परिषदीय स्कूलों में हुए स्थानांतरण की सूची प्रकाशन के बाद शिक्षकों का रिलीबिंग आदेश जारी, साथ में नवनियुक्त शिक्षक भी पायेंगे स्कूलों में तैनाती
उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के हाल ही में हुए स्थानांतरण में शासन द्वारा सूची निकलने के बाद प्रक्रिया रुक सी गयी थी जिसके तहत सभी शिक्षक परिषद से रिलीबिंग आदेश का इंतज़ार करने लगे। यह इंतज़ार इतना लंबा हो गया था कि शैक्षिक संगठनों ने भी अपने मांग पत्रों में स्थानांतरण की प्रक्रिया को जल्द से जल्द करने की शासन से सिफारिश की जिसके चलते आज शासन ने प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दे दिया।
नाटकीय ढंग से बढ़ रही शिक्षकों की स्थानांतरण प्रकिया अब क्लाइमेक्स की ओर बढ़ती जा रही है जहाँ कब क्या हो जाये किसी को कोई अंदेशा नहीं। फ़िलहाल उत्तर प्रदेश के अनु सचिव सत्य प्रकाश ने महानिदेशक ,स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद को पत्र भेजकर अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के फलस्वरूप स्थानान्तरित परिषदीय शिक्षकों के कार्यमुक्त एवं कार्यभार ग्रहण किये जाने के संबंध में आदेश दिया है, जिसमें कहा गया कि स्थानान्तरित अध्यापकों को कार्यमुक्त किये जाने तथा उनके विद्यालय आवंटन की कार्यवाही करते हुए स्थानंतरित शिक्षकों को
दिनांक 27 व 28 जनवरी 2021 तक कार्यमुक्त किया जाना सुनिश्चित किया जाय साथ ही कार्यमुक्त किये गये शिक्षकों की ज्वाइनिंग तथा पदस्थापना दिनांक 29 व 30 जनवरी 2021 को कराया जाना सुनिश्चित किया जाय। स्थानान्तरण के पश्चात कार्यभार ग्रहण करने वाले शिक्षकों की तैनाती नव चयनित अध्यापकों की तैनाती दिए गए निर्देशों के क्रम में पूर्ण की जाय ।
शासन स्तर से आदेश मिलते ही शिक्षकों ने स्थानांतरण प्रक्रिया के आगे बढ़ने से राहत की सांस ली है।स्थानांतरण प्रक्रिया के बार बार किसी न किसी कारण वश रुक जाने की वजह से शिक्षकों में उल्लास खत्म हो गया।शिक्षक कहते हैं कि जब 2019 में यह स्थानांतरण प्रकिया शुरू हुई थी तब घर पहुँचने की खुशी की बात ही अलग थी।अब प्रक्रिया पूरी हो जाये एवं दूसरे जनपद में पहुँचकर जब तक स्कूलों में जोईनिग नहीं ले लेते तब तक अत्यधिक खुशी ज़ाहिर करने जैसा कुछ नहीं है।
कुछ शिक्षकों की माने तो वो कहते है कि स्थानांतरण होने की खुशी इतनी बार मिली है कि इतनी खुशी इससे पहले कभी नहीं मिली।अब आदेश आने की खुशी मिली,फिर रिलीबिंग की ख़ुशी मिलेगी, फिर स्थानांतरित जनपद के स्कूल में जॉइनिंग की ख़ुशी मिलेगी और सबसे बाद में स्थानांतरित जनपद में पुनः वेतन शुरू होने की खुशी मिलेगी।
नाम न लिखने की बात कहकर एक शिक्षक कहते हैं कि शासन को अगले स्थानांतरण अभी से निकाल देने चाहिए जिससे अगले दो से चार साल में स्थानांतरण हो सकें