UPTET : Article on TET / Recruitment of Teachers By A TET Candidate Mr. Vikram Yadav
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प्रेषक: <vikramyadav265@gmail.com>
दिनांक: 24 फरवरी 2013 10:16 am
विषय: टैट jumbo coil jo khatam na ho.
प्रति: Muskan24by7@gmail.com
शिक्षा का अधिकार अधिनयम 2009 लागू होने के बाद बेसिक शिक्षा मेँ गुणात्मक सुधार के लिये NCTE को प्रदत्त शक्तियाँ मिली जिसके द्वारा NCTE ने अपनी 23 अगस्त 2010 की मूल अधिसूचना मे क्वालिटी एजूकेशन के लिये एक सुद्रढ़ ढ़ाचा तैयार किया जिसके लिये 23 अगस्त के नोटिफिकेशन मेँ पैरा 1 मेँ कक्षा 1 से 5 के अध्यापक पद पर नियुक्ती के लिये तथा पैरा 2 मेँ कक्षा 6 से 8 के अध्यापक पद पर नियुक्ती के लिये आवश्यक न्यूनतम शर्तेँ हैँ
पैरा 1 तथा पैरा 2 मेँ किसी व्यक्ति के अध्यापक पद पर नियुक्ती के लिये न्यूनतम योग्यता के दो खण्ड हैँ पहला है न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता तथा दूसरा खण्ड टैट पास होने की अनिवार्यता।
पैरा 3 मेँ दिये गये बीएड वाले वास्तव मे पैरा 1(कक्षा 1से 5 के अध्यापक) मेँ दी शैक्षणिक योग्यता बीटीसी तथा अन्य की वैकल्पिक शैक्षणिक योग्यता है और यह छूट 1 जनवरी 2012 तक के लिये हैँ।
इसलिये पैरा 3 मेँ ये कोई अनिवार्यता नहीँ रह जाती कि वहाँ भी टैट का वर्णन होँ।क्योँ कि कक्षा 1से5 तक अध्यापक पद पर नियुक्ती के लिये अन्य अर्हता अर्थात टैट पास होना पैरा 1 के अनुरुप रहेगा। बीएड वालोँ को 1से 5 तक के अध्यापक पद के लिये पैरा 1 मे न रखकर पैरा 3 मेँ अलग रखा गया क्योँ कि यह छूट 1जनवरी 2012 तक है। इस समय सीमा के बाद पैरा 3 का अस्तित्व समाप्त हो जाना है।
यह है कानूनी शब्द "हारमोनियस कंसट्रक्शन" के सिद्धान्त के अनरूप व्याख्या!
अब बात करे NCTE की सोच की तो NCTE ने 11 feb2011 को टैट आयोजित कराने के सम्बन्ध मेँ गाइडलाइन जारी की गयी। इसमेँ 1 से 5 कक्षा तक के टैट मेँ बैठने के लिये बीएड वालोँ को जनवरी 2012 तक पात्र माना गया। यह नोटिफिकेशन समस्त राज्योँ को प्रेषित किया गया।
अब राज्योँ के कदम की पड़ताल करेँ तो इस गाइडलाइन के क्रम मेँ सबसे पहले CBSE द्वारा सी टैट का आयोजन कराया गया जिसमेँ बीएड वाले प्राथमिक स्तर के टैट मेँ बैठे और उन्हेँ प्रमाण पत्र भी दिया गया।
इसके बाद राजस्थान मेँ थर्ड ग्रेड टीचर अर्थात प्राइमरी टीचर के लिय प्राथमिक स्तर के टैट का आयोजन कराया गया जिसमेँ बीएड वाले बैठे और टैट पास बीएड वालोँ कक्षा1से5 के 27000 पदोँ पर नियुक्त किया गया। इसके बाद पंजाब बिहार हरयाणा असम आदि द्वारा 1 टू5 का टैट आयोजित कराया गया जिसमेँ बीएड बाले बैठे और उनकी नियुक्तियाँ हुयीँ। केन्द्रीय विधालय संगठन द्वारा चंडीगढ़ SSA की भर्तियाँ निकली जिसमेँ 1से5 तक अध्यापक पद पर सीटैट पास बीएड वालोँ को नियुक्त किया गया।
अगर बीएड वालोँ को टैट पास करने की आवश्कता नहीँ थी तो टैट मेँ बैठने से क्योँ नहीँ रोका गया और नियुक्तियाँ क्योँ नहीँ रोकी गयी ।
क्योँ कि NCTE द्वारा टैट सबके लिये अनिवार्य था।अन्तर इतना था NON TET वाले केश मेँ यदि डीबी मेँ हरकौली जी होते तो वो सार तत्व पर ध्यान देते ।
अब अगर उत्तरप्रदेश की बात करे तो मायावती सरकार ने टैट से छूट के लिये 3या 4 बार लैटर लिखा गया लेकिन NCTE द्वारा छूट नहीँ दी गयी।अन्ततः टैट कराना ही पड़ा। जनवरी 2012 तक आते नियुक्तियाँ नहीँ कर पायी।
पैरा 3 की छूट समाप्त हो गयी।
अब कहानी शुरु होती है बीएड वालोँ के लिये दूसरे अध्याय की!
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2012 के बाद NCTE से पुनः छूट के लिये 6जुलाई 2012 को पत्र लिखा गया। क्योँ कि1जनवरी2012 के बाद पैरा 3 की छूट खत्म हो गयी।
2012 के बाद पुनः बीएड वालोँ के लिये नये नोटिफिकेशन की आवश्यकता थी।
इसके लिये NCTE द्वारा sep 2012 को नया नोटिफिकेशन निकला । लेकिन इस बार नये नोटिफिकेशन "भारत सरकार का राजपत्र असाधारण " मेँ स्पष्ट किया गया कि समय सीमा तो 31 march 2014 तक बढ़ा दी जाती है लेकिन शर्त यह होगी कक्षा 1से8 तक के अध्यापक पद पर नियुक्ती के लिये ऐसे किसी व्यक्ति पर विचार नहीँ किया जायेगा जो टीईटी उत्तीर्ण नहीँ है
इस प्रकार 2012 के बाद NCTE द्वारा जारी नये नोटिफिकेशन ने बीएड बालोँ के बिना टैट के नियुक्ती की बची -खुची सम्भावना समाप्त कर दी।
आपका टैट साथी
बिक्रम यादव
इटावा