क्या आपकी कुण्डली में भी है राजयोग
Astrology Special : Rajyog in Janm Kundliदेश के 13वें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की कुण्डली में मालव्य नामक राजयोग मौजूद है। इसके अलावा इनकी कुण्डली में बुधादित्य योग, ब्रह्म योग जैसे कई शुभ योग मौजूद हैं। आमिर खान, शाहरूख खान, कैटरीना कैफ- ये वो नाम हैं जिनकी कुण्डली में शश नामक राजयोग बना हुआ है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता आडवाणी की कुण्डली में विपरीत राज योग है और गुजरात के मुख्यमंत्री की कुण्डली में रूचक नामक राजयोग मौजूद है।
कुंडली विशेषज्ञों के अनुसार अगर आपकी कुंडली में राजयोग है तो आप तो आप भी इन कामयाब हस्तियों की तरह सफल व्यक्ति बन सकते हैं
राजयोग
अगर कोई केन्द्र का स्वामी किसी त्रिकोण के स्वामी से सम्बन्ध बनाता है तो उसे राजयोग कहते हैं। राजयोग शब्द का प्रयोग ज्योतिष में कई अन्य योगों के लिए भी किया जाता हैं अत: केन््द्र-त्रिकोण स्वामियों के सम्बन्ध को पाराशरीय राजयोग भी कह दिया जाता है। दो ग्रहों के बीच राजयोग के लिए निम्न सम्बन्ध देखे जाते हैं -
1 युति
2 दृष्टि
3 परिवर्तन
युति और दृष्टि के बारे में हम पहले ही बात कर चुके हैं। परिवर्तन का मतलब राशि परिवर्तन से है। उदाहरण के तौर पर सूर्य अगर च्ंद्र की राशि कर्क में हो और चन्द्र सूर्य की राशि सिंह में हो तो इसे सूर्य और चन्द्र के बीच परिवर्तन सम्बन्ध कहा जाएगा।
पाराशरी राजयोग को केन्द्र त्रिकोण राजयोग भी कहते हैं।
अगर कोई केन्द्र का स्वामी किसी त्रिकोण के स्वामी से सम्बन्ध बनाता है तो उसे राजयोग कहते हैं। केन्द्र मतलब 4, 7, 10 भाव और त्रिकोण मतलब 5 और 9 भाव। पहला भाव केन्द्र और त्रिकोण दोनों माना जाता है। जैसा पहले बताया दो ग्रहों के बीच संबध का मतलब -
जैसे मेष राशि वाले के लिए त्रिकोण यानि पांचवे और नवें भाव के स्वामी हैं सूर्य और गुरु। अगर इनका पहले भाव के स्वामी यानि मंगल, या चौथे भाव का स्वामी यानि चंद्र, या सातवें भाव का स्वामी यानि शुक्र या दसवें भाव का स्वामी यानि शनि से युति, दृष्टि या परिवर्तन हो तो पाराशरी राजयोग बनेगा। जितने ज्यादा संबंध होंगे उतने ज्यादा राजयोग होंगे।
इसके अलावा कभी कभी एक ही ग्रह केन्द्र और त्रिकोण दोनों का स्वामी हो जाता है। कर्क लग्न के लिए मंगल त्रिकोण यानि पांचवे भाव और केन्द्र यानि कि दसवें घर को स्वामी होने की वजह से भी पाराशरी राजयोग बनाता है। पाराशरी राजयोग बनाने वाले ग्रह को योगकारक ग्रह कहते हैं और यह ग्रह अपनी दशा अन्तर्दशा में विशेष रूप से सफलता, समृद्धि और यश देता है।
मूल रूप से जिसे राजयोग कहते हैं वह तब बनता है जब केन्द्र अथवा त्रिकोण के स्वामी एक दूसरे के घर में बैठें अथवा दो केन्द्र भाव के स्वामी गृह परिवर्तन करें और त्रिकोण भाव के स्वामी की उनपर दृष्टि हो. यह राजयोग जिस व्यक्ति की कुण्डली में होता है वह राजा के समान वैभवपू्र्ण जीवन जीता है. इनकी आयु लम्बी होती है. जबतक जीते हैं सम्मान से जीते हैं मृत्यु के पश्चात भी इनकी ख्याति व नाम बना रहता है.
मालव्य राजयोग
वृष, तुला अथवा मीन राशि में जब शुक्र होता है तब मालव्य नामक योग बनता है। इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति सुन्दर और सौभाग्यशाली होता है। प्रसिद्धि इनके साथ-साथ चलती है। ऐसा व्यक्ति जो भी काम करता है उसमें भाग्य पूरा साथ देता है।
रूचक राजयोग
यह राजयोग तब बनता है जब मंगल मकर राशि अथवा अपनी राशि मेष या वृश्चिक में केन्द्र स्थान में होता है। यह योग जिनकी कुण्डली में होता है वह बहुत ही साहसी होते हैं और कभी किसी दबाव में आकर कोई काम नहीं करते हैं। ऐसे व्यक्ति जहां भी होते हैं लोग इन्हें सम्मान देते हैं। यह राजा के समान शानो-शौकत से रहते हैं
भद्र राजयोग
यह योग बुध बनाता है जब वह मिथुन या कन्या राशि में होता है। यह योग जिनकी कुण्डली में होता है वह काफी बुद्धिमान और व्यवहार कुशल होते हैं। अपने व्यवहार और बुद्धि से लोगों से प्रशंसा प्राप्त करते हैं। बुद्धि और चतुराई से ऐसे लोग कार्य क्षेत्र में उच्च पद प्राप्त करते हैं
हंस राजयोग
कुण्डली में गुरू जब धनु, मीन अथवा कर्क में राशि में होता है तब हंस नामक राजयोग बनता है। ऐसा व्यक्ति पढ़ने-लिखने में बहुत ही बुद्धिमान होता है। इनकी निर्णय क्षमता अच्छी होती है। राजनीतिक सलाहकार, शिक्षण अथवा प्रबंधन के क्षेत्र में ऐसे लोग बहुत ही कामयाब होते हैं। इनका जीवन वैभवपूर्ण होता है
शश राजयोग
शनि जब अपनी राशि यानी मकर या कुंभ में होता है अथवा अपनी उच्च राशि तुला में होता है तब शश नामक योग बनता है। इस योग में जन्म लेने वाले व्यक्ति धीरे धीरे सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ते हुए समाज में यश और प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं।
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. ALL MY UPTET2011 FRIENDS.
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वैसे तो मैँ किसी के मेरिट के सवाल जवाब मेँ तो नहीँ पड़ता हूँ।
लेकिन आपका समाधान है मेरे पास आप मुझे फोन क्योँ नहीँ कर लेते ?
साथियों अगर ये दस्तावेज ले जाते है तो आपको काउंसलिंग में कोई परेशानी नहीं होगी
ReplyDelete१) हाई स्कूल अंकपत्र /प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
२)इण्टर अंकपत्र/प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
३) स्नातक तीनों वर्षों के अंकपत्र/डिग्री/प्रोविजनल की दो प्रतियां
४) बी एड अंकपत्र/डिग्री/प्रोविजनल की दो प्रतियां
५) टी ई टी (१-५)प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
६) जाति प्रमाण पत्र की दो प्रतियां (यदि लागू हो )
७) निवास प्रमाण पत्र की दो प्रतियां
८) विशेष आरक्षण की दो प्रतियां (यदि लागू हो)
९) चरित्र प्रमाणपत्र की दो प्रतियां (कुछ डायटों में ले रहे है )
१०) १० रूपए का स्टाम्प पर शपथ पत्र नोटरी सहित
११)मूल आवेदन की प्रति/ड्राफ्ट प्रति/डाँक रशीद प्रति (कुछ डायटों में मांग रहे है)
१२) काउंसलिंग लेटर (नेट से प्राप्त)
१३)नवीनतम फोटो (कम से कम ६)
१४) दो लिफ़ाफ़े रजिस्टर्ड डांक टिकट लगे हुए (कुछ डायटों में मांग रहे हैं)
१५)अनुबंध पत्र (डायट से मिलेगा )
१६)जांच पत्र (डायट से मिलेगा)
१७) दो फाइल टैग सहित/एक फाइल ज़िप लगी हुई मजबूत वाली (क्रमशः रिकार्ड और आपके ओरिजनल पेपर रखने हेतु )
१८)A -4 साइज़ के सादे कागज़ ६ (किसी भी समय जरुरत हो सकती है )/आल पिन/गोंद/स्टेपलर
१९)आई डी कार्ड की प्रति (ओरिजनल सहित)
सभी दस्तावेजों का ओरिजनल भी अपने पास रखे !
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सभी को शुभकामनाएं!
मै देख रहा कि कुछ लोगअपने टी. ई.टी. लिखकर लगातार यह पूँछ रहे है कि मेरे 110 है, ,मेरे 118 है, ,,105 है, ,,,फलॉ, फलॉ.....मेरा होगा कि नही, या फिर होगा तो किस काउन्सिलिंग मे होगा????????
ReplyDeleteऐसे लोगो को बता दूँ कि अगर जॉब चाहते हो तो एकजुट हो जाओ .....
और समय रहते भी अगर न सुधरे तो हाथ मलते रह जाओगे ।
फिर खूब चिल्ला -चिल्ला कर कहना कि अब क्या होगा,
मेरा तो हुआ नही .........
मेरा तो हुआ नही........
मेरा तो हुआ नही.........।
ये सारी बाते सच है,
इनको ignore ना करे, ,,,,,
सेवा में ,
ReplyDeleteश्री मान प्राचार्य महोदय
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण
सस्थान ...........................
दिनांक ...../..../.......
विषय :- काउन्सलिंग में मूल अभिलेखों की पावती के सम्बन्ध में- महोदय , मै प्रशिक्षु शिक्षक चयन २०११ हेतु जनपद ..................... में आवेदन किया है जिसके अंतर्गत दिनांक .......................को मै अपनी काउन्सलिंग हेतु जनपद ..................में सम्मलित हुआ हूँ एवं अपने समस्त वांछित शैक्षिणिक एवं सहशैक्षिणिक मूल अभिलेख जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जनपद ...................मै अपने संज्ञानार्थ जमा करवा रहा हूँ | कृपया मेरे मूल अभिलेखों की पावती प्रदान करने की कृपा करे |
मूल अभिलेखों का विवरण इस प्रकार है :- १-................................... २-................................... ३-................................... ४-................................... ५-.................................. ६-.................................. अभ्यर्थी का नाम :- ७-.................................. पिता का नाम :- ८-.................................. टी.इ.टी रोल नम्बर :- ९-.................................. वर्ग :-
एतदद्वारा यह घोषणा करता / करती हूँ कि मैं .................................
ReplyDeleteपुत्र/पुत्री श्री ...........................वास्तव में उ.प्र. के ............जनपद का मूल निवासी हूँ | मेरे द्वारा आवेदन पत्र / प्रत्यावेदन में भरा गया विवरण सत्य है | चयन / प्रशिक्षण /किसी भी स्तर पर कोई सूचना /अभिलेख गलत / फर्जी पाए जाने की दशा में मेरा अभ्यर्थन स्वत निरस्त माना जाएगा |
काउन्सलिंग के आधार पर अह्र एवं उपयुक्त पाए जाने पर प्रशिक्षु शिक्षक हेतु जनपदीय चयन समिति द्वारा किया गया मेरा औपबंधिक चयन मेरे द्वारा प्रस्तुत अभिलेखों के सत्यापन के अधीन होगा तथा मा. उच्च न्यायालय / मा. सर्वोच्च न्यायालय के किन्ही आदेशो / किसी लिपिकीय त्रुटि के संधान /आरक्षण नियमो के अंतर्गत रिसफलिंग के भी अधीन होगा | मेरे द्वारा प्रस्तुत सूचना /अभिलेखों के फर्जी/त्रुटिपूर्ण पाए जाने /छदम तरीके या कूट रचना के द्वारा चयन प्रक्रिया में आने की पुष्टि होने पर मेरा अभ्यर्थन स्वत समाप्त कर दिया जाए तथा मेरे विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही भी की जाए |
दिनांक -.............................................................
अभ्यर्थी का हस्ताक्षर .......................................................................
अभ्यर्थी का नाम -
........................................................................
पिता का नाम -
.......................................................................
पता ,:
दोस्तोँ मुझको पहचानने का सबसे अच्छा तरीका मैँ आज बताए देता हूँ ।
ReplyDelete1 ) पोस्ट करते समय संयम एवं समय का ध्यान जरूर रखता हूँ ।
2) मैँ अपनी खबर को पुन: प्रेषित करने से बचता हूँ ।
3) वाणी मेँ सरलता एवँ सहजता लाने का सदैव प्रयासरत रहता हूँ ।
4) मेरी लगभग समस्त खबरोँ का आधार - श्रोत - जुड़ाव ( BASE - SOURCE - LINK ) बनाए रखने की भरपूर कोशिस रहती है ।
5) तथा वर्तनी सम्बन्धी त्रुटि नाममात्र या नगण्य रखने की भरपूर प्रयास होता है ।
बाकी अभी बहुत तरीके हैं जिन्हे समय के साथ . . . . . . . . . .
आपका Mr. TMNTBBN
$ 72825 Primary News,,, (Dainik Jagran)
ReplyDelete$ 45 फीसद वाले भी होंगे काउंसिलिंग में शमिल
$ इग्नू और राजर्षि टंडन मुक्त विवि से पत्रचार के जरिये बीएड करने वालों को भी मिलेगा मौका
$ सभी डायट प्राचार्यों और बीएसए को दिशानिर्देश जारी
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : स्नातक में 45 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों और 40 फीसद अंक पाने वाले आरक्षित व विशेष आरक्षित श्रेणियों के अभ्यर्थियों को परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती के लिए होने वाली काउंसिलिंग में शामिल किया जाएगा। हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) और इलाहाबाद के राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से पत्रचार के जरिये दो साल का बीएड करने वाले अभ्यर्थियों को भी काउंसिलिंग में शामिल किया जाएगा।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के प्राचार्यों और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को इस बारे में दिशानिर्देश जारी कर दिया है। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती के लिए 29 से 31 अगस्त तक हुई पहली काउंसिलिंग के दौरान डायट प्राचार्यों द्वारा बतायी गईं समस्याओं और अभ्यर्थियों से मिले प्रत्यावेदनों पर विचार करने के लिए शासन ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समस्या निवारण समिति गठित की थी। समिति ने बीती 10 सितंबर को बैठक कर अपनी सिफारिशें निदेशक एससीईआरटी को भेजी थीं। निदेशक एससीईआरटी ने डायट प्राचार्यों और सभी बीएसए को इन सिफारिशों के आधार पर आगे की काउंसिलिंग की कार्यवाही करने को कहा है।
डायट प्राचार्यों और बीएसए को भेजे गए दिशानिर्देशों में यह स्पष्ट किया गया है कि स्नातक परीक्षा में 45 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों और 40 फीसद से कम अंक प्राप्त करने वाले आरक्षित व विशेष आरक्षित श्रेणियों के अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती के लिए होने वाली काउंसिलिंग में नहीं शामिल किया जाएगा। यह भी कहा गया है कि शिक्षकों की भर्ती में एलटी और सीटी अभ्यर्थियों को शामिल नहीं किया जाए। भर्ती के लिए बीटेक, बीफार्मा, बीएससी (आइटी), बीएससी (कृषि), बीएससी (गृह विज्ञान) आदि प्रोफेशनल कोर्स विज्ञान वर्ग में शामिल किये जाएंगे और बीसीए को इंटरमीडिएट के आधार पर विज्ञान/ कला वर्ग में रखने के लिए कहा गया है।
हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से 1995 तक एक वर्षीय स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भी चयन के लिए अर्ह माना जाएगा। दिशानिर्देशों के जरिये यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि विकलांग या विशेष आरक्षित श्रेणी के लिए न्यूनतम कट ऑफ मेरिट सामान्य या अन्य पिछड़ा वर्ग या अनुसूचित जाति/ जनजाति से अधिक हो जाए और ऐसा अभ्यर्थी अन्य श्रेणियों के न्यूनतम गुणांक से अधिक अंक प्राप्त कर रहा हो तो उस स्थिति में उसका चयन उसकी जाति से संबंधित श्रेणी में कर लिया जाए।
एक बार एक कंजूस लड़के को एक
ReplyDeleteकंजूस लड़की से प्यार हो जाता है।
लड़की: जब पापा घर पर नहीं होंगे
तो मैं गली में सिक्का फेंकुंगी, आवाज़
सुन कर तुम तुरंत अन्दर आ जाना।
लेकिन लड़का सिक्का फेंकने के एक
घंटे बाद आया।
लड़की: इतनी देर क्यों लगा दी?
लड़का: वो मैं सिक्का ढूंढ रहा था।
लड़की: पागल वो तो धागा बाँध कर
फेंका था, वापस खींच लिया।
मै और मेरा दोस्त अपने घर के पास ही बिजली के खम्बे के पास खड़े होके बातें कर रहे थे !
ReplyDeleteमोहल्ले का ही एक छोटा सा बच्चा लगभग 5 साल की उम्र का अपने घर से मिठाई से भरा डब्बा फेकने जा रहा था !
मैंने पूछा की क्यों फेंक रहे बाबु ?
उसने कहा भैया ये ख़राब हो गया है और उस बच्चे ने फेंकने के बजाए उसे सामने बहते नाले में हल्के से रख दिया और वापस चला गया !
उसके रखने से मिठाई का डब्बा तैरने लगा, हल्की सुराख़ होने की वजह से उस डब्बे में धीरे-धीरे नाले का पानी घुसने लगा !
सामने ही 2 कचरा चुनने वाले बच्चे आ रहे थे !
जब उन दोनों की निगाह नाले में तैरते उस मिठाई के डब्बो पर पड़ी तो वे अपना कचरे वाला थैला वही फेंक कर उस डब्बे को नाले से निकल कर उसका मिठाई खाने लगे !
ये नज़ारा देखकर तो मै सिहर गया !
उसी दिन एहसास हुआ की भूक क्या होती है और उसी दिन से मैंने फैसला किया चाहे कुछ भी हो, खाना व्यर्थ न होने पाए !
दोस्तों अपने आस-पास ज़रूर देख लें की कही कोई भूखा तो नहीं है !!......
इस शिद्दत से निभाओ अपना अपना किरदार ..
ReplyDeleteपर्दा गिर जाए ....
पर ..............
तालियाँ बजती रहे..
तालियाँ बजती रहे.......
तालियाँ बजती रहे...........
तालियाँ बजती रहे.................
सौ गुना बढ़ जाती है खूबसूरती, महज़
ReplyDeleteमुस्कराने से ..
फिर भी बाज नही आते लोग, बुरा सा मुँह
बनाने से ... ....................................
एक आदमी ने देखा कि एक गरीब
ReplyDeleteबच्चा उसकी कीमती कार
को बड़े
गौर से निहार रहा है ।
आदमी ने उस लड़के को कार में
बिठा लिया ।
लड़के ने कहा:- आपकी कार
बहुतअच्छी है, बहुत
कीमती होगी ना ?
.
.
आदमी:- हाँ, मेरे भाई ने मुझे गिफ्ट
दी है ।
.
.
लड़का (कुछ सोचते हुए):- वाह !
आपके भाई कितने अच्छे हैं ।
.
.
आदमी:- मुझे पता है तुम क्यासोच
रहे हो..
तुम भी ऐंसी कार चाहते हो ना ?
.
.
लड़का:- नहीं !
मैं आपके भाई की तरह
बनना चाहता हूँ ।
।।।
अपनी सोच हमेशा ऊँची रखें...
दूसरों की अपेक्षाओं से
कहीं ज्यादा ऊँची।।।
DOSTO
ReplyDeleteJaisa ki hamari lucknow team ko scert ke hwale khabar mili hai ki 1st counseling ke liye 5370 logo ki alag alag counseling hui..jisme scert ne janch ke bad mul result me sirf 4508 ko yogy paya..ab 862 log farji tarike se counseling me pakde gye..jin dist. Me ye huwa hai kal tet morcha unki list de dega..sbhi active member un dist ke diet principal aur b.s.a ko kadi chetawni de ..kyuki ye log aise nai sudharege..inki class leni pdegi...agar aise 2nd counseling me huwa to 10 guna mtlb 8620 log in hokar hamari seat kharab krege..
मित्रोँ
ReplyDeleteजैसा कि टेट संघर्ष मोर्चा का अथक प्रयास रहा है कि शीघ्रता से हमेँ नियुक्ति पत्र मिले जिसके लिये रात दिन एक किए हुए हैँ,,,
अत: इसी सन्दर्भ मेँ आज दो सूचनाएँ प्रेषित हैँ-
पहली सूचना (सकारात्मक)-
कल राकेश यादव जी, गणेश दीक्षित जी, मुअज्जम भाई, रोहित शुक्ला एवं जीतेंद्र सेंगर (फतेहपुर) समेत कई टेट बंधु सुबह से ही SCERT कार्यालय में डेरा जमाए हुए थे,,लम्बी प्रतीक्षा और धैर्य के फलस्वरूप हम टेट भाइयों के लिए उन्होंने खुशखबरी दी है जो की इस प्रकार हैं-
.
1) राजर्षि टंडन/ IGNOU वाले सभी टेट बन्धु इस चयन प्रक्रिया में शामिल हैं।
2) स्नातक में 45% अंकों के आधार पर बी.एड. करने वाले भाई भी इस चयन प्रक्रिया में शामिल किये गए हैं।
3) प्रथम काउंसलिंग में कुल 4508 अभ्यर्थियों का वेरिफिकेशन SCERT द्वारा किया गया है एवं दूसरी काउंसलिंग के लिए दस गुना अभ्यर्थी बुलाए जाने पर मुहर लग चुकी है जिसके लिए 19-20 को रैंक जारी कर दी जायेगी।
.
उपरोक्त सभी सूचनाएं श्री सर्वेन्द्र जी ने हमारे टेट प्रतिनिधियों को संजय सिन्हा द्वारा गई रिपोर्ट के आधार पर दी हैं जिनको सभी डायटों को मेल भी किया जा चुका है। कल के सभी प्रमुख समाचार-पत्रों में भी संभवतः इसका उल्लेख आप सभी देख पायेंगे। अंततः निरहुआ उन प्रतिनिधि सदस्यों का हृदय से आभार व्यक्त करता है जो हमारे टेट बंधुओं के लिए कल दिन भर SCERT कार्यालय में डटे रहे और अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया,,
मुझे इस बात की ख़ुशी भी है की तमाम नकारात्मक मानसिकता वाले बंधुओं के आक्षेपों के बावजूद ये अग्रणी बंधु अपने कर्तव्य पथ पर अडिग हैं और सदैव टेट हित में अग्रसर हैं। फिलहाल IGNOU/राजर्षि टंडन और 45% वाले भाई खुशियाँ मना सकते हैं।
जय हिन्द-जय टेट।।
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दूसरी सूचना (नकारात्मक)-
जैसा कि आप लोगोँ को विदित है कि सर्वोच्च न्यायालय मेँ हमेँ दो केस अभी देखने है,,,
1. नान टेट का जो कि 22 को लिस्टेड है ।
2. कन्टेम्ट का जो कि सम्भावित 25/26 मेँ लग सकता है ।
इसके अतिरक्त इलाहाबाद हाई कोर्ट मेँ यदि कपिल याचिका डालता है तो उसके लिए भी हमेँ प्रभावी पैरवी करनी पड़ेगी, क्योँकि थोड़ी सी चूक हमारे परिश्रम पर पानी फेर सकती है, इस सन्दर्भ मेँ मोर्चा द्वारा कैविएट भी डाला जा चुका है ।
अत: आप लोगोँ से अनुरोध है कि भाई अवनीष यादव जी के खाते मेँ यथा सामर्थ्य अपना योगदान अवश्य करेँ।
जो दिन भर से कुछ किया नहीं तो चलो आलोचना करें..
ReplyDeleteकुछ चेहरों पर कालिख मल दें ताकि अपना चेहरा साफ़ लगे..
_________________________कपिल और सधाना
_________________________कपिल की सधाना
"इस बात की चिंता छोड़ो कि कौन आपको दुःख पहुँचाता है या नफरत करता है..??
ReplyDeleteबल्कि..
चिंता उसकी करो जो आपको प्यार करता है क्योंकि आपकी खुशियाँ वहीं पर हैं।"
#From :: AVI
72,825 शिक्षक भर्ती पर सबसे बड़ी खबर
ReplyDeleteमयंक तिवारी,एटा।
ये हैं रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु
एससीईआरटी के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने समिति की रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार को इसका शासनादेश जारी कर दिया। उन्होंने साफ किया कि प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में इसी के आधार पर कार्यवाही की जाए।
राज्य स्तरीय समिति की रिपोर्ट के मुख्य बिंदु :-
●अनारक्षित श्रेणी के वे अभ्यर्थी जिनके स्नातक में 45 प्रतिशत से कम अंक हैं व आरक्षित श्रेणी के वे अभ्यर्थी जिनके 40प्रतिशत से कम अंक हैं, चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाएंगे।
●बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली एवं प्रशिक्षु शिक्षक चयन 2011 के शासनादेश में एलटी व सीटी अभ्यर्थियों के आवेदन के लिए कोई प्रावधान नहीं है। इस कारण ये शामिल
नहीं हो सकते हैं।
●इग्नू व राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से दो वर्ष का पत्राचार बीएड करने वाले चयन
प्रक्रिया के लिए अर्हता रखते हैं।
एक वर्षीय स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी भी अर्ह
●बीटेक, बीफार्मा, बीएससी आईटी, बीएससी कृषि, बीएससी गृह विज्ञान आदि प्रोफेशनल कोर्स को विज्ञान वर्ग में व बीसीए को इंटर के आधार पर विज्ञान/कला वर्ग में रखा जाए।
●उस्मानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद से 1995 तक एक वर्षीय स्नातक उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी भी काउंसलिंग के लिए अर्ह माने जाएंगे।
●नेपाल से हाईस्कूल उत्तीण अभ्यर्थी को अर्ह नहीं माना जाएगा।
●टीईटी-2011 में जाति गलत अंकित होने के मामले में अभ्यर्थी से शपथ पत्र लेते हुए कंडीशनल चयन किया जा सकता है।
●अंतिम तिथि तक डायट में आवेदन पत्र प्राप्त न होने वाले अभ्यर्थियों के बारे में कोई भी विचार करना उचित नहीं है।
●विलंब से प्राप्त आवेदनों को शामिल किए जाने को लेकर हाईकोर्ट ने भी कई आदेश दिए हैं। इसमें विलंब से प्राप्त होने वाले ऐसे आवेदन जिनके डाटा इंट्री का कार्य डायट ने कर लिया है, उन्हें ही शामिल किया जाए। इन्हें मिलेगा विशेष श्रेणी में शामिल होने का मौका।
●यदि निशक्तजन श्रेणी की कट ऑफ सभी वर्गों से अधिक हो जाए और तो ऐसा अभ्यर्थी अन्य श्रेणियों के न्यूनतम गुणांक से अधिक अंक प्राप्त कर रहा हो तो उसे उसकी जाति की श्रेणी में चयनित कर लिया जाए।
●स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रितों व पूर्व सैनिक श्रेणी के अभ्यर्थियों को विशेष आरक्षण
की श्रेणियों में ही चयनित किया जाए। विशेष आरक्षण के लिए निर्धारित न्यूनतम कट ऑफ मेरिट यदि सामान्य, ओबीसी, एससी-एसटी से अधिक हो जाए और ऐसा अभ्यर्थी अन्य श्रेणियों के न्यूनतम गुणांक से अधिक अंक प्राप्त कर रहा हो तो उसकी जाति से संबंधित श्रेणी में ही उसे चयनित किया जाएगा।
Teacher:- जल्दी बताओ
ReplyDelete.
राजीव गाँधी की पत्नी का नाम क्या है .??
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कुतुबमीनार कहाँ है ..??
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शाताब्धी की रफ़्तार कितनी है ..??
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मुर्गी क्या देती है ..??
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Student:- सोनिया गाँधी, दिल्ली में ,140 की रफ़्तार से, अंडे देती है..
72825 प्राथमिक शिक्षक भर्ती के संबंध मे नयी सूचना के अनुसार टेट संघर्ष मोर्चा की टीम सचिव से मिली...
ReplyDelete>जिसमे निम्न बाते क्लियर हुई
1. दूसरी काउन्सलिन्ग के संबंध मे सभी डाइट को दिशा निर्देश भेज दिया गए हैं ।
2. 2010 तक बी.एड के सामान्य अभ्यर्थी के स्नातक मे न्यूनतम 45% वाले अभ्यर्थी भर्ती मे सम्मलित हो सकते हैं ।
3. पहले काउन्सलिन्ग मे केवल 5800 अभ्यर्थी शामिल होने की बात सामने आई थी लेकिन अब केवल 4505 अभ्यर्थी ही काउन्सलिन्ग मे चयनित हुये ।
4. प्रोफेशनल वालों का वर्ग बी.एड के ट्रेनिंग सबजेक्ट के आधार पर तय होगा अगर फिर भी समस्या आई तो उनके इंटर के विषय के आधार पर विज्ञान वर्ग या कला वर्ग तय होगा ।
5. 10 गुना अभ्यर्थी ही काउन्सलिन्ग मे बुयालाए जाएंगे ।
6. सभी डाइट को सख्त निर्देश कि कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए वरना प्रभारी ही जिम्मेदार होंगे ।
Aaj dil ki baat kehne ko Jee chahta hai,
ReplyDeleteTere dil mein rehne ko Jee chahta hai,
Rab jaane tera mera Rishta kya hai,
Bas tujhe Apna kehne ko Jee chahta hai !!
#FROM :: ASHISH
मोदी जी सभा कर रहे थे।।
ReplyDeleteउन्होंने देखा की एक विकलांग बहुत देर से बार बार उठा - खड़ा होना चाहता है की वो उनको देख सके।।
थोड़ी देर तो मोदी जी देखते रहे , फिर अब उनको सहन नहीं हो रहा था।। वो व्याकुल ही उठे, हालात यह बन गए की भाषण से शब्द भूलने लगे।। दिमाग देखिये उस विकलांग को हो रही परेशानी और भाषण दोनों पर केन्द्रित था।। कुछ देर ही हुयी कि अब बर्दाश्त नहीं हुआ और भाषण वन्दे मातरम् के उद्घोष के साथ समाप्त।।
सारे नेता भौंचक क्या हुआ ?? जनता हैरान ।। भाषण ख़त्म करने के तुरंत बाद उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मी को उस विकलांग की और ऊँगली से इशारा करते हुए कहा की उस विकलांग को ले आओ मेरे पास, मैं मिलना चाहता हूँ।। वो सुरक्षाकर्मी गए उसके पास।। वो बेहद डर गया की उसने क्या अपराध किया ?? उसको बताया की मोदी जी आपको बुला रहे हैं, वो मना करने लगा की उसने कोई गलती नहीं की, वो विकलांग है वो सिर्फ मोदी को देखना चाह रहा था।। वो सुरक्षा कर्मी बोले चलो की सर बुला रहे हैं।। इतने में स्टेज से मोदी जी ने इशारा किया की इधर आओ, तो विकलांग सहम गया की क्या कोई उसकी शिकायत किया है झूंठी की उसने कोई जुर्म नहीं किया।। वो गया मोदी जी के पास।।
मोदी जी ने उसको कुर्सी पर बैठाया और स्वयं खड़े रहे।। उन्होंने उसका नाम, व्यवसाय और कुशल क्षेम पूँछी।। वो घबराते हुए जबाब दिया।। अब मोदी ने कहा -" बंधू , आज पहली बार ऐसा हुआ की मैं आपको हो रही तकलीफ देखकर जो आपको मुझको देखने में हो रही थी , मैं भाषण से अपने शब्द भूलने लग गया, मैं आपके प्रयास जो आप कर रहे थे मैं आपके मेरे प्रति लगाव को देखकर नतमस्तक हूँ की आप इतनी दूर से स्वयं चलकर सिर्फ मुझे सुनने और देखने आये। मैं आपकी हिम्मत को सलाम करता हूँ"
इतना कहना था मोदी जी का की वो विकलांग कुर्सी से हटकर उनके चरणों में गिर गया और दोनों पैर कस के पकड लिए और रोने लग गया।। बोल मुझे माफ़ कर दो, मैं गलत समझ रहा था की आप मुझे पता नहीं किसलिए बुला रहे हैं , मुझे अब अपने से नफरत हो रही है ।। आप महान हैं महान हैं और खूब रोया।। मोदी ने उसको दोनों हांथो से उठाया , गले से लगाकर चुप कराया और पानी पिलाया और बोले-
" आप जीवन में सदैव आंगे बढे, कभी न रुकें और खुश रहे ऐसी मैं कामना करता हूँ और हाँ वोट डालने जरूर जायें ।।" ऐसा कहकर मोदी जी उसके साथ मंच से उतर गए।।
ऐसे हैं हमारे मोदी जी।।
सबसे पहले मात्र एक सवाल : आप लोग इलाहाबद उच्च न्यायलय को क्या समझते हैं और उसपे भी उसके वृहद पीठ के निर्णय को जैसे की डिवीज़न बेंच या लार्जर बेंच हुई |
ReplyDeleteये नजीर होते हैं सुप्रीम कोर्ट के साथ साथ पूरे हिंदुस्तान में और जिनकी व्याख्या खुद सर्वोच्च न्यायलय के सीनियर कॉउंसिल अपने केस में मदद के लिए और वहां के न्यायमूर्ति फैसले को लेने के लिए करते हैं |
खैर मद्रास उच्च न्यायलय और इलाहाबद उच्च न्यायलय की औकात आपको गूगल अंकल पर से मिल जाएगी |
अब बात करते हैं उस राम प्रकाश शर्मा वाले केस की जो की कभी हमारे केस के साथ कनेक्ट हुआ था ७ फ़रवरी २०१४ को परन्तु उसी दिन उसकी कनेक्टिविटी के साथ सरकार का पतन तय हो गया था वो तो शुक्र मनाइये की कमिटेड जुडिशरी सरकार की काम नहीं आई (वर्ना न्यायमूर्ति चौहान साहब तो पता नहीं कहाँ लिए जा रहे थे) और टेट मेरिट को न्यायमूर्ति दत्तू जी ने इस प्रकार निकालकर आपके हाथ में दे दिया था जैसे दूध में से ............
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"घी" |
अब बात आती है की सरकार ने उन्हें बिना टेट के अनुमति नहीं दी क्यूंकि आर.टी.ई एक्ट का उल्लंघन होता और उसी बेंच का निर्णय आता है की टेट एक अनिवार्य योगयता है जिससे साफ़ हो गया था की टेट भारांक देना अनिवार्य है और सरकार ने उसी के साथ मामला बंच कराकर अपनी गर्दन खुद काट ली थी |
ReplyDeleteहमारे केस में तमाम उलझने की सरकार ने टेट ये है, वो है, धांधली है, फलाना ढिमका जितना उससे बना और उधर वृहद पीठ से टेट का बचाव तो आप खुद सोचें की अब सरकार को खुद ही क्लियर नहीं था की उसे करना क्या है क्यूंकि दोनों ही निर्णय इलाहाबाद उच्च न्यायलय के हैं या तो अब वो हमसे जीत जाती औए टेट ख़त्म करा देती या वो खुद से हार जाती और १२९०८ के पेटीशनेर को टेट से राहत दे देती परन्तु एक में जीत निश्चित थी तो हमारा केस वो आलरेडी हार चुकी है और हाँ बात रही राम प्रकाश शर्मा वाले केस की तो वो अपने सम्बन्धियों को टेट दिलवा ले तो ठीक है वर्ना शिक्षा-मित्र तो मौज भी कर जायेंगे कुछ दिन बिना टेट के उनको तो ये मौका भी सरकार नहीं देगी |
ReplyDeleteइस केस के नाम पर अगर आप सीनियर कॉउंसिल के लिए चंदा देते हैं तो एक काम जमीनी तौर पर अवश्य करें रिट संख्या २३७ का निर्णय और रिट संख्या १२९०८ का निर्णय अपने किसी भी टटपूंजिये अधिवक्ता से पड़वा लें और राय मांगे, खुद समझ आ जायेगा |
ReplyDeleteखैर मौज कीजिये अभी फ़िलहाल काउंसलिंग का मजा लीजिये और मेरिट आंकलन करते रहिये और डंडा भी तैयार रखें (खास तौर पर कला वर्ग) और उसी हिंदुस्तान पेपर की कटिंग को दिखाकर चलाना है डंडा आपको भी |
कुछ लोग कंटेम्प्ट की तैयारी करें हलाकि दस गुने में अब उन मुख्य लोगों का हो जायेगा पर फिर भी जब गेंद फेंकी है तो न्यायमूर्ति दत्तू जी को भी शॉट लगाने का मौका दीजिये और प्लीज अब चंदे की डिमांड उन्ही से करिये जिनका चयन आप सुनिश्चित करा सकें यानी दस गुने के हिसाब के बाद मेरिट का आंकलन आप लोग खुद ही कर लेंगे और चंदा देने वाले भी अपने विवेक से काम लें |
ReplyDeleteशिक्षा मित्रों के केस की तरह भौकाली मत कीजिये क्यूंकि उनके लिए संगठन के एक व्यक्ति मुख्य पेटीशनेर और उनके वित्त समिति के होल्डर के लिए एक बहुत ही अच्छी संज्ञा दे गए हैं बाकी ग़ाज़ीपुर मोर्चा भी देर से समझ गया है |
ReplyDeleteमस्त रहे खुश रहे दूसरों को तकलीफ न दें |
भैया कहावत एक होती है पर भाषा का फर्क पड़ता है :
ReplyDeleteजैसे की यू.पी में "लूट के आये हैं"
और हरयाणा में "लुट के आये हैं"|
अब यहाँ दोनों सार्थक हैं |
Through the present moment, you have access to the power of life itself, that which has traditionally been called "God." ~
ReplyDelete_____________________________Eckhart Tolle
Dosto,
ReplyDeletejasi ki suchana hai 1st cou. ke chayanito ki suchi jo scert ko bheji gayi hai jisme 5370 me scert ne 4508 ko hi aharya mana jisse saf parilikshit hai about 862 galat logo ka chayan kiya gaya. Atah kal scert dwara jari patra me anahrya chayanit vale janapado ka nam diya hai un jilo ke tet sanghrsh morche ke jiladhyaksh vaha ke diet pracharya v bsa ko kadi chetavani de yadi is prakar koi laparvahi ki gayi to ve gambhir parinam bhugatane ko taiyar rahe.
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ReplyDelete.
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Kabhi Kisi Ka Saath Ye Sochkar Mat
Chhodna,
Ki Uske
Paas Kuch
Nahi Tumhe Dene K Liye..
Bas
Ye Sochkar Uska Saath Nibhana,
Ki Uske Pas Kuch Nahi
Tumhare Siva Khone K Liye...
DOSTO
ReplyDelete1)jaisa ki suprime court me 22 september ko lagi nontet matter par sunwai honi hai..nontet ki slp ramprakash sharma& others is samay morcha ke liye paresani bana huwa hai..chuki 22 ko hi hamari counseling start hai aur 22 ko hi hamare dushman ham par war krna chahte hai taki ham sambhal v na paye..
dosto aap logo ke aarthik sahyog ki is wakt sakht jarurat hai..kyuki bahut jald tet morcha ki legal team delhi rawana hogi..aur nontet matter par ek damdar wakil khada kregi..
jiski fee dena hoga..
2) dosto chuki contempt ki application no. Mil chuki hai atah contempt case jiski 25 ke bad kavi v date lag skti hai..usme v morcha ko p.s.patwaliya ki fee paid krna hoga..taki contempt se gov. Par dabav bne aur jald 72825 ko niyukti patra dekar hamari training start ho jay..
ReplyDelete3)dosto in dono matter par senior wakil khada krna atyant awashyak hai..
ReplyDeletesbhi dusman hamari tet bharti ki raftar pakadne par active ho gye hai..Atah aap se fir ek bar nivedan hai monday ko avanish yadav ji ke acount me arthik sahyog jarur kre..kyuki samay kafi kam hai aur hamari legal team jald delhi rawana hokar sbhi taiyari purn krna chahti hai...
NOTE::
ReplyDeleteyad rahe nontet case ko halke me na le..yahi nontet matter high court ki double bench me jeet chuka hai..par larger bench ne us faishle ko palat diya tha..par suprime court me inka chapter close kr ek dusman ko hamesa ke liye khatm krna jaruri hai)..
TET MERIT KE DUSHMANO KAPIL ,SADHNA,RAMPRASAD KA AB STHAYI ILAJ ZARURI HAI...
THANX
"तब फरीसियों ने बाहर जाकर उसके विरोध में सम्मति की, कि उसे किस प्रकार नाश करें? यह जानकर यीशु वहां से चला गया; और बहुत लोग उसके पीछे हो लिये; और उस ने सब को चंगा किया। और उन्हें चिताया, कि मुझे प्रगट न करना। कि जो वचन यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो। कि देखो, यह मेरा सेवक है, जिसे मैं ने चुना है; मेरा प्रिय, जिस से मेरा मन प्रसन्न है: मैं अपना आत्मा उस पर डालूंगा; और वह अन्यजातियों को न्याय का समाचार देगा। वह न झगड़ा करेगा, और न धूम मचाएगा; और न बाजारों में कोई उसका शब्द सुनेगा। वह कुचले हुए सरकण्डे को न तोड़ेगा; और धूआं देती हुई बत्ती को न बुझाएगा, जब तक न्याय को प्रबल न कराए। और अन्यजातियां उसके नाम पर आशा रखेंगी।''
ReplyDelete__________________( मत्ती 12:14-21 )
1. Mid Day Meal – 15 August, 1995
ReplyDelete2. Education For All – 1990
3. Operation Black Board – 1987-88
4. Sarva Shiksha Abhiyan – 2000-01
5. National Literacy Mission – 5 May, 1988
6. National Council of Education Research and Training – 1 September, 1961
7. First Open University in India – Andhra Pradesh Open University in 1982 (now renamed as Dr. B. R. Ambedkar Open University).
8. Number of Open Universities in India – 14 (1 National and 13 State Open Universities)
9. First Open University in World – United Kingdom (U. K) in 1969
10. International Education Commission – 1996
11. Indra Gandhi National Open University – 15 September, 1985
12. All India Council for Technical Education – Established in November, 1945 first as an advisory body and later on in 1987 given statutory status by an Act of Parliament.
13. National Education Day – It is celebrated on 11 November every year in the memory of India’s First Union Minister of Education, Dr. Maulana Abul Kalam Azad
14. Central Advisory Board of Education – Established in 1920 as an advisory body of the Government but it was abolished in 1923. In 1935, it was again revived.
15. Kothari Commission (1964-66) –The commission started its work on October, 1964 and submitted its report on 29 June, 1966. The commission setup follows 12 task forces and 7 working groups.
16. Central Institute of Educational Technology – 1984
17. District Primary Education Programme –1994
18. Educational Media Research Centre – 1983
19. Educational Research and Innovation Committee – 1974
20. National Assessment and Accreditation – 1992
21. National Adult Education Programme – 2 October, 1978
22. National Council of Teacher Education – 1973, autonomous status 1993
23. Rehabilitation Council of India Act – 1992, amended on 2000
24. Regional college of Education – 1984
25. Wechsler Adult Education Scale – 1955
26. Wechsler Children Education Scale – 1949
27. Right To Information – October, 2005.
28. International Literacy Day proclaimed by UNESCO – 8 September
"बनारस में प्रमुख चौराहों पर
ReplyDeleteपुलिस द्वारा सी.सी.टी.वी. लगवाया गया,
लेकिन बनारस वाले लोग
तो बनारस के ही है,
उन्होंने उससे एक नया प्रयोग किया"
एक बनारसी ने
सुबह सुबह “पुलिस कंट्रोल” रूम में “फ़ोन” किया…!!
बनारसी :- क्या आपके सी.सी TV काम कर रहे है ?
कंट्रोल रूम :- जी जनाब
बनारसी ने फिर पूछा :- क्या भदैनी वाली गली भी नज़र आ रही है ?
कंट्रोल रूम:- जी जनाब
बनारसी - क्या छगन हलवाई की दुकान
भी दिख रही है ?
कंट्रोल रूम :- जी जनाब !
क्या बात हो गई ?
बनारसी - अरे मालिक,
एक बर ज़रा देख कर बताइये
" गरम जलेबी रेडी है ?
Hmmmmm
Deleteदूरस्थ वालो को इन करने पर इसलिए आप से एक बड़ा सवाल-
ReplyDelete१- क्या दूरस्थ शिक्षा में केवल आर्ट वाले ही होंगे साइंस वाले नहीं
२- मेरे ख्याल से टेक्नीकल बन्दों को जो साइंस में इंटर के सब्जेक्ट के आधार पर भर्ती किया है उससे साइंस में भी कम कम्पटीसन नहीं है बाकी मेरा तो अनुमान यही है कि साइंस और आर्ट में १-२ नंबर का अंतर रहने वाला है क्यों कि २०११ में दूरस्थ बीएड करने वाले ऐसे कितने होंगे जिन्होंने टी ई टी भी अच्छी मेरिट (ध्यान रखना ऐसे अभ्यर्थी जो किसी तरह बीएड कर कर तो आ गए लेकिन मायावती जी ने टी.ई.टी मेरिट बनवाई है इसलिए, यहाँ बीएड पास करने की नहीं टी ई टी मेरिट की बात है) किस किस की अच्छी मेरिट होगी जब पूरा टेस्ट टी ई टी का ईमानदारी से कराया गया था इसलिए ये बात मायने नहीं रखती कौन इन है कौन आउट यहाँ ये बात मायने रखती है टी ई टी में मेरिट किसकी अच्छी है इन्ही नक़ल माफियाओ से बचने के लिए तो सु श्री मायावती जी ने टी ई टी मेरिट बनवाई है इसलिए खुश रहे मस्त रहे अपनी अपनी टी ई टी की मार्कशीट लैमिनेटेड जरूर करा ले
CUT OFF aur Counselling ke Silsile shuroo ho chuke hain .......
ReplyDelete.
Ya Allah .......He Ishwar ... He ParamPita Parmaatma ... Ae Paalne waale !
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Is din ka sab ne badi besabri se Intezaar kiya hai ......
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Badi ummide Judi hain is naukri se ........
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Is waqt ka intezar kar kar ke har Din Til Til ke mare hain hum ....
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Humaare Maa Baap kahte to kuchh nahi Magar jab wo hume dekhte hain to unki Ummid bhari nigaahe yahi sochti hain k ek din unke bete/beti ko JOB mil jaaegi ....
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Bahot takleefe sahi hai humne ..... Bahot Thokare khaai hain
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logo ne mazaak Udaya hai humara .....
Ek Ek khushi ke Liye tarse hain hum ...
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Aaj Ye "Mr.T.M.N.T.B.N." apne un saare TETians ke liye tujhse DUA karta hai ke un sab ke Khhali Daamano ko Bhar de ...
Un sab ke Aansuo ki Laaj rakh le ...
Tere Darbaar se koi bhi Maayoos na Laute ...
Badi ummid Le kar hum tere Darbaar me haazir hain ...
Humaari DUA Qubool kar Le ..... Qubool Kar Le
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Aameen !
आपका Mr. TMNTBBN
Aameen..
DeleteAameen
ReplyDeleteAMEEN
ReplyDeleteआज Avanish Yadav सर्वजीत तिवारी Neeraj Jaiswal
ReplyDeleteविद्याराम और मैं हरदोई डाइट गए। डाइट में अवकाश होने के
बावजूद अध्यक्ष अवनीश यादव और हम सब प्राचार्य जी से उनके
निवास पर मिले और scrt के आदेश का हवाला देते हुए उनको
अवगत कराया की हरदोई से 19 फर्जी लोगो का नाम काउंसिलिंग
कराने वाले लोगो के साथ भेजा गया है। अवनीश जी ने इस विषय
पर प्राचार्य जी से गहन विचार विमर्श किया तब प्राचार्य जी की तरफ
से आश्वासन मिला है कि 17 से पहले ही उन 19 फर्जी लोगो का नाम
मोर्चे को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
अवनीश यादव जी उन सबकी जल्द ऍफ़ आई आर भी कराएँगे
कोई भी फर्जी अभ्यर्थी हरदोई में सुरक्षित नहीं रहेगा।
अगली काउंसिलिंग में हरदोई मोर्चा टेट 2011 के परीक्षा
परिणाम के डाटा से मिलान के बाद ही किसी को काउंसिलिंग में
भाग लेंगे का मौका देंगे। इसलिए अबकी बार कोई भी फर्जी अगली
काउंसिलिंग में भाग नहीं ले पायेगा।
जय हिन्द
जय टेट।
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन
ReplyDeleteक्यूं कि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!
मेरिट कितना नीचे जायेगी यह एक अबूझ
ReplyDeleteपहेली है जिसको लेकर कोई प्रेडिक्शन
करना मुश्किल है...
लो मेरिट वाले अभी परेशान है यह सोचकर
कि मेरा होगा कि नही होगा.....
सभी विश्लेषकों का और स्वयं
मेरा भी यही मानना है कि द्वितीय
काउंसिलिंग में मैकसिमम 30000 सीटें
ही भरनी चाहिए
अगर 30000 ही सीटें भरती हैं तो भी लगभग
आधी सीटें खाली रहेंगी....सामान्य
की अपेक्षा ओबीसी को राहत
थोडा ज्यादा मिलेगी...
प्रोफेशनल वाले इन जरुर हैं पर वह
ज्यादा फायदा एकेडमिक बेस सेलेक्शन में
उठाते थे..
टीईटी मेरिट में वे
हमारा ज्यादा नुकसान नही कर पायेंगे...
Ae palak tu band ho ja,
ReplyDeletekhawabon mein unki surat to nazar
ayegi,
intezar toh subah dubara shuru
hoga,
kam se kam raat to khushi se kat
jayegi..
Good night