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Saturday, July 4, 2015

News : जनता की बेहतर सेवा के लिए आप विधायकों को चाहिए ज्यादा सैलरी

News : जनता की बेहतर सेवा के लिए आप विधायकों को चाहिए ज्यादा सैलरी

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In AAP MLAs Se Kisne Kaha Ki Inkee Salary Se Ye Janta Ke Leeye Kharch Karen,
Aur Kya Gurantee Hai ki Inkee Salary badane Par Ye Kitna Kharcha Janta Ke Leeye Karenge

Janta Ke Leeye Sarkari Schemes Lagu Kee Jaatee Hai Aur Uske Leeye Sarkar Budget ka Nirmaan kartee Hai.

In AAP MLA ko VVIP Suvidhayen Chahiye Hongee,
Inkee Notanki Desh Vakif Hone Laga Hai.

Jab Yahee Karna Thaa To Imaandaree ka Dhong Kyon Kiyaa ???????????????

MLA ko Ek Fund Bhee Milta Hai - Vidhyak Nidhee Fund, Jis Se Vhe Apne Kshetra Mein Kuch Achhe Kaam Karwa Sake, Lekin Iska Kitna aur Kaisa Upyog Hota Hai, Janta Jaantee Hai.

Sabse Badee Baat Ye Hai Ki Digital India Mein Human Intervention (Insanee Dakhal) Kam Se Kam Kiyaa Jaaye Aur Pardashita Banayee Jaaye.

AAP ke JAN LOK PAL ka Pata Hee Nahin pada, Pata Nahin Bhrasht Log Inhone Jail Mein Pahuncha Deeye. Ya Bhrstachar Samapt Kar Deeyaa.

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 आम आदमी पार्टी के कई विधायकों ने सैलरी बढ़ाने की मांग की है। इसके लिए नेताओं ने जनता को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की आड़ ली है। दिल्ली सरकार के प्रवक्ता ने भी माना है कि कुछ विधायकों ने ऐसी मांग रखी है, लेकिन अभी उस पर सरकार ने कोई विचार नहीं किया है।

उधर, बीजेपी ने 'आप' विधायक की इस मांग को नाजायज करार देते हुए पलटवार किया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि बीजेपी के विधायक विधानसभा के अगले सत्र में एक प्रस्ताव लाकर अपना वेतन त्याग देंगे और केवल विधानसभा के द्वारा दिया जाने वाला भत्ता ही लेंगे

आम आदमी पार्टी के कुछ विधायकों का कहना है कि वैसे तो उन्हें सभी तरह के भत्ते और खर्चे आदि मिलाकर हर महीने करीब 84 हजार रुपये की सैलरी मिलती है, लेकिन उसमें से बेसिक सैलरी केवल 12 हजार रुपये है। कई विधायक ऐसे हैं, जिनका या तो अपना घर नहीं है या फिर वे बेहद छोटे घर में रहते हैं। ऐसे में उन्हें रोज अपनी शिकायतें और सुझाव लेकर आने वाले लोगों से घर पर मिलने में दिक्कत आती है। विधायकों का कहना है कि अगर उनकी सैलरी बढ़ा दी जाए या दफ्तर खोलने के लिए उन्हें अलग से फंड दे दिया जाए, तो वो जनता की और अच्छे से सेवा कर सकते हैं।

पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने भी विधायकों की इस मांग का समर्थन करते हुए कहा है कि पार्टी के सभी विधायक ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहते हैं और रोज हजारों लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं जानना और उन्हें सुलझाना चाहते हैं। उनके पास तो अपना घर और दफ्तर है, लेकिन कई विधायकों के पास ऐसी सुविधाएं नहीं हैं। ऐसे में सरकार को इस मांग पर विचार करना चाहिए। पार्टी विधायक संजीव झा, नितिन त्यागी और बंदना कुमारी समेत कई अन्य विधायकों ने भी सरकार से सैलरी बढ़ाने की मांग की है।

शीला दीक्षित की सरकार ने 2013 में विधायकों की सैलरी और भत्तों में बढ़ोतरी की थी।


News - Navbharat Times