को नौकरी की आस में दिन रात सूख रहें यूपीटेट -2011 के होनहारों की बरबादी मुबारक हो ... डूब मरो बेशरमों क्या ऐसे ही
उत्तर प्रदेश , उत्तम प्रदेश बनेंगा !
नौकरी मिले , न मिले , कोई बात नहीं पर इस बार तो साईकिल को पंक्चर कर के रहेंगे ... आनें दो विधान सभा के चुनाव !
ReplyDeleteUptet2011 final result 124 tak total students Gen. Bc. SC 6157 and 120 Tak total 13992 and 118 tak 19516 and 115 tak 29786 and 112 tak 42190 and 110 tak 51708 and 107 tak 67570 and106 tak 73285 this data is approx total students are 225000 you may contact me on 7409998090 for further details I have list according to dob, name, tet roll no and tet marks in ascending order to
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